हैलो एल्केन्स और हैलो एरीन्स
हैलो एल्केन्स की प्रिपरेशन
-
एल्कोहल से तैयारी:
- ROH + HCL/ HX: जब भी एल्कोहल को HCL या HX के साथ रिएक्ट कराते हैं, तो ओएच ग्रुप लोन पेर के द्वारा कार्बोकैटाइन में बदल जाएगा।
- 1 डिग्री एल्कोहल में HCL के साथ anhydrous ZnCl2 की आवश्यकता होती है।
- 2 डिग्री या 3 डिग्री एल्कोहल में ये आवश्यकता नहीं होती।
- Rearrangement की संभावना है, विशेषकर जब रिएक्शन में कार्बोकैटाइन उत्पन्न होता है।
-
NABR + H2SO4:
- HBR बनाने के लिए NABR और H2SO4 का उपयोग किया जा सकता है।
लुकास टेस्ट
- 1 डिग्री एल्कोहल - RCl में कनवर्ट होता है, कोई टर्बिडिटी नहीं।
- 2 डिग्री एल्कोहल - कुछ मिनटों में टर्बिडिटी।
- 3 डिग्री एल्कोहल - तुरंत टर्बिडिटी।
हैलो एरीन्स की प्रिपरेशन
- Electrophilic Substitution Reaction
- Diazotization: Aniline को NaNO2 और HCl के साथ 0-5°C पर रिएक्ट कराते हैं, जिससे diazonium salt बनता है।
- इसके द्वारा PHCl, PHBr आदि उत्पाद प्राप्त होते हैं।
रिएक्शन प्रक्रिया
- SN1 और SN2 रिएक्शन्स
- SN1: 2 स्टेप प्रक्रिया, कार्बोकैटाइन फॉर्मेशन RDS, रिजाइमाइजेशन होता है।
- SN2: 1 स्टेप प्रक्रिया, इनवर्शन होता है (Walden inversion)।
- Leaving group की good ability: RI > RBr > RCl > RF
विशेष रिएक्शन
- Swartz Reaction: RX को AGF के साथ रिएक्शन कराकर Alkyl fluoride बनाते हैं।
- Finkelstein Reaction: RX + NAI (acetone में) से RI बनाते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
-
Elimination Reactions (E1, E2)
- E1: Carbocation formation, पुनः Rearrangement संभव।
- E2: Beta elimination, सेटजेफ या हॉफमैन नियम के तहत अधिक स्थिर अलगीन मेजर उत्पाद।
- E1CB: कार्बन आयन की स्थिरता मेजर उत्पाद को निर्धारित करती है।
-
Metal Reaction
- Wurtz Reaction: RX की रिएक्शन Na dry ether के साथ कराना जिससे RR तैयार होता है।
- Grignard Reaction: RX + Mg (dry ether) से RMGX बनता है, जो RH बनाता है जब moist condition में होता है।
-
Properties and Reactions of Haloarenes
- Nucleophilic Substitution Reaction (NSR): विशेष प्रक्रिया के तहत NO2 जैसे electron withdrawing समूह के होने पर आसानी से होती है।
- Mesomer Complex: Anion की स्थिरता को बढ़ाता है।
-
Benzene Mechanism: Elimination followed by addition से बेंजाइन का निर्माण और बाद में substitution।
प्रयोग और प्रश्न
- SN1 और SN2 में अलग-अलग प्रतिक्रिया दर और स्थितियाँ।
- E2 में अधिक स्थिर उत्पाद की पहचान करना।
- Haloalkenes और haloarenes के SN और E रिएक्शन्स का विस्तार से अध्ययन।
नोट: ये सभी बातें और रिएक्शन प्रक्रिया आपके परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। सभी रिएक्शन की गहराई से समझ और प्रमुख नियम जैसे सेटजेफ, हॉफमैन, आदि को स मझना जरूरी है। कृपया समय निकालकर इस अध्ययन को और भी गहराई से देखें।