हैलो एल्केन्स और एरीन्स की तैयारी

Nov 8, 2024

हैलो एल्केन्स और हैलो एरीन्स

हैलो एल्केन्स की प्रिपरेशन

  • एल्कोहल से तैयारी:

    • ROH + HCL/ HX: जब भी एल्कोहल को HCL या HX के साथ रिएक्ट कराते हैं, तो ओएच ग्रुप लोन पेर के द्वारा कार्बोकैटाइन में बदल जाएगा।
    • 1 डिग्री एल्कोहल में HCL के साथ anhydrous ZnCl2 की आवश्यकता होती है।
    • 2 डिग्री या 3 डिग्री एल्कोहल में ये आवश्यकता नहीं होती।
    • Rearrangement की संभावना है, विशेषकर जब रिएक्शन में कार्बोकैटाइन उत्पन्न होता है।
  • NABR + H2SO4:

    • HBR बनाने के लिए NABR और H2SO4 का उपयोग किया जा सकता है।

लुकास टेस्ट

  • 1 डिग्री एल्कोहल - RCl में कनवर्ट होता है, कोई टर्बिडिटी नहीं।
  • 2 डिग्री एल्कोहल - कुछ मिनटों में टर्बिडिटी।
  • 3 डिग्री एल्कोहल - तुरंत टर्बिडिटी।

हैलो एरीन्स की प्रिपरेशन

  • Electrophilic Substitution Reaction
    • Diazotization: Aniline को NaNO2 और HCl के साथ 0-5°C पर रिएक्ट कराते हैं, जिससे diazonium salt बनता है।
    • इसके द्वारा PHCl, PHBr आदि उत्पाद प्राप्त होते हैं।

रिएक्शन प्रक्रिया

  • SN1 और SN2 रिएक्शन्स
    • SN1: 2 स्टेप प्रक्रिया, कार्बोकैटाइन फॉर्मेशन RDS, रिजाइमाइजेशन होता है।
    • SN2: 1 स्टेप प्रक्रिया, इनवर्शन होता है (Walden inversion)।
    • Leaving group की good ability: RI > RBr > RCl > RF

विशेष रिएक्शन

  • Swartz Reaction: RX को AGF के साथ रिएक्शन कराकर Alkyl fluoride बनाते हैं।
  • Finkelstein Reaction: RX + NAI (acetone में) से RI बनाते हैं।

अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

  • Elimination Reactions (E1, E2)

    • E1: Carbocation formation, पुनः Rearrangement संभव।
    • E2: Beta elimination, सेटजेफ या हॉफमैन नियम के तहत अधिक स्थिर अलगीन मेजर उत्पाद।
    • E1CB: कार्बन आयन की स्थिरता मेजर उत्पाद को निर्धारित करती है।
  • Metal Reaction

    • Wurtz Reaction: RX की रिएक्शन Na dry ether के साथ कराना जिससे RR तैयार होता है।
    • Grignard Reaction: RX + Mg (dry ether) से RMGX बनता है, जो RH बनाता है जब moist condition में होता है।
  • Properties and Reactions of Haloarenes

    • Nucleophilic Substitution Reaction (NSR): विशेष प्रक्रिया के तहत NO2 जैसे electron withdrawing समूह के होने पर आसानी से होती है।
    • Mesomer Complex: Anion की स्थिरता को बढ़ाता है।
  • Benzene Mechanism: Elimination followed by addition से बेंजाइन का निर्माण और बाद में substitution।

प्रयोग और प्रश्न

  • SN1 और SN2 में अलग-अलग प्रतिक्रिया दर और स्थितियाँ।
  • E2 में अधिक स्थिर उत्पाद की पहचान करना।
  • Haloalkenes और haloarenes के SN और E रिएक्शन्स का विस्तार से अध्ययन।

नोट: ये सभी बातें और रिएक्शन प्रक्रिया आपके परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। सभी रिएक्शन की गहराई से समझ और प्रमुख नियम जैसे सेटजेफ, हॉफमैन, आदि को समझना जरूरी है। कृपया समय निकालकर इस अध्ययन को और भी गहराई से देखें।