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जनसंचार और रचनात्मक लेखन का अध्ययन

Nov 6, 2024

बी.ए. प्रोग्राम सेमेस्टर IV - जनसंचार और रचनात्मक लेखन

विषय परिचय

  • वक्ता: सेतिंदर प्रताप
  • प्लेटफॉर्म: एकलब्या स्टडी पॉइंट
  • विषय: जनसंचार और रचनात्मक लेखन

रचनात्मक लेखन

  • परिभाषा: ज्ञान और विचारों की अभिव्यक्ति जो मौलिक और नवीन हो।
  • लक्षण:
    • मौलिकता और नवीनता
    • कल्पनात्मक अभिव्यक्ति
    • कला के रूप में विचार और भावनाओं का वर्णन
  • इतिहास:
    • प्राचीन समय में इसे दिव्य शक्ति माना गया था।
    • मनोविज्ञान का दृष्टिकोण: सृजनात्मकता का संबंध नवीन और व्यक्त भावों से है।

जनसंचार

  • माध्यम:
    • प्रिंट माध्यम: अखबार, मैगज़ीन, पुस्तकें
    • इलेक्ट्रोनिक माध्यम: रेडियो, टीवी, फिल्म
    • न्यू इलेक्ट्रोनिक माध्यम: कंप्यूटर, इंटरनेट

साहित्य के स्वरूप

  • विभाजन: गद्य और पद्य
    • गद्य: कहानी, उपन्यास, निबंध
    • पद्य: कविता, गीत, गज़ल
  • मौखिक और लिखित साहित्य:
    • मौखिक साहित्य का मौखिक रूप से प्रचलन
    • लिखित साहित्य का लिपी के द्वारा संरक्षण

साक्षात्कार

  • परिभाषा: किसी विषय पर विचार-विमर्श और जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रश्नोत्तर
  • प्रकार:
    • विषय आधारित
    • व्यक्ति आधारित
  • मुख्य तत्व: संवाद, बाहरी और आंतरिक व्यक्तित्व का आकलन, दृष्टिकोण

विज्ञापन लेखन

  • उद्देश्य: जन को उत्पाद के प्रति आकृष्ट करना
  • गुणवत्ता:
    • सरलता और आकर्षण
    • विश्वसनीयता और प्रेरणा
  • माध्यम: प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक, रेडियो जिंगल्स

अध्ययन नोट्स

  • समझने की आवश्यकता: जनसंचार के विभिन्न माध्यमों और रचनात्मक लेखन के स्वरूप को समझना महत्वपूर्ण है। यह विषय अध्ययन के लिए प्रेरित करता है और सृजनात्मकता को विकसित करता है।

नोट: यह नोट्स बी.ए. प्रोग्राम के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नों और अवधारणाओं का सार प्रदान करते हैं। इन्हें परीक्षा की तैयारी और समझ को बढ़ाने के लिए उपयोग करें।