बी.ए. प्रोग्राम सेमेस्टर IV - जनसंचार और रचनात्मक लेखन
विषय परिचय
- वक्ता: सेतिंदर प्रताप
- प्लेटफॉर्म: एकलब्या स्टडी पॉइंट
- विषय: जनसंचार और रचनात्मक लेखन
रचनात्मक लेखन
- परिभाषा: ज्ञान और विचारों की अभिव्यक्ति जो मौलिक और नवीन हो।
- लक्षण:
- मौलिकता और नवीनता
- कल्पनात्मक अभिव्यक्ति
- कला के रूप में विचार और भावनाओं का वर्णन
- इतिहास:
- प्राचीन समय में इसे दिव्य शक्ति माना गया था।
- मनोविज्ञान का दृष्टिको ण: सृजनात्मकता का संबंध नवीन और व्यक्त भावों से है।
जनसंचार
- माध्यम:
- प्रिंट माध्यम: अखबार, मैगज़ीन, पुस्तकें
- इलेक्ट्रोनिक माध्यम: रेडियो, टीवी, फिल्म
- न्यू इलेक्ट्रोनिक माध्यम: कंप्यूटर, इंटरनेट
साहित्य के स्वरूप
- विभाजन: गद्य और पद्य
- गद्य: कहानी, उपन्यास, निबंध
- पद्य: कविता, गीत, गज़ल
- मौखिक और लिखित साहित्य:
- मौखिक साहित्य का मौखिक रूप से प्रचलन
- लिखित साहित्य का लिपी के द्वारा संरक्षण
साक्षात्कार
- परिभाषा: किसी विषय पर विचार-विमर्श और जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रश्नोत्तर
- प्रकार:
- विषय आधारित
- व्यक्ति आधारित
- मुख्य तत्व: संवाद, बाहरी और आंतरिक व्यक्तित्व का आकलन, दृष्टिकोण
विज्ञापन लेखन
- उद्देश्य: जन को उत्पाद के प्रति आकृष्ट करना
- गुणवत्ता:
- सरलता और आकर्षण
- विश्वसनीयता और प्रेरणा
- माध्यम: प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक, रेडियो जिंगल्स
अध्ययन नोट्स
- समझने की आवश्यकता: जनसंचार के विभिन्न माध्यमों और रचनात्मक लेखन के स्वरूप को समझना महत्वपूर्ण है। यह विषय अध्ययन के लिए प्रेरित करता है और सृजनात्मकता को विकसित करता है।
नोट: यह नोट्स बी.ए. प्रोग्राम के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नों और अवधारणाओं का सार प्रदान करते हैं। इन्हें परीक्षा की तैयारी और समझ को बढ़ाने के लिए उपयोग करें।