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The Rise of Nationalism in Europe

हाय बच्च बैडी दिस इज योर टीचर शुभम पाठक वेलकम टू द क्लास जहां पे आज हम पढ़ने वाले हैं राइज ऑफ नेशन यूरोप पूरा चैप्टर एक साथ एनसीआरटी की लाइन बाय लाइन एक्सप्लेनेशन मिलेगी आपको साथ में एनसीआरटी के जो बैक साइड पे एक्सरसाइज क्वेश्चंस होते हैं वो भी मैं आज ही के लेक्चर में कराने वाली हूं इसके जो नोट्स है आपको डिस्क्रिप्शन बॉक्स में फ्री ऑफ कॉस्ट मिल जाएंगे अगर नहीं मिलते हैं सो वी ऑलरेडी हैव अ फेक चैनल्स ट डू नॉट फॉलो देम बिकॉज़ आई कांट वाउच फॉर व्हाट इज शेयर्ड देयर आई कैन वच वाउच फॉर दिस चैनल तो टे ग्रा चैनल है लिंक डिस्क्रिप्शन में है पीडीएफ है इसकी अ जिस पीपीटी से मैं पढ़ा रही हूं वो भी ले लीजिएगा फ्री ऑफ कॉस्ट नोट्स हैं ये आपके बाकी आज जब मैं एक्सप्लेन कर रही होंगी चैप्टर तो बीच-बीच में आपको कुछ होमवर्क क्वेश्चंस देती हुई चलूंगी आई वुड प्रेफर कि आप इन होमवर्क क्वेश्चंस का आंसर जो है मुझे आके बाद में कमेंट्स में जरूर दें सो दैट एज अ टीचर मुझे ये पूरी श्यर है कि आपको जो एक्सप्लेनेशन है वो समझ आई और आपके कॉन्सेप्ट्स क्लियर हैं बाय चांस फिर भी आपको कोई डाउट होता है कोई वर्ड का मतलब समझ नहीं आता कोई डेट याद नहीं हो रही होती है तो भी आप मुझे कमेंट कर सकते हैं आई विल पर्सनली रिप्लाई टू यू सो लेट्स स्टार्ट विद द चैप्टर राइज ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप सो चैप्टर स्टार्ट होता है एक पेंटिंग के साथ पहली बार चैप्टर के ना नाम पे जाते हैं कि नाम का मतलब क्या है राइज ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप तो बात हो रही है किसकी यूरोप की हो रही है यूरोप क्या एक देश है कि कॉन्टिनेंट है कॉन्टिनेंट है तो यूरोप में हम कभी फ्रांस की बात करेंगे कभी जर्मनी की बात करेंगे कभी इटली की बात करेंगे क्योंकि पूरे कॉन्टिनेंट की की बात हो रही है देन वी आर टॉकिंग अबाउट अ वर्ल्ड नोन एज नेशनलिज्म नेशनलिज्म को अगर एक शब्द में हिंदी में डिफाइन करना हो तो आप बोल सकते हो नेशनलिज्म का मतलब है देश की भक्ति देश भक्ति राइट सो राइज ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप का मतलब क्या है कि कैसे यूरोप में धीरे-धीरे देशभक्ति की भावना उत्पन्न हुई और कैसे-कैसे देशभक्ति की भावना आगे बढ़ती चली गई सो इस चैप्टर में हम पढ़ेंगे कि यूरोप में देशभक्ति की भावना से पहले क्या था मतलब जब दुनिया में यूरोप में लोग नेशनलिज्म या नेशनलिज्म को नहीं मान रहे थे तब उससे पहले यूरोप में क्या हो रहा था ठीक है पहले वो समझेंगे फिर देशभक्ति की भावना आई तो आई कैसे और आई तो उसका आउटकम क्या निकला वो पूरी जर्नी आप इस चैप्टर में पढ़ने वाले हो जो दूसरा चैप्टर है आपका वो इसी तरीके की चीज को डिस्कस करता है लेकिन वो इंडिया के कॉन्टेक्स्ट में करता है चैप्टर का नाम है नेशनलिज्म इन इंडिया तो पहले यूरोप की बात करने वाले हैं फिर हम इंडिया की बात करने वाले हैं ठीक है चलिए स्टार्ट करते हैं तो चैप्टर शुरू होता है एक पेंटिंग के साथ ये जो पेंटिंग है एक सेकंड देना हां जी यह जो पेंटिंग है यह पेंटिंग बनाई थी एक आर्टिस्ट ने जिनका नाम था फ्रेडरिक सोरियो तो फ्रेडरिक सोरियो फ्रांस को बिलोंग करते थे 1848 में उन्होंने ये पेंटिंग बना दी थी अच्छा ये जो साल है ये बहुत इंपॉर्टेंट है आगे जाके और भी बहुत सारी चीजें हुई थी जो इसी ईयर में हुई थी वो आपको इस चैप्टर में याद करनी है तो 1848 अभी से याद कर लो फ्रेडरिक सोरियो की पेंटिंग है अच्छा जब यह पेंटिंग बनाई गई थी तब दुनिया में नेशन स्टेट्स नहीं हुआ करते थे तब देशभक्ति इतने उफान में नहीं थी यूरोप में देशभक्ति के नाम पर लोग राजा रानियों को गद्दी से नहीं उतार रहे थे अभी भी कई जगह थी जहां पर मोनार्की यानी कि राजा का राजपाट देखा जाता था तो फ्रेडरिक सोरियो ने जब 1848 में यह पेंटिंग बनाई तो उन्होंने सपना देखा एक ऐसी दुनिया का जहां पे डेमोक्रेसी होगी जहां पे रिपब्लिक होगा बच्चा रिपब्लिक क्या होता है रिपब्लिक होता है अ गवर्नमेंट अ फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट दैट यू हैव वोटेड फॉर मतलब ऐसी कोई सरकार जो आपने अपने मतदान से अपनी वोटिंग से बनाई है उसे तुम बोलोगे एक तरीके से रिपब्लिक अब कई बच्चों को लग रहा होगा मैम फिर तो रिपब्लिक और डेमोक्रेसी जो है एक ही बात हो गई ना नहीं रिपब्लिक इज ऐसी कोई भी सरकार जो वोटिंग से बनाई है उसे रिपब्लिक बोलते हो अब अगर उस वोटिंग से बनाई हुई सरकार में लोकतंत्र है तो उसे डेमोक्रेसी तो बोलते हो ठीक है तो संतरे और कीनू के बीच में जितना डिफरेंस है उतना ही डिफरेंस है दे आर सिमिलर थिंग्स बट दे आर नॉट एग्जैक्ट सेम थिंग कहने का मतलब ये है कि 1848 में जब ये पेंटिंग बनाई गई फ्रेडरिक सोरियो द्वारा जो कि एक फ्रेंच आर्टिस्ट थे तो उन्होंने ऐसी दुनिया का सपना देखा था क्योंकि तब ये दुनिया एजिस्ट नहीं करती थी और इस पेंटिंग को तुम बोलते हो अ ड्रीम ऑफ अ ड्रीम ऑफ क्योंकि ये सपना है तब एजिस्ट नहीं करता था वर्ल्ड वाइड क्योंकि उन्होंने पूरी दुनिया के लिए सपना देखा था वर्ल्ड वाइड डेमोक्रेटिक एंड सोशल रिपब्लिक अब इस सपने में क्या देखा उन्होंने इस पेंटिंग को हमें डाक्टर है क्योंकि इस पेंटिंग में कुछ नहीं कुछ नहीं तो पांच मार्क्स तक का भी क्वेश्चन आ सकता है पेपर में दिस इज लेजिटिमाइज से हैं पहले स्काई की बात करते हैं स्काई में तुम देख रहे हो कि यहां पे जीजस क्राइस्ट दिखाई दे रहे हैं तो मतलब क्या दिख रहे हैं हमें भगवान दिखाई दे रहे हैं साथ में तुम्हें दिख रही है एंजल्स एंजल्स मतलब कि देवी देवता भी तुम्हें यहां पे दिखाई दे रहे हैं जीजस के ऊपर लिखा हुआ है फ्रेटरनिटी फ्रेटरनिटी का मतलब होता है भाईचारा अब भाईचारा किसके बीच में होगा भाईचारा होगा सिटीजंस के बीच में लोगों के बीच में ठीक है और जीसस यहां पे दे रहे हैं अपना आशीर्वाद तो मतलब फ्रेडरिक सोरियो ये दर्शा चाहते हैं कि जब दुनिया में जब दुनिया में सोशल डेमोक्रेटिक रिपब्लिक्स आ जाएंगे तब भगवान भी उसे अपना आशीर्वाद देंगे तो फ्रेडरिक सोरियो ये बोल रहे हैं कि डेमोक्रेसी और रिपब्लिक को भगवान का भी आशीर्वाद मिलेगा क्योंकि ये इतनी बेहतरीन चीज है ठीक है स्काई में क्या हो रहा है वो समझ आया अब आते हैं ग्राउंड पे ग्राउंड पे अगर आप बिल्कुल जमीन पे देखोगे तो यहां पे आपको दिख रही है चीजें टूटी हुई टूटी हुई चीज दिख रही य टूटी हुई चीज क्या है रिमेंस ऑफ रिमेंस ऑफ ऑटोक्रेसी रिमेंस ऑफ ऑटोक्रेसी अच्छा बड़े-बड़े शब्द लिख देती है एनसीआरटी हमें मतलब बताती नहीं ऑटोक्रेसी क्या होता है भाई ऑटोक्रेसी होता है एक इंसान की माना मनमानी वन पर्सन रूल एग्जांपल मोनार्की डेमोक्रेसी क्या होती है जनता का रूल मोनार्की क्या होती है राजा का रूल या रानी का का रूल ऑटोक्रेसी क्या होती है एक इंसान का रूल तो मोनार्की भी एक तरीके की ऑटोक्रेसी हो गी डिक्टेटरशिप भी एक तरीके की ऑटोक्रेसी होगी एक इंसान की बात चल रही है बाकी सबको चुप बैठना पड़ रहा है ऑटोक्रेसी है ठीक है सो यहां पे हमें जमीन पे दिख रहे हैं ऑटोक्रेसी के चिन्ह यानी कि मोनार्की के चिन्ह जैसे कि राजा की छड़ी दिख रही है आपको राजा के आपको यहां पे क्राउंस दिख रहे हैं मतलब कि रॉयल घराने की जो भी चीजें होती हैं वो सारी चीजें दिख रही है तो कहने का मतलब ये है कि जमीन पे पड़ी ें मोनार्की की चीजें दिख रही है यानी कि मोनार्की दुनिया से क्या हो गई खत्म जमीन पे तो आप कोई सामान तभी उठा के फेंको ग ना जब आपको उसकी जरूरत नहीं होगी तो यानी कि दुनिया के लोगों को मोनार्की की एक दिन ऐसा आएगा कि दुनिया के लोगों को मोनार्की की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी देन यू कैन सी अ लॉन्ग मार्च ऑफ पीपल क्या दिख रहा है लॉन्ग मार्च ऑफ पीपल मार्च का मतलब क्या बच्चा बड़ी सी लाइन बना के लोग कहीं जा रहे हैं अच्छा क्या ये सारे लोग सेम हैं नहीं ये सारे लोग सेम नहीं है क्योंकि हम देख रहे हैं कि लोगों ने अलग-अलग कपड़े पहने हुए हैं लोग अपनी अलग-अलग नेशनल ड्रेसेस अलग-अलग झंडे लेके जा रहे हैं तो मतलब ये हैं सारे यूरोप के लोग लेकिन यूरोप में भी अलग-अलग अलग-अलग देशों को रिप्रेजेंट करते हुए जा रहे हैं सो अ लॉन्ग मार्च ऑफ पीपल दैट कैन बी सेपरेटेड क्योंकि उन्होंने अलग-अलग कपड़े और अलग-अलग झंडे ले रखे हैं ठीक है इतना आया समझ ठीक है अब यहां पे ये क्या है ये किस तरीके का स्टैचू है तो ये स्टैच्यू है बच्चा स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी स्ट स्टैचू ऑफ लिबर्टी लिबर्टी का मतलब होता है फ्रीडम यानी कि आजादी तो आप ये देख रहे हो कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी कुछ देश हैं जो अपना झंडा लेके स्टैच्यू ऑफ़ लिबर्टी के आगे बढ़ गए हैं कुछ देश हैं जिन्हें फ्रेडरिक सोरियो ने दिखाया कि अभी-अभी स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के पास पहुंचे और कुछ देश हैं जो स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से अभी थोड़ा पीछे आना चाह रहे हैं स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की तरफ तो ये क्या मतलब है चिन्ह स्टैचू ऑफ लिबर्टी स्टैंड करता है आजादी के लिए सो जो देश 1848 में जब ये पेंटिंग बनी थी देखो कितनी खूबसूरत बात है 1848 में जो देश ऑलरेडी आजाद हो गए थे उन्हें स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के आगे बढ़ता हुआ दिखाया गया कि भैया इन्हें मिल गई आजादी जो लोग अभी तुरंत तुरंत आजाद हुए थे उन्हें स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के बिल्कुल पास में दिखाया और जिन लोगों की आजादी अभी लेट आने वाली थी उनको थोड़ा पीछे दिखाया सो कहने का मतलब यह है आगे दिखाया है यूएसए एंड स्विटजरलैंड को नाउ यू कैन टेल मी कि मैम ये तो स्विट्जरलैंड तो ठीक है कि यूरोप में है लेकिन यूएस तो हमारा यूरोप में नहीं है बात सही है क्योंकि इन्होंने जो सपना देखा है फ्रेडरिक सोरियो ने पूरी दुनिया के लिए देखा है दो चार देश उन्होंने मिस कर दिए इंडिया जैसे लेकिन उन्होंने पूरी दुनिया के लिए सपना देखा था तो यूएसए और स्विट्जरलैंड स्टैचू ऑफ लिबर्टी से आगे हैं वाई बिकॉज दे वर ऑलरेडी ऑलरेडी डेमोक्रेटिक बाय देम ठीक है स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के बिल्कुल पास दिख रहा है आपका फ्रांस और स्टैचू ऑफ लिबर्टी से पीछे दिख रहा है सिसली हो गया लंबाडी हो गया जर्मनी हो गया बाकी सारे के सारे देश अपनी नेशनल कॉस्ट्यूम की वजह से आपको पीछे दिखाई दे रहे हैं अपने झंडों की वजह से ठीक है सो यह हो गया फ्रेडरिक सोरियो की पेंटिंग यहां पे आपको ऑटोक्रेसी के चिन्ह दिख रहे हैं ऑटोक्रेसी को आप एब्सलूटिस्ट ने इंस्टिट्यूशन भी बोल सकते हो एब्सलूटिस्ट इंस्टिट्यूशन अगर कोई बोले कि क्या आप हमसे प्यार करते हो और आप बोले एब्सलूट यस एक तो होता है यस एक होता है एब्सलूट यस एब्सलूट कास मतलब कोई शंका की गुंजाइश ही नहीं है है ना वैसे ही एब्सलूटिस्ट इंस्टीट्यूशंस होते हैं जिनमें शंका की गुंजाइश ही नहीं होते है जो अपनी मनमानी करते हैं किसी और की नहीं सुनते तो ऑटोक्रेसी बोलो एब्सलूटिस्ट बोलो एक ही बात है दोनों का मतलब एग्जैक्ट सेम है लेकिन इसके अंदर अलग-अलग चीजें आती है मोनार्की भी आ सकती है डिक्टेटरशिप भी आती है तो उस चीज का बस थोड़ा सा ध्यान रखना ठीक है चलिए अब चलते हैं आगे पेंटिंग का हो गया अब इस पेंटिंग से हमने सीखा क्या इस पेंटिंग से हमने सीखा कि 1848 की बात हुई है 1848 बच्चा जब मैं बोलती हूं ना 19 सेंचुरी जब भी हम सेंचुरी का नाम लेते हैं तो हम बैकवर्ड जा रहे होते हैं व्हेन आई एम सेइंग 19 सेंचुरी मेरा कहने का मतलब क्या है 1801 से लेके 1900 तक की बात हो रही है ठीक है ये हो गई 19वीं शताब्दी तो 19वीं शताब्दी में धीरे-धीरे यूरोप में कहीं से तो नेशनलिज्म की भावना उत्पन्न हुई फिर धीरे-धीरे ये भावना लोगों तक पहुंची धीरे-धीरे ये भावना फैली और फिर धीरे-धीरे आज जैसी दुनिया दिख रही है वो दुनिया दिखनी चालू हुई अगर आपको केक बनाना है सिंपल सी चाय बनाना अ चाय सबके घर में बनती है अगर तुम्हें चाय बनाना है पहले पानी उबा लोगे फिर उसमें पत्ती डालोगे चीनी डालोगे दूध डालोगे तब जाके चाय बनेगी ना तो ऐसा तो है नहीं कि जैसे ही तुमने पानी गैस पे चढ़ाया चाय बन गई नहीं एक लॉन्ग प्रोसेस है बीच में बहुत सारे बाय प्रोडक्ट्स बनेंगे बीच में बहुत सारे यू नो इंटरमीडिएट प्रोडक्ट बनेंगे है ना चाय बनने में भी टाइम है सिमिलरली क्या होता था कि 19 सेंचुरी से पहले 19th सेंचुरी से पहले दुनिया में होती थी सिर्फ और सिर्फ मोनार्की मोस्टली मतलब ऐसा नहीं है कि कोई एक्सेप्शन नहीं था पर मोस्टली दुनिया में होती थी मोनार्की अब मोनार्की में आया तड़का मोनार्की में लगा तड़का किसका तड़का लगा नेशनलिज्म का धीरे-धीरे लोगों के दिलों में ये बात समझ आई कि यार ये जो राजा और रानी है ना हमारा पागल बनाते हैं हम जो है ना अपने में भाईचारा करके डेमोक्रेसी की तरफ बढ़ते हैं तो धीरे-धीरे मुनार की तब्दील होनी शुरू हुई मॉडर्न स्टेट में किसमें मॉडर्न स्टेट में भैया चाय बनने से पहले पहले पानी में पहले पत्ती उबाल नहीं पड़ती है ना पहले चीनी उबाल पड़ती है पहले दूध डालेगा लेकिन बाद में डले का तो वैसे ही मोनार्की डायरेक्ट नेशन स्टेट नहीं बन गई मोनार्की डायरेक्ट डेमोक्रेसी में कन्वर्ट नहीं हो गई लोगों को अकल धीरे-धीरे आ रही थी तो लोगों ने पहले मोनार्की को थोड़ा मॉडर्नाइज किया और जब मॉडर्नाइज किया तो ना तो वो मोनार्की बची ना तो अभी वो डेमोक्रेसी बनी थी वो कुछ बीच का सिस्टम था उस बीच के सिस्टम को बोलते थे मॉडर्न स्टेट मॉडर्न स्टेट में मॉडर्न स्टेट में फिर फि से नेशनलिज्म का तड़का लगा फिर से नेशनलिज्म का तड़का लगा और बनी आपको फाइनल स्टेट जिसे बोला जाता है नेशन स्टेट नेशन स्टेट बोले तो यूएसए इंडिया बांग्लादेश पाकिस्तान हम सब क्या हैं नेशन स्टेट है सब डेमोक्रेसी हैं सो इस सब में कॉमन बात क्या है 19वीं शताब्दी से पहले मोनार्की थी और धीरे-धीरे करके नेशनलिज्म की वजह से नेशनलिज्म की वजह से फाइनली हमें नेशन स्टेट मिली राइट सो पहले मॉडर्न स्टेट आई आ फिर नेशन स्टेट आई कैसे समझ आ गया ना कि पहले पत्ती उबली फिर दूध डला तब चाय बनी है ना इट्स अ लंगर प्रोसेस सो दिस स्टार्टेड हैपनिंग सो क्या मैं ये बोल सकती हूं कि मॉडर्न स्टेट और नेशन स्टेट सिमिलर है लेकिन उनमें सारी सारी समानताएं नहीं है बोल सकती हूं जब भैया जो पत्ती उबल रही है उसे भी तुम चाय बोल सकते हो लेकिन वो अभी कंप्लीट नहीं हुई है वो भी कंप्लीट चाय नहीं है वो आधी कच्ची पक्की चाय है है ना सिमिलरली नेशन स्टेट और मॉडर्न स्टेट के बीच में डिफरेंस ये है कि मॉडर्न स्टेट में मॉडर्न स्टेट में कुछ फीचर्स जो हैं वो मोनार्की के थे और कुछ फीचर्स जो हैं वो नेशन स्टेट के थे है ना वो अभी थोड़ा सा मोनार्की को रिजेंसी थी और थोड़ा सा वो नेशन स्टेट को रिजेंस करती थी जैसे कि सेंट्रलाइज्ड सिस्टम होगा एडमिनिस्ट्रेशन क्या होगी सेंट्रलाइज्ड होगी यानी कि एक ही जगह से रूल्स एंड रेगुलेशंस बनेंगे वो सब जगह पे फॉलो होंगे ऐसा एक आधा उसका सिम्टम्स स्टेट की तरह था बाकी राजा अभी भी होते थे मॉडर्न स्टेट में अभी भी वहां पे राजा का ही राजपाट था रानी हो थी रानी के बच्चों को भी उतनी फ्रीडम मिलती थी जितने राजा और रानी को तो उस तरीके की मोनार्की का सिस्टम अभी भी था सो मॉडर्न स्टेट हैड बोथ द फीचर्स सम फ्रॉम मोनार्की सम फ्रॉम नेशन स्टेट बट नेशन स्टेट जैसे कि इंडिया जैसे कि यूएसए जैसे कि बांग्लादेश फ्रांस जर्मनी ऑल ऑफ दोज आज जो देश आपको देखने को मिलते हैं उन सारे नेशन स्टेट में चाहे वो इंडिया की बात कर लो चाहे यूएसए की बात कर लो किसी भी नेशन स्टेट की बात कर लो उसमें तीन चीजें होती हैं कॉमन कितनी तीन चीजें होती हैं कॉमन कौन-कौन सी शेयर्ड हिस्ट्री शेयर्ड हिस्ट्री मतलब कश्मीर से लेके कन्याकुमारी की किसी भी भारतवासी को उठा लो हम सबकी क्या है शेयर्ड हिस्ट्री है भैया जो मेरी हिस्ट्री है वही उनकी हिस्ट्री है ऐसा तो नहीं है कि मेरी हिस्ट्री में अकबर है उनकी हिस्ट्री में अकबर नहीं है सबकी हिस्ट्री में अकबर है सो वी हैव व्हाट शेयर्ड हिस्ट्री सेकंड पॉइंट सेंस ऑफ कॉमन आइडेंटिटी होंगे वो कश्मीरी होंगे हम केरला के या हरियाणा के या यूपी के लेकिन हमारी एक शेयर्ड आइडेंटिटी भी तो है व्हिच इज वी ऑल आर इंडियंस राइट वी हैव अ शेयर्ड आइडेंटिटी थर्ड इज कॉमन स्ट्रगल मेरे पूर्वजों ने भी फ्रीडम स्ट्रगल के लिए लड़ाई लड़ी है उनके पूर्वजों ने भी फ्रीडम स्ट्रगल के लिए भी लड़ाई लड़ी है आपके पूर्वजों ने भी फ्रीडम स्ट्रगल के लिए लड़ाई लड़ी है सो एज एन इंडियन एज अ पार्ट ऑफ अ नेशन स्टेट व्हिच इज इंडिया हमें ये तीन चीजें हैं कि नहीं सो ये पेपर में क्वेश्चन पूछ लिया जाता है बच्चा तीन मार्क्स का कि नेशन स्टेट्स के ना एलिमेंट बता दो तो ये एलिमेंट आपको पता होनी चाहिए थोड़ा-थोड़ा एक्सप्लेन करके आना पड़ेगा आपको बट आप कर लोगे ये तीन पॉइंट याद रखो किसी भी नेशन स्टेट में ये तीन बातें होती ही होती हैं सो अभी तक हमें समझ आया कि हम राइज ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप में क्या है पने वाले क्या नहीं पढ़ने वाले चलिए अब कहानी होती है मेन शुरू और मेन कहानी शुरू होती है हमारी फ्रेंच रेवोल्यूशन से मैम ये फ्रेंच रेवोल्यूशन पीछा क्यों नहीं छूट रहा पहली बात तो नहीं छोड़ेगा बहुत इंपोर्टेंट है दूसरी बात बहुत इजी है क्योंकि तुम ऑलरेडी क्लास नाथ में पढ़ के आए सो फ्रेंच रेवोल्यूशन वाज द फर्स्ट एवर क्लियर एक्स एक्सप्रेशन ऑफ नेशनलिज्म फर्स्ट एवर कब हुआ था ये 1789 में क्लास नाइंथ में तुमने पढ़ा ही है कि 1789 से पहले फ्रांस में क्या होता था राजा और रानी का राजपा था लुई द 16 थी मैरी एंटोनिए थी फ्रांस का रेवोल्यूशन हुआ फ्रांस के रेवोल्यूशन ने क्या किया राजा और रानी को गद्दी से हटा दिया और फ्रांस को बना दिया कॉन्स्टिट्यूशन मोनार्की तो 1789 से पहले क्या था फ्रांस में 1789 से पहले थी एब्सलूट मोनार्की यानी कि सिर्फ राजा का राजपाट चलता था और 1789 के ब के बाद बन गया था आपका कॉन्स्टिट्यूशन मोनार्की है ना राजा और रानी के साथ-साथ एक कॉन्स्टिट्यूशन कॉन्स्टिट्यूशन भी था एक और चीज थी याद करो कोई एक और चीज भी चेंज हुई थी 1789 से पहले स्टेट जनरल का कांसेप्ट था है ना स्टेट जनरल का क्लास नाइंथ फ्रेंच रिवोल्यूशन कुछ चमका और 1789 के बाद स्टेट जनरल को खारिज करके रेवोल्यूशन ने नेशनल असेंबली नाम की एक ऑर्गेनाइजेशन बना ली थी जो सारे इंपॉर्टेंट मुद्दों पे डिसीजन लिया करती थी ये दो चेंजेज हुए थे कि नहीं हुए थे 1789 से पहले 1789 के बाद राइट सो फ्रांस का जो रेवोल्यूशन है वो हम इंडिया के बच्चों को भी इसीलिए पढ़ाते हैं क्योंकि ये पहला क्लियर एक्सप्रेशन था ऐसा नहीं है कि इससे पहले देशभक्ति की भावना कहीं आई नहीं या देशभक्ति की भावना के नाम पे बवाल नहीं हुए बवाल बहुत हुए लेकिन पहली बार ऐसा हुआ था कि इतना बड़े लेवल पे बवाल हुआ था कि उससे कुछ एक टेंज बल आउटकम निकला था मतलब कि वो एक बढ़िया रिजल्ट निकला था उसका और वो रिजल्ट था कि राजा और रानी को गद्दी हटा के कांस्टीट्यूशनल मोनार्की बनाने का ट्राई किया गया था राइट अब कभी ये सोच के देखो कि यह सब कुछ हुआ कैसे यह मुमकिन कैसे हुआ हाउ इज दिस ऑल पॉसिबल आईम गिविंग यू 30 सेकंड्स ट्र एंड थिंक अबाउट इट कैसे पॉसिबल हुआ होगा ये किसी के तो दिमाग में आया होगा दिस वाज ल पॉसिबल बिकॉज ऑफ फ्रेंच पीपल हाउ वाज इट पॉसिबल बिकॉज ऑफ फ्रेंच रेवोल्यूशन जब तक क्रांति करोगे नहीं क्रांति आएगी कहां से बिकॉज ऑफ फ्रेंच रेवोल्यूशन है ना तो कुछ क्रांतिकारी भाई बहन थे जैसे हमारे इंडिया में भी बड़ सारे थे शहीद भगत सिंह थे महात्मा गांधी थे राजगुरु थे है ना बहुत सारे लोग थे सो वी आल्सो हैड अ लॉट ऑफ रेवोल्यूशन तो रेवोल्यूशन क्या करते हैं कि जो बात उनको चमक जाती है ऑलरेडी कि भैया देश के लिए क्या अच्छा है क्या नहीं अच्छा है वो बाकी लोगों को उसका पाठ पढ़ाते हैं है ना मैसेज सर्कुलेट करते हैं उसी तरीके से फ्रांस में कुछ रेवोल्यूशन थे ऑलरेडी जो स्टेट जनरल के टाइम पे ही बन गए थे जो स्टेट जनरल से निकले थे ना मीटिंग छोड़ के निकले थे क्लास नाइंथ में सब पढ़ के आए हो पुरानी बातें तो उन रेवोल्यूशन ने क्या किया कि ये ठान लिया कि अब फ्रांस के एक-एक सिटीजन को हम ये सारा पाठ पढ़ाएंगे कि फ्रांस में राजा और रानी को छोड़ो आपस में भाईचारा बढाते हैं तो उन्होंने क्या किया किया कई सारे पतरे लगाए क्या किया बच्चा कई सारे पतरे लगाए उन्होंने बड़े सारे कांसेप्ट किए तो क्वेश्चन कैसे आएगा हाउ डिड फ्रेंच रेवोल्यूशन स्प्रेड नेशनलिज्म ये नेशनलिज्म की भावना जो सिर्फ फ्रांस के रेवोल्यूशन में थी उस जमाने में यह भावना आखिर फैली कैसे तो आंसर में हम क्या लिखेंगे कि इसके बड़े सारे पॉइंट है पहला है ला पत्री पहले मैं देतीं फिर तुमहे एक्सप्लेन करती हू ला पत्री ले सतो तो पहले तो यह दो कॉन्सेप्ट बनाए जैसे हमारे इंडिया में क्या बोलते हैं भारत हमारी माता है किसी ने तो पहली बार बोला होगा ना कि भारत को मां समान मान लेंगे तो सारी प्रॉब्लम ही सॉट हो जाएगी अब लोग अपनी मां की तो इज़्ज़त करेंगे लोग अपनी मां की तो प्रोटेक्शन करेंगे मां पे अगर ईस्ट इंडिया कंपनी हक जमाए बैठी है तो मां को तो बचाना पड़ेगा तो भारत हमारी माताए कांसेप्ट भी कहीं से आया था सिमिलरली फ्रांस के रेवोल्यूशन ने कांसेप्ट फेमस किया ला पत्री ला पत्री का मतलब है कि फ्रांस उनका क्या है फादरलैंड अब यह तुम सोचते रहो खुद से इसका कोई एग्जैक्ट रीज़न या एग्जैक्ट आंसर है नहीं कि हमें भारत को मां क्यों बनाना था और फ्रांस वालों को अपने फ्रांस को पिताजी क्यों बनाना था जो मन में आया वो हो गया ठीक है तो फ्रांस को बनाया गया फादरलैंड और ले सियन दूसरा कांसेप्ट ये था कि फ्रांस हमारा पिता है वो तो हमने चलो मान लिया हम फ्रांस के क्या लगते हैं बच्चे लगते हैं हम फ्रांस के लगते हैं सिटीजन वी आर ले सियन हम फ्रांस के हैं सिटीजन तो यह दो कांसेप्ट आए फिर आया आपका अ इक्वल राइट्स [संगीत] [संगीत] [संगीत] हां तो दूसरा आया इन्होने इक्वल राइट्स दि उन्होंने बोला कि आज तक क्या हो रहा था ओल्ड रेजीम चल रहा था 1789 से पहले फ्रांस रेवोल्यूशन से पहले क्या चल रहा था कि सोसाइटी में भेदभाव था नोबिलिटी क्लर्जी और थर्ड स्टेट का भेदभाव था इन्होंने बोला अब कोई भेदभाव नहीं है हमारा जो संविधान है सबको इक्वल मानता है फिर उन्होंने बोला कि लोगों को कविंस करना है ना कि भाई अपने राजा और रानी को कैसे छोड़ो तो लोगों को कन्विंसिंग पड़ते हैं देखते हो आप मंदिर के ऊपर भी झंडा होता है मस्जिद के ऊपर भी झंडा होता है मैं सिर्फ रिलीजन की बात नहीं कर रही हूं पॉलिटिक्स में भी आप चुनाव चिन्ह देखते हो तो जब भी आपको किसी चीज के लिए किसी को कन्वेंस करना होता है तो आप चिन्ह का झंडों का इन सारी चीजों का इस्तेमाल करते हो तो फ्रांस के रेवोल्यूशन ने क्या किया जो रॉयल झंडा था राजा और रानी के घरानों में जो पहले से सदियों से चला आ रहा था उस झंडे को छोड़ के उन्होंने अपना नया तिरंगा बनाया कि भैया ये जो तिरंगा है ये आजादी का प्रतीक है तो जो भी लोग अपने घर के ऊपर ये तिरंगा लगाएंगे मतलब वो आजादी चाहते हैं फिर हाइम्स ओथ एन सॉन्ग बहुत सारी पेट्रियोटिक गाने देशभक्ति के गाने फेमस होने लग गए देशभक्ति की कसमें वादे पोयम्स यह सारी मार्केट में अवेलेबल होने लग फिर स्टेट जनरल पहले क्या होता था राजा को अगर कोई इंपोर्टेंट डिसीजन लेना होता तो वो स्टेट जनरल के थ्रू लेता था अब नेशनल असेंबली ने बोला कि स्टेट जनरल अब लागू नहीं होगी फ्रांस में कांस्टीट्यूशनल मोनार्की में जब भी कोई इंपोर्टेंट डिसीजन लेना होगा तो वो नेशनल असेंबली लेगी नेशनल असेंबली लेगी और क्याक किया गया भाई और किया गया फ्रेंच ए द कॉमन लैंग्वेज एज द कॉमन लैंग्वेज भैया लैंग्वेज बेशक हिंदी हो लेकिन आपको पता है हिंदी बोलने का सलीका भी ना हर 10 किलोमीटर पे चेंज हो जाता है सबसे ज्यादा चेंज होती है भोजपुरी यूपी में चले जाओ हर 5 किलोमीटर प भोजपुरी ही नहीं समझ आएगी क्योंकि है वो भोजपुरी ही लेकिन बोलने का तरीका सेम हो गया तो फ्रांस में भी ऐसा ही था बोलते सब लोग फ्रेंच ही थे लेकिन उनका बोलने का तरीका अलग था इसको बोलते हैं रीजनल डायलेक्ट लोकल डायलेक्ट लहजा जो होता है लैंग्वेज को बोलने का उसे डायलेक्ट बोला जाता है तो फ्रेंच के रेवोल्यूशन ने क्या किया कि सब एक ही तरीके की भाषा बोलेंगे फ्रेंच भाषा बोलेगे कॉमन भाषा बोलेगे तभी भाईचारा बढ़ेगा और जोय रीजनल डायलेक्ट है अपनी अपनी तरीके से जो सारी भाषा को मोल्ड कर रहे हो यह मत करो एक तरीके से अच्छे से फ्रेंच बोलो ठीक है फिर क्या गया स्टैंडर्ड वेइंग एंड सिस्टम स्टैंडर्ड वेट एंड सिस्टम कि भैया अगर 1 किलो 1000 ग्राम है हमारे यहां पे साउथ ऑफ फ्रांस में तो नॉर्थ ऑफ फ्रांस में भी 1 किलो 1000 ग्राम ही रहे ये नहीं कि जैसे जैसे रीजन चेंज हो रहा है वैसे-वैसे वेट्स और मेजर्स का सिस्टम भी चेंज हो रहा है पूरा फ्रांस जब एक ही है जब हम पूरे फ्रांस को राजा और रानी के हित में नहीं बल्कि एक नेशन स्टेट की तरह देखना चाहते हैं तो फिर हमें पूरे फ्रांस में सेम तरीके के वेट्स और मेजर्स को करना पड़ेगा सेंट्रलाइज्ड एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम मतलब कि एक जगह से रूल्स बनेंगे और वो पूरी की पूरी फ्रांस में फेमस हो जाएंगे एक और चीज है अबॉलिशमेंट ऑफ अबॉलिशमेंट ऑफ इंटरनल कस्टम एंड ड्यूटीज अबॉलिशमेंट ऑफ़ इंटरनल कस्टम्स एंड ड्यूटीज एक तो होता है जब आप देश में बाकी किसी देश से सामान मंगाते हो तो आपको टैक्स देना पड़ता है लेकिन एक है कि आपको अपने देश में अपने एक जगह से दूसरी जगह सामान मंगाया तो आपको टैक्स देना पड़ रहा है तो वो जो कस्टम और ड्यूटीज लगती थी साउथ ऑफ़ फ्रांस है नॉर्थ ऑफ़ फ्रांस में सामान मंगाने में जो टैक्स लगता था वह सारा टैक्स उन्होंने कम करा दिया फ्रांस को कॉमन लैंग्वेज बना दी स्टैंडर्ड वेट्स एंड सिस्टम सेंट्रलाइज अथॉरिटी यह सारी चीज़ें क्यों की गई यह याद रखना सारी चीजें की गई नेशनलिज्म को फैलाने के लिए किसने की फ्रांस के रेवोल्यूशन ने कब की फ्रांस के रेवोल्यूशन के टाइम पे लोगों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाने के लिए तो फ्रांस के रेवोल्यूशन फ्रांस के रेवोल्यूशन और फ्रांस के जो पॉलिटिकल पार्टीज हुआ करती थी जो जैकोबिन क्लब के मेंबर्स हुआ करते थे उनका ये मानना था कि हम सिर्फ फ्रांस को ही डिस्पो इज्म से आजादी नहीं दिलाएंगे हम सिर्फ फ्रांस को ही आजाद नहीं करेंगे हम जो है पूरे और पूरे यूरोप को आजाद करेंगे जहां-जहां मोनार्की है जहां-जहां मोनार्की गलत कर रही है हम उसे यूरोप में से निकाल फेंकें सो फ्रेंच आर्मीज एंड जैकोबिन क्लब के मेंबर्स इन लोगों ने ठान लिया कि ये पूरे यूरोप में से पूरे यूरोप में से डेस्प्रिंग क्या होता है डेस्प्रिंग भी वही होता है एब्सलूटिस्ट इंस्टिट्यूशन ऑटोक्रेसी जब एक इंसान की मनमानी चलती है तो उसे डिस्पो इजम बोलते हैं तो उन्होंने बोला हम ये निकाल फेंगे डेमोक्रेसी लाके खड़ी करेंगे तो उन्होने उने ठान लिया था कि ये जहां-जहां जाएंगे वहां वहां फ्रांस के रेवोल्यूशन का पाठ पढ़ाएंगे तो फ्रांस की आर्मी फ्रांस के रेवोल्यूशन बेल्जियम गए स्विटजरलैंड गए इटली गए जहां पे भी गए उन्होंने फ्रांस का रेवोल्यूशन सब लोगों को पढ़ाया और बोला कि जैसे हमने अपने देश में मुनार की खत्म कर ली है वैसे तुम भी अपने देश में मुनार की कर लो लेकिन हुई नहीं हुई नहीं क्योंकि फ्रांस में दोबारा से एक बहुत बढ़िया आदमी आने वाला था जिसका नाम था लपल बनो पाटे है ना सो ये सब कुछ ट्राई किया गया ये सब कुछ ट्राई किया गया लेकिन ये सब सफल नहीं हुए क्योंकि आ गया बीच में नेपोलियन बोनापार्टे तो नेपोलियन क्या था फ्रांस का मिलिट्री डिक्टेटर था फ्रांस की आर्मी का हेड था अब हुआ क्या कि जब फ्रांस में राजा और रानी को मार गिराया गया मोनार्की को कंप्लीट खत्म किया गया तो फ्रांस थोड़ा सा वीक हो गया जब कंट्री के अंदर लड़ाई होती है ना जब घर के अंदर लड़ाई होती है तो पड़ोसी भी मजे लेने आ जाते हैं है ना तो सिमिलर सोचो जब फ्रांस के अंदर लड़ाई हो रही थी जो आसपास के देश हैं वो ताक लगा के बैठे हुए थे कि फ्रांस कैसे इतना अनस्टेबल हो कि हम फ्रांस पे कब्जा कर ले पूरा फ्रांस ही अपने अ कब्जे में कर ले तो नेपोलियन ने फ्रांस को बाकी लोगों से बचाने के लिए फ्रांस के लिए बहुत सारे काम किए मिलिट्री का हेड था इसने मिलिट्री को स्ट्रांग किया फ्रांस की आर्मी को स्ट्रांग किया बाकी देशों से लड़ाई लड़ी फ्रांस को किसी के हते चढ़ने नहीं दिया फ्रांस को बचा के रखा लेकिन बाद में इसने क्या किया बाद में इसने फ्रांस की गद्दी पे खुद ही बैठ गया बोलते हैं ना हम कौन हम खुद को खुदा मान लेना का जो सिंड्रोम होता है तो उसने सोचा कि भैया मैंने फ्रांस के लिए इतना किया ही तो है अब मैं एक काम करता हूं फ्रांस का राजा खुद ही बन जाता हूं तो ये फॉर्मर मिलिट्री लीडर था जो बाद में आ के उसने फ्रांस की फ्रेंच रिवोल्यूशन के बाद जो इतनी मुश्किल से डेमोक्रेसी आई थी उसे फिर से डिस्ट्रॉय कर दिया और यह बन गया मोनार्की अब ये नया राजा बन गया था फ्रांस का लोग इसे राजा मानते नहीं थे क्योंकि ये राज घराने का नहीं था लेकिन हां डिक्टेटर बोल सकते हो राजा बोल सकते हो जो बोलना है बोल सकते हो लेकिन इसने एक अच्छा काम भी किया बच्चा इसका था ना ये बड़ा एंबिशियस आदमी था इसका ये नहीं था कि मैं सिर्फ फ्रांस पे कब्जा करूं इसका ये था कि मैं पूरी दुनिया पे कब्जा करूं व्हाई ओनली फ्रांस व्हेन आई कैन हैव द एनटायर वर्ल्ड राइट सो ही वाज वेरी वेरी एंबिशियस इसको था कि मैं पूरे यूरोप पे पूरी दुनिया पे कब्जा करूं तो उसने एक ऐसा बढ़िया सा लॉ बनाया कि भाई मैं फ्रांस में आज काम कर रहा हूं तो मैं फ्रांस में ये लॉ स्थापित कर रहा हूं जब मैं बाद में इटली को अपने कब्जे में कर लूंगा तो इटली में ये लॉ लगा दूंगा बाद में मैं ब्रिटेन को कर लूंगा तो ब्रिटेन में लगा दूंगा तो ये जहां-जहां जीत हासिल करता था वहां वहां इस सिविल कोड को फॉलो करवाता हुआ चला जाता था तो सिविल कोड क्या है चलो उस परे बात करते हैं नेपोलियनिक कोड बोलो सिविल कोड बोलो इट वाज बेसिकली अ लॉ अ चेन ऑफ लॉज मेड बाय नेपोलियन जो नेपोलियन ने बहुत सारे लॉ बना दिए थे अपने राज्य में उसे बोला जाता है सिविल कोड किस लिए बनाए थे फॉर बेटर एडमिनिस्ट्रेशन वो चाहता था कि वो राज जो कर रहा है भाई कोई भी चाहेगा इंसान किसी देश पर राज कर रहा है तो वो जितना इजी तरीके से राज कर पाए उतना अच्छा है है ना सो इसने अपने आराम के लिए इतने सारे लॉज बना दिए थे अब वो लॉज क्या है मैं आपको बताती हूं ठीक है सबसे पहले [संगीत] अ स्क्रीनशॉट लेना है तो ले लो [संगीत] हां तो ये सब कुछ किया इसने पहले से स्टार्ट करते हैं इसने जो है पूरे फ्रांस में फ्रांस में क्या स्विटजरलैंड प कप घपला किया गया होलैंड प कब्जा किया गया बेल्जियम में घपला किया गया तो नेपो लिन बहुत सारी जगह अपना जाके राजपाट संभाल रहे थे राजपाट फैला रहे थे फ्रांस की आर्मी को यूज करके बाकी देशों पे कब्जा करते थे वहां पे मुनार की खत्म करते थे वो राजा वाजा को हराते थे गद्दी से हटाते थे और खुद बैठ जाते थे ठीक है तो जहां पे भी जाते थे उन्होंने ट्रांसपोर्ट को बेटर किया कम्युनिकेशन को बेटर किया इक्वलिटी बिफोर लॉ उन्होंने बोला कि आज तक सोसाइटी में जो भेदभाव चल रहा था कि भाई तुम नोबिलिटी कैटेगरी के हो क्लर्जी कैटेगरी के हो तुम पैदा जिस खानदान में हो उसके बेसिस पे तुम्हें प्रिविलेजेस मिल रहे हैं प्रिविलेजेस बेस्ड ऑन द बेसिस ऑफ योर बर्थ उन सबको खत्म कर दिया उन्होंने बोला लॉ के आगे सारे इक्वल है राजा ने गलती की है तो भी उतनी सजा मिलेगी जितना किसी भिखारी ने किया तो मिलेगी ठीक है तीसरा राइट टू प्रॉपर्टी पहले क्या होता था कि अगर आप क्लर्जी खानदान से आते हो है ना या फिर आप नोबिलिटी खानदान से आते हो तभी आपको प्रॉपर्टी खरीदने का हक था इन्होंने बोला ऐसा नहीं है तुम्हारे पास पैसे हैं तुम खरीद सकते हो तुम्हें प्रॉपर्टी खरीदने का हक है बशर्ते तुम्हारे पैसे जहां मर्जी लगाने लगाओ ठीक है चौथा अबॉलिश फ्यूड इज्म अब जैसे हमारे इंडिया में जमीदारी सिस्टम चलता था वैसे ही यूरोप में फ्यूड इज्म चलता था फ्यूड इज्म में क्या होता था बच्चा एक लॉर्ड होता था और एक ीफ होता था मतलब कि एक बड़ा जमींदार होता था जिसके पास बहुत खेत वेद होते थे बहुत जमीन होती थी और एक छोटा फार्मर होता था जैसे खेती तो आती थी लेकिन उसके पास खेत नहीं होते थे ठीक है तो जो लॉर्ड है इनके खेतों में स्लेव लोग खेती किया करते थे बदले में उन्हें थोड़ा बहुत अनाज वगैरह मिलता था लेकिन उस खेती करके जो उन्हें अनाज मिलता था उसमें से भी उन्हें टैक्स देना पड़ता था अपने लॉर्ड को तो इस सिस्टम को बोलते थे फ्यूड इज्म ज्यादा डिटेल में जाने की जरूरत नहीं है ये वर्ड मेंशन है इसलिए तुम्हें बता रही हूं वरना पेपर में कोई नहीं पूछेगा फ्यूड इज्म क्या होता है जमीदारी सिस्टम टाइप का था इतना मान लो कि ऊच नीच का भेदभाव था बड़े फार्मर्स छोटे छोटे फार्मर्स पे हक जमाते थे बड़े फार्मर छोटे फार्मर्स से टैक्स वसूलते थे छोटे फार्मर्स का भला नहीं होता था इतना समझ लो तो इन्होंने फ्यूड इज्म को क्या कर दिया खत्म कर दिया नेपोलियन ने फिर स्टैंडर्ड वेट्स एंड मेजर ये पहले भी चल रहा था नेपोलियन ने भी अपने राज्य में इसको रखा 1804 में उसने चेंज नहीं किया पहले से चला ही आ रहा था फिर उसने बोला लेस नंबर ऑफ करेंसी जहां जाता था वहां पे अलग करेंसी होती थी वो साउथ ऑफ फ्रांस में अलग है नॉर्थ ऑफ फ्रांस में अलग है ईस्ट ऑफ फ्रांस में अलग है वेस्ट ऑफ फ्रांस में अलग है इसने बोला कि करेंसी का नंबर करो कम ताकि कंफ्यूजन रहे थोड़ा कम फर गिल्ड रिस्ट्रिक्शन पहले क्या होता था ना लोग बड़ी यूनियन बाजी करते थे मान लो आपका और मेरा कॉटन का कारोबार है दो चार लोग और हैं वो कॉटन का कारोबार करने चाह रहे हैं लेकिन हम और आप मिलके ना उन लोगों का जो है एक तरीके से बिजनेस चौपट करने पे तुले हुए हैं हम उन्हें कॉटन का कारोबार करने नहीं दे रहे क्यों हमें पता है कि भैया उन्होंने भी कॉटन का अगर बिजनेस शुरू कर दिया तो हमारे कॉटन के बिजनेस पे क्या पड़ेगा एडवर्स इफेक्ट पड़ेगा तो इस तरीके की हरकतें तो गलत है ना जिसको जो करना है उसे करने दो तो इस तरीके की हरकतों को नेपोलियन ने बंद कराया इसे बोलते हैं गिल्ड रिस्ट्रिक्शन गिल्ड का मतलब जब लोग गुटबाजी करते हैं ना जी फॉर गिल्ट फॉर गुटबाजी जब लोग गुटबाजी करके बाकी लोगों को वो काम नहीं करने देते जो वो करना चाहते हैं तो उसे बोला जाता है गिल्ड बनाना यूनियन बनाना तो इन्होंने उस गिल्ड बाजी को खत्म कर दिया और नेपोलियन जहां पे भी जाते थे चाहे वो होलैंड में जाए चाहे वो बेल्जियम में जाए चाहे वो स्विट्जरलैंड में जाए जब वो इनिशियली फ्रांस के आर्मी के साथ जाते थे तो लोगों को वो बहुत अच्छे लगते थे क्योंकि वो क्या बोलते थे मैं इक्वलिटी लाऊंगा मैं राजा का राजपाट खत्म कर दूंगा मेरे राज में सब कुछ अच्छा होगा लेकिन धीरे-धीरे लोगों को समझ आया कि क्या ये आदमी उतना अच्छा है जितना बोल रहा है देखो जब कोई अच्छा बोल बोलने वाला मिलता है ना जब कोई अच्छा स्पीच बोलने वाला मिलता है तो हमें लगता है कि बस अब यही हमारे देश को संवार सकता है बाकी तो सबसे नहीं हो पाया लेकिन धीरे-धीरे लोगों को समझ आया कि नेपोलियन भी कोई बहुत अच्छा आदमी नहीं है ओवरऑल वो कुछ-कुछ चीजें अच्छा कर रहा है ट्रांसपोर्ट और फ्यूड इज्म हटाना और कम्युनिकेशन अच्छा करना लेकिन वो कर तो मोनार्की र है वो हमारे यहां से हमारे राजा और रानियों को हटा रहा है लेकिन गद्दी पे बैठ तो खुद ही रहा है ना सो लोगों को समझ आया कि पॉलिटिकल फ्रीडम नेपोलियन के राज में भी नहीं है नेपोलियन कौन सा कह रहा है वोट दो सरकार बनाओ नेपोलियन कह रहा है गद्दी पे तो मैं ही बैठूंगा राइट इंक्रीज टैक्सेशन इंटरनली उसने टैक्स कम कर दिया इंटरनली फ्रांस के अंदर या जिन भी देशों में वो जाता था उसके अंदर जो इंटरनल कस्टम और ड्यूटीज होती थी देश के अंदर एक जगह से दूसरी जगह जाने पे जो टैक्स लगता था वो उसने कम कर दिया लेकिन ओवरऑल जहां पे भी उसका राजपाट था वहां पे उसने टैक्स क्या कर दिया बढ़ा दिया तो ये भी गलत है फोर्सड कंस्क्रिप्शन इनटू द फ्रेंच आर्मीज मतलब कि जबरदस्ती लोगों को फ्रांस की आर्मी में भर्ती कराता था लोगों को बनना है योद्धा या सोल्जर उससे कोई मतलब नहीं है वो जबरदस्ती बनाता था क्यों क्योंकि वो तो चाहता है कि फ्रांस की आर्मी इतनी पावरफुल हो जाए कि वो पूरी दुनिया पे राज करे तो उसके लिए जबरदस्ती लोगों को आर्मी में भर्ती कराता था सेंसरशिप सेंसरशिप का मतलब क्या होता है सेपरेशन ऑफ एक्सप्रेशन सेपरेशन ऑफ एक्सप्रेशन हम किसी इंपॉर्टेंट मीटिंग में मम्मी पापा के साथ जाते हैं तो मम्मी पापा बोलते हैं ना चुप चुप बैठे रहना बिलकुल आवाज नहीं आनी चाहिए कोई बोला घर जाके बताऊंगी राइट दैट इज सेंसरशिप अ फॉर्म ऑफ सेंसरशिप तो उसने पूरे फ्रांस में सेंसरशिप लगा दी थी तुम्हें नेपोलियन के बारे में कुछ बोलना है कुछ भला बोलना है बुरा बोलना है तुम कुछ नहीं बोल सकते तुम्हारी पिटाई लग जाएगी ठीक है तो सप्रे ऑफ एक्सप्रेशन मतलब आप अपने आप को जिस तरीके से व्यक्त करना चाहते हैं अगर कोई उसपे रोक लगा रहा है तो उसे सेंसरशिप बोला जाता है अब ये मूवीज में भी लगती है ये देश में भी लगती है ये मीडिया में भी लगती है ये हमने कर घरों में भी लगती है इट इज जस्ट अ वर्ड यू कैन यूज इट एनी वेयर सो कहने का मतलब ये है ये सवाल तीन मार्क्स के लिए बहुत इंपॉर्टेंट है तो आप इसे याद रखिएगा कि यूरोप में जब नेपोलियन अच्छी चीजें कर रहा था तो फिर से लोगों को धीरे-धीरे नफरत होने क्यों लग गई उस नफरत के हैं ये कारण तो चलो नेपोलियन का भी पत्ता कट गया अब नेपोलियन का पत्ता कट गया अब यहां से फ्रांस का भी पत्ता कट गया फ्रांस के बारे में हम थोड़ी सी पढ़ाई और करेंगे वो आगे आएगा थोड़े थोड़े टॉपिक्स है फ्रांस के बारे में हमें इतना ही पढ़ना था क्योंकि हम पूरे यूरोप का पढ़ना चाह रहे हैं ठीक है सो ये वाला टॉपिक यहां पर खत्म होता है आगे जाने से पहले मैं आपको एक क्वेश्चन दे रही हूं बच्चा क्वेश्चन है आपको मुझे बताना है व्हाट डू यू मीन बाय व्हाट डू यू मीन बाय कमेंट्स में बताना भाई व्हाट डू यू मीन बाय टोपिया टोपिया की एक प्यारी सी एक लाइन की डेफिनेशन बिना रट्टा मारे अपने दिमाग से यू हैव टू टेल मी इन द कमेंट सेक्शन क्यों क्योंकि फ्रेडरिक सोरियो की पेंटिंग को हम बोलते हैं एक सपना एक यूटोपिया तो आपको मुझे कमेंट्स में बताना है चलिए आगे चलते हैं एंड वी विल टॉक अबाउट द हैप्सबर्ग एंपायर तो यूरोप में उस जमाने में क्या होते थे 1789 से पहले फ्रांस के रिवोल्यूशन से पहले क्या थे क्या डेमोक्रेसी थी नहीं रिपब्लिक था नहीं नेशन स्टेट्स थे नहीं तो था क्या एंपायर अंपायर्स होते हैं बच्चा राजा के के राजपाट में आप ये नहीं बोलते कि ये हिंद का राजा है या ये यहां का राजा है नहीं आप बोलते हो इनका ये साम्राज्य है साम्राज्य मतलब क्योंकि उसमें से कोई देश आपसे कम भी हो सकता है कोई आपसे लड़ाई करके वो देश आपसे जीत के चला गया तो वो देश कम हो गया आप कल को लड़ाई करके किसी का देश जीत के ले आए तो वो आपके देश में एंट्री मार लिया है ना तो उसे एंपायर बोला जाता है जो जीता वो आपका है ना सो जैसे कि एग्जांपल के तौर पे एससीआरटी बताती है कि अगर एक तरीके से आपको समझना है कि यूरोप में किस तरीके की खिचड़ी मची हुई थी उस जमाने में तो एग्जांपल लिया है हैप्सबर्ग एंपायर का इसमें से बहुत कुछ आपको याद नहीं करना है सिर्फ समझना है कि यूरोप में थी खिचड़ी फ्रांस के रेवोल्यूशन से पहले अब हैप्सबर्ग एंपायर में आज का जो ऑस्ट्रिया है वो भी हैप्सबर्ग एंपायर में आता था हंगरी है वो भी इस में आता था बोहेमियन रीजन इसी में आता था अल्पाइन रीजन इसी में आता था सो डेंटल लैंड इसी में आता था तो हैप्सबर्ग एंपायर एक तरीके की खिचड़ी थी ऑस्ट्रिया के लोगों को अलग खानपान है और बोहेमिया के लोगों को अलग खानपान है अलग खानपान है अलग रहना सेहना है अलग भाषा है सब कुछ अलग है लेकिन सब किसका पार्ट है हैप्सबर्ग का पार्ट है तो उस जमाने के जो किंगडम हुआ करते थे या जो अंपायर्स हुआ करते थे उसमें डिफरेंट डिफरेंट कल्चर डिफरेंट डिफरेंट आइडेंटिटी के लोग रहा करते थे और उनके अंदर कोई पॉलिटिकल यूनिटी नहीं थी जब आप सेम भाषा बोलते हो तो फिर भी आपस में प्यार पड़ता है जब यहां प भाषा ही अलग है कल्चर ही अलग है रहना खाना फीना सब कुछ अलग है तो लोगों के अंदर कोई आपस में भाईचारा नहीं था पूरे यूरोप में लोग आपस में भाईचारा नहीं रखते थे वो राजा और रानी को अपना सगा मानते थे और आपस में उनका कोई भा भाईचारा नहीं था द ओनली टाई बाइंडिंग दीज डावर्स ग्रुप तो अगर मैं बोलूं हार्क्स बर्ग एंपायर के लोगों के बीच में क्या कॉमन था तो एक ही चीज कॉमन थी कि उनका जो राजा है सबका सेम था बस तो उनकी जो एलिजेंस है उनकी जो लॉयल्टी है वो एंपरर के साथ होती थी राजा के साथ होती थी किंग के साथ होती थी उनकी एलिजेंस या लॉयल्टी आपस में नहीं होती थी ये कब की बात बता रही हूं मैं ये नेशनलिज्म की भावना आने से पहले की बात बता रही हूं फॉर एग्जांपल हंगरी की बात करें तो हंगरी में आधे से ज्यादा पॉपुलेशन मेगारे बोलती थी बाकी जो हैं डिफरेंट डिफरेंट भाषाएं बोलते थे और यहां पे लंबाडी के भी लोग थे क्रोएशिया के भी थे वेनेशिया के भी थे आज पता है क्रोएशिया अलग देश है ग्रीस अलग देश है है ना ऑस्ट्रिया अलग देश है सूडेंट लैंड अलग है ये सब कुछ अलग-अलग हो गए क्योंकि हमें समझ आया कि जो लोग जो भाषा बोलते हैं जो कल्चर मानते हैं उन्हें अलग एक देश बना दो लेकिन तब की जो स्थिति थी वो काफी खिचड़ी वाली थी तो इस तरीके के डिफरेंसेस में जहां लोगों का आपस में कोई भाईचारा नहीं है बहुत मुश्किल था कि लोगों के बीच में कोई पॉलिटिकल यूनिटी बनाई जाए लोगों के बीच में कोई कॉमनस आए लेकिन देशभक्ति की भावना ने इस बात को बदल दिया इस चैप्टर में आपको समझ आएगा चलो सो इस टॉपिक में आपको कुछ याद वाद नहीं करना है सिर्फ समझना है कि यूरोप बिफोर नेशनलिज्म वाज नथिंग बट खिचुरी ठीक है और यूरोप में होते थे दो तरीके के लोग दो तरीके के लोग अमीर और गरीब क्या यूरोप में अमीर लोग ज्यादा थे नहीं गरीब लोग हमेशा ज्यादा थे यूरोप में तभी तो इंडिया पे कब्जा यूएसए पे कब्जा ये लोग कब्जे क्यों करते रहते थे इतने देशों में क्योंकि अपने देश में इतनी गरीबी थी बाकी देशों को लूटपाट मचा के खाके ये लोग खुश रहते थे बट एनीवे दैट अ टेल ऑफ अनदर डे सो देर वर टू टाइप्स ऑफ पीपल वन वर रिच वन वर पुअर रिच लोगों को बोला जाता था अरिस्टो क्रेसी अरिस्टो क्रेसी जैसे मैं बोलूं जैसे हमारे देश में बोलते थे अपर कास्ट अपर कास्ट का क्या मतलब है कोई पर्टिकुलर कास्ट है क्या कोई अपने नाम के आगे अपर कास्ट लगाता है नहीं अपर कास्ट में बहुत सारी कास्ट आ जाती है बोल देते हैं लोअर कास्ट कोई लोअर कास्ट लगाता है नहीं लोअर कास्ट में बहुत सारी कास्ट आ जाती है सिमिलरली मैं बोलूं यूरोप के अमीर लोग तो अमीर लोगों में अलग-अलग तरीके के अमीर आएंगे राजा रानी भी अमीर है राजा रानी के रिश्तेदार भी अमीर है जो बिजनेसमैन है वो भी अमीर है राइट लेकिन जब मैं बोल रही हूं अरिस्टो क्रेट तो मेरा मतलब है ऐसा कोई भी व्यक्ति जो यूरोप में उस वक्त पैसे के बेसिस पे या पॉलिटिक्स के बेसिस पे थोड़ा इंपॉर्टेंट था उसे मैं अरिस्टो क्रेट बोल दूंगी तो अरिस्टो क्रेट्स वर द रिच पीपल ऑफ यूरोप दे वर सोशली पॉलिटिकली पावरफुल फाइनेंशली ओबवियसली पैसा भी था फिर आते थे फार्मर्स फार्मर्स के पास कोई पैसा नहीं था मोस्टली जो फार्मर्स होते थे वो छोटे फार्मर्स हुआ करते थे उनके पास पैसा नहीं होता था अमीर लोग जो हुआ करते थे वो यूरोप के किसी भी कोने में रहे चाहे फ्रांस के अमीर हैं चाहे जर्मनी के अमीर हैं चाहे स्पेन के अमीर है वो सेम तरीके की हरकतें होती है भाई अमीरों की सेम तरीके की हरकतें होती हैं तो इनका क्या था कॉमन तरीका था लाइफ में पार्टी वार्टी होती रहती थी तो आपस में मिलते मिलते रहते थे शादी भी एक दूसरे के घरों में ही कराते थे अब अमीर लोग अमीरों में ही शादी कराएंगे गरीबों में तो कराने से रहे सो दे वर दे वर कनेक्टेड विद द मैरिज टाइज और इनके पास बहुत सारी प्रॉपर्टी होती थी शहरों में भी घर होते थे कंट्री साइड यानी कि गांव में भी घर होते थे खेत भी होते थे हवेलियां भी होती थी सब कुछ होता था ऑन द अदर हैंड जो फार्मर्स होते थे उनका कोई कॉमन तरीका नहीं था रहने का रशिया के फार्मर जो हैं इटली के फार्मर्स से बहुत अलग तरीके के रहते हैं तो फार्मर्स जहां के फार्मर्स हैं वो वहां की तरह रहते थे उनका कोई एक तरीका नहीं था रहने का यहां तो सब एक तरीका था एक तरीके के कपड़े एक तरीके के रहना सना ऑल ऑफ दैट यहां जो है इनके पास लैंड भी नहीं होता था इनके पास कोई ये शादी भी आपस में नहीं कराते थे ऐसा नहीं होता कि जर्मनी का फार्मर जाके स्पेन की लड़की से शादी कर लेगा नहीं नहीं ऑन द अदर हैंड अमीरों में क्या होता था कि सारी अमीर लोग एक दूसरे को जानते होते थे क्योंकि वो थे ही बहुत कम यूरोप में अरिस्टो क्रेसी कम्युनिटी इतनी छोटी थी कि सब लोग एक दूसरे को किसी ना किसी तरीके से जानते होते थे शादी ब्याह भी एक दूसरे के घर में होता था सो दे वर माइनॉरिटी मतलब कि संख्या में कम थे फार्मर्स जो हैं वो मेजॉरिटी में थे और फार्मर्स के बीच में भी यूनिटी नहीं थी कोई सेंट्रल यूरोप है जहां पे फ्यूड इज्म चल रहा है ईस्टर्न यूरोप है वहां पे नहीं चल रहा है वेस्टर्न यूरोप है वहां पे थोड़ा बहुत चल रहा है तो इस तरीके का जो फार्मर्स हैं उन सबका रहना सेना और उनकी जो जिंदगी है वो बहुत अलग-अलग थी अब ये जो तरीके का डिस्टिंक्शन है अभी तक बहुत सिंपल चल रहा था मामला मामला क्या था अमीर लोग हैं गरीब लोग हैं गरीब लोग फार्मर्स हैं अमीर लोग जो है इनके पास बड़ी सारी प्रॉपर्टी है अब इस इस सिंपल तरीके के सिस्टम में एक तड़का लगने वाला था और वो तड़का का नाम था आपका तड़के का नाम था आपका इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन ठीक है तो मान लो कि ये रिच लोग थे और ये पुअर लोग थे ये फार्मर्स थे और ये अरिस्टो क्रेट्स थे अब दुनिया में आ गया इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन सबसे पहले इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन कहां आया था जी ब्रिटेन में आया था और उसके बाद आया था आपका जर्मनी फ्रांस सब जगह फैल गया था फिर अब आ गया इंडस्ट्री इल रेवोल्यूशन इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन में क्या हुआ कि जो फार्मर्स जिन्होंने थोड़ा बहुत पैसा इकट्ठा कर लिया था उन फार्मर्स ने अपनी-अपनी कंपनीज लगानी अपनी-अपनी फैक्ट्रीज बनानी शुरू कर दी फैक्ट्रीज बना ली प्रॉफिट हुआ ट्रेडिंग की ट्रेडिंग किया और प्रॉफिट हुआ तो अब ना तो वो गरीबों में आ रहे हैं ना वो अमीरों में आ रहे हैं उनके पास उतना भी पैसा नहीं है कि उन्हें अरिस्टो क्रेसी बोल सको उनके पास इतना कम भी पैसा नहीं है कि उन्हें गरीब फार्मर बोल सको तो इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन के बाद बीच में एक नई तरीके का सिस्टम इमर्ज हुआ जिस नई तरीके के सिस्टम को बोला जाता है वर्किंग क्लास पॉपुलेशन वर्किंग क्लास पॉपुलेशन तो वर्किंग क्लास पॉपुलेशन में टीचर्स लॉयर डॉक्टर इंजीनियर बिजनेसमैन सब कोई इसी में आते थे ये वो लोग थे जो फैक्ट्रीज में काम करते थे इन्हीं लोगों को आप मिडिल क्लास बोल सकते हो यही लोग बाद में जाके लिबरल लोग कहलाएंगे इन्हीं में से कुछ लोग बाद में जाके रेवोल्यूशन बना देंगे इसीलिए हमें ये याद करना जरूरी है कि सिंपल तरीके से चलने वाली सोसाइटी जिसमें अमीरी और गरीबी का भेदभाव था उसमें अब एक थर्ड क्लास आ रही थी इस थर्ड क्लास को बोला जाता है वर्किंग क्लास एंड इट ओनली केम क्यों आई है दुनिया में क्योंकि इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन ने सोसाइटी को थोड़ा सा बदला ठीक है सो अब आता है हमारा पे लिबरलिज्म सो हु वर लिबरल पीपल व्हाट डू यू मीन बाय लिबरलिज्म बच्चा पहली बात तो ये कौन सी भाषा का शब्द है लैटिन भाषा ग्रीक भाषा लैटिन भाषा लैटिन भाषा में एक शब्द होता है लिबर क्या शब्द होता है लिबर लिबर का मतलब होता है फ्रीडम तो वहीं से ये शब्द आया है लिबरलिज्म जिसका मतलब होता है फ्रीडम तो लिबरलिज्म में हर तरीके की फ्रीडम आ जाती है लिबरलिज्म में सोशल फ्रीडम आ जाती है पॉलिटिकल फ्रीडम आ जाती है फाइनेंशियल फ्रीडम आ जाती है मेंटल फ्रीडम आ जाती है हर तरीके की फ्रीडम इसीलिए सिंपल हम फ्रीडम भी तो बोल सकते थे लेकिन हम लिबरलिज्म क्यों बोल रहे हैं क्योंकि ये इसमें हर तरीके की फ्रीडम आ जाती है ठीक है सो लिबरल हुर लिबरल पीपल अगर क्वेश्चन आए हु वर लिबरल [संगीत] पीपल तो आंसर क्या आएगा मिडिल क्लास पीपल ऑफ यूरोप मिडिल क्लास पीपल ऑफ यूरोप उन्हीं को तो उन्हीं के पास तो पैसा और दिमाग था ना गरीब लोग अपनी गरीबी देखेंगे कि बैठ के लिबरलिज्म आजादी आजादी की बात करेंगे और अमीरों को आजादी से क्या पड़ा है जो चलता आ रहा है उससे अमीरों को बड़ा फायदा हो रहा है तो वो क्यों आजादी आजादी करेंगे वो तो मुंह नहीं खोलते थे सो द ओनली पीपल हु वर ओपनिंग देयर माउथ ओपनिंग देयर ब्रेन वर मिडिल क्लास पीपल जो इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन के बाद थोड़ा बहुत पैसा कमा के बच्चों को पढ़ा लिखा के आ उड में अकल आ गई थी कि सोसाइटी में जो चल रहा है ये सही नहीं चल रहा है इसे बदलना पड़ेगा ठीक है अब वो मांग रहे थे आजादी आजादी में वह किस तरीके की आजादी मांग रहे थे हर तरीके [संगीत] की ठीक है अब उन्हें चाहिए था कि इकोनॉमी में भी थोड़ी आजादी हो सोसाइटी में भी आजादी हो इंडिविजुअल आजादी भी हो इंडिविजुअल को आप पॉलिटिकल आजादी भी बोल सकते हो पॉलिटिकल आजादी भी हो तो भैया पॉलिटिक्स में वो क्या मांग रहे थे पॉलिटिक्स में वो मांग रहे थे कि यार ऐसी सरकार होनी चाहिए राजा और रानी नहीं होने चाहिए ऐसी सरकार होनी चाहिए जो हमने चुनी है सो गवर्नमेंट बाय कंसेंट गवर्नमेंट बाय कंसेंट मिडिल क्लास लोग बोल रहे थे राजा और रानी को हटाओ अपनी मर्जी की सरकार बनाते हैं साथ में वो मांग रहे थे संविधान संविधान कि जब तक संविधान नहीं होगा जिसका जो मन में आएगा वो करता रहेगा साथ में वो मांग रहे थे वोटिंग राइट्स वोटिंग राइट अच्छा किसके लिए मांग रहे थे वो वोटिंग राइट्स सारे आदमियों और औरतों के लिए नहीं जी वो वोटिंग राइट्स मांग रहे थे सिर्फ अमीर आदमियों के लिए ऐसे आदमी जो टैक्स दे सकते हैं उन्हें वोटिंग का हक है बाकी औरतों को तो वो वोटिंग राइट देना नहीं चाहते थे और गरीब आदमियों को भी वोटिंग राइट नहीं देना चाहते थे क्यों नहीं देना चाहते थे क्योंकि हम मिडिल क्लास जनता की बात कर रहे हैं हम गरीब जनता की बात नहीं कर रहे हैं मिडिल क्लास जनता गरीब लोगों से अभी भी डिस्क्रिमिनेट कर रही थी ठीक है सो दे वर आस्किंग फॉर वोटिंग राइट्स बट नॉट फॉर वमन एंड नॉट फॉर पुअर मेन तभी आप देखोगे उस जमाने में लिबरल लोगों के खिलाफ भी बड़े सारे प्रोटेस्ट होते थे औरतें और जो नॉन टैक्सिंग आदमी होते थे थे वो करते थे कि भैया हमें भी वोटिंग राइट दे दो ना तो वो अलग बात है बट ये सारी पॉलिटिकल राइट्स की मांग हो रही थी सोसाइटी में वो क्या मांग रहे थे राइट टू प्रॉपर्टी वो कह रहे थे कि यार जिसको पास पैसे हैं उसको खरीदने दो ना प्रॉपर्टी ये जो तुमने सिस्टम बना रखा है अभी हमने फ्रांस की बात की कि वहां पे राइट टू प्रॉपर्टी आ गया था लेकिन अभी हम पूरे यूरोप की बात करें तो कई जगह भी राइट टू प्रॉपर्टी नहीं था सिर्फ क्लर्जी और नोबिलिटी कम्युनिटी के लोग ही जमीन खरीद पाते थे बाकी लोगों को हक नहीं दिया गया था तो राइट टू प्रॉपर्टी मांगा जा रहा था इतना स्क्रीनशॉट लेना है तो ले लो हां जी इसको बोला जाता है बच्चा एडल्ट मेल सफरेज मतलब कि वो मांग कर रहे थे वोटिंग राइट की लेकिन औरतों के लिए नहीं कर रहे थे तो सिर्फ आदमियों के लिए सफरेज मांग रहे थे सफरेज मतलब वोटिंग का हक इकोनॉमी में वो क्या मांग रहे थे फ्रीडम ऑफ मार्केट कि यार मार्केट में हमें जो करना है वो करने दो ये नहीं कि फ्री में सामान खरीदने दो फ्रीडम ऑफ मार्केट का मतलब थोड़ा सा टैक्स कम कर दो थोड़ा सा टैक्स कम कर दो लेस टैक्स बेटर मूवमेंट ऑफ गुड्स गुड्स जो है सामान एक जगह से दूसरी जगह अ पहुंच जाए इजी तरीके से थोड़ी सी करेंसी का नंबर कम कर दो लेस करेंसी ताकि लोगों को कंफ्यूजन कम हो करेंसी बदल जाती थी टैक्स दोबारा कैलकुलेट करना पड़ता था तो यह सारी चीजों की मांग हो रही थी अब इसीलिए देखो पैसा सबसे ज्यादा जरूरी होता है और मिडिल क्लास लोग मिडिल क्लास बने कैसे थे इससे पहले तो वो गरीब थे क्योंकि उन्होंने थोड़ा सा पैसा कमा लिया था तो बाकी चीजों पे काम हुआ हो चाहे नहीं हुआ हो इकोनॉमिक लिबर्टी के नाम पे इकोनॉमिक लिबरलिज्म के नाम पे मिडिल क्लास जनता ने काम करना शुरू कर दिया था फॉर एग्जांपल दिस इज जस्ट एन एग्जांपल ऐसी बहुत सारी ऑर्गेनाइजेशंस थी एक ऑर्गेनाइजेशन थी जोल रीन जोल वन ठीक है अब इससे पहले कि मैं ये बताऊं मैं तुम्हें ये बता देती हूं कि टैरिफ क्या होता है बच्चा टैरिफ का मतलब होता है टैक्स टैक्स दो तरीके का होता है टैक्स होता है एक होता है एक्सपोर्ट पे जो टैक्स लगता है एक होता है जो इंपोर्ट पे जो टैक्स लगता है इंपोर्ट टैक्स एक्सपोर्ट टैक्स इंपोर्ट टैक्स का एक एग्जांपल है कस्टम ड्यूटीज कस्टम ड्यूटीज और भी बहुत तरीके का टैक्स होता है सर्विस टैक्स होता है इनकम टैक्स होता है है ना बहुत तरीके का टैक्स होता है जीएसटी होता है मब हर दुनिया में अलग-अलग तरीके का टैक्स होता है हर देश में अलग-अलग तरीके का टैक्स होता है लेकिन ओवरऑल देखोगे देश के अंदर से जो सामान जा रहा है उसपे टैक्स देना पड़ता है देश के अंदर जो सामान आ रहा है उसपे टैक्स देना पड़ता है तो जो सामान आ रहा है उसपे जो टैक्स देना पड़ता है एक तरीके के उस टैक्स को बोला जाता है कस्टम ड्यूटीज तो जब मैं बोल रही हूं कि जोलन जोलन एक कस्टम यूनियन थी तो उसका क्या मतलब है कि वो इस पर्टिकुलर टैक्स के लिए बनाई गई थी इस पर्टिकुलर टैक्स के लिए तो ये समझना बहुत जरूरी है किसने बनाई थी उस जमाने में एक देश हुआ करता था प्रशिया अब ये देश नहीं है बांट बांट के यूरोप खा गया इसे 1834 ने प्रशिया ने ये इनिशिएटिव लिया था कि लवरी नाम की एक ऑर्गेनाइजेशन बनाई जाए जिससे हम पूरे के पूरे यूरोप में करेंसी का नंबर कम कर सके रेलवे को थोड़ा सा अच्छा बना सके क्योंकि रेलवे होगा तो सामान एक जगह से दूसरी जगह अच्छे से चला जाएगा और जब ये सामान एक जगह से दूसरी जगह अच्छा जाएगा कस्टम ड्यूटीज कम होंगी यानी कि इंपोर्ट पे टैक्स कम लगेगा तो बिजनेसमैन अपने देश में बाकी देशों का सामान मंगा के अच्छे से बेच पाएंगे अच्छे से प्रॉफिट कमा पाएंगे सो मिडिल क्लास जनता ने इकोनॉमिक लिबरलिज्म के नाम पे जोल वेरिन में पार्टिसिपेट किया था और धीरे-धीरे धीरे-धीरे इसी के चक्कर में लवन इतनी फेमस हो गई कि लोगों को लिबरलिज्म का पाठ भी पढ़ाने लगी और फिर लोगों को लगा यार बात तो सही हो रही है अगर मोनार्की खत्म कर देंगे तो और भी कितने फायदे हैं ठीक है इसी में आपकी एनसीआरटी में एक एग्जांपल दे रखा है व एल का वन एल वाला एग्जांपल दे रखा है वो पढ़ लेना खुद से उसका मतलब सिर्फ यही है तुम्हें सिर्फ एनसीआईटी ये समझाना चाहती है कि यूरोप अगर इतना बड़ा देश था तो अगर 1 मीटर कपड़ा का कुछ एक्स अमाउंट यहां पे होता है तो वो यहां जाओगे तो वो चेंज हो जाएगा मैं बोलूं 1 किलो में 1000 ग्राम्स होते हैं तुमने सिटी चेंज की वहां पे हो गया कि नहीं हमारे यहां तो 1 किलो 1000 ग्राम नहीं होते 800 ग्राम होते हैं फिर तुमने शहर चेंज किया उन्होंने बोला हमारे यहां 700 ग्रा होते हैं फिर किसी ने बोला 1100 ग्रा होते हैं तो इस तरीके से स्टैंडर्ड वेइंग इन सिस्टम्स नहीं थे और इसी की वजह से बहुत कंफ्यूजन होता था तो लवन जैसी ऑर्गेनाइजेशन जब बनी तो उन्होंने इन सिस्टम्स को भी थोड़ा सा प्लेस में लाने की कोशिश की तो ये सारी हरकतें कौन कर रहे थे बच्चा लिबरल लोग कर रहे थे लिबरल लोग कौन होते हैं मिडिल क्लास लोग होते हैं किस तरीके की आजादी मांग रहे थे सोशल इंडिविजुअल इकोनॉमिक और वो सारी आजादी मैंने यहां पे लिख के बता दी अब अब आती है कंजरवेटिव तो इतना जो उड़ाई चल रही थी इतना जो पंछी बनू उड़ती चलू टाइप की जो हरकतें चल रही थी नेपोलियन की कि मैं सिर्फ फ्रांस पर कब्जा नहीं करूंगा मैं पूरे यूरोप पर कब्जा करूंगा नजर लगाने वाले तो बैठे थे बैठे थे दुश्मन तो वो इकट्ठे किए जा रहा था वो दुश्मन कौन थे जब नेपोलियन चाहता था कि राजा और राजा राजा और रानी गद्दी से उतरे और मैं गद्दी पर बैठूं तो कौन होगा दुश्मन उसका दुश्मन होंगे राजा और रानी और राजा और रानी के दोस्त और राजा और रानी के रिश्तेदार राइट सो क्या ये बोल सकती हूं दैट नेपोलियन नेपोलियन के जो दुश्मन थे वो कौन-कौन से थे एक तो थे आपके मोनार्क मोनार्कस एक हो गए अरिस्टो क्रेसी है ना भाई जो सोसाइटी के अमीर लोग थे उन्हें तो राजा का राजपाट बहुत अच्छा लगता था राजा भी मजे उड़ाता था और वो अमीर लोग भी मजे उड़ाते थे गरीब लोगों की तो प्रॉब्लम थी तो इसके जो दुश्मन थे नेपोलियन के वो इस तरीके के लोग थे मोनार्क एंड अरिस्टो क्रेट्स तो आसपास के फ्रांस के आसपास के देश जहां पे मोनार्की थी उन उने नेपोलियन को हराने का षड्यंत्र बनाया कई बार बड़ी-बड़ी लड़ाइयां लड़ी गई जहां पर नेपोलियन अपनी थोड़ी-थोड़ी थोड़ी-थोड़ी जमीन हारता गया हारता गया हारता गया फाइनली बैटल ऑफ वाटरलू में बैटल ऑफ वाटरलू में डिफीटेड नेपोलियन नेपोलियन को बिल्कुल हरा दिया गया और नेपोलियन से उसकी सारी जमीन छीन ली गई सारी की की सारी जमीन छीन ली गई ठीक है तो अब आने वाला था कंजरवेटिज्म अभी लिबरलिज्म समझा लिबरलिज्म का मतलब आजादी कंजर्वेशन ज्म का मतलब क्या होता है सी फॉर चेंज सी फॉर कंजरवेटिज्म सी फॉर चेंज सी फॉर कंजरवेटिज्म तो कंजरवेटिज्म कहता है कि मुझे बदलाव पसंद नहीं जो लोग कंजरवेटिव होते हैं वो कहते हैं हमें बदलाव पसंद नहीं जैसे घर में जो बड़े बूढ़े होते हैं वो बोलते हैं हैं ये क्या जींस पहन रखी है सूट साड़ी अच्छी लगती है क्यों क्योंकि उन्होंने सदियों से लोगों को सूट साड़ी पहनते हुए देखा है तो उन्हें वो सोसाइटी में बदलाव समझ नहीं आ रहा कि अब लोग जींस पहनना चाह रहे हैं स्कर्ट पहनना चाह रहे हैं तो क्या हम उन्हें कंजर्वेशन बोल सकते हैं बिल्कुल बोल सकते हैं सिमिलरली अगर मैं यहां पे किसी देश को कंजर्वेशन बोल रही हूं तो मैं उन देशों को कंजर्वेशन बोल रही हूं जो सोसाइटी में जो नया तरीके की डेमोक्रेसी या फिर देशभक्ति आ रही थी वो वो नहीं चाहते थे ठीक है सो यूरोप के जो कंजर्वेशन देश थे वो फ्रांस के रेवोल्यूशन से पहले थोड़े ज्यादा कंजरवेटिव थे फ्रांस के रेवोल्यूशन के बाद नेपोलियन के आने के बाद वो थोड़े से कम कंजरवेटिव हो गए उन्हें ये समझ आया कि भैया नेपोलियन ने जो चीजें अच्छी की हैं जैसे कि उन्होंने अपनी आर्मी को बहुत अच्छा बनाया है उन्होंने ब्यूरोक्रेसी को अच्छा बनाया उन्होंने थोड़े से सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन बहुत स्मूथ कर दिया यूरोप में तो ये सारी जो अच्छी-अच्छी चीजें एक काम करते हैं हम उनसे सीख लेते हैं बाकी उन्होंने जो किया है जो हमें समझ नहीं आ रहा वो हटा देते हैं ठीक है तो कहने का मतलब ये है दैट कंजरवेटिव पीपल बिफोर फ्रेंच रिवोल्यूशन एंड आफ्टर फ्रेंच रिवोल्यूशन दे वर लिटिल बिट डिफरेंट नॉट अ लॉट डिफरेंट दे वर लिटिल बिट डिफरेंट एंड व्हाट इज कंजरवेटिज्म बच्चा कंजरवेटॉयर वेटम को पसंद नहीं एंड बिलीव एब्सलूट नेशंस सॉरी एब्सलूट इंस्टिट्यूशन सच एस मैरिज रिलीजन मोनार्की एक्सट्रा बेसिकली ऐसा कोई भी व्यक्ति जो सोसाइटी में बदलाव नहीं लाने देना चाहता या उसे बदलाव पसंद नहीं आते हैं और सदियों से तो होता होता चला आ रहा है वैसा ही उसे पसंद आता है उसे आप कंजर्वेशन बोल सकते हो जैसे कि रिलीजन रिलीजन सदियों से एक जैसा रहता है जैसे कि मैरिज मैरिज जो है पहले भी जिस तरीके की होती थी शादियां आज भी उस तरीके की होती है मोनार्की राजा का राजपाट अगर पहले जैसा होता था वैसा ही आज होता है तो इस तरीके के एब्सलूट इंस्टीट्यूशंस में जो लोग विश्वास करते हैं उन्हें हम कंजरवेटिज्म या कंजरवेटिव बोल सकते हैं सो यूरोप में आ रहा था बच्चा कंजरवेटिज्म और यूरोप में ये कंजरवेटिज्म लेके आ रहे थे चार देश मिलके और इन चार देशों का नाम है बाप रे बाप तो इन्होंने नेपोलियन को हरा दिया बैटल ऑफ वटर लू हुई 1815 इन्होंने नेपोलियन को हरा दिया और ये बाप रे बाप देश कौन थे बाप नॉट फादर बाप ठीक है आर आएगा बीच में ब्रिटेन ऑस्ट्रिया रशिया एंड प्रशिया यहां पे क्या था चारों देशों में मोनार्की थी नेपोलियन क्या ला रहा था डेमोक्रेसी थोड़ी बहुत ला रहा था दो वो खुद ही गद्दी पे बैठ जाता था लेकिन जो ट्रेडिशनल राजा और रानी थे उन्हें तो गद्दी से नीचे उतार देता था तो इन चारों देशों को नेपोलियन पसंद नहीं आ रहा था इन्हो ने नेपोलियन को हराया हराने के बाद इन्होंने सोचा कि नेपोलियन ने अपने राज्य में जो इतनी सारी प्रॉपर्टी इकट्ठी कर रखी है इस प्रॉपर्टी का क्या करना है तो वो प्रॉपर्टी के डिस्कशन के लिए डिस्कशन डिस्कशन के लिए ये लोग वेना में बैठे वेना कहां पे है बच्चा ऑस्ट्रिया में है तो जब ऑस्ट्रिया में पार्टी हो रही है ऑस्ट्रिया में डिस्कशन हो रहा है तो ऑस्ट्रिया के लोग ही तो होस्ट करेंगे तो इस पार्टी को होस्ट किया ऑस्ट्रिया के चांसलर ने जिसका नाम था मेटर निच ड्यूक तो उसके नाम के आगे ऐसे ही लगा दिया पदवी है उसकी लेकिन नाम था उसका मैटर निच तो वना में पार्टी की गई क्यों की गई पार्टी ट्रीटी ऑफ वेनार साइन करने के लिए कि भैया नेपोलियन ने जो जो यूरोप में किया था अब उसका क्या करना है बैठ के डिसाइड करते हैं हरा तो उसे दिया ही है 1815 में की गई ड्यूक मेटर निच ने होस्ट की और इसका मेन ऑब्जेक्टिव था कि नेपोलियन ने जो जो किया है उसे दोबारा से हटाते हैं और यूरोप में दोबारा से मोनार्की को दोबारा से कंजरवेटिज्म को वापस लाते हैं लेकिन ये 1789 के बाद की बात है हम तो 1815 में पहुंच गए तो इस जमाने के कंजर्वेशन लोग जो थे वो थोड़े से लिबरल हो गए थे भैया थोड़ा सा उन्हें समझ आ रहा था नेपोलियन ने जो अच्छी चीजें की है वो रख लेते हैं और बाकी चीजों को चेंज कर देते हैं है ना इसीलिए ट्रीटी ऑफ वेना के बाद ट्रीटी ऑफ वेना के बाद नेपोलियन की जो जो चीजें इन लोगों को पसंद आई इन्होंने नहीं बदली जो जो चीजें पसंद नहीं आई इन्होंने बदल दी जैसे कि फ्रांस में नेपोलियन ने खुद को गद्दी पे बिठा लिया था लुई द 16th तो मर गए थे क्लास नाइंथ में ही मर गए थे हमने देखा था हिस्ट्री की किताब में मैरी एंटोनिए लुई द 16th लेकिन उनके खानदान का एक भतीजा था उनका बेसिकली उनका एक रिश्तेदार था जो उसी खानदान का था बर्बन डायनेस्टी का था उस उसका नाम था लुई फिलिप क्या नाम था लुई फिलिप तो लुई फिलिप को गद्दी पे बिठा दिया गया किसने बिठाया अ कंजरवेटिव देशों ने तो बर्बन डायनेस्टी वाज रिस्टो फ्रांस से उसकी टेरिटरीज छीन ली गई जो भी नेपोलियन के राज में फ्रांस ने टेरिटरीज इकट्ठी की थी वो उनसे छीन ली गई और वहां पे गद्दी पे बिठा दिया गया कंजरवेटिव इंसान को लुई फिलिप को फिर फ्रांस के आसपास मान लो ये फ्रांस है भैया फ्रांस से बहुत डर लग गया था लोगों को लगा यार फ्रांस में बड़े रेवोल्यूशन होते हैं तो फ्रांस के आसपास की जो जगह है ना ये कंजरवेटिव देशों ने आपस में जीत जीत के बांट ली थी ताकि इन परे अगर हम निगरानी रखेंगे तो तो फ्रांस के लोग पैर नहीं पसार पाएंगे फ्रांस के लोग बाहर नहीं निकल पाएंगे एक काम करते इनके आसपास कब्जा पहरा लगा देते ठीक है तो सीरीज ऑफ स्टेट्स वर सेट अप ऑन द बाउंड्रीज ऑफ द फ्रांस टू प्रिवेंट फ्रांस का एक्सपेंशन द किंगडम ऑफ द लेदर लैंड्स वास सेट अप इन द नॉर्थ नॉर्थ में उन्होंने किंगडम ऑफ नेदर हैैंड लगा दिया साउथ में यहां पे जिनोवा लगा दिया जिनोवा नाम की एक देश बना दिया प्रशिया थैंक यू प्रशिया को थोड़ी सी टेरिटरीज दे दी ऑस्ट्रिया को थोड़ी सी टेरिटरीज दे दी सब कुछ याद करने की जरूरत नहीं है व्हाट यू हैव टू रिमेंबर इज कि नेपोलियन ने जो जो किया था वो सब यहां पे अंडू हो रहा था नेपोलियन की एक ही बात इन लोगों को पसंद आई वो था जर्मन कन्फेडरेशों ने क्या किया था ना जर्मन भाषा बोलने वाले 39 छोटे-छोटे एरियाज होते थे उन छोटे-छोटे एरियाज को उन्होने इस लूज पॉलिटिकल ऑर्गेनाइजेशन में कन्वर्ट कर दिया था लूज ऐसा नहीं है कि देश बना दिया कि आज से तुम 39 स्टेट्स मिलके देश बनाते हो नहीं ऐसा नहीं उ लूस तरीके से एक पॉलिटिकल ऑर्गेनाइजेशन बना दिया था वो बड़ी अच्छी चीज थी अब जो भी जर्मन भाषा बोलने वाले लोग है वो उसी एरिया में रहते हैं तो इन्हें लगा यार यह तो बड़ा इजी हो जाएगा हमारे लिए भी बड़ा इजी हो जाएगा इसको छोड़ देते हैं बाकी सब कुछ चेंज कर देते हैं तो बाकी सब किया रशिया को पोलैंड दे दिया प्रशिया को सैक्सनी दे दिया फ्रांस के आसपास बड़ी सारे एरियाज इन्होंने हथिया लिए ताकि फ्रांस में एक्सपेंशन ना हो पाए और जो सबसे इन्होने बुरी चीज की बुरी चीज जो की इन्होंने वो था सेंसरशिप नो फ्रीडम ऑफ प्रेस नो डिसेंट बच्चा डिसेंट क्या होता है सरकार के अगेंस्ट बोलना उसको बोलते हो डिसेंट सरकार या तो अच्छी हो सकती है या खराब हो सकती है ऐसा क्या नहीं सरकार या तो अच्छी हो सकती है या तो खराब हो सकती है या थोड़ी अच्छी और थोड़ी खराब हो सकती है तो सरकार के आगे मुंह तो खोलना पड़ेगा ना जो सरकार चुन ली है वो अच्छी हो ऐसा जरूरी तो नहीं तो इसीलिए कंजरवेटिज्म लोगों के राज में लोग कंजरवेटिज्म के अगेंस्ट ना बोले भैया प्रशिया के राजा के खिलाफ रशिया के राजा के खिलाफ कोई आवाज ना उठाए इसलिए उन्होंने क्या कर रखा था कोई फ्रीडम ऑफ प्रेस नहीं थी यानी कि अखबार में क्या छपे क्या नहीं छपे ये लोग कंट्रोल करते थे कौन राजा के अगेंस्ट क्या बोल रहा है क्या नहीं बोल रहा है किसको पिटाई लगानी चाहिए किसको नहीं लगानी चाहिए ये सब कंट्रोल करते थे ठीक है तो कोई फ्रीडम ऑफ प्रेस नहीं था कोई सेंसरशिप नहीं थी और यूरोप के लोगों को ये बात पसंद नहीं आ रही थी क्योंकि पहले यूरोप के लोग बेशक गधे रहे हो और गरीब रहे हो लेकिन अब वो मिडिल क्लास हो गए थे अब उनके पास पैसा भी था नॉलेज भी थी एजुकेशन भी थी है ना सब कुछ आ गया था हमने फ्रेंच रेवोल्यूशन के टाइम पे पढ़ा है क्लास नाइंथ में कि बड़े-बड़े फ्रेंच फिलोसोफर की बातें पूरी दुनिया में फेमस हो रही थी अब लोग ज्ञानी हो रहे थे दिमाग के द्वार खुल रहे थे लोगों के ठीक है सो एनीवे आगे जाने से पहले ये इमेज देख लो यहां पे इस इमेज में तुम देखोगे कि यहां पे क्लब ऑफ थिंकर्स दिखाया हुआ है एक तरीके से विडंबना है आयरन दिखाई हुई है कि कंजरवेटिव लोगों ने नेपोलियन को तो हरा दिया बाप रे बाप ने नेपोलियन को हरा दिया लेकिन उसके बाद यूरोप का हाल कैसा था यूरोप का हाल कुछ ऐसा था इस टेबल पे इतने सारे महानुभाव बैठे हैं कुछ डिस्कस करने के लिए बैठे हैं पर वो डिस्कस कैसे करेंगे उनके मुंह पे पट्टियां बंदी हुई है मतलब कि कोई भी फ्रीडम नहीं है तुम बोलोगे कैसे तुम बोल ही नहीं सकते ठीक है सो दिस इज व्हाट इज शोन हियर नाउ हु वर इवोल्यूशनरी न्यूटन बाबा ने हमें सिखाया है दैट एवरी एक्शन हैज इक्वल एंड ऑपोजिट रिएक्शन राइट पॉलिटिक्स इज आल्सो सेम हिस्ट्री इज आल्सो सेम सो जहां कंजरवेटिव लोग थे और वो चाह रहे थे कि पूरी दुनिया में मोनार्की फिर से वापस आ जाए वहीं कुछ ऐसे मिडिल क्लास लोग थे जो अब कह रहे थे कि बातों से काम नहीं चलेगा हाथों से काम चलेगा उन्हीं लोगों को बोला जाता है रेवोल्यूशन तो हु वर रेवोल्यूशन बच्चा सम मिडिल क्लास पीपल हु वांटेड टू जो चाहते थे अब कर रहे थे कि नहीं पता नहीं बट हु वांटेड टू फाइट कंजरवेटिज्म इन यूरोप वर नोन एज मैं ये नहीं कह रही हूं कि सारे लिबरल लोग क्रांतिकारी थे लेकिन उनमें से कुछ लोग क्रांतिकारी बन गए थे भैया जिन्हें लड़ना है लड़ो देशभक्त तो हमारे देश के हर लोग है ना लेकिन सबको क्रांतिकारी तो नहीं बोल सकते ना देशभक्ति तो थी लेकिन राज ये राजगुरु और हमारे भगत सिंह जी महात्मा गांधी जी तो कुछ ही लोग हुए सो सिमिलरली कुछ मिडिल क्लास लोग कुछ लिबरल लोग जिन्हें लग रहा था लड़ाई का समय आ गया है लेकिन लड़ाई करे तो करे कैसे भैया सेंसरशिप लगा दिए ढूंढ ढूंढ के मार रहे हैं कोई सरकार के अगेंस्ट जा रहा है तो ढूंढ ढूंढ के मार रहे हैं पकड़ पकड़ के मार रहे हैं तो क्या हुआ अब यहां से शुरू हुआ बर्थ ऑफ सीक्रेट सोसाइटीज बर्थ ऑफ सीक्रेट सोसाइटी तो लोग चोरी चुपके मिलने लग गए लोग जो है अंधेरे में मिलते थे अंडरग्राउंड होके मिलते थे और वहां पे डिस्कस करते थे कि कैसे कंजर्व जम को खत्म करना है तो व्हाट इज सीक्रेट सोसाइटी ऐसी चुपके-चुपके जो ऑर्गेनाइजेशन बनाई गई कंजरवेटिज्म को मिटाने के लिए उसे तुम बोलते हो सीक्रेट सोसाइटीज ठीक है अब ऐसा ही एक रेवोल्यूशन था बच्चा अच्छा रेवोल्यूशन चाहते क्या थे रेवोल्यूशन चाहते थे कि कंजरवेटिज्म खत्म हो जाए रेवोल्यूशन चाहते थे मोनार्की खत्म हो जाए रेवोल्यूशन चाहते थे कि दुनिया में नेशन स्टेट्स बन जाए अब एक बहुत बड़ा रेवोल्यूशन था जो तुम क्लास नाइंथ में थोड़ा सा इसके बारे में पढ़ के आए हो सोशलिज्म वाले चैप्टर में इनका नाम है मजनी गुजिली बात तो याद रखो मजनी क्या है रेवोल्यूशन है मजनी को कौन लोग सबसे ज्यादा ना पसंद करेंगे कंजरवेटिव लोग क्योंकि कंजरवेटिज्म लोग के लोगों के कंपलीटली अगेंस्ट है ये आदमी है ना जिनोवा में पैदा हुआ था जो आज इटली में है बहुत पहले 1807 में बड़ा अलग सा आदमी था 24 साल का था 24 साल में जेल चला गया था किसी तो इसने रेवोल्यूशन में पार्टिसिपेट किया था ये पहले एक सीक्रेट सोसाइटी का मेंबर था एक सीक्रेट सोसाइटी थी जो कार्बोन नाम के शहर में थी उसका मेंबर था बाद में इन भाई साहब को सबको समझ आ गया कि भैया क्रांति व्रांति कैसे करनी है तो इन्होंने अपनी खुद की दो सीक्रेट सोसाइटी ख खोल ली बहुत फेमस एक थी यंग इटली जो इन्होंने मसली नाम के शहर में खोली मसली इज इन फ्रांस एक थी यंग यूरोप जो इन्होंने बर्न नाम के शहर में खोली अब ये दो सीक्रेट सोसाइटीज और मजनी इतना फेमस हो गया कि देखते ही देखते मजनी की वजह से कई लोग क्रांतिकारी बन गए मजनी की वजह से स्पेन में इटली में हर जगह सीक्रेट सोसाइटीज खुलने लग गई और बड़ा विचित्र सा आदमी था जब इससे पूछो कि भाई तू क्रांति क्यों करना चाहता है तो बोल बोलता था कि मुझे भगवान ने भेजा ही इसलिए भगवान ने मुझे भेजा इसलिए कि मैं क्रांति करूं दुनिया में मोनार्की को खत्म करके नेशन स्टेट बना के दूं ठीक है तो क्योंकि जिनोवा में पैदा हुआ था भाषा इसकी इटालियन थी तो ये इटली को यूनाइट करना चाहता था किसको कि भैया इटालियन स्पीकिंग इटली इटालियन भाषा बोलने वाले लोग जहां पर भी हैं वो सब एक छत के नीचे आके रहे अलग-अलग डिसइंटीग्रेट होके नहा रहे ये था आपका मजनी का प्लान बहुत बड़ा रेवोल्यूशन अब यह बताओ कि मजनी को मजनी को मेटर निच पसंद आएगा क्या मेटर निच है कंजरवेटिव मजनी है रेवोल्यूशन बिल्कुल पसंद नहीं आएगा इसीलिए मिटर निच भाई साहब ने मजनी के बारे में बोला था दैट मजनी इज द वर्स्ट एनिमी ऑफ आवर सोशल ऑर्डर क्योंकि मेटच भाई साहब तो चाह रहे थे दुनिया में मोनार की रहे मजनी भाई साहब चाह रहे थे मोनार्क की दुनिया से खत्म हो जाए तो ओबवियसली मेटरनिटी सोशल ऑर्डर का सबसे बड़ा दुश्मन है ठीक है तो ये बात समझ आई ये बातें पूछ ली जाती है दो मार्क्स में एक मार्क्स में कि क्यों बोला मेटर निच ने ये बात मजनी के बारे में तो यू शुड नो ठीक है चलो आगे चलते हैं सो भैया मजनी को जब मेट ओ सॉरी मेटरनीच को जब मजनी पसंद नहीं आ रहा था तो मेटरनिख आएगा फ्रांस भी उतना ही क्रांतिकारी फ्रांस भी हर जगह झंडे बिगाड़ रहता है फ्रांस भी हर जगह क्रांति करता रहता है तो मजनी को फ्रांस भी पसंद नहीं आ रहा था तो मजनी ने फ्रांस को बोला कि फ्रांस वो देश है जब वो छीताही लगती है मिमिक करने लगती है उसकी नकल उतारने लगती है ठीक है तो इसका क्या मतलब है कि फ्रांस में अगर कुछ भी होता है तो वो पूरे यूरोप में अ होने लग जाता है ठीक है क्यों बोला उन्होंने ऐसा क्योंकि पहले तो फ्रांस ने जब रेवोल्यूशन किया था 1789 में तब भी दुनिया रेवोल्यूशन रेवोल्यूशन करने लग गई थी अभी भी फ्रांस ने रेवोल्यूशन रेवोल्यूशन किया तो दुनिया रेवोल्यूशन रेवोल्यूशन करने वाली थी लेकिन इससे पहले कि हम आगे जाए मैं आपको एक क्वेश्चन दे रही हूं ट्राई एंड आंसर दिस क्वेश्चन क्वेश्चन इज सिविल कोड का ईयर सिविल कोड का ईयर आपको मुझे बताना है कॉमनस में बताना है बच्चा ठीक है सो थिंक अबाउट इट चलो सो द राइट आंसर आई विल टेल यू इन द कमेंट्स वैसे आधे से ज्यादा बच्चों को समझ आ ही गया होगा इट वाज एन इजी क्वेश्चन ये आ जाता है पेपर में तो आपको पता होना चाहिए आई एम चल रहे हैं हम एज ऑफ द रेवोल्यूशन के बाद कहने का मतलब ये है कि फ्रांस अब फिर से छींकने वाला था फ्रांस में फिर से एक रेवोल्यूशन आने वाला था और ये जो धीरे-धीरे आप रेवोल्यूशन अच्छा एज ऑफ रेवोल्यूशन का मतलब होता है रेवोल्यूशन का दौर क्योंकि हम एक रेवोल्यूशन की बात नहीं नहीं करने वाले हम ऐसे समय की बात करने वाले हैं जब बैक टू बैक तीन रेवोल्यूशन हुए थे नॉट बैक टू बैक बट सेम टाइम पीरियड में ठीक है सो रेवोल्यूशन का दौर आने वाला था और ये रेवोल्यूशन करने वाले थे कॉन लिबरल नेशनलिस्ट लिबरल नेशनलिस्ट का मतलब होता है बच्चा जो लिबरल लोग बाद में जाके क्रांतिकारी बन गए थे या देशभक्त बन गए थे सारे लिबरल लोग देशभक्त हो ऐसा जरूरी तो नहीं पर जो लिबरल लोग देशभक्त होके क्रांति को अपना चुके थे उन्हें आप बोल सकते हो लिबरल नेशनलिस्ट यानी कि रेवोल्यूशन तो इसमें डॉक्टर्स भी आते थे लॉयर्स भी आते थे टीचर्स भी आते थे इंजीनियर्स भी आते थे उस जमाने बड़े-बड़े लोग आते थे इसमें बहुत गरीब लोगों का रेवोल्यूशन नहीं था ये ये था ठीक ठाक मिडिल क्लास लोगों का रेवोल्यूशन तो सबसे पहले हम रेवोल्यूशन की बात करते हैं आपके फ्रांस से फ्रांस में जो रेवोल्यूशन हुआ वो 19 1830 में हुआ बच्चा और इस रेवोल्यूशन को बोला जाता है इस रेवोल्यूशन को बोला जाता है एक सेकंड हां इस रेवोल्यूशन को बोला जाता है जुलाई रेवोल्यूशन तो फ्रांस में अभी तक क्या था फ्रांस में एब्सलूट मोनार्की थी एब्सलूट मोनार्की क्यों थी लुई द 16th को अभी अ सॉरी लुई फिलिप को अभी गद्दी प बिठाया गया था कंजरवेटिव लोगों ने बिठाया था दोबारा से कंजर्वेशन जम लेके आए थे वापस है ना कॉन्स्टिट्यूशन मोनार्की फिर से खराब की थी उन्होंने तो फिर से एब्सलूट मोनार्की आई थी उस एब्सलूट मोनार्की को फिर से इन्होंने कांस्टीट्यूशनल मोनार्की में कन्वर्ट कर दिया जुलाई रेवोल्यूशन के बाद यानी कि जो भी कंजरवेटिज्म फ्रांस में इतनी मुश्किल से वापस आया था उसको फिर से अनडू कर दिया गया किसने किया फ्रांस के लिबरल नेशनलिस्ट लोगों ने जुलाई रेवोल्यूशन हुआ 1830 में बगल में है उसके बेल्जियम बेल्जियम में ब्रुसेल ब्रुसेल बेल्जियम की कैपिटल है ब्रुसेल में भी लोगों ने देखा देखी पेरिस को देखा देख देखी फ्रांस को देखा देखी क्या किया लड़ाई झगड़ा करना शुरू कर दिया इसी की वजह से बेल्जियम को एक शहर में राडा हुआ एक शहर में नौटंकी हुई लेकिन उसकी वजह से पूरे बेल्जियम को यूनाइटेड किंगडम से अलग होना पड़ा जो कि अच्छी बात है यूनाइटेड किंगडम कब्जा जमाए बैठा था बेल्जियम में बेल्जियम ने ले ली आजादी ये कब हुआ 18301 में 1831 में अब आता है बच्चा ग्रीस का केस ग्रीस का जो केस है वो थोड़ा डिफरेंट है ग्रीस का केस बहुत डिफरेंट है ग्रीस की फ्रीडम स्ट्रगल स्टार्ट हुई थी इन 1821 1821 में इनकी फ्रीडम स्ट्रगल स्टार्ट हो गई थी लेकिन फ्रांस के और बेल्जियम के जुलाई रेवोल्यूशन और बेल्जियम के रेवोल्यूशन के बाद ग्रीस के रेवोल्यूशन को एक पुश मिल गया बट अदर रेवोल्यूशन गेव अ पुश टू ग्रीस रेवोल्यूशन गव पुश टू ग्रीक रेवोल्यूशन ग्रीक वर ऑफ इंडिपेंडेंस अच्छा ग्रीस क्या है वन ऑफ द ओल्डेस्ट सिविलाइजेशन बहुत पुरानी सभ्यता है बहुत ही पुरानी बहुत पुरानी सिविलाइजेशन ग्रीस क्या है वेरी रिस्पेक्टेड अमंग रोप ग्रीस ए नेशन ग्रीस एस सभ्यता ग्रीस एस पीपल कल्चर बहुत ज्यादा रिस्पेक्टेड है इन यूरोप ठीक है सो जब ग्रीस और ग्रीस प कब्जा किस पर था ग्रीस प कब्जा था ऑटोमन एंपायर जो आज टर्की कहलाता है ऑटोमन एंपायर जिसम मोस्टली लोग इस्लाम फॉलो करते हैं उन्होंने ग्रीस पर कब्जा जमाया हुआ था ऑटोमन एंपायर हैड ग्रीस सिंस 15 सेंचुरी और आज से नहीं 15वीं शताब्दी से ग्रीस को उन्होंने अपने कब्जे में किया हुआ था तो ग्रीस बार-बार बोल रहा था कि हमें अलग कर दो फिर धीरे-धीरे धीरे-धीरे करके बाकी रेवोल्यूशन की वजह से ग्रीस के रेवोल्यूशन पे भी ध्यान गया लोगों का यूरोप के बहुत सारे लोगों ने इनफैक्ट कई सारे ग्रीक ग्रीक लोग थे जो जेल में थे उन्होंने जेल से सपोर्ट किया चाहे वो ब्रिटेन हो चाहे वो स्पेन हो चाहे वो ग्रीस खुद क्यों ना हो चाहे इटली हो फ्रांस हो सब लोगों ने ग्रीस के रेवोल्यूशन को सपोर्ट किया क्यों क्योंकि ग्रीस की मार्केट में इज्जत बहुत थी लॉर्ड बायरन नाम के बहुत सारे इंग्लिश पोएट थे जिन्होंने ग्रीक वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस में बहुत लड़ाई लड़ी और वो सोल्जर की तरह ग्रीक वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस में आए लेकिन फाइनली जाके फाइनली जाके 1832 में 1832 में ग्रीक बिम इंडिपेंडेंस ग्रीस बिम इंडिपेंडेंट और ऑटोमन एंपायर ने बोला हां भाई ठीक है जाओ तुम आज से क्या हो आजाद हो ट्रीटी ऑफ कांस्टेंटिनॉपल को साइन किया गया था कांस्टेंटिनॉपल एक जगह है बच्चा वहां पे ऑटोमन एंपायर के लोग आए और ग्रीक रेवोल्यूशन गए वहां पे एक डॉक्यूमेंट साइन किया गया कि आज से जो ग्रीस है वो ऑटोमन एंपायर के अंडर नहीं आता है वो एक इंडिपेंडेंट नेशन है लेकिन ये लड़ाई बहुत लंबी चली देखो 1821 से 1832 तक ये लड़ाई चढ़ी फाइनली जाके 1832 में ट्रीटी ऑफ कांस्टेंटिनॉपल साइन हुई तो कई जगह बहुत सारी लड़ाई लड़ी और इसीलिए आपको ये पेंटिंग भी एनसीआरटी में देखने को मिलती है जो फ्रांस के एक पेंटर ने बनाई है क्योंकि ग्री की मार्केट में ग्रीस की मार्केट में हवा बहुत थी तो फ्रांस के पेंट बहुत बड़ा पेंट बहुत ही बड़ा पेंटर डेला क्राइक डेला क्रॉक ने ये पेंटिंग बनाई है जिसमें आप देख रहे हो कि ग्रीस रेवोल्यूशन जो हारे बैठे हैं वो बेचारे जमीन पर बैठे हैं क्योंकि पेंटिंग है पुरानी 1832 की नहीं है 24 की है तो ग्रीस के रेवोल्यूशन की बहुत सारी लोगों की जान भी गई तो यहां पे जो ग्रीस रेवोल्यूशन वो आपको नंगे पुंगे इस तरीके से इस हालत में यहां पे दिख रहे हैं और जो यहां पे टर्किश लोग हैं जो आपकी टर्बन से आप पहचान सकते हो कि ऑटोमन एंपायर को रिप्रेजेंट कर रहे हैं वो घोड़ों पे लोगों को मारते हुए दिखाई दे रहे हैं तो ये पेंटिंग बनाई ही इसलिए गई थी क्योंकि डेला क्रोइस चाहता था कि मार्केट में ग्रीक वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस के बारे में थोड़ी सी अवेयरनेस जनरेट हो और यह पेंटिंग दर्शाती है कि कैसे 20000 ग्रीक लोगों को मारा गया था चियो नाम के आइलैंड पे ये लड़ाई हुई थी चिस नाम के आइलैंड पे टर्किश लोगों ने ग्रीस लोग ग्रीक लोगों को हरा दिया था ठीक है तो सिंपैथी बटोरने के लिए पेंटिंग बनाई गई थी ताकि ग्रीक वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस को थोड़ा सा और पुश मिले चलिए नेक्स्ट टॉपिक इज नेक्स्ट टॉपिक इज अ टॉपिक व्हिच इज वेरी डिफरेंट वेरी वेरी वेरी फन बट बच्चों को पता नहीं क्यों क्यों समझ नहीं आता है तो अगले पाच मिनट ध्यान दे दोगे तो ये टॉपिक ऐसा केक वक हो जाएगा और गारंटी दे रही हूं गारंटी दे रही हूं कि इसमें से क्वेश्चन आता ही आता है या तो तीन मार्क्स का आएगा या पांच मार्क्स का आएगा किसी ना किसी एक सेट में ना आए ये क्वेश्चन तो नाम बदल देना दिस इज मोस्ट फेवरेट टॉप 10 टॉपिक्स जो है ना तुम्हारे एसएसटी के उसमें आता है ये टॉपिक तो रोमांटिसिजम इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट नाउ जब मैं बोलती हूं रोमांस तो हमारे दिमाग में आता है शाहरुख खान बॉलीवुड गाने फूल पत्ती ऑल ऑफ दैट बट यहां पे रोमांस का मतलब नहीं है वो यहां पे रोमांस का मतलब है सॉफ्ट चीजें सॉफ्ट इमोशंस इंटू शंस फीलिंग सपने वादे कसमें ये सारा मतलब है लेकिन रोमांटिक मतलब कि बॉलीवुड रोमांटिक से यहां पे मतलब नहीं है तो बच्चा देखो एक एक चीज को समझाने के 500 तरीके हो सकते हैं मैं चाहूं कि आपसे डाट करके भी अपना काम मनवा सकती हूं मार कर भी अपना काम मनवा सकती हूं या प्यार से बोल के भी अपना काम मनवा सकती हूं तो अभी मार्केट में क्या चल रहा था यूरोप में लोग जो है देशभक्ति की भावना फैलाने की कोशिश कर रहे थे अब वो देशभक्ति की भावना रेवोल्यूशन से भी फैला सकते हैं देशभक्ति की भावना जोर से चिल्ला चिल्ला के भाषण देके भी करवा सकते हैं या वो देशभक्ति की भावना बहुत प्यारे तरीके से भी फैला सकते हैं अब जो प्यारे तरीके से देशभक्ति की भावना फैला रहा था ना उसे तुम बोल सकते हो रोमांटिक आर्टिस्ट तो एक ऐसा कल्चर से रिलेटेड एक ऐसा कल्चर से रिलेटेड मूवमेंट जिसने यूरोप में देशभक्ति की सेंटीमेंट को स्प्रेड करने की ठानी उसे तुम बोलते हो रोमांटिसिजम कैसे पोएट्री के थ्रू पोएट्री कोई गाली थोड़ी देती है है ना पोयम्स तो कितनी प्यारी होती है स्टोरीज कितनी प्यारी होती है म्यूजिक कितना प्यारा परा होता है आर्ट कितना प्यारा होता है इमोशन कितना प्यारा होता है तो इन सारी प्यारी-प्यारी चीजों से जिन्होंने देशभक्ति फैलाई उन्हें बोलते हो रोमांटिक आर्टिस्ट जैसे उस जमाने के पोएट उस जमाने के नोवलिस्ट उस जमाने के पेंटर्स ऑल ऑफ दोस सो व्हाट इज रोमांटिसिजम अ कल्चरल मूवमेंट जिसने यूरोप में देशभक्ति की भावना फैलाई 181 सेंचुरी में उसे बोलते हो रोमांटिसिजम तो हमारे एनसीआरटी में रोमांटिसिजम में दो एग्जांपल दिए हैं अब पूरे यूरोप के हर एक रोमांटिक आर्टिस्ट के बारे में तो हम पढ़ नहीं सकते जिंदगी बीत जाएगी तो हमारी बुक में दो एग्जांपल दिए हैं एक एग्जांपल है जिन्होंने पूरा कल्चर इस्तेमाल किया मतलब कल्चर कल्चर क्या होता है जब मैं बोलूं तुम्हारा कल्चर क्या है तुम बोलोगे भा मेरी भाषा ये है मेरा जो नेशनल ड्रेस है मेरी ये है मैं जो है हमारे घर में ये वाले त्यौहार मनाए जाते हैं हमारे शादी में ना ये वाले कस्टम और ये वाली प्रैक्टिसेस होती है यही है ना तुम्हारा कल्चर राइट अब कल्चर का एक भाग होता है कल्चर का एक छोटा भाग होता है हमारी भाषा है ना सो एक एग्जांपल है जो सिर्फ लैंग्वेज से रिलेटेड है एक एग्जांपल है जो पूरे कल्चर से रिलेटेड है लेकिन है दोनों क्या रोमांटिसिजम के ही एग्जांपल है तो पहले एग्जांपल की बात करते हैं जो जर्मन एग्जांपल है एक जर्मन आर्टिस्ट हुआ करता था जिसका नाम था जन गड फ्राइड जन गड फ्राइड तो गड फ्राइड भाई साहब ने गड फ्राइड भाई साहब ने अब जर्मनी जैसा तो कुछ एजिस्ट नहीं करता था जर्मन स्पीकिंग एरिया हुआ करते थे तो इन्होंने बोला इन्होंने दो कांसेप्ट दिए [संगीत] अब कांसेप्ट भी समझ नहीं आ रहे होंगे मैं बता दूं संस्कृत हमारे देश में बोली जाती थी लेकिन संस्कृत का पूरी संस्कृत तो फेमस हुई नहीं वंदे मातरम सत्यमेव जैते ये क्या है ये कांसेप्ट है दो शब्द है उन शब्द में कितने बड़ी-बड़ी चीजें छुपी हुई है सिमिलरली जॉन गॉड फ्राइड ने दो कांसेप्ट दिए दास वोक वोक चीस्ट दास वोक का मतलब है मेरे बच्चों दास वोक का मतलब है कि अगर जर्मनी की आत्मा देखनी है जर्मनी का मेन एसेंस देखना है तो जर्मनी के कॉमन लोगों के घरों में मिलेगा जर्मनी के राजा रानियों अमीरों के घर में जर्मनी की आत्मा तुम्हें देखने को नहीं मिलेगी इफ यू वांट टू सी रियल जर्मनी यू हैव टू कम टू कॉमन पीपल दूसरी बात उन्होंने बोला वोक जीस्त वोक जीस्त का मतलब यही जो जर्मनी का कल्चर है जो जर्मनी की भाषा है जर्मनी का पहनावा है जर्मनी के लोक गीत हैं लोक कहानियां हैं यही जर्मनी की क्या है आत्मा है तो सबसे पहले तो उन्होंने बोला कि कॉमन लोगों के बीच में ही जर्मनी तुम्हें असलियत में देखने को मिलेगा अमीरों के घर में देखने को नहीं मिलेगा दूसरा उन्होंने बोला वोक जीस्त यानी कि यही जर्मनी की आत्मा है कोई तुमसे पूछे जर्मनी क्या है तो तुम बोल देना जर्मनी की ट्रू स्पिरिट है जर्मनी का कल्चर तो ये दोनों बातें बहुत पॉपुलर हो गई जो जो इन बातों को सुनता था जो जो गरीब इंसान सुनता था कॉमन इंसान सुनता था उसे लगता बात तो सही है जब जर्मनी हमसे ही बनता है हमारे जैसे लोगों से जर्मनी बनता है तो हमें जर्मनी के लिए कुछ तो करना पड़ेगा तो ऑलरेडी लोग क्या होने लग गए प्रेरणा लेने लग गए कि हां हां देशभक्ति अच्छी चीज है देशभक्ति अच्छी चीज है नेक्स्ट एग्जांपल है आपका पोलैंड का तो पोलैंड क्या था बच्चा पोलैंड एक देश था अभी भी है पोलैंड को तीन देशों ने अपने अ हिस्से में बांट लिया था रैप रैप का मतलब है रशिया ऑस्ट्रिया और प्रशिया राइट लेकिन सबसे ज्यादा हिस्सा आ था रशिया के हाथ में तो रशिया ने पोलैंड को बहुत ज्यादा हिस्सा कब्जे में कर लिया था और रशिया अपनी भाषा को उस पे डोमिनेट कर रहा था कि रशियन भाषा ही बोलो अब तो मेरा कब्जा तुम्हारे पे चलता है तो रशियन भाषा बोलो स्कूल में भी रशियन भाषा पॉलिश भाषा में कुछ करने ही नहीं देता था रशिया लेकिन फिर भी बहुत सारे पोलिश लोग जो थे उन्होंने क्या किया पोलैंड की भाषा को मरने नहीं दिया गया कि एक देश पे तो कब्जा कर सकते हो एक भाषा पे कब्जा कैसे करोगे तो पोलैंड के जो बिशप्स हुआ करते थे जो जो उनकी को अ चर्च में जो भी मीटिंग्स हुआ करती थी मास हुआ करता था गैदरिंग्स हुआ करती थी तो वो लोग जानबूझ के पॉलिश भाषा में करते थे ओबवियसली रशिया की आर्मी आके उनकी पिटाई लगा के जाती थी उन्हें जेल में डालती थी उन्हें मौत के घाट उतारती थी सब कुछ करती थी लेकिन फिर भी लोग अपनी भाषा को जिंदा रखने के लिए अपने कल्चर को जिंदा रखने के लिए अपने देश को जिंदा रखने के लिए पोलैंड को जिंदा रखने के लिए अपनी भाषा का इस्तेमाल करते थे सो थ्रू लैंग्वेज में तुम्हें एग्जांपल लिखना है कैरल कुरपिंस्की का बच्चा जो अपने पोलिश डांस करवाए करते थे पोलोज कुछ तो ऐसे अजीब सी स्पेलिंग है और मजुर्का मरजुक ये ना दो नेशनल डांसस होते हैं पोलैंड के ये इनको इनके हर जगह पे स्क्रीनिंग कराया करते थे ताकि पोलिश भाषा जिंदा रहे रशियंस चाहे जितनी मर्जी कोशिश कर ले अच्छा बात ये है कि रशिया जीत गया था रशिया ने अपनी आर्मी वार्मी लगा के पोलैंड को मजा चखा लिया था लेकिन बात ये नहीं है कौन जीता कौन हारा बात यह है कि कल्चर के नाम पे देशभक्ति के नाम पे कितनी लड़ाइयां हुई कभी यहां पे पाठ पढ़ाया गया कल्चर का कभी यहां पे वर्नाकुलर लैंग्वेज वर्नाकुलर लैंग्वेज का मतलब होता है लोकल लैंग्वेज तो पोलैंड की वर्नाकुलर लैंग्वेज क्या है रशियन थोड़ी है वो है पोलिश भाषा तो पोलिश भाषा को जिंदा रखने के लिए क्या-क्या को नहीं किया गया अच्छा एक सेंटेंस एनसीआरटी में इस टॉपिक में दिया हुआ है कि वर्नाकुलर भाषा जब हम बोलते हैं ना तो उससे दो चीजें होती हैं देखो अगर मैं मैं दो तरीके से लोगों के के पास अपनी बात पहुंचा सकती हूं मान लो मैं इंग्लिश बोलती हूं कोई हिंदी बोलता है तो दो तरीके हैं या तो मैं हिंदी सीख के उनकी बात भाषा सीख के अपना पाठ उन्हें पढ़ा दूं या फिर मैं उन्हें इंग्लिश सिखा के फिर उन्हें अपनी बात व्यक्त करूं अब अब वो इंग्लिश क्यों सीखना चाहेंगे प्रॉब्लम तो मेरी है ना मुझे अपनी बात किसी को बतानी है तो वर्नाकुलर लैंग्वेज के दो बहुत इंपॉर्टेंट एडवांटेजेस होते हैं एक जब आप किसी की लोकल भाषा सीख के उनसे बात करते हो ना तो वो आपकी बात सुनने के लिए ज्यादा ईगर होते हैं और दूसरा लोकल भाषा में कल्चर छुपा हुआ होता है तो यहां पर पॉलिश भाषा को जब आगे रखा गया तो पॉलिश के पॉलिश कल्चर भी वहां पर रशिया के सामने डट के खड़ा रहा तो मैं बोल सकती हूं यहां पे लैंग्वेज बिकम लैंग्वेज बिकम अ वेपन ऑफ रेजिस्टेंस कि तुम हम पर जितना मर्जी अत्याचार कर लो हम तुम्हारा अत्याचार नहीं सुनेंगे अपनी भाषा को हम जिंदा रखेंगे ही रखेंगे एक सेकंड हां अब यह टॉपिक इससे पहले मैं स्टार्ट करू एक बार बुलेट पॉइंट बना लेती हूं [संगीत] [संगीत] [संगीत] हां जी अब यूरोप में एक बात आपको समझनी पड़ेगी कि उस जमाने में जो भी मर्जी चल रहा हो वो मिडल लोगों के बीच में चल रहा था क्योंकि मिडिल क्लास लोगों के पास इतना पैसा था कि वो बाकी चीजों के बारे में सोच सकते हैं कि संविधान हो वोटिंग का हक हो वो तब तुम करते हो जब तुम्हारा पेट भरा हुआ होता है लेकिन बाकी जो यूरोप की जनता थी वो हार्डशिप से गुजर रही थी 1830 का जो पूरा दशक था 20 साल एक्चुअली नॉट इवन वन दशक दो डिकेड्स तक इतनी गंदी हालत थी यूरोप के गरीब लोगों की कि उनके पास ना खाने के लिए कुछ था ना पहनने के लिए कुछ था पहली बात तो पूरे यूरोप में ओवर पॉपुलेशन हो रखी थी इतने ज्यादा लोग थे यूरोप में जितना यूरोप में जगह ही नहीं थी तो फिर क्या करेंगे लोग छोटे-छोटे मकानों में रह रहे थे झुग्गी झोपड़ियां स्लम्स में रह रहे थे दूसरा माइग्रेशन हो रहा था जॉब्स थी नहीं मार्केट में लोग ज्यादा थे अनइंप्लॉयमेंट भी ज्यादा था अनइंप्लॉयमेंट ज्यादा था लोग अपनी खेतीबाड़ी बेच के शहर आने की कोशिश करते थे कि शहरों में जॉब मिलेगी शहरों में कोई जॉब नहीं मिलती थी लोगों को धक्के खाना पड़ता था सड़कों पे सोना पड़ता था है ना फ्यूड इज्म फ्यूड इज्म वैसे तो यूरोप से खत्म हो गया था वही तो जमीदारी सिस्टम मैं बता रही थी स्टार्टिंग में लेकिन अभी भी कहीं-कहीं किसी किसी पार्ट ऑफ यूरोप में फ्यूड इज्म अभी भी था जहां पे फ्यूड इज्म था वहां पे छोटे फार्मर्स को और नखरे झेलने पड़ते थे बड़े फार्मर्स के ज जमीदारों के है ना कंपटीशन फ्रॉम इंडस्ट्रीज मोस्टली यूरोप में जो है इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन आ गया था इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन की वजह से लोगों की जॉब और चली गई थी अभी तक जो काम है वो हाथ से होता था अब काम इंडस्ट्रीज में होता था तो इंडस्ट्रीज की वजह से लोगों के बिजनेसेस भी शट डाउन हो रहे थे स्पेशली कॉटन इंडस्ट्री में क्योंकि कॉटन में सबसे पहले इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन आया था लो वेजेस लोग को अगर काम मिल भी जाता था तो उन्हें तनख्वा बहुत कम मिलती थी तो नख कम मिलती थी वो छोटे-छोटे घरों में रहते थे बड़ी-बड़ी फैमिलीज छोटे-छोटे घर यानी कि सैनिटेशन नहीं होता था साफ सफाई नहीं होती थी साफ सफाई नहीं होती थी तो झुग्गी झोपड़ी जैसा माहौल होता था और बीमारी भी बहुत फैलती थी खाने के प्राइसेस बहुत ज्यादा बढ़ गए थे मार्केट में खाने के प्राइसेस बढ़ गए थे लोगों के पास इनकम इतनी थी नहीं तो लोग बेचारे भूखे मर रहे थे बच्चे बेचारे भूखे मर रहे थे और स्टेट आ गई थी पॉपजाव क्योंकि कई रेवोल्यूशन मिडल क्लास लोगों ने किए कई रेवोल्यूशन गरीब लोगों ने किए अभी हम आगे जो दो रेवोल्यूशन पढ़ने वाले हैं वो गरीब लोगों के रेवोल्यूशन है ठीक है सो इस बात को याद रखना तो पहला रेवोल्यूशन है पेरिस रिवोल्ट क्या है पेरिस रिवोल्ट पेरिस रिवोल्ट क्या हुआ 1848 फेड सोरियो ने पेंटिंग बनाई थी ना वही वाला साल आ गया 1848 किसने किया चलो यही तीन चीजें तुम्हें याद करनी है पेरिस रिवोल्ट किसने किया पुअर लोगों ने पुअर पीपल पुअर पीपल ऑफ पेरिस क्या किया उन्होंने उन्होंने एक मॉब बना के राजा के घर की तरफ बढ़ रहे थे राजा बेचारा डर गया कि भैया लुई द 16 को मार दिया था मेरी एंटोनेट को मार दिया था इससे पहले हमें मार दे यहां से दुम दबा के भाग दो तो लुई फिलिप एबडीकेट हो गया था लुई फिलिप अपने सेनापति वगैरह के साथ भाग गया था किस लिए किया था ये रिवोल्ट ये रिवोल्ट किया था अनइंप्लॉयमेंट बढ़ती हुई अनइंप्लॉयमेंट प्लस हंगर की वजह से लोगों के पास पैसे नहीं थे और जॉब नहीं थी इसके लिए किया गया था रिवोल्ट किसने किया गरीब लोगों ने आउटकम क्या निकला किंग एबडिकेटेड राजा जो है एबडीकेट हो गया एडिकेट करने का मतलब भाग गया जब राजा भाग गया तो राजपाट भी तो खत्म हो गया तो राजा भाग गया नेशनल असेंबली ने बोला नेशनल असेंबली डिक्लेयर्ड फ्रांस एज रिपब्लिक उन्होंने बोला आज से फ्रांस जो है रिपब्लिक है अपना जो है सरकार वो खुद चुनेगा कोई राजा हमारे यहां नहीं है ना आज के बाद आएगा अब फ्रांस जो है रिपब्लिक है नेशनल असेंबली ने क्या किया वर्कशॉप्स लगाई एंप्लॉयमेंट पे काम किया एंप्लॉयमेंट को जनरेट किया गया और साथ में हंगर पे काम किया किसने किया नेशनल असेंबली ने नेशनल असेंबली किसने बनाई थी याद करो क्लास नाइंथ में पढ़ा है फ्रांस के रेवोल्यूशन ने तो लास्ट में काम तो रेवोल्यूशन ही आए राजा साहब तो भग गए राइट सो दिस वाज पेरिस रिवोल्ट 1848 इसका सिमिलर एक रिवोल्ट हुआ था बच्चा 3 साल पहले सिलेसिया में हुआ था छोटी सी जगह हैट वा 1845 तो सिलेसियन रिवोल्ट भी एक बार पढ़ लो जितना मैं पढ़ा रही ह रिल्ट में उतना ही पढ़ना है और कुछ नहीं पना होना चाहिए तुम और कुछ भी नहीं पढ़ना लेट [संगीत] [संगीत] तो सिलेसिया में क्या हुआ 1845 में सारे लोग जो है कॉटन का काम करते थे हाथ से काम करते थे एक बड़ा सा कॉटन कांट्रैक्टर आया उसने बोला कि मैं तुम्हें एडवांस तो नहीं दे रहा हूं लेकिन मैं तुम्हें प्रॉमिस कर रहा हूं कि तुम बहुत सारा माल बना लो और ये सारा माल मैं तुमसे खरीद लूंगा और बहुत अच्छे दाम पे खरीदूंगा दाम भी बता के गया था कि भैया ये महंगे दाम पे मैं तुम्हारा सारा सामान खरीद लूंगा बाद में आया तो उसने पहले बोला कि पहली बात तो मुझे इतने सामान की जरूरत नहीं है पहले वो मुकर गया कि मैं इतना सामान तुमसे लूंगा ही नहीं फिर वो बोलता है मैं इस दाम पे नहीं खरीदूंगा मैं लो दाम पे खरीदूंगा तो जितने बेचारे कॉटन वर्कर्स हैं जो इतने सालों से काम कर रहे थे उसके लिए उसके लिए माल बना रहे थे कि भैया हमारा माल खरीदा जाएगा कॉटन का कपड़ा खरीदा जाएगा वो गुस्सा हो गए उसने बोला कि नहीं भई आपको पैसे तो उतने ही देने पड़ेंगे जितने आपने प्रॉमिस किए थे कॉटन कांट्रैक्ट मुकड़े क्टर के घर पे चले गए मॉब बना के यानी कि गुटबाजी करके उन्होंने उनका घर तोड़ दिया उसका फर्नीचर तोड़ दिया उसकी दुकानें तोड़ दी सब कुछ तोड़ दिया उस कॉटन कांट्रैक्टर का कॉटन कांट्रैक्टर बेचारा भग गया वो भग के गया दूसरे गांव पास वाले गांव में गया कि भैया हमें बचा लो हमारे पीछे जो है ये लोग पड़े हुए हैं बाकी लोगों ने बोला पास के गांव वाले लोगों ने बोला हम तुम्हें नहीं बचाएंगे हमने सुन लिया है तुमने क्या किया है लोगों के साथ तुम चलो हमारे गाव वहां से निकलो फिर फाइनली कॉटन कांट्रैक्टर जो है आर्मी के पास गया सिलेसियन आर्मी के पास गया उसने बोला कि मुझे बचा लो मेरे पीछे मॉब पड़ा हुआ है सिलेसियन आर्मी ने लोगों से लड़ाई की कॉटन वेजेस वर्कर्स से लड़ाई की उस लड़ाई में उस झड़प में 11 लोग मारे गए कॉटन वर्कर मारे गए ये जो सिलेसियन रिवोल्ट था ये सक्सेसफुल नहीं था पैरिस रिवोल्ट वाज वेरी सक्सेसफुल सिलेसियन रिवोल्ट वाज नॉट सक्सेसफुल लेकिन बात ये नहीं है कि ये सक्सेसफुल था कि नहीं था बात ये है कि उस जमाने में 1830 में ऐसी हालत चल रही थी कि लोग जो हैं रिवोल्ट करने पे आ चुके थे ठीक है सो दज टू रिवोल्ट दैट वी स्टडीड राइट नाउ वर द रिवोल्ट डन बाय पुअर पीपल अब बहती गंगा में हाथ धोने आ गए थे लिबरल लोग है ना मैं बता रही हूं ना सोसाइटी में तीन तरीके लोग थे अमीर गरीब और मिडिल क्लास तो गरीब लोगों के रिवोल्ट तो हमने पढ़ लिए अब हम पढ़ रहे हैं मिडिल क्लास लोगों के रोग रिवोल्ट जिसे बोला जाता है रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल्स रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल पहली बात अ [संगीत] अब साल बदल रहा है तो डिमांड भी तो बदलेगी तो अब लिबरल लोग 1848 में क्या मांग रहे थे आपको समझना पड़ेगा दे वर आस्किंग फॉर फ्रीडम ऑफ प्रेस कि पहली बात तो हमें जो छापना है पेपर में हमें छापने दो दूसरा वो मांग रहे थे कॉन्स्टिट्यूशन कॉन्स्टिट्यूशन की मांग तो सबने ही की है कभी खतम ही नहीं हुई तीसरा वो मांग रहे थे पार्लियामेंट पार्लियामेंट हमें पार्लियामेंट दो एक इंसान सारे डिसीजन नहीं लेगा चौथा वो मांग रहे थे गवर्नमेंट बाय कंसेंट कि भैया हमारी सरकार चलेगी हम जो बोलेंगे वो जीतेगा हम जो बोलेंगे वो हारेगा और वो मांग रहे थे आपका अ वोटिंग राइट्स वोटिंग राइट्स फॉर मेन वो बोल रहे थे कि वोटिंग का हक दो राइट इतनी सारी ये चीजें मांग रहे थे कौन लोग मांग रहे थे लिबरल लोग मांग रहे थे लिबरल लोग कौन थे अमीर लोग थे यानी कि मिडिल क्लास जनता थी इसके बा खूब सारा पैसा था तो अब रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल देखो हुआ तो बहुत जगह 1848 में ही यूरोप के कई सारे पार्ट में लिबरल लोगों ने प्रोटेस्ट किया लेकिन हमारे सिलेबस में जो है वो जर्मनी का केस है जैसे देखा देखो फ्रांस मैंने बताया ना फ्रांस एक्चुअली में वो ख था था तो पूरे यूरोप को कोल्ड लग जाता था कहने का मतलब है कि फ्रांस में हुआ फ्रांस में पेरिस रिवोल्ट हुआ 1848 में गरीब लोगों ने क्या किया कि रिवोल्ट करके राजा को भगा दिया है ना ये सब हुआ अभी पढ़ा हमने उसी का देखा देखी अब जर्मनी को लग रहा था कि यार जैसे फ्रांस के पास नेशनल असेंबली है वैसे जर्मनी के पास भी नेशनल असेंबली होनी चाहिए है ना तो जर्मनी में लोगों ने फ्रैंकफर्ट पार्लिमेंट लगाया कैसे लगाया रुको इसका स्क्रीनशॉट ले लो दो सेकंड दो और [संगीत] ठीक है तो क्या हुआ कि 831 कुछ लोग थे जिन्हें चुल मच रही थी कि हम बनाएंगे पार्लियामेंट हम बनाएंगे हम बनाएंगे जैसे फ्रांस के केस में भी तो यह हुआ था कि कुछ लोग रेवोल्यूशन बन गए थे उन्होंने ठान लिया था कि भैया कांस्टीट्यूशन वगैरह हम बनाएंगे वैसे जर्मनी में कुछ 831 सिर्फ और सिर्फ लड़के मतलब सिर्फ और सिर्फ आदमी क्योंकि औरतों को तो वोटिंग का हक नहीं मिल रहा था 831 इलेक्टेड रिप्रेजेंटेटिव रेवोल्यूशन बहुत सारे थे लिबरल क्लास के रेवोल्यूशन बहुत सारे थे उन सारे लोगों में से कुछ 8311 लोगों को इलेक्ट किया गया उसके लिए वोटिंग हुई वोटिंग भी किसने की सारे आदमियों ने की औरतों को तो ये मान ही नहीं रहे थे अपनी पार्टी में घुसा भी नहीं रहे थे राइट उन्होंने बोला कि अब हम टेंपरेरी पार्लियामेंट बनाएंगे और वो टेंपरेरी पार्लियामेंट बनाने के लिए कहीं तो आपको बैठना था 831 लोग कहां बैठेंगे सो वो 831 लोग फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट बनाया उन्होंने फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट यानी फ्रैंकफर्ट नाम का शहर है आज जर्मनी में पड़ता है तब तो जर्मनी एजिस्ट नहीं करता था तो इस शहर मान लो फ्रांक फुर्क में एक बहुत बड़ा सा चर्च है सेंट पॉल चर्च वहां पे ये सारे लोग बैठे वहां पे भी तुम देखोगे कि औरतों को विजिटर गैलरी में बिठा रखा है नीचे यहां पे मीटिंग चल रही है डिस्कशन चल रहा है औरतों को बोला है तुम बैठ के देखो तुम्हें बोलने का हक नहीं है और यहां पे रेवोल्यूशन जैसे भारत माता का जब कांसेप्ट आया था तो लोगों ने भारत माता के पोस्टर वगैरह बनाने शुरू किए थे सिमिलरली यहां पे रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल यानी कि जर्मनी के लोग जो यहां पे रेवोल्यूशन करना चाह रहे हैं वो यहां पे अपनी एक भारत माता एक तरीके से जर्मनिया बना के बैठे हुए हैं पहली बार जर्मनिया का जो कांसेप्ट है वो आया था फ्रैंकफोर्ट पार्लियामेंट की मीटिंग में ही 18th में मे 1848 को यह बात अभी नहीं समझ रही होगी अभी 10 मिनट बाद जब मैं एलिगोरिक पढ़ाऊंगा अच्छे से समझ आएगी तो ये किया गया संविधान बनाया गया है ना कॉन्स्टिट्यूशन बनाया गया इन लोगों ने झटपट कॉन्स्टिट्यूशन बना लिया और फिर इन्होंने कॉन्स्टिट्यूशन को जाके प्रशिया के राजा को अ दिखाया अच्छा वई प्रशिया बच्चा समझो जर्मन स्पीकिंग एरियाज हुआ करते थे जर्मनी एजिस्ट नहीं करता था प्रशिया जो उस जमाने में एक देश था प्रशिया बहुत पावरफुल था प्रशिया का राजा बहुत पावरफुल था और प्रशिया में मोस्टली लोग जर्मन भाषा ही बोला करते थे तो इन्हें लगा अगर प्रशिया का राजा मान गया तो बाकी जर्मन स्पीकिंग एरियाज को मनाना बहुत इजी हो जाएगा तो ये लोग गए प्रशिया के राजा के पास प्रशिया का राजा था विल्हेम फोर किंग ऑफ रशिया विल्हेम फोर ने बोला मैं पागल दिख रहा हूं तुमको तुम कह रहे हो कि मैं अपने देश में जबरदस्ती तुम्हारा कॉन्स्टिट्यूशन लागू करके अपनी पावर कम करा दूं मैं तु मैं पागल दिख रहा हूं तो विलम फोर ने अपनी आर्मी के साथ अरिस्टो क्रेसी के सपोर्ट के साथ बड़े-बड़े लैंड ओनर्स के साथ ये पूरा रेवोल्यूशन बंद करा दिया उसने बोला मैं कुछ नहीं कर रहा हट जाओ यहां से और वैसे भी इन अमीर लोगों को गरीब लोगों का सपोर्ट तो था नहीं ये तो सारे मिडिल क्लास जनता थी इन्हें पुअर लोगों का सपोर्ट होता तो शायद फिर भी रेवोल्यूशन सक्सेसफुल हो जाता इन लोगों ने गरीब लोगों की तो सुनी नहीं थी इन लोगों की जो भी डिमांड थी वो सारी अमीरों वाली डिमांड थी तो इनको गरीब लोगों का सपोर्ट नहीं था औरतों का सपोर्ट नहीं था तो बात यह हुई कि ये कुल मिला के ये जो रेवोल्यूशन है ये ठस हो गया खुस एकदम ठस हो गया ठीक है अब लेकिन राजा को एक बात समझ आई एक बात जो समझ आई प्रशिया के राजा को वो यह था कि जब तक इन लोगों का आज तो हमने रेवोल्यूशन बंद करा दिया लेकिन कब तक ये रेवोल्यूशन बंद कराते रहेंगे कभी ना कभी तो ये लोग रेवोल्यूशन जीत ही जाएंगे तो अब जो कंजरवेटिव लोग थे जैसे प्रशिया का भी जो राजा था वो थोड़ी अकल दारी दिखा रहा था वो ऐसा कह रहा था कि भैया अब अब एक काम करते हैं जो जिस तरीके से पुरानी दुनिया चल रही थी वैसे तो दुनिया नहीं चल पाएगी अब हमें मॉडर्निटी करनी पड़ेगी अब चमका तुमको चैप्टर की स्टार्टिंग में मैंने बोला था कि इस चैप्टर में नेशनलिज्म खिचड़ी मचाएगा नेशनलिज्म मोनार्की से पहले मॉडर्न स्टेट बनाएगा और मॉडर्न स्टेट से पहले बनाएगा फिर नेशन स्टेट राइट सो मोनार्की थी मोनार्की रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल्स के बाद धीरे-धीरे मॉडर्नाइज होने शुरू हो गई और वो मॉडर्निटी को बोला जाता है मॉडर्न स्टेट जैसे कि कई देशों ने अपने यहां फ्यूड इज्म को खत्म कर दिया बॉन्डेड लेबर को खत्म कर दिया हैप्सबर्ग एंपायर में खत्म हो गया रशिया में खत्म हो गया हैप्सबर्ग एंपायर ने बोला कि हंगरी के लोगों को आज से हम इंडिपेंडेंट नेशन की तरह मानते हैं उन्होंने खुद से खुद से अपने देश के एक पर्टिकुलर सेक्शन ऑफ द सोसाइटी को बोला कि आज से तुम इंडिपेंडेंट हो तुम कम से हमने बोल रहे हो आजादी दे दो आजादी दे दो चलो दे दी तुम्हें आजादी क्या ये देने की जरूरत थी नहीं जी कोई जरूरत नहीं थी लेकिन ये काम क्यों हो रहे थे क्योंकि कंजरवेटिव लोगों को समझ आ गया था कि थोड़ा मॉडर्न तो बनना पड़ेगा थोड़ा मॉडर्न भी नहीं बने तो ये क्रांतिकारी किसी ना किसी दिन तो जीत जाएंगे ठीक है सो अब हम पढ़ने वाले हैं यूनिफिकेशन तीन यूनिफिकेशन है हमारे सिलेबस में पहली यूनिफिकेशन है बच्चा जर्मनी की लेकिन उससे पहले मैं एक क्वेश्चन दे रही हूं ट्राई एंड आंसर इट द क्वेश्चन इ [संगीत] [संगीत] कौन सी कंट्री है जो ग्रीस पर राज कर रही थी जिससे ग्रीस ने आजादी ली थी एंपायर का नाम अलग था मैंने बताया था दिस इज प्रेजेंट डे व्ट ब्रिटेन टर्की फ्रांस या डेनमार्क चलो जी आंसर मिल गया होगा नहीं मिला तो द आंसर इज टर्की टर्की में तब ऑटोमन एंपायर था एनीवे तो अब यूनिफिकेशन का प्रोसेस स्टार्ट होने वाला था यूनिफिकेशन मतलब कि जर्मन स्पीकिंग एरियाज बहुत सारे थे अब उन सारे लोगों को एक साथ गुट बनाना था मतलब कि प्रशिया के राजा को समझ आया अगर यहां जर्मन भाषा बोलने वाले लोग हैं यहां बोलने वाले लोग हैं यहां वाले लोग हैं इसको जीत लो इसको जीत लो इसको जीत लो इस जीत लो फिर हम बना लेंगे एक पूरा देश तो यूनिफिकेशन का मतलब ये है लेकिन यूनिफिकेशन कर कौन रहा था यूनिफिकेशन कर रहे थे कंजरवेटिव लोग तो देशभक्ति तो एक भावना है भावना तो अच्छाई के लिए यूज हो सकती है बुराई के लिए यूज हो सकती है तो अभी तक देशभक्ति की भावना पे रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल्स हो रहा था पेरिस रिवोल्ट हो रहा था से डीसन रिवोल्ट हो रहा था लेकिन अभी उसी देशभक्ति की भावना को कंजरवेटिव लोगों ने लोगों के दिलो दिमाग पर ऐसा कब्जा कर लिया अपने ही लोगों को बोला कि देखो तुम तो देशभक्त हो देश तो हम ही से है राजा से है रानी से है तो हम तुम्हें अब यूनिफाई करके देते हैं जर्मनी तुम्हें जर्मनी चाहिए था ना अब हम तुम्हें जर्मनी बना के देते हैं तो प्रशिया के राजा ने ठानी कि प्रशिया का राजा अब जर्मनी यूनिफाई करेगा राजा काम कभी खुद नहीं करता याद रखना राजा काम करवाता है तो राजा ने काम सौंपा अपने सेनापति को सेनापति मतलब कि चीफ मिनिस्टर चीफ मिनिस्टर का नाम था ऑटो वन विस्मार्क बहुत ही निहायत ही स्मार्ट आदमी था ये इसने बोला ठीक है मैं करके देता हूं आपको मुझे थोड़ा सा टाइम दो इसने अपनी आर्मी को चमकाया इसने अरिस्टो क्रेसी से पैसा उधार लिया इसने थोड़े से लार्ज लैंड ओनर जिन्ह जंकर्स बोला जाता है उन्हें भी पटाया इन्होंने बोला सब मेरा साथ दो अब मैं जा रहा हूं लड़ाई प लड़ाई किससे करनी थी उन सारे देशों से लड़ाई करनी थी जिनके कब्जे में जर्मन स्पीकिंग एरियाज आते हैं ठीक है तो लड़ाई की गई बच्चा फड से प्रशिया वर्सेस प्रशिया वर्सेस फड फड का मतलब है फ्रांस यहां पर भी जर्मन भाषा बोलने वाले लोग थे ऑस्ट्रिया एंड डेनमार्क कितने देशों से लड़ाई की गई भाई तीन देशों से यह लड़ाई कितने साल चली सेवन इयर्स तो इसे बोला जाता है सेवन इयर्स वॉर सेवन इयर्स वॉर के बाद कौन जीता ऑटो वन बिसमार्क जीत गया यानी कि प्रशिया जीत गया और जब प्रशिया जीत गया तो प्रशिया ने अ कर लिया जर्मनी को यूनिफाई फिर उसने बोला राजा जी आइए गद्दी पे बैठिए आपका राज्य अभिषेक कहते हैं राज्य अभिषेक की सेरेमनी को बोला जाता है प्रोक्लेमेशन सेरेमनी प्रोक्लेमेशन सेरेमनी अब जीत गया ना फ्रांस पे भी तो कब्जा जमा लिया रशिया ने तो फ्रांस का व सैली शहर में जो सुंदर सा महल था जिसे बोला जाता है हॉल ऑफ मिरर पूरे महल में मिरर ही मिरर लगे हुए हैं वहां के एक सुंदर से कमरे में उसने अपने राजा को गद्दी पे बिठाया और बोलया जी लीजिए आपका जर्मनी यूनिफाई हो गया सो जनवरी 187 में दिस प्रोक्लेमेशन सेरेमनी हैपेंड एंड दिस इज हाउ इट लुक्ड ये पेंटिंग जो है उसी प्रोक्लेमेशन सेरेमनी पे बनाई गई है ऑटो वन बिसमार्क को इसीलिए जर्मनी की यूनिफिकेशन का आर्किटेक्ट बोला जाता है भैया आर्किटेक्ट का क्या काम होता है पूरी ड्राइंग बनाना घर कैसा दिखेगा बिल्डिंग कैसी दिखेगी शहर कैसा दिखेगा तो वोह पूरा प्लान जो है कि कैसे होगा आपका यूरोप यूनिफाई यूरोप नहीं सॉरी जर्मनी यूनिफाई वो पूरा प्लान बनाया बिस्मार्क नेने इसे अ इसीलिए बिसमार्क को बोला जाता है आर्किटेक्ट ऑफ यूनिफिकेशन ऑफ जर्मनी या यूनिफाइड जर्मनी ठीक है अब सिमिलर सा केस है आपका इटली का लेकिन थोड़ा डिफरेंट है इटली का केस डिफरेंट क्यों है बच्चा क्योंकि इटली जो है जर्मनी तो फिर भी तीन देशों से लड़ाई लड़ा बस फ्रांस ऑस्ट्रिया और डेनमार्क अब इटली में प्रॉब्लम ज्यादा थी क्योंकि इटली जो है खंडित था सात हिस्सों में सेवन डिफरेंट डिफरेंट पार्ट्स सार्डी निया पाइंट मोट एक छोटा सा हिस्सा था इटली का सार्डी निया पाइट मोन जहां पे लोग भी इटालियन भाषा बोलते थे और राजा भी इटालियन भाषा बोलता था लेकिन बाकी जो हिस्से थे जैसे जो नॉर्थ था नॉर्थ इटालियन रीजन जो था वो ऑस्ट्रिया के अंदर आता था ऑस्ट्रिया के लोग अपनी भाषा बोलते थे जो सेंटर था वो पोप के अंडर आता था है ना जो सदर्न रीजन था वो स्पेन की बर्बन डायनेस्टी बाय द वे स्पेन स्पन और फ्रांस के लोग जो रिश्तेदार थे इसलिए फ्रांस में भी यही खानदान था स्पेन में भी यही खानदान था ठीक है बता देती हूं मैं तो स्पेन के अंडर आता था तो कहने का मतलब ये है कि इटली जैसा तो कुछ नहीं था इटालियन स्पीकिंग सात एरियाज थे और उन सातों एरियाज पे अलग-अलग तरीके के राजपाट चल रहे थे इकलौता एरिया जहां पे राजा भी वही भाषा बोलता था जो लोग बोलते थे वो एरिया था सार्डी निया पाइंट मोंट तो सार्डी निया पाइड मोंट के राजा ने सोचा कि यार यूनिफाई मैं ही कर देता हूं ना फिर मैं मेरा ही तो बनता है यार मैं ही तो बोल रहा हूं इटालियन मेरा बनता है ठीक है तो सार्डी निया पाइड मट का किंग था बच्चा और था एक चीफ मिनिस्टर किंग का नाम था मेरे बच्चों विक्टर इनुल द सेकंड और चीफ मिनिस्टर का नाम था के तो क्या मैं बोल सकती हूं केवो बना इटली का आर्किटेक्ट जैसे बिसमार्क बना जर्मनी की यूनिफिकेशन का वैसे कवार बना इटली का आ आर्किटेक्ट बट एनीवे विक्टर नुअल भाई साहब ने बोला कि केव और भाई मुझे इटली यूनिफाई करके दो अभी दो मुझे नहीं मालूम मेरे को इटली मांगता है ठीक है तो कवार ने बोला ठीक है भाई कर देते हैं क्या चाहिए आपको अच्छा इससे पहले मजनी भाई साहब ने भी दो बार ट्राई किया था इटली को यूनिफाई करना का वो रेवोल्यूशन री थे वो हार गए थे अब नेशनल की भावना रेवोल्यूशन के हाथ से छीन के कंजरवेटिव लोगों ने अपने ही लोगों को पटा लिया कि भैया हम तुम्हें इटली यूनिफाई करके देंगे अब केवल बड़ा डिप्लोमेटिक आदमी था केवा और को बाकी दुनिया से कोई मतलब नहीं बनता था उसे पता भी नहीं था कि इटली इटली यूनिफाई करके हम करेंगे क्या लेकिन उसने बोला था कि राजा ने बोला है तो करना तो पड़ेगा तो किवार ने सोचा कि यार हमारी जो आर्मी है सार्डी निया पांडमान की जो आर्मी है वो तो बहुत बड़ी है नहीं इस आर्मी के साथ तो हम सात डिफरेंट डिफरेंट एरियाज को कब्जे में नहीं कर सकते छह सार्डी या पाइन मांड को मिला के साथ थे तो टोटल छह एरियाज पे कब्जा करना था तो उसने बोला कि मुझे कोई लोकल लीडर चाहिए लोकल लीडर बना उसका गिज गारी बोल्डी गारी बोल्डी नाम का एक लोकल लीडर था बच्चा इटली का सार्डी निया पॉइंट में उनका लोकल लीडर था जिसके पास 30000 30000 फार्मर्स की एक आर्मी थी और उस आर्मी का नाम था रेड शर्ट तो केव ने उसे पटा लिया उसने बोला कि चल तू मेरे साथ काम कर तू अपनी आर्मी के साथ मिलके मेरे को इटली यूनिफाई करके दे जब जीत जाएंगे तो तेरे को तोहफा देंगे ठीक है तो काम बन गया इटली हो गया यूनिफाई और इटली की यूनिफिकेशन 18610 पूरी हो गई थी विक्टर इ मैनुअल को यूनिफाइड इटली का राजा 18611 साल बाद हुआ यूनिफिकेशन इटली का पहले ही हो गया था चलो आगे जाएं उससे पहले तुम्हारा क्वेश्चन है कि ला इटालिया का क्या मतलब होता है तुम्हारी एनसीआरटी में दिया है ये मुझे कमेंट्स में तुम्हें बताना है लाय तालिया ठीक है मैं जा रही हूं आगे और मैं डिस्कस करने वाली हूं स्ट्रेंज केस ऑफ ब्रिटेन अब ये पेपर में क्वेश्चन आ जाता है कि ब्रिटेन की यूनिफिकेशन को हम इतना स्ट्रेंज क्यों बोलते हैं हम जर्मनी की यूनिफिकेशन को नहीं बोल रहे हम इटली की यूनिफिकेशन को नहीं बोल रहे व्हाई ओनली ब्रिटेन यूनिफिकेशन वी कॉल स्ट्रेन तो इसके दो-तीन रीजन है पहली बात तो ब्रिटेन का जो यूनिफिकेशन है वो इंग्लैंड का पार्लियामेंट करा रहा है वहां यूनिफिकेशन कौन करा रहा है राजा चीफ मिनिस्ट यहां पे करा र है पार्लियामेंट दूसरा इटली का या जर्मनी का यूनिफिकेशन जो है वो कुछ सालों में कंप्लीट हो हो गया 7 सालों में 10 सालों में 15 सालों में कंप्लीट हो गया ब्रिटेन का यूनिफिकेशन सदियों तक चला है सेंचुरी तक चला है तो ओबवियसली इट इज वेरी वेरी स्ट्रेंज तो ये दो कारण है और ब्रिटेन का थोड़ा मामला अलग था बच्चा आपको पता ना हो तो मैं बता दूं ब्रिटेन है इत्तू सा आइलैंड इत सा इत्तू सा आइलैंड पूरी दुनिया में नाक में दम कर रखा था और आइलैंड भी नहीं है आर्क पिलेज है आर्किपेलागो का मतलब छोटे-छोटे चार आइलैंड हैं ठीक है एक आइलैंड है जिसपे लोग इंग्लिश भाषा बोलते थे एक आइलैंड है जिसपे लोग वेल्श भाषा बोलते थे एक है जिसपे स्कॉटिश बोलते बोते थे और दूस और एक है जिसमें आयरिश भाषा बोलते थे तो चार छोटे-छोटे आइलैंड हैं जिन्हें आज हम टुगेदर बोलते हैं यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन ठीक है छोटे-छोटे आइलैंड है तो 18वीं शताब्दी से पहले ये चारों लोग अलग-अलग कल्चर अलग-अलग पहनावा अलग-अलग भाषा अलग-अलग सब कुछ था इनका अब धीरे-धीरे क्या हुआ दुनिया में इंग्लिश पार्लिमेंट बड़ा ज्यादा पावरफुल हो गया आपको पता है इंग्लिश पार्लियामेंट ने अमेरिका पे भी कब्जा किया था इंडिया पे भी किया था श्रीलंका पे भी किया था बहुत सारे देशों पे कब्जा किया हुआ था बहुत सारा पैसा कमाया था रानी के राज में तो इंग्लिश पार्लियामेंट धीरे-धीरे क्या हो गया बहुत ज्यादा पावरफुल हो गया इतना पावरफुल हो गया इंग्लिश पार्लियामेंट जो रानी ने ही बनाया था रानी ने मतलब राजा लोगों ने इंग्लिश पार्लियामेंट बनाया था भाई इंग्लैंड में बाद में वो इतना पावरफुल हो गया उसने मोनार्की से भी अपने आप को अलग कर लिया ऐसा नहीं बोला कि आज से हम राजा रानी को मानेंगे नहीं लेकिन उन्होंने बोला कि काम अब जो है ना हम तुमसे सेपरेट होके करेंगे तुम हम पे चिल्लाओ उलाओ मत तो उन्होंने मोनार्की से भी खुद को अलग कर लिया था 1688 में और उन्होंने अब ठानी ब्रिटेन को यूनिफाई करने का और ब्रिटेन था बच्चा चालू देश ब्रिटेन वज वेरी वेरी वेरी वेरी चालू ठीक है ब्रिटेन साम दम दंड भेद सब लगाता था जैसे हमारे भारत में इन्होंने क्या किया फूट डालो राज करो हिंदू मुसलमान हिंदू मुसलमान कर कर के हिंदुस्तान पाकिस्तान का बटवारा बना दिया आज भी हमारे देश में हिंदू मुसलमान होना बंद नहीं हुआ है शायद बंद हो जाता तो इंडिया की तरक्की थोड़ी सी एक्स्ट्रा होती है ना हम अपने झगड़ों में कम दिमाग लगाते हम अपनी उन्नति में ज्यादा दिमाग लगाते तो ये जो ब्रिटेन था ये हमेशा से चालू रहा है सबसे पहले इसने क्या किया कि ने स्कॉटलैंड को अपने कब्जे में करने का सोचा इंग्लिश पार्लियामेंट ने तो 1707 में उसने एक्ट ऑफ यूनियन बनाया स्कॉटलैंड एंड इंग्लैंड के बीच में तब तो इंग्लैंड था तब तो ब्रिटेन नहीं बोल सकते सिर्फ इंग्लैंड बोलेंगे है ना स्कॉटलैंड और इंग्लैंड के बीच में और उसने इंग्लैंड ने बोला कि एक काम करते तू मेरे साथ आजा हम यूनाइटेड किंगडम बनाएंगे और उसमें जो पार्लिमेंट होगा उसमें आधे तेरे लोग होंगे आधे मेरे लोग होंगे स्कॉटलैंड मान गया स्कॉटलैंड ने सोचा इंग्लैंड इतना पावरफुल हो गया है इंग्लैंड के साथ हाथ मिलाना सही है लेकिन बाद में क्या हुआ स्कॉटलैंड का कट गया स्कॉटलैंड का कैसे कट गया कि स्कॉटलैंड के लोगों को गेलक भाषा नहीं बोलने को दिया जाता था स्कॉटलैंड के लोगों को सप्रे किया जाता था कि भैया तुम अपने कपड़े नहीं पहन सकते तुम अपनी लैंग्वेज नहीं बोल सकते हैं वो सब कुछ स्कॉटलैंड के लोगों के साथ किया गया तो स्कॉटलैंड को कब्जे में कर लिया और बाद में स्कॉटलैंड इंग्लिश जो पार्लियामेंट बना यूनाइटेड किंगडम का उसमें स्कॉटिश मिनिस्टर्स भी बहुत ज्यादा नहीं आए इंग्लिश लोगों का ही बोलबाला चला इंग्लिश लैंग्वेज का ही चला इनके नेशनल कॉस्ट्यूम स्कॉटलैंड के नेशनल कॉस्ट्यूम भाषा सब लोगों को दबा दिया गया अब आती है बारी आयरलैंड की अच्छा वेल्श लोगों को ये ऑलरेडी कर चुके थे वेल्श लोगों को ये ऑलरेडी कर चुके थे अपने कब्जे में वो कहानी तुम्हारे सिलेबस में नहीं है आयरलैंड की तो अब आयरलैंड में क्या था ना बच्चा आईलैंड में इन्होंने किया फूड डालो राज करो जैसे हिंदू मुसलमान हमारे देश में किया वैसे इन्होंने क्या किया वहां पे किया कैथोलिक्स वर्सेस प्रोटेस्टेंट आईलैंड में मेजॉरिटी मेजॉरिटी मतलब ज्यादा संख्या में जो लोग थे वो थे कैथोलिक्स क्रिश्चियनिटी में अलग-अलग स्ट्रीम्स होती हैं एक पर्टिकुलर तरीके के क्रिश्चन होते हैं जिन्हें कैथोलिक्स बोला जाता है और माइनॉरिटी में कौन था बच्चा माइनॉरिटी मतलब कम संख्या में कौन थे कम संख्या में थे प्रोटेस्टेंट्स प्रोटेस्टेंट क्रिश्चियंस ही थे लेकिन वो प्रोटेस्टेंट तरीके के क्रिश्चन थे तो यूके ने बोला कि इन लोगों की आपस में नहीं बनती यूनाइटेड किंगडम इंग्लैंड ने बोला कि भैया तुम्हें कैथोलिक लोगों से जीतना है ना तो तुम अकेले तो जीत नहीं पाओगे एक काम करता हूं मैं तुम्हारी हेल्प कर देता हूं प्रोटेस्टेंट्स की हेल्प कर देता हूं बदले में मैं तुम्हें कैथोलिक हराने दूंगा लेकिन जब एक बार कैथोलिक हार जाएंगे तो तुम्हें आयरलैंड को लेके यूनाइटेड किंगडम का हिस्सा बनना होगा तो ये फूट डालो राज राजको की नीति अपनाई गई ओबवियसली बहुत सारे कैथोलिक लोगों ने आवाज उठाई इसमें बहुत सारे क्रांतिकारी थे जैसे एक आदमी था वल्फ टन नाम के बहुत सारे क्रांतिकारियों ने अपनी जान गवाई लेकिन कुछ हुआ नहीं जीत गए इंग्लैंड बहुत चालू था चंट था बहुत पावरफुल था तो माइनॉरिटी यहां पे जीत गई इंग्लैंड के साथ के साथ और इंग्लैंड ने क्या किया फिर आयरलैंड को कब्जे में करके यूनाइटेड किंगडम को बना दिया ग्रेट यूनाइटेड किंगडम यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एक नया ब्रिटिश नेशन अब कहने को इसमें आयरिश लोग भी हैं वेल्श लोग भी हैं स्कॉटिश लोग भी हैं लेकिन बोलबाला किसका चल रहा है इंग्लिश कल्चर का चल रहा है भाषा कौन सी बोली जा रही है इंग्लिश बोली जा रही है नेशनल एंथम कौन सा है जो पहले इंग्लैंड का हुआ करता था गॉड सेवा नोबल किंग फ्लैग कौन सा चल रहा है पूरे ब्रिटेन का यूनियन जैक जो पहले इंग्लैंड का हुआ करता था तो कल्चर पूरा इंग्लैंड का चल रहा है बाकी देशों पे आपने क्या किया है सिर्फ कब्जा किया है सो ओल्डर नेशन सरवाइव कर गए किसी तरीके के लेकिन फिर भी इंग्लैंड का बोलबाला मार्केट में बहुत ज्यादा था अब इससे पहले कि हम आगे जाए आई एम गिविंग यू अ टू मार्क्स क्वेश्चन ट्राई एंड डू इट योरसेल्फ द क्वेश्चन [संगीत] इज डिस्क्राइब रिवोल्ट ऑफ सिलेसिया 1845 सोचो सोचो सोचो चलो अब नेक्स्ट टॉपिक इ बच्चा एलेगरे जल्दी-जल्दी खत्म करते हैं चैप्टर को एलेगरे क्या होता है देखो कोई इंसान जो ऑलरेडी जिंदा है उसकी पेंटिंग बनाना बहुत इंसान है राजा की पेंटिंग बनानी है बना लोगे किसी एक्ट्रेस की पेंटिंग बनानी है बना लोगे मेरी पेंटिंग बनानी है बना लोगे अपनी बनानी है बना लोगे है ना आपको कोई जिंदा इंसान जो ऑलरेडी ह्यूमन फिगर की तरह दिखता है या एनिमल या प्लांट की तरह दिखता है उसका रूप उतारना पेपर पे बड़ा आसान है लेकिन आप क्या करोगे जब आपको एक फीलिंग को रूप में व्यक्त करना है मैं बोलूं प्यार प्यार की क्या पेंटिंग बनाओगे मैं बोलूं नफरत नफरत की क्या पेंटिंग बनाओगे राइट तो जो ये एब्स्ट्रेक्ट आइडियाज होते हैं जिन चीजों को आप आंखों से देख नहीं सकते हो छू नहीं सकते हो फिजिकल टच नहीं कर सकते हो इन सारी चीजों को जब आपको पर्सोयो आप ऐसी भावनाओं को तो उसे बोला जाता है एलेगरे ध्यान से सुनना ऐसी कोई भी चीज जिसे आप छू नहीं सकते हो देख नहीं सकते हो जब उसे आप एक इंसान का रूप प्रोवाइड करते हो तो उसे बोलते हैं एलिगो तो एलिगो के दो मतलब होते हैं एक लिटरल होता है एक सिंबॉलिक होता है इसके लिए सबसे अच्छा एग्जांपल याद रखो भारत माता भारत हमारी माता है उसे माता के समान हमने दिखाया है ना वो क्या है वो एक एलिगो है वैसे ही उस जमाने में 1819 सेंचुरी में बहुत सारे देशों ने अपने देशों के देश के लिए जो भक्ति है तुम्हारी देश के लिए जो प्यार है तुम्हारा उसको एक देश के रूप में दर्शाया एक फीमेल फिगर के रूप में दर्शाया उसे बोला जाता है है एलिगो तो फ्रांस की एलिगो का नाम था क्रिश्चन मेरियन और हमारे इंडिया की एलिगो का नाम था भारत माता तो फ्रांस में ये एक बहुत कॉमन सा नाम है क्रिश्चन मेरियन इसीलिए उन्होंने मेरियन नाम रखा बहुत पॉपुलर क्रिश्चन नेम है और ये जो मेरियन है ये लाल रंग की टोपी हाथ में रहती थी इसकी या सर पे रहती थी क्योंकि इसका अर्थ था लिबर्टी लिबर्टी का मतलब है आजादी आपको पता है ना जैकोबिन क्लब के मेंबर लाल टोपी लगाते थे इसके हाथ में एक तिरंगा रहता था बच्चा वो तिरंगा कौन सा था नेशनल असेंबली वाला तिरंगा था ये जो है एक कोकेट पहनती थी कोकेट का मतलब होता है एक ज्वेलरी का पीस होता है जैसे ब्रोच होता है आप कहीं पे भी लगा लो वैसे कोकेट होता है आप बाल में भी लगा सकते हो कपड़ों पे भी लगा सकते हो तो ये फ्रांस के जो इंपॉर्टेंट चीजें होती थी वो कैरेक्टरिस्टिक आपको मेरियन में देखने को मिलते थे और मेरियन देखते ही देखते इतनी फेमस हो गई थी कि चौराहों पे स्टैम्प्ले नोट पे हर जगह पे मेरियन के पोस्टर्स दिखाई देते थे क्यों क्योंकि अगर आपको देशभक्ति की भावना फैला है तो जहां-जहां मेरियन दिखती थी वहां वहां लोगों को लगता था कि नहीं यार हां देश तो हमारा ही है है ना सिमिलरली एक और एलिगो थी जो जर्मनिया थी जर्मनिया थी आपकी जर्मनी की एलिगो तो पहली बार देखी थी 1848 रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल्स में जो फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट में लगाया गया था तब जो है जर्मनिया को इतना स्ट्रांग दिखाया गया था बाद में जो जर्मनिया है वो बड़ी वीक दिखाई गई थी एकदम लेटी हुई है जमीन पे क्यों फॉलन जर्मनिया क्यों दिखाई गई क्योंकि 1848 का जो रेवोल्यूशन है वो नहीं हुआ था सक्सेसफुल प्रशिया के राजा ने लोगों की बात नहीं मानी थी और इसीलिए दिखाया गया था उसे जमीन पे अच्छा एक और इंटरेस्टिंग सा होमवर्क क्वेश्चन दे रही हूं आपको मुझे बताना है कि जब हम रेवोल्यूशन ऑफ द लिबरल पढ़ते हैं तो वहां पे राजा का नाम है विल्हेम और जब हम यूनिफिकेशन ऑफ जर्मनी पढ़ते हैं वहां पर राजा का नाम है विलियम वन तो यह राजा का नाम चेंज कैसे हो रहा है पेज पलटते ही राजा का नाम चेंज कैसे हो गगल करना इंटरेस्टिंग स्टोरी है पता लगेगा तो कमेंट में आके बताना एनीवे तो यहां जर्मनिया की बात हो रही थी तो जर्मनिया को अलग-अलग रूप में दिखाया गया है जब जर्मनिया जीती हुई यहां पे दिखाई गई है क्योंकि 1848 के रेवोल्यूशन में लिबरल लोग बहुत होप फुल थे कि प्रशिया का राजा हमारी बात मान लेगा बात नहीं मानी तो फॉलन जर्मनिया दिखाया गया लेकिन जर्मनिया के हाथ में भी बड़ी सारी चीजें हैं देखो ये रहा फॉलन जर्मनिया है ना 18 48 का रेवोल्यूशन अच्छा नहीं था तो 50 में ये वाली फॉलन जर्मनिया दिखाई है फॉलन जर्मनिया के आगे राजा की छड़ी और राजा का ये भी दिखाया गया है कि भाई राजा के आगे जर्मनिया हार गई नेक्स्ट सो जर्मनिया की बातों के बड़े सारे मतलब हैं जर्मनिया की जो ये चेन है उसका मतलब है कि वो जहां पे भी जाएगी फ्रीडम लेके आएगी टूटी हुई चेन है जर्मनिया के ब्रेस्ट पे एक प्लेट बंधी हुई है जो लड़ाई करते वक्त आप एक यू नो मेटल की प्लेट लगाते हो उसका अर्थ है कि जर्मेनियम है जर्मनिया के सर पे पत्तियों का बना हुआ ओक की पत्तियों का बना हुआ एक ताज है जिसका मतलब है वो बहुत हीरोइक है बहुत ही ज्यादा हीरो वाली उसमें एटीट्यूड है उसके हाथ में एक तलवार है इसका मतलब है कि तुम लड़ाई लड़ो ग तो वो लड़ लेगी लेकिन तलवार के आसपास बंधी हुई है एक ऑलिव ब्रांच जिसका मतलब है कि पहले वो चाहेगी कि तुम शांति पूर्वक बात मान लो तुम शांतिपूर्वक बात नहीं मानोगे तो फिर वो लड़ाई करेगी ठीक है पीछे दिख रहा है ये झंडा झंडे में है तीन रंग काला लाल और गोल्डन इसका मतलब है ये किसका झंडा था लिबरल लोगों का झंडा था जो उन्होंने रेवोल्यूशन ऑफ द 1848 में बनाया था ज जर्मनिया के पीछे से आ रही है ये सारी की सारी सूरज की किरने जिसका मतलब है जर्मनिया जहां जाएगी नया दौर लेके आएगी ठीक है सो इस तरीके से जर्मनिया को दर्शाया गया था दैट वाज द एलेग चलो लास्ट टॉपिक इज बच्चा बाल्कन वाला एरिया तो लाइक आई सेड देशभक्ति एक भावना है देशभक्ति को आप अच्छे के लिए यूज कर सकते हो बुरे के लिए यूज कर सकते हो अभी तक देशभक्ति अच्छे काम के लिए यूज हो रही थी अब जो है देशभक्ति बुरे काम के लिए यूज होने वाली थी कब आपका फर्स्ट हाफ ऑफ द सेंचुरी तो 20वीं शताब्दी आते-आते लोगों ने नेशनलिज्म के नाम पे दंगे करने शुरू कर दिए नेशनलिज्म जहां से शुरू हुआ था जो लिबरल सेंटीमेंट जो डेमोक्रेटिक सेंटीमेंट पे नेशनलिज्म अभी तक शुरू हुआ था वो सब पीछे छूट गया अब नेशनलिज्म बन गया था नैरो क्रीड बिटवीन लिमिटेड एंड्स मतलब लोग देशभक्ति के अच्छी बातें बुरी बातें सारी बातों की बारे में बात नहीं कर रहे थे देशभक्ति से लोग बस अपना काम निकलवाना चाह रहे थे रेवोल्यूशन चाह रहे थे कि देशभक्ति के नाम पे क्रांति हो जाए कंजरवेटिव लोग जाह रहे थे कि या रेवोल्यूशन के ये देशभक्ति के नाम पे मैं जो है अपनी पावर बढ़ा लूं तो सब लोग देशभक्ति को ना एक वेपन की तरह यूज कर रहे थे देशभक्ति का जो अपना एसेंस है वो एक तरीके से खत्म हो गया था अच्छा यहां लिखा नहीं है मैं बता देती हूं बाल्कन देखो यूरोप का एक एरिया है बच्चा जिसे बाल्कन एरिया बोला जाता है जैसे मैं बोलूं साउथ इंडिया तो मेरा मतलब कर्नाटका भी है मेरा मतलब यू नो आंध्र प्रदेश भी है सब कुछ है पांचों स्टेट हैं हमारी साउथ में पांचों को मैं एक साथ बोल रही हूं साउथ इंडिया या मैं बोल दूं नॉर्थ इंडिया या ईस्ट इंडिया वेस्ट इंडिया सिमिलरली यूरोप का एक एरिया है जिसे बोलते हो बाल्कन एरिया उसमें बड़े सारे अलग-अलग अलग-अलग लोग आते हैं अब पहले क्या था बाल्कन एरिया पे ऑटोमन एंपायर का कब्जा था मतलब इस पूरे एरिया पे ऑटोमन एंपायर का कब्जा था ऑटोमन एंपायर ऑटोमन एंपायर में इस्लाम फॉलो होता है बाल्कन में अलग-अलग धर्म फॉलो होते हैं बाल्कन में मेसेडोनिया भी है अल्बेनिया भी है ग्रीस भी है कोसोवो भी है सर्बिया भी है सब जगह अलग-अलग धर्म अलग-अलग कल्चर तो मैं क्या ये बोल सकती हूं कि बाल्कन जो है बाल्कन जो है इट वाज अ रीजन कोई एक पर्टिकुलर देश नहीं था इट वाज अ रीजन ऑफ एथनिक यानी कि कल्चर भी अलग है एंड ज्योग्राफी भी अलग है कहीं पे पहाड़ है कहीं पे फॉरेस्ट है कहीं पे कुछ है कहीं पे कुछ है कहीं पे वोल्केनो है तो बहुत अलग-अलग वेरिएशन है बाल्कन के अंदर एक एरिया दूसरे एरिया से बहुत अलग दिखता है और वहां के लोग भी एक दूसरे से बहुत अलग दिखते हैं सो बाल्कन वाज अ एरिया व्हिच वाज अ रीजन ऑफ ग्रेट एथनिक एंड ज्योग्राफिकल वेरिएशन या डाइवर्सिटी और इस पर कब्जा जमाए बैठे हैं ऑटोमन एंपायर और ऑटोमन एंपायर चाह रहा है कि यहां पर लोग ऑटोमन एंपायर की तरह बिहेव करे तो वो तो नहीं कर पाएंगे उनका रहना खाना सब कुछ अलग अलग है राइट सो बाल्कन में होनी शुरू हुई प्रॉब्लम अब हुआ क्या जब बाल्कन एरिया में मान लो यह बाल्कन [संगीत] है बाल्कन के अंदर बहुत सारे स्लैब्स है स्लैब्स का मतलब बहुत सारे अलग अलग एरिया अलग अलग नेशन मेसेडोनिया अल्बेनिया य क्या है स्ल बहुत सारे स्ल अब नेशनलिज्म नेजम सब कह रहे हैं नेशनलिज्म नेशनलिज्म यहां पे भी नेशनलिज्म यहां पे भी नेशनलिज्म नेशनलिज्म पूरे बाल्कन के अंदर लोग कह रहे हैं हम भी देशभक्त बनेंगे देशभक्ति देशभक्ति तो लोगों ने देशभक्ति के बीच में क्या बोला कि हम पे ऑटोमन एंपायर क्यों कब्जा जमा के बैठी है जब हम अलग-अलग लोग हैं जब हम टर्की के लोगों की जरा नहीं है हमारा रिलीजन भी अलग है सब कुछ अलग है तो फिर हम ऑटोमन एंपायर के बीच में क्यों रहेंगे दबके क्यों रहेंगे तो पहली बात तो उन्होंने देशभक्ति के मान पे बगावत कर दी कि हम ऑटोमन एंपायर से अलग होंगे ठीक है अभी भी कोई कुछ बिगड़ा नहीं था अब इन्होंने देशभक्ति के नाम पे क्या किया आपस में फाइट करनी शुरू की आपस में सारे स्लैब्स आपस में लड़ने लग गए आपस में कहीं पे भी कोई भी लड़ाई हो रही है भाई इंटरनल कॉन्फ्लेट तो बाल्कन में बच्चा दो तरीके के कॉन्फ्लेट थे इंटरनल कॉन्फ्लेट था इंटरनल कॉन्फ्लेट हुए दोनों देशभक्ति के नाम पे थे इंटरनल कॉन्फ्लेट था बिटवीन डिफरेंट नेशंस यानी कि बिटवीन डिफरेंट स्लैब्स क्यों था फॉर मोर टेरिटरी फॉर मोर टेरिटरी मतलब कि हम अलग हो रहे हैं तो जितनी जमीन हम अपने कब्जे में कर सकते हैं करेंगे है ना तुम इतनी मत लो हम इतनी लेंगे इस टाइप की मोर टेरिटरी के लिए आपस में लड़ रहे हैं इन द नेम ऑफ नेशनलिज्म इन द नेम ऑफ और बाहर बाहर जो यूरोप के बड़े-बड़े देश हैं जैसे कि ब्रिटेन हो गया रशिया हो गया ये जो बड़े-बड़े देश हैं ये भी लड़ रहे हैं कि भैया हम देशभक्ति के नाम अब वो क्या कह रहे हैं वो कह रहे हैं कि हम देशभक्ति के नाम पे हमें अपने देश के लिए और जमीन चाहिए तो जो बिग पावर बिग यूरोपियन पावर वो कौन ककन है जर्मनी है ब्रिटेन है रशिया है ऑस्ट्रो हंगरिया ऑस्ट्रो हंगरी ठीक है यह लोग क्या कह रहे य लोग कह रहे इन द नेम ऑफ नेशनलिज्म वी वांट टू कैप्चर बाल्कन तो यह यह आपस में लड़ रहे हैं यह आपस में लड़ रहे हैं कि बाल्कन प कब्जा कौन जनाए बाल्कन के अंदर स्लैब्स आपस में लड़ रहे हैं कि हमें ज्यादा हिस्सा चाहिए हमें ज्यादा चाहिए तो बाल्कन 187 के बाद इतना बड़ा हॉटपोट बन गया जहां अंदर भी लड़ाई हो रही है बाहर भी लड़ाई हो रही है यहां लड़ाई हो रही है वहां लड़ाई हो रही है कि ये एक सबसे बड़ा कारण था फर्स्ट वर्ल्ड वॉर आने का सो बाल्कन बिकम एन ए ऑफ इंटेंस कॉन्फ्लेट व्हाई पांच मार्क्स का क्वेश्चन आता है तो यू शुड नो दिस ऑल स्टार्टेड विद नेशनलिज्म जब नेशनलिज्म बाल्कन पहुंचा तो इंटरनल कॉन्फ्लेट भी हुआ बिग पावर राइवल भी हुई और फिर इतनी लड़ाइयां हो गई कि उसका एंड रिजल्ट निकला फर्स्ट वर्ल्ड वॉर राइट फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के और भी कारण थे बट ये भी एक मोस्ट इंपोर्टेंट कारण था तो धीरे-धीरे करके बच्चा धीरे-धीरे करके दुनिया में यहां पे मैंने दे दिया है दुनिया में इंपीरियल ज्म आना शुरू हुआ मैं आपको एक चीज बता दूं व्हेन अ पावरफुल कंट्री बड़ा कंट्री नहीं बोल र पावरफुल बोल र क्योंकि ब्रिटेन छोटा सा था पावरफुल नेशन कैपचर्स और कंट्रोल्स जस्ट इकोनॉमी [संगीत] जब एक बड़ा देश बच्चा जब ध्यान से सुनना कभी समझ नहीं आएगा कोई टीचर तुम्हें नहीं बताएगा ई बता दे तो नाम बदल देना जब एक बड़ा देश छोटे देशों को सिर्फ इकोनॉमी बेसिस पे सिर्फ मार्केट बेसिस प कंट्रोल करता है तो उसे बोलते हैं कॉलोनिस्ट इंडिया कंपनी आके हमारी मार्केट हथियारी थी लेकिन जब वहां पे पॉलिटिक्स वगैरह सब कुछ कंट्रोल करने लग जाता है एक पावरफुल देश तो उसे बोलते हो इंपर ज्म तो हमारे इंडिया में कॉलोनिस्ट म था कि इंपे ज्म था भाई दोनों था हमारे यहां पे पॉलिटिक्स भी वो लोग कंट्रोल कर रहे थे हमारे वहां पे इकोनॉमी भी ये लोग कंट्रोल कर रहे थे सो इसे बोला जाता है एंपेजर यूरोप में बड़े-बड़े बिग पावर राइवल्री 20 सेंचुरी में फर्स्ट वर्ल्ड वॉर हुई सेकंड वर्ल्ड वॉर हुई सारे देशों ने क्या ट्राई किया यूएसए यूरोप के सारे देश सबने ट्राई किया कि छोटे-छोटे देशों को अपना बना ले फिर धीरे-धीरे उन छोटे-छोटे देशों ने आजादी ली जैसे इंडिया ने ने आजादी ली 1947 में श्रीलंका ने ब्रिटेन से आजादी ली 1948 में सो ऐसे धीरे-धीरे करके 20 सेंचुरी के सेकंड हाफ में देशों ने एंटी इंपिरियलिस्टिक मूवमेंट की बोले तो फ्रीडम स्ट्रगल की लड़ाई लड़ी इंडिया में अलग लंका में अलग यू नो हर जगह अलग और उन लड़ाइयां के बाद जो है आज की नेशन स्टेट तुम्हें देखने को मिलती है तो नेशनलिज्म इंपिरियलिज्म के अगेंस्ट खड़ा रहा लोगों ने देशभक्ति के नाम पे अपने कॉलोनाइजर्स या अपने इंपीरियल नेशन से लड़ाइयां ड़ी उन्हें अपने देश से बाहर निकाला और फिर आज जो है तुम्हें नेशन स्टेट्स देखने को मिलती है तो आगे जाने से पहले क्वेश्चंस कराने से पहले मैं तुम्हें बता दूं यहां पे मैंने तुम्हें दे दिया टाइमलाइन यही वाली तारीखें तुम्हें याद करनी है फ्री में पीडीएफ जो है डिस्क्रिप्शन बॉक्स में जरूर प्रोवाइड की हुई है मेरा नाम है शुभम पाठक बच्चा इस चैनल को सब्सक्राइब करना मत भूलना इससे अच्छी एक्सप्लेनेशन हो सकता है इससे फेमस एक्सप्लेनेशन तुम्हें मिल जाए लेकिन इससे अच्छी एक्सप्लेनेशन तुम्हें पूरे ये रहा तुम्हारा टाइमलाइन अब चलो क्वेश्चंस कर देते हैं राइट अ शॉर्ट नोट ऑन मजनी मजनी में लिख देना जिनोवा में पैदा हुआ था भाई उस कार्बोनरी में जो है उसने पार्टिसिपेट किया था सीक्रेट सोसाइटी ऑफ कार्बो नारी का मेंबर था फिर अपनी खुद की दो बनाई बहुत फेमस था मेटन निच बोलता था उसके सोशल ऑर्डर का सबसे बड़ा एनिमी है काउंट कमलो दे कवार कवार क्या है आर्किटेक्ट था यूनिफिकेशन ऑफ इटली का उसने यूनिफाई करवा के विक्टर मैनुअल को गद्दी प बिठाया गारी बोल्डी के साथ हाथ मिलाया फिर ग्रीक वर ऑफ इंडिपेंडेंस 1832 में जाके फाइन ली ट्रीटी ऑफ कांस्टेंटिन उपल के साथ खत्म हुई फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट 18 मई 1848 को 831 इलेक्टेड रिप्रेजेंटेटिव्स ने फ्रैंकफर्ट में पार्लियामेंट बनाया था सेंट पॉल चर्च में देन द रोल ऑफ वमन इन नेशनल स्ट्रगल भैया बहुत ही खराब रोल था औरतों ने अपनी पॉलिटिकल पार्टीज बनाई खुद का प्रोटेस्ट किया उन्होंने आदमियों की पार्टीज में जाने का ट्राई किया लेकिन उन्हें उन्ना हिस्सा नहीं मिला व्हाट स्टेप्स फ्रेंच रेवोल्यूशन टक टू क्रिएट अ सेंस ऑफ कलेक्टिव बिलंग क्या लिखेंगे ला पत्री लेस तोय नया झंडा कसम में वादे स्टैंडर्ड वेट्स एंड मेजर्स फ्रेंच एज द कॉमन लैंग्वेज वो सारे पॉइंट्स आएंगे हु वर मेरियन एंड जर्मनिया एलिगो थी मेरियन थी फ्रांस की जर्मनिया थी जर्मनी की व्हाट वाज द इंपॉर्टेंट इंपॉर्टेंस ऑफ द वे इन व्हिच दे वर पोर्ट्रेट तो जैसा देश होता था वैसा उन्हें पोट्रे किया जाता था जैसा सिचुएशन चल रही होती थी वैसा पोट्रे किया जाता था जैसे कि मेरियन जो है कोकेट पहनती है तिरंगा लगाती है और साथ में जो है लाल रंग की टोपी पहनती है लिबर्टी को सिग्नीफा करने के लिए वैसे ही आपको जर्मनिया का भी लिख देना है यून एशन जर्मनी का लिख लेंगे कौन से चेंजेज नेपोलियन ने किए इसमें आपको सिविल कोड लिखना है सिविल कोड के जो जितने पॉइंट्स बताए थे 1804 के वो सारे इसमें आने हैं नेक्स्ट इज एक्सप्लेन व्हाट इज मेंट बाय द 1848 रेवोल्यूशन ऑफ़ द लिबरल बता देना भाई 1848 में हुआ था जर्मनी में हुआ था जर्मनी के लिबरल लोग बोल रहे थे मिडल क्लास लोग बोल रहे थे हमें चाहिए कॉन्स्टिट्यूशन हमें चाहिए पार्लियामेंट है ना और कौन-कौन से आइडियाज बोल रहे थे वो मैंने तुम्हें लिखवा के बता दिए थे कोई तीन एग्जांपल बताओ जहां पे कंट्रीब्यूशन ऑफ कल्चर टू द ग्रोथ ऑफ नेशनल कोई कोई तीन एग्जांपल तो इसमें आ जाएगा गॉट फ्राइड का एग्जांपल इसमें आ जाएगा आपका कैरल कुरपिंस्की का एग्जांपल इसमें आ जाएगा अ पोलिश लैंग्वेज एज अ रेजिस्टेंस का पॉलिश लैंग्वेज एज द रेजिस्टेंस का एग्जांपल है ना तीन एग्जांपल हो गए थ्रू अ फोकस ऑन एनी टू कंट्रीज एक्सप्लेन हाउ नेशंस डेवलप्ड ओवर द 19th सेंचुरी 19 शताब्दी के बारे में आपको बताना है कि नेशन कैसे डेवलप किन्हीं दो देशों पे फोकस करके एक ले लो भाई फ्रांस अच्छा 19 सेंचुरी का बताना है ना एक ले लो इटली एक ले लो जर्मनी इटली की यूनिफिकेशन लिख देनी है जर्मनी की लिख देनी है व्हाट वाज द हिस्ट्री ऑफ नेशनलिज्म इन ब्रिटेन अनलाइक द रेस्ट ऑफ द यूरोप क्यों भैया क्योंकि बहुत लंबा टाइम पे हुआ इंग्लैंड के पार्लियामेंट ने करा के दिया यूनिफिकेशन व्हाई डिड नेशनलिस्ट टेंशंस इमर्ज इन द बाल्कन्स बाल्कन्स में क्यों ही टेंशन अभी बताया था इंटरनल कॉन्फ्लेट भी था आउटर कॉन्फ्लेट भी था है ना सो यही सब लिखना होता है थैंक यू सो मच एंड आई होप आज की एक्सप्लेनेशन बहुत अच्छी लगी होगी अगली एक्सप्लेनेशन कौन सी चाहिए मुझे जरूर बता देना आई विल सी यू नेक्स्ट टाइम दिस इज शुभम पाठक साइनिंग ऑफ थैंक यू सो मच फॉर वाचिंग डोंट फॉरगेट टू लाइक सब्सक्राइब एंड शेयर इट विद योर फ्रेंड्स