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अनुबंध में क्षमता और शर्तें

तो आज हम स्टार्ट करेंगे अपना चैप्टर नमर 4 जिसका नाम है Capacity to Contact इससे पहले हम अपने 3 चैप्टर कम्प्रेट कर चुके हैं उन तीनों चैप्टर की वीडियोस का लिंक आपको इस वीडियो का डिस्क्रिप्शन बॉक्स में मिल जाएगा आप जाके देख सकते हैं तो इन चारों conditions के ऊपर basic discussion हमने किया था chapter number 1 के अंदर और मैंने आपको बोला भी था कि इन सभी conditions के ऊपर हमारा separately individual एक chapter है तो आज हम देखेंगे हमारी इनी conditions में से एक condition जिसका नाम है competent to contract तो हमारा इस चैप्टर है capacity to contract capacity का मतलब ही होता है competent तो आज हम competent to contract वाली condition को पूरी detail में अच्छे सा समझने जा रहे हैं तो जिस तरीके से हमारे इस condition के ऊपर हमारे पूरा chapter है उसी तरीके से जो हमारी बाकी तीन conditions है उसके ऊपर भी हमारा separately एक chapter है जिन चैप्टर को हम आने वाली क्लासेस के अंदर कवर करेंगे तो अगर हम बात करें हमारे चैप्टर की जिसका रामा capacity to contract तो capacity to contract का मतलब चा होता है capacity to contract means the competence of the parties to enter into a valid contract तो capacity to contract का मतलब होगा competence competence का मतलब capability पार्टी जो हैं वो competent होने चाहिए यानि capable होने चाहिए कि वो एक valid contract create कर सकें तो हर person जो contract बनाता है contract के अंदर enter होता है उनके अंदर कुछ capability होने चाहिए तबी आपका contract जो है एक valid contract क्या लाएगा तो अगर कौन-कौन से capabilities परसेंट के अंदर होनी चाहिए contract बनाने के लिए उसको देखते हैं अगर बात करें capacity to contract की तो the term capacity to contract is defining section 11 of the Indian contract act 1872 तो हमारी capacity to contract कहाँ पर define कर रहे हैं section 11 में तो section 11 इंडियन contract अगर बता रखा है अगर contract करने के लिए कौन-कौन से person capable होते हैं तो section 11 को देख लेते हैं every person is competent to contract who has attained the age of majority is of sound mind and is not disqualified from contracting by any law to which he is subject तो यहाँ पर clearly section 11 ने बोला है every person is competent to contract हर person competent to contract है बस वो नीचे दी गई तीन शर्तों को पूरा कर ले यानि अगर कोई person इन तीन conditions को पूरा करता है तो वो एक valid contract बना सकता है तो ये तीन conditions क्या है एक करके देखते है सबसे बड़ी condition है age of majority यानि जो person contract बनाएंगे वो major होनी चाहिए minor person contract नहीं कर सकता minor person incompetent to contract है दूसरी condition है sound mind परसन जो है वो sound minded होना चाहिए sound minded मतलब आप जो है एक normal person होने चाहिए आपके अंदर सोचने समझने की capability होने चाहिए आप जब contract करते हो तो आपको अच्छे से पता होना चाहिए आप किस तरीके contract कर रहे हो, कौन सा contract कर रहे हो contract करने के बाद इसका result क्या आएगा आपको किसी भी law ने contract करने से disqualify ना किया हो law ने जो है एक list बना रखे कुछ persons की कि ये लोग जो है contract नहीं कर सकते ये contract करने के लिए disqualify है तो आप उस list के अंदर cover नहीं होने चाहिए यानि आप उस list के अंदर अगर नहीं आते तो आप contract कर सकते हैं आप contract करने के लिए बिल्कुल competent है तो section 11 ने simply बोला है कि हार person competent to contract है बस वो तीन condition पूरी कर ले इसका ठीक opposite meaning हम ये भी निकाल सकते हैं तो आप इंकंपिटेंट टू कांट्रैक्ट तो आप कांट्रैक्ट के लिए कैपेबल नहीं हो मतलब अगर आप माइनर हो तो आप कांट्रैक्ट कांट्रैक्ट के लिए कैपेबल नहीं हो तो क्लियर हो गया आपको सेक्शन 11 आखिर क्या कहता है अभी हम एक-एक करके इन तीनों अगर आपने agreement कर लिया किसी ऐसे person से जो incompetent to contract है जो ये तीन condition पूरी नहीं करता तो आपका agreement कर क्या होगा आपका agreement valid रहेगा या void हो जाएगा तो law clearly कहता है an agreement will be void ab initio and unenforceable if the parties are incompetent to contract अगर parties जो हैं वो incompetent to contract हैं तो आपका agreement void ab initio हो जाएगा और unenforceable हो जाएगा अब void ab initio क्या होता है अपने चैप्टर नंबर वन के अंदर जब हम पट रहे थे वॉयड कॉंट्रैक्ट मैंने आपको वॉयड कॉंट्रैक्ट भी बताया था और साथ वॉयड एग्रीमेंट भी बताया था तो वॉयड एग्रीमेंट हमारे वॉयड एबनिशो कहलाते हैं वॉयड एबनिशो का मतलब क्यों होता है ये एक लाटिन वॉयड है इसका मतलब क्यों होता है वॉयड फ्रॉम दा वेरी बिगरींग मतलब आपका एग्रीमेंट स्टार्टिंग से ही वॉयड है वो कॉंट्रैक यानि zero value है उसकी कोई existence नहीं है अब ये incompetent to contract होते कौन है एक करके देखते हैं following persons are not competent to contract ये persons जो है competent to contract नहीं है कौन है ससेवेल आता minor हमने देखा था major competent to contract है इसका मतलब minor incompetent to contract है अब minor होता कौन है minor क्या होता इसके बारे में Indian contract आट पे कहा कि आप Indian majority आट से जाकर देख लो कि आखिर minor किसको बताय गया है तो Indian majority आट के section number 3 में definition देखे है minor की and minor is a person who has not completed 18 years of age तो अगर आप 18 साल के नहीं हो तो आप minor हो इसका मतलब जिसकी age 18 साल से कम है वो minor कराएगा और minor जो है वो incompetent to contract है minor के साथ आप contract नहीं कर सकते और minor खुद भी contract नहीं कर सकता तो हमारी majority की age कितनी हो गई? 18 years लेकिन दो exceptions हैं इन दो exceptions में major होनी की age जो है किसी person की वो 18 साल ना मानते हुए 21 साल मानी जाएगी basically ये दोनो conditions जो हैं वो orphan child के लिए है यानि जो अनास बच्ची होते हैं जिनके parents नहीं होते हैं उनके लिए ये दोनो conditions हैं where a guardian of minor person or property has been appointed under the guardian and works act 1890 तो अगर कोई minor person है या minor person की property है उसके लिए कोई guardian appoint कर रखा है under the guardian and wards act 1890 के under तो उस act के according अगर कोई guardian appoint किया जाता है तो उस case में minor को 21 years में major माने जाएगा second point भी लगबाग इसी बात को कहता है पहला point कहता है कि guardian appoint किया जाया है under the act बस कहता है कि appointment किसने करिया कोट ने करिया court of wards ने करिया wards का मदलब बच्चों का court तो courts of wards ने जो है superintendent की appointment करिया superintendent का मदलब हो गया देखभाल करने वाला यानि देख रेक करने वाला अगर कोई माइनर की प्रॉपर्टी की देख रेक के लिए किसी सुप्रेटेंडेंस की अपॉइंटमेंट करी है किसने करी है कोट में करी है ये भी एक तरीके से गार्जेन ही हो गया तो उसकी अपॉइंटमेंट कोट की दर� वो competent to contract है इसका मतलब जो unsound mind है वो incompetent to contract है तो unsound mind कौन-कौन से person होते हैं देख लेते हैं अब person of unsound mind is one who is not of sound mind तो unsound mind वो कहला है का जो sound mind नहीं होगा सिंपल सी बात है तो अब section number 12 of the Indian contract ने बता रहा है कि sound mind कौन होता है अब person is said to be of sound mind तो हम किसी person को sound mind कह सकते हैं contract बनाने के purpose है for the purpose of making a contract जब उनके लिए उनके लि� इसके क्या फायदे हो सकते हैं आपको क्या नुकसान हो सकते हैं तो अगर आप contract समझने के लिए capable हो contract की terms और conditions को अच्छे से समझ पा रहे हो समझने के बाद उस पर एक rational judgment form कर पा रहे हो आपको पता है कि इसके क्या फायदे क्या नुकसान है तो आप sound mind कहला होगे अब अंसाउंड माइंड के बारे में भी लॉग ने कुछ बातें बता रही हैं कि following persons are to be of unsound mind ये persons जो हैं वो unsound mind की category में आते हैं पहला बता एडियेट एडियेट का मतलब क्या हुआ एडियेट का मतलब बता रहा है जो person permanently unsound है permanently unsound है तो unsound है तो वो हमारा incompetent to contract की category में आ गया दूसरा बता रहा है lunatic अब ये lunatic कौन होते हैं lunatic होते हैं वो person जो normally तो unsound mind है लेकिन कभी sound mind हो जाते हैं कि थोड़ी दिर के लिए उसके पास दिमाग आ जाता है, वैसे वो पागल है तो such a person are usually of unsound mind ये person usually unsound mind रहते हैं, लेकिन occasionally sound mind हो जाते हैं तो हमारे section number 12 ने बता रखा है, कि जब आप contract करोगे उस time पर अगर आप sound mind हो, तो आप sound mind कहलाओगे तो lunatic person, जिस time पर sound mind है, उस time पर अगर वो contract करता है may make a contract when he is of sound mind क्योंकि हमें वो टाइम देख रहा है जिस टाइम पर कांट्रैक्ट हो रहा है तीसरा है हमारा ड्रंकन और इंटॉक्सिकेटिड परसन ड्रंकन परसन जो है वो हर समय ड्रंक नहीं करता हर समय परसन ड्रंक करके नहीं रहता तो may not make a contract when he is of unsound mind तो वो जब unsound mind है तो उस टाइम पर आप उनके साथ contract मत करो जब वो सुबह sound mind हो जाएंगे उनके साथ contract कर लेना तो तीन type के person बता रखे हैं जो unsound mind होते हैं तो तीमो person आपको clear है तो unsound mind के साथ अगर आप contract करते हो तो आपका contract void हो जाएगा example देखते हैं a patient in lunatic asylum who is at interval of sound mind तो जिस time पर वो कुछ interval के लिए sound mind हो रखा है may contract during those interval sound mind के interval पर आप contract कर सकते हो आप सेड मैन कौन होता है जो साउंड माइंड है बिल्कुल नॉर्बल पर सेल है वह इस डिलीवियस फीवर अगर मान लोग किसी परसंद को बहुत ज्यादा बुखार है बहुत ज्यादा फीवर है इतना फीवर है कि उस टाइम पर वह कुछ सोच समझ sound mind होने के लिए आप capable of understanding होने चाहिए आप rational judgment form करने की condition में होने चाहिए लेकिन जिस person को इस level का fever है कि वो कुछ सोच समझ नहीं पा रहा तो वो person rational judgment पर form कर नहीं सकता वो तो contract को understand कर नहीं सकता तो वो person अमारा incompetent to contract कर लाता है इस time पर वो sound mind नहीं है भले भी वो एक normal person है लेकिन इस time पर वो so समझ नहीं सकता वो भी समझ नहीं सकता contract की terms of condition को cannot understand the term of a contract और form a rational judgment तो ऐसे टाइम पर आप किसी person के साथ contract नहीं कर सकते बना आपका contract जो है वो invalid हो जाएगा तो I'm sound mind आपको clear हो गया third point है हमारा person disqualified by law यानि वो person जिसको law ने disqualified कर रखा है contract करने के लिए capacity to contract की हमारी condition थी तो आप contract नहीं कर सकते तो कौन-कौन से persons हैं जो disqualified by law है besides the minor and person of unsound mind there are also other persons who are disqualified from contracting तो minor और unsound mind के लाभा कुछ और persons भी होते हैं जो disqualified from contracting कहलाते हैं फिर चाहे वो partially हो चाहे wholly हो तो अगर आप ऐसे disqualified by law वाले persons के साथ contract करोगे तो आपका contract जो है वो award हो जाएगा तो अगर इन persons को disqualified by law क्यों किया जाता है contract करने से इन कंपिटेंसी टू कांट्रैक्ट में राइज फ्रॉम पॉलिटिकल स्टेटस कॉर्पिट स्टेटस एंड लीगल स्टेटस आगर इनको लोग इसके बीचे तीन रिजन बताए गए पहला है पॉलिटिकल स्टेटस इनका कुछ ऐसा पॉलिटिकल स्टेटस है कि यह तो हम देखते हैं आखिर कौन-कौन से person disqualified by law कहलाते हैं उसके बाद आपको यह status वाला मामला clear हो जाएगा तो following persons fall in this category यह person बता रखे हैं 5 लोग हैं जो disqualified by law हैं पहला foreign sovereign and ambassador foreign sovereign and ambassador कौन होते हैं आपने सुना होगा embassy embassy का नाम आपने सुना होगा जैसे इंडिया के अंदर जो है दूसरे countries की embassy हैं इंडिया के अंदर USA की embassy है रशिया की embassy है पाकिस्तान की embassy है चाइना की embassy है इसी तरीके से दूसरी countries के अंदर Indian embassy भी होती है इंडिया के अंदर यूएससे की कोई एमबेसी है तो उसके अधिक जो लोग काम करते हैं जो ऑफिसर्स होते हैं उनको हम बोलते हैं फॉर एंड एमबेस्टर वह लोग जो है इंकंपिटेंट टू कॉंट्रैक्टर लॉन उनको कॉंट्रैक्टर तो आपको सेंटर कॉर्मेंट से प्रोजीशन मिलेगी नहीं सिंपल सी बात है केस फाल करने के लिए तो नुसान तो आप ही कर जाएगा जबकि अगर आपने इनके साथ कोंट्रैक्ट कर लिया इसके बाद अगर आपने कॉंट्रैक्ट को तोड़ा दूसरा है हमारा alien enemies, alien enemies कौन होते हैं? जब किसी country के साथ officially war declare हो जाती है, तो जिस country के साथ war declare हो जाती है, उस country को बोलते हैं alien enemy, उस country के जितने person हैं, वो सारे हमारे लिए alien enemy हैं, उनके साथ आप contract नहीं कर सकते, वो disqualify by law हैं, उनके साथ contract करोगो तो contract war हो जाएगा एक बार वार्थ थतम हो जाए उसके बाद कोंट्रैक्ट कर लो कोई रिक्कत की बात नहीं है तीसरा है हमारा कॉर्परेशन कॉर्परेशन के अंदर हमारी कंपनीज भी आ गए कुछ और इंस्टिटूशन भी आ गए उनके साथ भी आप कॉंट्रैक्ट नहीं कर सकते उसके साथ कंट्रेक्ट नहीं किया जा सकता यारी कोड ने उसको कंवेक्ट डिक्लेयर कर दिया है उसका गुनास साभीत हो चुका है अब वह इंकंप्रेंट टू कंट्रेक्ट है एक बार उसकी सजा पूरी हो जाए उसके बाद वह वापिस से कंप्रेंट आप दूसरों का पैसा नहीं चुकाने चाहते हो तो आप बोलो कि मुझे insolvent declare कर दो तो court सब कुछ देखके उसके बाद decide करता है कि कोई person insolvent है की नहीं है लेकिन अगर court ने बोल दिया की ये person insolvent है तो वो person जो है disqualified by law हो गया तो ये 5 person law ने clearly बता रहे है की ये person disqualified by law है बाकि detail में हम बाद में discussion करेंगे इन सभी के ऊपर तो आपको clear हो गई तीनो की तीनो condition minor कौन होता है, unsolved mind कौन होता है, disqualified by law कौन होता है basic idea आपको लग गया अब हमें देखना है की अगर आप minor के साथ agreement कर लेते हो तो आपके agreement का क्या होगा? आखिर effect क्या होगा minor के साथ agreement करने का? आपके agreement किस हद तक valid रहेगा? किस हद तक void हो जाएगा? तो यही हमारे chapter का एक important question है, important topic है जिसके अंदर total 16 point है, थोड़ा लंबा topic है, अच्छे से discuss करेंगे इसके बारे में यह 16 point कहते हैं कि उस case में, जिसमे minor का नुकसान हो रहा है वहाँ पर minor के साथ contract करोगे, तो आपका contract void कर लाएगा लेकिन अगर आप minor के साथ agreement करते हो और उसमे minor का benefit है, minor का कोई सायदा हो रहा है तो वहाँ पर वह एग्रीमेंट वैलिड हो जाएगा तो लॉज सिंपल सी बात कहता है कि माइनर इतना बड़ा नहीं हुआ है कि वह सोच समझ सके तो उसको कॉंट्रेक्ट के बारे में कोई जांकरी नहीं है आप उसके साथ कोई एग्रीमेंट कर लेते हो तो यही बात कही गई है वोड एबनिश्यो का मतलब पता है आपको अच्छे से अगर आप कोई अग्रीमेंट करते हो माइनर के साथ तो आपका अग्रीमेंट वोड एबनिश्यो कराएगा एस्टुलूट जी वोड होगा इसके पर हमारा एक फेमस केस लॉ है मौरी बीबी वैसे धर्मोदास गोस का 1903 का इस केस है इस केस के अंदर धर्मोदास गोस वह एक मायर था जबकि अगर आप कभी अपनी इम्मूविबल प्रॉपर्टी को गिरवी रखते हो तो आप तो कहते हो मॉडगेज तो यहाँ पर धर्मदास गोस्ट में जो है वो इम्मूविबल प्रॉपर्टी को मॉडगेज पे रखा यानि गिरवी रखा तो यहाँ पर हुआ क्या जो मिस्टर धर्मोदत है यानि मनीलेंडर है उसने अपना एक एजेंट अपॉइंट कर लिया और था इसके लिए एजेंट जिसका नाम था कि दारनात के दारनात नाम के परसन को एजेंट अपॉइंट कर लिया अपना इसके थूख पावर ऑफ टॉर्नी के थूख तो ये transaction केदारनाथ करेगा Mr. Kedarnath was informed of the fact that धर्मदास गोस वाज़ा minor through a letter sent by his mother केदारनाथ जो धर्मदास का as an agent appointed वा था उसको जो है इस बात की जानकारी थी इस बात से informed था वो कि धर्मदास गोस जो है वो एक minor है और ये बात उसको पता कैसे चली थी धर्मदास गोस की जो mother है उसने letter sent कर दिया था Mr. Kedarnath के बास और बताया था कि धर्मदास गोस जो है minor है इसके साथ किसी भी तरीके का agreement मत करो वरना वो agreement avoid हो जाएगा लेकिन Kedarnath ने धर्मदास की mother की बात नहीं सुनी और धर्मोदास के साथ agreement को continue रखा अब धर्मोदास की जो mother थी वो चली गई court में और court में जाने के बाद धर्मोदास की mother ने बोला ये जो mortgage का agreement किया गया है मेरे son के दुआरा ये agreement void है क्योंकि मेरा son जो है वो minor है court के साथ ने धर्मोदास की mother ने ये ground रखा on the ground that mortgage executed by her son is void because her son is a minor तो यहाँ पर जो mortgage का agreement हुआ है ये agreement void declare कर जिया जाना चाहिए भर्मदद जो है वो डिफेंडेंट पार्टी है तो भर्मदद का क्या कहना था द डिफेंडेंट अलाइज डेट द माइनर हैड एडिट एडि� तरीके से मिलनी चाहिए कि माइनर के ऊपर स्टॉपल की application होनी चाहिए तो एस्टॉपल एक प्रिंसिपल है मैंने आपको पहले भी बताया हुआ है स्टॉपल का मतलब क्या होता है अगर एक पार्टी ने दूसरी पार्टी से कुछ ऐसा कहा या कुछ ऐसा behave किया जिस पर दूस लॉट लगा सकती है यानि प्रिंसिबल आफ इस टॉपल अप्लाई करवा सकती है प्रिंसिबल आफ इस टॉपल का मतलब क्या होता है आपने पहले जो बात कही थी आप उस बात से मुकर नहीं सकते हम आपको मुकरने ही नहीं दें इस बात से स्टॉपर मतलब होता है स्टॉप फ्रॉम डिनाइन यानि आपने जो कहा था आप उस बात से पलट नहीं सकते हम आपको रोकेंगे पलटने से यह प्रिंसिपल कहता है कि अगर आपने कोई बात एक बार कह दी और आपके बात पर भरूसा करके सामने वाली पार्टी तो यहाँ पर तीन बाते रखी गई डिफेंडेंट पार्टी की तरह से तो अब कोट का जेज्जमेंट आया वो देख रहे थे कोट ने सबसे पहले तो ब्रह्मोदत के सारे आर्गुमेंट को डिस्मस कर गया और कोट की तरह से कहा गया सबसे पहली बात जो एजेंट था ब्रह्मोदत का मिस्टर केदारनाथ उसको पता था कि ये परसन माइनर है माइनर को नहीं पता कि वो क्या बोल रहा है क्या कर रहा है वो इतना बड़ा नहीं हुआ है उसको इतनी समझ नहीं है तो उसने जूड बोल भी गया तो आपको सावधान होना चाहिए तो माइनर के उपर law of struggle apply नहीं होता माइनर के साथ कोई भी agreement करोगे वो void होगा और void agreement के base पर हम कोई भी judgment नहीं दे सकते तो तीसरा point भी ख़दम हो गया आपकी गलती आपने माइनर के साथ agreement कर आपको सावधान होना चाहिए तो कोड की तरफ से सारे argument को dismiss करा किया and the court ruled out that the minor couldn't be asked to repay the loan और कोट के दरफ से साथ बोला गया कि लॉव स्टॉपल जो है वो माइनर के ऊपर अप्लाई नहीं हो सकता लॉव स्टॉपल कहाँ पर दिया गया है सेक्शन 115 of the Indian Evidence Act के अंदर दिया गया है तो यह जो लॉव स्टॉपल है यह अप्लाई नहीं हो सकता यह माइनर के ऊपर अप्लाई नहीं होगा तो यहाँ पर किसी को भी mislead नहीं करा गया है तो कोट ने कहा हम repayment के लिए नहीं कह सकते माइनर को ये case था मोहरी बीबी वैसे धर्मदास गोस का लेकिन मोहरी बीबी का तो नाम आया है नहीं यापर कहीं के भी तो अब मैं बतातू हुआ क्या था सबसे पहले case जो है धर्मदास गोस की मदर ने डाला था ट्रायल कोड के अंदर और वहाँ से तो धर्मदास ने जो है आगे हाई कोड के अंदर case जाला उसके बाद भरमोदत की death हो गई तो भरमोदत के बिहाव पे उसकी wife ने उसने case जाला था PV Council जनर PV Council क्या होता है PV Council आप समझ लो प्रेम कोट पहले आप जैसे लोगर कोट में जाते हो फिर हाई कोट में जाते हो फिर उसके बाद सुप्रीम कोट में जाते हो उसी तरह के से ट्रायल कोट हाई कोट और प्रीवी कांसिल तो प्रीवी कांसिल जो वह बृतिश अंपायर में चलता था इंडिया ने 1949 में प्रीव सब्सक्राइब करें और रिप्रेजेंट करा कि वह मेजर बट इन रियल टी ने इस नॉट देल लेटर ऑन इन प्लीट इस माइनरिटी एडिफेंस एंड कैन नॉट बीए स्टॉप फ्रॉम डूइंग तो यहां पर साफ-साफ का गया है कि अगर माइनर कभी contract के अंदर enter हो जाए और अपने आपको major show करे वो छूट बोले कि मैं minor नहीं हूँ मैं major हूँ but in reality तो वो minor ही जाएगा तो यहाँ पर बाद में वो अपने minority को as a defense इस्तेमाल कर सकता है तो यहाँ पर एक minor है उसने 500 रुपीज उधार लिये किसे बी से और ये कहके लिए कि मैं major हूँ यानि अपनी age को गला शोक लिया जबकि वो minor था तो contract में fraudulently enter हुआ है और बाद में जो है A ने मना कर दिया B को पैसा लोटाने से B ने जो है A के खिलाफ case कर दिया here A can take a defense that he was a minor at the time of entering into the contract and hence the contract is void ab initio तो A ने जो है अपनी minority को as an difference इसके माल करा कि जिस time पर मैंने contract किया था उस time पर मैं minor था तो मेरे साथ करावा contract तो void ab initio के लाएगा A will get that benefit of his minority A को उस humanity का benefit मिल गया तो यहाँ पर तो B का नुकसान हो गया तो यह तो गलत बात हुई ना तो आप हुई तो हुई इसने तुम्हारी गलती लेकिन law makers ने recovery का एक option खोल दिया अगर आप minor को पैसा देते हो कर सकते हो लेकिन शर्ट ही है कि वो लेकिन अगर उसमें खर्च कर दिया तो बस बात खतम तो पैसा डूब गया आपका तो यहाँ पर सासाफ का आ गया है however if he has not spent the money he may be asked to repay but the miner shall not be liable for any amount which he has already प्रोडक्ट प् तो माइनर को अगर आपने कोई property या पैसा दे दिया तो आप आपको का उसकी recovery हो सकती है उपर हम देख चुके हैं अगर उसने spend नहीं किया होगा तो हो जाएगी spend कर दिया होगा तो फिर तो हो नहीं सकती तो वही बात यहाँ पर यह point कहता है sometimes the miner receives some property or money by falsely representing his age in such cases the miner can be asked to restore such property or money so long as the same is traceable in his possession तो अगर पैसा उसके position में होगा पैसा उसके पास होगा तो आपको मिल जाएगा अगर पैसा आपका पैसा डूब गया तो यह फोन से कनेक्टेड था हमारे जो सारे फोन थे वो एक दूसरे से कनेक्टेड है माइनर को फायदा होता है तो आपका एग्रीमेंट वैलिड है माइनर को रुकान होता है तो आपका एग्रीमेंट वाइड है तो फोन को देखते हैं फोन पॉइंट हमारा माइनर एग्रीमेंट पार्टनर अमाइनर बीच इंकंपेडेंट टो कंट्रैक्ट कैन नॉट बीए और फॉर्म फॉर फ� लेकिन जब profit का division होगा, profit बटेगा, तो minor को भी मिलेगा तो minor सिर्फ benefit के लिए partnership में admit हो जाता है मैं example देता हूँ, दो example देता हूँ, ध्यान से सुनो ABC, तीन दोस्ते हैं, और वो तीनों मिलके चाहते हैं कि वो एक partnership firm start करें लेकिन problem यहाँ है कि A और B major हैं, और C जो है minor है अब अगर यहाँ पर ABC, तीनों मिलके कोई partnership firm start करना चाहें तो क्या वो partnership firm start कर सकते हैं? तो यहाँ पर law का कहना है कि तीनों मिलके कोई भी partnership firm start नहीं कर सकते क्योंकि आप कभी भी किसी भी minor के साथ मिलके कोई partnership create नहीं कर सकते लेकिन अगर ऐसा हो जाए दूसरे एक्जांपल हमारा x y z तीन लोग हैं वो मिलकर किसी partnership form को चला रहे हैं यानि existing partnership form है वो पहले से चल रही है अब अचानक की क्या होता है एक दिन c आता है जो की हमारा minor है वो x y z की partnership form में admit हो जाता है as a partner but only for the benefit तो अब ये partnership form चाले हो गई x y z और c तो अब ये बताओ की ये जो c इसकी एक्सिस्टिंग पार्टनर्स पर्म के अंदर एडिट वाप ऐसा पार्टनर तो क्या इसका एडमिट होना सही है कि गलत है तो इसके लिए लोग का जाना है कि यह बिल्कुल पहले आप इसी एक्सिस्टिंग पार्टनर्स पर्म के अंदर माइनर को ऐसा पार्टनर एडमिट कर सकते हो लेकिन आप किसी भी माइनर के साथ कोई भी नई पार्टनर्स पर्म क्रिएट नहीं कर सकते और यहां तो एक शर्त और रखी गई है कि अगर कोई माइनर किसी एक्सिस्टिंग पर्म में एडमिट होता है तो उसके एडमिट होने से पहले जो उस पार्टनेशिप के अंदर existing partner होंगे यानि जो other partners होंगे उनकी consent होनी जरूरी है यानि वो सभी का approval चाहिए तो उसके बाद भी जो है आप किसी minor को as a partner appoint कर सकते हो बाकी इसके बारे में बहुत detail में जो है Indian Partnership Act के अंदर दिया हुआ बाकी detail में इसके बारे में हम Indian Partnership Act के अंदर पढ़ेंगे next point है हमारा minor can be an agent क्या minor agent हो सकता है बिल्कुल minor as an agent appoint हो सकता है कोई भी person किसी minor को जो है अपना agent appoint कर सकता है लेकिन अगर किसी person ने किसी minor को as an agent appoint किया उसके बाद उस minor ने कुछ भी गरबड़ करी चाहे वो intentionally हो चाहे वो unintentionally हो उसके लिए वो minor जो है personally liable नहीं होगा मैं आपको example देता हूँ जान से सुनो A, B दो person है A जो है major है B जो है minor है A के बाद एक car है तो उसके लिए उसने B को अपना agent appoint कर लिया अब B जो है वो minor है अब क्या A, B को अपना agent appoint कर सकता है तो B minor होते भी as an agent appoint हो सकता है तो यहाँ पर A जो है वो principal हो गया, B जो है वो agent हो गया तो A ने B से कहा कि मेरे पास एक car है, वो उस car को जो है तुम 2 लाग रुपए में बिकवा दो B ने बोला ठीक है बिकवा देता हूँ और B ने उस पैसे को लाके A को दे दिया लेकिन अगर ऐसा हो जाए कि A ने B को कहा था कि ये car जो है 2 लाग रुपए वेचना लेकिन B ने उस car को C को तो तीन लाख रुबय में बेच दिया दो लाख तीन लाख एक लाख का प्रॉफिट अपना बना लिया और वह कार तीन लाख रुबय में अगर ऐसा हो जाए कि बी जो है पूरा पैसा लेके गाएब हो जाए एको पैसा ही ना व एक जाएगा बीके खराब केस कर सकता है कर नहीं सकता तो जो तब भी परसने रायबल नहीं है उसमें उसको एजेंट तो बना लिया लेकिन रिस्ट तो सारा का सारा एक है तो माइनर जो है एजेंट अपडेट हो सकता है उसमें कोई दिक्कत कर सकता है और एंडोस्ट कर सकता है लेकिन अगर वह नेगेशन इंस्ट्रूमेंट नेगोस्टेबल इस्ट्रूमेंट क्या होता है आपने 11 में जरूर पढ़ा होगा बिल्स ऑफ एक्सचेंज का चैप्टर है तो बिल्स ऑफ एक्सचेंज भी हमारा एक नेगोस्टेबल इस्ट्रूमेंट होता है और भी हमारे नेगोस्टेबल इस्ट्रूमेंट होते हैं चेक हो गया प्रोमिसी नोट हो गया यह सब नेगोस्टेबल इस्ट्रूमेंट होते हैं आपको पता है तो कोई भी माइनर जो है नेगोस्टेबल इस्ट्रूमेंट ड्रॉव कर सकता है डिलीवर कर सकता है एंडोर्स भी कर सकता है लेकिन उसमें आगे जाकर कुछ गरब लेकिन अगर कल को चेक बाउंस हो जाता है तो क्या उसमें माइनर लाइबल होगा उसमें भी माइनर लाइबल नहीं होगा अगर मालो माइनर नहीं किसी शॉक से जाके कुछ पर्चेस करा और बदले में जो है सामने चेक दे दिया दिवालिया कोई परसन कैसे होता है? कोई परसन इंस्फॉल्मेंट कैसे होता है? जब उसकी असेट कम हो जाती है और उसकी लाइबरिटी जाड़ा हो जाती है यानि उसके पास उतनी असेट भी होती है कि वो अपनी लाइबरिटी को पे कर सके तो माइनर की कोई liability नहीं होती, माइनर ने किसी को पैसा नहीं चुकाना होता माइनर के बाद जो कुछ भी होता है वो सिर्फ asset होता है तो जब कोई person जबाद सिर्फ asset होगा उसकी कोई liability नहीं होगी तो वो कभी insolvent होई नहीं सकता तो माइनर cannot be declared as insolvent तो माइनर चाहे किसी से भी उधार ले कुछ कर ले Next point हमारा No ratification rectification after attaining majority, आप दोगों यहाँ पर एक word आया, नया, rectification, आपने अपने 11th class के अंदर पढ़ा होगा, rectification of error, तो rectification का मतलब क्या होता है, rectification का मतलब होता है, गल्तियों को सुधारना, वहाँ पर हमसे accounting records बनते समय जो गल्तियां हो जाती थी, उसको हम सुधारते थे, सही करते थे, तो उसको हम बोलते थे, rectification of error, लेकिन यहाँ पर word है rectification, rectification का मतलब होता है, subsequent approval, मतलब आपने कोई काम कर दिया, इसको example से समझते हैं आपको अच्छे से clear हो जाएगा example है हमारे सामने तो यहाँ पर दो person है एक है x दूसरा है y झाल x जो है हमारा minor है और y जो है वो major है अब यहाँ पर x ने जो है y से कुछ उधार लिया है suppose 20,000 का उधार लिया है x ने y से अब x ने जो है बदले में y को एक promissory note दे दिया और बोल दिया कि मैं एक साल बाद जो है तुम्हारा पैसा चुका दूँगा y ने बोला ठीक है अब जिस टाइम पर यह promissory note दिया जा रहा था उस समय पर x की age जो थी वो 17 साल 6 में थी या नहीं x जो है अभी major नहीं हुआ था x अभी भी minor ही था कि अगर कोई भी agreement minor के साथ करा जाये तो वो agreement word हो जाता है और कल को अगर एक्स ने पैसा वापस करने से मना कर दिया तो मैं उसके खिलाब कोट में नहीं जा सकता तो ये तो मैंने गलत कर दिया मेरा पैसा डूब भी सकता है तो वाई जो है फटाफट भाग के एक्स के बास गया और एक्स के बास जाके बोला 4 मीने और बाग की हैं मैं तुम्हारा पैसा 4 मीने बाद लोटाऊंगा ये लो मैं तुम्हारा नया प्रॉमिस्री नोट बना के दे देता हूँ तो X ने जो है Y को नया प्रॉमिस्री नोट बना के दे दिया अब दो सवाल यहाँ पर निकल कर आते हैं जो सेकंड टाइम पर X ने प्रॉमिस्री नोट दिया Y को जब X 18 साल का हो चुका था यानि major हो चुका था तो law कहता है कि वो भी invalid है क्योंकि दूसरी बार जब x जो है y को promise note दे रहा है कि मैं तुम्हारे 20,000 रूपी लोटा दूँगा तो यहाँ पर बताओ दूसरी बार y ने x को क्या दिया अब आप कहोगे कि जब x minor था तो उस टाइम पर x कुछ भी करे हम तो तब से देखेंगे जब x major होगा तो जब x major हुआ उसके बाद तो y ने x को कोई कोई पैसा नहीं दिया, तो किस बात का पॉमिसी नोट दे रहा है एक्स वाई को, कौन सा पैसा चुकाना है, लौकी नजरों में तो वाई ने एक्स को कोई पैसा दिया ही नहीं, क्योंकि जब एक्स माइनर था, उस टाइम पर एक्स का करा गया कोई भी एग्रीमेंट, एक्स रेटिफाई का मतलब क्या होता है सबसेक्वेंट अप्रूगल देना चाहे उस एग्रीमेंट को तो माइनर ऐसा भी नहीं कर सकता क्योंकि उस टाइम पर सवाल यहाँ जाएगा कि माइनर को बदले में क्या मिल रहा है माइनर को बदले में कोई consideration नहीं मिल रहा है वाई ने जो पहले 20,000 दिये थे कोई subsequent approval देना चाहता है यानि ratify करना चाहता है promissory note को तो वो नहीं कर सकता cannot ratify it if he makes a new promissory note in place of one here the new promissory note which he executed after attaining majority is also void being without consideration यहाँ पर consideration का मामला सामने आ जाएगा तो यहाँ पर भी लिखा गया है no ratification after attaining majority a minor cannot ratify the agreement on attaining majority as the original agreement is void ab initio जो आपका original agreement वो तो void ab initio हो गया तो जब आपका original agreement ही invalid है तो आप ratify किस चीज़ को कर रहे हो invalid agreement को जो agreement खतम हो चुका है उस void agreement को आप दोबारा से ratify कैसे कर सकते हो एक बार जो खतम हो गया उसको subsequent approval मिली नहीं सकता वो वापस सही हो नहीं सकता तो clear हो गया आपको अब बात करें next point की next point हमारा joint contract by minor and major यानि एक contract जो minor और major मिलकर करते हैं एकटे joint contract करा जाएगा यहाँ पर in such a case the major person will liable on the contract and not the minor तो जब भी कोई ऐसा contract करे जाएगा जो minor और major मिलकर करेंगे यानि कोई joint contract करेंगे तो उसमें liability सिर्फ major की बनेगी यानि जो major person होगा वही लाइबल होगा क्योंकि minor की तो कोई liability बनती नहीं है मैं आपको इसका example देता हूँ एक ध्यान से सुनो A और B दो person है प्रॉमिसरी नोट देते हैं अब यह प्रॉमिसरी नोट क्या होता है आपको पता है प्रॉमिसरी नोट मतलब एक रेटरन प्रॉमिस दिया जाता है कि हम तुम्हारे पैसा इतनी तरीको दे देंगे अब यहाँ पर दो सवाल निकल कर आते हैं पहला सवाल यह जो प्रॉमिसरी बिल्कुल वैलेड होता है पूरी तरह के से वैलेड होता है एक माइनर और एक मेजर मिलकर कोई भी contract कर सकते हैं तो यहाँ पर जो प्रॉमिसी नोट ए और बी की तरफ से C को दिया गया है वो प्रॉमिसी खिलाफ कोट में जा सकता है और अपना पैसा रिकवर कर सकता है लेकिन C जो है कोट में केस सिर्फ बी के जॉइंट कोंट्रैक्ट वैलिड हो जाएगा लेकिन लाइब्रिटी सिफ मेजर पर्सन की राइबी माइनर की कोई लाइब्रिटी नहीं होगी तो क्लियर हो गया आपको इसके ऊपर हमारे केस लॉबी है सेंदास वैसे रामचंत ये केस क्या कहता है एक बार देख लेते हैं द लेकिन जब पैसा देनी की बारी आईगी तो vendor सिर्फ major person से पैसा recover कर सकता है major person से ही contract को enforce करवा सकता है minor की यहाँ पर कोई liability नहीं बढ़ेगी तो clear है next point है मारा minor can be a beneficiary or can take benefit out of a contract तो minor जो है वो beneficiary हो सकता है आपको पता है जब भी किसी contract के अंदर minor के benefit की बात आती है तो वो contract valid हो जाता है लेकिन जब बात minor की liability की आती है contract invalid हो जाता है तो law ने minor को सभी तरीके के benefit के contract करनी के लिए allowed करावा है A miner can be beneficiary or a promisee Miner can be beneficiary or a promisee Who is a beneficiary? The one who is going to get benefits So if a person is making a contract for the benefit of a miner then he can do it, there is no problem So a miner can be a beneficiary or a promisee In other words, if a contract is beneficial to a miner it can be enforced by him So if a contract is made for the benefit of a miner or for the benefit of a miner then a miner can enforce it and can claim his benefit Thus a miner is capable of purchasing immovable property and enforce the contract माइनर के पास यह भी पावर है कि वो चाहे तो immovable property को purchase भी कर सकता है similarly a minor also enforce a promissory note executed in his favor तो अगर किसी ने minor को कोई promissory note दिया है यानि minor के favor में promissory note दिया गया है और कल को अगर minor को promissory note के बदले में पैसा नहीं मिलता तो minor उस promissory note को enforce करवा सकता है यानि उस promissory note को लेकर court में जा सकता है अपने पैसे की रिक्षा तो अगर कुछ minor को मिल रहा है तो वो बिल्कुल valid है पूरी तरीके से enforceable होगा एग्जांपल देख रहे थे ए एक person है जो की minor है वो एक certain sum of money यानि कुछ पैसा जो है advance देता है यानि loan के तौर पर उधार देता है बी को और बदले में बी जो है एक के पास अपनी immovable property को mortgage के तौर पर रखता है यानि गिर भी रखता है as a security of money कि अगर कल को बी एका पैसा नहीं चुकाता तो वो प्रॉफर्टी जो है या तो एक हो जाएगी या ए उसको बेच कर पैसा रिकवर कर सकता है इन दिस केस द मॉडगेज कैन बी एंफोर्स बाय ए एस ट्रांजेक्शन इस फॉर इस बनिफिट यहां पर एक बेनिफिट की बात हो रही है तो भी अगर कल को उदाहर नहीं चुकाता तो एका नुकसान हो जाएगा तो एका नुकसान तो लॉग होनी नहीं देगा एक माइनर यहां पर माइनर जो है वो इंकंपेडेंट टो कांटेक्ट होता है तो वह कभी भी किसी के भी कंपनी के अंदर शेयर होल्डर नहीं हो सकता अगर माइनर शेयर के लिए कंपनी के अंदर एप्लीकेशन भी देता है तो कंपनी जो है उसे क्योंकि माइनर के कोई liability नहीं होती तो company ने अगर share allot कर दिये तो company माइनर से पैसा recover नहीं कर पाईगी तो इसलिए साफ बोल दिया गया है कि माइनर कभी भी share holder नहीं होगा अगर माइनर share के लिए apply करता है तो company उसको refuse कर देगी और अगर गलती से company ने माइनर को share allot कर दिये तो company के पास यह right होता है कि company जो है share को resign कर सकती है resign का मतलब क्यों होता है resign का मतलब होता है to take back कभी भी वापस ले सकती है however a minor can be a share holder लेकिन दो condition ऐसी होती है जहांपर minor जो है shareholder बन भी सकता है अब वो दो condition कौन सी होती है ध्यान से सुनो a miner can become a shareholder of fully paid shares through transfer and transmission from the guardian अब देखो यहाँ पर miner को shareholder क्यों नहीं बनाए जा रहा क्योंकि बदले में miner से पैसा recover नहीं कर पाएंगे share के ऊपर जो liability बनेगी वो पैसा माइनर से मांग नहीं सकते सबसे बड़ी दिक्क लेकिन यहाँ पर जो share है वो fully paid share है तो यहाँ पर shareholder की कोई भी liability नहीं बनती shareholder पहले ही उस share के उपर पूरा पैसा pay कर चुगा है तो अब minor sun की कोई liability नहीं बनती अब minor को share के बदले सिर्फ मिलेगा ही मिलेगा कुछ देना नहीं है company की तरह से dividend मिलेगा तो इस case में minor shareholder बन सकता है तो इसको बोलता है transmission of share यह जो है by operation of law हुआ है voluntary fully paid share transfer करे जाएं किसी minor को तो उसको हम transfer बोलेंगे तो voluntary आप जो है fully paid share transfer कर सकते हो किसी minor को उसमें कोई दिक्कत की बात नहीं है लेकिन share fully paid होने चाहिए या फिर जो है अगर transmission के थूँ होता है यानि by operation of law death के case में होता है तो उस case में भी कोई minor shareholder बन सकता है क्योंकि main problem minor से पैसा recover करना था next point हमारा surety for a minor minor के लिए क्या कोई person surety बन सकता है अब ये शूरिटी क्या होता है इसके लिए हमें समझना होगा कॉंट्रैक्ट ऑफ गैरेंटी तो यहाँ पर आपको सबसे पहले कॉंट्रैक्ट ऑफ गैरेंटी को समझना होगा कि कॉंट्रैक्ट ऑफ गैरेंटी क्या होता है और उसके अंदर कितनी पार्टीज होती हैं तो कॉंट्रैक्ट ऑफ गैरेंटी को सबसे पहले समझते हैं यह एक्जांपल है आपके सामने ध्यान से देखो एक परसन है क्रिश जो की माइनर है वो जाता है मिस्टर वाई के पास मिस्टर वाई कौन है मिस्टर वाई की मोबाइल की अब Mr. Y मना कर देता है, Mr. Y कहता है कि मैं आपको अच्छे से जानता नहीं, तो मैं आपको mobile उधार क्यों दूँ, आप एक काम करो, आप जो है एक guarantor लेकर आ जाओ, जो आपके favor में जो है guarantee देगा कि आप पैसा pay कर दोगे, उसके बाद ही मैं आपको mobile दे सकता हूँ, तो Krish ग और Mr. Y भी Mr. X को अच्छे से जानता है तो Mr. X गया Mr. Y के बास और जाकर बोला कि ये जो क्रिश है इसको मोबाइल दे दो इसकी गारंटी मैं लेता हूँ ये पैसा चुका देगा Mr. Y ने बोला कि अगर इसने पैसा नहीं लोटाया तो क्या होगा और Mr. X पे जो है Mr. Y को पूरा विश्वास था तो Mr. X के कहने पे Mr. Y ने क्रिश को मोबाइल दे दिया उधार में Mr. X ने बोला था कि अगर क्रिश जो है मोबाइल के पैसे पेशे नहीं करेगा तो मैं आपको पैसा दे दूँगा तो इन बातों को सुनके आपको क्या लगता है कि पहली लाइबलेटी किसकी बनती है पैसा चुकाने की क्रिश की मिस्टर एक्स की जिसमें पैसा लेना होता है वो होता है हमारा क्रेडिटर तो क्रिश हमारा डेटर है लेकिन कॉंट्रेक्ट औफ गैरेंटी जो है वो क्रिश को एक स्पेशल नाम देता है तो इसलिए उसको नाम दिया गया प्रिंसिपल डेटर यानि फर्स्ट लाइबलिटी तो Mr. X की liability जो है conditional liability कह लाइगी Mr. X को भी contract of guarantee ने एक नाम दिया है जो की है surety यानि जो person guarantee देगा वो surety कह लाइगा उसने surety दिया है creditor को की principal debtor पैसा दे देगा तो जो person guarantee देगा वो उसको कहते है वो surety और जिसको guarantee दी जाती है वो होता हमारा creditor जिसके लिए guarantee दी जाएगी उसको हम बोलेंगे principal debtor तो तीन parties होती हैं contract of guarantee के अंदर अब यहाँ पर देखो principal debtor जो की Krish है वो हमारा minor है और जो surety है Mr. X वो competent to contract है यानि वो major भी है sound mind भी है और disqualified by law भी नहीं है तो Mr. X जो है पूरी तरीके से competent to contract है तो यह जो contract करा गया है contract of guarantee कृष्ण Mr. X और Mr. Y के बीच में यह contract पूरी तरीके से valid है contract of guarantee कहता है कि principal debtor minor हो सकता है लेकिन surety जो person guarantee देता है वो competent to contract होना चाहिए वो contract करने के लिए पूरी तरीके से capable होना चाहिए तो Mr. X का यहाँ पर major होना जरूरी है ना कि principal debtor का principal debtor यानि कृष्ट हमारा minor हो सकता है कल को अगर कृष्ट पैसा ना चुका है तो creditor जो है पैसा surety से recover कर सकता है surety major होना चाहिए surety competent to contract होना चाहिए principal debtor minor होगा तो भी काम चल जाएगा example लिखा हुआ है Mr. X guaranteed for the purchase of a mobile phone by अगर कृष्ट पैसा नहीं पे करता तो Mr. X लाइबल होगा Mr. Y को पेमेंट करने के लिए तो यहाँ पर भी यही बात बोली गई है अगर major person शौरिटी बनता है किसी minor का यानि major person जो है वो गारंटी दे रहा है minor के लिए और अगर कल को माइनर पैसा नहीं पे करता माइनर पैसा पे करने में फेर हो जाता है तो जो major person होगा वही लाइबल होगा third party को पैसा पे करने के लिए यह contract सेम ऐसा ही बने जाएगा जैसे कि direct contract हो रखा हो surety और third party के बीच में तो final liability किसकी बनेगी surety की तो surety हमारा कभी भी minor नहीं हो सकता next point है हमारा miners property liable for necessaries एक होता है necessities दूसरा होता है necessaries यहाँ पर necessities लिखा है ना कि necessities necessities होता है हमारा food, clothes, shelter जो हमारे जीने के लिए जरूरी होता है necessary for life होता है लेकिन necessary जो है एक broader term है एक wider term है इसके अंदर food, clothes, shelter के साथ और भी कई साइज चीज आती हैं जो essential for life होती है ये necessary for life नहीं है लेकिन essential for life है जैसे food, clothes, shelter के साथ इसके अंदर हमारा education आ जाता है medical facilities आ जाती हैं जो essential for life होती है sometimes a person supply necessary to a miner in such cases the supplier of the necessary can claim reimbursement from the property of miner but not personally from the miner तो अगर कभी किसी person ने miner को necessary supply करी यानि necessary item जो होती हैं वो supply करी तो उस person के पास ये right होगा कि वो उस necessary का जितना भी पैसा बनता है वो उस पैसे को claim कर सकता है reimbursement ले सकता है उस पैसे का लेकिन उस पैसे को देनी के लिए miner personally liable नहीं होगा miner की अगर कोई property होगी तो उस property के थूँ उसको वो पैसा मिल सकता है तो लोग ने necessary के अंदर कुछ item बता रखी है नेसेस्ट्री मीन्स दोस्तिंग विचार इसेंचल नीडिड बाया माइनर जो माइनर के लिए इसेंचली नीडिड है देखना टिंग्रूट लगजरी और कंफर्ट आर्टिकल्स तो इसके अंदर लगजरी कोशिश अनेसेस्ट्री कंफर्ट आर्टिकल्स इंक्लूड नहीं होगा अगर इस तरीके की कोई चीज माइनर को सप्लाई करी जाती है तो उसका पैसा आप वापस नहीं मिलेगा उसकी रिएंबर्समेंट नहीं हो सकती मा यानि children life such as watch or a bicycle etc. come within the scope of word necessary तो necessary के अंदर ये सब चीज़ा आती है हमारा food, clothing, accommodation, education expenses, medical expenses status in infant life यानि children को basic life जीने के लिए जो चीज़ों की जरुबत होती है watch, bicycle ये सब हमारा necessary के अंदर cover होगा example देख लेते हैं इसके be a minor is ill and needs urgent medical attention and a neighbor arrange for his medical treatment and spend his money he is entitled to reimburse from minor's property तो बी एक माइनर है वो बिमार हो गया उसको अरजेंट मेडिकल अटेंशन की जवत थी तो आएन यहाँ पर जो बी का नेबर है उसने फटाफट जो है बी के लिए कोई डॉक्टर को बुलाया और उसके लिए उसने अपनी जेब से पैसा पेकिया तो यहाँ पर आएन के पास बट हर एसेट कोड पे ओनली ट्वेंटी थाउजन द शॉकीपर कोड नॉट होट शूति पर्सनली लाइबल एंड कोड प्रिकवर ओनली अमांट रिकवर बल्कुल हर एसेट जैड़ी अप टू 20,000 तो यहां पर शूति जो कि एक माइनर है तो वह एक दिन लैपटॉप सिर्फ 20,000 की recovery कर सकता है क्योंकि शुरूती personally liable नहीं है पैसा पे करने के लिए उसके पास जितनी asset है उतनी की recovery हो सकती है एक और example देखते है M is a minor who broke his right leg in a football match He engaged the doctor to set it Does the doctor have valid claim for his service? तो यहाँ पर doctor अपने पैसे को claim कर सकता है क्योंकि यह medical attention की बात है medical treatment की बात है तो yes, doctor have a valid claim Next word हमारा contact by guardian अगर गाज़न कोई कोंट्रैक्ट करता है तो वो क्या माइनर के ऊपर अप्लाई होगा माइनर उसके लिए लाइबल होगा तो देख लेते हैं एक बार अगर कोई भी कोंट्रैक्ट किया जाता है माइनर के लिए यानि माइनर के भीहाफ़ पर कोई कोंट्रैक्ट करता है तो वह कोंट्रैक्ट बिल्कुल वैलिड होगा माइनर उसको एंडफॉर्स करवा सकता है लेकिन यहां पर दो कंडीशन डाल दी गई हैं गार्जियन कभी भी कोई कोंट्रैक्ट करेगा माइनर के भीहाफ़ पर या माइनर तो दो condition यहाँ पर लगा दी अगर ये दो condition पूरी होती हैं तो guardian के द्वारा minor के लिए करा गया contract पूरी तरीके से valid होगा और minor उसको enforce करवा सकता है however all contract made by the guardian on behalf of a minor is not valid हाला कि सभी contract जो guardian की तरफ से minor की भीहाफ़ पर करे जाएंगे वो valid नहीं होगी कौन से contract वैलिट नहीं होगे the guardian of a minor has no power to bind the minor by a contract for purchase of immoral property तो इसके अंदर दो तरीके कोंट्रेक्ट आते हैं purchase of immoral property और sale of immoral property अगर guardian जो है minor के भिहाफ़े minor के लिए कोई immoral property purchase करना चाहता है या minor की कोई immoral property sale करना चाहता है तो वो नहीं कर सकता उसके बास power नहीं है अगर उसको ऐसा करना है minor के भिहाफ़े minor की कोई property को sale करना है तो उसको court की permission लेनी होगी तो यहाँ पर court की permission की requirement होती है जिस certified guardian कौन होता है जिस guardian को court ने appoint किया यानि courts of ward मैंने आपको बता रहा था बच्चों की court तो वहाँ पर guardian के पास power है कि वो minor की property को sale कर सकता है अब सवाल याता है कि minor की property को sale क्यों करा जाएगा अखर minor को किस का पैसा पे करना है जो उसको property बेचने पड़ रही है तो अगर कभी minor को किसी ने कोई necessary supply करी हो अगर minor को कोई necessary supply करता है तो वो उस necessary amount की recovery कर सकता है minor की property से तो अगर कभी necessary supply की payment करनी हो तो minor की property को sale करा जा सकता है next point है हमारा no specific performance minor को कभी भी specific performance करने के लिए नहीं कहा जा सकता a minor agreement being absolutely void the court never direct specific performance of such an agreement by him तो specific performance क्या होता है अगर मान लो दो person है ए और बी ए के बाद दो car है एक white और ए black ए ने बी को बोला कि मैं अपनी white car तुझे बेचूँगा लेकिन बी ने लेने से मना कर दी, बी बोला की हमारे बीच तो white car की बात हुई थी, तो तू black car कैसे दे सकता है मुझे, मुझे तो white car ही चाहिए, अब ये बोला की मैंने गलती से तुझे white car बोल गया था, white car तो मैं बेचना चाहता ही नहीं हूँ, तू black car ले ले, बी चला गया तो कोड जो है यहां पर एक ओर दे सकता है कि तुम्हें जो है अपनी वाइट कार देनी होगी तुम मना नहीं कर सकते जो स्पेसिफिक परफॉर्मेंस तुमने कही थी वह तुम्हें पूरी करनी होगी एक बार तुमने बोल दिया कांट्रैक्ट बन गया तो order दे सके specific performance करने के लिए क्योंकि agreement ही void है minor के साथ किया गया agreement absolutely void होता है void ab initio होता है तो जो contract ही void ab initio है उसके उपर court फैसला कैसे चुना सकता है कोई decision court कैसे दे सकता है तो court कभी भी minor को specific performance करने का order जारी नहीं कर सकता liability of minor parents and guardian तो अगर minor कोई contract करके आता है अगर minor कोई contract करके आता है तो क्या minor के parents की liability बनीगी the minor's contract डू नॉट इंपोस एनी लाइब्रेटी ऑन इस पेरेंट्स और गार्जियन इवन इप द कॉंट्रैक्ट्स आर फॉर नेसेस्री तो माइनर के लेकिन minor के parents लाइबल नहीं होते कि वो minor की necessities की payment करें अब वो बात अलग है कि moral responsibility के base पर parents ही बच्चों के गलतियों के लिए लाइबल होते हैं या parents ही बच्चों के contract के लिए लाइबल होते हैं लेकिन यहाँ पर law कभी भी moral grounds पर कोई decision नहीं देता कोई rule नहीं मनाता morally क्या होता है वो एक अलग बात है लेकिन legally आप minor के parents या guardian से कोई पैसा नहीं ले सकते हैं the parents or guardian of a minor may pay money borrowed by him just out of moral obligation but there is no legal obligation to make such payment एग्जांपल देखते हैं रीचा माइनर एंटर इंटॉर कॉंट्रैक्ट फॉर बाइंग आस्कूटी फॉर्म द डीलर एंड मेंशन डेट हर पेरेंट वेल बी लाइबल फॉर द पेमेंट ऑफ फूटी तो रीचा जो कि एक माइनर है वह एक कॉंट्रैक्ट parents को किसी तरीके की कोई knowledge नहीं थी तो parents की यहाँ पर कोई liability नहीं बनती इस कू� लास्ट पॉइंट है मारा सिक्स्टीन पॉइंट लाइब्रिटी फॉर टॉट्स क्या होता है टॉट्स का मतलब होता है सिविल रॉंग तो अगर किसी के साथ कोई सिविल रॉंग किया गया तो जो अफेक्टिट पाटी होगी वो कोट में जा सकती है केस फाइल कर सक यानि minor अपनी age गलत बताता है और बोलता है कि वैं major हूँ और ऐसा बोलकर किसी contract के अंदर enter होता है और बाद में contract को तोड़ता है तो ये भी तो civil wrong के अंदर आया लेकिन यहाँ पर minor के खिलाब कोई case नहीं हो सकता minor से कोई damages की recovery नहीं हो सकती लेकिन अभी भी यहाँ पर एक point है जहाँ पर minor की liability create हो जाएगी civil wrong के case में however the liability for thought arise यहाँ पर minor की liability create हो सकती है because of negligence but not due to contractual relationship एक case ऐसा बनता है जहाँ पर minor की liability create हो सकती है अगर वो किसी तरीके का कोई civil wrong करता है या नहीं taught करता है वो case कौन सा होगा? because of negligence not due to contractual relationship contract के चक्कर में minor के उपर कभी liability नहीं बनेगी लेकिन अगर minor ने कोई लापरवाई करी जिसकी वैसे कोई civil wrong हुआ तो minor के liability create हो सकती है हमारा case law है Bernard Varses Huggies का ये case है 1863 का A, a minor hired a horse from B for the purpose of riding he was given strict instruction not to jump with the horse अब देखो यहाँ पर ए जो है एक माइनर है उसने जो है एक घोड़ा उधार लिया था बी से राइडिंग करने के परपस से बी ने उसे ए घोड़ा देते समय स्ट्रिक इंस्ट्रक्शन दिया था कि इस घोड़ा को जो है जंप मत करवाना तो इसको नुकसान हो सकता है इसको चोट लग सकती है तो strictly instruction दे दिये गए थे B की तरफ से और A ने बोल भी दिया था कि मैं इसको jump नहीं करवाँगा अब A के बास C आया C कोई ने A का दोस्त C ने बोला कि मुझे भी horse riding करनी है तो A ने C को अपना घोड़ा दे दिया A lent the horse to his friend C लेकिन यहाँ पर A जो ए वो C को कहना भूल गया कि इसको jump मत करवाना और C ने जो ए A के घोड़े को jump करवा दिया जिसकी वज़े से horse मर गया तो यहाँ पर जो B है जो घोड़े का owner था उसने जो है A के ख़लाफ legal action ले लिया A के ख़लाफ damages का claim कर दिया अब यह बताओ यहाँ पर A की लापरवाई की वज़े से horse मरा अगर A जो है C को बता देता कि horse को jump मत करवाना तो घोड़ा नहीं मरता घोड़ी की मौत नहीं होती A की negligence की वज़े से civil wrong हुआ A और B के बीच contract हुआ था horse riding का उस contract की terms और condition के अंदर तो कोई दिक्कत नहीं थी A की negligence की A ने negligence किया जिसकी वज़े civil wrong हुआ तो A अगर negligence करता है यानि minor कभी भी कोई negligence करता है तो वहाँ पर minor की liability बन जाती है minor जो है liable होता है damages pay करने के लिए A was held liable to pay the damages तो clear हो गया आपको तो यहाँ हमारे 16 point complete हो गये हम पढ़ रहे थे यहाँ पर effect of minor agreement अगर minor के साथ कोई agreement हो जाता है तो उसके क्या consequences होंगे effect of minor agreement तो यहाँ हमारा complete हो गया मैंने आपको यह topic start करने से पहले ही बता दिया था कि जहाँ पर minor का benefit होगा वहाँ पर minor के साथ करावा contract valid हो जाएगा and forcible हो जाएगा लेकिन अगर जहाँ पर minor का loss होगा या minor का कोई benefit नहीं होगा तो वहाँ पर अगर minor के साथ कोई agreement होता है तो वो void ab initio हो जाएगा तो law ने सीधे minor के benefit को ध्यान में रखते हुए roots बनाए हैं next and last topic है हमारा effect of contract by disqualified person disqualified person के साथ अगर कोई contact करा जाएगा तो उसके क्या effect हैं कि उसके क्या consequences होगे beside minor and person of unsound mind there are also other persons who are disqualified from contracting partially or wholly so that the contract by such persons are void तो हमें पता है कि हमारे पास माइनर है और अंसाउंट माइन है यह दो लोग ऐसे हैं जिनके साथ आप कोंट्रैक्ट करोगे तो आपका कॉंट्रैक्ट जो है वॉइड एबिनी शो हो जाएगा तीसरा हमारे पास एक और है इन दोनों के अलावा जो कि हमारा पर से फॉर्म पॉलिटिकल स्टेटस कॉर्परेट स्टेटस एंड लीगल स्टेटस तो यहां पर जो इनकंपिटेंसी इन लोगों के अंदर क्लियर्ट होती है इनकंपिटेंसी का मतलब होगा यह लोग कंपनेंट टो कांटेक्ट नहीं है तो वह इनकंपिटेंसी तो ये कुछ persons है जो इस category के अंदर fall करते हैं पहला है foreign sovereign and ambassadors तो आखर ये foreign sovereign और ambassador कौन होते हैं ये होते हैं हमारे राजदूत आपने सुना होगा हर country की किसी foreign country के अंदर embassy होती है जैसे कि इंडिया के embassy अलग लग कई साइड countries के अंदर है तो हर अलग countries के अंदर Indian embassy है उसी तरीके से इंडिया के अंदर भी दूसरी countries के embassy है जो है वह इंडिया के अंदर है तो हर किसी कंट्री की एंबेस्टी दूसरी कंट्री के अंदर होती है आज के टाइम पर ग्लोबलाइजेशन सिस्टम है तो हर किसी कंट्री को दूसरी कंट्री से रिलेशन बनाकर रखना होता है तभी आप सकता है लेकिन इनके साथ एक प्रॉब्लम आ जाती है वह प्रॉब्लम क्या है मैं आपको बताता हूं ध्यान से सुनो इन लोगों को जो है एक स्पेशल पावर दे रखी है या मैं कहूं एक स्पेशल प्रायर्टी दे रखी है इनको जो है एक सकते हैं तो यह तो सीधे-सीधे इंजेस्टेस है आपके साथ कंट्रैक्ट के अंदर बराबरी के राइट्स और ड्यूटीज होती है लेकिन यहां पर बराबरी की बात तो नहीं आ रही तो इसीलिए लॉन बाती कर दी आप इनके साथ कंट्रैक्ट करो ही जो विदेशी लोग होते हैं या विदेशी कोई person होते हैं उनको हम alien बोलते हैं जो हमारी domestic territory से बाहर के लोग हैं वो सब हमारे लिए alien होते हैं और enemy का मतलब होगा दुश्मन तो जब भी दो country की बीच में आपस में war declare हो जाती है तो एक country दूसरी country को अपना alien enemy बोलती है पाकिस्तान जो है इंडिया के लिए alien enemy होगी तो हर वो country जिसके दाथ war declare हो जाती है वो हमारे लिए alien enemy कहलाती है जब war चल रही है तो वो alien enemy है और जब war और खत्म हो जाएगी नॉर्मल सिट्वेशन में जाएगी तो वह इन फ्रेंड हो जाती है तो अगर आप इन एनमी के साथ कॉन्ट्रैक्ट करते हो तो उसके इसमें क्या होगा वहीं बता रहा है इस पॉइंट के अंदर ऑन डिफिकेशन ऑफ दी वार डिक्लेर होने से पहले आपने कोई contract कर रखा है और बीच में से वार डिक्लेर हो गई तो आपके उस contract का क्या होगा उसके लिए rule अलग है तो दोनों के लिए अलग rules हैं एक बार दिख लेते हैं an alien enemy cannot enter into a contract with an Indian citizen he is also disqualified from swimming in an Indian court तो अगर वार के बीच में आप contract करते हो किसी alien enemy के साथ तो वो सीधे अगर एलियन एनेमी जो है वह डिस्क्वालिफाइट फॉर मोटर टिंग वह तो आप किसी भी ऐसे पर सेंट के साथ कंट्रैक्ट करोगे जो डिस्क्वालिफाइट फॉर मोटर टिंग है तो वह कंट्रैक्ट आपका वॉड एबरिजन लाइक आपके ने वॉड पहले अगर कंट्रैक्ट हो रखा तो उसका क्या होगा तो कंट्रैक्ट एंटर इंटू विद एलियन एनेमी बिफोर डेक्लेरेशन या फिर सस्पेंड हो जाएगा सस्पेंड का मतलब क्या होता है स्टेयर लग जाएगा अभी फिलाल के लिए कॉंट्रैक्ट पर चले जाएगा बाद में जब वार खत्म होगी तो फिर देख लेंगे उस कॉंट्रैक्ट को रिवाइब कर लेंगे तो वह कॉंट्रैक्ट वाइडर टर्म है जबकि कंपनी एक नेरो टर्म है A corporation is an artificial person incorporated under a special act like LIC act, RBI act, Companies act, etc. तो corporation एक artificial person होता है जो incorporate होता है under a special act अगर किसी artificial person के लिए कोई separate act बना रखा है यानि special act बना रखा है तो वो हमारा corporation कहाएगा जैसे कि LIC के लिए एक LIC act बना रखा है तो जब भी किसी artificial person के लिए कोई special act बनाया जाता है और उसी special act के थूँ उसको incorporate किया जाता है तो वो हमारे लिए corporation के अंदर आ जाता है तो corporation जो है कभी भी अपनी power के बाहर जाकर कोई भी contract नहीं कर सकता beyond the power corporation नहीं जा सकता अब corporation की power कहाँ पर दियोती है corporation की power दियोती है उसके memorandum of association के अंदर जिसको हम MOA भी बोलते हैं अगर मैं बात करूँ companies की तो companies का जो MOA होता है या memorandum of association होता है उसको हम charter of the company बोलते हैं तो टोटल चैनल जी होते हैं जिसमें समारा एक लॉस्ट होता है ऑब्जेक्टिव क्लॉस उस ऑब्जेक्टिव क्लॉस के अंदर बता रहा होता है कि कंपनी के क्या-क्या ऑब्जेक्टिव है कंपनी की एक बांडरी सेट कर रखी होती है कि उसके बियॉन जाकर कोई कॉंटेक्ट करता है तो वह कॉंटेक्ट जो इनवैलिड होगा पॉइड अब इनिश हो जाएगा नेक्स्ट पॉइंट हमारा कंविक्ट को नोटा कंविक्ट वह परसन होता है जिसको दोशी करार दे दिया गया होता है कोड की तरफ से तो डूरिंग द पीरोड आफ इंप्रेजिमेंट तो जब तक कोई परसन अगर जेल में है तो वह कंविक्ट कहाएगा और कंव जब तक उसकी सजा का period चल रहा होता है यानि incompetency कब तक रहती है only during the period of sentence लास्ट हमारा इन सॉल्वेंट पर संगीत कांट्रैक्ट नहीं कर सकते वह भी डिस्क्वालिफाइड फॉर कांट्रैक्टिंग होता है तो कभी भी इन सॉल्वेंट पर संगीत कांट्रैक्ट नहीं कर सकता रिलेक्टिंग टू इस प्रॉपर्टी यानि जो इंकमपिटेंसी है किसी इंसाल्वेंट पर संग्रोपर कि वह कांट्रैक्ट नहीं कर सकता वो remove हो जाती है जैसे ही code जो है discharge का order pass कर देता है यानि एक बार उस person की सारी asset बिग गई asset बिग के जितनी liability pay होनी थी pay हो गई जितनी नहीं होनी थी वो खतम हो गई बात खतम उसको discharge कर दिया गया asset से भी और liability से भी अब उसके बास कुछ नहीं है तो यह होगा हमारे 5 point हमारे disqualified from contracting के आप comment section में comment करके हमें अपना feedback जरूर देना अगर आपको एक class पसंद आती है तो आप video को like जरूर करना चैनल को subscribe करना और इसी तरीके से हम आगे classes को continue करते रहेंगे तो आप इस channel पर बने रहना description box में आपको telegram group का link मिलेगा उसको जाके join के लेना आपको एक नई video है थैंक यू फ