हिंदी में यूपीएससी की तैयारी से संबंधित प्रोग्राम्स को देखने के लिए सब्सक्राइब करें स्टडी आईक्यू आईएस हिंदी नमस्कार बहुत-बहुत स्वागत है आप सभी का स्टडी आईक्यू आईएफ हिंदी में मेरा नाम है अतुल जैन तो मेरे ख्याल से आप में से काफी लोगों को याद होगा कि आज से कुछ महीने पहले भारत के मसालों को लेकर एक बड़ा विवाद छला था दुनिया के कई सारे देशों में अमेरिका में सिंगापुर में हांगकांग में कई सारे ऐसे भारतीय मसाले थे जिन की जांच की गई और यह पाया गया कि उनमें एक हार्मफुल केमिकल जो होता है एथिलीन ऑक्साइड वो आवश्यकता से ज्यादा था और इस कारण से वहां पर कई सारे देशों में ये आदेश दिए गए कि कुछ स्पेसिफिक भारतीय मसाले जैसे एक आई थिंक चिकन मसाला था एक कुछ और मसाला था तो कुछ प्रकार के मसालों को बाजार से हटाने के भी निर्देश जो है वहां की सरकारों ने दिए थे तो उसके बाद भारत सरकार का जो एक नियामक है खाद्य पदार्थों की गुण त्ता का जो नियामक है एफएसएसएआई उसने यह आदेश दिया कि भारत में जितने भी मसाला ब्रांड हैं उनकी जांच शुरू करी जाए और अब उस जांच के कहीं बीच में आकर एफएसएसएआई ने ये आदेश दिया है कि 111 भारत के मसाला निर्माता कंपनियों के लाइसेंस को रद्द कर दिया जाए और उनको म उनको मसाला उत्पादन करने पर तुरंत तत्काल प्रभाव से रोक एफएसएसएआई ने लगा दी है ये क्या मामला है आपको अगले पांच सा मिनट में समझा दूंगा लेकिन उसके पहले आपको बता दूं कि भाई भारतीय टीम के t-20 वर्ल्ड कप जीतने की खुशी में स्टडी आईक्यू आईएस जो है आपके लिए पीट आई बैच पर एक सेल लेकर आया है जो कि केवल 3 दिन के लिए है एक दो और 3 तारीख के लिए तो 3 जुलाई तक आप हमारे पीटू आई बैच से सिर्फ 25999 में जुड़ सकते हैं एजे लाइफ कोड लगा के याद रखिएगा बैच 8 तारीख से शुरू है लेकिन सेल जो है वो केवल 3 तारीख तक है 3 तारीख के बाद आपको ये 29999 का मिलने वाला है रोज 3 घंटे की लाइव क्लास मेंटरशिप डेली प्रैक्टिस क्वेश्चन प्री और मेंस के मेंस के क्वेश्चंस का रोज आपका समाधान फीडबैक आपको मिलेगा उसपे और साथ के साथ आपको जो है प्री और मेंस दोनों की टेस्ट सीरीज 18 किताबें आपके घर पे और अगर आप प्री क्वालीफाई करते हैं तो मेंस की तैयारी के लिए आपको हम दिल्ली बुलाएंगे आपका रहना खाना पढ़ना सब इसी खर्चे के अंदर जो है वह समावेशित होगा चलिए अब एक बार जल्दी से चर्चा शुरू करते हैं तो सबसे पहले हम बात करते हैं भाई एफएसएसएआई है क्या एफ एस एस ए आई ठीक है भाई एफएसएसएआई क्या है यह भारत की सरकारी संस्था है जो कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करती है फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ठीक है फूड सेफ्टी खाद्य सुरक्षा एंड स्टैंडर्ड और मानक एफएसएस अथॉरिटी ऑफ इंडिया प्राधिकरण ठीक है जी अथॉरिटी ऑफ इंडिया तो भारत में खाद्य पदार्थों की जो गुणवत्ता है वो ठीक है या नहीं है वो अच्छी है या नहीं है उसकी जांच करना उनको सर्टिफिकेट देना ये इसका काम है तो अगर आप कोई भी खाद्य पदार्थ खरीदते हैं किसी कंपनी का बनाया हुआ तो आप देखेंगे कि उस पर एक एफएसएसएआई का एक मार्क लगा होता है ठीक है एक इस तरह का एक चिन्ह जैसा होता है आप देख सकते हैं ऐसा एक लगा होता है एफ एसएस एआई और रजिस्ट्रेशन नंबर लिखा होता है कि भाई ये हमारे रजिस्ट्रेशन का नंबर ये है तो आप अगर कोई भी खाद्य पदार्थ का उत्पादन करते हैं जिसमें आपका टर्नओवर ₹ लाख से ज्यादा है वर्ष का तो आपको एसएसआई का सर्टिफिकेट लेने की आवश्यकता पड़ती है ठीक है तो खैर यह याद रखिएगा एक स्टैचूट बॉडी है एक विधिक संस्थान है संसद ने कानून बनाकर सन 2006 में इसको बनाया था ठीक विधिक संस्थान है 2006 में बनाया गया था और अभी यह कहां आता है खाद्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आता है खाद्य व परिवार कल्याण स्वास्थ माफ कीजिएगा स्वास्थ्य क्षमा कीजिएगा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आता है मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर इन इस मंत्रालय के अंतर्गत य आता है और इसका काम होता है कि भारत में जो भी खाद्य पदार्थों की चीजें हैं वो उनको सर्टिफिकेट प्रदान करें तो आपको पता है कि भारत में भाई बहुत तरह के मसाले बनते हैं मसालों के लिए भारत एक बहुत ही जानामाना क्षेत्र है बहुत ही चर्चित है बहुत ही प्रतिष्ठित है भारत के मसाले दुनिया भर में जानेमाने होते हैं ठीक है तो भाई क्या हुआ था पिछले दिनों भारत के मसालों में ये एक प्रक्रिया देखी गई थी कि कई सारे देशों में क्या देखा था आपने कि बहुत सारे मसालों के अंतर्गत क्या हुआ था कि उनमें अ ये जो एक एथिलीन ऑक्साइड नाम का एक केमिकल था और ऐसा विदेशों में जो भारत की बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं अ जैसे आपकी एमडीएच हो गई या बादशाह मसाला हो गया इन सारी बड़ी कंपनियों में भी एवरेस्ट मसाले हो गए इन सब में भी इस तरह की गड़बड़ देखी गई थी कि एथिलीन ऑक्साइड जो है उसका स्तर सामान्य से अधिक पाया गया था उसका स्तर जो है वो सामान्य से अधिक पाया गया था और ये कहा जाता देखिए एथिलीन ऑक्साइड मसालों में डाला जाता है ऐसा नहीं है कि नहीं डाला जाता क्योंकि एथिलीन ऑक्साइड जो है वो आमतौर पे मसालों की सेल्फ लाइफ को बढ़ाता है उसमें जो कीड़े वगैरह लग जाते हैं उनको मारने के काम आता है लेकिन अगर एथिलीन ऑक्साइड जो है वो आवश्यकता से ज्यादा हो तो वो मानव के लिए नुकसानदायक है वो कैंसर पैदा कर सकता है वो सांस की गंभीर बीमारियां पैदा कर सकता है तो कई सारे देशों में ऐसा पाया गया कि भारत में जो मसाले बन रहे हैं उनमें एथिलीन ऑक्साइड की जो मात्रा है वो जरूरत से ज्यादा है तो इसके बाद कई सारे देशों ने भारत के मसालों के स्टॉक को लौटा दिया था तो भारत सरकार के एफएसएसएआई ने उसके बाद एक आदेश दिया था कि भारत के जितने भी मसाला निर्माता हैं उन सबके सैंपल लिए जाएंगे और उनकी जांच करी जाएगी तो तकरीबन 4000 सैंपल जो हैं पूरे देश में एकत्रित किए गए थे अब देखिए एफएसएसएआई के पास कोई जांच के लिए बहुत बड़ा नेटवर्क है नहीं कोई बहुत सारी लैब्स इनके पास है नहीं तो अभी तक इन्होंने इन 4000 में से करीब 2200 सैंपल्स की जांच अभी तक करी है और अब इन 2200 सैंपल की जांच के बाद इन्होंने कहा है कि भैया 111 कंपनियां ऐसी हैं जिनके मसाले जो हैं वो बेसिक स्टैंडर्ड के भी नहीं है जो बेसिक स्वच्छता और क्वालिटी का एक मानक आप मानते हो कि वो होगा होना चाहिए ऐसी कंपनियों का इन्होंने ऐसी कंपनी ऐसी 111 कंपनियों के आसपास इन्होंने यहां पर एक चीज बताई है और इन्होंने कहा है कि भाई ऐसी 111 कंपनियां जो हैं इनके हम लाइसेंस को तुरंत रद्द कर रहे हैं और इस माय लाइसेंस को रद्द करने के कारण अभी से तुरंत बाद से यह मसालों का उत्पादन इत्यादि नहीं कर पाएंगे अभी तक जो पता चला है हालांकि बहुत डिटेल रिपोर्ट अभी आई नहीं है कि ये जो 111 कंपनियां हैं जिनको रद्द कि गया है आमतौर पर यह तमिलनाडु और केरल की छोटी कंपनियां हैं देखिए याद रखिए भारत में मसालों का उत्पादन कोई ऐसा नहीं है कि केवल एमडीएच और एवरेस्ट जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां ही करते हैं बहुत सारे स्थानीय स्तर पर भी छोटे-छोटे उत्पादक होते हैं जो मसालों का उत्पादन करते हैं तो अभी जो 111 कंपनियां पाई गई हैं ये माना जा रहा है कि भाई ये ज्यादातर इनमें से तमिलनाडु और केरल की है कुछ कंपनियां जो है वो गुजरात महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की भी हैं गुजरात था ये दोबारा लिख देता हूं मैं हां कुछ कंपनियां जो है इनमें से वह गुजरात महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश की भी है अभी बाकी सारी कंपनियों की जांच होनी बाकी है याद रखिए एफएसएसएआई ने स्वयं ही कहा है कि अभी हम आधे सैंपल्स के आसपास की जांच कर पाए हैं और उसके आधार पर ही ये कड़ा कदम एफएसएसएआई ने उठाया है तो निश्चित तौर पर जब यह जांच पूरी होगी जब यह पूरी बात सप्त होगी तो इस बात की पर्याप्त संभावना है कि जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा या फिर जिन जिन कंपनियों पर जुर्माना लगाया जाएगा उनकी संख्या काफी बड़ी हो सकती है तो ये बहुत बड़ी समस्या की तरफ ध्यान आकर्षित करता है कि भारत में अभी भी खाद्य पदार्थों में जो असुरक्षित रसायन है उनकी मिलावट और इसके अलावा खराब तरह का खाद्य पदार्थ बनाना जो है वो कितना जोरों पर है देखिए यह काम भारत में चल रहा था हमेशा से हम इसको लेकर सजत कब हुए हम इसको लेकर सचेत कब हुए जब दूस दूसरे देशों ने भारत के मसालों पर कार्यवाही करी जबकि कायदे में यह काम तो हमें खुद करना चाहिए था ना भाई ये काम खुद करना चाहिए था कि नहीं कि भाई अमेरिका या फिर हांगकांग या सिंगापुर ने जब हमारे मसालों को बैन कर दिया तब हम इस बात को लेकर नींद से जागे कि यार इनकी हमको भी जांच करनी चाहिए यानी कि न जाने कितने वर्षों से हमारे यहां का जो उपभोक्ता है हमारे यहां का जो नागरिक है वो ये गलत प्रकार के मसाले खा रहा था तो ये बहुत अ ये बहुत अच्छी बात नहीं है खाद्य पदार्थों में मिलावट उनकी गुणवत्ता कम करना यह भारत में बहुत ज्यादा रैंप है बहुत ज्यादा प्रचलित है तो एफएसएसएआई के लिए भी ये एक सबक है बाकी संस्थानों के लिए भी एक सबक है कि इस तरह के मामलों पर हमको और ज्यादा सजग और सक्रिय होकर कार्यवाही करनी पड़ेगी तभी हम इन चीजों को रोक पाएंगे बहरहाल इन मसालों के मामले पर आगे जो भी कार्यवाही होती है वो मैं आपको निश्चित तौर पर बताता रहूंगा जाते-जाते आपको अभी के लिए इतना फिर से बता दूं कि भाई 3 तारीख तक पीटू आई बैच पर सेल है एजे लाइफ कोड लगा के 25999 में जुड़ सकते हैं बैच 8 तारीख से शुरू हो रहा है पर सेल केवल 3 तारीख तक है याद रखिएगा तो तुरंत जुड़ जाइए एजे लाइफ कोड लगा के अपने पसंदीदा टीचर्स के साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कीजिए ठीक है इस चर्चा से जुड़ने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद हिंदी में यूपीएससी की तैयारी से संबंधित प्रोग्राम्स को देखने के लिए सब्सक्राइब करें स्टडी आईक्यू आईए हिंदी [संगीत]