समाज का अध्ययन
व्याकरण का विषय
- क्लास 9 के लिए व्याकर ण का टॉपिक
- आज का विषय: समाज
समाज का अर्थ
- शाब्दिक अर्थ: संग्रह, सम्मेलन, संक्षेप, मिश्रण
- किसी चीज को मिलाकर छोटा करना
- बड़े शब्दों को मिलाकर एक सरल शब्द में व्यक्त करना
समाज की प्रक्रिया
- समस्त पद: दो या अधिक पदों के मेल से नया शब्द बनता है।
- समाज: शब्दों के मिलाने की प्रक्रिया
- उद्देश्य: कम शब्दों में अधिक अर्थ व्यक्त करना।
उदाहरण
- गंगाजल: गंगा + जल
- रामावतार: राम का अव तार
- विशुद्ध चक्रपाणि: विष्णु जी का चक्र धारण करने वाला
समाज में पदों का महत्व
- कभी पूर्व पद, कभी उत्तर पद प्रधान होते हैं।
- समस्त पद: नया पद जो दोनों से मिलकर बनता है।
- समास विग्रह: समस्त पद को उसके भागों में अलग करना।
समाज के भेद
- तत्पुरुष समास
- कर्मधारय समास
- द्विगु समास
- बहुव्रीहि समास
- अव्ययीभाव समास
- सं प्रदान तत्पुरुष समास
तत्पुरुष समास की पहचान
- इसमें उत्तर पद प्रधान होता है।
- उदाहरण: "अतिथि को अर्पण"
- कर्म तत्पुरुष परिभाषा: कर्म का लोप होता है।
कर्मधारय समास
- पहले पद में विश्लेषण और दूसरे में विशेषता होती है।
- उदाहरण: "नीलकंठ" (नीला कंठ)
द्विगु समास
- पहले पद में संख्या होती है।
- उदाहरण: "त्रिफला" (तीन फल)
बहुव्रीहि समास
- दोनों पद मिलकर किसी तीसरे की ओर इशारा करते हैं।
- उदाहरण: "चतुर्मुख" (चार मुख वाला)
अव्ययीभाव समास
- पहला पद अव्यव होता है।
- उदाहरण: "प्रतिदिन" (हर दिन)
अभ्यास कार्य
- समास का शाब्दिक अर्थ, परिभाषा और भेद शीघ्र याद करें।
- विभिन्न समस्त पदों का विग्रह कीजिए और समास का नाम लिखिए।
समास का अध्ययन
- स्रोत: चैनल पर उपलब्ध वीडियो और पाठ्य सामग्री।
- क्लास 9 के लिए सीबीएसई के सभी विषय: हिंदी, इंग्लिश आदि।
ध्यान दें: समास का अध्ययन समय-समय पर करते रहना चाहिए।