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समाज और व्याकरण का अध्ययन

Jul 31, 2024

समाज का अध्ययन

व्याकरण का विषय

  • क्लास 9 के लिए व्याकरण का टॉपिक
  • आज का विषय: समाज

समाज का अर्थ

  • शाब्दिक अर्थ: संग्रह, सम्मेलन, संक्षेप, मिश्रण
  • किसी चीज को मिलाकर छोटा करना
  • बड़े शब्दों को मिलाकर एक सरल शब्द में व्यक्त करना

समाज की प्रक्रिया

  • समस्त पद: दो या अधिक पदों के मेल से नया शब्द बनता है।
  • समाज: शब्दों के मिलाने की प्रक्रिया
  • उद्देश्य: कम शब्दों में अधिक अर्थ व्यक्त करना।

उदाहरण

  • गंगाजल: गंगा + जल
  • रामावतार: राम का अवतार
  • विशुद्ध चक्रपाणि: विष्णु जी का चक्र धारण करने वाला

समाज में पदों का महत्व

  • कभी पूर्व पद, कभी उत्तर पद प्रधान होते हैं।
  • समस्त पद: नया पद जो दोनों से मिलकर बनता है।
  • समास विग्रह: समस्त पद को उसके भागों में अलग करना।

समाज के भेद

  1. तत्पुरुष समास
  2. कर्मधारय समास
  3. द्विगु समास
  4. बहुव्रीहि समास
  5. अव्ययीभाव समास
  6. संप्रदान तत्पुरुष समास

तत्पुरुष समास की पहचान

  • इसमें उत्तर पद प्रधान होता है।
  • उदाहरण: "अतिथि को अर्पण"
  • कर्म तत्पुरुष परिभाषा: कर्म का लोप होता है।

कर्मधारय समास

  • पहले पद में विश्लेषण और दूसरे में विशेषता होती है।
  • उदाहरण: "नीलकंठ" (नीला कंठ)

द्विगु समास

  • पहले पद में संख्या होती है।
  • उदाहरण: "त्रिफला" (तीन फल)

बहुव्रीहि समास

  • दोनों पद मिलकर किसी तीसरे की ओर इशारा करते हैं।
  • उदाहरण: "चतुर्मुख" (चार मुख वाला)

अव्ययीभाव समास

  • पहला पद अव्यव होता है।
  • उदाहरण: "प्रतिदिन" (हर दिन)

अभ्यास कार्य

  • समास का शाब्दिक अर्थ, परिभाषा और भेद शीघ्र याद करें।
  • विभिन्न समस्त पदों का विग्रह कीजिए और समास का नाम लिखिए।

समास का अध्ययन

  • स्रोत: चैनल पर उपलब्ध वीडियो और पाठ्य सामग्री।
  • क्लास 9 के लिए सीबीएसई के सभी विषय: हिंदी, इंग्लिश आदि।

ध्यान दें: समास का अध्ययन समय-समय पर करते रहना चाहिए।