एक गुड़ी विनिंग टेवर वन आज हमारा जो पहला टॉपिक होगा वह यूनिट वन बाय कमेंस्ट्री के अंदर मेंशन है देखेंगे जैसे एटम मॉलेक्यूल और बॉंड तो आज हम सबसे पहले उसी टॉपिक को हम स्टार्ट करने वाले हैं तो वह टेवर इस एटम वह इस मॉलेक्यूल एंड वोट इस बॉंड इस तीन टॉपिक से इनको हम पढ़ने वाले ठीक है तीनों टॉपिक बहुत बेसिक है क्योंकि आपने इसक 9th, 10th, 11th, 12th class से लेकर B.Sc तक और even M.Sc में सभी जगह पर पढ़ा होगा तो बस simply इन basics को हम revise कर रहे हैं वापस हम chemistry नहीं पढ़ रहे हैं हम chemistry की master's degree नहीं कर रहे हैं नहीं हम biochemistry के special students हैं हम life science के student हैं और हमें जितनी requirement है हम उतनी ही biochemistry पढ़ेंगे जिनको पहले से biochemistry ज़्यादा आती है तो फिर वह अपना time कहीं और utilize कर सकते हैं क्योंकि हम यहां पर काफी detail में biochemistry नहीं पढ़ने वाले हैं, हम उतनी पढ़ने वाले हैं जिससे हमारे सारे questions solve होते हैं ठीक है? तो सबसे पहले हम बात करते हैं कि what we mean by matter, matter क्या है? simple words में हम यह कह सकते हैं कि everything which is around us चाहे mobile जिस पर आप देख रहे हैं या laptop जिसके उपर आप visualize कर रहे हैं या आपके हाथ में जो एक copy है या pen है या मैं हूँ या आप है We all are composed of matter हम सब matter के बने वे हैं Anything which is having some physical existence उसके लिए we say that it is composed of matter Now matters कई तरीके की forms में हो सकते हैं Matter could be in a solid state Heat करने पर उसी matter को liquid state में उसी matter को और ज़्यादा heat करने पर gas state के अंदर, उसी matter को और ज़्यादा heat करने पर plasma state में भेजा जा सकता है.
So matter की कई सारी अवस्ताएं होती है, कई सारी states होती है. जैसे हमने कहा कि matter it is composed of, means everything which is around us is composed of matter and matter is composed of elements. matter कई सारे elements से मिलकर बनावा होता है, अब बात यह आती है कि फिर element क्या है, so we can say that basically an element, so what is element, matter किसका बनावा है, so matter it is composed of an element, what is an element, so we can say element is a substance, element is substance, that नोट बी सेपरेटेड देट एन नोट बी सेपरेटेड इंटू सिंपलर सब्स्टेंस तो एलिमेंट सब्स्टेंस का बनावा होता है और अभी यह भी कह सकते हैं कि एलिमेंट एज अप काइंड ऑफ प्यूट सब्स्टेंस जिसको और purify नहीं किया जा सकता element में भी there is some repeating unit जो बार देखने को निलती है पर यह जो सारी repeating units है वो सब एक ही तरीके ही होगी repeating units जो element में present होती है उन्हें का जाता है atom that is referred to as atom okay so what we want to say is एवर थिंग विच इज अराउंड अस इस कंपोज ऑफ मैटर कई तरीके के एलिमेंट से बनावा है ओके और इसी एक एलिमेंट की बात करें तो एन एलिमेंट एस अ सब्स्टेंस विच कैन नॉट बी सेपरेटेड इंटू आ सिंपलर सब्स्टेंस बाय एनी कैमिकल मी उसको और सिंपल सब्स्टेंस में कंवर्ट नहीं किया सकता है क्योंकि एक किसी element के अंदर एक ही तरीके की कोई चीज बार repeat होती है और ये repeating unit जो element में present होती है इसे हम क्या कहते हैं? Atom. So, जैसे हम ही कहते हैं, cell is a basic unit of a life.
उसी तरीके से जब हम chemical sciences की बात करते हैं या chemistry की बात करते हैं, matter की बात करते हैं, तो we say that the atom is a basic unit of matter. So, तो कई सारे एलिमेंट्स बनाते हैं और डिफरेंट तरीके के एलिमेंट्स वह मिलकर मैटर का फॉरमेशन करते हैं तो पहली बात तीन चीज़ें हमें यहाँ से क्लियर होनी चाहिए matter को further sub-divide किया हमने कई सारे elements में हर एक element में कई सारी repeating units होती है जो सब एक जैसी होती है इन repeating units को इन basic units को हम atoms कहते हैं हम कुल मिलाकर किसी भी matter की basic unit क्या होती है उस नतीजा पहुंचे और नतीजा यह है the basic unit of any matter is basically an atom is it clear? okay so पहली बात की what is a matter. अब हम atoms और elements के लिए इन दोनों को synonym की तरह इस्तिमाल करेंगे, प्रयावाची की तरह इस्तिमाल करेंगे.
क्योंकि एक element similar तरीके के atom से मिलकर बनावा होता है. ओके? तो, अब question आता है कि matter तो मर्या चारों तरफ है.
कितने elements known है? कुछ idea? elements जिसमें similar तरीके के atoms होते हैं, ऐसे कितने elements known हैं में?
question is, how many elements are known? yes, कावेरी ने सही जवाब दिया, 180, almost, 118, you can say, almost, around, 108, एटीन डिफरेंट एलिमेंट्स, अंडरड़ड़ड़ड़ एटीन डिफरेंट एलिमेंट्स आर नोन, लिस्ट अंडरड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़� जैसे आकास ने बताया कि 118 पहले से हमें पता थे, दो latest और discover हुए, total इसलिए हमारे पास 120 elements हैं, इन में से 83 natural elements हैं, 83 they are natural, and rest of the elements they are produced in laboratories using various nuclear process. यह बात है कि अगर आप एटी और अगर एटी थ्री के आसपास नैचुरल एलिमेंट हैं या नैचुरली एटम्स हैं और बाकी के एलिमेंट्स हैं वो नूक्लियर प्रोसेसेस से लाबोरेटरीज में वो प्रोड्यूस कर रहे हैं और इसलिए 118 से 119 भी हुए 119 से 120 भी हुए और फिजिस या केमिस्ट्री के रिसर्चर और भी एलिमेंट्स को डिसकवर कर सकते हैं तो इन elements के बारे में आपने 11-12 class में काफी detail में पढ़ा होगा, जैसे hydrogen, helium, lithium, barium, boron, carbon, nitrogen, oxygen, fluorine, neon, all of them these are basically the elements, okay, and हर element की repeating unit जिसमें similar property है उन्हें हम atom करें, so hydrogen atom या hydrogen element. तो खुब सारे hydrogen atoms मिलकर they will form a hydrogen element खुब सारे carbon atoms मिलकर they will form a carbon element और जैसे हमने कहा कि element वह substance है जिसको और किसी chemical means से pure substance में further subdivide नहीं किया जा सकता वापस मैं कह रहा हूँ कि हम बहुत high-fi chemistry नहीं पढ़ने वाले हैं हम बहुत basic चीज पढ़ने वाले हैं बात इतनी सी है कि हमें इतना एक idea होना चाहिए कितने elements known है तो 118 elements known है, दो कुछ और extra ed हो गए, 120 elements known है, उनमें से almost around 80 elements naturally present होते हैं, और बाकी के जो elements हैं कई सारे nuclear process से scientists ने produce कि, researchers ने produce कि, और list अब बढ़ कर 120 के आसपास आ गई, नाओ, नेक्स्ट क्विश्चन कि बायोलोजिकल सिस्टम में क्या ये सारे 120 एलिमेंट प्रेजेंट हैं?
आपको क्या लगता है कितने एलिमेंट्स बायोलोजिकल सिस्टम में प्रेजेंट होगे? बायोलोजिकल सिस्टम का लगता है कि मेरे अंदर माल लो कितने एलिमेंट्स प्रेजेंट होगे या किसी प्लांट के अंदर, ईकुलाई के अंदर, स्पा देवरत्ता शुक्रिलार ठीक है आपने भी सही बताया पर मैं कह रहा ह उन सब को गिन लो, मैंने मैक्रो न्यूट्रेन्ट, माइक्रो न्यूट्रेन्ट, ट्रेस एलिमेंट को भी गिन लो मनेश 20, वेरी गुड, सोनल 20, पार्टिवकर 20-25 वाज़ा आप लोवर रिजोलूशन पर देखो, स्ट्रीमिंग सही आएगी बायोलोजिकल सिस्टम में 25-26 एलिमेंट्स नून है, तो 20 से थोड़े जादा है, 30 से थोड़े कम, जिसके अंदर हम carbon, hydrogen, oxygen, nitrogen, phosphorus, sulfur, magnesium, molybdenum, selenium, copper, zinc, इन सब को trace elements को बिगिलने, इस पूरी list को बिगिलने, तो 25 to 26, very good snail, yes, तो मैं यही कह रहा था, 25 to 26 elements. वे बायोजिकल सिस्टम के प्रवार हैं। हर चीज़ जो हमारे प्रवार में है वो बायोजिकल सिस्टम का इस्सा नहीं है। हमारे चारों तरफ लगभग नैचुरली 80 से ज्यादा एलिमेंट नौन हैं लेकिन इस 80 से बायोजिकल सिस्टम का इस्सा बनने का सौभाग्य 25 से 30 से एलिमेंट नौन हैं। लेकिन इसे 25 से 26 से एलिमेंट नौन हैं। तो आप बॉटनी और जोड़े और जोड़ तनवीर बफरिंग हो रही है देखो आप लोग रिजोलेशन देखो क्योंकि अगर बफरिंग हो रही होती है बाकी स्टूडेंट्स भी प्रॉब्लम करते मेरे यहां से तो बिल्कुल सही इंटरनेट कनेक्टिविटी बता रहा है चलो तो दूसरी जो हमने इंपोर्टेंट बात ही बाय लोगिकल सिस्टम में सारे एलिमेंट्स प्रजेंट नहीं होते हर चीज और सराउंडिंग के अंदर है वह पर ना इस तो भी बना लेंगे बाय लोगिकल सिस्टम वेरी इंटेलिजेंट ओके पॉलमी मिस्र सही आरी बफरिंग नहीं हो रही है वेरी गुड़ अब हम आगे और बात करते हैं, biological system के अंदर, अगर हम, जैसे मैंने कहा, सभी elements को add कर लें, oxygen, carbon, hydrogen, nitrogen, calcium, phosphorus, potassium, sulfur, sodium, chlorine, magnesium, boron, chromium, cobalt, iron, iodine, ferrous, manganese, fluorine, molybdenum, selenium, silicon, valetium, zinc, इन सब को भी add कर लें, तो हम पास list में कितने आएंगे total? 25 to 26. Okay? अब यहाँ पर जो यह table दे रखी है basically.
इस table को अगर आप देखें, इस table के अंदर जो elements हैं, उनको जो order किया गया है from high to low, that is basically according to their occurrence, depend upon the fresh weight. Hydrated weight या fresh weight में हम देखेंगे. कि किसी भी biological system में देखें हैं तो most abundant जो atom होगा that would be the oxygen, उसके बाद carbon, then it would be followed by hydrogen, then nitrogen, calcium, phosphorus and so on.
So these are some of we can say most common atoms present in a biological system. ये जो distribution है, विशेष विशे� परसेंटेज के साफ से, परसेंटेज कंपोजिशन, एलिमेंटल कंपोजिशन के साफ से, दे मोस्ट एबंडन्ट एटम इस, ओक्सिजन, फॉलोड बाई कार्बन, देन हाइट्रोजन, नाइट्रोजन, कैल्शियम, फॉसफरस. लेकिन अगर हम dry weight के साफ से बात करें, अभी तक जो हमने बात की थी वह fresh weight के साफ से बात की थी, और fresh weight के साफ से जब हमने बात की, तो हमने प्या गया था कि ओक्सिजन है, then there is a carbon, then there is a hydrogen and so on. लेकिन dry weight का मतलब कोई भी biological tissue लें, चाहे वो leaf है, चाहे कोई animal tissues है, उसको oven में mild warm करकर उसको dehydrate कर लें, या उसमें complete moisture या water जितना भी हो अटा दिया जाए, किसी भी approach आप इस्तेमाल करें.
ड्राइवेट के साथ से एलिमेंटल कंपोजीशन को देखें तो वो देखेंगे कि अब तोपर नहीं है और ओक्सिजन है यह कार्बन बना जाता है फॉलोड बाई नाइट्रोजन फॉलोड बाई ओक्सिजन फॉलोड बाई हाइट्रोजन हाला कि पूरे बाकी ओडर की हम बात नहीं कर रहे हैं यहाँ से सिरफ एक सिंपल सा पॉइंट आफ याद रख लें नोड डाउन कर लें जो फ्रेश वेट के साब से बात कर रहे हैं तो most abundant जो element है, that is oxygen, then it could be carbon. लेकिन जब हम dry weight के साथ से बात कर रहे हैं, elemental composition को हम देख रहे हैं, तो जो most abundant element present होता है, that is basically carbon. तो दो चीज़ें याद रखनी हैं आपको, oxygen according to fresh weight and carbon according to a dry weight.
Is it clear? चलो आगे बढ़ते हैं आप देख सकते हैं कि these are some of the elements which are present in very high amount इनको macro elements भी कह सकते हैं और बाकी के कई सारे ऐसे elements हैं जो कि बहुत low amount के अंदर available हैं trace amount के अंदर available हैं जिनको micro elements भी कह सकते हैं चलो आगे बात करते हैं इन 25 to 26 जो elements biological system में present होते हैं उसमें से भी देखेंगे कि there are 6 elements which are most abundant there are only 6 elements जो बहुत जादा abundant है जिनको हम याद रखने के साथ से chinops भी कह सकते हैं हाँ बाला साहिब यही बात में plant के लिए भी बात कर सकती है at elemental composition plant, bacteria सभी जगे पर apply है तो 6 जो major elements हैं, जो biological system में, 25, 26 में से, देखो, हमने सबसे पहले कहा कि 120 होते हैं elements, उसके बाद हम यह कहा कि naturally 80 से के आसपास है, उसके बाद हमने कहा कि biological system में 25 से 26 elements present होते हैं, उसके बाद अब हम कह रहे हैं कि 25, 26 में से भी 6 elements ऐसे हैं, जो की बहुत ज़ादा abundant present होते हैं. तो ये six elements कौन हैं जो बहुत ज़्यादा abundant हैं? ये six warriors कौन हैं जो biological system में present होते हैं? These include carbon, hydrogen, nitrogen, oxygen, phosphorus and sulfur.
These are the six elements. इन six elements में को ध्यान से देखें कि periodic table पर कहां पर पाए जाते हैं? यह आप दूसरे पर देख सकते हैं कि यह शिक्स एलिमेंट्स जाएगा वह हाइड्रोजन कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सिजन फोरीन और फॉसफोरस एंड सलफर यह फॉस सेकंड और थर्ड पीरियड में ही प्रजेंट होते हैं यानि कहने का मतलब है कि बायोजिकल सिस्टम म अब वाला वाल एक बात कही सकते हैं कि बायोलोजिकल सिस्टम में सभी एलिमेंट्स में से उन एलिमेंट्स को सबसे ज़्यादा प्रफर किया गया है जो सबसे स्मॉल साइज के अपने दिमाग में एक प्रशना आना चाहिए कि ऐसी क्या विशेश बात है इन स्मॉल साइज के एटम में कि बायोलोजिकल सिस्टम में इनको वेरी गुड़ श्वेता ग्रेटर सर्फेस एरिया थोड़ा समय और इसको एक्सटेंड कर लेता हूं श्वेता ग्रेटर सर्फेस एरिया वॉल्यू रेशियो तो राइवलूशन याद आ जाएगा ठीक है देखोड़ यू लेंगा यह सुविधारी गुड़ स्टेबल एंड टाइट बॉंडिंग देख दो देख दे जवाब दे रहे हैं और जातर लोग सही जवाब दे रहे हैं जिनको नहीं है वो भी देखें देखो students कितने अच्छे हैं सबको पहले से पता है very good students very good so अब मैं भी यही बात कहना चाहता हूँ कि small atom size को prefer किया गया क्योंकि they form a strong bonding atoms which are of small size they form a strong बोंड्स एंड वाइस ट्रॉम बॉंडिंग बिकॉज द स्मॉल साइस मीज हायर सरफेस एरिया टू वॉल्यूम रेशियों यह पर इन विशेष में पड़ चुके हैं कि साइज जितनी स्मॉल होगी इवन आपने इसको डेवलमेंट लाजी में पड़ा होगा कि साइज जितनी स्मॉल हो सरफेस एरिया टू वॉल्यूम रेशियो ज्यादा होता है और बॉंडिंग कब होती है बॉंडिंग तब होती है जब कोई एटम्स हैं वह आपस में इंटरेक्ट करेंगे और इंटरेक्शन तो सरफेस को करना है जितना ज़्यादा सरफेस कॉंटेक्ट में आयेगा एस कंपे� रेखा वर्गमैन रूल याद आ गया आपको प्रजक्ता आपको विवर्गमैन रूल आ गया वहाँ पर भी सेम कंस्चेप्ट था ओके यह सेम चीज सरफेस एरिया टू वॉल्यूम रेशो बढ़ जाती है कई जगों पर काम आती है आप जब डेवलम बायोजी पढ़ेंगे तब आप पढ़ेंगे कि डूरिंग एन अर्ली क्लीवेज डिविजिन एक छोटे सेल्स में कर्मट होता था और जैसे क्लीवेज के बाद जो प्लास्टोम आप कहते हैं G2 स्टेज के बाद M phase आती है और M phase आने के बाद दो cells बन जाते हैं और cell दो cells जो बन गए G2 के comparison बात करेंगे तो उनका surface area to volume ratio वापस बढ़ जाता है तो यह कई जगों पर concern काम आता है पर अभी हम bonding की बात कर रहे हैं small atoms की size हो तो surface area to volume ratio जादा होता है surface area to volume ratio जादा है तो जादा interaction होगा surface पर bonding है वह strong होगी दूसरी important मत की these आपके प्रश्न पर एक प्रश् यहां अब बनेंगे बात अभी आगे डिस्कुस करेंगे आज साइज स्मॉल है इसलिए स्टेबिलिटी ज्यादा यहां तक हम सही बात है कह सकते हैं तो स्ट्रॉंग बॉंडिंग है वे कैन फॉर्म वन टू थ्री और फोर इलेक्ट्रोन बॉंड्स एंड वे हैव आप विकेश एक वे हैव आप कैपेबिलिटी टू फॉर्म मल्टीपल बॉंड्स तो यह तीन बातें याद रखी जा सकती है पहली बात को मैं और लिख देता हूँ स्मॉल साइज इन एलेमेंट्स को क्यों प्रफर किया जाता है पहली बात इसलिए प्रफर किया जाता है क्योंकि इनकी साइज स्मॉल होती है और स्मॉल साइज का यह फायदा है कि स्ट्रॉंगर बॉंडिंग होगी दूसरी बात कि यदि एक दो तीन या चार इलेक्ट्रोन बॉंड्स का फॉरमेशन कर सकते हैं उसके बाद यह पार्टिसिपेट कर सकते हैं तो ये तीन हम कह सकते हैं major reason है कि 26 जो elements है उसमें से भी इन 6 elements को biological system में सबसे ज़्यादा prefer किया गया है yes, multiple bonds बिल्कुल ये बात, third point बिल्कुल सही है चलो आगे बात करते हैं now coming to the question why life is carbon based not silicon based सिलिका तो हमेरे आसपास खुब है, जैसे अभी किसी ने कहा था कि abundance है, तो abundance तो सिलिका है, हमारे चारों तरफ, पर life silica based नहीं है, life is carbon based, why? So, the answer is, carbon-carbon bond is more stable.
क्योंकि carbon और silica दोनों same group में lie करते हैं, इसलिए tetravalency दोनों जगों पर है, but carbon-carbon is more stable as compared to a bonding of a silica with a silica and especially in water or more accurately we can say in a aqueous environment. वापस आपके दिमाग में सेम आंसर आना चाहिए कि कार्बन जादा स्ट्रॉंगर क्यों है? क्योंकि स्मॉल अटॉमिक साइज है, वह मल्टिपल तरीके की बॉंड्स बना सकता है, एक, दो, तीन या चार इलेक्ट्रोन बॉंड्स का फॉर्मेशन कर सकता है. carbon के अंदर catenation की property होती है so more stable in water having a catenation property tetravalency small size due to a small size means a lesser surface we can say small size means more surface area to volume ratio so ये सारे reason है why life is carbon based now अगेन अक्वेशन कि अगर life silicon based होती तो क्या होता है?
If life would have been a silicon based then? तो अंसर स्ट्रीटफॉर्वर्ड, आवर एनवार्मेंट इन विच वहर वि लिव इस एन ऑक्सिडेटिव एनवार्मेंट, और इन ऑक्सिडेटिव एनवार्मेंट, दा ऑक्सिडेशन, तथा इस, लाइसिस और बॉंड, इस मोर फेवरिबल, सिलिका, सिलिका की बॉंडिंग और उपर से ओक्सिडेटिव एनवारिमेंट होता तो जैसे ऐसे सिंग ने बताया they would have been not as stable ऐसे life forms stable नहीं होते और सोचो इन सिलीका के बनेवे creatures को पानी में डाल दो तो वैसे ही bonding बहुत weak और further सिलीका के बनेवे structure को water में add करने के बाद इमेजिन कर सकते हैं। तो इन शॉट बात वही है जो सोनाली के गोहिल कह रही है कि फिर ऐसी फॉर्म ज्यादा स्टेबल नहीं होती। देव मिश्रा बॉंड होते पर बॉंड वीक होते और स्टेबल नहीं होते। ये संगीता बिल्कुल सही बात कह रहे हो आप ये संगीता जादा चांसिस होते है कि ऐसे बॉंड्स डिजॉल होते है बिल्कुल आप सही कह रहे हो तो तनविर हम ये कह रहे है कि अगर सिलिका बेज लाइफ होती तो ओक्सिटिव एनवार्मेंट के अंदर एक तो बॉंड्स आसानी से ब्रेक डाउन होते हैं और दूसरा अगर एकवस एनवार्मेंट क्योंकि सेल में सबी ज� इस तरीके के structure जहां जो silica के बने होते उनको stabilize करके नहीं रखा जा सकता था चलो आगे बात करते हैं Now another question may come in your mind that why elemental composition of life do not match विद आर्थक्रस् अर्थ क्रस्ट का मतलब वह जगे जहां हम रहते हैं अर्थ की सरफेस पर उसका एलिमेंटल कंपोजिशन और एलिमेंटल कंपोजिशन लाइफ कम देख चुके हैं डिफरेंट हैं जैसे अर्थ क्रस्ट में देखें तो हमेरे पास ओक्सिजन, सिलिका, एल्म जो उनके पर प्रश्न पर प् तो बेरी गुड संगीता यस रोई वेरी गुड श्वेता बिल्कुल सही कह रहे हैं तो यहां पर अब जो निलेश सर ने आपको पढ़ाया है और उनके साथ जो मिलकर आपने पढ़ाया है वो वाला ज्ञान काम आएगा वा नोलेज काम आएगी यस अंजली बिल्क कि हमारे आसपास सिलिका, एलमुनियम, फेरस, केल्शियम ये चीज़े ज्यादा है पर biological system में carbon, hydrogen, oxygen, nitrogen, phosphorus, sulfur ये ज्यादा है means इसको थोड़ा और एक तरीके से देख सकते हैं कि let's say कि there is one person living in a पंजाब पंजाब में कोई व्यक्ति रह रहा है और उसको खाने के लिए wheat, corn, maize, मक्का, ग्याउं ये आसानी से उपलब्ध है but he or she is more fond of fishes, मचली उसको पसंद है, rice भी उसको बहुत ज़्यादा पसंद है तो इसे क्या अंदाजा लगा सकते हैं? लॉजिकी आना चाहिए कि डेफिनेटली ये परसन उस जगे से बिलॉंग करना चाहिए जहाँ पर फिश आसानी से अवेलेबल होती हो, जहाँ पर राइस आसानी से अवेलेबल होती हो, यानि हमें इस रखी पर पहुँँचा चाहिए कि ये ट्रेडिशियल पंजाबी नहीं ह यह राज्या दूसरी देट कुड बंगाली देट कुड बी एनी फ्रेंड फ्रॉम व कोशिट रीजन इट में बी फ्रॉम और इस तरफ में बी फ्रॉम बंगाल इट वहीं बात है कि हम जहां रह रहे हैं हमारे आसपास कार्ड सिलिका एल्बूनियम निकल फैरस कैल्शियम यह ज्यादा इसका मतलब definitely हम सब जो आज earth crust पर रह रहे हैं वह यहां के traditional inhabitants रहने वाले नहीं हैं हम migrants हैं हम या हमारे पूर्वच earth crust पर नहीं रहते starting में वो पहले कहीं और रहते थे और उस जगे पर रहते थे जहांपर oxygen, hydrogen जादा होगा, carbon जादा होगा और oxygen और hydrogen ज़्यादा कहां होता है?
obviously water में yes so conclusion is the life has not originated on earth crust life has originated in a some aquatic water body near a some aquatic pool or in a aquatic pool वहीं पर origin हुआ और स्टार्टिंग के जब अर्ली इवोलूशनरी स्टैप्स थे वो भी वहीं पढ़ते इसके बारे में ज़ादा नहीं बताता हूँ क्योंकि ये चीज आप काफी ज़ादा डिटेल में पढ़ चुके हैं ओपरिन हाल दिन की थिवरी पढ़े या अभी जो मॉडर्न ओरिजिन ओफ लाइफ के बारे में निलेश सर ने बता है उसके इस इन और्गनिक सब्स्टेंसे से और्गनिक मॉलिक्यूल्स प्रोड्यूस हुए जिसे कीमोजेनी का आ जा सकता है और वो कहीं पर एक्वेटिक सिस्टम के अंदर यहाँ पर कहीं पर हुआ फिर कॉग्नोजेनी हुई कहीं सारे जो यह और्गनिक मॉलिक्यूल्स हैं आ गया जिसे हम बायोजेनी कहेंगे तो द थिंग इस देट कि एवन अप टू आप कैमबेरियन पीरियड द कंप्लीट लाइफ वास लिमिटेड टू एक्वेटिक वर्ड एक प्रश्न और एक प्रश्न औ अंजली मिलर का experiment निले सर ने बताया था आपको, क्योंकि सिलिका ने probably catalyst की तरह काम किया होगा वहाँ पर, inorganic catalyst की तरह, ठीक है, तो यह बात आप पढ़ चुके हैं, so कहने का मतलब यह है, कि जो elemental composition, earth crust का और biological system का match नहीं होता, unit match होगा भी कैसे, origin life का aquatic system में हुआ, तो वह बार बदल देखा होगा तो अब बादल अंजली मारू एक्वेटिक सिस्टम में सिलिका नहीं होगा कैसे नहीं होगा आपको एक्समेंट याद होगा कि एक्वेटिक सिस्टम के आप ओपन ओशन में न जाएं किनारे पर आएं यह एक्वेटिक ओशिन के ऊपर है, जहां पर इस तरीके से छोटी जगह होती है, जहां से पानी उड़ जाता होगा, यहां नीचे सिलिका होगा, यह मेन ओशिन यहां पर हुआ, इसके पास एक छोटा सा एक्वेटिक पूल है, वहां सिलिका होगा, खेर वो मेरा बात भी नही एक नूक्लियस है और उसके परिवार के अंदर इस एलेक्ट्रोन पर प्रदेश करते हैं नूक्लियस के अंदर एक पार्टिकल है जिनको हम नूक्लियों कहते हैं और नूक्लियों के अंदर दो तरीके हैं इसे प्रोटोन और नूक्लियों के अंदर प्रदेश करते हैं तो एटम के स्ट्रक्चर को देखें तो उसके सेंटर में पॉजिटिवली चार्ज नूक्लियस होता है न्यूक्लियस में दो तरीके पार्टिकल्स होते हैं, जिन्ने न्यूक्लियोंस भी कह सकते हैं, जिन्ने इंक्रूटोन्स और न्यूट्रोन्स, और एटम के सराउंडिंग के अंदर, इन सर्टिंग शेल्स, देर आर इलेक्ट्रोन्स, तो सराउंडिंग में क्या है, इलेक्ट् इलैक्ट्रोंस एजिट क्लियर ज्यादा डिटेल्ड कॉन्टम स्ट्रक्चर में नहीं जाना बहुत सिंपल सा तरीका निप्लीएस सराउंडिंग में लेकर और निप्लीएस में दो तरीके पार्टिकल गुड इनिंग विकास यस बायो कैफे बिल्कुल प्रोटोन न्यूट्रोन एंड इलैक्ट्रोंस प्रोटोन और न्यूट्रोन ने मिलकर निप्लीएस आगे चलते हैं अब थोड़ा सा यह याद रखने वाली बात है कि एक प्रोटोन का मास कितना होता है यह थोड़ा सा आप नोट डाउन कर लें दे मास आफ वन प्रोटोन एस वन पॉइंट सिक सेवन इंटू टेनरेस्टू पर माइनस ट्वेंटी सेवन ग्राम इसको आप इस और आप यह देख सकते हैं कि 1.67 x 10-27 ग्राम्स यह एक प्रोटोन पर बचाता है और एक प्रोटोन एलेक्ट्रोन का पतावश्य के लिए निर्भावादार है अगर प्रोटोन और नेट्रोन का पतावश्य के लिए निर्भावादार है एलेक्ट्रोन का पतावश्य के लिए 9.1 किनटेज़ पर निर्भावादार 31 किलोग्राम है तो टेंशन वार्ड 24 ग्राम या ट्वेंस पर 27 किलोग्राम यह ध्यान रखें सॉरी ओके अब मास ऑफ एलेक्ट्रोन की बात करें तो यह लगभग एटीन फोटी एलेक्ट्रोन्स को एक साथ एड करें तो यह मिलकर वन प्रोटोन या न्यूट्रोन के बराबर हुए कहने का मतलब यहाँ पर इतनी सी है कि एक एलेक्ट्रोन लगभग एक प्रोटोन या न्यूट्रोन से 2000 टाइम स्मॉलर होता है मास आफ एलेक्ट्रोन इस नेलिजिबल as compared to mass of proton or a mass of neutron अगर अगर आपको एक प्रोटोन के बराबर एक प्रोटोन के बाराबर जाता है, तो वह नहीं होगा. अगर आपको 120 एलिमेंट भी मान लें, तो वहाँ पर 120 एलेक्ट्रोन के बाराबर हो सकते हैं। 120 एलिमेंट का भी मास मिलाकर अगर एड भी करें तो वह एक प्रोटोन के बराबर नहीं होता। कहने का मतलब है कि प्रोटोन या न्यूट्रोन के परिवार में एलिमेंट का मास बहुत छोटा है। प्रोटोन्स और न्यूट्रोन्स के आपस में मास को कंपेर करें तो बहुत माइनर डिफरेंस है बायो केमिस्टर के साथ से मान सकते हैं कि प्रोटोन और न्यूट्रोन एक जैसे हैं पर एक नहीं है अगर more accurately देखें तो mass of proton is 1.6726 and mass of neutron is 1.6749 that is a minor difference खेरे इस difference को हम ignore कर सकते हैं यह तो बाल की खाल निकालने वाली बात हुई खेल, प्रोटोन के चार्ज की बात करें जिसको हम प्रोटोन is positive charge और चार्ज को कुलामे मेजर के आता है और एक प्रोटोन का चार्ज होता है 1.6 x 10-19 कुलाम एलेक्ट्रोन में भी उतने ही चार्ज होता है लेकिन प्रोटोन में अगर positive चार्ज है, तो इलेक्ट्रोन में similar कुलाम में चार्ज है, पर चार्ज is negative. निउट्रोन नाम से ही पता चल रहा है, उसके पर कोई चार्ज नहीं है.
तो दो बातें, प्रोटोन और निउट्रोन का मास लगभग बराबर है, तो प्रोटोन और इलेक्ट्रोन का चार्ज लगभग बराबर है. जब हम आटम के मास की बात करेंगे, तब हम सिर्फ नूकलियस पर ध्यान देंगे, अटॉमिक मास की बात करेंगे, प्रोटोन और नूट्रोन पर ध्यान देंगे, क्योंकि एलेक्ट्रोन का मास प्रोटोन और नूट्रोन के कंपरेशन में नैगलिचिबल है, और जब चार्ज आगे बात करते हैं, तो ये तो याद रखने वाली बात थी, अब, now moving to very simple thing, what is an atomic number, so atomic number, इन सिंपल वर्ड्स वी कैन से देट इट एडेंटिटी ऑफ एटम जैसे एक क्लास के अंदर स्टूडेंट्स को रोल नंबर अलॉट किए जाते हैं जो उनकी आइडेंटिटी हो सकती है ऐसे ही जब एलिमेंट्स को पीरियोडिक टेबल पर अरेंज करना हो तो उने एक आइडेंटिटी दी जाती है और वा आइडेंटिटी एक यूनिक क्राइटेरिया पर और वो unique criteria क्या है सभी लोग लिख रहे हैं very good so atomic number it depends upon number of protons for example hydrogen atom के अंदर एक proton है normal hydrogen atom के हम बात कर रहे हैं उसके अंदर एक proton है जीरो न्यूट्रोन है और वन इलैक्ट्रोन है सो क्योंकि वहाँ पर वन प्रोटोन है इसलिए उसका एटॉमिक नंबर क्या होगा वन, सो इन अथ शॉट एटॉमिक नंबर डिपेंड्स अपन द नंबर आफ प्रोटोन जीवन कारण कि प्रोटोन का नंबर है अगर प्रोटोन का नंबर चेंज हो तो एलिमेंट का अधिकता चेंज होगा आगे हम देखेंगे नेट्रोन के नंबर चेंज होने पर अधिकता चेंज हो जरूरी नहीं है एलेक्ट्रोन के नंबर चेंज होने पर उनकी अधिकता चेंज हो कोई जरूरी नहीं है प्रोटोन एक ऐसा क्राइटेरिया है जो कि एक क्लियर तरीके से एटम की आइडेंटिटी दे सकता है इस तरीके से आप देखेंगे कार्बन एटम carbon atom के अंदर there are 6 proton, there are 6 let's say neutron and let's say there are 6 electron, क्या atomic number होगा, हला कि इन में से आप कोई भी criteria इस तीमाल करें, carbon atom का atomic number कितना आएगा 6, carbon की एक और form हो सकती है, just let's say C30, जिसके अंदर प्रोटोन्स 6 है, न्यूट्रोन 7 है, लेट से एलेक्ट्रोन सराउंडिंग में 6 है, तो यहाँ पर भी, एटोमिक नंबर कितना होगा, 6, सो कारबन है, तो कारबन हैस टू बी 6, अगर वो एटोमिक नंबर 7 होता तो फिर वो कारबन होता ही नहीं, फिर वो न्यूट्रोन होता, बहुत अच्छी बात है, तो जो periodic table है, उसमें जितने भी atoms हैं, उनको atomic number के साथ से ही arrange किया गया है, आज हमारी बहुत introductory class आपको लग सकता है, कि बहुत मैं basic पढ़ा रहा हूँ पर वापस, जिनको ज़्यादा chemistry आती है, उनके लिए class useful नहीं है, आप जैसे और मेरे जैसे लोगों के लिए क्लास है जिनको केमिस्ट्री नहीं आती। मुझे भी केमिस्ट्री नहीं आती, आपको भी केमिस्ट्री नहीं आती, हम दोनों मिलकर हमारी बायो केमिस्ट्री को स्ट्रॉंग कर रहे हैं। बहुत सारे प्रश्निक दुष्पणों को बहुत बायो केमिस्ट्री नहीं आती। वह अटम के अंदर अंटी न्यूट्रिनो तक पहुंच जाएगा, हम उनको पीछा नहीं कर पाएगा, हम बहुत बेसिक चीज़ों पर ध्य थैंक यू कानीनाम वापस मैं बहुत बेसिक पढ़ा रहा हूं हमें ज्यादा हाई फाई बायो केमिस्ट्री नहीं पढ़नी है ओके चले आगे चलते हैं तो हमें इस क्वेश्चन का आंसर मिल गया वोट इस एटोमिक नंबर सो एटोमिक नंबर इस एन आइडेंटिटी ऑफ व उसका एटॉमिक नंबर होगा हमें केमिस्ट्री पढ़नी नहीं है हमें बायो केमिस्ट्री पढ़नी है और आप टेंक्शन ही मत लो हमें इतनी ही केमिस्ट्री पढ़नी है जितनी मुझे आती है मैं उतनी तो पढ़ा पाऊँगा और जितनी मुझे आती है उतनी आपको आजागी अब तक तो बात समझ में आई ना अब तक हमने बहुत ज़्यादा चीजे नहीं पढ़ी, हमने matter के बारे में बात की है, फिर elements के बारे में, फिर atoms के बारे में, फिर कुछ questions की बात की हमने, कि सारे elements क्यों नहीं होते, 6 elements क्यों होते हैं, carbon element क्यों ज़्यादा prefer किया गया, यहां तक की बात की, silica based life होती, तो क्या होता, यहां तक हमने discussion किया, फिर हम atom की structure पर आ गये, कि actually यह atom बला क्या है, तो हमने देखा कि nucleus है, और surrounding में electrons है, और atom की identity, atomic number है, so तीन मिनिट में हम सारी चीज़े revise कर लिए, अब तक जो हमने पढ़ी है, ठीक है आगे बढ़ते हैं, then what is atomic mass? अब तुसरा, अब तक हमने बात की atomic number के बारे में, अब हम बात कर रहे हैं atomic mass के बारे में so, very good Anjali तेवरात बिलकुल सही गुड जातर स्टुडेंट्स को पता है कि बहुत बेसिक चीज़े है अटॉमिक मास बेसिकली इस अमास ओफ कि न्यूक्लियस बेसिकली न्यूक्लियस में अभी हमने पड़ा देर आर न्यूक्लियों और दो तरह के न्यूक्लियों प्लस टोटोंस एंड न्यूट्रोंस ओके तो यह सच है बिल्कुल सही तो डिपेंट्स अपन अपना मास ऑफ रोटोंस एंड मास ऑफ न्यूट्रोंस तो एटोमिक मास बेसिकली मास ऑफ एन एटम रिसेट्स न्यूक्लियस एंड इस मास बेसिकली ड्यूटू द नंबर ऑफ रोटोंस एंड ड्यूटू नंबर ऑफ न्यूट्रोंस वाइट नोट इलेक्ट्रोंस ने आपका क्या बिगाड़ा उसको म इस बात तो सही है ना विश्रूप हम आ गया atomic mass unit AMU के बारे में पढ़ेंगे डिटेल में टेंक्शन मत लो जब हम डाल्टन के बारे में डाल्टन कंसर्ट के बारे में पढ़ेंगे तो AMU भी पढ़ेंगे हम ठीक है वो एक relative mass की बात करेंगे हम हाँ हमारा यह कि mass of an atom resides in nucleus और nucleus के surrounding में structure में दिखा electrons भी है पर electrons को हम include नहीं करते हैं नहीं प्रिंका दोनों सेम नहीं है प्रोटोन और इलेक्ट्रोन थिंग इज डेट जैसा मैंने कहा था कि इलेक्ट्रोन मास इस नेगलिजेबल एस कंपेर्ट टू मास ऑफ प्रोटोन और न्यूटरोंस यस स्विता बिल्कुल सही कह रही है लुट यूलेंका बिल्कुल आप सही कह रहे हो थेंक यू आसनाक पुरशेद बिल्कुल मोनिका आजनिक फ़र नमबर सेम होते हैं पर हम मास की बात कर रहे हैं मास जब हम मास की बात करते हैं तब हम इलेक्ट्रोन को इग्नोर कर रहे हैं क्योंकि अभी हमने देखा था कि एक इलेक्ट्रोन का मास लगभग ए प्रोटोन या न्यूट्रोन से 1840, 1840 टाइम्स कम होता है, दे मास आफ वन एलेक्ट्रोन इस 1840 टाइम्स, अप्रोक्सिमेटली लेसर दें दे मास आफ वन प्रोटोन और मास आफ वन न्यूट्रोन, तो अटॉमिक नंबर, number of protons पे depend करता है, अटॉमिक मास, number of protons के साथ number of neutrons भी include किया आता है, यह जो भी nucleus ने nucleus में इसको include किया आता है, हम electrons को include नहीं करते हैं, क्योंकि electrons को अब include भी करें, put भी करें, तो इससे मास में कोई बहुत ज़ादा changes नहीं आएगा, तो यह बात भी हमारी अटॉमिक मास के बारे है, अब, coming to अनूदर question, what are isotopes? atomic number के बारे में बात की हमने, atomic mass के बारे में बात की, अब हम बात कर ले हैं, what are isotopes? हाँ आदिल रशित, बिल्कुल सही बात है, good, I think chemistry is very strong, that's good, good.
कि आप उजार बिल्कुल सही है यस कृष्णा बिल्कुल वेरी गुड बिल्कुल सीम एटोपिक नंबर बिल्कुल प्रियमवद्धा बबली गुड निया यस बेरी गुड स्टूडेंट्स वेरी गुड बस आप इसी तरह के साथ इन दिन में बह अंजली आपका IFS से कोई लिए लेना जरूर है बुलकुल सही जवाब दिया Good, good, very good So, as its name suggests, ISO means same, TOEP means positions In other words, we can say that different forms of same atom and obviously since it is the same atom so they will occupy same position but if they are same atom then why we are using a term different what we mean by different forms they are same atoms means they have a same atomic number Because the identity of an atom is atomic number. Atomic number depends upon the number of protons. So, we can say that these are the different forms which will have same atomic number, they will have same number of the protons.
But then what would be the different? So, the second thing which would be different is different number of neutrons and as you know that atomic mass depend upon neutrons as well as protons so if there is a difference in the neutrons then there also would be a different atomic mass so now you can define it in multiple ways that इसोटॉप्स दिफरेंट फॉर्म आफ सेम एटम विच हैस सेम नंबर आफ प्रोटोन्स इन अदरवर्ट्स दिए हैं इसेम एटमिक नंबर बट दिए हैं आफ डिफरेंट एटमिक मास वाय दिए हैं वह डिफरेंट एटमिक मास बिकॉस और दो प्रोटोन नंबर सेम बट देट इस अवेरेशन इन द नंबर आफ न्यूट्रॉन्स यस सो दिस आफ द मल्टीपल वेस्ट हाउ यू कैन डिफाइन द आईस टॉप्स Since they have same number of protons or they have same atomic number So they will occupy a same place in a periodic table Because in modern form of periodic table The atoms they are arranged according to atomic number Periodic table में atoms को atomic mass के साथ से arrange नहीं किया गया है Modern form में atomic number के basis पर arrange किया गया है So that's why they are occupying a same position Okay So isotopes which has same atomic number but different atomic mass. Is it clear? For example, दाइग्राम के अंदर, यहाँ पर hydrogen atom के तीन different forms को represent किया गया है.
All three are a hydrogen atom, but they are different form of hydrogen atom. One is normal hydrogen atom also referred to as protium. That is you can say 1H1.
Another is 2H1. This is 3H1. That is protonium, deuterium and tritium. All are hydrogen atom. Means subscript में आपको atomic number लिखने की जरूत नहीं है.
Hydrogen है. तो उसका atomic number 1 ही होगा क्योंकि अगर atomic number 1 की वज़ाई 2 होता है तो वो hydrogen ही नहीं होता, फिर वो helium होता so, generally जो variation आ सकता है atom की different forms में वो atomic mass के अंदर आ सकता है so, superscript के form में हम atomic mass लिखेंगे so, इन तीनों में से किसी भी hydrogen की form की बात करें तो proton would be 1 but neutron की बात करें तो here there would be 0 neutron, यहाँ पर deuterium में 1 neutron है, free TM के अंदर, free TM के अंदर 2 neutrons है, so mass भी आप calculate कर सकते हैं, normal hydrogen के अंदर 1 plus 0 will come out to be 1, deuterium के अंदर 1 plus 1, the mass will come out to be 2, atomic mass will come out to be 2, free TM के अंदर 1 plus 2, the atomic mass will come out to be 3. है इस एक लिए यह रिना बिल्कुल सही कह रहे हैं तो जिसे रिना ने कहा हम सी ट्वेल सी थर्टीन सी फोटी लिखते हैं यहां में सिक्स लिखने की जरूरत नहीं है यहां पर मैं सिक्स लिखने की जरूरत नहीं है यहां पर सिक्स लिखने की जरूरत नहीं है क्यों क्योंकि अगर carbon है तो उसका identity 6 ही होगा उसका atomic number 6 ही होगा अगर वहाँ पर sound लिख दें तो इसको carbon रह गई नह ओके, so variations, isotope में variations कहाँ पर होता है, उनके atomic mass के अंदर, और क्योंकि उनका atomic number same है, इसलिए we will say that these are the form of same atom, so, कहना है, atom तेरे कितने रूप, जितने भी ये forms हैं atom के, इनको हम क्या कहते हैं, isotopes, so, isotope को हम define बहुत simple words में कह सकते हैं, आईसटॉप्स वे एक अपना नंबर है लेकिन वे एक अपना मास दिखते हैं यह शुरू है यही मैंने भी कहा रहा हूँ विशरूप मैं तो अब इतनी कहा पढ़ेंगे कि हम आईसटॉप को कैसे परिवाइट करना है कुछ सोचो दिमाग लगाओ रिसर्च मैंड लगाओ आईसटॉप में वेरीबल पैरामीटर क्या है तो पता चलेगा एट आइसटॉप्स चाहिए वो नॉर्मल आइसटॉप है आदिल या रेडियो आइसटॉप्स है, वो दिफरेंट अल्टरनिटिव फॉर्म है और अपनी अटम पर अपनी अ� आपको समझागा पर अभी हम इस रीडियो स्टॉप्स को डिस्टिविश करने की जरूरत नहीं है, मास्पेक्ट्रम और कई सारे टेक्निक्स है, पर अभी हम इतना काँ डिटेल में बायो क्रिमिस्ट्री पढ़ेंगे, अभी बेस बिल्ड कर रहे हैं, फ्रेमवर्क लेवल पर simple words what we can say that isotopes, यानि atom की वह form जो बार की तरफ radiations emit करे, that could be alpha rays beta rays, gamma rays, fission particles etc, जो बार की तरफ radiations को emit करे atom की ही form, जैसे hydrogen atom की हमने बात की न, hydrogen atom का एक form यह हो सकता है, hydrogen atom की second form यह हो सकती है आर्जिन आटम की थर्ड आइस्टोपिक फॉर्म यह हो सकती है, बिल्कुल करिश्मा, वेरी गुड़, शाबाश, आ, बिल्कुल, पुष्पवती, रेडियो आस्टोप भी हैविया आस्टोप है, पर हर हैविया आस्टोप रेडियो आस्टोप नहीं होगा, अभी हम इस कंक् नॉर्मल फॉर्म है यह से हैवियर है और भी ज्यादा है पर आप देखेंगे यह फॉर्म जो बार की तरफ रेडिएशन एमिट करती है उसे रेडिएशन आज टॉप का जाएगा तो उसका और है तो क्या तीनों ही फॉर्म रेडिएशन सेमिट करती है इस फॉर्म इस आइसटॉप्स ऑफ कार्बन एमिट्स रेडिशन सोइंस अदरवर्ट्स एक एटम की कई सारी फॉर्म्स में नेचर में हो सकती है इस फॉर्म इस तरीके की फॉर्म भी हो सकती है जो जहां कई भी प्रजेंट है वहां से बार की तरफ रेडिशन से एमिट करें और जो बार की तरफ रेडिशन से एमिट करते हैं ऐसे आइसटॉप्स को रेडिव आइसटॉप्स कहते हैं गुड रोहिनी, यस विकास, बिल्कुल से, बिल्कुल से So, there are some heavier isotopes of an atom which emits radiations और isotope की उन forms को radio isotopes कहा जाएगा हाँ, देव मिश्रा ऐसा generalized rule नहीं बना सकते क्योंकि उपच्च जगों पर lesser than 1 है, वहाँ पर भी emission हो सकता है तो बात यह है कि ऐसा इनके साथ क्या बुरा हो रहा है कि ये बार की तरफ radiation से emit कर रहे हैं बार की तरफ energy liberate कर रहे हैं the thing is that there are in other words we can say there are some forms of an atom which has an unstable nucleus there are forms of an atom फॉर्म्स आफ एन एटम विच हैस अनस्टेबल न्यूपियस यह सुमित्र बिल्कुल आविनित बिल्कुल यही बात आश्वामित बिल्कुल गावरी आते हैं उस बात पर यह स्पिंटो बिल्कुल गुड़ आप सब की बाता बायोग्राम उसे इतनी स्ट्रांग है जब मैंने कभी ए आप चैंपियन होते हैं आप सब्सक्राइब करें आप सब्सक्राइब करें आप आपको बता है आपको बता है आपको बता है आपको बता है आपको बता है आपको बता है आपको बता है आपको बता है आपको बता है यह सभी एग्जाम के लिए काम आएगी CSR के लिए भी काम आने वाली है यह DBT-GRF के लिए भी काम आने वाली है उसका form भी available है आज से फिल कर सकते हैं और ICAR के लिए अगर आप eligible हैं आप देख लिये उस criteria में आ रहे हैं नहीं आ रहे हैं उनके लिए भी ICAR NET भी होती है उसमें आप और अगर कोई भी नुकल होगा चाहे आप नुकल हो चाहे मैं नुकल हूँ एवरी सिस्टम विल है टेंडेंसी टो अचीव अस्टेबिलिटी तो अचीव अस्टेबिलिटी को अचीव करें तो विल से देट इस स्टार्ट एमिटिंग रेडिशन और अनसेबल न्यूक्लियस का मतलब देट ए डिस इक्लीबियम अमन न्यूक्लियों से घर के अंदर अगर दो group हो और दोनों बराबर balanced state में हो तो हम कहेंगे equilibrium है okay मम्मी और मैं एक तरफ हो गए और पापा और मेरी सिस्टर एक तरफ हो गए घर में रहने वाले balanced state है equilibrium condition ऐसे nucleus के अंदर there are protons as well as neutrons और उनके number लगबग बराबर है we will say that this is an equilibrium state अगर proton access में होने लग जाए या neutron access में हो उस दोरान यह जो equilibrium है वो गडबड़ा जाता है तो वो बार की तरफ radiation एमिट करते हैं कुछ fission particles एमिट करते हैं पर कुछ भी एमिट करे परपर्स यह है कि वो stability को अच्छीव करे radiation एमिट करने पर उनमें stability आ जाती है now किस तरीके के radiation emit कर सकते हैं तो ऐसे सारे radioastrobes जिनमें unstable nucleus होता है वो radioactive decay करते हैं उनका nucleus disintegrate होता है वो बार के तरफ alpha rays beta rays या gamma rays और थोड़ा और डिटेल में, जब हम unit 13 की बात करेंगे, जब हम radio activity को डिटेल में पढ़ेंगे वहाँ पर, तो हम fission particles के बारे में भी बात करेंगे, and there are various other ways of the nuclear decay, पर अभी हम क्योंकि basic biochemistry पढ़ रहे हैं, अभी इतना बहुत है, कि तीन तरीके के particles generally emit होते हैं, either these would be alpha particles, रुपेस ICAR की बात कराओ, agriculture recruitment, बात कर रहा हूँ, medical risk की बात नहीं कर रहा हूँ, ठीक है, हम आगे बात कर रहे हैं, so, जब कभी भी alpha decay होगा, alpha decay के दुरान जो particle बार की तरफ element, बार की तरफ release होता है, that is equivalent to a helium nucleus, उस दुरान atomic mass के अंदर, 4 से change आएगा, atomic number के अंदर, जब कभी भी बीटा डिके होगा उस दुरान एटोमिक मास विल इंक्रीज बाई वन एंड एटोमिक नंबर सॉरी एटोमिक मास्ट रिमेज सेम एंड एटोमिक नंबर विल इंक्रीज बाई वन अब वो डिपेंड करता है प्लस वन होगा या माइनस वन होगा वो डिपेंड इस बात पर करता है कि हम पॉजिट्रॉन या नेगेट्रॉन तो atomic number it will increase by 1 गामा decay जब कभी भी होगा उस दुरान न तो atomic mass में change आएगा नहीं atomic number में change आएगा simply जो excess energy है वा release होगी so radio stops का क्योंकि nucleus unstable होता है इसलिए stability को achieve करने के लिए वा disintegrate या decay करते हैं उस दुरान alpha particle emit होते हैं तो mass में 4 से change आता है number में 2 से change आता है beta decay वो भी negatron तरीके का हो तो mass में कोई change नहीं आता atomic number 1 से increase हो जाता है gamma emission हो तो उस दुरान atomic number और atomic mass same रहते हैं और आगे हम पढ़ेंगे कि एनर्जी के साथ से बात करें तो सबसे ज़्यादा एनर्जी गामा रेज में है उससे कम एनर्जी वीटा और उससे भी कम अलफा रेज में पेनिट्रेशन पावर की बात करें म्यूटाजेनिक प्रॉबर्टी की बात करें तो सबसे ज़्यादा पेनिट्रेशन पावर सबसे ज़्यादा म्यूटेशनल एबिलिटी गामा रेज में होती है रेडियो एक्टिव डिके है वह तीन तरीके का हो सकता है एलफा बीटा एंड गामा अब आ रही है साउंग यहां से बिल्कुल सही बता रहा है नेटवर्क राडियो अक्टिव डिकेइव तीन तरीके का हो सकता है, एलफा डिकेइव, बीटा डिकेइव और गामा डिकेइव अगर न्यूक्लियस में डिस एक्लिप्रियम हो जाए तो न्यूक्लियस टूटता है डिके करता है और जब कभी न्यूक्लियस डिके करता है तो कुछ पार्टिकल न्यूक्लि और इन particles बार की तरफ emit होने की वज़े से अब nucleus में stability अच्छी होती है ठीक है? कैसे? अगर बात करें तो अगर हम carbon 14, C14 के बारे में let's say बात करें carbon 14 के अंदर number of proton 6 है number of neutron 8 है यह तो नाइंसाफ है क्योंकि neutrons they are more as compared to the number of protons अब इसका nucleus unstable होगा और unstable होगा इसका अलग भी radiations बाहर की तरह फैमिट करेगा ऐसा एटम आराम से पहचान लिया जाता है, वो छुपावा ही नहीं रहता, जिसका न्यूक्लियस अन्स्टेबल है, क्योंकि वो बाहर की तरफ क्या अमिट करता है?
रेडिशन्स, इसलिए इनको ट्रेसर की तरह स्थेमाल किया जा सकता है, क्योंकि वो अपने पूरा प्रश्न पर प्र अब इसके अंदर क्या होता है? एकसेस जो न्यूट्रोन है, वह एक एकसेस न्यूट्रोन स्पिलिट होता है, ब्रेक होता है, क्योंकि जो जादा होगा, अब विशेष वहीं ब्रेक डाउन होगा, न्यूट्रोन ब्रेक डाउन होने के बाद पीछे न्यूट्रोन बच जाएंगे, तो वह 7 होगा, और जो एक न्यूट्रोन स्पिलिट हुआ, तो व आपका प्लीट मास एवं पॉजिटिव चार्च एंड वन नेगेट रोन जिसका जिरू मास और माइनस चार्ज है। और जबकभी एक न्यूट्रॉन प्रतिकल बना जाता है, तो एक एंटी न्यूट्रिनो पार्टिकल भी लिबरेट होता है। अभी हमारे लिए यह कोई काम की बात नहीं। तो एक न्यूट्रॉन जो ज्यादा था वो ब्रेकड़ाउन हुआ। एक प्रोटोन के बाराबर है, इसका मतलब क्या हुआ? एक प्रोटोन बढ़ गया, तो न्यूट्रोन से स्पिलिट होकर एंटायर मास वाला पोजिटिवी चार्ज पार्टिकल रहा, जो एक प्रोटोन के बाराबर है, इसका मतलब क्या हुआ?
एक प्रोटोन बढ़ गया, तो number of proton एक से बढ़ गया और एक neutron कम हो गया और so positron nucleus के अंदर और negatron को क्या किया negatron which is equivalent to electron के बराबर क्यों कहा क्योंकि उसका charge minus है और उसका mass negligible है so charge is minus 1 so हुआ क्या कि क्यों अब देखें यहाँ पर जो भी molecule बना, क्योंकि एक proton, एक neutron कम हुआ और एक proton बढ़ गया, इसलिए mass में कोई change नहीं है, mass में क्यों change नहीं है, क्योंकि the mass of, the loss of neutron is compensated by the increase in number of neutron, पर क्योंकि एक proton बढ़ गया है, इसलिए atomic number 6 की बजाए अब, 7 हो जाएगा क्योंकि atomic number किसके ऊपर depend करता है number of protons पर और अगर atomic number बदल गया तो property भी change हो जाएगी अब उसे carbon नहीं कहेंगे बलकि उसे क्या कर देंगे nitrogen तो फाइदा क्या हुआ अगर आप इसको visualize करें तो फाइदा क्या हुआ इस पूरे overall process के अंदर so what is the benefit कि जब कभी भी C14 N14 में convert होता है यह unstable था, n14 stable है, n14 stable क्यों है, क्योंकि उसमें number of proton 7 है, number of neutron भी 7 है, अब equilibrium आ गया, यहां instability क्यों थी, कि proton 6 थे और neutron 8 थे, और बार की तरफ क्या liberate हुआ, बार की तरफ liberate हुआ एक negatron जिसके पर mass 0 है, charge, और साथ में लिबरेट हुआ एक anti-neutrino जिसके बारे में हम आगे जब radioactivity पढ़ेंगे तब बात करेंगे तो आपने हमेशा पढ़ा होगा ना कि लगबग 5800 years के बाद C14 की amount half हो जाती है तो बाकी का C14 कहां चला गया After every, let's say, 5800 years, the original concentration of C14, it reduces to half. तो, बाकी 50% काँ उड़ गया? Yes.
बिल्कुल देवरत शुक्ला, रुई बिल्कुल, बिल्कुल. बाकी का C14 अब वो C14 वाली form में नहीं है, वो किस form में है? It has converted into a nitrogen 14. और जो कुछ भी हमारा counting का तरीका है, वहाँ से हम radiations को emit कर रहे हैं, 50% form जो N14 में converted हो गई, वो radiations emit नहीं करेगी, जो count per minute आ रही थी, जो radiations पहले जितनी मिल रही थी, अब उतनी radiations नहीं मिलेगी, क्योंकि rest of the 50% of C14, it has been converted to a stable form N14.
तो radiation C14 ही emit करता है, 50% N14 में convert हो गया, 5800 years में, तो radiation emit नहीं करेगा, so that's what we say is that radio astrophs with a time, they emits, they get convert into a stable form and due to which the amount of this radio astroph declines, यह सिदेश है। चलो आपको समझ में आता है चलो एक question और solve करें आप अगर आपको कह दिया कि let's say tritium hydrogen है let's say you are having a tritium hydrogen और इससे beta decay होता है तो पीछे क्या बचेगा what you will get अगर एक बीटा डिके होता है तो वह नेगेट्रोन तरीके का बीटा डिके होता है त्रिटियम हाइड्रोजन अंस्टेबल है क्यों अंस्टेबल है त्रिटियम हाइड्रोजन? क्योंकि वहाँ एक प्रोटोन है और दो न्यूट्रोन है नाइंसाफी है अब यह धीर रडियोक्टिव डिसेंटेग्रेट करता है मुझे उसका एटॉमिक नंबर एटॉमिक मास्स दोनों बताएं हीलियम का कि बिल्कुल मामिक यह चैनल टो नोट यही में बिल्कुल साइड बिल्कुल गुड़ी विडियो बिल्कुल साइड बात है तो हुआ क्या वापस में जो एक एक्स्ट्रा न्यूट्रोन था वह स्पीड हुआ और एक टोटोन में कनूट हुआ होगा जिसकी वजह से इट विल गैट कन� जिसका mass में तो कोई change नहीं आएगा, mass will remain same, क्योंकि जब कभी भी negatron तरीके का beta decay होता है, तो atomic mass में change नहीं आता, atomic number it increases by 1, so with a time, the C14 get convert into N14, with a time, tritium hydrogen, since it is unstable, इस तरह ने बात की है इस तरह ने बात की है और such isotopes are RFA2S radio isotopes. So, this was about the isotopes.
Now, one thing may come in your mind, हम atomic mass or atomic weight को लगबग synonym की तरह स्थेमाल करते हैं. पॉजिट्रॉन नेगेट्रॉन बहुत सिंपल है, हम राज्य रेडियो अक्टिविटी पढ़ेंगे, जिनको अभी क्लियर नहीं है, अभी सिर्फ मैं इतनी बात कह रहा हूँ कि जब कभी भी न्यूट्रॉन स्प्लिट होगा, इतना याद रखेंगे, इलेक्ट्रॉन को ही हम नेगेट्रॉन कह रहे हैं, जो बार की तरफ लिबरेट होगा, और जो प्रोटॉन के लिए मैं टर्म इस्तेमाल कर रहा हूँ, जो न्यूक्लियस के अंदर रहेगा, तो हम कहते हैं एक न्यूट्रॉन कम होता जा रहा है तो एक प्रोटोन बढ़ता जा रहा है क्योंकि न्यूट्रॉन कम हुआ एक प्रोटोन बढ़ गया इसलिए मास में तो कोई चेन नहीं है क्योंकि मास न्यूट्रॉन और प्रोटोन दोनों पर डिपेंड करता है और क्योंकि प्रोटोन एक से बढ़ जाता है इसलिए एटॉमिक नंबर एक से इंक्रीज हो जाता है खेर हम कह रहे थे एटॉमिक मास और एटॉमिक वेट में बहुत सिंपल सा डिफरेंस है एटॉमिक मास जिसको मास नंबर भी कहते हैं अटॉमिक मास एस सम आफ प्रोटोन एंड न्यूट्रोन आफ आ सिंगल एटम जिसे मास नंबर भी कहते हैं इसे कार्बन का एटमिक मास नॉर्मल कार्बन का ट्वेल है क्योंकि उसके अंदर सिक्स अगर प्रोटोन सें और सिक्स न्यूट्रोन सें तो एटमिक मास कितना हो जा एक से ज्यादा फॉर्म नेचर के अंदर एक्जिस्ट करती है। उन सब का वेटेड एवरेज लेकर जो हमें पास मास आएगा उसे एटॉमिक मास कहने की वजह है। उसे हम क्या कहेंगे एटॉमिक वेट। यानि कहने का मतलब यह क्या है। जैसे लेट से नेचर के अंदर कार carbon 13 वन परसेंट है और carbon 14 को हमने यहाँ से हटा रहेंगे carbon 14 की amount बहुत negligible है वो mass उसका proportion बहुत कम है अगर उसको भी add करेंगे तो कुछ जादा फर्क नहीं आएगा अब जो कुछ भी हम carbon nature से collect करेंगे उसमें 99% हमेरे पास कौन साएगा 12 वाली form तो उसका contribution कितना हुआ 11.888888 जो भी carbon हम nature से collect करेंगे उसमें से कुछ amount 13 वाली भी होगी according to its occurrence in a nature और उसका proportion कितना है 0.01 इसका contribution ही आ गया इन दोनों को हम add कर दें so this will be referred to as atomic weight so यह बात हुई हमारी atomic weight के बारे में थोड़ा सा internet connection आप भी check करें एक बार, buffering हो रही है, मेरी तरफ से pause दिये हैं, यहां से streaming normal हो रही है, आप एक बार वापस check करें वापस एक बार चेक करें आपको, मैं भी मेरे जब से चेक कर रहा हूँ, ठीक है, मेरे साथ से सही लग रहा है, चलो आपने देखते हैं, वैसे भी आपने खत् कि what we mean by atomic mass and atomic weight अब बहुत simple सी दो चीज़ें उसके बाद आप आज का lesson खत्म करेंगे कि what is isobar and what is isotone यह दो चीज़ बताते हैं यह वीडियो बफर भी हो रहा है तो आपको ऑफलाइन बिलेगा कोई प्रॉब्लम नहीं है अगर बफरिंग हो भी रही है तो आप रिफ्रेस्ट करिए अपने एक बार इसको मां क्वेश्चन इस व्हाट एस आ� आईसो बार आर which has same atomic mass उन्हें हम आईसो बार कहेंगे याद रखने के साथ से जिनका भार एक जैसा हो उसे आईसो बार कहा जाएगा हिंदी का वर्ड है भार आईसो बार which has same atomic mass but different atomic number मतलब आयोस्टोप का उल्टा हो गया, आयोस्टोप में हम क्या कह रहे थे, same atomic number है, but different atomic mass है, तो isobar के अंदर different atomic mass है, but same atomic mass है, but they are having a different atomic number, so isobar are having a same atomic mass, but different atomic number, for example, C14 and, इन दोनों को क्या कहा जाएगा? आईसो बार बट दे आए डिफरेंट एटम्स एक कारबन है और दूसर नाइटोजन है उनमें कॉमन बात क्या है? कि दे हैव अ सेम एटोमिक मास और वो आईसो टोन्स है?
आईसोटोन्स आप दोस्तों जो इसे पास नंबर नेटरोंस पर भी रहे हैं, लेकिन वे दिखा रहे हैं, ये और अगर प्रोटोन का नंबर अगर इसके बारे में अगर यह दर्द एट प्रोटोंस नाइट्रोजन वे दर्द सब्सक्राइब नेट्रोंस एड फिर टीम इन नेट्रोंस एड फिर टीम इस एड नेट्रोंस ए बट डिफरेंट एटोमिक मास ओके आईसो बार दिए हैव आफ डिफरेंट एटोमिक नंबर बट सेम एटोमिक विभाव आटेविंग आज सेम एटोमिक मास देटेज आईसो बार दिफरेंट एटोमिक नंबर आईसो बार दिफरेंट एटोमिक नंबर देटेज आईसो तो इस विशेष आज तक हमने बोला atoms, atoms की different forms, I stop, I so bar के बारे में पढ़ा, कल हम bonding के बारे में discuss करेंगे, अभिशेक, I so bar का मतलब, are the forms which are having a same atomic mass, but they have a different atomic number, example, carbon 14 and n 14, so thank you everyone, आपको पसंद आया, अगर ये lecture तो जाते एक बार like जरूर करते जाएगा आपके जो भी college या university के whatsapp या telegram group है उसके दर भी information share करेगा चाहे वो CSR की preparation कर रहा है नहीं कर रहा है उसे बहुत फरग नहीं पड़ता even उनके MSE में भी help करेगा even BSE students को भी ये topic help करेंगे तो आपके जो भी junior, seniors हैं उनके साथ ये information share करें और कल भी बने रहें और आपको बहुत बेसिक टॉपिक पढ़ रहे हैं, आपको दिरदिर आपको भी मज़ा आएगा पढ़ने में तो थैंक यू, थैंक यू एवरिवन और अपने फ्रेंड्सों ज़रूर बताईएगा साथ में कि हमारी नेट फिजिक्स की क्लासेस भी चल रही है और नेट केमिकल साइंसेस की क्लासेस भी चल रही है वो भी फ्री क्लासेस अटेंड कर सकते हैं