हेलो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग तो मेरा नाम है आकाश कुमार और स्वागत करता हूं मैं आप सभी के अपने चैनल केर बल फार्मा में तो आज के इस वीडियो में हम लोग बात करने वाले हैं अपने टॉपिक पेरिफेरल नर्वस सिस्टम के बारे में तो हमारा सब्जेक्ट चल रहा था ह्यूमन एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी बी फार्मेसी फर्स्ट सेमेस्टर और उसके यूनिट फोर्थ का ये चैप्टर वन है अब छुट्टियां हो गई खत्म अब फिर से हम जो है अपने काम पर वापस आते हैं अब बात करें अगर हम इस पूरे टॉपिक के बारे में तो ये पूरी वीडियो में हम क्या करेंगे इस पूरे चैप्टर को कंप्लीट कवर करेंगे मतलब ये हमारी एक वन वीडियो शॉर्ट है जिसमें हम एक ही वीडियो में पूरा चैप्टर कंप्लीट कवर कर देते हैं अब बात करें हम इसके सिलेबस के बारे में मेनली तो यहां पर पहले हमें बात करनी पड़ेगी पेरिफेरल नर्वस सिस्टम के बारे में देन इसका एक मतलब पूरा इंट्रो जानेंगे और नर्वस सिस्टम का ही बेसिकली इंट्रो जान लेंगे देन इसकी क्लासिफिकेशन के बारे में बात करेंगे जो एक इंपोर्टेंट चीज है आपको यहां दिख जाएगी और इसके बाद हम इसमें दो इंपोर्टेंट फंक्शन सिस्टम है हमारे पैरासिप हैट एंड सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम और यही एग्जाम में आते हैं और इनके डिफरेंस भी आते हैं तो ये सारी की सारी बातें इस वीडियो में करेंगे और लास्ट में एक क्वेश्चन हमारा शॉर्ट में बन जाता है कि आपको स्पाइनल और क्रेन नर्व्स के बारे में लिखना है तो वो भी हम इस वीडियो में कवर करेंगे तो सारे ही टॉपिक आपको यहां मिल जाएंगे बाकी अगर आपको प्रीवियस जो कोई भी चैप्टर टॉपिक देखना होगा तो सब की जो लिंक है वो आपको इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में मिल जाएगी जाके आप चेक आउट कर सकते हो तो सबसे पहले हम बात करेंगे नर्वस सिस्टम के बारे में देन हम जो है पेरिफेरल के बारे में बात करेंगे तो देखो सिंपली अगर मैं आपको बताऊं कि नर्वस सिस्टम एक्चुअल में क्या है तो ये एक तरह से हमारी पूरी बॉडी का कैप्टन या फिर एक तरह से मास्टर बोल सकते हो जो हमारी पूरी बॉडी को कंट्रोल करता है अब कंट्रोल मतलब क्या है जैसे अभी मैं आपको पढ़ा रहा हूं तो मैं कुछ ना कुछ सोच रहा हूं तो वो काम हमारा किसके थ्रो हो रहा है नर्वस सिस्टम की थ्रो मेरे हाथ पैर चल रहे हैं या मैं यहां पे लिख रहा हूं या आप कोई भी क्रिकेट खेल रहे हो या कहीं घूमने जा रहे हो कुछ भी काम कर रहे हो वो एज अ हमारा नर्वस सिस्टम की वजह से होता है यानी कि बोला जाए तो मालिक है हमारी पूरी बॉडी का नर्वस सिस्टम अब इसको अगर आपको समझना हो तो ऐसे समझो मान लो इंडियन क्रिकेट टीम का मतलब वो चल रहा है मैच चल रहा है और वहां पे रोहित शर्मा कैप्टन है और रोहित शर्मा अगर कैप्टन है तो जो भी प्लेयर जो किसी को करना है जैसे वो डिसाइड करेगा यानी कि कैप्टन डिसाइड करेगा कि भाई अब तू बॉल डाल या तू बिल्डिंग तू फील्डिंग कर तू वहां पे कैप्टन स कर तू उधर जा तू उधर था ये कर वो कर यानी कि ओवरऑल चीजें जो भी है वो एक कैप्टन डिसाइड कर रहा है बाकी सब सिर्फ उसको फॉलो कर रहे हैं तो वही सेम फर्ना हमारा होता है नर्वस सिस्टम का कि हमारी जो पूरी की पूरी बॉडी है उसको कंट्रोल करने का उसको कोऑर्डिनेट करने का काम हमारा कौन करता है नर्वस सिस्टम करता है तो अब आप इतना समझ रहे होंगे यानी कि अभी जो आप सुन पा रहे हो या सारा कुछ है वो हमारा क्या है नर्वस सिस्टम की वजह से है अब देखो नर्वस सिस्टम एक्चुअल में होता क्या है कि एक हमारा नेटवर्क है पूरे के पूरे न्यूरॉन्स का अब न्यूरॉन्स एक्चुअल में क्या है पहली बात इस न्यूरॉन्स को हम जो है नर्व सेल भी बोलते हैं तो कंफ्यूज मत होना कहीं अगर नर्व्स आ गए ठीक है तो न्यूरॉन एक्चुअल में हमारे पूरे नर्वस सिस्टम का एक स्ट्रक्चरल एंड फंक्शनल यूनिट है अब इसका मतलब यहां पे क्या हो रहा है तो मान लो चलो मैं अपना एक आइकॉनिक वाला एग्जांपल आपको बताता हूं मान लो आप लोग यहां पे हो घर पे आप लोग चाय वगैरह बना रहे हो या कुछ भी है और यहां पे आपका पतीला है अब आपने क्या किया गलती से क्या किया वो पतीला गर्म हो जाता है आपने क्या किया उसको टच कर दिया अब जैसे ही आपका वहां पे हाथ टच होगा ना आपको एकदम जैसे मान लो ये वाला आपका हाथ था और आपने जैसे यहां से ये वाले हाथ से इसको पदले को एकदम टच किया ना आपको एकदम यहां से सेंसेशन जाएगी आपके यहां से लेके ब्रेन तक और और ब्रेन से एकदम पता लगेगा भाई ये गर्म है और वहां से एकदम रिप्लाई में आपका यहां से आएगा कि भाई तुरंत इस हाथ को हटा लो तो यहां पर क्या हुआ आपने जैसे इसको टच किया आपको फील हुआ ये गर्म है लेकिन फिर आपने क्या किया तुरंत अपने हाथ को हटा लिया तो इससे आपको क्या पता चला कि ये जो हमारा गर्म वाला सेंसेशन थी यानी कि इसको हम सेंसरी मतलब नर्व्स या न्यूरॉन बोलते हैं उन्होंने क्या किया कि इस इंफॉर्मेशन को कि भाई ये पतीला गर्म है उसको यहां से लिया आपके हाथ में जो नर्व्स प्रेजेंट है क्योंकि ये न्यूरॉन्स या नर्व्स हमारी पूरी बॉडी में प्रेजेंट होते हैं तो हां से जो नर्व्स प्रेजेंट है उनसे नर्व्स लेते लेते आपके ब्रेन तक पहुंचा दी और ब्रेन ने उसको एनालाइज किया कि भाई ये गर्म है और गर्म होने की वजह से आपका हाथ जल सकता है तो ब्रेन ने तुरंत यहां से एक मोटर मोटर मतलब होता है कि अब मोटर न्यूरॉन यानी कि आपको एक संदेश दे रहे हैं मैसेज दे रहे हैं यानी कि ये सेंसरी है जो सेंस कर रहा है यानी कि ले रहा है ये मोटरी इसने बताया कि भाई यहां पे गर्म है तो इसने तुरंत यहां पे ऑर्डर दिया भाई इस हाथ को हटा लो तो क्या किया अब इस हाथ ने उसको छूने से हटा दिया एकदम अब आप बोल रहे होगे सर इतनी देर में तो हाथ जल जाएगा तो ये हमारा बहुत बहुत बहुत ज्यादा क्विक होता है यानी कि इन माइक्रो सेकंड्स में होता है और आपको भनक आप टच करोगे तुरंत आप आपको फील हो जाएगा आप तुरंत उसको हटा दोगे लेकिन कुछ माइनर से सेकंड लगते हैं लेकिन तुरंत आपका हाथ वहां से जो है हट जाता है तो अब आपको यहां पे नर्वस सिस्टम का काम पता चला और न्यूरॉन्स एक्चुअल में क्या होते हैं ये हमारी पूरी बॉडी में फैले हुए कुछ नर्व सेल्स हैं और यही एक्चुअल में क्या करें हमारी पूरी इंफॉर्मेशन को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचा रही हैं तो यही हमारा होता है पूरा का पूरा न्यूरॉन्स और नर्वस सिस्टम के बारे में तो अब अगर थोड़ा सा यहां टेक्निकल टर्म में देखें तो नर्वस सिस्टम इट इज द नेटवर्क ऑफ नर्व सेल या फिर हम इसको न्यूरॉन बोल देते हैं व्हिच ट्रांसमिट सिग्नल बिटवीन द डिफरेंट बॉडी पार्ट्स एंड यूज टू कंट्रोल एंड कोऑर्डिनेट द बॉडी फंक्शन यानी कि सिंपल हमारी पूरी बॉडी में मैसेज एक जगह से दूसरी जगह भेज रहे हैं और हमारी पूरी बॉडी को कंट्रोल या कोऑर्डिनेट करने में हमारी हेल्प कर रहे हैं अब नर्वस सिस्टम हमारा बेसिकली दो पार्ट्स में डिवाइड हो जाता है यहां पे एक हमारा होता है सीएनएस सेंट्रल नर्वस सिस्टम और एक हमारा हो जाता है पीएनएस यानी कि पेरिफेरल नर्वस सिस्टम अब इन दोनों को समझने के लिए आपको एक एग्जांपल ये समझना होगा कि मान लो कोई भी एक हमारी कंपनी है ना तो जब वो हमारी कोई कंपनी है तो उसमें आपने देखा होगा कि दो डिपार्टमेंट होते हैं एक हमारा होता है अथॉरिटी वाला डिपार्टमेंट यानी कि वो मेनली क्या करेगा जैसे एचआर है हमारा या मालिक हो गया हमारा या कोई जनरल मैनेजर हो गए तो ये खुद कोई हाथों से काम नहीं करते हैं ऐसा नहीं है कि भाई खुद आ गए मशीनों के ऑपरेट कर रहे हैं वो क्या करेंगे वो सिर्फ ऑर्डर देते हैं मालिक ने दिया भाई यहां मैनेजर को मैनेजर ने एच आर या किसी को बता दिया और ये लोग क्या करेंगे देन यहां पे जो लेबर वाले हैं या जो ले मतलब जो हमारे ऑपरेटर वगैरह होते हैं जो इंजीनियर वगैरह होते हैं उनको जाके ये ऑर्डर पास कर देंगे और वो क्या करेंगे वो इस काम को परफॉर्म करेंगे यानी कि आपने समझा कि एक ऐसा डिपार्टमेंट है जो सिर्फ क्या कर रहा है एनालाइज कर रहा है कि क्या चीज सही है गलत और सिर्फ क्या दे रहा है ऑर्डर दे रहा है और इधर से इन लोगों की प्रॉब्लम ही सुनता है तो यहां पे रिसीव भी कर रहा है यानी कि तीन काम हो रहे हैं एक क्या कर रहा है इंफॉर्मेशन जो कोई भी यहां से उसको रिसीव किया सेकंड उसको एनालाइज किया और थर्ड क्या किया ऑर्डर जान कि अब उसको वापस कर दिया कि आप ऐसा करो ठीक है तो एक डिपार्टमेंट अथॉरिटी वाला हो गया एक डिपार्टमेंट है जिसने ये वाला ऑर्डर जो आया उसको लिया और इस वाले दिया और यहां जो वर्क था उस वर्क को यहां पे क्या किया इसने परफॉर्म किया तो इस तरह से दो डिपार्टमेंट है सेम इसी चीज में हमारा बढ़ जाता है सेंट्रल नर्वस सिस्टम और पेरिफेरल नर्वस सिस्टम तो अब अगर आप यहां देखो देखोगे तो हमारी जो पूरी बॉडी है उसमें जो हमारा ब्रेन होता है ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड ये दो ऐसे पार्ट हैं इन दोनों को मिला के हमारा बनता है सीएनएस सेंट्रल नर्वस सिस्टम और एक तरह से ये हमारी आप बोलते हैं ना स्पाइनल कॉर्ड हमारी बैक बोन है और ब्रेन ये दोनों चीजें हैं जो सोचने का काम करते हैं हमारी पूरी बॉडी में यानी कि सारे ऑर्डर को एनालाइज करेंगी और लेती हैं अब जो बाकी की बची हुई पूरी बॉडी है भाई नर्व्स तो हमारी पूरी बॉडी में प्रेजेंट है तो ये वाले जो नर्व्स हैं इसको हम सेंटर न सिस्टम बोल देते हैं और जो बाकी के पूरी बॉडी हमारी इधर ले लो इधर वाला पार्ट ले लो यहां ले लो या इधर वाला पूरा जो भी हमारा ये पूरा पार्ट है ये सारा का सारा हमारा कहलाता है पेरिफेरल नर्वस सिस्टम और ये जो पेरिफेरल नर्वस सिस्टम है वो हमारा कनेक्ट होता है यहां से यानी कि इनके थ्रू ब्रेन से हमारी जो निकली है इनके थ्रू ये पूरा का पूरा हमारा पेरिफेरल सिस्टम यहां पे कनेक्ट होता है और ये काम कैसे करते हैं तो दोनों मिलकर काम करेंगे कैसे जैसे मान लो यहां पर पीएनएस है हमारा पेरिफेरल नफ सिस्टम हमारे हाथ वाले एरिया में पूरा अब जैसे यही वाला एग्जांपल लें मान लो गर्म पतीला अगर पकड़ा हमने तो हमें एक प्रॉब्लम हुई गर्म और वो प्रॉब्लम हमारे पीएनएस के थ्रू यानी कि ये पूरा पेरिफेरल के इनके थ्रू क्या होगा वो हमारे सीएनएस पे पहुंचेगी यहां पे सीएनएस पे पहुंची और इनको पहुंचाने के लिए जो हमारे न्यूरॉन्स या नर्व्स इस्तेमाल करते हैं उनको हम एफरेंट या फिर सेंसरी न्यूरॉन बोलते हैं अब देखो ये वर्ड याद कर लो आपके आगे काम आएगा तो एफरेंट या फिर मोटर सॉरी सेंसरी अब ऐसा क्यों होता है सेंसरी का मतलब आप साम से समझो सेंस करना और एफरेंट को आप याद कर सकते हो कि आना यानी कि कोई इंफॉर्मेशन हमारी सीएन के पास आ रही है तो आ रही है तो एफरेंट एफ से आजा आजा तो ये प्रॉब्लम हमारी इधर आ रही है तो एफरेंट हमारी पीएनएस के थ क्या गई सीएनएस में पहुंच गई अब सीएनएस क्या करेगा उसको एनालाइज करेगा और जब वो एनालाइज करेगा कि क्या करना चाहिए डिसीजन लेगा बहुत ही क्विक होते हैं और उसके बाद वो यहां से ई फ्रंट ई से एग्जिट मान लो तो यहां से देन हमारे यहां पे निकलते हैं अ न्यूरॉन्स ई फ्रेंट वाले और इन ई फ्रेंट को हम जो है मोटर नाम से भी जानते हैं और मोटर एक तरह समझ सकते हो कि वो वर्किंग एरिया में आ गया मतलब काम करेगा तो यहां से ई फ्रंट वाले न्यूरॉन आएंगे पीएनएस के थ्रू और पीएनएस के थ्रू हमारे जो हाथ वाला एरिया है पूरा मसल्स वाला है वहां मसल्स तक पहुंच जाएंगे कि भाई आप इसने जो टच किया उसको हटा दो तो इस तरह हमारा सीएनए पीएनएस मिलके काम करते हैं सीएनएस सिर्फ उसको एनालाइज कर रहा है ऑर्डर दे रहा है और पीएनएस एक तरह से वहां पे पूरा काम परफॉर्म करवा रहा है तो इस तरह हमारा पूरा सीएनएस पीएनएस यहां पे काम करते रहते हैं और एग्जांपल ये सीएनएस में हमारे ब्रेन स्पाइनल कॉर्ड है और पीएनएस में हमारी बहुत सारी चीजें हो गई जैसे हमारा अ मतलब जो हमारे नर्व्स हो गए सेंसरी मोटर न्यूरॉन्स हो गए मसल्स हो गए ग्लैड्स हो गए क्योंकि जितनी भी चीजें हमारी कनेक्ट है वो सारी की सारी पीएनएस के अंदर आ जाती है और सीएनएस में तो सिर्फ ब्रेन और ये आता है तो इनके अलावा जो भी चीजें है सारी की सारी हमारी पीएनएस के अंदर आ जाती है पेरिफेरल नर्वस सिस्टम के अंदर आ जाती है अब अगर इनकी हम क्लासिफिकेशन पढ़े तो एक तो आपको समझ आ गया कि नर्वस सिस्टम हमारा दो पार्ट्स में बढ़ जाता है एक है सीएनएस सेंट्रल नर्वस सिस्टम और एक है हमारा पीएनएस पेरिफेरल नर्वस सिस्टम अब सेंट्रल के अंदर हमारे स्पाइनल कॉर्ड और ब्रेन आ जाता है और पेरिफेरल में हमारे ये फर्द दो पार्ट्स में डिवाइड हो जाता है अब इसको यही समझ लो आप पहला हमारा होता है सोमेटिक नर्वस सिस्टम और सेकंड हमारा होता है ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम अब सोमेटिक और ऑटोनॉमिक में इसके नाम से ही आपको समझ आ रहा होगा सोमेटिक में एक सोमा वर्ड हमारा आता है वो हमारी बॉडी से कनेक्ट होता है और इसका अगर सिंपल मतलब समझो इतना समझ लो कि सोमेटिक नर्वस सिस्टम हमारा वो है जो हमारे खुद के कंट्रोल में है यानी कि इसको हम वॉलंटरी रिस्पांसस बोलते हैं अब वॉलंटरी रिस्पांस कैसे हैं अब जैसे मान लो ये पेन है ठीक है अब मेरा मन किया कि भाई मैं इसको उठाऊं ये हमारी पेंसिल है तो मैं इसको ऐसे उठा पा रहा हूं तो ये जो मेरा रिस्पांस है या ये जो मेरा काम है या ये जो मेरे यहां पे एकदम मैंने यहां से सोचा पेन उठानी तो ये जो मेरे न्यूरॉन्स वगैरह पूरा फरना चला तो ये जो मेरा पूरा सिस्टम है इसको मैं बोलूंगा सोमेटिक नर्वस सिस्टम क्यों क्योंकि इसमें मैं अपनी मर्जी चला पाया ये हमारे वॉलंटरी रिस्पांस है जो मैं अपनी मर्जी से कर सकता हूं तो ये वाले हमारे कहते हैं सोमेटिक नर्वस सिस्टम अब इसमें हमारे सेंसरी मोटरी आते हैं तो सेंसरी क्या है मैंने यहां पे सेंस किया कोई भी दिक्कत आ मोटरी के ऊपर से ऑर्डर आया इसको छोड़ दो या इसको पकड़ लो तो ये हमारे सेंसरी मोटरी मैंने आपको पहले ही बता दी है सेंसरी हमारे वही है जो एफ फ्रेंट है और मोटर हमारे वही है जो ई फ्रेंट है इसमें कोई अलग नहीं है अब जो ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम है ये थोड़ा सा मतलब कॉम्प्लिकेटेड क्यों है क्योंकि ये अपने आप चलता है यानी कि मर्जी से अब इसका एग्जांपल अगर मैं आपको बताऊं तो हमारा जो हर्ट है दिल है वो धड़क रहा है अब वो अपने आप धड़क रहा है मैं अगे सोचूं भाई दिल धड़कना रुक जाता हूं क्या रुक गया वो मैंने अपने ब्रेन से सोचा सबसे सोचा क्या रुक गया वो नहीं रुकेगा मैं और चीजें सोचू मान लो मेरा पेट में जो डाइजेशन चल रही है अब मैं सोचूं भाई डाइजेशन रुक जाए क्या वो रुक जाएगी वो अपनी मर्जी से चल रही है तो ऐसे जो रिस्पांस है जो हमारी बॉडी में अपने आप चल रहे हैं जैसे हमारी बॉडी में थॉट आ रहे हैं कोई भी सोचना है आप कितना भी अपने मन को रोक लो कि भाई मैं ना सोचूं ना सोचूं आप चाहो करके देख सकते हो आप सोचो मैं इसके बारे में ना सोचूं आप उतना ही सोचोगे तो आप ये थिंकिंग थॉट हो गए दिल का धड़कना हो गया आपके जो मतलब डाइजेशन रेट चल रही है आपके और जितनी भी बाइनल क्लॉक चल रही बॉडी के अंदर के जो सिस्टम है बहुत सारे ऐसे हैं जो आपके कंट्रोल से बाहर हैं और उन्हीं को हम बोलते हैं इवॉलेंट रिस्पांसस या इसको हम बोलते हैं ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम यानी कि ये ऑटोमेटिक है हमारा इसमें कोई रोल नहीं है हम इसको कंट्रोल नहीं कर सकते ये अपने आप हमारा चल रहा है तो आपको सोमेटिक और ऑटोनॉमिक का मतलब समझ आ गया होगा अब जो ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम है ये फर्द हमारा दो पार्ट्स में डिवाइड हो जाता है एक हमारा होता है सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम और एक हमारा होता है पैरा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम अब इन्हीं के ऊपर मेनली क्वेश्चन आ जाता है कि इनका स्ट्रक्चर और ओरिजन कहां से है वो सब लिखो और इनके डिफरेंस वगैरह लिखो तो ये हम यहां पे अभी पढ़ने वाले हैं बाकी यहां पर एक चीज और पढ़ लो वैसे ये सब आपके सेकंड सेमेस्टर में आएगा जब आप मेनली सीएनएस यानी कि इसके बारे में पढ़ोगे यहां पर देखो आपके टॉपिक चैप्टर का नाम क्या है पेरीफेरल सिस्ट तो आपको मेनली इसी के बारे में पढ़ना है ठीक है तो इसके बारे में बाद में इतना समझ लो कि जो भी हमारे जैसे कोई इंफॉर्मेशन है जो गई हमारी सेंसरी वाली है वो सारी की सारी हमारी ब्रेन तक पहुंचती है यानी कि मेनली यहां पहुंचेगी और यहां जाके जो इंफॉर्मेशन एनालाइज होगी वो एनालाइज हमारी स्पाइनल कॉर्ड के थ्रू हमारी इंफॉर्मेशन वापस आती है यानी कि सेंसरी वाले जितने मोस्टली हमारे न्यूरॉन वो ब्रेन के पास आते हैं और स्पाइनल कॉर्ड उनको जो है जवाब में मतलब वापस भेजता है और इसीलिए स्पाइनल कॉर्ड का एक रिफ्लेक्स आख वगैरह होता है ये सब आप अभी छोड़ दो चलो बाद में ही देखना अभी हम आपके लिए मेन है ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम और इसके अंदर सिंपैथेटिक पैरा सिंपैथेटिक वाला सोमेटिक मैंने आपको बता दिया इसका सिर्फ आप इंट्रो वगैरह ही जान लो जो बहुत है और इसको अगर आप डिफाइन करो तो कर सकते हो कि इट इज अ वॉलंटरी रिस्पांस ऑफ़ आवर बॉडी व्हिच वी कैन कंट्रोल इट सेल्फ यानी कि ये वो रिस्पांस है जो हम अपनी बॉडी के खुद से कंट्रोल कर सकते हैं और इसमें सेंसरी मोटर दोनों तरह के न्यूरॉन होते हैं और बस वही है सेंसरी काम क्या मोटर क्या है एग्जांपल जैसे मूवमेंट ऑफ लिम्स अपने हाथ पैर ला सकते हैं ऑटोनॉमिक के बारे में बात करें तो ये हमारा इवोलेट रिस्पांस है जो हमारी बॉडी खुद से कंट्रोल नहीं कर सकती जैसे हार्ट बीट होना डाइजेशन होना हमारी मसल्स के अंदर कोई बात हो गई ग्लैंड वगैरह हमारे हो गए हार्मोन हमारी बॉडी में जो रिलीज हो रहे हैं तो उनको हम अपने आप कंट्रोल नहीं कर सकते इसमें भी हमारे सेंसरी मोटरी दोनों तरह के होते हैं अब जो सेंसरी है वो आपको बताए कि वो हमारी इंफॉर्मेशन हमारे ब्रेन तक यानी कि सीएनएस तक पहुंचाते हैं और जो मोटरी वाले हैं वो हमारे ब्रेन से इंफॉर्मेशन वापस लेके आते हैं जो मैंने आपको स्टार्टिंग में भी बता दिया यानी कि सेंसरी हमारे इधर वाले हैं जो एफरेंट वो हमा इंफॉर्मेशन ब्रेन तक लेके जा रहे हैं सीएनएस तक और जो मोटर वाले हमारी फ्रेंड वो इंफॉर्मेशन वापस लेके जा रहे हैं तो ये फंडा आप याद रखना बहुत काम का है ठीक है अब यहां पे बात करते हैं हम अपने पहले यानी कि सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम के बारे में देन हम पैरा सिंपैथेटिक के बारे में बात करेंगे अब एक चीज आप अभी समझ लो देखो एक तो तरीका ये है कि जैसे हमारा आता है सिंपैथेटिक पैरासिटिक बारे में लिखो तो इसके बारे में दो चार लाइन है और ये है इसका स्ट्रक्चर अब कायदे में देखा जाए तो ये कोई स्ट्रक्चर वैसा नहीं है बस यहां पे हमारी कहां-कहां से निकला है तो ये उसका एक ओरिजन है और इसके अलावा जो जो ऑर्गन या फिर ग्लैड्स को ये कंट्रोल करते हैं उनके यहां पे डायग्राम बने हुए हैं और यही स्ट्रक्चर कई बार बनाने को आता है थोड़ा टफ है लेकिन आप ट्राई करना अगर बना सको और अगर नहीं बना सकते हो तो फिर मेरी बात ध्यान कि आपको ये नाम तो याद करने ही पड़ेंगे तो आप ये छोटे-छोटे नाम याद रख सकते हो ठीक है इसके अलावा इसके फंक्शन वगैरह यहां पे आपको दिख रहे होंगे और पैरा सिंपैथेटिक में भी एक ऐसे ही स्ट्रक्चर है थोड़े से कॉम्प्लिकेटेड लगते हैं पर आप करोगे तो हो जाएगा और अगर आप चाहो तो दोनों का ये जरूर याद कर लेना क्योंकि डिफरेंस कई बार आ जाता है तो आप इनके बारे में लिख के क्योंकि भाई डायग्राम टफ है लेकिन आप ये चीजें तो लिख के आ सकते हो लेकिन एचपी है तो डायग्राम लिख दोगे काफी अच्छी चीज है तो सिंपैथेटिक के बारे में बात करें तो पहले आप इनको बिल्कुल ही देसी अंदाज में समझ लो कि ये दोनों चीजें एक्चुअल में होती क्या है हमारी अब देखो यहां पे ना यहां पे मैंने वर्ड लिख दिया तो ये सिर्फ आपको याद रखना है आपको दोनों सिस्टम याद रहेंगे तो पहली बात एसएनएस हमारा है सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम और पीएसएनएस यानी कि पैरा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम ठीक है अब देखो सिंपैथेटिक क्या होता है जैसे कई बार आपने नोटिस किया होगा मान लो आप नॉर्मल कहीं वॉकिंग पे निकले और एकदम क्या हुआ आपके पीछे कुत्ता पड़ गया मान लो एग्जांपल कि आपके पीछे कुत्ता पड़ गया गया तो आप क्या करोगे ना बिना रोके आप दौड़ते जाओगे दौड़ते जाओगे चाहे आपको ना आधा एक घंटा दड़बा लो आप ना बहुत भाई अच्छे से रनिंग लगा लोगे ठीक है और ये रियलिटी है आप अगर ऐसा कभी होगा तो आप कर जाओगे तो वहां पर एक्चुअल में क्या हो रहा है कि आपकी बॉडी का सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम चालू हो गया क्योंकि वहां पर जो आपके लिए एक नॉर्मल कंडीशन नहीं है भाई कुत्ता बढ़ गया तो आप एकदम इतना दौड़ लिए लेकिन अभी अगर मैं आपसे बोलूं कि आपको क्या करना है एक घंटा दौड़ लगानी है तो क्या आप कर पाओगे नहीं कर पाओगे क्योंकि अभी आप एक रेस्ट कंडीशन में हो लेकिन जब कोई हमारी बॉडी के साथ एक अब नॉर्मल या फिर कोई इमरजेंसी वाली कंडीशन आ जाती है तो उस टाइम पर हमारी जो बॉडी है वो ऑटोमेटिक चली जाती है सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम में और उस केस में क्या होता है कि कुछ ऐसे काम जो हमारे लिए पॉसिबल नहीं होते हम उनको भी जो है कर पाते हैं तो यही हमारा एक्चुअल में होता है सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम यानी कि दीज आर दो सिस्टम व्हिच एक्टिवेटेड ड्यूरिंग अब नॉर्मल कंडीशन व्हिच हेल्प बॉडी टू मेंटेन होमस्टेट यानी कि ये वो कंडीशन है जो हमारी बॉडी के साथ अब नॉर्मल या इमरजेंसी कंडीशन में एक्टिवेटेड हो जाती है और उस टाइम पर ये पूरा से हमारा चल जाता है और इसके लिए आपको थ्री एफ यानी कि ट्रिपल एफ याद रखने हैं पहला हमारा इसमें आता है फियर ले लो यानी कि जब कोई डर आ गया जैसे कुत्ते का कोई डर वगैरह आ गया सेकंड हमारा होता है फाइट यानी कि जब आप मान लो किसी से लड़ाई वगैरह हो रही होगी तो आपके अंदर अलग से ही ताकत आ जाती है हो जाने दे भाई बिल्कुल जो सूखे सूखे लड़के हैं ना जिनमें कुछ नहीं होता छपरी टाइम मान लो वो भी एकदम बड़े-बड़े तगड़े को एकदम ऐसे पंच मारते हैं ना बोलते हैं कि ये कर दूंगा वो कर दूंगा है कुछ नहीं लेकिन उनमें फाइट यानी कि एक सिंपैथिक नर्व सिस्टम आ गया वो कुछ भी कर पा रहे हैं और थर्ड फ्लाइट ये वर्ड इसलिए डाला गया क्योंकि जब फ्लाइट वगैरह में आप जाते हो तो एक अब नॉर्मल कंडीशन होती है इस वजह से तो ये तीन ऐसी कंडीशन है जिससे आप अपने सिंप साइट नर्वस सिस्टम को याद कर सकते हो एग्जांपल मैंने आपको बता दि जैसे मान लो कुत्ता पीछे पड़ गया तब ये सिस्टम एक तरह चालू हो जाएगा और उस टाइम पर मेनली क्या होगा कि आपकी हार्ट बीट बढ़ जाएगी क्योंकि भाई जब बहुत तेज भागोगे दिल की धड़कन बढ़ जाएगी लेकिन आप उतनी रनिंग लगा पाओगे और अगर कोई नॉर्मल एग्जांपल देखे जाए तो जैसे मान लो फास्टिंग रखते हैं यानी कि लोग फास्ट वगैरह रहते हैं जब व्रत रखते हैं तो उस टाइम पर आपने देखा होगा स्टार्टिंग में भूख लगती है भाई एकदम लगेगी लेकिन नॉर्मल क्या हो जाएगा कि आप पूरे दिन भूखे रह लेते हो तो उस केस में क्या होता है जैसे ही आप भूखे हो आपने खाना पना नहीं खाया हमारी बॉडी को जैसे ही पता लगता है कि भाई आप एक अब नॉर्मल कंडीशन में हो यानी कि मान लो आप फास्टिंग वगैरह पे हो तो उस टाइम पर क्या करेगी हमारी बॉडी हमारे जो डाइजेशन रेट है यानी कि खाचे बनाने की खाना पचाने की क्षमता है उसको कम कर देगी हमारे जो पेट में मूवि मूवमेंट होती रहती है हमारी पेटाइन मूवमेंट है जो खाना हमारा पस से नीचे ज्यादा रहता है उसको कम कर देगी तो उस चक्कर में क्या होगा हमारा जब खाना धीरे-धीरे बचेगा तो हमको भूख कम लगेगी उसके अलावा हमारा ग्लूकोज वगैरह बहुत कुछ यानी कि हमारी बॉडी ऑटोमेटिक इतना मेंटेन कर देती है कि हम एक दिन दो दिन भूखे रह जाते हैं तो यह हमारी बॉडी की एक तरह से ताकत है सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम जो हमारी पूरी बॉडी को मेंटेन करती है हमारी कोई अलमल या फिर इमरजेंसी कंडीशन में अब यही बात करें हम अपने पैरा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम के बारे में तो इसमें आपको वर्ड याद रखने हैं रेस्ट एंड डाइजेस्ट कंडीशन यानी कि सिंपल क्या है कि अब मान लो जैसे कुत्ता पीछे पड़ेगा एक 1 घंटे आप भाग लिए लेकिन उसके बाद मान लो कुत्ते से छुटकारा हो गया तो क्या आप अब भी भागते रहोगे भाई आप नॉर्मल आओगे और जब आप नॉर्मल आओगे तो आपकी बॉडी क्योंकि आप नॉर्मल आ गए लेकिन आपकी जो दिल की धड़कन बढ़ गई थी हाफ रहे थे आप बहुत ज्यादा जैसे प क्या हो गया तो उस कंडीशन में क्या होगा आपका पैरा सिंपैथेटिक वाला सिस्टम चालू होगा और यह क्या करेगा आपकी जो जो चीज आपकी भर गई थी उनको नॉर्मल कंडीशन में लेके आएगा और जब वो आपको नॉर्मल कंडीशन में लेके आएगा तो इसीलिए इसका नाम होता है रेस्ट एंड डाइजेस्ट यानी कि अब ये आपको रेस्टिंग कंडीशन में लेके आ रहा है और आपका डाइजेशन रेट वगैरह बढ़ा रहा है ये नाम है यानी कि एक तरह से आपको नॉर्मलाइज कर रहा है अब इसमें क्या होगा आपका मान लो जो बी बीपी बढ़ गया था कुत्ते वाले सीन में ले तो आपका जो बीबी बढ़ गया था वो अब धीरे-धीरे कम होगा नॉर्मल कंडीशन में आएगा अब अगर हम फास्टिंग वाली कंडीशन ले तो मान लो अब आपने खाना शुरू कर दिया तो बॉडी को पता लग जाएगा अब भाई कोई कंडीशन नहीं है कुछ नहीं है बॉडी हमारी अच्छे से खाना मिल रहा है तो वहां पे आपका डाइजेशन रेट फिर से क्या है धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हो जाएगा एकदम नहीं होता लेकिन धीरे-धीरे आपका बढ़ना शुरू हो जाएगा और फिर से आपके जो है चीजें डाइजेस्ट अच्छे से होने लगेंगी तो ये हमारा होता है एक्चुअल में सिंपता की पैरा सिंपैथेटिक ये हमारी अब नॉर्मल है इमरजेंसी है ट्रिपल एफ है यानी कि फाइट फ्लाइट में हो जाती है हमारी चीजें जो मतलब करने जैसे डाइजेशन रेट हमारा कम हो जाता है हार्ट वीट हमारी बढ़ जाती है थोड़ी सी पावर आ जाती है ताकत आ जाती है एक्स्ट्रा ये सब चीजें हैं फर एग्जांपल टक इन सब को नॉर्मलाइज करती है जो चीजें हमारी बढ़ गई उनको कम करती है जो चीज कम हो गई उसको बढ़ाती है बी बीपी को कम करेगी डाइजेशन को हमारी बढ़ाएगी तो यही हमारा होता है सिंपैथेटिक पैरासिप पेटिक नर्वस सिस्टम अब यहां पर भी यही सारी बातें लिखी है आप यहां पे थोड़ा पढ़ लेना कि मैं होमियोस्टैसिस को मेंटेन करेगी बाद में और अगर कोई अनफेवरेबल कंडीशन है कोई इमोशनल हो गया फिजिकली कोई प्रॉब्लम हो गई पेन में है एक्सरसाइज के टाइम तो इसमें हमारी बॉडी एक तरह से मैनेज कर लेती है खुद को इसके बाद ये त्रिपल एफ वाली कंडीशन अब यहां पर जो डायग्राम है ना ऐसे आपको टफ लग रहा होगा इसमें मेनली क्या है कौन से ऑर्गन पे हमारा थेट का क्या रिस्पांस पड़ता है जैसे अगर एग्जांपल देखा जाए तो हमारे जो इधर है जैसे मान लो हमारा जो डाइजेशन रेट है वो हमारा कम हो जाता है तो उन्हीं के बारे में यहां पे सिर्फ लिखा है फंक्शन आपको आगे मिलेंगे कि क्या-क्या फंक्शन पड़ता है वो आगे मैंने लिखे हैं सिर्फ यहां पे हमारा स्ट्रक्चर लिखा हुआ है तो ये हमारी पूरी स्पाइनल कॉर्ड है और यहां पे ये थोरेसिक वाला पूरा पार्ट है और ये हमारा लंबर वाला पार्ट है अगर आपको स्पाइनल कॉर्ड वगैरह याद हो हमने पहले शायद कवर किया कोई बात नहीं बस आप थोड़ा बहुत ऐसे याद कर लो और यहां पर ये हमारी जो थोरेसिस वाली है वो यहां पे एक से लेकर 12 तक पूरी हमारी है और ये लंबर की हमारी तीन यूज़ की गई है अब यहां सेय और ये पूरा हमारा ये t1 वाला पार्ट है यहां तो यहां से हमारी आइरिस मसल जो हमारी आंख वाली होती है वो कनेक्ट है इधर से हमारी ब्लड वेसल्स कनेक्ट है हेड जो हमारे सिर के अंदर होती है ये हमारा सेलारी ग्लैंड है जिससे हमारा सेला वगर निकलता है ओरल नेजल म्यूकोसा है और इधर हमारी स्केलेटन ब्लड मसल्स है ठीक है यहां देखा जाए तो इधर वन जो t1 है वहां से हमारा हार्ट कोरोनरी आर्टरी कनेक्ट है और थ 4 इनसे हमारा ट्रैकिया और ब्रोका ई कनेक्ट है और इधर 5 6 7 8 9 इनसे हमारा स्टमक इंटेस्टाइन ली वर्स पलेन लार्ज एंड स्मॉल इंटेस्टाइन तो ये चीजें हमारी यहां पे कनेक्ट है ठीक है और इधर अगर देखा जाए नंबर वाले से तो यहां पे हमारा इधर मतलब एक जगह पे हमारी दो-दो भी आ जाती है इर हमारा लार्ज स्मॉल इंटेस्टाइन है इधर किडनी है इधर ब्लेडर है और इधर हमारे जेनिटल वाले पार्ट हैं तो ये पूरा हमारा स्ट्रक्चर है आप इसको थोड़ा देख लेना देखो यहां तो इसको याद ही करना पड़ेगा और एक आद बार रटना पड़ेगा तो ये हो गया कहानी आप अच्छे से समझ गए क्या कैसे होता है और अब आपको इसके बारे में थोड़ा लिखना होगा तो स्ट्रक्चर में आप लिख सकते हो एक तो बनाना होता है स्ट्रक्चर तो आप ये देख ही सकते हो और इसके अलावा आपको लिखना पड़ेगा कि सिंपत हमारा सेल बॉडी अराइज होता है एक थोड़ा सा t1 से और कहां तक होता है हमारे लंबर के t3 तक होता है यानी कि ये हमारी कुछ इसी के स्पाइनल कॉर्ड के हमारे जो बीच के पार्ट है इसके नाम है हमारे ठीक है इसके अलावा इसको हम जो है थोरा कॉलमिनर आउटफ्लो भी बोलते हैं और इसमें हमारे जो न्यूरो ट्रांसमिट यानी कि जो हार्मोस रिलीज होता है वो हमारे डोपामिन एपीनेप्री और नोर एपीनेप्री इसको हम जो है एड्रीनलीन नाम से भी यहां पे जानते हैं इसके बाद फंक्शन के बारे में बात करें तो मैंने सारे नहीं लिखे क्योंकि इतने आपको याद भी नहीं होंगे तो नॉर्मल देखा जाए तो हमारी जो स्वेटिंग है पसीना उसका रिलीज बढ़ जा आता है यानी कि आप दौड़ो ग कुछ भी होगा अ को नहीं तो आपको पसीना ज्यादा आएगा जब कभी-कभी डर जाते हैं तो डर से भी अपने आप गर्मी बढ़ जाती है और बॉडी में पसीना आने लगता है तो ये कुछ चीजें हैं उसके बाद हमारी जो इरेक्टाइल प्लाई मसल्स है कंट्रक्शन यानी कि सिंपल अगर देखा जाए तो हमारी जो आंखें हैं ना वो एकदम डायलेट हो रगी है अब इसका एग्जांपल अगर मैं आपको बताऊं जब कभी आप रात में फंस गए हो तो रात में क्या होता है हमको कम दिखता है उस टाइम पर क्या होगा हमारी जैसे जो आंख है ना तो वो आंख इतनी पतली होती है तो वो थोड़ी-थोड़ी चौड़ी हो जाती है अब ऐसा क्यों होता है बाइड क्यों होती है जिससे जो लाइट है बाहर की जितनी कम है वो ज्यादा की ज्यादा अंदर अंदर दिखे और हमको ज्यादा दिखे क्योंकि यही फंडा होता है इसलिए हमारे जो पीपल्स काली काली वो थोड़ी सी वाइड हो जाते है आप चाहो कभी ट्राई कर सकते हो कोई बड़ी चीजें नहीं है ये उसके बाद जो हमारी स्केलेटन मसल्स है यानी कि जो हमारी नॉर्मल मतलब जो हमारे जैसे मसल्स होते हैं ना हाथ पैर हैं हड्डियां है उनके ऊपर जो चिपकी होती है वो थोड़ी सी डायलेट हो जाती है यानी कि सिंपल यहां पे और वेजो कंस्ट्रिक्शन हो जाती है यहां पे हमारी ब्लड वेसल जो स्किन वाली हु है और हमारा डाइजेशन रेट डिक्रीज हो जाता है कम हो जाता है यहां पे और हमारी हार्ट रेट बढ़ जाती है बी बीपी वगैरह हमारा बढ़ जाता है तो ये कुछ बातें हैं और इनको और अच्छे से आप को समझना होगा तो इसमें आपको ज्यादा अच्छे से समझ आएगा जो इनके डिफरेंस में आप देखोगे ठीक है तो यही सारी बातें थी और स्ट्रक्चर हमारा मेन था अब बात करें अगर हम पैरा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम के बारे में तो ये हमारा वो सिस्टम है जो हमारी बॉडी को अब नॉर्मल कंडीशन से नॉर्मल की तरफ लेके आएगा और सारा कुछ नॉर्मल करेगा इसमें रेस्ट और डाइजेस्ट वाला फंडा आपको याद रखना है और ये वाला आप चाहो स्क्रीनशॉट खींच लो या आप रफ है तो इसको बना लेना ये चीज आपको याद करने में आसानी देगी स्ट्रक्चर के बारे में बात करें तो ये हमारा सीएनएस की सेल बॉडी से अराइज होता है और ये इसके मैंने कुछ नाम लिख दिए जैसे प्री गंगली फाइबर कहां कहां से अराइज होता है क्या चीज है तो आपको ये स्ट्रक्चर में समझ आएगा तो अगर आप यहां पर देखोगे तो ये हमारी होती है मतलब इसको हम सकराल बोलते हैं जो इसी का पार्ट है हमारा तो इसमें s1 s सॉरी s2 s3 s4 इनसे हमारी निकली है और इधर हमारी क्रेनियल नर्व्स होती हैं तो वहां पे क्रेनियल नर्व्स हमारी 10थ नाइंथ और यहां पे हमारी थर्ड और सेवंथ है तो इससे हमारे ये निकले हैं जो हमारे पैरा सिंपैथेटिक वाला है वो फंडा यहां से निकला है हमारा और यहां पर ये वाला जो हमारा इधर है ये आपको दिख रहा होगा क्रेनियल नर्फ थर्ड वाला ये हमारी आई से कनेक्ट है लैक्रिम ग्लैंड जो हमारे आंसू वगैरह को कंट्रोल करेगा और इधर हमारे ये सलाइवेरी ग्लैंड है जो हमारे सलाइवा जो हमारा मुंह का लार होती है उसको कंट्रोल करेगा यह वाला हमारा पूरा हार्ड को कंट्रोल करेगा और इंसी से हमारी निकल के लंग्स लीवर गोल बड स्टमक स्प्लीन पैंक्रियास लार्ज स्मॉल इंट रेक्टम हमारा किडनी ब्लैडर जेनेट ट ये सारे के सारे हमारे उसी की तरह यहां कनेक्ट होते हैं आपको थोड़ा बहुत चाहो ट्राई मार मार के आप ये कर सकते हो ठीक है अब इसके पार्ट देखे जाए तो हमारे एक होता है प्री गैंगल वाला स्टार्टिंग का फिर पैरासिटिक गैंगल और इधर पोस्ट गैंगल पैरासिटिक फाइबर तो ये बस ऐसी बात है आप यहां थोड़ा बहुत लिख सकते हो स्ट्रक्चर आपको ये याद करना पड़ेगा और अराइज कहां से हुई है तो यही बातें आपको य दिख जाएंगी कि जो हमारे प्री गैलिक फाइबर्स हैं वो ओरिजनेट होते हैं हमारे न्यूक्लि ऑफ थर्ड सेवंथ नाइंथ एंड 10थ क्रेन नर्व्स जो आपको यहां दिख जाएगी थर्ड सेवंथ नाइंथ और 10थ ये वाला पूरा पार्ट ठीक है तो ये हमारा प्री गैलिक वाला यानी कि ये वाला पार्ट हमारा इधर आ जाता ठीक है इसके बाद हमारे बाकी के जो हैं वो फोर्थ सक्रल सेगमेंट यानी कि यहां से हमारे इस वाले पार्ट से ये हमारे जनरेट हो जाते हैं ठीक है बाकी बीच की हमारी ये पूरी है ठीक है तो ये इतना आपको यहां पे याद करना पड़ेगा फंक्शन के बारे में बात करें तो ये जो हमारी पीपल पीपल्स है हमारी जो आंख की कालाकाला है वो पहले हमारा डायलेट हो गया तो अब आप नॉर्मल में आ गए तो वो नॉर्मल साइज में आ जाएगा तो पहले अगर डायलेट था तो अब पतला होगा तो कांट्रैक्ट होगा आपके जो आंसू वगैरह है उसको फैसिलिटी यान कि बढ़ा देता है सलाइवा का सिक्रेट बढ़ जाएगा तो आपका डाइजेशन रेट ऑनेट भट जाएगा जो हार्ट वीट आपकी बढ़ गई थी वो अब नॉर्मल की तरफ आएगी डाइजेशन रेट आपका नॉर्मलाइज हो जाएगा और इरेक्शन जो यहां पे कोई बंद हो गया तो वो आपका बढ़ जाता है तो ये नॉर्मल चीजें हैं अब अगर यहां डिफरेंस के बेस में कभी आ जाता है तो वो चीज आप यहां समझ लो एक होता है हमारा सिंपैथेटिक और एक होता है पैरा सिंपैथेटिक दोनों के बारे में मैंने आपको अच्छे से को समझा दिया है इसमें फियर फाइट फ्लाइट कंडीशन है अबन कंडीशन में होता है ये उसको नॉर्मल लेके आता है और इसमें हमारी बॉडी पोटेंशियल डेंजर के लिए तैयार हो जाती है और इसमें हमारी बॉडी स्टेट ऑफ कार्म यानी कि वापस आ जाती है ये हमारी थोरेसिस और तील नंबर से हमारी ओरिजनेट होती है ये हमारी क्रेनियल नर्व्स और थ 4 सेगमेंट सकराल से रिजनेट होती है इसमें हमारी हार्ट बीट बढ़ जाती है मसल्स हमारी थोड़ी सी टेंस हो जाती है इसमें हमारी जो हार्ट बीट है वो कम हो जाती है और मसल्स हमारी रिलैक्स होने लगती है इसमें पपल हमारी डायलेट होती है आंख चौड़ी होती है इसमें आंख हमारी पतली होती है ठीक है इसमें सलाइवा सेक्रेशन हमारा रुक जाता है जिससे हमारा डाइजेशन रेट हमारा कम होता है इसमें सलाइवा सेक्रेशन बढ़ जाता है तो हमारा ऑटोमेटिक डाइजेशन रेट है वो बढ़ जाएगा इसमें हमारे न्यूरो ट्रांसमिट एफिन फरिन या इसको हम एड्रीनलिन बोलते हैं वो और नोरफीन और साथ में हमारा डोपामिन भी जो है रिलीज होता है और इसमें हमारा एसिटा इल कोलिन नाम का जो न्यू ट्रांसमिट है वो रिलीज होता है ठीक है इतने डिफरेंस भी आप लिख लिख के आ जाओगे बना के और थोड़ी बहुत यहां से तो बहुत मोर देन इनफ है इसके बारे में बात करें तो बस यही लिख देना कि जो भी हमारे दोनों सिस्टम है वो आपस में मिलकर काम करते हैं और हमारी बॉडी के होमियोस्टैटिक या फिर इक्विलियम को मेंटेन करके रखते हैं मतलब हमारी बॉडी को दिक्कत ना हो कोई प्रॉब्लम है तो सारा कुछ नॉर्मलाइज होता है और इनके एक-एक नाम मैंने और बता दिए थे वैसे ही जैसे हमारा सिंपैथेटिक था तो इसमें अगर आपको याद हो तो हमारे यहां पे मतलब जो यहां पे था देखो एक हमारे थोरेसिस है और लंबर है तो इसीलिए इसको मिला के थोरे को लंबर नाम से मतलब आउटफ्लो इसको बोलते हैं ठीक है और इसी नाम से जानते हैं इधर देखा था है पैरासिटिक में तो इधर आपका ये क्रेनियल वाली नर्व्स थी और इधर हमारी सकराल थी तो इसीलिए हम इसको क्या बोलते हैं नयो सक्रल आउटफ्लो भी बोलते हैं तो बस देखोगे ज्यादा कुछ कनेक्ट ही हमारा होके पूरा हो जाता है तो ये हमारा पूरा फंडा हो गया और अब हमारे सामने आता है राइट अ नोट ऑन स्पाइनल एंड क्रेनियल नर्व्स के बारे में तो जो मैंने आपको यहां पे बताया था स्पाइनल एंड क्रेनियल नर्व्स के बारे में तो ये बेसिकली इतना हमारा लॉन्ग वगैरह में नहीं आता है लेकिन कई बार आ जाता है तो आपको लिख के आना पड़ेगा तो मैं क्या करता हूं दोनों के बारे में आपको बता देता हूं तो देखो सबसे पहले अगर हम बात करें क्रेनियल लम्स के बारे में तो मैंने आपको क्या बताया कि हमारी पूरी बॉडी में जो सीएनएस है यानी कि जो पूरे सब चीजों को ओरिजनेट कर कर रहे हैं यानी कि कंट्रोल कर रहे हैं उसमें हमारे एक ब्रेन है एक हमारे स्पाइनल कॉर्ड है तो जो कोई हमारी नर्व्स है यानी कि जो न्यूरॉन्स है जो ऑर्डर वगैरह देती हैं तो उसमें जो न्यूरॉन्स हमारी ब्रेन से निकली है यानी कि याद रखना कैसे ब्रेन से निकली है तो उनका नाम हो जाता है क्रेनियल नर्व्स यानी कि ये हमारी वो है जो हमारे ब्रेन से निकली है और जो कोई नर्व्स या फिर न्यूरॉन्स ऐसे हैं जो हमारे स्पाइनल कॉर्ड से निकले हैं तो उनका नाम हमारा क्या हो जाता है उनका नाम हो जाता है स्पाइनल नर्व्स यानी कि सिंपल फंडा है जो हमारे ब्रेन से निकले उनको हम क्रेनियल नाम बोल देते हैं और जो हमारे स्पाइनल कॉर्ड से निकले उसको हम स्पाइनल नाम बोल देते हैं तो सिंपल है इस इसको तो आप याद कर लोगे स्पाइनल कॉर्ड से स्पाइनल हो गया तो बचा हुआ हमारा ब्रेन से क्रेनियल नर्व्स हमारे हो जाते हैं अब यहां बात करें क्रेनियल नर्व्स के बारे में तो ये हमारी वो नफ्स है जो ब्रेन और ब्रेन स्टेम जो हमारी ब्रेन की यहां पे डंडी आपको यहां मैंने स्टक बना दिया उससे हमारे निकल के आते हैं ठीक है इसके बाद ये हमारी पूरी बॉडी में मतलब फैल जाते हैं दोनों तरफ इधर-उधर क्योंकि कंट्रोल करना है अब ये क्या करेंगे ये हमारी जो कोई इंफॉर्मेशन है उसको हमारे ब्रेन से लेके हमारी बॉडी के अदर पार्ट तक पहुंचाते हैं क्योंकि ये हमारे वो जो हमारी यहां से पूरी बॉडी में फैले हुए र तो ये हमारे पूरी बॉडी में क्या करेंगे इंफॉर्मेशन को फैलाने का यानी कि भेजने का काम करते हैं अब ये हमारे जितने भी है स्पाइनल जाइ ये पेयर्ड में प्रेजेंट होते हैं पेयर्ड का मतलब क्या है कि मान लो अगर एक नव हमारी इधर गई है तो सेम इसी के जैसे एक न हमारी इधर जाएगी तो इस तरह हमारी पेयर में जाती है एक इधर गई है तो एक हमारी इधर जाएगी तो पेयर में प्रेजेंट होती है हमारी इसके बाद ये मेनली हमारे किसके लिए रिस्पांसिबल है तो हमको जो स्मेल है यानी कि जो सूंघने की क्षमता है या जो देखने की क्षमता है या जो सुनने की है या जो हमारी मसल्स मोमेंट है ये सारा का सारा हमारा इसी पे डिपेंड करता है यानी कि अभी जो मैं कुछ स्मेल कर रहा हूं या जो मैं देख रहा हूं आप लोग य पढ़ा रहा हूं सुन रहा हूं या फिर मैं अपने हाथ पर जो मूवमेंट कर रहा हूं ये सारा का सारा मेरा जो है अभी क्रेनियल नर्व्स मेरी काम कर रही है और उन्हीं के थ्रू मैं ये सारे के सारे फंक्शन कर पा रहा हूं अब ह्यूमन बॉडी में टोटल जो है 12 पेयर्स होते हैं क्रेन नर्व्स के और 12 के नाम मैंने यहां स्ट्रक्चर के साथ बना रखे हैं पहली हमारी होती है ऑल फैक्ट्री जो यहां पे आपको दिख रही होगी सेकंड हमारी ऑप्टिक है जो आपको यहां पे दिख रही होगी ये वाली थर्ड हमारी ऑकुलो मोटर है जो आपको ये वाली दिख रही होगी यानी कि देखा जा थर्ड दोनों तरफ है आप देखोगे एक इधर एक इधर एक इधर इधर दोनों तरफ है फिर हमारी फोर्थ आती है ट्रॉक क्लियर और वो हमारी इधर है आपको ये दिख रही होगी यानी कि ये और ये इधर से अंदर होगी ठीक है फिफ्थ हमारी आती है ट्राई फेशियल तो ट्राई फेशियल वाली अगर देखा जाए ना तो ये मेनली हमारे वैसे तीन पार्ट्स में यानी कि तीन है ना ट्राई फेसल तीन में प्रेजेंट होती है और ये हमारी यहां पे प्रेजेंट होती है ये पूरा दिख रहा होगा ये ट्राई फेसियल हो गई इसके बाद हमारी सिक्स आती है एडिशन जो आपको यहां पे दिख रही होगी ये वाला पार्ट है और सेवंथ हमारी आती है फेशियल पोर्टिया ड्यूरा जो इधर हमारी हो गई और एथ हमारी आती है ऑडिटरी तो जो ऑडिटरी पोर्टफोलियो है वो हमारी यहां पे आपको दिख रही होगी ढूंढनी पड़ती है बार-बार यहां पे हां ये हमारी है क्योंकि इसी को हम जो है बेस्टी वूलो क्लियर भी नाम से जानते हैं ठीक है नाइंथ हमारी आती है ग्लासो फेरिंग है तो आपको यहां पे दिख जाएगी ये जो इधर आपको दिख रही होगी और 10थ हमारी यहां पे आती है बेगस या इसको हम न्यूमो अ न्यूमो गैस्ट्रिक भी बोलते हैं जो पेट से कनेक्टेड है तो वो आपको यहां पे दिख रही होगी और यहां पे 11थ हमारी एसेसरीज है जो ये रही हमारी क्रेनियल वाली एसेसरीज इधर वाली और 10थ हमारी हाइपोग्लॉसल है जो आपको यहां ये बीच में दिख रही होगी तो ये टोटल सॉरी 12थ है हमारी तो टोटल हमारी 12 पेयर ऑफ नब्स है जो आपको यहां पे पूरी दिख रही होंगी अब इनके फंक्शंस बता देता हूं मैं क्या-क्या है आपको देखो इतना कुछ याद नहीं रखना इनके नाम याद रखने हैं जो शायद ही कभी रहते हैं क्योंकि थोड़े टफ है आप एक दो बार लिख के देख लेना तो आपको नाम याद रखने हैं और इसमें देखा जाए तो ये पहली वाली हमारी सेंसरी है और ये हमारी श्रीव प्लेट से निकली है और इसका मेन काम हमारा स्मेल का होता है आपको ये लोकेशन याद नहीं रहती कोई बात नहीं आपको ये नाम याद रखना हो और इस नाम से आपको क्या याद रखना है इनके जो फंक्शन है वो याद रखने हैं सेकंड आपकी ये ऑप्टिक और ये ऑप्टिक हमारी सेंसरी है यानी कि जो इंफॉर्मेशन को लेके आते हैं क्योंकि हम देख रहे हैं ना सिंपल फंडा वही है और ये हमारे देखने में में काम करती है ऑप्टिक नाम से ही आपको सब कुछ याद है ठीक है और ये पहले भी हमारी सेंसरी थी तो ये हमारी स्मेल में काम आती है यानी कि अगर आप चीजों को कनेक्ट करोगे तो आपके लिए आसानी हो जाएगी थर्ड हमारी अलो मोटर है तो मोटर नाम में ही सटगा तो ये हमारी एक मोटर है और ये हमारी आंख के मूवमेंट में हेल्प करते है यानी कि किधर हमें देखना है तो मूवमेंट में यानी कि आप फंक्शन जो है उसके यहां पे टाइप को भी पता लगा सकते हो फोर्थ हमारा यहां पे ट्रोकलियर है और ये हमारी मोटर वाली न्यूर है यानी कि ये आई मूवमेंट में ये भी हमारी हेल्प करती है और फिफ्थ हमारी ये मिक्स है यानी कि ये दोनों तरह के काम करेगी फेशियल सेंसेशन है यानी कि अगर फेस को हम क्या करेंगे टच करते हैं तो ये सेंस भी करता है अच्छा बुरा किस वाले जैसे छोटे बच्चे को किस वगैरह करते हैं तो अच्छा लगता है वो ठीक है और दूसरा हम फेसल को मूवमेंट भी करवाते हैं तो ये भी हमारे काम आती है सिक्स हमारी यहां पे मोटर है ये आंख के मूवमेंट के लिए तीन हमारी यहां पे काम आ रही है सेवंथ हमारी मिक्सर यहां पे पूरी फेशियल वाली और ये हमारी फेशियल एक्सप्रेशन में हमारे काम आती है ठीक है ये मिक्स है ये दोनों काम करेगी फेस वाली एर्थ हमारी ऑडिटरी है सुनने वाली तो ये हमारी सेंसरी है जो सुनने का काम करती है हमारी क्या कैसे है वो है कान को हम मूवमेंट नहीं कान में सुनने का काम यहां पे हम कर रहे हैं और नाइंथ हमारी मिक्स है ग्लोस और ये हमारे मेनली क्या कर रहा है ओरल सेंसेशन या फिर टेस्ट वगैरह के लिए यानी कि ओरल ही हम कोई सेंस वगैरह कर रहे हैं या टेस्ट ले रहे हैं उसके लिए हमारी 10थ हमारी मिक्स है जो बेगस नर्व्स है हमारी नॉर्मली और 11थ हमारी क्या है शोल्डर के जो हमारे कंधे वगैरह के मूवमेंट के लिए और 12थ हमारी मोटर है और ये हमारी टंग मूवमेंट जो हमारी जीभ को ऑर्डर देती है आपको किधर मूवमेंट करना है तो ये हमारे सबके नाम और सभी के काम आपको यहां पे पता लग गए होंगे बाकी इसकी पीडीएफ में मैं ये सारे नोट करके आपको बता दूंगा तो इस तरह आपको थोड़ा याद तो करने ही पड़ेंगे अब बात करें स्पाइनल के बारे में तो इसकी कहानी यही है कि स्पाइनल कॉर्ड से निकला होता है और इसमें हमारी 31 पेयर पाए जाते हैं अब 31 पेयर कैसे-कैसे हैं ना आप ये चीज तो याद कर ही सकते हो तो इसमें जो हमारे सर्वाइकल नर्व्स हैं इसमें हमारे आठ पेयर होते हैं जो हमारे डोर्सल नर्व्स हैं इसमें हमारे 12 पेयर होते हैं लंबर नर्व्स है उसमें पांच पेयर होते हैं सक्रल नर्व्स में हमारे पांच पेयर होते हैं और कॉकी गयल नर्व्स में हमारे एक पेयर होता है तो अगर टोटल देखोगे तो हमारे टोटल यहां पे कितने हो जाते हैं लगभग 31 पेयर यानी कि टोटल हो जाते हैं अब जो सर्वाइकल नर्व्स है वो हमारे नेक यानी कि गर्दन वाले इस एरिया में पाए जाते हैं तो अगर मैं आपको स्ट्रक्चर में दिखाऊं तो मान लो ये हमारे पूरी की पूरी मतलब रीड की हड्डी है जिसको हम स्पाइनल कॉर्ड बोलेंगे और इस रीड की हड्डी में जो ऊपर वाला हमारा पार्ट है ये पूरा का पूरा ये सर्वाइकल है इधर ये वाला हमारा पूरा थोरेसिस है ये हमारा लंबर है ये सकराल है और ये आखिरी की जो चौच वाला ये पार्ट है ये हमारा होता है ककग नर्व्स और ये सिर्फ एक होती है तो ये इस तरह से हमारे टोटल 31 पेयर यहां पे पाए जाते हैं और इसका एक एब्रिवेशन भी बना है कि सी एट है यानी कि सर्वाइकल आट है हमारे जो डोर्सल नर्व्स है वो 12 हैं 12 पेयर लंबर वाली पांच पेयर हैं सक्रल वाली पांच पेयर हैं और ये वाली हमारी एक सिंपल एक पेयर होता है ठीक है अब ये सारी की सारी हमारी मिक्स्ड होती है यानी कि ये दोनों ही काम करेंगी हमारी सेंसरी भी मोटर भी यानी कि इंफॉर्मेशन को लेते भी है और इंफॉर्मेशन को देती हु है क्योंकि यहां मैंने स्टार्टिंग में बताया कि स्पाइनल कॉर्ड हमारा मेली इंफॉर्मेशन को भेजने में काम करता है तो इसमें दोनों काम आते हैं अब क्या कैसे फंक्शन है तो ये मैंने यहां पे सबके लिख रखे हैं थोड़ा सा टफ है पर आप यहां पे देख सकते हो तो अगर हमारे c1 से लेके c4 तक के जितने हमारे जान की जो हमारी सर्वाइकल वाली थी अगर आप यहां पूरा देखोगे तो सर्वाइकल नर्व्स में हमारी जो है सी से फोर तक वो हमारी ब्रीथिंग में काम आते हैं यानी कि हमें सांस लेने में इसमें हमारा डायफार्मा सा डायफार्मा यानी कि हमारे गर्दन इसमें काम आता है c4 से c6 वाले हमारे जो पेयर है वो हार्ट रेट हमारे मेंटेन करता है दिल कितना क्या धड़क रहा है c5 हमारा रिस्ट एंड एल्बो मूवमेंट जो हमारी ये मूवमेंट है इसमें हेल्प करेगा c6 हमारा शोल्डर मूवमेंट हमारे कंधे की मूवमेंट और c7 से लेकर t1 t1 हमारा आता जाता है वो हमारे हैंड और फिंगर मूवमेंट जो हमारी उंगलिया मूवमेंट है इसमें हमारे ये काम आते हैं तो ये हमारे कुछ नफ्स हैं मेनली दिखा जाए है ना स्पाइनल के नफ्स का सिर्फ इतना काम है कि हमारी बॉडी के जो होने वाले फंक्शंस है उसको ये करवाती हैं इन्हीं के थ्रू मतलब ये इंफॉर्मेशन हमारी जाती है t1 से t12 तक जितनी भी हमारी पेयर है वो सारी की सारी हमारी टेंपरेचर रेगुलेट हमारी पूरी बॉडी का करते हैं और सिंपैथेटिक टोन है यानी कि अगर हमारी कंडीशन बॉडी के सिंपैथेटिक में जाती है तब ये हमारी काम आती है t2 से लेकर t12 तक हमारी ट्रंक स्टेबिलिटी है जो हमारा पूरा एरिया है ट्रंक मतलब बोलते हैं जैसे आपका पूरा गर्दन से लेके आपके नीचे तक का पूरा एरिया इस पूरे को ट्रंक बोलेंगे तो इस एरिया को पूरा स्टेबल रखती है पूरा कैसे क्या करना है स्टेबल रखती है t 11 से लेकर l2 हमारा एजकुलेशन में काम करता है जो मतलब जेनिटल वाले में है फिर यहां लंबर वाले में अगर बात करें ये थोड़ा सा इसके मतलब नब्स हो गए यहां पे न यहां पे हम लंबा बात कर रहे हैं तो l2 हमारी हिप मोशन में काम करता है l3 हमारी नी नी एक्सटेंशन में काम करती है l4 s1 हमारी फुट मोशन में काम करती है और अल्फा हमारी नी फ्लेक्शन में काम करती है मानी कि हाथ पैरों के हमारे जितने नीचे वाला एरिया है वहां के मूवमेंट में काम करेगा अगर हम यहां पे सक्रल वाली काम करें तो ये हमारे वो ववलू की चीजों में काम करती है h2 ए4 हमारी से एक्चुअल की जो एबिलिटी फंक्शन है उसमें काम करेगी s5 वाली भी हमारी सेम बोबल और ब्लैडर की एक्टिविटी में काम करेगी और जो हमारी आखिरी वाली है ककल नर्व्स है वो मेनली यहां पर क्या करती है तो आखिरी वाली जो हमारे वो एंड का जो पार्ट होता है ना रीड केडी का सबसे लास्ट वाला उसको एक तरह से मतलब पूरा प्रिवेंट करके रखती है क्या है और उसके भी अलग नुकसान होते हैं तो ये सारे की सारी जो हमारी मतलब नर्व्स हैं ये हमारी पूरी बॉडी के कुछ ना कुछ फंक्शन परफॉर्म करने में हेल्प करती हैं और ये हमारी क्रेन लाप्स है जो हमारे यहां पे फेस यानी कि ऊपर वाला मेनली पार्ट करती हैं तो ये टोटल जो हमारी है यानी कि थ पेयर के ये हैं हमारे पूरे और 12 पेयर हमारे ये ये सारे की सारी हमारी नर्व्स हमारी पूरी बॉडी को चलाने में हमारी हेल्प करती है तो अब अगर आपके लिए क्वेश्चन आता है राइट नोट क्रेनियल लर्म्स या फिर स्पाइनल लर्म्स तो बस आपको इनके बारे में इंट्रो तो लिख ही दोगे क्या कैसे है ये हमारे मतलब ब्रेन वाले पार्ट से वो हमारी स्पाइनल कॉर्ड से हैं कितने पेयर हैं और इनके नाम आपको याद रखने पड़ेंगे थोड़ा टफ है और इसके आपको ये 12 नाम याद रखने पड़ेंगे और जो हमारा ये है इसका आपको ये पांच मतलब पांच पार्ट्स में डिवाइड है ये टोटल हमारे 31 पे है तो ये आपको याद रखने पड़ेंगे ठीक है और काम आप मेनली यहां पे मैंने बता दिया है तो मेनली जितना भी हमारा काम है जो इसका है वो मेनली हमारा ऊपर वाला एक तरह दिखा जाए है ऊपर हमारे सब मूवमेंट में आ जाता है हेड नेक ये मूवमेंट में बस ये वाला आप याद कर लेना ये हार्ट रेट में काम आता है हार्ट रेट को मेंटेन ये वाला हमारा ट्रंक स्टेबिलिटी में ये नंबर वाला हमारा सब नीचे के मूवमेंट हो गई और इधर देखा जा है हमारे पेट के आसपास उसके जो भी मूवमेंट है उसमें काम आते हैं तो इस तरह आप जो है इनको याद रख सकते हो तो आई होप आपको सारा कुछ जो है अच्छे से समझ आ गया होगा तो अब आपको जो है कमेंट सेक्शन में नर्वस सिस्टम या फिर पेरिफेरल नर्वस सिस्टम की डेफिनेशन कमेंट सेक्शन में लिख के बतानी है बाकी आप को वीडियो कैसी लगी कमेंट करके बताओ बाकी इस वीडियो को लाइक करो और दोस्तों के साथ शेयर करो बाकी आपको ऐसे ही हम जो है लॉन्ग मेंच सारा कुछ प्रोवाइड करते रहेंगे तो बस आज की वीडियो में इतना ही मिलते हैं हम आपसे बहुत ज नेक्स्ट वीडियो में जिसमें हम बात करेंगे आगे के टॉपिक के बारे में और स्मल सस सबके बारे में और आपके एग्जाम वगैरह क ये आप कमेंट सेक्शन में हमको बता सकते हैं बाकी एक इंफॉर्मेशन जो लोग बोल रहे थे तो सेकंड हम जो है 1 फरवरी से स्टार्ट कर देंगे जय हिंद दोस्तों