लेक्चर नोट्स: आयकर राहत और सेट ऑफ़
राहत (Relief) अंडर सेक्शन 89(1)
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राहत का महत्व:
- राहत तब मिलती है जब किसी कर्मचारी को अचानक से बड़ी राशि जैसे ग्रेच्युटी मिलती है।
- इससे टैक्स स्लैब बदल जाता है।
- उदाहरण: 9 लाख का पैकेज अचानक से 20 लाख की ग्रेच्युटी से 30% टैक्स स्लैब में पहुँच जाता है।
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राहत कैसे मिलती है:
- अरियर्स ऑफ सैलरी:
- जब किसी कर्मचारी को पिछले वर्षों की बकाया सैलरी मिलती है।
- उदाहरण: 9 लाख की सैलरी + 6 लाख का अरियर्स।
- इस प्रक्रिया में, टैक्स की गणना की जाती है।
राहत की गणना (Calculation of Relief)
- करेंट ईयर की आय निकालें:
- टैक्स निकालें:
- टैक्स की गणना:
- टैक्स का अंतर निकालें:
- (टैक्स बिना अरियर्स) - (टैक्स अरियर्स के साथ)।
- राहत की गणना करें:
सेट ऑफ़ और कैरी फ़ॉरवर्ड (Set Off and Carry Forward)
- सेट ऑफ़:
- दो मुख्य सेक्शन: 70 और 71।
- सेक्शन 70: इंट्रा हेड सेट ऑफ़।
- सेक्शन 71: इंटर हेड सेट ऑफ़।
सेट ऑफ़ की प्रक्रिया
- सेट ऑफ़ महत्व:
- यह अनिवार्य है, वैकल्पिक नहीं।
- कोई विशेष क्रम नहीं है।
सेट ऑफ़ में विभिन्न प्रकार
- सैलरी:
- सैलरी में लॉस नहीं हो सकता।
- हाउस प्रॉपर्टी (HP):
- HP लॉस सेट ऑफ़ हो सकता है।
- सेल्फ-ऑक्यूपाइड प्रॉपर्टी से लॉस सेट ऑफ़ नहीं हो सकता।
- पीजीबीपी:
- सामान्य व्यवसाय का लॉस किसी भी व्यवसाय की आय के खिलाफ सेट ऑफ़ किया जा सकता है।
- कैपिटल गेन:
- शॉर्ट टर्म कैपिटल लॉस किसी भी कैपिटल गेन के खिलाफ सेट ऑफ़ किया जा सकता है।
- लॉन्ग टर्म कैपिटल लॉस केवल लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन के खिलाफ सेट ऑफ़ किया जा सकता है।
कैरी फ़ॉरवर्ड
- हाउस प्रॉपर्टी लॉस:
- 8 साल तक कैरी फ़ॉरवर्ड किया जा सकता है।
- समय पर रिटर्न भरना आवश्यक नहीं है।
- अन्य हेड्स:
- कैरी फ़ॉरवर्ड केवल उसी हेड के तहत किया जा सकता है।
निष्कर्ष
- ये सभी बातें टैक्स की योजना बनाने में सहायक होंगी और यह समझने में मदद करेंगी कि विभिन्न प्रकार के आय के स्रोतों से कैसे राहत और सेट ऑफ़ की प्रक्रिया काम करती है।
नोट्स को रिवाइज करें और समझें कि कैसे राहत और सेट ऑफ़ की प्रक्रिया को सही तरीके से लागू किया जा सके।