वेव ऑप्टिक्स (Wave Optics)
परिचय (Introduction)
- कक्षा 12 भौतिकी का नया अध्याय: वेव ऑप्टिक्स
- उपयुक्त: बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए
- विषय: प्रकाश का वेव स्वरूप
प्रकाश के सिद्धांत (Theories of Light)
1. न्यूटन का कणात्मक सिद्धांत (Newton's Corpuscular Theory)
- प्रकाश छोटे कणों से बना है (Corpuscles)
- प्रकाश की रेखीय प्रसार: प्रकाश हमेशा सीधी रेखा में यात्रा करता है
- अलग-अलग माध्यमों में प्रकाश की गति भिन्न होती है: घनी माध्यम में अधिक गति
- विभिन्न रंगों के लिए विभिन्न कणों के आकार
2. ह्यूजन्स का सिद्धांत (Huygens' Principle)
- प्रकाश एक यांत्रिक तरंग है, जिसे माध्यम की आवश्यकता होती है
- 1678 में पेश किया गया
- प्रकाश की गति एक मध्यम की घनत्व और लचीलापन पर निर्भर करती है
- ऐथर का सिद्धांत: पूरे ब्रह्मांड में एक माध्यम मौजूद है
ह्यूजन्स का सिद्धांत (Huygens' Principle) के बिंदु
- वेव फ्रंट की परिभाषा:
- वेव फ्रंट: सभी बिंदुओं का समूह जो समान चरण में कंपन कर रहे हैं
- वेव की दिशा:
- प्रकाश का प्रसार हमेशा वेव फ्रंट के प्रति लंबवत होता है
- वेव फ्रंट के प्रकार:
- पॉइंट सोर्स के लिए: गोलाकार वेव फ्रंट
- असीमित स्रोत के लिए: समतल वेव फ्रंट
- रेखीय स्रोत के लिए: बेलनाकार वेव फ्रंट
- प्राथमिक और द्वितीयक विक्षोभ:
- वेव फ्रंट का हर बिंदु द्वितीयक विक्षोभ का स्रोत है
- ये द्वितीयक तरंगें नई वेव फ्रंट बनाती हैं
ह्यूजन्स के सिद्धांत का महत्व
- प्रकाश के विभिन्न अभ्यावेदन जैसे: परावर्तन (Reflection), अपवर्तन (Refraction), और इंटरफेरेंस (Interference) को समझाने में मदद करता है
निष्कर्ष
- प्रकाश का दोहरा स्वरूप: तरंग और कण
- ह्यूजन्स का सिद्धांत भौतिकी में महत्वपूर्ण है और इसे विभिन्न फिनोमेना को समझाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
नोट: अगली कक्षाओं में ह्यूजन्स सिद्धांत के विभिन्न अनुप्रयोगों और इसके प्रयोग की विस्तृत चर्चा की जाएगी।