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जीएसटी: टैक्स प्रणाली और कार्यप्रणाली

व्हाट्स अप एवरीवन वेलकम बैक टू द चैनल थैंक यू सो मच फॉर योर लवली विशेस एज आई एम फीलिंग मच बेटर अदर वाइज ऐसा खतरनाक वायरल फीवर हुआ बट ठीक है आई एम मच बेटर टुडे तो आज हम पढ़ने वाले हैं एक बहुत ही इंपॉर्टेंट चैप्टर अकाउंट्स में हम लोग आज डिस्कस करेंगे जीएसटी द गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स एंड ट्रस्ट मी मैं तुम्हें इतना अच्छे से समझा दूंगा तुम्हें कभी प्रॉब्लम नहीं आएगी इस पर्टिकुलर चैप्टर में बच्चों की बहुत रिक्वेस्ट थी कि सर जी समझ में नहीं आ रहा जीएसटी बहुत उल्टा सीधा पढ़ाया गया है बट डोंट वरी जीएसटी बेसिकली एक हमारे पास टैक्स है टैक्स के लिए तुम्हें बेसिकली एक लॉयर ही चाहिए जो तुम्हें सारी चीजें पढ़ा सके स्पेसिफिकली जिसने टैक्सेशन में ही लॉ करी हो तो इतना अच्छे से तुम्हें पढ़ाऊंगा तुम्हें चिंता बिल्कुल भी नहीं करनी है बस समझते चलो और परफेक्शन के साथ नोट्स बनाना चैप्टर तुम्हारा स्ट्रांगेस्ट हो जाएगा और तुम जाके अपने स्कूल में सबको पढ़ा पाओगे चलिए लेट्स बिगन [संगीत] [संगीत] तो चलिए जी मेरे साथ-साथ हेडिंग डाल लीजिए बेटा जी जी एसटी सर जीएसटी है क्या क्या मतलब होता है देखो बहुत सारी बुक्स में भी इसका नाम गलत प्रिंट हुआ हुआ है ठीक है सबसे पहले तो यह समझो कि दिस इज गुड [संगीत] [प्रशंसा] एंड सर्विसेस टैक्स ठीक है अपनी बुक्स में चेक करो कई बुक्स में य सर्विस लिखा हुआ है सर्विसेस नहीं लिखा हुआ तो सबसे पहले तो इसका नाम समझो यह एक वो टैक्स है जो गुड्स और सर्विसेस पर लगाया जाता है बहुत सारी गुड्स होती है बहुत सारी सर्विसेस होती है ठीक है अब इस पर चलने से पहले हम लोग बिल्कुल बेसिक से शुरुआत करेंगे सर टैक्स क्या होता है गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स तो बाद में में आया पहले ये बताओ कि टैक्स क्या होता है देखो टैक्स एक कंपलसरी पेमेंट है टैक्स इज नॉट एन ऑप्शनल पेमेंट ये कंपलसरी पेमेंट है जो आपको देनी ही देनी है किसको सरकार को टैक्स इज अ कंपलसरी पेमेंट मेड टू द गवर्नमेंट विदाउट एक्सपेक्टिंग एनी डायरेक्ट बेनिफिट इन रिटर्न जिसके बदले में आप कोई भी डायरेक्ट बेनिफिट एक्सपेक्ट मत करो इनडायरेक्टली आपको बेनिफिट मिलेगा आपको हर चीज गवर्नमेंट बेनिफिट प्रोवाइड करती है गवर्नमेंट स्कूल्स हैं हॉस्पिटल्स हैं कॉलेजेस हैं हर चीज है रोड हैं इंफ्रास्ट्रक्चर है दुनिया भर का बहुत सारी चीजें हैं वो सब कहां से बना रही है सरकार टैक्सेस से ही तो बना रही है बट आप डायरेक्टली कोई भी सर्विस एक्सपेक्ट मत करो ठीक है ना तो टैक्स होता क्या है एक पेमेंट है जो कि कंपलसरी पेमेंट है जो आपको देनी ही है सरकार को बिना किसी भी डायरेक्ट बेनिफिट को एक्सपेक्ट करे हुए ठीक है अब जो टैक्स है हमारे देश में बच्चों दो प्रकार के होते हैं एक होता है डायरेक्ट टैक्स और एक होता है इनडायरेक्ट टैक्स ठीक है सर डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स में क्या फर्क होता है सबसे पहले तो यह समझो कि जो डायरेक्ट टैक्स है वो लगेगा इनकम और प्रॉपर्टी पे ठीक है और इनडायरेक्ट टैक्स किस पर लगता है गुड्स एंड सर्विसेस पे यानी अगर आपको इनकम बना रहे हो या आपकी कोई प्रॉपर्टी है आपने प्रॉपर्टी सेल परचेस करी है मतलब इस तरीके का कुछ भी ऐसी आइटम है कोई इनकम पे या प्रॉपर्टी पे टैक्स लग रहा है जैसे इनकम टैक्स जैसे वेल्थ टैक्स यह हमारा डायरेक्ट टैक्स में आता है इनडायरेक्ट टैक्सेस में बच्चों एक ही टैक्स आता है हमारे देश में जिसको हम जीएसटी बोलते हैं सर जीएसटी तो अब हुआ पहले कौन-कौन से टैक्स होते थे देखो पहले होता था सेल्स टैक्स माल बेचा तो टैक्स लगेगा सेल्स टैक्स मैं जैसे सर्विस प्रोवाइडर हूं मैं सर्विसेस देता हूं तो मैं मेरे ऊपर कौन सा टैक्स लगता था सर्विस टैक्स तो सेल्स टैक्स हो गया सर्विस टैक्स हो गया वैल्यू एडेड टैक्स हो गया वट है ना जहां-जहां पर भी वैल्यू एडिशन होगा वहां वहां पे टैक्स लगाया जाएगा जिसको वैल्यू एडिड टैक्स बोलते हैं तो अभी ये सभी टैक्सेस खत्म हो गए हैं अभी हमारे देश में एक ही इनडायरेक्ट टैक्स चलता है जिसको हम क्या बोलते हैं जीएसटी गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स इसके पीछे क्या मोटिव था वन नेशन वन टैक्स इसकी डेट याद रखेंगे सबसे पहले सर जीएसटी कब आया था 1 जुलाई 2017 1स्ट जुलाई 2017 यह आपको याद रहनी है 1 जुलाई 2017 में हमारे पास जीएसटी सबसे पहले पिक्चर में आया ठीक है सर इसको किसी और तरीके से भी समझ सकते हैं यह तो हो गया कि किस पे लगना है अब देखो बच्चों एक और डिफरेंशिएबल करता है उसको हम बोलते हैं बर्डन बर्डन अब आप समझ के चलो फॉर एग्जांपल एक चिंटू है ठीक है ये चिंटू है हमारा चिंटू हमारा तीनों सब्जेक्ट पढ़ने में मदद करता है ये चिंटू है और इसका मन करा कि मैं मूवी देखने के लिए जाऊंगा और यह सिनेमा हॉल में गया ठीक है यह सिनेमा हॉल है यह सिनेमा हॉल के बाहर टिकट घर है टिकट घर में दो लोग बैठ के टिकट बेच रहे हैं यहां से ठीक है चिंटू यहां गया और यहां पर इसने बोला कि मुझे मूवी देखनी है फॉर एग्जांपल गदर इसने बोला मुझे सनी पाजी की पिक्चर देखनी है गदर टू हमने कहा ठीक है जी गटू लगी हुई है इसने कहा टिकट कितने की है तो उन्होंने बोला देखो भाई टिकट है वैसे आपकी 00 की लेकिन इस 200 में आपको टैक्सेस भी देने हैं 200 प्लस टैक्सेस अब सर यह जो टैक्सेस है यह टैक्स गवर्नमेंट ने किस पर लगाया था यह टैक्स गवर्नमेंट ने लगाया था सिनेमा घर वाले पे कि भैया आप मूवी टिकट्स बेचते हो आपको एंटरटेनमेंट टैक्स पे करना है पहले एंटरटेनमेंट बोलते थे अभी तो एक ही टैक्स हो गया ना मैं बोल रहा हूं आपको जीएसटी बोलते हैं तो एंटरटेनमेंट टैक्स आपको पे करना है तो सिनेमा घर वाले ने बोला अच्छा मेरे पर सरकार ने टैक्स लगाया तो क्यों ना मैं यह टैक्स कस्टमर से ही ले लू मुझे सरकार को तो देना ही है मैं क्या करता हूं टिकट में जोड़ देता हूं यही ले लेता हूं कस्टमर से कस्टमर से लेके गवर्नमेंट को दे दूंगा तो जो मूवी वाला है यह बेसिकली कस्टमर से कलेक्ट कर रहा है टैक्स और किसको पे कर रहा है गवर्नमेंट को तो मुझे एक बात बताओ क्या यह टैक्स जिसके ऊपर लगाया गया वो डायरेक्टली पे कर रहा है या इनडायरेक्टली पे कर रहा है अब वो डायरेक्टली नहीं पे कर रहा इनडायरेक्टली पे कर रहा है यानी उसने जो टैक्स का बर्डन था बर्डन ऑफ टैक्स वह था तो इसके ऊपर लेकिन इसने क्या करा इस पूरे बर्डन को पूरे के पूरे बर्डन को शिफ्ट कर दिया उठा के किसके ऊपर कस्टमर के ऊपर इसने बोला यह पूरा बर्डन किसके ऊपर डाल दूंगा मैं कस्टमर के ऊपर डाल दूंगा तो जो इनडायरेक्ट टैक्स होता है ना उसका बर्डन शिफ्ट हो जाता है कस्टमर के ऊपर आप कभी पिज़्ज़ा खाने के लिए जाओ आप देखो उसमें पिज़्ज़ का पेमेंट भी लेंगे वो टैक्स भी लेंगे वो टैक्स क्या था बेसिकली सेल्स टैक्स था उनके ऊपर उन्होंने कस्टमर से ले लिया आप कोई भी सर्विस लो वहां पे आपको जो बिल बनके आएगा ना उसमें वो पर्टिकुलर सर्विस का अमाउंट लिखा होगा नीचे टैक्स भी लिखा होगा वो टैक्स आपके ऊपर कभी नहीं था वो टैक्स सेलर के ऊपर था सेलर ने वो टैक्स आपसे ले लिया और लेक किसको दे दिया गवर्नमेंट को बीच में सेलर के मजे आ गए उसकी जेब से कुछ नहीं गया तो सेलर ने बर्डन शिफ्ट किया या नहीं किया तो जिस टैक्स का बर्डन शिफ्ट हो जाता है उसको हम इनडायरेक्ट टैक्स बोलते हैं बच्चों और जिसका बर्डन शिफ्ट नहीं होता जैसे आपकी इनकम पे जो टैक्स लगेगा दैट इज योर इनकम टैक्स जब आप अपनी इनकम निकालते हो ना साल के लास्ट में कि इतना प्रॉफिट बनाया उस प्रॉफिट पर आपको टैक्स देना पड़ता जिसको हम इनकम टैक्स बोलते हैं वो आप ही को देना है आप वो किसी और से नहीं ले सकते समझे तो देखो हम लोग क्या बोलते हैं जो इनकम या वेल्थ टैक्स होता है इसका बर्डन शिफ्ट नहीं होता और इनडायरेक्ट टैक्सेस का बर्डन शिफ्ट हो जाता है इनडायरेक्ट टैक्सेस में जो बर्डन है वह कस्टमर के ऊपर आ जाता है बात समझ में आती है या नहीं समझ में आती है क्लियर हो गया ठीक है अब यहां से आप ये समझ ही गए कि एक कस्टमर जब भी कोई सामान खरीदने के लिए जाता है आ जाओ अब मैं आपको बोलता हूं कि दो कैटेगरी है दो कैटेगरी है एक है बायर या फिर कस्टमर और एक है सेलर या फिर सर्विस प्रोवाइडर अगर वो माल बेच रहा है तो सेलर ऑफ गुड्स है अदर वाइज सर्विस प्रोवाइडर है है ना यह जो बायर या कस्टमर है बच्चों यह क्या-क्या पे करेगा यह पे करेगा यह पे करेगा अमाउंट ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस प्लस टैक्सेस हां या ना टैक्स कौन सा जीएसटी तो जो भी कस्टमर है आपको पता है आप एस अ कस्टमर गुड्स और सर्विसेस की वैल्यू क दोगे और साथ साथ जीएसटी भी दोगे और जो सेलर है जो माल बेच रहा है यह क्या करेगा यह रिसीव करेगा यह क्या रिसीव करेगा बच्चों यह रिसीव करेगा सेम अमाउंट ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस यानी जो माल बेचा है उसका पैसा प्लस जीएसटी यह रिसीव करेगा हमेशा है ना अच्छा इसको रिसीव करने करके भी क्या ये अपने पास रख सकता है नहीं बच्चों यह अपने पास नहीं रखता यह इस टैक्स को किसको देता है सरकार को देता है टैक्स को किसको देता है सरकार को देता है अगर इसको ये टैक्स सरकार को देना है तो इसके लिए जीएसटी क्या है याद रखेंगे बेटा एक सेलर के लिए जीएसटी लायबिलिटी है ठीक है एक सेलर के लिए जीएसटी क्या है लायबिलिटी है और इसको यह बोलता क्या है यह इसको बोलता है आउटपुट जीएसटी याद रखेंगे बच्चों सेलर के पास जब भी जीएसटी आएगा तो वो उसको आउटपुट जीएसटी बोलता है एक बायर के लिए जो जीएसटी है ये एक एसेट है एसेट क्यों है मैं समझाऊ अभी आपको ठीक है सिर्फ 5 10 मिनट के लिए ये मान लो अभी के लिए मान के चल लो कि ये एसेट है और इसको बोलते क्या है हम इनपुट जीएसटी मैंने क्या बोला जब भी एक बायर कोई सामान खरीदेगा तो वह सामान के पैसे के साथ-साथ जीएसटी भी पे करेगा ठीक है और जीएसटी जो वो पे करता है उसको वो क्या बोलता है इनपुट जीएसटी और जो सेलर है वो गुड्स का पैसा रिसीव करेगा और साथ-साथ जीएसटी भी रिसीव करेगा वो उसके लिए एक लायबिलिटी है उसको वो क्या बोलता है आउटपुट जीएसटी ठीक है बेटा अब आगे आओ सबसे पहले तो यह बहुत इंपॉर्टेंट चीज है जो मैंने आपको लिखवाई है इसका स्क्रीनशॉट ले लो ओके अब जीएसटी कितने टाइप्स का होता है टाइप्स ऑफ जीएसटी टाइप्स ऑफ जीएसटी कितने तरीके का हमारे पास जीएसटी होता है अपने पास लिख के चलना ठीक है हमारे पास बच्चों तीन तरीके का जीएसटी होता है सही है कितने तरीके का जीएसटी होगा तीन तरीके का सर कौन-कौन सा तीन तरीके का सबसे पहले को हम बोलते हैं सीजीएसटी दूसरे को हम बोलते हैं एसजीएसटी तीसरे को हम बोलते हैं आईजीएसटी तीन जीएसटी है लिखो सीजीएसटी एसजीएसटी आईजीएसटी सर सीजीएसटी की फुल फॉर्म क्या है बच्चों सीजीएसटी यह सेंट्रल गवर्नमेंट के पास जाता है इसको हम बोलते हैं सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स एसजीएसटी किसके पास जाता है स्टेट गवर्नमेंट के पास जैसे मैं यूपी से हूं तो हमारा जो भी जीएसटी कलेक्ट होगा वह हमारी यूपी गवर्नमेंट के पास जाएगा योगी जी के पास जाएगा है ना तो इसको क्या बोलते हैं स्टेट जीएसटी और आईजीएसटी इंटीग्रेटेड जीएसटी इंटी ग्रेटेड जीएसटी यह भी सारा मैं अभी आपको समझाता हूं अब देखो बच्चों यह जो जीएसटी होता है ना यह एक सप्लाई बेस्ड टैक्स होता है सप्लाई बेस्ड का मतलब डेस्टिनेशन बेस्ड कि बेसिकली गुड्स या सर्विसेस कहां कौन सी जगह पर सप्लाई हो रहे हैं वहां पर जीएसटी उस हिसाब से लगता है ओके अब अगर जीएसटी हमारे पास देखा जाए कि स्टेट जो है सेम स्टेट में सेल परचेस हो रही है यानी जो ट्रांजैक्शन है वह सेम स्टेट में हो रही है सेम स्टेट का मतलब जैसे यूपी में माल बेचा और यूपी में ही बायर सेलर दोनों यूपी में यूपी से यूपी पंजाब से पंजाब पंजाब से पंजाब हरियाणा से हरियाणा है ना उत्तराखंड से उत्तराखंड बेसिकली अगर देखा जाए तो हम लोग ये मान रहे हैं कि सेम स्टेट सेम स्टेट में चीजें हो रही है बच्चों कभी भी सेम स्टेट में होगा तो टैक्स लगेगा सीजीएसटी प्लस एसजीएसटी याद रखना जो जीएसटी लगेगा वो सीजीएसटी प्लस एसजीएसटी लगेगा यानी अगर सेम स्टेट में आप कुछ माल बेच रहे हो और जीएसटी सपोज 18 पर है तो उस 18 पर में 9 पर सेंट्रल गवर्नमेंट ले जाएगी 9 पर स्टेट गवर्नमेंट रखेगी दैट इज सीजीएसटी एंड एसजीएसटी और अगर हो रही है ट्रांस ट्रैक्शन डिफरेंट स्टेट्स में सर डिफरेंट स्टेट्स का क्या मतलब है डिफरेंट स्टेट्स का मतलब है बच्चों यूपी से पंजाब में हो रहा है हरियाणा से बिहार में हो रहा है है ना मतलब स्टेट चेंज हो रही है तो डिफरेंट स्टेट्स में लगता है आईजीएसटी और आईजीएसटी सारा का सारा किसको जाता है सेंट्रल गवर्नमेंट को जाता है क्योंकि फिर इसमें लड़ाई होगी भाई कौन रखेगा तो चक्कर ही खत्म कर दिया कि टेंशन ही नहीं है हमेशा अगर सेम स्टेट है तो सीजीएसटी एसजीएसटी लगेगा अलग-अलग स्टेट्स है तो फिर आईजीएसटी लगेगा सारा सेंट्रल गवर्नमेंट को जाएगा इसका भी स्क्रीनशॉट ले लो दिस इ आल्सो वेरी इंपॉर्टेंट इसके बाद मैं आपको स्लैब रेट्स लिखवाता हूं अब आ जाओ रेट्स ऑफ जीएसटी जीएसटी के रेट्स क्या-क्या है ठीक है जीएसटी बच्चों 5 पर से चलता है जिसका मिनिमम 0 पर है मैक्सिमम 28 पर है 28 तो जीएसटी का 0 पर 5 पर 12 पर 18 पर 28 पर लद और डिटेल में जब आप पढ़ोगे तो और भी बायफर केशंस आ जाती हैं बट अभी क्लास 11थ के हिसाब से स्टैंडर्ड आपके लिए इतना सफिशिएंट है ठीक है 0 पर किसके ऊपर है हमारे पास सेंशियल्स पे यह आ गया आपका सेंशियल्स पे 5 पर आपका आ जाता है हमारे पास कॉमन यूज आइटम्स पर कॉमन यूज आइटम्स पर आ गया 12 पर स्टैंडर्ड रेट है मतलब जिसका कोई कैटेगरी नहीं है तो वहां पर 12 पर आपको जीएसटी देखने को मिलता है 6 पर सीजीएसटी एसजीएसटी ठीक है 18 पर यह हमारे पास मैक्सिमम फॉर गुड्स मैक्सिमम फॉर स्टैंडर्ड गुड्स एंड ऑल सर्विसेस सर्विसेस पे आपको 18 पर देखने को मिलता है पहले सर्विस टैक्स भी यही रेट से था 28 पर बेसिकली लग्जरीज जितने भी आपकी लग्जरी आइटम्स होंगी लग्जरीज पे सारा 28 पर दिया गया है ठीक है तो जीएसटी के जो बेसिक स्लैब्स हैं वो ये हैं अब बच्चों जब भी सीजीएसटी एसजीएसटी होगा तो ये आधे आधे हो जाएंगे 2 2 पर 66 पर 99 पर और 141 पर तो ये आपको पता होना चाहिए जब भी सीजीएसटी एसजीएसटी होगा तो ये हाफ हाफ हो जाते हैं ठीक है बच्चों इसका स्क्रीनशॉट ले लो उसके बाद फिर हम आगे चलते हैं डन हो गया अब मैं आपको सिखाता हूं इसकी जनरल एंट्रीज जनरल एंट्री में बच्चों जो सबसे पहली जनरल एंट्री होती है नंबर वन वो होती है फॉर परचेस ऑफ गुड्स आपने कोई माल खरीदा है ठीक है अब आपने बच्चों अगर माल खरीदा तो आपके पास दो ट्रांजैक्शन हो सकती है इधर कैश और क्रेडिट है ना हम जब भी माल खरीदते हैं तो हम क्या जनरल एंट्री करते हैं बेसिक एंट्री आपने जनरल एंट्रीज पढ़ी है ना रूल्स मैंने सिखाए हैं सारे आप जब भी माल खरीदते हो तो आप एंट्री करते हो परचेसेस अकाउंट डेबिट टू कैश अकाउंट अगर कैश में होगा या फिर टू क्रेडिटर अकाउंट अगर उधार में होगा आपको उसका पैसा देना होगा है ना एंट्री यही होती है परचेस अकाउंट डेबिट टू कैश या टू क्रेडिटर अकाउंट राइट अब मैंने आपको क्या समझाया सीखो अब आप जब सामान खरीद रहे हो मैं फॉर एग्जांपल कोई कैलकुलेटर खरीद रहा हूं सपोज मैंने य कैलकुलेटर खरीदा तो मुझे इस कैलकुलेटर का पैसा भी देना है और मुझे इसके साथ-साथ जीएसटी भी देना है राइट सपो स अजूम कर लो कि यह कैलकुलेटर 000 का है तो मैंने यहां पर लिखा परचेसेस डेबिट 1000 सपोज सपोज मेरा कैलकुलेटर का ही काम है परचेस डेबिट हज नाउ लेट्स सपोज कि मुझे इसपे 66 पर 12 पर जीएसटी भी देना है तो मुझे 000 प 12 पर 0 का जीएसटी भी देना है 120 का जीएसटी भी देना है तो मुझे जो टोटल पेमेंट करना है वो टोटल पेमेंट करना है 1120 करना है या नहीं करना है 11 करना है या नहीं करना है तो अब देखो इधर 1000 इधर 120 का एक्स्ट्रा डिफरेंस आ गया राइट तो हम यहां पर क्या करेंगे हम यहां पे डेबिट में लिखेंगे इनपुट सीजीएसटी डेबिट इनपुट एसजीएसटी डेबिट टू क्रेडिटर देखो ऐसे एंट्री बनती है अब मैंने आपको यह समझाया भी है इनिशियली अभी मैंने आपको समझाया कि जब भी आप गुड्स के साथ पे करते हो तो वह आपका एसेट है और सारे एसेट्स का नेचर क्या होता है सभी एसेट्स डेबिट होते हैं हां या ना होते हैं या नहीं होते हैं राइट ऐसा ही होता है एक छोटी सी चीज याद रखने के लिए और अपने माइंड में रख लेना कि जीएसटी हमेशा गुड्स या एक्सपेंस के साथ-साथ चलेगा क्या बोला मैंने इसको ताकि तुम्हारे नंबर ना कटे मुझे तुम्हें ट्रिक्स भी तो बतानी है जीएसटी हमेशा गुड्स और एक्सपेंसेस के साथ-साथ चलेगा साथ-साथ चलेगा से क्या मतलब है साथ-साथ चलेगा से मतलब कि अगर गुड्स हो या एक्सपेंस हो या एसेट भी क्यों ना हो चाहे कोई एसेट भी क्यों ना हो अगर वो डेबिट हुआ है तो जीएसटी भी डेबिट होगा अगर वो क्रेडिट हुआ है तो जीएसटी भी क्रेडिट ही होगा ऑलवेज समझे देखो एक एग्जांपल और ले लेते हैं नंबर टू फॉर परचेस ऑफ एसेट्स आपने कोई फर्नीचर खरीदा आपने कोई मशीनरी खरीदी आपने कोई भी एसेट खरीदा बेसिक एंट्री क्या होती है एसेट खरीदने की एसेट डेबिट टू कैश या क्रेडिटर है ना तो हम बेसिक एंट्री क्या करते हैं एसेट अकाउंट डेबिट टू कैश अगर कैश में पे कर दिया टू क्रेडिटर अगर उधार में पे कर दिया अब मैंने आपको क्या बोला अब आप जब भी सामान खरीदोगे तो आपको सिर्फ सामान का पैसा नहीं देना सामान के साथ-साथ जीएसटी भी देना है है ना तो हम क्या करेंगे यहां पे इनपुट सीजीएसटी भी डेबिट होगा इनपुट एसजीएसटी भी डेबिट होगा सही है या नहीं है सर आउटपुट कब होता है बेटा आउटपुट सिर्फ तब आएगा जब आप माल बेचो जब आप सेलर होगे परचेज के टाइम प ऐसा कुछ नहीं बेसिक हो गया बच्चों ठीक हो गया क्लियर हो गई यह बात तो फॉर परचेस ऑफ एसेट फॉर परचेस ऑफ गुड्स ठीक है अब चलते हैं हम तीसरे प नंबर थ्री फॉर सेल ऑफ एसेट अब बताओ बच्चों अगर आपको माल बेचना हो या एसेट बेचना हो या गुड्स बेचना हो इसके बाद में गुड्स का भी कर दूंगा जब आप एसेट बेचते हो तो क्या एंट्री बनती है कैश में बेचा तो कैश डेबिट उधार में बेचा तो डेटर डेबिट कैश या डेटर अकाउंट डेबिट टू एसेट यही करते हो क्या हैश या डेटर अकाउंट डेबिट टू एसेट लेकिन इस बार जब आप माल बेच रहे हो आपको सरकार को जीएसटी देना है वो आप जेब से नहीं दोगे आप कस्टमर को बोलोगे भैया आपको मुझे एसेट का पैसा भी देना है और आपको मुझे जीएसटी का पैसा भी देना है मैं अपनी जेब से जीएसटी नहीं दूंगा मैं तो किससे लूंगा कस्टमर से लू दूंगा हां या ना आप जब डोमिनोज में पिज़्ज़ा खाने के लिए जाते हो तो दोनों का पैसा देते हो ना पिज़्ज़ा का भी और टैक्स का भी तो डोमिनोज क्या ले रहा है आपसे एक तो गुड्स के पैसे ले रहा है और एक जीएसटी भी ले रहा है या नहीं ले रहा है बट मेरे लिए अभी वो लायबिलिटी है लायबिलिटी है तो क्रेडिट होगा टू आउटपुट सीजीएसटी टू आउटपुट एसजीएसटी मैंने आपको एक हिंट भी दिया था अभी कि जीएसटी हमेशा एसेट के साथ-साथ चलता देखो एसेट इस बार क्रेडिट हुआ तो जीएसटी भी क्रेडिट हुआ यहां पे एसेट डेबिट हो रहा था तो जीएसटी भी डेबिट हो रहा था बस हमेशा याद रखना इनपुट खरीदते हुए आउटपुट बेचते हुए आउटपुट सिर्फ और सिर्फ बेचते हुए आएगा जहां-जहां भी आपको पैसा देना है ना वहां वहां इनपुट है और जहां-जहां भी आपको पैसा लेना है वहां वहां आउटपुट है ये दिमाग में रखना क्या बोला मैंने जहां-जहां पैसा देना है दैट इज इनपुट जहां-जहां पैसा लेना है दैट इज आउटपुट ओके ठीक हो गया अब सपोज कर लो कि एसेट आपका ₹5000000 का था ठीक है और 50000 प लेटस सपोज 5 पर ठीक है 5 पर जीएसटी था ईई पर हो गया तो 500 का 5 पर कितना हो गया हमारे पास 00 हो गया 500 का 5 पर हाज हो गया तो 00 डिवाइड बायट 1250 यहां से लिया जाएगा 1250 यहां से लिया जाएगा और यह इस तरीके से अमाउंट आ जाएगी आ जाएगी या नहीं आ जाएगी अमाउंट मैंने आपको जस्ट वैसे ही भरने के लिए समझाया बाकी कुछ काम नहीं है इसका सही हो गया यह तो हो गया फॉर सेल ऑफ एसेट नंबर चार फॉर सेल ऑफ गुड्स वीडियो पॉज करो और कमेंट्स में लिखो जरा एंट्री इस की देखो कितने बच्चों को समझ में आई पॉज करके अभी का अभी [प्रशंसा] लिखो कैश अकाउंट डेबिट या फिर डेटर अकाउंट डेबिट उधार प तो डेटर अकाउंट डेबिट कर देंगे टू सेल्स अकाउंट गुड्स क्रेडिट हुए है ना गुड्स क्रेडिट हुए हैं तो पैसा आना था आउटपुट सीजीएसटी आउटपुट एसजीएसटी यह हम पास एंट्री हो जाएगी परफेक्ट है ठीक है या नहीं है समझ रहे हो इस तरीके से एंट्रीज होती है बहुत बेसिक है घबराना नहीं है इससे बिल्कुल भी आराम से करो ठीक है परफेक्ट हो गया नंबर पांच फॉर एक्सपेंसेस अब आप कोई एक्सपेंस पे कर रहे हो आप कोई रेंट दे रहे हो इंटरेस्ट दे रहे हो कमीशन दे रहे हो सामने वाला आपसे उस परे भी जीएसटी लेगा क्योंकि सामने वाले के पास तो पैसा आ रहा है ना है ना देखो अगर मैं जीएसटी रजिस्टर्ड हूं मेरे पास जीएसटी नंबर है तो मेरे पास जो भी पैसा आएगा मुझे सब पे जीएसटी देना है कुछ एक्सेप्शन होते हैं वो भी मैं आपको अगली क्लास में बताऊंगा कि ऐसी कौन सी चीजें हैं जिन पर जीएसटी नहीं देना बट जीएसटी जब भी मेरे अकाउंट में आएगा मुझे जीएसटी देना है तो मैं हर चीज पे आपसे जीएसटी लूंगा बीइंग अ सेलर या बीइंग अ सर्विस प्रोवाइडर अगर मैं आपको अपनी बिल्डिंग दे रहा हूं रेंट पे तो आप मुझे रेंट दोगे मैं आपसे रेंट भी लूंगा मैं आपसे जीएसटी भी लूंगा उस चीज पे समझे तो आप जब पे करोगे तो आप रेंट भी पे करोगे और आप जीएसटी भी पे करोगे अब सपोज आप कोई भी खर्चा पे कर रहे हो तो आप बोलोगे रेंट डेबिट है ना या कमीशन डेबिट या इंटरेस्ट डेबिट तो मैं एक्सपेंस डेबिट लिख दूं नॉर्मल एंट्री क्या होती थी एक्सपेंस डेबिट टू कैश या बैंक लेकिन अभी इस बार हमें एक्सपेंस के साथ साथ जीएसटी भी देना है साथ साथ देना है तो इनपुट सीजीएसटी डेबिट इनपुट एसजीएसटी डेबिट बच्चों स्टेट अगर अलग-अलग हो जाएगी तो बस ये दोनों हट के आईजीएसटी आ जाएगा और कोई फर्क नहीं है एक्सपेंस डेबिट इनपुट सीजीएसटी डेबिट इनपुट एसजीएसटी डेबिट टू कैशिया बैंक ओके नंबर सिक्स फॉर इनकम्स अब सपोज सामने वाले को रेंट मिल रहा है तो वो आपसे कैश या बैंक अकाउंट डेबिट कैश या बैंक अकाउंट डेबिट टू इनकम एक तो व आपसे इनकम का पैसा लेगा टू आउटपुट सीजीएसटी टू आउटपुट एसजीएसटी यह आ गया कैश या बैंक अकाउंट डेबिट टू इनकम टू आउटपुट सीजीएसटी टू आउटपुट एसजीएसटी ठीक है ना यहां पे इनकम के साथ साथ जीएसटी क्रेडिट हो रहा है यहां पर एक्सपेंस के साथ-साथ जीएसटी डेबिट हो रहा है देखो मैंने यहां पर आपको लिखवाया था जीएसटी एसेट गुड एक्सपेंसेस के साथ साथ चलता है है ना परफेक्ट हो गया यह सेल ऑफ गुड्स के लिए हो गया एक्सपेंसेस के लिए हो गया इनकम के लिए हो गया ओके हो गया ठीक है परफेक्ट है अब बच्चों अगली एंट्री समझाने से पहले मुझे आपको थोड़ा सा और बेसिक्स आपके स्ट्रंग कराने पड़ेंगे वो बेसिक्स क्या है कि सर इनपुट को एसेट क्यों बोलते हैं वाई एसेट इनपुट तो खर्चा होना चाहिए ना हम जीएसटी पे कर रहे हमारे लिए खर्चा होना चाहिए तो हम एसेट क्यों बोलते हैं इनपुट जीएसटी को डेबिट तो कर रहे हैं समझ रहे हैं एसेट क्यों आओ बच्च तु समझाता हूं फॉर एग्जांपल य चट है ठीक है अब याद रखना बच्चों चिंटू एक बिजनेसमैन है जो कपड़ा बेचता है क्लोथ मर्चेंट है ओके चिंटू चिंटू गया कॉटन खरीदने ठीक है चिंटू गया बच्चों कॉटन खरीदने किससे बंटी लाल से बंटी लाल यह बंटी लाल है चिंटू ने बंटी लाल को बोला मुझे कॉटन चाहिए बंटी लाल ने बोला मिल जाएगी इसने बोला कितने की है इसने बोला भाई 1000 की कॉटन है और 5050 का टैक्स लगेगा इस चिटू ने बोला ठीक है चिंटू ने एंट्री पास करी परचेसेस अकाउंट डेबिट क्योंकि वो खरीद रहा है माल खरीद रहा है इनपुट सीजीएसटी डेबिट आप सीख के आए हो इनपुट एसजीएसटी डेबिट टू बैंक इसने हाथो हाथ पेमेंट कर दी थी ठीक है 1000 50 50 1100 इसने पे कर दिए सही हो गया अब चिंटू ने क्या करा इस कॉटन से बनाया कपड़ा शर्ट बनाई कॉटन की और चिंटू ये शर्ट को बेचने लगा ठीक है चिंटू इस शर्ट को सेल करने लगा बंटी क्या एंट्री करेगा सेल की वो आप अपनी कॉपी में करके रखना ठीक है व आप अपनी कॉपी में करना ये अलग बुक्स है ये अलग बुक्स है हम फिलहाल चिंटू की बुक्स बना रहे हैं चिंटू ने अब इस कॉटन से कपड़ा बनाया और चिंटू बेचने लगा अब शर्ट चिंटू ने शर्ट बनाई 000 की ठीक है एज्यूम कर लो कि जीएसटी 10 पर लग रहा है लद जीएसटी का कोई स्लैब नहीं है 10 पर बट मैं आपको बोल रहा हूं समझने के लिए अजूम कर लो 1000 पे 10 पर 100 बैठता है 5050 है ना अब चिंटू ने शर्ट बनाई तो चिंटू शर्ट बेचने लगा 000 की 1000 से 2000 की शर्ट तो बनाएगा यह शर्ट बना दी चिंटू ने ये कॉलर कूलर बना दिए मैंने बस ऐसी शर्ट है हाफ स्लीव्स की या फुल स्लीव्स की जो भी है यहां बीच में बटन लगा लो यह शर्ट बना दी ठीक है जी अब यह शर्ट बेच रहा है 000 की तो गवर्नमेंट क्या बोलेगी भाई आप माल बेच रहे हो अगर आप माल बेच रहे हो तो आपको इस पर क्या देना पड़ेगा टैक्स देना पड़ेगा चिंटू बोलेगा भाई कैसा टैक्स गवर्नमेंट बोलती है भैया सेल टैक्स जब भी आप माल बेचते हो तो आपको टैक्स देना पड़ेगा सेल टैक्स चिंटू ने बोला अच्छा 2000 की शर्ट है मैं कस्टमर को बोलूंगा 2000 200 का टैक्स देना है तो शर्ट 00 की पड़ेगी शर्ट कितने की पड़ेगी 00 की आज हम इसको सेल टैक्स नहीं बोलते बच्चों आज हम इसको क्या बोलते हैं आज हम इसको जीएसटी बोलते हैं सारे इनडायरेक्ट टैक्सेस का नाम बदल के जीएसटी कर दिया गया है है ना तो चिंटू ने कस्टमर को जब शर्ट बेची तो चिंटू ने एंट्री करी बैंक अकाउंट डेबिट टू सेल्स टू आउटपुट सीजीएसटी टू आउटपुट एसजीएसटी बैंक अकाउंट डेबिट टू सेल्स टू आउटपुट सीजीएसटी टू आउटपुट एसजीएसटी शर्ट है 000 की 00 का सीजीएसटी है 00 का एसजीएसटी है 00 की टोटल बैंक में पैसा आएगा यह हो गया अब एंट्री के हिसाब से चिंटू ने जो माल बेच दिया बच्चों चिंटू ने जो माल बेच दिया सरकार को टैक्स कितना देना है यह वाला देना है यह वाला टैक्स देना है गवर्नमेंट को है ना या यानी कि गवर्नमेंट को देना है क्या देना होता है सरकार को आउटपुट आउटपुट कितना था चिंटू के पास दो एक सीजीएसटी और एक एसजीएसटी कितना कितना 00 00 चिंटू यहां पे अब थोड़ी सी कलाकारी करेगा कलाकारी क्या करेगा चिंटू बोलेगा भैया मोदी जी योगी जी अब सुनो हमने यह जो शर्ट बनाई है यह कॉटन से बनाई है कॉटन से ही बनाई है यह शर्ट बेसिकली कॉटन से बनी है और उस कॉटन प मैं ऑलरेडी 5050 का टैक्स दे चुका हूं तो मैं वह टैक्स 50 दोबारा तो नहीं दूंगा इसमें जो कॉटन यूज हुई है उस पर मैं टैक्स दे चुका हूं ना अगर आप इस शर्ट प दोबारा से टैक्स लगा रहे हो इसका मतलब आप कॉटन पर फिर से टैक्स लगा रहे हो तो मैं तो वो कॉटन का टैक्स नहीं दूंगा यानी चिंटू बोलेगा भैया देखो आउटपुट जो है ना इसमें से जो मैंने इनपुट दिया हुआ है इसका मुझे बेनिफिट दे दो जो मैंने यह इनपुट दिया है जो मैंने रॉ मटेरियल पे पे किया है जो भी मैंने रॉ मटेरियल पे पे किया है जब इस रॉ मटेरियल से मैंने फाइनल गुड बना के बेचा तो मुझे इसका बेनिफिट मिलना चाहिए या नहीं मिलना चाहिए सरकार बोलेगी बात तो सही है रॉ मटेरियल पे तो यह टैक्स दे चुका है तो चिंटू बोलेगा मैंने यहां पे यह 50-50 पे किया था प्लीज आप इसको यहां पे एडजस्ट करो यानी - 50 करो मैं 50 दूंगा और प्लीज आप आप इसको यहां पर एडजस्ट करो - 50 करो मैं 50 दूंगा आप मुझे बताओ बच्चों इस इनपुट का बेनिफिट इसे फ्यूचर में मिल गया या नहीं मिल गया जो भी चीज आपको फ्यूचर में बेनिफिट दे क्या हम उसको एसेट बोलते हैं हां या ना बोलते हैं या नहीं बोलते हैं पहले जीएसटी के आने से पहले यह पॉसिबल नहीं होता था पहले क्या होता था जितनी बार वैल्यू एडिशन होता था उतनी बार टैक्स लगता था वट बोलते थे हम उसको तो पहले टैक्स पे टैक्स लगता जाता था को कैस्केडिंग इफेक्ट बोलते हैं टैक्स पे टैक्स टैक्स पे टैक्स टैक्स पे टैक्स 2017 से पहले चीजें महंगी होती चली आती थी सरकार ने बोला अब ऐसा नहीं होगा अब हम इसको इस तरीके से एडजस्ट कर पाएंगे और इस एडजस्टमेंट को हम लोग क्या बोलते हैं जीएसटी सेट ऑफ इसका मतलब यह है बच्चों कि आपको जब भी गवर्नमेंट को आउटपुट देना होगा जब भी आप गवर्नमेंट को आउटपुट पे करो तो उस आउटपुट में से पहले इनपुट माइनस होगा यानी जो आपने पहले पे करा हुआ है वह माइनस होगा तब जाके आप आउटपुट पे करोगे बचावा समझे क्लियर हुआ तो यह एसेट जो आपके लिए बना था यह आपको तब हेल्प कर देता है जब बेसिकली आप बेच देते हो उस कपड़े को या उस पर्टिकुलर चीज को जब आप सेल करते हो ना जब आप आउटपुट कलेक्ट करते हो तो आपको य इनपुट हेल्प करता है समझे इसीलिए इसको एसेट बोलते हैं क्लियर हुआ सही है बट कभी-कभी ऐसी सिचुएशन बन जाती है कि हम इस इनपुट का बेनिफिट नहीं ले पाते सर ऐसी सिचुएशन कब बनती है एब नॉर्मल लॉसेस एंट्री नंबर सात बनेगी ना छ एंट्री तो हम कर चुके हैं आई गेस कितनी एंट्रीज कर चुके हैं छ एंट्रीज कर चुके हैं एंट्री नंबर सात अबब नॉर्मल लॉसेस सर एनर्मेक गी तो है ही नहीं बिकेगी नहीं तो वो मेरा एसेट वेस्ट हो गया उसका मुझे बेनिफिट नहीं मिलेगा बेनिफिट तो तब मिलता ना उसका जब मैं उसको बेचता उसका आउटपुट कलेक्ट करता आउटपुट कलेक्ट करता तो उसमें से इनपुट माइनस होता वो बिकीनी वो तो शर्ट ही खत्म हो गई तो मेरा इनपुट का भी नुकसान हो गया या नहीं हो गया इस सिनेरियो उस इनपुट को हम कैंसिल आउट कर देते हैं बुक्स में से खत्म कर देते हैं तो कैसे होता है देखो फॉर एग्जांपल लॉस बाय फायर की एंट्री आपको करनी है या लॉस बाय थेफ्ट की आपको एंट्री करनी है तो आप क्या करते हो लॉस बाय फायर डेबिट थेफ्ट डेबिट टू परचेसेस ऐसा ही करते हो तो हम लोग लिखते हैं अब नॉर्मल लॉस डेबिट यानी लॉस बाय फायर या लॉस बाय थेफ डेबिट टू परचेसेस ऐ सही करते हैं टू परचेसेस अब इनपुट इस परे मिलना तो है नहीं तो जो आपने ऊपर एसेट बनाया था यानी जब आपने माल खरीदा था जब आपने गुड्स परचेज करे थे तो आपने अपना एसेट बनाया था या नहीं बनाया था देखो फॉर परचेस ऑफ गुड्स देखो जब आपने ये माल खरीदा था तो आपने यहां पे इसको अपना एसेट बताया था कि जब बेचूंगा तो मैं इसका बेनिफिट ले लूंगा लेकिन अब तो इसमें आग लग गई तो इस एसेट को कैंसिल आउट करो एसेट जब लिखा गया तो डेबिट अब जब कैंसिल करना है तो क्या कर दो क्रेडिट कर दो तो क्या लिखोगे टू इनपुट सीजीएसटी टू इनपुट एसजीएसटी ओहो बहुत ही रोते हुए चिंटू ने सैड मूड से इसको कैंसिल आउट किया समझे या नहीं समझे तो यहां पे हमने इनपुट को कैंसिल आउट किया है सिमिलर सेम इज द केस विद ड्राइंग्स अगर आपने ड्राइंग्स कर ली आप वह माल घर ले गए शर्ट एक घर ले गया मैं घर ले गया तो इसको बेचूंगा नहीं बेचूंगा नहीं तो कोई आउटपुट नहीं होगा आउटपुट नहीं होगा तो इनपुट एडजस्ट भी नहीं होगा तो फिर से क्या एंट्री बनेगी ड्राइंग्स डेबिट टू परचेसेस टू इनपुट सीजीएसटी टू इनपुट एसजीएसटी बच्चों देखो गुड्स के साथ-साथ ही चल रहा है लेकिन गुड्स हमारे पास क्रेडिट हो रहे हैं तो जीएसटी क्रेडिट हो रहा है गुड्स डेबिट हो र तो जीएसटी क्रेडिट हो र थे बस सर कंफ्यूजन ये हो जाता है कि इनपुट कहां लिखना है आट कहां लिखना है दिमाग में बिठा लो जब भी पैसा आएगा माल बिकेगा तभी आउटपुट आएगा अदर वाइज हर बार इनपुट ही है हर बार इनपुट ही है बच्चों ठीक है तो ड्राइंग्स के केस में या लॉस बाय फायर कोमल एनमल लॉस के केस में इनपुट कैंसिल करना पड़ता है इसलिए क्रेडिट करना पड़ता है ओके लास्ट होता है सेटलमेंट फाइनल सेटलमेंट तो बच्चों जो आप फाइनल सेटलमेंट करते हो ना अब देखो लायबिलिटी पे करनी है तो आउटपुट जो क्रेडिट हुआ था उस सबको डेबिट करेंगे तो हम करेंगे सबसे पहले आउटपुट सीजीएसटी डेबिट टू इसमें सबसे पहले बेनिफिट लेंगे इनपुट का टू इनपुट सीजीएसटी अगर सारा ही कैंसिल हो गया तो कैंसिल हो जाएगा अदर वाइज जो बचेगा वह आप बैंक से पे कर देना ठीक है अभी इसमें एडजस्टमेंट भी होती है वो मैं आपको अगली क्लास में समझाऊ क्योंकि बेसिक आज बनाने थे 40 एक मिनट की क्लास होगी होगी अभी भी ये तो आउटपुट सीजीएसटी का हो गया फिर एसटी का हिसाब करेंगे आउटपुट एसजीएसटी डेबिट टू इनपुट एसजीएसटी टू बैंक इस तरीके से बच्चों हिसाब किताब चलता है आउटपुट सीजीएसटी डेबिट टू इनपुट सीजीएसटी टू बैंक आउटपुट एसजीएसटी डेबिट टू इनपुट एसजीएसटी टू बैंक ये फाइनल सेटलमेंट है यहां पे लिख देना बींग फाइनल सेटलमेंट ऑफ जीएसटी मेड बीइंग फाइनल सेटलमेंट ऑफ जीएसटी मेड ऐसे फाइनल सेटलमेंट होता है लास्ट में पेमेंट किया जाता है यह आपकी एंट्री नंबर न हो गई य आपकी एंट्री नंबर 10 हो गई ठीक है इस वीडियो को कम से कम दो बार देखें कम से कम दो बार देखेंगे नोट्स बनाएंगे क्योंकि इसको समझने में टाइम लगेगा बच्चों आराम से देखो समझो सारे नोट्स बनाओ प्रॉपर्ली उसके बाद चीजें आगे बढ़ाना है ना अगली क्लास में यानी कि कल ही कल ही मैं आप लोगों को जीएसटी के क्वेश्चंस कराता हूं क्वेश्चंस करके आपकी सारे के सारी चीजें बन जाएंगी आपको कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी और आप फुल मार्कस स्कोर कर पाओगे अपने जीएसटी में इस पे बेस्ड जितने भी इजी क्वेश्चंस जितने भी टिपिकल क्वेश्चंस हर प्रकार का सवाल मैं कवर कर देता हूं आपकी कल की क्लास में और आपका चैप्टर समाप्त हो जाएगा आई होप यू गाइस लाइक्ड इट आई होप यू गाइस गॉट इट समझ में आ गई आपको चीजें बाकी चीजें हम लोग कल करते हैं तब तक के लिए अच्छे से वीडियो देखो वीडियो को लाइक जरूर कर देना शेयर करना अपने सभी फ्रेंड्स तक क्योंकि ये चैप्टर किसी को भी समझ में नहीं आता आसानी से कोई प्रॉब्लम आए तो डू लेट मी [संगीत]