फूड रिसोर्सेस का सुधार
परिचय
- अध्याय का नाम: फूड रिसोर्सेस का सुधार
- मुख्य उद्देश्य: फूड के उत्पादन को बढ़ाना और उसे यादगार बनाना
- फूड के स्रोत: पौधे और जानवर
खाद्य क्रांति
- ग्रीन रेवोल्यूशन:
- खेती की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए
- आधुनिक तकनीकों और उन्नत बीज का उपयोग
- व्हाइट रेवोल्यूशन:
- दूध और दूध उत्पादों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए
फूड रिसोर्सेस का महत्व
- किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारना
- भारत की बढ़ती जनसंख्या की खाद्य आवश्यकता को पूरा करना
फसलों के प्रकार
- अनाज: कार्बोहाइड्रेट प्रमुख स्रोत
- दालें: प्रोटीन और विटामिन्स
- फोडर क्रॉप्स: जानवरों के भोजन के लिए उपयोगी
फसलों के मौसम
- रबी फसल: सर्दियों में उगाई जाती है
- खरीफ फसल: बरसात के मौसम में उगाई जाती है
- जायद फसल: गर्मियों में उगाई जाती है
फसल उत्पादन की तकनीक
- फसल विविधता: विभिन्न प्रकार की फसलें
- क्रॉप प्रोडक्शन: उन्नत बीज और तकनीक का प्रयोग
फसल सुरक्षा
- कीट, बीमारियों और अन्य खतरों से फसल को बचाना
- उर्वरक और खाद:
- जैविक खाद
- रासायनिक उर्वरक
पशुपालन
- कैटल फार्मिंग: दूध और कृषि कार्यों के लिए
- मुर्गी पालन: अंडे और मांस के लिए
- मछली पालन: प्राकृतिक और कृत्रिम जल स्रोतों में
- मधुमक्खी पालन: शहद के उत्पादन के लिए
निष्कर्ष
- खाद्य संसाधनों का सुधार आवश्यक है
- ग्रीन औ र व्हाइट रेवोल्यूशन ने उत्पादन क्षमता को बढ़ाया
- विविधता और सुरक्षा के माध्यम से उत्पादन में वृद्धि
- पशुपालन से विविध उत्पादों की प्राप्ति
यह नोट्स चैप्टर के मुख्य बिंदुओं को समझते हैं और परीक्षा की तैयारी के लिए सहायक हैं।