कृतिका पुस्तक - 'इस जल प्रलय' पाठ सारांश

Jul 11, 2024

कृतिका पुस्तक - 'इस जल प्रलय' पाठ सारांश

परिचय

  • पुस्तक: कृतिका (भाग 1 और 2)
  • ध्यान देने योग्य बात: 20% सिलेबस रिडक्शन के बावजूद सभी चैप्टर्स पढ़ना चाहिए।
  • प्रथम पाठ: 'इस जल प्रलय' (लेखक: रेणु जी)

पाठ 'जल प्रलय' का सारांश

  • घटनाएँ: पटना शहर में आई भीषण बाढ़ का विवरण।
  • लेखक का अनुभव: लेखक ने बाढ़ का सजीव चित्रण किया है, हर साल की बाढ़ की स्थिति को समझाया गया है।

प्रमुख घटनाएँ

  • जलस्तर का तेजी से बढ़ना और लोगों में चिंता फैलना
  • पान की दुकान पर लोगों की भीड़ और चर्चा
  • बाढ़ की खबरों की व्याप्ति और दुकानों की बिक्री का बढ़ना
  • बाढ़ क्षेत्र की विभिन्न समस्याएँ जैसे बीमारियों का फैलना
  • लेखक की पुरानी बाढ़ की यादें
  • '1947' और '1957' की भयंकर बाढ़ का जिक्र
  • बाढ़ के समय लोगों की तैयारियाँ
  • पत्रकारों का दृष्टिकोण और मीडिया का प्रभाव

मुख्य बिंदु

  • बाढ़ के खतरनाक प्रभाव और लोगों की प्रतिक्रिया
  • सुरक्षा के लिए आवश्यक वस्तुओं का संग्रहण (उपयोगी सुझाव)
  • पानी के बढ़ते जाने से उत्पन्न मनोवृत्ति
  • बाढ़ के कारण फैलने वाली बीमारियाँ
  • लेखक द्वारा महसूस की गई घटनाएँ और उनका विवरण
  • मीडिया द्वारा बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत की जाने वाली रिपोर्टिंग और उसके प्रभाव

प्रमुख प्रश्न और उत्तर

  1. बाढ़ की खबर सुनकर लोगों की तैयारियाँ: आवश्यक वस्तुओं का संग्रहण, दुकानों की सुरक्षा इत्यादि।
  2. लेखक की जिज्ञासा और उनके अनुभव: बाढ़ के विस्तृत विवरण की खोज।
  3. मृत्यु का तरद्दुद क्यों कहा गया: बाढ़ से होने वाली मृत्यु और उसका प्रभाव।
  4. आवश्यक सुझाव: आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षण और उपकरणों का रखरखाव।
  5. मीडिया का प्रभाव: बाबरी मस्जिद कांड के उदाहरण से समझाया गया है।
  6. स्वयं की देखी-सुनी आपदा का वर्णन: विवेकपूर्ण धैर्य और आवश्यक वस्तुओं का संग्रहण।