पीजीवीपी: प्रमुख बिंदुओं का सारांश

Aug 6, 2024

व्याख्यान सारांश: पीजीवीपी टॉपिक

परिचय

  • आज के व्याख्यान में हम पीजीवीपी (PGBP) के बारे में चर्चा करेंगे। यह टॉपिक परीक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और लगभग 20 अंक का हिस्सा होता है।

पीजीवीपी (PGBP) की परिभाषा

  • व्यापार या व्यवसाय से उत्पन्न किसी भी लाभ या प्राप्ति को पीजीवीपी के अंतर्गत कर के तहत मान्यता दी जाती है।

विभिन्न आय स्रोत

  • एक्सपोर्ट के लिए सब्सिडी, कैश कम्पन्सेटरी सपोर्ट, ड्यूटी ड्रॉबैक, इम्पोर्ट एंटाइटलमेंट लाइसेंस की बिक्री से हुई आय पीजीवीपी के तहत टैक्सेबल होती है।
  • पार्टनर को पार्टनरशिप फर्म से मिलने वाला रेम्यूनरेशन, सैलरी, कमीशन और ब्याज भी पीजीवीपी के तहत टैक्सेबल है।
  • की-मैन इन्शुरन्स पॉलिसी से मिलने वाला पैसा:
    • एम्पलॉयर को मिलने पर पीजीवीपी के तहत
    • एम्पलॉयी को मिलने पर सैलरी के तहत
    • अन्य को मिलने पर अन्य स्रोतों के तहत

गैर-प्रतिस्पर्धा शुल्क और ट्रेडमार्क

  • किसी व्यवसाय या प्रोफेशन को न करने के लिए मिलने वाला पैसा भी पीजीवीपी के तहत टैक्सेबल होता है।
  • ट्रेडमार्क, कॉपीराइट, फ्रैंचाइज़, डिज़ाइन, फॉर्मूला को साझा न करने के लिए मिलने वाला पैसा भी टैक्सेबल है।

स्टॉक इन ट्रेड और कैपिटल एसेट का रूपांतरण

  • स्टॉक इन ट्रेड को कैपिटल एसेट में बदलने पर रूपांतरण की तिथि का फेयर मार्केट वैल्यू पीजीवीपी के तहत टैक्सेबल होता है।
  • व्यापार अनुबंध का समाप्ति या संशोधन भी पीजीवीपी के तहत टैक्सेबल है।

सट्टा और गैर-सट्टा व्यवसाय

  • सट्टा और गैर-सट्टा व्यवसाय को अलग-अलग माना जाएगा।
  • सट्टा व्यवसाय का घाटा केवल सट्टा व्यवसाय के लाभ से ही सेट-ऑफ होगा और 4 वर्षों तक आगे बढ़ाया जा सकता है।
  • सट्टा व्यवसाय में डिलीवरी नहीं होती है। हेजिंग कॉन्ट्रैक्ट, फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से डेरिवेटिव्स/कमोडिटी डेरिवेटिव्स को सट्टा नहीं माना जाएगा।

पीजीवीपी की आय की गणना

  • पीजीवीपी की आय की गणना के लिए सेक्शन 30 से 43 डी का अनुसरण करें।
  • भवन के किराय, दर, टैक्स, इन्शुरन्स और मरम्मत का खर्चा अलाऊ होता है।
  • प्लांट और मशीनरी एवं फर्नीचर का इन्शुरन्स और मरम्मत भी अलाऊ होता है।

डिप्रेशिएशन

  • डिप्रेशिएशन तभी अलाऊ होगा जब:
    • आप एसेट के ओनर हों।
    • एसेट व्यवसाय के लिए उपयोग हो।
  • अलग-अलग एसेट की डिप्रेशिएशन की दरें:
    • मोटर वाहन: सामान्य 15%, हायरिंग व्यवसाय के लिए 30%
    • शिप: 20%
    • एयरक्राफ्ट: 40%
    • अन्य प्लांट और मशीनरी: 15%
    • अमूर्त एसेट: 25%
  • WDV सिस्टम का पालन करना होगा।

एडिशनल डिप्रेशिएशन

  • मैन्युफैक्चरिंग, पावर जनरेशन, पावर डिस्ट्रिब्यूशन और पावर ट्रांसमिशन व्यवसायों को अतिरिक्त डिप्रेशिएशन मिलेगा।

निवेश भत्ता

  • अधिसूचित पिछड़े क्षेत्रों में नए प्लांट और मशीनरी स्थापित करने पर 15% की दर से निवेश भत्ता मिलेगा।

प्रिलिमिनरी खर्चे

  • व्यापार शुरू करने या विस्तार करने के खर्चे को 5 बराबर किस्तों में कटौती किया जा सकता है।

वैज्ञानिक अनुसंधान खर्चे

  • इन-हाउस और बाहरी अनुसंधान खर्चों पर कटौती मिलती है।

अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

  • 44AA: बुक्स ऑफ़ अकाउंट्स रखना आवश्यक है।
  • 44AB: टैक्स ऑडिट आवश्यक है यदि टर्नओवर 1 करोड़ से अधिक हो या प्रोफेशनल की ग्रॉस रिसीट्स 50 लाख से अधिक हो।
  • 44AD: अनुमानित कराधान के तहत 8%/6% आय की गणना होती है।
  • 44ADA: प्रोफेशनल्स के लिए अनुमानित कराधान के तहत 50% आय की गणना।
  • 44AE: ट्रांसपोर्टर के लिए अनुमानित कराधान।
  • 43B: कुछ खर्चे केवल भुगतान की तारीख तक की कटौती होती है।