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बाईजूस की यात्रा और संघर्ष

साल 2013, दिल्ली का इंद्रा गांधी इंडोर स्टेडियम 14,000 लोगों से खचा खच भरा हुआ था सर्प्राइजिंगली ये लोग यहां किसी सिंगर या बॉलिवोड स्टार के लिए नहीं आये थे बलकि ये लोग यहां मैथ्स पढ़ने आये थे एक ऐसे करिजमेटिक टीचर जिनोंने टीचिंग के आर्ट को मास्टर कर लिया था फ्यूचर में रविंदरन अपनी इसी मास्टरी के बेस पे इंडिया की सबसे बड़ी एटेक कमपनी बाईजू बनाने वाले थे और sadly खुद अपनी आखों के सामने उसी company का downfall भी देखने वाले थे लेकिन क्या है बाईजू's के rise and fall की पूरी कहानी आए जानते हैं इस वीडियो बाईजू रविंदरन का birth 1980 में केरला में हुआ था उनके parents एक local government school में teachers थे रविंदरन को बच्पन से ही दो चीजों से गहरा लगाव था sports और mathematics 80's और 90's की हर Indian middle class family की तरह ने भी उन्हें दो करियर चॉइसेस दी, डॉक्टर या इंजिनियर, रविंदरन ने इंजिनियरिंग चुनी, एर 2000 में उन्होंने इंजिनियरिंग कम्प्लीट की, और 2001 में एक शिपिंग फर्म में नौकरी करने लगे, लेकिन दो साल बाद कुछ ऐसा हुआ, दिया उनके कुछ फ्रेंड्स आईएम्स में एडमीशन लेने के लिए कैट एक्जाम को क्रैक करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने रविंद्रन की हेल्प मांगी ना केवल रविंद्रन ने अपने दोस्तों को पढ़ाया पर साथ ही साथ खुद भी कैट एक्जाम दे दिया 12 में से चार दोस्तों ने कैट तो क्लियर कर ही लिया साथ रविंद्रन ने भी कैट में स्कोर किया नाम से पॉपुलर हो गए और उनसे पढ़ने के लिए स्टूडेंट्स की लाइन लग गई कुछी टाइम में रविंद्रन को रियलाइज हो गया कि उन्हें टीचिंग बहुत पसंद है और वह अपनी पूरी लाइफ यही करना चाहते हैं 2006 में उन्होंने छोटी हो गई जहां वह एक साथ 1200 स्टूडेंट्स को पढ़ाने लगे बाई जूस की क्लासेस फ्रीमियम मॉडल पर चलती थी पहली वो मार्क से ज़्यादा कॉन्सेप्चुअल लर्णिंग पे फोकस करते थे जिन स्टुडेंट्स को बच्चपन से रट्टा मारना सिखाया गया था उनके लिए रविंदरन की ये अप्रोच काफी रिवोलूशनरी थी इसलिए उनके फ्री क्लासेस लेने वाले 10 में से 9 बच्चे उनकी पेड क्लासेस के लिए एंरोल कर लेते थे इस सक्सेस को देखते हुए रविंदरन ने इस मॉडल को 4 शहर बेंगलूरू, मुंबई, पूने और चेननई में एक्सपैंड कर दिया आगे चल के ByJuice की Parent Company, Think and Learn Private Limited के Co-Founders बने और कुछ Students Early Employees बने। 2009 तक रविंदरन ने ByJuice Classes को 9 शहरों में Expand कर दिया था। वो दिन रात काम करते थे और हर हफ़ते हर शहर में Classes लेते थे। टैवलिंग के दुरान वो अपने Content को ज्यादा Accessible और Engaging बनाने पे काम करते थे। उनकी हर Class में Students इतने ज्यादा होते थे कि वहाँ Doubts पूछना पूछना नहीं था। इसलिए रविंदरन ने अपने Content को इस तरह Design किया था कि Student के हर Possible Doubts पूछना नहीं था। डाउट का आंसर उसे पहले ही मिल जाए। उनकी कड़ी मेहनत के कारण देखते ही देखते बाईजूस क्लासेस की डिमांड कई और शहरों से आने लगी। लेकिन रविंदरन के लिए इन सभी शहरों में फिजिकली प्रेजेंट होना पॉसिबल नहीं था। और वो 24-7 काम करके ठग भी चुके थे। और इसलिए करने का फैसला लिया। 2009 में उन्होंने V-SAT यानी Very Small Aperture Terminal नाम की सेटेलाइट और अपने लेक्चर्स को 45 एक बहुत बड़ी एट टेक कंपनी की नीव रख चुके थे 2011 में और एक्सपेंड करने के लिए उन्होंने Think and Learn Private Limited को स्टैबलिश किया पैशनेट टीचर्स की एक टीम तैयार की और सबसे इंपोर्टेंट 2013 में बाईजूज ने मनीपाल ग्रुप से 26% एक्विटी के बदले 50 करोड की फंड फंडिंग उठाई और साथ ही साथ अपने मोबाइल एप को डेवलप करना चालू कर दिया बाइजूस ने देखा कि हर स्टूडेंट की लर्निंग अप्रोच और स्पीड डिफरेंट होती है कुछ स्टूडेंट को वीडियो से बेटर समझ में आता है कुछ को टेक्स्ट इसका मतलब students का ध्यान पढ़ाई में तभी आएगा जब educational content की quality games और entertainment content से similar हो इसलिए ByJuice ने expert teachers, motion graphics artists, 3D designers और even professional musicians को hire किया अपने content को next level पे ले जाने के लिए करोडों की investment और सालों की महनत के बाद finally 2015 में launch हुआ The ByJuice Learning App अप के अलावा ByJuice टैबलेट्स और SD कार्ट्स में भी प्री लोड़ेड कोर्सेस सेल करता था। इन दोनों ही प्रोड़क्स के लॉइंच होते ही कस्टमर्स ने बहुत अच्छा रिस्पॉंस दिया। और इसे देखते हुए जून 2015 में सिकोया ने बाइजूज में 25 मिलियन डॉलर्स लगाए� और एक अगर नियुक्ति और नियुक्ति और न इसकी शुरुआत होती थी बाईजूस के टीवी एड्स से पेरेंट्स बाईजूस का एड्स देखते थे और बाईजूस का एप डाउनलोड कर लेते थे उसके कुछ दिन बाद बाईजूस का एक सेल्समेन उन्हें कॉल करता था उससे एक परसनल बॉंड एक रेपो बिल्ड कर लेता था इसका answer नहीं दे पाते थे और यही तो बाईजूस का salesman चाहता था फिर salesman अपने tablet पे रविंदरन की एक high quality video दिखाता था जिसमें वो explain करते हैं कि एक circle में infinite points होते हैं इसके बाद parents से एक simple question पूछा जाता था अगर आपका बच्चा इतने basic concept का answer नहीं दे पारा तो वो boards और उसके बाद के competitive exams में कैसे perform करेगा इस question के बाद parents अपने बच्चे के future को लेके guilt और nervous महसूस करते थे parents की इसी feeling को exploit करते हुए salesman बाईजूस आईजूस लर्निंग एप को एजा सॉल्यूशन पिच करता था डिल को लुकरेटिव बनाने के लिए 50% की स्कॉलरशिप ऑफर की जाती थी और 100% रीफंड का ऑप्शन भी दिया जाता था अगर पेरेंट्स तब भी ना खरीदे तो फिर सेल्समेन अपना भ्रमास्त्र निकाल वो बच्चा भी बाईजूस का टैबलेट लेना चाहता था फाइनली पेरेंट्स फी पे कर देते थे और बाईजूस की एक सेल क्लोज हो जाती थी ये एक ऐसी सेल्स ट्रिक थी जो कभी फेल नहीं होती थी इसी सेल्स मॉडल के बेस पे 2018 में $1 Billion Plus की वैलिवेशन के साथ और मार्च 2020 तक करीब 4 करोड यूजर्स के साथ उसकी वैलिवेशन करीब $8 Billion तक पहुँच गई growth को और भी बड़ा speed boost दे दिया, COVID-19, पूरे देश में lockdown announce कर दिया गया, और students को online education पे निर्भर होना पड़ा, इस opportunity को देखते हुए, बाईजूस ने कुछ हफ्तों के लिए अपनी classes free कर दी, ताकि वो ज़्यादा से ज़्यादा users को acquire कर सके, इसे strategy के चार्ट, चलते बाईजूस का एप यूसेज 60% से इंक्रीज हो गया। देखते ही देखते कुछ दिनों का लॉकडाउन अब महीनों में बदल चुका था। और इसलिए e-learning का adoption भी तेजी से बढ़ता जा रहा था। एट-टेक इंडॉस्ट्री की इस explosive growth को देखते हुए venture capital investors में FOMO create हो $1,000,000 की investment आई थी वहीं 2020 में ये investment $2,220,000,000 और 2021 में $4,165,000,000 हो गई लेकिन catch यह है कि इसमें से almost 50% funding केवल ByJuice को मिली थी इन हजारों करोडों की funding के साथ ByJuice ने एक के बाद एक अपने से चोटे edtech startups को बहुत महंगे दामों में acquire करना चालू कर दिया जैसे coding education में entry लेने के लिए उन्होंने whopping $300,000,000 में whitehead junior को खरीद लिया similarly टिंकर, टॉपर, ग्रेट लर्निंग, एपिक, स्कॉलर और ग्रेडब जैसे स्टार्टअप्स को भी अक्कॉयर कर लिया इन में से तीन स्टार्टअप्स यूएसे के थे coaching giant को acquire कर लिया था, plus कुछ experts का कहना था, कि ByJuice ने Akash के लिए उसकी value से, 20-30% extra पैसे दे दिये हैं, March 2022 तक 58,000 employees, और 22 billion dollars की valuation के साथ, ByJuice अपनी peak पे पहुँच चुका था, लेकिन एक problem थी, COVID-19 pandemic का effect अब खत्म हो रहा था, और इसी के चलते, ByJuice की growth story में एक deadly break लगने वाला था, ऐसा break जो पूरे इंडिया वो शौक करने वाला था बाईजूस के सबसे बड़ी प्रॉब्लम थी कि उनकी सेल्स उनकी वैल्यूएशन के मुकाबले काफी कम रफतार से बढ़ रही थी इसलिए बाईजूस अपनी सेल्स टीम पे बे इंतहा प्रेशर बिल्ड करने लगा रिपोर्टेडली बेंगलूरू ओफिस में इंप्लोइ पड़ता था sales reps को target meet करे बिना lunch break तक लेने को मना किया जाता था अगर customer call उठाना बंद कर दे तो उसका पूरा blame sales rep पे आता था sales targets भी unreasonable थे हर salesman को 1.5 lakh की sales लानी होती थी per week और 2022 तो बाईजूज ने ये रूल लाया कि जो भी सेल्स्पेन अपना मिनिमम 50% टारगेट मीट नहीं करेगा उसे इमिडियेटली फायर कर दिया जाएगा इस रूल चेंज के बाद सेल्स पीपल अपना टारगेट मीट करने के लिए साम दाम डंड भेद जो बन सके वो करने लगे cancel करने में और refunds लेने में बहुत दिक्कत आ रही है जैसे जैसे बाईजूस की mis-selling और customer exploitation की कहानिया बाहर आने लगी वैसे ही parents का बाईजूस पे trust all time low पे चला गया लेकिन बाईजूस के लिए ये तो केवल problems की शुरुवात थी रविंदरन और बाकी top management शायद इस बात को ignore कर रहे थे कि वो चाहे कितनी भी sales कर ले unit economic sense नहीं बना रहे थे वो basically हर एक sale पे overall loss कर रहे थे उनका हर salesman on average per month 2.76 लाग्स की सेल्स ला रहा था, including cancellations and returns. लेकिन salesman की cost जैसे salaries, incentives और travel expenses minus करने के बाद का net revenue केवल 1.6 lakh per salesman था. उसके बाद marketing और product cost को account करने के बाद, जो net margin था, वो केवल 57,000 per salesman था.

Finally, office rent, managerial overheads and other costs को minus करने के बाद, ByJu's massive losses कर रहा था. इन losses को देखते हुए, 2022 के end में ByJu's ने अपने sales model को tweak किया. ताकि वो अपने expenses को कम कर सकें नए model में sales person को field visits नहीं करनी होती थी मतलब customer के घर जाके demo नहीं देना होता था instead उन्हें सारी sales phone या zoom call के थूँ करनी होती थी अब इस model से ByJuice के expenses तो कम हो गए लेकिन साथ ही साथ उनकी sales भी गिर गई क्योंकि phone call के थूँ conversion rates comparatively कम होते थे लेकिन ByJuice के सामने अभी इससे भी बहुत बड़ी problems आने वाली थी late 2022 में ByJuice की एक announcement ने सब को shock कर दिया उन्होंने announce किया कि वो 200 million डॉलर्स इनवेस्ट करके अलग-अलग सिटीज में 500 ऑफलाइन ट्यूशन सेंटर्स खोलेंगे लेकिन जिस कंपनी ने इंडियन एडुकेशन को ऑनलाइन ले जाने की पूरी मुहीम चालू की थी आखिर उसी कंपनी को ऑफलाइन क्यों जाना online पढ़ पढ़के थक चुके थे साती साथ parents को भी realize हो चुका था कि उनके बच्चे online पढ़ते हुए easily distract हो जाते हैं पढ़ाई के साथ साथ वो chatting, social media और YouTube भी चलाते थे वही offline classes में ये distractions नहीं थे साती साथ offline classes में teachers से direct interaction के कारण जो accountability आती थी वो भी online missing थी और इसलिए ultimately parents और students ने वापस offline education को ही choose किया basically byjus ने जिस education को online ले जाने के business model पे billions of dollars उड़ा दे थे दिये थे वो model ही flawed था उसमें पैसे बनने ही नहीं वाले थे बाईजूस की हालत already खराब हो चुकी थी कि तब ही कुछ ऐसा हुआ जिसने बाईजूस को पूरी तरह से expose कर दिया September 2022 में बाईजूस ने financial year 21 की earnings report release करी report के according 1st April 2020 से 31st March 2021 के बीच बाईजूस ने 2428 करोड़ का revenue किया था लेकिन उनके losses इस से almost double थे 4564 करोड़s बेसिकली उस साल बाईजूस ने हर दिन साड़े बारा करोड़ रुपे का लॉस किया था लेकिन इससे भी ज़्यादा चिंता वाली बात ये थी कि उनका 80% रिवेन्यू टैबलेट्स की सेल से आ रहा था और केवल 20% रिवेन्यू ही कोर्स फीस और कोर्स बाईजूस का कड़वा सच सबके सामने समय में उन पे मुसीबतों का पहाड थी funding की जिस Byju's company में एक साल पहले VC's हजारों करोडों रोपे लगा रहे थे अब उसी company को कोई छूने को भी तैयार नहीं था और इस कारण Byju's के पास पैसे खतम होने लगे employees की salaries delay होने लगी महीनों से vendors की payments अटक गई और loan repayment problem आ गई जिन US based companies ने उन्हें 1.2 billion dollars का loan दिया था उन्होंने Byju's पे loan default और loan terms को violate करने के लिए cases file कर दिये इनकी मांग थी Byju's के सभी assets और subsidiaries का control gain करना फिर April 2023 में एक और जटका आया जब Ministry of Corporate Affairs ने ByJuice पे एक investigation चालू कर दी उनकी investigation ByJuice की financial और corporate governance practices को लेकर थी इसी दोरान बिगर्धी financial condition के कारण ByJuice ने हजारो employees को fire करना चालू कर दिया EPFO data के according March 2022 तक company में around 58,000 employees थे लेकिन June 2023 तक यही number आधे से बिकाम करीब पर 25,000 पे आ गया था सर्वाइव करने के लिए बाईजूस ने अपने US-based learning platform EPIC को 500 million dollars पे बेचने की announcement की, बाईजूस ने EPIC को 1 billion dollars में खरीदा था, मतलब इस sale पे उन्हें 500 million dollars का loss हो रहा था, फिर September 2023 में BCCI ने insolvency proceedings चालू कर दी October 2023 में ED ने बाईजूस पे 9,000 करोड की FEMA violations के आरोप लगाते हुए notice इन सभी प्रॉब्लम्स के साथ साथ बाईजूस की valuation भी crash करते जा रही थी जैनरी 2024 में तो बाईजूस की valuation 225 million dollars पे आके गिर गई मतलब 22 billion dollars की peak valuation से उनकी valuation करीब 99% गिर चुकी थी रूपी terms में देखें तो बाईजूस ने करीब 1,80,000 करोड की wealth गायब कर दी थी आज के दिन बाईजूस ने अपने बेंगलूरू office को छोड़ के इंडिया के बाकी सभी offices को खाली कर दिया है उनके लिए e-learning के paid customers को को acquire करना मुश्किल हो गया है उनके offline tuition centers के business ने तो कभी pick up ही नहीं किया और finally आकाश को छोड़ कर by juice ने जिन startups को खरीदा था वो सब ही loss में है इन सब के चलते by juice almost collapse कर चुका है और by juice के future में केवल एक चीज दिख रही है डार्कनेस बाय जूस के डाउनफॉल्स से एक बात क्लियर है कि जो बाय जूस कंपनी इंडिया के एजूकेशन को रिवोल्यूशनाइस करने आई थी उसके खुद के कोर में एजूकेशन थी ही नहीं उनकी कोर में था केवल ग्रोथ और वैल्यूएशन का एडिक्शन और यही