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फाइनेंशियल फ्रीडम

फाइनेंशियल फ्रीडम इज अ प्लेस वेयर आपको कुछ भी नहीं करना लिटरली सुबह उठना है और रात को सोना है तो कुछ कमाई के भी ऑप्शंस बताओ पुराने जमाने में जिन चीजों को हमारे पेरेंट्स नहीं करना वो होता था सिखाया जा रहा है वो सिखा के पैसा कमाया जा रहा है मैंने तो ये भी देख लिया आजकल कोर्स हो गया कि लड़की को पटाए कैसे तो उसकी एक व्यक्ति अगर 225000 महीने की तंखा से चालू करता है अपना करियर तो वो मिनिमम मिनिमम ₹ करोड़ का कॉर्पस इजीली खड़ा कर सकते जेनरिक मेडिसिन में 75 पर का ग्रॉस मार्जिन होता है 75 पर % ₹ की ची 00 में बिकती है तो आज की जनरेशन जो है वो इन स्कूलिंग मेथड्स से नहीं सीख आज वो ऑनलाइन ज्यादा सीख अब ना उनको एक ही कमाई का जरिया दिख रहा है कि या मैं यूटर बन सकता हूं या मैं र बन सकता हूं या मैं सोशल मीडिया एक्सपर्ट बन सकता हूं क्योंकि उसमें दो चीज है उसमें पैसा भी है और नाम भी है तो आज इंडिया में ऐसे कई सेक्टर्स है जो you8 महीने बाद दिन की दे दे दिन की जो जी थैंक यू सो मच फॉर हैविंग मी ऑन योर शो अच्छा आज का डिस्कशन हम टोटली फाइनेंस के रिलेटेड रखेंगे जी एक आम आदमी जो फाइनेंस के बारे में समझता है या नहीं समझता है फाइनेंशियल चैलेंज उसके जो रहते हैं कोशिश करेंगे कि आज हम आपसे उनको सलूशन दे पाए बिलकुल तो मेरा सबसे पहला ही सवाल है थोड़ा बंबा वाला सवाल यह हो जाएगा आपसे अच्छा मैं लोगों को बता देता हूं आपके बारे में तो लोग जानते ही होंगे जो लोग नहीं जानते हैं उनके संजय सर के बारे में बता दूं एक फाइनेंस के के बहुत ही बड़े धुर्र हैं ये बहुत ज्यादा बड़े वाले धुर्र हैं ये तो आप इनसे फाइनेंस कुछ भी सीख लो कुछ भी पूछ लो इनके पास बहुत सॉलिड सॉलिड आंसर है और बहुत कुछ खैर आज एक नमूना हमें मिल भी जाएगा इस पॉडकास्ट के जरिए थैंक यू सो मच तो पहला ही सवाल मेरा ये है बमबर्ग वाला जी फाइनेंशियल फ्रीडम हम चाहिए सबको जी अच्छा बहुत सारे लोगों को पता भी नहीं है होता क्या है ये तो मैं आपसे चाहता हूं कि ये क्या होता है लोग क्यों नहीं पा पाते मैक्सिमम लोग फाइनेंशली फ्री होना चाहते हैं ले लेकिन हो नहीं पाते क्या कारण होता है तो फाइनेंशियल फ्रीडम को पहले समझते हैं हम जिंदगी भर सागर जी सबकी जर्नी में और अगर खासकर खासकर आप हमारे एज ग्रुप के लोगों को देखेंगे तो सबके स्ट्रगल्स रहे हैं आप भी बिहार से आए आपने भी स्ट्रगल देखा मैं भी एक छोटे गांव से आया फिर सिटी में बढा हमने अपना स्ट्रगल देखा तो हमारा जो मानसिकता थी वो यह थी कि हमें पैसे बचाने पैसे बचाने तो अपने सब स्ट्रगल देख रहे थे और उसके हिसाब से लोग अपने पैसे बचा के चलते थे हमारे कंजरवेटिव पेरेंट्स थे कंजरवेटिव पूरी सोसाइटी थी तो उस तरीके से वहां पर वोह हमारे इंग्रे हो गया था ठीक है हमने जिंदगी भर अपना समय बेचा पैसा लेने के लिए जितने भी नौकरी करी मैंने भी 16 साल कॉर्पोरेट में निकाले रियल एस्टेट में काम किया बहुत जगह काम किया तो मैंने क्या किया मैं सुबह 9:00 बजे जाता हूं और शाम को 8 बजे 9:00 बजे आता हूं डिपेंडिंग अपॉन माय वर्क प्रोफाइल तो मैं क्या कर रहा हूं कि वो महीने के एंड में 35000 से लेकर जो भी मेरा लास्ट की सैलरी थी 35000 से मेरी सैलरी चालू हुई थी 2008 में 35 40000 से तो वहां से जो जर्नी स्टार्ट हुई तो वहां मैंने अपना समय बेचा ताकि मैं पैसे ले पाऊं फाइनेंशियल फ्रीडम इसका जस्ट उल्टा होता है आप अपना समय खरीद लेते हो क्योंकि अब आपके पास इनफ पैसे होते समय दूसरों को खरीदते हैं हां आप अपना ही समय आप खरीद लेते हैं दूसरों से अभी तक आप दूसरों को समय बेच रहे थे आप एक कंपनी के पास जाते थे आप बोलते थे सुनो आप मेरे को सुबह 9:00 बजे बुलवा सकते हो और रात के 810 बजे तक काम करा सकते हो संडे को जरूरत पड़ी तो काम करा सकते हो 26 जनवरी को जरूरत पड़ी तो काम करा सकते हो साल की मुझे 30 छुट्टी जनरली मिल जाती है पर क्योंकि मेरा प्रोफाइल ऐसा है तो आप कभी भी बुलवा लेते हो तो मैंने क्या किया मैं तो समय दे गया अपना और समय से कीमती कोई चीज नहीं है क्योंकि वो वापस नहीं आती सब कुछ ऊपर नीचे हो जाता है जीवन में हेल्थ ऊपर नीचे हो जाती है वेल्थ ऊपर नीचे हो जाती है समय ऊपर नीचे नहीं होता समय सबसे ज्यादा अ समय एक्चुअली एक ऐसी कमोडिटी है जो आपको कभी वापस नहीं मिल सकती तो आपने अपनी सबसे महंगी कमोडिटी दे दी ताकि आप कुछ पैसे पा पाओ इसमें कुछ गलत नहीं है पहली बात आजकल ना मैं नोटिस करता हूं कि काफी instagram2 कोई केस या 10 केस ऐसे हो जाते हैं जो अच्छा कर पाते हैं पर बाकी आम जनता जो है वो आज भी वही स्ट्रगल्स ले रही है इंडिया में आज 140 करोड़ लोगों में सिर्फ 14 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनकी 25000 या उससे ज्यादा की आमदनी है तो बाकी जो 126 करोड़ लोग हैं लोग हैं वो आज भी बहुत बुरे दारिद्र्य में फंसे हुए हैं तो फाइनेंशियल फ्रीडम को जानने से पहले हमें ये समझना होता है कि समय क्या है तो समय यह है कि हमने अपना समय बेचा और पैसे ले लिए उससे हमने कुछ किया ठीक है अगर हम वो चीज से कुछ सही कर पाएंगे तो कुछ समय बाद जाके हम ऐसी स्थिति में पहुंच जाएंगे कि हमारा पैसा हमारे लिए वर्क कर रहा होगा हमारा कैपिटल हमारे लिए वर्क कर रहा होगा जैसे वर्किंग कैपिटल कह देते हैं बिजनेस में वर्किंग कैपिटल कहते हैं तो वर्किंग कैपिटल मतलब कैपिटल वर्क कर रहा है पर यह जो इंटेलिजेंस है यह भारत देश में आज बहुत अभी भी बहुत कम है बहुत एजुकेशन हुई है आप जैसे लोग लोगों ने आपके इतने बड़े चैनल के माध्यम से बहुत अच्छी-अच्छी वीडियोस डाली है पर मेरे को लगता है अभी भी हम बहुत बहुत पीछे हैं बहुत पीछे हैं और बहुत एजुकेशन देनी है तो फाइनेंशियल फ्रीडम इज अ प्लेस वेयर आपको कुछ भी नहीं करना लिटरली सुबह उठना है और रात को सोना है और एक ऐसी आपकी इनकम स्ट्रीम है जो आपके सारे खर्चों को टेक केयर कर रही है इसे हम फाइनेंशियल फ्रीडम कहते हैं आपने अपना समय खरीद लिया आज मैं मंडे को चाहिए तो ऑफिस में काम ना करूं मैं अपना कोई काम ना करूं दो महीने की छुट्टी पर चला जाऊं कुछ मेरे को रोकेगा नहीं क्योंकि मेरे पास एनफ पैसा है तो यह होता है हमारा फाइनेंशियल फ्रीडम व्हेन वी बाय आवर ओन टाइम जब हमने अपना समय खरीद लिया जो हम पहले बेचते थे ठीक है दूसरी चीज हो गई फाइनेंशियल फ्रीडम क्यों नहीं पा पाते देखिए मैंने ना एक व्यक्ति मेरे साथ काम करते थे उनकी तंखा सुनके आप हैरान हो जाओगे देश में मेरे को लगता है1 पर लोगों की इतनी तंखा होती है उनकी तंखा थी ₹ लाख महीना 7 लाख पर मंथ मेरे मैंने जैसे कहा कि इस देश में शायद % लोगों की जो वर्किंग प्रोफेशनल्स है पूरे देश की नहीं वर्किंग प्रोफेशनल्स में % ऐसे लोग होंगे जिनकी तंखा ₹ लाख महीना होगी या उससे ज्यादा होगी वो व्यक्ति कि 2022 तारीख को पैसे खत्म हो जाते थे और वो उधार पर जीता था ओके तो मैंने एक ऐसा व्यक्ति देखा जो ₹ लाख रप महीना पाने के बाद भी सिर्फ 2022 दिन निकाल पाता है अगले आठन दिन नहीं निकाल पा रहा था बेचारा और मैंने एक ऐसा व्यक्ति भी देखा जो 0000 कमाता था पर उसमें से भी 10 से 12000 की इन्वेस्टमेंट कर देता तो सेविंग्स एंड योर फाइनेंशियल जर्नी जो आपकी फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस है इज नॉट अ फैक्टर ऑफ हाउ मच यू अर्न आप कितना कमाते हो उसका फैक्टर नहीं है आप कमाए हुए पैसे से करते क्या हो यह उसका फैक्टर है आज लोगों को दुनिया को दिखाने के लिए उड़ी मारनी है ऊपर से 00 जाके दुबई में दे देंगे चलो अपन कूद लेते हैं एक बार 25000 की तंखा होगी 00 दे देंगे तो कैसे करेंगे एआई पे करेंगे तो आपने वो पैसा जो निवेश होकर आपको आगे बढ़ा सकता था उस पैसे को छोड़ दिया और उसकी जगह अपने प एक लायबिलिटी ले ली ताकि आप instagram2 से 75000 की पैसिव इनकम के साथ भी फाइनेंशली इंडिपेंडेंट हो जाते हैं और कुछ लोग दोती च लाख रप महीने की इनकम के साथ पैसिव इनकम के साथ भी फाइनेंसियल इंडिपेंडेंट नहीं हो पाते क्यों क्योंकि उनको मैनेज ही नहीं करना आता अपना पैसा तो हम फाइनेंशियल इंडिपेंडेंट आपने जो बहुत हार्ड हिटिंग क्वेश्चन पूछा जो फैक्चर क्वेश्चन पूछा व यह है कि हम क्यों नहीं फाइनेंशियल इंडिपेंडेंट हो पा रहे क्योंकि हम लोगों को एक्चुअली ना खर्च करना आता है ना हम लोगों को निवेश करना आता है यह हमारे देश की सबसे बड़ी प्रॉब्लम है जिसकी वजह से अधिकांश लोग फाइनेंशियल डिपेंडेंट नहीं हो पाते मैं आपको प्रूफ के साथ जनरली बता सकता हूं आज तो हम बैठे हुए हैं कभी और कुछ बोर्ड पे करें या कुछ एक्सेल शीट्स पे करें तो कि एक व्यक्ति अगर 000 महीने की तंखा से चालू करता है अपना करियर तो वो 20 साल की जर्नी में मिनिमम मिनिमम ठीक-ठाक इन्वेस्टमेंट करे सही से जिए अच्छे से स्पेंड भी करे सब कुछ करने के बावजूद भी ₹ करोड़ का कॉर्पस इजली खड़ा कर सकता है 000 महीने की सैलरी वाला हां जो स्टार्ट करता है 25 फिर धीरे-धीरे उसकी सैलरी भी बढ़ेगी 10 पर बढ़ती है सालाना साल हमने लग जाती फिर आदमी अपल होता है तो और तंखा बढ़ती है अगर वो सारे लाइफ के अंश को लिए जाए जो मेरी लाइफ के अंश थे मैं कोई आईआईटी से नहीं पढ़ा मैं कोई आईएम से नहीं पढ़ा मैं कोई टॉप 1 पर कैंडिडेट नहीं था इस देश का नॉर्मल इंजीनियरिंग करी नॉर्मल एमबीए करी पर आज मैं फाइनेंशियल इंडिपेंडेंट हो पाया क्योंकि मेरी स्पेंडिंग और इन्वेस्टिंग हैबिट्स ऐसी थी जिसने मुझे इस चीज के लिए सपोर्ट किया तो एक 000 कमाने वाला व्यक्ति अगर सही जर्नी पकड़ ले 20 साल की उम्र में वो स्टार्ट करता है तो 40 साल की उम्र तक वो फाइनेंशली इंडिपेंडेंट हो पाता है और आप ही की एक वीडियो थी सागर जी जो मेरे को मेरे किसी दोस्त ने भेजी थी वो बहुत इंस्पायरिंग वीडियो बहुत लोगों को फॉरवर्ड करी वो थी कि एसडब्ल्यूपी मतलब मुफ्त की सैलरी हा बिना नौकरी के सैलरी हां बिना नौकरी के सैलरी हां तो ये एसडब्ल्यूपी जो है ना ये सबसे अंडर रेटेड पैसिव इनकम है इस देश की अगर आज एक व्यक्ति मजेदार आपको एक बात बताता हूं अगर एक व्यक्ति 00 महीना एक एसआईपी में डाले 20 साल के लिए उसके बाद वो अगले 20 साल के लिए दो लाख रप महीना उसी एसआईपी में से निकाल सकता है किस बात की कंप्लेंट है भाई क्या क्या रोक रहा है आपको ये करने से 00 नहीं डाल सकते चलो आज आप 5000 से स्टार्ट कर लो धीरे-धीरे रैंप अप करो 7000 ले जाओ 10 ले जाओ 12 15 18 22 25 30 ले जाओ मैंने भी ऐसे स्टार्ट किया था तो आप अगर 00 महीने 20 साल डालते हो तो उसके बाद ₹ लाख रप महीने 20 साल निकाल सकते हो यार अगले 20 साल अगले 20 साल हर महीने साल का नहीं बोल रहा मैं यानी कि आपने डाला 48 लाख आप निकालो 4 करोड़ 80 लाख दिस इज द पावर ऑफ कंपाउंड और उसके बाद भी कॉर्पस बचा रहेगा और उसके बाद भी उम्मीद है कि कॉर्पस थोड़ा सा बचा रहेगा अगर उसने 5 लाख निकाला तो तो डेफिनेटली कॉर्पस बचा रहेगा पाछ करोड़ का कॉर्पस हो जाएगा उसका मतलब आप सोचो वो पावर है कंपाउंडिंग की जो लोग नहीं उनको चाहिए कल पैसा बन जाए परसों पैसा बन जाए आज मैं ऊपर से कूद जाऊ लोगों को फोटो दिखा दूं अरे चार लाइक्स 10 लाइक कितने अगर एक फोटो पे आपके 100 लाइक आ गए और आपने 0000 डाल दिए तो यार आपको तो 5500 की एक लाइक लाक पड़ी यार 00 एक लाइक यस हा तो अगर तो लोग है ना यूनिट लेवल पे नहीं जाएंगे ये सब चीजें नहीं देखेंगे तो कैसे फाइनेंशियल इंडिपेंडेंट और 500 एक लाइक तो पड़ी लेकिन बदले में मिला कुछ भी नहीं मला मिला कुछ भी नहीं कि भाई कोई काम दे देता आके उसके चक्कर में या तुम्हारे को अच्छा अगली बार दुबई टूरिजम बोलता कि अगली बार उड़ी मारोगे तो हम तुमको 0000 हम अपनी जेब से देंगे तो यू नो ये सब चीजें लोगों को देखनी पड़ेंगी कि आप अपना घर सवारो आप अपने आप को ठीक करो अब हां शौक पूरे करो शौक पूरे करने के मेजर्स रखो वो उनके देखिए हर चीज का जो रूल बना देगा जैसे हमारे जब हम गाड़ी लेकर जाते हैं और हम फरीदाबाद बॉर्डर पे हैं तो फरीदाबाद बॉर्डर प अंदर जाने के लिए आपको टोल देना पड़ता है ठीक है इसी तरह आपको लाइफ में भी बहुत सारे टोल गेट्स बनाने पड़ते हैं जिसमें इनकम का टोल गेट होगा एक्सपेंस का टोल गेट होगा लीजर का टोल गेट होगा कि मैं लेजर एक्सपेंसेस कब करूंगा मैं हैंडबैग कब खरीद सकता हूं मैं एक 0000 का टूमी का बैक कब खरीद सकता हूं खरीद सकते हो इसको थोड़ा डिटेल में बताइए हां तो बेसिकली क्या है मैं मेरा एक डेफिनेशन कि आपकी औकात होनी चाहिए बड़ा रफ वर्ड है य पर औकात की एक डेफिनेशन है औकात की डेफिनेशन यह है कि अगर मैं एक आज टूमी का बैग लेने जाता हूं टूमी एक बहुत हाई ब्रांड अच्छा बैग है मिनिमम हल्का सा भी बैग उसका 50 6 हज का आता है मेरे को लेना है जी मेरे जीवन में को चाहिए था तो 50 6 हज का अगर मुझे बैग लेना है तो औकात का मतलब यह है क्या मैं यह बैग बिना मेरे को प्रॉब्लम हुए दो बार ले सकता हूं ओके अगर तो मैं दो बार ले सकता हूं तो मेरी आज औकात है इस बैग को लेने की मुझे मेरा कोई इसमें नुकसान नहीं होगा कोई ऐसा नहीं होगा कि मेरे पर ईएमआई चढ़ जाएगी कोई ऐसा नहीं होगा कि आगे क्या मेरा रनवे खत्म हो जाएगा कोई ऐसी चीज नहीं होगी जिससे मैं हिल जाऊंगा तो अगर मैं नहीं हिलता तो मैं डेफिनेटली अगर मैं दो बार उस बैग को खरीद सकता हूं तो मैं एक बार तो खरीद ही लूंगा तो पहला ये डेफिनेशन है औकात का दूसरा है अगर आपको रियली कुछ बिल्ड करना है तो आप रूल ये बना लो कोई भी लेजरली एक्सपेंस मैं करूंगा वो मैं पैसिव इनकम से करूंगा एक्टिव से नहीं करूंगा अगर मैं नौकरी करके पैसे कमा रहा हूं अगर मैं पैसे कमाने के लिए अपना समय बेच रहा हूं एफर्ट डाल रहा हूं कभी बीमार हो जाता हूं कभी दोस्तों के साथ नहीं जा पाता कभी मां-बाप के साथ समय नहीं खर्च कर पाता तो मैं क्यों उस पैसे को ऐसी जगहों पर डालूं जहां कोई आउटपुट नहीं है तो उस पैसे को ऐसी जगह डालो जहां आउटपुट है और उस आउटपुट से आप जो है वो लग्जरी खरीदो पैसिव इनकम ना लोग बोलते हैं टाइम लगेगा बनने में सागर जी बहुत टाइम है ये बकवास है तो आप हां अरे भाई 00 की अगर आपकी पैसिव इनकम होती है 00 की मैं कह रहा हूं तो आपका तरीका है लोगों को इसकी अभी समझ नहीं है आपकी वो वीडियो देखेंगे तो बहुत अच्छे से मेरे को लगता है कि आपको आई बटन पे डाल देनी चाहिए वो वीडियो डेफिनेटली डल जाएगा वो वीडियो मेरे को लगता है बहुत इंस्पायरिंग थी क्योंकि उस में बताया गया था कि वो कॉर्पस से आप कैसे जिंदगी भर पैसा खींचते रह सकते हो खींचते रह सकते हो और वो कॉर्पस बढ़ता रहेगा हां तो पहली चीज तो ये हो गई दूसरी चीज पैसिव इनकम की हो गई आजकल ना बड़े इंटरेस्टिंग फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स आ गए हैं पहले क्या होता था आपके पास फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट के लिए एक मात्र एफडी होती थी हम अच्छा एफडी में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया थोड़ा कम रेट दे देगा कोई प्राइवेट बैंक ज्यादा दे देगा को थोड़ा बड़ा चलता रहता था ठीक है अब क्या ही चलेगा कोई 63 दे रहा है कोई ढ़ दे रहा है तो कोई ऐसा जमीन आसमान का फर्क नहीं है पर आज आपके पास अपॉर्चुनिटी है बंड्स में इन्वेस्ट करने की बहुत सारे प्लेटफॉर्म्स आ गए हैं मैं कुछ नाम ले देता हूं जैसे विंट वेल्थ है जैसे ग्रिप इन्वेस्ट है जिराफ है उसके बाद आपका पावर अप है उसके बाद पर एनम है ये सारे ऐसे प्लेटफॉर्म्स आ गए हैं जहां पे आज छोटी मिड साइज कंपनीज थोड़े लार्ज साइज कंपनीज के बॉन्ड्स इशू होते हैं ये बंड्स को थोड़ा एक्सप्लेन कीजिए मैं एक्सप्लेन ब सिल एक कंपनी है ब्लू स्मार्ट मोबिलिटी की कंपनी है आज आपने भी देखी होगी दिल्ली एनसीआर में प्रीवेल करती है बड़ी अच्छी वो व्हीकल्स u है बेसिकली u का u ही है पर सिर्फ ग्रीन व्हीकल्स है मतलब उसमें इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स तो जब उनको कंपनी बनानी थी तो उनको बहुत सारे व्हीकल्स चाहिए थे अब व्हीकल्स मतलब बड़ा कपेक्स बहुत ज्यादा पैसा लगेगा एक एक व्हीकल आठ आ 10 10 लाख र का आएगा तो उन्होंने क्या किया उन्होंने बोला कि भाई देखो हम क्या करते हैं हम है ना जनता के पास जाते हैं हम जनता के पास जाते हैं हम बोलते हैं भाई सागर जी आपके पास 10 लाख र हैं हां जी मेरे पास ₹ लाख है तो आप एक काम करो जी एक गाड़ी हमारे को खरीद के दे दो आप हम उस 10 लाख पे आपको % का आईआर आर देंगे आईआर आर का मतलब कैसे होता है कि जैसे होम लोन का किश्त होती है अब आपने जो उनको गाड़ी लेकर दी वो ₹ लाख उनके ऊपर होम लोन हो गया एक तरीके से कार लोन हो गया जो भी कह दो और वो अगले तीन से चा साल में आपको 15 पर का लगा के रिड्यूजिंग बैलेंस के हिसाब से एक ईएमआई दे देंगे तो अब आप उनके बैंक बन गए जो बैंक काम करता है जब बैंक एक होम लोन देता है और उसको 20 साल तक किश्त आती हैं अब क्या हुआ सागर जी ने ₹ लाख दिए और सागर जी को अब वो साल का 15 पर रिड्यूजिंग बैलेंस के हिसाब से एक ईएमआई का स्केड्यूल बांध देंगे और 36 महीने 48 महीने 60 महीने में आपके पूरे पैसे वापस हो जाएंगे तो यानी कि जो पैसा 10 लाख आप एफडी में रखते थे और उस एफडी में आप 65 7 पर कमाते थे अब य अब अब वो 14 से 15 पर उसको देने ल इसी तरीके से उन्होंने बहुत अपना एक्सपेंशन किया आज भी मुझे लगता है वो प्लेटफार्म शायद ग्रिप इन्वेस्ट था तो ग्रिप इन्वेस्ट के माध्यम से क्योंकि उनके पास तो जनता है नहीं तो ग्रिप इन्वेस्ट बीच में आ जाता था और वो ब्लू स्मार्ट को बोलता था सुनो भाई मेरे पास बहुत जनता है मेरे पास सागर जी भी है संजय जी भी है और बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो 1 लाख 2 लाख 5 लाख 25000 10 लाख 20 लाख डाल सकते हैं ठीक है मैं इन सबको इकट्ठा करता हूं आपके लिए और आपको गाड़ियां भर भर के लाके देता हूं आपका काम है उन गाड़ियों को चलाना रोटेट करना तो उसको क्या हुआ उसको कैपिटल मिल गया उसको गाड़ी मिल गई और उसको गाड़ी मिल गई चार पाच साल के उसपे अ इंटरेस्ट पे तो वो आराम से अच्छा अगर वो बैंक के पास जाता बैंक उसको देता ही नहीं क्योंकि उसकी क्रेडिबिलिटी अभी एस्टेब्लिश नहीं हुई थी उस कंपनी की उस कंपनी की एक्सट्रीम क्रेडिबिलिटी एस्टेब्लिश नहीं तो आपने भी रिस्क लिया मैंने भी रिस्क लिया पर रिस्क की जगह मुझे सात की जगह 15 तो मिला तो वो मेरे को लगता है कि एक नया दौर आ रहा है भारत में और अब ऐसे बहुत प्रोडक्ट आ रहे हैं तो ऐसे प्रोडक्ट को ढूंढने के लिए एक्सप्लोर करने के लिए आम आदमी कहां जाए कौन सी वेबसाइट तो मैं आपको बताता हूं जैसे प्लेटफॉर्म्स है बहुत सारे प्लेटफॉर्म्स है मैं कुछ नाम लूंगा वंस अगेन जैसे जिराफ करके एक प्लेटफॉर्म है जिराफ के बाद बाद आपका पर एनम करके प्लेटफॉर्म है एक प्लेटफॉर्म है विं वेल्थ करके प्लेटफॉर्म है एक पावर अप करके प्लेटफॉर्म है एक उसके बाद ग्रिप इन्वेस्ट करके प्लेटफॉर्म तो इन पे ऐसे प्रोडक्ट बिल्कुल मिल जाएंगे और उसमें उनके रिस्क लिखे होते हैं कंपनी का प्रोफाइल लिखा होता है रेटिंग की होती है सब कुछ होता है आपको पूरी इंफॉर्मेशन दिखाते हैं वो उस इंफॉर्मेशन के माध्यम से आप सिलेक्ट कर सकते हो ठीक है यार यह कंपनी मुझे ठीक लग रही है इसमें रिस्क कम है तो मैं इस कंपनी का बॉन्ड खरीद लेता हूं मेरे पास ₹ लाख है जी मैं ₹ लाख का बॉन्ड खरीद लेता हूं कुछ कुछ मोटा मोटी पैरामीटर जो आम आदमी को समझ में आए वो देखना चाहिए हमारे को देखिए एक तो वो जनरली क्रेडिट रेटिंग करते हैं तो क्रेडिट रेटिंग करते हैं तो डबल बी प्लस अ रेटिंग से ऊपर होना चाहिए पहली बात तो और जनरली ये प्लेटफॉर्म्स डबल बी प्लस से नीचे लेते भी नहीं है क्योंकि इनके भी साख जो कहते हैं अ और क्या मतलब हुआ डबल बी का डबल बी प्लस होता है जैसे क्या होता है कि जब भी कोई बोरोंग करता है तो बोरोंग करने के लिए ना उसको अपनी क्रेडिट रेटिंग करानी पड़ती है ठीक है कि भाई मेरी वर्दी निस क्या है कि मेरी एक्चुअली हिंदी में अगेन बोले औकात क्या है कि क्या मेरे में क्षमता भी है ये पैसा वापस करने की क्योंकि एंड ऑफ द डे तो मुझे ती साल में चार साल में कुल मिला के पैसा वापस करना है तो उसको एक इंडिपेंडेंट एजेंसी लाइक क्रिसल केर इकरा ये तीन बड़ी एजेंसीज हैं ये रेटिंग करती हैं और उनको एक ग्रेड देती है तो वो ग्रेड इन्वेस्टमेंट ग्रेड कहते हैं मतलब इससे मिनिमम इतना तो होना ही चाहिए तो वो जो मिनिमम इतना ही होना चाहिए वो डबल बी प्लस होता है तो डबल बी प्लस से वो ऊपर रहेंगे तो बेटर है 99 पर केसेस में वो सारे डबल बी प्लस से ऊपर रहते हैं क्योंकि प्लेटफॉर्म नहीं तो लाने नहीं देता उनको पहली चीज ये हो क्रेडिबिलिटी उनकी क्रेडिबिलिटी भी है कल को आप बोलोगे यार मेरे तो वो आप थोड़ी बोलोगे बॉन्ड में पैसे डूब गए आप बोलोगे मेरे तो ग्रिप की वजह से पैसे डूब गए या मेरी तो जिराफ की वजह से पैसे डूब गए है ना आप मेन बंड का नाम नहीं लोगे आप तो प्लेटफॉर्म का नाम लोगे लोग थोड़ी बोलते हैं कि मेरा वो सप्लायर ने प्रोडक्ट नहीं बेचा म amazononline.in का वो टोटल रेज कर रहे हैं तो उस करोड़ रुपए के अगेंस्ट किस चीज को मॉर्गेज कर रहे हैं क्या कोई जमीन को कर रहे हैं क्या कोई गाड़ी को कर रहे हैं क्या कोई कैश फ्लोस को मॉर्गेज कर देते हैं कि आगे आने वाले न साल के कैश फ्लोज एक एस्क्रो अकाउंट में जाएंगे वो एस्क्रो अकाउंट में जो है अधिकार इस कंपनी का होगा जिसने इनको इनको लोन दे रही है यह जो सेंट्रल कंपनी है वो उसका अधिकार होगा कि इस कंपनी पर कैश फ्लोस को पकड़ के रखे तो क्या चीज वो मॉर्गेज कर रहे हैं ठीक है ठीक है तो ये दो बड़े पैरामीटर और उसके बाद ऑरिंगर समझ ले कि वो किस पर्पस के लिए जा रहा है अगर देखिए वो इस कोई पुराने लोन को रिपे करने के लिए जा रहा है तो मेरे को लगता है वो नहीं करना चाहिए वो पहले ही कर्जे में है वो वो पहले ही कर्जे में अगर वर्किंग कैपिटल में जा रहा है कोई नई नई केपेस हो रही है कोई नया वर्किंग कैपिटल खड़ा हो रहा है जिससे धंधा मूव करेगा तो उसमें पैसे डालने चाहिए तो यह सारी चीज ये दो तीन बेसिक चीजें भी अगर इंसान देख ले और ये सारे प्लेटफार्म इतने अच्छे हो गए कि ये ठीक से प्रेजेंट कर देते हैं ओके तो उससे आपको एक अच्छा नो हाउ मिल जाता कि इन्वेस्ट करना चाहिए ओके इसके अलावा कुछ अच्छे-अच्छे इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बताओ सर देखिए इन्वेस्टमेंट ऑप्शन एक तो ये हो गया हम दूसरा जो इन्वेस्टमेंट ऑप्शन अभी पीछे बहुत अंडर रेटेड था पर बहुत अच्छा परफॉर्म किया वो था सोवन गोल्ड बॉन्ड ठीक है तो सोवन गोल्ड बॉन्ड जो 8 साल की अवधि का सबसे पहले रिलीज हुआ था थोड़ा इसके बारे में भी खुल के बताइए तो सोवन गोल्ड बॉन्ड एक बहुत अच्छा विकल्प निकल के आया था सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सॉवरेन मतलब सरकार गोल्ड बॉन्ड मतलब गोल्ड के अगेंस्ट पैसा तो सागर जी इंडिया में करीबन 1400 1500 टन सोना इंपोर्ट होता है ठीक है इंपोर्ट होता है या तो लेज तरीके से इंपोर्ट होता है बुलियन जिसमें प्रॉपर बिलिंग लिंग होती है और कुछ थोड़ा सा ऊपर नीचे भी होता है स्मगलिंग भी होती है सब हो है तो इंडिया के लिए जैसे ही गोल्ड इंपोर्ट होता है तो करेंसी आउटफ्लो हो जाती है आउटफ्लो मीस हो मतलब जो डॉलर है वो चला जाता है अगर इंडिया एक इंडियन गोल्ड मैन्युफैक्चरर को गोल्ड का बुलियन खरीदना है तो वो इंपोर्ट होगा और अंदर समझाओ गोल्ड का बुलियन खरीदना है मींस मतलब आज समझो मैं एक गोल्ड चेन मैन्युफैक्चरर हूं ठीक है गोल्ड चेन मैन्युफैक्चरर मुझे गोल्ड तो चाहिए अब मुझे गोल्ड गोल्ड कहां से मिलेगा इंडिया में तो गोल्ड का प्रोडक्शन नहीं है तो मैं गोल्ड कहां से खरीदूंगा बाहर से खरीदूंगा ठीक है बाहर से मंगवा उंग गोल्ड कहां से मंगवा उंग स्विटजरलैंड में कोई रिफाइनरी है वहां से मंगवा लूंगा दुबई से मंगवा लूंगा तो ये ऑफिशियल चैनल से आएगा अब वो इंडियन रुपीज तो लेंगे नहीं दुबई वाले या स्विट्जरलैंड वाले वो डॉलर में लेंगे तो मैं आरबीआई के पास जाऊंगा मैं बोलूंगा मेरे रुपए ले लो मुझे डॉलर दे दो तो उससे क्या होगा आरबीआई की करेंसी का एक्सचेंज कम हो जाता है उनके पास जो पैसा पड़ा रहता है डॉलर में वो कम हो जाता है एक रिजर्व्स खत्म होने लग जाता है क्योंकि उसने मुझे दे दिया ने मुझे दे दिया और मैंने जाके किसी एक्सटर्नल पार्टी को दे दिया उसने मुझे सोना भेज दिया राइट अब वो सोने की जो बार मेरे को भेजा समझो 10 किलो का सोना मैंने खरीदा अब 10 किलो के सोने से मैंने चेनस बनाई ठीक है जी चेनस बनाई तो सागर जी आ गए दुकान में बोले भाई हमारे को तो आज चाहिए 200 ग्राम की चेन चाहिए तो बहुत अच्छी सारी चैनस देखी 200 ग्राम की चेन उन्होंने खरीद ली अब 200 ग्राम की चेन खरीद ली और पहन ली अब इसका क्या प्रोडक्टिव यूज है ये तो सिस्टम से पैसा खत्म हो गया बाहर चला गया ये डेड एसेट हो गया ऑर्ण मेंटल एसेट हो गया तो हमारे पास आज कोई ब्रेसलेट है कोई चेन है कोई रिंग है तो ये ऑर्ट एसेट है ये घूम रहा नहीं है ये रोटेट नहीं कर रहा तो ना ये सरकार को टैक्स दे रहा है एक ही बार टैक्स दे रहा है एक ही बार इंपोर्ट ड्यूटी दे दी टैक्स दे दिया अब वो गोल्ड चेन पड़ी है मेरे घर पर पड़ी है मेरी माता-पिता के टाइम पर दादा दादी के टाइम से गोल्ड जो पड़ा है वो पड़ा हुआ है तो वो इमोबिलाइज्ड गोल्ड था इमोबिलाइज्ड गोल्ड था ऐसा भारत में करीबन 25000 टन 25000 000 केजी का गोल्ड इंडिया में आज हाउसहोल्ड गोल्ड है जो घरों में जो दुनिया में सबसे ज्यादा है चाइना से भी ज्यादा है यूएसए से भी ज्यादा है तो भारत में क्योंकि ये हमारा फेटिश है गोल्ड का ओके ये हमारे को तो गोल्ड बहुत पसंद है सबको आप जानते हो साउथ की शादियों में तो मतलब बंदा नहीं दिखता सिर्फ गोल्ड दिखता है या लेडी नहीं दिखती सफ गोल्ड ही गोल्ड दिख रहा होता है उसके ऊपर तो हमारा फेटिश है गोल्ड तो हमारा फेटिश है तो हमारे पास 25000 टन का सोना है अब वो इमोबिलाइज्ड एसेट है अब सरकार सोच में पड़ जाती है यार कि एसेट तो आ रहा ही नहीं है यूज ही नहीं हो रहा मार्केट में ये पैसा तो ब्लॉक होके पड़ा है सब घर में पड़ा हुआ है सबके घर में पड़ा हुआ है लेडीज के घर में पड़ा हु हुआ है जेंट्स ने रखा हुआ है सबको अलाउड है किसी को 500 ग्राम अलाउड है किसी को 250 ग्रा जो भी नियम है उसके हिसाब से अलाउड है तो अब प्रॉब्लम क्या है कि इसको मोबिलाइज कैसे करें तो सरकार एक स्कीम लेके आई जिसे कहते हैं सोवन गोल्ड बॉन्ड तो सरकार ने बोला कि भाइयों आपके पास गोल्ड पड़ा है ना वो गोल्ड के अगेंस्ट आप गोल्ड बॉन्ड खरीद लो ठीक है आप हमारे पास आओ आप हमारे पास 100 ग्राम की चेन जमा कर दो और हम आपको एक सोवन गोल्ड बॉन्ड दे देते हैं आप हमारे पास आओ मींस सरकार के पास जाओ हां सरकार के एजेंसीज के पास जाओ और उनसे गोल्ड बॉन्ड खरीद लो ठीक अपने ग गड ब उनको अपना सोना दे दो और उस एक ब एक पेपर दे देंगे आपको ठीक है अब वो पेपर देंगे तो गोल्ड अब यूटिलाइज हो जाएगा पैसा मार्केट में आ गया आपको क्या देंगे वो अब उसके एवज में आपने अपनी चीज रख दीजी तो वो कहते हैं हम आपको साल में करीबन 3 पर का ब्याज देंगे और 8 साल का लॉक इन आ है 8 साल तक आप मेरे से वापस नहीं लेने आ सकते क्योंकि मैं इस पैसे को रोटेट करूंगा मैं इंफ्रास्ट्रक्चर में डालूंगा मैं यह करूंगा मैं वो करूंगा तो 8 साल तक अब यह पैसा लेने आप वापस नहीं आ सकते 8 साल बाद जब आप आओगे तो जो गोल्ड का रेट उस दिन का होगा उस हिसाब से आपको मिल जाएगा पैसा वापस पैसा वापस मिल जाएगा पैसा वापस मिल जाएगा या गोल्ड वापस मिल जाएगा जो भी चॉइस है आपके जो भी चॉइस है आप क्योंकि गोल्ड तो अंडरलाइन एसेट है ही रियल चीज है असली चीज है तो इसमें क्या हुआ जब पहला गोल्ड एसजीबी आया पहला सोवन गोल्ड बॉन्ड आया तो उसमें जो 8 साल में प्राइस राइज हुआ वह करीबन 11 से 12 पर कंपाउंडेड था यानी हर साल 12 पर गोल्ड का प्राइस बढ़ा उसके अलावा सरकार आपको 3 पर और दे रही थी तो 15 पर हो गया तो ये हर साल % हर साल % तो हर साल आपको % का ब्याज आ रहा था उसपे आपको टैक्स देना था और ये जो 12 पर कंपाउंड हुआ ग्रो हो रहा था हो रहा था हो रहा था उसपे टैक्स भी नहीं देना था ओके क् तो चीज ही आपकी थी शुरू से किस बात का टैक्स दूंगा वो तो मैंने आपको दिया ना मोबिलाइज करने के लिए तो मैं किस बात का टैक्स दूंगा भाई मेरी चीज पे मैं गेन लेने के बाद मैं टैक्स दे दो तो वो तो बेवकूफी हो गई ना तो ये बड़ा अच्छा एक मोबिलाइजेशन हुआ लोगों का गोल्ड का जिसमें पहले स्कीम में एसजीबी नेने करीबन आई आरआर जिसे कहते हैं हम रिटर्न्स टोटल कुल रिटर्न्स सालाना करीबन 14 से 15 पर का रिटर्न दिया तो ये एक बहुत अच्छा विकल्प बन के आया सेफ साउंड सरकार का ओके आज भी गोल्ड इंक्रीज कर रहा है एक साल पहले जो रेट था आज उसके देखोगे तो करीबन 10 से 11 पर का अंतर आ चुका है बट मैं जिस एसजीबी को जानता हूं वहां पर गोल्ड देना तो नहीं पड़ता नहीं वहां देखिए एसजीबी हम पैसे दे कर के बॉन्ड खरीद लेते हैं दोनों पॉसिबिलिटीज है गोल्ड अच्छा अच्छा आप कह रहे हो या तो गोल्ड दे दो या फिर पैसे दे दो पैसे दे दो यस दोनों पॉसिबिलिटी ओके तो यह आपका जो है एक एसजीबी का तरीका होता है जिसमें आपको रिटर्न्स बनते हैं तो ये एक पैसिव इनकम हो गई अगर आपके पास गोल्ड रखा हुआ है एक मैंने आपको बता दिया एफडी तो चलो स्टैंडर्ड हो गई एक हाई यील्डिंग बंड्स हो गए ये मेरे हिसाब से तीन आज के दिन फाइनेंशियल एसेट्स है जिसमें बहुत इजली आप पैसिव इनकम लेकिन एजीबी के साथ रिस्ट्रिक्शन नहीं है हमेशा अवेलेबल नहीं होता ये हां आप लॉक इन हो गए इट्स लक नहीं हमेशा अवेलेबल नहीं होता बाय करने के लिए बाय करने के लिए भी अवेलेबल नहीं होता और साल में शायद चार या पांच बार आता है यस हां चार बार आता है तीन से चार चार बार आता है और देखिए बट आपके पास विकल्प आ गया ना एक एक अपॉर्चुनिटी आ गई जैसे दो तीन अपॉर्चुनिटी हो गई कि आपके पास एफडी आ गया आपके पास हाई यील्डिंग बॉन्ड्स आ गए आपके पास सोवन गोल्ड बंड आ गया और अब धीरे-धीरे मुझे ऐसा लगता है जो एक और विकल्प ओपन हुआ है बहुत बढ़िया वो है रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट रीट रीट ओके ट रीट के बारे में जरा बताओ सर बहुत कम लोग जानते हैं तो रीट एक बहुत इंटरेस्टिंग कांसेप्ट है और यह बहुत सालों से यूएस सिंगापुर हांगकांग ये सब जगहों पे चल रहा है इंडिया में इसको आने में थोड़ा समय ज्यादा लग गया क्योंकि इंडिया में रूल्स डिविडेंड ये सब के बहुत इश्यूज थे तो बड़ा सिंपल सरल तरीके से मैं समझाता हूं हम हम म्यूचुअल फंड होता है म्यूचुअल फंड किस चीज का होता है कि भाई आप जो है स्टॉक खरीदना चाहते हो आप 10 कंपनी के स्टॉक खरीदना चाहते हो आप reliance1 8 10000 का है पर आपके पास तो ₹ 000 हैं तो यानी अब आप खरीद ही नहीं सकते तो आप क्या करते हो आप एक कॉमन पूल में डालते हो जो पूल इन स्टॉक्स को खरीदता है ओके वो म्यूचुअल फंड होता है राइट तो मेरे पास 000 थे जी वो म्यूचुअल फंड के ने ये तीनों कंपनीज में शेयर खरीदे हुए हैं क्योंकि मेरे जैसे 1 लाख धारकों ने 000 दिए हुए हैं उनको अब 2000 मुझे reliance1 शेयर खरी दूं या सवा शेयर खरीद लू या 25 पर शेयर खरीद लूं 25 शेयर खरीद दो ऐसा नहीं हो सकता फ्रैक्शन नहीं होता वो अकेला शेयर अभी 3000 का है हां वो अकेला ही शेयर 3000 का है तो यानी कि एक ही शेयर खरीदने के लिए मुझे 000 जेब से निकालने पड़ेंगे मेरे पास है ही ₹ और मैं चाहता हूं सब में इन्वेस्ट करना तो ये काम मेरे लिए कौन करता है म्यूचुअल फंड करता है इसी तरीके से मुझे ऐसा लगता है जी जैसे आप हम इस कमर्शियल बिल्डिंग में बैठे हैं मुझे ऐसा लगता है यार इस कमर्शियल बिल्डिंग में आगे जाके 510 साल में बहुत स्कोप हैय जगह बढ़ने वाली है इस जगह में वैल्यू बढ़ने वाली है और इसमें रेंटल्स बढ़ने वाले हैं तो मैं यहां पे एक शॉप लेना चाहता हूं अब यहां शॉप आती है 70 लाख की 80 लाख की 1 करोड़ की हमारे पास तो ना है ₹ करोड़ मेरे पास ₹ लाख हैं ₹ लाख तो मैं क्या करूं तो रीट जो होता है व इन सारे यूनिट्स का म्यूचुअल फंड बन जाता है तो रीट क्या करेगा रीट ऐसे मेरे जैसे बहुत लोगों को इकट्ठा करेगा और वोह आके यह पूरी बिल्डिंग खरीद लेगा तो जितनी इसमें शॉप्स होंगी वह किराया किसको देंगी रीट को देंगी क्योंकि रीट मालिक हो चुका है इसका और वो रीट जो है वो आगे जाके अपने यूनिट होल्डर्स को प्रोपोर्शनेटली वो डिविडेंड बांट देगा अपनी कुछ फीस रख के ओके अब कैपिटल एसेट भी अप्रिशिएट हो रहा है कि जब समझो 10 साल पहले ये बिल्डिंग में किसी ने निवेश किया होगा तो हो सकता है 000 पर स्क्वायर फीट में किया होगा आज ये भाव हो गया होगा 00 पर स्क्वायर फीट तो वो एप्रिसिएशन भी उन यूनिट होल्डर्स को मिल रहा है तो क्या जो आदमी रीट में इन्वेस्ट कर रहा है उसको यह पता होता है कि ये किस एब्सलूट बिल्डिंग का किस प्रॉपर्टी का ट यस बिल्कुल उसको पता होता है कि ये मैं समझो मैं पीछे माइंड स्पेस का रीट आया तो माइंड स्पेस का रीट आया तो कौन सा मॉल है वो पूरा डीआरएचपी में रेड रिंग प्रोस्पेक्टस में उन्होंने बताया हुआ है पर्टिकुलर मॉल में इन्वेस्ट कर मतलब ये हो गया अगर वो मॉल है उसमें कितने ट है कितनी दुकाने है कितना स्क्वेयर फीट है कितना रेंटल आता है कितनी कॉमन एरिया मेंटेनेंस आती है क्या खर्चे लगते हैं मैन पावर क्या है पूरा आता है उनको पूरी रिपोर्ट आती है और उस बेसिस पर जो पैसा बचता है वो यूनिट धारकों को डिविडेंड के फॉर्म में दे दिया जाता है मुझे लगता है एक सबसे बड़ा फायदा ये है कि रियल एस्टेट में डायरेक्ट इन्वेस्ट करो तो लिक्विडिटी नहीं है लिक्विडिटी नहीं है यहां तो आप कल वो तो म्यूचुअल फंड मतलब जैसे ही आपने फ्रैक्शन कर दिया इस दुनिया में जो चीज फ्रैक्शन यूनाइटेड स्टेट्स में जेट भी फ्रैक्शन ओनरशिप प होता है जेट प्राइवेट जेट तो समझो आप और मैं बहुत अमीर हो गए आप तो हो गए चलो मैं भी हो गया आपके साथ साथ थोड़ तो हमने मिलके सोचा जी ऐसे 10 हमारे जैसे दोस्तों ने सोचा कि यार एक जेट लेते हैं तो हम क्या करेंगे हम एक एक जन लेके फायदा नहीं है ठीक है तो हम क्या करेंगे हम एक पूल बनाएंगे कॉमन पूल बनाएंगे और उस कॉमन पूल से हम एक जेट खरीद लेंगे ठीक है ठीक है हम 10 लोगों ने डाले 10 10 दो दो करोड़ रुपए डाले 20 करोड़ का या 30 करोड़ जितने का बजेट आता अब हमें लगता है यार हम दसों के लिए भी काफी है यार मतलब ये फिर भी खड़ा रहता है बेचारा तो हमने कह दिया भाई अब आप आप भी इस जेट के मालिक बन सकते हो हमने 100 लोगों से और पैसे ले लिए उसमें हां तो ये फ्रैक्शन ओनरशिप हो गई अब उसमें से संजय को लगता है कि यार अब मैं ना मैं आधा अपना इन्वेस्टमेंट खाली करना चाहता हूं तो मैं किसी और को दे सकता हूं वो इन्वेस्टमेंट तो वो बट गया नहीं तो वो जेट मेरे को अगर बेचना पड़े हां तो मेरी तो चीखें निकल जाएंगे जेट तो बिकता नहीं है इलिक्विड एसेट है इसी तरह रियल एस्टेट भी इलिक्विड एसेट है हम तो लिक्विडिटी लाने का सबसे अच्छा तरीका होता है फ्रेक्शनलाइजेशन अच्छा इल लिक्विड एसेट का मतलब जो हां सॉरी तो इलिक्विड ज बिके ना तो आपके पास एक 10 करोड़ की प्रॉपर्टी है एक लैंड है 10 करोड़ की अब आप मार्केट में जाते हो तो आपको कितने तो बायर मिल सकते हैं 10 करोड़ के भारत में है ही नहीं बहुत कम लोग हैं तो इलिक्विड है आज अगर मेरे पास एक करोड़ का म्यूचुअल फंड है और उसमें से मुझे ₹ लाख निकालना है बटन दबांग कल पैसा आ जाएगा हां ठीक है मुझे 2 लाख निकालने है बटन दबा ंगा कल पैसा आ जाएगा अगर आपको अपना अपार्टमेंट है ₹ करोड़ का उसमें से उसके पे करना है तो ऐसा तो है नहीं कि आप अपना बाथरूम बेच दोगे ऐसा तो है नहीं कि आप अपना बेडरूम बेच दोगे वो तो पॉसिबल ही नहीं है फिर आप क्या करोगे लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी लोगे हां तो आपके सर प उधार आ गया राइट आप ही की चीज प आपको उधार लेना पड़ रहा है ताकि आप उसमें से पैसा निकाल सको ये कहां का न्याय तो जो भी फ्रैक्शन जो भी ऐसे एसेट्स होते हैं बड़े एसेट्स होते हैं वो इलिक्विड होते हैं यानी वो लिक्विड नहीं होते वो मूव नहीं करते उनकी मूव नहीं होती ट्रांसफर नहीं होता इसलिए मैं एक बार किसी से बात कर रहा था तो बड़ी अच्छी बात हुई कि अगर हमारे भारत के सारे घरों को एक स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कर दिया जाए तो उन परे रोज लोअर सर्कट लगेगा क्योंकि कोई बायर ही नहीं होगा कोई शेयर का जब बायर नहीं होता और सेलर होता है तो लोअर सर्किट लगने लग जाता है तो अगर हमारे देश के सारे घरों को और ये सब जगहों को हम डाल दे एक पोर्टल पे एक स्टॉक एक्सचेंज जैसे बंबे स्टॉक एक्सचेंज है वैसा एक हाउसिंग स्टॉक एक्सचेंज आ जाए तो घरों के प्राइस रोज गिरने लग जाएंगे क्यों क्योंकि लिक्विडिटी नहीं है भारत में उनी ज्यादा कुछ ही वर्ग है जो वो घरों को खरीद सकता है बहुत कम सेट ऑफ लोग है रीट के बारे में थोड़ा सा कुछ और बताइए संजय सर कि मान लो किसी बिल्डिंग का है मान लो ये गैलेक्सी बिल्डिंग है गैलेक्सी बिल्डिंग का रीट पे किसी ने इन्वेस्ट कर दिया अब ये गैलेक्सी बिल्डिंग जो है खंडरई है कोई ले ही नहीं रहा तो इसका जो वैल्यू खराब होगा वो इसके रीट में भी दिखेगा बिल्कुल दिखेगा ये वही बात है जैसे आपने अच्छा 80 पर 90 पर लीज हो चुके होते हैं तो उनमें सक्सेस आ चुकी होती है आज अगर इस इस जगह पे समझो 3 लाख स्क्वायर फीट है हम ठीक है 20 फ्लोर है और 3 लाख स्क्वायर फीट है 15000 पर फ्लोर है तो हमें पता है कि 3 लाख में से समझो 2 लाख स्क्वायर फीट तो लीज या लीज हो चुका है अब आप छोटे किसी को ओनरशिप दे ही नहीं सकते क्योंकि रीट के पास पूरी पूरा मालिकाना हक है तो रीट ऐसे टुकड़े करके नहीं बेचता कभी रूट रीट टुकड़े करके बेचेगा अपने यूनिट होल्डर को पर सागर जी पहुंच गए बोले यार मेरे को दो दुकाने दे दो एक एक करोड़ की वो उनको नहीं देगा वो बोलेगा अ काम कर रीट में दो करोड़ डाल दो अब रीट में दो करोड़ डाल दो वो कोई प्रॉब्लम नहीं पर मैं आपको दुकान नहीं दूंगा यर मार्क दुकान नहीं दूंगा ओके दुकान फिर किसको देंगे दुकान तो उ की हो गई उसका भाड़ा वो यूनिट होल्डर को देंगे अच्छा यट फसे रि फिजिकल रियल स्टेट से ज्यादा अच्छा हो गया य एब्सलूट बिकॉज ये लिक्विड हो गया अब दो लाख र में मैं इस जगह पर जगह का मालिक बन सकता हूं सिर्फ दो लाख रप दे अब मैं असली मैजिक आपको बताता हूं इसमें यह तो कमर्शियल है आप कभी भी यह सोच स होटल में कमरा आपका होगा एक होटल है भी चल रहा य बताओ तो मैरिएट चल रहा है या फिर हयात चल रहा है या फिर कोई भी अच्छी चन चल रही है ठीक है तो उसमें भी आप एक चाहते हो कि मैं हॉस्पिटैलिटी एट में पार्टिसिपेट करू हॉस्पिटैलिटी एसेट क्या है जी जनरली हॉस्पिटैलिटी के रेट्स होटल्स के रेट सालाना पा से 6 पर बढ़ते ही बढ़ते ओवर 10 यर पीरियड य एक रूल है नियम है ठीक है ठीक है तो अगर मुझे होटल बनाना है तो मेरे को 00 400 करोड़ रुपए लगेंगे फाइव स्टार होटल बनाना है तो मेरे पास तो है नहीं भाई 300 400 करोड़ तो एक बना बनाया होटल है चल रहा है अच्छा रिटर्न्स दे रहा है तो उसका भी रीट हो सकता है वो भी रीट में आ सकता है ओके तो वो रीट में आ गया समझिए एक 300 कमरों का जेडब्ल्यू मैरिएट रीट में आ गया तोब वो रीट ने जेडब्ल्यू मैरिएट के मालिक से जाकर जेडब्ल्यू मैरिएट खरीद लिया अब वो तो चल ही रहा है जैसे पहले चल रहा था वो अभी भी चल रहा है तो उसका जो प्रॉफिट है वो वापस यूनिट धारकों के बीच में बट जाएगा आज जो प्रॉफिट आ रहा है वो समझो उनका आज रेट चल रहा है 00 पर नाइट ठीक है 5 साल बाद ये रेट हो जाता है 000 पर नाइट तो आपका जो प्रॉफिट है वो भी साथ-साथ बढ़ने लग जाएगा ओके ठीक है आपको आज अगर एक यूनिट पे 4 पर 5 पर का रिटर्न मिलता है कल को जाके वो 10 पर हो जाएगा 11 पर हो जाएगा साल का आपके यूनिट की वैल्यू बढ़ जाएगी और वो ट्रेडेबल होगा तो तीन बड़े फायदे हो जाते हैं कि एक तो आप छोटा फ्रैक्शन ओनरशिप कर सकते हो आप उ उस एसेट में पार्टिसिपेट कर सकते हो नहीं तो हॉस्पिटैलिटी एसेट में तो इंडिया में पार्ट कोई नहीं कर सकता मतलब थोड़े पैसे दे कर के एक फाइव स्टार होटल के मालिक बन गए मालिक बन गए आप आप बोल सकते हो भाई मेरा है कुछ वहां प छोटा सा आज मैंस का अगर शेयर होल्डर हूं तो है भाई मैं जा सकता हूं एजीएम में हाथ खड़ा करके मुकेश अंबानी से सवाल तो पूछ ही सकता हूं कि सर मुझे ऐसा लगता है आप ठीक से कंपनी नहीं चला रहे आपको रिजाइन कर देना चाहिए बोल सकते बोल तो सकता हूं क्योंकि मैं शेर धारक हूं ठीक है वो मानेंगे नहीं वो सब ठीक है अलग बात है तो अगर मुझे लगता है कि एक छोटा पैसा देके मैं एक हॉस्पिटैलिटी यानी कि होटल एसेट में जुड़ सकता हूं मैं जोना चाहूंगा बिल्ल जोड़ना चाहूंगा अल्टीमेट ये तो मतलब मजेदार चीज है रीट हा अच्छा अब रीट के साथ-साथ एक बात और हम देखते हैं रीट के साथ-साथ अब एक और चीज आने वाली है वो है इन विट ओके जैसे रीट है रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट वैसे है इन विट यानी कि इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट यह है नहीं अभी शायद हां अभी है नहीं ओके इन विट में क्या होगा कि एक कंपनी ने रोड बनाई अब उसको अगले 30 साल उसका टोल मिलने वाला है अब भाई वो 30 साल इंतजार करेगा कैपिटल ब्लॉक हो गया ठीक है तो वो क्या करेगा वो आके बोलेगा जी ये अगले 30 साल का टोल जो है उसको मैं एक म्यूचुअल फंड बना रहा हूं या एक रीट इनवेट बना रहा हूं ठीक है और इसको मैं लिस्ट कर दूंगा और इसमें जो भी टोल कलेक्शन होगा उसमें हमारी फीस पस माइनस करके ऑपरेशनल कॉस्ट माइनस करके जो बचेगा वो यूनिट धारकों को दे देंगे अब आप सोचो कितना बड़ा लिक्विडिटी इंडिया में क्रिएट हो जाएगा कि आपने एक रोड बना दी वो रोड बनाने में 00 करोड़ लग गए आप मार्केट में आए आपने बोला यह बंडल है जी 00 करोड़ का मैं तो इसको लिस्ट करा दिया अब 00 करोड़ में से जो भी टोल का कलेक्शन आ रहा है तो ये जो यूनिट धारक है किसी ने 1 करोड़ डाला किसी ने 10 लाख डाला सब उनको जा रहा है ये सब उनको चला जाएगा प्रोपोर्शनेटली अमेजिंग तो इसको ना बेसिकली बड़े केपेस को छोटे यूनिट में बांटो जितना बांटो ग उतना देश आगे बढ़ेगा क्यों क्योंकि छोटे-छोटे पैसे लगाने वाले बहुत हैं इस देश में आज किसी को ₹1 लाख लगा के अगर साल का 995 10 पर इन विट से मिलता है तो उसको सेफ्टी लगती है लिस्टेड है ठीक है रोड है टोल है अच्छी कंपनी ने बनाई है अच्छे प्रोफेशन बन चुकी है रोड भाई बनानी नहीं है बन चुकी है उसपे टोल लग चुका है उसपे गाड़ियां चल रही है ये भी डर नहीं है कंपनी बंद हो जाएगी रोड बना हुआ है बना हुआ है और टोल तो एक बार फिर से एनएचआई के कंट्रोल में आ जाता है तो पॉइंट यह है कि यह जो चीजें है ना यह नया सेट ऑफ इंडिया लेके आने वाली है यह लिक्विडिटी इतनी ज्यादा ले आएंगी इंडिया में इतनी ज्यादा ले आएंगे कि ग्रोथ ट्रिमेंडस होगी एक छोटा यूनिट धारक 00 लगा के साल का 2000 का टोल कलेक्ट करेगा अब आप ऐसे तो कर नहीं सकते कि एक टोल प्लाजा प चले गए और किसी को मारा चमा चल 000 आज मैं लेके जाऊंगा यहां से अब आप 000 की टोल कलेक्शन आपको लगता है जी दिल्ली जो जयपुर एक्सप्रेसवे बना है वो तो जम के चलेगा सॉरी दिल्ली बम्बे एक्सप्रेसवे जो बना है वो जम के चलेगा तो उसकी मेरे को रिटर्न्स चाहिए क्योंकि आज उसकी रिटर्न्स हो सकता है साल की 100 करोड़ हो टोल की पर मेरे को पता है 5 साल बाद ये हजार करोड़ हो जाएंगे तो मेरे को उसम पार्टिसिपेट और ऐसा सरकार क्यों कर रही है उनको क्या फायदा है टी उनको कोई परवाह नहीं है ना उनको तो नई रोड बनानी है लोगों से पैसा आ जाएगा उनके पास पैसा कॉर्पस इकट्ठा हो गया अब अगली रोड बनाओ अब अगली रोड बनाओ अब अगली रोड बनाओ अब अगली रोड बनाओ हम फ्रेक्शनलाइजेशन जितना फ्रेक्शनलाइजेशन बहुत तेजी से आगे क्या इससे ऐसा नहीं होगा कि जितने ज्यादा लोग उस रोड वाले इंफ्रा में चले गए लोगों को उतना जो टोल का पैसा आना था वो कम होता चला जाएगा क्योंकि लोग ज्यादा घुस गए उसमें तो यूनिट देखिए यूनिट्स तो सेम है हां हां अगर 100 यूनिट है उस रोड के तो 100 ही यूनिट धारक होंगे अच्छा यूनिट फिक्स यूनिट फिक्स्ड है ना उनके यूनिट फिक्स्ड है उसके नए यूनिट नहीं बन सकते जब तक नई रोड नहीं ऐड कर दोगे राइट राइट मतलब 100 यूनिट है तो 100 अगर 10000 समझो 1000 किमी की रोड है और उसके 2000 यूनिट है या 1000 यूनिट है तो वो 1000 ही रहेंगे तो जब आप उस 1000 किलोमीटर को 1500 करोगे तो हो सकता है तब धारक बड़ा होगे फिर तो मारा मार होगी लोग दौड़ेंगे लेने के लिए हम तो आप देखो इसलिए तो लिक्विडिटी आएगी मजा आएगा बहुत मजा आएगा आप देखो आज सारे जितने भी ये रिट्वीट आते हैं सब चार गुना पांच गुना 10 गुना ओवर सब्सक्राइब हो जाते हैं क्यों हो जाते हैं क्योंकि लोगों को भूख है लोग पक गए हैं एफडी से हम कि सिर्फ एफडी कर लो एफडी कर लो एफडी कर लो पक गए हैं उससे उनको नया कुछ चाहिए लोगों को ना वैनिटी नोवेल्टी दो चीजें चाहिए होती है क्या मतलब इसका वैनिटी मतलब अहंकार और नोवेल्टी मतलब कुछ नया हम आप देखो शिमला में ये सब मनाली में क्या होता है एक छोटा सा बिल्डर आता है छोटा प्लॉट लेता है 20 1 हज स्क्वा फीट का उसमें 40 घर खड़े कर देता है 500 स्क्वा फीट स्टूडियो ठीक है और वो आके दिल्ली में मार्केटिंग करता है कि भाई साहब एक काम करो शिमला की वादियां देखो हिल टॉप देखो यह देखो एमेनिटीज जकूजी पकज टकू जीी कुछ ना कुछ डाल देगा और बोलेगा जी आप भी एक घर यहां पर ओन कर सकते हो साल में 14 दिन यहां पर आके रह भी सकते हो बचे हुए दिन इसको मैं किराए पर चढ़ा दूंगा और आपने जितना निवेश किया होगा उस परे आपको 56 पर रिटर्न भी बन जाएगा अब पाछ रिटर्न को बहुत अमेजिंग रिटर्न नहीं है पर क्यों लेते हैं लोग भाई प्रॉपर्टी हो ग वैनिटी नोवेल्टी हो गई नोवेल्टी क्या हो गई कि शिमला में मेरे पास ऐसा एट है अच्छा फर 14 दिन मेरे पास है 14 दिन में जाऊंगा नहीं तो मैं बोलूंगा सागर जी अच्छा शिमला जा रहे हो तो मेरे घर रहो ना तो सागर जी भी खुश हो गए लाइज हो गए भोकाल बन गया तो भोकाल बन गया तो ये भी एक इस एसेट की कैटेगरी को कहते हैं सेल एंड लीज बैक बिल्डर सेल कर देता है कस्टमर को और उसको लीज बैक कर देता है कि भा मैं तेरे को बेच तो दिया पर तेरे को मैं 14 दिन ही अलाव करूंगा इधर रहने के लिए बाकी दिन मैं इसको चलाऊंगा अच्छे से चलाऊंगा एक होटल की तरह चलाऊंगा ये तो आ थिंक अन रेगुलर कंपलीटली अनरेगुलेटेड है रिस्की है वो सब प्रॉब्लम्स है इसके जो भी है वो उसके सारे प्रॉब्लम बट ये जो रीट की बात कर रहे हैं य तो रेग प्रॉपर्ली रेगुलेटेड उसमें एक पूरा वो फॉर्म होता है क्या कहते हैं ट्रस्ट फॉर्म होता है उसके पूरे रूल्स होते हैं रेगुलेशन होते हैं डीआरएचपी जाता है सेबी में जाता है बमबे स्टॉक एक्सचेंज में जाता है उसके बाद लिस्टिंग होती है तो प्रॉपर एक आईपीओ हैनी नाथ एक आईपीओ के टाइम होती है उतनी नाथ एक रीट के टाइम होती है तो सही रीट कैसे चुना जाए सही रीट देखिए अगेन आपका बिल्डर कौन है माइंड स्पेस था तो वो रहेजा रहेजा ने देश में मेरे हिसाब से सबसे ज्यादा कमर्शियल बनाया होगा ठीक है अब रीट दूसरा रीट कौन लेके आया ब्लैक स्टोन लेके आया ब्लैक स्टोन कौन है एक प्राइवेट इक्विटी फंड है जिसने लाखों स्क्वायर फीट पहले खरीद लिया बिल्डर से उसने बिल्डर से खरीद लिया और वो अब रीट पे लेके आ रहा है क्योंकि अब उसको मोनेटाइजेशन चाहिए उसने ₹1 में खरीदा था अब उसको 200 में बेचना है क्योंकि उसने बिल्डर से तब खरीदा था जब वो अंडर कंस्ट्रक्शन था ओके तो उसने सारा रिस्क लिया बिल्डर को सपोर्ट किया फिर वहां पे amazon-in आ गए बिल्डिंग में रौनक हो गई चका चौद हो गई नीचे कमर्शियल हो गया नीचे रिटेल हो गया वहां पे रेंटल ज्यादा आने लग गया तो अब ब्लैक स्टोन बोलता है भाई मेरे तो सात आ साल पूरे हो गए अब तु मुझे मोनेटाइज करो क्योंकि एक एक एक प्राइवेट इक्विटी की लाइफ होती है सात आ साल उसको सात आ साल में अपने इन्वेस्टर को पैसा वापस करना होता है तो अब उसको एग्जिट कैसे मिलेगा तो उसको एग्जिट मिलेगा आपके मेरे जैसे यूनिट होल्डर्स के थ्रू जो एक छोटा छोटा कोई 10 लाख कोई 50 लाख कोई 20 लाख कोई 2 लाख कोई 1 लाख डाल देगा 2 लाख का मिनिमम इन्वेस्टमेंट इसमें होता है जब आप आईपीओ के ले जाते हो रीट तो एक अच्छा डेवलपर होना चाहिए एक अच्छी बिल्डिंग होनी चाहिए उसकी ऑक्युपेंसी हाई होनी चाहिए यानी अगर उसमें 3 लाख स्क्वायर फीट है तो दो ढाई प लाख स्क्वायर फीट ऑलरेडी लीज होना चाहिए टेनेंट्स ए ग्रेड होने चाहिए ऐसे नहीं कोई छोटा-मोटा कोई टेनेंट है आपके amazonflex.in क्योंकि आपका जो रिटर्न है एज एन इन्वेस्टर उन्हीं से बनेगा वो तो उन्हीं से बनेगा ना वो भाड़ा देंगे तो आपको भाड़ा आएगा उन्होंने भाड़ा देना बंद कर दिया तो आपकी भी प्रॉब्लम हो जाएगी तो ये छोटी-छोटी चीजों को आप ध्यान देंगे तो यू कैन सिलेक्ट अ गुड रीट ओके कॉन्स क्या है रीट के कॉन्स क्या है देखिए कॉन्स ये है रीट के कि ये हाइपर ग्रोथ एसेट नहीं है ओके ठीक है आप ये समझोगे कि मुझे इससे सालाना 25 30 पर का रिटर्न बन जाएगा तो वो नहीं बनेगा जैसे स्टॉक में जैसे स्टॉक में पॉसिबिलिटी इनमें पॉसिबिलिटी नहीं है क्योंकि ये फिक्स्ड एसेट है ना हां फिक्स्ड एसेट है ये ग्रो नहीं कर सकते यह ग्रो सिर्फ इतना कर सकते हैं कि 5 साल पहले भाड़ा ₹1 स्क्वा फीट था आज भाड़ा ₹10 स् फीट यही ग्रोथ है 3 लाख स्क्वायर फीट अचानक से 6 लाख स्क्वा फीट नहीं हो जाएगा हम पर reliance1 दुकाने और खोल सकता है तो सकते तो रीट एक सेफ एसेट है रीजनेबली सेफ एसेट है मैं देखो सेफ्टी तो जीरो 100% किसी चीज में नहीं होती जैसे आपने एफडी छोड़ी हम तो सेफ्टी खत्म होने लग जाती है हां हां ठीक सिंपल सी बात है सही बात है आपको सेफ्ट चाहिए तो एफडी करो हम लेकिन ये है कि किसी स्टॉक में फ्लकचुएशन ज्यादा आपको देखने को मिल सकते हैं रीट में शायद फ्लकचुएशन ट हां कम होती है क्योंकि एक कंसिस्टेंट कैश फ्लो होता है कंसिस्टेंट ग्रोथ होती है तो ये मतलब आप समझ लो कि एक मतलब बस बेटर वर्जन ऑफ एफडी है बेटर वर्जन ऑफ सेफ इन्वेस्टमेंट में लिक्विड है आपको एग्जिट लेना है तो आप हाथों हाथ ले सकते हो अगर कुछ ऊपर नीचे हो गया तो एक 101 पर का 5 पर का लॉस लेके बाहर भाग सकते हो हम ये प्राइवेट इक्विटी की तरह नहीं है किसी कंपनी के शेयर्स पकड़ लिए और वो डूब गई तो अब आप कुछ कर ही नहीं सकते ठन ठन गोपाल हो गए बेच ही नहीं सकते हम हम हम ठीक है तो वैसा नहीं है रिस्क कम है और इसके अलावा क्या इन्वेस्टमेंट ऑप्शन देखते हो इसके अलावा मुझे ऐसा लगता है कि डायरेक्ट रियल एस्टेट में भी लोग पैसा डाल सकते हैं जैसे मैंने आपको ये बताया कि सेल एंड लीज बैक होती है जैसे होटल वाला आपने बता जैसे वो होटल वाला मैंने बताया रेगुलेटेड नहीं है वो रेगुलेटेड नहीं है उसमें बिल्डर का फिर बहुत सारी चीजें चेक करनी है आपको तो वैसे ही जैसे आपने यहां पर कोई जगह ले ली एक बिल्डिंग में जगह ले ली वो भी एक एसेट बन जाता है आपका लेकिन फिर वो पैसा चाहिए उसके लिए उसके लिए पैसा हाई चाहिए आपको मिनिमम 50 लाख 60 लाख 7 लाख चाहिए तो ब्रॉडली हमने जो एसेट क्लासेस देखी जितनी भी वो सारी वही है जिसमें आप छोटे पैसे से आप एक 00 से भी पैसा बनाना चालू करते और अगर 10000 से आपको साल का 000 सॉरी 000 बनता है या 00 बनता है तो 00 यानी महीने का 50 होता है तो 50 मतलब सारे दिन की चाय तो फ्री हुई पैसिव इनकम हुआ हां वो पैसिव हुआ तो कुछ कमाई के भी ऑप्शन बताओ इन्वेस्टमेंट के ऑप्शन तो हमने बात कर ली बहुत देखिए कमाई दो तरीके से होती है एक होती है ह्यूमन कैपिटल से एक होती है फाइनेंशियल कैपिटल से ठीक है ह्यूमन कैपिटल मतलब आपकी इंटेलिजेंस आपकी कैपेबिलिटीज आप क्या कर सकते हो वो उससे कमाई आपकी हो सकती है उसमें दो तरीके की कमाई होती है ह्यूमन के अंदर एक होती है सिमेटिक कमाई एक होती है एसिमेट्री कमाई मैं इसको ड्रिल डाउन करूंगा सिमेटिक कमाई होती है जितना काम करोगे उतना पैसा आएगा नौकरी सिंपल ठीक है आपने 10 घंटे दोगे तो 10 घंटे के हिसाब से आपको पैसा आएगा एमेटिक होती है कि ऐसा कुछ कर दो कि वो 10 घंटे पहले शुरू में मेहनत 20 घंटे की लग जाए 30 घंटे की लग जाए पर जिंदगी भर पैसा है या फिर एक लंबे समय तक पैसा जिंदगी भर नहीं बोलूंगा लंबे समय तक पैसा तो फॉर एग्जांपल आप एक यूटर है आप एक वीडियो बनाते हैं उसमें आपकी बहुत रिसर्च जाती है आप मेहनत करते हैं स्टडी करते हैं समझते हैं चार बार शूट करते होंगे कटता होगा एडिटर लगाता होगा तो यह सारी मेहनत आपने करी जिसमें आपको अभी कोई रिजल्ट का पता नहीं है एक्सपेक्टेशन नहीं आप उसको पोस्ट करते हैं लोग लाइक करते हैं पसंद करते हैं फिर आपको वह हर महीने कुछ ना कुछ देके जाती है शुरू में ज्यादा देके जाती है बाद में लोग कम देखते हैं तो कम देख के जाती है पर कुछ ना कुछ हर महीने आपको एक अमाउंट उसमें से आ रहा है तो ये होता है एसिमेट्री रिटर्न एमेटिक रिटर्न कहां-कहां से आ सकता है जैसे मैंने बताया आजकल ये सोशल प्लेटफॉर्म से आ सकता है दूसरा अपना कोर्स बेचने से आ सकता है आप अपने अगर कोई कोई भी स्किल को जानते हैं कोई भी स्किल को भाई मैंने तो ये भी देख लिया आजकल कोर्स हो गया कि लड़की को पटाए कैसे तो उसमें भी कोर्स चल रहे हैं तो तो उसमें भी लोग पैसे कमा रहे हैं और अच्छा खासा कमा रहे और अच्छा खासा कमा रहे हैं मेरे एक फ्रेंड एक बहुत अच्छी सस कंपनी चलाते हैं अभी नाम नहीं लूंगा अच्छा नाम है उनका वो टेक के सस कंपनी चलाते हैं मतलब वो प्लेटफॉर्म देते हैं ट्रेनर्स को तो भाई आज के दिन पे अचानक से ये देखने मिला है कि पर्सनालिटी डेवलपमेंट ग्रूमिंग लड़की को कैसे पटाएं बाहर डेटिंग में जाए तो क्या स्टेप्स यूज करें ये सबके कोर्स ज्यादा बिक रहे हैं तो आप बोलोगे पुराने जमाने में जिन चीजों को हमारे पेरेंट्स नहीं करना वो होता था सिखाया जा रहा है वो सिखा के पैसा कमाया जा रहा है इट टस बिकम मोनेटाइज तो हमारे माइंड का जो बैरियर है कि यार यह तो बिकेगा नहीं आज कुछ भी बिकता है सही पैकेजिंग होगी सही प्रोडक्ट को ठीक से रखा जाएगा तो बिक जाता है यू हैव टू एश्योर कि सामने वाले का फायदा हो लड़का एक्चुअली चाहता है किसी लड़की को पटाना तो सिखा दो उसको सिखा दो और वो सीख के अगर पटा लेगा तो खुश ही होएगा ठीक है बाद की बाद में देखेंगे पर उस समय तो उसको दिख गया रिजल्ट राट तो माय पॉइंट इज कि ये एमेटिक रिटर्न्स होते हैं तो रिटर्न्स जो होते हैं उसमें इनिशियल मेहनत ज्यादा है बाद में मेहनत कम है और रेगुलर कैश फ्लो की उम्मीद है यह हो गया ह्यूमन कैपिटल से तो उसमें आपको खुद की स्किल पर वर्क करना होता है खुद पे आप जितना ज्यादा वर्क करोगे उतना अच्छा है मैं एक बच्चे को जानता हूं वो 16 साल का है उससे जब एआई आया तो एआई के टूल सीखने चालू किए आज वो एआई की एजेंसी चलाता है ठीक है और कस्टमर्स को एआई बेस्ड मदद करता है कोई स्क्रिप्टिंग कर देता है लेटर लिख देता है ये सब छोटे-मोटे काम करता है 16 साल का लड़का है और करीबन 7 से महीना कमा लेते ठीक है मैं ये नहीं कहूंगा ज्यादा है कम है मैं यह कहूंगा कि मैंने तो 16 साल की उम्र में 75 80000 सोचा भी नहीं था मैं कमाऊ बहुत सारे लोग नहीं कमा रहे आज भी आज भी नहीं कमा रहे 5050 साल की उम्र वाले नहीं कमा पाते पर उसने वो सोचा मेहनत करी उस तरफ में कुछ किया और आज वह कमा पा रहा है ठीक है तो पॉइंट यह है कि आज आप एमेटिक रिटर्न्स कमा सकते हो मेरा बेटा उसने मुझे बहुत अच्छा स्टेटमेंट दिया था यू पे टू माय स्कूल एंड आई डोंट लर्न हाउ टू मेक मनी एंड आ ों पे टू एंड इट टीचे मी हाउ टू मेक मनी अरे वाह हा य उसका ही स्टेटमेंट था कि आप मेरे स्कूल को पैसा देते हो और वो मुझे यह नहीं सिखा रहे कि पैसा कैसे बनाना है वो मुझे आज भी सिखा रहे हैं कि अकबर पहले आया था कि बीरबल पहले आया था कि शज पहले आया था कौन पहले आया था ठीक है पर मैं जब य देखता हूं कोई चैनल देखता हूं मिस्टर बीस्ट देखता हूं यह देखता हूं तो मुझे समझ आता है यार मैं पैसा कैसे कमा सकता हूं मैं देखता हूं मिस्टर बीस्ट जैसा 26 साल का उम्र का लड़का आज साल का 40 मिलियन डलर कमा 12 साल मेहनत करके तो आज की जनरेशन जो है वह इन स्कूलिंग मेथड्स से नहीं सीख आज व ऑनलाइन ज्यादा सीख है तो पैसिव इनकम कमाई जो आपने वर्ड यूज किया विल कम फ्रॉम एमेटिक यानी कि एक बार की मेहनत मल्टीपल टाइम्स का रिटर्न आप एक किताब पढ़ते हो वो किताब एसिमेट्री है उसकी लर्निंग आपकी जिंदगी भर चलती है तो यह सारी एमेटिक चीजें तो ह्यूमन कैपिटल में आप एमेटिक काम करोगे तो आप एसिमेट्री रिटर्न्स पाओगे ठीक है सिमेटिक हो गया जी चलो अपन ऑफिस गए अपन 10 घंटे कंप्यूटर के सामने काम किए अपनी तंखा सेट है ₹ महीना 00 मिल गया ख मतलब किया और पैसा मिला इट्स प्योर ट्रांजैक्शन सौदा है सौदा पर ये सौदा नहीं है ये इन्वेस्टमेंट है जो रिटर्न्स देगा तो इसके क्याक ऑप्शंस है इसके जैसे मैंने बताया कि आपका ये कोर्सेस हो गया आपके चैनल्स हो गए डिजिटल चैनल्स हो गए ठीक है आजकल लोग कोचेस को कोच बनाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं कि तुम कोच हो पर तुम अच्छे कोच नहीं हो भाई तुम्हें ऑनलाइन नहीं आता तुम्हे ऑफलाइन आता है मैं तुम्हें सिखाता हूं फनल कैसे बनाते हैं वो लोग पैसा कमा रहे हैं मैं एक को जानता हूं जिसका मतलब जिसका मैक्सिमम कोर्स ₹ लाख में बिकता है लड़का 22 साल का 23 साल का तो बिक रहा है क्योंकि उसने नीड क्रिएट कर ली या फिर उसने ट्रस्ट क्रिएट कर लिया उसने रिजल्ट्स प्रोवाइड कर दिए होंगे तो लोग आज इंडिया में इस चीजों का पैसा देने को तैयार है पहले लोग ₹ की किताब लेने के पहले सोचते थे हां आज 40 लाख भी दे रहे हैं लोग आज 40 लाख भी दे रहे हैं कि यार ये 40 लाख दूंगा तो मेरे साल की ₹ करोड़ की इनकम बढ़ जाएगी तो लोगों ने आरओ आई सीख लिया मैं कितना लगाऊंगा कितना आएगा आलू तो सोना निकलेगा कि नहीं निकलेगा तो वो वो सीख लिया उसके अलावा देखिए कोई भी दूसरी चीज जो मैं एक इस इस जनरेशन के लिए अर्निंग के लिए कहना चाहता हूं एक प्रॉब्लम हो गई है इस जनरेशन के साथ प्रॉब्लम ये हो गई है कि सब स्क्रीन के सामने आ गए तो अब ना उनको एक ही कमाई का जरिया दिख रहा है कि या मैं यूटर बन सकता हूं या मैं र बन सकता हूं या मैं सोशल मीडिया एक्सपर्ट बन सकता हूं क्योंकि उसमें दो चीज उसमें पैसा भी है और नाम भी है दोनों को दोनों की भूख होती है लोगों को वो मैच ल आर की कहता है एक टाइम के बाद पैसे का पैसा खत्म हो जाता है फिर आपको सेल्फ रियलाइक्स ये सब चाहिए तो लोगों को लगता है यार छप छाप भी रहे हो पैसा और छप भी रहे हो सामने लोगों को पहचान भी आ रही है सेल्फी भी हो रही है ये सब हो रहा है छाप भी रहे हो और छप भी रहे हो छाप भी रहे हो और छप भी रहे हो दोनों हो रहा है आपका ठीक है अब इसमें प्रॉब्लम क्या है अभी भी ना youtube2 करोगे तो आज इंडिया में ऐसे कई सेक्टर्स हैं जो youtube1 महीने बाद दिन की दे देंगे दिन की जो youtube1 में नहीं दे सकता ऐसा हां कौन-कौन सा सागर जी खुद आपको भी बताओ भाई कहीं हम ज्यादा टाइम तो यहां नहीं डाल रहे मैं बताता हूं जैसे सोलार है सोलर सोलार बिजनेस है हां ठीक है अब सोलार के इतने इनिशिएटिव चल रहे हैं मैं एक कंपनी को जानता हूं चार साल से काम कर रही है चार या पाच साल से काम कर रही है फ्लोटिंग सोलर्स बनाती है मतलब पानी के ऊपर सोलर बनाती है पानी के ऊपर सोलर हां पानी चाइना से टेक्नोलॉजी आ गई चाइना तो बड़े-बड़े सी के ऊपर सोलर पैनल्स में लगा देता है सोलर फार्म्स कहते हैं उसको पानी के ऊपर पानी के ऊपर सोलर पैनल लगा देते हैं ओके क्योंकि जमीन तो लिमिटेड है तो अगर आप सोलर पैनल लगाओगे तो सोलर पैनल का प्रॉब्लम क्या है कि एक के ऊपर एक नहीं लगा सकते ना आपको फ्लैट लगाना पड़ता है तो उन्होंने बोला चलो पानी को इस्तेमाल कर लेते हैं पानी तो पानी पूरा पड़ा ही है तो उन्होंने जम के बड़े-बड़े सोलर पैनल्स लगा दिए जहां पर पानी ज्यादा मूविंग नहीं होता मतलब ऐसा स्टेबल होता है सी के अंदर नहीं लगा सकते वहां तो टूट पुट जाएगा अच्छा अच्छा ठीक है तो ऐसे स्टेबल जगहों पर उन्होंने सोलर पैनल्स लगा दिए यही चीज एक इंडियन कंपनी ने कॉपी कर ली मैं उनको जानता हूं 5 साल हुए हैं उनका प्रॉफिट आज 80 करोड़ साल का है प्रॉफिट प्रॉफिट प्रॉफिट आफ्टर टैक्स ओके और इवेस्टमेंट इन्वेस्टमेंट उनकी टोटल देखो इसपे तो क्या होता है कि 90 पर तो उधार मिल जाता है सरकार से स्कीम्स है सरकार की सरकार रिबेट देती है कभी-कभी डबल डेप्रिसिएशन दे देती है कि भाई तुम अगर 00 डालोगे तो हम तुमको पीएनएल में ₹ का बेनिफिट देंगे 00 आप निवेश करोगे आपके खर्चों में हम 00 बुक कर देंगे ये भी ऐसी स्कीम्स है बहुत सारी स्कीम्स है क्योंकि सरकार को पावर जनरेशन चाहिए ना राइट लोगों को बिजली देनी है सबके घर बिजली पहुंच नहीं चाहिए [संगीत] youtube0 80 करोड़ का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स जिसमें उसको पुराने जो एस्टेब्लिशमेंट है वो 2525 साल चलेंगे 3030 साल इनमें पावर परचेस एग्रीमेंट सरकार 25 साल का करती है क्या मतलब इसका यानी कि आपने जगह लगा दी अब आपका माल क्या बेच रहे हो पावर बेच रहे हो पावर जनरेट करते हो तो सरकार आती है आप बोलती है सुनो भाई 25 साल पावर तुम्हारी हमारी हो गई ओके तो अब आपको सेल्स क्या करनी है मतलब हो गया फिक्स क गया फिक्स इनकम हो गई तो ये रेकरिंग इनकम हो गई आपकी मैं बता रहा हूं इंडिया में अभी तक बहुत चीजें एक्सप्लोर नहीं हुई माइनिंग बिजनेस है माइनिंग क्रिप्टो माइनिंग नहीं क्रिप्टो नहीं माइनिंग एक्चुअल माइनिंग कोल माइनिंग कोल माइनिंग हो गया उसके बाद आपका अदर रेयर मिनरल्स है बॉक्साइट है कॉपर है मैंगनीज है ये सारी चीजें हैं माइनिंग क्यों नहीं कोई करता माइनिंग करो जमप के पैसा कमाओ तो ये माइनिंग आम आदमी कर सकता है आप स्टार्ट करो पहले ट्रेडिंग से स्टार्ट करो आप कोयला बेचना चालू करो करो पहले कैसे एक एक स्टेप वाइज बता हां तो कोयला भाई देखो आपको कोयला बेचना है तो पहले कोयले का स्टडी करो कि कोयला लगता क्या है पावर प्लांट अच्छा ये सब चीजें ना रोज लगती है इसमें सौदा एक बार होता है पैसा जीवन भर आता है आपने आज एक पावर प्लांट पकड़ लिया जिसको कोयला चाहिए उनको तो जम के कोयला चाहिए पागल जैसा कोयला चाहिए और कोयला सिर्फ पावर प्लांट को नहीं चाहिए जो स्टील बनाता है उसको भी चाहिए जो एलुमिनियम बनाता है उसको भी चाहिए तो कोयले की बहुत खपत एक्सट्रीम खपत है अगर आपने चार कस्टमर भी पकड़ लिए तो आपको जिंदगी में काम करने की जरूरत नहीं उस सिर्फ उन चार का फोन उठाओ और उनको माल टाइमली बेसिस प ठीक ठाक पहुंचा दो इतना तो करोगे ना धंधा मैंने सुना है माइनिंग माइनिंग के लिए तो बहुत बड़े कांट्रैक्टर बनने की जरूरत है ना ना कोई नहीं कोई नहीं आप स्टार्ट करो ट्रेडिंग से एक माइनिंग के साथ जुड़ जाओ एक माइनर के साथ जुड़ जाओ जो माइनिंग कर रहा है उससे बोलो तेरा माल मैं बेचूंगा और भागो और माल बेचो उसका अब ये माइनिंग भी तो हर जगह नहीं हो रही है बिल्कुल हो रही है भारत में हर स्टेट में माइनिंग है उड़ीसा में सबसे ज्यादा माइनिंग है महाराष्ट्र में माइनिंग है ओके हां आंध्रा में माइनिंग है तेलंगाना में माइनिंग हर जगह माइनिंग है तो वहां जो माइनिंग कर रहा है उससे जाकर जुड़ जुड़ और उसका माल बेचना चालू करो आपको प्रोडक्ट की समझ आ जाएगी उस अफिट बन गए एफिट बन गए एफिट कोर्स बेचते हो तो कोर्स की तो क्या ही मार्केट है इंडिया में बहुत छोटा मार्केट आपने समझो जी सागर जी आपने कोर्स कर लिया उसके बाद दूसरा कोर्स थोड़ी करोगे आप आप तो रुक गए एक साल रुक गए सर ये जो कोर्स वाली कंपनी रेवेन्यू कर रही है ना ये महीने का रेवेन्यू होता है माइनिंग कंपनीज का जो साल में वो स्ट्रगल करती है ना लाखों करोड़ों रु का वो डालती हैं एड स्पेंड्स करती हैं बर्न जिसे कहते हैं और इतनी मेहनत करके लाखों लोगों की टीम लगा के जो काम करती हैं उसमें टीम्स होती है 10-20 लोगों की सिर्फ जो ठीक है प्रोडक्शन साइड की टीम अलग हो गई जो खोद रही है हम पर माल बेचने का अकाउंटिंग का एक छोटा सा ऑफिस होता है आपको दिखेगा पता चलेगा पता भी नहीं चलेगा ये ऑफिस है ओके और उतने में साल का 10000 करोड़ का काम हो रहा होगा ओके तो इन या क्या हो गया है कि ऑडियंस जो है ना स्टक हो गई बोले यार अपने को तो यूटर बनना है या अपने को पर आपको पता है उनका एंपायर 25 बिलियन डॉलर का है तो ठीक है 25 बिलियन डॉलर का एंपायर करो उसके बाद कुछ भी करो यार इंसर व पैसे कमाने के लिए नहीं बने हां वो थोड़ी से रोज देख रहे कि मेरी अर्निंग कितनी हो रही है वो थोड़ी किसी ब्रांड के पास जाके बोलते यार ठीक है इस महीने 25 लाख का टारगेट है अपने को पाच ब्रांड चाहिए जो अपने को 2 लाख दे दे आईम नॉट रिगार्डिंग एवन व्ट आईम से इ कि इंडिया में आप सब हम सब लोगों के पास बहुत अपॉर्चुनिटी है हम क्यों अपने आप को सिर्फ सोशल से रिस्ट्रिक्टर सोशल मीडिया पे क्या है तो इन अपॉर्चुनिटी के बारे में जाने कैसे तो आपने बता दिया हां मैं आपको बताता हूं इन अपॉर्चुनिटी के बारे में आप जानोगे जब आप फील्ड पर उतरो ग मतलब फील्ड प उगे यानी कि आप एक्चुअली जाके किसी माइनर से मिलोगे किसी बंदे से मिलोगे किसी डिस्ट्रीब्यूटर से मिलोगे किसी रिटेलर से मिलोगे किसी पावर कंपनी के मालिक से मिलोगे जाके बोलोगे या फिर उसके इंजीनियर से मिलोगे आज एक और बहुत बड़ा बिजनेस है इंडिया में 35 लाख करोड़ की मेडिसिन बिकती है हर साल मैं ऐसे कई बंड्स को जानता हूं जिन्होंने चार पा साल में दो दवाइयां पकड़ी जेनरिक मेडिसिन क्रोसिन जैसी क्रोसिन इ अ जेनरिक मेडिसिन ठीक है जेनरिक मेडिसिन में 75 पर का ग्रॉस मार्जिन होता है 75 पर % ₹ की चीज ₹ में बिकती है जनरिक में क्योंकि गवर्नमेंट ने रिस्ट्रिक्टर ओके गवर्नमेंट ने रूल लगाया इसलिए 75 पर है नहीं तो मेडिसिन में 99 90 95 पर के मार्जिन है ओके ठीक है इनसे कैसे कमाना है तो इनसे आप अपनी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ओपन करो एमआर हायर करो मैंने बहुत कंपनियां देखी दो दवाइयां पकड़ती है तीन चार साल में 50 करोड़ का रेवेन्यू ले जाती है ये थोड़ा खुल के बताओ सर डिटेल में हां डिटेल में ये है कि जैसे देखो आदमी जिएगा बीमार होगा हम आप देखो एक इंसान को ना एक रोज की चीज पकड़नी है जिसमें रोज मेहनत ना करने पड़े पर इंसान के रोज की चीज की जरूरत हो ठीक है रू अफजा पकड़ा हमदर्द ने ठीक है उनकी जिंदगी निकल गई जीरो मार्केटिंग करते हैं और साल का 900 हजार करोड़ ट बेच देते हैं हम लोग लाइन लगा के खरीदते हैं आज कोई रिप्लेसमेंट नहीं आया उसका ठीक है अब रोज तो उनको कुछ नहीं करना पड़ रहा उसके लिए राइट तो एज अ एंटरप्रेन्योर या एज सम हु वांट्स टू मेक इनकम पैसा बनाना है आपको तो आपको ऐसा कुछ करना पड़ेगा जो आपको एलटीवी दे बहुत ज्यादा पैसा लाके दे आगे ओके तो ये जो मैं आपको विकल्प बता रहा हूं जैसे मैंने अभी माइनिंग बताया जब मैं आपको मेडिकल बता रहा हूं तो मेडिकल में क्या होता है कि अलग-अलग तरीके की दवाइयां होती है अब एक फीमेल है तो फीमेल के बहुत अलग-अलग तरीके की गायनी रिलेटेड पीसीओडी रिलेटेड ये सब दवाइयां होती है जनरिक इंडिया में अगर आप मैं आपको बताता हूं अगर आप एक स्मार्ट मार्केटियर हो और आप सिर्फ डायबिटीज और पेट साफ करने की दवाई ले आओगे ना आप 100 करोड़ का ब्रांड बन जाओगे 3 साल के अंदर 4 साल के अंदर अगर आप मार्केटियर अच्छे हो उसकी पैकेजिंग करके ये सब करके उसको हर जगह पहुंच के जो इसको मार्केटिंग डिस्ट्रीब्यूशन आ गया ना वो सिर्फ डायबिटीज की दवाई सिर्फ डायबिटीज की दवाई और पेट साफ रखने की सुबह की दवाई उतने में ही वो 100 करोड़ रुप का टर्न ले जाएगा तीन से चार साल के अंदर क्योंकि बहुत आपने केश किंग के बारे में सुना होगा केश किंग बाल वाला हां बाल वाला तो केश किंग के चूही चावला करती थी हां तो उनके जो मालिक है सूरज जुनेजा शायद उनके जो ओनर है उन्होंने 000 में वो कंपनी स्टार्ट की थी ओके ठीक है एक ही प्रोडक्ट था केश किंग और कोई प्रोडक्ट ही नहीं था उनके पास ठीक है उन्होंने चा साल उस प्रोडक्ट को जम के मार्केट किया सेल किया ठीक है अच्छा प्रोडक्ट बनाया हर जगह पहुंचे चौथे साल में उनका टर्नओवर था 35 300 करोड़ हम ठीक है 350 करोड़ था उनका चौथे साल का टर्न चौथा या पांचवा साल का टर्न 350 करोड़ था उसके बाद जाके उन्होंने वो कंपनी इमामी को 1700 करोड़ में बेच दी बताओ इमामी ने 1700 करोड़ देके तेल खरीदा तेल नहीं डिस्ट्रीब्यूशन खरीदा ब्रांड खरीदा कि वो रोज बिक रहा है खरीदा तो तेल ही अब उन्होंने क्या उन्होंने उसके बाद क्या किया डॉक्टर ऑर्थो खोला पेट सफा खोल दिया ओके ठीक हैने खोला जिन्होंने बेचा उसके बाद ये सारे ब्रांड्स ओपन कर दिए आज एक एक ब्रांड अपने आप में 55 हज करोड़ का ब्रांड है डॉक्टर औरथ आप जानते हो कौन-कौन उनकी एडवर्टाइजमेंट करता है अक्षय कुमार एडवर्टाइजमेंट करता हैय देवग अजय देवगन जी कर तो पॉइंट ये है कि इंडिया में ना हम लोग क्या है इंडिया इज अ कंट्री ऑफ एवरेज पीपल हम तो आपको ना बहुत इंटेलिजेंट बनने की जरूरत ही नहीं है मैं इतने कोयले के व्यापारियों को जानता हूं आप देखोगे आप पहचान नहीं पाओगे साल का 50 300 करोड़ रुप कमाते हैं कोयला का ऊपर नीचे करके सि कोयला बेच रहे हैं इस पावर प्लांट को भेज दे इसको भेज दे इसको भेज दे इसको हां वो उनमें ताकत क्या है ग्राउंड लेवल के प्रॉब्लम्स को वो सॉल्व करते हैं हम सबको साथ लेकर चलते हैं संगठित लेकर चलते हैं चाहे वो लोकल जनता हो लोकल पॉलिटिशियन हो कुछ भी हो मतलब जो इको सिस्टम होता है इन सब चीजों का उसको बट उसका आउटकम तो देखो ना 200 करोड़ 250 करोड़ साल का बनाते हैं मतलब लोगों की प्रॉब्लम को समझ में आना समझने में आना चाहिए बस मैं कह रहा हूं कि इस इस पॉडकास्ट को देखने वाली जनता ये ना सोचे कि मैं सिर्फ यूट्यूब बनके ही इस जीवन में पैसा कमा सकता दैट इज वन ऑफ द ऑप्शंस व्हिच हैज गुड सोशल कैपिटल बट लो फाइनेंशियल कैपिटल देर आर बिजनेसेस विच कैन गिव यू मैसिव फाइनेंशियल कैपिटल मैसिव सोच नहीं सकते आप मैं आपको एक बात बताता हूं अभी हम लोग मैं एक क्लाइंट के लिए एक इवेलुएशन चालू है मेरा देर इ समथिंग कॉल्ड एज स्पंज आयन ये क्या होता है हा मैं आपको बताता हूं जब आयरन ओर होता है तो आयरन ओर को जब उनको आयरन ओर को जब फाइनल प्रोडक्ट में कन्वर्ट करना है सली में कन्वर्ट करना है शीट में कन्वर्ट करना है तो फर्स्ट स्टेप होता है उसको स्पंज आयन बनाना होता है ठीक है तो स्पंज आयन बनाने के लिए देर इ अ प्रोसेस कॉल्ड डीआरआई ठीक है उसको उसमें क्लीन न लगती है तो अभी टेक्निकल में नहीं जाते उसका हम एक इवेलुएशन कर रहे हैं वो प्लांट लगा लगाया है ठीक है बैंक उसको फाइनेंस कर देगा इनकाम कुल मिला के ती करोड़ का कैपिटल लगेगा ये अच्छे बड़े लोग हैं हम हम जेब से दो-तीन करोड़ लगेगा बाकी सब इकट्ठा हो जाएगा कोई बैंक दे देगा कोई सप्लायर क्रेडिट दे देगा वो सब पूरा मैनेज हो जाएगा ह हम ठीक है उसका महीने का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स ₹ करोड़ ओके पहले दिन से पहले दिन से पहले दिन से लगी लगाई चीज है ये इंपॉर्टेंट है मैं मैं क्या कह रहा हूं कि ये ये अपॉर्चुनिटी लोगों को अवेल करनी है और वो कैसे करनी है घर बैठ के कोई नहीं आएगा आप जाओ उतरो उस सेगमेंट को समझो भाई आज अगर आप सरय के ट्रेडर बन जाओ आपको पता है मैं आपको बताता हूं आर्ती होते हैं आती आपको पता है जो चावल गेहूं धान का काम करते हैं छोटा सा आठ बा 6 का गल्ला होगा 5000 करोड़ का टर्नओवर होगा और 1 पर मार्जिन होगा 5000 करोड़ का 1 पर 50 करोड़ करोड़ होता है अपन रोते रहते मार्जिन ज्यादा चाहिए मार्जिन ज्यादा चाहिए अबे वो खेल गया 5000 करोड़ का गेम और 50 करोड़ लेके चला गया घर कोई केपेस नहीं कोई कुछ नहीं 8 बा 6 का गल्ला सोने का बुलियन जो बेचते हैं बुलियन जो बेचते हैं वो किलो के पीछे पा सा 00 कमाते हैं ठीक है ऐसे कई बुलियन ट्रेडर्स है इंडिया में जो दिन का 100 किलो करते हैं 8 बा 6 की जगह से अच्छा 8 बजे करना क्या है इधर से उधर तो करना है पहले पैसा आता है फिर बुलियन जाता है ओके नहीं पता लोगों को ये ट्रेड तो ये ट्रेड करो ना भाई पैसा कमाना है ना तो लो ये ट्रेड्स है आपके पास वंडरफुल तो मैं क्योंकि बिजनेस कंसल्टेंट हूं तो मैं बहुत जगह जाता रहता हूं मिलता हूं लोगों से बहुत मेरे क्लाइंट्स है ऐसे तो मैं खुद आश्चर्य चकित होता हूं यार कि मतलब द वर्ल्ड इज सो सिंपल हमने कॉम्प्लिकेट किया हुआ है लोग तो सिंपल काम करके पैसा बना रहे हैं बस लगे रहे अब वो गोल्ड बुलियन वाला पिछले 15 साल से लगा हुआ है पर वो दिन का ₹ लाख कमा रहा है यार दिन का 10 लाख दिन का ₹ लाख कमा रहा है बा छ के गल्ले से चार लोगों की टीम रख के वो देख के लगे हुए नहीं कि तुम वो हां मत आप देखिए आप पहचान ही नहीं सकते ये बंदा दिन का ₹ लाख रप ठोक रहा है इट्स इंपॉसिबल तो ये जो सब चीजें है ना ये भी लोगों को देखनी चाहिए सिर्फ यहां हम ये नहीं कह दें कि यही एक फील्ड है जहां पैसा कमा सकते हैं इंडिया में बहुत अपॉर्चुनिटी है पैसा कमाने की जम के अपॉर्चुनिटी है वंडरफुल जम के अपॉर्चुनिटी अपॉर्चुनिटी ही अपॉर्चुनिटी है अगले 10 साल 20 साल तो सिर्फ अपॉर्चुनिटी है किसी चीज में हाथ डाल दो कोयला भी सोना है ऐसा क्यों कह रहे हो 10 साल 20 साल अपॉर्चुनिटी अपॉर्चुनिटी है देखिए गवर्नमेंट स्टेबल हुई है हम प्रोबेबिलिटी ऑफ दिस गवर्नमेंट गेटिंग रिपीटेड इज वेरी हाई कि वापस आ जाएगी ग्रोथ इन्होंने दिखा दिया कि इनको करनी आती है इ इनोवेटिव मेथड यूज करते हैं अ कैपिटल रेज करने की कैपेबिलिटी बहुत अच्छी है इंटरनेशनल रिलेशनशिप्स मैनेज करने की कैपेबिलिटी बहुत अच्छी है पूरा वर्ल्ड इन्वेस्ट कर रहा है अभी पीछे एफआईआई ने पैसा निकाला इंडिया से पहले इन्होंने करीबन 35400 हज करोड़ दो महीने डाला नवंबर दिसंबर में फिर जनवरी फरवरी में करीबन 40000 करोड़ निकाला सबको अगर यह 10 साल पहले का टाइम होता तो मार्केट क्रैश कर गई होती 22000 निफ्टी 16000 पे आ चुका होता था आज 22000 का निफ्टी 222000 पे खड़ा है क्यों खड़ा है लोगों को भरोसा है नहीं क्योंकि इंडिया का डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर जो है उसने बचा लिया है उसने आज उन दो महीने के अंदर जब इन्होंने 40000 करोड़ निकाला उसने 40000 करोड़ डाल दिया और उस 40000 करोड़ में से 19 20 हज करोड़ की एसआईपी थी ओ आज 19 20 हज करोड़ की महीने की एसआईपी है इंडिया और अभी कितने ही अकाउंट्स है 3 करोड़ हम अगेंस्ट द नंबर ऑफ जनता जो हमारे पास है 150 करोड़ की जनता में सिर्फ तीन करोड़ अकाउंट्स है जो पैसा डाल रहे हैं आज के दिन तो अभी तो बहुत बाकी है अभी तो मतलब इतना आई एम पर्सनली अगर ये स्टेबिलिटी पॉलिटिकल लेवल की स्टेबिलिटी रहे हम तो आई एम टेलिंग यू देयर इज नो आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है इंडिया में कोई भी एक चीज पे हाथ रख लो कोई भी एक चीज पे मतलब कोयला बेचो ग तो अगले 10 साल कोयला बेचो मेडिसिन बेचो ग अगले 10 साल मेडिसिन बेचो करना चाहते हो अगले 10 साल youtube2 करोड़ बना लूंगा तो बहुत है 10 करोड़ बना लूंगा तो बहुत है मैं एक इंडिया के लार्जेस्ट मेडिसिन ओईएमएस हैं तो बोलते जब हमने बिजनेस चालू किया तो हमने सोचा था कि दोनों के पास बिजनेस इतना करेंगे कि दोनों के पास 10-10 करोड़ का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स मतलब हाथ में आ जाए मतलब टैक्स पैक्स देने के बाद जेब में 10-10 करोड़ हो दोनों भाइयों के बोलते ये टारगेट हमारा दो साल में पूरा हो गया ओके आज उनका टर्नओवर 4500 करोड़ है हम तो आपको पता नहीं होता व्हाट इज लाइफ इन स्टोर फॉर यू इफ यू कीप ऑन डूइंग ग्रेट थिंग्स मतलब आप करते रहो करते रहो करते रहो पैसा बनाने के इंडिया में हर चीज में आज आप कचरा भी बेचो ग तो पैसा कमा लोगे छोड़ो यार क्या ही करना कचरा बेचो तो भी पैसा बना सकते हो नॉर्वे में बेच दो जाके ये डिस्कशन मुझे रोकने का मन नहीं कर रहा लेकिन समय हो चुका होगा तो हमें डिस्कशन रोकना पड़ेगा खैर इसके बाद हम अगला डिस्कशन फिर से कर सकते हैं लोगों के कमेंट्स पे छोड़ते हैं कि आपके अगर कमेंट्स आते हैं तो संजय सर को हम दोबारा इनवाइट करके इस डिस्कशन को कंटिन्यू कर सकते हैं डेफिनेटली और सच में मुझे बड़ा मजा आ रहा है मैं ऑफलाइन बहुत डिस्कस करने वाला हूं तो वो आपको अगली बार मिल सकता है मेरे को तभी ले लूंगा मैं सर से चलो थैंक यू फॉर कमिंग थंक यज सर और तहे दिल से धन्यवाद बहुत कुछ सिखाया फॉर गेटिंग थैंक यू थैंक यू एंड आई होप ऑडियंस को ये पसंद आया हो एंड इसमें से कुछ भी छोटा सा भी वो इंप्लीमेंट करेंगे तो उनके लाइफ में बहुत बड़ा डेल्टा आ जाएगा वंडरफुल थैंक यू वेरी मच थैंक यू थैंक यू