मुसलमानों का राजनीतिक प्रतिनिधित्व

Aug 9, 2024

मुस्लिम लीग

परिचय

  • मुस्लिम लीग एक राजनीतिक पार्टी है जो सभी भारत के मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करती है।
  • इसकी स्थापना का कारण प्रमुख रूप से हिन्दू-मुस्लिम के बीच विभाजन और मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा करना था।

कांग्रेस की स्थापना (1885)

  • स्थापना: 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई।
  • संस्थापक: ए.ओ. ह्यूम और पहले अध्यक्ष डब्ल्यू.सी. बेनेर्जी थे।
  • यह पार्टी सभी धर्मों के लोगों का प्रतिनिधित्व करती थी।

मुस्लिम लीग की आवश्यकता

  • ध्यान देने योग्य कारण:
    • सोवरेनिटी का नुकसान: ब्रिटिश शासन के आने से मुसलमानों की शक्ति खो गई।
    • 1857 का विद्रोह: मुसलमानों ने इस विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
    • अंग्रेजों की नीति: अंग्रेजों ने हिन्दू-मुस्लिम के बीच विभाजन की नीति अपनाई।

मुस्लिम समुदाय की स्थिति

  • शिक्षा और व्यापार में पिछड़ापन: मुसलमानों की शिक्षा और व्यापार में कमी आई।
  • अर्थव्यवस्था में भेदभाव: ब्रिटिश सरकार ने जानबूझकर मुसलमानों को विकास से दूर रखा।

प्रमुख घटना - मुस्लिम लीग की स्थापना (1906)

  • तारीख: 30 दिसंबर, 1906 को मुस्लिम लीग की स्थापना की गई।
  • महत्वपूर्ण व्यक्ति: नवाब सैमीउल्ला खान, जो इसके पहले अध्यक्ष बने।
  • आगा खान: इसे स्थायी अध्यक्ष बनाया गया।

मुस्लिम लीग के उद्देश्य

  • राजनीतिक अधिकारों का संरक्षण: मुसलमानों के हितों की रक्षा करना।
  • अधिकारी पदों में आरक्षण: मुसलमानों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण मिलना चाहिए।
  • सेपरेट इलेक्टोरेट: मुस्लिम समुदाय के लिए अलग मतदाता क्षेत्र।

मुस्लिम लीग और राष्ट्रीय आंदोलन पर प्रभाव

  • अवशोषण: मुस्लिम लीग ने अपनी अलग पहचान विकसित की।
  • हिंदू-मुस्लिम की एकता: विभिन्न समय पर कांग्रेस और मुस्लिम लीग में कुछ समय के लिए एकता हुई।
  • लखनऊ पैक्ट (1916): कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच समझौता।

लखनऊ पैक्ट के महत्व

  • पहली बार संयुक्त मांग: कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने एक साथ अपनी मांगें प्रस्तुत की।
  • आर्थिक स्थिति: मुस्लिम लीग ने मुसलमानों की आर्थिक स्थिति में सुधार की मांग की।

निष्कर्ष

  • मुस्लिम लीग का गठन और इसकी गतिविधियाँ भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाईं।
  • यह संगठन धार्मिक आधार पर समाज में विभाजन की एक महत्वपूर्ण कड़ी बना।

अंतिम नोट्स

  • मुस्लिम लीग और कांग्रेस के बीच की संघर्ष की कहानी इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है।
  • यह विभाजन और साम्प्रदायिकता की कहानी है, जो आज भी महत्वपूर्ण है।

यह नोट्स सीएससी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए हैं, जो इतिहास के इस अध्याय का गहन अध्ययन करना चाहते हैं।
अपने शिक्षक द्वारा दी गई निर्देशों का पालन करें और अध्ययन में सहायक बनें।

धन्यवाद!

आपकी मेहनत से ही आप अपने अध्ययन में सफल हो सकेंगे!
सर तृण रुपानी
[यूट्यूब चैनल नाम: गूगल सर]