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आय और रोजगार का निर्धारण

Nov 14, 2024

निर्धारण आय और रोजगार

यूनिट 3: निर्धारण आय और रोजगार

  • टोटल तीन चैप्टर:
    • अध्याय 7: समग्र मांग, समग्र आपूर्ति और संबंधित अवधारणाएँ
    • अध्याय 8: अल्पकालिक संतुलन उत्पादन
    • अध्याय 9: घटिया मांग और अधिक मांग की समस्या

अध्याय 7: समग्र मांग, समग्र आपूर्ति और संबंधित अवधारणाएँ

समग्र मांग (Aggregate Demand)

  • समग्र मांग का अर्थ:
    • देश में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं की कुल मांग
    • एक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) में कुल व्यय
    • फ्लो कॉन्सेप्ट: पूरे वर्ष की अवधि में माप
  • समग्र मांग के दो संबंध:
    • मूल्य स्तर के साथ (प्राइस लेवल)
    • आय के साथ (इनकम)
  • संबंध:
    • मूल्य वृद्धि से मांग कम होती है (नकारात्मक संबंध)
    • आय वृद्धि से मांग बढ़ती है (सकारात्मक संबंध)
  • समग्र मांग: योजनाबद्ध मांग (Planned Demand)

समग्र मांग के घटक

  • बंद अर्थव्यवस्था (Closed Economy): कोई निर्यात या आयात नहीं
  • खुली अर्थव्यवस्था (Open Economy): निर्यात और आयात होता है
  • दो सेक्टर क्लोज्ड अर्थव्यवस्था:
    • गृहस्थ क्षेत्र (Household Sector): उपभोग व्यय (C)
    • उत्पादक क्षेत्र (Producer Sector): निवेश व्यय (I)
    • समग्र मांग = C + I
  • तीन सेक्टर क्लोज्ड अर्थव्यवस्था:
    • अतिरिक्त: सरकारी व्यय (Government Expenditure)
    • समग्र मांग = C + I + G
  • खुली अर्थव्यवस्था:
    • अतिरिक्त: शेष विश्व (Net Exports = X - M)
    • समग्र मांग = C + I + G + (X - M)

दो सेक्टर क्लोज्ड अर्थव्यवस्था

  • आय (Y) और समग्र मांग
  • स्वतःस्फूर्त उपभोग (Autonomous Consumption) जब आय शून्य होती है
  • निवेश (Investment) को स्थिर मानते हैं

समग्र आपूर्ति (Aggregate Supply)

  • अर्थ: आने वाले वित्तीय वर्ष में देश के उत्पादकों द्वारा कुल उत्पादन
  • संबंधित: आय उत्पन्न होती है
  • आय = जीडीपी = उत्पादन = समग्र आपूर्ति

उपभोग फंक्शन (Consumption Function)

  • आय और उपभोग के बीच का संबंध
  • गणितीय रूप से: C = C̅ + bY
    • C̅: स्वतःस्फूर्त उपभोग
    • b: मार्जिनल प्रवृत्ति (MPC)
    • Y: आय
  • ब्रेक इवन पॉइंट: जहां आय और उपभोग समान होते हैं

बचत फंक्शन (Saving Function)

  • आय से उपभोग घटाने पर बचत प्राप्त होती है
  • गणितीय: S = -C̅ + (1 - b)Y

अन्य महत्वपूर्ण अवधारणाएँ

  • औसत प्रवृत्ति और मार्जिनल प्रवृत्ति के जोड़ का 1 होना
  • APC + APS = 1
  • MPC + MPS = 1

महत्वपूर्ण बिंदु

  • MPC (मार्जिनल प्रवृत्ति उपभोग) और MPS (मार्जिनल प्रवृत्ति बचत) का गणना
  • समग्र मांग और समग्र आपूर्ति के संबंध ग्राफ और शैड्यूल के माध्यम से
  • अध्ययन के लिए दो सेक्टर क्लोज्ड अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना

यह नोट्स अध्याय 7 के मुख्य पहलुओं को कवर करते हैं और स्टूडेंट्स के लिए एक उपयोगी अध्ययन सामग्री हो सकते हैं।