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आय और रोजगार का निर्धारण

आज हमारी मैक्रो की वन शॉट लेक्चर सीरीज का डे सेवन्थ और टुडे वी आ गोईंट टू स्टार्ट आर यूनिट री डिटर्मिनेशन आफ इनकम आंड इंप्लॉयमेंट देखो इस यूनिट के अंदर हमारे पास में टोटल तीन चाप्टर्स हैं मतलब अलग-अलग हम लोग इस unit के अंदर तीन chapter करेंगे, chapter number 7 हमारा aggregate demand, aggregate supply and related concepts, फिर chapter number 8 हमारा short run equilibrium output, और last chapter हमारा problem of deficient demand and excess demand, तो आज हम लोग करेंगे हमारा chapter number 7 aggregate demand, aggregate supply and related concepts, शुरू करें. सबसे पहले चाप्टे की शुरुआत होती है कि aggregate demand क्या होता है याद करो हम लोगों ने class 11 के अंदर simple demand पढ़ा था जहाँ पर हम एक individual consumer की demand की बात कर रहे थे या फिर group of consumers की demand की बात कर रहे थे यहाँ पर हम लोग बात कर रहे है aggregate demand की aggregate demand का मतलब है total demand हमारी country में जितने भी goods and services produce हुए हैं उनकी कितनी demand करी जारी है कितनी total demand है उन goods and services पर total कितना expenditure करा जा रहा है उसे हम लोग क्या बोलते aggregate demand aggregate demand का मतलब है एक accounting year के अंदर यानि कि first April से लेके 31st March तक हमारी economy में जितने भी goods and services produce करे हैं उन पर कुल मिला कर कितना खर्चा किया जा रहा है कितना उन goods and services पर expenditure करा जा रहा है इसे हम लोग क्या बोलते है aggregate demand क्या समझे एक accounting year के अंदर अंदर, 1st April से 31st March तक, हमारी country में जितने भी goods and services का production हुआ है, उन पर total कितना खर्चा किया जा रहा है, कितना total expenditure करा जा रहा है, वो क्या होती है हमारी aggregate demand, समझ में आ गई यहाँ तक बातें, तो हम यहाँ पर कभी भी किसी particular goods and services की बात नहीं करते हैं, हम सारे goods and services की बात करते हैं, जो हमारी economy में produce करे गए हैं, और पूरे accounting year की बात कर रखे हैं यानि कि ये क्या है एक flow concept है अगर हम किसी भी चीज को over a period of time measure करते हैं यहाँ पर हम पूरे year की बात करें मतलब क्या है ये flow concept है समझ में आगे यहाँ तक बाते clear हैं अब देखो एक चीज हमेशा दिमात में रखना ये जो aggregate demand होती है इसका relation दो चीजों के साथ में होता है एक aggregate demand का relation होता है price के साथ में जिसे हम बोलते general price level और एक relation होता है income के साथ में, याद करो हम लोगों ने class 11 के अंदर demand का relation पढ़ा था price के साथ में, जब भी किसी चीज की prices बहुत ज़्यादा increase होती है, तो वो चीज की demand क्या हो जाती है, कम हो जाती है, ऐसा ही होता है, तो प्राइस और demand में कैसा relation होता है, negative बोले तो inverse relation होता है, price increase, demand कम, price decrease, demand increase होगी इसलिए हम बोलते हैं यहाँ पर demand curve कैसा होता है downward sloping होता है मतलब कैसे बनाते हैं हम demand curve इस तरह से बनाते हैं जैसे हम लोगों ने class 11th में बनाया था लेकिन अब हम लोग class 12th में पढ़ेंगे demand का relation aggregate demand का relation किसके साथ में income के साथ में देखो हमेशा याद रखना income और aggregate demand दोनों के बीच में कैसा relation होता है positive relation होता है खुद सोच के देख लो जैसे हमारी income increase होती जाती है, हमारी demand increase होती जाती है, समझ में आया, जब income कम होती है, तो कम demand करते हैं, income बढ़ती जाएगी, तो गाड़ी भी चाहिए, bike भी चाहिए, bungalow भी चाहिए, हमारी demand बढ़ती जाती है, तो दोनों में positive relation होता है, इसी लिए इसका जो curve होता है, income के साथ में दोनों में कैसा relation है positive relation है समझ में आ गया किस की बात कर रहे हैं कि हमारी country में जितने भी goods and services produce करे गए हैं एक accounting year के अंदर उन पर total कितना expenditure किया जा रहा है that is aggregate demand और सबसे important बात हम हमेशा यहाँ पर planned demand की बात करते हैं हम कभी भी actual demand की बात नहीं करते हम actual demand की ब हम बात करें हैं कि आने वाले accounting year के अंदर जितने भी country में goods and services produce करें जाएंगे उस पर लोग कितना खर्चा करेंगे हम हमेशा यहाँ पर future की बात करते हैं यानि की plan की बात करते हैं हम यहाँ पर बात करें what people wish to spend आने वाले accounting year में लोग हमारी country में जितने भी goods and services produce होंगे उन पर कितना खर्चा करेंगे तो यह सबसे important बात है हम यहाँ पर हमेशा किस की बात करते हैं future की बात करते हैं, plan की बात करते हैं, कभी भी actual की बात नहीं करते हैं, समझ में आ गया aggregate demand होता क्या है, correct हैं यहां तक, अब देखो हम बात करते हैं, aggregate demand के क्या-क्या components होते हैं, मतलब aggregate demand में क्या-क्या आता है, तो सबसे पहले एक समझो, एक तो होती है closed economy, एक होती है open economy, देखो closed economy मतलब ऐसी economy, मतलब एक ऐसी country जो ना export करती है, ना import करती है, दूसरी countries के साथ में कोई trade relation नहीं है, कोई export import नहीं है, इस तरह की economy को हम closed economy बोलते हैं, वही एक ऐसी economy जिसने दूसरे देशों के लिए अपने दरवाजे खोल रखे हैं, export भी होता है, import भी होता है, उस तरह की economy को हम लोग क्या ब दो कंट्रीज है दो तरह की इकोनॉमी होती है एक होती है टू सेक्टर प्लोस्ट इकोनॉमी जिसमें सिर्फ दो सेक्टर्स एक्जिस्ट करते हैं एक होती है ट्री सेक्टर इकोनॉमी जिसमें तीन सेक्� तो देखो two sector closed economy में दो sector कौन-कौन से exist करते हैं एक होता है हमारा household sector household sector यानि कि आप में हम सब लोग जो goods and services की demand करते हैं क्योंकि उन पर पैसा खर्च करके हमें satisfaction मिलता है और एक होता है हमारा producer sector जो goods and services का क्या करता है production करता है तो देखो household sector जो खर्चा करता है उससे हम बोलते है household consumption expenditure जिसे हम किस से denote करते हैं C से denote करते हैं पहले भी पढ़के आए हैं और producer sector जो खर्चा करता है उसे बोलते हैं producers investment expenditure यानि कि जिसे हम I से denote करते हैं तो two sector closed economy में aggregate demand कैसे निकलेगी C plus I यानि कि household consumption expenditure प्रिस producers investment expenditure समझ में आया वही three sector closed economy में हमारे पास में एक तीसरा sector और आ जाता है कौन सा sector हमारा government sector तो aggregate demand कैसे निकलता है household consumption expenditure C प्लस प्रेडूसर्स इन्वेस्टमेंट एक्सपांडिचर आए, प्लस गवर्मेंट एक्सपांडिचर, सरकार का खर्चा भी प्लस कर दो, दैट इस थ्री सेक्टर क्लोस्ट एकनॉमी, समझ में आ गया, और ओपन एकनॉमी के अंदर हमारे पास में एक लास्ट सेक्टर और आ एक जी हो गया government expenditure एक होता है x-m, x का मतलब होता है exports, m का मतलब होता है imports, x में से यानि कि exports में से imports को minus करा तो हमें क्या मिला net exports, net exports को हम denote करते हैं x-m से, समझ में आ गया है वही सारी बाते लिखी है, two sector closed economy में, two sector है household sector के खचे को बोलते है household consumption expenditure, producer sector के expenditure को बोलते है producers investment expenditure, थ्री सेक्टर क्लोस्ट इकोनॉमी में थर्ड सेक्टर और आ जाता है हमारा गवर्मेंट एक्स्पांडिचर और गवर्मेंट चाहे कंजम्शन पर खर्चा करे गवर्मेंट बहुत सारे फूड ग्रेंस खरीदती है और फिर उसे जो लोग बिलो पोवर्टी लाइन होते हैं उ और open economy के अंदर last sector हमारा कौन सा होता है rest of the world यानि कि abroad इसमें हम क्या plus करेंगे x-m export-import बोले तो net export समझ में आगे अच्छे से clear है यहाँ तक अब देखो हम लोग हमारे course के according हमेशा यही मान के चलते हैं कि हम कौन सी economy study कर रहे हैं two sector closed economy study कर रहे हैं जहाँ पर सिर्फ दो ही sector है household sector है जो अपना consumption expenditure कर रहा है producer sector है जो अपना investment expenditure कर रहा है हम ये मान के चलते हैं कि government sector भी exist नहीं करता और rest of the world भी exist नहीं करता समझ में आगई बाते तो एक चीज़ बहुत ध्यान से देखना एक two sector economy के अंदर aggregate demand कैसे निकलेगा मैंने बताया दो ही components से aggregate demand कैसे निकलता है एक होता है household consumption expenditure plus एक होता है हमारा investment producers investment expenditure इनकम को हम लोग ECO में किस से denote करते हैं, Y से denote करते हैं, तो इनकम हम लोगों ने ले लिया, 0 से start करा है, इनकम देखो constantly increase हो रही है, 2020 के gap से increase हो रही है, आप कोई भी table बना सकते हो, same pattern के अंदर better है, एकी table याद कर लो, exam में सोचने में भी time waste नहीं होगा, तो 0, 20, 40, 60, 2020 के gap से increase हो रही है, एक हम लोगों ने ये consumption लिया है, consumption आप देखो, ये again same gap से increase हो रहा है, 10-10 के difference से increase हो रहा है, 30, 40, 50, 60, 70, 80, 90 अब यहाँ पर एक चीज़ दिमाग में रखनी है इवन अगर हमारी income जीरो होगी तभी भी बन्दे का कुछ ना कुछ तो consumption expenditure होगा ही आप खुछ सोचके देख लो अगर हमारी income जीरो है तभी भी हम कुछ ना कुछ तो खर्चा करेंगे covid में बहुत सारे लोगों की जो income थी वो जीरो थी पर कर रहे थे कपड़ों पर कर रहे थे खाने पर कर रहे थे बेसिक खर्चा चाहे वह अपनी सेविंग्स में से पैसा निकाल रहे थे चाहे वह किसी से बॉरो कर रहे थे हमेशा कुछ ना कुछ एक्सपांडेचर तो होता है इन इनवेस्टमेंट यह जो दूसरा कॉम्पोनेंट है यह हम पूरी किताब में मान के चलेंगे कैसा है कॉन्स्टेंट है इसे हम लोग क्या बोलते हैं और टोनॉमस इनवेस aggregate demand कैसे निकलता है दोनों को plus कर दो 30, 10, 40, 10, 50, 10, 60 and so on यह aggregate demand आ गया समझ में आ गई बाते हर चीज constantly increase हो रही है investment हमारा 10, 10 हमने constant लिया जब income zero है तभी भी कुछ ना कुछ खर्चा हो रहा है जो life की basic survival के लिए इंसान करता है और इसी खर्चे को हम लोग बोलते हैं autonomous कंजम्शन क्या बोलते हैं ऑटोनॉमस कंजम्शन इवन इनकम जीरो तभी भी इंसान कुछ ना कुछ कंजम्शन एक्सपांडिचर करता है अपनी लाइफ की बेसिक सर्वाइवल के लिए डाट इज नोन एस ऑटोनॉमस कंजम्शन और इस 30 को इस खर्चे को हम जब ही भी हम किसी चीज को टेबल की फॉर्म में रिप्रेजेंट करते हैं जब ही हम किसी चीज को टेबल से शो करते हैं ना उसे हम हमेशा क्या बोलते हैं शेडूल बोलते हैं तो एग्रिगेट डिमांड और इंकम के रिलेशन को जब हम टेबल की हेल्प से शो करते हैं उसे ह और aggregate demand के relation को हम लोगों ने table की help से show करा है इसे हम लोग क्या बोलते aggregate demand schedule अब देखो यहाँ पर हमें क्या समझ में आ रहा है there is always some minimum expenditure even when income is zero जब हमारी income zero है तबी भी कुछ ना कुछ expenditure तो हो ही रहा है बता दिया इनसान अपनी life की basic survival के लिए कुछ खर्चा करता है चाहे वो किसी से पैसा borrow करे चाहे वो अपनी savings में से पैसा निकाले इसी को हम लोग क्या बोलते है negative savings, यह खर्चा करने के लिए इनसान की savings है, वो minus में चले गई अगर उसने किसी से पैसा borrow भी करा तो future में उसे लोटाना पड़ेगा, savings minus हो गई, समझ में आया, फिर हम लोग एको आगे देखते हैं, जैसे इनसान की income increase होती जाती है उसका खर्चा भी increase होता जाता है aggregate demand increase होती जाती है, आप देखो income increase हो रही है, income increase हो रही है, तो हमारी aggregate demand भी increase होती जा रही है, इससे हमें पता चलता है, income और aggregate demand दोनों में कैसा relation है positive relation है और बहुत काम की बात एक level ऐसा आता है अभी आप देखो income 0 है expenditure 40 है income 20 है expenditure 50 है यहाँ पर देखो income 80 है expenditure 80 है लेकिन इस level के बाद में income इंसान 100 की कर रहा है लेकिन वो खर्चा कितना कर रहा है सिर्फ 90 ही कर रहा है एक level के बाद में जो aggregate demand है हमारा व इनकम कम थी अभी भी aggregate demand जादा थी income 40 थी aggregate demand 60 थी income 60 aggregate demand 70 अब income और aggregate demand दोनों equal है अब income 100 है लेकिन इनसान का expenditure सिर्फ 90 ही है कमा 120 रहा है, कर्च सिर्फ 100 ही कर रहा है एक level के बाद में जो aggregate demand है वो income से पीछे रह जाता है क्योंकि लोग अपनी income का कुछ part अब save भी करने लग जाते हैं AD lags behind Y, इसका मतलब है अब AD जो है वो एक level के बाद में income से पीछे रह गया, because people start saving a part of their income, correct है, सारी बाते समझ में आगे बढ़े, अब देखो जब उसी AD schedule को हम लोग graph पर represent करते हैं, जब उसी को हम graph paper पर बना दें, या फिर diagrammatic presentation कर देते हैं, जब हम AD schedule का, तब हमें मिलता है AD curve, हमेशा याद रखना income को हम y से denote करते हैं और income को ही GDP भी बोला जाता है output भी बोला जाता है अभी आगे चलके पता चलेगा income का ही दूसरा नाम है GDP या output y axis पर हम हमारी aggregate demand दिखा रहे हैं कैसे आया देखो income हमारी 0 से start हुई है और constantly increase हो रही है न 2020 की gap से सिर्फ एक straight line बनानी है यह straight line बनाई 45 degree के angle पर बनाई है in fact आपको actually measure करने की भी सर्वत नहीं है कि 45 degree के पर बन रही है क्या, बस एक straight line बनाओ और यहाँ पर लिख दो कि 45 degree के angle पर हम लोगों ने ये line बना ली, समझ में आया investment की बात करें तो हर level पर 10 है, income 0 है तब भी 10 है income 20 है तब भी 10 है, 40 है तब भी 10 है, तो investment के लिए straight horizontal line बन गई जो x-axis के parallel है, consumption की बात करें तो income 0 है, consumption 30 है income 20 है, consumption हमारा 40 है, income 40 है, consumption हमारा 50 है तो ये consumption का curve बन गया, उपरी की तरफ जा रहा है, upward sloping है, इसी तरह से aggregate demand का curve भी बना दिया, ये हो गया हमारा AD curve, समझ में आया? एक चीज यहाँ पर ध्यान रखना, exam में question भी पूछा जाता है, जो AD वाला कर्व है और consumption कर्व है ये दोनों एक दूसरे के क्या है पैरलल है उसके पीछे बहुत ही simple सा reason है aggregate demand हमारा कैसे आता है मैंने पीछे बताया two sector closed economy में C plus I ऐसे ही आता है अगर इस AD में से मैं C को minus कर देती हूँ AD में से मान लो मैंने C को minus करा तो मेरे पास में क्या बचे इनका कर्व क्या है? पैरलल है क्योंकि दोनों को सब्ट्रैक करके क्या आता है?

इन्वेस्ट्मेंट आता है जो कि हर लेवल पर क्या है? कॉंस्टेंट है और AD हमारा कहां से स्टार्ट हुआ है? Y-Axis पर positive side से start हुआ है अगर कोई भी चीज नीचे से start होती है अगर मालू ये जो y-axis वाली line नीचे से है तो हम बोलते है negative y-axis से start हुआ है लेकिन ये positive y-axis से start हुआ है क्यों कि autonomous consumption भी था जब income zero थी तब भी इनसान कुछ ना कुछ खर्चा कर ही रहा था this is the reason AD हमारा कभी भी zero नहीं रहा same ऐसे ही aggregate demand हम लोगों ने पढ़ लिया अब aggregate supply क्या होता है ध्यान से समझना देखो aggregate supply का मतलब again वही है कि आने वाले accounting year के अंदर हमारी country के अंदर जितने भी producers हैं वो total कितना production करने वाले हैं उसे हम लोग क्या बोलते है aggregate supply आने वाले accounting year के अंदर हमारी economy के अंदर हमारे जितने भी producers हैं वो total कितना production करने वाले हैं वही again हम किसकी बात करने ह आने वाले साल के अंदर हमारी कंटरी में कितने गुर्जो सर्वेसेस का प्रड़क्शन होगा, कितने गुर्जो सर्वेसेस का फ्लो होगा, इसे हम लोग क्या बोल देते हैं, aggregate supply, और याद रखना जो प्रड़क्शन होता है, जब प्रड़क्शन होता है, तो कुछ ना कुछ value जब production होगा यानि कि कुछ ना कुछ value add हो रही है तो क्या होगी income generate होगी इसलिए जो income होती है production का मतलब क्यों होता है GDP होता है output भी होता है इसलिए हम income को GDP भी बोलते हैं output भी बोलते हैं और production को ही aggregate supply भी बोला जाता है बहुत important बात है याद रखना income का ही दूसरा नाम है GDP या फिर output या फिर production और income को ही हम क्या बोलते हैं aggregate supply जब supply होगी तब ही तो income generate होगी समझ में आया अब इसका हमें schedule कैसे बनाना है, schedule मतलब table है, जो relation show कर रही है, aggregate supply और income के बीच में, मैंने पीछे भी बताया, income को ही हम aggregate supply भी बोलते हैं, तो कुछ नहीं है, ये income है, जो 2020 के gap से increase हो रही है, तो यही हमारी aggregate supply होगी, क्योंकि जब supply होती है, तब ही income generate होती है, दोनों चीजे बरा प्रोडूसर्स एकोनॉमी में जितना चाहें वो उतना प्रोडॉक्शन कर सकते हैं कभी भी अगर एक्स्ट्रा डिमांड आती है तो प्रोडूसर्स हमेशा उस एक्स्ट्रा डिमांड को फुलफिल कर सकते हैं क्योंकि हम ये मान के चलते हैं एकोनॉमी में हमेशा क्या होती है एक्सस केपासिटी होती है 20,000 तक की डिमांड आई प्रोडूसर्स 20,000 तक का बना देगा मान लो अचानक से 50,000 गुड्स की डिमांड आती है तो प्रोडूसर्स 50,000 गुड्स भी बना सकता है और हम ऐसा क्यों मान के चलते हैं क्योंकि जब कील्स ने ये थियोरी दी थी ना तो ये थियोरी उस वक्त दी गई थी जब मैंने आपको चाप्टर नमर वन पढ़ाया था ना जब यौरप और नौर्थ अमेरिका के अंदर ग्रेट डिपरेशन आया था 1930s का उस टाइम पर ग् तो कीन्स ने यह assumption ले लिया हमेशा economy में क्या होती है excess capacity होती है जितनी demand आएगी ना producer उतनी demand को fulfill कर सकता है समझ में आगई बात correct है यहाँ तक अब देखो इसका भी curve कैसे बनाएंगे तो जो income वाला curve था वो मैंने क्या बताया आपको कुछ नहीं करना एक straight line बनानी है 45 degree के angle पर तो कुछ नहीं करना, 0 से start करना है, 45 degree के angle पर एक straight line बना देनी है, वही हमारी income है, वही क्या है, हमारी aggregate supply है, समझ में आगे अच्छे से, अब देखो एक चीज बहुत अच्छे से समझना, दिमाग में fit रखना, इनसान अपनी income से दो ही चीजे करता है, आप अगर मान लो 100 रु पाने पीने का, मालो आपने 80 रूपीज क्या कर दिये, खर्च कर दिये, 80 रूपीज आपने खर्च कर दिये, अब बचे हुए पैसे को आप क्या करोगे, सेविंग कर दोगे, क्या करोगे, सेविंग करोगे, 20 रूपे आपने क्या कर लि तो यहां से एक चीज और आ गई कि income is equal to consumption plus saving यह भी हो सकता है सही बात है income is equal to consumption plus saving वही लिखा है यह हमारी income है 0, 20, 40, 60, 80 मान लो अब इंसान ने income से consumption करा जब income 0 थी तब भी कुछ ना कुछ consumption कर रहा था autonomous consumption life की basic survival के लिए इंसान income से दो इचीरे करता है consumption और बाकी पैसे को वो क्या करता है save करता है तो income 0 थी तभी भी वो कुछ ना कुछ consumption कर रहा था यानि कि वो 30 रुपे वो कहां से लाया उसने किसी से पैसा borrow करा या फिर अपने savings में से पैसा निकाला तो savings क्या हो गई थी negative हो गई थी income 20 है खर्चा 40 है extra 20 रुपे कहां से लाया savings में से निकाला savings negative income 40 है खर्चा 50 है अभी भी 10 रुपे extra वो खर्च कर रहा है ये 10 रुपी savings में से निकाला savings minus का 10 है income 60 है, खर्च भी वो 60 कर रहा है, मतलब अब कुछ भी save नहीं कर रहा, ना savings में से निकार रहा है, savings 0 है, income 80 है, इनसान spend 70 कर रहा है, मतलब 10 rupees वो क्या कर रहा है, save कर रहा है, तो income is equal to consumption plus saving भी हो सकता है, इस चीज़ दिमाग में रखना, और मैंने बताया, income को ही हम aggregate supply भी बोलते हैं, C plus S, income is equal to C plus S, same as it is एक और बन गया aggregate supply is equal to C plus S समझ में आगे aggregate supply is equal to C plus S कैसे आया कोई doubt यहां तक आगे बात करते हैं important topic आता है consumption function बहुती easy सा है income और consumption के बीच के relation को बोला जाता है consumption function क्या समझे income और ये जो household sector खर्चा करता है consumption करता है इन दोनों के बीच के relation को क्या बुला जाता है consumption function वही लिखा है फंक्शनल रिलेशनशिप बिट्वीन इनकम एंड कंजम्शन इस नोन एस कंजम्शन फंक्शन समझ में आ गया ओविसी बात है जैसे हमारी इनकम इंक्रीज होती जाती है वैसे हमारा कंजम्शन भी बढ़ता जाता है छोटे बच्चे थे इनकम कम थी तो खर्चा कम करते थे आज जादा पैसा कमाते हैं तो खर्चा भी जादा करते हैं वही लिखा है 0, 50, 100, 150, 200 इनकम इंक्रीज हो रही है इनकम 0 है तभी भी इनसान कुछ ना कुछ खर्चा कर रहा है अपनी लाइफ की बेसिक सर्वाइव फिर income 50 है, expenditure 60 है, extra 10 rupees कहां से निकाले होंगे, savings में से निकाले होंगे, income 100, खर्चा भी 100, कोई savings नहीं है, income 150, खर्चा 140, 10 rupees save कर दी, income 200, खर्चा 180, 20 rupees क्या कर लिए, save कर लिए, कैसे show करोगे, x-axis पर हम income दिखा रहे हैं, जिसे हम GDP या फिर aggregate supply भी बोलते हैं, y-axis पर हम consumption दिखा र 45 degree के angle पर ये हो गया हमारा income consumption आप देख लो यहाँ पर income 0 है फिर भी consumption जादा है तो उपर से हमारा curve start होगा समझ माया कोई चीज जादा होती है तो उसका curve थोड़ा सा उपर बनता है income 50 है अभी भी खर्चा जादा है 60 है तो कहीं ना कहीं उपर है यहाँ पर दोनों equal हो गए देखो 100-100 है दोनों equal है उसके बाद में income जादा है blue वाला जो curve है वो उपर गया consumption कम है, income 200 है, consumption हमारा सिर्फ कितना है 180 है, सबच में आया, और ये point जब दोनों चीजे equal होती है, हमारी income और consumption equal होता है, यानि कि जितना इंसान कमा रहा है, उतना ही खर्च कर रहा है, कोई savings नहीं हो रही, इसी point को बोला जाता है break even point, क्या कहते है break even point, वही लिखा है, जब income zero है, इनसान ये खचा अपनी लाइफ की basic survival, basic needs के लिए करता है या तो पैसा कहीं से borrow करता है या फिर savings में से निकालता है तो इस level पर savings कैसी हो जाती है?

negative हो जाती है फिर जैसे income increase होती जा रही इनसान का consumption भी क्या होता जा रहा है? increase होता जा रहा है तो income और consumption में कैसा relation है? positive relation है और एक level के बाद में आप देख लो इस वाले level के बाद में, break even point के बाद में जो consumption है वो income से पीछे रह जाता है because people start saving a part of their income, समझ में आ गई, यहाँ तक बातें clear है, अब देखो एक छोटी सी चीज और एक बार इसी का observation देख लो, जो consumption curve है वो उपर की तरफ जा रहा है, वो कहां से start हो रहा है, y-axis पर positive side से start हो रहा है कभी भी अगर कोई चीज नीचे से start होती है ओरिजन के नीचे से, तो हम बोलते हैं y-axis के negative side से start हो रहा है लेकिन उपर से start हो रहा है, y-axis के positive side से, zero से start क्यों नहीं हो रहा, क्योंकि autonomous consumption है कुछ ना कुछ basic खर्चा है और ये जो consumption का curve है वो कैसा है positive है उपर की तरफ जा रहा है दोनों में positive relation है जब दोनों equal है इस E point को हम लोग क्या बोल देते है break even point कौन सा point होता है जब income और consumption दोनों equal होते हैं इस level पर इनसान की savings है वो कैसी होती है zero होती है कोई savings नहीं होती ना positive ना negative इनसान की savings कैसी है zero है सम� slope of consumption function बहुत बार exam में पूछा जाता है consumption function का slope बता दो इसे हम C line भी बोलते हैं तो याद रखना consumption function के slope को बोला जाता है marginal propensity to consume यानि कि MPC marginal propensity to consume और इसे हम ECO में denote करते हैं small b से किसे denote करते हैं small b से कभी भी अगर MCQ में आए consumption function का slope बता दो तो क्या होता है MPC marginal propensity to consume जिसे हम MPCB बोलते हैं, किस से denote करते हैं?

small b से, बहुत ही simple सा है, क्या formula है, इसका हमेशे याद रखना, MPC का formula होता है change in consumption upon change in income इस बात का मतलब है अगर इनसान की income में इतना change आया इनसान की कमाई में इतना change आया तो उसके consumption यानि कि उसके खर्चे में कितना change आएगा वही लिखा है ना it refers to the rate at which C increases in response to a given increase in Y अगर income में इतना change आता है तो उसकी वज़े से इनसान के खर्चे में कितना change आ रहा है इसे हम क्या बोलते हैं MPC marginal propensity to consume कैसे निकाला है delta C यानि कि change in consumption upon change in income यानि कि किसका ratio है delta C और delta Y का ratio है change in consumption और change in income के बीच का क्या है ये ratio है देखो कैसे निकालते हैं यहाँ पर देखो income में कितने का change आया 50 का change आया पहले income 0 थी अब 50 हो चुकी है तो 50 में से 0 गया income में 50 का change आया consumption में कितना change आया पहले consumption 20 था कंजम्शन में कितने का change आया 60 में से 20 गया कितना बचा हमारे पास में 40 तो कैसे निकालोगे MPC मैंने formula बताया है MPC का change in consumption upon change in income change in consumption कितना है 40 है upon change in income हमारे पास में कितना है 50 है तो 4 upon 5 अगर हम करेंगे तो कितना आएगा 0.8 ये क्या है MPC समझ में आया किस से denote करते है small b से denote करते है marginal propensity to consume आप देख लो किसी भी level पर income 100 है देखो income 100 है और consumption भी कितना है 100 है, income हमारी 150 हो गई, consumption कितना हो गया 140 हो गया, last वाले level पर, तो अगर income में इतना change आया है, तो उसकी वज़े से खर्चे में कितना change आया है, ये change आया है, income हमारी 50 से increase हो गया, दिखी रहा है आपको, consumption हमारा कितने से increase हो गया, 40 से increase हो गया, तो change in consumption upon change in income is MPC, marginal propensity to consume, समझ में आया, दो चोड़े से topics और MPC तो मैंने आपको बताई दिया कैसे निकालते हैं, चेंज एंड कंजम्शन अपन चेंज एंड इनकम एक और बता देती हूं एपीसी क्या होता है इसकी फुल फॉर्म है एवरेज प्रोपेंसिटी टू कंज्यूम बहुत ही सिंपल सा फॉर्मला है कंजम्शन अपन इनकम कोई चेंज वेंज कुछ नहीं लेना कंजम्शन अपन तो average propensity to consume किसका ratio होता है total consumption upon total income उपर consumption नीचे क्या income correct है आगे बढ़ जाएं आगे देखो algebraic expression की भी बात कर लेते हैं यह जो C function होता है इसे हम कैसे mathematically show करते हैं C का मतलब होता है consumption C bar का मतलब क्या है मैंने पहले भी बताया था autonomous consumption small b का मतलब होता है MPC marginal propensity to consume और Y का मतलब होता है income अब देखो किस तरह से अगर हमें consumption निकालना है तो simple सा formula है autonomous consumption plus BY यानि कि यह जो MPC है और Y है जो income है यह आपस में क्या हो रहे हैं multiply हो रहे हैं हमें consumption निकालना है autonomous consumption given है MPC given है income given है consumption का formula क्या है autonomous consumption plus BY autonomous consumption हमारे पास में given है कितना है 500 है plus BB हमारे पास में given है MPC कितना है 0.6 है into income हमारे पास में कितना है 2000 है तो 500 plus 62012, 1200, दोनों को plus कर दिया, यह 1700 हमारे पास में क्या आ गया, हमारा consumption, समझ में आगे कैसे निकालेंगे, C bar plus BY, एक question और, हमें national income निकालनी है, यानि कि वही income को ही, हम national income भी बोलते हैं, consumption given है हमारे पास में, और consumption function हमारे पास में given है, तो यह देखो, consumption function given है, consumption function कितना है, 1500 plus 0.8Y, मैंने बताया, consumption function का formula क्या होता है, C bar plus BY, है तो हमारे पास में कंजम्शन गिवन है 4000 यानि कि यह चीज हमारे पास में गिवन है फॉर थाउजन्ड हमारे पास में ऑटोनॉर्मस कंजम्शन भी एडिटिश गिवन है क्योंकि लिखा ना कंजम्शन फंक्शन यह है ऑटोनॉर्मस इनकम हमें निकालनी है तो फॉर थाउजन्ड इस फिफ्टीन हंड्रेड को इधर ले ओमाइनस फिफ्टीन हंड्रेड कित जी रो पॉइंट एट वाइट माइनस करो दोनों को कितना आएगा हमारे पास में 500 यह आ गया टू थाउसेंट पाइप हंड इज इक्वल टू जी रो पॉइंट एट वाइट इनकम हमें फाइंड आउट करनी है तो टू थाउसेंट पाइप फंड ऊपर आया इनकम के जरूर तो पर एक जी रो आ गया अब कैंसल कर देना जैसे मैंने करा फॉर वन जाएट फॉर फाइजर रेडी फॉर ट्वेंडी फॉर यहां पर रहा फॉर टूजा एट फूर फाइजर 20 जीरो और कट सकता है टू वन जा टू थ्री जा सिक्स टू वन जा टू जा फूर फाइव तो यह आ गया 3125 इनकम कितना आ गया हमारे पास में 3125 समझ में आया किस तरह से करा कंजम्शन फंक्शन गिवन था ऑटोनॉमस मैंने आपको क्या बताया इनसान अपनी income से दो ही चीजे करता है consumption करता है और बच्चे हुए income को वो क्या कर लेता है save कर लेता है तो अगर मैंने इस income में से consumption को minus कर दिया तो मुझे क्या मिल जाएगी savings मिल जाएगी तो वो जो बच्चे हुए 20 रुपीज है उसे वो क्या करेगा save करेगा तो अगर मैंने income में से consumption को minus करा तो मुझे क्या मिल जाएगी savings मिल जाएगी पीछे वाला ही लिया है income है consumption है यहाँ पर भी वही income हम लोगों ने लिए है अगर income में से हम consumption को minus करें तो हमारे पास में क्या आ रही है savings, income 0 है, फिर भी कुछ ना कुछ consumption हो रहा था, मतलब ये minus 20, ये पैसा कहां से निकाला था, savings minus 20, income 50 है, खर्चा 60 का है, income में से consumption को minus करा, minus 10 क्या है, savings है, income 100, consumption भी 100, savings कितनी है 0, income 150, consumption 140, 10 rupees बन देने से� शुरुआती में savings कैसी थी हमारी negative थी क्योंकि शुरुआती में बन्दा क्या कर रहा था autonomous consumption कर रहा था और शुरुआती में ये देखो income कम थी consumption जादा था income 0 फिर भी consumption 20 income 50 फिर भी consumption 60 तो इनसान को अपनी life की basic survival के लिए कुछ खर्चा करना पड़ता है this is the reason शुरुआती में savings कैसी थी negative थी हमें साफ दिख रहा है income और savings दोनों के बीच में कैसा relation है positive relation है income increase होती जा रही है तो आप देखो savings भी increase हो रही है, पहले minus 20 थी, फिर minus 10 है, minus के अंदर जो number जितना बड़ा होता है ना उतना ही छोटा होता है, minus 20, फिर minus 10, फिर 0 पर आई, फिर 10, 20, negative से positive होने लग गई savings, तो दोनों में कैसा relation है, positive relation है, हमेशा याद रखना savings जो होती है, वो income से कम ही होती है, क् this is the reason savings हमेशा income से कम होती है क्योंकि savings are a part of income correct है समझ में आ गई यहाँ पर बातें same ऐसे ही इसका भी हम curve बनाते हैं तो वही हम लोगों ने table लिये यह income है यह savings है x-axis पर income दिखा दी जैसे output या GDP भी बोलते है aggregate supply भी बोलते है y-axis पर savings दिखा दी अब यहाँ पर ऐसा क्यों बनाए ध्यान से देखना जब income 0 है तबी भी savings कितनी है minus 20 negative y-axis से शुरू है क्योंकि savings negative है income 50 है savings minus 10 है, income 50 है savings कितनी है minus 10 है, income 100 है तब savings देखो 0 है बिल्कुल, income 150 है savings कितनी हो गई, 10 हो गई, income 200 है savings कितनी हो गई, 20 हो गई, यह हमारा saving curve बन गया, समझ में आ गया किस तरह से बनाया, तो वही यह consumption curve जो था वो तो हमारा positive y axis से start हुआ था, लेकिन जो हमारा saving curve है वो हमारा negative क्योंकि शुरुआती में savings हमारी negative है, क्योंकि consumption income से जादा था, positive है, उपर की तरफ जा रहा है, क्योंकि income और savings में कैसा relation है, positive relation है, और ये जो point होता है, इसी point को हम लोग क्या बोलते है, break even point, क्या बोलते है, break even point, याद करो ये कौन सा level है, जब हमारा income और consumption equal है, जब income और consumption equal होता है, उसे हम break even point बोलते है, क्योंकि उस point पर कोई भी savings नहीं होती, 0 है, समझ में आ गया, same इसी तरह से, जैसे मैंने आपको marginal propensity to consume का curve बताया था, कैसे बनता है, change in consumption upon change in income, इसी तरह से जब हम saving function के slope की बात करते हैं, तो उसे बोला जाता है marginal propensity to save यानि कि consumption function के slope को बोलते है marginal propensity to consume, MPC और saving function के slope को बोला जाता है MPS, marginal propensity to save एक चीज और दिमाग में रखना, MTC को हम प्यार से small b से denote करते हैं, वहीं MPS marginal propensity जो save को हम प्यार से denote करते हैं 1-B से किस से denote करते हैं 1-B से इसके पीछे चोटा सा reason है कि इनसान income से दो चीजे करता है consumption और savings तो अगर consumption हमारा B हो गया तो savings हमारा क्या हो जाएगा 1-B समझ में आया consumption अगर B हो गया तो savings हमारा कितना हो जाएगा 1-B तो मुझे MPS निकालना है MPS कितना हो जाएगा? 1-B याद रहेगा MPC को B से denote करते हैं MPS को 1-B से denote करते हैं यह कैसे निकलता है? वहाँ पर था change in consumption अपन change in income यहाँ पर हो जाएगा change in saving अपन change in income तो यह किस का ratio है? यह change in saving और change in income का ratio है कैसे निकालेंगे?

कंजम्शन में कितना change income में कितना change आया? पहले income 0 थी अब 50 है कितना change आया? 50 का change आया यह change in income है change in savings निकाल के देखते हैं, minus 10 में से minus कर दो, minus का 20, समझ में आया, पहले minus 20 थी, अब minus 10 है, minus 10 में से हम लोगों ने minus का 20 minus करा, तो minus 10, minus minus, plus हो जाएगा, plus का 20, तो ये कितना आएगा, 10 आएगा, समझ में आ रहे हैं, तो ये हमारे पास में change in income है 50, और change in savings कितना आया, हमारे पास में 10 आया, तो 10 upon 50 कितना आएगा, 0.2, अब एक चीज बहुत ध्यान से समझना, MPC कितना आया था हमारा, MPC हमारा आया था, हम लोगों ने निकाला था 0.8, यही आया था, 0.8 ही आया था, MPC हमारा 0.8 आया था, और MPS हमारा कितना आया है 0.2, तो हमेशा याद रखना MPC plus MPS जो होता है, इनका plus कितना आता है, हमेशा 1 आता है, MPC 0.8 आया था, MPC कितना आया है, 0.2 आया है, दोनों को plus करेंगे तो 1 आ रहा है या नहीं आ रहा, समझ में आया, this is the reason अगर हम MPC को B बोलते हैं तो हम MPS कैसे निकाल सकते हैं दोनों को प्लस करके 1 आता है ना तो इसी रिये हम बोलते हैं कि MPS कैसे आता है 1-B समझ में आया MPC और MPS का प्लस हमेशा 1 आता है MPC को हम B से डिनोट करते हैं तो MPS कितना होगा 1-B अगेन वही MPS मैंने बताई दिया Change in Saving upon Change in Income जैसे हम लोगों ने APC देखा था, Average Propensity to Consume, उसका formula क्या था, Consumption upon Income, same ऐसे ही होता है, APS Average Propensity to Save, इसका formula क्या है, Savings upon Income, ratio है, किसका ratio है, Total Savings और Total Income का, मान लो इस level का निकालना है, formula क्या होता है, Savings upon Income, saving कितनी है, 10 है, income कितनी है, 150 है, ये cancel हो गया, 1 upon 15, आगे points में निकल ज आगे बढ़ते हैं इसका भी algebraic expression देख लो mathematically कैसे show करते हैं उसका क्या था autonomous consumption plus by यही था यहाँ पर भी autonomous consumption हमें लेना है saving function निकालने के लिए लेकिन इसके आगे minus का sign लगा देना क्यों क्योंकि जब autonomous consumption होता है याद करो तो इनसान वो पैसा कहां से लेकर आता है अपनी savings में से न वहाँ पर हम लोगों ने MPC के लिए B लिया था, MPS के लिए हम लोग क्या लेते हैं, 1-B बताया था ना मैंने, MPC को हम क्या बोलते हैं, B बोलते हैं, और MPS को हम क्या बोलते हैं, 1-B, तो यहाँ पर 1-B लिया, किस से multiply करा, Y से same है, autonomous consumption given है, MPC given है, income given है, savings निकालनी है, तो savings का formula क autonomous consumption 200 है, आगे minus का sign लगा दो, plus MPC हमारे पास में given है, तो 1 minus B का मतलब क्या है, MPC, 0.6, ठीक है, समझ में आया, MPC मतलब क्या होता है, B होता है, तो यह हम लोगों ने लिख दिया 0.6, income कितनी है, 2000 है, तो minus का 200, 1 में से 0.6 जाएगा, तो 0.4 बचेगा, 2000 से multiply हो गया, minus का 200, 2, 4, 8, 4, 2, 8, तो यह हमारे पास में आगे 800, minus, plus, minus, यह हमारे पास में आ गया plus का 600 हमारी savings समझ में आया next question क्या है income निकाल लिये पहले वाले की तरह savings function हमारे पास में given है और savings हमारे पास में given है ध्यान से देखना savings function क्या होता है माइनस का autonomous consumption plus 1 minus b income अब याद रखना 1 minus b को ही हम क्या बोलते हैं MPS बोलते हैं Marginal Propensity to Save बोलते हैं हमारे पास में savings given है savings as it is लिख दिया हमारे पास में saving function given है अब मैंने बताया saving function का formula क्या होता है माइनस का autonomous consumption plus 1 minus by तो हमारे पास में ये autonomous consumption given है 30 है आगे माइनस का sign लगा रखा है प्लस हमारे पास में 0.4 दे रखा है, किस की जगा पर दे रखा है, 1-B की जगा पर दे रखा है, तो पूरे के पूरे 1-B की जगा पर हम लोगों ने 0.4 लिख दिया, समझ में आया, पूरे के पूरे 1-B, यानि कि MPS हमारे पास में 0.4 गिवन है, आगे income लिख दिया, 100 है, ये इदर आएगा हमारे पास में, प्लस का 30 हो जाएगा, is equal to 0.4Y, ये हो गया 130, is equal to 0.4Y, तो income कितना आ जाएगा हमारे पास में 130 upon 0.4 आगे point हटाया यहाँ पर 0 लगाया इसे solve कर देना 2 2's are 4, 2 5's are 10, 2 6's are 12, 1 बचा 2 5's are 10, यह 0 आ गया 2 1's are 2, 2 3's are 6, 2 2's are 4, 2 5's are 10, तो income कितनी आ गई हमारे पास में 325 सबच में आ गया, important बात है यह autonomous consumption है minus का formula 1-b होता ना, इसका मतलब 0.4 अपनी आप ही 1-b है, ये b नहीं है, ये बात important है, इसे ध्यान में रखना, correct है, आगे बात करें, derivation of s function from consumption function आपकी book के अंदर भी given होगा, कि consumption function से हम saving function कैसे निकाल सकते हैं, हमें पता है, इनसान अपनी income से दो ही चीज़े करता है, consumption और बच्चियों income को वो save करता है, अगर इस income में से मैं consumption को minus कर दू तो मुझे क्या मिल जाएगा, savings मिल जाएगी, वही है, income है, consumption है, curve बनाना मैंने आपको सिखाया ही तो, वैसे की वैसे बना दिया, break even point है हमारा, income में से consumption को minus करो, तो देखो, savings आ जाएगी, 0-20, minus का 20, 50-60, minus का 10, 100-100, 0, 150-40, 10, 200-180, 20, तो income में और saving का curve भी मैंने आपको पीछे सिखाया था किस तरह से मनाना है income 0 है savings कितनी है minus का 20 income 50 है savings minus का 10 income 100 है savings 0 है जब savings 0 होती है यानि कि जब income और consumption equal होता है उसी point को हम क्या बोलते है break even point correct है समझ में आ गया इसी तरह से यहाँ पर और detail में बना हुआ है same चीज़ें बस और detail में बना हुआ है last topic आता है कुछ relations है एपीसी और एपीस का सम हमेशा कितना आता है वन आता है MCQs में दिमाग में रखना कैसे आया एपीसी का फॉर्मिला क्या था कंजम्शन अपॉन इंकम यही था एपीस का फॉर्मिला क्या था एवरिज प्रोपेंजिटी टू सेविंग अपॉन इंकम यही था नीचे हमारे पा तो C plus S क्या होता है?

income होता है, नीचे income है, काट दिया तो कितना आ रहा है? 1 आ रहा है, तो सबच में आ गए, APC plus APS हमेशा कितना आएगा? 1 आएगा, सेम ऐसे ही, MPC plus MPS भी कितना आता है? हमारे पास में 1 आता है, MPC का formula क्या था? Change in consumption upon change in income, MPS का formula क्या था?

Change in saving upon change in income, LCM हमारा change in income, उपर change in consumption, plus change in savings, मैंने आपको क्या बताए इनसान इंकम से दो चीजे कर रहा है कन्जम्शन कर रहा है बच्चेवे पैसे को सेव कर रहा है तो दोनों को प्लस करते तो क्या जाता है हमारे पास में चेंज इन इंकम ही आ जाएगा मतलब गले में काटे से चुबने लग गए, इतना स्वीट से बोलते continuously, और हो सकता है वीडियो थोड़ा सा लेंदी हो गया हो, हमारी time limit से ज़्यादा हो गया हो, बट ठीक है यार topic सारे cover होने चाहिए थे, और बहुत detail में पढ़ना है, अलग तरह के numericals भी practice करने हैं ना, तो आपको description के अंदर detailed playlist का link मिलेगा, macro की detailed playlist, वहाँ से आप detail में भी इस chapter को कर सकते हो, so I will see you tomorrow, lots of love, bye bye. प्रस्तुति प्रस्तु