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सेल साइकल और सेल डिवीजन की प्रक्रिया
Sep 9, 2024
सेल साइकल और सेल डिवीजन
परिचय
सेल के बनने से लेकर दो डॉटर सेल बनने तक की प्रक्रिया को
सेल साइकिल
कहते हैं।
हर सेल डिवाइड कर रहा है, और नए सेल बना रहा है।
डांस और मियॉसिस के बारे में जानकारी।
सेल डिवीजन
एक सेल का डिवाइड होना और दो डॉटर सेल्स का बनना।
सेल साइकिल में कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाएँ होती हैं।
इसमें कई छोटे-छोटे पॉइंट्स हैं जिनसे प्रश्न बन सकते हैं।
सेल साइकिल के चरण
1. इंटरफेज
G1 फेज
: सेल की ग्रोथ और ऑर्गनेल्स की डुप्लीकेशन।
S फेज
: DNA की रेप्लिकेशन।
G2 फेज
: सेल की तैयारी, प्रोटीन और ऑर्गनेल्स का सिंथेसिस।
2. M फेज (माइटोसिस)
न्यूक्लियस का डिविजन (कैरियोकाइनेसिस) और सेल का डिविजन (साइटोकाइनेसिस)।
प्रोफेज
: DNA कंडेंस होना शुरू होता है।
मेटाफेज
: क्रोमोसोम्स की सही स्थिति।
एना फेज
: सिस्टर क्रोमेटिड्स का अलग होना।
टीलोफेज
: न्यूक्लियस का पुनर्स्थापन।
इंटरफेज और M फेज के बीच का संबंध
दो M फेज के बीच में इंटरफेज होता है।
95% समय सेल इंटरफेज में होता है।
माइटोसिस की विशेषताएँ
माइटोसिस में क्रोमोसोम्स का नंबर वही रहता है।
एक डिप्लॉइड सेल से दो डिप्लॉइड सेल्स बनते हैं।
मियॉसिस की विशेषताएँ
मियॉसिस में क्रोमोसोम्स का नंबर आधा हो जाता है।
यह जनन कोशिकाओं (गैमेट्स) के निर्माण में मदद करता है।
मियॉसिस 1
: रिडक्शनल डिवीजन।
मियॉसिस 2
: एक्वेशनल डिवीजन।
निष्कर्ष
सेल साइकल और सेल डिवीजन का अध्ययन आवश्यक है।
यह जीवों के विकास और पुनरुत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
धन्यवाद
आप सभी का ध्यान देने के लिए धन्यवाद।
अगले सेशन में चर्चा करेंगे:
लिविंग वर्ल्ड
।
अगर आपको यह लेक्चर पसंद आया तो कृपया अपने विचार साझा करें।
विशेष नोट्स
:
यह नोट्स PW ऐप पर भी उपलब्ध होंगे।
सभी स्टेप्स को अच्छे से समझें और रिवाइज करें।
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