सबसे पहले समझते हैं लॉ ऑफ डिमांड ठीक है डिमांड कैसे वर्क करती है डिमांड क्या होती है आवर नीड ठीक है व्ट वी वांट डेफिनेशन पहले पढ़िए द लॉ ऑफ डिमांड स्टेट दैट ऑल थिंग्स बींग इक्वल ये ऑल थिंग्स बीइंग इक्वल क्या है भाई मार्केट रेट हुआ आपका इंटरेस्ट हुआ ठीक है आपका डिजायर हुआ आपका नीड हुआ सारी चीजों को अगर हम इक्वली देखे तो लॉ ऑफ डिमांड यह बोलती है कि जैसे जैसे प्राइस बढ़ेगा किसी भी प्रोडक्ट का जैसे जैसे प्राइस बढ़ेगा वैसे वैसे कंज्यूमर की डिमांड डिक्रीज हो जाएगी मैम एग्जांपल से समझा दो ठीक है मैं आपको एग्जांपल से समझा देती हूं मान लीजिए आज आज एक नोटबुक र की है और कल वो नोटबुक हो गई र की तो अब आपकी डिमांड कम हो जाएगी इस नोटबुक के लिए आप दूसरे चीजों को खोजें आप ए4 साइज शीट खरीद लेंगे आप लोअर कॉस्ट का बुक देखेंगे लेकिन आपकी इस प्रोडक्ट के लिए जो डिमांड है वो कम हो गई है राइट ठीक है तो जैसे मेरा प्राइस बढ़ा वैसे मेरी डिमांड घट गई ये है मेरा लॉ ऑफ डिमांड द प्राइस इक्रीज माय डिमांड गो डाउन एंड वाइस वर्स आल्सो ट्रू एस प्राइस गेटस लोअर डिमांड इंक्रीजस आज टोमेटो र केजी है कल को हो गए रप किलो आप कल खरीद रहे थे दो केजी आज आप खरीदोगे चार केजी क्यों हुआ ऐसा ऐसा इसलिए हुआ कि प्राइस कम हो गई तो डिमांड ज्यादा बढ़ गया ठीक है तो इसी तरह से यह लॉ डिमांड वर्क करती नाउ आई होप दैट यू गट इट एग्जांपल देखिए अगर प्राइस ऑफ स्मार्टफोन डिक्रीज होता है ठीक है तो कंज्यूमर्स आर लाइक टू परचेस मोर स्मार्ट फोस क्लियर ओबवियसली जब स्मार्टफोन का प्राइस डिक्रीज होगा तो ज्यादा स्मार्टफोन खरीदेंगे एंड इवेंचर है वो भी ट्रू होगा प्राइस अगर इंक्रीज होगा तो डिमांड जो है वो कम हो जाएगी तो बेसिकली लॉ ऑफ डिमांड क्या होता है आई होप यू गट इट क्लियर गाइस चलिए नेक्स्ट चीज पर बढ़ते हैं अब हम समझते हैं इनफीरियर गुड्स क्या होते हैं ठीक है सबसे पहले मैं आपको कुछ एग्जांपल दूंगी उससे आप समझ जाएंगे कि इनफीरियर गुड क्या होता है अब देखिए अब क्या हो रहा है कि मान लीजिए टुडे आई एम परचेसिंग टुडे आई एम हैविंग इनकम ऑफ ह ठीक है एंड आई वांट टू परचेस टी ब्रांड तो मैं जो है कोई लोकल कंपनी का टी ब्रांड ले लूंगी बिकॉज मेरी इनकम कम है आई कैन नॉट सपोर्ट सच ह्यूज प्राइज टाटा गोल्ड टी लीव ठीक है मैं इतना खरीद नहीं सकती मैं लोकल ब्रांड का कोई टी लीव्स खरीद लूंगी बट नेक्स्ट मंथ मेरी सैलरी हो गई 500 ठीक है अगले महीने मेरी सैलरी कितनी हो गई 00 अब क्या होगा बताइए अब क्या होगा अब जो है जब मेरी इनकम बढ़ गई है तो अब मैं यह लोकल ब्रांड को नहीं लूंगी विल परचेस टाटा गोल्ड तो अब यह जो लोकल ब्रांड टी लीव्स है ना यह मेरे लिए हो गया इनफीरियर गुड बिकॉज द डिमांड हैज बीन ड्रॉप वन पीपल इनकम राइज जैसे ही मेरी इनकम बढ़ी मेरा डिमांड गिर गया ठीक है मतलब की यह मेरा इनफीरियर गुड है नाउ आई एम कैपेबल ऑफ बाइंग मोर गुड क्वालिटी ऑफ टी लीव सो व्हाई नॉट बाय द टाटा गोल्ड ठीक है अब इधर एग्जांपल देखिए चीप सीरियल्स एंड फूड ग्रेंस लाइक राइस विल बी रिप्लेस बाय बेटर क्वालिटी फूड आइटम्स लाइक एग्स मिल्क वन इनकम विल राइ पहले आप बस अपने जो डाइट में है सीरियल्स और फूड ग्रेंस रखते थे बट आजकल जो है आप एग्स भी रखते हो मिल्क भी रखते हो एटस ठीक है सो दिस इज द थिंग ये हो गया आपका इनफीरियर गुड नेक्स्ट हम चलते हैं गिफ एन गुड्स पे गिफ एन गुड्स क्या होती है चलिए पहले डेफिनेशन देखते हैं अ लो इनकम नॉन लगजरी प्रोडक्ट दैट डिफाई स्टैंडर्ड इकोनॉमिक एंड कंज्यूमर डिमांड थ्योरी ठीक है भाई डिमांड फॉर गिफ एंड गुड राइ वन द प्राइस राइ एंड फॉल्स न द प्राइस फॉल्स एग्जांपल देखिए ब्रेड राइस वीट ठीक है बेसिकली क्या बोला जा रहा है गिफ एंड गुड्स ऐसे गुड होते हैं जो एसेंशियल होते हैं ठीक है जिसको हम छोड़ नहीं सकते वी कैन नॉट लीव देम बाइंग क्योंकि दे आर वेरी मच एसेंशियल ठीक है अब आप ही बताइए इफ यू विल नॉट बाय ब्रेड राइस और वीट कैन यू सरवाइव नो ना यू कैन नॉट सरवाइव और इनके जो है सब्सीट्यूट भी कम होते हैं भाई आटे का क्या सब्सीट्यूट है मैदा तो आप खाओगे नहीं वो तो और ज्यादा हानिकारक है आपके हेल्थ के लिए सो दज आर गिफ एन गुड्स इनकी जो डिमांड है वो बढ़ेगी अगर प्राइस बढ़ेगा कम होगी अगर प्राइस घटेगा मतलब कि जो है प्राइस के साथ साथ चलती है ठीक है एसेंशियल गुड्स पर ये वर्क करता है तो गिफ एन गुड्स किसको बोलेंगे हम एसेंशियल आइटम्स प जिस पर हम ज्यादा कुछ हम कर नहीं सकते वी नीड टू बायट रिस्पेक्टिव ऑफ व्ट इज द मार्केट प्राइस क्लियर बिकॉज दे आर एसेंशियल अब आपको समझ में आ गया होगा गिफ एंड गुड्स क्या होते हैं और आपके इनफीरियर गुड्स क्या होते हैं ठीक है चलिए अब हम समझते हैं है कि हमारा जो पर्टिकुलर डिमांड है द डिमांड ऑफ एन इंडिविजुअल वो किन-किन चीजों से इफेक्ट होता है लेट अस ट्राई टू अंडरस्टैंड ठीक है किन किन चीजों से इफेक्ट होता है सबसे पहला प्राइस है ओबवियसली यार टुडे नोटबुक इज कॉस्टिंग यू ₹ एंड टुमारो इट इज कॉस्टिंग यू 0 क्या आप इस नोटबुक को खरीदेंगे नहीं खरीदेंगे यू विल ट्राई टू फाइंड सम अदर सब्सीट्यूट ये आपकी पहली डिटर्मिननेंट हो गया फैक्टर हो गया जो आपके डिमांड को कम ज्यादा कर रही है और वही अगर प्राइस घट गया 80 हो गया तो आप और दो नोटबुक खरीद लोगे ठीक है तो आप देख सकते हो कि कैसे प्राइस का इंक्रीज और डिक्रीज करना जो है मेरे डिमांड को केटर कर रहा है नेक्स्ट है कंज्यूमर इनकम यह किस चीज की बात कर रहा है इनफीरियर गुड्स की बात कर रहा है कि मान लीजिए आज मेरा 00 इनकम है तो आई विल बाय ओनली लोकल ब्रांड लेकिन कल को मेरा 00 इनकम हो गया तो भाई आई विल बी बाइंग ब्रांडेड थिंग्स तो यह हो गया कंज्यूमर के इनकम पर्सपेक्टिव से मेरी डिमांड कैसे इंक्रीज हो रही है और घट रही है नेक्स्ट इ योर टेस्ट एंड प्रेफरेंसेस आज आपको टी पसंद आ रही है कल आपको कॉफी पसंद आ रहा है तो टी का डिमांड घट गया कॉफी का डिमांड जो है वह बढ़ गया ठीक है विंटर्स में टोमेटो का डिमांड बहुत ज्यादा हो जाता है क्योंकि पीपल यूज टू प्रेफर टू ड्रंक सूप है ना तो यह भी आपका बहुत ही इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है इन डिटरमाइंड नेक्स्ट इज योर प्राइसेस ऑफ रिलेटेड गुड्स अब इसी में आप देखिए मैं टी और कॉफी का ही अगर एग्जांपल ले लू ट टी इज कॉस्टिंग यू र एंड कॉफी इज कॉस्टिंग यू ₹ च वन यू विल बाय इफ यू वांट टू ड्रिंक ऑन डेली बेसिस एंड इफ योर इनकम इज नॉट सो गुड पैसे भी बचाने है आपको और भाई ये जो आप कैफी की इंटेक है उसको भी आपको चाहिए आप या चाय कॉफी के बिना रह नहीं सकते तो अगर आज चाय रप की है और कॉफी रप का है तो मोर पीपल विल बाय टी क्योंकि प्राइस जो है इसका कम है तो आप देख सकते हैं कि रिलेटेड गुड्स का प्राइस भी बहुत मैटर करता है इन डिटरमाइंड ऑफ पीपल क्लियर एवरीवन ठीक है फ्यूचर एक्सपेक्टेशन यस एब्सलूट आपको पता चल गया है रूमर फैल गई है कि भाई एप्पल जम्मू कश्मीर में जो है द प्रोडक्शन ऑफ एप्पल इन जम्मू एंड कश्मीर इ गोइंग वेरी लो तो आपको पता चल गया है एल का जो प्राइस है मार्केट प्राइस है वो बहुत बढ़ने वाली है आज जो एप्पल र केजी मिलने वाला है वो अगले हफ्ते 00 केजी हो जाएगा तो आप फटाफट से 10 किलो खरीद लेंगे है ना स्टॉक करके रख लेंगे आप तो बेस्ड ऑन द फ्यूचर एक्सपेक्टेशन द डिमांड इज चेंजिंग यह उल्टा भी हो सकता है ठीक है प्राइस कम भी हो सकता है ज्यादा भी हो सकता है तो आई होप कि आप लोगों को इतनी बातें समझ में आई होंगी ठीक है कि भाई डिमांड्स को क्या-क्या चीजें डिटरमाइंड करती है तो पांच इंपॉर्टेंट चीजें हैं प्राइस कंज्यूमर इनकम टेस्ट एंड प्रेफरेंसेस प्राइस ऑफ रिलेटेड गुड्स एंड फाइनली र फ्यूचर एक्सपेक्टशंस ठीक है चलिए ठीक है अब मैं थोड़ा सा दो टाइप के गुड्स की और बात करूंगी सबसे पहला है सब्सीट्यूट गुड्स एंड नेक्स्ट इज योर कम्प्लीनोस है दोनों लगते सेम है लेकिन बहुत बड़ा डिफरेंस है सब्सीट्यूट गुड्स ऐसे गुड होते हैं सी इफ यू ट्राई टू अंडरस्टैंड द डेफिनेशन मीनिंग ऑफ सब्सीट्यूट व्हाट डज इट मीन इट मींस दैट यू आर रिप्लेसिंग समथिंग राइट ना सब्सीट्यूट करना मतलब क्या होता है टीचर आज सब्सीट्यूट हुई है तो क्या मतलब हुआ कि टुडे और मैथ्स टीचर हैज बीन सब्सीट्यूटेड विथ योर फिजिकल एजुकेशन टीचर ठीक है तो बेसिकली सब्सीट्यूट करना मतलब होता है रिप्लेस करना ठीक है अब यह रिप्लेस क्यों हो रहा है क्योंकि दोनों में से किसी एक का प्राइस ज्यादा हो गया है कॉफी र है चाय पा रप है तो आप कॉफी से टी प सब्सीट्यूट हो सकते हैं एंड इट इज नॉट कॉम्प्रोमाइजिंग योर सेटिस्फेक्शन लेवल आपका सेटिस्फैक्ट्रिली यू आर सेविंग मनी बाय सब्सीट्यूटिंग द बुक्स फ्रॉम द न्यू वन टू ओल्ड वन ठीक है तो यह होते हैं आपके सब्सीट्यूट गुड ठीक है अब बारी आती है एक और टाइप के गुड्स की जो की है कम्प्लीनोस हो गया ठीक है सॉक्स एंड शूज हो गए है ना सॉक्स एंड शूज हो गए अब आप बोलोगे कि मैम ब्रेड को सादा भी तो खाया जा सकता है अरे भाई उतना एक् एक्सटर्नलिटी प मत जाओ आप बेसिक चीजों को समझो अब आप बोलोगे कि मैम मैं तो बिना शू सॉक्स के भी शूज पहनती हूं या पहनता हूं ओके इट्स फाइन बट आई एम टेलिंग यू द बेसिक थिंग द थिंग्स चच आर गोइंग हैंड इन हैंड फॉर एग्जांपल टी के साथ मिल्क तो जाएगा ही टी के साथ ब्रेड होगाया एट एट ठीक है तो ऐसे गड्स जो एक दूसरे का हाथ पकड़ के चलते हैं वो होते हैं आपके कॉम्प्लीयंट गुड्स क्या होते हैं चलिए अब यहां पर अगर मैं बोलू कि क्या आप ब्रेड और जैम को सब्सीट्यूट बोल सकते हो नहीं बोल सकते क्योंकि ब्रेड का अलग सेटिस्फेक्शन है जैम का अलग सेटिस्फेक्शन है आप जैम से ब्रेड प सब नहीं होगे ना ब्रेड से जैम प सब्सीट्यूट भाई अकेला जैम खाके क्या करोगे या अकेला ब्रेड खाके क्या करोगे यू नीड टू हैव द कॉमिनेशन तो दैट इज द थिंग आई होप यू गट इट चलिए नेक्स्ट हम समझते हैं एक और इंपोर्टेंट कांसेप्ट जो कि है इलास्टिसिटी ऑफ डिमांड इलास्टिसिटी का मतलब क्या होता है खिंचाव ठीक है खिंचाव ही होता है ना जैसे स्प्रिंग होता है स्प्रिंग जो है आप उसको जितना भी खींच लो वो खींचा जाता है और जैसे ही उसको छोड़ते हो इट कम बक इनटू द ओरिजिनल पोजीशन मतलब वो इलास्टिक है हम उसको किसी भी तरह में मोल्ड कर सकते हैं तो अब डिमांड का इलास्टिसिटी क्या होता है कि इट मेजर्स हाउ क्वांटिटी डिमांडेड रेस्प टू द प्राइस चेंज अगर प्राइस किसी गूड का चेंज हो रहा है तो मेरा जो डिमांड है वो कैसे रिएक्ट कर रहा है ठीक है फॉर एग्जांपल आज जो है एक टीवी है इट इ कॉस्टिंग मी 50000 आई विल परचेज ठीक है आई विल परचेज इट बट कल को ये टीवी हो गया 1.5 लाख का आप बोलोगे यार रहने देते हैं वी विल वच समथिंग इन आवर एंड्राइड फोनस और एटस बट वी विल सेव मनी तो आप यहां पर अपने डिमांड को कॉम्प्रोमाइज कर दिए यू हैव नाउ कंप्रोमाइज योर डिमांड मतलब कि आपके पास जब सस्ता प्रोडक्ट था तो आप खरीद लिए लेकिन जब आप महंगा प्रोडक्ट हो गया तो आप नहीं खरीद रहे हो मतलब आपकी डिमांड इलास्टिक है आपकी डिमांड इलास्टिक है आप उसको चेंज कर पा रहे हो यू आर एबल टू मोल्ड योर डिमांड क्लियर एवरीवन ठीक है तो ये आपका इलास्टिक डिमांड हो गया तो ये किस पे वर्क करता है लग्जरी गुड्स पे वर्क करता है भाई आज सोना सस्ता है आज खरीद लोगे कल को सोना बहुत महंगा हो गया आप नहीं खरीदोगे इलास्टिक डिमांड है हमारा मन ठीक है देर इ नो बेज ऑफ बाइंग मैंडेटरी नहीं है लेकिन अगर मैं वही इन इलास्टिक की बात करूं तो यह बात होती है ऐसे गुड्स की जिस पर हम कुछ भी नहीं कर सकते कोविड के टाइम में इवन सैनिटाइजर और कॉस्टिंग जो 50 का सैनिटाइजर है वो कोविड के टाइम पर 00 का मिलता था ठीक है फिर भी यू र बाइंग इट बिकॉज वो हो गया था मैंडेटरी आप बिना सैनिटाइजर के यू आर नॉट एबल टू गो एनी वेयर बिना मास्क के मास्क भले 50 का एक मिले आप फिर भी अपनी पूरे फैमिली मेंबर्स के लिए खरीदेंगे यू कैन नॉट कॉम्प्रोमाइज हियर ठीक है आप भले ही इसका प्राइस इंक्रीज हो गया लेकिन फिर भी आप खरीद रहे हो बिकॉज इट इज योर एसेंशियल गुड नीड है आपकी जरूरत है ठीक है तो ये होते हैं आपके इन इलास्टिक डिमांड क्लियर हो गया इलास्टिसिटी ऑफ डिमांड क्या है इलास्टिक और इन इलास्टिक चलिए ठीक है तो अभी तक हमने कंज्यूमर के पर्सपेक्टिव से समझी बातें ठीक है कंज्यूमर के पर्सपेक्टिव से कंज्यूमर डिमांड करता है तो हमने लॉ ऑफ डिमांड पढ़ा कंज्यूमर अपने इनकम के बेसिस पे डिमांड को इंक्रीज या डिक्रीज करता है तो वी हैव लर्न अबाउट द इलास्टिसिटी ऑफ डिमांड ठीक है अब हम थोड़ा सा मैन्युफैक्चरर के पर्सपेक्टिव से बात करने का ट्राई करेंगे तो इसको बोलते हैं लॉ ऑफ सप्लाई सप्लाई कौन करेगा मैन्युफैक्चरर करेगा शॉपकीपर करेगा कंज्यूमर तो करेगा नहीं कंज्यूमर तो कंज्यूम करेगा तो यह जो सप्लाई है ना यह सेलर के पर्सपेक्टिव से होता है बायर के पर्सपेक्टिव से नहीं होता है चलिए डेफिनेशन देखिए अदर थिंग्स बीइंग इक्वल ठीक है एस द प्राइस ऑफ ए गुड और सर्विसेस इंक्रीजस द क्वांटिटी सप्लाइड ऑफ दैट गुड और सर्विसेस आल्सो इंक्रीस अब आप बोलोगे कि मैम अगर गुड जो सर्विसेस का प्राइस बढ़ रहा है तो क्वांटिटी तो कम हो जानी चाहिए क्योंकि कंज्यूमर तो बाय नहीं करेगा क्योंकि प्राइस तो बढ़ गया है ठीक है वो आपका कंज्यूमर के पर्सपेक्टिव से है बट यहां पे आप खुद को एक शॉप कीपर मान के चलिए आप जो नोटबुक कल को 50 में बेच रहे थे आज उसका प्राइस 00 हो गया है तो पहले आप पांच बेच रहे थे अब आप बोलोगे कि आज 00 का नोटबुक हो गया महंगाई बढ़ गई है तो क्यों ना इसको 10 बेचा जाए तो आप यहां पर 50 र कमा रहे थे यहां पर आप 000 कमा रहे तो ओबवियसली न द प्राइस इ इंक्रीजिंग द सेलर वांट टू सेल मोर गुड्स इन द मार्केट सो दैट ही ही इज एबल टू गेट मोर प्रॉफिट्स तो यह आपको हमेशा सप्लायर के पर्सपेक्टिव से देखना है स्टूडेंट्स ठीक है आप बायर को मत लाएगा यहां प बायर को भूल जाओ अभी बस आप सोचो कि आपका मालि आपको प्रॉफिट से मतलब है बस और वही अगर यह जो नोटबुक है र के बजाय र हो जाए तो आप बोलोगे यार इसको हटाओ कुछ और चीज बेचते हैं ठीक है क्योंकि इसमें मेरा मुनाफा नहीं हो रहा है ठीक है अगर कोई पाच नोटबुक भी खरीद लेही रप हाथ में आ रहे लेकिन वही अगर र होता तो मैं काफी प्रॉफिट कर सकता था तो यह आपका ल सप्लाई होता है क्लियर एवरीवन देखि एपल देखिए मार्केट प्राइस कॉफी बीन राइ फार्मर्स आर इंसेंटिवाइज टू ग्रो मोर कॉफी बीन ओबवियसली भाई ठीक है अच्छा माल बिक रहा है प्राइस भी इंक्रीज हो गई है तो फार्मर विल गेट बेनिफिट आउट ऑफ इट ठीक है एंड कन्वर्सली इफ प्राइस फॉल अगर फॉल हो जाए कॉफी बीन बहुत सस्ती हो जाए तो फार्मर विल रिड्यूस द कॉफी प्रोडक्शन ब्रिटिशर्स क्या करते थे इंडिगो जो रिवोल्ट इंडिगो हुआ था वो इसी मुद्दे पर तो हुआ था भाई इंडिगो आप यू आर ग्रोइंग इंडिगो ऑन द लैंड ऑफ इंडियन फार्मर्स एंड देर इ नो डिमांड बट यू आर स्टिल ग्रोइंग तो कहां से प्रॉफिट होगा ठीक है तो यह आपका लॉ ऑफ सप्लाई है क्लियर एवरीवन ठीक है आगे बढ़ते हैं और थोड़ा सा मार्केट इक्वि ब्रियन और कंपटीशन के बारे में समझते हैं अब य इक्वि ब्रियन वर्ड का मतलब क्या होता है बेसिक अगर आप केमिस्ट्री थोड़ा सा याद करेंगे इ यू ट्राई टू रिमेंबर मिस्ट्री इक्वि ब्रियन का मतलब होता है बैलेंस तो मार्केट में बैलेंस कैसे आप इंश्योर करोगे अभी आप पढ़ो मत स्लाइड को मत देखो आप मेरी बातों को सुनके जवाब बनाने का कोशिश करो आप मुझे बताओ कि मार्केट में बैलेंस का मतलब क्या होता है ओबवियसली मार्केट जो है वो दो चीजों से चलती है गाइस सबसे पहला डिमांड दूसरा सप्लाई तो अगर मेरा डिमांड और सप्लाई इक्वल है मैंने 00 की डिमांड है 100 प्रोडक्ट की डिमांड है मार्केट में किसी पर्टिकुलर चीज की और मैंने 100 ही प्रोडक्ट भी सेल किए तो यह मेरा हो गया मार्केट इक्वि बियम न क्वांटिटी डिमांडेड इक्वल्स क्वांटिटी सप्लाइड यह होता है मार्केट इक्विलियम क्लियर अब देखि मार्केट इक्वि ब्रियन में दो चीजें हो सकती है एक तो सरप्लस सरप्लस क्या होगा अगर मैं प्राइस को इ से ज्यादा कर दू तो यली सरप्लस होगा और शॉर्टेज कब होगा अगर मैं प्राइस को बिलो इक्वि बियम से सेट कर दू तो व एक शॉर्टेज हो जाएगा क्योंकि डिमांड और सप्लाई दोनों साथ साथ चल रहे हैं क्लियर एवरीवन सरप्लस क्या है डिमांड क्या है ठीक है शॉर्टेज क्या है तो ये आपका मार्केट इक्वि बियम है अब हम चलते हैं कुछ इंपॉर्टेंट टर्म्स में ठीक है देखिए अब बहुत सारे कांसेप्ट होते हैं यहां पे ठीक है जैसे मोनोपोली आपने सुना होगा मोनोपोली क्या होता है उसके बाद आपने सुना होगा ओलिगोपॉली क्या होता है ठीक है उसके बाद आपने सुना होगा परफेक्ट कंपटीशन क्या होता है तो हम एकएक करके चीजों को कैलकुलेट या समझने का ट्राई करेंगे ठीक है चलिए अब आप मुझे बताइए कि परफेक्ट कंपटीशन का मतलब क्या होता है व्ट यू कैन टेल मी अबाउट इट व्ट डू यू मीन बाय परफेक्ट कंपटीशन मार्केट ठीक है अब देखो देखिए परफेक्ट कंपटीशन ऐसी सिनेरियो होती है जहां पर बायर्स भी बहुत है देर आर मोर बायर्स एंड देर आर मोर सेलर्स ठीक है बायर्स भी बहुत है खरी खरीदार भी बहुत है और बेचने वाले भी बहुत है तो वो लोग जो है आपस में कंपटीशन कर रहे हैं कंपटीशन उनमें हो रहा है एग्जांपल सबसे बढ़िया एग्जांपल है सब्जी मंडी आप देखेंगे कि देर आर मेनी बायर्स ए देरर मेनी सेलर्स ठीक इी था नेक्स्ट है आपका मोनोपोली मोनोपोली तो आप इजली जानते होंगे ट मोनोपली रेफर्स टू किसी पर्टिकुलर एंटिटी का किसी चीज पर कंट्रोल होना फुल कंट्रोल होना फॉर एपल इ आई सेट इंडियन गवर्नमेंट इन ट का जो है फुल कंट्रोल है आपका एटॉमिक एनर्जी में है ना एनर्जी में इंटरनेशनल रिलेशंस में न्यूक्लियर एनर्जी में ठीक है तो यह हो गया इंडियन गवर्नमेंट की मोनोपोली ओके ओलिगोपॉली में क्या होता है एक ग्रुप ग्रुप ऑफ पीपल आर हैविंग होल्ड ऑन पर्टिकुलर थिंग फॉर एग्जांपल एयरलाइन इंडस्ट्री एयरलाइन इंडस्ट्री ज्यादा नहीं है ठीक है दे आर हैविंग वेरी गुड ग्रस्प ऑन द एयरलाइन सेक्टर ठीक है इंडिगो है एयर इंडिया है ऐसा नहीं है कि 5000 आपके एयरलाइन इंडस्ट्री है नहीं देर आर लेस नंबर सो दैट इज वई इट इज टाइप ऑफ ओलिगोपॉली ग्रुप समझ लीजिए कुछ इंपॉर्टेंट कुछ कुछ ही है अब लास्ट है मोनोपोलिस्टिक कंपटीशन अब मोनोपोलिस्टिक कंपटीशन क्या होता है बताइए एनी वन नोज ट इ मोनोपोलिस्टिक कंपटीशन देखिए व्हाट है मोनोपोलिस्टिक कंपटीशन क्या होते हैं जैसे एग्जांपल है रेस्टोरा बहुत सारे रेस्टोरा है वो आपस में कंपीट कर रहे हैं दैट हु इज गिविंग देम द बेस्ट क्वालिटी फूड हु इज गिविंग देम द मोर टाइप ऑफ फूड एशियन कॉन्टिनेंटल इटालियन जापनीज चाइनीज एटस एक और एग्जांपल आ गए आपके हेयर सलूस हो गए ठीक है तो ये जो है मोनोपोलिस्टिक कंपटीशन है दे आर कंपटिंग विथ मेनी विद इन देयर सेक्टर ठीक है टू प्रोवाइड गुड क्वालिटी सर्विसेस तो यह हो गया आपके चार इंपॉर्टेंट टाइप के मार्केट स्ट्रक्चर जो आपको बहुत ही अच्छे से क्लियर होना चाहिए दिमाग में ओके फाइन चलिए आगे बढ़ते हैं अब थोड़ा सा इलास्टिसिटी को हम लेबोरेटरी देर पहले हमने इलास्टिसिटी पढ़ा इलास्टिसिटी क्या होती है इलास्टिसिटी इज नथिंग बट हाउ योर डिमांड इज इंक्रीजिंग और डिक्रीजिंग वन द प्राइस इज इंक्रीजिंग और डिक्रीजिंग और चेंजिंग सबसे पहला होगा प्राइस इलास्टिसिटी ऑफ डिमांड मैंने आपको इसके बारे में बताए बताया है कि अगर प्राइस मेरा इंक्रीज हो रहा है और तो मैं अपने डिमांड को कम कर सकता लेकिन य उसी चीज के लिए पॉसिबल है जो इनफीरियर गुड्स ठीक है जो इनफीरियर गुड्स है या जो लगजरी गुड्स है जिनका मैं द गुडस च आई कैन कंप्रोमाइज इन माय लाइफ वो वैसे टाइप के गुड्स इसमें आते हैं और अगर प्राइस कम है तो डिमांड बढ़ गई ठीक है और दूसरी बात एक और इंपॉर्टेंट चीज य पर ध्यान रखनी है अब यहां पर क्या होगा बढ़ है लेकिन डिमांड भी बढ़ेगा ठीक है क्यों बढ़ेगा क्योंकि यह जो है एसेंशियल गुड्स की बात कर रहा है ज आर टॉकिंग फॉर एसेंशियल गुड्स इंपोर्टेंट आइटम सच एस मेडिसिन ब्रेड वीट शुगर साल्ट वेजिटेबल फ्रूट फ्रूट्स तो चलो आप कंप्रोमाइज कर लोगे ठीक है बट यह सारी चीज आप कॉम्प्रोमाइज नहीं कर पाओगे ठीक है अब जैसे डिमांड की प्राइस इलास्टिसिटी होती है वैसे सप्लाई की भी प्राइस इलास्टिसिटी हो कैसे अगर डिमांड ज्यादा है तो मैं प्राइस को बढ़ा सकता हूं क्योंकि उससे मेरे को प्रॉफिट होगा डिमांड कम है तो मैं प्राइस को कम कर सकता हूं ठीक है तो बेसिकली दिस इ योर प्राइस इलास्टिसिटी ऑफ डिमांड दिस वी हैव ऑलरेडी लर्न अबाउट इट इन द प्रीवियस स्लाइड सोट इ वा इसको मैं थोड़ा सा स्पीड में बढ़ाऊ तो हमने समझ लिया था इलास्टिक वर्सेस इलास्टिक डिमांड एंड सप्लाई क्या है इलास्टिक क्या होते हैं जो हम जिसको हम चेंज कर सते इलास्टिक क्या होते हैं जिनको हम चेंज नहीं कर सकते हैं क्लियर चलिए ठीक अब मार्केट इंटरवेंशन इन कैपिटल सिस्टम ठीक है इसमें कुछ ज्यादा है नहीं बेसिकली इसमें हाउ इटर हाउ द पीपल आर इंटरवेनिंग इन द मार्केट ऐसा है ठीक है देखो दो टाइप के होते हैं एक तो मैक्सिमम प्राइस इंटरवेंशन होता है मैक्सिमम प्राइस इंटरवेंशन म जिसम गवर्नमेंट जो है रोल बहुत ज्यादा प्ले करती है मार्केट प्राइस को डिटरमाइंड करने के लिए गवर्नमेंट बोलेगी कि भाई टमाटर रप किलो से ज्यादा बढ़ना ही नहीं चाहिए चाहे वह कुछ भी हो जाए तो यह होता है मैक्सिमम प्राइस इंटरवेंशन जहां पर गवर्नमेंट का रोल इ मैक्सिमम एग्जांपल यूके गवर्नमेंट च ड इन वर्ल्ड वर टू अब मिनिमम प्राइस इंटरवेंशन जो है प्रोटेक्टिंग प्रोड्यूसर्स ठीक है मिनिमम प्राइस इंटरवेंशन म वो जो है गवर्नमेंट प्राइस डिटरमाइंड नहीं करेगी ठीक है तो इससे किसको फायदा होगा प्रोड्यूसर को अभी आप यहां देख रहे होंगे यह जो है कंज्यूमर को प्रोटेक्ट कर रहा था राइट और यह प्रोड्यूसर को प्रोटेक्ट कर रहा है ठीक है तो दिस इज द थिंग मैक्सिमम एंड मिनिमम क्लियर एवरीवन चलिए आगे बढ़ते हैं आगे के कांसेप्ट देखते हैं नेक्स्ट कांसेप्ट है हमारा मार्जिन यूटिलिटी ठीक है अब मार्जिनल यूटिलिटी का मतलब क्या होता है इट इ एडिशनल सेटिस्फेक्शन फ्रॉम कंजूमिंग एन एडिशनल यूनिट मतलब की आपने एक कप चाय पिया आपको बहुत सेटिस्फेक्शन मिला देन यू वांट वन मोर कप ऑफ टी आपको फिर से बहुत सेटिस्फेक्शन मिला एंड देन यू वांट वन मोर कप ऑफ टी देन अगेन यू आर गेटिंग सेटिस्फैक्ट्रिली है ना हर एक प्रोडक्ट को ऐड करके एडिशनल यूनिट को ऐड करके वही आपका क्या होता है मार्जिनल यूटिलिटी होता है क्लियर अब अपॉर्चुनिटी कॉस्ट क्या होता है देखिए अब क्या होता है आपके पास दो अल्टरनेटिव है ठीक है पहला अल्टरनेटिव है कि आप मूवी ए जाए दूसरा अल्टरनेटिव है कि आप मूवी बी जाए दोनों में से आपको जो पसंद है अब आपके आप अब आपको एक डिलेमा होता है दैट यू आर वेरी मच कंफ्यूज दैट च वन टू गो यह वाली थोड़ी एडवेंचरस है लेकिन यह वाली थोड़ी मोटिवेटिवेशनल लीजिए आपने चूज किया दैट यू आर गोइंग टू मूवी ए ठीक है तो द तो द कॉस्ट ऑफ फॉर गोइंग द अल्टरनेटिव आपको यह मूवी का जो लॉस हुआ पैसे के मामले में नहीं बोल रही हूं सेटिस्फैक्ट्रिली मूवी सॉन् जो भी चीज से आपका लॉस इस मूवी को इस मूवी को स्किप करने से हुआ वो होता है आपका अपॉर्चुनिटी कॉस्ट ट इन ऑर्डर टू टेक ए पर्टिकुलर डिसीजन व्ट कॉस्ट यू आर पे ठीक है अब यह जो कॉस्ट है ना गाइस यह कॉस्ट पैसे का नहीं बोल रहा है पैसे का नहीं है ये आपके दूसरे चीजों का भी है जैसे आपका क्वालिटी हो गया आपका इंट हो गया आपका ठीक तो यह जो कॉस्ट है आप उससे कंफ्यूज ना होएगा इसमें क्वालिटी प्राइस भी आएगा ठीक है मूवी टिकट की प्राइस भी आएगी ठीक है तो डोंट गेट कन्फ्यूज मार्केट इक्वि बियम हम समझ चुके हैं क्या है एंड नेक्स्ट र एक्सटर्नलिटी कॉस्ट और बेनिफिट अफेक्टिंग पार्टी ड नॉट चूज टू इनकर ट कॉस्ट और बेनिफिट देखो नाउ माय होम इ हियर माय होम इज हियर एंड हियर इज ए लेदर इंडस्ट्री ठीक है लेदर इंडस्ट्री यहां पर बन गई अब लेदर इंडस्ट्री से इस होम को फायदा तो बहुत है क्यों फायदा है भाई फायदा इसलिए क्योंकि ही और शी विल बी एबल टू गेट लेदर इजली ठीक है बट यहां पर एक नेगेटिव पॉइंट भी है कि द पोल्यूशन च विल कम फ्रॉम दिस लेदर इंडस्ट्री विल बी यूज दैट विल बी डेट्रिमेंटल टू द हेल्थ बट ये जो कॉस्ट और यह जो बेनिफिट है जो नेगेटिव है और जो पॉजिटिव है यह आपने चूज नहीं किया है ठीक है यू र जस्ट कन्फाइंड अबाउट योर होम योर प्लेस यू हैव नॉट चोजन टू चोजन टू बिल्ड योर होम देयर ठीक है तो दिस इ नॉट योर चॉइस तो यह ऐसी कॉस्ट और बेनिफिट जो आप चूज नहीं करते है वो होता है आपका एक्सटर्नलिटी क्लियर ठीक सबट इफेक्ट वी हैव ऑलरेडी लर्न अबाउट इट इट इज नथिंग बट चेंज इन कंसंट फ्रॉम चेंज इन द प्राइस ऑफ ए गुड ठीक है जब आप दूसरे सब्सीट्यूट को लेते हैं तो इट हैज बीन योर चेंज इन कंसंट ठीक है इनकम इफेक्ट वी हैव ऑलरेडी लर्न अबाउट इट व्हाट इज द चेंज इन कंसंट्रिक्स इंग व्हेन योर इनकम विल इंक्रीज यू विल ट्राई टू बाय मोर क्वालिटी गुड्स एंड व्हेन योर इनकम इ डिक्रीज यू विल ट्राई टू अवॉइड लगजरी गुड्स ठीक है अब मार्जिनल कॉस्ट क्या होता है मैंने यहां पर आपको एक चाय का एग्जांपल दिया था यह तो है मार्जिनल यूटिलिटी लेकिन इस एडिशनल यूनिट को प्रोड्यूस करने के लिए जो प्राइस है जो कॉस्ट लग रहा है लेबर हो गया प्राइस हो गया इंग्रेडिएंट्स हो गया एट वो होता है आपका मार्जिनल कॉस्ट अब डिमिनिशिंग मार्जिनल यूटिलिटी मार्जिनल रिटर्नस क्या हो है अब क्या होता है कि मान लीजिए आपको चाय अब आप पी लिए लेकिन एक पॉइंट आएगा जहां पर अब आप नहीं चूज करोगे दैट यू विल से दैट अब बहुत हो गया नाउ आई विल स्टॉप ंकिंग द ट्री अदर वाइज इट विल नॉट बी गुड फॉर माय हेल्थ तो यहां पे आप स्टॉप कर दोगे बट अगर फिर भी वो शॉपकीपर आपके लिए चाय बनाता जा रहा है बनाता जा रहा है तो लेकिन आप तो इसको लोगे नहीं यू विल नॉट बाय इट तो इसी को बोलते हैं हम डिमिनिशिंग मार्जिनल रिटर्न्स डिक्रीजिंग रेट ऑफ प्रॉफिट फ्रॉम इंक्रीजड इन्वेस्टमेंट ठीक है आप चाय बना रहे हो यू आर मेकिंग फॉर द कस्टमर बट कस्टमर इज नॉट विलिंग टू बायड बिकॉज इट हैज रिच्ड द मार्जिनल पॉइंट ठीक है तो यह चीजें आपको ध्यान रखनी है नेक्स्ट प्राइस एंड कॉस्ट ठीक है प्राइस एंड कॉस्ट क्या होता है अमाउंट ऑफ मनी रिक्वायर्ड टू परचेज अ गुड और सर्विस एंड एक्सपेंसेस इनक इन प्रोड्यूस और एक्वायरिंग अ गुड सिंपल है वह प्राइस होता है ठीक है क्लियर एवरीवन देखिए प्राइस का मतलब है पर्टिकुलर प्रोडक्ट का कितना पैसा हुआ ठीक है लेकिन कॉस्ट में क्या होता है कॉस्ट में जो है एडिशनल एक्सपेंसेस भी आते हैं जैसे लेबर हो गया इंफ्रास्ट्रक्चर हो गया सैलरी हो गया टैक्सेस हो गए तो वो आपका जो है कॉस्ट होता है क्लियर ओके इनकम मॉनेटरी और अदर रिटर्न्स एरिंग ओवर पीरियड ऑफ टाइम ठीक है भाई ये तो आपको बेसिक चीज है ही है गुड्स एंड सर्विसेस दज आर गुड्स जो होते हैं वो टेंज बल प्रोडक्ट्स होते हैं टेंज बल प्रोडक्ट्स मतलब कि जिसको आप टच कर सकते हो फॉर एग्जांपल बुक चेयर टेबल कॉपी पेन टी टी ग्लास एक्सेट्रा बट सर्विसेस जो होते हैं वो इनटेंजिबल होते हैं उनको आप टच नहीं कर सकते ठीक है फॉर एग्जांपल होटेल सर्विस ठीक है वहां पे जो आपका जो केयर करते हैं दैट यू कैन नॉट टच इट यू कैन फील इट फील कर सकते हो आप राइट ठीक फाइनल गुड फाइनल गुड क्या होता है ऐसा गुड जो आप कंज्यूम करने के लिए रेडी है इट इ रेडी फॉर द कजम यह आपका होता है फाइनल गुड ठीक है कजम गुड क्या होता है ऐसे गुड जिसको कंज्यूमर कंज्यूम कर ले खरीदने के बाद तुरंत खरीदने के बाद कंज्यूम कर लेम इसका मतलब क्या है फॉर एग्जांपल यू हैव एग्जांपल यू हैव बट चिकन अब ये रॉ चिकन है ठीक है दिस इज रॉ कैन यू कंज्यूम इट नो पहले आप उसको बनाएंगे देन यू विल कंज्यूम इट तो ये कंजमेट ठीक है दिस इज योर फाइनल गुड द चिकन इज योर फाइनल गुड कुक्ड चिकन इज योर फाइनल गुड लेकिन अगर आप वही मसाले स्पाइसेसफर गुड नहीं है बिकॉज यू कैन नॉट कंज्यूम इट डायरेक्टली आपको उसको प्रोसेस करना पड़ेगा ठीक है कैपिटल गुट क्या होते है कैपिटल का मतलब ही होता है एसेट ठीक है ऐसे चीज जिससे हमारा इन्वेस्टमेंट बढ़े फिक्स्ड एसेट क्या होता है बेसिकली ऐसे एसेट जो एक साल से ज्यादा यूज हो इट इ यूज फॉर मोर देन वन अकाउंटिंग ईयर क्लियर एंड डेप्रिसिएशन क्या होता है इट इज डिक्लाइन इन वैल्यू ऑफ फिक्स एसेट ओवर टाइम बिकॉज वाई क्योंकि भाई अब मान लीजिए आप मशीन की बात करेंगे मशीन में रेस्टिंग हो जाती है मशीन के जो जितने पार्ट्स है वो पुराने हो जाते हैं तो उसके वजह से इसकी क्वालिटी डाउन हो जाती है तो यह होता है आपका डेप्रिसिएशन वैल्यू उसकी डिक्रीज हो गई है तो आई होप कि यहां तक आप लोगों को बातें क्लियर हो गई होंगी ठीक है तो यह था आपका माइक्रो इकोनॉमिक्स ठीक है अभी तक ने अभी तक हमने क्या पढ़ा कंज्यूमर्स पर्सपेक्टिव ठीक है इंडिविजुअल के पर्सपेक्टिव से नाउ वी आर गोइंग टू स्टडी अबाउट मैक्रो इकोनॉमिक्स ठीक है अब हम मैक्रो इकोनॉमिक्स के बारे में पढ़ेंगे मतलब की कंट्री लेवल की बात हम करने जा रहे हैं बहुत ही इंपॉर्टेंट है तो ध्यान दीजिएगा ठीक है चलिए स्टार्ट करते हैं सबसे पहले मैक्रो इकोनॉमिक्स में की प्लेयर्स कौन-कौन से हैं भाई फर्स्ट है फम्स फम्स क्या है कंपनीज है प्राइवेट एंटरप्रेन्योर्स इकोनॉमी कैपिट का मतलब क्या होता है द इकोनॉमी च इ फोकसिंग ओनली ऑन प्रॉफिट्स ठीक है प्रॉफिट्स पर वर्क करती है सोशल वेलफेयर पर वो वर्क नहीं करती है सोशल वेलफेयर पर वो वर्क नहीं करती है बस प्रॉफिट माइंडेड होती है और इसमें गवर्नमेंट का रोल भी मिनिमम होता है इसमें बहुत इंपॉर्टेंट होते है कंपनीज हायर वेज ले यूज कैपिटल एंड लैंड एंड प्रोड्यूस गुड्स एंड सर्विसेस फॉर द प्रॉफिट ठीक है नेक्स्ट इंपोर्टेंट एंटिटी आपके है मैक्रो इकोनॉमी में गवर्नमेंट ली तो गवर्नमेंट जो है ट विल नफोर्स लॉज दे विल प्रोवाइड यू इंफ्रास्ट्रक्चर तो बेसिकली यह जो काम कर रहे हैं यह वेलफेरिज्म सोसाइटी के वेलफेयर के लिए एंड फाइनली लास्ट इ र हाउसहोल्ड सेक्टर ठीक है हाउसहोल्ड सेक्टर भी बहुत इंपोर्टेंट रोल प्ले करते हैं उसमें आपके इंडिविजुअल्स आते हैं और ग्रुप्स भी आते हैं और इन्हीं की वजह से जो है डिमांड और सप्लाई में चेंज होता है यही डिमांड क्रिएट करते हैं क्लियर तो बेसिकली मैक्रो इकोनॉमी में थ्री इंपॉर्टेंट एंटिटीज कौन-कौन से हैं कंपनी गवर्नमेंट एंड हाउसहोल्ड सेक्टर ठीक है क्लियर हो गई बातें चलिए नाउ लेट अस ट्राई टू अंडरस्टैंड व्हाट आर फाइनल गुड्स एंड व्ट आर इंटर देखि नाम से समझ में आ रहा है फाइनल गुड ऐसे गुड होते हैं जिनको अब आप कंज्यूम करने के लिए तैयार हो ठीक है अल्टीमेट कंजमेट जो इंटरमीडिएट गुड्स है व बीच के गुड्स है मतलब की इनम जो है और वर्क करना अभी बचा है जब आप वर्क करेंगे इस पर तब जा के फिनिश्ड गुड बनेंगे फॉर एग्जांपल स्टील शीट्स जो स्टील शीट्स है वो आपके इंटरमीडिएट गुड्स है क्यों क्योंकि वो यूज होंगे ऑटोमोबिल बनने के लिए यूटेंसिल्स बनने के लिए एट और ये वुड बी इंटरमीडिएट गुड है गुड से आप टेबल बनाएंगे सोफा बनाएंगे पेपर बनाएंगे तो ये जो है आपके इंटरमीडिएट गुड्स है जिससे आप फाइनल गुड्स प्रोड्यूस कर रहे हो इंटरमीडिएट गुड से ही आप फाइनल गुड प्रोड्यूस कर रहे हो क्लियर ओके अब चलिए अब थोड़ा सा हम टेक्निकल चीज पे जाने वाले हैं कि भाई नेशनल इनकम को कैसे कैलकुलेट किया जाता है ठीक है व्हेन एवर यू आर लर्निंग एनीथिंग ट्राई टू रिमेंबर द बैकग्राउंड ठीक है व्हाट बैकग्राउंड कि भाई वी आर लर्निंग अबाउट मैक्रो इकोनॉमिक्स तो ओबवियस सी बात है कंट्री के इम जो है उसको डिटरमाइंड करना किसम आएगा मैक्रो इकोनॉमिक्स में आएगा नेशनल इनकम मतलब एक कंट्री कितना अर्न करती है तो अर्न करती है उसको कैलकुलेट करना भी बहुत जरूरी है देन ओनली यू विल बी एबल टू फाइंड आउट व्ट इज द जीडीपी वेयर इंडिया इ स्टैंडिंग इन द वर्ल्ड ठीक है तो उसको कैलकुलेट करने के तीन इंपॉर्टेंट तरीके हैं पहला है एक्सपेंडिचर मेथड दूसरा प्रोडक्ट मेथड तीसरा है इनकम मेथड क्लियर एवरीवन एक्सपेंडिचर मेथड प्रोडक्ट मेथड और इनकम मेथड हम एक एक को देखेंगे बेसिकली इसमें किया क्या जाता है देखिए एक्सपेंडिचर मतलब की खर्च ठीक है अब बताइए कंज्यूमर जितना एक्सपेंडिचर कर रहा है जितना एक्सपेंडिचर कर रहा है वही तो कंट्री का इनकम है आर यू गेटिंग माय पॉइंट अब इसको थोड़े छोटे लेवल पर लेकर जाओ अब जो शॉपकीपर जो अर्न कर रहा है वो अर्न कैसे कर रहा है जब हम जैसे लोग कंज्यूमर जाकर खरीद रहे हैं जब हम एक्सपेंडिचर कर रहे हैं तो अगर हम सारे फर्म्स का फाइनल एक्सपेंडिचर ओके अगर हम सारे फर्म्स का फाइनल एक्सपेंडिचर कैलकुलेट कर ले तो देन वी विल बी एबल टू फाइंड आउट द नेशनल इनकम अब ये फर्म्स क्या है फर्म्स अभी हमने पढ़ा तीन है ठीक है कौन-कौन से कौन-कौन से तीन फॉर्म्स है बताइए सबसे पहला है गवर्नमेंट दूसरा प्राइवेट और तीसरा हाउसहोल्ड क्लियर एवरीवन तो अगर हम तीनों चीजों का एक्सपेंडिचर कैलकुलेट कर लेते हैं तो वही तो हमारे कंट्री का नेशनल इनकम है ठीक है भाई तो वही हमारा जीडीपी भी हो जाएगा द टोटल वैल्यू ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस प्रोड्यूस और कंज्यूम ठीक है अब देखिए अब गवर्नमेंट के लिए जो है मैंने जी लगा दिया ठीक है इन्वेस्टमेंट के लिए जो है मैंने आई लगा दिया इन्वेस्टमेंट कौन करेगा फर्म करेगा और कंजमपट्टी माइनस इंपोर्ट ठीक है एक्सपोर्ट माइनस इंपोर्ट जो बचेगा पैसा वही तो हमारा नेट वैल्यू है ना तो फॉर एग्जांपल वी हैव एक्सपोर्टेड गुड्स वर्थ ऑफ र 50000 बट हमने इंपोर्ट कर लिया 20000 का तो यह तो हमको मिला लेकिन यह हमारे हाथ से चला गया तो बचा कितना 300000 तो यह भी तो हमारे नेशनल इनकम में आएगा इसलिए मैंने जो है x माइ m लिख दिया तो एक्सपेंडिचर मेथड आपको समझ में आया हाउ वी आर कैलकुलेटिंग c प् आ प्ज प् x - m इफ वी ट्राई टू कैलकुलेट द एक्सपेंडिचर ऑफ ऑल द फर्म्स टुगेदर बाय एडिंग द नेट प्रॉफिट फ्रॉम एक्सपोर्ट माइनस इंपोर्ट ठीक है ये आपका एक्सपेंडिचर मेथड है चलिए अब इनकम मेथड क्या है अब जितना एक्सपेंडिचर हो रहा है और दैट विल बी इक्वल टू द इनकम ठीक है भाई जो आप एक्सपेंडिचर कर रहे हो वही किसी का इनकम भी तो होगा शॉपकीपर का इनकम होगा है कि नहीं तो वही आपका जीडीपी कैलकुलेट हो जाएगा उससे बिकॉज दैट इज आल्सो द थिंग टू कैलकुलेट द होल मनी ठीक है तो बेसिकली इट फोकस ऑन ऑल इनकम्स रिसीवड बाय ऑल फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन देखो फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन चार होते हैं वेरी इंपोर्टेंट टर्म द फैक्टर्स मतलब की प्रोडक्ट किसी भी एक प्रोडक्ट को प्रोड्यूस करने के लिए चार चीजों का बहुत बड़ा रोल है वह चार चीजें कौन-कौन सी है लेबर कैपिटल एंटरप्रेन्योर फैक्टर्स आर वर्किंग बिहाइंड इट तो इनके जो इनकम को अगर हम प्लस कर दे तो वो भी तो हमारा नेशनल इनकम है क्योंकि यही तो चार मेन चीज है किसी भी चीज को रन करने के लिए ठीक है तो अब आप बताइए लेबर का इनकम क्या होगा लेबर का इनकम होगा वेज कैपिटल इंटरेस्ट एंटरप्र शिप से मिलेगा हमको प्रॉफिट और लैंड से हमको रेंट यही चार चीज यहां पर रखी गई है वेजेस प्रॉफिट इंटरेस्ट एंड रेंट तो यह आपका हो गया इनकम मेथड क्लियर एक्सपेंडिचर मेथड इनकम मेथड ठीक है नेक्स्ट हम चलते हैं थोड़े इंपॉर्टेंट टॉपिक्स पर देखिए अब नवर यू आर स्टडिंग अबाउट इकोनॉमिक्स तो बहुत सारे ऐसे आपको वर्ड दिखाई देंगे जैसे फैक्टर कॉस्ट हो गया बेसिक प्राइस हो गया मार्केट प्राइस हो गया तो अब सब में अंतर क्या है ट वी आर गोइंग टू लर्न अबाउट इट ठीक है देखिए अब फैक्टर कॉस्ट तो मैंने आपको बताया कि चार फैक्टर्स होते हैं हमारे जल्दी से बताइए क्या क्या लैंड लेबर कैपिटल एंड एंटरप्र शिप अब इनके अब इस पर जो आपको कॉस्ट मिल रहा है वही आपका फैक्टर कॉस्ट है ठीक है मतलब यह जो है आपका रॉ प्राइस होता है र प्राइस होता है कॉस्ट जो है वह आपका रॉ प्राइस होता है क्लियर एवरीवन इसमें ना तो टैक्सेस इंक्लूडेड है ना तो सब्सिडीज इंक्लूडेड है यह बस आपका बेसिक रॉ प्राइस है किसी भी चीज का ठीक है वैल्यू ऑफ आउटपुट प्रोड्यूस इन द इकोनॉमी एक्सक्लूडिंग टैक्सेस बेसिक प्राइस क्या होता है दिस इ वैल्यू ऑफ आउटपुट माइनस द वैल्यू ऑफ इंटरमीडिएट कंजन ठीक है तो बेसिकली इंटरमीडिएट कंजन को अगर हम निकाल दे अपने फाइनल वैल्यू से तो व्ट वी विल गेट वी विल बी गेटिंग द जीवीए एट बेसिक प्राइस क्लियर अब देखो अब एक इंपॉर्टेंट चीज है मार्केट प्राइस क्या होता है देखो मार्केट मतलब की जो प्राइस है वो मेरा कौन डिटरमाइंड कर रहा है मार्केट डिटरमाइंड करेगा मार्केट प्राइस बताइए अगर मैं फैक्टर कॉस्ट में ठीक है टैक्सेस को प्लस करना पड़ेगा राइट राइट ना टैक्सेस को प्लस करना पड़ेगा कि नहीं करना पड़ेगा करना पड़ेगा भा ठीक है वी नीड टू प्लस द टैक्सेस अब इसमें से मुझे गवर्नमेंट सब्सिडी भी देती है सब्सिडी भी देती है तो गवर्नमेंट जो सब्सिडी देती है उसको हम माइनस करेंगे क्लियर एवरीवन सब्सिडी को क्या करेंगे माइनस करेंगे तो वो जो हमारा प्राइस मिलेगा वह क्या होगा बताइए वो होगा आपका मार्केट प्राइस समझ में आई बातें क्लियर क्लियर एवरीवन देखिए अगर आपको समझ में नहीं आया तो मैं फिर से एक्सप्लेन करूंगी मार्केट प्राइसेस क्या होते हैं भाई कोई भी प्रोडक्ट का मान लो 100 प्राइस है एक नोटबुक का 00 प्राइस है फैक्टर क तो इस प्राइस इस कितना कुछ मिला हुआ है क्या क्या चीजों से बना है यह प्राइस सबसे पहले बनाने का खर्च लैंड लेबर कैपिटल क्लियर हो गया वट इ र मार्केट प्राइस चलिए ठीक है वेरी इंपॉर्टेंट नेक्स्ट इ योर ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट ठीक है देखिए अभी तक हमने व्ट वी हैव लर्न अबाउट इ जीडीपी मैं यहां पर एक्सप्लेन करूंगी आपको तो बेसिकली व्ट वी हैव लर्न अबाउट जीडीपी की जीडीपी जो है इट इ नथिंग बट इट इ वैल्यू ऑफ टोटल एंड सर्विसेस प्रोड्यूस्ड इन एरिया इन पर्टिकुलर टाइम अब यहां पर जब मैं डेफिनेशन लिख रही हूं तो आप ही मुझे बताइए मैंने कहीं पर भी लिखा ट व्ट एवर गुड्स आर मेड बाय फॉरेन पीपल इन इंडिया नॉट इंक्लूडेड नो आईव आ हैव नोवेयर रिटन ठीक है तो बेसिकली जीडीपी क्या होता है जीडीपी इ नथिंग बट इट इ टॉकिंग अबाउ द वैल्यू च इ प्रोड्यूस्ड इन ए एरिया इस एरिया में अगर इंडियंस प्रोड्यूस करें तो भी कैलकुलेट होगा फॉरेनर्स प्रोड्यूस करें तो भी कैलकुलेट होगा जीडीपी को नेशनल से लेना देना नहीं है सिटीजन से लेना देना नहीं है उनको बस यह मतलब है कि भाई मेरे टेरिटरी में कितना पैसा बन रहा है तो यह होता है आपका जीडीपी क्लियर लेकिन अगर हम जीएनपी की बात करें ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट क्या होता है ऐसा वैल्यू जो इंडियंस ही जनरेट करेंगे चाहे वह इंडिया में हो या फॉरेन में हो तो वैल्यू जनरे बाय नेशनल्स ऑफ ए कंट्री बाय नेशनल वेदर इन देर विदन देर होम नेशन और आउटसाइड द वर्ल्ड आउटसाइड द कंट्री तो बेसिकली जीडीपी टॉक्स अबाउट एरिया बट जीएनपी टॉक्स अबाउट नेशनलिटी अगर मान लीजिए एक एक्स एक्स पर्सन है वह इंडिया में भी कंपनी खोला है ठीक है और फॉरेन में भी कंपनी खोला है क्लियर एवरीवन इंडिया में भी कंपनी खोला फॉरेन में भी कंपनी खोला एंड दिस एक्स बिलोंग टू इंडिया इंडिया का दिस इंडियन तो जीएनपी में दोनों आएगा क्लियर जीएनपी में दोनों आएगा लेकिन जीडीपी में बस ऊपर वाला आएगा तो आई होप यू गॉट द डिफरेंस व्हाट इज योर जीएनपी एंड जीडीपी देखिए डेफिनेशन देखिए इट रिप्रेजेंट्स टोटल इकोनॉमिक आउटपुट प्रोड्यूस्ड विद इन अ कंट्री इंक्लूडिंग इनकम अर्न बाय डोमेस्टिक फैक्टर्स अब्रॉड अगर कोई भारतीय नागरिक बाहर जाकर भी कोई वैल्यू प्रोड्यूस कर रहा है वो भी हमारे जीएनपी में में कैलकुलेट होगा इसको कैलकुलेट कैसे कर सकते हैं जीएनपी जीएनपी में जीएनपी इ कैलकुलेटेड एस जीडीपी प्लस नेट फैक्टर इनकम फ्रॉम अब्रॉड ठीक है नेट फैक्टर इनकम फ्रॉम अब्रॉड ठीक है बाहर से जो भी हमको आ रही है वैल्यू ठीक है च इज बाय नेशनल क्लियर एवरीवन ओके चलिए अब इस नेट फैक्टर इनकम फ्रॉम अब्रॉड को हम ऐसे भी लिखते हैं एनएफ आईए ठीक है व्हाट इज इट इट इज नथिंग बट इट इज सब्सट्रैक्टिंग द इनकम अर्न बाय फॉरेनर्स इन इंडिया फ्रॉम द इनकम अर्न बाय इंडियन इन फॉरेनर कंट्रीज समझ में आ गया क्लियर है ठीक है ज्यादा कुछ इसमें कंफ्यूजन नहीं होना चाहिए आपको मैं आपको इसको सिंपलीफाई करके लिख देती हूं देखि फैक्टर इनकम फ्रॉम अब्रॉड माइनस फैक्टर इनकम टू अब्रॉड क्लियर यह आपका हो गया नेट फैक्टर इनकम फ्रॉम अब्रॉड आई होप यू गट इट क्लियर एवरीवन ठीक है इसको एक और तरीके से लिख सकते हैं इनकम न फ्रॉम अब्रॉड माइनस इनकम पेड टू फॉरेन पीपल इनकम पेड टू फॉरेन एंटिटीज ठीक है वही मतलब हो गया सो दिस इज योर जीएनपी क्लियर एवरीवन ठीक है चलिए अब नेट नेशनल प्रोडक्ट क्या होता है देखिए नेट अभी तक हम ग्रॉस ग्रॉस प वर्क कर रहे थे ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट अब ग्रॉस जो है ना वो ओवरऑल प्राइस होता है ठीक है मान लीजिए आपको सैलरी आती है सैलरी आई आपकी 50000 तो ये आपकी ग्रॉस सैलरी है नाउ इन दिस सैलरी द एंप्लॉयर विल कट योर पीएफ एटस पीएफ कटने के बाद आपका 40 के बचा पीएफ काट दिया आपने ठीक है तो 40 के के बाद आपका कुछ मेंटेनेंस कॉस्ट भी कट गया 5000 तो 35 के बचा तो ये जो 35 के है ना ये मेरा नेट सैलरी है सारे एक्सपेंडिचर को काटने के बाद जो इनकम बची मेरी वह मेरा नेट होता है नेट तो उसी तरह से अगर मैं ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट में डेप्रिसिएशन को माइनस कर दू मतलब ऐसा चीज को को माइनस कर दूं जिससे वैल्यू कम हो रही है डेप्रिसिएशन मतलब फॉर ए पीरियड ऑफ टाइम योर गुड्स एंड सर्विसेस व्हाट हैपन टू देम उनकी क्वालिटी कम होती है एंड धीरे-धीरे वो डिप्रेशिएट होते हैं आई हैव टोल्ड यू अबाउट मशीन एग्जांपल ठीक है तो जब मैं उसमें से डेप्रिसिएशन माइनस करूंगी तो जो अमाउंट मेरे पास बचेगा दैट विल बी योर नेट नेशनल प्रोडक्ट क्लियर ठीक है चलिए अब नेक्स्ट है हमारा पर्सनल इनकम वर्ड पर अगर आप फोकस करेंगे तो बोल रहा है पर्सनल क्या बोल रहा है पर्सनल बोल रहा है राइट तो बेसिकली जब आप वर्ड पर फोकस करेंगे तो आप देख सकते हैं इट इ इनकम रिसीवड बाय हाउसहोल्ड फ्रॉम नेशनल इनकम ठीक है पर्सनल मतलब हाउसहोल्ड से रिलेटेड होगा पर्सनल ठीक है खुद का और पर्सनल है मतलब इस पर किसी का हक नहीं है नो वन ओनस दिस मनी नो वन ओनस दिस इनकम एक्सेप्ट यू उसी को पर्सनल बोलते हैं तो बेसिकली पर्सनल इनकम क्या होगा ऐसा इनकम जो कि जिसमें से जब हम अन डिस्ट्रीब्यूटर प्रॉफिट्स को माइनस करें टैक्सेस को माइनस करें इंटरेस्ट पेमेंट को माइनस करें और ट्रांसफर पेमेंट को ऐड करें तो ये हमारा बनेगा पर्सनल इनकम ठीक है पर्सनल इनकम मतलब देखिए सबसे पहले आप समझिए ट्रांसफर पेमेंट क्या होता है ट्रांसफर पेमेंट का मतलब होता है रेमिटेंस ठीक है रेमिटेंसेस अब रेमिटेंसेस क्या होता है जो फॉरेन नेशनल्स होते हैं फॉर एग्जांपल कि यू आर स्टेइंग इन इंडिया बट यर चिल्ड्रन आर स्टेइंग इन यूएस तो आपको वो हर मंथ कुछ अमाउंट ऑफ पैसे भेजेंगे फॉर योर एक्सपेंडिचर ठीक है आफ्टर योर रिटायरमेंट तो वो जो आपको पैसे भेज रहे हैं वो रेमिटेंसेस कहलाता है ठीक है और उसी को हम ट्रांसफर पेमेंट बोलते तो वो भी तो हमारा पर्सनल इनकम का पार्ट है तो हम उसको सब्सट्रैक्ट नहीं करेंगे ड करेंगे बिकॉज वी आर गेटिंग इट बट बाकी सबको हम सब्सट्रैक्ट कर देंगे क्यों क्योंकि हमको उससे डिड्यूस करना है हटाना है तो इस इक्वेशन से आपको समझ में आ गया हो गया व्ट डू यू मीन बाय पर्सनल इनकम क्लियर चलिए नाउ लेट अस ट्राई टू अंडरस्टैंड व्ट इज पर्सनल डिस्पोजेबल इनकम ठीक है अब ऐसा इनकम जिसको आप यूज कर सको डिस्पोज ऑफ कर सको तो यह कैसे बनता है आप ऊपर की चीजों को अभी थोड़ा सा भूल जाइए आप फार्मूला पे ध्यान दीजिए पर्सनल डिस्पोजेबल इनकम वैसे बनता है जब व्हेन आई सब्सट्रैक्ट पर्सनल इनकम जब मैं पर्सनल टैक्स पेमेंट और नॉन टैक्स पेमेंट को मैं पर्सनल इनकम से सब्सट्रैक्ट कर दूं तो व मेरा बनता है पर्सनल डिस्पोजेबल इनकम क्लियर एवरीवन न आई सबकट टैक्स पेमेंट एंड नॉन टैक्स पेमेंट फ्रॉम द पर्सनल इनकम आई गेट पर्सनल डिस्पोजेबल इनकम मतलब मैं जितने भी टैक्स से रिलेटेड चीज है अगर मैं उस इनकम से माइनस कर दू तो मेरे पास जो अमाउंट बचेगा अब मैं उसको फाइनली फ्रेशलीशियस हम जीडीपी रियल जीडीपी वर्सस नॉमिनल जीडीपी की अब मैं इसको आपको एक एग्जांपल से समझाना चाहूंगी क्लियर चलिए अब यह एक शॉप है शॉप ए और यह है शॉप र ध्यान दीजिएगा बहुत ही प्यारा कांसेप्ट हैरी ब्यूटीफुल कांसेप्ट आपको तुरंत समझ में आ जाएगा क्या है ना शॉपकीपर ए सेलिंग नोटबुक्स य दोनों नोटबुक सेल करते हैं दिस ल्स सेलिंग नोटबुक्स एस ल्स सेलिंग नोटबुक अभी यह जो शॉपकीपर ए है इसने जो है 10 बुक सोल किया एक बुक का प्राइस है र तो 10 बुक सोल्ड किया तो मतलब की हर उसको मिला यह डे वन का कहानी डे 10 में क्या हो गया लिन टू मी वेरी केयरफुली डे 10 में क्या सिनेरियो इंफ्लेशन आया महंगाई बढ़ गई महंगाई बढ़ने से जो है एक बुक का प्राइस मेरा हो गया 12 रप जो बुक का प्राइस रप था वह अब हो गया रप क्लियर ठीक है अब यह अगर 10 बुक सोल्ड करेगा सेल करेगा तो इसको कितना प्राइस मिलेगा र तो 10 बुक का कॉस्ट 0 हो गया तो यह मेरा मान लो अलिर माय जी वा र नाउ माय जीडीपी इ 0 य विल से वा मैम जीडीपी है बीन इंक्रीज बाय 20 पर ठीक है जीडीपी है बीन इंक्रीज बाय र का मुनाफा तो भाई बहुत अच्छी बात है हमारी जीडीपी बढ़ गई चलिए ठीक है ब थोड़ा सा सिनेरियो को पॉज करते हैं और हम शॉपकीपर बी क थोड़ा देख लेते यह इंसान क्या कर रहा है अप लाइफ चलिए यहां पर भी एक बुक का प्राइस था र ठीक है यहां पर इंफ्लेशन नहीं आया यहां पर इन्फ्लेशन का कोई रोल नहीं है लेकिन यहां पर लोग बहुत ज्यादा आ गए डिमांड इंक्रीज हो गई बुक्स की डिमांड इंक्रीज हो गई बुक्स की तो वो 10 बुक जब बेचा तो उसको कितना रुपीस का प्रॉफिट हुआ ह लेकिन डिमांड तो बढ़ गई है मतलब अब वो बेच रहा है 20 बुक्स लिसन टू मी वेरी केयरफुली अलिर ही वास सेलिंग 10 बुक्स बट डिमांड अचानक से बढ़ी सबका स्कूल सीजन आ गया कॉलेज सीजन स्टार्ट हो गया एवरीवन वांट नोटबुक्स तो डिमांड बढ़ गई और इसकी शॉप जो है वो भी बहुत ही अच्छे लोकेशन प थी बिकॉज ऑफ च इट वास इजली एक्सेसिबल तो 20 बुक्स लोग खरीदने लगे जो 10 बुक पिछले 10 दिन में खरीद रहे थे वो आज 20 बुक खरीद के गए तो इसको हुआ 200 क्या बात है यार यह तो मतलब र का जीडीपी हमारा बढ़ गया जीडीपी है बीन इंक्रीज टू र ठीक है अब आप मुझे बताओ यू टेल मी च सिनेरियो यू थिंक इज बेस्ट आई एम गिविंग यू 10 सेकंड थोड़ा सा दिमाग लगाओ और मुझे बताओ च सिनेरियो यू थिंक इज बेस्ट टेल ठीक है आप सभी ने अपने दिमाग में थोड़ा सोच तो लिया ही होगा एब्सलूट दिस सिनेरियो दिस सिनेरियो इज बेस्ट इ वी ट्राई टू कंपेयर इट वि द शॉप ए क्यों क्योंकि यहां पर जो इनक्रीस हुआ है यह इनक्रीस इंफ्लेशन की वजह से नहीं हुआ है यह इंक्रीज हुआ है डिमांड की वजह से तो जब डिमांड की वजह से इक्रीज हुआ तो जब न द डिमांड है बीन इंक्रीज सेलिंग विल बी इंक्रीजड एंड मैन्युफैक्चरिंग विल बी इंक्रीज और बुक्स बनानी पड़ेगी एंप्लॉयमेंट विल इंक्रीज और पीपल को हायर करना पड़ेगा क्योंकि बहुत ज्यादा डिमांड आ रही है एंड इवेंचर गुड साइकल पॉजिटिव साइकिल वर्चुअल साइकल बन जाएगा लेकिन यहां पर आप देखो यह महंगाई बढ़ी है से वो बंदा आज भी 10 बुक ही बेच रहा था आज कल भी 10 बुक बेच रहा था आज भी 10 ही बुक बेच रहा है उसको प्रोडक्ट एक्स्ट्रा बनाना ही नहीं पड़ा नो एक्स्ट्रा प्रोडक्ट ठीक है प्रोडक्ट एक्स्ट्रा उसने नहीं बनाया तो कहां से गाड़ी चलेगी मैन्युफैक्चरिंग कहां से होगा एंप्लॉयमेंट कहां से जनरेट होगी वई यू विल हायर पीपल वेन यू आर जस्ट सेलिंग 10 बुक्स ओबवियसली आपको प्रॉफिट हुआ र का नो डाउट बट दिस इज नॉट द होल इकोनॉमी वर्क्स लाइक हमको सारी चीजों पर ध्यान देना जॉब भी जनरेट करना है मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी वर्क करते रहनी चाहिए सब चीज हैंड टू हैंड चलते रहना चाहिए तो इसीलिए अब यह वाला जो सिनेरियो है स्टूडेंट्स यह जो सिनेरियो है इसे हम बोलते हैं जो शॉप ए वाला सिनेरियो है इसे हम बोलते हैं नॉमिनल जीडीपी और यह वाला जो सिनेरियो है व है रियल जीडीपी बात समझ में आ गई क्लियर हो गया एक्चुअल पिक्चर रियलिटी में कैसे प्राइस बढ़ा प्रोडक्शन से प्राइस बढ़ा यह नॉमिनल है इलेशन से बढ़ गया इससे हमको एक्ट पिक्चर समझ में नहीं आएगी लेकिन इससे हमको इन डेप पता चलेगा कि क्या क्या एक्चुअली हुआ है क्लियर एवरीवन चलिए तो अब आप जब आप डेफिनेशन तो आपको और ज्यादा क्लियर हो जाएगा नॉमिनल एट करंट मार्केट प्राइसेस करंट मार्केट प्राइस मतलब इंफ्लेशन को जोड़ के बात हो रही है महंगाई मार्केट प्राइस मतलब महंगाई आ गया ठीक है लेकिन रियल जीडीपी कांस्टेंट प्राइस पर होता है क्लियर एवरीवन अब एक और फार्मूला है जीडीपी डिफ्लेटर का यह देखिए जीडीपी डिफ्लेटर नथिंग बट इट इज अ रेशो ऑफ नॉमिनल जीडीपी टू द रेशो ऑफ रियल जीडीपी ये इसका जो है रेशो है क्या आपका जीडीपी डिफ्लेटर कि कितना आपका इफेक्ट हो रहा है हाउ मच इट इज डिफलेक्टिंग क्लियर चलिए सीपीआई के बारे में बात करते हैं व्हाट इस कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स एक नया कांसेप्ट आ गया है मेजर्स चेंस इन अ फिक्स बास्केट ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस ठीक है चलिए इसको थोड़ा सा एक्सप्लेनेशन ध्यान दीजिए इसका यह मैं बात कर रही हूं 2010 की यहां पर एक बास्केट ऑफ गुड है जहां पर है एजुकेशन गुड एंड सर्विसेस है एजुकेशन वेजिटेबल्स स्टेशनरी क्लोथ्स यह पांच चीजों का ये बॉक्स है बास्केट है और बॉक्स है ये जो बॉक्स मेरे को कॉस्ट कर रहा है 00 का ध्यान रखिए इसम मैंने एजुकेशन भी लिया है क्योंकि गुड्स एंड सर्विसेस सर्विसेस भी इनम इंक्लूड होगा बस गुड्स नहीं सर्विसेस भी इंक्लूड होगा अब चलिए बात करते हैं 2020 की 2020 के सिनेरियो की बात कर लेते हैं सेम बॉक्स च इ हैविंग एजुकेशन वेजिटेबल्स आपका स्टेशनरी आपका क्लोथ सेम बॉक्स नाउ इट इ कॉस्टिंग यू 00 10 साल में चेंज हो गई प्राइस बिकॉज ऑफ द इंफ्लेशन अब आप डेफिनेशन प ध्यान दीजिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स मेजर्स चेंस इन प्राइस ऑफ ए फिक्स बास्केट ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस तो यही जो आपका जो चेंज है ठीक है जो आपके प्राइस को चेंज को कैलकुलेट कर रहा है भाई इसको खरीद कौन रहा है कंज्यूमर ही तो खरीद रहा है सेलर थोड़ी ना खरीदेगा कंज्यूमर खरीदेगा सेलर तो बाय सेलर तो सेल करेगा तो इसीलिए इसको बोलते हैं कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स र तो बेसिकली देखि फार्मूला देख लो कन सीपीई इ टू कॉस्ट ऑफ बास्केट इन करंट ईयर डिवाइडेड बाय कॉस्ट ऑफ बास्केट इन बेस यर करंट ईयर में क्या है 800 बेस ईयर में क्या है 500 और इन 100 र इसको आप सॉल्व करिए न आ गया और आपका क्या आएगा बचा ठीक है 6 1.6 इन 100 ट 0 क्लियर 160 हो गया तो आपका सीपीआई क्या हो गया 160 क्लियर एवरीवन चलिए अब नेक्स्ट इंपॉर्टेंट कांसेप्चुअल टॉपिक है जीडीपी एंड वेलफेयर तो बेसिकली जैसे मैंने बताया कि जीडी जो है वो रियल पिक्चर को शो नहीं करता है ठीक क्योंकि जीडीपी इज ओनली कंसीडरिंग द मॉनेटरी वैल्यू ठीक है कि कंट्री का जो ग्रोथ है वो मनी के टर्म्स में कितना हुआ है इट इज टॉकिंग ओनली अबाउट दैट अब आप नॉमिनल जीडीपी भी आप अगर देख लो तो वो तो बस इंफ्लेशन से रिलेट करके बोलता है ना तो वो एंप्लॉयमेंट की बात करता है ना वो डिमांड जनरेशन की बात करता है तो इसीलिए जीडीपी जो है हमको एक अच्छा वैल्यू प्रेजेंट नहीं कर पाता है इट ओनली गिव्स ग्रोथ बट वेलफेयर के लिए हमको ग्रोथ के साथ एक और इंपॉर्टेंट चीज की जरूरत है जो कि है डेवलपमेंट राइट ठीक है डेवलपमेंट भी बहुत इंपॉर्टेंट है तो इसीलिए जीडीपी को हम करेक्ट वैल्यू मेजर नहीं बोल सकते हैं ठीक है मतलब कि हम एक्यूरेट एप्रोप्राइटिंग [संगीत] राइट ठीक है एग्जांपल देखो अनइक्वल डिस्ट्रीब्यूशन कैन लीड टू डिस्टी इन वेल बीइंग है ना डोमेस्टिक वर्क वॉलेटर एक्टिविटी जो है जीडीपी में तो इंक्लूड भी नहीं होते तो देर आर मेनी थिंग च आर लकिंग इन जीडीपी इसलिए हम इसको अप्रोपो टॉपिक है फॉर इकोनॉमिक्स ठीक चलिए सबसे पहले मैं आपको दो चीजें इंपॉर्टेंट बताना चाहूंगी चलिए मैं उसको आगे कवर करती हूं सबसे पहले व्हाट आर द फंक्शंस ऑफ मनी इसको समझ लेते हैं बेसिक है सबसे पहला इट्स ए मीडियम ऑफ एक्सचेंज भाई हम मनी के हेल्प से पैसे के हेल्प से हम जो है एक्सचेंज करते हैं इट एलिमिनेट्स द नीड फॉर डबल कोइंसिडेंस ऑफ वांट्स मतलब मतलब की ये गाइस कि अर्लिया या अभी भी अगर आप इफ यू विजिट मेनी लेस देर स्टिल सिस्टम प्रीवेलिंग नोन बाटर सिस्टम तो बाटर सिस्टम में क्या होता है फॉर एग्जांपल दिस पर्सन ए एंड दिस पर्सन बी दिस पर्सन ए गिव 100 केजी राइस चलिए ऐसे मानिए इसको इस ए के पास है 100 केजी ऑफ राइस और इस बी के पास है 100 केजी ऑफ दाल ठीक है और एग्स मान लो नाउ ए को जरूरत है एग्स की और बी को जरूरत है राइस की तो जब यह एक दोनों आपस में अपनी जरूरतों को समझ के व्हेन दे एग्री टू एक्सचेंज देयर आइटम्स फॉर देयर नीड मतलब यहां पे कोइंसिडेंस ऑफ वांट्स हो रहा है दोनों के नीड जो है व को साइड कर रहे ए को एक्स चाहिए बी को राइस चाहिए दोनों के पास है तो व एक्सचेंज कर लेंगे य आपका बाटर सिस्टम है ठीक है अब मान लो कि ए के पास जो राइस है उसको एस नहीं चाहिए ना तो दाल चाहिए तो क्या य क्या ए बी को राइस देगा नहीं देगा क्यों क्योंकि बी के पास जो है वैसी चीज नहीं है जो ए को चाहिए क्लियर एवरीवन बी इ नॉट हैविंग प्रोडक्ट च ए नीड्स ठीक है तो ये आपको समझना है तो बाटर सिस्टम में बहुत इंपॉर्टेंट है डबल कोइंसिडेंस होने का ठीक है डबल कोइंसिडेंस होना पड़ेगा तभी आप चीजों को एक्सचेंज कर पाएंगे अदर वाइज आप नहीं कर पाएंगे बट अगर मैं मनी की बात करूं मनी क्या है मनी पेपर नोट और कॉइंस अगर आप शॉपकीपर को देते हो तो शॉपकीपर इज बाउंड टू गिव यू द प्रोडक्ट विच यू वांट आप बोलोगे कि भैया इस 00 के नोट से मुझे 10 किलो आलू दे दो तो शॉपकीपर मना नहीं कर सकता कि भाई मैं नहीं दूंगा मुझे कुछ और लेकर आओ मैं नोट एक्सेप्ट नहीं करूंगा नहीं तो यही ब्यूटी है मनी की ट इट एलिमिनेट द नीड ऑफ डबल कोइंसिडेंस इट आल्सो प्रोवाइड कॉमन मेजर फॉर वैल्यूंग गुड्स एंड सर्विसेस ओबवियसली ठीक है कॉमन मेजर प्रोवाइड करता है स्टोर ऑफ वैल्यू है यस सी बात है डायनेमिक इन नेचर है आज र का जो नोट है वह आपके 10 चॉकलेट खरीदने के काबिल है लेकिन महंगाई बढ़ने के बाद यही रप का नोट जो है व कल को जाकर बस पांच ही चॉकलेट खरीद पाएगा या आगे जाके ऐसा भी हो सकता है कि 15 चॉकलेट खरीद ले तो यह कब होगा जब डिफ्लेशन होगा महंगाई कम होगी और यह तब कब होगा जब इन्फ्लेशन होगा क्लियर एवरीवन इजी था अब क्या क्या फम्स है मनी के लेटस ट्रा टू अंडरस्टैंड फर्स्ट र करेंसी पेपर नोट्स एंड कॉइंस जो गवर्नमेंट ऑथराइज करती है नेक्स्ट फॉर्म इ डिपॉजिट आप जाकर बैंक में डिपॉजिट कर सकते हो ठीक है जो आपके डिमांड पर आपको वापस मिलेगा और या तो आप टाइम एक टाइम के बाद वापस मिलेगा इसको एफडी भी बोलते हैं फिक्स डिपॉजिट पर्टिकुलर ईयर के लिए आप करते हो राइट ठीक क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी और सीबीडीसी क्या होता है ऐसा डिजिटल करेंसी जिसको सेंट्रल बैंक इशू करती है इंडिया का सेंट्रल बैंक क्या है आरबीआई तो बेसिकली आरबीआई के द्वारा इशू किया गया डिजिटल करेंसी इ योर सीबीडीसी क्लियर एवरीवन ठीक ना डिमांड एंड सप्लाई ऑफ मनी डिमांड फॉर मनी दो टाइप के हो सकते हैं पैसे का जो डिमांड है वो दो तरह से हो सकता है सबसे पहले ट्रांजैक्शन डिमांड जो करंट ट्रांजैक्शन के लिए जरूरी है फॉर एग्जांपल इफ यू वांट टू बाय कोर्स इफ यू वांट टू टेक एडमिशन इन एनी कॉलेज इफ यू वांट टू बाय क्लोज तो यह आपका ट्रांजैक्शन दिमाग ट्रांजैक्शन डिमांड हो गया नेक्स्ट इ योर स्पेक्युलेटिव डिमांड ऐसा डिमांड जिसको आप यूज करते हो एसेट में इन्वेस्ट करने के लिए फॉर एग्जांपल इफ यू आर थिंकिंग ट इफ आई इन्वेस्ट इन दिस पर्टिकुलर प्रॉपर्टी इन द एरिया दिल्ली ठीक है तो तो पा साल के बाद वो जो लैंड का जो प्राइस होगा वो डबल हो जाएगा इट विल बी वेरी बेनिफिशियल फॉर मी तो ये हो गया आपका स्पेक्युलेटिव डिमांड क्लियर गाइस चलिए सप्लाई ऑफ मनी कैश बैंक डिपॉजिट जो भी आपका सेंट्रल और कमर्शियल बैंक देते हैं उसी से जो है आपका सप्लाई होता है क्लियर एवरीवन ठीक नेक्स्ट इ योर सेंट्रल बैंक वेरी इंपोर्टेंट इंडिया का सेंट्रल बैंक क्या है आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इंडिया का सेंट्रल बैंक है यू शुड बी नोइंग इट ट अलिर इट वास प्राइवेट एंटिटी बट लेटर ऑन गवर्नमेंट नेशनलाइज ट एंड टक इनटू इट्स ओन एमिट व्ट आर द फंक्शन ऑफ आरबीआई करेंसी इशू करना मनी सप्लाई को कंट्रोल करना गवर्नमेंट का बैंकर बनना ठीक है बैंकों को भी हेल्प करना लेंडर ऑफ द लास्ट रि जब बैंक्स फेल हो रहे हैं तो हु विल सपोर्ट आरबीआई विल सपोर्ट और फाइनली जो हमारे इंडिया के फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व है वह कहां पर रहते हैं आरबीआई उसको हैंडल करता है क्लियर एवरीवन चलिए अब गवर्नर ऑफ आरबीआई के बारे में बात करते हैं आरबीआई को जो गवर्नर है व सेंट्रल गवर्नमेंट एंप्लॉई करेगी ओबवियसली जब आरबीआई गवर्नमेंट का है तो उसका जो गवर्नर है वो भी सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा ही पॉइंट होगा तीन साल से ज्यादा ऑफिस होल्ड नहीं कर सकता इट इ एलिजिबल फॉर रिपोट मेंट फॉर एग्जांपल इ शक्तिकांता दास जो अभी प्रेजेंट हमारे आरबीआई गवर्नर है अगर वह तीन साल से ज्यादा तीन साल के बाद अगर व ऑफिस छोड़ते हैं तो ही कैन कम बैक ही कैन बी री अपॉइंटेड क्लियर एवरीवन यहां तक बातें आपको क्लियर हो गई चलिए अब नेक्स्ट हम आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट चीज प कमर्शियल बैंक अभी तो हमने सेंट्रल बैंक पढ़ा कमर्शियल बैंक क्या है जो हमारे डे टू डे नीड्स को कैटर करता है लियर द बैंक च इ कैटरिंग द डे टू डे नीड्स फॉर एग्जांपल इट इ एक्सेप्टिंग डिपॉजिट्स प्रोवाइड लोस ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेस ठीक है अब कमर्शियल बैंक का एक और काम है क्या काम है कमर्शियल बैंक का फॉर एग्जांपल यू वेंट हियर एंड यू डिड द फिक्स डिपॉजिट ऑफ 500 आपने एफडी किया 500 का ठीक हैर कितने दिन तक किया एक साल तक किया और अब नेक्स्ट क्या हुआ यह जो 500 जो रखे हुए बैंक में इट न इट विल नॉट बी केप्ट आइडल यह जो है बैंक लोगों को लोन दे देगा फॉर एग्जांपल ए को इसने 200 हज लोन दिया बी को इसने 10000 लोन दिया सी को इसने 20000 लोन दिया तो ऐसे वो लोन देता है तो जब ये लोन देगा पर्सन को तो व्ट इट विल गेट इन रिटर्न इंटरेस्ट भी मिलेगा एक्स्ट्रा पैसा भी मिलेगा तो यह जो इंटरेस्ट मिलेगा यह जो ए है इसको 25 के लौटा आएगा बी लौटा आएगा मान लो 12 के आफ्टर इंटरेस्ट इंक्लूजन एंड सी लौटा आएगा 25 के तो अब आप देखो इस 500 से बैंक ने कितना एक्स्ट्रा बनाया 12000 20 से 25 हुआ पांच का प्रॉफिट 10 से 12 दो का प्रॉफिट 20 से 25 पाच का पाच 5 5 10 दो 12 12000 का प्रॉफिट उसने यह मनी जो ऐसे ही पड़ा होता इससे बैंक रीजन बट किया समझ में आई बात ठीक है अब यही 12000 का ये कुछ अमाउंट इस पर्सन को भी देगा क्योंकि भाई इसने एफडी किया है यू मस्ट बी सीइंग द रेट ऑफ इंटरेस्ट व्च यू आर गेटिंग इन डिफरेंट बैंक्स तो यह 500 हो सकता है 55000 मिल जाए तो ओवरऑल बैंक को कितना का फायदा हुआ 7 के 7000 बैंक में बना ली तो इसी तरह से इट क्रिएट्स मनी थ्रू द प्रोसेस ऑफ एक्सेप्टिंग डिपॉजिट एंड मेकिंग लोन क्लियर कमर्शियल बैंक किस किस टाइप के होते हैं पब्लिक सेक्टर बैंक होता है जो गवर्नमेंट द्वारा ओन किया जाता है प्राइवेट सेक्टर होता है फॉरेन बैंक होते है और कोऑपरेटिव बैंक होते है कोऑपरेटिव बैंक क्या होता है जिसम लोगों के कोऑपरेशन से बना हुआ बैंक है मतलब द ओनर ऑफ द बैंक इ ग्रुप ऑफ पीपल ओंड एंड ऑपरेटेड बाय मेंबर्स टू प्रोवाइड क्रेडिट एंड फाइनेंशियल सर्विसेस टू देयर मेंबर्स ठीक है कोऑपरेटिव प्रिंसिपल पर वर्क करते हैं बेसिकली लोकल कम्युनिटीज को सपोर्ट करने के लिए रूरल एरियाज में भीय वर्क बहुत अच्छा करते हैं टू प्रोवाइड देम फिटी एक्सेसिबिलिटी क्लियर यहां तक क्लियर है चलिए अब हम कुछ इंपॉर्टेंट नम्स के बारे में पढ़ेंगे जो कि हम बोलते हैं बेसल नम देखिए स्विटजरलैंड में एक जगह है बेसल वेर स्विटजरलैंड में वहां पर एक कमिटी बैठाई गई थी बेसल कमिटी ऑन बैंकिंग सुपरविजन वेरी इंपोर्टेंट बेसल कमिटी ऑन बैंकिंग सुपरविजन कटी है सेट ऑफ इंटरनेशनल बैंकिंग रेगुलेशन न दिस कमिटी सेट एंड डिस्कस हाउ वी कैन इंप्रूव द वर्किंग कंडीशन ऑफ द बैंक कैसे हम बैंक को और अच्छे से वर्क करना बता सकते हैं तो उसके लिए जो है बेसल नॉर्म्स का लच किया गया तो बेसिकली देर आर थ्री फ्रेमवर्क्स इन ट बेसल वन बेसल टू बेसल थ बेसिल थ सबसे लेटेस्ट है और अभी इसी को फॉलो कि जाता है क्लियर एवरीवन बेसल थ्री क्या क्या है भाई टू स्ट्रेंथ ले रेगुलेशन सुपरविजन रिस्क मैनेजमेंट विदन बैंकिंग सेक्टर क्लियर क्लियर एवरीवन ठीक है तो बेसिकली ये बेसल 3 2010 में आया था और वो सबसे लेटेस्ट है इसी पे जो है इसी के फ्रेमवर्क के हिसाब से जो है बैंस वर्क करते हैं क्लियर अब बारी आती है नॉन परफॉर्मिंग एसेट के बारे में पढ़ने की तो एनपीए में जाने के पहले आई वुड लाइक टू एक्सप्लेन दिस कांसेप्ट विथ वेरी इंपॉर्टेंट डायग्राम प्लीज आप अपनी नोटबुक में इस डायग्राम को बना लीजिए ठीक है चलिए अब मान लीजिए यहां पर बैंक है ठीक है यर इ बैंक बैंक को मिला लोन ठीक है अब यही लोन फॉर एग्जांपल बैंक को लोन नहीं मिरा आई एम सॉरी बैंक को मिला डिपॉजिट नाउ बैंक जो है अब देगा लोन आगे लोन देगा आई हैव ऑलरेडी टोल्ड यू दैट हाउ बैंक इज जनरेटिंग मनी बाय गिविंग देम लोंस पीपल को लोंस देते हैं वो तो ये जो मेरा लोन है ना स्टूडेंट्स ये मेरा लोन दो टाइप्स में डिवाइडेड है कौन-कौन से फर्स्ट वाला होता है स्टैंडर्ड एसेट सेकंड होता है नॉन परफॉर्मिंग एसेट एनपीए क्लियर अब यह जो स्टैंडर्ड एसेट है मेरा यह भी दो टाइप में डिवाइडेड होता है फर्स्ट वन इ रेगुलर जो रेगुलर है मतलब कि ऐसे लोन जो रेगुलर है द कस्टमर हु हैड टूक द लोन आर वेरी गुड दे आर रिपेइंग बैक द लोन ऑन टाइमली बेसिस तो कोई प्रॉब्लम नहीं है बट दूसरा कैटेगरी आता है स्ट्रेस्ड एसेट का जहां पे प्रॉब्लम्स आना शुरू हो गई है दिक्कतें आना शुरू हो गई है रेगुलर में कोई डिले नहीं है नो डिले लेकिन यहां पे जो है डिले आना शुरू हो गया है एक से 90 डे तक का ठीक है टू 90 डेज का डिले आना शुरू हो गया है प्लीज य डायग्राम आप बनाते चलो इससे आपको एनपीए पूरा ए टू जड समझ में आ जाएगा अब दिस न टू 90 ना इट इ अगेन डिवाइडेड इनटू थ्री पार्ट्स फर्स्ट एसम जीरो सेकंड इ एसम व एंड थर्ड एसम ू ठीक है यह जो एसम जीरो है यह न से 30 डेज तक का प्रॉब्लम है यह जो एसम व है य 31 से 60 डेज तक का डिले है एस में 261 डेज से 90 डेज तक का डिले क्लियर तो यह कहानी चल रही है आपकी स्ट्रेस एसेट की जो कि एक से 90 दिन तक डिले हो गए हैं अब यही एक से 90 दिन तक का जो डिले है यह दो पार्ट्स में डिवाइडेड है न टू 30 31 टू 60 एंड 61 टू 90 अब ऐसे एसेट जो 90 डेज से ज्यादा डिले हो चुके हैं ऐसे एसेट जो 90 डे से ज्यादा डिले हो चुके हैं उनको हम बोलते हैं नॉन परफॉर्मिंग एसेट ठीक है उसी को हम बोलते हैं परमिंग एसेट यह तीन पार्ट्स में डिवाइडेड है सब स्टैंडर्ड सब स्टैंडर्ड एसेट नेक्स्ट डाउटफुल एसेट ए द लास्ट वन ज लॉस जो लॉस हो गए चले ग बहुत ही मुश्किल है उनका रिकवरी तो यह जो आपके सब स्टैंडर्ड एसेट है इनका एनपीए का टाइम है यह है 12 मंथ्स इनका एनपीए का टाइम है मोर देन 12 मंथ्स और फाइनली इसका है दिस कैन नॉट बी रिकवर्ड नॉन रिकवरेबल तो दिस इज एवरीथिंग अबाउट एनपीए च यू नीड टू नो मैं आपको एक मिनट का टाइम दे रही हूं इसको आप पढ़ लो लिख लो स्क्रीनशॉट लेना है जो कर लो कर लो ठीक है बट इसको आप याद कर लो एक्सट्रीमली इंपोर्टेंट डायग्राम लोन इ डिवाइडेड इनटू टू पार्ट स्टैंडर्ड एंड एनपीए स्टैंडर्ड अगेन टू पार्ट रेगुलर एंड स्ट्रेस स्ट्रेस इन थ्री पार्ट्स एन पी इन थ्री पार्ट्स क्लियर चलिए अब आप डेफिनेशन को हम देखते हैं एनपीए लोन और एडवांसेज फॉर च द प्रिंसिपल और इंटरेस्ट पेमेंट रिमें ओवरड्यू फॉर ए पीरियड ऑफ 90 डेज तो बेसिकली ये जो है इट इज नॉट ए गुड कंडीशन फॉर द बैंक्स क्योंकि अब आप ही बताइए ये जो साइकल मैंने आपको बताया यह वाला जो साइकल मैंने आपको बताया कि जो बैंक जो आगे लोन दे रहा है अगर यह रिकवर नहीं कर पाएगा तो हाउ बैंक विल गिव डिपॉजिट टू कस्टमर्स हु हैव केप्ट देयर मनी है ना तो इलिए दिस कंडीशन इज नॉट गुड क्लियर ओके नाउ कमिंग टू द नेक्स्ट वन दैट इज अबाउट डिजिटल पेमेंट बेसिकली ऐसा पेमेंट जो डिजिटल मोड में हो ठीक है ऐसा पेमेंट जो डिजिटल मोड में हो वो डिजिटल पेमेंट होता है फॉर एग्जांपल ऑनलाइन बैंकिंग मोबाइल वॉलेट्स यूपीआई क्रेडिट एंड डेबिट कार्ड एट बेनिफिट्स क्या क्या है भाई कन्वेनिएंट है आपको एग्जैक्ट 47 देना है तो आपको ऐसा नहीं कि आप र रखे हो फिर रप आप सर्च कर रहे हो चेंज ठीक है ठी है आप एजेक्ट अमाउंट दे सकते हो स्पीड है सिक्योरिटी है एंड वेरी लेस और रिड्यूस नीड ऑफ कैश हैंडलिंग ठीक है इस लेक्चर को थोड़ा सा वॉल्यूम बढ़ा के देखिएगा बिकॉज माय थ्रोट इज नॉट सपोर्टिंग मी ठीक है सो दैट इज वई आई एम नॉट एबल टू स्पीक लाउडर चलिए आगे हम देखते हैं पॉलिसी के बारे में बिफोर गोइंग टू दैट आई वुड लाइक टू टेल यू वेरी इंपोर्टेंट थिंग देखो पॉलिसी जो है व दो टाइप्स की होती है ठीक है फर्स्ट वन इ मॉनेटरी पॉलिसी एंड सेकंड वन इ फिस्कल पॉलिसी मोनेटरी पॉलिसी को हैंडल कौन करता है स्टूडेंट्स हु इज हैंडलिंग मोनेटरी पॉलिसी सेंट्रल बैंक जो कि आज हमारे इंडिया का आरबीआई तो मॉनेटरी पॉलिसी हैंडल बाय आरबीआई और वही फिस्कल पॉलिसी को कौन हैंडल करता है गवर्नमेंट गवर्नमेंट अगर पॉलिसी हैंडल कर रही है तो वह फिस्कल पॉलिसी होगा इसी फिस्कल पॉलिसी का पार्ट क्या है बजट क्लियर चलिए मॉनेटरी पॉलिसी द प्रोसेस बाय चच द सेंट्रल बैंक कंट्रोल द सप्लाई ऑफ मनी इंटरेस्ट रेट्स एंड अदर मॉनेटरी वेरिएबल टू अचीव इकोनॉमिक ऑब्जेक्टिव बस आप ध्यान रखिए कि मॉनेटरी पॉलिसी जो है वो सेंट्रल बैंक कंट्रोल करती है अब क्या क्या टूल्स यूज करती है भाई चलिए देख लेते हैं बहुत सारे टूल्स यूज करती है सेंट्रल बैंक रेपो रेट रिवर्स रेपो रेट ओपन मार्केट ऑपरेशंस सीआरआर एसएलआर अब इस चीज को हम डिटेल में पढ़ेंगे कौन-कौन से टूल्स जो है आपकी आरबीआई यूज करते हैं ठीक है चलिए सबसे पहले हम देखेंगे रिजर्व रेट रिजर्व्स रिजर्व रेशो क्लियर इसके में पहले आता है आपका देखिए अच्छा इसके पहले भी मैं आपको बताती हूं कि ये जो टूल्स है ना जो आपकी आरबीआई यूज कर रही है जो टूल्स यूज कर रही है आरबीआई यह टूल्स जो है वो दो पार्ट में डिवाइडेड है क्लियर यह टूल्स जो है वो दो पार्ट में डिवाइडेड है पार्ट वन इ क्वांटिटेशन टूल्स सेकंड वन क्या है क्वालिटेटिव टूल्स है जिसम मनी के अलावा हाउ यू आर परसूइंग बैंक और हाउ यू आर हैंडलिंग द फाइनेंस वो हम पढ़ेंगे इसमें क्या क्या आएगा क्लियर चलिए अब सबसे पहले हम स्टार्ट करते हैं रिजर्व रिक्वायरमेंट से ठीक है सबसे पहला टूल स्टार्ट करिए लिखना इ रिजर्व रिक्वायरमेंट रिजर्व और रिजर्व रेश लिख सकते हो अब इस रिजर्व रेशो में सबसे पहले आता है कैश रिजर्व रेशियो इसको हम सीआरआर भी बोलते हैं क्या बोलते हैं सीआरआर भी बोला जाता है बेसिकली इट इ नथिंग बट देखिए बैंक को जो है कुछ अमाउंट ऑफ मनी अभी आप रॉ लैंग्वेज में सुनिए मेरी बात बैंक को जो है कुछ अमाउंट ऑफ मनी आरबीआई में डिपॉजिट करना ही पड़ेगा ठीक है और वो भी कैश में क्या मतलब हुआ कि भाई इट इज नथिंग बट मिनिमम परसेंटेज ऑफ बैंक्स एनडीटीएल नेट डिमांड एंड टाइम लायबिलिटीज दैट शेड्यूल बैंक दैट शेड्यूल बैंक इज ऑब्लिगेटेड मतलब कंपलसरी है भाई ऐसा नहीं कि कोई बैंक बोला यार मेरा मन नहीं है वई शुड आई डिपॉजिट विथ आरबीआई ऐसे नहीं चलेगा यू नीड टू डिपॉजिट ठीक है ऑब्लिगेटेड टू डिपॉजिट विथ आरबीआई इन कैश याद रखिए कैश ऐसा नहीं कि गोल्ड के तौर पर आप रख रहे हो नहीं इट शुड बी कैश फॉर एग्जांपल बैंक का एनडीटीएल है 50 लाख बैंक का एनडीटीएल कितना है 50 लाख अब मैंने बोला कि जो सीआरआर है जो सीआरआर है वो 5 पर है ठीक है जो सीआरआर है वह 5 पर है मतलब बैंक को जो है 5 पर मतलब 250000 उसको आरबीआई को डिपॉजिट करना पड़ेगा कैश के फॉर्म में दिस इ योर कैश रिजर्व रेशो क्लियर एवरीवन अब देखिए अब आरबीआई क्या करता है आरबीआई यहां पर गेम प्ले करता है हाउ देखिए आरबीआई इंक्रीजस सीआरआर आरबीआई इंक्रीज सीआरआर मतलब पहले 5 पर था अब उसने 8 पर कर दिया मतलब की बैंक को और ज्यादा डिपॉजिट करना पड़ेगा बैंक को डिपॉजिट और ज्यादा करना पड़ेगा तो जब बैंक डिपॉजिट ज्यादा करेगा देन लोन कम दे पाएगा आगे क्योंकि उसके पास तो पैसे कम बचेंगे राइट पैसे कम बचेंगे तो जब लोन कम देगा लोगों के पास पैसे कम आएंगे तो जब पैसे कम आएंगे तो डिमांड भी कम हो जाएगी लोगों की एंड हेंस वन द डिमांड डाउन व्हेन द डिमांड गोज डाउन इंफ्लेशन विल आल्सो गो डाउन अगर आपको य बात समझ नहीं आई तो आप बेसिक कांसेप्ट देखो इंफ्लेशन क्या है भाई इंफ्लेशन क्या है इलेशन इ नथिंग बट जब डिमांड बहुत ज्यादा है और सप्लाई कम है ठीक है आपका डिमांड 500 लोग डिमांड कर रहे हैं 100 बुक्स को तो क्या होगा इन बुक्स का प्राइस बढ़ जाएगा इन बुक्स का प्राइस बढ़ जाएगा इंफ्लेशन हो जाएगा तो पुर पीपल क्या इसको एक्सेस कर पाएंगे नहीं कर पाएंगे और महंगाई तो वैसे भी इकोनॉमी के लिए ठीक नहीं है तो आरबीआई यहां पर आएगा और बोलेगा कि भाई लोगों के पास पैसे बहुत हो गए हैं मुझे मार्केट से पैसे कम करने पड़ेंगे अब वो पैसे को कम कैसे करेगा वो बैंक को बोलेगा कि भाई आज आप ढाई लाख रुप जमा कर रहे थे आज आप 5 लाख रप जमा करो इससे बैंक के पास पैसे कम हो गए आगे आगे लोगों को देने के लिए लोन देने के लिए पैसे कम होंगे और जब बैंक लोन कम देगा तो डिमांड कम होगी लोगों के पास पैसे नहीं पहुंचेंगे जब पैसे ही नहीं है तो लोग डिमांड क्या करेंगे तो इवेंचर रखिए अगर आरबीआई सीआरआर को बढ़ा रहा है मतलब व इंफ्लेशन को कम करने का कोशिश कर रहा है क्लियर क्लियर एवरीवन ठीक है अब इसका उल्टा काम डिमांड ही नहीं है मार्केट में ठीक है शॉपकीपर के पास जो है 500 प्रोडक्ट पड़े हुए हैं देर आर 500 प्रोडक्ट बट द बायर्स आर ओनली 50 अब आरबीआई को बोलना है कि यार लगता है बायर्स के पास पैसे नहीं है जिससे वो यह प्रोडक्ट को खरीद सके तो क्यों ना मैं क्यों ना मैं सीआरआर को डिक्रीज कर देता हूं क्यों ना मैं सीआरआर को डिक्रीज कर देता हूं आज 5 पर है चलो कर देता हूं इससे क्या होगा बैंक जो है लोन ज्यादा देगा बैंक के पास पैसे ज्यादा हो गए कम जमा करना पड़ रहा है आरबीआई को तो बैंक के पास लोन ज्यादा हो गए ठीक है जब बैंक के पास लोन ज्यादा हो गए तो लोगों के पास भी पैसे ज्यादा हो गए पीपल के पास भी पैसे ज्यादा हो गए जब पैसे लोगों के पास ज्यादा हो गए तो डिमांड बढ़ गई क्लियर और डिमांड बढ़ गई एंड वेंच द साइकल विल गो ऑन अब कभी ऐसा होगा कि डिमांड इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि सप्लाई अब कम हो गया तो फिर ये इस स्टेज प आ जाएगा ठीक है फिर यह इस स्टेज पर आ जाएगा फिर इंफ्लेशन होने लगेगा ठीक है फिर इंफ्लेशन होने लगेगा क्लियर एवरीवन तो फिर से आरबीआई क्या करेगा सीआरआर को बढ़ा देगा तो आपको समझ में आया कि आरबीआई बेसिकली क्या गेम खेल रहा है सीआरआर के साथ वो इंक्रीज कर रहा क जब उसको मार्केट से पैसे लेने हैं कम कराने इलेशन को डाउन कराना है और डिक्रीज कब करेगा जब उसको डिमांड जनरेट करनी है क्लियर डिक्रीज कब करेगा जब उसको डिमांड जनरेट करनी इतनी बातें समझ में आ गई आई होप इट क्लियर टू यू तो क्लियर एवरीवन ठीक है अब देखिए अब सीआर आर को तो आप क्लीयरली अंडरस्टैंड कर लिए होंगे नेक्स्ट इ योर नेक्स्ट रिजर्व रेशो इ एसएलआर ठीक है एसएलआर एसएलआर क्या होता है एसएलआर रेफर्स टू स्टैचूट लिक्विडिटी रेशो अब सीआरआर में क्या था की सीआरआर में यह बोला गया था ट देर इ मिनिमम परसेंटेज ऑफ एनडीटीएल च बैंक नीड टू मेंटेन विद द आरबीआई इन द फॉर्म ऑफ कैश लेकिन आपका ये जो है एसएलआर क्या होता है एसएलआर भी सेम है बस थोड़ा सा एक मेजर डिफरेंस है यह है दैट इट इज परसेंटेज ऑफ एनडीटीएल दैट ए शेड्यूल कमर्शियल बैंक ठीक है हैज टू कीप विथ इट सेल्फ फोकस इन दिस वर्ड वि इट सेल्फ आरबीआई के पास जमा नहीं करना है उसको अपने ही बैंक में जमा करना है इन द फॉर्म ऑफ कैश गोल्ड और सिक्योरिटीज और इन तीनों का किसी का भी कॉमिनेशन क्लियर हो गया डिफरेंस क्या है सीआरआर और एसएलआर में गॉट इट सीआरआर में जो है आपका मिनिमम परसेंटेज आरबीआई के साथ रखना था वो भी बस कैश बट इन एसएलआर व्ट इ हैपनिंग उसको अपने ही बैंक में रखना है और बस कैश नहीं आप गोल्ड भी रख सकते हो सिक्योरिटी भी रख सकते हो कॉमिनेशन भी कि मान लो कुछ आप गोल्ड रख लिए कैश रख लिए या कुछ आप कैश और सिक्योरिटी मिला के रख लिए व्हाट एवर यू थिंक ट यू आर एबल टू कीप तो आपको समझ में आया ठीक है तो बेसिकली जो एसएलआर होता है और सीआरआर होता है दोनों एक ही साथ वर्क करते हैं ठीक है एक ही जैसे वर्क करते हैं द बैंक इ इंक्रीजिंग आरबीआई इफ द आरबीआई इज इंक्रीजिंग सीआरआर और एसएलआर इसका मतलब यह है कि आरबीआई जो है मार्केट से पैसे निकालना चाह रहा है बिकॉज ऑफ इंफ्लेशन ठीक है इट इज डूइंग बिकॉज टू लोअर डाउन द इंफ्लेशन ठीक है और यह बढ़ा लेस्ट कब करेगा वन सीआरआर एंड एसएलआर विल बी रिड्यूस्ड तब रिड्यूस होगा जब उसको डिमांड जनरेट करनी है जब उसको डिमांड जनरेट करनी है क्लियर समझ में आ गई बातें ठीक है चलिए तो यह थे आपकी कुछ रिजर्व रेट अभी हम रिजर्व रेट रिजर्व रेशो पढ़ रहे थे तो आपको रिजर्व रेशो में दो इंपॉर्टेंट चीजें समझ में आ गई होंगी अब चल रहे हैं सेकंड हमारे मॉनेटरी पॉलिसी टूल यूज बाय आरबीआई टू हैंडल द मनी इन द मार्केट इज योर एलएफ एलएफ को क्या बोलते हैं लिक्विडिटी एडजस्टमेंट यह है हमारा लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फैसिलिटी क्लियर अब यह जो है दो टाइप के होते हैं सबसे पहला होता है क्या होता है सबसे पहला रेपो रेट और दूसरा है रिवर्स रेपो रेट ठीक है बेसिकली रेपो जो है वो शॉर्ट फॉर्म है किसका रिपरचेज इंग ऑर्डर री परचेसिंग ऑर्डर को हम शॉर्ट में बोलते हैं रेपो तो बेसिकली रेपो रेट क्या है दिस रेपो रेट इ नथिंग बट इट इज रेट ऑफ इंटरेस्ट एट च आरबीआई इ गिविंग शॉर्ट टर्म लोन टू शेड्यूल कमर्शियल बैंक क्या है व्ट इज रेपो रेट रेपो रेट इ नथिंग बट इट इज अ इंटरेस्ट रेट इट इ इंटरेस्ट रेट जो आरबीआई चार्ज करता आरबीआई चार्जेस टू गिव शॉर्ट टर्म लोन ठीक है टू गिव शॉर्ट टर्म लोन टू शेड्यूल कमर्शियल बैंक क्लियर क्या मतलब है शेड्यूल कमर्शियल बैंक को पैसों की जरूरत है बैंक विल गो टू द आरबीआई एंड विल आस्क फॉर द लोन आरबीआई बोलेगा ठीक है भाई आप मुझे अपनी सिक्योरिटीज मज दज कीप योर सिक्योरिटी ए मर्ट गज और फिर मैं आपको दे देता हूं लोन और यह जो लोन जिस इंटरेस्ट पर देगा जिस रेट पर देगा वही आपका रेपो रेटर एवरीवन रिवर्स रेपो रेट उल्टा होता है न आरबीआई कीप्स मनी ठीक है जब आरबीआई अपने पैसों को शेड्यूल कमर्शियल बैंक में रखता है और जो शेड्यूल कमर्शियल बैंक उस पर जो इंटरेस्ट परसेंट चार्ज करती है रेट चार्ज करती है वह क्या होता है आपका रिवर्स रेपो रेट बेसिकली न आरबीआई इ बोरोंग फ्रॉम शेड्यूल कमर्शियल बैंक सो द इंटरेस्ट चार्ज बाय एससीबी न आरबीआई इ योर रिवर्स रेट क्लियर गाइस ठीक है ओके अब कभी कभी ऐसी भी स्थिति हो सकती है बैंक को कि बहुत ज्यादा जल्दी अर्जेंट नीड पर जो है बैंक को लोन चाहिए ठीक है इट इ वेरी इमरजेंसी केस उसके लिए एक और ऑप्शन है मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी ठीक है अच्छा यह बात ध्यान रखेंगे वेरी इंपॉर्टेंट थिंग यर दैट रेपो रेट इज ऑलवेज ग्रेटर देन रिवर्स रेपो रेट क्या बोला मैंने फॉर एग्जांपल अगर मेरा रेपो रेट 4 पर है तो रिवर्स रेपो रेट कभी भी 4 पर से ज्यादा नहीं होगा इट विल बी बिलो इट ओनली 3.5 3.8 और एनीथिंग क्लियर चलो अब मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी क्या है एज आई हैव ऑलरेडी टोल्ड यू ट देयर मे अराइज अ सिचुएशन वेर बैंक्स आर इन नीड ऑफ मनी ठीक है तो बेसिकली इसमें क्या होता है ऐसे शेड्यूल कमर्शियल बैंक च इ हैविंग करेंट अकाउंट विथ आरबीआई ऐसे कोई भी बैंक जिनके करंट अकाउंट है आरबीआई के साथ वह लोन ले सकते हैं ओवरनाइट लोन ले सकते हैं आप कम समय के लिए दे रहे हो तो वो शॉर्ट टर्म है ठीक है क्लियर एवरीवन तो ओवरनाइट शॉर्ट टर्म लोन के लिए मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी ले सकते हैं और कितना ले सकते हैं हाउ मच अप टू 1 पर ऑफ देर एनडीटीएल एनडीटीएल फॉर एग्जांपल नेट डिमांड एंड टाइम लायबिलिटी जो है किसी बैंक का 50 लाख है एक पर कितना होगा 50 लाख का 1 पर विल बी 500 ठीक तो बेसिकली 50 हज तक का ओवरनाइट लोन यह बैंक ले सकता है आई होप यू गट इट क्लियर एंड ऑलवेज रिमेंबर वेरी इंपॉर्टेंट थिंग ट दिस एमएसएफ इट इ ऑलवेज 0.25 पर अब रेपो रेट मतलब अगर मान लो रेपो रेट मेरा 4 पर है दिस इ माय रेपो रेट रेपो रेट इ माय 4 पर तो मेरा एमएसएफ क्या होगा एमएसएफ विल बी 4.25 अगर रेपो रेट मेरा 6.5 पर है तो एमएसएफ मेरा क्या होगा 6.75 पर इसी परसेंट को बेसिस पॉइंट भी बोलते हैं क्या बोलते हैं बेसिस पॉइंट क्या होता है 25 बेसिस पॉइंट द एमएसएफ अब समझिए मैं क्या सेंटेंस को बोल रहे है लिसन टू मी वेरी केयरफुली द एमएसएफ इज 25 बेसिस पॉइंट मोर दन द रेपो रेट तो 25 बेसिस पॉइंट इज नथिंग बट 25 पर की बात कर रहा है सॉरी ये डेसीमल में अगर आप लगाओगे तो ये 25 ठीक है 25 का इंक्रीज बोल रहा क्लियर गट इट 25 पर का इंक्रीज बोल रहा है अब आप समझ गए होंगे क्या चीज है एमएसएफ ठीक है तो हमने अभी तक क्या पढ़ा व्ट वी हैव लर्न अबाउट इट हम पढ़े रेपो रेट रिवर्स रेपो रेट सीआरआर एसएल आर ठीक है अब नेक्स्ट हम पढ़ते हैं नेक्स्ट एक और इंपॉर्टेंट चीज है आई एम गिविंग यू वन मिनट तब तक आप इसको लिख रहे हैं तो लिख लीजिए चलिए अब नेक्स्ट एक बहुत ही इंपॉर्टेंट आरबीआई का मॉनेटरी पॉलिसी टूल है जिसका नाम है ओपन मार्केट ऑपरेशन क्लियर थर्ड वन वा मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी फोर्थ पर आ जाते हैं जो कि है हमारा ओपन मार्केट ऑपरेशन इसको हम ओ एमओ के नाम से भी जानते हैं ओपन मार्केट ऑपरेशन ठीक है देखिए अब पहले तो आप सिस्टम समझो ठीक है अगर मार्केट में बहुत ज्यादा पैसा है ठीक है मेरी बात को ध्यान से सुनिए अगर मार्केट में बहुत ज्यादा पैसा है तो आरबीआई क्या करेगा पैसा अगर ज्यादा है मतलब लोगों के पास मनी ज्यादा है व्हेन द पीपल आर हैविंग मोर मनी दे विल बाय मोर थिंग्स तो जो प्रोडक्ट जो कंज्यूमर खरीद रहे हैं वो आखिर में शॉर्टेज होने लगेगा जिसके वजह से इंफ्लेशन आ जाएगी राइट जिसके वजह से इंफ्लेशन आ जाएगी तो आरबीआई क्या करेगा आरबीआई मार्केट से पैसे लेगा ठीक है आरबीआई क्या करेगा इट विल टेक आउट द मनी फ्रॉम द मार्केट ठीक है अब देखो दो सिनेरियो है ट कर्ब इंफ्लेशन इंफ्लेशन को बचाने के लिए टू इंड्यूस लिक्विडिटी पैसे मार्केट में देने के लिए और टू जनरेट डिमांड डिमांड को बढ़ाने के लिए और यहां पर डिमांड को कम करने के लिए दो इक्वेशन आपकी बनी ठीक है इन्फ्लेशन को कम करना है डिमांड कम करना पड़ेगा यहां पर डिमांड ही नहीं है डिमांड जनरेट करना पड़ेगा आरबीआई आता है आरबीआई बोलता है कि चलो मार्केट से पैसे निकालने पड़ेंगे इंफ्लेशन के लिए वी नीड टू टेक आउट द मनी फ्रॉम मार्केट मार्केट से जो है मनी निकालना पड़ेगा हमको इसके लिए आरबी क्या करता है आरबीआई जो है आरबीआई सेल्स गवर्नमेंट सिक्योरिटी कोई भी चीज बेचने पे क्या होती है फॉर एग्जांपल आई एम सेलिंग यू अ नोटबुक वर्थ ऑफ ₹1 मैंने आपको नोटबुक आपने मुझे 00 दे दिए तो मैं जब नोटबुक सेल कर रही हूं तो मैं आपसे पैसे ले रही हूं मतलब मार्केट से आई एम स्कवीजिंग आउट द मनी ठीक है स्कवीजिंग आउट द मनी तो इसीलिए आरबी जो है क्या करती है गवर्नमेंट सिक्योरिटी को सेल करती है वन आरबीआई विल सेल गवर्नमेंट सिक्योरिटी इन द मार्केट उनको पैसे मिलेंगे भाई बेचने से पैसे मिलेंगे ना तो जब पैसे मार्केट से वो स्पीज आउट हो जाएंगे तो अल्टीमेटली क्या होगा आपकी डिमांड भी कम हो जाएगी और इलेशन भी कम हो जाएगा क्योंकि मार्केट में तो मनी नहीं है मनी है बट कंपैरेटिव कम मनीर अब इस सिनेरियो में क्या करना पड़ेगा इस सिनेरियो में ी नीड टू गिव मनी इन द मार्केट वी नीड टू गिव मनी इन द मार्केट अब इसके लिए क्या करना पड़ेगा आरबीआई विल बाय जी सेक आरबीआई खरीदेगा खरीदने से क्या होगा व गवर्नमेंट सिक्योरिटी एक हाथ से लेगा और दूसरे हाथ से मार्केट में पैसे डाल देगा तो इसी को हम बोलते हैं ओपन मार्केट ऑपरेशन न द आरबीआई इ डूइंग साल्टस बोथ द ऑपरेशन और एनी वन ऑपरेशन एट एनी पर्टिकुलर टाइम उसको आप क्या बोलते हैं ओपन मार्केट ऑपरेशन समझ में आ गई बातें ठीक है क्लियर एवरीवन चलिए बहुत बढ़िया तो ये थे बेसिकली हमारे आरबीआई के क्वांटिटेशन टूल्स च आरबीआई इज यूजिंग टू कंट्रोल द मनी सप्लाई इन द मार्केट ठीक है क्वांटिटेशन टूल्स मैंने आपको यहां पर बताया था क्वांटिटेशन टूल्स अब हम थोड़ा सा क्वालिटेटिव टूल्स के बारे में बात करते हैं देखो उसके पहले आई वांट टू टेल यू एन एग्जांपल इफ यू वांट फॉर एग्जांपल यू आर ए टीचर इन द स्कूल ठीक है एंड यू आर हैविंग अ स्टूडेंट हु इज वेरी नॉटी इन द क्लास वेरी नॉटी देर आर टू थिंग्स च यू कैन डू टू कंट्रोल हिम और हर फर्स्ट थिंग इदर बीट विद द स्टिक ठीक है पहला चीज होगा या तो आप उसको मारो झापड़ मारो डंडा मारो जो भी मारो जिससे उसका जो एक्टिविटी है वो कंट्रोल में आए बट यह इलीगल हो गया राइट दिस इज इलीगल एंड इट इज नॉट गुड इससे कोई गारंटी नहीं है कि जो ब वो सुधर ही जाएगा हो सकता है वह आपसे गुस्सा होकर और ज्यादा बदमाशी करे ठीक है दूसरे हैंड पर एक और ऑप्शन है कि आप उसको प्यार से बैठा के समझाओ ठीक है कि भाई इ यू विल डू लाइक दिस यर मार्क्स विल नॉट बी गुड यू विल नॉट बी हैविंग वेरी पॉजिटिव रिजल्ट एंड यू विल फेल एंड वेंच य यू हैव टू रिपीट द क्लास ऐसे उसको समझा तो आपके हिसाब से कौन सा ऑप्शन आप बेटर लग रहा है बताइए ऑप्शन नंबर टू यस ठीक है जब आप उसको सॉफ्टली वन यू आर यूजिंग योर सॉफ्ट पावर टू इन्फ्लुएंस दैट किड देर आर हाई चांसेस दैट ही विल अंडरस्टैंड योर इमोशन फीलिंग एंड व्ट एवर यू हैव सेड एंड ही विल ओबे इट ठीक है तो इसी तरह से आरबीआई भी एक्शंस परफॉर्म करता है और इस एक्शन को बोलते हैं हम क्वालिटेटिव टूल्स क्या बोलते हैं क्वालिटेटिव टूल्स क्वालिटेटिव टूल्स में क्या होता है आरबीआई पैसों से एक्टिविटी नहीं करता है वो शेड्यूल कमर्शियल बैंक के साथ सॉफ्ट पावर यूज करता है जैसे फर्स्ट वन डायरेक्ट एक्शन अब यह डायरेक्ट एक्शन क्या है देखो कोई भी बैंक एनी शेड्यूल कमर्शियल बैंक इफ इट इज नॉट ओबेइंग द आरबीआई गाइडलाइंस ठीक इफ इट इ नॉट कोऑपरेटिंग विद द सेंट्रल बैंक इन अचीविया डायरेक्ट एक्शन में क्या क्या हो सकता है भाई इट विल चार्ज इंटरेस्ट इट विल रिफ्यूज टू डिस्काउंट द बिल्स ठीक है तो ऐसे ही बहुत सारे एक्शन ले सकता है आरबीआई टू इन्फ्लुएंस बैंक ये कब करता है वेन द शेड्यूल कमर्शियल बैंक इज नॉट कोऑपरेटिंग विद सेंट्रल बैंक ठीक है क्लियर तो यह आपका पहला वाला हो गया डायरेक्ट एक्शन नेक्स्ट क्या होगा नेक्स्ट इ योर मोरल सजन ठीक है कि आप भैया बैंक को कॉल करो या बैंक के जो लीडर्स है चेयरमैन है उनको बुलाओ सीओ जो है उनको बुलाओ बैठा बात कराओ समझाओ परस एड करो ठीक है रिक्वेस्ट करो द सेम विथ च गांधी डिड फॉर द ब्रिटिशर्स ठीक है गांधी जी ने मोरल स्वेन का ही पाथ लिया था टू किक आउट ब्रिटिशर्स ठीक है क्लियर नेक्स्ट इ यो प्रायोरिटी सेक्टर लैंडिंग जिसको हम पीएसएल भी बोलते हैं अब पीएसएल भी क्वालिटेटिव टूल है च इ च इज कंपेन द बैंक्स टू गिव लोन टू द नीडी पीपल ठीक है द नीडी वनस जैसे आपके पर्स हो गए एमएसएमई हो गए है ना एंड सो ऑन तो ये जो है आपके कुछ इंपॉर्टेंट क्वालिटेटिव टूल्स है जो आपको ध्यान में रखना है क्लियर हो गई बातें दो और आता है मार्जिन रिक्वायरमेंट्स जो सेट करता है आरबीआई सेट्स द मार्जिन रिक्वायरमेंट्स ठीक है फॉर एग्जांपल इफ आरबीआई वांट्स टू कंट्रोल द फ्लो ऑफ क्रेडिट टू ए पर्टिकुलर सेक्टर फॉर एग्जांपल द आरबीआई वांट्स टू हैव दिस अमाउंट ऑफ मनी इन द रेलवे सेक्टर तो उस रेलवे सेक्टर के लिए आरबीआई क्या करेगा हाई मार्जिन सेट कर देगा ठीक है और उसके वजह से एस अ रिजल्ट द कस्टमर विल टेक लेसर लो फट सेक्टर अब 25 पर लोन है भाई है ना आप लोन दे रहे हो लोन आपको चाहिए तो रेलवेज में आरबीआई क्या चाह रहा है कि लोन कम ले लो तो उसके लिए क्या करेगा आरबीआई आरबीआई उसके लिए इंटरेस्ट रेट ज्यादा कर देगा तो लोग कम लोन लेंगे दिस इ योर मार्केट रिक्वायरमेंट तो आई होप यू गट इट व्ट इ क्वालिटेटिव टूल्स एंड वट इ क्वांट टूल्स गिविंग यू फ्यू सेकंड्स टू मेमोराइज इट क्लियर चलिए अब हम आगे देखते हैं थोड़ा इंफ्लेशन के बारे में दिस इज आल्सो वेरी इंपोर्टेंट महंगाई ठीक है आई हैव ऑलरेडी टोल्ड यू महंगाई कब बढ़ती है जब डिमांड ज्यादा हो जाए और सप्लाई कम हो जाए तो यह जो मिसमैच ऑफ डिमांड एंड सप्लाई है ना इसी के वजह से आपका इंफ्लेशन होता है क्लियर तो बेसिकली द रेट एट च द जनरल लेवल ऑफ प्राइसेस फॉर गुड्स एंड सर्विसेस राइज रोडिंग द परचेसिंग पावर ये रोडिंग द परचेसिंग पावर का मतलब क्या है यह मतलब है कि मान लीजिए आज आप रप से एक नोटबुक खरीद ले रहे हैं ठीक है यू आर एबल टू बाय वन नोटबुक फ्रॉम र बट इस नोटबुक का प्राइस हो गया 20 र तो क्या व रप को कोई वैल्यू रहा नोटबुक खरीदने में नहीं बेसिकली इट है रिड्यूस रोज द परचेसिंग पावर ऑफ र 10 अब कॉ के कॉस बहुत सारे हो सकते हैं एक हो सकता है डिमांड पुल इलेशन आव लडी टोल्ड यू न द पीपल आर डिमांडिंग मोर बट द सप्लाई इन द मार्केट इ लेस न डिमांड इ मोर एंड सप्लाई इ लेस इससे होगा आपका डिमांड पुल इलेशन नेक्स्ट कॉस्ट पुल इलेशन नेक्स्ट क्या है कॉस्ट पुश इलेशन इसमें क्या होता है इसमें यह होता है यह तो देखिए ये आपका बायर पर्सपेक्टिव है क्योंकि बायर ही डिमांड करेगा बट य जो कॉस्ट पु पुश है ना यह आपका सप्लायर पर्सपेक्टिव है जब सप्लाई साइड में प्रॉब्लम आने लग रही है फॉर एग्जांपल द एंप्लॉय आर वेरी लेस पीपल आर नॉट विलिंग टू वर्क इन द कंपनी तो उसके वजह से जो है आपका प्राइस हाइक होगा फॉर एग्जांपल इफ ओनर ऑफ ए कंपनी है इंक्रीज द सैलरी ऑफ इट्स एंप्लॉई तो यस सी बात है जो वो सैलरी इंक्रीज किया है उसको तो वो कवर अप करेगा कवर कैसे करेगा अपने आगे के मार्केट प्रोडक्ट्स को प्राइस को बढ़ा के ठीक है तो ये कॉस्ट पुश हो गया ऑलवेज रिमेंबर डिमांड पुल इंफ्लेशन इ कॉज्ड बाय बायर्स एंड कॉस्ट पुश बिकॉज ऑफ सेलर्स बिल्ट इन इंफ्लेशन अब यह ऐसा इन्फ्लेशन है जो मार्केट स्ट्रक्चर की वजह से होता है फॉर एग्जांपल जैसे जैसे आपके टेक्नोलॉजी में अपग्रेडेशन आ रहे हैं तो वैसे वैसे बन रहा है आपका यह इंफ्रास्ट्रक्चर चेंज हुआ टेक्नोलॉजी चेंज हुआ तो इसके वजह से चीजों की प्राइस बढ़ रहे हैं राइट प्राइस इंक्रीजिंग यू कैन सी द आईफो प्राइस सबसीक्वेंटली इंक्रीजिंग है ना यू कैन सी द लैपटॉप प्राइस और भी जितने भी चीज हैं जो सब उनके स्ट्रक्चर की वजह से चेंज हो रही है वह आपका बिल्टन इंफ्लेशन होता है और बेसिकली इंफ्लेशन जो है चार के होते क्रीपिंग मतलब बहुत स्लो इन्फ्लेशन हो रहा है फॉर एग्जांपल अभी आपका 10 पर इंफ्लेशन हुआ अगले साल 10.2 पर इंफ्लेशन हो गया फिर अगले साल 10.23 पर इलेशन तो बहुत धीरे धीरे बढ़ रहा है तो यह आपका क्रीपिंग है अब वही वकिंग देखो तो थोड़ा सा स्पीड बढ़ा दो यह आपका 11 पर ये आपका 117 पर एंड सो न क्रीपिंग से थोड़ा सा स्पीड उसकी बढ़ गई गैलोपिंग गैलोपिंग तो और स्पीड बढ़ जाएगी 12 पर 15 पर एंड सो एंड हाइपर इन्फ्लेशन इज वेरी बैड बिकॉज इट इ हाइपर इन नेचर 10 प्र से 30 प्र इन्फ्लेशन हो जाना 30 प्र से 60 प्रतित तो बेसिकली द वेनेजुएला कंट्री आप लोग जानते भी होंगे इट स फेस हाइपर इले सिचुएशन जहां पर इंफ्लेशन 200 300 पर तक भी इंक्रीज हो गई थी क्लियर ओके नेक्स्ट हम बात करेंगे फाइनेंशियल मार्केट की यह भी बहुत इंपॉर्टेंट है क्लियर एवरीवन आई होप कि यहां तक आप लोगों को क्लियर हो गया होगा चलिए तो बेसिकली देखिए मार्केट जो है ना दो टाइप्स के होते हैं क्लियर मार्केट कितने टाइप्स के होते हैं दो टाइप के होते हैं एक होता है आपका मनी मार्केट दूसरे होते आपके कैपिटल मार्केट मनी मार्केट नाम से समझ में आ रहा है कि बेसिकली इट विल बी फॉर शॉर्ट टर्म क्योंकि पैसे का लेनदेन जो है जनरली जल्दी जल्दी होता है राइट ये आपको ध्यान में रखना है नेक्स्ट कैपिटल मार्केट कैपिटल मार्केट क्या होता है कपिट का मतलब क्या होता है एसेट जनरेशन और एसेट जनरेट करने में समय ज्यादा लगता है इलिए इट र कैपिटल मार्केट क्लियर हो गई बात ओके चलिए तो बेसिकली कैपिटल मार्केट के आप एग्जांपल देखो जैसे स्टॉक्स हो गया बंड हो गया ठीक है इन ल ज मार्केट यू आर स्टोरिंग र मनी फॉर वेरी लंग टाइम एंड न द अदर हैंड य टॉक अबाउट मनी मार्केट तो मनी मार्केट का देखिए ट्रेजरी बिल्स कमर्शियल पेपर्स दीज आर वेरी शॉर्ट टर्म लोंस फॉर 30 डेज 90 डेज 180 डेज ठीक है बट कैपिटल मार्केट जो है वो बड़े होते हैं कौन-कौन इंस्टिट्यूशन है जो रोल प्ले करता है कैपिटल मार्केट में स्टॉक एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स म्यूचुअल फंड्स इन्वेस्टमेंट बैंक्स क्लियर ये तो बेसिक चीजें हैं आई होप गॉट इट चलिए अभी तक हमने क्लियर आपको समझ में आ गया होगा राइट चलिए हा तो यही है बेसिकली ओवरल अभी तक हम जो कर रहे थे उसी का य इलाबेन है पॉलिसी रेट देखिए रेपो रेट रिवर्स रेपो रेट वी हैव डन अबाउट योर ओ एमओ सीआर आर एसएल आर ठीक है यह सारी चीजें हम कर लिए है ि ऑफ मोनेटरी पॉलिसी बेसिकली इट प्रोसेस बाय च द चेंस इन द सेंट्रल बैंक पॉलिसी रेस अफेक्ट इकोनॉमी ठीक है कैसे इकोनॉमी को फेक्ट कर रहा है आरबीआई का बैंक पॉलिसी यह आपका बताता है चैनल क्या क्या हो सकते कैसे सेंट्रल बैंक अपने पॉलिसी रेट को चेंज करती है इंटरेस्ट रेट को बढ़ा के या घटा के क्रेडिट चैनल किसी सेक्टर को ज्यादा पैसे देके एक्सचेंज ट चैनल एंड एसेट प्राइस चैनल सो दीज आर बेसिकली द चैनल्स थ्रू व्हिच आरबीआई कंट्रोल इट्स मनी क्लियर चलिए अब स्टैंसेस क्या-क्या ले सकता है पहला है अकोमोडेटिव स्टैंड अकोमोडेटिव का मतलब क्या होता है किसी को हेल्प करना ठीक है इट्स फॉर द आप बोल सकते हो किसी को हेल्प करना तो हेल्प करने के लिए सेंट्रल बैंक क्या करेगा भाई लोअर कर देगा इंटरेस्ट रेट है ना इंटरेस्ट रेट को कम कर देगा तो लोन और सस्ते में बिकेगा पीपल और और ज्यादा लोग खरीदेंगे तो य अकोमोडेटिव हो गया लोगों के लिए हेल्प है एक तरह का वेलफेयर है तो इसलिए इसको अकोमोडेटिव स्ट बोल न्यूट्रल स्टस क्या होता है न्यूट्रल स्टस नथिंग बट इट इ ट टाइम आरबीआई जो है वो इंटरेस्ट रेट को स्टेबल रखेगी न्यूट्रल ना तो ज्यादा ना तो क्लियर टाइटनिंग स्टेंस टाइटनिंग स्टंस इ स्ट्रिक्ट फॉर्म स्ट्रिक्ट होके इसके लिए आरबीआई इंटरेस्ट रेट बढ़ा देगी बढ़ाएगी क्यों मैंने बताया इन्फ्लेशन को कम करने के लिए कभी भी कोई भी रेशो अगर बढ़ रहा है चाहे वो सीआरआर हो एसएलआर हो इंटरेस्ट रेट हो द प्राइमरी मोटिव टू डू ऑल दस थिंग्स इज द वन दैट इ टू कंट्रोल इंफ्लेशन गॉट इट चलिए अब कुछ अनकंवेंशनल मॉनेटरी पॉलिसी टूल्स भी है सबसे पहला देखो क्वांटिटेशन इजी यह क्या है भाई लेट अस ट्राई टू अंडरस्टैंड इट द सेंट्रल बैंक परचेज लॉन्ग टर्म सिक्योरिटीज टू इंक्रीज द मनी सप्लाई एंड एंकरेजेस ली लैंडिंग एंड इन्वेस्टमेंट क्वांटिटेशन तो हिंदी में अनुवाद करने का मतलब है कि हम छूट दे इजिंग मतलब छूट देना किस चीज में छूट देगा बैंक सेंट्रल बैंक को भी देखो सेंट्रल बैंक इंटरेस्ट रेट प छूट देगा ठीक है क्या करेगा या तो व इंटरेस्ट रेट को ईज कर देगा या तो वह परचेस करेगा सिक्योरिटी जब बैंक इ परचेसिंग सिक्योरिटी फ्रॉम द मार्केट ही नीड्स टू गिव द मनी इन बैक भा कोई चीज को आप खरीद रहे हो परचेस कर रहे हो तो फ्री में तो खरीदोगे नहीं पैसे तो देने पड़ेंगे आपको तो खरीदने से आरबीआई क्या करता है मार्केट में पैसे को इफ्यूज भी कर देता है च इन टर्न इज इंक्रीजिंग द डिमांड एंड हेंस योर इन्वेस्टमेंट भाई वन द पीपल आर हैविंग मनी देन ओनली दे विल इन्वेस्ट क्लियर अब नेक्स्ट आपका टाइप है फॉरवर्ड गाइडेंस ये क्या है व्हाट इज योर फॉरवर्ड गाइडेंस बेसिकली सेंट्रल बैंक कम्युनिकेट फ्यूचर पॉलिसी इंटेंशन इलस एक्सपेक्टेशन ए इकोनॉमिक बिहेवियर ठीक है अब जो सेंट्रल बैंक है वह जो है आगे व क्या स्टेप लेने वाला है ठीक है व्ट ही और शी इ गोइंग टू टेक स्टेप फदर ट इ र फॉरवर्ड आगे का गाइडेंस देता है बैंक आ मार्केट में ऐसा हो सकता है तो दैट इज वई आई एम टेकिंग दिस एंड स्टेप सो दैट इज योर फॉरवर्ड गाइडेंस नेगेटिव इंटरेस्ट रेट द सेंट्रल बैंक सेट द नॉमिनल इंटरेस्ट रेट बिलो जीरो टू इनकरेज स्पेंडिंग एंड इन्वेस्टमेंट बाई जीरो से भी इंटरेस्ट रेट कम है तो मतलब की पैसा मार्केट में बहुत ज्यादा है एंड व्हेन द मनी इज वेरी हाई इन द मार्केट व्ट विल हैपन पीपल विल स्टार्ट इन्वेस्टिंग एंड हैव द इकोनॉमी साइकल विल स्टार्ट टू वर्क ठीक है ओके तो बेसिकली हमने इसमें क्या पढ़ा मॉनेटरी पॉलिसी इज डन बाय आरबीआई ठीक है ये हमने समझ लिया सेंट्रल बैंक करती है क्यों करती है ताकि वो मनी सप्लाई को कंट्रोल करें इंटरेस्ट रेट को कंट्रोल करें एंड फाइनली टू अचीव द इकोनॉमिक स्टेबिलिटी इंपॉर्टेंस क्या है इट विल प्रमोट इकोनॉमिक ग्रोथ कंट इंफ्लेशन एंड फाइनेंशियल स्टेबिलिटी क्लियर एवरीवन आई होप इट इज क्रिस्टल क्लियर इन योर माइंड ठीक है सबसे इंपॉर्टेंट जो टूल्स यूज करती है आरबीआई कौन-कौन से टूल्स है क्वांटिटेशन क्वालिटेटिव क्वांटिटेशन में रिजर्व रेशियो सीआरआर एसएल आर देन कम्स योर लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फैसिलिटी मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी ओपन मार्केट ऑपरेशन एंड देन इन योर क्वालिटेटिव मेमोरियल सुजन क्रेडिट शनिंग पीएसएल एट क्लियर तो यह था आपका मोनेटरी पॉलिसी अब हम आगे बढ़ेंगे फिस्कल पॉलिसी प ठीक है मैंने आपको बताया था कि पॉलिसी दो टाइप्स की होती है द फर्स्ट वन इ मोनेटरी पॉलिसी च इ हैंडल्ड बाय आरबीआई सेंट्रल बैंक एंड फिस्कल पॉलिसी जो है गवर्नमेंट हैंडल करती है एक मिनट का समय लीजिए थोड़ा सा रिवाइज कर लीजिए माइंड में एंड देन वील स्टार्ट विथ फिस्कल [संगीत] पॉलिसी क्लियर आई अपोज फॉर माय वॉइस माय थ्रोट इज नॉट सपोर्टिंग मी ट्स वई आई एम ट स्लो चलिए अब समझते हैं फिस्कल पॉलिसी क्या होती है मॉनेटरी पॉलिसी तो आरबीआई हैंडल कर रहा था भाई मनी सप्लाई मार्केट में अब देखते हैं गवर्नमेंट कैसे मनी सप्लाई हैंडल करती है अपने फिस्कल पॉलिसी बेसिकली द यूज ऑफ गवर्नमेंट रेवेन्यू कलेक्शन एंड एक्सपेंडिचर तो रेवेन्यू कलेक्शन कैसे होगा गवर्नमेंट का टैक्स से ठीक है इट इज इंपोजिंग टैक्सेस दैट इज वई इट इज एबल टू कलेक्ट द रेवेन्यू एक्सपेंडिचर कैसे होगा न ट न इट विल स्पेंड फॉर द वेलफेयर ऑफ द पीपल तो यही जो रेवेन्यू है एक्सपेंडिचर है उसी से जो है गवर्नमेंट अपना फिस्कल पॉलिसी वर्क कराती है क्लियर व्ट इज द एम ऑफ दिस फिस्कल पॉलिसी इकोनॉमी का ग्रोथ फुल एंप्लॉयमेंट प्राइस स्टेबिलिटी एंड फाइनली इक्विटेबल डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ इनकम क्लियर चलिए तो टाइप्स क्या-क्या होते हैं फिस्कल पॉलिसी का वो समझते हैं सबसे पहला है एक्सपेंशनरी फिस्कल पॉलिसी देखो एक्सपेंशनरी का मतलब क्या है एक्सपेंड करना बढ़ाना अब आरबीआई कैसे बढ़ाती थी इंटरेस्ट रेट को कम करके जब इंटरेस्ट रेट कम हो जाएगा तो बैंक जो है ज्यादा लोन दे पाएंगे पीपल और ज्यादा खरीदेंगे इन्वेस्टमेंट होगी अब गवर्नमेंट कैसे एक्सपेंड करेगी मनी मार्केट में गवर्नमेंट तो ऐसा नहीं कर सकती कि वो इंटरेस्ट रेट बढ़ा घटा दे व तो आरबीआई का काम है लेकिन गवर्नमेंट अपना स्पेंडिंग बढ़ा सकती है और टैक्स को रिड्यूस कर सकती है ठीक है क्लियर टैक्स को रिड्यूस कर सकती है देखो यहां पर इंटरेस्ट रेट से कन्फ्यूज मत होना ठीक है जो टैक्सेशन है व आपका फाइनेंस मिनिस्ट्री का काम है तो इंटरेस्ट रेट आरबीआई बढ़ाती घटा है टैक्सेशन कौन करता है फाइनेंस मिनिस्ट्री तो बेसिकली अगर गवर्नमेंट ज्यादा स्पेंड करेगी कहां स्पेंड करेगी भाई इंफ्रास्ट्रक्चर में आज एक बहुत बड़ा सा इंफ्रास्ट्रक्चर बना जहां पर लोगों को काम दिया जाएगा ठीक है तो न द पीपल विल गेट एंप्लॉयमेंट इससे जो है इंफ्रास्ट्रक्चर बनेगा तो इससे एंप्लॉयमेंट जनरेट होगी लोगों को जॉब ज्यादा मिलेगी एंडस पीपल विल बी हैविंग गुड अमाउंट ऑफ मनी इन देर पॉकेट्स एंड देन फाइनली इन्वेस्टमेंट विल बी डन यह होता क्यों है य इसलिए होता है ताकि हम इकोनॉमी के ग्रोथ को स्टिमुलेटिंग सॉरी गवर्नमेंट को दिख रहा है कि फ्यूचर में प्रॉब्लम्स हो सकते हैं फॉर एग्जांपल रिच और पुअर के डिवाइड बढ़ सकते हैं तो इसलिए आई वांट टू लोअर डाउन द इंफ्लेशन कैसे करेगी जब अपना गवर्नमेंट स्पेंडिंग को कम कर देगी या तो फिर टैक्स को बढ़ा देगी इससे क्या होगा वन देयर इज लेस पेंडिंग ऑफ द गवर्नमेंट देयर विल बी लेस मनी इन द मार्केट न इ द टैक्स ज इंक्रीजिंग द पीपल विल गिव मोर टैक्स दे विल हैव लेस मनी इन द पॉकेट एंड डिमांड विल गो डाउन ए हेस इंफ्लेशन विल बी स्टेबलाइज एम है टू कंट्रोल इन्फ्लेशन अब फिस्कल पॉलिसी के कंपोनेंट क्या पहला है आपका गवर्नमेंट रेवेन्यू गवर्नमेंट को रेवेन्यू कहां से मिलता है सबसे पहला टैक्स से मिलेगा और दूसरा नॉन टैक्स से मिलता है टैक्स कौन कन से टक्स है इनकम टैक्स कॉर्पोरेट टैक्स सेल्स टैक्स एक्साइज ड्यूटी कस्टम ड्यूटी और नॉन टैक्स रेवेन्यू क्या है जो टैक्सेस के अलावा जो रेवेन्यू आ रहा है जैसे फीस हो गया किसी पर फाइन हो गया डिविडेंड हो गया फ्रॉम द पब्लिक एंड डिविडेंड का मतलब होता है प्रॉफिट अगर कोई गवर्नमेंट की कंपनी प्रॉफिट जनरेट कर रही है तो वो तो यस सी बात हैट प्रॉफिट विल बी गिवन टू गवर्नमेंट और वही गवर्नमेंट का इनकम भी है क्या ये टैक्स से आ रहा है नो इट इज कमिंग फ्रॉम नॉन टैक्स सोर्स ठीक है क्लियर तो रेवेन्यू तो समझ में आ गया आने का अब एक्सपेंडिचर देख लेते हैं एक्सपेंडिचर क्या होगा सबसे पहला कैपिटल एक्सपेंडिचर राइट कैपिटल एक्सपेंडिचर में क्या होगा कैपिटल का मतलब क्या होता है पहले आप यह बताओ व्ट य मीन बाय कैपिटल कैपिटल रेफर्स टू इंफ्रास्ट्रक्चर पर स्पेंड करना एसेट क्रिएट करना ठीक है एसेट क्रिएट करना इज योर कैपिटल एक्सपेंडिचर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट हुआ जैसे रेलवेज बनाना रेलवे ट्रैक बिछाना है ना और एमएसएमई हेल्प करना क्रिएट करने में एट स्पेशल इकोनॉमिक जोन का डेवलपमेंट होना ल दिस थिंग्स आर फोकसिंग ट इट इ एक्सपेंडिचर क्लियर ठीक है यह तो आपका कैपिटल एक्सपेंडिचर हो गया अब अगला है रेवेन्यू एक्सपेंडिचर मतलब ऐसे खर्च जिससे हमको लाभ नहीं हो रहा है देर इ नो प्रॉफिट ऑफ द गवर्नमेंट इन दिस एक्सपेंडिचर देखो खर्च दो टाइप के होते फालतू खर्च एक इन्वेस्टमेंट आप जिन जाते हो उसका जब आप फीस दोगे तो वो आपके लिए एक तरह का इन्वेस्टमेंट है आपके हेल्थ प लेकिन अगर आप यू आर ईटिंग जंक फूड डेली बाहर का अंड खाना ना तो वो आपका फालतू के खर्च राट जिसका कोई नीड नहीं है ट इ ओनली हार्मिंग र बॉडी नथिंग एल्स तो वो आपका रेवेन्यू एक्सपेंडिचर हो गया ठीक है रेवेन्यू एक्सपेंडिचर जैसे सैलरी देना सब्सिडी देना इंटरेस्ट को पे करना तो आप एक इक्वेशन ध्यान रखेंगे वो इक्वेशन यह है कि भाई कैपिटल एक्सपेंडिचर से वन मिनट माय पेन गट है कैपिटल एक्सपेंडिचर से या तो एसेट बनेगा या तो एसेट बनेगा या लायबिलिटी कम होगी मतलब दोनों तरफ से फायदा है जैसे एसेट आप बनाए उसम आपको खर्च हुआ तो वो आप का कैपिटल एक्सपेंडिचर है क्यों क्योंकि फ्यूचर में जाक वही एसेट आपको पैसे जनरेट करने में हेल्प करेगा लायबिलिटी कम करना मतलब जो आपने लोन लिया हुआ है किसी दूसरे एजेंसी से फॉर एग्जांपल फॉर एग्जांपल वर्ल्ड बैंक से लोन अगर इंडिया लेती है तो उसको फुलफिल अगर करती है तो वह भी आपका कैपिटल एक्सपेंडिचर है क्योंकि कभी ना कभी आपको उसको पे आउट तो करना ही था ठीक है अब इसी तरह से एक और होता है अब इसी तरह से रेवेन्यू एक्सपेंडिचर में ना तो एसेट बनता है ना तो आपकी लायबिलिटी कम होती है तो ये तो फालतू खर्च हो गया फिर यस ठीक है जैसे सैलरी देना सब्सिडी देना देखो आप बोलोगे सब्सिडी तो मैं फालतू नहीं है आई कैन अंडरस्टैंड द सब्सिडी इ अ वेरी गुड थिंग फॉर द नीडी वनस यस बट द गवर्नमेंट के लिए वो प्रॉफिट नहीं है प्रॉफिटेबल नहीं वो वेलफेयर के लिए कर रही है ठीक है दैट इज अदर थिंग इट्स अ गुड इंटेंशन ऑफ गवर्नमेंट यस बट इट इज नॉट गिविंग एनी प्रॉफिट तो आई होप यू गट इट क्लियर तो ये पॉइंट्स आप लिख लीजिए कि कैपिटल एक्सपेंडिचर से या तो आपका एसेट क्रिएट होगा या लायबिलिटी कम हो जाएगी और रेवेन्यू एक्सपेंडिचर से या तो आपका रेवेन्यू एक्सपेंडिचर में ना तो आपके एसेट बनते हैं ना आपके लायबिलिटी कम होते ठीक है आगे बढ़ते हैं अब हम बात करते हैं बजट की एवरीवन नोज अबाउट बजट ठीक है एंड इट इज वेरी इंपोर्टेंट चैप्टर इन दिस इकोनॉमिस ल्स तो लेटस ट्राई टू अंडरस्टैंड देखिए बजट बेसिकली होता क्या है बजट इ नथिंग बट इट्स ये एक तरह का अकाउंट बुक है जिसमें गवर्नमेंट अपना बजट लिखती है जैसे आप भी अपना बजट लिखते होंगे कि भाई आपको इस महीने इन दिस मंथ यू आर हैविंग र इन योर हैंड आपके हाथ में र है सॉरी इस मंथ में आपको 20000 मिला एस पॉकेट मनी अब इस 20000 को आप कहां कहा इस्तेमाल करोगे ठीक है कहां कहा इस्तेमाल करोगे यही तो आपका बजट बताएगा ठीक है दिस इज ओनली योर कैलकुलेशन ऑफ द बजट क्लियर ठीक है तो यही है तो बेसिकली बजट डेफिसिट क्या होता है बजट डेफिसिट सी बेसिकली बजट डेफिसिट तब होता है कोई भी चीज का डेफिसिट होना मतलब की कमी आ जाना ठीक है किसी भी चीज का डेफिसिट होना मतलब कमी आ जाना इसका मतलब कि गवर्नमेंट के पास जितना इनकम था उससे ज्यादा उसने स्पेंड कर दिया गवर्नमेंट इ स्पेंडिंग एक्सपेंडिचर गवर्नमेंट स्पेंड मोर देन इट अर्न्स और दूसरे भाषा में बोले तो भाई गवर्नमेंट का एक्सपेंडिचर जो है रेवेन्यू से ज्यादा हो गया है जितना वो कमा नहीं रही है उतना ज्यादा तो खर्च कर रही है तो क्या होगा जो आपने 200 हज का बजट बनाया था वो तो डेफिसिट में चला गया क्योंकि आपने खर्च कर दिया का तो डेफिसिट कितने का हुआ 20000 का डेफिसिट हो गया क्लियर गेटिंग वट इ डेफिसिट अब इसी का उल्टा होता है सरप्लस सरप्लस क्या होता है जब आपके पास 20000 था लेकिन आपने जो है दही हज एक्सपेंस किया योर एक्सपेंडिचर वास ओनली 00 तो आपका सरप्लस कितना 00 का सरप्लस आपको हो गया क्लियर इट अकर्स न गवर्नमेंट का रेवेन्यू एक्सीड एक्सपेंडिचर यस ओबवियसली इजी इक्वेशन क्लियर चलिए तो बेसिकली यह तो हमने बजट का बड़ा बजट डेफिसिट भाई बजट में जितना आपने रेवेन्यू लिखा उससे आपका एक्सपेंडिचर एक्सीड हो गया अब फिस्कल डेफिसिट क्या होता है फिस्कल डेफिसिट पूरा पूरा बजट के भी ठीक है बजट के अलावा भी जो गवर्नमेंट का पूरा टोटल एक्सपेंडिचर वेन इट एक्सीड द टोटल रेवेन्यू अभी बजट का जो डेफिसिट था वो तो बस बजट तक ही सीमित था बट गवर्नमेंट बस बजट तक ही सीमित तो नहीं रहती है दैट इज वर्किंग आउट ऑफ द बजट आल्सो तो द टोटल एक्सपेंडिचर एक्सीड्स टोटल रेवेन्यू इसी में बजट भी आ रहा है आपका इट इज इंक्लूसिव ऑफ बजट तो आपका होता है फिस्कल डेफिसिट लेकिन इसमें से आप बोरोंग को हटा के फिस्कल डेफिसिट में बोरोंग नहीं होता न यू आर एक्सक्लूडिंग बोरोंग ट इ र एफडी गट इट ठीक अब फिस्कल डेफिसिट डेफिसिट आ रहा है तो उसे इंपैक्ट क्या है भाई सबसे पहला इंपैक्ट यह है कि गवर्नमेंट को गवर्नमेंट के ऊपर जो पब्लिक डेट है वो बढ़ गया ठीक है कर्ज बढ़ गया और उसको फिर बोरो करना पड़ेगा इन्फ्लेशनरी प्रेशर हो गया राइट इन्फ्लेशनरी प्रेशर एंड क्योंकि देखो इन्फ्लेशनरी प्रेशर कैसे क्योंकि यह हुआ कैसे डेफिसिट हुआ कैसे क्योंकि गवर्नमेंट ने स्पेंड ज्यादा किया और जब गवर्नमेंट स्पेंड ज्यादा करती है तो लोगों के हाथ में भी पैसे ज्यादा आते हैं बिकॉज गवर्नमेंट इ पेंडिंग फॉर पीपल है ना तो पीपल आर आल्सो गेटिंग मनी इन देर हैंड है ना पीपल आर आल्सो गेटिंग मनी इन देर हैंड इंटर्न वट इ हैपनिंग आपका इंफ्लेशन और हाई इंटरेस्ट रेट अब इंफ्लेशन ज्यादा है इंटरेस्ट रेट भी ज्यादा है तो बेसिकली य तो किसी के लिए सही नहीं सो दैट इज वई इट इ हैविंग वेरी बैड इंपैक्ट वट फिसकल डेफिसिट गट इट क्लियर एवरीवन च तो आई होप यू गट द डिफरेंस बिटवीन द बजट डेफिसिट एंड फिस्कल डेफिसिट नेक्स्ट देखते हैं फिस्कल पॉलिसी ए इकोनॉमिक स्टेबलाइजेशन ठीक है देखि सबसे पहला तो मेजर्स क्या क्या होते हैं देखो काउंटर साइक्लिक मेथड एक होता है काउंटर साइक्लिक मेथड मतलब साइक्लिक मेथड क्या होता है साइकल में में चलना ठीक है देखो साइक्लिक मेथड क्या होता है न देर इ न द इकोनॉमी इ गुड ठीक है न द इकोनॉमी इ गुड गवर्नमेंट इ हैविंग मोर मनी ठीक है तो गवर्नमेंट स्पेंड करेगी गवर्नमेंट स्पेंड ड्यूरिंग गुड इकोनॉमी ठीक हैय साइक्लिक मेथड हो गया और गवर्नमेंट स्टॉप स्पेंडिंग गवर्नमेंट स्टॉप स्पेंडिंग ड्यूरिंग बैड इकोनॉमी इकोनॉमी खराब है तो हम स्पेंड नहीं कर रहे इकोनॉमी अच्छी है तो हम स्पेंड कर रहे मतलब साथ साथ में चल रहा है साइक्लिक हैय लेकिन एक दूसरा टाइप आता है काउंटर साइक्लिक इसमें क्या होता है जब इकोनॉमी गुड होती है अच्छा खासा पैसा आता है इकोनॉमी में उस समय गवर्नमेंट सेव करती है ठीक है काउंटर साइक्लिक में क्या होता है गवर्नमेंट सेव ड्यूरिंग बम पीरियड भैया बचा लेते हैं अभी पैसा जो है आगे फ्यूचर में काम आएगा जब पीपल विल फेस सम डिफिकल्टी ठीक है और गवर्नमेंट स्पेंड करेगी कब कब स्पेंड करेगी बताइए ड्यूरिंग रिसेशन य रिसेशन अगर आ गया इकोनॉमी में ठीक है इफ यू आर गोइंग अकॉर्डिंग टू द साइक्लिक मेथड तब तो आप रिसेशन में कुछ नहीं करोगे तो गवर्नमेंट फिर किस काम की न रिशन द गवर्नमेंट इ नॉट एबल टू ड एनीथिंग फर इट पीपल देन वट इ द नीड फॉर गवर्नमेंट ठीक है वेल फेरिज तो रहा ही नहीं तो इसीलिए काउंटर साइक्लिक मेथड को बहुत अच्छा मेथड बोला जाता है क्यों क्योंकि इसका जो सिस्टम बहुत अच्छा है क्योंकि देखो जब इमी में तो पीपल वांट मनी पीपल वांट जॉब बहुत सारी दिक्कत फेस करते हैं लोग तो उस समय गवर्नमेंट को रोल प्ले करना बहुत इंपॉर्टेंट है ए द मनी च है बीन सेव्ड बाय गवर्नमेंट ड्यूरिंग द बूम पीरियड वो कहां जाके यूज होता है वो जो है फाइनली आपका रिसेशन में जाके यूज तो काउंटर साइक्लिक इकोनॉमी अच्छा था यस ठीक है तो आप देखिए फिस्कल पॉलिसी के टूल्स क्या क्या है हम टूल्स पढ़े थे किसका मॉनेटरी पॉलिसी का क्या क्या टूल्स याद करिए रिजर्व रेश ओपन मार्केट ऑपरेशन था मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी था ठीक तो फिस्कल पॉलिसी के क्या क्या टूल पहला तो टैक्सेशन है या तो आप टैक्स बढ़ा दो या तो घटा दो ठीक है ट ल इलस इकोनॉमिक एक्टिविटी नेक्स्ट इ र गवर्नमेंट स्पेंडिंग ठीक है ट फंड्स टू स्पेसिफिक सेक्टर टू बूस्ट इकोनॉमी ग्रोथ आप लोगों ने सुना होगा न्यूज़पेपर में दैट गवर्नमेंट हैज गिवन दिस मच करो ू द एग्रीकल्चर सेक्टर एंड ऑल दैट व्हाई इट इज डूइंग सो दैट इकोनॉमी के ग्रोथ को वो बूस्ट कर सके थर्ड इज सब्सिडी गैस सब्सिडी होती है इलेक्ट्रिसिटी सब्सिडी होती है स्कीम्स वगैरह आते हैं तो बेसिकली दिस इज आल्सो वेरी इंपॉर्टेंट ए इट प्रोवाइड फाइनेंशियल सपोर्ट टू द इंडस्ट्री टू रिड्यूस द कॉस्ट एंड एंकरेज प्रोडक्शन ठीक है अब चैलेंज क्या है भाई फिस्कल पॉलिसी में है बहुत सारे चैलेंज सबसे पहला तो बैलेंस मेंटेन करना क्योंकि अगर आप देखो यहां पर अगर आप सब्सिडी दे रहे हो तो आप अपने पॉकेट से दे रहे हो रिटर्न में आप थोड़ी ना बोलोगे कि भाई देखो याद करो मैंने आपको सब्सिडी दिया था अब आप मुझे मेरे ऐसे रिटर्न करो नहीं तो ओबवियसली आपके एक्सपेंडिचर तो बढ़ेगा इससे कोई रेवेन्यू तो जनरेट हो नहीं रही है दिस इज अ फ्री गिफ्ट ठीक है तो उसमें बैलेंस मेंटेन करना बहुत बड़ा चैलेंज है नेक्स्ट इज पॉलिटिकल इन्फ्लुएंस ठीक है सम टाइम्स द पॉलिटिकल इन्फ्लुएंस इज वेरी प्रेशराइज्ड ऑन द गवर्नमेंट साइड ठीक है तो बेसिकली यह भी एक तरह का चैलेंज है इकोनॉमिक अनसर्टेनटीज कब क्या हो जाए कुछ पता नहीं फॉर एग्जांपल कोविड पेंडम में आप देख लीजिए कितने फ्लक्शनल इकोनॉमिक अनसर्टेनटीज है तो फाइनली फिस्कल पॉलिसी के बारे में भी आपको समझ में आ गया होगा ठीक है तो इफेक्टिव फिस्कल पॉलिसी प्रमोट्स इकोनॉमिक स्टेबिलिटी ग्रोथ इक्विटेबल डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ ट ठीक है तो मॉनेटरी पॉलिसी फिस्कल पॉलिसी वी हैव कवर्ड इट नाउ नेक्स्ट वी विल बी गोइंग टू इंटरनेशनल ट्रेड बट बिफोर दैट वी विल बी लिटिल बिट स्टडिंग अबाउट बजट हम थोड़ा सा बजट के बारे में पढ़ेंगे तो चलिए कुछ इंपॉर्टेंट चीजें हम पढ़ते हैं बजट के बारे में क्लियर एवरीवन ठीक अब बजट इफ यू हैव लर्न अबाउट पॉलिटी पॉलिटी में आपने देखा होगा कि जो बजट होता है वो हमारा किस आर्टिकल के अंदर आता है इट कम्स अंडर आर्टिकल 112 ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन ठीक है और बेसिकली यह क्या बताता है यह गवर्नमेंट के दो चीजों को बताता है कि गवर्नमेंट कमाए गी कहां से व्हाट आर द रेवेन्यू फॉर गवर्नमेंट एंड सेकंड इंपोर्टेंट थिंग च इट टेल्स अबाउट इज इट्स एक्सपेंडिचर कि भाई गवर्नमेंट एक्सपेंड कहां करेगी ठीक है खर्च कहां करेगी तो रेवेन्यू के बारे में बताता है एक्सपेंडिचर के बारे में बताता है क्लियर ठीक है कुछ की फैक्ट देख लीजिए बेसिकली इसको प्रेजेंट कौन करता है इट इज प्रेजेंटेड बाय यूनियन फाइनेंस मिनिस्टर क्लियर अर्लिया रेलवे बजट एंड आवर दिस बजट दे बोथ वेर सेपरेट एंटिटीज बट फ्रॉम द फिस्कल ईयर 2017 से जो है रेलवे बट ल्स गट मर्ज इनटू दिस बजट तो अब रेलवे का कोई सेपरेट बजट नहीं आता है क्लियर क्लियर एवरीवन यहां तक ठीक है चलिए अब प्रोसीजर क्या होता है व्ट इज द प्रोसीजर फॉर बजट इन एक्ट मेंट प्रोसीजर क्या है व्ट आर द स्टेप्स देखिए सबसे पहले तो प्रेसिडेंट रिकमेंड करेगा है ना प्रेसिडेंट विल रिकमेंड क्लियर प्रेसिडेंट रिकमेंड करेगा ठीक है द बजट प्रेजेंटेड टू द पार्लियामेंट ऑन च डेट ऑन सच डेट एस इज फिक्स बाय द प्रेसिडेंट क्लियर बेसिकली इट इज हैपनिंग इन द लोकसभा रिमेंबर इट अब नेक्स्ट आता है आपका प्रेजेंटेशन भाई बजट अब प्रेजेंट होगा ठीक है प्रेजेंटेशन ऑफ बजट बजट विल बी प्रेजेंटेड निर्मला सीतारमन और आवर फाइनेंस मिनिस्टर यूज टू प्रेजेंट द बजट अब जब बजट प्रेजेंट हो गया है तो इस पर बातचीत स्टार्ट होगी ठीक है बातचीत स्टार्ट होगी मतलब कि जनरल डिस्कशन विल हैपन ऑन द बजट कि बजट अच्छा है कि नहीं है क्या इसमें हम इंप्रोवाइज कर सकते हैं क्या इसमें हम फालतू की चीजों को हटा सकते हैं जब डिस्कशन हो जाएगा देन फाइनली व्हाट हैपेंस स्क्रूटनी हैपेंस स्क्रूटनी बाय डिपार्टमेंटल कमिटीज अलग-अलग डिपार्टमेंट स्क्रूटनी करेंगे क्यों स्क्रूटनी करेंगे क्योंकि डिफरेंट मिनिस्ट्री को डिफरेंट अमाउंट ऑफ मनी एलोकेट होता है हेल्थ मिनिस्ट्री को अलग फाइनेंस मिनिस्ट्री को अलग डिफेंस मिनिस्ट्री को अलग साइंस एंड टेक मिनिस्ट्री को अलग ठीक है तो एवरी डिपार्टमेंटल कमटी विल स्क्रुटनाइज ट वेदर व्ट एवर द रेवेन्यू दे आर गेटिंग इज इट गुड और नॉट विल दे बी एबल टू परफॉर्म इन ट फंड और दे नीड सम एक्स्ट्रा क्लियर एंड देन व्ट हैपेंस वोटिंग ऑन डिमांड फॉर ग्रांट्स ट कि भाई वोट करने का समय आ गया है कि बताया जाए कि बजट सही है कि क्या हैर अब जब वोटिंग होती है वोटिंग के बाद कट मोशन पे कट मोशन जो है लाए जाते हैं कट मोशन आर परफॉर्म जो कट करते हैं तो यहां पर जो है तीन टाइप के कट परफॉम होते हैं पहला कट है आपका पॉलिसी कट ठीक है जिसने किसी भी पर्टिकुलर पॉलिसी को ठीक है या किसी भी स्कीम को अगर मान लो ह करोड़ रप एलोकेट हुआ है दिस पॉलिसी कट मोशन विल रिड्यूस टू रुपी व अमाउंट इज रिड्यूस्ड टू न रप मतलब की बोला जा रहा कि पॉलिसी से ही सेटिस्फाई नहीं है द पीपल आर नॉट सेटिस्फाइड ठीक है एमपी आर नट वि द पॉलिसी इसीलिए इसको जो है एक रुप तक ले आया जाए यू ओनली टेल मी एक रुप में कोई पॉलिसी चल पाएगी इंडिया में नो इसीलिए एक रुप तक लाया जाता है नेक्स्ट होता है आपका इकोनॉमी कट अब इकोनॉमी कट में अमाउंट जो है एक स्पेसिफिक एक स्पेसिफिक अमाउंट से रिड्यूस होता है ठीक है मान लो 10000 से रिड्यूस हो गया 10 लाख से रिड्यूस हो गया पसा टोकन कट बेसिकली इट्स कट ऑफ द टोकन अमाउंट ठीक है बेसिकली कट रिड्यूस्ड बाय र जस्ट टू शो द डिसेटिस्फेक्शन र किसी पॉलिसी से या र आप किसी पर्टिकुलर एलोकेशन से कट करने से यू कैन नॉट अचीव एनीथिंग ठीक है 10 लाख में आप 100 कट करोगे तो आप कोई बड़ा कट नहीं किए लेकिन आप ये शो कर रहे होट यू आर नॉट सेटिस्फाई क्लियर ठीक है अब फाइनली आफ्टर द कट मोशंस व्हाट हैपेंस एप्रोप्रियेट है बेसिकली मनी बिल है तो बेसिकली लोक सभा में ही आएगा एंड देन फाइनली पास पैसेज ऑफ फाइनेंस ब गॉट इट तो दिस इज बेसिकली योर थिंग अबाउट बजट एक और इंपॉर्टेंट थिंग है देखिए अब आप ऐसे डायग्राम से समझ लो तो ज्यादा आसानी होगा वी ऑलरेडी हैव लर्न ऑल दीस थिंग्स मैं आपको बस थोड़ा सा एक आईडिया देने का ट्राई कर रही हूं ठीक है देखिए जो बजट है उसके दो कंपोनेंट्स होते हैं पहला तो रेवेन्यू बजट और दूसरा होता है कैपिटल बजट ठीक है रेवेन्यू बजट और कैपिटल बजट अब रेवेन्यू बजट भी दो टाइप का होता है एक तो आवत मतलब की रेवेन्यू रिसी आपका जो आपके पास जो आ रहा है और दूसरा होता है आपका रेवेन्यू एक्सपेंडिचर इसी तरह से कैपिटल बजट के भी दो पार्ट्स होंगे क्या क्या कैपिटल रिसीप्ट एंड कैपिटल एक्सपेंडिचर ठीक है कैपिटल रिसीप्ट और कैपिटल एक्सपेंडिचर क्लियर हमने थोड़ी देर पहले क्या समझा था जो कैपिटल एक्सपेंडिचर होते हैं दीज एक्सपेंडिचर इदर क्रिएट्स एसेट पढ़ा था हमने थोड़ी देर पहले और रिड्यूस लायबिलिटीज अब ये रेवेन्यू एक्सपेंडिचर नीदर क्रिएट्स एसेट नर रिड्यूस लायबिलिटी ठीक है यही थोड़ी देर पहले हमने पढ़ा था अब यह रेवेन्यू रिसीप्ट दो तरह से हम हमें मिलता है फर्स्ट वन टैक्स और दूसरा नॉन टैक्स आगे का ऑलरेडी समझ चुके हो नॉन टैक्स में क्या क्या आएगा फीस फाइंस डिविडेंड है ना तो यह सारी चीज आपको क्लियर होनी चाहिए बस यही मुझे बताना था आपको कुछ ओवरव्यू देना था बजट के लिए चलिए अब हम आगे चलते हैं थोड़ा सा नेक्स्ट टॉपिक की तरफ हम बढ़ते हैं इंटरनेशनल ट्रेड ठीक है इंटरनेशनल ट्रेड के बारे में समझते हैं यह भी बहुत इंपोर्टेंट चैप्टर है लेटस ट्राई टू मव अहेड सबसे पहले इंटरनेशनल ट्रेड होता क्या है यह आप समझो द एक्सचेंज ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस अक्रॉस द इंटरनेशनल बॉर्डर्स इटर नेशनल बॉर्डर्स में जो भी गुडस और सर्विसेस का एक्सचेंज हो रहा है उसी को हम ट्रेड बोलते हैं ट्रेड का मतलब बस जाना नहीं होता है आना भी होता है व्ट एवर यू आर एक्सपोर्टिंग व्ट एवर यू आर इंपोर्टिन कम इन इंटरनेशनल ड क्लियर एवरीवन चलिए इंपॉर्टेंस इट प्रमोट्स इकोनॉमिक ग्रोथ मार्केट एक्सेस को इंक्रीज करेगा और कंज्यूमर चॉइस को भी बढ़ाएगा क्लियर चलिए अब बेसिकली यह बात समझिए द एबिलिटी ऑफ ए कंट्री टू प्रोड्यूस गुड और सर्विस एट लोर अपॉर्चुनिटी कॉस्ट देन अनदर कंट्री हम कब बोलेंगे ट ट्रेड ऑफ ए कंट्री इज वेरी गुड वन डू यू सी चलिए एग्जांपल पहले देखो तब आपको समझ में आ जाएगा कंट्री ए प्रोड्यूस वाइन मोर एफिशिएंटली वाइल बी प्रोड्यूस क्लोथ मोर एफिशिएंटली बोथ कंट्रीज बेनिफिट बाय स्पेशल इंग एंड ट्रेनिंग ट्रेडिंग ठीक है तो बेसिकली क्या बोला जा रहा है सारे कंट्रीज का अलग-अलग एक्सपर्टीज होता है ठीक है सम कंट्रीज आर एक्सपोर्टिंग ए वेरी गुड लीकर सम कंट्रीज आर एक्सपोर्टिंग वेरी गुड क्लोथ मटेरियल एट सेक्ट्रा ठीक है आपका होमवर्क ये है दैट फाइंड आउट इंडिया इज टॉप एक्सपोर्टर ऑफ चच थ्री कमोडिटीज एंड इंडिया इज टॉप प्रोड्यूसर ऑफ दिच थ्री कमोडिटीज क्लियर यह आपको बताना है चलिए अब थोड़ा सा ट्रेड थोरी पर हम जानते हैं फर्स्ट वन एब्सलूट एडवांटेज न कंट्री कैन प्रोड्यूस गुड मोर एफिशिएंटली देन अनदर कंट्री पिछले वाला एग्जांपल अगर आप याद कर लो की कंट्री ए का एक्सपर्टीज है वाइन प्रोड्यूस करने में और बी का एक्सपर्टीज है आपका क्लोथ प्रोड्यूस करने में तो बेसिकली य उनका एडवांटेज ठीक है अब कंपैरेटिव स्पेशलाइजिंग इन गुड र कंट्री है लोर अपॉर्चुनिटी कॉस्ट तो इसी अगर आप एग्जांपल में देखो ए और बी में कंपैरेटिव एडवांटेज ए को वाइन प ज्यादा है बिकॉज ए इ एबल टू सेल वाइन इन मोर बेटर वे ठीक है सो दिस इ द थ नेक्स्ट अगर आप देखो ट इ हेर लि थरी अब यह क्या है कंट्री एक्सपोर्ट गुड्स ट यूज देर अब फक्टर ऑफ प्रोडक्शन क्या बोला जा रहा है फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन मैंने आपको बताया था चार होते हैं लैंड लेबर कैपिटल एंड एंटरप्रेन्योर फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन आर यूटिलाइज टू देर फुल एफिशिएंसी और वो कंट्री जो इसको यूज करके एक्सपोर्ट करती है गुड्स इसी थरी को हम हेरन बोलते हैं दिस इ जस्ट टू गेट यू अ बेसिक आइडिया नथिंग नेक्स्ट आ जाइए ट्रेड बैरियर्स प दिस इ आल्सो वेरी इंपोर्टेंट व्ट इ ट्रेड बैरियर्स देखो अब दो कंट्री है कंट्री ए कंट्री बी दोनों को ट्रेड करना है ठीक है ए को इंपोर्ट करना है बी को भी इंपोर्ट करना है दोनों को ट्रेड करना है अब इस ट्रेड में बाधाएं कैसे आ सकती है व्ट आर द बैरियर्स हैपनिंग टू दस टू ड्यूरिंग देर ट्रेड सबसे पहला बैरियर तो भैया टैरिफ का होगा ी बात है जैसे मान लो बी का मन किया ट ी सेड ट आई विल गिव ए 100 टन ऑफ स्टील ठीक है 100 टन ऑफ स्टील ए बोलेगा की ओके य आई विल इपोर्ट फ्रॉम यू नो प्रॉब्लम बट आई विल आल्सो ड टफ ठीक है एक टन मैं 50 टैरिफ लूंगा तो 100 टन प 500 ठीक है 5000 सॉरी 5000 टैरिफ उस बंदे ने ले लिया बी से इंपोर्ट करते हुए तो क्या बी विल बी इंटरेस्टेड टू एक्सपोर्ट गुड्स टू ए अगर वही पर एक और कंट्री है सी और सी टैरिफ ले रही है र बस तो बी जो है ए को एक्सपोर्ट करने के बजाय सी को एक्सपोर्ट करेगा है ना ठीक है तो पहला ट्रेड बैरियर क्या है ट दूसरा है कोटा कोटा क्या होता है लिमिट न क्वांटिटी ऑफ गुड ट कैन बी इंपोर्टेड एक पर्टिकुलर कोटा है कि आप यह पर्टिकुलर चीज 20 पर से ज्यादा नहीं मंगा सकते या 20 टन से ज्यादा नहीं मंगा सकते ठीक है यह आपको चीज याद रखनी सब्सिडी भी बहुत बड़ा बैरियर है गवर्नमेंट यू टू गिव सब्सिडी फर एपल इंडियन गवर्नमेंट गिविंग सब्सिडी टू द फाम तो उससे क्या हो रहा है उससे क्या हो रहा है जो इंडियन प्रोडक्ट है वो बाहर के मार्केट में ीप मिलेंगे है ना इंडियन प्रोडक्ट वो बाहर के मार्केट में चीप मिलेंगे च इ मेकिंग इंडिया ए मोर कंपट मार्केट इन इंटरनेशनल सिनेरियो तो यह दूसरे कंट्रीज के लिए बहुत बड़ा डिसएडवांटेज है सब्सिडी ठीक है एंड फोर्थ वन इ नॉन टैरिफ बैरियर्स नॉन टैरिफ बैरियर्स में क्या होता है पैसे से बैरियर नहीं क्रिएट किया जाता जैसे टैरिफ हो गया ये सब जो है टैक्स बैरियर है ठीक है सॉरी टैरिफ ब मनी बैरियर है नॉन टैरिफ बैरियर जैसे रेगुलेशन स्टैंडर्ड हो गए क्या मतलब की बोला गया कि फॉर एग्जांपल वी विल से ट वी विल नॉट बी इंपोर्टिडोरा बोलेंगे कि भाई हम इपोर्ट नहीं करेंगे क्रैकर्स आपकी कंट्री से ठीक है हमने ऐसा बोला गया कि हम क्रैकर्स पर टैरिफ लगाएंगे नहीं हमने उसको हेल्थ पर्सपेक्टिव दे दिया य नॉन टैरिफ बैरियर हो गया आपका क्लियर ओके नेक्स्ट इ वेरी इंपोर्टेंट ऑर्गेनाइजेशन रिलेटेड टू ट्रेड ओनली ट इ योर वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन ठीक है वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के बारे में यू मस्ट लडी लर्न अबाउट इट बट लेट अस सराइज इट बेसिकली रोल क्या है बाय इट इज ओनली द ऑर्गेनाइजेशन प्रेजेंट इन द ट्रेड सेक्टर एंड दैट टू इन द इंटरनेशनल लेवल इट फैसिलिटेट्स इंटरनेशनल ट्रेड बाय रिड्यूस ट्रेड बैरियर्स एंड एनफोर्सिंग ट्रेड एग्रीमेंट्स वो कंट्रीज के बीच के ट्रेड बैरियर्स को कम करता है और ट्रेड फैसिलिटेशन को बढ़ावा देता है सो दैट ऑल द कंट्रीज ऑल द कंट्रीज आर हैविंग सीमलेस ट्रेड ठीक है ल द कंट्रीज आर हैविंग सीमलेस ट्रेड अमंग देम सेल्व एडमिनिस्टर ट्रेड एग्रीमेंट ट्रेड डिस्प्यूट सॉल्व करता है ट्रेड पॉलिसी को ध्यान देता है सो द आर बेसिक ठीक है अब एक बहुत ही इंपोर्टेंट टर्म आती है आपके इंटरनेशनल ट्रेड में क्या टर्म है बैलेंस ऑफ पेमेंट बीओपी ठीक है अब बैलेंस ऑफ पेमेंट क्या क्या है अ रिकॉर्ड ऑफ ऑल इकोनॉमिक ट्रांजैक्शन बिटवीन रेसिडेंट ऑफ ए कंट्री एंड द रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड एक पर्टिकुलर कंट्री और पूरे रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड से जितना भी आप आदान प्रदान किए हो लेन देन किए हो वो रिकॉर्ड को हम बैलेंस ऑफ पेमेंट बोलते हैं ठीक है यह बेसिकली आप समझ लो गवर्नमेंट के बजट जो इंडिया गवर्नमेंट के बजट है कंट्री के बजट का एक बड़ा रूप है वर्ल्ड वर्ल्ड बट आप समझ लो वर्ल्ड का बजट ठीक है इसमें भी अकाउंट होते हैं पहला है करंट अकाउंट करंट अकाउंट में क्या क्या चीज होती है जो करंट मतलब जो इंस्टेंट आप पैसे का लेन देन जिसम करते हो जैसे ट्रेड इन गुड्स एंड सर्विसेस हो गया इनकम हो गया करेंट ट्रांसफर हो गया कैपिटल में क्या करते हो कैपिटल में जो है आप लंग टर्म ट्रांजैक्शन करते हो ठीक है एसेट से रिलेटेड आप ट्रांजैक्शन करते हो और फाइनली फाइनेंशियल अकाउंट जो इन दोनों के अलावा जो भी आपके ट्रांजैक्शन है वो फाइनेंशियल अकाउंट में होते हैं करंट अकाउंट कैपिटल अकाउंट फाइनेंशियल अकाउंट ठीक है एक्सचेंज रेट एक्सचेंज रेट क्या है भाई एक्सचेंज रेट हा बताओ एक्सचेंज रेट क्या है ड इज नियर 84 इंडिया का र जाके डल बनता है ये आपका एक रेट बता रहा है द रेट एट च यू कैन चेंज द करेंसी इनटू अनदर द वैल्यू ऑफ वन करेंसी इन टर्म्स ऑफ अनदर दैट इज योर एक्सचेंज रेट अब ये तीन टाइप के होते हैं पहला है आपका फिक्स्ड जिसको गवर्नमेंट सेट कर देती है कि भाई हमेशा य 84 ही रहेगा चाहे तूफान आ जाए चाहे फ्लड आ जाए व्ट एवर हैपेंस मार्केट प हम नहीं छोड़ेंगे वी विल नॉट लीव इन द मार्केट वी विल सेट इट ठीक है नेक्स्ट इ योर फ्लोटिंग फ्लोटिंग में मार्केट फोर्स डिटरमाइंड करते हैं देर इज नो रोल ऑफ गवर्नमेंट ठीक है तो मतलब की कभी 84 हो रहा है कभी 72 हो जा रहा है कभी 80 हो रहा है एंड फाइनली थर्ड वन इ फर्स्ट और सेकंड का मिक्स जो कि है गवर्नमेंट भी इंटरवेनर उसको लगेगा कि हालत खराब है और मार्केट प भी वो कभी कभी छोड़ देगी सो दिस इज योर एक्सचेंज क्लियर फाइन नेक्स्ट ट्रेड पॉलिसी होती है क्या क्या ट्रेड पॉलिसी है फ्री ट्रेड नाम से समझ में आ रहा है कि ट्रेड को फ्रीली होने दो मतलब रिस्ट्रिक्शन को कम कर दो रिस्ट्रिक्शन को क्या कर दो कम कर दो जितना कम रिस्ट्रिक्शन होगा उतना ज्यादा ट्रेड होगा सो ट विल प्रमोट र फ्री ट्रेड नेक्स्ट प्रोटेक्शन जम क्या है इट इंप्लीमेंट ट्रेड बैरियर्स टू प्रोटेक्ट डोमेस्टिक इंडस्ट्री ठीक है बेसिकली जैसे आपका काउंटर वेलिंग ड्यूटी हो गया फर एल चाइना ले लो य पर और इंडिया ले लो ठीक है चाइना ने क्या किया चाइना ने जो है सेमीकंडक्टर चिप्स सेमीकंडक्टर चिप्स बहुत सस्ते में इंडिया को पोर्ट एक्सपोर्ट कर दिया तो अगर चाइना वाले इतना सस्ते में एक्सपोर्ट करेंगे तो क्या इंडिया विल मनुफक्चरर्स इन देर कंट्री नो दे विल सेट की भाई इतने सस्ते में मिल रहा है वाई शड व डू हार्ड वर्क विल बायम कक इतने सस्ते में तो मिल ही रहा है तो इंडिया क्या करेगी गवर्नमेंट विल इपोज काउंटर वेलिंग ड्यूटी काउंटर वेलिंग ड्यूटी गवर्नमेंट इपोज कर देती है जिससे की सेमीकंडक्टर का प्राइस बढ़ जाता है सेमीकंडक्टर का प्राइस जहा र दे रही थी चाइना र में एक सेमीकंडक्टर दे रही थी इंडियन गवर्नमेंट ने उसम पा बढ़ा दिए का हो गया ठीक है इसी तरह से एक और ड्यूटी आती है एंटी डंपिंग ड्यूटी सेम होता है य ठीक है सेम होता है इट इ आल्सो टू प्रोटेक्ट द डोमेस्टिक मनुफक्चरर्स तो बेसिकली यह सारे जो स्टेप्स है य प्रोटेक्शन जम को दर्शाते हैं क्लियर ट्रेड एग्रीमेंट्स बायलट ट्रेड एग्रीमेंट मल्टीलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट आपने समझा होगा ठीक है सेका पेपा फ्री ट्रेड एग्रीमेंट एंड ल समझा है ना ठीक है अब मैं आपको एक डायग्राम दूंगी उससे आपको और ज्यादा क्लियर हो जाएगा डायग्राम देख लो आई होप य तक आपको इंटरेस्टिंग लग रही होगी कनमिक्स ठीक है अगर किसी को कोई भी डाउट हो तो प्लीज कमेंट सेक्शन में जरूर बताए देखिए सबसे इनर में होता है आपका प्रेफरेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट जो सबसे छोटे लेवल का होता है ठीक है नॉर्मल कंट्रीज के बीच में है प्रेफरेंशियल है की भाई कंट्री ए बोल रहा आई प्रेफर गुड फम यू आई विल बाय गुड फम र कंट्री ठीक है नेक्स्ट आपका आता है नेक्स्ट टाइप आता है आपका फ्री ट्रेड एग्रीमेंट फ्री ट्रेड एग्रीमेंट में और ज्यादा ढलाई हो जाती है मतलब दो कंट्रीज के बॉन्डिंग और ज्यादा स्ट्रंग हो जाता है ठीक है दो कंट्रीज का बॉन्डिंग और ज्यादा स्ट्रंग हो जाता है अगर मैं तीसरे वाले की बात करू तो यह है मेरा कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक कोऑपरेशन एग्रीमेंट सेका इसमें भी और स्ट्रंग बंड बन देखो बंड स्ट्रंग होते जा रहा है ठीक है ब जो है वो स्ट्रंग होते जा रहा है नेक्स्ट इ र कस्टम यूनियन कस्टम यूनियन तो बेसिकली य इसमें क्या होता है की कंट्रीज आपस में तो डील कर रही है ठीक है बहुत सारी कंट्रीज एक ही रेट पर डील करेंगी और वह कंट्री दूसरे कंट्री से अपने ग्रुप के बाहर के कंट्री प भी सेम रेट करेंग जो डिसाइडेड होगा इसके बाद एक और स्ट्रंग मार्केट आता है वो है आपका कॉमन मार्केट इसमें तो लेबर वगैरह सब कुछ इट इ मूविंग वेरी गुड कंडीशन एंड द सबसे स्ट्रांगेस्ट इ योर इकोनॉमिक मार्केट यूरोपियन यूनियन जो है वो इकोनॉमिक मार्केट है बहुत स्ट्रंग होता है य इसमें जीडीपी वगैरह सारी चीजें ठीक है सब चीज कंट्री साथ में मिलकर डिसाइड करती है क्लियर जैसे अभी अभी क्या है इंडिया की जीडीपी अलग है उसकी अलग है सबकी अलग है बट इन इकोनॉमिक मार्केट व्हाट इज हैपनिंग द इंपोर्टेंट कैलकुलेशन लाइक जीडीपी जीवीए द इंटरेस्ट रेट बैंक लोन एक्सेट्रा ऑल आर डिसाइडेड साथ में सो दिस इज योर इंक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ बंड दिस इज इंक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ बड चलिए बना लेते आम गिविंग यू टाइम क्लियर चलिए लेट अस मूव अहेड नाउ ठीक है आगे बढ़ते हैं ग्लोबलाइजेशन एंड ट्रेड इंपैक्ट कांसेप्चुअल थिंग देख लेते हैं इट इनक्रीस इंटरकनेक्टेडनेस आपस में कंट्री देखो की च कंट्री ना कनेक्टेड वि अदर कंट्री न द वर्ल्ड ठीक है एंड इंटरडिपेंडेंट ग्लोबल इकोनॉमी ठीक है इ ना ओक कंट्री द यल प्रोड्यूस ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम कंट्री उनके अगर ऑयल एक्सपोर्टिंग में प्रॉब्लम आ जाए इंडिया विल सफर चाइना विल सफर बांग्लादेश विल सफर मेनी स्मल कंट्रीज और मेनी डेवलपिंग कंट्रीज विल सफर वाई बिकॉज दे आर डिपेंडेंट कंट्रीज आर नाउ इंटरडिपेंडेंट विथ ईच अदर ठीक है तो यह ग्लोबलाइजेशन का इंपैक्ट है बेनिफिट भाई एक्सेस टू न्यू मार्केट जहां आप अपनी चीजों को बस इंडिया में सेल कर सकते हो वर्ल्ड वाइड सेल करोगे प्रॉफिट आपका एक्सपो शियल इंक्रीज होगा ठीक है नेक्स्ट इज टेक्नोलॉजी ट्रांसफर होगी इकोनॉमिक ग्रोथ होगी एटस चैलेंस जॉब डिस्प्लेसमेंट वेरी बिग चैलेंज एनवायरमेंटल कंसर्न्स जैसे-जैसे आपके इंडस्ट्रीज बढ़ रही है वैसे-वैसे हार्मफुल आपके एनवायरमेंटल इंपैक्ट्स भी देखने को मिल रहे हैं एंड कल्चरल होमोजेनाइजेशन ठीक है कल्चरल का होमोजेनाइजेशन तो कल्चरल की यूनिकनेक्ट राइट ठीक है सो दिस इज ऑल अबाउट योर इंटरनेशनल ट्रेड एंड ल द थिंग्स आई होप यू गट इट ठीक है चलिए अब हम थोड़ा सा इकोनॉमिक डेवलपमेंट की तरफ जा रहे हैं बेसिकली दिस चैप्टर ल फोकस ऑन हाउ इंडिया गट डेवलप इकोनॉमिकली प्री इंडिपेंडेंस एंड पोस्ट इंडिपेंडेंस टिल नाउ ठीक है तो बेसिकली हम इसमें फाइव ईयर प्लांस वगैरह सब चीजें डिस्कस करेंगे ठीक है इकोनॉमिक डेवलपमेंट क्या होती है बेसिकली इट्स प्रोसेस बेसिकली इट्स प्रोसेस बाय च द ओवरऑल हेल्थ वेल बीइंग एंड एकेडमिक लेवल ऑफ द जनरल पॉपुलेशन इंप्रूव देखो दो डिफरेंस होता है गाइस ग्रोथ वर्सेस डेवलपमेंट में ठीक है ग्रोथ हो रही है मॉनेटरी वैल्यू से ग्रोथ का मतलब मॉनेटरी एस्पेक्ट प होता है लेकिन डेवलपमेंट आपका मॉनेटरी तो होता ही है साथ में दूसरी चीज भी होती है जैसे हेल्थ कैसा है पॉपुलेशन का एजुकेशन कैसा है लिटरेसी रेट कैसी है सेफ्टी कैसी है मेन एवरमेंट कैसा है तो डेवलपमेंट प फोकस करना बहुत इंपोर्टेंट इट इ वेरी इंपोर्टेंट टू फोकस ऑन द डेवलपमेंट ददर जस्ट टू फोकस ऑन द ग्रोथ ठीक है चलिए अब इंडिकेटर क्या क्या है इकोनॉमिक डेवलपमेंट के सबसे पहला तो जीडीपी सही बात है इट इ टोटल वैल्यू ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस प्रोड्यूस एक कंट्री कितना गुड्स और सर्विसेस प्रोड्यूस कर रही है वो आपका जीडीपी बताता है और जितना ज्यादा आपका जीडीपी होगा इसका मतलब की उतनी ज्यादा डिमांड और उतना अच्छा इकोनॉमी है ना ठीक है जी एन आई ग्रॉस नेशनल इनकम यह क्या होता है बेसिकली ऐसा इनकम है ट इ अन बाय कंट्री रेसिडेंट राइट टोटल इनकम बाय कंट्रीज रेसिडेंट ट इ र जी एनई एचडीआई ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स बेसिकली य मेजर करता है कि हाउ वेल ह्यूमन डेवलपमेंट इ हैपनिंग इन पर्टिकुलर कंट्री इसमें तीन इंपोर्टेंट चीजों पर ध्यान दिया जाता है तीन इंपोर्टेंट इंडिकेटर है सबसे पहले आपका एजुकेशन दूसरा हेल्थ तीसरा स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग ये तीन पैरामीटर्स पर एचडीआई वर्क करता है नाउ वट आर द फैक्टर्स च आर अफेक्टिंग इकोनॉमिक डेवलपमेंट सबसे पहला नेचुरल रिसोर्स अगर किसी कंट्री के इकोनॉमी डेवलपमेंट बहुत अच्छी हो रही है तो व्ट आर द रीजन बिहाइंड इट सबसे पहला तो नेचुरल रिसोर्स नो डाउट द अवेलेबिलिटी एंड मैनेजमेंट ऑफ द रिसोर्सेस इज वेरी इंपोर्टेंट इसीलिए इंडिया इ ट्रांग टू एक्सप्लोर एस मेनी एस रिसोर्सेस है ना अभी थोड़े दिन पहले डायमंड माइंस मिले थे अभी थोड़े दिन पहले पेट्रोलियम वगैरह के बहुत सारे नए नए पादुर और बंगलोर वगैरह में डिस्कवर हुआ है ठीक है सो दैट इ भाई कंट्री का नेचरल रिसोर्स का एक्सेसिबिलिटी और एक्सेस करने के बाद उसका मैनेजमेंट बहुत इंपोर्टेंट होता है नेक्स्ट इ हाउ वेल इज ह्यूमन कैपिटल दिस ल्स एक्सट्रीमली इंपोर्टेंट देखो बस वन 40 करोड़ पीपल होने से मतलब नहीं है अनलेस एंड कर पा रहे तो इतना पॉपल कंट्री बनने का कोई प्राउड नहीं होना चाहिए ठीक तो ह्यूमन कैपिटल मतलब एजुकेशन हेल्थ स्किल्स ठीक है अनम पलय मेंट के प्रॉब्लम है कितनी ज्यादा तो व्ट इ द नी व्ट इ द प्राउड मोमेंट फॉर बीइंग सच पॉपुलर कंट्री न वी आर नॉट एबल टू जनरेट जॉब्स तो दिस इ ल्स एक्सट्रीमली इंपोर्टेंट फैक्टर फॉर इकोनॉमिक डेवलपमेंट थर्ड वन कैपिटल हाउ वेल व आर एबल टू फॉर्म कैपिटल एसेट जनरेशन क्योंकि देखो एसेट अगर बन रहा है मतलब फ्यूचर में व कंट्री बहुत कमा आएगी इन्वेस्टमेंट है ठीक है नेक्स्ट टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन हाउ वेल य आर एबल टू अडॉप्ट द टेक्नोलॉजी एंड हाउ वेल यर एबल टू ड अपन ट टेक्नोलॉजी धीरे धीरे देखि हाउ वेल य ट इन इंडिया ए यू आर एबल टू वीडियो चैट विद योर फ्रेंड्स सो फार अवे है ना मेटा आ गया एआई आ गया चाटी फो डेली सम एडवांसमेंट आर हैविंग डेली सम इनोवेशन आर हैपनिंग सो दिस इ आल्सो एक्सट्रीमली इंपोर्टेंट फाइन तो चार इंपोर्टेंट चीज क्या क्या है इकोनॉमिक डेवलपमेंट के नेचुरल रिसोर्सेस ह्यूमन कैपिटल कैपिटल फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन चलिए अब सस्टेनेबल डेवलपमेंट क्या होता है सस्टेनेबल डेवलपमेंट का डेफिनेशन आप क्लास 10 के एमेंट बुक में पढ़ोगे या पढ़े होंगे ठीक है डेवलपमेंट ऐसी जो प्रेजेंट नीड को तो फुलफिल करही रही है प्रेजेंट में क्या क्या नीड हो सकती है पानी इलेक्ट्रिसिटी फूड एट साथ ही फ्यूचर वाले जनरेशन को भी यह सारी चीजों को एक्सेस करने में कोई तकलीफ नहीं होगी सो ड यू थ र मूविंग टड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पाथ ड यू थिंक कथ अपन ट सो बेसिकली डेवलपमेंट ट मी नीड ऑफ द प्रेजेंट विदाउट कंप्रोमाइज द एबिलिटी ऑफ फ्यूचर जनरेशन टू मीट देर न नी व होता आपका एसडी सस्टेनेबल डेवलप ठीक है गोलस क्या क्या है एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन इकोनॉमिक ग्रोथ सोशल इंक्लूजन यह सारा एम है क्यों हम सस्टेनेबल डेवलपमेंट करना चाहते हैं क्योंकि हमको यह चार पांच चीजों का नीड है क्लियर ओके अब स्ट्रेटेजी क्या क्या है स्ट्रेटेजी फॉर इकोनॉमिक डेवलपमेंट ट व्हाट आर द स्ट्रेटेजी सबसे पहला स्ट्रेटेजी है इंडस्ट्रीज कैसे हम इकोनॉमिक डेवलपमेंट को बढ़ा सकते सबसे पहले तो इंडस्ट्रीज को बढ़ा दो तो इंडस्ट्रीज को बढ़ाने पे क्या होगा वर्कफोर्स इंक्रीज करना पड़ेगा लोगों को जॉब देनी पड़ेगी तभी तो इंडस्ट्री में लोग रहेंगे काम करने के लिए तो वर्कफोर्स इंक्रीज करना पड़ेगा तो एंप्लॉयमेंट अच्छी हो जाएगी एंप्लॉयमेंट अच्छी होगी तो लोगों के पास पैसे आएंगे एंड इफ लोगों के पास पैसे आएंगे तो इन्वेस्टमेंट होगा और जैसे ही इन्वेस्टमेंट हो जाता है हमारी इकोनॉमी ग्रोथ होने लगती है सो दिस इ द इक्वेशन च नी टू फोकस अपन नेक्स्ट आवर एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट एग्रीकल्चर के प्रोडक्टिविटी को बढ़ाना चाहिए और रूरल इनकम को इनक्रीस करना चाहिए क्यों क्योंकि भाई मोरन 65 पर ऑफ द पीपल आर स्टिल इन एग्रीकल्चर सेक्टर तो एग्रीकल्चर सेक्टर से वी कैन मेक अ लट ओनली व नीड टू फिगर आउट द स्ट्रेटजी ठीक है एजुकेशन में इन्वेस्ट करना चाहिए यू आर इन्वेस्टिंग इन एजुकेशन दिस मीन दैट यू आर एनहांसिंग द स्किल्स एंड यू आर एसिंग द नॉलेज ऑफ द पीपल ऑफ द कंट्री एंड वन यू आर एजुकेटिंग देम दे विल बी एबल टू परफॉर्म जॉब एंड न दे आर परफॉर्मिंग जॉब दे विल हैव इनकम एंड दिस साइकल विल स्टार्ट मूविंग नेक्स्ट इज योर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कर दो भाई बिल्डिंग रोड्स ब्रिस यूटिलिटीज तो इससे क्या होगा द मूवमेंट ऑफ द पीपल वि स्टार्ट एंड वेंच र दिस विल हेल्प इन द स्टार्ट ऑफ योर इकोनॉमिक साइकल सो दज आर द स्ट्रेटेजी च कैन बी पुट फॉरवर्ड टू हैव प्रॉपर इकोनॉमिक डेवलपमेंट सस्टन होना चाहिए इकोनॉमिक डेवलपमेंट सस्टेन मीस फॉर पीरियड ऑफ लॉन्ग टाइम नाउ व्ट इ द रोल ऑफ गवर्नमेंट इन इकोनॉमिक डेवलपमेंट चलिए आप अभी इस स्लाइड को पढ़ो मत ठीक है नीचे के स्लाइड को पढ़ो मत आप अपने से आई एम गिविंग यू 30 सेकंड्स यू राइट फोर पॉइंट्स च यू थिंक दैट अ गवर्नमेंट कैन प्ले इंपोर्टेंट रोल इन इकोनॉमिक डेवलपमेंट बताइए न चलिए तो देखते हैं सबसे पहला तो पॉलिसी फ फॉर्मूलेशन वेरी इंपॉर्टेंट जब तक पॉलिसी आएगी नहीं तब तक स्टेप्स नहीं लिए जाएंगे और जब तक स्टेप्स नहीं आएंगे तब तक आप आगे कैसे बढ़ेंगे तो इट इ वेरी इपोर्ट टू हैव अ ग्रोथ ठीक है एंड इट इज वेरी इंपॉर्टेंट टू हैव फॉर्मुले ऑफ पॉलिसी नेक्स्ट इज पब्लिक इन्वेस्टमेंट लोगों के वेलफेयर के लिए आपको करना तो पड़ेगा यू नीड टू बिल्ड रोड्स यू नीड टू बिल्ड रेलवेज यू नीड टू प्रोवाइड देम सब्सिडीज तभी तो डेवलपमेंट होगा ठीक है थर्ड वन रेगुलेशन रेगुलेशन होना बहुत जरूरी है टू इंश्योर फेयर कंपटीशन किसी की मोनोपोली नहीं होनी चाहिए किसी चीज एंड प्रोटेक्टिंग द एनवायरमेंट ठीक है एंड फाइनली सोशल वेलफेयर प्रोग्राम टू रिड्यूस द इन क्वालिटी एंड टू सपोर्ट द वल्नरेबल पॉपुलेशन क्लियर सो ज आर वेरी इंपोर्टेंट रोल ऑफ गवर्नमेंट प्लेड फॉर इकोनॉमिक डेवलपमेंट अब चैलेंस क्या क्या हो सकते हैं इकोनॉमिक डेवलपमेंट में सबसे पहला चैलेंज तो गरीबी ठीक है पॉवर्टी हाई लेवल्स ऑफ पॉवर्टी एंड इक्वलिटी बज ऑफ दैट वी आर नॉट एबल टू यूटिलाइज आवर डेमोग्राफिक डिविडेंड राइट व्ट आई हैव सेड य इन फ्यू मिनट्स बैक व्ट इ द नीड ऑफ दिस 50 करोड़ पीपल इफ मोस्ट ऑफ देम नॉट इवन % प्लस पॉपुलेशन इ एबल टू हैव गुड क्वालिटी एजुकेशन ठीक है तो पॉवर्टी हो गई दूसरा अनम पलय मेंट हो गया लक ऑफ जॉब अपॉर्चुनिटी ठीक है रिसोर्स मैनेजमेंट हो गया हाउ टू मैनेज रिसोर्सेस एफिशिएंटली हाउ टू कंजर्व देम एंड पॉलिटिकल इंस्टेबिलिटी ठीक है पॉलिटिकल इंस्टेबिलिटी भी बहुत इंपोर्टेंट रोल प्ले करता है दिस फोथ वन इ नॉ सो मच हैनिंग इन इंडिया बिकॉज आवर गवर्नमेंट स्टेबल ठीक देर इ नो सच प्रॉब्लम बट देर आर स्टिल सम स्टेट र समटाइम प्रेसिडेंट रूल इपोज ठीक है स वहा का जो इकोनॉमिक डेवलपमेंट है व इनबल हो जाता है सो ट इज द थ ठीक है तो बेसिकली कुछ कंट्रीज के एग्जांपल है जिससे हमें सीख लेनी चाहिए हाउ व कैन इंप्रूव आवर इकोनॉमिक डेवलपमेंट साउथ कोरिया का एग्जांपल है रैपिड इंस्टलाइफ लेड ग्रोथ ठीक है बहुत तेजी से इंडस्ट का होना और एक्सपोर्ट का बढ़ावा दे तो इससे क्या होगा इससे जो है आपका इकोनॉमिक ट होगी नेक्स्ट चाइना चाइना इकोनॉमिक रिफॉर्म और मार्केट लिबरलाइजेशन मार्केट लिबरलाइजेशन का मतलब होता है छूट देना ठीक है ज करना ंग तो बेसिकली चाइना से भी व नीड टू लन अपन इट थर्ड वन वट इस थर्ड वन थर्ड वन इ मिक्सड इकोनॉमी वि एसस न बो कल्चरल एग्रीकल्चर ए सर्विस सेक्टर ल् वेरी गुड च इंडिया फोकसिंग नाउ इंडिया किस पर फोकस कर रही है मि नमी प जिसम एग्रीकल्चर और सर्विस सेक्टर पर फोकस है लेकिन हम और क्या इंप्रूव कर सकते हैं टेल मी वट वी कैन इंप्रूव मोर यू ओनली टेल इस पॉइंट में थर्ड वाले में वट यू कैन इंप्रूव डन क्या कर सकते हो आप बताओ आप एडन यह कर सकते हो कि आप जो है सर्विस सेक्टर और एग्रीकल्चर के बीच में भी एक सेक्टर आता है मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर इंडिया का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर वीक है ट इज वाई देर इ प्रॉब्लम ऑफ जॉब क्रिएशन ठीक है हमेशा इकोनॉमी जो है व सीक्वेंस पर चलती है जैसे क्या सीक्वेंस प्राइमरी एक्टिविटी सेकेंडरी एक्टिविटी और टर्श एक्टिविटी इंडिया है जंप फ्रॉम प्राइमरी टू टर्श इस वाले को छोड़ के तो इसीलिए हमको मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देना है सो दैट इट कैन इट कैन रिवाइव द इकोनॉमिक डेवलपमेंट क्लियर एवरीवन ठीक कंक्लूजन बेसिकली इकोनॉमिक डेवलपमेंट इ एसेंशियल फॉर इंप्रूविंग लिविंग स्टैंडर्ड एंड अचीविया बेसिकली इफेक्टिव पॉलिसीज स्ट्रेटेजी च कैन हेल्प टू रिवाइव द डेवलपमेंट एंड रिड्यूस द पॉवर्टी ठीक है सो दिस वाज ऑल अबाउट योर इकोनॉमिक डेवलपमेंट एंड नेक्स्ट इकोनॉमिक डेवलपमेंट से ही इंटर लि एक नया चैप्टर है इकोनॉमिक प्लानिंग इसी में हम फाइव इयर्स प्लान कैसे इंडिया प्री इंप से पोस्ट इंडिया पोस्ट इंडिपेंडेंस प इकोनॉमी प वर्क किया वो हम जानने का ट्राई करेंगे क्लियर ठीक है सबसे पहले इकोनॉमिक प्लानिंग क्या होता है इट इज अ प्रोसेस बाय चच की इकोनॉमिक डिसीजंस आर मेड और इन्फ्लुएंस बाय सेंट्रल गवर्नमेंट ठीक है इंपोर्टेंट डिसीजन लिए जाते हैं कि भाई आगे के 10 सालों में कैसा हमारा इकोनॉमी कहां स्टैंड करना चाहिए इंडिया का ट ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने का जो एम है किस ईयर का है बताओ टेल मी ू ट्रिलियन इंडिया वांट्स टू बी ट्रिलियन इकोनॉमी ना टेल मी बताइए सी इंडिया ने जीडीपी के हिसाब से 2 ट्रिलियन जो है ऑलरेडी 2014 में क्रॉस कर लिया है जीडीपी की बात कर रही हूं मैं ठीक है जीडीपी की बात कर रही हूं क्लियर तो बेसिकली यही सारी चीजें जो डिसीजन लेना है हमको ठीक है व्हाट एवर डिसीजन अभी एक और इंडिया एम कर रहा है इस 2 ट्रिलियन का एक्सपोर्ट करना है यह जीडीपी का बात हो रहा है ठीक है जीडीपी का बात हो रहा है यह जो है हमने ऑलरेडी अचीव कर लिया है जीडीपी ऑफ ट्रिलियन इन 2014 बट यह जो एक्सपोर्ट है ना ट्रिलियन का यह इंडिया एम करता है अचीव करने का बाय 2030 ठीक है तो ये जो 2030 जो ए रखा है य कैसे अचीव होगा जब आप प्रॉपर इकोनॉमिक प्लानिंग करोगे है तो इसके लिए जो है आपको प्रॉपर एलोकेशन चाहिए प्रायोरिटी सेट होनी चाहिए ग्रोथ टारगेट सेट होना चाहिए तब जाके जो है यू कैन एबल टू अचीव व्ट एवर यू वांट तो चलिए हिस्ट्री ऑफ इकोनॉमिक प्लानिंग देखते हैं आईव ऑलरेडी टोल्ड य वी विल बी डिवाइडिंग दिस इनटू टू फेस फर्स्ट इ र प्री इंडिपेंडेंस ए सेकंड र पोस्ट इंडिपेंडेंस ठीक है हम सारी चीजों के बारे में कवर करते जाएंगे क्लियर तो चलिए मैं एक एक करके आपको सारे प्लान के बारे में ब्रीफ आईडिया देते जाऊंगी इ यू वाट टू राइट इट वेल एंड गुड आपको रिवीजन करने में आसानी होगी चलिए स्टार्ट करते हैं तो फर्स्ट फ यर प्लान स्टार्ट करेंगे पहला जो हमारा फ यर प्लान है फर्स्ट फाइव ईयर प्लान ठीक है यह किस ईयर से स्टार्ट हुआ था 1951 से 1956 य आपको ध्यान में रखना है ठीक है बेसिकली इसको हम जो है इट वास बेस्ड न रड डोमर मॉडल इसमें कि ची के बारे में फोकस किया गया था एग्रेरियन सेक्टर एग्रीकल्चर एग्रीकल्चर प ज्यादा फोकस दिया गया था इसमें ठीक है जैसे इन्वेस्टमेंट इ डम हो गए भाकरा नंगल डैम के लिए बहुत ज्यादा एलोकेशन इसम मिला था ठीक है और इसी फाइव ईयर प्लान के एंड में बाय दिस एंड बाय द एंड ऑफ फ आईआईटी र एब्लिश ठीक है तो य आपको जानना है किसके बारे मेंस यू नीड टू नो अबाउट द फर्स्ट फाइव ईयर प्लान ट स्टार्टेड फम 1951 एंड टिल 1956 अब अगले फ यर प्लान पर आ जाता है सेकंड य कब स्टार्ट हुआ 1956 से स्टार्ट हुआ और 61 तक गया ठीक है अब इसने किस चीज के बारे में फोकस किया देखि सबसे पहले यह जो है दिस हैपन अंडर द लीडरशिप ऑफ लिखते जाइएगा साथ में पीसी महाला नबस ठीक हैर इस प्लान में जो है इंडस्ट ज्यादा फोकस किया गया रड लाइजेशन ठीक है स्ट्रक्चरल ट्रांसफॉर्मेशन प फोकस किया गया क्लियर ठीक है सो दिस यू नीड टू नो अबाउट द सेकंड फाइव ईयर प्लान जो इंपॉर्टेंट है वो मैं आपको लिखवा जा रही हूं अब हम चलते हैं थर्ड फाइव ईयर प्लान में थर्ड वन यह किस साल से किस साल तक है यह है 1961 से 66 एवन ठीक है इसमें क्या क्या हुआ बेसिकली इसमें एग्रीकल्चर पर फोकस था एग्रीकल्चर पर फोकस था है ना प्रोडक्शन ऑफ ट ग्रीन ग्रीन रिवोल्यूशन प्रोडक्शन ऑफ वीट क्लियर इसी के बाद इसी में जो है आपके पंचायत के इलेक्शन इंट्रोड्यूस हुए थे सो ट द डेमोक्रेसी रीस द ग्रास रूट लेवल ठीक है तो य आपके तीन फ यर प्लान अभी तक हमने कवर कर लिया है अब इसी तीन फ ईयर प्लान के बाद क्या होता है हॉलिडे होता है ठीक है देर हॉलिडे वाय क्यों हॉलिडे क्योंकि यू मस्ट बी नोइट इंडिया फट र 1962 ए 65 राइट पाकिस्तान चाइना ठीक है तो उसी के बाद जो है इंडिया वा नॉट हैविंग स्टेबल स्टेबिलिटी इन द इकोनॉमिक्स क्लियर तो बेसिकली जो है प्लान हॉलीडेज फॉर ्र यर्स इट हैन ठीक है देर थ्री प्लान हॉलीडेज 1966 से लेकर 69 ठीक है सो बिकॉज ऑफ ट यहां पर आपके फ ईयर प्लान का कोई सिस्टम नहीं था हर साल टारगेट बदल रहे थे ना कम फोथ फ यर प्लान फोथ च स्न फम 1969 से लेकर 74 तक ठीक है इट वास बेस्ड न डगल फर्मूला डगल फर्मूला पर बेस था इट केम ड्यूरिंग द टाइम ऑफ इंदिरा गांधी ठीक है इसमें जो है आपके 14 बैंक्स र नेशनलाइज और एक और बहुत इंपॉर्टेंट चीज हुई थी जो कि है आपकी ग्रीन रिवोल्यूशन ठीक है ग्रीन रिवोल्यूशन वास लच तो यह था आपका फोथ फाइव यर प्लान ठीक है जो जो मैंने लिखाया है वो आपको याद कर लेना है और आइडिया लेना है तो बेसिकली फोर्स फाइव यर प्लान में थ्री इंपोर्टेंट चीज आपको याद करनी इट वास बेस्ड न च फार्मूला 14 बैंक्स र नेशनलाइज एंड फाइनली ग्रीन रिवोल्यूशन नेक्स्ट कम्स र फिथ फाइव ईयर प्लान जो कि है आपका 1974 से लेकर 78 तक ठीक है 1974 से लेकर 78 तक तो ये जो फिथ फाइव ईयर प्लान है बेसिकली आपको यह समझना है ट फोकस न गरीबी हटाओ तो उसके लिए इंदिरा गांधी ने जो है आवर एक्स प्राइम मिनिस्टर शी ल्स स्टार्टेड द गरीबी हटाव आंदोलन एवरीवन एंड देन र इनस मिनिमम नीड प्रोग्राम ल्स इंट्रोड्यूस मिनिमम नीड्स प्रोग्राम इसमें इंडियन नेशनल हाईवे सिस्टम इंट्रोड्यूस हुआ था इंडियन नेशनल हाईवे सिस्टम ठीक है क्लियर ठीक है तो यह आपका फ फ यर प्लान था देन अगेन फर ू यर्स 197 1978 से लेकर 80 तक ठीक है 1978 से लेकर 80 तक आपका रोलिंग प्लांस रोलिंग प्लांस ठीक है हर एक साल के लिए अलग अलग था क्यों था बिकॉज दिस पीरियड वाज अ पीरियड ऑफ इन स्टेबिलिटी इंस्टेबिलिटी क्यों थी बेसिकली यर द जनता पार्टी रिजेक्टेड द फाइव ईयर प्लान क्योंकि यहां पे आफ्टर विनिंग ओवर इंदिरा गांधी पोजीशन द जनता पार्टी केम इन टू द पावर एंड बिकॉज ऑफ च द जनता पार्टी सेड दैट वी वट बी फॉलोइंग द फाइव ईयर प्लान ठीक है सो द जनता पार्टी रिजेक्टेड द फाइव ईयर प्लान एंड इंट्रोड्यूस न्यू सिक्स फाइव ईयर प्लान ठीक है एंड दिस वाज अगेन रिजेक्टेड बाय इंडियन नेशनल कांग्रेस इन 1980 वन इंदिरा गांधी गट रीइलेक्टेड सो दैट इ वई दिस पीरियड इ वेरी मच इंस्टेबल क्लियर चलिए र प्लान को देखते हैं इसका ईयर क्या है 1980 से लेकर 85 बेसिकली इट फोकस न इकोनॉमिक लिबरलाइजेशन इकोनॉमी को थोड़ा सा छूट दिया गया इसमें इट ल्स फोकस न नेहरूवियन सोशलिज्म ठीक है फैमिली प्लानिंग इंट्रोड्यूस हुआ था इसमें ठीक है ल्स नाबार्ड नाबा वास आल्सो इंट्रोड्यूस्ड नेशनल एग्रीकल्चर बैंक नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट ठीक है एंड दिस नबाद इस डेवलप और इट केम इनटू द एस्टस बिकॉज ऑफ शिवाराम कमेटी शिवाराम कमेटी वेरी इंपॉर्टेंट शिवा रमन कमेटी ठीक है कमटी डायरेक्टली आपके एगजाम में आ सकता है शिवाराम कमटी रिलेटेड टू च ऑफ द फॉलोइंग नाबार्ड स्मल फाइनेंस बैंक पेमेंट बैंक ठीक है तो आपको पता होना चाहिए सो दिस अबाउट ि यर प्लान नेक्स्ट कम्स द सेवंथ वन एंड से फ यर प्लान वास लेड बाय च पर्सन राजीव गांधी आफ्टर ससने ऑफ इंदिरा गांधी ठीक है 1985 से लेकर 90 तक क्लियर इसम राजीव गांधी जी का था बेसिकली इसमें टेक्नोलॉजी यूज को बहुत ज्यादा बढ़ावा दिया गया टेक्नोलॉजी यूज को बहुत ज्यादा बढ़ावा दिया गया इसर सोशल जस्टिस जैसे देर र मेनी एंटी पॉवर्टी प्रोग्राम्स ठीक है टू हेल्प द सोसाइटी न लार्ज स्केल सेल्फ सस्टन ग्रोथ फोकस किया गया बोला गया कि व विल अचीव सेल सस्टन ग्रोथ बाय 2000 ठीक हैर सोस र इंपोर्टेंट थ यू नीड टू नो रिलेटेड टू र फ फ यर प्लान समझ में आ गई बात ठीक है अब ए प्ला देखिए अब एनल प्लान आ ग फिर से एनल प्लान आए दो साल के लिए 1990 से लेकर 92 तक दो साल के लिए एनल प्लान आ ठीक है द ए फ यर प्लान न इंट्रोड्यूस 1990 बज य जो दो साल है व आपके एनल प्लान में चले गए बिकॉज अगेन देर इकोनॉमिक इ स्टेबिलिटी इंडिया वास फेसिंग क्रास ऑफ फरेन एक्सचेंज रिजर्व लाइजेशन प्राइवेटाइजेशन ए ग्लोबलाइजेशन एलपीजी रिफॉर्म ठीक है द वेरी फेमस एलपीजी रिम इंट्रोड्यूस इन दिस टाइम ओनली ओके च हेल्प इंडिया टू कम कम आउट फम द प्रॉब्लम ऑफ इकोनॉमी ट वास फेसिंग लिए एलपीजी लाया गया ट एलपीजी पीवी नरसिंहा राव तो यह सारी चीज आपको में रखनी च अब आपका ए फ यर प्लान आता है किस यर में है य 1992 से लेकर 97 ठीक है बेसिकली फोकस न मॉडर्नाइजेशन ऑफ इंडस्ट्री हम इंडस्ट्री को कैसे मॉडर्नाइज कर सकते हैं उससे रिलेटेड है इसी पीरियड के दौरान इंडिया ल्स बिकम मेंबर ऑफ डब्ल्यूटीओ इन 195 पॉपुलेशन ग्रोथ पर फोकस किया गया ठीक है पॉवर्टी ड रिडक्शन पर फोकस किया गया ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट पर फोकस किया गया चक्र एंड दिस वाज आल्सो द टाइम ऑफ पंचायती राज इलेक्शन राइट अमेंडमेंट हुआ था कांस्टिट्यूशन में च गव द पावर टू लोकल बॉडी राइट ठीक है डी सेंट्रलाइजेशन क् ए सस अबाउट र ए फ यर प्लान ठीक नेक्स्ट कम र ना फ यर प्लान च स्पैंड अक्रॉस 1997 से लेकर 2002 ठीक है इसमें हु वा द प्राइम मिनिस्टर अटल बिहारी वाजपेई जी वास द प्राइम मिनिस्टर ठीक है हु वा द प्राइम मिनिस्टर अटल वाप जी वा प्राइम मिनिस्टर बेसिकली इसमें भी जो है आपका पवटी एलिमिनेशन पर फोकस किया गया पॉवर्टी एलिमिनेशन पर फोकस किया गया हाउ टू अचीव बैलेंस बिटवीन रैपिड ग्रोथ एंड क्वालिटी ऑफ लाइफ ठीक है सारी चीजों पर फोकस किया गया क्लियर एवरीवन सेल्फ रिलायस पर भी फोकस किया गया बाय प्रमोटिंग एक्सपोर्ट्स ठीक है तो यह आपका ना फ यर प्लान राइट ट डाउन ए देन व मव अहेड आईम गिविंग यू फ्यू सेकंड्स च चलिए नेक्स्ट हम चलते हैं हमारे 10थ फाइव ईयर प्लान पे ये क्या कौन से ईयर से स्टार्ट हुआ था यह स्टार्ट हुआ था आपका 2002 एंड बट टिल 2007 ठीक है इसमें क्या फोकस किया गया इसमें जो है इंक्लूसिव ग्रोथ प फोकस किया गया द फोकस वाज गिवन टू इंक्लूसिव ग्रोथ सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास राइट इट बेसिकली अगेन एम एट रिड्यूस पॉवर्टी बाय हाफ ठीक है प्लस क्रिएटिंग जॉब्स और क्रिएटिंग एंप्लॉयमेंट अपॉर्चुनिटी फॉर द पीपल इट आल्सो फोकस फोकस न रिड्यूस जेंडर गैप्स जेंडर गैप्स को भी रिड्यूस करने का यह एम करता है सो दिस इ योर 10 फाइ यर प्लान नेक्स्ट र 11 फ ईयर प्लान अगेन वेरी इंपॉर्टेंट सस रेंस फम 2007 टू 12 तक ठीक है इसमें द मेन थीम च यू नीड टू नो इ रैपिड एंड मोर इंक्लूसिव ग्रोथ आप बस ये सेंटेंस आप याद रखेंगे 11थ फाइव ईयर प्लान के लिए क्या रैपिड प्लस मोर इंक्लूसिव ग्रोथ ठीक है एनवायरमेंटल स्टेबिलिटी को ध्यान दिया गया दैट इंडस्ट्रीज आर कमिंग ओके इंडस्ट्रीज आर गेटिंग लच दैट इ फाइन बट वी आल्सो नीड टू टेक केयर ऑफ़ आवर एनवायरमेंट आल्सो तो आपका एनवायरमेंटल स्टेबिलिटी पे भी ध्यान दिया गया और जेंडर इनक्व को भी रिड्यूस किया गया ठीक है क्लियर दिस दिस वाज योर 11th फाइव ईयर प्लान द मोस्ट इंपोर्टेंट थिंग व्हिच यू नीड टू रिमेंबर इज़ दिस वन द रैपिड एंड मोर इंक्लूसिव ग्रोथ एंड फाइनली योर 12थ फाइव ईयर प्लान द लास्ट फाइव ईयर प्लान ऑफ़ इंडिया 12 फाइव ईयर प्लान च स्टार्टेड इन 2012 एंड वेंट टिल 17 इट इज अबाउट फास्टर मोर इंक्लूसिव एंड सस्टेनेबल ग्रोथ ठीक है आपको बस यह याद रखना है इस चीज में क्या फास्टर मोर इंक्लूसिव एंड सस्टेनेबल ग्रोथ क्लियर सो दिस र एवरीथिंग अबाउट फ यर प्लान राइट इट डाउन ठीक है इसके बाद जो है फ यर प्लान नहीं आया द प्लानिंग कमीशन गट रिप्लेस आफ्टर दिस वट हैपन द प्लानिंग कमीशन गट रिप्लेस विथ न्यू एंटिटी ट इ र नी आयोग नीति आयोग केम इन द प्लेस ऑफ प्लानिंग कमीशन और य ऐसे कुछ पा साल के फ यर्स प्लान पर फोकस नहीं करती है इसका फोकस इ समथिंग एल्स कन्वर्जेंस एंड कोबरे ठीक है ऑफ द सेंट्रल गवर्नमेंट एंड स्टेट गवर्नमेंट क्लियर एवरीवन चलिए सोस वा थ च वांटेड टू टेल य रिगार्डिंग ल द फ र प्लान मैंने आपको ब्रीफ में सारी चीज एक्सप्लेन कर दी है आपका काम यह है कि आपको इसको रट जाना है ठीक है वेरी इंपोर्टेंट चैप्टर हर साल हर कमप एगजाम में दो से तीन क्वेश्चन फ यर प्लान से आते क्वेन कैन कम ट द फोकस न फास्टर मोर इंक्लूसिव एंड सस्टेनेबल ग्रोथ वास एम इन च ऑफ द फॉलोइंग फ र प्लान सिक्स ए 12थ की 10थ तो आपको यू शुड बी एबल टू नो क्लियर चलिए अब ऑब्जेक्टिव क्या है इकोनॉमिक प्लानिंग के देखिए पहला तो ऑब्जेक्टिव यह है कि वी नीड टू प्रमोट इकोनॉमिक ग्रोथ है ना हम इतने सारे फ प्लान ला रहे हैं वई वी आर ब्रिंगिंग सोट वी कैन प्रमोट द इकोनॉमिक ग्रोथ नेक्स्ट वन पवटी रिडक्शन गरीबी को कम कर सके हम यस सी बात है नेक्स्ट जॉब को क्रिएट करें सोशल जस्टिस वेलफेयर एंड फाइनली र सेल्फ रिलायस वेरी इंपोर्टेंट पॉइंट आप इसको पी डबल ई डबल एस पीस ऐसे भी याद कर सकते हो पॉवर्टी रिडक्शन एंप्लॉयमेंट जनरेशन इकोनॉमिक ग्रोथ सोशल जस्टिस ए सेल्फ ठीक है क्लियर यह मैंने आपको बता दिया ना कमिंग र नीति आयोग नीति आयोग बॉडी च रिप्लेस प्लानिंग कमीशन ठीक है च बॉडी रिप्लेस प्लानिंग कमीशन नीति आयोग ठीक है तो उसके बारे में विल बी लर्निंग अबाउट बेसिकली इट ग एब्लिश 2015 एंड ट रिप्लेस प्लानिंग कमीशन अब क्या नीति आयोग को लाने की प्लानिंग कमीशन क्या अच्छा काम नहीं कर रहा था वट र द रीजन बिहाइंड लच ऑफ द नीति आयोग फर्स्ट वन टू हैव कोऑपरेटिव फेडर म जो आपके फ यर प्लान चल रहे थे ट वास गिवन बाय सेंट्रल गवर्नमेंट सेंट्रल गवर्नमेंट क्या स्टेट गवर्नमेंट के नीड को देख रही थी नहीं य सेंट्रल गवर्नमेंट वास फोकसिंग ऑन द ब्रॉड पर्सपेक्टिव ऑफ द कंट्री बट अभी का जो नीड क्या है अभी का ये नीड है की हर स्टेट की अलग अलग रिक्वायरमेंट है झारखंड की अलग रिक्वायरमेंट होगी मध्य प्रदेश की अलग होगी महाराष्ट्र की अलग होगी तो फॉर ट टू हैव ट सिनर्जी इट वेरी इंपॉर्टेंट की सेंट्रल गवर्नमेंट जो है व स्टेट गवर्नमेंट के साथ मिलकर काम करे कोऑपरेटिव कोऑपरेटिव फेडर जम हो कोऑपरेटिव फेलिम क्या है मिलकर काम करना क्योंकि बस सेंट्रल गवर्नमेंट फ प्लान लाने से नहीं होगा यू आल्सो नीड टू अंडरस्टैंड द स्टेट नी स्पेसिफिक नीड डेवलपमेंट ऑफ लंग टर्म पॉलिसी एंड स्ट्रेटेजी एंड फाइनली प्रमोटिंग इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिस ठीक है चलिए अब स्टेट गवर्नमेंट का क्या रोल है रोल य है कि दे विल कोलबेट वि सेंट्रल गवर्नमेंट इन प्लानिंग एंड इंप्लीमेंटेशन तो जहां पर बस पांच आइडिया आते थे अब स्टेट के जाने से कम से कम 50 आईडिया आएंगे हर स्टेट अगर एक दो आईडिया भी देता है इंडिया में 28 स्टेट है हैना 56 न्यू आइडिया कैन बी फम ठीक है स्टेट के लेवल के अकॉर्डिंग उनके डेवलपमेंट प्लान आएंगे एंड फाइनली अगर स्टेट के अकॉर्डिंग डेवलपमेंट प्लान आएंगे तो ट विल आल्स हेल्प अस टू एड्रेस द लोकल नीड ए प्रायोरिटी ग्रासरूट लेवल ठीक है वट आर द चैलेंस क्या क्या हर्डल फेस करना पड़ता है इकोनॉमिक प्लानिंग में लेट टू अंडरस्टैंड सबसे पहला हर्डल है रिसोर्स एलोकेशन ट च सेक्टर शड गेट हाउ मच रिसोर्स ट बैलेंसिंग रीजनल डिस्प फॉर एमल अगर आप ईस्ट इंडिया को देखोगे अग ईस्ट इंडिया को देखोगे तो इट इ फुल ऑफ रिसोर्सेस राइट आयरन स्टील कॉपर एट बॉक्साइट एलुमिनियम इट इ रिच इन रिसोर्सेस कोल बट वही अगर आप नॉर्थ ईस्ट को देखोगे दे आर नॉट हैविंग प्रॉपर रिसोर्सेस बिकॉज ऑफ द वेरी बैड सोइल क्वालिटी ल्स एंड वेरी बैड वेदर ल्स क्लाइमेट ल्स तो इट इ वेरी इंपोर्टेंट टू क्रिएट बैलेंस एलोकेशन ऑफ रिसोर्सेस तो उस हिसाब से जो है सबसे बड़ा चैलेंज है कि किसको कितना दिया जाए नेक्स्ट इंपोर्टेंट इंप्लीमेंटेशन देखो प्लान बना लेने से नहीं होता यह सारे जो प्लान है जो भी हमने अभी तक सीखा इसको बस बना लेने से कुछ नहीं होगा नी टू वर्क अपन इंप्लीमेंटेशन मस्ट ए थर्ड चैलेंज पॉलिटिकल इलस पीपल पॉलिटिकल स्पेस सम टाइम्स वर्क इन देर ओन सेल्फ इंटरेस्ट रार देन फोकसिंग ऑन द वेलफेयर ऑफ सोसाइटी तो यह आपको ध्यान में रखना है अब सक्सेस एंड फेलर ऑफ द इकोनॉमिक प्लानिंग य बहुत अच्छी स्टडी है यह मैं आपको होमवर्क भी देना चाहती हूं होमवर्क ये है कि आप थोड़ा सा पढ़ेंगे कि व्ट आर द पॉजिटिव्स एंड व्ट आर द नेगेटिव्स ऑफ इकोनॉमिक प्लानिंग क्या हमने गेन किया क्या हमने लूज किया सबसे पहला गेन तो ग्रीन रिवोल्यूशन है ठीक है द वे इंडिया ी सेल्फ सफिट इन द ग्रेन प्रोडक्शन ट राइस ठीक है इट बिकॉज ऑफ द ग्रीन रिवोल्यूशन ए सेकंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ठीक है फेलर क्या है पिस्ट पवटी आज भी गरीबी की समस्या है 12 फ यर प्लान आ गए बट स्टल पवटी इ न कंपलीटली एलिमिनेटेड एंड सेकंड इ आल्सो अनमय मेंट इशू यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट तो कर रहे हो लेकिन फिर भी एंप्लॉयमेंट जनरेट प्रॉपर नहीं हो पा रहा है क्यों क्योंकि एक बहुत बड़ी चीज मिस हो रही है ट इ योर स्किल स्किल इ गेटिंग मिसम द स्किल च इंडस्ट्री और कंपनी नीड इन द एपल एंप्लॉयमेंट और एंप्लॉई जो वो देखना चाहते अपने एमई मेंट देर नॉट एबल टू फाइंड इट क्लियर सो दिस र सक्सेस एंड फेलर आगे आपको और भी ढूंढना है खुद से आप खुद से वर्क करेंगे एंड फाइनली दिस इ योर समरी बेसिकली इकोनॉमिक प्लानिंग वेरी इंपोर्टेंट है भैया इंडिया के डेवलपमेंट प नो डाउट ठीक है सो दैट इज वाई एक मोर कंप्रिहेंसिव बॉडी ट इ नीति आयोग न वी अंडरस्टूड दैट फाइव यर प्लान विल नॉट बी एबल टू गेट दैट सक्सेस बिकॉज देर वेरी लेस कोलबेन बिटवीन द सेंट्रल गवर्नमेंट एंड स्टेट गवर्नमेंट हमको ऐसी बॉडी लानी पड़ेगी जो इन दोनों को मिला सके और व बॉडी कौन थी नीति आयोग ठीक हैर चलिए अब हम नेक्स्ट इंपॉर्टेंट चैप्टर की तरफ बढ़ रहे हैं व है एग्रीकल्चर इन इंडिया सो दिस चैप्टर ल्स वेरी इंपोर्टेंट फॉर यू ल सो आई रिक्वेस्ट य ल ू पे अटेंशन एग्रीकल्चर ठीक है इंपोर्टेंट क्यों है य क्योंकि 65 पर से ज्यादा पॉपुलेशन ऑफ इंडिया इ इन एग्रीकल्चर इलिए इट बिकम वेरी इंपोर्टेंट फरस टू अंडरस्टैंड बेसिकली ट वाई एग्रीकल्चर इ इंपोर्टेंट एंड वाई देर इ सेपरेट चैप्टर फॉर ट इंपॉर्टेंस क्या है मेजर सोर्स ऑफ लाइवलीहुड ए आ हैव लडी टोल्ड यूट लार्ज चक ऑफ पॉपुलेशन इ इन एग्रीकल्चर सेक्टर इट कंट्रीब्यूट टू जीडीपी इट एर्स फूड सिक्योरिटी डायवर्सिटी वाइड वरायटी ऑफ क्रॉप्स है क्लाइमेटिक जोनस है फार्मिंग प्रैक्टिस देखिए इंडिया का जो लोकेशन है ना इट सपोर्टिंग एग्रीकल्चर इन द मानसून सीजन ठीक है मानसून सीजन क्यों क्योंकि इंडिया का क्लाइमेट किस टाइप का है मसून टाइप का क्लाइमेट है जहां पर जो बारिश होती है वो पर्टिकुलर कुछ में होती है ठीक है इट इन द टाइम पीरियड ऑफ जुलाई टू अक्टूबर मान सकते हो आप ठीक है तो इसीलिए जो है इन दिस सीजन मेनी डावर्स क्रॉप्स आर बी ग्रोन अदर सीजन द फूड प्रोडक्शन डिपेंडेंट अपन द इरिगेशन क्लियर गा चलिए ठीक नेक्स्ट मेजर क्रॉप्स क्या क्या है फूड क्रॉप्स देखिए क्रॉप जो है व बहुत सार कैटेगरी में आती है ठीक है सबसे पहला फूड क्रॉप राइस वीट मिल्क्स पल्सेस यह सारे हैं कमर्शियल क्रॉप क्या होते हैं ऐसे क्रॉप होते हैं जो बहुत बड़े एरिया में ओवर लार्ज एरिया में ग्रो होते हैं फॉर कमर्शियल पर्पस सच एज योर बहुत ज्यादा पॉपुलेशन को सर्व करना है फॉर एक्सपोर्ट करना है एंड ऑल ठीक है जैसे शुगर केन हो गया कॉटन हो गया जूट हो गया टी हो गया कॉफी हो गया हॉर्टिकल्चर हॉर्टिकल्चर में आपके बेसिकली तीन वरायटी आते हैं फ्रूट्स वेजिटेबल ए स्पाइसर अब एग्रीकल्चर प्रैक्टिसेस में क्या क्या है आपका ट्रेडिशनल फार्मिंग है जो पुराने जमाने से फार्मिंग चलते आ रहा है द वे द फार्मिंग बन डन द ओल्ड ए ठीक है वो आपका ट्रेडिशनल फम में आता है सबसिस्टेंस फार्मिंग सबसिस्टेंस फर्मिंग क्या होता है अयर पीपल यूज टू ग्रो फूड क्रॉप्स फॉर देयर कंजमेट से कोई मतलब नहीं है वो बस अपने कंसंट क्रॉप्स को ग्रो करते हैं बट धीरे धीरे ये सबसिस्टेंस फार्मिंग किसम बदल गया कमर्शियल में कमर्शियल का मतलब ही होता है कि आपको आगे बेचना है तो सबसिस्टेंस समझ में आया क्या है सबसिस्टेंस मतलब खुद के लिए लेकिन कमर्शियल मतलब य नी टू सेल ऑर्गेनिक फार्मिंग हो गया अब मॉडर्न फार्मिंग जो आज के जमाने का है जैसे एवाई सीड यूज ऑफ हाई राइटी सीड केमिकल फर्टिलाइजर पेस्टिसाइड इरिगेशन य सारे जो मैकेज है य न्यू टेक्नोलॉजी है क्लियर एवन ग्रीन रिवोल्यूशन वेरी इंपोर्टेंट थ य मस्ट ल बी लर्निंग अबाउट इट बेसिकली इटस पीरियड ऑफ एग्रीकल्चरल ट्राम वि द एडॉप्शन ऑफ मॉडर्न टेक्नीक सच हाई रायटी सीड ठीक है केमिकल फर्टिलाइजर इरिगेशन यह सारी चीजों से जो है मिलके आपका ग्रीन रिवोल्यूशन लच हुआ था आपके फर्टिलाइजर हो गए पेस्टिसाइड हो गए तो एक तरफ इसम जो है इसके पॉजिटिव क्या है य हमारे को बहुत बढ़ा दिया द प्रोडक्शन ल ग्र एक्सपो बट इसका बहुत बड़ा डी मेरिट क्या है एडवर्स इफेक्ट इन द सोइल सोइल रा खराब होने लग गई है ठीक है इतना ज्यादा अगर आप फर्टिलाइजर यूज करोगे इतना ज्यादा पेस्टिसाइड यूज करोगे तो इवें द सोइल फर्टिलिटी विल डिक्रीज बस वही चल रहा है इंपैक्ट क्या है इंक्रीज फूड ग्रेन प्रोडक्शन सेल सफिशिएंसी इन फूड क्लियर गा चलिए ठीक अब इरिगेशन की बात करें इरिगेशन इज वेरी इंपोर्टेंट फॉर इंडिया आई हैव टोल्ड यू वई बिकॉज द क्लाइमेट ऑफ इंडिया क्लाइमेट कैसा है इंडिया का मॉनसूनल क्लाइमेट है कैसा क्लाइमेट है मॉनसूनल क्लाइमेट है सो दैट इज वई इट इज वेरी इंपोर्टेंट फॉर इंडिया कि वो इरिगेशन पे भी डिपेंडेंट रहे क्योंकि बाकी के समय में आपका जनवरी से लेकर जून तक ना बारिश होती है और नवंबर दिसंबर में भी बारिश नहीं होती है तो आपको पानी के लिए इरिगेशन प डिपेंड होना पड़ेगा क्लियर एसेंशियल फॉर इंक्रीजिंग एग्रीकल्चर प्रोडक्टिविटी ओबवियसली मेथड्स क्याक है कैनाल इरिगेशन टैंक इरिगेशन ट्यूब वेल्स ट्रिप इरिगेशन स्प्रिंकलर इरिगेशन ठीक है तो ये सारी चीजें है आपका होमवर्क ये है कि आप इसको लाबेट करके पढ़ेंगे कि कैनाल इरिगेशन में क्या होता है टैंक में क्या होता है ड्रिप में क्या होता है स्पंकर में क्या होता है सबसे बेस्ट मेथड कौन सा है व्हिच वन इज द बेस्ट वन यू नीड टू फाइंड इट आउट ओके गाइज चलिए एग्रीकल्चरल मार्केटिंग अब एग्रीकल्चर तो हो गया फार्मर्स ने क्रॉप तो उगा दिए प्रोड्यूस कर दिया अब आगे क्या आगे उसको कैसे मार्केटिंग करना है वो होता है आपका एग्रीकल्चर मार्केटिंग द प्रोसेस ऑफ मूविंग एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट्स फ्रॉम द फार्म्स टू कंज्यूमर्स क्लियर दिस इज योर एग्रीकल्चर मार्केटिंग ठीक है चैलेंस क्या है चैलें य प्राइस फट हो रहा है कभी प्राइस घट रही है कभी बढ़ रही है जब बढ़ रहा है तब तो फमर बहुत खुश है लेकिन जब कम हो रहा है तो फार्मर दुखी है बिकॉज उसको वैसा प्रॉफिट मिलेगा नहीं सेल करने से इक्वेट स्टोरेज फैसिलिटी लक ऑफ मार्केट इंफॉर्मेशन ल थ ब चैलेंज ू एग्रीकल्चर मार्केट ट सलूशन कर क्या सकते ट कैन बी डन एस्टेब्लिशमेंट ऑफ रेगुलेटेड मार्केटस कोऑपरेटिव एंड कांट्रैक्ट फार्मिंग ये तीन चीजों प वी शुड वर्क इट रेगुलेटेड मार्केट हो जहां प प्राइस फिक्स्ड हो ठीक है प्राइस जो है वो फिक्स्ड हो कोऑपरेटिव मार्केट हो जहां पर लोगों के कोऑपरेशन से बने ठीक है और कांट्रैक्ट फार्मिंग हो तो कांट्रैक्ट फार्मिंग में क्या होता है बंड हो जाता है एक कि भाई आपको मनी देना ही है और फार्मर को इतना प्रोडक्शन करना ही है तो ये एक तरह से एक पॉजिटिव पॉइंट है रेगुलेटेड मार्केट के लिए गवर्नमेंट लेके आई क्या गवर्नमेंट क्या लेके आती है आपकी मिनिमम सपोर्ट प्राइस एमएसपी सभी को पता है मिनिमम सपोर्ट प्राइस एमएसपी कितने प्रोडक्ट को मिलता है कितने क्रॉप्स को मिलता है बताइए हाउ मेनी क्रॉप्स सी बेसिकली एमएसपी जो है वो 22 क्रॉप्स को मिलता है और एक क्रॉप जो कि आपका शुगर केन है उसके लिए आपको फेर एंड रेट प्राइस मिलता है जो कि है एफ आरपी क्या है एफ आरपी तो इसको आप समझ लेते ये जो 22 क्रॉप्स है ना स्टूडेंट्स यह भी डिवाइडेड है वेरियस कैटेगरी में सबसे पहला खरीफ ठीक है क्लियर खरीफ क्रॉप्स है राबी क्रॉप्स है अदर क्रॉप्स खरीफ क्रॉप्स यह आपका हो गया राबी क्रॉप और यह हो गया आपका अदर अब खरीफ में क्या आएगा खरीफ में देखिए आपका आगा पैडी जर बाजरा रागी मेज र र को अरर भी बोलते हैं मूंग ठीक म के बाद लिखेंगे ग्राउंडनट ग्राउंडनट के बाद लिखेंगे ग्राउट के बाद लिखेंगे सनफ्लावर सीड फिर आपका सोयाबीन देन सीसम न नागर सीड एंडन कॉटन ठीक है यह जो यलो से मार्क है सनफ्लावर सोयाबीन सीर आपके ल सीडर ठीक और अब बारी आती है राबी क्रॉप को देखने की कनन से ी कप मिलती है देख ट बाले ग्राम मसूर और लेटल मस्टर्ड एंड रेप सीड एंड फाइनली स फ्लावर यह भी एक तरह का ल सीड है स फ्लावर सनफ्लावर नहीं तो आप एक दो तीन चार पा 6 सा आन 10 11 12 13 13 खरीफ क्रॉप्स हो गए 3 सि से सेन आपके राबी क्रॉप्स हो गए तो बचे कितने दो आपके अदर क्रॉप्स होने चाहिए वट आर द अदर क्रॉप्स यू कैन सी जूट एंड कोपरा कोपरा क्या होता है नारियल होता है ना नारियल उसके बाहर का जो हार्ड वाला डन टाइप का होता है उसको कोपरा बोलते क्लियर समझ में आ गया लिख लीज इसको स डन लिख लिया [संगीत] तोय आपके इंपोर्टेंट चीज हो ग च आई वांटेड टू टेल य अब गवर्नमेंट इनिशिएटिव गवर्नमेंट ने क्या क्या इट दिया है एग्रीकल्चर के फीड में ठीक है य पर मैंने कुछ चीज तो लिखी है जसे आपकी स्कीम हो गए जैसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना हो गया प्रधानमंत्री किसान सच्चाई योजना नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन ऐसे और भी बहुत सारे सो दिस विल बी र होमवर्क टू स्टडी ल द स्कीम रिलेटेड टू एग्रीकल्चर ठीक है और सपोर्ट मैकेज में एमएसपी है और सब्सिडी है ठीक है ये तो मैंने आपको बता दिया इसके बारे में डिटेल और इसके साथ साथ पांच और आपको इंपोर्टेंट स्कीम्स पढ़ना है च इ वेरी इंपोर्टेंट फॉर द एग्रीकल्चर सेक्टर क्लियर च अब चैलेंस क्या क्या है एग्रीकल्चर सेक्टर में सबसे बड़ा चैलेंज तो क्लाइमेट चेंज का यस सी बात है लडी इंडिया में बारिश का सीजन बस चार महीने का है ऊपर से अगर क्लाइमेट चेंज भी ऐसा आ जाए की रेनी सीजन भी डिले हो जाए या कम पीरियड के लिए आए तो सोच हाउ मच स्ट्रे विल बी आवर एग्रीकल्चर सेक्टर सो द इंपैक्ट न क्रॉप य ए प्रोडक्टिविटी इ हैंपर्ड लट बिकॉज ऑफ क्लाइमेट चेंज नेक्स्ट लैंड सेगमेंटेशन भाई अलग अलग लैंड हर जगह बिखरे हुए स्मल एंड लेसर एफिट फ अलग अलग ठीक है पूरे बिखरे हुए हैं नेक्स्ट इ वाटर स्क सिटी पानी का किल्लत होना ओवर रिलायस न मानसून रे य तो हमने अभी थोड़ी देर पहले ही कवर किया इसके बारे में एंड देन इ यो फाइनेंशियल इशू एक्सेस टू क्रेडिट एंड इंश्योरेंस ठीक है क्लियर तो ये सारे इंपोर्टेंट चैलेंस है वि यू शुड बी नोइंग इट कंक्लूजन फाइनली एग्रीकल्चर में हमने क्या पढ़ा इट वेरी वाइटल सेक्टर इन इंडिया वि डावर्स क्रॉप्स ए प्रैक्टिस व्ट इ द इंपोर्टेंस इंपोर्टेंस इ योर सपोर्ट इनोवेशन जो है वो बढ़ते रहने चाहिए सोट वी कैन हैव मोर गुड प्रोडक्टिविटी इनस सेक्टर बिकॉज मोर पॉपुलर चंक ऑफ इंडिया इ रि साइडिंग इनस सेक्टर ठीक है तो ये आपकी इंपॉर्टेंट चीज है चलिए लेक्चर के एंड में मैं आपको एक और चीज बताऊंगी कि कौन सा क्रॉप फॉर एग्जांपल राइस इज कॉन्स्टिट्यूशन ओवरऑल समझते जाइए क्या चल रहा है लेटर ऑन आई विल बी कवरिंग एवरीथिंग डोंट वरी ठीक है तो इसी के साथ वी आर मूविंग टुवर्ड्स द नेक्स्ट चैप्टर दैट इ इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट इन इंडिया कैसे इंडस्ट्री का डेवलपमेंट हुआ है इंडिया में दिस इ आल्सो वेरी इंपोर्टेंट टू नो देख लेते हैं अब इंपॉर्टेंस क्या है क्यों हमको इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट में फोकस करने की जरूरत है सबसे पहला तो इट इ की ड्राइवर ऑफ इकोनॉमिक ग्रोथ कैसे बिकॉज जनरेटिंग एंप्लॉयमेंट और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट से और ज्यादा अच्छा प्रोडक्शन होगा प्रोडक्ट ठीक है बेसिकली हिस्टोरिकल बैकग्राउंड है इसका प्री इंडिपेंडेंस प अलग इंडस्ट्रियल एक्टिविटीज चली है और पोस्ट इंडिपेंडेंस पर अलग इंडस्ट्रियल एक्टिविटीज चली है क्लियर मेजर इंडस्ट्री देखिए एक बार स्लाइड को रीड करिए देन आई विल कंटिन्यू चलिए अब देखिए कौन ककन से मेजर इंडस्ट्री है इंडिया में सबसे पहला मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री है जिसम चीज हमारे जो र मटेरियल है वो प्रोसेस होके मैन्युफैक्चर होते जैसे टेक्सटाइल हो गया केमिकल हो गया फूड प्रोसेसिंग हो गया ऑटोमोटिव हो गया इलेक्ट्रॉनिक्स हो गया एंड नेक्स्ट इ माइनिंग इंडस्ट्री जिसम माइनिंग का काम बहुत ज्यादा होता है माइनिंग का जैसे माइन क्या करना है को करना है भाई आयरन ओर करना है बॉक्साइट करना है लाइमस्टोन करना है ठीक है एंड फाइनली थर्ड इ योर सर्विस इंडस्ट्री जो आपको सर्विस प्रोवाइड करते हैं ठीक है हेल्थ केयर टूरिजम फाइनेंशियल आईटी एंड सॉफ्टवेयर ठीक है यह समझ में आ गया आपको ठीक है अब इसमें जो है एक और टाइप का कटेग है क्या कटेग है बताइए देखिए इंडस्ट्रीज का ना आप कटेग ये आप चार्ट एकदम आप रट लेना स विल हेल्प यू टू गेट वेरी गुड क्लेरिटी ठीक है अब क्लासिफिकेशन मैं करने जा रही हूं इंडस्ट्री का बेस्ड न र मटेरियल र मटेरियल बेस्ड न र मटेरियल पहला टाइप होगा आपका एग्रो बेस इंडस्ट्री दूसरा होगा आपका मिनरल बेस्ड इंडस्ट्री तीसरा है आपका मरीन मरीन प्रोडक्ट से रिलेटेड ए चौथा है फॉरेस्ट बेस इंडस्ट्री एग्रीकल्चर और फॉरेस्ट में कन्फ्यूज ना होएगा दोनों अलग अलग चीज अब एक और क्लासिफिकेशन आता है बेस्ड न साइज साइज के अगर मैं साइज पर अगर मैं कंपेयर करू तो मेरा पहला वाला होगा स्मल स्केल इंडस्ट्री जैसे आपका एग्जांपल में क्या बता कटेज हाउसहोल्ड इंडस्ट्री य आपके स्मल स्केल में आते ठीक है नेक्स्ट आपका लार्ज स्केल ठीक है लार्ज स्केल अब देखिए अब इसम एक और चार्ट बनेगा बेसिकली इसमें क्या चार्ट बनेगा एमएस का चार्ट बनेगा य प ध्यान दीजिएगा ठीक है यहां पर आपका स्मॉल मीडियम यह चार्ट बनेगा ठीक क्लियर वन सेकंड [संगीत] ओके आई थट आई लस्ट ट पेज चलिए नो प्रॉब्लम आई ड इट वस अन ओके देखि व्ट आईम गोइंग टू डू आई एम गोइंग टू क्लासिफाई द इंडस्ट्री अ इंडस्ट्री को क्लासिफाई कर रही हूं बेस्ड न र मटेरियल र मटेरियल क्या-क्या बताया था आपको रॉ मटेरियल में सबसे पहला होगा एग्रो बेस्ड नेक्स्ट होगा आपका मरीन देन नेक्स्ट व्हाट विल बी द नेक्स्ट वन दिस विल बी योर फॉरेस्ट एंड फाइनली योर मिनरल नाउ आई एम क्लासिफाई दिस इंडस्ट्री इनटू साइज साइज के बेसिस पे दो टाइप होता है स्मॉल स्केल एंड लार्ज स्केल स्मल स्केल में क्या आएगा कटेज इंडस्ट्री हाउसहोल्ड इंडस्ट्री राइट क्लियर ठीक है समझ में आ गई बातें ठीक अब मैं इसका आपको एक चार्ट दे दूंगी डोंट व एमस का में आपको चार्ट दे दूंगी नेक्स्ट आपका एक और क्लासिफिकेशन है जो कि है ओनरशिप प कैसे ओनरशिप क्लासिफाई करता है इंडस्ट्री को सबसे पहला होगा प्राइवेट सेक्टर एंटरप्राइस ऐसे एंटरप्राइस जो प्राइवेट सेक्टर या प्राइवेट पले गवन करते हैं पब्लिक सेक्टर पब्लिक इंडस्ट्री और पब्लिक सेक्टर इंडस्ट्री आ रन बाय गवर्नमेंट जॉइंट जॉइंट इ नथिंग बट प्राइवेट एंड पब्लिक एंड फाइनली कोऑपरेटिव सेक्टर ठीक है ये आपको जानना है समझ में आ गई बात अब य पर आप एमस का चार्ट बहुत इंपोर्टेंट चार्ट है माइक्रो स्मॉल मीडियम ठीक है क्लियर इसमें है इन्वेस्टमेंट कितना इन्वेस्टमेंट हो रहा है माइक्रो में कितना कर सकते हो और इसका टर्नओवर कितना है इन्वेस्टमेंट है लेसन न करोड़ स्मल का है लेसन 10 करोड़ इसका है लेसन 20 करोड़ टर्नओवर लेसन 5 करोड़ इसका पा करोड़ और इसका हर डाउन डन चलिए नेक्स्ट हम आगे बढ़ते हैं इंडस्ट्रियल प ्म पोर्टेंट इंडस्ट्रियल पॉलिसी बहुत सारी आई थी जैसे 1948 हो गया 56 77 और हम एक को लेते है देन य विल बबल टू गेट द क्टी अब देखिए इंडस्ट्रियल पॉलिसी रेजोल्यूशन ऑफ 1948 अब इसम क्या हुआ लेटस इसमें जो है इंडिया ने मिक्स इकोनॉमी अडॉप्ट किया मिक्स इमी अडॉप्ट किया इसका क्या मतलब है मतलब इसम प्राइवेट एंटिटी भी काम करेगा गवर्नमेंट भी काम करेगी मिलके ठीक है फोर ब्रॉड एरिया में इंडस्ट्री क्लासिफाई हो गई देर फोर टाइप्स ऑफ इंडस्ट्री पहला था स्टेजिक अब स्ट्रेटेजिक में क्या होता था इसको बस पब्लिक सेक्टर ही गवर्न करेगी इट इज गवर्न ओनली बाय पब्लिक सेक्टर मतलब की गवर्नमेंट गवर्नमेंट सेंट्रल गवर्नमेंट का मोनोपोली सेंट्रल गवर्नमेंट वाज हैविंग मोनोपोली फॉर एग्जांपल रेलवेज आम्स एटॉमिक एनर्जी यह सारी चीजें ठीक है नेक्स्ट आपका क्या आ गया दूसरा कैटेगरी था आपका की इंडस्ट्रीज की इंडस्ट्री इसमें कौन-कौन वर्क करेगा प्राइवेट भी वर्क करेगा पब्लिक भी वर्क करेगा दोनों साथ में वर्क करेंगे एग्जांपल देखिए जैसे कोल हो गया आयरन हो गया स्टील हो गया एट सेक्ट्रा तो बेसिकली आप देख सकते हो कि ऐसे इंडस्ट्री प्लीज डू द स्क्रीनशॉट नाउ अदर वाइज आई थिंक आई वि लूज दिस पेज आल्सो स्क्रीनशॉट ले लीजिए हा बच गया ऐसे इंडस्ट्री जहां पर स्टेट की भी हेल्प लगेगी जैसे कोल माइनिंग के लिए क्योंकि माइनिंग क होगी स्टेट में जाके होगी तो उसके लिए स्टेट का कोऑपरेशन होना भी बहुत जरूरी तो कोल आयरन स्टील ठीक ये सारे आपकी की इंडस्ट्री नेक्स्ट टाइप था आपका इंपोर्टेंट इंडस्ट्रीज इंपॉर्टेंट इंडस्ट्री इसको हम कंट्रोल से भी बोल सकते हैं कंट्रोल प्राइवेट सेक्टर ठीकर और नेक्स्ट आपका है नेक्स्ट टाइप आपका डी वाला फो क्लासिफिकेशन था अदर अब अदर में आते आपके प्राइवेट एंड कोपरेट तो बेसिकली य चार टाइप में आपका इंडस्ट्रीज वेर डिवाइडेड क्लियर एवरीवन राइट इट डाउन न चलिए अब एक और इंपोर्टेंट चीज हुआ उसके बाद य जोभी हमने पढ़ 1948 का इसके बाद 56 77 इसी में कुछ कुछ चें होते गए अब नेक्स्ट इंपोर्टेंट है आपका 1991 का जो की है लाइजे प्राइवेटाइजेशन गला तो बेसिकली के रिफॉर्म में क्या क्या चीज ई सबसे पहला तो भाई पब्लिक सेक्टर को ज किया गया डी रिजर्वेशन ऑफ पब्लिक सेक्टर डी रिजर्वेशन ऑफ पब्लिक सेक्टर इसका क्या मतलब है इसका यह मतलब है कि प्राइवेट सेक्टर को और ज्यादा छूट दी गई वो और ज्यादा काम कर सकते थे क्लियर तो बेसिकली 191 का एलपीजी फम में क्या बताया गया लेटस ट्रा टू अंडरस्टैंड सबसे पहला काम इसमें किया गया डी रिजर्वेशन ठीक है डी रिजर्वेशन ऑफ पब्लिक सेक्टर मतलब की पब्लिक सेक्टर का जो मोनोपोली था उसको थोड़ा सा कम किया गया मतलब की प्राइवेट एंटिटी को और ज्यादा बढ़ावा दिया गया ठीक है क्लियर एवरीवन नेक्स्ट क्या किया गया डी लाइसेंसिंग ठीक है लाइसेंसिंग भी किया गया मतलब की आप जितने भी स् रू ओपन कंपनी य शड हैव लास उसको जो है थोड़ ज किया गया ताक मोर एंड मोर पीपल शो देर इंटरेस्ट ओपनिंग इंडस्ट्री नहीं पूरी तरीके से खत्म कर दिया नहीं कम किया उसको नेस को कम किया नेक्स्ट सस इवेस्टमेंट ऑफ पब्लिक सेक्टर पब्लिक सेक्टर का डिस इन्वेस्टमेंट किया गया ठीक है मतलब की पब्लिक सेक्टर में जितने भी एंटिटी है उनको जो है बेचा गया ठीक है डिस इन्वेस्टमेंट किया गया ओके उसको जो है डिस इन्वेस्ट किया गया मतलब की नाउ लेसन % ऑफ द शेयर ऑफ कंपनी च वास ऑफ गवर्नमेंट अयर नाउ इट इ मोरन % इन दड ऑफ प्राइवेट एटी ए फाइनली लिबरलाइजेशन ऑफ फॉरेन इन्वेस्टमेंट यह किया गया क्लियर ठीक है यह सारी चीज आपको ध्यान में रखनी आई होप यू अंडरस्टूड ठीक हैय आपके कुछ इंपोर्टेंट रिफॉर्म जो आपको जानने है स्मल ए मीडियम एंटरप्राइस के बारे में देख लीजिए बेसिकली इनका बहुत बड़ा रोल होता है एंप्लॉयमेंट जनरेशन में इनोवेशन में एक्सपोर्ट कंट्रीब्यूशन में ठीक है व्ट आर द चैलेंस च द द स्मल कंपनीज आर फेसिंग सबसे बड़ा तो एक्सेस टू फाइनेंस उनको इजली पैसे नहीं मिलते ठीक है टेक्नोलॉजी फॉर टेक्नोलॉजी आल्सो दे वांट मनी एंड विदाउट इट दे वट बी एबल टू एक्सपेंड और स्केल अप एंड मार्केट एक्सेस मार्केट एक्सेस भी उनको प्रॉपर नहीं मिल पा रहा है बिकॉज देर आर मोनोपोली ऑफ बिग कंपनी ठीक है तो इसी को रिजॉल्व करने के लिए गवर्नमेंट बहुत सारे सपोर्ट देती है जैसे स्कीम एंड प्रोग्राम हो गया जो टारगेट क्या करते हैं स्मल ए मार्जिनल एंटरप्राइस के डेवलपमेंट क्लियर नाउ स्पेशल इकोनॉमिक जोन एस बेसिकली ऐसे एरिया है आर दो नेटेड एरिया जिनके इकोनॉमिक रेगुलेशन डिफरेंट होते हैं बाकियों से ठीक है वहां प इकोनॉमिक रेगुलेशन और ज्यादा आसान है और ज्यादा ईज में है सो दैट वहां प ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन हो सके इसीलिए इनको स्पेशल बोला जाता है वई दे आर स्पेशल बिकॉज देर इकोनॉमिक रेगुलेशन इ डिफरेंट फ्रॉम द अदर्स अब किसी पर्टिकुलर एरिया में प्रोडक्शन ज्यादा हो रहा है तो इससे लाभ क्या होगा व्हाट विल बी द बेनिफिट फॉर इट बेनिफिट होगा दैट दे विल बी एबल टू अट्रैक्ट मोर फॉरेन इन्वेस्टमेंट दे विल बी एबल टू बूस्ट एक्सपोर्टस एंड क्रिएट एंप्लॉयमेंट ठीक है यह सारी चीज है एगजाम एसीन गुजरात महाराष्ट्र तमिलनाडु य पर बहुत सारे ए ऑलरेडी कंस्ट्रक्टेड है टू प्रमोट द सेल्फ रिलायस ठीक है सेल्फ रिलायस को बढ़ावा देने के लिए आत्मनिर्भर भारत ठीक है मेकन इंडिया इनिशिएटिव लाया गया किस ईयर में 2014 में ऑब्जेक्टिव क्या था कि हम को प्रमोट करेंगे जिसकी वजह से इन्वेस्टमेंट आएंगे ए फाइनली भी कौन से सेक्टर पर फोकस करेंगे ऑटोमोबिल टेक्सटाइल इलेक्ट्रॉनिक्स ल एनर्जी ए बायोटेक्नोलॉजी अब इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट में चैलेंस क्या होती है सबसे पहला चैलेंज है इंफ्रास्ट्रक्चर का बात है र इंफ्रास्ट्रक्चर इ न गुड हा र इंडस्ट्री विल वर्क क्योंकि इंडस्ट्री के लिए ऐसा नहीं आप छोटा जगह ले अपना काम स्टार्ट कर द यू नीड अ वेरी एम्पल अमाउंट ऑफ स्पेस यू नीड अ प्रॉपर ट्रांसपोर्टेशन एनर्जी कम्युनिकेशन है ना तो दैट इज व्हाई इट इज वेरी इंपोर्टेंट रेगुलेटरी एनवायरमेंट का होना भी बहुत ज्यादा जरूरी है अब मान लीजिए किसी भी इंडस्ट्री को खोलने के लिए इट इज टेकिंग सिक्स मंथ्स फ्रॉम द डॉक्यूमेंटेशन फ्रॉम द सिगनेचर एक्सेट एक्से छ महीना लग रहा है सो डू यू थिंक एनी वन विल बी इंटरेस्टेड नो लोग दूसरे कंट्रीज में जाके ज्यादा अच्छे से इन्वेस्ट करेंगे ज्यादा अच्छे से डेवलपमेंट करेंगे अपने इंडस्ट्रीज का क्योंकि वहां पे तो दो ही महीने का प्रोसीजर है तो दैट इज वई रेगुलेटरी एनवायरमेंट का भी अच्छा होना बहुत जरूरी है कॉम्प्लेक्शन नहीं होना चाहिए ठीक है नेक्स्ट इज योर स्किल गैप आई हैव ऑलरेडी टोल्ड यू क्या इंडिया का 140 करोड़ पीपल आर लिविंग बट स्टिल पीपल आर नॉट एबल टू फाइंड द जॉब जॉब उनको अभी भी नहीं मिल रही है वाई बिकॉज यहां प एक मेजर इनका डिफरेंस आ जा रहा है वो है स्किल का स्किल इ लाइक हर्डल टू देम सो दैट इ वाई द मिस मैच बिटवीन इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट एंड वर्कफोर्स स्ल इ आल्सो अ वेरी बिग ऑब्स्ट कल एनवायरमेंटल कंसर्न्स भी बहुत है पोलूशन सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड सो न ठीक है नाउ व्ट इ द फ्यूचर प्रोस्पेक्ट ऑफ इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट इंडस्ट्री 4.2 यू ल मस्ट बी नोइंग अबाउट इ एआई ऑटोमेशन ल आर वेरी मच गुड अपॉर्चुनिटी र इंडिया कैन लुक फॉरवर्ड ग्रीन मनुफक्चरर्स पेशन इन ग्लोबल वैल्यू चें एग्रीमेंट तो ये सारे जो है फ्यूचर प्रोस्पेक्ट है च कैन मेक इंडिया अ वेरी गुड इंडस्ट्रियल हब इफ वी फोकस अपन इट ठीक है फाइनली कंक्लूजन यू कैन सी इट इ वेरी क्रुशल फॉर इंडिया इकोनॉमिक ग्रोथ डेवलपमेंट वट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बिकॉज इंडिया है डायरेक्टली जमप फ्रॉम प्राइमरी सेक्टर ू सर्विस सेक्टर एंड इट है बायपास वेरी इंपोर्टेंट थिंग ट इ र मनुफक्चरर्स स्टेज और मेक दिस स्टेज री रोस्ट रिफॉम की जरूरत है इन्वेस्टमेंट की जरूरत है इनोवेशन की जरूरत है ल स थ नीड टू ओवरकम चैलेंस ए हार्नेस फ्यूचर पटी ठीक है तो य आपकी कुछ इंपोर्टेंट बातें थी इंडस्ट्री से रिलेटेड ना कमिंग टू द सर्विस सेक्टर इन इंडिया इसके बारे में भी जानना बहुत जरूरी है ठीक है बिकॉज सर्विस सेक्टर इ द मेजर कंट्रीब्यूशन टू द जीडीपी बहुत ज्यादा जीडीपी को कंट्रीब्यूट करता है जीडीपी को कंट्रीब्यूट करने के साथ साथ व जो है इट इ आल्सो क्रिएटिंग मच एंप्लॉयमेंट जॉब अपॉर्चुनिटी ठीक है कंट्रीब्यूट करता है जीडीपी को 50 पर से भी ज्यादा सोच लो हाउ मच इंपोर्टेंट दिस सेक्टर इ एंड फॉरेन एक्सचेंज अर्निंग तो है ही डायवर्सिटी आईटी फाइनेंस हेल्थ केयर एजुकेशन टूरिजम एंड मोर ठीक है सेक्टर का मतलब ही होता है द सेक्टर च प्रोवाइड य सर्विसेस ठीक है आईटी एन सॉफ्टवेयर सर्विसेस इसमें बहुत ज्यादा रैपिड ग्रोथ हो रही है बिकॉज ऑफ द एडवांसमेंट इन द टेक्नोलॉजी आईटी नेबल सर्विसेस हो गया बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग हो गया ल थ आ रिलेटेड टू आईटी ठीक है ए एक्सपोर्ट कंट्रीब्यूशन भी बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट है ठीक है क्लियर मेजर हब्स बेंगलुरु हैदराबाद पुणे चेन्नई एनसीआर दीज आर द मेजर हब्स ऑफ द आईटी फाइनेंशियल सर्विसेस जो फाइनेंशियल एक्टिविटी आपको प्रोवाइड करती है जैसे बैंकिंग हो गया इंश्योरेंस हो गया म्यूचुअल फंड हो गए स्टॉक मार्केट हो गए व्हाट आर द रिफॉर्म्स नीडेड इन लिबरलाइजेशन की जरूरत है टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट की जरूरत है रेगुलेटरी चेंस की जरूरत है व्ट आर द मेजर इंस्टिट्यूशन दज आर आरबीआई सेबी आईआरडीएआई एट ये सारे जो है इनको ओवर लुक करते हैं ठीक है हेल्थ केयर सर्विसेस ग्रोथ प्रोस्पेक्ट क्या है इफ वी ट्राई टू एक्सपेंड द हॉस्पिटल्स डायग्नोस्टिक सेंटर्स टेलीमेडिसिन एंड मेडिकल टूरिजम चैलेंस इ वेरी बिग एक्सेसिबिलिटी हर जगह आपको हॉस्पिटल इजली अवेलेबल नहीं होता और अगर अवेलेबल है भी तो वो अफोर्डेबल नहीं है ठीक है एंड समटाइम क्वालिटी ऑफ द केयर ल्स लकिंग स्पेशली इन द प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर ठीक है जहां पर सबसे इंपॉर्टेंट होना चाहिए आपका हेल्थ केयर वही पर हेल्थ केयर कम गवर्नमेंट इनिशिएटिव आयुष्मान भारत नेशनल हेल्थ मिशन और आपका होमवर्क यह है कि आप जो है एक चार्ट बनाएंगे चार्ट बना के एक तरफ आप लिखेंगे कि कौन कन से और एक तरफ आपकी स्कीम आएंगे तो यहां पर आप एग्रीकल्चर से स्टार्ट करेंगे एग्रीकल्चर से गवर्नमेंट के कितने स्कीम है और उनके कुछ कुछ पॉइंट लिखेंगे नेक्स्ट य विल गो टू द हेल्थ न हेल्थ से टेड सेम चीज आपको ऐसे करनी है और एंड सो न यह कम से कम आपका 40 टू 50 पेजेस की बुक बन जानी चाहिए ठीक इ विल हेल्प य ल एजुकेशन सर्विसेस एक्सपेंशन ऑ स्कूल कॉलेस यूनिवर्सिटी ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म चैलेंस क्या है क्वालिटी ऑफ एजुकेशन नो डाउट आज भी समटाइम न स्कल दय आई कैन सी द टीचर्स इन द विलेज एरिया आर वेरी बैड इन टीचिंग दे आर नॉट एबल टू टीच द राइट कांसेप्ट सो व्ट विल बी द फ्यूचर ऑफ ट स्टूडेंट इंफ्रास्ट्रक्चर इट इज वेरी इंपोर्टेंट टू हैव प्रॉपर इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्जांपल इफ यू आर नॉट हैविंग वरूम इन र स्कूल ल गर्ल्स विल कम नो सो इवें क्या होगा कि गर्ल्स का जो एनरोलमेंट रेश अपने आप कम हो जाएगा तो आप देख सकते कैसे सारी चीज इंटर होती है टीचर ट्रेनिंग भी बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट है आई थ दिस इ द मोस्ट इंपोर्टेंट थ क्योंकि कोई भी इंसान अगर किसी बच्चे का अगर फ्यूचर सवार सकता है तो व है टीचर अगर वही उसी में अगर ट हो तो आपको आगे बहुत प्रॉब्लम फेस करनी पड़ेगी य पर मैंने हेल्थ बताया था एग्रीकल्चर के बाद तो अब आप एजुकेशन भी लिखेगा एजुकेशन के कितने स्कीम्स है वो आप लिखेंगे नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को और ज्यादा एक्सपेंड करेंगे क्योंकि अभी बहुत ज्यादा न्यूज में है देर आर हाई चांसेस ट यू गेट क्वेश्च रिलेटेड टू इट टूरिजम एंड हॉस्पिटैलिटी हेरिटेज साइड नेचरल ब्यूटी कल्चरल डाइवर्सिटी ग्रोथ भी बहुत है डोमेस्टिक और इंटरनेशनल टूरिस्ट में ठीक है चैलेंस अगेन र इंफ्रास्ट्रक्चर सीजनल फ्लकचुएशन एवरी टाइम पीपल कैनन विजिट प्लेस राइट इ हेवी रेन आर देर य कनन विजिट प्लेस रेगुलेटरी एमेंट कैसा है सो ल थ वेरी इंपोर्टेंट गो थ द इट च गवर्नमेंट है न ना ट आर द चैलेंस इन सर्विस सेक्टर ठीक है व्ट आर द चैलेंस इन सर्विस सेक्टर सबसे रेगुलेटरी कॉम्प्लेक्शन है अलग अलग स्टेट में ठीक है क्लियर दूसरा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉपर होना चाहिए यस सी बात है स्किल गप को मिसम जो हो रही है उसको हमको करना है तो इसमें आप क्या कर सकते हो ट्रेनिंग प्रोवाइड कर सकते हो ट्रेनिंग दे सकते हो डिजिटल डिवाइड को कम करना है ल आर नॉट हैविंग एक्सेस टू इंटरनेट नॉट हैविंग एक्सेस टू एंड्राइड सो हाउ दे विल बी कनेक्टेड टू डिजिटल मोड है ना तो इसको भी फुलफिल करना है फ्यूचर प्रोस्पेक्ट क्या है आपका फ्यूचर प्रोस्पेक्ट भी बहुत ज्यादा है एआई आईओटी ब्लॉक चन एन बहुत सारी मर्जिंग टेक्नोलॉजी है जहां पे फ्यूचर में देयर विल बी रिक्वायरमेंट ऑफ जॉब्स ठीक है दे विल बी रिक्वायरमेंट ऑफ पीपल हु कैन वर्क टुवर्ड्स इट तो जैसे ही आपका नीड हो जाएगी जब की उससे पहले आपको वर्क फोर्स को स्किल कर देना है यू नीड टू स्किल द वर्क फोर्स ठीक है ग्लोबल इंटीग्रेशन आपको यू नीड टू इंटीग्रेट वि ग्लोबल सर्विस वैल्यू चन सस्टेनेबल प्रैक्टिस ग्रीन सर्विसेस सस्टेनेबल टूरिजम ठीक है कंक्लूजन नथिंग सर्विस सेक्टर एक बहुत ही इंपोर्टेंट सेक्टर है क्योंकि मैंने जैसे बताया इट इ कंट्रीब्यूटिंग % प्लस टू जीडीपी इंपोर्टेंस कंटिन्यूड इन्वेस्टमेंट रिफॉर्म्स इनोवेशन आर नीडेड टू हार्नेस द फ्यूचर अपॉर्चुनिटी एंड ओवरकमिंग द चैलेंस ठीक है ठीक है सो आई होप इट इ क्लियर चलिए आगे बढ़ते हैं एक्सटर्नल सेक्टर पर देखते हैं वट आर द थिंग्स तो बेसिकली आपका एक्सटर्नल सेक्टर जो होता है वो ऐसा सेक्टर है जो एक्सटर्नल ट्रांजैक्शन को इंटेक करता है ठीक है चलिए समझते हैं डेफिनेशन द पार्ट ऑफ कंट्री इकोनॉमी ट इंटरेक्ट विद द ग्लोबल इकोनॉमी ठीक है बात खत्म इंपॉर्टेंस क्या है भाई ट्रेड में काम आएगा इन्वेस्टमेंट में काम आएगा फाइनेंशियल फ्लोज में काम आएगा तो फॉरेन ट्रेड क्या है फॉरेन ट्रेड कोई भी कंट्री बाहर के कंट्री के साथ ट्रेड कर रही है तो उसको फॉरेन ट्रेड बोलते हैं दो तरह से हो सकता है ट्रेड या तो आएगा या तो जाएगा एक्सपोर्ट ठीक है एक्सपोर्ट करना मतलब यू आर सेलिंग समथिंग आउट ऑफ द वर्ल्ड यू आर सेलिंग समथिंग आउट ऑफ र कंट्री न गुड्स एंड सर्विसेस आर सोल्ड टू अदर कंट्रीज मेजर एक्सपोर्ट आईटी सर्विसेस टेक्सटाइल जलरी फार्मास्यूटिकल य सब जो है इंडिया एक्सपोर्ट करती है इंपोर्ट क्या क्या करती है इंपोर्ट का मतलब होता है जब हम खरीदते हैं ठीक है न इंडिया इ बाइंग समथिंग फम चाइना यूएस रशिया ए ट इ योर इपोर्ट इंडिया सबसे ज्यादा इपोर्ट क्या करती है क्रूड ऑयल इलेक्ट्रॉनिक्स मशीनरी एंड गोल्ड क्लियर चलिए ठीक है तो ये आपका फॉरेन ट्रेड के बारे में एक्सपोर्ट इपोर्ट आई होप इट क्लियर टू यू नेक्स्ट है आपका एफडीआई देखो अब एफडीआई बहुत इंपोर्टेंट है फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट नवर एनी फॉरेन कंपनी इ मेकिंग ए इन्वेस्टमेंट समझ लीजिए मैं इंडिया की बात कर रही अगर इंडिया में इन्वेस्टमेंट आई 10 पर से ज्यादा एपल मान लो एग्रीकल्चर में फॉर एग्जांपल मेरा किसी कंपनी से 21 पर का इन्वेस्टमेंट आया ट आई विल इन्वेस्ट 21 पर इन दिस सेक्टर तो इसको हम बोलते हैं एफडीआई एफडीआई की एक लिमिट है 10 पर होना चाहिए लिस्टेड कंपनी में मतलब ऐसी कंपनी जो लिस्टेड हो फॉर एग्जांपल मान लीजिए कंपनी एक्स है जो लिस्टेड है किसम लिस्टेड है सेबी में ठीक है सिक्योरिटीज एक्सचेंज ऑफ इंडिया ठीक है अगर एक्स लिस्टेड है सेबी में और इस एक्स कंपनी में 10 प्र से ज्यादा इन्वेस्टमेंट आती है तो एफडीआई होता है और अगर 10 प्र से कम आती है तो वो एफपीआई होता है फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट तो फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट का बेनिफिट क्या है जॉब क्रिएट करेगा टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करेगा और इकोनॉमी ग्रोथ को प्रमोट करेगा ठीक है गवर्नमेंट के पॉलिसी है कैप्स लगाती कि भाई आप इस सेक्टर में पर से ज्यादा आप इन्वेस्ट नहीं कर सकते ज ऑफ डूइंग बिजनेस रिफॉर्म भी लेके आती जिससे वी गेट टू नोट च कंपनी वर्किंग हाउ वेल एफपीआई मैंने आपको बता दिया इट इ इन्वेस्टमेंट इन फाइनेंशियल एसेट सच स्टॉक बंड इन अ कंट्री एट ू इट लेसन 10 पर कैपिटल का आना होता है और मार्केट डेवलपमेंट होती है इसमें रिस्क बहुत बड़ा है कि वोलेटाइल है आप जब स्टॉक मार्केट में पैसे डालते हो तो आप उसको हो सकता है 10 दिन बाद निकाल लो तो इससे क्या हो गया मार्केट इन स्टेबल हो गया लिटी आ गई तो इसलिए एफपीआई जो है इसमें टाटी का रिस्क है और स्पेक्युलेटिव होता है नेचर ठीक है मतलब की लोग गेस करके इन्वेस्ट करते हैं ठीक चलिए अब ट्रेड पॉलिसी एंड एग्रीमेंट्स मैंने आपको एक डायग्राम बताया था आपको याद आ रहा होगा प्रेफरेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट फिर फाइनेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट फिर आपका सेका फिर कस्टम यूनियन है ऐसे करके मैंने बताया था बस वही आएगा आपका य रिफ कोटा सब्सिडी एक्सपोर्ट प्रमोशन ल स थ हैव लडी कवर्ड ट्रेड एग्रीमेंट क्या है बाइटल मल्टीलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट डब्ल्यूटीओ मेंबरशिप रीजनल ट्रेड बलक सार यह तो बेसिक चीज अब चैलेंस क्या है बहुत सारे चैलेंस है सच सबसे पहला चैलेंज तो यही है ट्रेड डेफिसिट है ड डेफिसिट का मतलब क्या है कि जब आपकी इनकम से ज्यादा एक्सपेंडिचर करो जब आप इंपोर्ट ज्यादा करोगे एक्सपोर्ट कम करोगे मान लो आपने एक्सपोर्ट किया 5 का आपको 00 तो मिल ग वेरी गुड बट आप सामान बाहर से मंगवा लिए लाख रप का क्या मतलब र डेफिसिट आ गया काट ड डेस ने एक्सचेंज रेज लिटी एक्सचेंज रेट भी चेंज होता रहता है क्लियर तो ग्लोबल इकोनॉमिक कंडीशन भी देखि ये भी एक बहुत बड़ा चैलेंज है इंपैक्ट ऑफ रेस एंड ट्रेड वस अगर बाहर की कंट्री में कुछ प्रॉब्लम चल रही है तो आपको भी वो प्रॉब्लम झेलना पड़ेगा कंक्लूजन फाइनली द एक्सटर्नल सेक्टर प्लेज क्रुशल रोल इन इंडिया इकोनॉमिक ग्रोथ यस वी ल नो दैट एंड इफेक्टिव पॉलिसी रिफॉर्म नीडेड टू हार्नेस द अपॉर्चुनिटी एंड मिटिगेट द चैलें क्लियर एवरीवन पब्लिक फाइनेंस समझते हैं क्या है नेक्स्ट चैप्टर है पब्लिक फाइनेंस मतलब द मनी ऑफ पीपल एस अ टैक्स न गवर्नमेंट इ टेकिंग हाउ इट इ बीइंग रेगुलेटेड ठीक है गवर्नमेंट का रेवेन्यू ये चैप्टर हमने ऑलरेडी कवर कर लिया है टैक्स और नॉन टैक्स बेसिस प जो आता है गवर्नमेंट कहां एक्सपेंड करती है और डेट क्या इट एफिट एलोकेशन ऑफ रिसोर्सेस इकोनॉमिक इंस्टेबिलिटी एंड इकोनॉमिक डिस्ट्रीब्यूशन ठीक है अब इसम बहुत इंपोर्टेंट चीज बची हुई थी जो कि है एफ आरबीएम फिस्कल रिस्पांसिबिलिटी एंड बजट मैनेजमेंट बेसिकली एक तर एक एक्ट है जो गवर्नमेंट लेके आई थी ू शोर फिस्कल डिसिप्लिन कि भाई प्रॉपर मेंटेनेंस ऑफ मनी इन द मार्केट श देर फिस्कल डिसिप्लिन फिस्कल डेफिसिट को डस करना है और मैक्रो मैनेजमेंट को इंप्रूव करना है ठीक है सो दिस इ द थ टारगेट फर फिस्कल डेफिसिट ठीक है रेवेन्यू फिस्कल डेफिसिट एंड पब्लिक डेटर ये सारी चीज इसमें आएंगी ठीक चलिए अब पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट के तीन इंपॉर्टेंट चीज होती है क्या सबसे पहला बजटिंग बजटिंग वी हैव ऑलरेडी टोल्ड आई हैव लडी टोल्ड यूट इट इ नथिंग बट द प्रिपेयरिंग एंड इंप्रूविंग द गवर्नमेंट बजट गवर्नमेंट बजट जो प्रिपेयर करती है उसको बजटिंग बोलते हैं गवर्नमेंट के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन कहां से पैसे आ रहे हैं कहां जा रहे हैं उसको रिकॉर्ड करना इज अकाउंटिंग एंड ऑडिटिंग का क्या मतलब होता है इंडिपेंडेंट रिव्यू और फाइनेंशियल स्टेटमेंट एंड ऑपरेशंस ठीक है बात समझ में आ गई चलिए अब एंप्लॉयमेंट एंड अनइंप्लॉयमेंट वेरी इंपोर्टेंट ये भी एक छोटा सा चैप्टर है ए दिस इ द लास्ट चैप्टर फॉर योर मैराथन सेशन बेसिकली एंप्लॉयमेंट का मतलब क्या होता है एंप्लॉयमेंट का मतलब होता है स्टेट ऑफ हैविंग अ पेड जॉब ऐसा स्थिति जहां पर आपको सैलरी मिल रही हो आपकी जो जॉब है वो पेड वाइल अन एंप्लॉयमेंट रेफर्स टू द स्टेट ऑफ बीइंग विदाउट अ पेड जॉब बट एक्टिवली सीकिंग वर्क मतलब आप जॉब खोज रहे हो लेकिन आपके पास जॉब मिल नहीं रही है ये अनम पलय मेंट है क्यों नहीं मिलेगी शायद आपका मैच नहीं हो रहा है चीज बहुत सारे रीजन बहुत सारे हो सकते हैं ठीक है इंपोर्टेंस की इंडिकेटर है इकोनॉमिक हेल्थ और सोशल वेल बीइंग का यस बात है ठीक है क्लियर एवरीवन चलिए तो अब हम पढ़ेंगे की देरर वेरियस टाइप्स ऑफ एंप्लॉयमेंट सबसे पहला होता है फॉर्मल एंप्लॉयमेंट फमल एंप्लॉयमेंट में क्या होती है फॉर्मली आप काम करते आपको एग्रीमेंट मिलता है आपको ऑफिशियल रिकॉग्निशन मिलता है बेनिफिट्स मिलते हैं लीगल प्रोटेक्शन मिलता है कोई आपका सैलरी भाग लेके भाग नहीं सकता आप केस कर सकते हो इसी का दूसरा मतलब इसी का अपोजिट क्या है फ्रीलांसिंग फ्रीलांसिंग में बहुत रिस्क होता है एनी वन कैन टेक योर मनी है एनी वन कैन रिफ्यूज टू पे यू बैक आफ्टर यू हैव डन योर वर्क यह हो गया आपका इनफॉर्मल कौन सा वाला फ्रीलांसिंग वाला सेल्फ एंप्लॉयमेंट मतलब की आप किसी के अंडर में नहीं हो आप जो है आपकी खुद का एक एंप्लॉयमेंट है जैसे बिजनेस हो गया तो य एक टाइप हो गया अब टाइप्स ऑफ अनम पलय मेंट क्या क्या तरीके के लोग अनमय मेंट फेस कर सकते सबसे पहला है फिक्शनल फिक्शनल में क्या होता है देखिए य ऐसा टाइम पीरियड है न य हैव लेफ्ट द जॉब आपने कोई जॉब कर रहे और आप उसको छोड़ दिए नाउ यू आर सर्चिंग फॉर अनदर जॉब तो वो जो टाइम पीरियड है ना ठीक है वो जो टाइम पीरियड है न दिस इ योर जॉब वन एंड दिस इ योर जॉब टू ठीक है जो टाइम पीरियड है स्विच करने का वो जिस आप इस समय जो अनप्लड हो उसको फिक्शनल अमेंट बोलते क्लियर एवन चलिए स्ट्रक्चरल अनम पलय मेंट इसका क्या मतलब है लंग टर्म अनम पलय मेंट ड्यू टू चेंस इन द इकोनॉमी मान लीजिए कि आज एक फैक्ट्री थी आज इस फैक्ट्री में जो है अब इस फैक्ट्री में जो है कंप्यूटर्स नहीं है ठीक है इसमें कंप्यूटर्स नहीं है लेकिन अचानक से क्या आ गया फैक्ट्री के जो ओनर है उनको लगा कि उनका ऑडिटिंग जो है वो कंप्यूटर के थ्रू होना चाहिए डिजिटल मोड तो अचानक से वो कंप्यूटर ले आए नाउ दिस पर्सन विल बी हायरिंग दोस पीपल हु आर नोइंग कंप्यूटर र एबल टू वर्क वि इट यहां पर तो पहले कंप्यूटर वक कर रहा है नहीं कर रहा उससे कोई मतलब नहीं था लेकिन अब करेगा तो यहां पर लेफ होने लगेगा द पीपल विल बी फाय र नॉट नो कंप्यूटर वर्किंग तो ये आपका स्ट्रक्चर एमेंट हो गया स्ट्रक्चर चेंज की व से आप अनप्लड हो गए क्लियर साइक्लिक साइक्लिक क्या होता है इकोनॉमिक रिसेशन ठीक है साइक्लिक मतलब कभी बूम है जब इकोनॉमी बूम है अच्छा चल रही है तो आपको जॉब भी अच्छे मिलेंगे बट ड्यूरिंग रिसेशन आपकी जॉब जा भी सकती है फिर आपको मिल जाएगी फिर जाएगी तो बेसिकली साइक्लिक प्रोसेस होता है सीजनल अनमल मेंट बेसिकली ये होता है कि जो सीजन के वेरिएशन से हो फॉर एपल मानसून में लोग जो है फाम को और ज्यादा हायर करेंगे ू वर्क इन पर्सनल ल फम हाउ वही दूसरे समय जब सीजन नहीं है किसी चीज का शांत रहेगा इवेंट मैनेजर भी आप ट मैनेजर से पूछ जाके द पक टाइम न मनी रिंग द वेडिंग सीजन टम नवंबर टू ठीक है तोय आपका सीजनल आई होप यू गट इट ठीक है अब मेजर कैसे करते हैं अनम पलय मेंट को सबसे पहला रेट है आपका अनमल मेंट रेट नाम से समझ में आ रहा है द परसेंटेज ऑफ लेबर फोर्स दैट इज अनप्लड ठीक है परसेंटेज ऑफ लेबर फोर्स दैट इ तो बेसिकली अनम पलय मेंट रेट वो रेट होती है ट इज द परसेंटेज ऑफ लेबर फोर्स दैट इ अनप्लड लेबर फोर्स ऐसा जो अनप्लड है मान लीजिए आपका टोटल वर्क फोर्स 100 उसम से 20 लोग अनमल मेंट अनप्लड बैठे हुए तो आपका अनमय मेंट रेट कितना हो गया 20 पर बिकॉज 20 पीपल आर सिटिंग अनप्लड दूसरा रेट है लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट द परसेंटेज ऑफ द वर्किंग ज पॉपुलेशन ट इ द पार्ट ऑफ लेबर फोर्स ठीक हैसा वर्किंग ऐसा पॉपुलेशन जो काम कर रहा है ठीक है वर्किंग ए पॉपुलेशन जोट इ द पार्ट ऑफ लेबर फोर्स एग्जांपल आपका वर्किंग एज पॉपुलेशन क्या होता है 15 से 59 मान लीजिए ठीक है ये आपका वर्किंग एज पॉपुलेशन है इसमें लोग है 50000 ठीक है इसमें से 10000 आपके लेबर फोर्स में है तो आपका रेट कितना हो गया आप निकाल लो परसेंटेज में तो वो आपका लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट नेक्स्ट इज अंडर एंप्लॉयमेंट वर्कर्स एंप्लॉयड बिलो देयर स्किल लेवल और इन द पार्ट टाइम जॉब व्हेन फुल वर्क इज डिजायर्ड ठीक है क्लियर अंडर एंप्लॉयमेंट मतलब की उनको जो है जो वो डिजर्व करते हैं वो पोजीशन ना मिलके उनको नीचे की पोजीशन मि अंडर एंप्लॉयमेंट कॉज क्या क्या हो सकते है क्यों अनम पलय मेंट हो रही है क्लियर देखिए अब बहुत सारे फैक्टर्स हो सकते हैं सबसे पहला इकोनॉमिक फैक्टर अगर रिसेशन आया है टेक्नोलॉजी में चेंज हुआ या ग्लोबलाइजेशन तो ये आपके इकोनॉमिक फैक्टर्स है सोशल फैक्टर्स एजुकेशन स्किल की कमी होना डेमोग्राफिक चेंज होना आज आपके 15 से 59 वर्किंग एज पॉपुलेशन 50000 से कल आपके 3 हो गए उसके वजह से भी होगा नेक्स्ट इ पॉलिसी फैक्टर लेबर मार्केट रेगुलेशन मिनिमम वेज लॉ य सारी चीज है ठीक है ओ फेक्ट ऑफ अनम पलय मेंट पहला है इकोनॉमिक इफेक्ट क्या क्या हो सकता है देखि सारी चीज बेसिक है इस्ट डिक्टेशन फॉर मी इनकम नहीं आएगा कंजूमर का स्पेंडिंग कम होगा अगर इनकम नहीं आएगा तो लोग स्पेंड कैसे करेंगे तोस न पीपल विल स्पेंड लेस डिमांड कम होगी एंड डिमांड जब कम होगी तो मार्केट में प्रोडक्शन भी कम हो जाएगा एंड हेस र इकोनॉमिक ग्रोथ भी कम हो जाएगी सोशल इफेक्ट गरीबी बढ़ेगा सोशल अनरेस्ट नेगेटिव इंपैक्ट न मेंटल हेल्थ यह सारी चीज जो है है अनमय मेंट के फेक्ट क्लियर एवरीवन एंड फाइनली और कंक्लूजन बेसिकली एंप्लॉयमेंट एलमेंट क्रिटिकल इशू है इंपोर्टेंस यह है कि आप इफेक्टिव पॉलिसी लेके आए और यहां पर फिर से आप चार्ट में लिख लीजिएगा की इससे रिलेटेड क्या क्या स्कीम क्लियर एवरीवन आई होप एवरीथिंग इ फाइन सोस आवर इकोनॉमी मैराथन सेशन है बीन कंपलीटली एंड ठीक है मैंने ए टू जड सारे लेके आई हैव टक्ड अबाउट इट इफ एनी स्टूडेंट इ हैविंग एनी काइंड ऑफ डाउट काइंडली डू द कमेंट ठीक है वीविल रिवर्ड बैक टू यू आई होप यू लाइक इट प्लीज शेयर एस मच एस यू कैन लाइक द वीडियो ठीक है और किसी भी तरह का कोई डाउट हो तो आई हैव ऑलरेडी टोल्ड यूट प्लीज आप कमेंट सेक्शन में जरूर पोस्ट करेंगे थैंक्स अटिल वी मीट इन द नेक्स्ट वन