नोट्स: जुडिशरी (Class 8, Civics)
1. परिचय
- प्रस्तावना: दिग्रास सिंह राजपूत द्वारा प्रस्तुत जुडिशरी का चैप्टर।
- मुख्य विषय: जुडिशरी की प्रणाली और इसके विभिन्न पहलू।
2. जुडिशरी का महत्व
- जुडिशरी: सरकार की तीसरी शाखा, जो न्याय का कार्य करती है।
- महत्व:
- कानून की व्याख्या करना।
- नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना।
- लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना।
3. जुडिशरी के कार्य
- विवाद समाधान: नागरिकों के बीच विवादों का समाधान।
- जुडिशियल रिव्यू:
- कानूनों की समीक्षा करना।
- संविधान के मूल संरचना का उल्लंघन करने वाले कानूनों को रद्द करना।
- फंडामेंटल राइट्स की रक्षा: नागरिकों के मूल अधिकारों की रक्षा करना।
4. जुडिशरी की संरचना
- सुप्रीम कोर्ट:
- देश का सर्वोच्च न्यायालय।
- मुख्य न्यायाधीश द्वारा संचालित।
- हाई कोर्ट:
- प्रत्येक राज्य का उच्च न्यायालय।
- विभिन्न राज्यों में स्थित।
- लोअर कोर्ट:
- जिला स्तर के न्यायालय।
- सब-ऑर्डिनेट न्यायालय होते हैं।
5. स्वतंत्र जुडिशरी
- परिभाषा: बिना किसी पक्षपाती प्रभाव के कार्य करने की स्थिति।
- महत्व:
- विधायिका और कार्यपालिका के दुरुपयोग को रोकना।
- नागरिकों के मूल अधिकारों की रक्षा करना।
6. न्यायालयों तक पहुँच
- समस्या:
- अधिकांश गरीब नागरिकों के लिए न्यायालय तक पहुँच मुश्किल।
- कानूनी प्रक्रिया महंगी और समय लेने वाली।
- ज्ञान की कमी।
7. सार्वजनिक हित लिटिगेशन (PIL)
- परिभाषा: जनहित में मुद्दों को उठाने के लिए न्यायालय में आवेदन।
- उदाहरण:
- भूख और कुपोषण के मामले में सरकार को कार्रवाई करने हेतु निर्देश।
8. ओलगा टैलिस बनाम बॉम्बे मुनिसिपल कॉर्पोरेशन केस
- विवरण:
- फुटपाथ से झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने का मामला।
- सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया कि "राइट टू लाइवलीहुड" आवश्यक है।
- सरकार को उचित आवास प्रदान करने की जिम्मेदारी।
9. निष्कर्ष
- जुडिशरी की भूमिका:
- लोकतंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण।
- नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना।
- चुनौतियाँ:
- न्यायालयों में लंबी प्रक्रिया और कमी।
- अधिक न्यायाधीशों की आवश्यकता।
10. अगला पाठ
- अगले वीडियो लेक्चर: ओलगा टैलिस बनाम बॉम्बे मुनिसिपल कॉर्पोरेशन केस का गहन अध्ययन।
यदि कोई प्रश्न हो, तो टिप्पणी अनुभाग में पूछें। सीखते रहें!