Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput, welcome to Magnet Greens इस फीडियो लेक्चर से एक नए चाप्टर स्टार्ट करने वाले हैं Class 8, Civics का चाप्टर चाप्टर है Judiciary जी हां बड़ा इंट्रस्टिंग चैप्टर यह भी इसमें आपको क्या जानने को मिलेगा पूरे जुडिशियल सेटअप के बारे में जुडिशियल सेटअप क्या होता है यह भी एक डाउट है देखिए तो यह जो वीडियो लेक्शन है यह बेसिक इंट्रोडक्टरी वीडियो लेक्शन है जिसमें हम आपको क्या बताएंगे कि चैप्टर में क्या-क्या सारी चीजें हैं कौन-कौन से टॉपिक से हम क्या-क्य विशेष में बताने वाला हूं तो जुडिशरी वाट डू यू अंडरस्टेंट बाय दिस टर्म इस टर्म से क्या समझ में आता जुडिशरी से जैसे आपने स्टार्टिंग चैप्टर्स में इसी साल सिविक्स में पढ़ा है क्या आपने लेजिस्ट्रेचर के कि कुछ लेजिस्ट्रेटर के नाम बताना है आपको कमेंट सेक्शन में और एग्जिक्यूटिव कौन होते तो एक दो एग्जिक्यूटिव है तो जुडिशेरी अगर हम बात करते हैं तो जुडिशेरी क्या है जो तीसरा आफ ऑर्गन ऑफ गवर्नमेंट है ठीक है जिसमें तो यह तो जज जो होते हैं जो जजमेंट देते ना तो जो पूरा कोट सुप्रीम कोट हाई कोट लॉयर्स जज यह वाला जो सेगमेंट है जो यह पूरा का पूरा ऑर्गन है हमारी गवर्नमेंट का वह जुडीशरी में आता है आगे समझ में अब जैसे आपको पता है पिछले चैप्टर में पढ़कर आएंडरस्टेंडिंग लॉस में कि विहाफ रूल ऑफ लॉ हमारे रूल ऑफ लॉ का अगर माने ही ना लौ को तो फिर लौ की कैसे चलेगी लौ कोई इंसान तो है नहीं समझ रहे इस चीज को लौ कोई इंसान तो है नहीं जो अपना प्रोटेक्शन खुद कर लेगा ठीक है उसे प्रोटेक्शन की भी जरूरत है हम सारी चीजें लौ के हिसाब से चलाएंगे ले लिए नॉट दिला मेकर्स तो इस चीज को इंशॉर करने के लिए विशाद जुडीशियल सिस्टम एक पूरा का पूरा जो सिस्टम जिसमें जज लॉयर थी के कोट्स यह सारी चीजें आती है वह जुडीशियल सिस्टम है देट कंसिस्ट ऑफ दी मेकनिजम पूरे के पूरी चीज उन इन साइड चीजों को एंशॉर करने के लिए जुडिशियल सिस्टम है ठीक है और विच कंसिस्ट ऑफ दी मेकानिजम ऑफ कोर्ट्स देट अ सिटीजन कैन अप्रोच तो यहां पर कोर्ट होते हैं जहां पर सिटीजन जा सकते हैं अपने जुडिशरी है क्या चीज आया समझ में जुडिशरी प्लेज अक्रूशल रॉल इन फंक्शनिंग ऑफ इंडिया डेमोक्रिसी इज और जुडिशेरी डेमोक्रेसी जैसे हम बोलते हैं डेमोक्रेसी के पिलर्स होते हैं अलग-अलग तो लॉस तो होंगे लॉब बनाने वाले भी होंगे लॉब इंप्लीमेंट करने वाले भी होंगे लेकिन वह अगर सही तरह से ठीक है Constitution को देखती है कि हाँ Constitution है तो वो वैसा ही रहे सही तरह से Interpret करके देती है Constitution को Judiciary Judiciary बहुत Important है ठीक है सारी चीज़ें Important है उनमें Judiciary भी बहुत Important है देश में Democracy को Successfully चलाने के लिए फाइन अब देखें क्या है ये Supreme Court के हमारी फोटो प्यारा सा Supreme Court ठीक है कहाँ पे किस City में ये भी बताना आप मुझे अब अगर बात करते हैं कि हम क्या पढ़ने वाले हैं इस Chapter में क्या पढ़ने वाले हैं तो देखो What we are going to study in this Chapter इसमें समझना चीज़ें तो What is the role of the Judiciary जुडिशेरी का काम क्या होता है है next video lecture में अच्छी तरह से पढ़ेंगे what is the role of judiciary what is an independent judiciary की independence बहुत ज्यादा जरूरी है क्यों जरूरी है यह भी बताऊंगा कैसे काम करती है independent judiciary होती है सारी चीजें इस video lecture में डिस्कस करेंगे ठीक है what is the structure of course in India अगर इंडिया में कोट्स है तो कोट्स का स्ट्रक्चर कैसा है कैसे है कोट्स कौन-कौन फिर क्या है वाट आइट डिफरेंट ब्रांचेस आफ लीगल सिस्टम में अलग-अलग ब्रांचेस कौन-कौन से होती है कैसे चीजें चलती है वह भी हम डिस्कस करेंगे फिर डस एवरीवन है एसेस टू दी कोर्ड्स अब देखो हमने दिखा कि कोर्ट्स क् ताकि किसी individual के rights अगर violate हो रहे तो वो judiciary में जा सके अपने rights restore करवाने के लिए approach कर सके, तो does everyone have access to the courts, ठीक है, क्या हर इंसान जा सकता है, is he or she in reality having the power, having the access to read, लीच टू दी कोट्स तो हम उस इशू को डिस्कस करेंगे पीएल समझेंगे क्या होती है ठीक है पीएल के बाद में ऑलगा तैलिस वर्सेस बॉंबई मुनिसिपल कॉर्परेशन एक बहुत अच्छा केस स्टडी है जैसे एक केस रियल लाइफ केस के बारे में हम वो समझेंगे फाइन तो ये सारे topics होने वाले हैं और last में NCID solutions discuss करेंगे कि NCID जो questions हैं वो questions आपके पास हैं उनके answers मेरे पास हैं तो उनके answers हम discuss करने वाले हैं तो ये सारा एक compact chapter इसमें ये सारी चीज़ें पढ़ने वाले हैं I hope आपको समझ में आया एक basic introductory video था मैंने आपको सारी information दे दिये next video lecture से start करते हैं what is the role of judiciary के साथ में fine किसी प्रकार के doubt हैं तो feel free to ask in comment section till then stay connected keep learning thank you very much Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput, welcome to Magnet Beans इस वीडियो में हम क्या पढ़ने वाले हैं? इस वीडियो में हम पढ़ेंगे what is the role of the judiciary? जुडिशेरी का क्या काम होता है यह हम पढ़ने वाले हैं पिछले वीडियो में हमने क्या पढ़ा था? वीडियो में हम लोगों बेसिक सी एक outline discuss करी थी किस बारे में कि chapter में क्या-क्या topics है क्या-क्या चीजें हम पढ़ने वाले हैं फाइन अब देखिए अब जब हम अगर बात करते हैं कि जुडिशरी का क्या काम होता है तो आपको यह भी समझ में आता है कि जुडिशरी पूरा जो जुडिशियल सिस्टम है जिसमें जज है कोट है लॉयर्स है सारे लोग हैं ठीक है जो मारे कंस्टिटूशनल वैल्यूस को आप होल्ड करके रखते हैं या फिर कह सकते हैं कि जो लोग हैं अगर लोगों के राइट्स वायलेट होते हैं रूल आफ लॉज है काम किया जाता है जुडिशेरी के दुआरा ठीक है तो वाट डू यू थिंग तुम्हें कैंके लगता है क्या किया जा सकता होगा सोचो दो मिनट के लिए रैंडम थॉट्स आने दो बस सवाल सुना सवाल सुनते से आपके मन में क्या तो चार आए वह बताओ ज� कि जब movies में देखा है क्या दो लोगों के बीच में अगर conflict हो जाता है तो काम करती है judiciary conflict हो जाता है, murder हो जाता है तो भी जाती है और उसके बाद में किसी ने किसी की मुर्गी चुरा ली, property चुरा ली तो भी judiciary का important role आता है तो बस सोचो रैंडम तो कहीं ना कहीं कंफिक्ट रिजलेशन एक इंपॉर्टेंट पार्ट होता होगा ठीक है और इस तरह से आपके है चीजों को तब देखो क्या है कोट्स टेक डिसीजन ऑन वेरी लार्ज नंबर ऑफ इशूस ठीक है अगर आप बात करते हैं resolution dispute resolution मतलब क्या है कि दो लोगों की बीच में विवाद है डिस्प्यूट है तो डिस्प्यूट को रिजॉल्व करवाने का काम होता है किसका जुडीशरी का डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन पहला दिजुडीशर सिस्टम प्रोवाइड बिट्वीन सिटीजन आपके बीच में और मेरे बीच में डिस्प्यूट हो जाए नहीं होना चाहिए हो गया मान लो तो क्या होगा and the government, अब मेरे बीच में और government के बीच में अगर dispute हो गया, government ने मान लो मेरी property पर कबजा कर लिया, कुछ भी कर लिया, ठीक है, तो क्योंकि government सबसे ज़्यादा powerful होती है, देश में सबसे ज़्यादा powerful कौन, government, क्योंकि government के पास में पूरी की पूरी resources हैं, पूरे की पूरे क्या है बिट्वीन सिटीजन्स एंड गवर्नमेंट हो गया अब क्या अगला बिट्वीन टू स्टेट गवर्नमेंट्स एंड बिट्वीन दी सेंटर जुडिशेरी की जारा जो परफॉर्म किया जाता है उसमें कितनी सारी चीजें थी वह सारी हमने आपको बताइए ठीक है अब क्या है दूसरा पॉइंट आता है जुडिशेयल रिव्यू जुडिशेरी जो करती है तो जुडिशेरी का एक इंपोर्टेंट रूल क्या है जुडिशेयल रिव्यू देना जुडिशेयल रिव्यू क्या होता है मतलब जो भी जजमेंट्स आए उन्हें फिर से रिव्यू करना या फिर जो भी लॉ बनाए तो लॉ को देखना कि जुडिशेयल रिव्यू कहलाया कि यह लॉ सही है नहीं कि अनपॉपिलर तो नहीं है कि कॉंट्रोवर्शल तो नहीं है कहीं कह सकते हैं कि रॉन्ग इंटेंट के साथ में तो नहीं बनाया है ठीक है judicial review क्या है judiciary also has the power to strike down particular laws passed by the parliament if it believes that these are a violation of basic structure of the constitution अगर मान लो कोई law है वो law क्या है constitution का basic structure जो है उसका violation करता है basic structure जैसे हमने freedom equality इन सारी चीजों की बात करी है fundamental rights की बात करी है और कोई law आता है जो इन सारी चीजों को violate करता है तो वो क्या हो गया judicial review के per view में जाएगा लेगा और उसे साथ से जुडिश्य देखिए कि यह लौट आपके बेसिक स्ट्रक्चर जो कंस्ट्रीशन मेकर्स ने सोच के बनाया था कंस् तो उस तरह से क्या है judicial review में judiciary के पास में ये भी power होती है ये उसका function होता है कि वो देखे कि laws जो बने वो सही बने या नहीं बने अगर गलत बने तो उन्हें हटा है ठीक फिर क्या है upholding the laws and enforcing fundamental rights ये एक important function हो गया क्या कि judiciary क्या करती है वो आपके fundamental rights को uphold करके रखती है जैसे मैंने बताया सबसे powerful state है अगर मान लो government ही आपके fundamental rights को violate कर देती है government क्या करती है government आपको सही health care facility provide नहीं कर दी देख लो तो आपके तो फंडामेंटल राइट है राइट टू लाइव के अंदर ठीक है राइट टू लाइव के अंदर आपको फंडामेंटल राइट है कि आपको जीने का अधिकार है तो जीने का अधिकार है नहीं सिर्फ कि दो वक्त का खाना खालो और जीलो आपको प्र� आपके फंडामेंटल राइट्स वायलेट हो रहे हैं तो आप किसके पास जाओगे गवर्नमेंट के पास हो सकता है गवर्नमेंट आपके फंडामेंटल राइट्स वायलेट कर रही हो ठीक है तो आप कहां जाओगे सीधे जाना सुप्रीम कोट के पास में कि हमें रिस्टोर करें ठीक है यह सारा सब कुछ हमने पढ़ा कि वह टाइट डिफरेंट रोल्स ऑफ दी जुडिशरी प्लेट एंड अब जैसे कि एक एग्जाम्पल दिया यहाँ पर पश्चिम बंगा मजदूर समिति वर्सेज स्टेट ऑफ वेस्ट बेंगॉल 1996 यह चीज आपने सबंध क्लास में पड़ी थी अभी मनी मन सोच रहे होंगे कि सर यह इस क्लास का तो याद रहता है नहीं है एक का वह सेवन का पूछ रहे हो ठीक है तो मुझे पता है इसी विशेष दोरा देते जैसे आपने यह ब्लड लॉस हो जाता फिर अल्टिमेटली उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में डालना पड़ता तब जाकर जान बचती है अब सही होने पर क्या होता है कि जो मजदूर समिती जो मजदूर संग था तो उन्होंने क्या किया हाकिम शेक के विहाफ पर कोट में केस फाइल कर दिया कि यह गॉर्मेंट की रिस्पॉंसिबिलिटी की किसी की जान जारी तो गॉर्मेंट उसकी देख रेक करें ठीक है तो रा पे health care facilities को improve किया जाए तो fundamental right wallet होगे तो government आपका पूरा ध्यान रखेगी ठीक है यह example से हमने आपको बताया तो I hope आपको तीनो topics समझ में आए क्या काम करती है judiciary अब जैसे अगर देखें तो Apex court कौन सा है सबसे उपर court कौन सा है हमारी country का Supreme court कहाँ है देली में इस समय पहले कैलकता में था ठीक है फिर shift होके देली में आता है लेकिन उसका जो नाम था या फिर जो functioning करने का तरीका था वो अलग था समझाता हूँ देखो कैसे तो the Supreme पोर्ट वॉस टैब्लिज्ड ऑन ट्वेंटी सिक्स जैनवरी नाइन टीन फिटी इस दिन हम क्या बनाते हैं रिपब्लिक डेट जी आज इस दिन रिपब्लिक डे बनाया जाता है उसी दिन सुप्रीम कोर्ड ने भी स्टैब्लिश किया गया था और इसके दो बाद सुप्रीम कोर्ड ने अपना पहला केस लिया था 28th जैनवरी को नाइन टीन फिटी टी के दे इंडिया बिकेम रिपब्लिक लाइक इट्स प्रिसिड प्रिडिसेसर दिफर डर कोट ऑफ इंडिया 1937-1949 अ ठीक है तो Supreme Court से पहले जो उसका predecessor था वो ये कौन था Federal Court of India ठीक है तो Federal Court of India जो था प्रिंसली House of Chamber यहाँ पर अगर जैसे देखेंगे तो it was earlier located in the Chamber of Princes ठीक है Chamber of Princes मतलब Parliament में जो Chamber of Princes था जो प्रिंसली House थे ठीक है राजा रजवारे तो वहाँ पे पहले Federal Court of India की meeting होती थी ठीक है फिर क्या होता है कि 37 से 49 तक वहाँ चलता रहा काम फिर 1950 में 26 जनवरी को Supreme Court of India इंडिया बना दिया गया ठीक है और सुप्रीम कोट ऑफ इंडिया जो आज की उसकी प्रेजेंट बिल्डिंग है ना वहां कब से लग रहा है सुप्रीम कोट तो 1958 से तो इट मूव ट्विट्स प्रेजेंट बिल्डिंग ऑन मथुरा रोड इन न्यूदेली इन 1958-1958 में मथुरा रोड पर जो आज जहां पर सुप्रीम कोट वहां पहुंच गया ठीक है तो यह सारी कहानी मैं बारे में वाट इस दी रोल ऑफ जुडीशरी के बारे में नेक्स्ट वीडियो लेक्शन में हम आपके चैप्टर का नेक्स्ट टॉपिक जो है उसे डिस्कस करने वाले हैं आयो प्याद तक चीज़ें समझ में आई हैं किसी प्रकार का डाउट है तो फील फ्री टॉपिक कम बहुत जुडिशेरी को भी आजादी की जरूरत है जुडिशेरी को किसने गुलाम मना लिया ठीक है तो तरह के सवाल आये होंगे आपके मन में इस इंडिपेंडेंट जुडिशेरी को इस सब्दे को सुनते से आपके मन में तरह के सवाल आओंगे कि इंडिपेंडेंट ज� क्या होती, what do you mean by impartiality, तो impartiality is a situation when you are not giving favors to anyone, ठीक है, किसी को भी favor नहीं दे रहो आप, आप क्या कर रहे हो, बिना किसी भेदभाव के सभी को समान नजरों से देख रहे हो, तब आप impartial रहोगे, जैसे मैं अगर मान लो sports teacher हूँ, काश हो जाता, ठीक है, तो sports teacher हूँ, और अगर मुझे team select करना है, दोस्त का बेटा है, यह दोस्त की बेटी है, खेलता है, और एक impartial way में वो एक impartiality का एक example दिया है, दिया मैंने आपको ठीक है अब क्या है कि इंपार्शलिटी ऑफ जज एंड जुडिशरी इस मोस्ट इंपोर्टेंट तो यहां पर समझने वाली चीज है जज और जुडिशरी क्या करने वाले हैं यह लोग मिलकर जजमेंट देने वाले हैं यह बताएंगे कि क्या सही है क्या गलत है और क्या सही है क्या गलत बताते समय अगर यह किसी भी तरह से पार्शल होते हैं तो इसे रिलेशन है कि जज ने उस जज को पॉलिटिशन पॉइंट कर रहा है ठीक है तो अब क्या होने वाला अभी होने वाली सिंपल सी चीज है कि अगर वह उस पॉलिटिशन के ऊपर किसी प्रकार का केस लगता है केस जाता है जज के सामने तो कोट में जज प्रे-डिपेंडेंस ना रहे कोई पॉलिटिशन कोई लीडर कोई मिनिस्टर कोई प्राइम मिनिस्टर कोई चीज मिनिस्टर कोई भी किसी भी प्रकार से जज को कोई फेवर ना दे सके ठीक है ना जज ले सके तो उसके लिए हम क्या करते हैं तो यह पार्शलिटी वह इंपार्शलिटी उसे इंशॉर कैसे किया जा सकता है तो बाय ग्रांटिंग इंडिपेंडेंस टू इंडिपेंडेंस अपने आप में शशक्त रहे ठीक है और वह क्यों जरूरी है ताकि किसी भी प्रकार से पार्शल ना हो जज और जुडिशेरी ठीक है तो how can we ensure the impartiality of judge and judiciary तो by granting independence to it अब independence कैसे दोगे how तो ये भी समझो by separation of power ठीक है बहुत सारे शब्द एक के बाद में एक bombard हो गए आपके उपर अब relate करने की कुछिश करना separation of power में क्या है कि आपने power separate कर दिये executive की जो power रहेगी वो laws को execute करना legislature की जो power रहेगी वो laws को बनाना judiciary की जो power रहेगी तो वो देखेगी कि जो laws बने हैं तो नहीं हो रहा है लोगों के साथ गलत तो नहीं हो रहा है लोगों के फंडामेंटल राइट तो वालेट नहीं हो रहे हैं इन सारी चीजों को देखने का गार्जियन ऑफ कंस्टिटिशन का काम करेगी जुडिशरी पावर तीनों की सेपरेट कर दी आपने तीनों ऑर्गन्स की अब जब तीनों ऑर्गन्स की पावर सेपरेट कर दी तो अब इसलिए आता है कि तीन भाई है घर में तीनों को अलग-अ तो काफी हद तक इंशॉर किया जा सकता है कि जुडिशरी के रहने वाली है इंपार्शल रहने वाली है आया मजा ठीक है आप समझ में आई चीज है आपको तो अब आपको एक्सप्लेन भी कर देते हैं एक जैसे क्या होता है अदर प्रांचेस ऑफ नहीं लगेगी ठीक है चीज जस्टिस ऑफ इंडिया को चीज लगेगी वह जो आर्ग्यूमेंट सुनेंगे जो एविडेंस देखेंगे उस डू नॉट एक्ट ऑन देर बिहाफ कोड्स किसी भी तरह से अंडर प्रेशर नीरते गवर्नमेंट के गवर्नमेंट आएगी और चले जाएगी लेकिन कोट जो है वह स्टेबल इंस्टिटीशन हमारे देश का जुडिशरी एक पिलर है वह एक इंपोर्टेंट जो कॉंस्टिटीशन को अपडेट करके उसके लिए गवर्नमेंट माइनी नहीं रखती उसके आपको बताएं यह रखना है आपको अब आगे देखो क्या है टू इंशुर इंडिपेंडेंस ऑफ जुडिशरी जजेस इन हाई कोर्ट्स एज गौर्मेंट तो जब इंडिपेंडेंस इंशॉर करने की बात आती जो आपने पूछा था उसमें और एक्सप्लेन करते हैं आपको कि जो जजेस का पॉइंटमेंट हो गया तो बहुत क्या होगा ऐसा होगा कि जहां पर बहुत लिटल इंटरफेरेंस हो दूसरे और तो इंडिपेंडेंस आप ऐसे भी इंशोर और करेंगे मान लीजिए अगर कि पावर होती प्रसिडेंट के पास में प्राइम मिनिस्टर के पास में एक एग्जांपल दे हैं आपको कि वह किसी भी जज को रिमूव कर सकते थे तो उससे क्या रहेगा कि जज हमेशा डरे हुए रहेंगे नहीं ये सारा सब कुछ हमने discuss किया किसमे what is an independent judiciary में कि independent judiciary क्या होती है I&S में independent judiciary के बारे में आपको बताया कि किस तरह से काम करती है क्यों ज़रूरी है तो I hope जब हमने start किया था topic कि what is an independent judiciary तो आपको कुछ नहीं पता था और आप बहुत कुछ आपको पता चल गया आगे देखो क्या है advantages of independent judiciary advantages हैं एक independent judiciary होने के तो उसके advantages भी समझो advantages क्या है it plays a central role in ensuring that there is no नो मिस्सी यूज ऑफ पावर बाई दी लेजिस्ट्रेचर एंड एग्जिक्यूटिव जब एक जुडिशरी इंडिपेंडेंट रहेगी ना तो वह अपने लेजिस्ट्रेचर से एग्जिक्यूटिव से that there is no misuse of power तो अगर मान लो जैसे क्या होता है कि judiciary डब के रहती ना तो legislature और executive क्या करते हैं वो अपनी power का कैसे भी गलत इस्तमाल कर सकते थे लेकिन आज डर के रहेंगे वो क्यों पता है कि अगर हमें फटकार लगा सकती है वो सारी चीज़े मैंने आपको बताई कि किस तरह से एक independent judiciary का होना बहुत जादा important है पहला point दूसरा भी देखो तो it also plays a crucial role in protecting the fundamental rights of citizens क्या होता कि किसी के इसी के राइट्स वाइलेट होते हैं तो वह राइट्स वाइलेट हो गए मान लो किसी के राइट्स किसी गवर्नमेंट के इंसाने वाइलेट जिसने राइट्स वाइलेट की होंगे लेकिन वह कहां जाएगा ज़ूदीशेरी के पास जाएगा बोलेगा मेरे फंडामेंटल राइट्स वाइलेट हुए तब क्या करेगी एक इंडिपेंडेंट जूडीशेरी ही वह डिसीजन ले सकती है जो देखेगी कि हां यह इंस fundamental राइट्स ताकि जो कमजोर है उनके भी राइट्स को बचाया जा सके और उन्हें बचाने के लिए आपको एक मजबूत जुडिशरी एक इंडिपेंडेंट जुडिशरी चाहिए रहेगी ठीक है तो जैसे यह जुडिशरी का मतलब एक कोट सीन बताया किस structure है जो दिशरी का यहां तक चीजें क्लियर होना चाहिए किसी प्रकार के डाउट है तो फिल्ड फ्री टो आस्क इन कमेंट सेक्शन टिल देन स्टेयर कनेक्टेड कीप लर्निंग थैंक यू वेरी मच हलो एवरीबडी इस दिग्राश पूत वेलकम टो मैगनेट ब्रेंट्स इस वीडियो में क्या पढ़ने वाले हैं इस वीडियो में पढ़ेंगे वाट इस दिस्ट प्रक्षर ऑफ कोट्स इन इंडिया कोट्स का स्ट्रक्चर क्या है इंडिया में कोट्स का स्ट्रक्चर भी होता है जी हां देखिए यहाँ पर आपको एक टैंगल बनावा दिख रहा है इसमें क्या दिख रहा है आपको सुप्रीम कोट हाई कोट और लोवर कोट अभी मैं आपको जब भी किसी भी चीज को ट्रैंगुलर वे में एक्सप्लेइन किया जाता है तो उसको समझने का तरीका बताता हूं कि एक कोट का नंबर कम है, ठीक है, quantity में कम है और वो position में उपर है फिर Supreme Court तो, Supreme Court के सबसे कम नंबर होगे सबसे कम क्या नंबर होगे, एक ही Supreme Court है हमारे देश में और वो highest level of court होता है, ठीक है तो ये courts का structure होता है, इसे हम इस video lecture में पढ़ने वाले हैं कि why we require an independent judicial system, ठीक है, हमें independent judicial system की कितनी जादा ज़रूरत होती है, वो मैंने आपको बताया था, कैसे independence ensure की जा सकती है, वो भी मैंने आपको बताया था, ठीक है, so, वो साई चीज़ा हमने पिछले वीडियो में पड़ी थी, अभी क्या देखेंगे हम, अब हम यह देखेंगे कि structure किस तरह से क्या है तो there are different level of court in our country there are different level of court in our country what are those different level of court in our country तो उसमें देखो क्या है supreme court सबसे उपर जो अभी दिखाया मैंने तो the highest level of court in our country is supreme court supreme court is also known as apex court apex मतलब क्या होता है जो सबसे उपर सबसे उपर supreme court होता है it is in Delhi यह भी पता है आपको British period में अब क्या होता है कि यहाँ पर it is being presided by the chief justice of India और Supreme Court को preside कौन करता Supreme Court में से देखा जाये ना तो head कौन होता Supreme Court का तो head किस sense में वो भी समझाता हूँ तो जितने भी judges हैं Supreme Court के उन सारे judges में जो senior most judge होते हैं वो Supreme Court के क्या बन जाते हैं मतलब Supreme Court के क्या पूरी country में जो judiciary है तो judiciary के chief justice of India बन जाते हैं तो chief justice of India is the senior most judge among the all judges present in Supreme Court यह हो गया अब देखो क्या होता है नेक्स्ट लेवल पर आते हैं तो वह है हाई कोर्ट अब हाई कोर्ट कहां पाए जाते हैं तो हाई कोर्ट पाए जाते हैं स्टेट्स में ठीक है स्टेट्स में हाई कोर्ट पाए जाते हैं स्टेट्स में प्यारा देश भारत अब गुजरात है महाराष्ट है तो हर स्टेट में जो हाईस्ट लेवल का कोट रहेगा वह हाई कोट कहला था तो गुजरात का एक कोट ठीक है उसके बाद में फिर क्या है महाराष्ट का एक कोट हो गया तो इस तरह साब कितने हाई कोट होंगे हमारे दे of any state is high good अब अगला क्या है नीचे लेवल पर देखें तो सुप्रीम को ठाइ कोट और नेक्स्ट पर क्या है लोगर कोट तो लोगर कोट में क्या है सबॉर्डिनेट और डिस्ट्रिक्ट कोट होते लोगर कोट को क्या कहा जाता है सबॉर्डिनेट जिला मुख्यालय नहीं जिला नियालय रहते हैं ठीक है तो डिस्ट्रिक्ट कोट हो गए तो इस तरह से क्या है आप ऐसे समझ लो भी कि lower court districts में high court state level पे और supreme court central level पे तो यह hierarchy हमने आपको समझा दी fine अब आगे अगर हम देखते हैं तो it is being presided by district judge तो जिस तरह से high court judge होते हैं high court में supreme court judges होते हैं तो district level पे जो courts होते हैं तो वहाँ पे district judge होते हैं fine आगे क्या है चलिए आगे दिखाते हैं आपको देखो यह कुछ डाटा है जो आपकी बुक में दिया बॉक्स में समझिए और काफी कुछ अच्छा जानने को मिलेगा आपको देखो तो हाई कोर्ट्स वेर फर्स्ट एस्टैबलिज्ड इन थ्री प्रेसिडेंसी सिटीज ऑफ कैलकता बॉं बढ़ गई तो उन्होंने कभजा कहां कर लिया बॉम्बे पे मदरास पे कैलकेटा पे तो उन्होंने वहाँ पे इन तीनो प्रेसिडेंसी सिटी में एक हाई कोड इस्टैब्लिश कर दियो इस तरह से हाई कोड का प्रचलन चालू हो गया डेली आया करेंटली देर आर ट्वेंटी फाइफ हाई कोड आज के समय में हमारे कितने 25 हाई कोड से अब आप बोलोगे 28 स्टेट्स हैं और 28 स्टेट्स में क्या है 25 हाई कोड कैसे तो देखो बुक में जो data दिया है मैं उस हिसाब से बता रहा हूँ कि changes होते रहे हैं जैसे अभी हमने देखा कि जम्मू कश्मीर में क्या कर दिया अब state नहीं रहा तो उस हिसाब से चीजें बहुत कुछ बजली भी है लेकिन मैं आपको भी anxiety से इसलिए बता रहा हूँ ताकि आप answer वैसा और अरोनाचल प्रदेश यह चार स्टेट्स का एक ही हाई कोट है ठीक है आपको मन हाई कोट एट गोहाटी तो गोहाटी में चारों स्टेट्स का एक हाई कोट है कॉमन हाई कोट ठीक तो इस तरह से क्या है यह इंपोर्टेंट चीज जो मुझे आपको अब क्या है देखो अंद्र प्रदेश कि आंदर प्रदेश जो है तो आंदर प्रदेश आपको पता होगा कि अब स्प्लिट हो गया 2014 में अमरावती और एक तेलंगाना दोस्त मतलब एक आंदर प्रदेश और एक तेलंगाना दो स्टेट्स निकल कर आ गए तो यहां पर क्या कर दो यह ने क्या कर लिया अंदर प्रदेश एंड तेलंगाना एवं सेपरेट हाई कोट फ्रॉम फर्स्ट जनवरी 2019 2019 से अलग-अलग क्या हो गए हाई कोट हो गए तो अंदर प्रदेश का हाई कोट तमरावती में तिलंगाना का जो पुराना था हैदराबाद में वो वही है ठीक है क्योंकि वो उसी टेलिटरी में आता है तो इस तरह से पहले इनका भी एक ही था लेकिन बाद में क्या कर दिया है स्पिलिट कर दिया गया है फाइन अब क्या देखो सम हाई कोर्ट्स हैव ब greater accessibility क्या होता है कि कभी-कभी कोई स्टेट्स बड़े हैं तो वह क्या करते हैं कि एक स्टेट में दो जगह हाई कोट की बेंच हो जाती है ठीक है जैसे एग्जांपल मद्र प्रदेश में क्या है इंदूर में रहना चाहिए वह इस ट्रैक्टर ऑफ कोट्स इन इंडिया में आगे क्या है और अब यह चीज समझना ठीक है तो देखो सुन्दर सा पटना ही कोट है ठीक है करनाटक ही कोट तो इनकी बिल्डिंग्स कितनी सुन्दर है क्योंकि बहुत सारे ही कोट्स अधिकतर भी बिटिश टाइम में प्री इंडिपेंडेंस टाइम में बने तो इस कारण से काफी पैसा खर्च किया गया उस प लिया से लेते थे और उन्हें सुझाय यहीं रहना हमारे ऑफिसर रहें तो यहीं अच्छा बना दो ठीक है आगे क्या है देखिए आज इस कोट कनेक्टेड विच इच अदर अब सवाल याता अपने ट्राइंगल तो बना दिया ऐसा ठीक है ट्राइंगल जी बता दी लोकल कोट है अब देखो क्या है लोग पूछे अब आपको यहां पर समझना कि क्या यह तीनों कोट सापस में जुड़े हुए है अब यह इंटेग्रेटेड जुडिशियल सिस्टम क्या है तो हमारे एपिलेट सिस्टम होता है एपिलेट सिस्टम पर जो इंटेग्रेटेड जुडिशियल सिस्टम ऑफ जुडिशियरी का जो इंटेग्रेटेड नेचर है अगर उसे अपिलेट सिस्टम क्या होता है कि आप अपील कर सकते हो ठीक है और इसी कारण समय कहते हैं कि इंटिग्रेटेड जुडीशरी है समझाओ देखो मतलब आपने अगर क्या है कि डिस्ट्रिक्ट कोट में आपको कोई जज्बन सुनाया गया है ट्रायल कोट जो होता है तो दिए तो आप क्या करोगे आप बोल देखें कि हम higher court के पास जाएंगे क्यों कि हमें आपके निर्णय पे विश्वास नहीं हो हमें ऐसा लगता है कि आपने सही तरीके से judgment नहीं दिए तो आप lower court से कहां चले गए higher court में चले गए ठीक है अब higher क्या होता है आपको बोल दिया कि नहीं आप तो बिल्कुल भोले से आपने तो कोई गुना किया नहीं है तो आप जिस जो आपके अपोनेंट थे तो ने जाएगा तो क्या होता है कि आप आपको जो कह सकते हैं सेंटेंस मिला है आपको जो भी कह सकते हैं कि गिल्टी और प्रेसिडेंट से भी सडिस्टर नहीं तो फिर कहां जाओगे तो उसके बाद तो कोई कोटी नहीं है ठीक है लेकिन फिर भी आप प्रेसिडेंट से मर्सी पेटिशन लगा सकते हो अगर आपको फांसी की सजा मिली है तो वहां पाया प्लासेस लक्षमण कुमार एंड अदर्स इन नाइनटीन एटी फाइव एनलाइज दी स्टोरी है स्टोरी में पेपर में नहीं पूछी जाएगी आपसे की स्टोरी के बारे में लिखो हां कि क्या हुआ कौन उसका भाई था कौन उसके सासुमा थी यह पहले चीज है है तो लक्ष्मन कुमार की वाइफ जो रहती है लक्ष्मन कुमार की वाइफ को क्या किया जाता है लक्ष्मन कुमार की वाइफ जल जाती है अग में क्या बताया जाता है कि वह गैस से जल गई है ठीक है गैस से जल गई है और जब गैस से जल जाती है तो उसकी डेट हो बाद में क्या होता है कि जो लक्ष्मन कुमार की वाइफ की फैमिली मेंबर्स रहते हैं वह क्या करते हैं वह केस फाइल करते बोलते कि नहीं वह गैस से नहीं जली उसे जलाया गया उसके ससुराल वालों लक्ष्मन कुमार ने लक्ष्मन कुमार की मानें इन लोगों के भाई और उनकी मा ठीक है इन तीनों लोगों ने मिलकर जलाया है ठीक है और क्यों जलाया है क्योंकि वो ज़्यादा पैसे मांग रहे थे डॉरी मांग रहे थे ठीक है मतलब दहज मांग रहे थे और कैस चाहिए तो ने स्कूटर चाहिए थे यह सारी चीजें तो यह सब आया गया कि कैरोसीन डाला लक्ष्मण कुमार की माने मतलब जो जलने वाली महिला थी उसकी सास ने और आग प्रश् पहुँच जाते हैं हाई कोड पहुँच जाते हैं वो क्यों हाई कोड जाते हैं उनका यह मानना था कि हमने कुछ नहीं कि हमारे हमें गलत सजा मिल रही है तो हाई कोड में मौका दिया जाता है और हाई कोड उन्हें बेगुनात साबित कर देता है लेकिन फिर इसी चैप्� विमेन इशू पर हाइलर्ट हो रहे थे उस टाइम पीरिड में और यह बात भी तभी की एटीन एटी पर नाइनटीन एटीफाइफ की तो सुप्रीम कोर्ट में कोई उनके बिहाव पर केस फाइल करता है पी आई एल ठीक है पढ़ेंगे आगे तो पब्लिक इंटरेस्ट ल मुझ्री में उसे बेगुना बरी नहीं किया जाना चाहिए ठीक है तो फिर सुप्रीम कोट क्या पाता है कि लक्ष्मन कुमार उनकी सास दोनों मुझ्री में और भाई के खिलाफ एविडेंस नहीं मिलते तो भाई को छोड़ दिया जाता है अब यह पूरी structure supreme court at the Apex level then comes the high court at state level and then comes the lower court at district level along with this we have an integrated nature of our judiciary according to the appeal system one can appeal to the higher level of courts if he or she is not satisfied with the decision granted by the court आया ना समझ में यह सारा सब कुछ पढ़ा हमने इस वीडियो लेक्शन में आयो चीजे समझ में आई है किसी प्रकार का डाउट है तो feel free to ask in comment section next video lecture में विशेष सिस्टम जो समझने की कोशिश करेंगे तो वे स्टेड करेंटेड कीप लर्निंग थैंक यू बहुत मच हलो एवरीबडी दिस इस दिग्राश सिंह राजपूत वेलकम टो मैगनेट ब्रींस इस वीडियो में चाहिए पढ़ने वाले हैं इस वीडियो में पढ़ेंगे वह आर्डिट डिफरेंट ब्रांचेस ऑफ लीगल सिस्टम के कौन-कौन से ब्रांचेस हैं लीगल फिर high court है at the state level फिर नीचे हमारे पास में क्या है lower level पे बहुत सारे district courts, subordinate courts हैं अब ये सारा सब कुछ तो हमने समझ लिया अब ये लोग काम क्या करते हैं कौन-कौन से matters में deal करते हैं ये मैंने किसी की मुरगी चुरा ली तो क्या मुझे पे किस तरह का case चलेगा ठीक है मतलब मुझे क्या तो अब वो तरह-तरह के सवाल उठते हैं करने का तरीका जो है उसमें अलग-अलग स्फेयर्स होते हैं ठीक है वह टाइट डिफरेंट ब्रांचेस ऑफ लीगल सिस्टम तो देखने आ लें कि लीगल सिस्टम तो पूरी जुडिशरी है लेकिन पूरी जुडिशरी जो है तो दो तरह के और दूसरा क्या होता है सिविल लॉज होते हैं तो हम क्रिमिनल लॉज और सिविल लॉज दोनों को समझने की कोशिश करेंगे कैसे काम चलता है क्या होता है फाइन अब देखिए क्या है तो क्रिमिनल लॉज जो इट डिल्स विट कंडक्ट और एक्ट देट दिल ऑफिस एवंस फॉर एग्जांपल थेफ्ट है राशिंग वुमन टू ब्रिंग मोर डाउरी मर्डर यह सारी चीजें तो जिसे हम क्राइम कहते हैं ना क्राइम मडर कर दिया किसी का अपने किसी की चोरी कर ली सामान तो लॉज इस चीज को क्या बताता है जिस भी कंडक्ट को एक्ट को लॉग बताता है ऑफिस बनाते गुना बताता है वह क्या होता है वह क्रीमिनल प्रॉपर्टी हड़ा प्रायोज तो वह क्या हो गया वह एक तरह से गुनाई ही है लेकिन यहां पर आप क्या कर रहे हो कंफ्लिक्ट हो गया ना आपको प्रॉपर्टी को लेकर तो यहां पर क्या है इट डिजिट्स विद थी हाम और इंजरी टू राइट्स ऑफ इंडिविजर्स फॉर एग्जांपल डिस्प्यूट रिलेटिंग टू दी सेल ऑफ लैंड पर्चेस ऑफ गुड्स रेंट मेटर्स डाइवर्स एक केसेस एक्सेटरा ठीक है तो जो मेनली सिविल केसेस होते हैं तो वह क्या होते हैं वह ऑफेंसिव नहीं होते आगे क्या है इट यूजुअली बिगिंस विद दी लॉजिंग ऑफ एन फर्स्ट इनफॉर्मेशन रिपोर्ट विथ दी पुलिस हुई इनवेस्टिगेट्स दी आफ्टर विच अकेस इस फाइल्ड इन दी कोड तो यहां पर क्या होता है क्रिमिनल लॉज में ऐसा होता है कि आप पहले क्या समझाता हूं देखो कुछ भी अगर क्राइम हुआ है ना तो क्राइम के आप पहले जानकारी जाकर किसको दोगे पुलिस को दोगे फिर पुलिस उस क्राइम को क्या करेगी अपने एंड पर इंवेस्टिगेट करेगी ठीक है सारी चीजों को समालेगी एक फाइल बनाएगी चार्ट शीट बनेगी और वह चार्ट शीट फिर कोर्ट में पेश की जाएगी और बताया जाएगा कि यह हुआ है यह केस है अब कोर not necessarily that police इस रिक्वाइड टू स्टार्ट दी प्रोसीडिंग्स इन सिविल लॉस में हमेशा आपको पुलिस के जरूरत नहीं होगी अपनी शन हैस टू बी फाइल्ड प्रिटीशन आपको फाइल्ड बिफोर दी रिलेवेंट कोर्ड बाइडी एफेक्टेड पार्टी tenant can file a case, जैसे एक example दिया है नोंने, तो यहाँ पे क्या होता है, कि जो भी respective court होता है, जैसे consumer courts, तो आगर मान लो किसी consumer के साथ में कोई धोका दड़ी हुई है, तो वो criminal case में नहीं जाएगा, ठीक है, अगर किसी consumer के साथ में defected product दे दिया है, तो वो civil court में जाएगा, consumer court में, में जाएगा सिविल लॉस इस चीज से डिल करते हैं मान लो कि अगर किसी मकानमालिक और किराय किरायदार के बीच में रेंट को लेकर कोई कंफ्लिक्ट हुआ है तो वह कहां जाएंगे तो वह सिविल लॉस को डिल करवाने के लिए सिविल कोर्ट आपके ऊपर आरोप लगा है कि आपने क्या किया है आपने किसी का murder किया है नहीं करोगे मुझे पता है ठीक है तो आपके ऊपर आरोप अगर लगा है अगर आप आरोपी पाए गए और तो the accused अक्यूज मतलब जिसके ऊपर आरोप लगाया था the accused can be sent to jail and also fined the court gives the specific relief asked for अब देखो इसमें conflict है conflict क्या है conflict यह है कि भी आपने rent क्या कर दिया है तो मैं कहा रेंट दे दिया है वह कंफ्लिक्ट है तो स्पेसिफिक रिलीफ आज फॉर कंजीमर कोट में क्या हो रहा है कि आपको डिफेक्टेड प्रोडक्ट में आप दिया था तो आप क्लेम करोगे कि आपको क्या चाहिए आपको पैसा चाहिए आपका ठीक है तो for instance जैसे एक example दिया है in case between a landlord and a tenant the court can order the flat to be vacated and pending rent to be paid मानलो अगर tenant बहुत चालाक था उसने कबजा करने की सोची थी court में पहुँच गए court ने पाये कि नहीं भी भाईया जो landlord है वो तो सही है tenant जो था किरायदार था ये बदमाश था तो वो बोलेगी कि जल्दी से क्य इससे बोलेगा भाई जाना देखना क्या समस्या है उनको एकदम सम्मान के साथ में फ्लाइट से बाहर निकाला जाए तो फिर क्या होता है एक्शन लिया जाते हैं इस तरह से लिए तो सिविल लॉज जो थे मेंली कंफिक्ट में डिल करते हैं क्रिमिनल लॉज जो होते तो मेंली क्राइम में डिल करते हैं यह चीज गांठ बांध लो और इसी के साथ हमारे टॉपिक भी कंप्लीट होता है आया समझ में तो वाट आदी डिफरेंट ब्रांचेस ऑफ लीगल सिस्टम क्रिमिनल लॉज सिविल लॉज दोनों समझा दी हमने Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput Welcome to Magnate Brains इस वीडियो में हम क्या पढ़ेंगे?
इस वीडियो में हम पढ़ेंगे Does everyone has access to court? अभी तक हमने क्या पढ़ाया चाप्टर में? अमारा चाप्टर है Judiciary मैंने आपको Judicial Structure के बारे में कुछ बताया बताया कौन-कौन सी branches होती है तो हमने Criminal Law, Civil Law ये सारी चीज़ें लास्ट वीडियो तक पढ़ चुके हैं अब जो आपके सामने एक सवाल है सवाल क्या है?
Does everyone has access to court? कोट क्या हर इंसान के लिए कोट खुले हुए और क्या हर इंसान वहां तक पहुंच पाता है खुले तो सभी के लिए ठीक है और उसी बाहर हम क्या कहेंगे बिग यस यह सभी हर इंसान जा सकता है कोट तक तो ठीक है हम कहेंगे हर इंसान जा सकता लेकिन क्या प्रैक्टिकली ये possible है ठीक, Constitution में तो दे दिया है आप से पुछा जाए reality क्या है ठीक है, Constitution में दे दिया है Every citizen has a right to justice through the courts But what is the reality, ground reality क्या है तो अब देखो, हमें civics पढ़ना है सिर्फ ये नहीं पढ़ना है कि आप book में दे दिया है इतना आसान नहीं है ना मतलब perspective अंदर की तरफ सकर देखा जाए जा सकता है उस चीज को देखते हैं तो वाली कोट्स आर अवेलेबल फॉर ऑल इन रियलिटी एक्सेस टू कोट्स है ऑलवेज बिन डिफिकल्ट फॉर वास्ट मैजोरिटी ऑफ पूर इन इंडिया ठीक है इन कंस्टिटूशन इट इज बिंग ग्रांटेड कि हर आर पॉपुलेशन ठीक है बड़ा सा जो हिस्सा हमारी पॉपुलेशन का ठीक है वह क्या है वह कोट्स तक नहीं पहुंच पाया आप भूल सकते हैं कि ऐसे नहीं पहुँच पाया क्यों नहीं पहुँच पाया ठीक है तो वह समझाते देखो उसके पीछे कारण समझना अब क्वेश्चन यहां से अगर फ्रेम होता है डायरेक्ट तो आपको यह भी बनना चाहिए कि रियालिटी में बहुत सारे तक कोट तक नहीं पह� वाइल दे रीज अब टू दी कोड ठीक है तो क्या प्रॉब्लम सेट करते हैं सबसे पहले लीजर प्रोसीजर्स इनवॉल्व अ लॉट ऑफ मनी एंड पेपर वर्क ठीक है एवं एलएस टेक अप अ लॉट ऑफ टाइम दो चीजें आ गई तीन चीजें आ गई मा पर टाइम तो क्या होता है कि आपको लीगल प्रोसेस के थूं जाना है कोट में जाना तुम्हें ना कि सुबह उठे कपड़े पहने चलो कोट चलते उतना आसान नहीं ना आपको पूरा लीगल प्रोसेस के थूं जाना पड़ेगा जब मैंने आपको पहले बताया मिलेगा तो क्या है कि आप ऐसा नहीं बस आप खड़े जाओगे जज के सामने कि मैं लोड मेरी बात सुनो ठीक है मूवी नहीं चल रही पैसा लगने वाला पहली चीज और दूसरी चीज क्या है इसमें बहुत ज़्यादा पेपर वर्क लगेगा ठीक है अब क्या इसी के साथ में टाइम भी लगेगा टाइम कैसे लगेगा तो ऐसा तो नहीं है कि आज आपके साथ प्रॉब्लम हुई कल जापको जज्जमें� प्रॉब्लम्स वेन इट कम्स टू रीचिंग अप टू दी कोर्ट तो पहली प्रॉब्लम क्या हुई इट रिक्वायर्स अ लॉट आफ पानी एंड पेपरवर्क आया समझ में दूसरी चीज क्या है फॉर आप पूर्व परसन हुआ कैन नॉट रीड एंड फैमिली डिपेंड्स ऑन प्लीविज दिए आइडिया ऑफ गोइंग टू कोर्ट टू गैट जस्टिस ऑफ एंड सीम्स रिमोट यह चीज समझने वाली है अब उसके पास पैसा भी आ रहा है बहुत वह इंसान तो जा सकता है कोड तक तो आप बोलोगे कि क्या डिक्कत है जिसके पास पैसा है टाइम है वो तो जाए लेकिन रियालिटी क्या है कि सभी लोग एक जैसे थोड़ी नहीं है देश में सकता है जिसकी फैमिली कैसे चलती डेली पेपरवर्क पर चलता वेजेस पर चलती डेली वेजेस मतलब क्या है कि अगर वह आज घर से बाहर निकलकर काम राम करने नहीं जाएगा तो शाम को खाना नहीं खा पाएंगे वह लोग ठीक है तो इस तरह से जो आदमी डेली नेज अर्नर होता है ठीक है जिससे आज का सिर्फ आज ही जीना है उस तरह की स्थिति में रहता है तो उसके पास इतना प्रोसेस को अफ़ॉर्ड कर सकें तो इस सेंस में क्या है इस सेंस में हम देखते हैं कि अगर बात की जाती है जस्टिस थेवरेटिकली इसका तरह सभी लोगों के लिए है लेकिन रियालिटी में जो प्रैक्टिकल प्रॉब्लम्स आती है जो प्रैक्टिकल हर्डल्स हैं वो बहुत सारे हमारी सक्षन के हमारी सोसाइटी के बड़े सक्षन को रोख देते हैं कोट्स तक पहुँचने से अब आपकी मन में सवाल आया होगा वाट गॉर्मेंट डू टू रिजॉल्व दिस गॉर्मेंट क्या कर रही क्या गॉर्मेंट ने कुछ नहीं किया कि इन परेशानियों को रिजॉल्व करा जाए या फिर क्या सकें गॉर्मेंट को भी समझ आ रहा होगा कि हाँ रियालिटी मे तो गौर्मेंट ने कुछ नहीं किया सोच सकते हो आप तो उसका जवाब देते हैं आपको देखो गौर्मेंट ने किया है क्या किया है गौर्मेंट ने तो कंसिडेरिंग दिस प्रॉब्लम्स अभी जो में प्रॉब्लम्स देखिए दिस सुप्रीम कोट इन अर्ली 1980 डिवाइस अ मेकनिजम ऑफ पब्लिक इंट्रेस्ट लिटिगेशन और पीएट इस चीज को ध्यान रखना बहुत इंपोर्टेंट टू इंक्रीज एक्सेस टू जस्टिस ठीक है यहां पर क्या है जस्टिस है ठीक है तो देखो क्या होता है अब गवर्नमेंट ने जब प्रैक्टिकल प्रॉब्लम्स देखिए जो हमने अभी पिछली स्लाइट डिस्क्स करिए तो उन प्रैक्टिकल प्रॉब्लम्स को देखने के बाद में गवर्नमेंट ने तय कर लिया क्या कि यार भागा लिटिगेशन अर्जी लगाना लिटिगेशन लगाना इंटरेस्ट मतलब क्या उनके इंटरेस्ट में तो समझ आता है आपको पब्लिक मतलब जनता तो जनता के इंटरेस्ट में आप जब अर्जी लगाते हो ठीक है जनता के हित में मतलब क्या ह वो इंसान अगर कोड तक नहीं जा सकता है तो क्या होगा कि मैं उनके भिहाफ़ में बस एक application डाल दू कोड में कि यही समस् कर रहे हैं और कोट क्या करेगा कोट जो रहेंगे सुप्रीम कोट हाई कोट जो रहेंगे तो वह उस इंसान की परेशानी को समझेंगे तो मज़ार थी जो गई ठीक है अब हर इंसान नहीं पहुंच सकता लेकिन उसकी परेशानी तो पहुंची सकती है जर्ज के सामने पब्लिक से जुड़ी हुई जो भी इंटरेस्ट है पब्लिक से जुड़ी हुई इंटरेस्ट जैसे क्या है एक एग्जांपल देता हूँ एक फैक्ट्री लगाई किसी ने वो फैक्ट्री क्या कर रही है कि पूरे के पूरे जो बाजू में तालाब था उस तालाब को पॉल् आपको पता था पब्लिक इंटरेस्ट लिटिकेशन के बारे में वह क्या करेगा पब्लिक इंटरेस्ट में लिटिकेशन फाइल करेगा कि यह इंडस्ट्रिलिस्ट जो यह बदमाशी कर रहा है हो गया समधान तो इस तरह से क्या होता है कि पब्लिक उसके बिहाव पर कोई भी एक organization, एक individual क्या कर सकता है? PIL फाइल कर सकता है, public interest litigation फाइल कर सकता है, है ना मज़दार चीज?
तो अब क्या होता है? Even a letter or telegram addressed to Supreme Court or High Court could treat it as PIL, अब PIL के लिए ज़रूरी नहीं कि मुझे, Supreme Court को या High Court को, इसको बनाए गया ठीक है अब देखो गैस के अवार्टेज समझो अवार्टेज इसका है तो इसने बहुत सारे ऐसे सेक्शन के लोगों को मदद करिए जो अगर जिनके भी आप आवाज नहीं उठाई जाती तो शायद वह ऊपर नहीं उठ पाते शायद अपनी जा रहा है प्रताड़ित किया जा रहा है तो इस तरह से क्या है हेल्पिंग इन रिस्कुइंग बॉंडेड लेबर में यह बताया गया है कि जो बॉंडेड लेबर से उन्हें छुड़ाने के लिए क्या किया गया पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन ऐसे प्रिजनर्स से जिन्हें क्या है प्रिजनर्स रिलीज ओफ प्रिजनर्स इन विभार हो एडमिन कैप्ट इन जेल इवन आफ्टर देर पंजी विभार में क्योंकि उनका पूरा फिर भी निकाल जा रहा था तो क्या हो रहा देखो वह तो जेल में है उतना नॉलेज नहीं होने पैसा नहीं होता तो उनके बिहाव पर क्या होता है कि ऑर्ग्नाइजेशंस ने एंजीओ वगैरह ने फाइल किया कि इस पब्लिक इंटरेस्ट लिटिकेशन और उन्हें छुड़ाए गया तो इस तरह से क्या है एडवांटेजेश देखो पब्लिक इंटरेस्ट लिटिकेशन की कि पब्लिक इंटरेस्ट में कितना कुछ अच्छा किया दा रहा है ठीक है आगे क्या होता है मिड् घर से खाना ले जाते हैं बाकि जैसे government school है ठीक है government school में क्या होता है पढ़ने जाओ कि वहाँ खाना भी मिलेगा दोपेर में ठीक है तो जो lunch रहता है तो school में lunch दिया जाता है midday meal में मद्यान भोजन जो रहता है अब कैसे आई तो ये midday meal की जो policy है वो कैसे आई उसके पीछे की history समझो देखो तो यहाँ कुछ photographs है photographs के थूँ समझाने की कोशिश करी है वो भी मैं आपको समझाता हूँ ठीक है relate the story अब क्या होता है कि किसी ने देखा ठीक किसी ने एक organization है तो उसने एक NGO है उसने देखा कि क्या होता है हो रहा है कि हमारे देश में क्या हो रहा है कि कहीं लोग भूके मर जा रहे हैं आकाल है कहीं मतलब खाने कोई नहीं है और कहीं पर गवर्नमेंट की जो ग्रेनरीज है वह भरी पड़ी है मतलब उसमें ग्रेनरीज हर साल खराब हो जा रहा है ग्रेनरीज क्या हो जा रहे हैं सड़ जा रहे हैं उसमें वह वेस्ट जा रहा है लेकिन वहीं पर हमारे देश में लोग भूके मर जा रहे हैं लोग आकाल वाली स्थिति में जी रहे हैं तो अब क्या हो गया यह तो एक तरह से हम देखत तो यह लोगों ने ऑप्शन क्या तो एंजियो ने क्या किया एक पब्लिक इंटरेस्ट लिटिकेशन डाली सुप्रीम कोर्ट में ठीक है तो एक पब्लिक इंटरेस्ट लिटिकेशन के बाद में क्या तै किया जाता है तो तमिलाड़ू गवर्नमेंट जो है वह डायरेक्शन देती है कि से वह डायरेक पहले तमिलनाडू गवर्मेंट को क्या कि वहाँ पर यह ऑब्जर्व किया जाता है कि यह जो कह सकते हैं कि स्कूल से स्कूल में क्या किया जाए बच्चों को इस तरह से दोपहर का खाना जो है वो इस एक्सेसिव ग्रेंज जो है आपके पास मैं फिर गवर्मेंट उनके पास बहुत ग्रेन है तो उस ग्रेन से गवर्नमेंट क्या करेगी बच्चों को लंच प्रोवाइड करेगी ठीक है अब जब बच्चों को लंच मिलना स्टार्ट हुआ तो उसके अडवांटेजेस क्या है आप सेवन्थ क्ल गया तो यह बहुत अच्छी बात हो गई ठीक है उसके आदमी दूसरी चीज क्या है कि बच्चों की हेल्थ कंडीशन इंप्रूव होने लगी तो जो माल निट्रिशन से सफर करते थे बच्चे वह ठीक हो गए ठीक है तो यह सारे एडवांटेजेस हुए किस चीज के यह सारे जुडिशरी जो है तो वो जजमेंट देती है कि जीने का मतलब ये नहीं कि सिर्फ तुम पैदा हो गया तो तुम्हारी कोई हत्या नहीं करेगा तो उन सीज़ों को ध्यान में रखते हुए क्या होता है कि जैसे राइट टू फुड को भी इंकॉरपरेट किया गया और राइट टू फुड के अंदर जो बच्चे हैं जो स्कूल जा रहे हैं और उनके पास अगर खाने को नहीं है स्कूल में तो उन्हें क्या दिया जा तो इसका on ground अगर आप देखोगे कि practical benefits कितने है तो कितने सारे practical benefits हमारे सामने निकल क्या है आगे देखते हैं आगे क्या है तो another issue that affects the common person's access to justice ठीक है अब देखो हमने यह देखा कि common person जो एक उसके पास पैसे की कमी है टाइम की कमी है उसके पास knowledge नहीं है ठीक है तो government ने public interest litigation लिया है ठीक है मतलब judiciary ने यह mechanism एक evolve कर लिया है कि हम public interest litigation जैसी ऐसी चीज होने वाली है अब क्या है अगला इशू एक और जो निकलकर आता है नादर इशू देख एक्सिस टो जस्टिस इस लॉन नंबर ऑफ यह देट कोर्ट्स टेक टू हेयर केसेस ठीक है अब इसमें कोड भी कुछ नहीं कर सकता है पहली बात तो कि हमारी जाते हैं और हमारा जुडिशियरी का जो कह सकते हैं कि सेट अप तो उतना बड़ा नहीं है बड़ा है इन दे सेंस इतने सारे ज्यादा जजेस नहीं है जजेस की नंबर बढ़ना चाहिए उसका एक सलूशन यह हो सकता है लेकिन अल्टिमेटली होता क्या है कि कुछ जजेस इतने सारी प्रॉबलम्स तो प्रेशर क्रिएट होता है किसके उपर जुडिश्चरी के उपर और जिसके चलते क्या होता है कि लॉन नंबर आफ यह रेट को टेक्स टू यह अकीज ठीक है अब केसेस को रिजॉल्व बहुत ज़्यादा टाइम लगता था और इसी कारण से कोट है क्या है जस्टिस डिलेड इस जस्टिस डिनाइड ठीक है मतलब आप अगर न्याय को देरी से दे रहे हो तो न्याय देने से मतलब ही नहीं है कुछ स्टाइटिंग में मैंने अभी बताया समस्याओं का समाधान है कि हमें जुडिशियरी को रेफिशेंट बनाना चाहिए सारी चीजें ठीक है जैसे एक एक्सांपल आशिंपूरा मैसायकर का दिया गया है कि यहां पर एक बार क्या होता है कुछ आर्म फोर्सेस ने मैसायकर कहा जाता है इसे मैसायकर की वह जाता मतलब नर संघार लाज स्केल पर लोगों की हत्या हो जाना तो मेरठ उत्तर प्रदेश में केस हुआ था एक बार ठीक है शायद 1987-1989 में तो उस टाइम पर क्या हुआ बहुत तो ये सारी समस्याएं देखने को मिली हैं वहाँ पे ठीक है, however in spite of this there is no denying that the judiciary has played a crucial role in democratic India, देखो अब जैसी भी है हमारी अपनी judiciary है, ठीक है और जैसी भी है judiciary काम तो कर रही है ठीक, तो उस sense में क्या है मतलब हमने देखा कि drawbacks है, देखो perfect क्या होता है कि आप कितना strive कर रहे हो perfection के लिए, आप कितनी कोशिश कर रहे हो perfect बनने की, आप कितना efforts लगा रहे हो तो वहाँ पर हम अगर देखें तो डिस्पाइड देर इस नो डिनाइंग देट जुडिशरी हैस प्लेड आफ क्रूशल रोल इन डेमोक्रिटिक इंडिया ठीक है तो जुडिशरी एक बहुत इंप��र्टेंट रोल भी प्ले करती लेकिन जब बात होती है डेमोक्रिटिक इंडिया की डेमोक्रिसी को मजबूत बनाया रखने में जुडिशरी ने एक बहुत इं नहीं होती तो एग्जिकेटिव और लेजिस्ट्रेचर की पावर पर कौन चेक लगा था ठीक है फिर तो परेशानी और बजाती कि एग्जिकेटिव और लेजिस्ट्रेचर लोगों को एक्सप्रॉइट करने लगते हैं तो जो बैलेंस आफ पावर की बात करते हैं वो बैल fundamental rights of citizens और एक चीज तो मानना पड़ेगी कि लोगों के fundamental rights की जब बात आती है तो judiciary मजबूत खड़ी रहती है तो इस sense में judiciary के ये achievements भी हैं fine ये सारा सब कुछ discuss किया हमने does everyone has access to the court अब आप बोलोगे सर एक बीच में टॉपिक छूट गया जी हाँ तो वो जो टॉपिक है हम ऑलगा तैलिस वाले केस के साथ पर पढ़ेंगे बड़ा मज़े आने वाला है ठीक है तो नेक्स्ट वीडियो लेक्चर में उसे कवर करने वाले हैं प्रश्न पर पढ़ेंगे तो फील फ्री टो आस्क इन कमेंट सेक्शन तिल देन स्टेय कनेक्टेड कीप लर्निंग थैंक यू वेरी मच हेलो एवरीबडी इस दिग्राश सिंह राजपूत वेलकम टो मैंने इस वीडियो में क्या पढ़ने वाले हैं इस वीडियो में पढ़ेंगे ओलगा तैलिस वर्सिस बॉमबे मुनसिपल कॉर्पोरेशन वाले टॉपिक को अभी तक हमने तो हमने क्या पड़ा अभी तक हमने देखा समझा चीजों को कि किस तरह से जुडिशरी जो है हमारा जो जुडिशर सिस्टम बना हुआ है क्या मतलब कैसा स्ट्रक्चर है उसका ठीक है अलग-अलग ब्रैंचेस होती है फिर उसके बाद में लास्ट वीडियो इंसान की इक्वल एक्सेस है कोड तक कि क्या हर इंसान पहुंच सकता है वह तक तो हां भी और ना भी क्या कहने हैं भी और ना भी से तो हां इंसान तो जा सकता है मतलब कोड तो हर इंसान को मतलब हर individual को, हर citizen को equal front पे justice प्रोवाइड करेगा, ठीक है, चाहे वो कोई भी हो, लेकिन practical problems होती है बहुत जादा, पैसे की कमी, time की कमी, ठीक है, knowledge की कमी, तो हर इंसान क्या, अब इन सारी कमियों के साथ में justice को पा सकता है, तो एक बड़ा सा ना लिख देते हैं हम, ठीक है, त जजमेंट्स डेट पीपल बिलीव वर्क अगेंस्ट दी बेस्ट इंटरेस्ट ऑफ कॉमन परसन क्या होता है कि कुछ जजमेंट्स किसकी जजमेंट कोटी जजमेंट देगा आप और मेरी जजमेंट से क्या होता है तो कुछ जजमेंट कोर्ट्स की ऐसी भी हुई है जो प्रेवर होने के कारण क्या है कि जो जजमेंट आपने आपके डिस्ट्रिक्ट कोट में दिया आप उसे चैलेंज कर सकते हैं हाई कोट में हाई कोट के जजमेंट को सुप्रीम कोट में चैलेंज कर सकते हो लेकिन तीनों के जजमेंट जो है तो जो हाई कोट से तो उनके जजमेंट प्रिवेल करेंगे मतलब लिस्ट्रिक्ट कोट के ऊपर हाई कोट का और हाई कोट के ऊपर सुप्रीम कोट का ठीक है और हमारे जुडिशरी इंटेग्रेटेड है एक एक्सांपल है ओलगा टेलिस वर्सेस बॉंबए मुनिसिपल कॉर्पोरेशन का ठीक है यह केस को समझिए केस कि मैं आपको एक आउटलाइन बता देता हूं क्या होता है बॉंबए मुनिसिपल कॉर्पोरेशन डिसीजन देती है कि जो फुटपाथ इपार्वेंट है तो वहां पर जो भी स्लम ड्वेलर्स है या फिर जो लोग रह रहे हैं उन्हें वहां से हटाया जाए विक्ट किया जाए रहा कि रखे हो वह खाली करना होगा यह कोट ने जजमेंट दे दिया तो क्या होता है कि जजमेंट ऑन इविक्शन ऑफ इज तो जो थे ठीक है जो कि जो प्रियों में घूमते रहते थे इन दी संस कि कभी इस फुटपाथ पर यहां पर सामान बेचा उन्होंने कुछ ठीक है कभी आगे चले गए तो इस तरह से जो समझ स्लम ड्वेलर्स होते थे उन्हें हटने के ऑफ स्लम ड्वेलर्स अब क्या होता है कि जब यह लोकल लेवल पर जो पोट्स ऐसी जजमेंट देते हैं तो लोग आफ लेवल अधिकार हो लेकिन अब क्या हो रहा है कि जुडिशरी जो है तो एक तरफ से हमें भगा रही है फिर यह दूसरी जुडिशरी के पास में गया तो दूसरी जुडिशरी ने प्रोटेक्शन दिया मतलब सुप्रीम कोड उन्हें कैसे प्रोटेक्शन देता है तो यह लाइवलीहुड एज पार्ट ऑफ राइट टू लाइव ठीक सुप्रीम कोड बताता है कि राइट टू लाइवलीहुड जो है आपका जो जीने का अधिकार है ठीक है वह पर रहने की जगह हो ठीक लिविंग स्पेस होना चाहिए अब क्या होता है सुप्रीम कोट यह बताता है ठीक ओलगा तेली से बॉंबे मुनसिपल कॉर्परेशन केस में कि जो श्लम डेवेलर्स हैं तो सम स्लम डेवेलर्स को क्या प्रॉब्लम जीने का अधिकार तो है य तो मतलब यूनिवर्सली एक्सेप्टेट राइट हो गया राइट टू लाइफ अब राइट टू लाइफ में सिर्फ यह नहीं कि मेरे एनिमल एक्सिस्टेंस की तरह जीते रहो बस कि जानवर की तरह जीतो जानवर भी रहें तो आप ऐसा नहीं कि बस जीने का अधिकार है बना देंगे बस लेकिन आपको जब जीने का अधिकार दिया है तो उसमें आपको सारी चीजें होना चाहिए ठीक है लाइफ मीन्स समथिंग मोर देन मिर्ली एनिमल एक्सिस्टेंस यह बहुत अपने आपने बहुत घहरा स्टेटमेंट है क्या लाइफ मीन्स समथिंग म एक्जीटेंस जानवर की तरह जीने का मतलब लाइफ नहीं होता है उससे कुछ ज्यादा होता है क्या होता है कि खाना हो ठीक है आपका डेवलपमेंट हो ठीक है आपको एक सेफ इनवार्मेंट मिले रहने के लिए घर हो यह सारी चीजें अब इसीलिए पोट करती है इस तरह से तो सुप्रीम को जजमेंट देती है राइट लाइवलीहूट एज पार्ट ऑफ राइट लाइव जिसमें क्या बोलती है लाइफ मींस सम्थिंग मोर देन मेरे एनिमल एक्जिस्टेंस ठीक है एंड इवेक्शन ऑफ पर्सन फ्रॉम पावरमेंट ऑफ स्लम विल इनएविटिएबली लीड टू दी डिप्रीवेशन ऑफ इस मींस ऑफ लाइवलीहूट वह उनका जी उनके पास पैसा नहीं है इसलिए तो वह पार्वेंट पर फुटपाथ पर है कि जीवन जी रहे हैं अपना यह गॉर्नमेंट की रिस्पॉंसिबिलिटी बनती है कि गॉर्नमेंट वने व्यवस्थित तरह से क्या करके दे अकमडेशन दे ठीक है तो यह राइट बुक है एट क्लास की बुक उस हिसाब से मैंने आपको समझाया आप चीजें समझ में आई है चैप्टर यहां पर खत्म होता है किसी