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विरासत के कानून को सीखने और सिखाने का क्यों महत्व है?
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यह मुस्लिम समुदाय में न्याय सुनिश्चित करने और अल्लाह व रसूल की हदों के अनुसार संपत्ति का वितरण करने के लिए महत्वपूर्ण है।
अल्लाह व रसूल की हदों के अनुसार विरासत का वितरण क्यों आवश्यक है?
यह न्याय सुनिश्चित करने और समुदाय में शांति और सामंजस्य बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
डॉक्टरीन ऑफ रिप्रेजेंटेशन मुस्लिम विरासत कानून में क्यों लागू नहीं होता?
क्योंकि मुस्लिम विरासत कानून में पिता की मृत्यु के बाद दादा की संपत्ति पोते को नहीं मिलती।
मुस्लिम विरासत कानून के सिद्धांतों का सारांश क्या है?
मुस्लिम विरासत कानून के सिद्धांत मृत्यु के बाद संपत्ति के न्यायपूर्ण वितरण के लिए आवश्यक हैं और इसके सही ढंग से पालन करने की आवश्यकता है।
हदीस के अनुसार विरासत के कानून को सिखाने का संदेश क्या है?
हदीस में विरासत के कानून को सीखने और सिखाने का संदेश दिया गया है ताकि न्यायपूर्ण वितरण सुनिश्चित हो सके।
मुस्लिम विरासत कानून के तहत सौतेले बच्चों का क्या अधिकार होता है?
सौतेले बच्चों को सौतेले माता-पिता की विरासत का हक नहीं होता।
90 साल का नियम किस संदर्भ में लागू होता है?
इस नियम के अनुसार, किसी व्यक्ति की संपत्ति का हेरिटेज नहीं होगा जब तक उसे 90 सालों तक जीवित माना जाएगा।
विवाह किस प्रकार विरासत के कानून को प्रभावित करता है?
स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 के तहत रजिस्टर विवाह के माध्यम से सिल्सिला इंडियन सक्सेशन एक्ट के तहत चलता है, मुस्लिम विरासत कानून लागू नहीं होता।
मुस्लिम विरासत कानून के अनुसार महिलाओं का संपत्ति में क्या हक है?
महिलाओं को मूवेबल और इमूवेबल प्रॉपर्टी दोनों में हक मिलता है, और बेटियों का हिस्सा भी बेटों के समान होता है।
फैमिली में किसी सदस्य की मृत्यु के बाद विरासत कानून कैसे सक्रिय होता है?
विरासत का हक किसी सदस्य की मृत्यु के बाद ही सक्रिय होता है, और तब ही संपत्ति का वितरण होता है।
अजन्मे बच्चे के विरासत में हिस्सेदारी के लिए क्या शर्त है?
अगर बच्चा मां के गर्भ में होते हुए जीवित पैदा होता है तो वह हकदार माना जाएगा।
इंडियन एविडेंस एक्ट अध्याय 108 का क्या महत्व है?
इस अध्याय के अनुसार, 7 सालों तक लापता व्यक्ति को मृत माना जाता है।
मुस्लिम विरासत कानून में हेरिटेबल प्रॉपर्टी का निर्धारण किन चरणों के बाद किया जाता है?
1. अंतिम-संस्कार के खर्चे निकालने के बाद। 2. कर्ज़ की अदायगी के बाद। 3. वसीयत की पूर्ति के बाद।
माता-पिता और संतानों का विरासत में क्या हक है?
माता-पिता और संतानें विरासत के हकदार होते हैं और उनके लिए हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाती है।
हेरिटेबल प्रॉपर्टी को परिभाषित कीजिए।
हेरिटेबल प्रॉपर्टी वह संपत्ति है जो अंतिम-संस्कार के खर्चे, कर्ज़ की अदायगी, और वसीयत की पूर्ति के बाद बचती है।
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