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होटल उद्योग का परिचय

Aug 27, 2025

Overview

इस लेक्चर में होटल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के बूम, चैलेंज, डिमांड-सप्लाई, प्रमुख टर्म्स, रिस्क और एनालिसिस स्ट्रैटेजीज को विस्तार से समझाया गया।

होटल इंडस्ट्री का बेसिक परिचय

  • होटल सेक्टर में भारी फिक्स्ड इन्वेस्टमेंट और वर्किंग कैपिटल की जरूरत होती है।
  • कस्टमर एक्सपीरियंस, सर्विस क्वालिटी और ब्रांडिंग बहुत महत्वपूर्ण हैं।
  • होटल इंडस्ट्री की डिमांड टूरिज्म, मिडल क्लास की ग्रोथ और डिस्पोजेबल इनकम से जुड़ी रहती है।
  • इंडिया में होटल इंडस्ट्री में अभी भी बहुत स्कोप है, कमरा पेनिट्रेशन अन्य देशों से कम है।

डिमांड एवं सप्लाई के कारक

  • बिजनेस ट्रैवल, मिडल क्लास का उभार, MICE टूरिज्म (Meetings, Incentives, Conferences, Exhibitions) डिमांड बढ़ाते हैं।
  • धार्मिक/स्पिरिचुअल टूरिज्म में कोविड के बाद बड़ा बूम आया है।
  • सप्लाई सीमित है क्योंकि होटल खोलने व निर्माण में कई साल लगते हैं।
  • टियर 2-3 शहरों में होटल्स की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है।

मुख्य जोखिम (Risks) और चुनौती

  • होटल बिजनेस में सीजनलिटी और इकॉनमिक साइक्लिसिटी हाई है।
  • फिक्स्ड और ऑपरेटिंग कॉस्ट बहुत अधिक है, occupancy घटने पर घाटा बढ़ता है।
  • प्रॉफिटेबिलिटी आने में समय (maturation lag) लगता है।
  • इंडस्ट्री बहुत फ्रैगमेंटेड है, टॉप 10 ब्रांड्स के पास केवल 2 लाख कमरे हैं।

प्रमुख टर्म्स और एनालिसिस

  • Average Daily Rate (ADR): प्रति बिके कमरे से होने वाली औसत कमाई।
  • Revenue per Available Room (RevPAR): कुल रूम्स के मुकाबले एवरेज रेवेन्यू।
  • Occupancy Rate: कितने रूम्स भरे हुए थे (बिके रूम/कुल रूम्स)।
  • Degree of Operating Leverage: फिक्स्ड कॉस्ट ज़्यादा होने से सेल्स में थोड़ी बढ़ोतरी से प्रॉफिट तेज़ी से बढ़ता है।

प्रोफिटेबिलिटी स्ट्रैटेजी

  • होटल्स प्रोफिटेबिलिटी के लिए प्रॉपर्टी, लोकेशन, एमेनिटी और सेगमेंट में डाइवर्सिफाई करते हैं।
  • ओनरशिप, लीज़, मैनेज्ड, फ्रेंचाइज़ जैसे अलग-अलग ऑपरेटिंग मॉडल अपनाते हैं।
  • ऑक्यूपेंसी बैलेंस रखने के लिए कॉरपोरेट टाई-अप, लॉयल्टी प्रोग्राम आदि चलाते हैं।
  • एमेनिटीज जोड़कर नॉन-रूम रेवेन्यू बढ़ाते हैं (रेस्टोरेंट, स्पा, इवेंट्स आदि)।
  • सेगमेंट के अनुसार होटल की लागत: लग्जरी > अप्पर मिडस्केल > मिडस्केल > इकोनॉमी।

Key Terms & Definitions

  • ADR (Average Daily Rate) — प्रति दिन, प्रति रूम औसत कमाई
  • RevPAR (Revenue per Available Room) — उपलब्ध कमरों के अनुपात में औसत रेवेन्यू
  • Occupancy Rate — भरे हुए कमरों का प्रतिशत
  • Operating Leverage — सेल्स के अनुपात में प्रॉफिट में बदलाव की संवेदनशीलता
  • MICE Tourism — मीटिंग्स, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस, एग्जिबिशन टूरिज्म

Action Items / Next Steps

  • कम से कम तीन होटल इंडस्ट्री कंपनियों की कॉन्फ्रेंस कॉल पढ़कर नोट्स बनाएं।
  • नोट्स को विस्तार से लिखें और सबमिट करें (AI की सहायता के बिना)।