अस्लाम लेकुम स्टूडरेंट्स अब तक करीबन हम नियोपलीजिया की लास्ट लास्ट टॉपिक्स पर आ गए हैं अब बी मैंने आपको नियोपल यह डिसकवर किया गया कि बहुत सारे वायरस जो हैं वह कार्सीनोजेनिसिस के तौर पर या कार्सीनोजेनिसिस के प्रोसेस को इनहेंस करते हैं डिफरेंट थरा की जीन्स वगैरह को ट्रांस्क्रिप्शन फैक्टर को या टीमर सप्रेसर जीन को ऑल्टर करकी किस तरह से करते ह ल्यूकीमिया वायरस ठीक है उसे क्या कहते हैं human T cell ल्यूकीमिया वायरस वान जो के human के अंदर T cell ल्यूकीमिया करता है कैसे ल्यूकीमिया करता है अभी पढ़ते हैं उसके अलावा हम दिने एसोसियेटेड वायरस पढ़ेंगे डी एने एसोसियेटेड वायरस में हमने बढ़ना है हर पिस आज सोरी ह्यूमिन पेपिलोमा वायरस ठीक है बिलेशन भी देखेंगे कि हेपटाइटिस बी और सी किस तरह से लिवर कार्सिनोमा काउस कर देते हैं ठीक है लिवर का कैंसर कॉट कर देते हैं इसके अलावा वाइस इसके अलावा एक बिक्टीडीयल पिछली के बारे में भी बढ़ेंगे ऑलडी भी आपको देता होगा कि जो एच पाइलोरी है वह स्टमक के अंदर क्या करता है अल्सर्स एच पाइ लॉरी ठीक है जब ये वहाँ पे अलसर कॉस करता है तो अलसर उसको अगर शीट ना किया जाए तो अल्टिमेटली वो अलसर जो हैं वो कार्सिनोमा में कंवर्ट हो जाते हैं सुगेस्ट्रक कार्सिनोमा हो जाता है तो ये डिफरेंट तरह का बेक्टीरिया, विरसेस के प्रोसेस को कंट्रीब्यूट करते हैं यह बारी-बारी हमने पढ़ना है सबसे पहले हम लोग आरेने विरसेस के बारे में पढ़ेंगे तो कहते हैं एनिमल के अंदर बहुत सारे आरेने विरसेस को डिटेक्ट किया गया डिस्कस किया सडी की गई इन आरेन carcinoma के साथ associated है वो है हमारे पास human T-cell leukemia virus human T-cell leukemia virus इसका जो cause जो ये काम कर रहा है उसी के नाम पे इसको नाम दे दिया गया कि ये humans के अंदर आके T-cells का leukemia cause करता है ठीक है अब leukemia क्या है ये आपको special pathology में बहुत जादा डिटेल में पढ़ाओंगी leukemia क्या होता है lymphoma क्या होता है leukocytosis क्या है leukopenia क्या है अभी तक आप ये याद रखेंगे ये सारी की सारी term WBC से associated है और leukemia का मतलब है excessive production या excessive proliferation of the T cells ठीक है दिकेमिया और lymphoma में थोड़ा सा basic difference में बता दूं तो अगर हमारे पास leukemia का मतलब है कि जब diffuse involvement होती है या diffuse proliferation होती है WBCs की और वो सारे के सारे circulation को diffusely integrate जाते हैं जबकि lymphoma का मतलब होता है वो सॉलिड डिस्क्रीट मास की फॉर्म में होते हैं बड़े स्टिक्की होते हैं इस तरह का मैस जो है व डब्लीवीसी का डिपॉजिट हुआ बावा डिफरेंट इरियास में तो इसको हम लिम्फोमा बोलते हैं जबकि यह जो ह्यूमन टी सेल ल्यूकीमिया कर रहा है बिल्कुल से ही है दोनों में डब्ली बसीट की बहुत ज्यादा एक्सेसिड प्रोलिफिरेशन हो रही होती है फर्क यह है कि लुटी में वह डिफ्यूज प्रेजेंटेशन के साथ होते हैं और सर्कुलेशन के अंदर जबकि लंफोमा में वह डिस्क्रीट मास्क फॉर में होते हैं और यह मैसेज कहीं ना कहीं डिपॉजिट हुआ होगा ठीक है से यही बात कीविया अब एफेक्ट करता है तो कहते हैं इसकी जो एक्शन है वह बिल्कुल एड्स या एचएवी जो वायरस होता ना उसके साथ यह सिमिलर होता है और जिस तरह एचएवी किसको एफेक्ट करता है सीडी फोर टी सल्स को तो यह भी सीडी फोर टी सल्स को है इस RNA वाइरस की transmission के लिए तो क्या समझ आया कि एक RNA वाइरस है जो human T-cell leukemia वाइरस के लाता है यह क्या cause करता है यह humans के अंदर leukemia या lymphoma cause करता है leukemia और lymphoma का मतलब है excessive production of WBCs ठीक है उसके बाद कहते है ऐसे तमाम लोग जो कि इस human T-cell leukemia वाइरस से infect होते हैं उनमें सरफ 3-5% जो है वो progressively leukemia develop कर जाते हैं सारे के सारे नहीं करते ठीक है और कहीं पर यह भी discuss किया गया है यह यह पता चला molecular study करके कि leukogenesis के लिए, leukogenesis यानि leukemia या lymphoma development के लिए इस virus का होना बहुत चादा ज़रूरी है, अब यह क्या contribute करता है, यह molecularly या molecular level पे अभी exact हमें नहीं पता, ठीक है, अब एक बात इन्होंने यहां की वी है, कि जब हमने देखा कि यह different cells के अंदर जाके, chromosome के अंदर जो इसकी integration होती है, वो randomly होती है, ठीक है, प्रसिफिक नहीं है लेकिन हमने डिफरेंट सेल्स के अंदर जब देखा यह ह्यूमन टी सेल यूकीमिया वाइरस तो यह क्रोमोजॉन पर एक स्पेसिफिक जगह पर पाया गया ठीक है इसका मत्तब है यह वहां पर जाता है और फिर ट्रांसफर्मेशन पर इंटेग्रेट होना सटल होना है ट्रांसफर्मेशन में हेल्प करनी है ट्रांसफर्मेशन के बाद मलिकिनेंसी बनने लिव को जेनेसिस में अब कैसे रोल प्ले करता है इस एक्सेड चीज हमें नहीं पता नेक्स्ट बात उन्हें की दिया कि जो ह्यूमन टीसल लिवकीमिया वाइरस है दूसरे रेटरो वाइरस इसकी तरह इसके पास जो है एंड टर्मिनल पर एप्लीकेटेड टर्मिनल पर मौजूद होता है गैप मौजूद होता है ठीक है पॉल मौजूद होता है पॉल रीजन मौजूद होता है और इन आर या इन टाक्स रीजन मौजूद है टेक्स रीजन ठीक है यह जो टेक्स जीन है टेक्स रीजन है यह कोड करती है टेक्स प्रोटीन के लिए किसके लिए कोड करती है टेक्स प्रोटीन के लिए और यह टेक्स प्रोटीन में भी कुछ ऐसा डिफरेंट कर रहे हैं जो वहां यह यह क्या करते हैं कि यह टेक्स प्रोटीन बहुत ज़रूरी है एक तो वायरस इस वायरस की रेप्लिकेशन के लिए वायरस की रेप्लिकेशन में तो हेल्प करते ही करते हैं लेकिन साथ इस साथ यही टेक्स प्रोटीन हुमन के जो होस्ट साल्स हैं उनको भी ट्रांसफॉर्म क बस यह कारण रिट्रो वाइरस है जो कि ह्यूमन के अंदर ह्यूमन टी सेल ल्यूकीमिया या फिर ह्यूमन टी सेल ल्यूकीमिया या लंफोमा कॉस करते हैं ठीक है दूसरी बात हमने की 3-5 परसेंट इंफेक्टेड इंडिवीजुअल इसको एक्वाइड कर लेते प्रेटेड सेल्स में पाई गई इसका मतलब है सीन्स ऑफ क्राइम है यह बड़ा मेजर है लिखो जनसेस को डेवालप करने में उसके बाद हमने जो मेकैनिसम की बात की ऑल्डू एक्सेक्ट हमें नहीं पता लेकिन यह जो ह्यूमन लिव कीमिया होस्ट सेल्स को भी ट्रसफॉर्म करते हैं और कार्सीनोजेनिसिस के हॉल मार्क्स को कंट्रिब्यूट करते हैं। इस तरह से कंट्रिब्यूट करते हैं, कहते हैं ये P53 में लॉस और फंक्शन मिटेशन करते हैं। ये एक ट्यूमर सप्रेसर जीन है, अगर ये नहीं ह अवियस्से बात है, tumor grow करेगा, दूसरा काम ये ये करती है, कि cyclin D के levels को बढ़ा देती है, याद करो, cyclin D कहां पढ़ा वा है, growth factors में, तो अगर cyclin D जादा होगा, तो transcription जादा से जादा होगी, transcription जादा, तो prudence जादा, metabolic machinery जादा, वो जादा होगी, ज्यादा तो नियुक्त लेजिए और प्रॉलिफरेशन ज्यादा ठीक है तो यह ऐसी चीजों को ऑर्टर कर रही है जो कैंसर के हॉल मॉक्स के साथ जाकर बहुत ज्यादा इस्सॉसिएट होता है ना सिर्फ यह साइटलन आम का इन्हेंस इन्हेंस इन्हेंस इन्हेंस इन्हेंस इन्हेंस इन्हेंस यूमन ल्यूकीमिया जो वाइरस है यह जो ह्यूमन के अंदर वाइरस कॉस कर रहा है यूमन टीसल ल्यूकीमिया वाइरस यह किस तरह से कर रहा है इसकी अंदर एक टैक्स जीन है और वह टैक्स जीन जो है वह टैक्स प्रोडीन बनाती है वह जरूरत नहीं है ना पढ़ लिया हमने दूसरी बात तो यह कर रहा है कि यही वाली जो टैक्स प्रोडीन है या फिर डिफरेंट induce कर देती है, क्या करती है, genetic instability induce करती है, genetic instability की indusion की वज़ासे जो repair genes होती हैं, वो अपना काम चोड़ देती हैं और जारे repair genes काम नहीं करेंगी तो cancer के लिए chance बढ़ जाएगा, और दूसरी बात है जो check points थे, जहाँ पे checking हो रही थी यह inhibit कर देती हैं, so cell cycle के ऊपर control नहीं रहता, अब कैसे करती है exact mechanism हमें नहीं पता, बस रखनी है कि human papilloma virus sorry human T cell यूकीमिया वाइरस जब इंफेक्ट करेगा तो ये T-cells के ऊपर एक्ट करता है और उनके अंदर बहुत सारे जो controller factors थे जैसे P53 था, cycle independent kinase inhibitor वगैरा थे उनको आल्टर करके excessive proliferation कराएगा और जब excessive proliferation कराएगा तो हमारे पास यूकीमिया डेवेलप हो जाएगा ठीक है, ये risk