भारतीय अर्थव्यवस्था के मुख्य क्षेत्र

Aug 6, 2024

भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र (Sectors of Indian Economy)

अध्याय का परिचय

  • वक्ता: दिगराज सिंह राजपूत
  • क्लास: 10वीं अर्थशास्त्र
  • अध्याय: भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र
  • मुख्य विषय: पिछले अध्याय में विकास की बात, अब आर्थिक विकास के क्षेत्रों के बारे में।

अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्र

  • अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्र हैं:
    • प्राथमिक क्षेत्र (Primary Sector)
    • माध्यमिक क्षेत्र (Secondary Sector)
    • तृतीयक क्षेत्र (Tertiary Sector)
  • अर्थव्यवस्था के क्षेत्र काम के आधार पर विभाजित होते हैं।

प्राथमिक क्षेत्र

  • कृषि क्षेत्र या प्राकृतिक संसाधनों से संबंधित गतिविधियाँ।
  • जैसे:
    • कृषि
    • डेयरी
    • मछली पकड़ना
    • वन्य उत्पाद

माध्यमिक क्षेत्र

  • औद्योगिक और निर्माण क्षेत्र।
  • प्राकृतिक उत्पादों का रूपांतरण।
  • जैसे:
    • विनिर्माण उद्योग
    • खाद्य प्रसंस्करण

तृतीयक क्षेत्र

  • सेवा क्षेत्र।
  • प्राथमिक और माध्यमिक क्षेत्रों के विकास में सहायता करता है।
  • जैसे:
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य सेवा
    • परिवहन

क्षेत्रीय निर्भरता

  • प्राथमिक, माध्यमिक, और तृतीयक क्षेत्र एक-दूसरे पर निर्भर हैं।
  • उदाहरण:
    • टमाटर:
      • प्राथमिक क्षेत्र में उगाया जाता है।
      • माध्यमिक क्षेत्र में टमाटर से टमाटर कैचप बनता है।
      • तृतीयक क्षेत्र में वितरण और विपणन होता है।

ऐतिहासिक परिवर्तन

  • जैसे-जैसे देश विकसित होते हैं, प्राथमिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की संख्या कम होती जाती है, और तृतीयक क्षेत्र में बढ़ती है।
  • अमेरिका जैसे विकसित देशों में तृतीयक क्षेत्र सबसे महत्वपूर्ण हो गया है।

अनौपचारिक और औपचारिक क्षेत्र

  • अनौपचारिक क्षेत्र:
    • कार्य की अनियमितता, कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं।
  • औपचारिक क्षेत्र:
    • नियमित कार्य, सामाजिक सुरक्षा और लाभ।

रोजगार की स्थिति

  • प्राथमिक क्षेत्र में अधिक लोग काम करते हैं लेकिन उनका योगदान जीडीपी में कम है।
  • तृतीयक क्षेत्र का योगदान जीडीपी में अधिक है लेकिन इसमें रोजगार की संख्या कम है।

समस्या और समाधान

  • अंडर-एम्प्लॉयमेंट और डिज़्गाइज्ड अनएम्प्लॉयमेंट की समस्या।
  • समाधान:
    • जलवायु परिवर्तन, कृषि में सुधार, और नई उद्योगों का विकास।
    • सरकारी योजनाएँ जैसे: महात्मा गांधी रूरल रोजगार guarantee अधिनियम (MGNREGA)।

निष्कर्ष

  • भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र और उनकी भूमिका को समझना आवश्यक है।
  • सरकारी नीतियों का उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए औपचारिक और अनौपचारिक क्षेत्र के श्रमिकों की सुरक्षा करना।

नोट: इस अध्ययन में सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों पर जोर दिया गया है, जो रोजगार और विकास में सहायक साबित हो रहे हैं।