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भारतीय अर्थव्यवस्था के मुख्य क्षेत्र

Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput. Welcome to Social School. इस वीडियो में Class 10th Economics का Chapter 2 जो है Sectors of Indian Economy.

इस Chapter को हम पूरी तरह से पढ़ने वाले हैं, समझने वाले हैं. लेकिन Sectors of Indian Economy एक ऐसा Chapter है जो आपको Economics के बारे में बहुत कुछ बताता है. पिछले Chapter में आपने Development पढ़ा, विकास की बात कर रहा हूँ.

इकनॉमिक्स के अंदर पढ़ रहे हो आप ये तो आपने इकनॉमिक्स में डेवलप्मेंट को समझा विकास को समझा अब वही डेवलप्मेंट वही विकास आप थोड़ा और उपर उठके आओगे तो आप इकनॉमिक्स में इकनॉमी के डेवलप्मेंट की बात करोगे उसे आगे बढ़ाने के लिए आपको हमको हम सबको मिलके काम करना पड़ेगा तो हम काम जब कर रहे हैं तो काम कोई primary sector में कर रहा है, कोई secondary, कोई tertiary तो क्या समझ में आ रहा है कि economy is made up of different different sectors depending on the working conditions, depending on the working style, depending on the ownership of the sector ठीक है economy can be divided into various sectors और वो sectors कौन-कौन से हैं उन्हें सभी sectors के बारे में आप इस पूरे chapter में पढ़ोगे तो sectors of Indian economy I hope you got the crux तो बेसिकली मैं आपको थीम और अच्छे से समझाता हूँ कौन-कौन से टॉपिक पढ़ने वाले और सब्सक्राइब टॉपिक को हम पढ़ते यह तो कोई पढ़ा रहा है आप यह तो कोई फैक्टरी में कुछ सामान बना रहा है अब काम सभी कर रहे तो काम तो काम जो अलग-अलग तरह से काम कर रहा है वह उनसे जुड़ा हुआ है जो पढ़ा रहा है तो फ्रेंड कर रहा है और फिर आप देखोगे तो फैक्ट्री में कोई सामान दामान बना रहा है तो वह क्या कर रहा है वह हो सकता है कि प्रामरी सेक्टर से कुछ लेकर गया हो मान लो गेहूं लेकर गया हो गेहूं से बिस्किट बना रहा है वह समझ में आ रहा है तो इस तरह से सबकार नेचर जो है सबकार primary, secondary, tertiary यह तीन तरह के broad sector से जो आपको पढ़ना है इस chapter में अब क्या होगा ना आप जब आगे और classes में पढ़ोगे तो आगे और classes में आप और भी बहुत सारे जिसे quaternary, quaternary activities के बारे में पढ़ोगे सारी चीज़े पढ़ोगे clear? देखिए तो primary, secondary और tertiary sector जो है तीनो sector का मैंने आपको crux बताया कि primary sector को agriculture sector भी कहा जाता है secondary sector को जिसे अगर आप देखोगे तो industrial sector या फिर manufacturing sector और tertiary sector sector को service sector कहा जाता है क्यों कहा जाता है सवाल आया आपके मन में अभी जवाब मिलेगा और एक चीज और लिखिए क्या कि primary secondary टर्शरी तीनों इंटर डिपेंडेंट है तीनों इंटर डिपेंडेंट कैसे यह आ सकता है और टीचर के मन में आ सकता तो एक्जाम में भी आ सकता है तो उस हिसाब से पहले यह समझो क्या समझो कि प्रेशरी सेक्टर इस डिफरेंट फॉर सेकंडरी सेक्टर क्वेश्चन जो होगा सवाल जो होगा वह होगा बहरूपिया वह किसी भी वह आपसे जो एक्सपेट किया जाएगा कि आप अर्जुन बनो ठीक है आप अर्जुन कैसे बनो तो आपका लक्ष्य मश्ली के आप यह विप्रद्यूज अगर वाय एक्सप्लोइटिंग नैचरल रिसोर्स एड एड एन एक्टिविटी आफ प्राइमरी सेक्टर प्राइमरी सेक्टर क्या है तो वह सारी गतिविधियां वह सारी एक्टिविटीज जो डायरेक्ट प्राइमरी सेक्टर मतलब जाएगा नैचरल रिसोर्सेस के साथ डिल कर रहे हैं जैसे जैसे यहां पर कौन खड़ा है किसान तो agriculture क्या? agriculture में आप मिट्टी, बीज, पानी इन सारी चीजों की मदद से क्या कर रहे हैं? nature से क्या interact करके क्या कर रहे हैं? natural products को obtain कर रहे हैं तो इसे primary क्यों कहा जाता है primary sector को?

because this sector प्राइमरी सेक्टर इट फॉर्म दिवेस फॉर ऑल प्रोडक्ट्स देट विश्वस्थित लिए मिक तो जैसे हम बोलते हैं कि स्कूल में बच्चा पढ़े जाएगा तो सबसे पहले प्राइमरी पढ़ता है मतलब प्राइमरी का छोटी क्लासेस इसको बैठना लेकिन वो इंडस्ट्री में टमाटो कैचेप ऐसे तु प्रियोग ज उन्हें डिपेंडेंट होना पड़ता है किसके ऊपर एग्रीकल्चर सेक्टर के ऊपर अब एग्रीकल्चर सेक्टर में आप नैचरल रिसोर्स को ग्रो कर रहे हो टमाटर को ग्रो कर रहो तो वह क्या हो गया वहीं टमाटर आगे के डेवलप्पमेंट्स के लिए क्या बनेगा बेस बनेगा वह टमाटर एक प्राइमरी प्रोडक्ट बनेगा यहां पर टमाटो कैचप जो है तो वह टमाटो जो ने नाश्रिक रिसोर्स इस्तेमाल करते हैं जिन एक्टिविटीज को अंडर टेक किया जाता है ठीक है वे प्रोड्यूस व गुड बाय एक्टिविटी ऑफ प्राइमरी सेक्टर ठीक है जब आप नैचरल रिसोर्स कुछ प्रोड्यूस कर रहे तो प्राइमरी सेक्टर की के लिए सब्सक्राइब बनाती है सिर्फ आप नैचरल प्रोडक्ट्स विद गैट आर फ्रॉम एग्रीकल्चर डेरी फिशिंग फॉरेस्ट्री और इस सेक्टर एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडिफिकेशन एडि एक्टिविटी इन विच नैचरल प्रोडक्ट्स आर चेंज इंटो अदर फॉर्म ठीक है थ्रू वेयर्स ऑफ मैनिफेक्टरिंग देट विअसोसिएट वि यहां पर क्या है सेकेंडरी सेक्टर के बात की जाता है तो सेकेंडरी सेक्टर में आपको ध्यान रखना होगा कि सेकेंडरी सेक्टर में क्या है जो नैचरल प्रोडक्ट्स आपने प्राइमरी सेक्टर में प्रोडूस कर लिया जो प्राइमरी प्रोडक्ट्स है इसलिए उसे एक्टिविटीज इन विच नैचरल प्रोडक्ट आर चेंज इंटू अगर फॉर्म थ्रू वेज ऑफ वेनिफेक्ट्रिंग देट विए इंडॉस्ट्रियल एक्टिविटी तो यहां पर उसका फॉर्म बदल दिया रहा है अब उसका फॉर्म ऐसे मेकब वेब तो इस तरह से आप क्या कर रहे हैं आप नैचरल प्रोडक्ट का फॉर्म बदल दे रहे हैं थ्रू दी वेज ऑफ मैनिफेक्टरिंग और इसलिए इंडॉस्ट्रियल एक्टिविटी के साथ असुसिएट किया जाता है और इंडॉस्ट्रियल सेकंडरी सेक्टर जो तो सेकंडरी सेक्टर को इसलिए क्या कहा जाता है इसे अगर आप देखोगे तो इंडॉस्ट्रियल सेक्टर या मैनिफेक्चरिंग सेक्टर भी कहा जाता है तो दिसेक्टर ग्रेजुएली विकेम असोसिएटेड डिफरेंट काइट ऑफ इंडॉस्ट्रीज देट कम अप इट इज ऑल्ड इंडॉस्ट्रियल सेक्टर और मैनिफेक्चरिंग स और शकर वगैरह यह सब कुछ कहां प्रोड्यूज हो रहा है तो यह आप देखो कि प्राइमरी प्रोडक्ट लेकिन वह सारा सब कुछ देखें प्रोसेस करके मैनिफेक्चर करके उससे बिस्किट बना दिय वह सेकंड्री सेक्टर का पार्ट हो जाएगा समझ रहा है आप यह गेटिंग मैं पॉइंट तो इस तरह से सेकंड्री सेक्टर इंडस्ट्रियल या फिर क्या कहलो आप उसे मैनिफेक्चरिंग सेक्टर कहलो अब तर्शरी सेक्टर जो होगा आपका तीसरा तो में ग्रोथ में मदद करती है कैसे तो अब टर्शरी सेक्टर का एक एग्जांपल जिसमें आपको भी सर्विस प्रोवाइड करना रहा जाता है जैसे वह टमाटो एग्रीकल्चर सेक्टर में मतलब प्राइमरी सेक्टर में प्रोडीज करके प्रोडीज किया ठीक है उस टमाटो से टमाटो कैचप बनाना है तो वह कहां जाएगा सेकंडरी सेक्टर में जाएगा अब ऐसा तो नहीं कि टमाटो के पैर जाएंगे और फ्रीजरेट हो सकता कि दूर ले जाना हो तो उसके अंदर क्या पूरे टमाटो टमाटो जो है तो उन्हें सारे टमाटो को लोड किया जाएगा फिर वह बाय बोल देंगे ठीक है कि जाओ कैचअप बन कर आना तो उस सेंस में क्या तर्शरी सेक्टर में आएगी समझे ना मेरे point को connect करा तो these are the activities that help in the development of primary and secondary sectors these activities by themselves do not produce goods but they are an aid or support for the production process तो ये क्या होगे ये सारी activities जो primary secondary के development में important role play करती है जो अपने आप में कुछ प्रोड्यूज नहीं कर रही है लेकिन बहुत इंपोर्टेंट होती है दूसरे सेक्टर्स में प्रोडक्शन के लिए दूसरे सेक्टर्स में प्रोडक्शन के लिए कैसे तो मान लो इंडस्ट्रीज में क्या बन रहा है एग्रीकल्चुरल टूल्स उसे जैसे आप ले जाओगे तो वो ट्रैक्टर को छोड़कर आना है फिर ट्रैक्टर सेल करने के लिए शोरूम वगैरह यह सर्विसेस जो प्रोवाइड कर रहे हैं ठीक है तो वो क्या है सेकंडरी सेक्टर को प्राइमरी सेक्टर तक पहुचाता है प्राइमरी सेक्टर को से for the production process सिंग्राया since these activities generate services rather than goods the tertiary sector is also called the service sector क्योंकि ये ये activities आपको क्या देखने को मिल रहा है since these activities generate services ये services generate इसी रहे हो से service sector भी कहा जाता है और in fact जैसे आज आप देखोगे तो आज क्या है expanding nature of tertiary sector ये आगे question भी पढ़ेंगे हम कि tertiary sector जो बहुत तेजी से grow हो रहा है ठीक है आगे एक topic आएगा tremendous growth in the service sector डिस्कस ओवर देर लेकिन आपको एक चीज ध्यान रखना होगा क्या कि सर्विस सेक्टर जो है कि जैसे-जैसे प्राइमरी और सेकेंडरी सेक्टर ग्रो होगा ऑटोमेटिकली टर्सरी सेक्टर को ग्रो होना ही पड़ेगा ऑटोमेटिकली सर्विस सेक्टर जो है आपको टर्स तर्शरी सेक्टर की कहानी हो गई प्राइमरी सेकंडरी टर्शरी प्राइमरी सेकंडरी टर्शरी अब यहां पर आजाओ वापिस जरा कि तीनों सेक्टर इंटरडिपेंडेंट है मैंने बताया था अब आप लोग इससे हम तो समझ कि इंटरडिपेंडेंट कैसे इसे टमाटर से टमाटर कैचप बन जाएगा वाटल में पैक हो जाएगा ठीक है तो यह टमाटर कैचप बनेगा टमाटर कैचप कैसे बनेगा तो वह बात है टमाटर खुद दोड़कर तो जाएंगे नहीं फैक्टरी तक रोड़कर रोड़कर गोल-गोल बोलोगे सर पैर की जरूरत तो इस सेंस में अगर आप एक क्वेश्चन मिलेगा ठीक है वह टाइमरी सेकंडरी एंड टर्सरी सेक्टर हो दिया इंटरडिपेंडेंट एक्सप्लेज इफेंटल तो किसी भी कंटेक्ट में क्वेश्चन आए आपको बनना चाहिए चीज है कि प्राइमरी सेक्टर में और इंटर डिपेंडेंट ऐसे है तो दिस्से आपको मैंने बताया प्राइमरी और सिकेंड्री के डिपेंडेंट आपको सीधे समझ में आ रही है तर्शरी की भी समझ में आ रही है डिपेंडेंट्स क्या है कि दोनों को जोड़ने के ल चलिए आगे बढ़ते हैं तो अब जिसे अगर हम देखें तो यह आपको थीम समय आ गई कि सेक्टर्स ऑफ इनियन एक्नॉमी में प्राइमरी सेकंडी ट्रेसर यह तीन सेक्टर्स पढ़ेंगे और इनके अंदर हम क्या-क्या और पढ़ेंगे इसके अलावा क्या-क्या पढ़ आपको क्या देखने को मिला कि बदलाव देखने को मिला है ऐसा नहीं कि आज से 50 साल पहले जिस तरह से प्राइमरी सेक्टर में लोग ज्यादा काम कर रहे थे आज भी वह इस थी नहीं आपको एक चेंज देखने को मिलेगा तो चेंज क्या है प्रामरी सेकेंड्री टर्शरी सेक्टर जो है तो इसमें आप कंप्यूट करने के बाद में स्टोरिकल चेंज देखने के बाद में इन तीनों सेक्टर्स को आपस में रिलाइज करोगे क्या कि आपको पता लगे का टर्शरी सेक्टर ग्रो कर रहा पॉसिबल क्वेश्चन वह सारे हम क्या करेंगे डिस्कस करते चलेंगे उस कंटेक्ट में तो डिविजियन ऑफ सेक्टर्स और नज़द अगली चीज पड़ेंगे वह कि सेक्टर जो है प्रामरी सिकंडरी टर्शरी यह तो आपने क्या देख लिया उन नेचर ऑफ वर्क जैसे आप समझोगे तो उस हिसाब से प्राइमरी सेकंडरी टर्शिरी हो गया लेकिन उसके अलावा जो है तो उसके अलावा क्या है ऑर्गनाइज्ड और अनॉर्गनाइज्ड सेक्टर्स ऑफ इकोनॉमी भी होते हैं वह किस बिल्चित पर हो गए तो सेक्टर्स ऑफ इंडियन इकोनॉमी वही वाली बात है जो हमने जियोग्राफी में पढ़ाया चैप्टर वन में ध्यान है क्या पढ़ाया है कि बेसिस बदलों गए तो रिसोर्सेस बदल जाएंगे रिसोर्सेस के क्लासिफिकेशन में वैसे यहाँ पर आप सेक ठीक है कि जो सेक्टर जिनके ओनर कौन है गवर्मेंट है पब्लिक सेक्टर हो गया जिनके ओनर प्राइवेट है प्राइवेट सेक्टर हो गया ठीक है और यहां पर एक असोसियेटेड क्वेश्चन बहुत अच्छा है कि क्यों गवर्नमेंट को इंटरवीन करना जात रूप रेखा है जिसे हम बहुत इत्मिनाम से अच्छे से समझ समझ समझ के पढ़ेंगे ठीक है तो यहां पर क्या सोशल स्कूल वाला टेलीग्राम चैनल है लिंक आपको डिस्क्रिप्शन मिल जाएगी यह टेलीग्राम चैनल याद से प्रोफ़ और व्यापार टू डॉनलोड दी अन एकडमी एप यूज डिकोड दिगराज ठीक है यू के एक्सप्लोर आल दिस फीचर्स ठीक है तो वहां से आपके तरह से तो नोट डाउनलोड कर सकते हो फ्री में अगली चीज क्या है अब अगली चीज है एक करके अगले टॉपिक्स को लेत कि कंपेरिंग थी सेक्टर्स क्या कह रहा है आपको तीन सेक्टर बता दी अभी प्राइमरी सेकंडरी टर्शरी ठीक है तो यह दिजार दिसेक्टर फॉर इकनॉमिक अब सवाल यह है कि देरा लार्ज नंबर ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस प्रोडूस इन इस सेक्टर इतना गेहूं कितना चावल कितना डालें कितनी अलग-अलग प्रकार का क्या देख रहे हैं आप क्रॉप्स प्रोड्यूज हो रही है चाहिए डेरी प्रोडक्ट्स अलग-अलग है अब वैसे अगर आप देखोगे तो अब क्या है कि यूज एम्प्लॉयमेंट इस जेन industrial sector में कितने लोग काम कर रहे हैं तो employment भी खूब है समझ ना आ रही है कहानी तो large number of goods and services produce हो रहे हैं huge employment generate हो रही है तो ये सारी चीज़े चल रही है employment भी खूब generate हो रही है which sector contributes what in economy तो अब सवाल यहाँ पे आता है कि कौन सा sector इकनॉमिया में क्या contribute कर रहा है इस case में मतलब कि इतना complex है इतना production इतने लोग काम कर रहे हैं किस sector में कितना production हो रहा है economy में कौन सा sector कितना contribute कर रहा है ठीक है all these details how will आप यह पूरा का पूरा सब कुछ पूरा कैसे कैसे कर लेते हैं तो अब आपको समझाता हूं तो यहां पर आपको क्या करना होगा बहुत बेसिक से चीजों को समझना होगा जीडीपी जीडीपी आप सुनते आए होंगे आज तक मैं आपको वादा कर काम करता है ठीक है तो देखो क्या है प्रैक्टिकल प्रॉब्लम होती है किसी में इन काउंटिंग एंड कंपेरिंग डिफरेंट सेक्टर्स ऑफ इकनॉमिक आप प्राइमरी सेक्टर सेकंडी सेक्टर टर्सरी सेक्टर तीनों देखते हैं प्राइमरी आना है सौ प्रतिशत एक प्रैक्टिकल प्रॉब्लम आना है क्या प्रैक्टिकल प्रॉब्लम आना है कि गेहू को आप कार से कैसे तो वह कोई मतलब सुरूरताल है नहीं मिल रहे हैं उसमें कितनी डिस्पेरिटी है उस तरह से आपको समझना होगा कि यह सब्सक्राइब नहीं आया ठीक है तो मैं बोलता हूं कि मैं समझाता हूं तो मैं आपको सब समझाता हूं किस तरह तो ठीक है क्या हो रहा है कि अगर आप देखोगे तो यह भी एक प्रोडक्ट है एक खिली प्रोडूस करना और कार भी एक प्रोडक्ट है एक कार प्रोडूस करना भी एक प्रोडूक्ट है अब अगर आप कंपेर करोगे आप नेल्स जो है तो हमारे पास 1000 नेल्स प्रोड्यूज हुई है तो 1000 नेल्स प्रोड्यूज हुई है तो 1000 कार भी प्रोड्यूज होना चाहिए तब दोनों सेक्टर बराबर में आएंगे तो ये तो क्या है सरासर गलत है क्यों क्योंकि खिली और कार में जमीन आसमान का फरक है ठी अलग है, क्या अलग है, value अलग है, तो यही समाधान में मिल गया, इसलिए हम क्या करते हैं, product की quantities पे product को compare नहीं करते हैं, economic को compare नहीं करते हैं, हम क्या करते हैं, इसलिए हम simple सी चीज मैं आपको बता रहा हूँ, इसलिए हम क्या करते हैं, therefore to get around this problem, यह practical problem जो थी कि quantity तो हर product की vary कर तो अब आप क्या करोगे आप देखोगे कि प्राइमरी सेक्टर में ज्यादा प्रोड्यूस हुआ है सेकंडरी सेक्टर में टर्सिडी सेक्टर में तो उसके लिए आप उसकी क्वांटिटी मत देखो क्यों क्यों कि आप यहीं बोल दोगे कि चलो प्राइमरी सेक्टर में क्या कि समझ आ रही मेरी बात तो उसके चलते क्या है तो टू गेट अराउंड इस प्रॉब्लम इकोनॉमिस्ट सजेस्ट दी वैल्यू ऑफ गुट्स एंड सर्विसेज शुट बी यूज राधर थे एडिंग अब दिए एक्चुअल नंबर्स एक्चुअल नंबर्स को बढ़करने की जगह क्या किया जाए वैल्यू को एड किया जाए वह फायदेमंत रहेगा समझे तो फिर ऐसे करके आप क्या कर रहे हैं ऐसे करके आप यह जो हमारी समस्या थी कौन सी वाली यह वाली समस्या कि इतने सारे गुट्स तो स्वभाविक था कि अगर एक प्रोडक्ट को अगर आप देखोगे तो कोई एक्सपर्ट भी नहीं बता पाएगा आपको क्या कि क्योंकि हर सेक्टर में अलग-अलग तरह से अलग-अलग नंबर्स में प्रोडक्ट प्रोडूस हो रहे तो नंबर पर तो आप ऐड करनी जो होंगे तो number vary कर सकते हैं, large scale पे vary कर सकते हैं, लेकिन value जो होगी वो आपको ultimately exact result दे देगी, समझ में आया है न, वो कहानी रही, अब लेकिन अगर आप आगे बढ़ोगे थोड़ा, तो आपको समझ में आयेगा, कि comparing and calculating various sectors of economy, value is used, not quantity, इतना तो समझ में आ गया, बहुत ही अच्छे से समझना क्या हो रहा है कि आपसे सवाल पूछा जा सकता है कि हाउ डू यू कंपेयर डिफरेंट सेक्टर्स इन इंडियन इकोनॉमी तो आपके बोलेंगे कि वी सेक्टर वी कंपेयर डिफरेंट सेक्टर्स इन इंडियन इकोनॉमी बाय यूजिंग दी व आप ऐड करते हो तो वैल्यू में यह ध्यान रखना होता यह प्रिकाशन ध्यान रखना होता है कि हर गुड्स एंड सर्विसेस जो प्रड्यूज हो रहे हैं ठीक है वह उसे उसकी वैल्यू को काउंट करना जरूरी नहीं है क्योंकि कुछ गुड्स एंड आपने जैसे एक कार प्रड्यूस करें तो अब क्या है वह कार और नेट वाले एग्जांपल हमने यह समझ लिया था कि नेल्स के नंबर और कार्स के नंबर से कुछ बट देखो उनकी वैल्यूस देखो तो आप आपको बता है कि हम 15 लाख की पार है और जो ने प्रद यह आपने एक्जैक्टली वह देख लिया कि किस सेक्टर में ज्यादा प्रदूस है एक्चुअल नंबर तो ब्लॉफ कर रहे हैं लेकिन उसकी वैल्यू माइन रखती है तो 15 राख की कार थी अब उस कार के अंदर क्या है अब उस कार के अंदर टायर भी हैं उस कार के उसकार के अंदर जैसे देखोगे तो एक हनुमान जी भी ऐसा लटका दिए तो क्या हो रहा है कि वह टायर जो है तो टायर किसी और कंपनी ने बनाया था टायर किसी और कंपनी ने बनाया टायर वालों दस थार में बनाया तो वह टायर जो तो 15 लाख की कार में क्या है 15 लाख की कार में वापस तो कि 15 लाख की कार में दो डाला का तीन लाख का इंजन होगा ठीक है 40-50 रुपए के टायर होंगे उस तरह से आपने क्या कहा 15 लाख की कार के अंदर यह सारे गुड्स की इस सारे गुट्स की वैल्यू ऑलरेडी इंक्लूडेड है तो उस तरह से क्या हो रहा है कि आप जब कार की वैल्यू ले रहे हैं तो दूसरे प्रोडक्ट जो कार बनाने में इस्तेमाल हुए उसकी वैल्यू ऑलरेडी इंक्लूडेड है ठीक है तो जब आप दिया है कि देखो जीडीपी सिंपल सी चीज क्या कि आपकी कंट्री है ठीक है तो आपकी कंट्री और कि आपकी कंट्री के अंदर आप देख रहे हैं आपकी कंट्री के अंदर जितने गुड्स एंड सर्विसेस प्रोड्यूज हुए ठीक है जितने गुड्स यह तो इंसान हो यार ठीक है इनको डब्बे में बंद कर दो तो जितने गुड्स एंड सर्विसेस वें देर वैल्यूज आडेड टोजेजर इट गिव्स अजदीजीडीपी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट तो आपकी डोमेस्टिक टैरेक्ट्री के अंदर कितना प्रोड्यूज हुआ है तीनों सेक्टर्स का क्या कर देते हो तीनों सेक्टर्स के जब वैल्यू पर आईएड करें तो मैंने आपको बताया कि कंप्यॉर करना है ठीक है अ कैलकुलेट करना है इकोनॉम तो वह तो आपको समझ में आ गया बहुत अच्छी तरह से तो यहां पर हम वहीं बात कर रहे हैं क्या कि कंट्री जो है तो कंट्री के अंदर कितने गुड्स और सर्विसेस प्रोड्यूज हुए उनकी वैल्यू को जब आप ऐड करते तो आपको जीडीपी पता चल जाती रोस करेंगे नंबर यूज नहीं करेंगे लेकिन एक ध्यान देना प्रिकाशन रखना होगा वह क्या रखना होगा कि नॉट एवरी गुड्स और सर्विस देट इस प्रोड्यूज एंड सोल्ड नीज टू बी काउंटेड क्यों क्योंकि कुछ goods और services जो है वो already क्या है ठीक है वो already किसी एक final product की value के अंदर included है ठीक है तो the value of only final goods and services are to be included and calculated because the value of intermediate goods and services are not to include or calculate ट्रेटेड ठीक है आर्माट टो इंक्लूड और कैलकुलेटेड यह क्या है कहानी कैसे है वाइट उसका वाय मैं आपको यहां पर अच्छे समझाता हूं देखो अगर कहानी सुनते हैं यह कहानी अगर आपने समझ ली तो आपको पूरा जीडीपी का खेल फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस का खेल इंटरमीडियेट गुड्स एंड सर्विसेस का ख इस दिस्टोरी क्राफ्टेड विद लॉव जस्ट फॉर यू पीपल तो आपको कंसेप्ट अच्छी तरह से समझ में आएगा मैंने आपको दो-तीन चीजें बताई अभी एक बार सारा रिकॉल करवा देता हूं कि इस कहाने के बाद एकदम सब कुछ क्रिस्टल गेर अलग-अलग quantity में चीजें produce होती है तो आप quantity नहीं आप क्या देखते हो quality quality की terms में कि कितना value वो रखती है वो जो भी product produce हुआ है तो आप value add करते है rather than actual numbers ठीक है लेकिन आप value add करते समय आपको एक बात का विशेष ध्यान रखना होता है वो value add करते समय किस बात का विशेष ध्यान रखना होता है प्रकाशन रखना होता है तो वैल्यू ऐड करते समय आपको यह ध्यान रखना होता है कि आप हर गुड्स एंड सर्विसेस जो प्रोड्यूज हो रहा है उसको इंक्लूड नहीं करेंगे क्योंकि कुछ गुड्स एंड सर्विसेस की वैल्यू ऑलरेडी फाइनल तो बिस्किट आप डायरेक्ट कंजूम कर रहे तो फाइनल गुड्स इन सर्विसेस लेकिन उस बिस्किट को बनाने में जो आटा मैदा तेल शकर पानी जो भी सारी चीजें लगी है वह सब क्या रहेगा वह intermediate product रहेगा ठीक है intermediate goods रहेगे तो final goods और intermediate goods समझ में आये अब आजाओ जरा कहानी पे कहानी क्या है देखो अक्षे कुमार जो थे ठीक यहाँ point समझना अच्छे से point क्या है कि why only final goods and services are counted यहाँ मैंने आपको क्या बताया कि GDP calculate करते समय आप intermediate goods and services जो है उन्हें calculate नहीं करते हैं उनका value calculate नहीं करते हैं सिर्फ final goods and services का value calculate करते हैं यह है कि सिर्फ final goods and services का value क्यों calculate करना है यह सवाल है अब आसानी से समझो देखो क्या हो रहा है कहानी हमारी कुछ ऐसे चलो होती कि अक्षे कुमार जो है ठीक है तो अक्षे कुमार खत्रों के खिलाडी हैं अब आपका पता है खत्रों के खिलाडी है तो शौक है उन्हें खत्रे लेने का मौल तो वह खत्रे लेने के लिए क्या करते हैं खत्रे मौल लेने के लिए वह एक तरह से जंगल में जाते तो यह दिया तो बाबा राम देखो क्या करेंगे अलोवेरा तार बाबा राम देखो जो है तो यह अलोवेरा से अलोवेरा जल बनाएंगे ठीक है अलोवेरा जल बनाकर वाटल में पैक करेंगे पैक करके क्या करेंगे फिर यह बेच देंगे अब बाबा राम जगह जगह जाकर लोगों को बेचेंगे तो क्या उन्हें मैनिफि कि फोल्ड प्लेट उनसे प्रोडक्ट खरीद लेंगे और वह चैनल हमें प्रिटीलर्स को बेच देंगे तो जैसे कि चंदू सेट थे तो चंदू सेट क्या करेंगे बाबाराम देव से खरीद किलाया प्रोडक्ट और यह फिर क्या करेंगे यह हमें बेच देंगे आ अक्षे कुमार ठीक है एसमार अक्षे कुमार खतरों के खिलाड़ी यह जाते हैं कहां जंगल में जंगल में गए अब जंगल में जाने के बाद मुझे वहां पर क्या किया एलोवेरा तोड़ दिए एलोवेरा तोड़ दें के बाद में एलोवेरा ले लिए तो मान ल प्राइमरी सेक्टर तो एलोवेरा कहां प्रोडूस हुआ प्राइमरी सेक्टर में प्रोडूस हुआ ठीक तो यहां पर क्या हो जाएगा यहां जिसे अगर आप देखोगे तो उन्होंने एलोवेरा जो तोड़कर लाए थे जंगल में से खत्रों की प्राइमरी ने तो वह बी से बाबारामदेव को ठीक है बी से बाबारामदेव को विच दिया तो बाबारामदेव ने क्या करा एलोवेरा जल जो है तो एलोवेरा जल के 20 रुपे किसको दे दी अक्षे कुमार को मतलब एलोवेरा के 20 रुपे दे दी अक्षे कुमार को उन्होंने एलोवेरा लेंगे वह फिर आगे जो प्रोडक्ट है उसे बढ़ाएंगे कैसे बढ़ाएंगे तो अब वह करते हैं उसकी मैनिफेक्टरिंग वगैरह सब कुछ करते हैं मैनिफेक्टरिंग वगैरह करने के बाद में वह एलोवेरा से एलोवेरा जल बना लेते तो चंदू सेट क्या करेंगे वह रिटेलर है तो प्राइमरी सेक्टर हो गया है तो उन्होंने क्या करा चंदू सेट ने 50 रुपए में लोग इससे ले लिया बाबा रामदेव से ले लिया आप उस पर अपने जब आप देखोगे तो आप जब प्रोडक्ट लेने आप पहुंचोगे दुकान पर यहां से क्या हो जाएगा यहां पर आप खड़े हो तो यहां पर कंज्यूमर कि कंजीमर या फिर कस्टमर जो कस्टों से मर जाया वह कस्टमर ठीक है तो यहां पर क्या होगा कस्टमर जरूर जाएगा तो कस्टमर को कितने रुपए में म कस्टमर को कितने रुपए में मिला? 100 रुपए में मिला और आप फिर क्या होते है 100 रुपए में खरीद के लियाते हो अपने मुस्कुराते हुए कि हाँ चलो 100 रुपए में मिल गया तो अब वो क्या है आप घर लाकर क्या करोगे उसका GDP में 100 रुपए का प्रोडक्शन हुआ यह फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस है अब इसमें इंटरमीडियेट गुड्स एंड सर्विसेस कहां आए तो इंटरमीडियेट गुड्स एंड सर्विसेस के अगर हम बात करें तो इंटरमीडियेट गुड्स में एलोवेरा जो था वो क्या था यह 100 रुपए के प्रोडक्ट को बनाने के लिए फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस को बनाने के लिए एलोवेरा जल को बनाने के ल तो प्लास्टिक की भी कीमत रही होगी प्लास्टिक के पैकेट में पाउच में बंद करना है वो सब कुछ तो उसकी भ वो क्या है बाबारामदेव ने अपना 10 रुपए अगर उसमें इन्वेस्ट किया था 20 रुपए अक्षे कुमार को दिये थे तो 30 रुपए का बाबारामदेव का इन्वेस्टमेंट था लेकिन उन्होंने क्या कि उसको 50 में बेचा और 20 रुपए उनका प्रॉफिट हो गया त बाता है कि हम क्वांटिटी ऐड नहीं करेंगे वैल्यू ऐड करेंगे तो बोलते कि प्राइमरी सेक्टर का बीस रुपए सेकेंडरी सेक्टर का 50 रुपए ठीक है तर्शरी सेक्टर में कितना या सौ रुपए तो हमारी जीडीपी जो है तो जीडीपी ऐड कर दो तीनों की वैल्यू को ऐड कर दो तो 170 दिख रहा है 170 दिख रहा है प्राइस ठीक है लेकिन आपने कितना इतना पैसा दिया सौ रुपए तो जीडीपी के अंदर ट्रांजेक्शन जो वाज्जो वैल्यू क्रिएट हुई है जिसके लिए कस्टमर ने पे किया है कस्ट भरते हुए पे किया है ठीक है तो वह तो सौ रुपए ही पे किया है लेकिन यहां तो 170 दिख रहा है 170 क्यों दिख रहा है क्योंकि आप क्या कैलकुलेट कर रहे हो कि जो प्रोडक्ट बना है उसके अंदर वैल्यू बैकलेट करते हो तो सिर्फ और सिर्फ क्या करते हैं सिर्फ और सिर्फ फाइनल प्रोडक्ट्स के वैल्यू को ही ऐड करते हैं क्योंकि क्योंकि क्या है जो इंटरमीडिएट प्रोडक्ट्स है वह फाइनल प्रोडक्ट के गुड्स के अंदर का पूरा चंदू सेट के पास नहीं गया है क्योंकि चंदू सेट ने उस सौ रुपए लिया है तो सौ में से 50 अपने रखा होगा 50 उसका प्रॉफिट था लेकिन 50 रुपए वह जहां से खरीद के लाया था उसने वहां वहां दिए पैसे बाबा राम देव को तो बाबा राम देव ने भी 50 रुपए पूरे अपनी चेप में रख लोगे क्योंकि उन्हें एलोवेरा जल बनाने के लिए एलोवेरा लगेगा वह एलोवेरा के पैसे उन्हें अक्षय कुमार को दिया होंगे समझा इस तरह से ABC वाली जो कहानी है ठीक है यह मैंने आपको तीनों सेक्टर्स के कंटेक्ट में समझाना था कि आप यह जीडीपी कैलकुलेट करते समय सिर्फ और सिर्फ फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस की वैल्यू को कैलकुलेट करते हैं क्योंकि इंटरमेडियेट प्रोडक्ट्स की जो वैल्यू होती है इट एस ऑलरेडी इंक्लूडेड इन दी वैल्यू आफ फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस एंड थिस वास दी स्टोरी आई होप यू वैसे बहुत खुलसूरत हो, समझाया आपको ज़रूरत नहीं किसी चीज़ की, तो यहाँ पर जिसे क कि इतने चीजें सबको समझना है क्या कि प्रिकॉशन करना होगा हर गुड़स और सर्विस जो प्रोडूस हो रहा है इन टाइम पर इस प्रिकॉशन और सर्विस जो प्रिकॉशन और सर्विस जो प्रिकॉशन तो the value of intermediate goods and services are not to include or calculate because they are already included क्यों? फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस प्रोडूज़ इन इच सेक्टर डूरिंग पर्टिकुलर येर प्रोवाइड्स दी टोटल प्रोडॉक्शन ऑफ द सेक्टर फॉर द येर ठीक है तो अब क्या हो रहा है कि किसी एक स्पेसिफिक साल में जितना भी गुड्स एंड जितना भी फाइनल गुड्स एंड सर्� तो वह फाइनल गुड्स एंड सर्विसेज अब वह फाइनल जैसे मान लो क्या हो रहा है कि गेहू जो है तो गेहू को आप डायरेक्ट खाने के परस्पेक्टिव से अपने गेहू का 2000 रुपए दे दिया तो अपने रख ली अपने पास तो वह क्या है अब उसका आगे तो उस तरह से क्या होता है कि जो भी sector हो चाहिए primary हो, secondary हो, tertiary हो तो तीनों ही sector में जो final goods and services होते हैं उनकी तीनों के आप क्या कर रहे हैं जब value को total production जो तीनों sector में हो उसको क्या कर देते हैं add कर देते हो तो वो आपको उस साल के लिए क्या मिल जाती है GDP मिल जाती है ठीक है तो the sum of the production in three sector gives you what is called as gross domestic product of the country समझ में आया तो यह ध्यान रखेगा क्वेश्चन बनता है कि यहां पर क्वेश्चन बनता है वाट डू एंडेस्टेंट बाय जीडीपी वाट प्रिकॉर्शन शुट फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस और इंटरमीडिटी गुड्स ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस उस कंटेक्शन में जो पूरी कहानी बताइए वैसे अपना आंसर फ्रेम करते जाना और लिखते जाना है ठीक है अक्षय कुमार वाली कहानी मत लिखे आना क्योंकि वह ए तो आप बिस्किट के पैकेट पे value रिखी रहेगी वो final value होगी ना कि आप उसको बनाने के लिए जो गेहूं जो तेल जो शकर पानी का इस्तेमाल कर रहे हो वो समझ में आ रहा है तो that is the story तो GDP is the value of all final goods and services produced within the country during a particular year किसी एक particular year में जितना भी goods and services produced हुआ तो वो GDP कहलाता है समझ म बहुत सिंप्लिफाइड तरीके से step by step अगर आप पढ़ोगे तो एक एक चीज आपको एक एक लेयर उतारते जाना तो आपको क्या हो जाएगा बोलते ने in-depth understanding हो जाएगी समझ में आया है अब सवाल यह है कि सर यह तो समझ में आगे हमें कि कैसे किया जाता है जीडीपी कैलकुलेट कैसे किया जाता है किस तरह से आगे बढ़ा जाता है ठीक है कैसे आप क्वांटिटी को हटा के वैल्यू और वैल्यू में फिर फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस के वैल्यू को कैलकुलेट करते हो जीडीपी कैलकुलेट कैसे करते हैं यह तो जीडीपी मेजर करना भी बच्चों का खेल नहीं है तारे गिनने जैसा है वो एक समय पर क्यों final goods and services है या नहीं है वो कि वो intermediate product है ठीक है उसकी value क्या है और इस तरह से क्या है वो एक mammoth task बहुत क्या है क्या कहोगे बहुत सिरदर्द वाला काम है तो अब ये करता कौन है?

तो this is undertaken by the central government ministry तो central government ministry जो है ठीक है economics department जो है तो वो क्या करता है? वो इस तरह से आपको क्या देखने को मिलता है? कि वो सारे goods and services एकनॉमिय में कितना कहा?

किस sector में produce दोरा? वो सब कुछ करता है ठीक है? तो this ministry, central government ministry with the help of various government department of all Indian states and the Union territories collects information relating to the total volume of goods and services and their prices और इसलिए जीडीप अधिकार करता है इस स्थिति के लिए जिस स्थिति के ठीक है और आपने देख लिया तीनों सेक्टर जो हैं तो तीनों सेक्टर को हम एक करके कंपेर भी करते चलते हैं तो आपने इतना तो पढ़ लिया अब इतना पढ़ते के बाद मैं आपको एक सवाल जो आएगा आपके सामने कि क्या ये तीनों सेक्टर बराबर भागिदार है तो हमें सिर्फ final goods and services की value ऐड करना होगी वो भी समझ में आ गया तो क्या produce हो रहा है कितना कैसे produce हो रहा है कैसे add किया जाएगा ये सब कुछ समझ में आ गया लेकिन अब कौन सा sector किस तरह से perform कर रहा है क्या वो जैसा हमेशा perform कर रहा था वैसे ही करता रहेगा या फिर कुछ change द historical change in sectors तो यह जो तीनों sector है primary, secondary, tertiary इन तीनों sector में आपको historical change देखने को मिलता है क्या historical change देखने को मिलता है कि primary, secondary और tertiary यह जो तीनों sector है तीनों sector में production process जो रहा है है या फिर कह सकते तीनों सेक्टर में जो लोगों का काम रहा है या फिर तीनों सेक्टर का जो कंट्रीब्यूशन रहा है इकोनॉमी में वह ओवर दिप्रीड ऑफ टाइम बदला है उनके रोल बदले हैं जैसे आज से अब 30 साल पहले इंटरनेट जो था तो बहुत धीमा था इंटरनेट जगह नहीं था लेकिन आज कोई जगह नहीं बची जहां इंटरनेट ना हो तो उस स्टेज में कोई भी कंट्री जब ग्रो कर रहा होता है तो इनिशियल स्टेज पर प्राइमरी सेक्टर डॉमिनेट करता है प्राइमरी सेक्टर में लोग ज्यादा काम कर रहे होते हैं कब जब इनिशियल स्टेज रहती उस कंट्री के डेवलपमेंट फैक्ट्री डालेते छोटी सी ठीक है वह छोटी सी फैक्ट्री पर बड़ी हो जाती तो इसी तरह से क्या होता है तो वहीं चीजें शुरुआत में हम जहां है जैसे है शुरुआत करना पड़ती बस छोटा हो बड़ा हो जो भी हो शुरुआत करना पड़ती है तो इस तरह से प्राइमरी सेक्टर प्राइमरी से फिर क्या आता है सेकंडरी सेक्टर तो सेकंडरी सेक्टर में क्य कि सेकंडरी सेक्टर में आपको देखने को मिलता है कि जब प्राइमरी सेक्टर से लोग जो हैं मूव करते सेकंडरी सेक्टर में कुछ दूसरे आपको टॉटन का शर्ट बना दो वह क्या करेगा वह प्रोटन से शर्ट बनाएगा तो आप उस कॉटन का बनाकर देखो शर्ट बनाकर दे दोगे तो आपने क्या कर दिया प्राइमरी साफ सेकंडरी की तरफ मूव कर गया अपने कॉटल का क्या बना दिया शर्ट बना दिया तो ऐसी क्या होता है कि विद टाइम इस ट्री में आप इस टेप को क्या सिखाती है लोग प्राइमरी सेक्टर से सेकंडर of manufacturing आपको देखने को मिलती है वहां पर coming up and expanding of factories dominance of secondary sector तो इस तरह से जो economy grow कर गई हैं आज जैसे America वगैरह आप western countries को देखोगे तो western countries initially primary sector dominate करता था एक phase आता है जब secondary sector dominate करने लगता है और फिर क्या होता है तो आप जैसे पास्ट hundred years में आप देखोगे तो in the past hundred years देखोगे यूएसे को देखोगे तो वहां पर क्या है अब सेकंडरी सेक्टर से भी तर्शली सेक्टर के तरफ चले गया है ठीक है दिसर्विस सेक्टर है बिकाम दिमोस्ट इंपॉर्टेंट इन टाइम्स ऑफ टोटल प्रोडक्शन ठीक है टोटल प्रोडक्शन की तर्शरी सेक्टर सारा आप सब कुछ ऑटोमेटिड हो गया सब कुछ सर्विसेस के हिसाब से काम चल रहा है ठीक है तो टर्शरी सेक्टर में आपको क्या समझ में आ रहा है कि धीरे-धीरे शुट जो तर्शरी सेक्टर क दिमोस्ट इंपोर्टेंट इन टर्म्स ऑफ टोटल प्रोडक्शन टोटल प्रोडक्शन के टर्म्स में आप देखोगे सर्विस एक्टर इंपोर्टेंट इस तरह से प्राइमरी प्राइमरी से सेकंडरी सेकंडरी से टर्शरी इस तरह से देश दुनिया मूव करती है इस तरह से इकनोमीज मूव करती है सुनाया और इसका सबसे अच्छा एग्जांपल जो है वह यह है देखो तो देखाओ ना अपने सेट मेक्स पर सेट मेक्स जो है तो सेट मेक्स इस नोट फॉर दिस मूवी शुरूप अंसम तो शुरूप अंसम का एक एग्जांपल दे रहा है ध्यान रहेगा क्या देखते हो आपकी शुरूप आज में प्राइमरी सेक्टर में काम कर रहे सेक्टर में फिर क्या है ग्रो कर जाते फिर सर्विस सेक्टर फिर अपनी बसे चल रही होती है उनकी चल में आया तो प्राइमरी ध्यान रख सकते हो समझ में आगे बढ़ते हैं देखो तो प्रामरी सेकंडरी इंटरसी इंडिया तो आपने क्या किया आपने इन जनरल अभी तक जो चैप्टर पड़ा आजाओ जरा एक ब्रेक लेते ब्रेक ऐसा कि कंसोलिडेट कर लेते हैं सारी चीजें कि आपका जो चै� कि ठीक है सेक्टर्स ऑफ इंडियन इकोनॉमिक इसमें आपने क्या देख लिया इसमें आपने एक मतलब आपको बेसिकली तीन सेक्टर के बारे में समझना है तीन सेक्टर यानि कि तीन क्लासिफिकेशन जो एक प्राइमरी प्राइमरी सेकंडरी प्राइमरी टर्सरी जो इनका ओवर आल पिक्चर आपको समझ में आ गई है ठीक है अ ओवराल पिछर आपको कैसे समझ में आ गई है कि ओवराल अच्छा primary sector ये secondary sector ये primary secondary tertiary के value addition से आपको GDP के बारे में पता चलता है ओवराल पिछर आपको समझ में आ गई है लेकिन पिछर अभी बाकी है मेरे दोस्त क्यों क्योंकि अभी ये primary secondary और tertiary sector इंडिया में इसकी ठीक है यह प्राइमरी सेकंडरी टर्सरी सेक्टर की इंडिया में क्या स्थिति रही है यह अब हम पढ़ेंगे ठीक है अब हम इंडिया के कंटेक्ट में देखते हैं कि हमारे प्राइमरी सेकंडरी टर्सरी सेक्टर में कैसे मूव क्या है क्या शिफ्ट है क्या नहीं हुआ है किसका कंटेक्ट कितना है तो वह सारी चीजें अब हम पढ़ेंगे तो यह जो ग्राफ है ना, इस ग्राफ को देखो बस, यहाँ पर आपको दो तीन ग्राफ मिलेंगे, यह आगे वाले जो टॉपिक्स हैं, इन दोनों तीनों ग्राफ को बहुत अच्छे से देखते चलना, एक एक से समझते चलना, क्या देखा ग्राफ ने, कि सर एक छोटा सा बताता हूं एनलाइस को क्या देखना है आपके वाट इस दी रीजन बिहाइंड डी राइजिंग इंपोर्टेंस ओफ दी टर्शरी सेक्टर इन प्रोड़क्शन अब देखो अब जैसे अगर आप देखो देखो और एक और चीज अब कर रही है जो डेटा दिया लेकिन जो pattern है pattern ऐसे ही रहेगा तो data को देखके ज़्यादा घवराना मत आप pattern समझो बस जो latest NCIT के addition होंगे तो इस हिसाब से वो update हो जाएगा बाकि pattern समझो pattern क्या है तो pattern change नहीं होगा pattern वही रहने वाला है pattern क्या है क्योंकि वो तो past चले गया है तो अब क्या है यहाँ पर graph 1 क्या बता रहा है कि GDP by primary, secondary and tertiary sector ठीक है GDP by primary, secondary and tertiary sector फाइन यह जो ब्लू कलर दिख रहा है रेड कलर दिख रहा है ग्रीन कलर दिख रहा है तो ब्लू कलर प्राइमरी है ठीक है रेड कलर सेकंडर ग्रीन कलर टर्शरी है ठीक है तो पहले अगर हम बात करें 1973-74 में तब जो जीडीपी थी तो जीडीपी भी छोटी थी पहली बात तो ठीक है जीडीपी भी हमारी छोटी थी अब जीडीपी छोटी थी उसी के साथ साथ क्या है कि उस छोटी सी जीडीपी में बड़ा जो सबसे 2013-14 के data के हिसाब से किसी की book में 17-18 दिया होगा वो जो भी data दिया हो लेकिन pattern देखो अब क्या हो रहा है कि जब आप समय बीत गया history आगे बढ़ गई थोड़ी सी तो अब आपको क्या देखने में मिलता है कि primary sector का contribution पहले क्या अपीक्षाकरत बढ़ा है पहले total GDP ही जितनी बड़ी थी अब उस GDP में उतना ही value addition सिर्फ primary sector का हो रहा है है ना लेकिन अगर आप उसे compare करोगे किस से tertiary से ठीक है और secondary से तो कि पहले जिनका कंट्रीशन कम था सेकेंड्री और टर्शनी सेक्टर का अब क्या है वह सेकेंड्री और टर्शनी सेक्टर का कंट्रीशन बढ़ गया है ठीक है और इतना बढ़कर क्यों प्राइमरी से ज्यादा बढ़ गया है तो आप यहाँ पर जो चीज बताना है, मतलब समझना है, और जो मैं आपको आगे बताऊंगा, वो क्या है, कि आपको एक shift देखने को मिला है, क्या shift देखने को मिला है, कि GDP में जो contribution था, वो change हुआ है, पहले primary sector ज़्यादा contribute करता था, अब tertiary sector ज़्यादा contribute करता है, अब टर्शरी sector ज्यादा कंट्रिब्यूट करता है कुछ ध्यान आ रहा है अभी पड़ा था हमने क्या historical shift की जो बात करें historical change की तो primary secondary tertiary with time क्या होता है जैसे-जैसे countries grow करती है civilizations grow करते हैं तो primary sector में initial stage में लोग ज्यादा engaged रहते हैं लेकिन फिर फिर क्या होता है धीरे-धीरे secondary और secondary से ज्यादा tertiary यह sectors grow कर जाते हैं और वही pattern आपको यहां देखने को मिल रहा है मिल रहा है देखने को तो वही question यहां पर पूछा गया है pattern What are the reasons behind the rising importance of the tertiary sector in production?

Production में या फिर कह सकते हैं GDP में जो value add हो रही है तो उस value addition में tertiary sector का share बढ़ने के पीछे क्या कारण है? ठीक है क्या कारण है यह सवाल है आप सवाल समझ में आया है और यह सवाल आता है आपके school में 4 number 5 number में उस तरह से question बिल्कुल for sure आएगा क्या कि what are the reasons behind the rising importance of tertiary sector in production? Tertiary sector के grow करने के पीछे यह किसका हाथ है ठीक है दया पता लगाना पड़ेगा यह तो इस तरह से क्या है उस तरह से जब चैनल लगी पीछे पता लगाया गया कि क्यों टर्सरी सेक्टर इतनी तैजी से ग्रो कर गया तो वह आपको क्या रिजनस लिखना है उसमें वह इसका है पहला पॉइंट कि सम सर्विसेस आर बेसिक सर्विसेस जैसे क्या हो गया हॉस्पिटल एडुकेशनल इंस्टिटूशन पोस्ट टेलिग्राफ सर्विसेस, पुलिस स्टेशन, कोट, विलेज एडमिस्ट्रेशन, ओफिस, मुन्सिपल कॉरपरेशन, डिफेंस, ट्रांसपोर्टेशन, बैंक, इंशोरेंस कंपनी, एक्सेट्रा तो अब ये सारी सर्विसेस जो आपको देखने को मिल रही है यहाँ पर जो बोर्ड पर लिखी है ये सारी सर्विसेस क्या है पता है ये सारी सर्विसेस बहुत बेस कि क्या अगर मतलब अगला सवाल यादा कि बेसिक सर्विसेस और सर्विसेस है इसका रज सेक्टर में आए टर्सरी सेक्टर में आ रही है तो आप इनसे भाग नहीं सकते हो जब जनसंख्या बड़ेगी जब देश बड़ेगा जब समय आगे बड़ेगा तो तो वो क्या देखने को मिलेगा कि automatically जब जनसंख्या बढ़ रही है देश आगे बढ़ रहा है तो services भी आगे बढ़ेंगे और जब services आगे बढ़ेंगे तो वो production आपको कहां बढ़ता दिखेगा tertiary sector में production आपको बढ़ता देखने को मिलेगा तो एक कारण कि what is the reason behind the rising importance of tertiary sector in production so this is the reason समझे एक reason ये समझ में आया फिर क्या है the development of agriculture and industry leads to the development of services such as transport, trade and storage क्या हो रहा है यहां पे यहां देखो कि क्या हो रहा है जैसे जैसे development हुआ कि इसका जैसे-जैसे डेवलपमेंट हुआ एग्रीकल्चर इंडस्ट्री का दिस लीड्स टू डेवलपमेंट ऑफ सर्विसेस सच आंसपोर्ट ट्रेड स्टोरेज प्राइमरी में प्रोडक्शन ज्यादा हो रहा है सेकेंडरी में क्या हो रहा उसका प्रोडक्शन वह जो नियुक्त लेजेंड मीम ठीक है यह लेजेंड मीम जो है तो आपको बहुत अच्छी तरह से समझाएगा अगर ठीक है मैं इस पर कॉपीराइट प्लेम ले सकता हूं क्योंकि आएव जस्ट राफ्टेड दिस सो देट यू केट दिए एसेंस प्राइमरी सेक्टर शिक्न ड क्योंकि primary और secondary को facilitate कौन कर रहा है अगर tertiary sector नहीं होगा तो primary secondary में growth होगी ही नहीं होगी ठीक है तो इस तरह से आपको यहाँ से simple सी चीज इतनी समझना कि primary secondary grow होगा तो tertiary अपने आप grow हो गई होगा समझा की नहीं समझा ठीक है तो यहाँ वो यह है कि the development of agriculture industry leads to the development of services such as transport, trade and storage तो वह हो गया अब उसके बाद में तीसरा कारण क्या है कि तीसरा कारण क्या है जिससे इंपोर्टेंस बढ़ रही है टर्सीडी सेक्टर की तो तीसरा कारण यह लिखा है क्या लिखा है कि एड इंकम लेवल राइज सर्टेंट सेक्शन आफ पीपल स्टार्ट खाना ही पसंद नहीं करते थे क्योंकि लोगों के पास पैसा नहीं रहता था वो चाहते कि बाहर पैसा खर्च करेंगे इससे अच्छा यह है कि हम घर में बैठकर खा लेते हैं एक अच्छा एक्जांपल दे रहा हूं घर में बैठकर खा लेते हैं या फिर घर में बाहर से कुछ सामान लेते हैं हम घर में बनवा लेंगे ठीक है पह तो लोगों का बार जाना की वीकेंड्स पर बाहर जाकर खाएंगे ठीक है वह चालू हो गया अब लोगों की और इंकम बढ़ गई तो ने क्या बोला कि बाहर कौन जाएगा ट्रैफिक है तो हम तो क्या करते है किसी को पैसे दे दें कोई हमारे घर डिलीवरी दे जाए तो फि आप अज्ञान शुक्ता वाइफ के बारे में कि थोड़ा आराम करवा देता हूं उसको लोग करते मेड रख लेते हैं घर में ठीक है क्योंकि उनके पास पैसा है कि वह मेड की सर्विसेस को ऑफर कर सकते हैं अफॉर्ड कर सकते हैं समय आ रहा है तो यह वही कहानी बताएगी विद डेवलपमेंट आफ यह लाला एस विन कम लेवल राइज सर्टन सेक्शन आफ पीपल स्टार्ट फंडिंग मैंने इन और सर्विसेस लाइक इटिंग आउट टूरिजन शॉपिंग प्राइवेट हॉस्पिटल्स ठीक है प्राइवेट स्कूल प्रोफेशनल ट्रेनिंग तो इंपल्स एग्जांपल जिम का ले लो ना क���या है कि जिम में अगर आपके पास पैसा नहीं तो आप जाओगे लोगों को देखो कि उसका ट्रेनर क्या सिखा रहा है उसको उसने जैसा सिखा है हम भी वैसे क्या करने लगते हैं हम इस तरह से जैसे इंकम बनेगी तो फॉर शॉर वह देवल मूव ट्वर्ट्स मोर एंड मोर सर्विसेस और सर्विसेस के जब और वह कंजम्शन करेंगे तो सर्विस का प्रोडक्शन बढ़ेगा और टिप्पिट ऑटोमेटिकली कौन सेक्टर बढ़ेगा यहां टर्शरी कारण और सब्सक्राइब आपको देखने को मिलता है कि विशेष और दिकार और सुनाओं कि यह नहीं है, आपको देखने को मिल रही है कि विशेष ने पूरा मार्केट ही अपना पूरा मार्केट चेंज कर दिया है इनफॉर्मेशन कम्यूनिकेशन इंटरनेट पर बेज्ड सर्विस आज आप देखेंगे आज हमारी दीडीपी में कितनी ऐसी कंपनीज हैं जो क्या है सर्विस सेक्टर पर बेज्ड हैं जो इंटरनेट पर बेज्ड हैं जो प्रोड्यूस कुछ नहीं कर रही है सर्विस प्रो करोडों रुपे का उनका valuation है, करोडों रुपे का उनका valuation है, तो यह वही चीज यहाँ पे है क्या, कि over the past decade or so, certain new services such as those based on information and communication technology have become important and essential, तो information communication पर based जो services हैं, वो important हो गई है और प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्रोडक्शन आपके प्र आज जरा रिकॉल करते हैं तो वह अपनी रिजन्स बिहाइंड राइजिंग इंपोर्टेंस टर्शिनी सेक्टर इन प्रोडक्शन तो टर्शिनी सेक्टर के ग्रो करने के पीछे का कारण सबसे पहला कि कुछ सर्विसेस बेसिक सर्विस होती है जो सरकार देना ही पड़ती है दूसरा यह आपने क्या देखिए जैसे इसे एग्रिकल्चर करना ही करना है दोनों को facilitate करता है तीसरा with the rise in income level people seek or ask for more services और चौथा यह है कि new services का emerge हो जाना वो certain new services जो emerge हुई है तो उसने क्या किया है tertiary sector के production में boost दिया है समझ में आया so this was the story this was the मतलब these are the points which prove why tertiary sector is rising अब यहाँ पर आपको एक चीज़ ध्यान रखना होगी कि services बहुत सारी होती है कोई हाथ ठेला धखा के ले जा रहा है वो भी सर्विस प्रोवाइड कर रहा है और कोई क्या कर रहा है सॉफ्टवेर प्रोड़क्ट बना के एक तरह से आपको सॉफ्टवेर सर्विसेस प्रोवाइड कर रहा है वो भी एक सर्विस दे रहा है लेकिन दोनों में ग्रोथ जो है वो बहुत क्या है अनिवन है ठीक है कैसे हाथ खेला धखाने वाला दिन भर काम करता है लेकिन क्या हो रहा है लेकिन वो इंसान जो एक software service provide कर रहा है वो करोड़ों रूपे कमा रहा है तो यहाँ पर यह point धियान रखना होगा कि service sector तो grow करा है लेकिन service sector के अंदर आप देखोगे तो there are disparities in the growth of the service sector ठीक है तो service sector के अंदर डिस्पेरिटी की सर्विस सेक्टर ग्रो कर लेकिन सर्विस सेक्टर जिस तरह से ग्रो किया तो उसके अंदर डिस्पेरिटी है कि कुछ सर्विस सेक्टर बहुत तेजी से ग्रो कर गए कुछ सर्विस सेक्टर जो कुछ सर्विसेस जो उतनी ग्रो नहीं कर रही है कुछ सर्वि बांध कर रखना सारे टॉपिक्स को आपने जीडीबी बारे में इंडिया में क्या कंट्रीब्यूशन इंडिया में क्या स्थिति है सर्विस सेक्टर में प्राइमरी सेक्टर में प्राइमरी सेक्टर में सेकंडरी सेक्टर में वह सब कुछ हो जाएगा अचंबा होगा आप फिर यहां पर एक बार सोचने के लिए मजबूर होंगे क्या सोचने के मज� कि सवाल यह है वेर आफ दोस्तों पर इंप्लॉइट तो जिसे अगर आप देखोगे शेयर ऑफ सेक्टर इन जीडीपी ठीक है शेयर और इस सेक्टर इन जीडीपी तो डिफरेंट डिफरेंट सेक्टर जो था उनका जीडीपी में शेयर पुराने समय में मतलब जिसे 73-74 की बात करते हैं तब क्या होता था primary sector जो है तो वो लगबग-लगबग 40% तक share contribute करता था secondary sector का 10-12% था और टर्सरी सेक्टर का share जो था जा टर्सरी सेक्टर का share भी मतलब कह सकते हो कि primary sector के competition में था लेकिन उससे कम ही था ठीक है यह हो गया यह 73-74 की बात हो गई लेकिन 2013-14 में आप देखोगे न 2013-14 में पूरी GDP अगर यह GDP का पाई है पूरा तो इस पूरी GDP का पाई का एक छोटा ही हिस्सा किसके पास है टर्सरी सेक्टर के पास है किस किस टर्म्स में कि टोटल जीडीपी जो हमारी तो टोटल जीडीपी में आज की स्थिति में कौन सा सेक्टर कितना कंट्रीब्यूट कर रहा है तो ज्यादा कंट्रीब्यूट कौन कर रहा है दिखती बात है आपको बोल दो कि सब्सक्राइब कर लिए और यह प्राइमरी के लिए आज आप क्या बोल सकते हो तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तो यह तर्सरी सेक्टर के ज्यादा है तो लोग टर्सरी सेक्टर में ज्यादा काम कर रहे होंगे आप भी बोल सकते हों कि लोग काम भी टर्सरी सेक्टर में ज्यादा कर रहे होंगे लेकिन ऐसा नहीं है इन फैक्ट क्या हो रहा है कि सबसे कम लोग जो है सबसे कम लोग जो है वह टर्सरी सेक्टर में काम कर रहे हैं उसके बावजूद भी क्या है कि कि जीडीपी में कंट्रीब्यूशन सबसे ज्यादा टर्सरी सेक्टर का लोग काम कर रहे हैं वह सबसे कम ऐसा कैसे हो गया चलो इसी को समझते हैं आइना समझ मैं अब याले ग्राफ से अगर compare करोगे ग्राफ 3 से तो आपको समझना आएगा share of sectors पहले प्रामरी सेक्टर का एंप्लाइमेंट बहुत ज्यादा था मतलब प्रामरी सेक्टर में लोगों का एंप्लाइमेंट बहुत ज्यादा था तो बोलते थे कि हां चलेगा क्योंकि जीडीपी में कंट्रीब्यूशन उसका था लेकिन आज के समय में आप देखोगे तो जब contribution सबसे ज्यादा है सर्विस सेक्टर का तो सर्विस सेक्टर का जीडीपी में contribution सबसे ज्यादा लेकिन उसमें लोग सबसे कम काम कर रहे हैं तो यह कह सकते हैं कि डिस्पेरिटी यह जो आपको डिफरेंस दिख रहे हैं यह डिफरेंस क्यों है दिफरेंस क्यों है अब इसे अनुसार इस नॉट से इन एंड क्वेश्चन इस वायर इस तो यह शुभ्ड जो सेम नहीं है क्यों नहीं है ठीक है यह शिफ्ट जो है सीम क्यों नहीं है वाइट अब मैं आपको वह समझाता हूं देखो तो पॉइंट जो मैं यहां तक मतलब क्वेश्चन जो एक्जाम में मिलेगा वह आपको बताते चल रहा हूं लेकिन आप उसके पहले जरूरी है कि आपको यह समझना कि क्या पूछा जा रहा है किस तरह से पैटर्न आगे बढ़ रहा है ठीक है तो यहां पर इतनी कार्य तो मैं सुना दी बहुत अच्छी तरह से अब कहानी यहां की पढ़ना है कि यह डिस्पेरिटी ए डिफरेंसेस क्यों है तो वाय देर है बिन लोग शिफ्ट इन दिश यार ऑफ सेक्टर्स इन एंप्लॉयमेंट अ एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडिट एडि� वर्किंग अपने फुल पोटेंशल वह पूरी तरह से एंप्लॉइड नहीं है वह क्या है अंडर एंप् तो अंडर एंप्लॉयमेंट शब्द यहां पर निकल कर आया आपको सीखने को मिलेगा समय आया ना कारण यह हो सकता है कि अब जब लोग सबसे अधार आज भी प्राइमरी सेक्टर में काम कर रहे हैं लेकिन उनका कंट्रीब्यूशन है नहीं इस बिकॉस नॉट इन जॉब्स वर्क रिटिट इन दिसे केंट्री इंटर्सिडेटर ठीक है कि कंट्रीब्यूशन जरूर पड़कर टर्सरी सेक्टर का तर्शी सेक्टर का contribution जरूर बढ़ गया लेकिन ये secondary और tertiary sector जो है न तो इसमें कुछ ही लोगों ने क्या किया बहुत ज़ादा पैसा कमाया है जो मैंने आपको बताया और इस कारण से उसका GDP में share तो बड़ा दिखता है लेकिन उतना job generate नहीं हुआ secondary और tertiary sector में लेकिन जो share है ठीक है in terms of contribution in GDP and in terms of share in employment उसमें disparity है और उसका एक कारण यही है कि secondary और tertiary sector में उतनी jobs create नहीं हुई है even though industrial output or the production of goods went up तो प्रोडक्शन जरूर बड़ा है, सेकेंडरी का भी टर्शरी का, ठीक है, तो इवन दो, industrial output और the production of goods went up by more than 9 times during the period, ठीक है, employment in industry went up around the 3 times, तो production 9 गुना बड़ा, लेकिन जो रोजगार मिलना चाहिए था, वो 3 गुना ही बड़ा, वो 3 गुना ही बड़ा, तो again ये भी एक matter of concern है वैसा है आपको एंप्लाइमेंट में इसलिए देखने को नहीं मिल रहा है क्योंकि जॉब क्रिएट हुई ही नहीं जॉब क्रिएट हुई ही नहीं ठीक है तो वाइट प्रोडक्शन इन थी सर्विस सेक्टर रोज बाइ 14 टाइम्स एंप्लाइमेंट इन थी तो कहानी देखो इधर इतना था इधर बढ़ गया 11 से 25 हो गया 18 से 13 हो गया तो दोनों जगह क्या हुआ है दोनों जगह आप देखोगे तो प्रोडक्शन मतलब एंप्लॉयमेंट का शेयर ऐसे बड़ा है लेकिन नॉट विफरेंस टू दी शेयर ऑफ सेक्टर सिंह जीडीपी उस कंटेक्ट में नहीं बड़ा है उस कंटेक्ट में बड़ा है ठीक है तो अब यह तो आपने बता दी एक तो क्या कि प्राइमरी और एक तो सेकंडरी टर्सरी में कमी रह दी और दूसरी चीज जो है कि पीपल इन भी प्राइमरी सेक्टर आर अंडर प्लाइट और डिस्टिंग्वेस्ट नहीं है ठीक है डिस्गाइज डिस्गाइज तरीके से ठीक है डिस्गाइज अनेंप्लोइड ठीक है अब डिस्गाइज अनेंप्लॉयमेंट क्या है अंडर एंप्लॉयमेंट और डिस्गाइज अनेंप्लॉयमेंट एक ही चीजें यह पहले ही क्लियर कर दो क्योंकि क्या होता है जब चैप्टर आफ्टर सब पढ़ लेते जब एक्जाम आते तो बच्चे पूछते हैं सब्सक्राइब और अंडर एंप्लॉयमेंट में क्या फर्क है तो दोनों एक ही है बस जैसे किसी का नाम घर पर लक्ष्मी किसाने अपनी खेत पे काम करती है, इस टोरी तो वगरा पढ़ देना आप, तो लक्ष्मी किसाने खेत पे काम करती है, अब वो काम करती है, उनके साथ उनके फैमिली मेंबर भी काम करते हैं, तो अब क्या है कि इतने सारे लोग मिलके एक खेत में काम कर रहे हैं, द लक्ष्मी के फैमिली मेंबर्स को वहां से हटा भी लोगे ना तो एक दो लोग भी काम समाल सकते थे ठीक है एक दो लोग भी काम समाल सकते थे और वह एक दो लोगों का अब हटाया है बाहर तो एक दो लोग जिन्हें आप हटाओगे बाहर ले जाओगे तो वह लोग बाद से ज्यादा कमा सकते थे लेकिन अब हो क्या रहा है कि सभी लोग उसी खेत में काम कर रहे हैं अब जब सभी लोग उसी खेत में काम कर रहे तो दिख तो रहे काम करते हुए बट आर्डी वर्किंग टू देर फुल पोटेंशल क्या तो अपनी फुल पोटेंशल निकर का रहे हैं इसका मतलब क्या है कि वह अंडर एंप्लॉइड है समय इसका मतलब यह है कि वह अंडर एंप्लॉइड है तो पीपल इन प्राइमरी सेक्टर अंडर एंप्लॉइड या फिर वहां पर अंडर एंप्लॉइमेंट जो आपको देखने को मिलता है तो यहां थोड़ा से करें या फिर यह अंडर एंप्लॉइमेंट जो आपको देखने को मिलता है तो यहां थोड़ा से करें या फिर यह अंडर एंप्लॉइमेंट जो आपको देखने को मिलता है तो यहां थोड़ा से करें यह अंडर एंप्लॉइमेंट जो आपको देखने इन विच इस इडेंट इन कंट्रास्ट विच इस हिड़न इन कंट्रास्ट टू समवन हुआ था जॉब एंड इस क्लियरली विजिबल एज अंडर एंडर रहा है ठीक है बट ही इस नॉट वर्किंग अप टू हिस और हर फुल पोटेंशल लेकिन अंडर एंप्रेड इंसान जो रहता तो अपनी पूरी पोटेंशल पर काम नहीं कर रहा करूं साफ थी और भी लगा दोगे तो विदाउट इफेक्टिंग डेट वर्किंग व कैसा कमा सकता है और वह इकनॉमिक एक्टिविटी वैसे ही चलती रहेगी अगर समझ में जैसे एक फैक्टरी में अगर मान लो चारी वर्कर का काम लेकिन आपने छह बिठा कर रखे तो अब दो हटा भी तो चार भी उतना काम समालेंगे लेकिन दो तो डिस्टिंगेज्ड नहीं है ध्यान रखना यह डिस्टिंगेज्ड है यह वाला तो यह चीज विशेष उस पर ध्यान करना मैं में एग्रिकल्चर सेक्टर जहां पर एक फैमिली अगर चार लोगों की एक तो चारों लोग क्या बोलते हैं कि हमारा खेत है, हम खेत पर काम कर रहे हैं लेकिन चारों लोग की क्या वहाँ जरूरत है, खुद से पूछो चारों लोग की वहाँ पर reality में जरूरत नहीं होती है तो वहाँ ला case है यहाँ पर, ठीक है, तो this is this type of underemployment is mainly found in agriculture sector, why? कि agriculture sector जो होता है, तो agriculture sector लेबर इंटेंसिफ तो होता है और unnecessarily जैसे लोग वहाँ पर बैठे हैं काम तो सभी चाहेंगे कि उस खेत में काम करें क्योंकि अपना खेत है ठीक है और उसके साथ साथ यह सीजनल नेचर का भी काम होता है कि अब क्या है सोइंग कर दिया आपने आपको हारवेस्ट करना है बीच-बीच में जिसे क्या हो रहा है पेस्टिसाइड वगन स्प्रे करना है कि समय तो उस संस में क्या है कि एग्रिकल्टिया सेक्टर में अंडर एंप्लॉयमेंट ज्यादा देखने को मिलता है इस अंडर एंप्लॉयमेंट के ऑफ एप्परिंट अदर सेक्टर्स दूसरे सेक्टर में भी हो सकता है अंडर एंप्लॉयमेंट दूसरे सेक्टर में जैसे पेंटर प्लंबर रिपेयर पर सारे अधर आ अगर दूंगा और जॉब्स ठीक है तो यहां पर कहा रहा है पेंटर प्लमबर्स वगैरह हो गया तो उनको जब काम मिला तब काम कर लिया तो बाकी समय बैठे हैं ठीक है बाकी समय बैठे हैं तो उस तरह से क्या है कि वह अगर मान लोग पर की प्रॉपर आप जैसे एट आर्स का वर्क दे रहो फिज तो वह ज्यादा बेनिफीशल रहेगा वह ज्यादा क्लियर रहेगा बजाय उसके बजाय उसके क्या कि उन्हें सिर्फ जब काम मिल रहा उस समय काम दिया जाए या फिर वह जब काम मिल रहा तभी तो देमें स्पेंड थी होल डेब अर्न वेरी लिटन तो क्या है कि पूरा दिन चला गया लेकिन उन्हें कमाया बहुत कम क्योंकि पूरे दिन में उन्होंने काम ही कुछ समय के लिए क्या या फिर कुछ ही समय के मिला जैसे आपके से तो यहां पर क्या आटो ड्राइ� पर काम नहीं मिल रहा तो वह टॉप में बैठे न्यूसपीपर पढ़ते रहते ठीक है अब खेर उनकी गलती नहीं उनके पास इसके अलावा दूसरा ऑप्शन नहीं है तो इस तरह से आपको क्या देखने को मिल रहा है कि इस टाइप ऑफ पीपल वह एंप्लॉइड इन वर्क्स वेर देमे स्पेंड दी होल डे बट अर्न वेरी लिटल तो इस तरह से अब आप जड़ा recall करो where are most of the people employed तो आपने देखा कि लोग ज़्यादा employed primary sector में है लेकिन यहाँ पे एक surprise होने वाली बात थी कि contribution GDP में जो है वो tertiary sector का ज़्यादा है तो ऐसा क्यों यह disparity क्यों तो disparity के पीछे का कारण यह है कि secondary and tertiary sector ने job creator नहीं करी और साथ ही साथ जो primary sector में लोग काम कर रहे हैं वो under employed या फिर disguised unemployment वहाँ देखने को मिल सकती है आपको अब सवाल यह आता है कि सर आप ही ने सिखाया कि समस्या पर नहीं समाधान पर focus किया जाए तो अब समस्या तो हमें समझ में आ गई है लेकिन इस समस्या का समाधान क्या निकाला जाए ठीक है how can we create more employment this is the point यहाँ अच्छे से समझना क्योंकि यहाँ से दो तीन question बनते है ठीक है तो how can we kill तो सवाल का ध्यान रखना लक्ष्मी के केस से हम आगे कहानी बढ़ाएंगे लक्ष्मी का एक्जांपल आपने देखा कि उसकी family members जो है सब मिलके उसी खेत में काम कर रहे हैं जबकि उतने लोगों के वहाँ जरूरत नहीं है लक्ष्मी के खेत में पानी नहीं था एग्जांपल के हिसाब से ठीक है अब लेकिन अगर आपने लक्ष्मी को क्या देती है पानी दे दिया इरिगेशन फैसिलिटीज प्रोवाइड कर दी तो अब काम बढ़ जाएगा क्योंकि पहले सूका खेत रहता उस पानी में खेती कर लेते थे लेकिन आप जब एंप्लॉयमेंट मतलब इरिगेशन दोगे तो इरिगेशन आएगा तो पानी हाथ से फैरना पड़ेगा वहां पर अब हाथ से फैरना ऐसे भरभर के लिए जाओगे लेकिन पाइप वगैरह यह वह स्प्रिंकल वगैरह इरिगेटिंग फील्स एक काम बढ़ जाएगा तो उस तरह से क्या है कि अगर आपको एंप्लॉयमेंट क्रिएट करना तो मैं एग्जांपल ले रहे हैं कि इरिगेशन फैसिलिटी वगैरह प्रोवाइड को विशेष मनता है तो आप लक्ष्मी के एग्जांपल से इरिगेशन फैसिलिटीज प्रोवाइड करना एक एंप्लाइमेंट जनरेट करने का तरीका हो सकता है ठीक है लोगों कंस्ट्रक्शन में काम हो रहा है पता एक स्टोरी के हिसाब से बता रहे और जो लो� इन्वेस्टमेंट इन ट्रांसपोर्टिशन इन स्टोरेज फैसिलिटीज लक्ष्मी की कहानी को फिर आगे बढ़ाते हैं क्या कि आप जब पानी मिल गया तो लक्ष्मी ने काम कर वाली अपनी एक दो फैमिली मेंबर को और ज्यादा काम मिल गया अब क्या आप जब पानी मिला काम किया मेहनत करिए तो फल तो मिलेगा यह दर्शाति प्रकृति अब जब आपने मेहनत करिए तो उसका कैसे ले जाएंगे तो यहां पर आपको क्या देखने मिल रहा है कि यहां पर आपको चीज समझ जाओगी कि आप जब इनवेस्टमेंट समझ रहे हो तो वही चीज है यहाँ पर क्या तो एंप्लॉयमेंट टू फार्मर अदर इनवॉल्ड इन थी ट्रांसपोर्टिशन और ट्रेड तो इस तरह से जो ट्रेड ट्रांसपोर्टिशन में एंप्लॉयड है उन लोगों को किसानों को और क्या मिल जाएगा रोजगार मि लक्ष्मी मोहम आया है मैं फस गई है कि पानी मिल गया प्रदक्षन ज्यादा हो गया हमने बेच भी दिया अब बेच दिया तो सोच रही है कि अब तो अपना प्रदक्षन हो ही रहा है तो अब क्या करते है थोड़ा लोन ले लेते हैं तो जमीन वमीन और लेते हैं तो अब क्या होगा कि जब लोन दिया जाएगा ना तो इस लोन विल भी हेल्पफुल फॉर बाइंग एक्विप्मेंट अब आप funding पे क्यों बैठे हो, loan लो, अगर आपको विश्वास है अपने business idea पे, तो फिर क्या करो, loan लेके काम करना चालू कर दो, ठीक है, तो इस तरह से क्या होगा, availability of cheap credit and loan, तो ये, this is again going to be very fruitful and very useful, क्यों, क्योंकि आप यहाँ पे आपको क्या देखने को मिलता है, यहाँ पे तो उसके चलते क्या काम चल पड़ेगा उसके चलते उसका काम क्या होगा चल पड़ेगा तो यह सारे एडवांटेजेस मिल जाते हैं यह सारे एडवांटेजेस मिल जाते हैं फिर उसके बाद में क्या है आइडेंटिफाई प्रमोट एंड लोकेट इंडॉस्ट्रीज स्माल स्केल इंडॉस्ट्रीज एक और तरीका ही होगा लक्ष्मी के केस में लक्ष्मी के केस में आविर किसानों के केस में इसे अगर आप द वो प्रोड्यूस जैसे अगर आप देखोगे तो प्रोड्यूस उनके शहर तक सीमित था वो प्रोड्यूस सिर्फ ऐसा था कि वो टमाटर उगायते थे टमाटर ही बेज देते थे आलू से चिप्स बनाओ तो जैसे फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज कोल्ड चेन इंडस्ट्रीज हो गई तो इस तरह से क्या है कि गवर्नमेंट इडेंटिफाइंग प्रमोटिंग एंड लोकेटिंग इंडस्ट्रीज स्मार्ट स्केल इंडस्ट्रीज को अगर प्रमो production process बढ़ सकता है उसके चलते आपको देखने को मिलेगा कि employment और generate हो सकता है उसके चलते आपको देखने को मिलेगा कि under employment खतब हो सकता है फूट प्रोसेसिंग में क्या होता है तो जैसे वही वाली बात है कि टमाटर जो है तो टमाटर क्यों बेच रहो कैचप बनाकर बेचो वैसे कोल्ड चेन स्टोरेज क्या है तो आप बहुत सारा एग्रीकल्चर या फिर जो पेरिशेबल प्रोडक्ट होता है वह खत्म हो जाता है ठीक है सड़ जाता है उसे फेकना पड़ता है तो आप क्या कर लो जो फेक रहे उतना है अगर पेट मोर एंप्लॉयमेंट यह आप पॉइंटर चार लिख सकते हैं उसके अलावा देखो एक चीज समझना कि लोन जरूरी सचता क्यों यह बहुत बहुत इंपोर्टेंट हो सकता है कि लोग क्या करें चैप्टर में तो यह सारी स्टोरी जो मैं आपको समझा इस तरह से जनरेट की जा सकती है ठीक है एक्सप्लोरिंग न्यू सेक्टर फॉर एंप्लाइमेंट और लास्ट पॉइंट जो है क्या कि अंप्लॉयमेंट जनरेट करने के लिए आपको नए सेक्टर्स एक्सप्लोर कर लेना चाहिए नए सेक्टर्स क्या है जिसे आप यहाँ पर अगर आप पॉइंट देखोगे तो प्लानिंग कमिशन जो है जो आज के समय में निति आयोग है 2015 से आप वो निति आयोग के नाम से जाना जाता है कितनी 20 लाख जॉब की बात की जाती है 20 लाख जॉब अकेले education sector में क्या की जा सकती है education sector में लाई जा सकती है create की जा सकती है तो वो चीज़ आपको ध्यान रखना होगा कि exploring new sectors of new sectors for employment employment के लिए नए नए sectors को explore किया जाए similarly if we are not similarly if we are to improve the health situation we need many doctors, nurses, health workers etc. to work in rural areas covid के time period में आप सभी ने देखा observe किया क्या कि किस तरह से हमारा health sector चर्मरा गया है पूरी तरह से ठीक है तो वहाँ पे भी potential है कि आप नई jobs और create कर सकते हो तो employment create करने के लिए identify करो कि कौन से sectors है जैसे education sector हो गया है health sector हो गया है जहाँ पे जरुवत है tourism sector के जैसे बात की गई कि tourism sector को अगर properly improve किया जाता तो every year we can give additional employment to more than 35 lakh people ठीक है 35 lakh लोगों को और क्या क्या दिया जा सकता है job दिया जा सकता है प्रॉपरली क्या कर रहे हैं अगर आप प्रॉपरली एडिगेशन सेक्टर को इंप्रूव करते हैं डेवलप करते हैं तो तो दिदार्धी पॉइंट समझ में आ दिदार्धी पॉइंट्स विच यू आ रिक्वायर्ड टो कनेक्ट एंड असोसिएट अब उसके बाद अगर आगे बढ़ते हैं तो यह आपने क्या करना है एक्सप्लोरिंग न्यू सेक्टर फॉर एंप्लॉयमेंट यह पां स्माल स्केल इंडस्ट्रीज को प्रमोट करना और न्यू सेक्टर जो है उन्हें एक्सप्लोर करना इन सारी चीजों पर ध्यान देखिए ज्यादा से ज्यादा एंप्लॉयमेंट को जनरेट किया जा सकता है अब देखो क्या है यह सब कुछ करने में मतलब यह ना कि यह तो नहीं लगेगी तभी खो देंगे और खोदेंगे तो समय लगेगा ठीक है तो यह सारी लगेगा लेकिन वही बात है कि भूख अभी लगी है प्यास अभी लगी है तो पानी तो भी चाहिए इंसान को कुआ खोदने तो बैठे गए नहीं तो फॉर दिस्ट टर्म वीनिट सम क्विक मेजर्स टू सॉल्व प्रॉब्लम ऑफ एंड वाइट है लेकिन कहां ले जाकर दोगे सरकार के सामने भी चलेंगे तो सरकार ने क्या किया बहुत सारे ऐसे प्लांस इंटिवार इन अबाउट इस तरीके तो सरकार ने इस चीज को रिकग्नाइज करते हुए कि जो सजेशन से उन सारी चीजों पर काम करेंगे ठीक है अच्छा विचार है आपका करते हैं कुछ प्रबंध उस टाइप से सरकार ने वह तो बोल दिया है लेकिन लेकिन बात यह थी अभी हां पर क्या कि अ शॉर्ट टर्म में हम लोगों की समस्या जो एंट्रोइमेंट की उसे कैसे खत्म करें तो सरकार ने क्या किया सरकार ने राइट टू वर्क को रिकग्नाइज करते हुए 625 डिस्ट्रिक्ट में एक लॉट इंप्लीमेंट किया और वह लॉट कौन सा है तो महात्मा गांधी नेशनल रूरल एंप्लॉयमेंट गैरंटी एक्ट एंप्लॉयमेंट गैरंटी एक्ट राइट टो वर्क के अंदर राइट टू फ्रीडम यह सारे तो ऐसी क्या है कि हमारा एक अजिकार यह भी कि सरकार हमें काम दे हम बेरोज़गार बैठना में पसंद नहीं है जो राय पर बैठकर ताश के पत्ते खेलना किसको पसंद है लेकिन अब काम है तो क्या करें सवाल बहरूपिया होगा वो किसी भी रूप में आ जाएगा आपको ये ध्यान रखना होगा कि आपको जवाब क्या देना है उसका ठीक है तो इस तरह से मनरेगा के ऊपर कुछन मन के आता है अगर तो क्या लिखेंगे आप देखो तो महात्मा गांधी नैशनल रूरल एंप् यह क्या चीज है?

तो state funded work creation program मतलब क्या है? कि सरकार पैसे लगाएगी, सरकार पैसे लगाएगी लोगों से काम करवाएगी और लोगों को काम करने के पैसे देगी, ठीक है? आप बोलोगे सरकार इतना क्यों कर रही है? तो ultimately मैं आपको क्यों बताया था?

कि country जो है तो country में सारी basic irrigation facility प्रोवाइड करना है, तो irrigation facility कोई private player क्यों प्रोवाइड करेगा? यहाँ पर सरकार को अपनी country की growth के पड़ता है कुछ बेसिक फैसिलिटी प्रोवाइड करना पड़ती है तो सरकार वहां पर काम करने के लिए ऐसा तो नहीं कि प्रामिस्ट खुद जाकर क्या करें गड़े खो देंगे तो वहां पर काम करने के लिए लोग तो चाहिए रहेंगे तो लोग कहां से आएंगे वह लोगों को आप सरकार ने कैसी पॉलिसी बनाई कहिए हमें काम करवाना है आपको काम करना एंप्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम तो वर्क क्रिएशन और एंप्लॉयमेंट जनरेशन में क्या हो जाएगा कि पैसा सरकार लगाएगी पैसा आपको आपकी सैलरी सरकार देगी तो अंडर बोला सरकारी नौकरी हो गई का सर सरकारी नौकरी नहीं है contractual basis पर रहेगा लेकिन यह है कि सरकार काम दे रही है आपको दिखती बात है ठीक एंड आफ इन नीड ऑफ थी के वर्क इन रूरल एरिया आर गैरंटिड हंड्रेट डेज ऑफ एंप्लॉयमेंट इन एयर बाइट गवर्नमेंट तो यहां पर क्या हो रहा है मंद्रेगा टू थाउजन फाइव में अगर जैसे देखोगे महत्मा गांधी नेशनल रूरल करना चाहते काम करने योग्य है ठीक है काम करना चाहते काम करने योग्य मतलब क्या भी तुम चार साल के रखे हो वह बोलों कि नहीं मैं तो क्या करूंगा पूरी नहर अकेले खोद दूंगा जो काम करना चाहते करने योग्य है तो उन लोगों क्या करते सरकार काम देती है तो अंदर दी महात्मा गांधी नेशनल रूरल एंप्लॉयमेंट गैरंटी एक्ट ऑल दोस्त आपको विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष विशेष आप सरकार ने बोलतो दिया सौ दिन काम देंगे क्या काम दोगे ठीक है सरकार क्या काम देगी पारलामेंट में बैठकर लॉब बनाने का काम देगी नहीं सरकार आपको ठीक तो सरकार क्या काम देगी तो बेसिकली इसमें बताया गया है कि वो सारी काम जो क्या होगा जो जो ल बढ़ाने के लिए काम होंगे ऐसे काम क्या करेंगे सरकार आपको देगी ठीक है लैंड की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने वाले तो वही चीज हम पर पताएगी तो इधर गवर्नमेंट फेल्स इन एट्स ड्यूटी तो गवर्नमेंट ने प्रॉमिस तो कर दिया अनेंप्लॉयमेंट इट विल अट गिव अनेंप्लॉयमेंट अलावेंस तो यह बजेदार चीज है कि अगर सरकार काम नहीं दे पाई तो यह तह है कि काम आप रजिस्टर कर लो अपने आपको मंद्रेगा में तो काम मिल गया तो बढ़िया है काम नहीं मिला तो unemployment allowance जो है वो तो आपको मिली जाएगा तो the type of work that would be that would in future help to increase the production from the land will be given preferences under the act तो वहा काम जो land की productivity बढ़ा देगा उस तरह के काम को preference दी जाएगी मंद्रेगा scheme के अंतरगत मंद्रेगा scheme के अंतरगत उस तरह के काम को प्रेफरेंस दियाएगी उस तरह का काम जो होगा वह क्या माना जाएगा इंपोर्टेंट दियाएगा समय तो क्या है महत्मगानी नेशनल रूरल एंप्लॉयमेंट गैरंटी एक्ट एक स्टेट फंडेड वर्क क्रिएशन प्रोग्राम है जहां पर इसमें रिश्टर करवा लेता हूं तो बिसीटली क्या होता है यहां पर जिसे अगर आप देखोगे तो रूरल एंडियाज में ज्यादा गवर्नमेंट मॉन्यूमेंट्स वगैरह जैसे भी टावर वगैरह पेंट करना है वह सारी चीजें आप तो पढ़ो लिखो यह मनरेगा कि में जाने की मत सो� उस चीज का बैकअप लेकर चलना लेकिन अच्छा तरफ पढ़ाई करो अपनी ठीक है और नॉलेज इस पावर अगर आपके पास ज्ञान है सिख्षा है स्किल्स है तो यू विल कम आउट आउट आउट दी फ्लाइंग कलर्स ठीक है डोंट एम स्माल ठीक है एम बिग तो यह कि प्राइमरी सेक्टर के सिगर सेक्टर के टर्सिड सेक्टर का है तीनों सेक्टर जो तीनों सेक्टर में कहां कितना वाल्मेंट इसका जीडीपी में कंट्रीशन है सेकंडरी सेक्टर क्यों टर्सिड सेक्टर क् यह देखा कि आपने हां अनेंप्लॉयमेंट है अंडर एंप्लॉयमेंट है तो अंडर एंप्लॉयमेंट है तो अंडर एंप्लॉयमेंट को कैसे खत्म किया जा सकता है तो वह पूरी कहानी मनरेगा के बारे में पड़ दिया तो सेक्टर काम जो हो रहा है इकनॉमी में तो वो वर्किंग कंडिशन भी कहीं काम बहुत सिस्टेमाटिक हो रहा है फिट्ज़्ड वर्किंग आर होते हैं सब कुछ सिस्टेमाटिक होता है तो कहीं पे आपको क्या देखने को मिल रहा है सेक्टरस अप इंडियन इकनॉमी में कही चीज है तो और गणाइट और अनॉर्गनाइज दो सेक्टर और क्लासिफाई किया जा सकते हैं इकोरामी में तो यहां पर क्या हो रहा है कि डिविजिउन ऑफ सेक्टर्स एड ऑर्गनाइज एन अनॉर्गनाइज यह अलग चीज हो जाएगी समझ रहा हुआ था इन अलग चीज हो जाएगी इसे समझो इसे समझ के आगे बढ़ते हैं तो कांटा एंड कमल कांटा एंड कमल जो है तो कांटा और कमल की कहानी सुनो यहाँ पर क्या है यह दो एग्जांपल दिये गए अच्छे समझ जाओ कांटा और कमल क्या हो रहा है कि कांटा ऑफिस में काम कर वर्किंग आर सेलरी जो मिलती हर महने के अंत में रेगुलरली मिल जाती है सेलरी के साथ में क्या मिलता है पीएफ वगैरह मिलता है प्रोविडेंट फंड क्या होता है तो जिसे एक मतलब सेलरी का एक हिस्सा जो कटता जाता कटकर सेव होता है और बाद जब रिटायर होगी तो पैसा लंब्सम में मिल जाएगा तो कांटा को इस तरह स लेट डाउन बाइट गवर्नमेंट शीघ्र ऑफिस मेडिकल एंड अदर लावेंस तो मेडिकल और दूसरे लावेंस मिल रहे हैं ठीक है कांटा डॉजन ऑफिस ऑन संडे संडे की छुट्टी मिल रही हुए पेड हॉलिडेज मिलती है गर्मालों कि बिमार भी होगा तो तरह से सिस्टमेटिक मिला था अब कमल की बारी आती देखो क्या तो कमल जो है तो कमल कहां काम करने जाते हैं तो यह बाजु में ही क्या है कांता कमल भी मतलब अ कांटा के नेबर है ठीक है तो कमल कांटा दोनों की ऐसी ट्यूनिंग बन गई बस नेबर है और कुछ नहीं है ठीक है तो जैसे आप देखोगे तो कमल इस कांटा नेबर ही ज़रूरी बेच लेवर नेरबाई ग्रास्टरी शोप और उन्हें की बाजु में जो ग्रास्टरी श वह सब्सक्राइब करना रहता है ठीक है और उसका दूसरा नहीं मिलता जिस दिन काम पर नहीं आएंगे उस दिन पैसे काट ले जाएंगे ठीक है ज्यादा ज्यादा चाहिए मिल जाती होगी उन्हें तो कभी-कभी क्या बोलते मालिक का मूड आप देखोगे तो ही इस नॉट पेट फॉर दिए डेसी डू नोट अब ही डाजन वर्क यह आज देरफॉर टू लीव और अब यह एक दिन नहीं जा रहा है तो यह पैसा नहीं मिलेगा तो नॉर वाज इफेक्टिवन एनी फॉरमल लेटर सेंग थे थी आपको आपको आपके पास एक्सपर्टीज होना चाहिए कि यहां पर आपका देख रहे हो कि और अगर मान लो किसी भी दिन ऐसा लगा तो दोनों ही cases में आपने क्या देखा दोनों ही cases में आपने देखा कि एक जगा सब कुछ systematic ह और गनाइज है एक जगह सब कुछ क्या है अस्तेव्यस्थ सब कुछ हवा में है अन ओर्गनाइज है तो इस तरह से और गनाइज एंड अन ओर्गनाइज ठीक है यह दो सेक्टर होते हैं इन दोनों ही सेक्टर को आपको बहुत अच्छे से समझना होगा कि organized sector क्या है, unorganized sector क्या है और दोनों की बीच में difference बताओ differentiate करो organized sector और unorganized sector के बीच में ऐसा question मन के आने की possibility है तो organized sector में क्या हो जाएगा यहाँ पे देखो terms of employment are regular and people have assured work कांटा के case में देखा हमने कि terms of employment जो है वो क्या है वो एक तरह से आपके देखो कि regular है कि आपको इतना सुबह काम करना है fix ठीक है और वहाँ पे security भी रहती है security assured work रहता है कि काम रहे गई रहेगा इस type से ठीक है they are registered by the government पर पेमेंट और ग्रेट एक्ट एक्सट्रा अब यह क्या है तो जिससे अगर आप देखोगे तो गवर्नमेंट अलग-अलग लॉस पास करती है क्या रूल से रेगुलेशन से जुड़े लॉप आस करती है गवर्नमेंट एड टाइम्स आपको क्या देखने मिलता है कि कि गवर्नमेंट वह बात है कि मिनिमम वेजेस पर करना होगा गवर्नमेंट फैक्ट्री से पास करते उसमें बताती है कि फैक्ट्री में वर्किंग कंडीशन है तो ना पीने होगे पा तो यहाँ पर सब कुछ क्या है गवर्नमेंट के ऑब्जर्वेशन में होता है और गनाई सेक्टर में फाइन वर्कर इन दी ऑर्गनाई सेक्टर एंजॉय सिक्योरिटी ऑफ एंप्लॉयमेंट अब ऐसा नहीं कि इन्हें कभी भी बस मूड बदला की निकाल देंगे एक प्रॉ इसे ऐसे निकाला नहीं जा सकता है ठीक दिया एक्सपेक्टेड टू वर्क ऑनली फिक्ट नंबर ऑफ आर्स वर्किंग आर्थिक रहते ज्यादा काम करवाएंगे तो क्या होगा ऐसा समोसा चाय खिला के पेटरी भर देते अगर ज्यादा काम करवाएंगे तो यहां पर रखना होगा तो इस देवर को प्रोविडेंट फंड ग्रैचुविटी एक्सेट्रा ठीक है मेडिकल बेनिफिट्स यह सब कुछ मिलता है तो जिसे अगर आप देखें तो कुछ-कुछ मेडिकल बेनिफिट मिलते हैं अगर आप बीमार हो रहे हो तो आपके इंशॉरेंस करवा के दिया वह सारी जाती है आपके आपके सलरी का एक हिस्सा कटते जाता है और से होते जाता है कि आपको retirement के बाद या फिर आपके जब जरूरते हो तो आप निकाल सको उसे they get paid leave, payment during holidays ये सारी चीज़ हो गई when they retire these workers get pension as well और organized sector में क्या होता है retirement के बाद में पेंशन भी मिलती है कि आपका रेटायरमेंट हो गया तो रेटायरमेंट के बाद में आपको पेंशन भी मिल जाएगी यह सारा सब कुछ ओर्गनाइज सेक्टर का है अनोर्गनाइज सेक्टर में जिसे आप देखोगे तो इसके उलड क्या हो जाएगा इसके उलड तो वो सारी केसेज हो जाएगे सबसे पहली चीज तो क्या है फॉलो नहीं किया जाते हैं वह सारी चीजें ठीक है देर आप रूल से रेगुलेशन बट दीज आर नॉट फॉलो रूल रेगुलेशन होते हैं लेकिन यह रूल रेगुलेशन फॉलो नहीं किया जाते हैं समय ना नो जॉब सिक्योरिटी जॉब होती जॉब यह सारी चीज होगी देश नो प्रोवेशन फॉर ओवर टाइम पेड़ लीव हॉलीडेस लीव ड्यूटू सिक्नेस और कोई प्रोविजन देखने को नहीं मिला कोई ओवर टाइम पेड लीव्स हॉलीडेस यह कुछ देखने को नहीं मिलता है एंप्लॉयमेंट इस नॉट सिक्यॉर और यहां पर आपका देख रहे हैं रोजगार जो है तो सिक्यॉर नहीं एंप्लॉयमेंट तो इसके अलावा भी बहुत सारे होते हैं तो ऑर्गनाइज्ड सेक्टर क्या है अब देखो इसके अलावा एग्जांपल में क्या जाएगा कि जो जो small factories देख रहे हैं यहां पर क्या सकते हैं जो casual labors वगैरा हो गए हैं ठीक है जो vendors वगैरा हो गए हैं तो सब unorganized sector में काम कर रहे हैं कोई guarantee नहीं उनके काम की कब तक उनका काम चलेगा और वो खुद के ऊपर dependent उस तरह से लेकिन organized में जैसे आप government sector देख लो बड़ी-बड़ी multinational companies, registered companies जो होगी वो सब organized में आ जाएगी तो organized sector जो है most desirable organized sector is most desirable why it is most desirable लेकिन लेकिन लेकिन काम करने वाले के लिए तो और ने सिर्फ डिजाइरेबल होगा लेकिन काम दे रहे ना उन लोगों को ऐसा लगता कि हम भी अनॉर्गनाइज बन जाएं तो कितना अच्छा है क्योंकि अनॉर्गनाइज में कोई पेंशन नहीं देना है कोई पीएफ कितना अनॉर्ग तो वो एक बड़ा difference आ जाता है यहां पे यहां रखियेगा वो एक बड़ा difference आ जाता है कि unorganized sector में क्या हो रहा है unorganized sector काम करने वालों के लिए बहुत desirable होता है लेकिन जो लोग काम दे रहे हैं ठीक है तो most of the employment but बट थी अंप्लॉयमेंट अपोर्चुनिटी इन ऑर्गनाइज सेक्टर से हैं पिछली इन फैक्ट आपको देखने मिलता है कि ऑर्गनाइज सेक्टर के जो कंपनीज वगैरह है देट ट्राइट टू एक्ट लाइक अनॉर्गनाइज देट ट्राइट टू इवेट दी रूल बहुत स्लोली एक्सपैंड कर रहा है वह बहुत स्लोली एक्सपैंड कर रहा है तो वह समस्या का कारण बन गया कैसी समस्या का कारण बन गया कि लोग जो है तो लोग जो है और ग्राइस स्क्राइड जो है तो लोग जो है वह ऑर्ग्नाइस तरफ नहीं मिल रहा तो लोग किदर की त यहां पर समझना अच्छा से पर the employment opportunities in the organized sector have been expanding very slowly so people are moving towards people are moving towards unorganized sector ठीक है unorganized sector की तरफ जा रहे हैं तो unorganized sector में क्या हो रहा है exploitation होता workers का ठीक है और अब जब workers का exploitation होता होता है तो उनके protection की बहुत ज़ादा विशेष जरूरत है कहानी समझ में क्या pattern है organized and unorganized sector दोनों समझना है अब क्या हो रहा है कि ऑर्गनाइज सेक्टर में उतना काम है नहीं और जो काम है तो वो लोग भी अनॉर्गनाइज बनने की कोशिश करते हैं तो इस केस में अनॉर्गनाइज सेक्टर के साथ समस्या क्या है कि वहाँ पे workers का exploitation होता है तो अब point यह है कि आप वो जो workers का exploitation हो रहा है उन workers को exploit होने से कैसे बचा सकते हो this is the point उन workers को आप exploit होने से कैसे बचा सकते हो this is the point ठीक है workers need the protection आप कैसे बचाओगे तो देखो rural areas में कौन आ जाएंगे अनॉर्गनाइज सेक्टर में तो जिसे landless agricultural labor साग है small marginal farmers आ गए share croppers आ गए artisans आ गए ये सारे लोग कहाँ आएंगे ये सारे लोग rural areas में उसमें आ जाएंगे मतलब ये सारे लोग rural area के unorganized sector में काम करने वाले वैसे urban area अगर शहरी छेतर में आप देखोगे तो workers in small industries जो industries मतलब government के under में registered नहीं है उस type की ठीक है तो workers in small scale industries casual workers in construction street vendors head load workers garment makers rack pickers ठीक है यह सारे लोग क्या हो जाएंगे अर्बन एरिया के अनॉर्गनाइज सेक्टर का पार्ट हो गए ठीक है तो रूरल एरिया का देखने के अधिकतर लोग के एग्रीक तो यहाँ पर क्या होगा कि उन्हें अगर सरकार क्या करती है टाइमली डिलिवरी ऑफ सीड्स वगैरह दे देती है तो कुछ तो मदद तो मार्केटिंग ऑफिस हो चीप क्रेडिट फैसिलिटी स्टोरेज फैसिलिटी यह सब कुछ प्रोवाइड कर दिया जाए ताकि एग्रिकल्चर सेक्टर के जो लोग हैं जो एग्रिकल्चर सेक्टर के अनॉर्गनाइज पार्ट के लोग हैं उन्हें कहीं ना गवर्मेंट शुट सपोर्ट इन दी प्रोक्यूरमेंट ऑफ राव मैटेरियल गवर्मेंट राव मैटेरियल के प्रोक्यूरमेंट में की मदद कर दे जैसे मानो क्या है हेडलोड वर्कर गार्मेंट मेकर से तो इन्हें गवर्मेंट का यह थोड़ा से सपोर्ट ऐसे दे दी कि राव मैटेरियल वगैरह दे दिया ठीक है इस पेशल गवर्मेंट प्रोग्राम वगैरह चला दिया जिसके चलते यह सगर आप देखो कि क्या है कि म� कि उससे क्या हो उससे होगा कि अनॉर्गनाइज सेक्टर के लोग एक एक बोलते ना कि एक सिक्यॉर साइड पा जाएंगे वह जो एक्सप्लाइटेटिव नेचर है मार्केट का उसकी मार उनके ऊपर कम हो जाएगी थोड़ी सी दिश दिपॉइंट तो उस तरह से रूरल एरियास अर्बन एरियास दोनों आपको अनॉर्गनाइज सेक्टर के लोग देखने को मिल जाएंगे लेकिन दोनों ही जगह किस तरह से आप प्रोटेक्ट कर सकते हो क्वेश्चन आपका यही बनता है क्या बनता है किधर गया यह क्वेश्चन बनता है किधर गया हाउ टो प्रोटेक्ट वाला कहां है नहीं है यह नीड ऑफ फॉर प्रोटेक्शन तो इसको बना देते क्या कि हॉट एंड प्रोटेक्ट दी वर्कर्स इन अनॉर्गनाइज सेक्टर कि वरकर्स और कह सकते हैं कि पीपल वर्किंग इंडिया और ग्रेट सेक्टर केंडी प्रोटेक्टेड आया समझ में अब देखो यहां पर क्या है तो यहां पर आपको एक डबल डिसडवांटेज वाली सिचुएं समझाता हूं डबल डिसडवांटेज वाली सिचुएं तो आपको देखिए अच्छे सेक्टर में जो लोग है जो वरकर्स है वह एक्सप्लेट हुई रहे बिचारे ठीक है लेकिन उसमें भी टिकट या फिर क्या बैकपॉइंट कम्यूटीज के हैं तो उसके चलते क्या होता है वह समाज में सामाजिक रूप से भी पिछड़े हुए हैं और आर्थिक रूप से वह अनॉर्गनाइज सेक्टर में मतलब सोशल और इकनॉमिक प्रॉब्लम दोनों फेस करना पड़ रही है इकनॉमिकली वर्किंग अनॉर्गनाइज सेक्टर विच एक्सप्रोइटेटिव ठीक है साथ ही साथ इन सोसाइटी देर पोजीशन इस रिलेटिवली बैड विन कंपेट विद फॉरवर्ड कास्ट ठीक है फॉरवर्ड आपको problem समझ में आएगी क्या कि ऐसे जो workers हैं those who belong to schedule caste, schedule tribe or backward community and if they are working in unorganized sector तो they are facing the double problem या फिर आप कह सकते हैं यहाँ पे क्या है कि double disadvantages समझा रहा हूँ तो besides getting the irregular and low paid work देश वर्कर्स आर ऑफिसिंग सोशल डिस्क्रिमिनेशन एक एक्जांपल देता हूं मैं जैसे क्या है हमारे लोग पेंटर जो हो गया घर की पेंटिंग करते हैं तो वह क्या है किसी अनॉर्गनाइज सेक्टर में पेंटिंग का काम कर पेंटर वाले इंसान ने बोलते हैं कि नहीं तुम तो छोटी कास्ट कियो तो मैं तु आगे समझ में तो क्या है देखो पहली बात तो क्या है काम की कमी irregular work low paid work था और उपर से क्या हो गया गरीबी में गिला आता कि वो social discrimination भी face कर रहे हैं समझ में आया तो यह वोई चीज बताये गई कि protection and support to the unorganized sector worker is thus necessary for both economic and social development तो इस case में अगर आपको पूरा economic और social development चाहिए workers का तो unorganized sector में proper rules मतलब unorganized sector पहले तो sectors पर कुशिश किया जाए कि unorganized sector को government radar के अंदर लाया जाए और वो gradually होगा लेकिन बोल सकते ना immediate relief पहुचाने के लिए सरकार को support देना पड़ेगा सरकार को उतरना पड़ेगा for the social and economic development of the people so this was the story this was the story about sectors of Indian economy this was the story about organized और और अनॉर्गनाइज सेक्टर के बारे में ठीक है तो आपने सेक्टर अपने नोट में पब्लिक प्राइवेट और मतलब पब्लिक प्राइवेट पड़ेंगे हम प्राइमरी सेकंडी टर्शिनी सेक्टर पढ़ लिया प्राइमरी सेकंडी टर्शिनी सेक्टर के साथ में और गनाइज और अनॉर्गनाइज सेक्टर दो तरह के क्लासिफिकेशन जो है सेक्टर्स ऑफ इन इनोमिक वह समझ लिया अब आजाओ जरा सेक्टर्स इन टाउम्स ऑफ ओनर्शिप तो सेक्टर्स ऑफ इंडियन इकोनॉमी में आप फिर बेसिस बदल रहे हो अब बेसिस क्या ले लिया आपने कि उन सेक्टर्स का ओनर कौन है अब आपने बेसिस यह ले लिया कि सेक्टर का ओनर कौन है तो सेक्टर्स इन टाउम्स ऑफ ओनर्शिप में आप कह रहे हो कि पब्लिक एंड प्राइवेट सेक्टर पब्लिक एंड प्राइवेट सेक्टर तो ओनर्शिप के हिसाब से क्या होगा ओनर्शिप के हिसाब से एक सेक्टर पब्लिक सेक्टर कहलाएगा दूसरा सेक्टर प्रा वह प्राइवेट इंडिवीजियल्स क्या कर रहे होते हुए देश शलार है अब इंडस्ट्री शलार है होते हैं या फिर इकोनॉमिका वह वाला पार्ट जहां पर प्राइवेट इंटरपेनियर्स की क्या है कंपनी वगैरह तो वह प्राइवेट सेक्टर जाएगा एग्जांपल इंडियन रेल्वीज अब वह बचना चाहिए पब्लिक ठीक है प्राइवेट उसको भी किया जा रह ब्रॉडली इंडियन रेलवेज जो है तो ब्रॉडली इंडियन रेलवेज किस के अंडर में जाएगी पब्लिक सेक्टर के अंडर में जाएगी वैसे यह देखोगे तो प्राइवेट सेक्टर के अंडर के जाएगी जिससे रिलायंस कंपनी हो गई है ठीक है तो रिलायंस कं� ऐसा नहीं है कि आप यहाँ पड़ रहे हैं तो सिर्फ यहीं पड़ें क्रिस क्रॉस कर अगर अपने दिमाग में तार इतर सुधर जोड़ दिया करो कि अच्छा इसको ऐसे जोड़ा जा सकता है समझ रहे हो तो उस तरह से क्रिस क्रॉस करके जोड़ना सीखो होता है सरकार industries को चला रही देश चलाओ ना तो देश चलाने के लिए industries चलाना बहुत ज्यादा दूरी है क्यों क्योंकि अब जैसे railways है तो railways कम पैसे में क्या होना है services प्रोवाइड करना transportation services प्रोवाइड करना तो वहां पर सरकार loss खाके भी क्या करती है सरकार loss खाके भी service प्रोवाइड करती है क्योंकि वहां पर motive service प्रोवाइड करना होता है कोई भी private sector अपने जेब से पैसा लगा के आपको services नहीं दे सकता है long term में क्योंकि private sector हम एक बेसिक डिफरेंस है जो आपको ध्यान रखना होगा कि प्राइवेट सेक्टर प्रब्लिक सेक्टर में क्या डिफरेंस है ठीक है कि प्राइवेट सेक्टर का सर्विस मोटिव होता है प्राइवेट सेक्टर और मतलब प्रब्लिक सेक्टर का सर्विस तो यह ओनर्शिप के बेसिस में क्वेश्चन बनता है वाटर लिफ्रेंट सेक्टर्स ऑफ इंडियन एक्नॉमी ऑन बेसिस ऑफ ओनर्शिप टिफरेंट्स चीज पब्लिक सेक्टर का मोटिव होता है सर्विस प्रोवाइड करना ठीक है पब एम्स का एक एक्जांपल लेते हैं मन एम्स हॉस्पिटल जो होते हैं तो वहां पर कहते हैं दस रुपए में आपकी पर्ची करती है पर्ची करती है सेंस कि दस रुपए में आपका रजिस्ट्रीशन होता है ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर की जितने कि आपको से कम पैसा लेंगे आपसे क्यों ऐसा क्यों करें लॉस क्यों करें क्यों कि आपको पता है आपको क्या बताया था कि कुछ सर्विसेस बेसिक सर्विसेस होती है जो सरकार की जिन्मदारी है और सरकार को देश चलाना है तो देश कैसे चला पाएगी सरकार जब लोगों को services provide करेगी service motive से काम करेगी सरकार ठीक है तो उस sense में public sector का service motive होता है ठीक है तो modern day government spend a whole range of activities what are these activities why do government spend on such activities तो दो सवाल निकल किया है ठीक है तो सरकार आज के समय में क्या कर रही है इस तरह से service motive के च वाइड गवर्नमेंट सब्सक्राइब और यह एक्टिविटीज कौन-कौन सी है तो मैं आपको बताया कि वह सारी सर्विसेस विचार बेसिक नेचर हेल्थ एडिटीशन ट्रांसपोर्टेशन इन पर सरकार पैसा खर्च करती ही करती है और उसके साथ बात आती है सरकार को पैसा हम टेक्स के फॉर्म में दी रहे हैं ठीक है तो उसी पैसे का इस्तेमाल करके सरकार लॉस खाके भी सर्विस मोटिव के साथ में कुछ सर्विसेस प्रोवाइड करती है ठीक है सर्विसेस प्रोवाइड करती प्रोवाइड बाय प्राइवेट प्लेयर्स या फिर वाइड गवर्नमेंट इंटरवेंशन इस रिक्वाइड टू प्रोवाइड सर्विसेस ठीक है कुछ services provide करने के लिए government को intervene करना ही पड़ता है point यह है कि ऐसा क्यों तो देखो there are several things needed by the society as a whole but which the private sector will not provide at a reasonable cost यह point समझो अच्छे से कि सरकार को क्यों intervene करना पड़ता है क्योंकि कुछ services ऐसी होती है जहां पे आप जहां पे मतलब जहां पे for example पे मतलब health हो गया education हो गया जो जो क्या है जो बहुत important है essential है society के लिए और अगर यह private sector को दे दी जाएगी तो private sector क्या करेगा यह services आपको reasonable cost पर नहीं दे पाएगा ठीक है तो there are several things needed by the society as a whole पूरी society को चाहिए education health transport प्रोडीशन और प्राइवेट सेक्टर जो है तो रीजनेबल कॉस्ट पर नहीं प्रोवाइड कर पाएगा फॉर एग्जांपल अब पाएंगे कि महंगी हो जाएगी बहुत ज्यादा समाज को चाहिए वह फैसिलिटी तो वहां पर सरकार क्या बोलती बता है देरफॉर दिगावर्मेंट एवं डेटिंग है वी स्पेंडिंग एन इनशॉर द वीडियो फैसिलिटी जाए अवेलेबल फॉर एवरीवन तो गवर्नमेंट बहुत पैसा लगाती है विदाउट थिंकिंग वेदर गवर्नमेंट विल आन फ्रॉम देट और नॉट सरकार यह नहीं बनाएगी क्यों नहीं क्योंकि उसे पता हम बनाना चालू करें तो हमारे पोते जो पैदा होंगे ठीक है तो वह पोते जो पैदा होंगे वह भी पता नहीं प्रॉफिट कमा पाएंगे कि नहीं कमा पाएंगे उसमें से ठीक है बहुत लॉन टम सब्सक्राइब करोगे तो यहां पर सरकार क्या बोलती है प्राइवेट प्लेयर से कि बेटा तुमसे नहीं हो पाएगा ठीक है लगती है प्राइवेट सेक्टर उसमें उतने समय तक टिक नहीं पाएगा तो देरफॉर गवर्नमेंट है टू अंडेटी हेवी स्पेंडिंग एंड इनशॉर्ड थे दिस फैसलिटीज आर अवेलेबल फॉर एवरीवन ठीक है इसीलिए क्या होता है कि गवर्नमेंट इस नीडेट टू स्पेंड ओवर सम एक् एक्टिविटीज लाइफ सेलिंग एलेक्ट्रिसिटी एट थी कॉस्ट ऑफ जनरेशन पीडीएस सिस्टम एक्सेट्रा तो कुछ एक्टिविटीज चलेगी ही नहीं जैसे कह रहा है कि फॉर एग्जांपल इंडस्ट्री जो इंडस्ट्री अपना कुछ भी बना रही है यह इंडॉस्ट्रीज के पास एलेक्ट्रिसिटी कब होगी इंडॉस्ट्रीज के पास एलेक्ट्रिसिटी तब होगी जब सरकार वहां तक एलेक्ट्रिसिटी पहुंचाएगी और अगर सरकार ने एलेक्ट्रिसिटी महंगी करके पहुंचाना चालू कर दी तो इंडॉस्ट्रीज अगर गवर्नमेंट सपोर्ट नहीं करेगी तो वह एक्टिविटी चल ही नहीं पाएगी समझना इसको अच्छे से एक में एलेक्ट्रिसिटी का एक्जांपल दिया जैसे पीडीएस अब पब्लिक डिस्ट्रिबीशन सिस्टम में क्या होता है क्लास खत्म करना है तो सरकार क्या करती तरह से कुछ सर्विसेस जो है तो लॉस्ट हां के भी क्या करती सरकार प्रोवाइड करती क्योंकि वह बेसिक एसेंशल होती है और वहां पर प्राइवेट प्लेयर नहीं जाएगा और गवर्नमेंट अगर सपोर्ट सरकार इंटरविन नहीं करेगी और साथ ही साथ मैंने यूनिट्स इस्पेशली स्मॉल स्केल यूनिट्स माइट हैप टू शट डाउन सरकार अगर बिजली नहीं देगी तो छोटे यूनिट तो बंदी हो जाएंगे तो क्या हो रहा है देरफॉर्ट गवर्नमेंट हैस्ट अब दोनों सेक्टर जो ownership के basis बताया था उसमें क्या difference था किस तरह से काम आगे बढ़ेगा वो मैं आपको समझाते चल रहा हूं ठीक है तो उसको correct करते चलना और आगे पढ़ते चलना तो government जो है तो यहाँ पर public sector की spending क्यों essential है कुछ sectors में why certain services cannot be provided by private sector और why certain services are why certain services can only be provided by the government तो loss ह अगर गवर्नमेंट को प्रश्नान करना पड़ा तो वह अधिक नंबर है जिसके प्रश्नान के लिए गवर्नमेंट के लिए प्रामाण है तो जिसे मैंने आपको एम्स का एक्जांपल दिया जैसे मैं आपको केंद्र विध्याले स्कूलों का एक्जांपल देता हूं वह सारे बच्चे के लिए सब पढ़ रहे होंगे भी तो अब क्या रहा है कि केंद्र विध्याले में जिस तरह से आप देखते हैं कि जो जिस फीस तो गवर्नमेंट लॉस खाने के बाद भी सर्विसेस जो प्रोवाइड करें तो उसके पीछे का कारण यह है सिंपल सा क्या कि गवर्नमेंट must spend on this because this is the basic या फिर primary responsibility तो अब सिख्षा देना सरकार की जिम्मदारी अगर सिख्षा उससे सरकार हाथ खीचने लगेगी अपने पीछे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा तो कुछ जो सर्विसेस होती है वो क्या होती है बहुत primary responsibilities होती है गवर्नमेंट जो है तो गवर्नमेंट is forced to spend over this ठीक है गवर्नमेंट is forced to spend over this समझ में आया यह कहानी रहती है चलो आई गेस बोर्ड हमारा तो वो थोड़ा से विमार हो गया उसको बापिस अपने सुधारते हैं करते हैं क्लियर हुआ फिर उसके बाद में क्या देखो दिगावरमेंट मस्ट पेंड ऑन इस एक्जांपल हेल्थ एंड विशेष पॉइंट ले वाप तो अब इस इसी नोट में लाइक दिस्के आफ चलो फाइल चैप्टर खत्म हुआ लेकिन आपको एक बार अभी छोड़ूंगा नहीं एक बार पहले पूरा रिवाइस जरूर पहले से कॉस्ट इंट्रूडेट वह सब कुछ आ गया समझ में ठीक है इंडिया में क्या स्थिति है तो इंडिया में आप देखोगे कि प्राइमरी सेकंड्री टर्शरी में टर्शरी दादा भाई टाइप से थोड़ा सा लेकिन एंप्लॉयमेंट की जब वह मनरेगा वगरा ये सब कुछ पढ़ दिया हमने फिर on the basis of आप क्या देखोग और गनेशन और गनेशन और गनेशन और गनेशन के पॉजिटिव नेगेटिव दोनों देखिए और उसके बाद में कि कैसे आप अनॉर्गनेशन सेक्टर के वर्कर्स को प्रोटेक्ट कर सकते हो वह भी देख लिया लास्ट में आपने पब्लिक सेक्टर वह गवर्नमेंट के सपोर्ट के बिना चल नहीं सकती है कुछ सर्विसेस जो होती है तो उसमें इतना लांग तम परस्पेक्टिव से इनवेस्टमेंट चाहिए रहता है कि प्राइवेट सेक्टर प्रोवाइड करने सकता है तो उसके चलते क्या है प्राइवेट सेक्टर प्रोवाइड करेंगे तो रीजनेबल कॉस्ट नहीं करेगा लाज नंबर फैक्टिविटीज विच आडी प्राइमरी स्पॉन्सबिलिटीज तो गवर्नमेंट है फॉर स्पेंड ओवर दीज ठीक है जैसे चैनल टेन एडूकेशन हो गया अब आपका चैप्टर कंप्लीट हुआ तो आप चैप्टर कंप्लीट हुआ चैप्टर खत्म हुआ तो जैसा जैसे जो बच्चे लाइफ देख रहे हैं मतलब प्रीमेयर जब हो रहा तुरंत देख रहे हैं तो 530 से 630 जो रहता है हम क्या करते हैं यह चाप्टर डिसकस करते हैं मतलब चाप्टर के ऊपर जो भी आपके डाउट्स हैं तो डाउट सॉल्विंग करते ही करते हैं उसके साथ एडिविटल लोग अन अकैडमी प्लस पर जो पेड प्लैटफॉर्म है वहां पर दो तरह के प्लस सब्सक्रिप्शन में आपको लाइफ क्लासेस, वीकली टेस्ट, अनलिमिटेड एक्सेस, स्ट्रक्चर्ड कोर्सेस, ये सारी चीज़े मिल जाती हैं आपको लाइफ को लाइफ अगर मिस्कर रहे हैं तो रिकॉर्डेड भी देख सकते हो, लाइफ अगर मिस्कर रहे हैं तो रिकॉर्डेड भी देख सकते हो, लाइफ अगर मिस्कर रहे हैं तो रिकॉर्डेड भी देख सकते हो, लाइफ अगर मिस्कर रहे हैं तो रिक पर मंद के हिसाब से 1653 रुपीज पर मंद के हिसाब से पड़ता है बट इफ यूजिंग दी आई जी आर एज दिग्राज तो यू गेट दिस सब्सक्रिप्शन फॉर 1488 एंड सिमिलरली फॉर अनिक आईकॉनिक सब्सक्रिप्शन जो आपको 3086 रुपीज में पड़ता है इफ यू यार यूजिंग दी कोड दिग्राज देनी विल गेट इट फॉर देनी विल गेट इट फॉर अ और 2777 यह दो सब्सक्रिप्शन के बारे में आपको बताया उसी के साथ इस दिए राइट टाइम टू टेक दी सब्सक्रिप्शन वाय देखिए अनलॉग प्रेंटी वाला ऑफर चल रहा है विच इस फॉर अ लिमिटेड पीरियर 27 से 2027 से 38 जून तक एक लिमिटेड पीरियर ऑफर है जहां पर आपको आट 20 परसेंट डिस्काउंट मिल रहा है अ यह यू हर डिट राइट इस यार यूजिंग दी कोड डीआईजी आरेज दिग्रास देनी विल गेट दी 20 परसेंट डिस्काउंट ऑन अन एकड एन आइकोनिक सब्सक्रिप्शन तो प्लस सब्सक्रिप्शन से आपको 12 मंद का जो कह सकते हैं कि सब्सक्रिप्शन है वह 1587 में पड़ेगा थ्रूट दियर और आइकोनिक सब्सक्रिप्शन जो है तो वह आपको 12 मंद के लिए 29000 में पड़ेगा इस टाइम पीड़ यह बैच चल रहे हैं तो जैसे अब बैच की बात करेंगे तो बैच अभी फिर तीन जुनिक से स्टार्ट हुआ मेरी classes रहती है Monday, Tuesday, Wednesday तो Monday, Tuesday, Wednesday 7 PM to 8 PM मेरी classes रहती है तो यह सारा सब कुछ था चैप्टर के बारे में आप चैप्टर भी enjoy किया और सारी important information भी आपको मिल गई है अगर कुछ भी नहीं appropriate लगा है तो you can report it and win prizes under Bugs Bounty Program With this we come to an end of our chapter कैसा लगा कोई doubt है अगर तो doubt solving class आप उसमें attend कर सकते हो doubt solving class में join कर सकते हो ये सारी चीज़े हम doubt solving class में और आगे discuss करेंगे तब तक अपना ध्यान रखो पढ़ते रहो signing off with this stay connected keep learning together we can we will thank you thank you very much