भारतीय इतिहास के संघर्ष और सुधार

Sep 10, 2024

बैटल ऑफ प्लासी

परिचय

  • बैटल ऑफ प्लासी, 1757 में हुआ।
  • ईस्ट इंडिया कंपनी का भारत में शासन आरंभ।
  • ब्रिटिशर्स का नियंत्रण धीरे-धीरे बढ़ा।

बैटल का पृष्ठभूमि

  • बंगाल एक समृद्ध राज्य था।
  • नवाब अली वर्दी खान का निधन और सिराजुद्दौला का आना।
  • मीर जाफर, सिराजुद्दौला का कमांडर जनरल।

मुख्य कारण

  1. ट्रेड अधिकारों का उल्लंघन
    • ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने ट्रेड नियमों का उल्लंघन किया।
  2. ब्लैक होल ट्रेजेडी
    • भारतीयों के खिलाफ कार्रवाई और तनाव में वृद्धि।

बैटल की प्रक्रिया

  • सिराजुद्दौला ने ब्रिटिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की।
  • मीर जाफर ने ब्रिटिशर्स का साथ दिया।
  • ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत।

महत्वपूर्ण परिणाम

  • मीर जाफर को नवाब बनाया गया।
  • ब्रिटिशों ने बंगाल पर अपना नियंत्रण मजबूत किया।

एंग्लो-मायसोर वॉर

परिचय

  • दक्षिण भारत में एंग्लो-मायसोर युद्धों की श्रृंखला।

युद्धों की श्रृंखला

  1. फर्स्ट एंग्लो-मायसोर वॉर (1766-69)
    • हैदर अली की जीत।
    • ट्रीटी ऑफ मद्रास।
  2. सेकंड एंग्लो-मायसोर वॉर (1780-84)
    • हैदर अली की मृत्यु के बाद टीपू सुलतान ने नेतृत्व किया।
    • ट्रीटी ऑफ बंगलोर।
  3. थर्ड एंग्लो-मायसोर वॉर (1790-92)
    • टीपू सुलतान की हार।
    • ट्रीटी ऑफ सेरिंग पटम।

एंग्लो-मराठा वॉर

परिचय

  • मराठा साम्राज्य के खिलाफ एंग्लो-भारतीय युद्ध।

युद्धों की श्रृंखला

  1. फर्स्ट एंग्लो-माराठा वॉर (1775-82)
    • ट्रीटी ऑफ सालबाई।
  2. सेकंड एंग्लो-माराठा वॉर (1803-05)
    • ट्रीटी ऑफ बेसन।
  3. थर्ड एंग्लो-माराठा वॉर (1817-19)
    • ट्रीटी ऑफ पुणा।

सब्सिडियरी अलायंस

परिचय

  • एक सैन्य और राजनीतिक नीति।
  • लॉर्ड वेलेजली द्वारा लागू।

मुख्य बातें

  • भारतीय रूलर को सुरक्षा दी जाएगी।
  • ब्रिटिश ट्रूप्स को स्थायी रूप से भारत में रखा जाएगा।
  • रूलर को अन्य शक्तियों के साथ गठबंधन करने की अनुमति नहीं होगी।

डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स

परिचय

  • डलहौजी द्वारा लागू नीति।

मुख्य बातें

  • बिना प्राकृतिक उत्तराधिकारी वाले राज्यों का ब्रिटिश शासन में विलय।
  • इससे कई राज्यों का विलय हुआ, जैसे सतारा, झांसी।

1857 का विद्रोह

कारण

  • आर्थिक, राजनीतिक, और सैनिक कारण।
  • ब्रिटिशों द्वारा धार्मिक संवेदनाओं का उल्लंघन।

प्रमुख नेता

  • बहादुर शाह जफर, नाना नाथू, रानी लक्ष्मीबाई।

परिणाम

  • ब्रिटिश शासन का विस्तार।
  • 1858 में ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त हुआ।

सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन

प्रमुख संगठनों

  • ब्रह्मो समाज, आर्य समाज, सत्य शोधक समाज।
  • राजा राम मोहन राय और स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित।

उद्देश्य

  • सामाजिक कुरीतियों का निरादर।
  • शिक्षा का प्रचार।

निष्कर्ष

  • भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई आंदोलनों का उदय हुआ।
  • सामाजिक सुधार आंदोलनों ने भारत की सामाजिक संरचना को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ये नोट्स बैटल ऑफ प्लासी और संबंधित घटनाओं का सारांश प्रदान करते हैं, जो भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण हैं।