मूल इलेक्ट्रॉनिक्स लेक्चर नोट्स

Sep 24, 2024

Basic Electronics Lecture Notes

विषय: Basic Electronics

  • डिमांड: स्टूडेंट्स ने वीडियो लेक्चर की जल्दी मांग की थी।
  • सुझाव: वीडियो देखने के दौरान नोट्स बनाएँ।

यूनिट 1: डायोड थ्योरी और एप्लीकेशंस

टॉपिक: Forward Bias PN Junction डायोड

  • PN Junction डायोड:
    • PN Junction का मतलब: P Type और N Type सेमीकंडक्टर को जोड़ना।
    • Boundary: जो P और N टाइप को अलग करती है, उसे PN Junction कहते हैं।

इलेक्ट्रॉन और होल का गतिशीलता

  • डिफ्यूजन करंट:
    • इलेक्ट्रॉन की मोशन से करंट बनता है, जिसे डिफ्यूजन करंट कहते हैं।
    • यह करंट नगण्य होता है।
  • डिप्लेशन लेयर:
    • चार्ज कैरियर्स की कमी वाली लेयर।
    • पॉजिटिव और नेगेटिव चार्ज के एट्रेक्शन से इलेक्ट्रिक फील्ड बनती है।

पोटेंशियल बैरियर

  • पोटेंशियल बैरियर का कार्य:
    • इलेक्ट्रॉन के फ्लो को रोकता है।
    • सिलिकॉन के लिए 0.6 वोल्ट और जर्मेनियम के लिए 0.3 वोल्ट।

बायसिंग प्रक्रिया

  • बायसिंग के प्रकार:
    • फॉरवर्ड बायस
    • रिवर्स बायस

फॉरवर्ड बायस प्रक्रिया

  • विधि:
    • बैटरी का पॉजिटिव टर्मिनल P टाइप से और नेगेटिव N टाइप से जोड़ना।
    • डिप्लेशन लेयर की मोटाई कम होती है।
  • परिणाम:
    • करंट का फ्लो होता है।
    • डिप्लेशन लेयर और पोटेंशियल बैरियर कम होते हैं।

डायोड का सिंबल

  • सिंबल: तिरछा और लाइन के साथ।
  • फॉरवर्ड बायस सिंबल:
    • अनोड और कैथोड पॉजिटिव और नेगेटिव टर्मिनल से जुड़े होते हैं।

VI चार्टिस्टिक्स

  • करंट-वाल्टेज चार्टिस्टिक्स:
    • फॉरवर्ड वोल्टेज को बढ़ाते समय करंट फ्लो नहीं होता जब तक कि पोटेंशियल बैरियर ओवरकम नहीं होता।
    • नी वोल्टेज: वह वोल्टेज जहां करंट फ्लो शुरू होता है, जिसे काटिंग वोल्टेज भी कहते हैं।

निष्कर्ष

  • फॉरवर्ड बायसिंग में करंट फ्लो तभी होता है जब एक्सटर्नल बैटरी पोटेंशियल बैरियर से अधिक होती है।
  • Practice hard और ध्यान से पढ़ें।

टिप: नोट्स को व्यवस्थित रखें और हर लेक्चर के बाद रिव्यू करें।