मनोविज्ञान और विकास पर व्याख्यान नोट्स
चार्ल्स डार्विन और मनोविज्ञान
- चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत: विकासवाद का सिद्धांत महत्वपूर्ण है।
- मनुष्य के विकास में प्रभाव: मनोविज्ञान को समझने में उनकी भूमिका।
विलियम जेम्स और विलियम मैकडूगल के योगदान
- विलियम जेम्स: "प्रिंसिपल्स ऑफ साइकोलॉजी" में योगदान।
- विलियम मैकडूगल:
- "पाइकोलॉजिकल पाइकोलॉजी"
- "इंट्रोडक्शन ऑफ सोशल साइकोलॉजी"
मनोविज्ञान की परिभाषाएं
- मानव क्रियाओं का विज्ञान: यह आचरण का अध्ययन करता है जो परिस्थितियों से प्रभावि त होता है।
- शैक्षणिक मनोविज्ञान की परिभाषा:
- सी. इ. स्किनर के अनुसार: शिक्षा और व्यक्ति विकास के संदर्भ में।
आत्मनिरीक्षण की विधि
- लाभ:
- सरल और बिना खर्च की विधि।
- खुद पर आधारित, बाहरी उपकरणों की आवश्यकता नहीं।
- सीमाएँ:
- व्यक्तिगत अनुभव पर निर्भरता।
- वस्तुनिष्ठता की कमी।
विकास की अवस्थाएँ
- शैशवावस्था: नवजात का वजन, लम्बाई और शारीरिक विकास।
- बाल्यावस्था: 1 से 5 वर्ष तक, मानसिक और शारीरिक विकास।
- किशोरावस्था:
- पूर्व किशोरावस्था: 6 से 12 या 13 वर्ष।
- उत्तर किशोरावस्था: 13 से 21 वर्ष।
बौद्धिक और भावनात्मक विकास
- बौद्धिक विकास की अवस्थाएँ:
- स्मरण शक्ति और शब्द संपदा का विकास।
- कालबोध और गणना का विकास।
- भावनात्मक विकास:
- भय, राग, प्रेम जैसे भावों का विकास।
- बाहरी उद्दीप नों से प्रभावित।
आवधान (अटेंशन) के तत्व
- आवधान का प्रकार:
- आइचिक आवधान: मानसिक तनाव और थकान का कारण।
- अनाइचिक आवधान: स्वतः उत्पन्न होता है।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- व्यक्तित्व विकास: आनुवांशिकता और अंतस्रावी ग्रंथियों का प्रभाव।
- आवधान पर बाह्य और आंतरिक कारक: बाह्य उद्दीपक और आंतरिक मानसिक स्थिति का प्रभाव।
व्याख्यान समापन
- परीक्षा तैयारी: विशेष ध्यान देने की आ वश्यकता।
- अगला विषय: सामाजिक विज्ञान या मनोविज्ञान का विस्तृत अध्ययन।
यह नोट्स व्याख्यान के महत्वपूर्ण बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं और मनोविज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं।