बायोमॉलिक्यूल्स - कक्षा 12 केमिस्ट्री
परिचय
- बायोमॉलिक्यूल्स जीवित जीवों में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण रासायनिक यौगिक हैं।
- ये जीवों के निर्माण के ब्लॉक्स हैं।
- बायोमॉलिक्यूल्स में कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, सल्फर, और फॉस्फोरस जैसे तत्व शामिल होते हैं।
- बायोकैमिस्ट्री जीवित प्रणालियों के रासायनिक प्रतिक्रियाओं का अध्ययन करती है।
बायोमॉलिक्यूल्स के वर्गीकरण
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कार्बोहाइड्रेट्स (साकराइड्स)
- सामान्य सूत्र: CₓH₂Oᾱ
- मोनोसाकाराइड्स, ओलिगोसाकाराइड्स, पॉलीसाकाराइड्स में वर्गीकृत।
- उदाहरण: ग्लूकोज, फ्रक्टोज़, राइबोज़।
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प्रोटीन
- अल्फा अमीनो एसिड के पॉलिमर।
- महत्वपूर्ण कार्य: विकास, रखरखाव।
- 20 प्रकार के अल्फा अमीनो एसिड होते हैं।
- वर्गीकरण: के आधार पर अमाइनो ग्रुप्स की संख्या।
- उदाहरण: इंसुलिन।
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एंजाइम
- जैव उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं।
- एक विशिष्ट सब्सट्रेट के साथ प्रतिक्रिया करते हैं।
- उदाहरण: माल्टेज।
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विटामिन
- जीवन के लिए आवश्यक, थोड़े मात्रा में चाहिए।
- कमी से रोग हो सकते हैं जैसे रिकेट्स, स्कर्वी।
- उदाहरण: विटामिन C, D।
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न्यूक्लिक एसिड्स
- पॉलिन्यूक्लियोटाइड्स के रूप में होते हैं।
- दो प्रकार: DNA और RNA।
- DNA: डबल-स्ट्रैंडेड।
- RNA: सिंगल-स्ट्रैंडेड।
- कार्य: प्रोटीन संश्लेषण में मदद करना।
कार्बोहाइड्रेट्स
- कार्बोहाइड्रेट्स को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:
- मोनोसाकराइड्स
- ओलिगोसाकराइड्स
- पॉलीसाकाराइड्स
- उदाहरण: स्टार्च, सेलुलोज़।
मोनोसाकराइड्स
- मोनोसाकराइड्स को दो आधारों पर वर्गीकृत किया जाता है:
- कार्बन के परमाणुओं की संख्या
- एल्डिहाइड या कीटोन समूह की उपस्थिति
ग्लूकोज
- सबसे सामान्य मोनोसाकराइड।
- संरचना: C₆H₁₂O₆।
- तैयारी के तरीके:
- केन शुगर से हाइड्रोलाइसिस।
- स्टार्च के हाइड्रोलाइसिस।
फ्रक्टोज़
- नैचुरल मोनोसाकराइड, मिठास में उच्च।
- संरचना: C₆H₁₂O₆।
- ग्लूकोस के साथ हाइड्रोलाइसिस द्वारा तैयार होता है।
प्रोटीन
- प्रोटीन के चार स्तर:
- प्राइमरी संरचना
- सेकेंडरी संरचना
- टेर्शियरी संरचना
- क्वाटरनरी संरचना
- डिनैचुरेशन: प्रोटीन का प्राकृतिक स्वरूप खोना।
एंजाइम
- रासायनिक प्रतिक्रियाओं में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं।
- विशिष्टता: एक विशेष सब्सट्रेट के लिए।
न्यूक्लिक एसिड
- पॉलिन्यूक्लियोटाइड्स, जो न्यूक्लियोटाइड्स से बने होते हैं।
- DNA में चार आधार: एडेनाइन, ग्वानिन, साइटोसिन, थाइमीन।
- RNA में चार आधार: एडेनाइन, ग्वानिन, साइटोसिन, यूरेसिल।
निष्कर्ष
- बायोमॉलिक्यूल्स का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है।
- इनके अध्ययन से हम जीवन के रासायनिक और जैविक प्रक्रियाओं को समझ सकते हैं।
- इस वीडियो के माध्यम से बायोमॉलिक्यूल्स के प्रमुख पहलुओं को समझाया गया है।
इस वीडियो को देखने के बाद, छात्रों को बायोमॉलिक्यूल्स के विचार स्पष्ट रूप से समझ में आएंगे।