Transcript for:
कृषि अध्याय और महत्वपूर्ण जानकारी

हेलो बच्चों कैसे हो आज हम पढ़ने वाले हैं क्लास 8 का एग्रिकल्चर चैप्टर मोमो खाता हूँ चट्नी लगाके ये चैप्टर बहुत इंपोर्टेंट है अच्छे से समझ लो इस चैप्टर को जब सर ये चैप्टर सबको पढ़ा रहे थे खोया हुआ था वो सोच रहा था के ठीक है बच्चों ये चैप्टर यहीं पर खतम होता है कल इस चैप्टर का टेस्ट है जिस भी बच्चे के कम नमबर आए उसके पेरेंट्स को स्कूल में बुलाऊंगा मैं मोमो खाता हूँ चटनी लगा के अरे यार मोटूलाल मुझे तो इस चैप्टर का कुछ भी नहीं आता अब कल टेस्ट भी रख दिया है सर ने अरे चीकू चिंता मत करो मुझे भी कुछ खास समझ भी नहीं आया सर का पढ़ाया हुआ बहुत अच्छे से समझाते हैं चलो दोनों मिलकर उनी का चैप्टर देख लेते हैं और अच्छे से क्लास 8 agriculture को समझ लेते हैं कल के test के लिए Hello and welcome everyone आज हम पढ़ने वाले हैं class 8 agriculture chapter लेकिन उससे पहले जानते हैं कि आखिरकार इंडिया में हम पैसा कहां कहां से कमाते हैं ये बहुत important है इस chapter के लिए तो sectors of economy कहां कहां से हम पैसा कमाते हैं एक होता है primary sector दूसरा होता है secondary sector और third है tertiary sector अब primary sector के अंदर वो सारी चीज़ें आती हैं जिनके अंदर हम directly natural resources को extract कर रहे हैं, जैसे agriculture के अंदर, हमने क्या करा, naturally जो हमारे fruits and vegetables grow हुए थे, उनको ले लिया, साथ ही में animal husbandry, हमने animals को पाला naturally, और फिर जो भी चीज उन्होंने दी हमें, उसका हमने इस्तमाल करा, fishing, farming, mining, ये सब primary sector के अंदर चीजें आती हैं, फिर आता है secondary sector, अब हमने एक अब शुगर के इसको एक बड़ी इसी फैक्टरी ने खरीद दिया अब बड़ी इसी जो फैक्टरी है उसने क्या करा इन शुगर के इसका यूज करके इनसे शुगर बना दी अब यहां पर हम लोग इस फैक्टरी ने क्या करा रॉ मैटीरियल को यूज करा जो की प्राइमरी स सेक्टर वह वाला सेक्टर होता है जो कि दोनों प्राइमरी और सेकंडरी सेक्टर की हेल्प करता है बट इसमें जो इंपोर्टेंट चीज है वह यह है कि जो हमारा एग्रीकल्चर है एट इट कम्स अंडर प्राइमरी सेक्टर तो अगर आपसे भी भी पूछा जाए विच सेक्टर ऑफ इकोनोमी डस एग्रीकल्चर कम्स इन तो आप बोलोगे इट कम्स अंडर प्राइमरी एग्रीकल्चर के अंदर हम लोग क्या क्या चीजे करते हैं? क्रॉप्स को ग्रो करते हैं, फ्रूट्स को ग्रो करते हैं, वेजिटेबल्स को ग्रो करते हैं, फ्लार्स को ग्रो करते हैं और कभी कभी तो हम लोग जानवरों को पालते भी हैं, जैसे कि काओ को, हेंज को, इन सब को पालते हैं, अच्छा हेंज को क्यों पालते हैं? फर एग्ज, या फर उनके मीट के लिए, काओ को क्यों पालते हैं?

फर मिल्क, वर्ल्ड के अंदर 50% लोग ऐसे हैं जो की सिर्फ और हम लोग अगर इंडिया की बात करें तो इंडिया की टू थर्ड पॉपुलेशन यानि कि 66% जो इंडिया की पॉपुलेशन है वो डिपेंडेंट है एग्रिकल्चर के उपर अब एग्रिकल्चर एक्टिविटीज को करने के लिए जरूरी क्या चीज है देखो एक तो टोपोग्राफी आफ सॉयल मतलब सॉयल की क्वालिटी कैसी है कहां पर हम लोग ए एग्रिकल्चर एक्टिविटी कर रहे हैं मान लो कि हम लोग एक पहाड वाली जगा पर कर रहे हैं तो फार्मर क्या करेगा कौन सी जगह प्रेफर करेगा जो फ्लैट लेंड होगा इस टाइप की जमीन पर फार्मर क्या करेगा ग्रो करने की कोशिश करेगा क्रॉप्स को नेक्स्ट है क्लाइमिट हम लोग ऐसी जगह अग्रीकल्चरल एक्टिविटीज करते हैं जहां का क्लाइमेट अच्छा हो सूटेबल हो ना बहुत ज्यादा ठंड हो ना बहुत ज्यादा गर्मी हो तो यह जो दो चीजें है यह बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट है फॉर एग्रीकल्चरल एक्टिविटी जिसमें लेंड के ऊपर हम लोग क्रॉप्स को ग्रो करते हैं उस लेंड को बोलते हैं एरेबल लेंड क्या बोलते हैं उस लेंड के जहां पर हम लोग क्रॉप्स को ग्रो करते हैं एरेबल लेंड तो आपको यह याद रखना है यह कोई ऐड नहीं है आपको Education को Easy और अफोडेबल बनाने के लिए हमने एक important step लिया है आपके लिए हमने ready करा है special content जो आपके exam में बहुत help करेगा इसमें आपको मिलेंगे chapter wise test paper, हर chapter के notes साथ में combined test papers और priority doubt clearing इसके साथ साथ और भी बहुत सारे benefits आपको मिलने वाले हैं सिर्फ और सिर्फ 299 के membership price सब्सक्राइब के साथ जॉइन के बटन पर क्लिक करके आपको ये मेंबर्शिप परचेस करनी है ये प्राइज लिमिटिट टाइम के लिए है अरे वा भईया इतने कम प्राइज में इतनी सारी चीजें मैं तो अभी मेंबर बन जाता हूँ फार्म सिस्टम जैसे की सीड्स, फर्टिलाइजर्स, मशिन व्री और लेबर इन सब चीजों का इस्तमाल करके हम लोगों को कुछ इंपोर्टेंट चीजें मिलती हैं देखो फार्मिंग के दौरान हम लोगों को क्या क्या करना पड़ता है सबसे पहले फील्ड को प्लो करना पड़ता है, खोदना पड़ता है, सीट्स को सो करना पड़ता है मतलब बीजों को बोना पड़ता है, फील्ड के अंदर पानी देना होता है वीडिंग मतलब की अनवांटेड प्लांट्स को रिमूव करना होता है अच्छा output के अंदर क्या होगा अगर हमने बहुत सारे crops को grow करा है तो हमें finally crops मिलेंगे अच्छा अगर हमने cows को पाला है cows को पाला है उसका धिहान रखा है उसको grass खिलाई है तो उसके बदले हमें क्या देगी cows dairy products जैसे कि milk वगैरा शीप को पाला है तो wool मिलेगा और poultry products मिलेंगे अगर हमने animals को पाला है different type के तो इस तरीके से हमारा farm system work करता है हम कुछ चीज input करते हैं उसके बदले हमें output आप पूर्ट मिलता है टाइप्स ऑफ फार्मिंग दो टाइप की फार्मिंग होती है एक होती है सब्सक्राइब फार्मिंग दूसरी होती है कॉमर्शियल फार्मिंग तो यह दो लोग है एक है राम जी एक है शाम जी राम जी इतनी ही फार्मिंग करते हैं इसमें उनके घरवालों को खाने-पीने की चीजें मिल पाएं शाम जी इतनी ज्यादा फार्मिंग करते हैं इतने ज्यादा वह क्रॉप्स ग्रो करते हैं कि अपने घर के इस्तेमाल के लिए वह क्रॉप्स तो बनाई उगाई सकें साथ में उन क्रॉप्स को सेल भी कर सकें तो इस तरीके से ये करते हैं Commercial Farming शाम जी और राम जी करते हैं Subsistence Farming मतलब इतनी ही farming करते हैं जिसमें उनके घर का गुजारा हो सके अगर हम लोग Subsistence Farming की बात करें तो Subsistence Farming के अंदर क्या हुआ है Farmer इतनी ही farming कर रहा है जिससे कि उसकी family की जरूरत पूरी हो सके Subsistence Farming के अंदर भी दो टाइप की farming होती है एक होती है Intensive Subsistence Farming दूसरी होती है Primitive Subsistence Farming इंटेंसिव सब्सिटेंस फार्मिंग के अंदर क्या होता है एक छोटा सी जगह ले जाती है लैंड की उसके ऊपर हम लोग सिंपल से टूल्स यूज करके थोड़ी बहुत लेबर का इस्तेमाल करके फार्मिंग करते हैं कौन से क्रॉप्स ग्रो करे जाते हैं जनरली इंटेंसिव सब्सिटेंस फार्मिंग के अंदर वो होते हैं वीट मेज पल्सिस और ओयल सीट्स जनरली ये वाली फार्मिंग थिकली पॉपुलेटेड एरिया जहांपर बहुत ज़ादा बारिश होती है वहाँ पर कर कि साउथ साउथ इस्ट एंड इस्ट एशिया में फार्मिंग की प्रैक्टिस होती है फिर आती है प्रिमिटिव फार्मिंग अच्छा प्रिमिटिव सब्सक्राइब फार्मिंग के अंदर भी दो पार्ट होते हैं एक होती है शिफ्टिंग कल्टिवेशन दूसरा होता क्रॉप्स को ग्रो करने के बाद हम लोग दो तीन साल तक इसी जगह पर क्रॉप्स को ग्रो करते रहते हैं इसके बाद सॉयल के अंदर न्यूट्रियंट्स खतम हो जाते हैं सॉयल की जो क्वालिटी है वो थोड़ी खराब हो जाती है निफ्टिंग कल्टिवेशन नेक्स्ट आता है नोमेडिक हर्डिंग नोमेडिक अधिक के अंदर क्या होता है जो हर्डर्स होते हैं यह दिख रहा है आपको हर्डर्स जो कि भेड़ बक्रों को पालते हैं गाय को पालते हैं उन्हें हम लोग हर्डर्स बोलते हैं यह जो हर्ड मैन होते हैं यह क्या करते हैं जनरली बहुत सारे अपने भेड़ बक्रों को लेते हैं और ऐसे रास्ते पर लेकर जाते हैं जहां पर उन्हें खाने-पीने की चीजें मिलती जाए यह वन प्लेस जिससे कि जो भी इनके एनिमल्स है इन्हें खाने पीने की चीजें और वाटर मिलता जाए अच्छा यह उसी रास्ते पर जाते हैं जहां पर खाने पीने की चीजें अविलेबल होती हैं अच्छा यह होती कहां पर यह वाली फार्मिंग सहारा सेंट्रल एशिया और कुछ पार हर्डर्स को क्या मिलता है इनको मिलता है मिल्क मिल्क मीट वुल और साथ में और भी बहुत सारे एनिमल प्रोडक्ट्स जो कि यह खुद के लिए और अपनी फैमिली के लिए इस्तेमाल करते हैं अब बात करते हैं कॉमर्शियल फार्मिंग की कॉमर्शियल फार्मिंग कॉमर्शियल फार्मिंग के अंदर हम लोग बहुत सारे क्रॉप्स को एक लैंड पर ग्रो करते हैं और एनिमल्स को डियर करते हैं टू सेल देम इन मार्केट और इससे हम लोग पैसे कमाते हैं जिस भी फार्मिंग से हम लोग पैसे कमाते हैं उसे हम लोग बोलते हैं कॉमर्शियल फार्मिंग अब होता है ज्यादातर काम कॉमर्शियल फार्मिंग के अंदर मशीन के थ्रू होता है कॉमर्शियल फार्मिंग के अंदर एक-एक करके ने समझते हैं कॉमर्सियल ग्रेन फार्मिंग के अंदर बहुत सारे क्रॉप्स जो होते हैं सेम टाइप के उन्हें ग्रो करा जाता है और यह जैसे कि ग्रेंस होते हैं बहुत सारे जैसे वीट हो गया विटीज अग्रेन मेज इज अग्रेन तब कि विंटर्स के दौरान हम लोग कॉमर्शियल ग्रेन फार्मिंग नहीं कर सकते हैं फिर आती है मिक्स्ट फार्मिंग हमने एक बहुत बहुत सारे प्लांट्स को एक बड़े ऐसे लैंड के ऊपर ग्रो करते हैं सेम टाइप के सिंगल प्लांट को ग्रो करते हैं बहुत बड़े लैंड पर तो उसे बोलते हम लोग प्लांटेशन प्लांटेशन सिमिलर टू ग्रेन फार्मिंग है ग्रेन फार्मिंग के अंदर हम लोग ग्रेन यूज कर रहे थे यहां पर हम लोग प्लांट को यूज करें जैसे कि टी का प्लांट हो गया कॉफी का प्लांट हो गया शुगर केन का केशू उसका रबर का बनाना का और यहां तक कि कॉटन का प्लांट हो गया बहुत सारे अगर जादा amount of labor और capital की इसमें requirement होती है और finally जब हमारे plants अच्छे से grow हो जाते हैं तो हम लोग इनको कहाँ पर भेज देते हैं in transported facilities जहाँ पर इनको अच्छे से factories के अंदर जहाँ पर इनसे अच्छे से product बनाया जाता है कहाँ पर होती है plantations generally tropical region of the world के अंदर जैसे की rubber militia के अंदर coffee in brazil and tea in india अब बात करते है major crops की major crop का एक example है rice राइस जो है वह मेजर क्रॉप अफ़ द वर्ल्ड है यह एक स्टेपल डाइट है ट्रॉपिकल एंड सब ट्रॉपिकल डिजन्स की मतलब ज्यादातर इसे लोग खाते हैं राइस जो है यह हाई टेंप्रेचर हाई डिहूमिडिटी और रेइनफॉल के अंदर ग्रो करते हैं राइस के लिए बेस्ट सॉयल जो होता है वह होता है अलुविल क्लेई सॉयल जो कि काफी ज्यादा वाटर को रिटेन करता है चाइना जो है वह सबसे ज्यादा राइस को ग्रो करता है सेकंड नंबर पर आता है इंडिया उसके बाद जपान श्रीलंका एंड इजिप अब बात करते हैं हम लोग वीट की वीट जो है वो रिक्वायर करता है मॉडरेट टेंप्रेचर और रेइनफॉल वीट के लिए जो बेस्ट टाइप का सॉयल होता है वो होता है ड्रेंड लूमी सॉयल वीट को ग्रो करा जाता है इन यूएस कैनेडा अर्जन्टीना और इन स� तो जो ये हमारे मिलिट्स होते हैं अदर कंट्रीज जैसे की नाइजीरिया, चाइना और नाइजिर के अंदर ग्रो करे जाते हैं इंडिया के अंदर हम लोग मिलिट्स को ग्रो करते हैं इन फॉर्म अव जोार, बाजरा और रागी नेक्स्ट फिर हम लोग बात करते हैं मेज की, मेज जो है उसे मॉडरेट टेंपरेचर चाहिए होता है, रेइनफॉल चाहिए होती है और बहुत सारी संशाइन, मतलब जिस जगा पर धूप आती है वहाँ पर मेज बहुत अच्छे से ग्रो करते हैं मेज को ज़्यादातर कौन से इरियाज में ग्रूप कर आ जाता है इन नौर्थ अमेरिका, ब्राजील, चाइना, रशिया, कैनेडा, इंडिया और मेक्सिको बात करते हैं कॉटन की कॉटन को हाई टेंप्रेचर के अंदर ग्रूप कर आ जाता है और 210 फ्रॉस्ट फ्री डेज होना चाहिए अगर ओले पढ़ गए तो कॉटन पूरा खराब कि कॉटन के लिए सबसे बेस्ट सॉयल जो होता है वह होता है ब्लैक एंड एलूविल सॉयल अच्छा इंडिया के अंदर ब्लैक सॉयल और एलूविल सॉयल कहां-कहां पर प्रेजेंट है कमेंट सेक्शन के अंदर कमेंट करो चाइना यूएस इंडिया पाकिस्तान ब्राजील और एजिप जो है वह मेन प्रोड्यूसर आफ कॉटन है अच्छा कॉटन एक तरीके से मेन रॉ मैटीरियल जूट को हम लोग गोल्डन फाइबर भी बोलते हैं जूट आपको कुछ इस तरीके का दिखता है ऐसे आपने बैक्स देखे हैं या नहीं देखे कमेंट करना जूट के बने हुए ब जाता है काफी ज्यादा इसको हाई टेंप्रेचर की जरूरत होती है हैवी रेनफॉल की जरूरत होती है और ह्यूमिट क्लाइमेट की इस क्रॉप को जनरली ट्रॉपिकल एरियास के अंदर ग्रूप करा जाता है इंडिया और बांगलादेश लीडिंग प्रोड्यूसर ऑफ जूट है फिर बात करते हैं काफी की काफी को वाम और वेट क्लाइमेट की जरूरत होती है बेल ड्रेंड लोमी सॉयल के अंदर बहुत अच्छे से काफी क्रूप करती है हिली हिल स्लोप्स जो मतलब आपने देखा होगा पहाड कैसे स्लोप्स वाला एरिया हो गया वहाँ पर कॉफी को हम लोग ग्रो कर सकते हैं ब्राजील लीडिंग प्रेडूसर आफ कॉफी है और इसके बाद कॉलंबिया एंड इंडिया भी लीडिंग प्रेडूसर आफ कॉफी है फिर बात करते हैं हम लोग टी की टी क्या है एक तरीके का बेवरेज क्रॉप सर बेवरेज इसका मतलब क्या होता है जैसे चाच लसी ये सारी चीज़े किसके अंदर आ जाती हैं बेवरेज के अंदर पीने वाली चीज़े चाई आटी की प्लांटेशन करते हैं तो उसे हम लोगों को करना चाहिए इन वेल ड्रेंड लोमी सॉयल और जेंटल स्लोप के ऊपर मतलब कि जो पहाड़ के ऐसे ढलान वाला एरिया होता ना पहाड़ के ऊपर वाला एरिया यहां यहां पर हम बहुत आसानी से टी को ग्रो कर सकते हैं टी को रिक्वायरमेंट होती है ऑफ कूल क्लाइमेट मतलब ठंडा मौसम होना चाहिए साथ में वेल डिस्ट्रीब्यूट वेल डिस्ट्रीब्यूटेड हाई रेनफॉल होनी चाहिए पूरे साल भर बारिश होनी होनी है त्रू आउट देखिए तभी जाकर अ टी बहुत अच्छे से ग्रो होती है अच्छा टी की जो ये लीव्स होती है ना यहीं से तो हमारी टी की बो बनती है टी बनती है तो बहुत सारी लेबर की रिक्वायरमेंट होते है जो इन टी लीव्स को तोड़ सके तो लेबर क्या चाहिए होती है लार्ज नंबर के अंदर देखो agricultural development से हम लोग increase कर सकते हैं farm production को जिससे कि demand पूरी हो सके increasing population की अब देखो population इतनी ज़्यादा भड़ गई है तो लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा खाने की ज़रूरत है अब इसको फटाफट पूरा कर सकते हम लोग with help of agricultural development अच्छा आपके सामने दो options है एक option है जिसके अंदर आप एक special variety of wheat को grow करो जो कि सिर्फ और सिर्फ 6 months के अंदर grow हो जाएगा और दूसरा option है कि आप एक ऐसे wheat की variety को grow करो जो कि 12 months के अंदर grow करेगी तो आप कौन सा वाला wheat चुनोगे सब बोलोगे sir 6 months वाला जल्दी से जल्दी हमारे crops जो हैं वो grow हो जाएंगे और फिर हम दुबारा भी wheat को grow कर सकते हैं तो सोचो यहाँ पर हम लोग दो बार wheat को grow कर सकते हैं और यहाँ पर उतने ही time में सिर्फ एक बार wheat grow हो पा रहे हैं तो यह होता है agriculture development का मतलब क्या कर सकते हैं हम लोग कैसे grow कर सकते हैं 6 months के अंदर वीट को तो हम लोग क्या करें अगर हाई यिल्डिंग वराइटी ऑफ सीट्स मतलब कुछ स्पेशल टाइप के सीट्स का यूज करें वीडियो का तब यह चीज पॉसिबल है हम लोग फर्टिलाइजर का यूज करें तब भी यह चीज पॉसिबल है साथ में हम लोग इंप्रूव कर दें हमारा इरिगेशन फैसिलिटी मतलब अच्छे तरीके से वीड को वाटर मिले ऐसा नहीं है कि प्रॉपर से वाटर नहीं मिल रहा तो इस तरीके से हमारा जो एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट है वह हो सकता है नेक्स्ट है अल्टिमेट एम जो है वो एग्रिकल्चरल डेवलप्मेंट का वो है कि हम लोग जादा से जादा फूड प्रेडूस कर पाएं इंक्रीज कर पाएं फूड सिक्योरिटी को अफार्म इन इंडिया एक फार्मर है इंडिया का जिसके पास स्मॉल साइज फार्मलेंड है इसके अंदर ये यूज करता है हाई यिल्डिंग वैराइटीज मतलब वो वाले सीट जिनके बारे में वो वाले सीट जो बहुत चल्दी ग्रो करते हैं इस टाइप के सीड्स यह यूज करता है और इनको यह खरीदता है फ्रॉम मार्केट यह एडवाइस लेता है फार्मर फ्रॉम हिस फ्रेंड्स एलडर्स और गवर्नमेंट यह ट्रैक्टर का बुलकार्ट का यूज करता है फॉर प्लोइंग द फील्ड ट्यूब के हल्प से देता है रियर करता है लाइफ स्टॉक्स को मतलब कि एनिमल्स को भी पालता है जैसे कि काव को और हम लोग शीप्स को पालता है ये फार्मर जिससे की उनसे और ज़ादा ये earn कर सके, milk sell कर सके काओ का, शीप्स के, wool sell कर सके और उसे और ज़ादा पैसा कमाएं। जितने भी family members हैं इस फार्मर के वो लोग भी इसकी help करते हैं इन farming activities के अंदर। इसी help से फार्मर ज़्यादा से ज़्यादा अच्छे से farming activities कर पाता है। जो farmer है वो bank से या फिर किसी agricultural, corporative society से थोड़े बहुत पैसे उधार भी ले लेता है। जिससे कि वो high yielding variety of seeds ले सके क्योंकि अगर high yielding variety of seeds को ले लिया तो बहुत जल्दी crops grow करेंगे और फिर इन crops को sell करके farmer के पास जादा पैसा आएगा तो ये सोचकर farmer crops को grow कर लेता है finally crops grow हो जाते हैं लेकिन जब crops grow होते हैं cut कर लेता है farmer तब इसको यह लगता है कि मेरे पास तो इन्हें स्टोर करने की फैसिलिटी ही नहीं है। अब फैसिलिटी स्टोर करने की नहीं होती तो वो क्रॉप्स खराब हो जाएंगे तो इससे बैटर वो फिर उन्हें मार्किट के अंदर सेल करता है। तो बिचारा फार्मर लॉस में रह जाता है। अब ये बताओ ये जो काटून करेक्टर है इस फार्मर का आखिरकार ये कौन है। नेक्स्ट। कि गौर्मेंट ने क्या करा है कि कुछ प्रीवियस येर्स से गौर्मेंट इस चीज को देख रही है गौर्मेंट को यह लगा कि बिचारे फार्मर्स को बहुत ज्यादा प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है इस चीज की वजह से इसलिए गौर्मेंट में थोड़ी से बेटर स्टोरेज फैसिलिटीज डेवलप करें पाम इन यूएसे मतलब एक फार्म जो कि अमेरिका के अंदर है लेकिन यहीं पर हम अमेरिका के बारे में पढ़ने वाले हैं। अमेरिका के अंदर जो फार्मर्स का लैंड होता है जनरली वो बहुत बड़ा होता है। फार्मर्स इसी लैंड के अंदर रहते भी हैं, उनका घर भी बना रखा होता है उन्होंने। कुछ मेजर क्रॉप्स जैसे की कॉन, सोय बीन, वीट, कॉटन और शुगर बीट को ग्रो करा जाता है। मतलब की समझदारी से पेस्टिसाइड को यूज़ करते हैं। उन्हें इस्तेमाल करा जाता है ऐसा नहीं है इंडिया के अंदर तो पता ही नहीं होता फार्मर्स को तो बहुत ज्यादा दवाई यूज कर लेता है लेकिन यूएस के अंदर वह बहुत समझदारी से यूज करते हैं जिससे कि क्रॉप्स क्या चीजें डाल सकते हैं ये सारी चीजें महा के farmers करते हैं जो farmer हैं वो एक computer linked satellite का इस्तेमाल भी करते हैं for precise picture of his field सर ये क्या चीज़ है मतलब कि वो satellites का इस्तेमाल करते हैं और अपनी field को बड़ी इसी satellite picture में देखते हैं कि अच्छा यहाँ पर मेरी field का ये वाला crop खराब है यानि की pesticides जिससे कि यहाँ पर कीड़े खतम हो जाए या फिर कहां पर मैं फर्टीलाइजर इस्तेमाल करूं तो यह बहुत ही समस्दारी से फर्टीलाइजर और पेस्टीसाइड का यूज करते हैं ज्यादा तर जो इनकी मशीन होती है वह ऑटोमेटिक होती है जैसे कि ट्रैक्टर सीट ड्रिल लिवर कमबाइन हारवेस्टर थ्रेशर इन सब को यूज करके लोग एग्रीकल्चर ऑपरेशन करते हैं जबकि इंडिया के अंदर ज्यादा तर जो एक्टिविटीज है वह ग्रेंस जो है वो ऑटोमेटिड ग्रेंस स्टोरेज के अंदर स्टोर करे जाते हैं इंडिया के अंदर हमने एक बहुत बड़ी प्रॉबलम देखी थी कि बिचारे फार्मर के पास ग्रेंस को स्टोर करने की जगा ही नहीं थी लेकिन यूएस के अंदर इनके पास ऑटोमेटिक ग्रेंस स्टोरेज होती है यहीं पर हमारा ये चाप्टर खतम होता है I hope आपको difference समझ में आया होगा क्या problems इंडिया के farmers को face करनी पड़ती है और यूएस के farmers को कितने cleverly वह प्रॉब्लम्स को वह लोग सॉल्व करते हैं तो इस चैप्टर को खत्म होने के साथ साथ आप इस चैप्टर के अगर नोट चाहते हो सैंपल पेपर चाहते हो यह शाट आउट लेना चाहते हो तो सिंपली सब्सक्राइब के साथ में जॉइन बटन पर क्लिक करके आप मेंबर बन सकते हो अच्छा सब्सक्राइब करने के साथ आप वीडियो को लाइक कर दो चैनल मनु से ज्ञान लेते रहो