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ह्यूमन आई और कलरफुल वर्ल्ड (कक्षा 10)

स्काई का नीला रंग क्यों होता है यह भी स्कैटरिंग के अंदर पढ़ेंगे और टाइडल इफेक्ट भी स्कैटरिंग के अंदर पढ़ेंगे ठीक है ना तो यह सारे मुख्य टॉपिक है इन सब को भाई आपको जरूर नोट करना है फ्रंट पेज पे ब्राइटनेस होती है डिलाइट मैं आपको साफ-साफ दिखता है मून लाइट में भी हम थोड़ा बहुत कम कर लेते हैं है ना लेकिन जो पशु पक्षी होते हैं वो मून लाइट में कम नहीं कर सकते वो दे लाइट सूरज के साथ उगते हैं उठाते हैं और सूरज डूबता तो सो जाते हैं तो सवाल ऐसा आएगा और सवाल को पकड़ना पड़ेगा की वो मायोपिया का है या हाइपरमेट्रोपिया का है अब अगर वो मायोपिक मायोपिया का है तो पूछा क्या होगा पूछा होगा की भाई उसके लेंस की पावर निकालो जिससे वो ठीक हो जाए तो सन क्या फैक्ट है सन फेकता है व्हाइट लाइट और जब ये व्हाइट लाइट ए करके गिरती है प्रिज्म पर तो सबकी अलग-अलग वेवलेंथ होने के चलते हैं ना 400 साढे 400 500 साढे 500 600 साढे 600 700 ये सबकी अलग-अलग अवेलेबल है ना सब अपने-अपने एंगल पर क्या करती है देविएट हो जाति है हेलो एवरीवन उड़ान युटुब चैनल पर आप सभी प्यारे-प्यारे बच्चों का स्वागत है आज क्लास 10th का चैप्टर नंबर दूसरा फिजिक्स का यानी ह्यूमन आई अंदर कलरफुल वर्ल्ड में लेकर के आया हूं तो भाई बिना टाइम वेस्ट किया हम लोग स्टार्ट करते हैं अगेन एक वन शॉट लेक्चर रहने वाला है ठीक है ना लेकिन ऐसा नहीं है की आपको ये रिवीजन परपज के लिए ही कम आएगा रिवीजन के लिए तो आएगा ही आएगा लेकिन जो बच्चे बिल्कुल भी बेसिक्स नहीं जानते हैं उन बच्चों के लिए भी लेक्चर हेल्पफुल रहने वाला है यानी बिल्कुल बेसिक से स्टार्ट करेंगे हर एक चीज को छुएंगे और हम लोग प्रैक्टिस भी करेंगे यानी क्वेश्चंस भी हैं जो की एनसीईआरटी बेस्ड है और प्रीवियस एयर क्वेश्चन भी है बोर्ड के ठीक है ना तो बोर्ड के लिए कंप्लीट लेक्चर रहने वाला है आपके लिए वेरी एन क्या बोलते हैं उसको डिटेल में और हर चीज को आराम से बिल्कुल एक मीडियम पेस्ट के साथ हम लोग लेकर के चलने वाले हैं ठीक है ना तो ह्यूमन आई अंदर कलरफुल वर्ल्ड जो की आपका नेक्स्ट चैप्टर है लाइट के बाद इस चैप्टर को पढ़ने के लिए पहले से लाइट पड़ा होना चाहिए ठीक है अगर लाइट नहीं पड़ा हुआ है तो ह्यूमन आई डायरेक्ट पढ़ने के लिए नहीं आना भाई ठीक है ना लाइट के सीक्वेंस में ये चैप्टर है क्योंकि लाइट के कॉन्सेप्ट्स यहां पर उसे होने वाले हैं ठीक है चलिए स्टार्ट करते हैं तो भाई चैप्टर जो है वो दो पार्ट्स के अंदर डिवाइडेड है ठीक है ना कंप्लीट चैप्टर जो है वो दो पार्ट्स के अंदर डिवाइडेड है एक पार्ट ह्यूमन आई का है और दूसरा पार्ट कलरफुल वर्ल्ड का है ह्यूमन आई के अंदर आपने क्या-क्या पढ़ना है क्या क्या जानना है एक बार समझ लीजिए ह्यूमन आई की आपने ह्यूमन आई के अंदर आपने इसका डायग्राम देखना है ह्यूमन आई का ठीक है और फिर पाठ देखने जो की यह फिजिक्स में कम आने वाले हैं ठीक है फिर उसके बाद डिफेक्ट्स देखने हैं और डिफेक्ट्स के अंदर भी सारे डिफेक्ट्स मायोपिया हाइपरमेट्रोपिया यह दोनों मुख्य हैं इनके अलावा प्रेस बोपिया कैटरेक्ट और आशिक मेडिसिन ये भी देखेंगे हम ठीक है ना इनके कलेक्शन देखेंगे और फिर इनके ऊपर न्यूमेरिकल भी है ठीक है ना इनके ऊपर न्यूमेरिकल भी है वो भी आपने देखना है ठीक है ना डिफेक्ट्स पर न्यूमेरिकल भी आप लोगों ने करना ही करना है 100% करना है ठीक है नेक्स्ट बात आई है कलरफुल वर्ल्ड की कलरफुल को तीन पार्ट्स के अंदर डिवाइड कर सकते हैं हम एक पार्ट बात करेगा डिस्पर्शन के बड़े में एक पार्ट बात करेगा एटमॉस्फेरिक रेफरेक्शन के बड़े में एटमॉस्फेरिक रेफरेक्शन के बड़े में और तीसरा पार्ट बात करेगा स्कैटरिंग के बड़े में स्कैटरिंग ऑफ लाइट ठीक है तो अब जो सिलेबस के अंदर है और जो एनसीईआरटी के अंदर है इस चीज को हम लोग कर कर रहे हैं तो डिस्पर्शन के अंदर आपने पढ़ना है सबसे पहले तो प्रिज्म और प्रिज्म के अंदर मोनोक्रोमेटिक लाइट मोनोक्रोमेटिक लाइट उसके बाद आपने दूसरी चीज जो पढ़नी है वो पढ़नी है व्हाइट लाइट की जब व्हाइट लाइट को प्रिज्म पर डालते हैं तब क्या होता है ठीक है ना ये दोनों आपने किसके लिए पढ़ने हैं प्रिज्म के लिए पढ़ने हैं ठीक है ना प्रिज्म के लिए आपने इसको पढ़ना है तीसरी चीज जो आपने पढ़नी है वो पढ़ना है रेनबो रेनबो ठीक है जी तो ये तीनों चीज कर होगी डिस्पर्शन टॉपिक के अंदर ठीक है ना नेक्स्ट आता है एटमॉस्फेरिक फ्रैक्शन एटमॉस्फेरिक रेफरेक्शन के द्वारा दो बातें समझे जाति हैं एक बात जो समझे जाएगी वो है टिंवकलिंग ऑफ चरस और दूसरी चीज जो समझे जाएगी वो है एडवांस सनराइज डिलीट सनसेट एसडीएस ठीक है कैटरिंग स्कैटरिंग के द्वारा ब्लू कलर क्यों होता है लाइट का स्काई का सॉरी ब्लू कलर ऑफ डी स्काई ब्लू कलर ऑफ स्काई ये पटाया जाएगा और दूसरी चीज जो पढ़ाई जाएगी वो है ठीक है जिंदा इफेक्ट और आपका चैप्टर हो जाएगा कंप्लीट ठीक है ना स्काई का नीला रंग क्यों होता है ये भी स्कैटरिंग के अंदर पढ़ेंगे और टाइडल इफेक्ट भी स्कैटरिंग के अंदर पढ़ेंगे ठीक है ना तो ये सारे मुख्य टॉपिक है इन सबको भाई आपको जरूर नोट करना है फ्रंट पेज पर चैप्टर की स्टार्टिंग में ही आपने सबको नोट करना है कुछ भी छोड़ना नहीं है आपने ठीक है चलिए शुरू करते हैं भाई हम लोग अपनी कार्यवाही के साथ सबसे पहले बात करते हैं ह्यूमन आई और उसके पार्ट्स के बड़े में ठीक है जी जैसा डायग्राम मैं बना रहा हूं वैसे डायग्राम आपने ही बनाना है अपनी कॉपी के अंदर और सारे पार्ट्स को लेवल करना है और सबका फंक्शन भी जानना है ठीक है ना तो जल्दी से आते हैं और सबसे पहले हम लोग डायग्राम बना लेते हैं तो ये डायग्राम सही रहेगा ठीक है इसमें सबसे बाहर वाला ये जो आउटर कर आपको दिखे रहा है आंख का है ना बाकी तो आंख पुरी स्फेरिकल होती है जो आउटर कर है ये वाला है ना थोड़ा सा बाहर उभरा हुआ है ये इसको मैंने मार्क दिया वन ठीक है ना इसको मैंने मार्क दिया वन इसको कहते हैं कॉर्निया इसे कहते हैं कॉर्निया कम अभी बता दूंगा सबके पहले नाम बता डन फिर कम भी जान लेंगे ठीक है उसके बाद यहां पर दो मसाला होते हैं यहां और यहां ठीक है ना लेकिन इनके बीच में इस जगह पर एक लिक्विड होगा एक लिक्विड होगा पानी जैसा दिखने वाला पानी जैसा दिखने वाला एक लिक्विड होगा और वो जो लिक्विड है उसका नाम है एक्वा ह्यूमन ठीक है तो यह नंबर दो है यहां पर जो लिक्विड होगा वो नंबर दो है फिर ये जो आपको मोटे-मोटे व्हाइट व्हाइट कलर के जो मैंने बना रखें हैं ये मसाला मैंने जिसको बोला है ना मस्कुलर डायाफ्राम जिसको बोला ये है नंबर तीन इनके बीच में यह जो होल आपको दिखे रहा है यह नंबर कर ये नंबर कर ठीक है ना ये जो होल आपको दिखे रहा है इसके बीच में ये ठीक है ना इसे बोलेंगे नंबर कर तो नंबर तीन जो है उससे बोलते हैं इरिस और नंबर कर जो है उसे बोलते हैं पिल इसके जस्ट पीछे एक कन्वैक्स लेंस लगा राहत है किसने बनाया भाई नेचर ने बनाया हमने नहीं बनाया ठीक है ना भगवान ने डाला है पहले से ही कैसा लेंस कन्वैक्स लेंस ठीक है ना यह नंबर पांच है यह नंबर यह जुड़ा होता है आंख के साथ मसल्स की हेल्प से मसल्स की हेल्प उसके बाद यह जो खाली स्पेस आपको दिखे रहा है ये खाली स्पेस नहीं होता है इसके अंदर पूरा फ्लड भारत होता है वह नंबर साथ है उसे फ्लड का नाम है जिसके ऊपर इमेज छपती है इसे कहते रेटिना यह नंबर आठ है यह नंबर नाइन तो कम क्या है इसका कम सुन लो करने का कम होता है एक तो दुष्ट और बैक्टीरिया से प्रोटेस्ट करना आपको है ना कोई भी ऐसा पार्टिकल जो आंख के लिए ठीक नहीं है उसे बाहर ही रखना अंदर ना आने देना कम है कॉर्निया का लेकिन ये इसका में कम नहीं है इसका में कम होता है ज्यादातर लाइट को क्या कर देना रिफ्रैक्ट कर देना आप देख सकते हो की जी तरीके का लेंस है कन्वैक्स इस तरीके की इसकी भी शॉप है कन्वैक्स तो ये दोनों क्या करेंगे एक दूसरे का सपोर्ट करते हैं तो जो कम लेंस नहीं कर पता ना वो कम यही करके उसको देता है आसन करके देता हूं उसके कम को रसायन कम क्या करना है रेफरेक्शन करना है ठीक है तो बाहर वाला जो ये कॉर्निया है ना ये पहले से ही लाइट को मोड देगा और मोड़ते मोड के ही लाइट को अंदर भेजेगा ठीक है तो ध्यान रखिएगा इस बात को की मोस्ट ऑफ डी लाइट मोस्ट ऑफ डी लाइट इस रिफ्रैक्टेड जाट और लाइट कौन रिफ्लेक्टर करता है यही वाला कॉर्निया ही रिफ्लेक्टर करता है और दूसरा प्रोटेस्ट करता है प्रोटेक्ट्स फ्रॉम दुष्ट बैक्टीरिया ईटीसेटरा ठीक है दूसरा आता है यहां पर लाइक कंसिस्टेंसी होती है कम क्या है प्रेशर बैलेंस करना लिख रहा हूं यहां पर इसका कम है क्या करना प्रेशर बैलेंस करना कौन से प्रेशर की बात हो रही है देखो आंख के अंदर का जो प्रेशर होता है वो ब्लू प्रेशर होता है है ना और डिफरेंट फ्लड्स का प्रेशर है मोस्टली ब्लू प्रेशर है और जब बाहर का प्रेशर होता है वो एटमॉस्फेरिक प्रेशर होता है तो इन दो प्रेशर के बैलेंस को मेंटेन करने का कम कभी मां लो भाई बाहर का प्रेशर कम हो गया या बीपी कम हो गया या बीपी हाय हो गया है ना बॉडी में से ब्लू प्रेशर जो है वो ज्यादा ए रहा है ठीक है ना तो कोई भी डैमेज ना हो आंख को आंख को डैमेज ना हो तो एक्स अपने आप को ज्यादा कम चलता राहत है लिक्विड है ठीक है ना और प्रेशर बैलेंस का कम ये करता है प्रेशर बैलेंस का कम ये करता है तीसरा आता है इरिस बिल्कुल दरवाजे के पल्ली जैसा होता है दिखे रहा है ये तीन नंबर और यह ऐसा समझना जैसे लिफ्ट के दरवाजे होते हैं ना यह ऐसे बैंड हो जाते हैं लिफ्ट के दरवाजे फिर ऐसे खुला जाते हैं ना ऐसे ऐसे खुला ऐसे बैंड हो जाते हैं ऐसे खुला जाते हैं तो समझ लो ये दोनों हाथ जो मेरे ना इरिस है ठीक है जैसी ही लिफ्ट के दरवाजे बैंड हो गए तो लोग आने बैंड हो गए जैसे ही खुला लोग आने चालू हो गए बिल्कुल सही है बिल्कुल ऐसे ही है जैसे पीछे हटेंगे ना फोटो बनाने चालू हो जाएंगे अंदर यानी लाइट अंदर आनी चालू हो जाएगी और जैसे ये बैंड हो जाएंगे लाइट आनी बैंड हो जाएगी ठीक है ना तो ये क्या करता है ये इस पिल को ये जो छेद है यहां पर नंबर कर ये जो होल है यहां पर इस होल को छोटा बड़ा करता राहत है इस होल के एपर्चर को कम या ज्यादा करता राहत है अपने हिसाब से ठीक है जी तो आइरिश का कम क्या है पिल के साइज को कंट्रोल करना कंट्रोल डी साइज ऑफ पीपल और प्यूपीआईएल का कम क्या है लाइट कमेंट होती है जब पीछे है जाता है दिलाते हो जाता है बोलते हैं पीछे हटे को बोलते हैं दिलेशन और जब छोटा होता तो बोलना है कांट्रेक्शन तो ये कांट्रेक्शन और दिलेशन जब भी पीपल की होती है तो लाइट ज्यादा या कम आई है उसके हिसाब से दिलेशन हो जाएगी तो ज्यादा लाइट आएगी और कांट्रेक्शन हो जाएगी तो कम लाइट आएगी जब बहुत तेज रोशनी आई है ना तो आंखों की आंखों को डैमेज होने से बचाने के लिए ये पिल छोटा हो जाता है इरिस पीपल को छोटा कर देता ताकि कम लाइट अंदर इंटर करें ठीक है ना और जैसे ही अंधेरा होता है तो पिल जब दिलाते हो जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लाइट क्या कर सके आपके अंदर इंटर कर सके और हमको चीज दिखाई पड़े आसपास ठीक है जी तो पीपल का कम क्या है पीपल का कम है कांट्रेक्शन करना ठीक है ना और जो लाइट इंटर कर रही है आंख में उसे रेगुलेट करना रेगुलेट्स डी अमाउंट ऑफ लाइट आईलैंड्स यह जो लेंस है बेटा इसे क्रिस्टलाइन आईलैंड्स कहा जा रहा है यह लेंस अल में फ्लेक्सिबल होता है यह ऐसा ठोस लेंस नहीं होता जैसा हमारा चश्मा का लेंस होता ना इस तरीके का लेंस नहीं है ये ठोस नहीं है यह कैसा है ये पिल्पिला है मतलब ये मोटा पतला होता राहत है अपनी फोकल लेंथ को क्या करता है चेंज करता राहत है पावर को चेंज करता राहत है आपको पता है ना भाई पावर इस इक्वल तू होता है 1 / एफ तो अपनी पावर को चेंज करेगा यानी कैसे करेगा फोकल लेंथ को चेंज करके और वो कैसे चेंज होगा कभी कर्वेचर को मोटा करने का कभी कर्वेचर को पतला कर लगा तो ये कैसा लेंस है बेटा ये फ्लेक्सिबल है ठीक है ना ये कैसा है फ्लेक्सिबल है फ्लेक्सिबल कन्वैक्स लेंस है ये है ना दिखे रहा है आपको शॉप में कन्वैक्स है और रियल और इनवर्टेड इमेज बनाता है रियल और इनवर्टेड इमेज बनाता है कहां पर रेटिना पर यह पीछे रेटिना स्क्रीन होती है ना ये आठ नंबर इस पर जाकर के क्या बंता है इमेज जा के छपती है है ना इमेज जाके इसके ऊपर छपती है तो हमको जो कुछ भी दिखे रहा है ये सब हमारी आंख की रेटिना पर छाप रहा है हमारी आंख की रेटिनो पर छपरा इसलिए हम लोग देख का रहे हैं ठीक है आप सोचोगे की सर रियल और इनवर्टेड इमेज बना रहा है इनवर्ट का मतलब तो उल्टी होता है तो ये क्या साड़ी दुनिया उल्टी दिखती है क्या हमको आंसर है हां ये साड़ी दुनिया हमारी रेटिना पर उल्टी छपती है लेकिन ब्रेन उसको अपने आप सीधा करके दिखता है आपको ठीक है ना ब्रेन उसको अपने आप क्या करता है सीधा करता है क्योंकि उल्टा दो होगा तो चक्कर आने लगेंगे है ना और जन्म से लेकर के मृत्यु तक चक्कर ही आते रहेंगे तो आप समझ रहे हो ये ठीक नहीं रहेगा तो इसलिए जिसने भी ये बॉडी बनाई है भगवान ने या नेचर ने जो मर्जी मां लो है ना बहुत ही बुद्धिमान रहा होगा वो ठीक है ना की भाई व्यक्तिगत व्यक्ति क्या हालात होगी जब उसको साड़ी चीज उल्टी दिखाई पद रही होगी तो ठीक है ना तो लेकिन उल्टी छपती है लेकिन उसको भी रिवर्स कर देता है सीधी हो करके दिखती है ठीक है तो क्रिस्टल लाइन आईलैंड्स क्या करता है फ्लेक्सिबल कन्वैक्स लेंस है रियल और इनवर्टेड इमेज कहां छपता है रेटिना पर छपता है ठीक है जी फिर सैलरी मसल्स की बड़ी आई है अब सिली मसाला क्या है लेंस को जड़े हुए हैं आप देख सकते हो लेंस को दोनों तरफ से इन्होंने पकड़ रखा है ठीक है कम क्या है कम ये है मसल्स का कम ये है की ये ही है रिस्पांसिबल इसकी फोकल लेंथ को चेंज करने के लिए देखो लेंस अपने आप कुछ नहीं कर सकता कोई भी बॉडी का पार्ट अपने आप नहीं चला मसाला उसको चलते हैं है ना तो ये अपने आप नहीं मोटा पतला हो सकता मसाला ही है जो इसको चलते हैं इसको हम पढ़ेंगे आगे जाके बोलते हैं पावर ऑफ अकोमोडेशन ठीक है ना तो उसके अंदर हेल्प करते हैं सैलरी मसल्स ठीक है तो क्या क्या लिखूं यहां पर क्या लिखना हूं भाई ये एडजस्ट करते हैं किसको फोकल लेंथ को ठीक है एडजस्ट डी फोकल लेंथ ऑफ लेंस ठीक है जी लेंस की फोकल लेंथ को क्या करते हैं बेटा एडजस्ट करते हैं नेक्स्ट आता है ठीक है ना या पूरा भारत राहत है वित्तरूस्त उमर लिक्विड है ठीक है ना लिक्विड कोई भी फ्लड अगर किसी कंटेनर में होता है ना तो वो कंटेनर की दीवारों पर लगातार फोर्स लगातार क्या करता राहत है फोर्स लगता राहत है तो यहां पर भी विक्ट्री नंबर क्या कर रहा होगा इस आई के सब तरफ बॉल्स के इधर साइड पर क्या कर रहा होगा फोर्स लगा रहा होगा यानी इसका कम क्या है फोर्स लगाना इसका कम है प्रेशर लगा करके पुरी आई की शॉप को मेंटेन रखना ठीक है ना तो मेंटेंस स्फेरिकल शॉप ऑफ आई मेंटेन डी स्फेरिकल शॉप ऑफ आई आज की स्फेरिकल शॉप को मेंटेन करने का कम किसका है इसी का है जो अंदर भारत हुआ है इसके ठीक है जी नेक्स्ट आता है रेटिना नेक्स्ट आता है रेटिना ये रही रेटिना पीछे आठ नंबर पे रेटिना है इसी के ऊपर जाकर के क्या छपती है इमेज छपती है है ना इसी के ऊपर जाकर के क्या छपती है रियल और इनवर्टेड इमेज छपती है ठीक है ना अब रेटिना क्या चीज होती है रेटिना होती है बेटा फोटो सेंसेटिव स्क्रीन ठीक क्या होती है यह फोटो सेंसेटिव स्क्रीन इसका मतलब यह फोटो का मतलब होता है लाइट सेंसेटिव का मतलब होता है स्क्रीन है इसके पास दो प्रकार के सेल्स होते हैं एक होते हैं रोड सेल्स ठीक है सेल्स होते हैं कितने दो प्रकार के एक होते हैं रोड दूसरे होते हैं कौन कौन साल जो होते हैं वो रंगो को दिखाई हैं जो कलर्स हमको दिखे रहे हैं वो कौन सेल्स की वजह से दिखे रहे हैं अगर कलर ब्लाइंड है कोई व्यक्ति यदि उसको कुछ कम कलर दिखे रहे हैं या कलर ही नहीं दिखे रहे तो इसका मतलब उसके पास कौन सा नहीं है कौन सेल्स की कमी है ठीक है ना अगर कौन सा अच्छी मंत्र में होंगे तो रंग आपको चारों तरफ बढ़िया से दिखाई पढ़ेंगे जो रंग बिरंगी दुनिया है जो कलरफुल वर्ल्ड है वो इस को सेल्स की वजह से ही आपको दिखाई पड़ता है नहीं तो आप रंगो को डिटेक्टर नहीं कर पाते रोड सेल किस कम आते हैं ठीक है अगर आपको कोई चीज बहुत ब्राइट दिखे रही है तो वह रोड सेल की बदौलत है और कोई चीज अगर डम दिखे रही है तो रोड सेल कम लाइट को डिटेक्टर कर का रहे हैं ठीक है तो जो ब्राइटनेस होती है डिलाइट मैं आपको साफ-साफ दिखता है मून लाइट में भी हम थोड़ा बहुत कम कर लेते हैं ना लेकिन जो पशु पक्षी होते हैं वो मून लाइट में कम नहीं कर सकते वो दे लाइट सूरज के साथ उगते हैं उठाते हैं और सूरज डूबता तो सो जाते हैं क्योंकि उनको दिखाना बैंड हो जाता है एकदम अंधेरा हो जाता है उनके लिए लेकिन हम लोग कम कर लेते हैं क्योंकि हमारे पास क्या है रोड़साल बहुत ज्यादा है उन पशु पक्षियों के पास रोड सेल कम है तो इसलिए रात में वो कम नहीं कर पाते ठीक है ना इंटेंसिटी सेंस करने वाले सेल्स का नाम है रोड सेल्स नेक्स्ट चीज आई है ऑप्टिकल का कम है जो भी सिग्नल कैच हुआ है उसे सिग्नल को लेकर के ब्रेन तक जाना ठीक है ना ब्रेन तक लेकर के जान का कम किसका है ऑप्टिकल आउट का ठीक है तो जो ऑप्टिकल सिगनल्स जो ऑप्टिकल सिगनल्स कन्वर्ट हुए हैं उन्हें ब्रेन तक ले जान का कम है ऑप्टिकल सिगनल्स कन्वर्टेड कन्वर्टेड इन इलेक्ट्रिकल इंपल्स और सेंट तू ब्रेन और सेंट तू ब्रेन कौन कर रहा है भाई आप अपने पास नोट्स के अंदर लिख लीजिएगा ठीक है ह्यूमन आई और उसके पार्ट्स के अंदर कौन-कौन से इंपॉर्टेंट पार्ट है वो भी सुन लो ठीक है देखो इरिस पीपल इंपॉर्टेंट है सैलरी मसाला बहुत इंपॉर्टेंट है रेटिना इंपॉर्टेंट है ठीक है ना इसके अलावा कोई खास इंपॉर्टेंट नहीं करनी अभी देख लेना एक बार ठीक है ना बाकी सब ऐसे ही है ठीक है आगे चलते हैं नेक्स्ट टॉपिक जो आता है वो आता है पावर ऑफ ए कमोडियेशन ठीक है देखो पावर ऑफ अकोमोडेशन क्या कहता है अकोमोडेशन का मतलब सबसे पहले होता है बेटा समझो एडजस्टमेंट अब आप सवाल पूछोगे सर किसकी एडजस्टमेंट हो रही है और कौन कर रहा है तो एडजस्टमेंट होती है चेंज होती रहती है होने लायक है ठीक है ना लेकिन वह चेंज कैसे होगी और उसको चेंज करेगा कौन तो भाई चेंज करते हैं मसल्स ठीक है चेंज करते हैं मसल्स क्या नाम था मसल्स का सैलरी मसल्स याद है ना तो कौन करता है एडजस्टमेंट सिली मसल्स करते हैं तो सैलरी मसल्स कभी एक्सपेंड होते हैं कभी कॉन्ट्रैक्ट होते हैं ये बात आपको पता है ना कभी सैलरी मसाला क्या करते हैं एक्सपेंड हो जाते हैं कभी कॉन्ट्रैक्ट हो जाते हैं यानी कभी रिलैक्स करेंगे और कभी जकड़ लेंगे टेंशन में ए जाएंगे कांटेक्ट करेंगे ठीक है ना तो आपको ये बात समझनी पड़ेगी की वो कब कॉन्ट्रैक्ट करते हैं और कब एक्सपेंड करते हैं और उसे कैसे में लेंस की क्या हालात होती है ठीक है आई समझते हैं देखो मैंने यहां पर दो कैसे ले रखें हैं एक है की भाई आप दूर का देखना चाहते हो ठीक है ना डिस्टेंट देखना चाहते हो आप डिस्टेंट का मतलब होता है फॉर दूर का देखना चाहते हो है ना और एक बार मैं यहां पर लिखना हूं नियर का देखना चाहते हो ठीक है नियर को क्या बोलते हैं लिस्ट डिस्टेंस बोलते हैं इसको इसे बोलते हैं नियर ठीक है अब मां लो आप दूर का देखना चाहते हो अगर तो भाई लाइट कैसे आएगी आपको पता ही है अगर ऑब्जेक्ट इंफिनिटी पर होता है तो लाइट कैसे आई है भाई पैरेलल आई है है ना परेल आई है ठीक है तो जब ये लाइट पैरेलल ए रही होती है ना तो इसको मोड़ना इतनी बड़ी बात नहीं है लेंस के लिए तो ऐसी स्थिति में जो सैलरी मसल्स होते हैं वो रिलैक्स रहते हैं वो कॉन्ट्रैक्ट ही रहते हैं वो रिलैक्स रहते हैं क्यों रिलैक्स रहते हैं बात को समझना देखो जो सीधी लाइट ए रही है जो पैरेलल लाइट ए रही है उसे मोड़ना आसन है आज कंपेयर तू जब आप पास में कोई चीज रख करके देखते हो ना मां लो आप कोई चीज पास में रख कर के पढ़ रहे हो तो वहां से जो लाइट ए रही है वो ऐसी ए रही है इसे बोलते हैं डायवर्जिंग लाइट तो आपके हिसाब से किसको मोड़ना ज्यादा आसन है जो सीधी लाइट ए रही है वो तो आराम से मड जाएगी लेकिन जब पहले से फैली हुई ए रही है उसको मोड़ना तो मुश्किल है ना भाई तो उसको मोड़ना मुश्किल है इसीलिए मसल्स को यहां पर क्या रहना पड़ता है कांट्रैक्टेड रहना पड़ता है यहां मसाला कैसे रहते हैं टेंशन में रहते हैं कांट्रेक्शन में रहते हैं ठीक है ना और तब जाकर के लेंस क्या कर पता है रेटिना पर इमेज को बना पता है कितनी बार समझ में आई है तो अब होगा पता क्या होगा ये की भाई सीधी लाइट को कन्वर्ज करने में पावर ज्यादा नहीं लगेगी तो पावर यहां पर क्या चाहिए कम चाहिए होते तो लेंस कैसा राहत है लेंस राहत है पतला है ना आपको पता है ये बात जी लेंस की पावर कम होती है वो पतला होता है जी लेंस की पावर ज्यादा होती है वो मोटा होता है यहां पर कांट्रेक्शन के करण से लेंस को मोटा होना पड़ता है पावर ज्यादा और लेंस होगा मोटा समझ गए ना तो किस कैसे में पतला होता है लेंस जब दूर का देखना हो दूर का देखना कोई समस्या नहीं है पास का देखना हो तो तब समस्या आई है मसल्स को टेंशन में तब रहना पड़ता है ठीक है ना आप बहुत ज्यादा डर तक पढ़ नहीं सकते लेकिन बहुत ज्यादा डर तक दूर जरूर देख सकते हो बहुत ज्यादा डर तक पास नहीं देख पाते लेकिन बहुत ज्यादा डर तक दूर जरूर देख सकते हो ठीक है जब तक पास देखते रहोगे मसल्स कांट्रैक्टेड रहेंगे ठीक है ना फोन चला रहे हो किताब पढ़ रहे हो कुछ भी चल रहा है पास में रख कर के आप कुछ भी देख रहे हो तो ज्यादा डर तक नहीं देख पाओगे थोड़ी डर में ऐसे होगा ठीक है मसल्स लगातार क्या है कांट्रेक्शन में है ठीक है और लेंस कैसा है मोटा है पावर ज्यादा है ठीक है एक बात और दूर से दूर एक हेल्दी तक देख शक्ति है और पास से पास एक हेल्थ 25 सेंटीमीटर तक देख शक्ति है ठीक है मतलब कम से कम डिस्टेंस जो है वो 25 सेंटीमीटर है आप ऑब्जेक्ट डिस्टेंस डिस्टेंस का मतलब होता है साफ-साफ देखना साफ-साफ देखने का वो कितना है 25 सेमी है और फॉर से फॉर कितना है यानी फॉर पॉइंट बोलते हैं जिसको 4 पॉइंट कितना है जी फॉर पॉइंट है इंफिनिटी वार पॉइंट ठीक है ना दूर से दूर इंफिनिटी तक देख शक्ति है ठीक है पावर ऑफ अकोमोडेशन की एक बार डेफिनेशन को हम लोग को थ्रू कर लेते हैं फटाफट से समझा मैंने दिया है अब एक बार पढ़ लेते हैं क्या लिखा हुआ है एबिलिटी ऑफ आईलैंड्स तू एडजस्ट इट्स फोकल लेंथ बाय सैलरी मसल्स यहां से लिखना हूं बाय कांट्रेक्शन और एक्सपेंशन ऑफ सिल्वर ऑब्जेक्ट डिस्टेंस करवाना है कभी ऑब्जेक्ट बिल्कुल पास होगा उसको भी आप चाहते हो मुझे साफ-साफ दिखे रेटिना पर फॉक्स करवाना है तो दो लेंस की हालात तो खराब ही रहेगी ना ली तो बेचारा कभी मोटा होता रहेगा कभी पतला होता रहेगा सही बात है की नहीं कभी दूर का देखना चाहते हो कभी पास का देखना चाहते हो पास का देखने के लिए लेंस ने मोटा होना है दूर का देखने के लिए लेंस को पतला होना है यानी फोकल लेंथ क्या करनी है चेंज करनी है किसके हिसाब से ऑब्जेक्ट के हिसाब से ऑब्जेक्ट दूर है वो गलत ज्यादा पावर कम है ना और अगर ऑब्जेक्ट पास है तो फोकल लेंथ कम पावर ज्यादा ठीक है ना तो फोकल लेंथ जो है वो क्या होती रहेगी एडजस्ट होती रहेगी है ना और कौन करता रहेगा इसको कांट्रेक्शन और एक्सपेंशन सैलरी मसल्स के ठीक है ना इसीलिए इसे कहते हैं पावर ऑफ एन कोमोडेशन ठीक है ना तो पावर का मतलब ये है की जो आंख की जो अंदर की लेंस की पावर है वो क्या हो शक्ति है एडजस्ट हो शक्ति है यानी फोकल लेंथ जो है शब्द जस्ट हो शक्ति है ठीक है एक सवाल आता है हमारे सामने इसको करते हैं भाई पूछता है की कौन सी स्टेटमेंट इनमें से ट्रू है तो ये क्वेश्चन करने के लिए आपको ह्यूमन आई की नॉलेज तो चाहिए नहीं लाइट चैप्टर की नॉलेज जरूर चाहिए लेकिन आपको देखो कन्वैक्स लेंस की पावर बोल रहा है प्लस फोर चैप्टर है और फोकल लेंथ बोल रहा है माइंस है ऐसा कभी हो सकता है क्या फॉर्मूला है पी = 1 / एफ अगर ये पॉजिटिव होगा तो ये पॉजिटिव होगा ये नेगेटिव होगा तो ये भी नेगेटिव होगा ऐसा कैसे हो सकता है की एक पॉजिटिव नहीं हो सकता ठीक है ना पावर प्लस में नहीं हो सकता पावर माइंस में ये भी नहीं हो सकता है कैसा है ऐसा होता है इसकी फोकल लेंथ कहां होती है पीछे होती है लाइट ऐसे आएगी ऐसे जाएगी इस फॉक्स को उसे करती हुई तो नेगेटिव वाला फॉक्स ही यहां पर क्या करेगा कम करेगा है ना माइंस वाला फॉक्स यहां पर क्या करेगा कम करेगा तो फोकल लेंथ प्लस में नहीं हो शक्ति भाई इसकी ठीक है ना तो आंसर क्या है आंसर दी है कौन केवल लेंस की पावर माइंस में फोकल लेंथ भी माइंस में होती है और कैलकुलेशन भी इसकी ठीक-ठाक बैटरी है है ना 1 / एफ के हिसाब से लगा के देखें तो आंसर फोर ही आएगा माइंस में ठीक है नेक्स्ट हम लोग चलते हैं बात करते हैं डिफेक्ट्स के बड़े में ठीक है तो डिफेंस में सबसे पहले डिफेक्ट आता है मायोपिया व्हाट इसे मायोपिया देखो मायोपिया होता है जो मुझको भी है अगर मैं चश्मा हटा डन तो मुझे दूर का दिखाना धुंधला हो जाता है पास का ठीक दिखता है लेकिन दूर का दूल्हा दिखता है तो इसको नियर साइटेडनेस भी कहते हैं ठीक है ना नियर साइटेडनेस भी कहते हैं यानी पास का ठीक दिखता है नियर सिरस पास का ठीक दिखाना मायोपिया का मतलब यही है पास का ठीक दिखाना दूर का धुंधलापन पढ़ लेते हैं आईटी इस एन किड ऑफ डिफेक्ट इन डी ह्यूमन आई दिउ तू विच आर परसों कैन सी नियर ऑब्जेक्ट्स पास का देख सकता है लेकिन नहीं देख सकता दूर का कैन नोट सी डिस्टेंस ऑब्जेक्ट्स ठीक है ना पास का देख लेट है लेकिन दूर का नहीं देख पता इमेज फॉर्म्स बिफोर डी रेटिना रेटिना से पहले इमेज बन जाति है क्यों बन जाति है समझता हूं देखो इसका सबसे पहले कैसे क्या है यानी मायोपिया होता क्यों है मायोपिया होता है इस करण से है की जो आंख का लेंस है ना वो ज्यादा कर्म हो जाता है उसका कर्वेचर बाढ़ जाता है मतलब पहले मां लो अगर ऐसा था तो अब ऐसा हो जाएगा गोल हो जाएगा ज्यादा ज्यादा कर्म हो जाएगा अब ज्यादा कर्म हो जाएगा तो मोटा हो जाएगा यानी पावर बाढ़ जाएगी यही हो रहा है यही हो रहा है एक्सेसिव कर्वेचर का मतलब है की पावर का क्या हो जाना बाढ़ जाना यानी लेंस का अननेसेसरी क्या हो जाना मोटा हो जाना अब लेंस मोटा हो गया तो फोकल लेंथ क्या हो जाएगी बेटा कम हो जाएगी पावर बढ़नी है तो फोकल लेंथ कम हो जाति है है ना तो पहले क्या था जब हेल्दी आई थी समझना जरा हेल्दी जब आई थी दूर की चीज देखते थे लाइट आई थी लंच ठीक-ठाक था बढ़िया था इमेज रेटिना पर बना दिया करता था ठीक है ना लेकिन अब क्या हुआ है अब ये हुआ है की पावर बाढ़ गई है और फोकल लेंथ कम हो गई है पहले यहां से लेक यहां तक फोकल लेंथ थी इधर से लेकर के इधर तक फोकल लेंथ थी पहले लेकिन अब कम हो गई है अब कम हो गई है तो पहले फोकल लेंथ यहां तक थी अब कम हो करके मां लो यहां तक ए गई है इधर फॉक्स ए गया ठीक है तो क्या होगा जो लाइट पीछे से पैरेलल ए रही है ना जो लाइट ऑब्जेक्ट से पैरेलल ए रही है ना वो पास ही में फॉक्स कर जाएंगे समझ गए वो पहले फॉक्स कर जाएगी यानी इमेज रेटिना तक पहुंचेगी नहीं इमेज रेटिना से पहले बन जाएगी तो रहती क्या पहुंचेगी रेटिना तक ये पहुंचेगी ठीक है ना तो यह कोई शार्प इमेज बना पाएगी रेटिना पर नहीं यह शार्प इमेज नहीं बना पाएगी तो क्या बोला था रेटिना से बिफोर ही बन जाएंगे देखो लिखा हुआ है ना इमेज फॉर्म्ड बिफोर डी रेटिना रेटिना से पहले क्या होती है इमेज बन जाति है और दूसरा कोर्स भी आपको याद करना यह है एलॉन्गेशन ऑफ आईबॉल यानी आपकी गोलियां मोटी-मोटी हो जाना गेट का मतलब होता खींच जाना आपने देखा होगा ऐसे आपके आसपास लोग जिनकी आंख के जो गली है ना वह बाहर को निकालने को होती है जन्म से ही ऐसी होती है बाहर को निकालने को होगी तो उनको भी पक्का चश्मा चढ़े होते हैं मायोपिया की दिक्कत करने का मतलब होता है खींचना तो खींच जाना या बड़ी हो जाना इसी को बोलते हैं एलॉन्गेशन ऑफ आईबॉल ठीक है आगे चलते हैं ये था मायोपिया अब बड़ी आई है इसकी कलेक्शन की तो भाई देखो रेटिना तक इमेज पहुंचती नहीं रेटिना से पहले ही ए जाति है इमेज है ना रिटन से पहले यहां कहानी बीच में इमेज बन जाति है तो यह समस्या है इस समस्या का करना पड़ेगा समाधान तो समाधान कैसे होगा मुझे एक बात बताओ ये जो अंदर वाला लेंस है ये मोटा हो गया की नहीं हां सर मोटा हो गया है तो इसकी पावर बाढ़ गई है की नहीं हां सर बाढ़ गई है बाढ़ गई है तो उसकी पावर को क्या करना पड़ेगा कम करना पड़ेगा और कम करने के लिए क्या इसके फीवर में लेंस लगाना पड़ेगा या अपोज में लेंस लगाना पड़ेगा आप बताओ आप बताओ अगर मैं इसी के शॉप का यानी इसी के टाइप का एक और लेंस आगे लगा डन तो ये दोनों मिलकर के क्या करेंगे रोल पाएंगे दोनों मिलकर है ना इसका पहले से पावर बड़ी हुई है ये और पावर बड़ा देगा इसकी समझ रहे हो इसको इसको चाहिए अपोजिट नेचर का लेंस क्योंकि इसकी पावर अननेसेसरी बाढ़ गई है जरूर से ज्यादा बाढ़ गई है चाहिए नहीं थी इतनी पावर चाहिए नहीं थी लेकिन जो सबसे ज्यादा बाढ़ गई है तो क्या करेंगे हम इसके अपोजिट नेचर का लेंस लेकर आएंगे जो इसकी पावर को क्या करेगा यानी लाइट जब पैरेलल आएगी समझना जरा लाइट जब इस पर पैरेलल आएगी किसी ऑब्जेक्ट से कोई दूर का ऑब्जेक्ट है जहां से लाइट पैरेलल ए रही है यह लेंस क्या करेगा इसको ना इसको ना हल्का सा डायवर्स करके देगा ऐसे समझ गए लाइट को हॉकी सी क्या देगा डायवर्स करके देगा ठीक है ना अगर मैं इसको पीछे एक्सटेंड करूं तो इमेज यहां बनाएगी बात समझ रहे हो ऑब्जेक्ट की इमेज को यहां बनाएगी अब इस इमेज से जो रेस है वो निकाल के लेंस अंदर वाली आपका जो है ना वो कहां बनाएगी रेटिना पर बनाएगी यानी बात को समझ रहे हो हुआ ये की इसकी पावर पहले से बड़ी हुई थी इसकी पावर पहले से ज्यादा थी तो हमने इसकी मुश्किल में बड़ा दी हम पहले इसको सीधी लाइट दे देते तो यह हमारी मुश्किल है हमने उसको लाइट ही ऐसे दे दी के लिए बेटा तू फैली हुई है अब इसको करके दिखा सीधी को तू कर ही देता था सीधी को तो तू यही पर बना देता बीच में तू फैली हुई लाइट पकड़ अब करके दिखा बेटा अब मोड के दिखा तो अभी मूड के दिखता हूं ताकत होता है मेरे में अच्छा ताकत बहुत ही मोड के देगा 20 को पहले लाइट मोदी इसने और मोड के कहां बनाई रेटिना पर बनाई है ना इसको पता भी नहीं चला हमने इसको बुद्धू बना दिया हमने इसको बना दिया बुद्धू हमने इसको बना दिया बेवकूफ हमने बाहर क्या लगा दिया हमने बाहर लगा दिया कॉनकेव लेंस जिसको लाइट ही ऐसी फेक के देता है जो फैली हुई होती है जो मेरा चश्मा लगा हुआ है कॉनकेव लेंस है है ना यह कॉनकेव ही है बाय नेचर लाइट जो ए रही है उसको फेल कर दे रहा है फैला के दे रहा है मेरी आंख के अंदर के लेंस को फिर आपके अंदर का लेंस जो है उसको रेटिना पर बना रहा है तो मुझे साफ-साफ दिखाई पद रहा है ठीक है जी ऐसा होता है नेक्स्ट आता है बिल्कुल उल्टा से भाई मायोपिया में क्या हो रहा था की दूर का साफ नहीं दिखता था पास का सांप दिखता था यहां पर पास का साफ नहीं दिखता दूर का साफ दिखता है दूर का साफ दिखता तो बोलेंगे भाई फरसाइटेडनेस है ना दूर का साफ-साफ दिखाना फॉर मतलब दूर का साफ-साफ दिखाना साइटेडनेस का मतलब दूर का दिखाई पद रहा है ठीक है ना और प्रॉब्लम का टेक्निकल नाम क्या है हाइपरमेट्रोपिया है ठीक है अब इसमें होता क्या है वही बात दूर का साफ पास का धुंधला अब पास का धुंधला कैसे और क्यों जो-जो वहां पर हो रहा था ना उसका उल्टा यहां पर हो रहा है वहां पर क्या हो गया था पावर बाढ़ गई थी यहां घाट गई है देखो डिक्रीज इन डी पावर ऑफ आईलैंड्स बुढ़ापा ए गया है ना ये दिक्कत बच्चों मैं तो बहुत कम देखने में आई है 45 + आगे के आसपास क्रॉस कर जाएगी तब जाकर के दिक्कत देखने में आते हैं की पावर क्या हो गई है भाई आपके लेंस की पावर घाट गई है ना और फोकल लेंथ क्या होगा ये बाढ़ गई है और फोकल लेंथ बाढ़ जाएगी आप सोचो अगर फोकल लेंथ बाढ़ जाएगी तो पहले रेटिना पर बंटी थी यह देखो हेल्दी आई पास में ऑब्जेक्ट है लाइट की रेस निकली और लेंस ने क्या कर दिया रेटिना पर इमेज को बना दिया ये ऑब्जेक्ट है ये इमेज है है ना लेकिन अगर इस लेंस की पावर कम हो जाएगी और फोकल लेंथ बाढ़ जाएगी तो क्या होगा तो भाई होगा ये होगा ये की अब ये यहां पर फॉक्स कर नहीं पाएगा देखो पहले यहां से लेकर के यहां तक फॉक्स था ये फोकल लेंथ थी है ना लेकिन फोकल लेंथ क्या हो गई है बाढ़ गई है फोकल लेंथ बाढ़ गई है तो अब रेटिना पर फॉक्स कर ही नहीं पता रेटिना से कई पीछे फॉक्स करता है समझ गए ना क्योंकि फोकल लेंथ क्या होगा ये भाई इंक्रीज कर गई है ठीक है तो रेटिना पर फॉक्स कर नहीं पाएगा रेटिना सेकंड पीछे फॉक्स करेगा मैं दिखा देता हूं आपको भाई ये देखो ये ऑब्जेक्टिव है आपका इस ऑब्जेक्ट से निकली रेस इस ऑब्जेक्ट से निकली रेस ठीक है और फोकल लेंथ यहां तक जो थी वो अब यहां तक नहीं है अब वो यहां कहानी यहां है पीछे है कहानी वो है ना फॉक्स क्या हो गया पीछे शिफ्ट हो गया कहानी तो होगा ये की भाई ये कई यहां पीछे फॉक्स होगा समझे बात को तो इस बार रेटिना पर नहीं बनेगी रेटिना से कहीं पीछे बनेगी ठीक है ना तो ये आपका ऑब्जेक्ट है और इमेज कहां बन रही है भाई इमेज बन रही है कहानी रेटिना के पीछे जो की बन ही नहीं पाएगी सीधी बात है रेटिना यहां तक लाइट को पकड़ेगी और ब्लॉक हो गई राइट फिर तो है ना तो धुंधला ही दिखाई पड़ता है बेटा कम हो गई है एक तो ये है और दूसरा शोत्निंग ऑफ आईबॉल यानी वहां पर क्या था आपकी गोलियां मोटी-मोटी हो गई थी यहां आपकी गोलियां छोटी-छोटी हो गई है शॉर्ट नहीं हो गई है ठीक है आईबॉल की क्या हो गई है शॉर्ट नहीं हो गई है छोटे-छोटे बिल हो गई है ठीक है जी तो इससे भी क्या आता है हाइपरमेट्रोपिया ए सकता है ठीक है अब भाई दिक्कत ए गई है तो ठीक करने की जरूर है उसको है ना तो आप बताओ इसकी पावर जो है वो घाट गई है ना और फोकल लेंथ बाढ़ गई है ना तो हमें इसके सपोर्ट में बैलेंस लगाना चाहिए ना और पहले से ये कैसा है कन्वैक्स है तो हम क्या करेंगे हम इसके सामने एक और कन्वैक्स लेंस को ही लगा के छोड़ देंगे और इसके सामने लगा देंगे ठीक है अब होगा ये की ये ऑब्जेक्ट है आपका क्या करेगा मैं बताता हूं ये लेंस सिर्फ इतना सा कम करेगा की इस लाइट को ना सीधा नहीं जान देगा सीधा नहीं जान देगा क्या करेगा हॉकी सी मोड देगा हॉकी सी हॉकी सी हाल किसी मोड देगा यानी अगर मैं इसको पीछे एक्सटेंड करूं ना तो बेसिकली क्या कर रहा है ये बाहर वाला जो कन्वैक्स लेंस है ये क्या कर रहा है बताएं इस ऑब्जेक्ट की इमेज यहां बना रहा है इस ऑब्जेक्ट की इमेज यहां बना रहा है और यहां से वो इमेज फिर ऐसा ग रहा है की रेस दे रही है इसको यह वाली रेस ऐसे दे रही है ये वाली रेस ऐसे दे रही है ठीक है ना और ये लेंस पर गिर रही है और फिर ये कन्वर्स कहां कर देगी भाई रेटिना पर कर देगी देखो समस्या समझो क्या है समस्या यह है की इसको इतनी फैली रेस मिलती थी पहले जब ये लंच नहीं था इसको ज्यादा फैली हुई रेस मिलती थी तो आज के अंदर वाले लेंस की बस की नहीं थी की उसको कहां कन्वर्स कर दे रेटिना पर कन्वर्ट कर दे लेकिन जब हमने इसके सपोर्ट में लंच लगाया तो इस लेंस ने क्या किया थोड़ी सी सहायता कर दी पहले से ही थोड़ा सा इसको मोड के दिया लाइट को पहले थोड़ा क्या दिया मोड के दिया और मोड के जब ये लेंस में गई तो लेंस ने इसको फरदर फिर बाकी का मोड दिया और और में इमेज कहां बना दी इमेज बना दी रेटिना पर ये सिस्टम आया समझ में क्या है तो यहां पर कॉनकेव लेंस कम कर रहा था और यहां पर कन्वैक्स लेंस कम कर रहा है डायग्राम इंपॉर्टेंट है आपको याद होने चाहिए नेक्स्ट चलते हैं हम लोग बात करते हैं प्रेस बोपिया या ओल्ड आगे हाइपर मेट्रोपिया के बड़े में ये जो प्रेस बोपिया है इसमें दोनों दिक्कतें ए जाति हैं मायोपिया की भी दिक्कत और हाइपर मेट्रो पिया की भी दिक्कत क्यों आई है बुढ़ापा करण है ओल्ड आगे करण है ओल्ड आगे से क्या होता है मसल्स की फ्लैक्सिबिलिटी कम हो जाति है देखो कॉसेस लिखे हुए हैं डिक्रीज इन डी फ्लैक्सिबिलिटी ऑफ सैलरी मसल्स ठीक है ना ये किस वजह से आया ओल्ड आगे की वजह से आया ठीक है ना दिउ तू एजिंग आईटी हैपेंड दिउ तू डी फॉलोइंग रीजंस कौन-कौन से फ्लैक्सिबिलिटी कम होना और सैलरी मसल्स का क्या हो जाना वीक हो जाना तो भाई व्यक्ति हो गया है 65 साल से अब हम 70 साल का तो उसको दोनों ही नजर है क्या हो जाएंगे कमजोर हो जाएगी उसको दूर का भी नहीं दिखेगा और पास का भी साफ-साफ नहीं दिखेगा तो भाई क्या कैसे ठीक होगी वो दिक्कत वो दिक्कत ठीक होगी बाय फोकल लेंथ से इसके लिए कोई डायग्राम नहीं है एनसीईआरटी के अंदर तो कोई इंपॉर्टेंट भी नहीं है आपके लिए बाय फोकल लेंस कैसा दिखता है मैं आपको दिखा देता हूं भाई अगर ये चश्मा है मां लो ठीक है ना तो आधा आधा ऐसा होगा ऐसा होगा ठीक है ना मतलब ऊपर वाली जो साइड होगी ये ये ऊपर वाली साइड होगी ये होगी कॉनकेव दूर का देखने के लिए है ना और जो नीचे वाली होगी ये होगी कन्वैक्स पास का देखने के लिए है ना ये हाइपरमेट्रोपिया ठीक कर देगी और ये मायोपिया ठीक कर देगी ठीक है ना कौन के और कन्वैक्स कैसे दिए जाएंगे ऐसे दिए जाएंगे ऊपर नीचे ए गया समझ में ठीक है ये है ये है प्रेस बायो प्यार ठीक है नेक्स्ट चलते हैं बात करते हैं अस्तिगमाटिज्म की ठीक है अष्टम क्या होता है ये अस्तिगमाटिज्म होता है की आपको एक साथ वर्टिकल लाइंस और होरिजेंटल लाइंस दोनों पर एक साथ फॉक्स नहीं बनेगा होरिजेंटल लाइन से एक बार में देख पाओगे एक साथ दोनों के ऊपर फॉक्स नहीं बंता अगर फॉक्स बनाने की कोशिश करेंगे ना तो पतली हिल जाएगी आपकी आपकी जो बोल है वो घूम जाएगी ये दिक्कत होती है ऑस्ट्रेलिया के अंदर ठीक है परसों कैन नोट एन फॉक्स ऑन बोथ होरिजेंटल आज वेल आज वर्टिकल लाइंस पर कठे फॉक्स नहीं कर पाएगा व्यक्ति ठीक है ना से सुबह परसों कैन सी ऑब्जेक्ट क्लीयरली ओनली इन वन पेन एक ही प्लेन में चीज़ दिखे पाएंगे दोनों प्लेन में चीजें नहीं दिखे पाएंगे उसको ठीक है कॉसेस क्या है इसके कॉसेस क्या है कास्टिक मेडिसिन होता है लेकिन अगर डिस्टोर्टेड कॉर्निया हो गया ऐसा कॉर्निया हो गया अगर ठीक है ना तो गड़बड़ हो जाएगी ठीक है ना और ऐसी लेंस की बात करें तो लेंस की बात करें तो मां लो ऐसा लेंस है ना लेकिन अगर डिस्टोर्टेड हो गया तो ऐसा ऐसा लेंस हो गया तो कोई भी वजह हो शक्ति है ठीक है ना जिसके करण से कोई दवाई का कोई साइड इफेक्ट हो सकता है कोई एक्सीडेंटल कैसे कुछ भी हो सकता है अब नहीं पता तो ये कॉर्निया अगर इरेगुलर शेप्ड हो जाए या फिर लेंस स्टार्ट हो जाए दोनों वजह से क्या हो सकता है ठीक है ना तो ये कैसे ठीक होता है भाई ये ठीक होता है सिलेंडर का लेंस की हेल्प से ठीक है याद रहेगा कैसे ठीक होता है सिलेंडर इसको सिलेंडर का प्रॉब्लम भी कहते हैं ऑस्ट्रिक मेडिसिन को ना सिलेंडर कल प्रॉब्लम भी कहते हैं ऐसा ऐसा ठीक है लास्ट डिफेक्ट बात करते हैं ठीक है ना जंगली बड़ी आगे के अंदर देखा गया है लेकिन आजकल बच्चों में भी ए गया भाई ये ठीक है ना अब खान-पान है या क्या है नहीं पता इसकी वजह क्या है होता क्या है मैं इसमें समझा देता हूं की जो आंख होती है आंख का जो लेंस होता है बेसिकली है ना वो ट्रांसपेरेंट होता है आपको ये बात पता है है ना कैसा होता है ट्रांसपेरेंट होता है लेकिन धीरे-धीरे उसके ऊपर क्या होता है प्रोटीन जमाना चालू हो जाता है इस पर प्रोटीन जानना चालू हो जाएगा और इस पर अगर प्रोटीन करना चालू हो गया धीरे-धीरे बढ़ता गया बढ़ता गया बढ़ता गया बढ़ता गया बढ़ता गया तो ये ट्रांसपेरेंट से क्या बन जाएगा ओपेक बन जाएगा यानी ट्रांसपेरेंसी चली जाएगी और धीरे-धीरे अंधापन बढ़ता जाएगा बैंड कर देगी यानी उसे आज से दिखाना एकदम बैंड हो जाएगा पहले धुंधला दिखेगा फिर ज्यादा धुंधला दिखेगा फिर ज्यादा डर तक ढूंढा दिखेगा और फिर उसके बाद धीरे-धीरे डार्कनेस बढ़नी जाएगी आपके अंदर और एक दिन आप पुरी काली पद जाएगी तो ट्रांसपेरेंट से क्या बंता चला गया ओपेक बंता चला गया किस वजह से क्योंकि प्रोटीन जो है वो जेम जा रहा है जेम जा रहा है जेम जा रहा है उसकी लेयर जमाती जा रही है ठीक है ना तो उसको कैसे ठीक करेंगे ये ठीक होती है सर्जरी से आजकल लसिक करके भी एक टेक्नोलॉजी ए गई है मुझे कंफर्म नहीं है एनसीईआरटी में नहीं लिखा हुआ आप इसको कंफर्म कर लेना गूगल पर देख करके एनसीईआरटी ने सर्जरी लिखा हुआ है तो आपको सर्जरी लिख के आना है ठीक है तो सर्जरी से ठीक होती है ओके और मोतियाबिंद इसको हम लोग हिंदी में बोलते हैं अंग्रेजी में कतराक नाम से फेमस है ये ठीक है जी तो एक सवाल आपके सामने आया है इसे सॉल्व कीजिए जरा ओके विच ऑफ डी फॉलोइंग डिफेक्ट्स कैन बी रेक्टिफाइड यूजिंग सिलैंडरिकल लेंस हां जी कौन सा डिफेक्ट ठीक हो जाता है सिलेंडर बोर्ड में आया हुआ क्वेश्चन है ये पीयू ठीक है तो मेरे कल ऑन ह्यूमन आई अगर आपको ह्यूमन आई कैन न्यूमेरिकल न्यूमेरिकल करने हैं तो वह दो केसेस में आएंगे या तो मायोपिया होगा या हाइपरमेट्रोपिया होगा दोनों हो तो भी कोई दिक्कत नहीं क्योंकि फिर दोनों कैसे लगाने पढ़ेंगे आपको है ना तो कैसे बना मायोपिया देखो अगर सवाल में ऐसा दे रखा है बात को समझना मैं क्या बोल रहा हूं ध्यान से सुन करके और अपने पास इनको नोट्स में लिख लेना ठीक है जो मैं बोल रहा हूं उसको ध्यान से सुन करके नोट्स में लिख लेना अगर सवाल में ऐसा दिया हुआ है की पहले इंसान को बहुत अच्छा दिखता था बहुत दूर तक देख लेट था लेकिन अब बिचारा 80 सेमी भी नहीं देख पता 1.5 मी भी नहीं देख पता 2 मी भी नहीं देख पता है ना ये लिखा होगा ही कैन सी अप तू मी और उससे बॉन्ड जो है वो नहीं दिखाई देता ये सवाल भी मैं आपके सामने करूंगा अगर ऐसा सवाल दिया हुआ है की दूर का नहीं देख पता तो उसको कौन सी समस्या है उसे समय वो पिया है ठीक है ना लेकिन अगर ऐसा सवाल दिया हुआ तो की मां लो भाई एक ओल्ड आगे परसों है उसको अखबार पढ़ना है लेकिन वो अखबार को ढंग से नहीं पढ़ का रहा लेकिन 50 सेंटीमीटर पर रख के पड़ता तो पढ़ा जाता है अगर दूर रखकर पड़ता है ना तो सही से पढ़ा जाता है ऐसे रख के पड़ता है यानी 25 पे रख के पड़ता है तो नहीं पद जाता तो उसको कौन सी दिक्कत है पास की नजर कमजोर हो गई है उसको दूर का ठीक दिखे रहा है ये यानी की उसको क्या है उसको हाइपर मेट्रो पिया है समझ गए ना बात को तो सवाल ऐसा आएगा और सवाल को पकड़ना पड़ेगा की वो मायोपिया का है या हाइपरमेट्रोपिया का है अब अगर वो मायोपिक मायोपिया का है तो पूछा क्या होगा पूछा होगा की भाई उसके लेंस की पावर निकालो जिससे वो ठीक हो जाए मतलब आपको अभी इंसान को ठीक करना यू आर गोइंग तू विकम डॉक्टर विदाउट एमबीबीएस बिना एमबीबीएस के डॉक्टर बना देंगे भाई कोई दिक्कत वाली बात नहीं लेक्चर देखते रहो बस 10 मिनट और 10 मिनट और उसके बाद तुम डॉक्टर पक्का जब पक्की ठीक है ना नौकरी पक्की कोई बेरोजगार नहीं छोड़ेंगे सबको नौकरी देंगे ठीक है तो बात यहां पर क्या हो रही है की भाई अगर किसी को मायोपिया है तो उसके लेंस की पावर निकलोगे भाई कैसे ठीक हो जाएगी चश्मा की पावर निकालनी है उसकी आप बन गए हो चश्मा वाले आप जा के खोल लेना इस बार चश्मा की दुकान ठीक है ना आपने लास्ट टाइम नहीं कोली मैंने आपको बोला था लास्ट टाइम भी खोलना के लिए आपने नहीं कोली इस बार खोल लेना बेटा है ना अरबपति आदमी बन जाओगे तो लेंस की पावर आपसे पूछेगा और लेंस की पावर निकालना के लिए आपको लेंस की फोकल लेंथ पता हनी चाहिए सर सही बात है से तू से हाइपरमेट्रोपिया में भी होगा की भाई आपको लेंस की पावर निकालना की दादी को चश्मा लेना है दादी को चश्मा लेना है तो किस पावर का चश्मा है तो पावर के लिए आपको क्या चाहिए होगी फोकल लेंथ चाहिए होगी तो पावर भी नहीं है फोकल लेंथ भी नहीं है कहां जाएंगे लेने के लिए तो भाई फोकल लेंथ निकालनी हो तो यू और वी पता होने चाहिए यानी यू बोले तो ऑब्जेक्टिव और वे बोले तो इमेज डिस्टेंस यहां भी यही है यू और भी पता होने चाहिए अब समझो अब यू और वे के लिए मैं एक जुगाड़ शिखा रहा हूं आपको यू और बी के लिए क्या शिखा रहा हूं जुगाड़ ये जुगाड़ 100% सवालों में लगेगा और 100% सवाल पूरे होंगे और 100% सवाल का आंसर ठीक आएगा और मार्क्स भी मिलेंगे पूरे 100% समझ गए यह जुगाड़ कभी खाली नहीं जाता ये जुगाड़ कभी खाली नहीं जाता ये जुगाड़ वर्ल्ड फेमस जुगाड़ हो होने वाला है ठीक है ना क्योंकि तुम कोई अमीर बना देगा अरबपति ठीक है तो देखो यू यू आपने के लिए जो आइडियल कैसे होता है और आइडियल कैसे यानी हेल्दी कैसे होता है इंफिनिटी है ना अगर वह दूर से दूर देखना चाहता है तो कहां तक देख लगा यार इंफिनिटी तक देख लगा तो यू क्या लेना है आपने इंफिनिटी लेना है ठीक है और वे क्या लेना है वी वो लेना है जो जिवन होगा सवाल में जैसे 80 सेमी तक नहीं देख पता 80 सेमी से बॉन्ड नहीं देख पता 80 तक देख लेट है 80 से बीयोंड नहीं देख पता यही है ना तो बस आपने वी क्या लेना है 80 लेना है समझ गए तो वी उसको लेना है जो जिवन दिक्कत हो जो जिवन दिक्कत हो वो वे लेना है जो हेल्दी है वो यू लेना है हेल्दी होता तो यू इंफिनिटी ठीक है ना दिक्कत है तो वे जो क्वेश्चन में जिवन है वो वैल्यू उठा के रख देनी है यहां पर भी ऐसा ही है भाई हाइपरमेट्रोपिया बंदे को पहले जब हेल्दी था तो कहां तक कहां रख लेट था 25 तक रख के देख रहा था तो यू क्या लोग आप 25 लोग 25 सेंटीमीटर क्यों हेल्दी कैसे है है ना लेकिन दिक्कत ए गई है अब दादाजी 25 पर अखबार रखकर पढ़ नहीं पाते 80 पर रख के पढ़ने हैं या 60 पे रख के पढ़ने हैं तो आप वी क्या लोग 60 लोग बात समझ गए तो वे बोलोगे जो जिवन दिक्कत है ठीक है ना और यू बोलोगे जो हेल्दी आपको पता है पहले से है ना की दूर से दूर इंफिनिटी देख लेते हैं और पास से पास 25 सेमी तक आराम से देख लेते हैं ठीक है जी तो आपने क्या करना है दूसरा दूसरी बात और ध्यान अपने आप पर क्या रखती है एक बात और आपने यहां पर ध्यान रखती है की आपने माइंस का साइन नहीं भूलना दोनों ही जगह पर यू हो वे हो दोनों ही जगह पर आपने क्या करना है माइंस का साइन तो लगाना ही लगाना है ठीक है ना माइंस का साइन तो आपने लगाना ही लगाना है माइंस का साइन आपने नहीं छोड़ना माइंस का साइन तो आपने लगाना ही लगाना है 100% लगाना है यही जुगाड़ है यही जुगाड़ है अब यू ए गया वी ए गया एफ निकालो पी निकाल जाएगा यू ए गया वी ए गया ऐसे निकालो पी निकाल जाएगा आई सवाल पर चलते हैं सवाल पढ़ो और मुझे ये बताओ की ये मायोपिया की दिक्कत है या हाइपरमेट्रोपिया के दिक्कत है आराम से देखो हिंदी करो इसकी और मुझे बताओ की मायोपिया की दिक्कत है या हाइपरमेट्रोपिया के दिक्कत है कोई सवाल में है अब परसों कैन नोट क्लीयरली सी ऑब्जेक्ट डिस्टेंस मोर दें 40 सेमी यानी 40 तक देख लेट है 40 से बियोंड नहीं देख पता तो यानी दूर की नजर कमजोर है यानी ये दिक्कत है मायोपिया और मायोपिया के अंदर यू क्या लेते हैं और वे क्या लेते हैं भाई तो दूर का दूर कितना ठीक से देख लेट है इंफिनिटी ठीक से देख लेट है ना और यहां पर दिक्कत क्या है 40 सेंटीमीटर तो वे आपने क्या लेना है 40 सेमी लेकिन माइंस का साइन नहीं भूलना बोला था माइंस का साइन नहीं भूलना यू आर बी दे रखा है एफ निकालो उससे पी निकाल के ए जाएगा और आपका आंसर खत्म आओ कैलकुलेट करें आओ कैलकुलेट करें भाई साहब लेंस फॉर्मूला वन बाय एफ = वी की जगह पर -40 और यू की जगह पर - इंफिनिटी ये माइंस माइंस क्या हो गया प्लस हो गया वन बाय = 1 / -40 और एफ निकाल के क्या ए गया -40 सेंटीमीटर अब आई है पावर की बात पावर होता है बेटा 100/एफ वो भी किसमे है सेंटीमीटर में ये फॉर्मूला है पावर इस 100 / -40 काटो ठीक है [संगीत] समझ में आया क्या किया है एक बार उर भी क्रैक कर लिया ना उसके बाद कुछ नहीं है उसके बाद तो सिंपल सी कैलकुलेशन है वन बाय इंफिनिटी जीरो होता है बस ये ध्यान रखना वन डिवाइड बाय इंफिनिटी इस जीरो ठीक है ओके एक और सवाल आया इसको पढ़ो और बताओ दिक्कत कौन सी है मायोपिया या हाइपरमेट्रोपिया तो मैं पढ़ देता हूं आपके लिए एक बूढ़े व्यक्ति हैं वो न्यूज़पेपर को 80 सेमी पर रख कर के पढ़ पाते हैं जब ठीक थे तो कहां रख लेते होंगे जब आप ठीक थी तो कहां रख लेते होंगे सर ये रख लेते होंगे 25 सेंटीमीटर पर तो यू क्या लेना है जो हेल्दी कैसे है और वे 80 सेंटीमीटर लेना है माइंस का साइन दोनों के साथ आएगा ही आएगा ठीक है -80 80 पंजे 400 2516 पर 400 आएगा फॉर्मूला आपको पहले लाइट में दिखाए हुआ है मैंने ये 100 / एफ की जगह पट करेंगे 400 और डिवाइड करेंगे 11 से तो ये बन जाएगा 1100 और डिवाइड में 400 दो जीरो से दो जीरो कट गए 11/4 पावर निकाल के ए गई प्लस की 11/4 डायरेक्टर प्लस डायरेक्टर चलिए बच्चों आगे चलते हैं हम लोग और बात करते हैं अब कलरफुल वर्ल्ड वाले टॉपिक की ठीक है ना तो कलरफुल वर्ल्ड में सबसे पहले हमको क्या पढ़ना है हमको पढ़ना है डिस्पर्जेंट डिस्पर्शन के लिए चाहिए अपने को प्रिज्म तो प्रिज्म की शक्ल देख लो ऐसी है ठीक है ना कांच का होता है ठीक है शॉप ऐसी है ठीक है और हम क्या करने वाले हैं इसकी एक साइड पर पहले मोनोक्रोमेटिक लाइट डालेंगे मैं समझता हूं क्या होता है ये [संगीत] मोनोक्रोमेटिक लाइट देखो इसमें जो मोनो शब्द है इसका मतलब होता है वन और क्रोमा का मतलब होता है कलर यानी हम क्या करने वाले हैं हम एक कलर की लाइट डालने वाले एक कलर का मतलब होता है एक वेवलेंथ की लाइट वन कलर मतलब वन वेवलेंथ तो हम क्या करने वाले हैं भाई साहब हम एक वेवलेंथ की लाइट डालेंगे कैसे ऐसे आओ देखो ये एक वेवलेंथ है कोई एक येलो कलर मैंने ले लिया मां लो है ना तो एक सिंगल लाइट मैं क्या कर रहा हूं एक सिंगल रे क्या कर रहा हूं दाल रहा हूं और सिंगल वेवलेंथ की है लाइट है ठीक है मल्टीपल वेवलेंथ नहीं है वो बाद में डालेंगे ठीक है ना तो ये ये सिंगल वेवलेंथ है इस इस रे को कहेंगे हम इंसिडेंट रे ये इस जगह पर गिरी है यहां पर एक नॉर्मल बनेगा ऐसा n1 नॉर्मल ये वाला होगा एंगल आई अब आपको एक बार पता है की भाई लाइट जो है वो रेयर से यानी और से कांच में जा रही है यानी ग्लास में जा रही है तो डांसर में जा रही है और रडर से ए रही है तो किस तरफ बैंड करेगी आईटी बिल बेड टुवर्ड्स नॉर्मल ये नॉर्मल की तरफ बैंड करेगी यह नॉर्मल की तरफ क्या करेगी बैंड करेगी कर गई नॉर्मल की तरफ बैंड कर गई इस रे को कहेंगे हम रिफ्रैक्टेड रे आर आर और इस एंगल को हम कहेंगे एंगल ऑफ रेफरेक्शन ठीक है अब देखो क्या हो रहा है जब ये इस पॉइंट पर गिरी है तो भाई यहां पर भी एक लाइन ड्रॉ करेंगे हम है ना नॉर्मल ड्रॉ करेंगे इसे बोलेंगे नॉर्मल तू एन तू ठीक है और अब इस बात को समझना की लाइट डेंजर से वापस कहां जा रही है रेयर में यानी और में वापस जा रही है है ना यहां ए रहा है ना या बाहर और है ना भाई और में वापस जा रही है कैसा है रडर मीडिया में फिर से तो फिर से टेंशन ए रही है तो आप एक बात बताओ जाएगी तो आईटी बिल बेड टुवर्ड्स नॉर्मल या आवे फ्रॉम नॉर्मल तो इसका आंसर है भाई ये नॉर्मल से अब ये भागेगी है ना पहले नॉर्मल की तरफ आई थी अब नॉर्मल की तरफ नहीं आएगी अब नॉर्मल से अभी आएगी ऐसे तो इस बात को समझ लेना की जब भी लाइट प्रिज्म पर गिरती है ठीक है दो बार बैंड करती है [संगीत] एक बार यहां और एक बार और ठीक है ना ये जो बाहर निकली है फाइनली इसे बोलते हैं इमरजेंसी और इस एंगल को बोलते हैं एंगल ऑफ इमरजेंसी यहां तक तो साड़ी बात स्लैब जैसी है स्लैप पड़ा था ना लाइट में वहां पर भी तो था और से आई गिलास में फिर ग्लास से आई वापस और में इंसिडेंट रैफेक्टेड रे इमरजेंसी रे एंगल आई एंगल आर एंगल सब ऐसे ही हैं नॉर्मल वन नॉर्मल तू सब ऐसे ही हैं तो यहां पर अलग क्या है यहां पर अलग है दो और एंगल मतलब टोटल पांच एंगल है सर हां टोटल पांच एंगल है जो आपको पढ़ने हैं एक तो एंगल आई है एक एंगल आर एक एंगल है दो एंगल और है कौन-कौन से उसमें से एक एंगल है ए ये वाला एंगल ठीक है ये प्रिज्म का एंगल है इसका नाम है एंगल ऑफ प्रिज्म मोस्टली 60 डिग्री होता है इक्विलैटरल अगर प्रिज्म है तो और नहीं होता इक्विलैटरल तो भाई फिर नहीं होगा है ना इसे कहते हैं एंगल ऑफ प्रिज्म है ना फिक्स राहत है ये एक बार प्रिज्म बन गया तो बन गया अब ये चैन तो नहीं सकता तो ये कहते हैं ये कहलाता है क्या ये कहलाता है एंगल ऑफ प्रिज्म ठीक है ना और एक पांचवा एंगल बहुत है बहुत बहुत इंपॉर्टेंट है जो की आपको जानना है वो ये है की मां लो अगर ये इंसिडेंट रे को मैं ए गया एक्सटेंड कर डन ठीक है और इस इमरजेंसी में पीछे एक्सटेंड कर डन तो इनके बीच में ये जो एंगल मिलता है ना मुझको इस एंगल को बोलते हैं एंगल दिल ये होता है इसे बोलते हैं एंगल ऑफ डिवीजन इसे ऐसा नाम क्यों दिया गया डिवीजन का मतलब होता है भटकना है ना यह नाम क्यों रखा गया है इसका आप खुद सोचो यह जो इंसिडेंट रे है अगर यह प्रिज्म ना होता तो सीधी निकाल जाति लेकिन नहीं निकली ये तो यहां से लेक पुरी यहां तक क्या हो गई बैंड हो गई है ना जानी ऐसे थी चलिए ऐसे गई जानी ऐसे थी चलिए ऐसे गई तो दोनों के बीच का जो एंगल बंता है इस को बोलते हैं एंगल ऑफ डिवीजन यानी जानी तो ओरिजिनल पाठ पर थी लेकिन भटक गई वो भटक के किसी और पांच पे निकाल के चली गई और एक बार नहीं भट्ट की दो बार भट्ट की लेकिन फाइनल जितनी भटकी वो बतानी है आपने फाइनली जो लटके वो क्या है ये जो और में निकाल गई है और उससे लेकर के इस इंसिडेंट तक का जो एंगल होता है डेट इस कॉल्ड एंगल ऑफ डिवीजन ठीक है ना अब ये जो एंगल है यह हर वेवलेंथ के लिए अलग-अलग होता है इसी को हम लोग आगे पढ़ने वाले हैं तो भाई ये डायग्राम था मोनोक्रोमेटिक लाइट का नेक्स्ट जो हम पढ़ेंगे वो पढ़ेंगे जब हम व्हाइट लाइट डालते हैं प्रीतम पर तब क्या होता है देखो भाई सबसे पहले आप ये समझो की व्हाइट लाइट क्या चीज होती है व्हाट इस व्हाइट लाइट देखो व्हाइट लाइट इस मिक्सर ऑफ सेवन कलर्स विबग्योर क्या होता है वायलेट इंडिगो ब्लू ग्रीन येलो ऑरेंज रेड इन सब इन साथ रंगो को जब मिला लेते हैं बराबर मंत्र में तो सफेद रंग की दिखता है यानी सफेद लाइट अल में मिक्सर है किसका इन साथ रंगो का है ना सफेद लाइट क्या है मिक्सर है इन साथ रंगो का और जब ये लाइट प्रिज्म पर गिरती है तो ये स्प्लिट हो जाति है यह बट जाति है कितने रंगो में अगेन जितनो से मिल्क बनी है साथ से मिलकर बनी है साथ रंग में बैठ जाएगी और जो बट जाएगी उसे बोलेंगे स्प्लिटिंग उसे बोलेंगे स्प्लिटिंग तो स्प्लिटिंग ऑफ व्हाइट लाइट इन इट्स सेवन कांस्टीट्यूएंट कलर्स व्हेन आईटी पैसेज थ्रू ग्लास प्रिज्म जब ग्लास प्रिज्म से पास करेगी ये लाइट तो साथ रंगो में क्या होने वाली है बताने वाली है और ये बैठ जाएगी तो बस इसी को क्या बोलेंगे इसी को बोलेंगे डिस्पर्शन डायपर्स हो जाना लाइट का है ना डिस्पर्शन ऑफ व्हाइट लाइट इसको क्या बोलेंगे डिस्पर्शन ऑफ व्हाइट लाइट ठीक है उसके बाद इंडिगो फिर ब्लू ग्रीन येलो ऑरेंज और रेड है ना ऐसे हो रहा है ना तो सबसे कम जो मटका है वो कौन सा रंग है वो लाल है कैसे निकाला ऐसे इसको आगे सेंड करो है ना इसको आगे सेंड किया देखो यह जो एंगल रेड के साथ बन रहा है यह सबसे छोटा एंगल है दिस इसे डी आर है ना और जो ये वाला एंगल बनेगा किसके साथ वायलेट के साथ यह वापस बात को समझो की जो डेल्वी होगा वो बहुत बड़ा एंगल होगा इस कंपेयर्ड तू डॉलर समझना वायलेट का डिवीजन सबसे ज्यादा है और रेड का डिवीजन सबसे कम है सातों में से ठीक है ना ऐसा है क्यों ऐसा इसलिए बेटा क्योंकि रेड की ना वेवलेंथ सबसे ज्यादा है और वायलेट की वेवलेंथ सबसे कम है सर ये वेवलेंथ क्या होती है आओ समझाएं देखो मैंने आपसे कहा था की लाइट एक वाव है कब कहा था जब लाइट स्टार्ट किया था उसके स्टार्टिंग इंफ्रारेड माइक्रोवेव रेडियो वाव यह सब की सब क्या है भाई यह इनका सबका उत्पत्ति स्थान एक ही है इन सब का जन्म एक ही है और कहां से हुआ है वो व्हाइट लाइट सन से इन सब का जन्म हुआ है नेचुरल से एक्सप्रेस भी यू तो आपको पता आई है इंफ्रारेड भी आई है इनविजिबल रेस इसके अलावा ये साड़ी रेस भी कहां से आते हैं बेटा सन से आई है क्या सर हम इनको आर्टिफिशियल प्रोड्यूस नहीं कर सकते क्या करते हैं गम रे स्कैनर ट्रीटमेंट में प्रोड्यूस होती है तो धूप थोड़ी धूप से थोड़ी करते हैं कोबाल्ट 60 उसे करते हैं वो गम का रेडिएशन फेंकता है एक्स रेज के लिए धूप थोड़ी उसे करते हैं एक्स-रे के लिए मशीन होती है वहां पर जेनरेशन जेनरेशन करते हैं युवी रेस आपके घर में जो एक्वागार्ड लगा हुआ है जब पानी साफ करता है उसमें यू टेक्नोलॉजी उसे होती है आजकल जो हम इसको क्लिक करने के लिए विजिबल रेस आपके घर में बल्ब लगे हुए हैं लगे ना भाई इस टाइम पर आप मुझे देख का रहे हो तो वो जो स्क्रीन है वो एलईडी स्क्रीन जिससे आप मुझे देख का रहे हो वो भी तो रंग फेक रही है तो विजिबल लाइट फैक्ट्री है आर्टिफिशियल भी फेंका जाता है ये थोड़ी के संस लेंगे सब आर्टिफिशियल प्रोड्यूस होते हैं इंफ्रारेड आर्टिफिशियल प्रोड्यूस होती है आपके टीवी रिमोट में आपके एक रिमोट में गाड़ी की सेंट्रल लॉकिंग चोर अलार्म जो होता है वो सब इंफ्रारेड है जो लिफ्ट पर आप पर अटका देते हो लिफ्ट बैंड नहीं होती उसके बाद वो इंफ्रारेड सेंसर है इस वजह से बैंड नहीं होती माइक्रोवेव ओवन होता है खाना गम करता है माइक्रोवेव के अंदर आपको पता है तो माइक्रोवेव जो है वो वो भी क्या है और रेडियो वेव्स आप फोन उसे करते हो आप टीवी उसे करते हो आप रेडियो चलते हो आप वाईफाई चलते हो आप ब्लूटूथ चलते हो वो सब कम करता है लेकिन एक बात है हमारी आंखें हैं ना सिर्फ इसी रेंज को देख पाती है जैसे याद है नाइंथ क्लास के अंदर कोई सुन पाते थे उससे बियोंड नहीं सुन पाते थे ना ऐसे ही लाइट के साथ भी है लाइट भी ना इन रंगो के अलावा है इससे बायड जितने भी स्पेक्ट्रम है उसको हम लोग देख नहीं पाते ये सर इनविजिबल है यह सर हमारी आंखों को क्या है इनविजिबल है ठीक है ना ये सब हमारी आंखें नहीं देख पाती तो हमारी आंखें कहां से कहां तक देख लेती है हमारी आंखें देख पाती है बेटा 490 से लेकर के देखो यहां लिखा हुआ है 400 डिनॉमिनेटर से लेकर के और 700 नैनोमीटर तक यानी रेड की वेवलेंथ 700 ऑरेंज येलो ग्रीन ब्लू इंडिगो वायलेट की क्या 400 तो 400 नैनोमीटर से लेकर के हम देख पाते हैं ठीक है ना 401 नैनो मी का मतलब होता है 10 की पावर माइंस 9 मी ठीक है ना तो आप समझ जो 400 से 100 मी के बीच की जो यह रेंज है ना सिर्फ यही अपने को दिखाई पड़ती है इससे बॉन्ड अपने को दिखाई नहीं पड़ता ठीक है ना तो आप यह सोचोगे सर इसको व्हाइट लाइट क्यों कहे जा रहे हो बार-बार क्योंकि बेटा न्यूटन ने एक्सपेरिमेंट किया इन साथ रंगो को मिलाया एक डिस्क पर रखा और डिस्क को घुमाई तो डिस्क की जब घूमी ना तो व्हाइट कलर दिखने लगा इससे पता ही चला है की भाई जहां से भी ये रंग सारे ए रहे हैं ना वो व्हाइट सोर्स होगा जरूर है ना वो जरूर क्या कर रहा है व्हाइट लाइट फेक रहा है जैसे आपके कमरे में एक सीएफएल बल्ब लगा हुआ आपके कमरे में एक एलईडी बल्ब लगा होगा क्या वो व्हाइट लाइट फेक रहा है की नहीं फेक रहा ट्यूब लाइट लगी है ना घर के अंदर कमरे के अंदर क्या वो व्हाइट लाइट फटती है क्या हां बिल्कुल फेंकती है तो सारे रंग दिखने लगता हैं ना जैसी फैक्ट ये सारे रंग दिखते हैं बोतल नीली दिखती है जूता पीला दिखता है जुराब लाल दिखती है जो भी है घर में पड़ा हुआ आसपास वो अपने अपने रंगो को दिखाने लगती है रंग उसके अपने नहीं होते रंग तो लाइट से आते हैं ये मैं आपको पहले भी समझा चुका हूं रंग उसके अपने नहीं होते रंग तो कहां से आते हैं लाइट से आते हैं तो लाइट के पास ही सारे रंग है लाइट ही सोर्स है सारे रंगो का तो जो व्हाइट लाइट है ना है वह अल में इन सब रंगो का मिक्सर है ठीक से लाइट आई है ना तो वो व्हाइट कलर की होती है धूप धूप तो पीली अच्छी है हमने सन तो हमको पीला दिखाई देता है बेटा हम उसको एटमॉस्फेयर के थ्रू देखते हैं इसलिए स्कैटरिंग होती है जी वजह से हमको पीला दिखाई देता है नहीं तो हमको पीला ना दिखता अगर एटमॉस्फेयर नहीं होता ना मां लो एटमॉस्फेयर ही नहीं है वायुमंडल ही नहीं है हमारे ऊपर हमारे ऊपर वायुमंडल ही नहीं है सीधा स्पेस देख सकते हैं डायरेक्ट हमको स्पेस दिखाई देता है अगर तो आपको सन का कलर व्हाइट दिखेगा जो उसका ओरिजिनल कलर है सूरज का ओरिजिनल कलर लाल नहीं है सूरज कोई आज का गोला नहीं है वहां पर कोई आज नहीं लगी हुई वहां पर कोई कंबशन रिएक्शन नहीं चल रहा इस बात को समझ जाना वहां कोई कंबशन रिएक्शन ले आउट नहीं कर रहा वहां पर न्यूक्लियर रिएक्शन चल रहा है दो हाइड्रोजन के न्यूक्लियस फ्यूज हो रहे हैं और हीलियम का बड़ा न्यूक्लियस बना रहे हैं इसमें जो एनर्जी निकाल रही है ना वो लाइट के फॉर्म में ए रही है और हिट के फॉर्म में भी ए रही है समझे तो जी तरीके से एक बल्ब आपके कमरे में जो लगाया ट्यूबलाइट आपके कमरे में लगी है जो व्हाइट लाइट फेक रही है ना बिल्कुल सन भी यही कम कर रहा है ठीक है ना सन की एक्चुअल इमेज जो आप स्पेस से लोग वो व्हाइट आई है दिखा देता हूं दिखा देता हूं मैं यह एक्चुअल इमेज स्पेशल है वो तो सफेद है देख लो चंद की सात से दिखा रखा है सूरज ठीक है ना यहां देख लो किसी स्पेसशिप से दिखा रखा है यहां एक जो अपना रेस्टोरेंट जो सेल्फी ले रहा है सूरज के साथ है ना तो आपको क्या दिखे रहा है आपको व्हाइट कलर दिखे रहा है जैसे बाकी सितारे दिखते हैं सन क्या सितारा नहीं है क्या सन क्या स्टार नहीं है क्या तो वो व्हाइट लाइट नहीं फेंकेगा जैसे बाकी के सारे सर व्हाइट है सन भी व्हाइट है ठीक है व्हाइट लाइट और जब ये व्हाइट लाइट ए करके गिरती है प्रिज्म पर तो सबकी अलग-अलग वेवलेंथ होने के चलते हैं ना 400 साढे 400 500 साढे 500 600 साढे 600 700 ये सबकी अलग-अलग अवेलेबल था ना सब अपने अपने एंगल पर क्या करती है डेविड हो जाति है सबका अपना अपना दाल होता है क्योंकि सबका वेवलेंथ अलग-अलग होता है ठीक है तो ये कहानी थी डिस्पर्शन के पीछे चलिए नेक्स्ट हम लोग चलते हैं और बात करते हैं जो सीक्वेंस होती है इन कलर की उनको विबग्योर कहते हैं और जो यह बैंड होता है साथ रंगो का उसे स्पेक्ट्रम कहते हैं विजिबल स्पेक्ट्रम इसका पूरा लिखा हुआ है ना आप देख सकते हो साइड में सुंदर सुंदर ड्राइंग कर राखी है ठीक है एक छोटा सा टॉपिक आता है रिकांबिनेशन फटाफट से समझ लेते हैं इसको आपने एक प्रिज्म पर व्हाइट लाइट का मतलब साथ रंग आपको पता है सबसे ऊपर जो रंग मिलेगा वो लाल होगा और सबसे नीचे जो रंग मिलेगा वो वो वॉलेट होगा अब ये वाला टोल बाहर निकलेगा रेड भी और बाहर निकलेगा फिर क्या करता है बताएं और वापस से कंबाइन होके वापस से कंबाइन होके ये व्हाइट ही निकलेंगे ये सफेद ही निकलेंगे और सफेद निकाल करके कहां जाएंगे स्क्रीन पर ठीक है मैंने बीच के रंग नहीं दिखाएं हैं क्योंकि सारे रंग दिखता तो और खराब बंता पहले इतना खराब बना डायग्राम और खराब बंता ठीक है ना तो आप दो-दो कोनी वाले रंग दिखाओ बस कम चल जाएगा ठीक है ऊपर रेट दिखाना नीचे वाला दिखाना क्योंकि वॉलेट ज्यादा डेबिट होता है रेड कम डेबिट होता है उससे उल्टा जो लगेगा व्हाइट लाइट वापस से बन जाएगी ठीक है जी तो दिस इसे रिकांबिनेशन ऑफ डिस्पर्ड लाइट ठीक है ओके नेक्स्ट हम लोग चलते हैं बात करते हैं रेनबो की देखो रेनबो या इंद्रधनुष कब बंता है बारिश आई हुई हनी चाहिए अभी बारिश आई हुई हनी चाहिए यानी बारिश अभी खत्म हुई हनी चाहिए और साथ में सनलाइट भी हनी चाहिए ठीक है ना दोनों चीज अगर होगी तो कम बन जाएगा लेकिन और सुनो अभी इसमें भी एक पेज है जो बंदे है ना पानी की वो इतनी बड़ी भी नहीं हनी चाहिए की ग्रेविटी लगे और नीचे गिर जाए वो हवा में लटका हुई बंदे हनी चाहिए सस्पेंडेड और सस्पेंडेड वाटर ड्रॉपलेट इन और सस्पेंडेड का मतलब होता है लटका हुई और में पानी की बंदे लटका हुई हनी चाहिए उन पर अगर सनलाइट गिरती है जो की व्हाइट लाइट है ये साथ रंगो में बैठ जाएगी है ना साथ रंगो में क्या होगी बाढ़ जाएगी सबसे ऊपर लाल मिलेगा और सबसे नीचे मिलेगा वायलेट सबसे नीचे मिलेगा वैलिड ठीक है ना तो सबसे पहले फिनोमेना जो यहां पर होता है ना नंबर वन नंबर वन फिनोमेना जो होता है आईटी इस कॉल्ड डिस्पर्शन साथ रंगो में बांटना ये सबसे पहले होता है नंबर दो नंबर दो होता है इस तरफ नंबर दो में सुनो क्या होता है नंबर दो मैं ये होता है की भाई यहां से ना ऐसा नहीं है की कुछ कलर बाहर नहीं निकलता बाहर भी आता है वायलेट का भी ऐसा ही है कुछ कलर यहां से बाहर भी आता है लेकिन लेकिन जी तरीके से किसी भी सरफेस पर ऐसा भी होता है की रिफ्लेक्शन और रिफ्लेक्शन दोनों हो रही है जैसे आपने मां लो अपना मुंह फेस पानी के परत में देखा या केन में देखा या तालाब में देखा तो आपको आपका फेस भी दिखता है है ना और नीचे वाली मछली भी दिखती है ऐसा होता की नहीं होता आपको हमारा फेस आपको अपना फेस भी दिखता है यानी रिफ्लेक्शन भी दिखती है और आर पर भी दिखता है रेफरेक्शन भी दिखती है तो यहां पर भी ऐसा ही होता है लाइट आर पर भी जाति है ऐसा नहीं है की लाइट यहां से निकाल के पर नहीं जाएगी लेकिन कुछ पार्ट उसे लाइट का वापस घूमेगी भी रिफ्लेक्टर भी होगा ठीक है ना ऐसी रेड के साथ भी होगा रेड की भी कुछ लाइट क्या करेगी रिफ्लेक्टर भी होगी और यहां से निकाल के फिर ये बाहर आएगी है ना यहां से निकाल के बाहर आएगी और फिर कोई ऑब्जर्वर यहां खड़ा होगा है ना जिसके सर के पीछे सन होना चाहिए ये ध्यान रखना सन की तरफ नहीं क्योंकि आप सोचोगे सर यहां से बाहर आई है अगर तो यहां पर भी आंख लगा के कोई देखेगा तो उसको रेन को यहां भी दिखाना चाहिए फिर तो है ना यहां भी रेनबो बन्ना चाहिए यहां भी रेनबो बन्ना चाहिए तो ऐसा होता है इधर भी रेनबो उधर भी रेनबो नहीं होता है ऐसा नहीं होता है ऐसा क्यों नहीं होता क्यों नहीं होता जो यहां पे खड़ा ऑब्जर्वर है ना उसे सूरज ही इतना तेज दिखे रहा होगा की उसको रेनबो नहीं दिखेगा इसलिए हमेशा सूरज से अपोजिट साइड पर ही रेनबो दिखता है यानी आप यहां खड़े रहोगे कुछ नहीं दिखेगा अब यहां के देखोगे तो ये वाली लाइट जो आपके आंख में गिरेगी ना ये बनाएगी इंद्रधनुष ठीक है ना ये वाली लाइट क्या बनाएगी इधर दोनों ऊपर रेड दिखेगा नीचे वाले दिखेगा सारे रंग इसके बीच में देखेंगे आपको ठीक है जी ध्यान रखना की हमेशा हेड से पीछे यहां सुन होना चाहिए भास ऐसे लाइट निकाल के आएगी बूंद पे गिरेगी टकरा करके वापस आंख में गिरेगी सामने रेनबो दिखाई देता है ये होता है ठीक है तो देख लो भाई वाटर ड्रॉपलेट्स एक्ट लाइक स्मॉल प्रिज्म वाटर जो है वो छोटे-छोटे प्रिज्म जैसा एक्ट करते हैं वो रिफ्रैक्ट होते हैं और डायपर्स होते हैं नंबर वन यही है ना नंबर वन यही है नंबर तू ये जो था इसे बोलते हैं बेटा इंटरनल रिफ्लेक्शन यहां जो होती है ना नंबर तू पर इसे इसे बोलते हैं इंटरनल रिफ्लेक्शन टोटल इंटरनल रिफ्लेक्शन नहीं कहते इसको एनसीईआरटी में लिखा हुआ इंटरनल रिफ्लेक्ट देखो लिखा हुआ है इंसिडेंट सनलाइट दें रिफ्लेक्ट इंटरनल ये नंबर दो है ठीक है ना रिफ्लेक्टर होती है कैसे इंटरनली अंदर ही घूम जाति है लाइट टकराई और अंदर ही घूम गई इसे बोलते हैं इंटरनल रिफ्लेक्शन और फिर नंबर तीन इसमें सिर्फ सिंपल रेफरेक्शन होती है सिंपल रेफरेक्शन होती है ना देखो रिफ्रैक्ट आईटी अगेन ये नंबर तीन है मिनट कॉम आउट ऑफ डी रेंट ड्रॉप तो रेन ड्रॉप से बाहर ए जाएगी बस इन बटन का आपने ध्यान रखना है सबसे पहले गिरी साथ रंगो में बांट गई फिर वापस ए गई इंटरनल रिफ्लेक्शन से और फिर निकाल के बाहर आई रेफरेक्शन से एनसीईआरटी का फॉलो करना है इधर-उधर की बटन को फॉलो नहीं करना ठीक है तो देखो सबसे पहले डिस्पर्शन हुआ फिर इंटरनल रिफ्लेक्शन हुई और फिर ये सब रंग कहां पहुंच गए ऑब्जर्वर की आज तक पहुंच गए ठीक है ना रेड कलर यहां दिखेगा की कोई जरूरी नहीं होता की रेड कलर हमेशा ऊपर दिखाइए नीचे देखिए ऐसा कुछ नहीं है ठीक है ना डिपेंड करता है किस तरफ से एंगल से लाइट ए रही है ठीक है और ये ध्यान रखना की भाई रेनबो जो बनेगा वो हमेशा ऑलवेज फॉर्म्ड इन डायरेक्शन अपोजिट तू डेट ऑफ डी सन से हमेशा उल्टी दिशा में ही रेनबो दिखाई देगा ठीक जी आगे चलते हैं हम लोग भाई और नेक्स्ट टॉपिक है अपना प्यार एटमॉस्फेरिक रेफरेक्शन ठीक है देखो एटमॉस्फेरिक रेफरेक्शन का मतलब होता है रेफरेक्शन का मतलब होता है बेंडिंग होना लेकिन किसकी वजह से एंडिंग हो रही है एटमॉस्फेयर की वजह से पेंडिंग हो रही है अब आप सोचोगे एटमॉस्फेयर कैसे पेंडिंग की हो रही है मैं समझता हूं देखो लाइट वेक्यूम में जब होती है ना तो वेक्यूम में बिल्कुल सीधी चलती है क्यों क्योंकि उसका रिफ्रैक्टिव इंडेक्स है वन बहुत ही रडर है सबसे एरर मीडियम कौन है वेक्यूम ही है लेकिन बेटा जैसे ही वो जैसे ही वो एटमॉस्फेयर की लेयर्स में घुसती है ना तो वहां पर और है और और कर इफेक्टिव इंडेक्स होता है 1.0 03 जो की डांसर हुआ तो लाइट कहां से कहां घुस रही है रेयर से डांसर घुस रही है तो बेड नहीं हनी चाहिए क्या हनी चाहिए तो बैंड होगी बैंड होगी कोई भी रॉक सकता लाइट बैंड होगी तो होता क्या की मां लो कोई दूर का स्टार है कोई स्टार है वहां से लाइट ए रही है एक सिंगल र ए रही है है ना और वो पहले यहां बैंड हुई फिर यहां बैंड हुई फिर यहां बैंड हुई ऐसे है ना ऐसे ऐसे बैंड होती हुई किसी ऑब्जर्वर की आंख में गई है किसी ऑब्जर्वर की आंख में घुसी है ठीक है तो उसको उसको जो स्टार दिखाई देगा वह तो यहां दिखाई देगा सामने दिखेगा है ना क्योंकि लाइट ऐसे आई है ऐसे आई है ऐसे चली जाति है अगर यहां पर कोई होता मां लो है ना अगर कोई एटमॉस्फेयर ना होता तो ऐसे ए जाति सीधी लाइट लेकिन ऐसा नहीं आई ऐसे नहीं आई ये कैसे आई ये मड के आई मड के आई तो फिर क्या होगा स्टार कहानी और बनेगा इसे कहते हैं एक्चुअल स्टार और इसे कहते हैं जहां से लाइट एक्चुअली में ए रही थी जो मड के आई है ठीक है ना उसके कॉरस्पॉडिंग जो इमेज बनेगी ना ये सिर्फ इमेज है बेटा ये असली का तारा थोड़ी ना ये तो सिर्फ इमेज है असली के तराना नहीं है यसली का तारा ये रियल है यह रियल है ये तो इमेज है ठीक है ना तो इमेज बंटी है सामने ठीक है इमेज बंटी है सामने अब बात ये आई है की भाई ठीक है एक तो एक तो स्टार की जो इमेज है एक तो स्टार की जो इमेज है वो असली नहीं है मतलब जो सितारा है वो अपनी पोजीशन पर है ही नहीं वो तो कहानी और है ना लेकिन टिमटिम क्यों रहा है टिंवकलिंग क्यों कर रहा है इसके पीछे रीजन क्या है तो ट्विंकल है ना और डिफरेंट डिफरेंट स्पीड से घूम रही है तो अब क्या होगा अब ये होगा की भाई पहले लाइट अगर ऐसे मड के आई थी तो यहां पर सितारा बना था अगली बार किसी और एंगल पे मड के आएगी तो कहानी और सितारा बनेगा अगली बार किसी मोड के आएगी तो कहानी और सर बनेगा अगली बार किसी के बड़े में क्या आएगी तो कहानी और शर्म तो होता क्या है की स्टार की ना जो अपरांत इमेज है ना उसकी पोजीशन चेंज होती है कभी यहां कभी यहां कभी यहां कभी यहां कभी यहां कभी यहां कभी यहां कभी यहां तो ऐसा लगता है की टीम टीम ए रहा है क्योंकि एटमॉस्फेरिक कंडीशंस लगातार चेंज हो रही है ठीक है ना जो 12:00 बाज कर 10 मिनट 1 सेकंड पर एटमॉस्फेयर होगा वो 12:10 पर नहीं होगा वो 12:10 3 सेकंड पर नहीं होगा यानी हर सेकंड ही क्या हो रही होगी एटमॉस्फेरिक कंडीशंस बादल रही होगी और एटमॉस्फेरिक कंडीशन अगर बादल रही है तो फिर एप्लान स्टार की जो इमेज है वो भी क्या होती रहेगी बार-बार अपनी पोजीशन को चेंज करती रहेगी और पोजीशन अगर चेंज हो रही है तो पोजीशन अगर चेंज हो रही है तो आपको ऐसा लगेगा तारा क्या कर रहा है क्योंकि तारा कभी यहां बनेगा फिर है जाएगा फिर यहां बनेगा है जाएगा प्रिया बनेगा है जाएगा क्रिया बनेगा है जाएगा फिर इधर बनेगा है जाएगा फिर इधर बनेगा है जाएगा बनेगा ही चला रहेगा आओ पढ़ लेते हैं स्टार ट्विंकल क्यों करता है करता है एटमॉस्फेरिक रेफरेक्शन की वजह से डिस्टेंट स्टार एक्ट लाइक एन पॉइंट सोर्स ऑफ लाइट बोल रहा है की जो दूर का तारा है ना वो पॉइंट सोर्स की तरह कम करता है ऐसा बम ऑफ स्टार लाइट कप्स ऑन डिबेटिंग फ्रॉम इट्स पाठ अपेरेंट पोजीशन ऑफ डी स्टार कप्स ऑन चेंजिंग देख लो देख लो क्या लिखा हुआ है जो मैंने बोला एग्जैक्ट वही लिखा हुआ है ना ये लाइन पढ़ लो जो मैंने डब्बे बैंड कारी है अपेरेंट पोजीशन ऑफ स्टार कप्स ऑन चेंजिंग मतलब जो अपहरण पोजीशन स्टार की है वो लगातार क्या कर रही है बादल रही है क्यों बादल रही है क्योंकि फिजिकल कंडीशन जो है अर्थ के एटमॉस्फेयर की वो भी स्टेशन ही नहीं है यानी वो भी से नहीं है वो भी चेंज हो रही है हां की ना वो भी चेंज हो रही है इसलिए जो अमाउंट इंटर कर रही है लाइट की हमारी आंख में वो फ्लकचुएट करती है कभी ब्राइट हो जाति है कभी डेम हो जाति है है ना जो लाइट ए रही है कभी ज्यादा ही कभी कमाई कभी बीच में कोई पार्टी का ए गया कभी धूल का पार्टिकल ए गया कभी धुएं का पार्टी कल ए गया कभी वाटर पेपर ए गया तो कभी ज्यादा लाइट आई कभी कम कभी ज्यादा कभी कम कभी ज्यादा कभी कम तो इसलिए क्या लगेगा आपको की टीम टीम ए रहा है लेकिन वो टिमटिम नहीं रहा होता वो अपनी अपेरेंट पोजीशंस को क्या कर रहा होता है चेंज कर रहा होता है ठीक है जी तो इससे टिंवकलिंग इफेक्ट का जन्म होता है लेकिन यहां पर एक सवाल और उठाता है की सर तारा तो टीम टीम ए रहा है है ना लेकिन प्लेनेट क्यों नहीं ट्विंकल करते हैं एक्सप्लेन वही डी प्लैनेट्स डू नोट ट्विंकल प्लेनेट क्यों नहीं ट्विंकल करते तो वो भी सुन लो भाई प्लेनेट ट्विंकल इसने नहीं करते बेटा क्योंकि बात को समझो आप धरती पर हो आप अर्थ पर हो ठीक है ना स्टार बहुत दूर होते हैं स्टार बहुत दूर होते है ये स्टार है और ये बड़ा फर्क है लेकिन प्लेनेट होता है पास प्लेनेट निकाल के आई होगी है ना एक सिंगल लाइट निकाल के आएगी जो एटमॉस्फेयर में घुस जाएगी सिंगल रे सिंगल रे निकाल के आएगी जो एटमॉस्फेयर में घुसेगी लेकिन पेंट के कैसे में ऐसा नहीं होता प्लेनेट के कैसे में ऐसा नहीं होता प्लेनेट में मल्टीपल पॉइंट सोर्सेस होते हैं भाई क्योंकि वो पास में है ना तो उसमें क्या है मल्टीपल सोर्सेस हैं जहां से लाइट की रे निकाल के आएगी इससे भी आएगी निकाल के इससे भी आएगी निकाल के इससे भी आएगी निकाल के इससे भी आएगी इससे भी आएगी इससे भी आएगी इससे भी आएगी इससे भी इससे भी इससे भी इससे भी ये भी ये भी ये सब भी निकाल निकाल कर के आएगी ठीक है ना तो यहां पर सिंगल रे नहीं ए रही यहां पर बी मेरी है यहां पर बीमा फ्लाइट है यहां पर बच ऑफ लाइट रेस है तो आप खुद बताओ आप खुद सोचो इस बात को की जो एटमॉस्फेयर धरती के ऊपर है उसके लिए एक सिंगल रे को तो मोड़ना बार-बार उसकी कहीं-कहीं जगह पर इमेज बनाना ये तो पॉसिबल है लेकिन इतनी साड़ी बीमा फ्लाइट जो पास से ए रही है उसको क्या मोड पन पॉसिबल होगा नहीं होगा तब भी 80% लाइट उतनी ही आई रहेगी और कभी मां लो 20% यहां वाली को मोड देती हो तो 80% ये वाली आई रहेगी कभी 20% वाली बीच वाली को मोड देती हो तो यहां और यहां मिला करके 80% वाले तब भी आई रहेगी यानी कुछ पर्टिकुलर लाइट जो है ना वो कांस्टेंटली आई रहती है प्लेनेट से मून से सन से इसलिए मून सन प्लेनेट ये ट्विंकल इफेक्ट नहीं दिखाई क्या लिख देता हूं साइड में समझ गए ना बात को भाई साड़ी की साड़ी बम को मोड़ना आसन बात थोड़ी ना है एक सिंगल रेखा तो मोड दूंगी एटमॉस्फेयर कहती है सिंगल रे का तो मोड दूंगी लेकिन पुरी भीम को कैसे मोड पाऊंगी भाई तो कुछ कुछ लाइट को कभी मोड दिया कभी किसी को मोड दे कभी किसी को मोड दिया लेकिन ओवरऑल लाइट उतनी ही आई रहती है ठीक है ना एवरेज लाइट उतनी ही चली आई है प्लेनेट से धरती पर तो यहां लिख देता हूं प्लैनेट्स आर कलेक्शन ऑफ पॉइंट सोर्सेस ठीक है ना आउट ऑफ विच मल्टीपल रेज आर इनकमिंग ठीक है ना मल्टीपल रेज ए रही है मल्टीपल रेज ए रही है तो क्या होगा डी एवरेज लाइट डी एवरेज अमाउंट ऑफ लाइट इस कांस्टेंट सो ट्विंकल इफेक्ट इस नल्लीफाइड ठीक है एडवांस सनराइज डिलेड सनसेट के बड़े में ठीक है देखो सनराइज से पहले ही सनराइज हो जाना एक्चुअल सनराइज से पहले ही सन दिखने लगे जाना और सन सेट में डिले हो जाना यानी सन सेट एक्चुअली में हो चुका है लेकिन तब भी सन दिखे जा रहा है उसे बोलते हैं डेलेड सनसेट ठीक है ना एडवांस सनराइज का मतलब सनराइज से पहले ही सनराइज हो गया और सन सेट में डिले हो गया यानी सन सेट होने के बावजूद भी सन दिखे जा रहा है ये कैसे होता है आओ समझो देखो लाइन होती है जी लाइन को हम लोग कहते हैं होराइजन की हिंदी होती है क्या मतलब होता है क्षितिज का क्षितिज का मतलब होता है वो लाइन जहां पर आपको आसमान और जमीन मिलते हुए दिखते हैं अपनी छठ पर चढ़ जो आपको सामने घड़ी घर दिखेंगे ना ऊपर से ऐसे आकाश आता हुआ दिखेगा एक एक लाइन दिखेगी ऐसे होरिजेंटल है ना उसे क्या बोलोगे आप होराइजन बोलो जी कोई मैदान में खड़ा है मां लो तो मैदान नीचे से और ऊपर से ऐसा लगता है कंबल ओड रखा है स्काई रूपी कंबल ऊपर से उड़ रखा है तो जो बीच में वो लाइन दिखेगी उसे क्या बोलेंगे हो होराइजन बोलेंगे खेत तो मैं खड़े हो तो फसल खड़ी है आपकी खेत में ऊपर से मां लो स्काई ए गया उड़ता हुआ तो सामने बिल्कुल एकदम कोनी पर जाकर के देखोगे तो एक लाइन दिखेगी आपको उसे हम बोलते हैं होराइजन ठीक है ना जो चीज होराइजन से नीचे है वो डूबी हुई है और जो चीज होराइजन के ऊपर ए गई वो उगी हुई होगी समझ गए ना तो मां लेते हैं अभी के सूरज एक्चुअली में डूबा हुआ है ये डूबा हुआ है लेकिन होगा पता है क्या होगा ये की ये अपनी रोशनी को फेक रहा होगा लगातार है ठीक है ना ये लगातार क्या कर रहा होगा अपनी लाइट को फेक रहा होगा और ये जाएगी कहां ये जाएगी एटमॉस्फेयर में और एटमॉस्फेयर में जाके क्या हो जाएगी बेटा बैंड हो जाएगी होगी की नहीं होगी बिल्कुल होगी जब ये होगी तो मां लो कोई ऑब्जर्वर खड़ा है आंख लगा के कोई ऑब्जर्वर खड़ा क्या आंख लगा के अपनी और देख रहा है रेल तो लाइट सामने से ए रही है सामने से लाइट ए रही है तो भाई क्या दिखेगा उसको दिखेगा की भाई ये जो लाइट आई ये जो लाइट आई ये बैंड हो के जो आंख में गई है भाई सूरज तो सामने सूरज तो कहां दिखेगा सुरेश दिखेगा सामने है अब क्या ये असली का सूरज है क्या ये उसकी सिर्फ इमेज है ये उसकी सिर्फ क्या है इमेज है दिस इस अपेरेंट सन दिस इसे अपेरेंट सन दोनों के बीच में जो गैप होता है 2 मिनट का होता है 2 मिनट का गैप्स हुआ के टाइम और से तू से जब ये ऐसे आएगा और एक्चुअली में डब चुका होगा भाई असलियत में डब चुका होगा है ना एक्चुअल सेंसर हो चुका है उसके बावजूद भी रे जो होगी ना वो मड करके आंख में जाएगी और सामने दिखेगा क्या सामने दिखेगा अपेरेंट सन अप्रेंटिस है तो इस एटमॉस्फेयर के बेंडिंग होने की वजह से एटमॉस्फेरिक रेफरेक्शन नहीं हो रहा है यहां पर भी यह बेंडिंग होने की वजह से 2 मिनट सुबह और 2 मिनट शाम यानी 4 मिनट टोटल दिन जो है ना वो बड़ा होता है क्योंकि सूरज डब चुका है लेकिन तब भी दिखे जा रहा है और युगा ही नहीं है पहले से देखना चालू हो गया है तो सर एक बात बताओ क्या पूरा दिन ये हमको सनकी इमेज दिखती रहती है क्या एक्चुअल कभी नहीं दिखता दिखता है सिर्फ 12:00 बजे सिर्फ 12:00 बजे जब सन एकदम सर के ऊपर होता है ना तो वो ऐसी लाइट फेंकता है जो की बिल्कुल नॉर्मल पे आगे गिरेगी और तब जब 12:00 बजे आप सेशन को देखोगे इमेज भी वही है और रियल सुन भी वही है लेकिन इसके अलावा डब चुका है या फिर वो उगाई नहीं है तो युगा हुआ पहले से दिखाना चालू हो गया और ऐसे यहां पर डब तो चुका है लेकिन पहले से देखना चालू हो गया ठीक है ना हम लोग चलते हैं अपना लास्ट टॉपिक की तरफ ठीक है जी लास्ट टॉपिक है हमारा स्कैटरिंग ऑफ लाइट ठीक है लास्ट टॉपिक हमारा स्कैटरिंग ऑफ लाइट स्कैटरिंग भी समझ लो क्या होता है देखो भैया मां लो की भाई सन से व्हाइट लाइट ए रही है जिसके पास मल्टीपल वेवलेंथ होती है बहुत साड़ी वेवलेंथ होती है उसके पास है ना तो उसमें से उसमें से जो एटमॉस्फेयर के पार्टिकल होते हैं ना है वह अपनी इच्छा अनुसार अपने डायमीटर के हिसाब से वेवलेंथ पकड़ लेते हैं और उसे वेवलेंथ को क्या करते हैं फैला देते हैं बस इसी को कहते हैं ध्यान से सुना स्कैटरिंग ऑन लाइट्स की होती है जिनकी वेवलेंथ कम होती है जो पेन मैंने उसे कर रखा है कौन सा वायलेट इंडिगो ब्लू तो वायलेट इंडिगो ब्लू ये जो रंग होते हैं ना विबग्योर में से इनकी विभिन्न आपको पता कम होती है ये भाई साहब ज्यादा स्टेटर करते हैं ठीक है ना जो पार्टिकल होते है ना एटमॉस्फेयर के ये जो पार्टिकल है किसका ये एटमॉस्फेरिक पार्टिकल है ना ये एटमॉस्फेयर का पार्टिकल है ठीक है ना ये एटमॉस्फेयर का पार्टिकल है इस पर जब लाइट पड़ेगी तो ये क्या कर देगा स्टर कर देगा ब्लू कलर को ब्लू कलर क्या हो जाएगा स्टर हो जाएगा और इसी वजह से स्काई का कलर भी ब्लू दिखाई देता है ये देखो वही दस डी स्काई अपर ब्लू लाइट देखो सन से व्हाइट लाइट आई एटमॉस्फेयर में पार्टिकल्स है पार्टिकल होने क्या किया अपनी पसंदीदा लाइट को पकड़ लिया कौन सी वॉलेट इंडिगो ब्लू क्योंकि उनकी वेवलेंथ क्या है उनको पड़ा अब्जॉर्ब किया और रेमिट कर दे देखो ये फैला रहे हैं ब्लू कलर इस स्कैटर्ड आवे फैला दिया और भाई ब्लू कलर हमारी आंख में जाता है इसलिए हमको नीला दिखाई देता है पढ़ लेते हैं पीछे का लिखा हुआ है बिकॉज़ ऑफ डी फिनोफेना कैटरिंग सनलाइट गेट स्कैटर्ड बाय स्मॉल और मॉलेक्युलिस देखो और फाइन पार्टिकल्स किसमे एटमॉस्फेयर में जो बैठे हैं ठीक है ना उनके साथ दोस्ती हो जाति है उसको अब्जॉर्ब करके रिमित कर देते हैं इसी को कहते हैं स्कैटरिंग ठीक है ना स्कैटरिंग इसे देखो क्या लिखा हुआ है इन्वर्सली प्रमोशन तू वेवलेंथ यही बताया था मैंने आपको अभी स्कैटरिंग ज्यादा वेवलेंथ कम जिनकी बेलन कम है स्कैटरिंग ज्यादा होगी तो ब्लू ब्लू विद डी शॉर्टेस्ट वेवलेंथ स्टर मोर लेकिन आप बोलोगे सर वायलेट सबसे ज्यादा स्टेटर होना चाहिए वो क्यों नहीं दिखता नीला ही क्यों दिखता है तो मैं इसका भी जवाब देता हूं आपको देखो वायलेट कलर जो है ना या इंडिगो कलर जो है ना उसके लिए हमारी इंसान की आंखें सेंसेटिव नहीं है हमारी आंखें ज्यादा प्यार करते हैं नील रंग से इसलिए हमको स्काई ब्लू दिखाई देता है ना की वायलेट या इंडिगो ठीक है ब्लू दिखाई देता है ना की वायलेट या इंडिगो ब्लू लाइट बाय डी और मॉलेक्युलिस इन जो डायरेक्शन अपर ब्लू ठीक है ना पुरी अंग्रेजी वैसी है जैसे एनसीईआरटी के अंदर दी हुई है डायग्राम ऐसे जिसके अंदर कोई भी नहीं है ठीक है ना एक क्वेश्चन पी बाय के का बड़ा मशहूर क्वेश्चन है और एनसीईआरटी का भी है बार-बार आता है वो कहता है की स्काई जो है वो डार्क क्यों दिखता है एक एस्ट्रोनॉट को जो एस्ट्रोनॉट स्पेस में जा रहा है देखो भाई एक बात को समझना अगर अस्त्रों रॉकेट में बैठा है अपनी खिड़की से बाहर देख रहा है ना और वो स्पेस में जा रहा है तो ऊपर दिखेगा अगर अभी अगर रॉकेट एटमॉस्फेयर के अंदर है तो ऊपर उसको स्काई ब्लू दिखाई देगा है ना लेकिन जैसे वो स्काई को क्या ना चालू कर देगा यहां से मां लो वो स्काई को देखेगा तो उसको क्या दिखेगा ब्लैक दिखेगा ऐसा क्यों दांत क्यों दिखे रहा है बेटा इसलिए दिखे रहा है क्योंकि ब्लू सोचो क्यों दिखे रहा था ब्लू दिखे रहा था क्योंकि एटमॉस्फेयर के पार्टिकल्स थे जो लाइट को क्या कर रहे थे स्टर कर रहे थे ब्लैक क्यों दिखे रहा है क्योंकि पार्टिकल ही नहीं है यही आंसर है इसका ठीक है ना आईटी अपीयर्स ब्लैक दिउ तू दिउ तू एटमॉस्फेरिक पार्टिकल्स हाथ नो स्कैटरिंग अकर्स तो कोई स्कैटरिंग नहीं होती नो स्कैटरिंग नो स्कैटरिंग कर्स जब स्कैटरिंग ही नहीं होगी तो डाक ही तो अप होगा है ना नो स्कैटरिंग अगर तो स्काई अपीयर्स डाक समझ में आया अपर लेयर्स के अंदर कम डेंसिटी एन पार्टिकल्स की पार्टिकल संख्या में कम है या पार्टिकल संख्या में नहीं ही है और ऊपर चले जाओगे तो फिर स्टर करेगा कौन जब स्टर करने को कोई नहीं है तो फिर दिखेगा क्या कोई कलर नहीं दिखेगा ठीक है जी तो इसी के साथ आपका सीबीएससी 2014 के सिलेबस के हिसाब से हम लोगों ने इस चैप्टर को पुरी तरीके से कंप्लीट कर लिया है ठीक है ना इतना ही पार्ट आपके सिलेबस के अंदर है ठीक है और हम लोग अब आपसे नेक्स्ट क्लास के अंदर मिलेंगे जहां पर हम लोग पढ़ रहे होंगे इलेक्ट्रिसिटी वाले चैप्टर को ठीक है ना आज के लिए केवल इतना ही मिलते हैं हम लोग नेक्स्ट टाइम तब तक के लिए टेक केयर टाटा बाय बाय