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स्टाफिंग की व्याख्या

Jun 6, 2024

स्टाफिंग (नियुक्ति) की व्याख्या

मुख्य बातें

  • प्रिंसिपल एसेट: ऑर्गेनाइजेशन का मुख्य एसेट उसके टैलेंटेड और हार्ड वर्किंग पीपल होते हैं।
  • मैनेजमेंट फंक्शंस: प्लानिंग और ऑर्गेनाइजिंग के बाद अगला फंक्शन स्टाफिंग है।
  • स्टाफिंग: विभिन्न पोस्ट्स को भरने की प्रक्रिया।
    • पीपल को हायर और प्लेस करना।
    • स्टाफिंग = ऑब्टेनिंग, यूटिलाइजिंग, मेंटेनिंग एंप्लॉईज़।

स्टाफिंग की परिभाषा

  • कुंज एंड रिज: डिफरेंट पोजीशंस को हायर और बनाए रखना।
  • सही व्यक्ति को सही जॉब, सही समय पर प्लेस करना।

स्टाफिंग का महत्व

  1. कंपटेंट पर्सनल की खोज: विभिन्न जॉब्स के लिए सही एंप्लॉईज़ को डिस्कवर और ऑब्टेन करना।
    • रिक्रूटमेंट में एडवर्टाइजमेंट, वेबसाइट्स, न्यूज़पेपर, फैक्ट्री नोटिस आदि शामिल।
  2. हायर परफॉर्मेंस: सही व्यक्ति को सही जॉब पर प्लेस करके परफॉर्मेंस बढ़ाना।
  3. कंटीन्यूअस ग्रोथ: एंटरप्राइज की सर्वाइवल और ग्रोथ सुनिश्चित करना।
    • बेस्ट एंप्लॉयज को प्रमोट करना
  4. ह्यूमन रिसोर्स का ऑप्टिमम यूटिलाइजेशन:
    • एंप्लॉई की कैपेबिलिटी का फुल यूटिलाइजेशन।
  5. वर्क डिसरप्शन की अवॉइडेंस:
    • एडवांस में शॉर्टेज ऑफ पर्सनल की पहचान।
    • सही समय पर रिटायरमेंट या इस्तीफे की स्थिति में नए एंप्लॉई को हायर करना।
  6. जॉब सेटिस्फैक्शन: सही जॉब पर प्लेस करने से जॉब सेटिस्फैक्शन और मोराल बढ़ता है।
    • परफॉर्मेंस अप्रेसल और रिवॉर्ड्स (मॉनेटरी/नॉन-मॉनेटरी)।

निष्कर्ष

  • स्टाफिंग ऑर्गेनाइजेशन की सफलता और ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण है।
  • सही एंप्लॉई की प्लेसमेंट और मेंटेनेंस से ऑप्टिमम यूटिलाइजेशन और कंटीन्यूअस ग्रोथ मिलती है।