एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कितने लोगों का एयरोस्पेस फेवरेट है भाई बहुत बढ़िया ब्रांच है समझो कैसे मैंने भी सोचा था की एक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की कंपनी खोल डन हम सोच हमारे पास तो 20 स्क्वायर फिट का जमीन भी नहीं है 20 एकड़ कहां से ले अरा स्पेस में क्या है जैसे नौकरियां कम है पहले बताया था नौकरी का कम है क्यों कम है क्योंकि कंपनियां कम है कंपनियां कम है जैसे मैंने भी सोचा था की एक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की कंपनी खोल डन हवाई जहाज बनाऊंगा तो मैं जब हवाई जहाज बनाने का सोचा तो पहले तो कागज वाला बना लिया बढ़िया बना फिर प्लास्टिक वाला बनाया वो भी बढ़िया बना फिर हम जब सोच लोहा वाला बनाएंगे तो लोहा का फैक्ट्री लगाने के लिए हमको जो हम पता किया तो सरकार बोला की आपको कम से कम 20 एकड़ का फैक्ट्री तो डालना होगा हम सोच हमारे पास तो 20 स्क्वायर फिट का जमीन भी नहीं है 20 एकड़ कहां से ले फिर हम चलो जमीन खरीद लेते हैं पता किया कैसे रुपए कर दे रहे हो जी तो जो किसान था वो बोला की हम अगर खेती वाला जमीन देंगे तो 20 लाख कर देंगे और अगर आप कमर्शियल जमीन लेते हैं कुछ कम करने के लिए तो वो एक करोड़ रुपए का एकड़ मिलेगा सामाजिक 4 करोड़ मिनिमम जमीन का और नहीं तो 20*20 करोड़ जमीन का इतना जमीन बाकी मशीनरी और कोई बात नहीं इट्स ओके हम नहीं खोलेंगे तो एक्चुअली में मुद्दा क्या है अरा स्पेस में किसी को भी घुसने में पैसा बहुत चाहिए और इसीलिए कोई घोड़ी नहीं पता है तो बड़ी बड़ी कंपनियां यहां सिर्फ डील करते हैं जैसे बोईंग तुम सब ने सुना होगा बोरिंग फिर और बस और बस फिर इसमें इसरो वगैरा जो कम करते हैं इसरो तो ऐसी बड़ी-बड़ी कंपनियां होती हैं जो एयरोस्पेस में कम करती या फिर या हो गया तो और इंडिया तो बनाता थोड़ी है बनाता तो बोईंग है एअरबस है लॉकहीड मार्टिन लौटते मार्टिन [संगीत] फिर अभी वो इंडिया में कोई एक फाइटर जेट खरीदा है दास साल्ट एयरवेज 10 अल्ट तो 10 साल्ट हो गया तो ये साड़ी बड़ी-बड़ी कंपनी है ठीक है मतलब सोचो कितना बढ़िया दुकानदारी है इनका एक आइटम बेचते हैं वो 250 करोड़ का सोचो यहां पर हम मतलब आम दुकानदार एक दिन में हजार हजार बीच लेट है तब उनको बेचारे पूरे जीवन में 250 करोड़ ना मिलते हैं यहां रिलायंस पता नहीं कितने सालों से कम कर रहा है तब उनके 1 साल का प्रॉफिट मुनाफा होता है 250 करोड़ रुपए ये दसोल्ट वाले एक प्लेन बेचते हैं तो 250 करोड़ का बेचते हैं वैसे ही बोरिंग एअरबस इनका एक-एक प्लेन 100-100 करोड़ डेड सो करोड़ का होता है तो समझ रहे हो इनका इनका मटेरियल इनका जो प्रोडक्ट बाईक रहा है वो कितना महंगा है तो ऐसा तो है नहीं की अगर 2500 करोड़ का प्लेन बीच रहे हैं तो जो प्लेन को बनाने वाला है उनको बोलेंगे भैया तुम ₹12000 पर मत ले लो और साथ में दोपहर को और रात का खाना फ्री रहना भी हम फ्री दे देंगे ऐसा तो नहीं करेंगे जाहिर सी बात है इस इंसान को जो यहां कम कर रहा है उसको भी पता है की बेटा बीच तो रहे हो 250 करोड़ का हमको कितना पैसा डॉग तो इनके जो एम्पलाइज होते हैं यहां पे यहां पे यहां पे कहानी पे भी वो एम्पलाइज अपने आप में करोड़ के पैकेज में होते हैं क्योंकि उनको पता है एक तो पढ़े लिखे हैं उनको पता है की उनका जो मलिक है ना वह 100-100 करोड़ 200 करोड़ ऐसे छाप रहा है उसे सस्ता में कम नहीं करेगा या कम करेगा तो गंदा कम करेगा समझ रहे हो तो अरा नोट अरा स्पेस इंजीनियरिंग एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बहुत ही ज्यादा स्कोप है ठीक है अब स्कोप है तो आप तुम समझ ही गए होंगे की भैया यहां पे आ मैकेनिकल इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स फिजिक्स राफ्टिंग मतलब सब कुछ का जो जरूर पद जाता है क्योंकि भैया आपको प्लेन उड़ना है तो आपको सब नॉलेज होना चाहिए तो कठिन होता है मतलब ये साड़ी चीज वो लोग पढ़ने हैं एयरोडायनेमिक्स एयरक्राफ्ट डिजाइन एयरोस्पेस प्रोपल्शन फ्लाइट मैकेनिक्स है उसपे स्ट्रक्चरल मैकेनिक्स मतलब एक-एक चीज प्लेन कैसे उड़ता है प्लेन में आज कैसे लगती है आज मतलब वो उसका प्रोपल्शन कैसा होता है उसमें मटेरियल कैसा डालना है सीट कैसे लगाने हैं हल्का होना चाहिए मजबूत होना चाहिए आज लगी आज नहीं लगा चाहिए आज ग जाए तो पिघलना नहीं चाहिए वगैरा वगैरा अब उनको ऐसा कम्युनिकेशन सिस्टम डिजाइन करना है विच इसे इनएविटेबल मतलब उसमें कोई फ्लोर नहीं हो सकता कोई मां लो कोई बैठ के ऐसे कंप्यूटर इंजीनियर बैठकर वह कर रहा है कोडिंग कर रहा है और उनका आ कम्युनिकेशन सिस्टम हैक कर लिया तो भाई अब फ्लाइट नहीं पढ़ लगी पुरी की पुरी 250 करोड़ नहीं पढ़ लगा तो हर एक चीज उनको जानना होता है कम्युनिकेशन सिस्टम मैकेनिकल सिस्टम प्रोपल्शन सिस्टम सब कुछ तो दिस इस व्हाट इस दिस एंटायर अरा स्पेस इंजीनियरिंग तो अरा स्पेस में अब रॉकेट साइंस में होता है इनका उसे स्पेस मे एयरक्राफ्ट में इसरो नासा जैसी जगह पे ये लोग जाते हैं तो बड़े-बड़े लोग होते हैं और काफी बड़े-बड़े पैसे कमाते हैं और मतलब अगेन बहुत सारे जब प्रोफाइल्स हैं जो इनमें रिक्रूटमेंट करती है तो भैया इन कंपनी में आप जरूर जा सकते हैं मजा आएगा आपको काफी कम करने में ठीक है मूविंग फॉरवर्ड एरर नॉटिकल तो एयरोनॉटिकल एयरोस्पेस मोटा-मोटी से है थोड़ा-बहुत डिफरेंस होता है तो आप दोनों में से जो उसमें अगर इंटरेस्ट है जाना है जाना है तो आप दोनों में से कहानी से ले सकते हो से चीज है ऑलमोस्ट पढ़ने रहती है मतलब परफॉर्मेंस स्ट्रक्चर प्रोफाइल से चीज है ऑलमोस्ट पानी होती है और जब का जो प्रोफाइल होता है वो भी मोटा-मोटी से होता है कंपनी में मोटा मोती से है बस ध्यान रखिएगा एक बात फिर से बता रहा हूं बेटा कंपनी बहुत कम है ऐसा नहीं इंडिया में पूरे वर्ल्ड में बहुत कम कंपनियां है तो इसीलिए इन करियर्स में जान के पहले सोच जरूर लीजिएगा बिकॉज़ नौकरियां बहुत कम है बहुत रेयर होता है की किसी बच्चे को अच्छी नौकरी लगे और अगर अच्छी नौकरी नहीं ग रही है तो बेकार नौकरी ग ही नहीं शक्ति है तो इसलिए एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में नौकरी का थोड़ा मुश्किल है और दूसरा इसमें एंटरप्रेन्योरशिप और भी मुश्किल है तो ऐसा कभी मत सोच लीजिएगा ठीक है सर हमको नौकरी नहीं लगी तो कोई दिक्कत नहीं हम अपना बिजनेस चालू करेंगे तो अपना के का बिजनेस चालू करोगे हवाई जहाज का कैसे करोगे थोड़ा बता दो हमको वो हमको भी नहीं क्लियर है आज तक तो इसीलिए ये थोड़ा कठिन सगमेंट है अब सैलरी जहां से लगती है जैसे सैलरी लगती है बिल्कुल लगती है तो बिकॉज़ आउट ऑफ इंडिया जाना मुमकिन होता है ना बड़ी-बड़ी कंपनियां उठा के ले जाति है तो स्टार्टिंग पैकेज का हमें बट हां आगे चल के पैकेज बाढ़ जाता है