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इंडक्टिव प्रभाव और इलेक्ट्रोन ग्रुप्स

कि इंडक्टिव इफेक्ट होता है क्या इंडक्टिव इफेक्ट कई लोग बोलते हैं प्रोपागेट सिग्मा बॉंड्स कई लोग बोलते हैं इस डिस्टेंस डिपेंडेंट इफेक्ट पर आखिरकार इसके पीछे की जड़ क्या है तो देखो जी आज की जो पढ़ाया ना स्वाद ही आ गया तो जनता बहुत-बहुत स्वागत है आपका विदानतु जी के यूट्यूब चैनल पर मेरा जाना है पावल आयम एलपनेस ऑफिटी बॉंबे स्टेट यूट आईएल बी राइट बैक अ सबसे पहले याद करते हैं कि Electro-Negativity क्या होता है? Chemical Bonding में हमने की थी और हमने पढ़ा था इसका Polling Scale के बारे में है ना? तो जी Fluorine की Electro-Negativity होती है 4 के आसपास, Chlorine की Electro-Negativity होती है 3.16, 3.2 लगा लो आप, Carbon की Electro-Negativity होती है Approximately 2.5, Electro-Negativity का मतलब याद है, Definition याद करा देता हूँ, Electro-Negativity मतलब ये जितना बड़ा नंबर होगा ना? उतनी ज्यादा उस particular element की tendency होगी एक shared pair of electrons को अपनी तरफ खींचने की, the tendency to attract a shared pair of electrons towards its own self is known as electronegativity, shared pair of electrons कहा होते हैं, bond में होते हैं, bond में कितने electrons होते हैं, दो electrons होते हैं, ठीक है, अब पहला जो bond है, इसके अगर मैं electrons आपको visualize कराना चाहूँ कि इस bond में किदर होंगे, तो fluorine उनको थी खींच के बैठा हुआ है, फ्लोरीन ने अपनी तरफ खींच रखे हैं एलेक्ट्रोन, टीक है, क्लोरीन ने भी खींच रखे हैं कारबन से, बट उतना जोर से नहीं जितना फ्लोरीन ने खींच रखा, टीक है, तो यहाँ पर एलेक्ट्रोन कुछ आपको हो सकता है, ऐसे दिखेंगे, वहाँ बहुती ज� character आ जाएगा, यह मैंने क्या symbol बनाया, इसको बोलते है partial negative, यह क्या symbol है, यह है जी small delta, यह होता है capital delta, यह होता है small delta, तो chemistry में जब भी आप delta देखोगे, इसका मतलब है partial, partial समझते हो, partial marking बोलते है जैसे, partial, ठीक है, पूरा नहीं, थोड़ा, तो थोड़ा negative charge फ्लोरीन पे यहाँ Similarly, यहां भी chlorine के पास थोड़ा negative charge आएगा, अब यह जो negative charge है, यह one negative charge नहीं है, यह full negative charge नहीं है, इसका ना कोई number नहीं दिया अपने, अपने बोल दिया थोड़ा सा negative charge, अब obvious सी बात है कि fluorine क्योंकि ज़ादा खींच रहा है electrons को, यह वाला negative charge, इस negative charge से थोड़ा सा ज़ादा हो� यह पार्शल नेगेटिव कैरेक्टर आ गया फ्लोरीन और फ्लोरीन दोनों पर तो इसी वजह से कार्बन पर क्या हो जाएगा पार्शल पॉजिटिव कैरेक्टर आ जाएगा क्योंकि आप उससे एलेक्ट्रोन कीज के ले गए थोड़ा सा है ना जी ठीक है तो यह हमारे पास यह जो फ्लोरीन है और जो क्लोरीन है इनको हम क्या बोल सकते हैं? इनको हम बोल सकते हैं एलेक्ट्रोन विड्ड्रोइंग ग्रूप्स, क्योंकि एलेक्ट्रोन्स को विड्ड्रोइंग कर रहे हैं, विड्ड्रोइंग मतलब निकालना की, तो यह तो हो गए हमारे एलेक्ट्रोन विड्ड्रोइंग ग्रूप्स, तो इलेक्ट्रोन डोनेटिंग ग्रुप्स में क्या होगा कि जो ग्रुप है ना इसकी ग्रुप है इसकी ओवराल इलेक्ट्रो नेगिटिविटी कार्बन से कम होगी तो मान लो कि कार्बन की इलेक्ट्रो नेगिटिविटी तो हमें पता है 2.5 है ग्रुप क्या होता है कभी भ तो कार्बन के पास आ जाएगा partial negative character और इसके पास आ जाएगा partial positive character, obvious सी बात है यह है न, तो इस तरह के groups को हम बोलेंगे, electron donating groups, examples मैं आपको काफी सारे दूँगा, ठीक है, अब donating की जगा हम इसको releasing भी कह सकते हैं by the way, ठीक है, electron releasing groups, organic chemistry है, carbon अकेला तो मिलेगा नहीं हमें, हमें तो आप बहुत सारे कार्बन अगर लगे हैं मेरी चेन में और उसके उपर तब क्या सीन होता है तब कहते हैं हम इस सीन को इंडक्टिव इफेक्ट अब इंडक्टिव इफेक्ट को समझने के लिए ना एक विजॉलाइजेशन दिखाता हूं बहुत प्यारी चलो ऐसा इमेजन करो कि यह चार कार्बन का कमबाउंड चार कार्बन की चेन है और चोथा कार्बन तो चिल मार रहा है एकदम से तो असल में भी कुछ ऐसा ही होता है जब कार्बन्स की चेन पे हम एक strong electron withdrawing group लगाते हैं उसका सबसे ज़ादा withdrawing effect पहले कार्बन पे पड़ता है फिर second पे, फिर third पे और चोथे कार्बन तक आते आते effect almost negligible हो जाता है इस एक demonstration of electron withdrawing inductive effect जिसको हम प्यार से minus IB कहते हैं तो अब इमेजिन करते हैं एक उल्टा सिनारियो जिसमें वही की वही कार्बन चेन है पर उस पर हमने क्या किया एक एलेक्ट्रोन डोनेटिंग रूप लगा दिया बहुत ही स्ट्रांग एलेक्ट्रोन डोनेटिंग रूप अब हो कह रहा है कि सेम चीज होनी है बट ये एलेक् अब इसमें कौन से electron-donating groups होते हैं और क्या-क्या उनके effects होते हैं acidity, basicity और stability वे यह अब देखते हैं board पर चलके हाँ जी मज़ा आया देखके तो आपको idea तो लग गया ना अब कि inductive effect में होता क्या है ना यह जो group लगा है पूरी carbon chain पे यह अपना जो effect है पूरी chain के थूब propagate करता है propagate मतलब फैलाता है ठीक है तो हमने यह समझा कि अगर ऐसी कोई chain है तो एक बार बोर्ड पे रिवाइज समराइज करा देता हूँ ताकि आप नोट भी कर लो है ना इस चीज को, तो हमने क्या सीखा, अच्छा ऐसी चेन को कभी बनाना है ना अगर आपने, तो बॉंड लाइन फॉर्मुला बना लिया करो, ऐसे पूरा कार्बन कार्बन कार्बन लिखने जा� तो यह पर एलेक्ट्रोन विड्ड्रॉइंग रूप ठीक है अब यहां पर एलेक्ट्रोन विड्ड्रॉइंग रूप आएगा तो यह एलेक्ट्रोन विड्ड्रॉइंग पर एलेक्ट्रोन विड्ड्रॉइंग रूप के पास आजागा पार्शल नेगेटिव कैरेक्टर पहले कार्बन पर आएगा पार्शल पॉजिटिव कैरेक्टर दूसरे कार्बन पर आएगा पार्शल पार्शल पॉजिटिव कैरेक्टर पार्शल कभी पार्शल थोड़े से ठीक है जी, अब पांचवे तक जाने की जरूरत ही नहीं है आपको, क्योंकि यही तक effect जो है, बहुत ही diminish हो जाता है, बहुत कम हो जाता है, negligible हो जाता है, यहां तक आप fourth carbon तक ही ignore कर सकते हैं इस effect को, ठीक है जी, तो यह scene बन जाता है, जब हमारे पास electron withdrawing group लगा हो, एक carbon की chain तो यहाँ पे इसके पास तो आजागा partial positive character, और carbons के पास negative character बढ़ जाएगा, so यहाँ डाल देंगे delta negative, delta delta negative, partial partial partial negative, बहुती partial negative, और पांच में तक जाने की जरूरत ही नहीं है अपने को, चोथे तक ही जाके negligible effect, negligible समझते हो न, negligible मतलब जिसको आप ignore कर सकते हो, fine, बढ़िया. अब जनता जो electron withdrawing group की वजह से effect आया, उसको मैं बोलूंगा electron withdrawing inductive effect, short form में बोलना है तो हम बोलेंगे minus I effect, ठीक है, minus I, आपने ऐसा सोचना है, दो तरीके है सोचने के, एक तो है कि आपने carbon से electron ले लिये, minus कर लिये उससे electron तो minus I effect, थोड़ा tricky हो सकता है सोचना है, ऐसे, आपने तो minus i effect, group के उपर positive charge आएगा, तो plus i effect, ठीक है जी, plus, plus, minus, minus, तो ऐसे भी सोच सकते हो, ठीक है, so electron releasing group क्या करेगा, electron release करेगा system में, और उसको हम बोल देंगे, plus i effect, ये जो सारे groups हैं न, ये सारे groups हैं हमारे, guess करो कौन से groups हैं, ये सारे groups हैं हमारे, minus i वाले groups, ये हैं सारे electron, एलेक्ट्रोन विड्ड्रॉइंग ग्रूप्स, समझते हैं कि इनमें एलेक्ट्रोन विड्ड्रॉइंग नेचर क्यों है, तो पहला ग्रूप जो है अगर आप देखो, होगा क्या कि अब यह जो कार्बन की चेन लगी है यह लगी है कि नाइटरोजन के साथ नाइटरोजन के पास तीन बॉंड अलरेडी है फ्लोरीन के तो नाइटरोजन के पास चार बॉंड अगर होते है नाइटरोजन के पास आएगा पॉजिटिव चार्ज अब कोई चीज अगर पॉजिट तो यह वाला case आ गया अपने पास, अब यह भी आपके किसी carbon के साथ लगा हुआ है, nitrogen के ऊपर 3 R है, सर यह R क्या होता है, बताता हूँ, देखो जब भी organic chemistry में हम R लिख देते हैं न, R group मतलब, इसको हम बोलते हैं alkyl group, सर यह alkyl group क्या होता है, यह कोई भी carbon का group है, तो मान लो इस पे कोई group लगा है, बोलो R group लगा है इस पे, अब ये R group ना कुछ भी carbon की एक chain हो सकती है, ऐसे simple सी chain भी हो सकती है, ऐसे complicated सी chain भी हो सकती है, कुछ भी हो सकता है, कोई cyclic structure भी हो सकता है, whatever, point ये है कि R basically refers to some organic group, कोई तो carbons वाला group यहाँ पे लगा है, उसको alkyl group या R बोल देत simple as that CH3 भी हो सकता है यहाँ पे, simple सा भी हो सकता है, तो R मतलब कोई तो carbon का group यहाँ पे लगा है, तो यहाँ पे क्या हुआ जी, nitrogen के पास बहुत सारे carbon लगे हैं, यह वाला main carbon है जिस पे study कर रहे हैं हपन, तो यह nitrogen क्या करेगा, carbon से electron खीजना चाहेगा, again क्यूं, क्यूंकि इसके तो बहुत सारे एलेक्ट्रो नेगेटिव हैं तो बहुत सारा खींचेंगे, यह इससे ज़्यादा जोर से खींचेगा है न, यह सबसे ज़्यादा जोर से खींचेगा, फिर यह खींचेगा, फिर यह खींचेगा, ठीक है, तो यह जो decreasing arrow है, इसका मतलब कि यह बहुत strong withdraw करता ए C triple bond and, अच्छा एक और concept revise कराता हूँ, inorganic chemistry का, नहीं पढ़ा तो आप याद रख लेना, कि जनता, electronegativity is proportional to S character, यह याद है आपको, याद है, याद करा देता हूँ, अगर याद नहीं है तो समझा देता हूँ, तो यह inorganic chemistry का एक फंडा है, कि basically आपका जो भी hybridization है ना, atom का, अपने पास अगर कोई SP2 carbon है, SP2 carbon कैसे बना? SP2 carbon में जो SP2 hybrid orbital है, वो 1S और 2P orbital से बना होगा, तो इसमें मैं कह सकता हूँ कि 1S is 1 third, दूसरा P is 1 third, and this is also 1 third, 1 third समझ रहे हो न, क्योंकि 3 orbital हैं, 3 का contribution equal रखेंगे हम, 1 third, 1 third, 1 third, तो S character इसमें कितना आ गया? 1 third, 1 by 3, ठीक है, अब यहीं पे अगर आपके पास SP2 की जगा SP hybrid orbital होगा, तो इसमें क्या होगा, half of the character is P, half of the character is S, half is a bigger number than one third, half बोले तो 50%, है न, half बोले तो 50%, और अगर आप one third बोले तो कितना, 33.333%, है न जी, तो SP hybrid orbital में, इस कार्यक्टर ज्यादा है ठीक है तो जनता अगर मेरे पास तीन कार्बन है एक हाइब्रिडेशन एप्स पी थी एक हाइब्रिडेशन एसपी टू एक हाइब्रिडेशन एसपी फाइन तो इस केस में इलेक्ट्रो नेगेटिविटी सबसे ज्यादा किस कार्बन की होगी एसपी कार्बन की ठीक है फाइन इसका रीजन क्या होता है थोड़ा खुद से खोज कर लाना यह थोड़ा असाइनमेंट देत खोज कर लाना कि S character ज़्यादा होने से Electro negativity बढ़ कैसे जाती है सोचना देख कर लाना Screening effect थोड़ा बहुत याद आएगा आपको यह जब पढ़ोगे ना इसके बारे में चलो ठीक है तो यह याद रखना है यहाँ पे अब जनता वापस आ जाते हैं अपने जो यह table है उस पे C triple bond and Carbon is SP hybridized over here, Nitrogen is also SP hybridized over here दोनों की hybridization SP S character बहुत जादा है दोनों में, है न, 50% से जादा क्या ही S character होगा, तो point is कि दोनों बहुत electro negative है, इसलिए काफी अच्छे से खेंचते हैं, by the way ये order कैसे चल रहा है, आप यहां तक आए, फिर इसके बाद यह आ रहा है, ठीक है, तो SO3H के बाद ओडर में आ रहा है C triple bond N, उसके बाद C double bond OH, C double bond OR, C double bond OH, by the way, एक चीज बताओ, इस ओडर में आप logic तो खोज सकते हो, जैसे यहाँ पर मैं logic लगा लिया थोड़ा सा, कि यह वाला जादा क्यों है, एक्सपेरिमेंटल आउडर है, अब आप कहोगे सर अच्छा, तो यह याद कैसे करेंगे इसमें अगर लॉजिक नहीं है तो, देखो, सिंपल सा आइडिया बताता हूँ, बहुत स्टूडेंट्स को बोलता हूँ मैं यह, कि यार आप लाइफ में हजारों इंसानों को मिलते हो उनके बारे में details जानते हो, same case आपके साथ chemistry में होने वाला है, आप जितनी जदा प्राक्टिस करोगे न, उतना आपकी इनसे दोस्ती बढ़ेगी, तो जितने सवाल solve करोगे, बार बार ये लोग आपको दिखेंगे, तो इनके बारे में इनका order अपने आप याद रहना शुर� ठीक है, COH तक आ गए, फिर आते हैं हमारे halogens, fluorine, chlorine, bromine, iodine, obvious सी बात है, fluorine की electronegativity ज़्यादा होती है, iodine की कम होती है, आप कहोगे, sir, एक सेकिन, ये fluorine इतना नीचे क्यों है order में, उपर क्यों नहीं है, क्योंकि उपर जितने भी हमारे पास systems हैं, वहाँ पर there is a combination of multiple highly electronegative atoms, mix SP2 oxygen है है की नहीं तो दोनों के case में electron negativity काफी ज्यादा है दोनों कठ्ठे हो गए अब एक जगह पे तो obviously काफी जोर से electron खींचना चाहेंगे inductive effect के थूँ फिर आ जाता है oxygen family फिर आती है nitrogen family OR, OH, NR2, NHR यहाँ पे आप लगाना चाहते हैं NH2 लगा दो फिर आ गए अपने पास C triple bond C फिर उसके बाद आ गया बेंजीन, इसमें होते हैं SP2 Hybrid Carbons, दबल बॉंड वाले, और आप कह रहे होंगे सर, यह SP2, SP3 करे जा रहे हैं, तो हमें आता ही नहीं है, डोंट वरी, डिस्क्रिप्शन बॉक्स में एक लिंक होगा, बेसिक्स औफ और गैनिक केमिस्ट्री नाम की क्लास का, वो देख ले ना, उसमें यह सारी चीज़े मैंने रिवाइस करवाई हैं अच्छे से, ठीक है, चलो, तो यह हो गया, उसके बाद आ गया नॉर्मल C, डबल बॉंड C, और फिर आ गया H, अब यह जो है न, reference element बोले तो कि order हमने माना कि यहीं से start हो रहा है, सब कुछ hydrogen से compare करा हमने ऐसा भी सोच सकता है, तो जनता ऐसा करो, या तो इसको note down कर लो वीडियो pause करके, यहाँ मैं 5 second देता हूँ, screenshot ले लो, 5, 4, 3, 2, 1, already, अब आ जाते हैं, यह तो तो minus i, अब आते है plus i पे, अब plus i पे आने मैं आपको दिखा देता हूँ कि electron donating groups दिखते कैसे हैं, थोड़ा logic दे देता हूँ, ठीक है, so जनता, याद करो कि carbon और hydrogen का अगर bond हो, carbon की electronegativity is 2.5, hydrogen की electronegativity कितनी होती है, somewhere between 2.1 and 2.2, ठीक है, अपन 2.1 assume कर लेते हैं, point is कि carbon से थोड़ी कम है उसकी electronegativity है न, electronegativity difference इतना ज्यादा नहीं है, मैं मानता हूँ, but थोड़ा से negative character आएगा carbon के उपर, थोड़ा से positive character आएगा hydrogen के उपर, थोड़ा ज़्यादा electro-negative है तो, तो इतना तो हम समझ गए, अब मान लो इस carbon पे एक नहीं, तीन hydrogen लगे, अब क्या होगा जी, अब इन तीनो hydrogen की वज़ास से carbon का जो partial negative charge है, वो थोड़ा तो थोड़ा ज्यादा हो जाएगा न, बड़ा size बना दिया मैंने उसका, तो तीन hydrogen हो गया, तो तीनों पर partial positive, इस पर थोड़ा ज्यादा partial negative, यूगी तीनों bonds थोड़े थोड़े carbon की तरफ है, ना जी, अब जनता ये एक हो गया electron donating group, कैसे हो गया, वो भी दिखा देता हूँ, म लगा दिये, अब इन तीनों कारबन पे क्या है, मानों के तीन तीन हाइ� साथ साथ में बनाते रहो अच्छा notebook में फायदा होगा लो जी लो जी एलो जी ठीक है फाइन अब हमने इस image से देखा कि carbon के ऊपर काफी negative character आ रहा है ना जी अच्छा कर लेते हैं चलो तो इस bond की वज़ासे मैं ऐसे arrow बना देता हूँ इस arrow का मतलब क्या है कि carbon की तरफ negative character आ रह इस तरह की arrows से donate करते हैं, जहाँ पे partial positive इस side होता है, partial negative इस side होता है, ये सिरफ एक तरीका है, dipole को show करने का, ठीक है, तो, यहाँ पे सारे dipoles अगर मैं बना दूँ, तो कैसा दिखेगा, ऐसा दिखेगा का नहीं दिखेगा, ना जी, fine, देखो जी, बहुत बढ़िया, ओहो, बन अब काफी सारे arrows उस direction में point कर रहे हैं आप देख रहे हो, तो ये जो effect है ना, इन hydrogens का, ये propagate करेगा अब इस case में, ये फैलेगा आगे जाके, तो ये जो carbons है इस side में थोड़ा थोड़ा, थोड़ा थोड़ा, push करेंगे electrons को, तो overall इसका effect क्या होगा, ये carbon एलेक्ट्रोन डोनेटिंग ग्रूप्स ठीक है यह बड़ा सारा एलेक्ट्रोन डोनेटिंग ग्रूप मान लो आप ऐसा बन गया फाइन ओके अगर यहां यह पूरी चीज क्या बन जाएगी हमारी एलेक्ट्रोन डोनेटिंग ग्रूप इस तरह के दिखते एलेक्ट्रोन डोनेटिंग रूप inductive effect के थूँ जो donating effect है वो बढ़ जाएगा, ठीक है जी, बढ़िया, तो एक बार order देख लेते हैं electron donating groups का, ये रहा जी, electron donating groups कैसा effect दिखाएंगे हमें, हमें ये दिखाएंगे positive inductive effect यानि की plus i, electron release करेंगे system में, देखते हैं क्यों करेंगे, पहले जो 4 cases हैं, वो हैं negatively charged species के, anions के, अब भाई इस पे पहले ही negative charge है, योर negative charge थोड़ी लेगा कहीं से, ये तो कहें का भाई मेरे negative charge भी ले लो यार तो, मेरे पे क्यों negative charge एक्स्ट्रा दे रखा है, है की नी, obvious ही बात है न, तो पहले चार case हो गए, जिसमें negative charge is not happy, carbon पे negative charge भाई बिल्कुल happy नहीं है, nitrogen की electronegativity थो� इसको इतनी दिक्कत नहीं है negative 4 से पर फिर भी यह कहेगा भाई extra तो है न तू ले रख ले थोड़ा सा C double bond हो single bond O negative यह भी आ गया यहाँ पे इसके बारे में resonance में और पड़ेंगे अपन बायद अवेस group के बारे में है न इस carbon पे 3 CH3 बहुत जादा electron releasing इस carbon पे 2 CH3 थोड़ा कम electron releasing carbon पे सिरफ एकी CH3 थोड़ा और कम electron releasing है न जी फिर आ गया single CH3 थोड़ा सा एलेक्ट्रोन रिलीजिंग, फिर आ गया T, आप कहोगे सर एक ही हुन दा, यह T क्या होता है, देखो जी इस T is Tritium, Tritium या Tritium भी बोलते हैं इसको, तो Tritium, Tritium पता है क्या है यह, यह हाइडोजिन का आईसोटोप है, हाइडोजिन के तीन आईसोटोप होते हैं, इस वाले में दो न्यूट्रोन एक्स्ट्रा होते हैं जिसको ट्राइटियम कहते हैं तो ट्राइटियम पे अगर आप एक्सपेरिमेंट करोगे तो मर जाओगे क्योंकि कैंसर वैंसर हो जाएगा रेडियो अक्टिव होता है तो एक्सपेरिमेंट मत करना है पर थिरेटिकली लिखना चाहो तो ट्राइटियम इधर आता है फिर आता है ड्यूटेरियम फिर आता है हाइडॉजन अगेन ये क्या हो गया हमारा रेफरेंस हो गया मान लो यहीं से ओर्डर स्टार्ट हो रहा है हाइडॉजन के कंपैरिजन में बाकी सबका इंडक्टिव फेक्ट कुछ ऐसा दिखेगा ठीक है जी तो जैसा मैंने कहा ये order याद रखने का stress मत लेना जादा जितना आप questions practice करते जाओगे उतना ये order revise होता जाएगा automatically आपका दिमाग याद रख लेगा इनसानों बरोसा रखो अपने खुद के दिमाग में पढ़ते पढ़ते ठक गए हो गए तो मैंन जो भी क्लास लगाता था, नोट्स बनाता था, बाद में अपने खुद के नोट्स से रिवाइज करता था, और पैरी आता था, नोट्स नहीं बनाता था, और टीचर से बोलता रह जाता था, सर पीडीएफ दे दो, मैम, पीडीएफ दे दो, हैरी तो बन गया है, एरिटियन, पॉइंट ये है कि खुद के notes बना लेना, क्योंकि खुद के notes से बाद में revise करोगे न, बहुत अच्छे से बहुत जल्दी हो जाएगा, और खुद लिख लिख के चीज़े समझोगे, तो याद भी रहेंगी, ठीक है जी? Be hairy, don't be parry. Properties क्या है inductive effect की पहली बात? यह होता है एक permanent effect, permanent बोले तो, यह effect जैसा है वैसा ही रहता है compound में, मान लो यह अगर compound है, fluorine के पास partial negative character, carbon के पास partial positive, partial, partial positive, आगे आपको पता ही है न, तो ऐसा नहीं है कि हमने इस पर reaction करना शुरू किया, तो यह effect आया, ऐसा नहीं है कि आप इसको देखने गए, तो molecule जाग पर, आपके उठ गया कि अरे भाई मेरे को तो ड्रामा करना है इफेक्ट दिखाने का नहीं ठीक है। कुछ इफेक्ट ऐसे होते हैं और्गानिक केमिस्ट्री में जो बाद में पढ़ेंगे अपन। एलेक्ट्रोमेरिक इफेक्ट उसका एग्जांपल है। वो क्या होता है न जब रियाक्शन करने लगता है तब शो होता है वो। अगर ये बॉंडेड है तो ये एफेक्ट है। ऐसा नहीं कि आप देखोगे तो खींज लिया उसने, permanent effect. दूसरी चीज है, this propagates via sigma bonds. Again, chemical bonding के थोड़े funday हैं, जो revise कर लेना आप, ठीक है? तो sigma bond क्या होता है? जिसमें orbitals का overlap, head on overlap होता है, नहीं जी? तो यहाँ पे, carbon और fluorine के बीच में जो bonding हो रही है, वो कुछ इस तरह से हो रही है, यह fluorine का p-orbital है, यह carbon का. SP2 orbital है, SP3 orbital है, जो भी orbital है, head on overlap हो गया दोनों orbitals का, तो इस case में हम inductive effect को observe कर पाएंगे, pi bonds, ठीक है, pi bonds, pi bonds कहां होते हैं, ऐसे वाले, ठीक है, जब दो orbitals के बीच में overlap जो है, वो इस तरह का होता है, ठीक है, lateral overlap या sideways overlap भी कहते हैं इसको, तो sideways overlap का inductive effect से, कोई लेना देना नहीं है, अगर आप bonds के इसाब से देखना चाहते हो, तो मान लो कि अपने carbons के बीच में दो bonds है, अब होता क्या है कि जब दो bonds होते हैं या तीन bonds होते हैं, तो उन में से एक bond sigma होता है, और बाकी के bonds जो हैं, वो πाई bond होते हैं, ठीक है, क्योंकि एक ही set of orbitals है जो ऐसे approach कर सकता है, बाकी orbital ऐसे approach करेगा, एक orbital ऐसे approach करेगा, chemical bonding, revise कर लेना, तो जी यहाँ पे यह जो पाई electrons का system है, जो यह वाले electrons हैं, इनका inductive effect से कोई लेना देना ही नहीं है, इनके बारे में resonance में दुबारा से पढ़ेंगे, ठीक है, फिर आगे है जी distance dependent effect, obvious सी बात है न, यह तो, कि जितना दूर जाओगे आप इस fluorine से उतना इसका electron withdrawing effect कम होता जाएगा, अब आते हैं जी reactive intermediates पे, reactive intermediates क्या होता है, देखो reactive intermediates बहुत unstable होती है, इतनी unstable होती है कि हम actually इनको देख भी नहीं सकते, इनको अलग से reaction के mixture में से निकाल भी नहीं सकते, reactant तो हम पता है क्या है, product बनता है, उसको भी हम देख सकते है, research कर सकते है, खा पी भी सकते है उस product को अगर खाना पीना है आपने तो, kitchen में भी तो reactants ही product बनता और फटर फटर से बन के आगे निकल जाते हैं, तभी इनको बोलते intermediate, intermediate बोलो तो बीच का, बीच का बंदर, fine, और ये reaction चलते चलते reaction के बीच में बन जाते हैं, इस चीज को बोलते है in situ, in the situation, okay, in situ आप बहुत बारी सुनोगे chemistry में, तो in situ अगर कोई आपको बोले, तो in situ का मतल इसको हम extract नहीं कर सकते हैं, इसको हम isolate नहीं कर सकते हैं, ठीक है जी, तो reactive intermediates हमारे तीन तरह के होते हैं, organic chemistry में, एक होगा जी हमारा carbocation, एक होगा carbonion, एक होगा carbon free radical, अब ये बनते कैसे हैं, वो दिखा देता हूँ, इनकी properties क्या हैं, वो बता देता हूँ, ये reaction कैसे करते हैं, य तो जनता बॉंड ब्रेक करने के हमारे पास दो तरीके हैं, ठीक है, एक तरीका होता है जिसको हम कहते हैं हेट्रोलिसिस, और एक तरीका होता है जिसको हम कहते हैं होमोलिसिस, पहले देखते हैं होमोलिसिस को, होमोलिसिस में क्या होगा कि दो कारबन आपस में जो जुड़े है शेयरिंग ऐसे होती है ना इलेक्ट्रोन्स की, याद ना हाइड्रोजिन का बॉंड कैसे बनता है, एक हाइड्रोजिन अकेला अपने इलेक्ट्रोन के साथ भटक रहा था, दूसरा हाइड्रोजिन अकेला अपने समझ गया ना, यह इलेक्ट्रोन इसका था, यह इलेक्ट्रोन इसका था, उन्होंने शेयर कर ले, बस सिंपल सी बात है, तो यहाँ पे भी इलेक्ट्रोन की शेयरिंग चल रही है, अब इसमें हम क्या करते हैं, कि इस बॉंड को ऐसा तोड़ते हैं, कि इसका जो लेफ्ट साइ बिछड जाएंगे दोनों, है ना, तो हम कैसे करेंगे इसको, शो कैसे करेंगे, एरो बना के, कि ये इलेक्ट्रोन जो है इस कार्बन के ऊपर चला गया, ये इलेक्ट्रोन जो है इस कार्बन के ऊपर चला गया, आप ध्यान दे ना, मैंने एरो ना बड़े विचित्र से बनाय हमारे पास कुछ ऐसी चीज बन जाएगी, कार्बन और उसका एलेक्ट्रोन, दो बन जाएगे ऐसे, एक इस साइड से, एक इस साइड से, तो हम अभी एक यहां रखते हैं और उसके ऊपर फोकस करते हैं कि चल क्या रहा है, ठीक है, तो यह हमारे पास स्पीशीज बन गई, कार attached है, यहाँ पर इसके पास भी कुछ ना कुछ attached है, मान लो hydrogen नहीं attached है, ऐसे ही लगा लो, यह क्या बन गया हमारा, ethane बन गया, तो अगर हम ethane को बीच में से तोड़ेंगे homolysis करते हुए, तो carbon free radical बन जाएगे, free radical कैसा दिखे, इस पर 3 hydrogen लगे होंगे ठीक है, तो 3 bond तो अभी भी उसके पास है, एक bond बिचारेगा हमने तोड़ दिया, और उसका hydrogen को अभी बूल जाओ, सिर्फ इस पे focus कर दे, carbon free radical बोला जाता है इसको fine, अब देखते हैं heterolysis, और जैसे ही मैं heterolysis दिखाऊंगा न, आपको इन दोनों words के बीच में difference समझ आ जाएगा, यहाँ पे हम क्या करेंगे, थोड़ा न अलग तरह से तोड़ेंगे बॉन को, इस जो दोनो electrons हैं, तो जब भी एक एलेक्ट्रोन यहां से वहां करना है और ग्यानिक केमिस्ट्री में हाफ हेडड आरो ठीक है इस तरह के एरो को हम हाफ हेडड आरो हाफ एरो या फिर फिश हुक एरो भी कहते हैं फिश हुक बोले तो वह मचली पकड़ने कांटा पीए मान लो कांटा इससे मचली पकड़ने आपको ठीक है और यह हो गया हमारा फुल एरो ठीक है फुल एरो तो फुल एरो मतलब दो और इजिनली क्या था कि एक एलेक्ट्रोन इसका था एक एलेक्ट्रोन इसका था अब दोनों यहां दे दिये तो इसके पास क्या होगा बेसिकली दो एलेक्ट्रोन है यह दूसरा एलेक्ट्रोन जो है यह क्या हो गया यह हो गया एक्स्ट्रा क्योंकि इसका खुद का नहीं था नेगेटिव चार्ज के ऊपर हम ये दो इलेक्ट्रोन बना देंगे ऐसे चोटू-चोटू से, ये देखने में ऐसा लगता है कोई बंदर की शकल बनाई है मैंने, ठीक है, पर ये दो इलेक्ट्रोन का मतलब क्या है, कि एक इसका खुद का है, एक एक्स्ट्रा लेके आया है, बिचारे का एक इलेक्ट्रोन वो ले गया तो इसके पास इलेक्ट्रोन डेफिशेंसी होगी इलेक्ट्रोन कम हो गया तो यहाँ पर इसके पास आ जाएगा एक पॉजिटिव चार्ज कार्बो केटायन अब हेट्रोलिसिस होमोलिसिस समझ आया हेट्रोलिसिस मतलब नॉन यून दोनों सही से mix नहीं होते तो उसको heterogeneous mixture बोल देते हैं, जब homogeneous mixture बनता है तो सब एक जैसा हो जाता है, तो यहाँ पे एक तरह से तोड़ा दोनों साइड पे है न, equal, uniformly तोड़ा हमने, homolysis, यहाँ पे अलग लग तरीके से तोड़ा, इसको दोनों electron दे दी, उस बिचारे को कुछ इसको homolytic cleavage भी बोलते हैं, cleavage का मतलब किसी चीज को दो भाग में तोड़ना, ठीक है जी, बढ़िया, तो carbocation, carbonion, अब यह पॉजिटिवली चार्ज पीछीज है, याद करा दूं कि हम एक कार्बन पर फोकस कर रहे हैं, पर यह कार्बन के बॉंड और भी बने हुए हैं, सिरफ एकी बॉंड को तोड़ा हमने, बाकी बॉंड इसके पास हैं, यहाँ पर भी कुछ ऐसा इमेजिन कर सकते हैं, अ� यह क्या है यह पॉजिटिव ली चार्ज ने नेगेटिव ली चार्ज ने यह क्या है अगें ऑब्यूस करने के लिए यहां पर इसके बाकी बॉंड बना देता हूं तो जनता ऐसा है ना कि इसको ना हमने एक्स्ट्रा एलेक्ट्रोन दिया ना इसका खुद का एलेक्ट्रोन छ जब positive और negative charge balance होते हैं, तो इस carbon के अंदर जितने protons हैं, और इस carbon के पास जितने electrons हैं, वो balance हो रहे हैं, तो neutral है वो, ठीक है, बट एक fun fact बताऊं आपको, इन तीनो intermediate में सबसे ज़्यादा reactive पता है कौन सा होता है, इन तीनो intermediate में सबसे ज़्यादा reactive होता है, carbon free radical, ये भी reactive होते हैं, तभी ना मेरे reactive intermediate है न, पर, यह दोनों होते हैं reactive, कोई चक्कर नहीं, नाम ही reactive intermediate है, पर यह भाई साब कुछ ज़्यादा ही reactive है, charge species इतनी reactive नहीं है, neutral species reactive है, ऐसा क्यों, यह क्या हो गया, याद करो octet rule, फ्लोरीन कभी अलग से दिखता है आपको दुनिया में, नहीं, F2 molecule बना के घूमता है, oxygen अलग से दिखता है कभी, नहीं, O2 molecule बना के घूमता है, अब ऐसे सोच कर देखो तो फ्लोरीन आटम भी नीटरल है, इक्वल प्रोटोंस, इक्वल इलेक्ट्रोंस है न, ओक्सिजन के केस में भी जितने प्रोटोंस है उतने इलेक्ट्रोंस है आटम के पास, पर फिर भी नीटरल है, फिर भी अंस्टेबल है, ओक्टेड बना के घूम इस भाई के पास यह जो है ना यह unpaired electron है अब जब भी electrons paired नहीं होते ना chemistry में वो बहुत unstable होते हैं ठीक है याद रखना इस चीज़ को तो यहाँ पर भी खाली जगह है ना यहाँ पर extra proton है जो nucleus के अंदर बैठा हुआ है तो खाली जगह है यहाँ पर खाली जगह बोलो तो positive charge य यहाँ पे unpaired electron होने के विशे यह बहुत ज़्यादा unstable है, ठीक है, fine, तो जनता यह हमारे होगा तीन type के intermediates, अब इनके बारे में बहुत सारी details हम पूरी reaction mechanism जब करेंगे GOC के बाद सिखते रहेंगे, ठीक है, तो tension मत लेना, दिरे दिरे इनकी और details आपके सामने आती रहेंगे, कार्बो के टायन को अगर मैं स्टेबल करना चाता हूँ, तो सिंपल सा लॉजिक है, कि ये पॉजिटिव चार्ज है, तो इसको मैं थोड़े इलेक्ट्रोन दे दूँगा, पॉजिटिव चार्ज स्पीशीज है, उसको इलेक्ट्रोन दूँगा, वो स्टेबल हो जाएगा, न negative charge का ध्यान रख सके इस पे negative charge नहीं रहेगा ना तो negative charge को इससे ले जाओ electron ले जाओ ये भाई साब का क्या करें unpaired electron है इसको stable करने के लिए हमें इसका bond बना के देना पड़ेगा bond बना के देने के लिए एक और electron देना पड़ेगा है ना जी जैसे यहाँ पे fine तो इसको क्योंकि unpaired electron को pair करने के लिए एक और electron देना पड़ेगा stable बनाने के लिए you have to give it इलेक्ट्रोन ठीक है आपको इसको निकाल देते ना यहां से अनपेड इलेक्ट्रोन अनपेड नहीं रहेगा पर फिर भी पॉजिटिवली चार्ज बन जाएगी ना आप बेटर है इसको स्टेबल करने के लिए इसका बॉंड बना दो किसी के साथ बॉंड कैसे बनाओगे दूसरे का इलेक्ट्रोन इसके साथ लाकर पेर कर दोगे तो गिव इट इलेक्ट्रोन ठीक है तो फंडा यहां पर यहां ठीक है जी, आगे बढ़ाएंगे, अब जनता, आज आते stability of reactive intermediates इसके साथ साथ हम सवाल solve करना भी सीख जाएंगे इसके साथ साथ inductive effect पूरा समझ आ जाएगा इसके बाद acidity basicity भी बता दूँगा inductive effect की वज़े से और आप कहो कि पावल सार स्वाद आ गया स���वाद आगा तो comment में लिख के बताना स्वाद आ गया ठीक है चलो जी क्या करना है यहाँ पे positively charged species दे रखी हैं पांचो species बहुत एक जैसी दिखने वाली हैं सब cases में सिरफ जो group लगा है वो अलग लगा है ना, अब जनता positive को कैसे stable करता हूँ मैं, positive को stable करने के लिए मुझे क्या करना है, इसको electron देने है, इना जी, electron कौन देता है, electron donating group electron donate करता है, simple सी बात है, तो जनता electron donating group जो है, इसको electron देगा, और उससे carbotain क्या हो जाएगा, carbotain, कार्बो केटाइन खुश हो जाएगा, ठीक है, तो हमें इन cases में देखना है, कि कौन ऐसा group है, जो कार्बो केटाइन को electron दे रहा है, कौन सा ऐसा group है, जो कार्बो केटाइन से भी electron छीन ले रहा है, और फिर हम stability decide कर लेंगे, कैसे देखेंगे कौन सा group है, inductive effect, obviously, तो NH2 group, अलग से NH2 group, nitrogen क्या है, electro negative atom है, order में देखना, यह आपको कहां मिलेगा, यह आपको मिलेगा minus i effect में फिर आता है fluorine fluorine की electronegativity nitrogen से ज़्यादा है तो इसका minus i काफी ज़्यादा होगा तो मैं बड़े size में बना देता हूँ थोड़ा सा फिर आता है अपने पास तीन CH3s तीन CH3s ठीक है यह क्या होता है यह CH3 होता है तो यह तीन CH3 है हमारे तीन CH3 बोले तो काफी ज़्यादा प्लस आये एफेक्ट, चलो बढ़िया, प्लस आया आया, फिर आगे हमारे पास नेगेटिवली चार्ज स्पीशीज, नेगेटिव चार्ज इसके बास पहले से इसको और नेगेटिव थोड़ी चार्ज है, यो तो धक्का दे देगा, आप कहोंगे नहीं सर, ओक्सिजन एलेक् और फिर आ गया रैंडम सा स्ट्रक्चर जिस पर कोई ग्रूप नहीं है इसको ध्यान से समझो तो यह सीएस थी आपका यह जो ग्रूप है खुद सीएस थी है तो इसके पास बेसिकल यहां पर तीन हाइड्रोजन लगे हैं अगर आपने कंपेर करना है कि सुर यहां क्या लगा zero मानेंगे क्योंकि हमने बोला था ना hydrogen क्या है reference है हमारा तो यहाँ पर आप एक चोटा सा cross लगा दो अब जितना ज्यादा electron donate करोगे positive charge को उतना ज्यादा structure stable हो जाएगा तो सबसे stable structure कौन सा है यहाँ पर यह भाई साब सबसे ज़्यादा donate कर रहे हैं यह सबसे ज़्यादा stable फिर आएगा option number C donation है पर इतना नहीं है तो C आ गया फिर कौन सा आएगा अच्छा ओर को उल्टे साइड से भी देखते हैं सबसे अनस्टेबल कौन सा है जिससे पॉजिटिव चार्ज से और ज़्यादा इलेक्ट्रोन खीच ली आपने पॉजिटिव चार्ज को इलेक्ट्रोन चाहिए आप और खीच लो उससे पागल कर दोस ब� अब ऐसा मत सोचना कि ये वाले भाई साब बहुत stable हो गए, है तो ये भी reactive है, इस पे भी reaction करोगा तो जल्दी हो जाएगा, but इस पे reaction करोगा तो बहुत ही फटा-फट होगा, क्योंकि ये बहुत ही unstable है, इसको बस फटा-फट react करना है, समझ रहे हो बात को? इनकी stability आपस में compare कर रहा हूँ मैं, मैं ये नहीं कह रहा कि ये structure खुद से पूरा stable है, तो ये फिर भी reactive intermediate, fine, so stability, reactivity हमेशा similar चीजों की ही compare की जाती है, ठीक है, you will never compare apples to oranges, वैसा कभी नहीं करना है, ठीक है, चलो, यह हो गया, बढ़िया, stability of reactive intimates, positive charges के इस में, देख लिया है अपने, अब question देखते हैं, जिसमें होंगे, negative charges, ठीक है, carbon ions बना दिया है अपने, ठीक है, carbon ions बना दिया है अपने, negative, negative, negative, similar structures, अब same चीज करनी है, carbon ion को stable क उससे electron लेना पड़ेगा भाई तेरे पास extra electron है तो मेरे को दे दे तू खुश रहे तो मुझे चाहिए electron withdrawing group यानि की minus i चाहिए मेरे को तो देखते हैं जितना ज़्यादा minus i होगा उतना ये negative charge stable हो जाएगा पहला case क्या है nr3 positive सबसे ज़्यादा जो inductive effect देता है सबसे ज़्यादा minus i उसमें third number second number भे था ना ये अपने order में तो इसका minus i काफी ज़्यादा है बढ़िया o negative negative charge है भाई इसके पास ये और negative charge खिंचेगा थोड़ी ये तो देगा ना ये plus i का काफी strong plus i का group है ये तो यहाँ पर काफी ज़्यादा प्लस आए, फ्लोरीन, माइनस आए, पर क्या इतना ज़्यादा माइनस आए, नहीं, यह पॉजिटिवली चार्ज पीछीज है, ना, यह तो बहुत जोर से खींचेगा, फ्लोरीन इतना जोर से नहीं, तो यह ओडर में सेकेंड नंबर पे था, क्या ये प्लस आई ओक्सिजन जितना होगा, नहीं, क्योंकि ओक्सिजन के पास नेगेटिव चार्ज है, आ गया stability order, stability order कैसे आएगा, जितना ज्यादा, माइनस आए, उतना ज्यादा, stable, सबसे stable कौन सा है यहाँ पर A, फिर आएगा C, फिर आएगा D, फिर आएगा जी E, और स� simple सा fund है, थोड़ी सी practice करोगे तो ज़्यादा speed से कर लोगे ऐसे questions को, अब इसमें obvious सा logic बताओं एक, एक obvious सा logic बताओं, देखो यार, ये वाले structure में एक positive charge भी है और एक negative charge भी है, overall ये structure neutral है, structure के पास जाओगे तो दिखेगा negative charge, positive charge अलग से बैठे है, but overall structure neutral है, तो neutral structure ज़्यादा stable ये वाले structure पे 2 negative charge है, वाइज, 2 negative charge है, तो बहुत unstable होगा, है, बहुत unstable है वो, ठीक है, simple सा logic है, तो inductive effect उसी logic को use करके यह आपको order दे रहा है, fine, आते हैं, चलो अगले question पे, जो की obviously होगा, carbon free radical का, carbon free radical में same चीज करनी है, जो carbocation में की थी, हमें क्या ढूँढना है, हमें basically ढू� प्लस आई किसका जादा होगा, जितना प्लस आई होगा उतना स्टेबल होगा, है ना सिस्टम, तो सेम ओडर आजाएगा जो कार्बो के टाइन में था, फटा फटा से करते हैं, NH2 क्या करता है, माइनस आई, फ्लोरीन क्या करता है, बहुत जादा माइनस आई, 3 CH3 क्या करते है यहाँ पे सबसे ज़्यादा stable कौन सा होगा, जिसका सबसे ज़्यादा plus i है, तो D is more stable compared to C, then E, then आएगा आपका A, and then the least stable is B, done, फड़ा-फड़ होते हैं यह सवाल, practice करना है, बस silly mistake मत कर देना, ठीक है, चलो, यह भी हो गया, अब जनता, आएंगे हम, acidity, basicity पे, ठीक है, अब ह इन केस में order of acidity बताना है, यह भाई साब याद है कौन है, यह है acetic acid, यह जो structure बनाया है उपर, एक इस चीज़ का बनाया है अपने, acetic acid का, acetic acid जो vinegar में होता है, जिसको हम CH3, COOH भी लिखते हैं, तो इसको अगर मैं बनाऊंगा, तो यह CH3 है, यह CH3 है, double bond O, single bond OH, मतलब यह रह CH3, COOH, इसको bond line formula में अगर बनाएंगे, तो ऐसा बन जाएगा, ठीक है, अब, acetic acid पे हमने groups लगाएं, minus i group, plus i group, है ना जी, minus i, plus i दिख रहा है ना आपको, तो जनता अब इस case में, हम acidity का order कैसे define करेंगे, ये समझना है अपने को, तो ना, बड़ा simple सा funda है, ठीक है, बड़ा यह मैं लॉजिक बता रहा हूँ, लिख ले ना, यह हम inductive effect में, sorry, ionic equilibrium में पढ़ते होते हैं इसको, पर भूल जाते हैं क्योंकि ionic equilibrium थोड़ा बड़ा सा, लंबा सा, चोड़ा सा, दरावना सा chapter है कि नहीं, ठीक है, तो यह आती है अपनी, लोरी ब्रोस्टेड थियोरी अफ आसेड्स बेसिस में, अगर मेरे पास कोई आसिड है, एएच, आसिड क्यों करता है, हाइडरिजन छोड़ता है, एच पॉजिटिव छोड़ता है, तो यह क्या करेगा, यह बना देगा, ए नेगिटिव प्लस एच प� जो हमारी species हमने ली originally, इसको हम बोलेंगे acid, और जो इससे negatively charged species बनेगी, समझ लो न, negative charge क्यों बनेगा, क्योंकि H positive छोड़ना है इसने, तो इसे negatively charged species बनेगी, इसको हम बोलेंगे conjugate, बेस लॉरी ���्रांस टेड थिओरी ऑफ आसिड्स एंड बेस थोड़ा से रिवाइज कर लेना अगर करना हो तो बट इतने में समझ आ जाएगा इतनी इंफॉर्मेशन जरूरी है ठीक है एसिड से बना कॉन्जुगेट बेस इसको बेस क्यों बोलते हैं क्योंकि ए एच पॉजिटिव को कैप्चर करना है एच पॉजिटिव को कैप्चर करने वाली स्पीशिस को हम बेस बोलते हैं अच्छा जनता अब यह सुनो देखो जिन केसेस में कोंजुगेट बेस स्टेबल बनता है अगर तो आपका कोंजुगेट बेस स्टेबल बन रहा है तो आपका एसिड जो है वह है स्ट्रॉंग एसिड स्ट्रॉंग एसिड बोलो तो फटाफट से एच पॉजिटिव छोड़ देगा फटाफट से एच पॉजिटिव कब छोड़े अगर आपका conjugate base stable बन रहा है तो acid strong है conjugate base अगर stable नहीं है बहुत ही गंदा है तो ये weak acid होगा ठीक है ये basic funda है अब इसका अब जनता negative charge वाली species को आप कैसे stable करोगे negative charge वाली species क्या है anion है anion को कैसे stable करते हैं हमने पढ़ा था इससे electrons खेंच लो इसको stable कैसे करेंगे इसपे अगर हम electron withdrawing group लगा देंगे, तो ये क्या हो जाएगा, stable हो जाएगा, yes, इससे electron, इसके पास electron है, इससे कीच लो न, थोड़ा सा, इससे थोड़ा, withdraw कर लो, तो ये stable हो जाएगा, उससे acid strong हो जाएगा, तो मोटा मोटा क्या समझ आया, कि electron withdrawing group अगर मेरा लगेगा, तो acid strong होगा, अब ये information इतनी लंबी चोड़ी, आपको exam तक कहां याद रहेगी, तो मैं करता हूँ एक तरीका बताता हूँ, इसको याद रखने का, आप कहोगे पाव सर, स्वादी आ गया, दग गुरु मंत्रा, ठीक है, गुरु मंत्रा ये कहता है, कि अगर, इंडॉक्टिव एफेक्ट के केस में, अगर हमने एसिडिटी का ओर्डर निकालना है, एसिडिटी बोले तो एसिडिक स्ट्रेंथ का ओर्डर निकालना है, तो release, decrease, withdraw, बढ़ाओ, मतलब, अगर मैं किसी acid पे electron withdrawing group लगाता हूँ, तो उसकी acidity बढ़ जाती है, अगर किसी acid के उपर, मैं electron releasing group लगाता हूँ, तो उल्टा हो जाएगा न, acidity कम हो जाएगी, लोजिक मैंने अभी समझाया जाता है आपको, जो उसका conjugate base है, इस case में stable होगा, इस case में unstable होगा, असिडिटी रिलीज डिक्रीज बस रिलीज डिक्रीज विड्राउ बढ़ाओ ओबियसी बात है असिडिटी रिलीज डिक्रीज विड्राउ बढ़ाओ खत्तम ठीक है जी तो ये वाला गुरु मंतरे यूज करके सॉल्व करें अपना अंसर बताओ जी पहला केस तो नॉर्मल व तो ये क्या है? Release, decrease, withdraw, बढ़ाओ, electron withdrawing group, withdraw, बढ़ाओ, तो जनता इस case में, अगर ये मेरा structure A है, ये B है, ये C है, B is more acidic than A, is more acidic than C, withdraw, बढ़ाओ acidity, release, decrease acidity, simple, और questions देखते हैं न, तब मज़ा आएगा जरा, यह लेख लो बहुत सारे एसिटिक एसिड के भाई बहन ले लिया है ना बहुत सारे एसिटिक एसिड के भाई बहन ले लिया यहां पर एक ट्रिकी चीज है जो आपको मैं बताऊंगा कोई बात नहीं ए बी सी डी तो क्या चल रहा है जी इस केस में अब मैंने सारे हैलोजन ले उसके inductive head के इसाब से बनाया दो iodine अब मैं क्या करूँ दो iodine के case में अच्छा थोड़ा थोड़ा minus i दोनों दे रहे हैं थोड़ा थोड़ा withdraw कर रहे हैं दोनों बट अब मैं इसको इन से कैसे compare करूँ तो ये बात याद रखना please कि जब भी दो group लग गए न तो दो का effect एक से ज़्यादा होगा चाहे ये खुद individually कम कम electron withdrawing effect दिखाते हैं ये दोनों इतना जोर से एलेक्ट्रोन विड्रॉव नहीं कर रहे हैं फ्लोरीन से कमपेयर करने पर, बट दोनों साथ मिल गए न, यूनिटी, क्या कहते हैं, यूनिटी स्ट्रेंथ, एकता में ही शक्ती है, कुछ ऐसा बोलते हैं न पन हिंदी में, तो वोई चीज़ा यहाँ विद्राओ बढ़ाओ, तो इस case में सबसे ज़ादा acidic strength किस की हो जाएगी, D की हो जाएगी, फिर आएगा हमारा A, फिर आएगा हमारा B, और फिर आएगा हमारा C, ठीक है, release decrease, विद्राओ बढ़ाओ, तो जितना विद्राओ कर रहे हैं आप electron, उतनी उसकी acidic strength बढ़ रही है, simple as यह आज की क्लास का आपका आखरी सवाल है, बहुत ही प्यारा सवाल है, यह समझ जाओगे न तो मतलब मज़े हो गए, so which side of the equilibrium is more favored, इस equilibrium में कौन सी side ज्यादा favored है, कैसे समझें इसको, यह आपकी हो गई basically left side, यह आपकी हो गई right side, इसको बोल सकते है reactant side, इसको बोल सकते है product side, इन दोनों में से कौन सी साइड ज्यादा स्टेबल है? किस चीज़ पर फोकस करेंगे? देखो, दोनों साइड पर एक एक नेट्रल स्पीशीज है, मतलब एक प्रॉपर बॉंडड स्पीशीज है, यह बॉंड बना हुआ है, सबका बॉंड बना हुआ है, हम देखते हैं इन दोनों के बीच में क्या सीन है, एक यह है नेगटिवली चार्ज स्पीशीज, और एक यह है नेगटिवली चार्ज स्पीशीज, फाइन, ठीक, अब जनता इन दोनों में से कौन सी नेगिटिवली चार्ज पीछीज जादा स्टेबल है? यह बताना है अपने को? फरक्क्क्या दोनों में? यह यहाँ पर लगा हुआ है मेरे पास एक CH3 ग्रूप, और वहाँ पर CH3 की जगा मेरे पास पूरा का पूरा एक बेंजीन लगा हुआ है, अब आपको अगर दो मिनट पहले किया था अपने, खोलो जरा, माइनस है का, खोलो जरा, माइनस है, तो CH3 क्या करता है, हलका सा प्लास आई देगा ही, हलका सा, ठीक है, यह क्या करेगा, यह हलका सा माइनस आई देगा, है ना जी, माइनस आई के नीचे नीचे वाले ग्रुप्स में यह है, SP2 वाले कारबन, तो जनता, माइनस आई क्या करता है, नेगिटिव चार्ज को स्टेब क्योंकि negative charge already negative है, उसकी negativity वो खुद लेता है, थोड़ा electron withdraw करता है, है ना जी, तो, stabler, stabler word नहीं होता, more stable बोलना चाहिए, but इन दोनो negative species को अगर मैं compare करूँ, तो minus i की वज़ासे ये थोड़ा जादा stable है, उसके comparison में, ठीक है जी, तो इसके stable होने की वज़ासे, जनता, जो left side है वो ज्यादा favored है आगे class खतम करके मज़ा आया ना तो देखो आज हमने inductive effect के basic समझ लिये कहां से आता है समझ लिया कैसे होता है समझ लिया क्या क्या groups होते हैं समझ लिया और application भी देख लिये stability में भी और acidity basicity में भी है ना तो ऐसे ही अब अगली क्लास होगी resonance की और हर क्लास में मैं थोड़े थोड़े आपको साथ साथ मैं सवाल भी solve करवाता जाओंगा थोड़े basic वाले और जब फिर सारी क्लासे खतम हो जाएंगी सब theoretical concepts की फिर अपन करेंगे धमाकेदार वाली advanced level तक की question solving class ठीक है जी तो ठीक है