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वायु संबंधित विकार और उपचार

ट चक द फोन फोन दो जरा अरे आ रहा है कि नहीं मेरे फोन में रे फोन में है सच में नहीं ये जोक नहीं कर रहा हूं [संगीत] सबसे प सीख लिया शीत देखा अल्प देखा लघु देखा अल्प लघु अन देखा वा टेलिंग की इट इ इंद्रिय संयम एट द लेवल ऑफ शरीर एंड मन क्यों बेसिकली क्या है कि वाद व्याधि का स्थान जो है वो शरीर भी और मन भी है मेन पोर्टेंट चंचल ही मन वेरी पोर्टेंट चंचल है उसको वायु का कारण है इसलिए मनो निग्रह में सबसे पहले वा शमन चिकित्सा ही इंपोर्टेंट है लेट र उ इसलिए व इतना उ का प्रयोग है गोमूत्र का प्रयोग है का प्रयोग है ल का प्रयोग है या तो प्रयोग वस का प्रग न ठीक ब य जब विवा अजवा का टेक्स्ट सिर्फ और सिर्फ न सेक्स या अधिक सेक्स व एक है एक ्र आद में सर्फ क उसम है तो वो आपकी जरूरी नहीं कि व आपकी सिर्फ जटल आपके बोलने से भी जदा हो सकता हैने आज बहुत क्लास ली मैंने दो या तीन घंटे लगातार बोला उसके बाद मुझे गले में दद और कल काता नहीं के में निदान क्या है वा कास में लैंड कर रहा है मतलब का का संप्राप्ति वाद दुष्टि जहां भी हुई उसके बाद वा कास में लैंड कर रहा हैट मीस वो हमारा किसका अयोग है क्या बोलते है त्रि आयतन है ना हमारे काल परिणाम एंड एंड काला कम योग न्या [संगीत] काल क त मिथ्या योग है मतलब आपने नी बोला ख खना भी हमारा क्या बोलते कि किसी बात क बो कान में दर्द है में दर्द क्या त स्निक सा भी ना हो क्योंकि इतनी स् नहीं है व प स् एक्टिविटी नहीं है ट इ मोर ऑफ अ ठीक है ए मै मैसो फॉर एपल जैसे सेक्सुअल एक्टिविटी है तो सेक्सुअल एक्टिविटी वो बेसिकली बहुत आपका क्या बोलते शारीरिक श्रम मांगती है समय अल्प है बट वो इसका मतलब ये नहीं कि आपने सिर्फ एक वन टाइम से आपका वा प्रकोप हो जाएगा नहीं वो रिकेंट अगर आप इस एक्टिविटी में है आपका देह बीण है स्टिल यू आर मोर ऑफ इनटू सेक्सल एक्टिविटी फमेल चाहे मेल दोनों इसीलिए जब हमने ब्रह्मचर्य ब्रह्मचर्य पढ़ वहा कहा है कि जब सेक्स खत्म हो जाए उसके बाद दूध प एटलीस्ट कोष वायु को हम शमन करें गर्म दूध पीके तो ताक व शाखा में दिक्कत ना कर क्योंकि वायु कोष ज्यादा होगी तो शाखा में गमन उसका जल्दी होता है बोला है उ उससे क्या होता वम क्या है शरीर चे तो सेक्स शरीर चे है दोनों कंडीशन में शरीर की चे होगी तो को से धातु है सॉरी आपके दोष है शाखा में गमन करें हमने दूध गरम दूध प क्या कर दिया शाखा में गत उसका रोका इसलिए गम दूध दिया और व गरम दूध देने का कोई तापर नहीं ठीक है नेक्स्ट प्र जागर रात्रि में अधिक जागरण करना या जागे रहना सोना नहीं उसका मतलब क्या है है वायु बड़ा है तो जागता रहता है आदमी तो वो कॉम्प्लिकेशन के तौर पर है एंड सेकेंडरी क्या [संगीत] है रात को जाग रहा है कोई काम है उसकी वजह से रात में जाग रहा है तो रात में जाग रहा है तो रात में जागने का क्यों वायु प्रकोप है क्योंकि रात्रि काल जो है बेसिकली क्या है शीतकाल है शीतकाल है और रात्रि क्योंकि निद्रा का समय है तो निद्रा शरीर में क्या बढ़ाती है कफ प्राय कफ बढ़ाती है तो शरीर की स्थिति जो शीत स्निग्ध की है उसको मेंटेन करने के लिए निद्रा है करके तेमाल किया प्राय मीस प्रेडोमिनेंटली ओके प्री डोमिनेंटली वो क्या है प्राय एट द आउटसेट इज द राइट वर्ड एट द आउटसेट अगर निद्रा कहेंगे हम तो निद्रा का मतलब सिंपल से इतना है रात में कि वो आपके शरीर में कफ जो आपका क्षीण हुआ है दिन भर में क्यों क्षीण हुआ है कर्म करके आपने काम किया दिन भर धूप थी उससे क्ले का शोषण हुआ स्वेदन ज्यादा हुआ आपके शर का कफ जो प्राकृतिक कफ उस क्ण होता तो रात्रि में क्योंकि आपने भोजन किया आहार किया उस निद्रा उसम जा तो उसम क्या हो शरीर में एक इक्विलियम मेंटेन करने के लिए बॉडी क्या करेगी लेटस डेवलप द कफ इनक क्योंकि समय शीत है शरीर स्निग है तो शीत और मिल क्या करेंगे शरीर में प्राय प्राकृतिक कफ प्राकृत रूप से कफ की क्या करेंगे समता की तरफ लाे उसको बढ़ाएंगे समता की तरफ लाएंगे जो क्ण हुआ है ता आदमी ने सुबह उठना है तो वो शरीर में कैसा रहे फ्रेश रहे फ इसलिए रात में जब दही खाते है तो सुबह उठके शरीर जकड़ा होता है क्यों हमने क इंड्यूस किया बडी में न आप बहुत हैवी मल करेंगे सुबह उठके शरीर जकड़ रहता है क्यों य हैव इंड्यूस एक्स्ट्रा कफ इन द बॉडी और उसकी मेटाबॉलिज इतनी ज्यादा हुई कि शरीर में अभी कफ पूरी रूप से विलयन ही नहीं हुआ उसका पाचन ही नहीं हुआ आम के रूप में अभी भी शरीर में इसलिए सुबह उठने में दिक्कत हुई इसलिए गट ने क्या कहा मूर्ति जी जी देख के देखे व जी हुआ या नहीं हु पंखा बंद कर कम कर ठीक है वहा प्र जागर का मतलब ये है अगर आप रात्रि में जाग रहेंगे तो रुक्ष ीत तो है ही बट अब स् गुण बॉडी में डेवलप नहीं होगा अकॉर्डिंग स्निग अपने नर्मल लेवल तक नहीं आया मतलब बॉडी में कौन सा गुण डोमिनेट कर रहा है रक्ष रक्ष इलिए के निन में स्प नेक्स्ट श विमा उपचारा दो शब्द विमा उ पना विमा उपचार विषम उपचार होने के कारण वमन कागन कायो रक्त मोक्ष कायो योग व्यायाम योग कायो बैठे रने उा बढ़ती है शरीर में जब अने पती है स्म डिफरेंट है बैठे ने लप होता है बत होता है स्म रट है तो य विमा उपचार बसली ट्रीटमेंट म लेसी कोई भी हमा इंटरवेंशन जो विषम रूप से हु विषम मतलब सम नहीं है और सम नहीं है मतलब अपनी मात्रा के हिसाब से नहीं मा [संगीत] मात्र का अनुसार नहीं है दोष असिक शव कैसे उपचार दोष के श्रवण के लिए है या रक्त के हमने पहले समझ लिया कहने से पहले सम लिया चरने उसको फिर से रिपीट किया दोष का मतलब न और एने क्या जब भी आपके बॉडी में त्र दोषम आपने चिकित्सा की है ष चिकित्सा आपका फल नहीं दे रही है देन लो रेफरेंस बा व्याध लेलो रेफरेंस कहीं का भी लेलो डिंगली जब आपकी बॉडी में त्रि दोषम चिक काम नहीं कर रही है मतलब उस उपचार से ठीक नहीं हुआ रु उपचार से ठीक नहीं हुआ शत उपचार से ठीक नहीं हुआ उ करने का समय र मल का इस चरने कहा नीचे से काट दो पेड़ पेड़ के मूल से काट दो पेड़ बड़ेगा ही नहीं छिन मूला विधते छिन मला म नीचे से जड़ से काट दो रक्त को काट देंगे तो व भी पर उसका अयोग हो गया तो रक्त अयोग के लक्षण क्या क्या है प्रलाप है भ्रम है दनता है जीव नाश है जीव है वो जीवा दन है वैसे वसे पड़े वैसा भी है तो यहा पर एक कंडीशन आती नेक्स्ट ऊपर हमने लक्षण पढ़े रक्ष अल्प फर से कया लन है जी हम समझने की जरत नहीं पड़ी ल व क चुका है अल्प किया आपने आपने लघु किया किया आपने व्यायाम अधिक किया अने सब कुछ किया उसने क्या क दिया लन स लन को कने और क्या चीज कही लनल शब्द है लन को क्या कहा उसने पाचन है शमन है शोधन है डिफरेंट टाइप के लन [संगीत] ल वो क्या है लंगन है ना तो फर चतु प्रकारा सं शुद्धि वमन विरेचन बस्ती रक्तमोक्षण नस्य शस पाचन दीपन शु पिपासा धूप अधिक होना वायु अधिक रहना कितने तो फिर वो सारे ही लंगन उसने कटेक्स में कए मतलब अधिक धूप में रहने से भी आपको बा हो सक क क् क्वेन य है कि अधिक धूप में रहना भी इसीलिए क दिन भर में आपका क्ले शोषण हु शर से पि सं ा पानी गलको नींबू पानी या नायल [संगीत] पानी अ हवा में रहना भी आपको करता है सिंपल सा ले लो हवा ज्यादा है आपके होट क्यों फट रहे है आपकी स्किन क्यों फट रही है कक्स सिंपल सी बा ठंडी हवा में नर्मल वो त्वचा का प्रकोप है नेक्स्ट प्लवन प्लवन मतलब तैरना तैरना इसलिए क्योंकि इसमें आपका पूर्ण शरीर रूप यूज होता है और वो भी फ्लोइंग एलिमेंट की तरफ या फिर अगर नदी में बेसिकली पहले स्विमिंग पूल के काटेक्स में तो बात लिखी नहीं है बट स्टिल अी स्विमिंग पूल के कांटेक्ट में स्टिल वो एक क्या है मीडियम है जो कीस्ट कर रहा है हवा नहीं है हवा जय हाथ मारा इसम फमल एक्स वा जड अमाउंट की फोर्स य हु इसम य करने तो पानी में कितनी होग ज्यादा हो मीडियम बीच मेंको धकेलना है मुझे मीडियम केडिंग वही बात है अति व्यायाम या उसके काटेक्स में आ जाएगा अति अ बहुत वही चीज अ मतलब शरीर की कोई भी चेष्टा ऐसे सारा दिन करते रहो करन में दर्द होगी बात शाम को ल यूज करेंगे इट विल बी सबसाइड इ न अति विही अति विचे विष विशेष चेष्टा मतलब विषम चेष्टा ऐसी चीज जो आपको नहीं करनी चाहिए जैसे की ़ आसन करना नहीं ये तो बहुत छोटी चीज सिलेंडर उठाना जोश जोश में बोरी उठाना एक या फिर एक दीवार से कूद जाना मजे मजे में व क्या विषम चे है शरीर कूदने के लिए बना इतनी बड़ी दवार से कद जाए उसके लिए बना व किसलिए बना आराम से चलने के लिए विम च या फिर चलने के लिए कहा है तो चलते ही नहीं है वहा भी दिक्कत आ जाएगी ले क्या अण कारण नहीं फैसे बैठे बैठ कारण है कुछ स्ने नहीं ट्रेवलिंग में स्वेलिंग के पाव में कारण क्या उसम संप्राप्ति का कारण क्या है लिंग वाय है का कारण क्या कुछ नहीं इसलिए श उसने अकारण तोसे समझने चाहिए आज केने स्पेसिफिक कारण नहीं है हमारे पास की क्यों स्वेलिंग हुई है स्वेलिंग उसम कहता है वो की उसेद जब होगा जब की बाह सिरा प्रप कफ असिक पि संदू वायु त पि कफ और रक्त तीन जब एक साथ होंगे वहा पर दूषित हो ग वायु नहीं जा पाएगी उसको एक साथ रखी हो जाएगा उस कटेस्ट में क्या है व कारण है संप्राप्ति तो यही आएगी वायु हीर कारण है तो लेटर में अकार मतलब कभी बढ़ेगा कभी कम होगा यही होता है देख ंग में ब करो तो लिंग बंद [संगीत] की वहा कारण भी हो सता लिंग है मतलब ब बढ़ना कम होना हमें पता नहीं लग रहा तो वसी कंडीशन भी हम वि कह सकते है नेक्स्ट पॉट देख धातु नाम सं तुओ का शोषण तो क्लियर किया हमने तु शोषण क्यों हो रहा है हम खा ही कम रहे हैं हम प ही कम रहे हैं या खा रहे तोसा खा रहे धातु का पोषण नहीं करता है लंघन पर हम है इस तरह का जब करते लगता है धातुओं का शोषण या सं हुआ है सं लिखा है नाय हुआ है तुी हो रही है चिंता शोक राता चिंता शोक रोग कता य किसके लक्षण है ट रसवा द चिंता चना चिंता करने से अ चिंता करने से ही रसवा की दृष्टि होती है रसवा चिंताम चना इसलिए में का पर अ चिंता य नहीं समझना अ चिंता किसने की तो मोटा है नहीं य गलत है ऐसा नहीं काटेक्स समथ डिफरेंट काटेक्स विल की व खुश रहता है मतलब ंग नो रीजन टू बी इन स्टेट ऑ चिता मतलब मुझे चार बार खाने का मौका मिल रहा है तो मैं दो टाइम के खाने के लिए क्यों दुखी होगा होगा बट जिसे एक टाइम के लिए खाने के लिए दिक्कत है तो व दुखी होगा इसलिए मोटा है त रोग चिंता शोक रोग अतिक मतलब [संगीत] दुख एक ऐसी बेडिंग जिसम आपको जैसे की एग्जांपल ट्रेन का साइड अपर और साइड लो क्या होता है अगले दिन लेगस पूरी नहीं आती है स्टिल और सुब उठने के बाद क्या होता है फुल [संगीत] बॉडी तो वो यान भी है व भी है वो और चीज भी है वो और चीज भी है ठीक है न पॉस कैसे होते प क्रोधात अति क्रोध करने से हो कहते पित्त दृष्टि होनी चाहिए करने का कारण क्या है हमारे पास [संगीत] त फॉर एग्जांपल हम कहे कि पित बड़ा है तो एक सिंपल एग्जांपल देता हूं भूख लगी गुस्सा आता है क्या सिंपल एपल आता है ना तो क्या पित बना उस कारण है इतना बड़ा है ब फर अप करने का कारण कौन है अब फरल मैं कहू आपसे की सराज और तामस में से तीनों दोषों में से क्रोध किसका लक्षण है रस रजस तो क्या बोते डोमिनेंट है बैता है उस तरह से मानसिक लेवल प तो वो राजसिक है तामसिक होगा तो वो चुपचाप बैठ जाएगा अंदर अंदर पिएगा उस दू को साथ होगा तो यार क्या छोड़ो इट ऑफ नो यूज टू डू एनी काइंड ऑ गुस्सा हा तो राजसिक और राजसिक ऐसी प्रक है कि वो चाचल से भरी हुई है या एक और उसके लिए कांटेक्ट है जो क्लासिकल है ट इ च इनिशिएटिव क्या है आरंभ ज आरंभ नहीं हो गा मुझ ड़ मारो क्या [संगीत] होगा बट आपका दोस्त गु क्यों नहीं आया विषम परिस्थिति होगी तो विषम का कारण क्या है विनी विमता इ बडी वि वाय नहीं हो सकती विषमता है ही वाय चटी किसीने बाद में य रेडनेस आई बाद की बात है प्राम स्टेज में क्या हुआ वायु वायु वायु य न तो य यह सब चीज है की दुख आस स दुख स अच्छी बेडिंग नहीं है स्टिल य विल बी फीलिंग सट ऑ पेन इन बॉडी ने म और दुख इसमें एक और भी हो सकता है कि ऐसी य क्या कहते हैं शया आसन दो अलग शब सते सोने वाली करते बपल न कबल इसलिए क्या कहा देखो भग उ [संगीत] कितना समझना दुख शया भी हो सक दुख हो सता है दो इसलिए शब् लिखाने ने प क्रोधात पढ हमने दिवा स्वपना दिवा दिवा स्वपना भया क्रोध करने से दिवान करने से करने ब प्रजा लिखा है परर और नीचे दो फ केवल बाद या नित बात दूसरा सम उपत सम है समझ नहीं आपके खा खा है दिन में तो गर्मी है और हम क्या कर रहे सो रहे तो गर्मी में घी रखेंगे जमा हुआ तो क्या होगा क सि माध होगा वायु का मार्ग अध होगा इजी है ना नेक्स्ट पॉइंट भया भय फिर से वही बात मानसिक भाव राजिक शारीरिक भाव केवल बात केवल बात इसीलिए पक्षी हल्के हैं उड़ सकते हैं भज प्राणी मत्स्य भीरू प्राणी देखते डर जाते हैं तो स्पीड कितनी है मत्स्य की उतनी ज्यादा चूहा स्पीड भय इसलिए बड़ा नहीं हो पाया कभी नहीं सोचो कभी जिस भी चीज में वायु डोमिनेट है व चीज हम छोटी है या व अधिक लंबी है दो काटेक्स है वायु विभ वायु विभाजन करती है अगर आकाश के साथ है तो बहुत लंबा होगा हया लंबी होंगी आदमी लंबा होगा अच्छा बट वही वायु काम नहीं किया तो छोटा र जाएगा है नहीं बात तो छोटा करना किसका काम है आप व यह मत कहो की पृथ्वी महाभूत कम रहा होगा सर जल ही कम रहा होगा क्यों कम रहा एजाम पल मैं देता हूं कि कैसे लि जाए एपल को की द्राक्षा है ग्रेप्स ूप में र दिया वायुम को क्या होगा उसका मतलब उसके पहले वॉल्यूम अगर 10 सीसी थी अभी वो 2 सीसी रह गई है तो न सीसी में एक द्राक्ष आहा अभी कितने द्राक्ष आएंगे उसम उसी एरिया या उसी आकाश स्पेस में पाच तो क्या हुआ कॉम्पेक्टनेस आ ना कहने का तात्पर्य कारण क्या वही अपनी वायु कांटेक्ट समझा रहा हूं वायु ही है जो ऐसे कर्म कर सकती है [संगीत] पथ समन होना और कम है थ थ डिफरेंस है इसलिए यया इस जितने छो जानवर सबने जानवर है सब भ सब दते है कोई आपके हाथ में नहीं आता गरी आ कभी हाथ में क्यों नहीं आई अगर वो हाथ में आ जाती तो उसको गति किसने दी वाय उसका चल किसने वायने इसलिए लघु है पक्षी उलो किसने किया बो वायने आकाश ने किया परकाश कोई चीज होती थोड़ी है देखो फमल य मान एरिया रहे इस वो क्या है य एरिया ख रहा है क्या आकाश अभी आकाश है जैसे ही आकाश लप हो यण किया य अब क्या है अब वाय आकाश काम होका है मेरा हाथ है जैसे मैं हाथ हटा रहा हूं देखो हाथ हटा रहा तो एक पॉइंट पर व आकाश पले डेवलप हो रहा है पर व एक क्ण में वायु आ है आती है मे पच हैपल य एक हमने होल किया अब य आकाश है और मैंने प में डाला तो अतिक्रमण हुआ वाय का उस आकाश का अतिक्रमण हुआ इना हता जा रहा धीरे ध रे करके तो एक फक्शन ऑ पॉइंट के लिए पहले आकाश डेवलप हुआ ब वही तो अन भाव है क्या अत अंतर भाव है जो महा भूतो का होता है आकाश वायु आती है वायु वही तो बात है वो उसको कंटेस्ट अगर आकाश है तो वहा सबसे पहले अतिक्रमण वायु का हुआ है और वायु में और चज लप हुई अगर इसको ऐसे है इसको अगर मैं क्या बोलते कंपैक्ट करू तो क्या जो यहां पर 10 मॉलिक ऑफ ऑक्सीजन फॉर एग्जांपल हम ले लेते हैं वो कंपैक्ट होके नजदीक आए होंगे नक आ एलपीजी का काटेक्स यही नहीं हमारा एक खाली सिलेंडर उसम हवा प्रेशर लगाने के बाद पानी ए क्या व पंचक संगठन में नहीं आटेक्स्ट है ना तो यही ने क्यों लिखा समझने के लिए समझना पड़ेगा क्रोध और कसे केवल होगा उसम पि की क्षीणता होगी हमेशा पि कैसा होता हैर सा प उसको अभ प्र की क्षमता देता है अ मतलब क्या है जो चाहेगा वो पूरा कर पाएगा मेर साधक पि की पढ़ रहा तो पढ़ने कारा मनता पांडु पेशेंट इसलिए तो क्या बोलते चड़ होता है साता है उसम क्या बोलते उस को इट ू क्या बोलते है जिस तरह से की हा मैं करता करना चाह रहा हूं मलब वो हा मतलब इसलिए शब्द है निसार है आंखे नहीं कर रहे या आंख बंद करके सो जाता नहीं सुनना है बहुत काम का कान काम नहीं कर रहे जोर से मत बोलो मैं काम नहीं कर सकता थकावट है निसार श्रिया तु में सता ही नहीं है इसलिए ्र शिल हैला लक्षण पांड का इसलिए वा पांड होता है है ना ये य काटेक्स है एक भय एक काटेक्स नहीं है समझना भय तो एक सिर्फ शब्द है कि केवल वाक लक्षण कह रहा है सर वो भय जति साथ में क्या होता है मल कैसा निकलता है पानी निकलेगा टूटा हु निकलेगा भिन्न निकलेगा ड़ने वाला कौन है वायु विज उसको उसको लिक्विड फॉम में बिल्कुल छिन कर दिया पानी के साथ मिश्र हो रहा है कौन कर रहा है वो क्रैम्स आपके पेट में किसके पास है इतना गुण कि आपको रजा कर सके आपके पेट को ऐसे मरोड़ के बाहर निकाल सकते कफर पित में है इतना नहीं खांसी है तो बेचारा यही फसा रहता है कफ अपना जोर निकाल के हम बाहर निकालते हैं है कि नहीं बात तो फिर निमोनिया जाता है नीचे फस जाता है प जाता फिर नीचे लेटक जाता है पेट में पानी भरता है तो यही रह जाता है तो फिर वो इतनी ताकत किसम है इसलिए क्रोध का कांटेस्ट भी समझना आ इसमें दिवा स्वपन तोलो अलग काटेक्स है समझना और मानसिक भाव है दोनों मब मानसिक भाव की वमेंटर वि प है तो क्रोध जैसी कंडीशन है और केवल बा कंडीशन है या हम ऐसा मानले य वायु तो काटेक्स है पर पि थोड़ा बड़ा तो क्रोध है पि थोड़ा क् है तो भ है एक मतलब है या मतलब जिसको भय होगा उसको क्रोध आएगा कम आता है टेक्स्ट बात क जो डरता है व गुस्सा कम करता है और जोसा करता है वो एक्सप्लेनेशन देता है घसा एक्सप्लेनेशन की तौर प आता है ना जस्टिफिकेशन मतलब ऐसा है कि किसी चीज की पूर्ति ना होना क्रोध का जनक है जैसे फप 15 मिनट लेट आया क्या या 15 मिनट लेट आ रहा है गुस्सा वो क्या है क्या है वो अपूर्ति किसी चीज का पूर्ण ना होना क्रोध का कारण है ऐसा कहता है शास्त्र हमारे 10 नंबर आना चाहिए आ या 10 चाहिए ों नहीं क्रोध तो 10 आए आठ आए वो कौन कर रहा है य के पास नहीं पित्त का ज्ञान पित्त है कि नहीं वो पित्त का जो हम लक्षण पढ़ते हैं 12 चैप्टर में बुद्धि मेधा पढ़ते हैं वैसे लक्षण वो वो तो वैसा नेक्स्ट क्या है वेग संधारण 13 प्रकार के वेग उनको संधारण तो ऐसा नहीं है ये कि आपने पुरुष का वेग रोका तो उसमें आपको ऐसे लक्षण मिलेंगे ये कॉन्टेक्स्ट कहना चाह रहा है चरक कि पुरुष एक धारणा में देखो ऐसा कॉन्टेक्स्ट आता है अना होता है गुल्म होता है पार्श्व सूर होता है ऐसा ऐसे लक्ष तो सम त लसे उ सम ने ज सब होगा हु तो मानो स पे नहीं सर रोकता हम उ जाना जैसे हमने क्या प की वेग बोलो गग के कटेक्स में लक्षण कना [संगीत] चारहा कटेक्स में क्या हो सकता है मत्र है का मतलब क्या है किस जो आपका आ उसका बा इसका इससे [संगीत] आगे फ शलोक में क्या य पंच पुरा [संगीत] पच तासा मतलब [संगीत] दोष क्या बो वायु आहार शता से सम उ दो पम का आम का कचा कचा बाने रखा उसको निकलने बने दिया तो हो क्या जब उसका अपटेक होगा बडी करगी संस्कार हो उसका बडी करेगी तो बडी किसम में करेगी उसको तो पहले कौन से धातु में जाएगा दिखता उसके साता बीमारी की हो मैक्सिमम त चला गया तो स्टिल नटेक्स समझाया ना कि रोकने से आपको स्किन हो ने हज बीमारिया और हो सकती है समझ आता है और सता है लाइक क्या जी [संगीत] [संगीत] किस क्या बात कर है टेक्स्ट तो वही आम अगर आपका रक्त में चला गया र आपका तो क्या कल जा रक्त नहीं कॉज करेगा क्या कल वो जाग विसर्ग कॉज नहीं करेगा विस तोर रस की बीमारी नहीं तो रक्त की बीमारी है कांटेक्ट समझना है कहना क्या है तो वेग संधारण य जितने भी प्रकार के हमारे वेग है उन सबके कांटेक्ट की बात कही गई है ऐसे नहीं है कि वो सिर्फ और सिर्फ ये कह रहे कि मुत पुरुष का जो मत्र पुरुष का आपका जो वेग है उसके लिए काटेक्स में बात कर आम अभ नहीं आभ खा आ कहा लिखा है इस इस बुक में क्या है य मूल में देख लेे रे क्या है ब इस लिखा है आ आम से कैसे बा दुष्ट हो सक है उसम होता क्या है शरीर में आम की संप लप है या अगनि मा की संप्राप्ति डेवलप है पेशेंट जो है रता है कर ता है जिस से को वायु बढ़ती रहती है क्या य वि वायु वहा से जाकर के व दूषित लेन शमा के स्न ले जा आवा काटे क्या है व ल का का है मतलब कोष में तो रुता है ब धातु में आम है शाखा में आम है प्राय वो आम है रस धातु आशित होता है इसलिए आम लिखते लोग उसको रस धातु विकार में लिखते है प्राय इसलिए उसम लक्षण आते हैं उले जवर अंग मर्द वसे लक्ष आते और उसम देखोर धातु आशित है दिखेगा इसलिए व शो दिखता है अगर पित्त संश हो तो वहा द मंडल दिखते हैं और उसम एक लक्षण जो मिलता है बहुत अच्छा व दबाने प हमें अच्छा लगता है जब धूप पड़ती है तो हमें अच्छा लगता है गर्म लगता है तो अच्छा लगता है आम बात जबक शाखा में कोष में रुता है इसलिए एर तेल उस बेस्ट मेडिसिन कही है कि पेट में हम इरण तेल डालेंगे वो तो वता करेगा पर क्योंकि उस उष्णता है व शाखा में जाके उष्णता करके आम पाचन करेगा इसलिए रण तेल समझे इसलिए गुगल गुगल क्या करता है वा को शमन कर बता है ब कक उस न करेगा बट क्यक उसम गंधक है गुलू है त्रिफला है तो शाखा में जा उता करके व क्या करेगा व से आम का शोषण करेगा या फिर आम पाचन करेगा इसलिए कंडीशन बहुत ता कंडीशन ठीक है ना तो आम से व कंडीशन सम एक और में आते आत तु मतलब धातु आपका एलिमेंट फ्लोटिंग है तोव कैसा हैम संश है उसम आम का काटेक्स ज्यादा है तो आम काटेक्स होने के कारण किस संप्राप्ति में जा सकता इ संप्राप्ति सकता है व के साथ हो तो इट ल इ संपति या र दष्ट करे कल को जा आ जाएगा फर में लैंड करेगा वही आम आपका रस धातु हु तो आमवा की सं ल कर रहा है वही आम आपका सिर्फ रसत हुआ रस से पीछे बोलता हूं तो मैं ये बोलता हूं कि अमाशय आपका अमाशय पक्वाशय है और रस धातु उसके बीच के कांटेक्ट है जहां से सिर्फ अपटेक हो रहा है वहां तक है तो जवर संप्राप्ति है नहीं इसलिए आमवात में ज्वर दिखता है वात में देखो के बा ज्वर दिखता है शोथ में देखो ज्वर दिखता है तो जवर कहने का तरीका है स ज्वर है नटेक्स क्या समझा रहा है कि अग यहां से छोड़ कर के शाखा में प्रवेश कर हो चुकी है क्योंकि वहां पर आम कम है आम ज्यादा है उसको पचा है उस पचाने के कांटेस्ट में धातु जो हीट जनरेट हो रही हैट नप इ बडी एक्स्ट्रा कर्म है बेसिकली उसका उतना ज उसको आपने ओवरलोड किया बडी कोपन स्टेटस बडी का बट य वसा नहीं है य लन पले आम है तो लन से भी आम की उत्पति हो सकती है बोलो कैसे मोर ऑ लन ट वि स्टस वॉ कॉ फम प् 971 इनकमिंग वॉइस साक्षी को फोन मिलाओ जरा एक बार इटर इंटर सीपी तो आम का कांटेक्ट यहां लन से विपरीत भी हो सकता है लंगन के कांटेस्ट में सकते अगर लंघन कांटेक्ट है तो इट मींस [संगीत] पर्यंत पहुचने प्रयत्न करता उसका मतलब ये है कि लंघन में अगर आपने लॉन्ग टर्म किया है तो इट कैन आल्सो लीड इ टू विषम अग्नि विषम अग्नि का स्टेटस आपका लॉन्ग टर्म में कोष अगनि मान देता धातु आग्नी मान देता लॉन्ग स्टेज में वो आपको आम धातु भी कर सकता है को लेवल प इतना नहीं होता आम जो आम का कांसेप्ट है वो धातु लेवल का है धातु लेवल प ही आम की जो संप्राप्ति वो एस्टेब्लिश होती है क्लियर है ना आम की क्यों आ कंटेस्ट दिया है फिर टेक्स्ट समझना है कि लंघन में क है और आम में क है लंगन सेसे विषम अग्नि का स्टेटस होगा देन ली ऐसे क्योंकि लंगन आपकी अग्नि को वृद्ध भी करता है ऐसा नहीं है ऐसा नहीं लन सिर्फ क्योंकि लंगन ना होता तो फिर गा थोड़ा सा लंगन ना होता तो क्यों आपकी बॉडी में चरचा कहते की जसी कंडीशन में लंगन करो अग्नि को बढ़ाने के लिए कहा अच्छादित अग्नि है उसको दूर करो वसे इस कटेक्स में ये सेम कांटेस्ट हम समझ सकते है नेक्स्ट पॉइंट क्या है अघात अघात से त एक होता है ब के साथ रक्त हमेशा होता तो ऑटोमेटिक ज में पढ़ाया पर आ तो काटेक्स समझना है ठीक है अभी जब भी होगा अब कभी भी इट्स त प्स रक्त कभी भी एवर त एंड रक्त अ मतलब कोई कोई भी चोट कोई भी कोई भी चोट मतलब अरून अंदर बट इसको दूसरे कटेक्स में समझ तो उन्होने अभ घात शो कहा है अभी घात जवर कहा है पीछे तो वहा क्या लिखा है लकड़ी से लोट पत्थर से कहीं से गिरना पतन मारना रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट जो भी सिर बजना कुछ भी त व सब त डोमिनेंट है उसम रक्त की इमेंट है त रक्त लंग टर्म में क्या त रक्त में लैंड कर रहा है या तवा में ल ट मतलब त रक्त में मतलब त ए रक्त हो रति में जा रहा है बट नहीं रक्त इमेंट नहीं क खुद अपने आप में एक है एक समझना जरूरी है नेक्स्ट मर्म बाधा मर्म बाधा मर्म प जब भी आपको किसी प्रकार का संकट मर्म जो है व प्राण का स्थान है और प्राण मूल रूप से वायु है व किसी भी प्रकार का अगर बाधा है मर्म स्थान पर तो वहा पर भी वायु का क्या हो सकता दृष्टि हो सकती है और इन दैट कॉन्टेक्स्ट हम उसे भी हम व्याधि का कारण समझना चाहिए फिर आगे कहते हैं गज उष्ट अश्व शीघ्र यान संतान संतान है ना मतलब इन चीजों में क्या करना इनसे अधिक इनसे क्या करना तेज बहुत इनका वो करना यूज करना अधिक मात्रा में तो कॉन्टेक्स्ट आज के चेंज में कैसे होगा गज नहीं है उष नहीं है घोड़े नहीं है आज के काटेक्स में क्या है अधिक ट्रेवल करना कन बीपल आप कार से ट्रेवल कर र और बस में ट्रेवल कर रहे फर्क है फमल एक हमारे पास पेशेंट थ वो क्या करती थ डेली उसने वो गठरी है उसकी साड़ी सिर ले जाएगी बस से जाएगी 20 किलोमीटर बस से आएगी बाद में य द तो कुछ नहीं लक्षण है साहस ज ऊपर से अ यान का तो वहा स्नेहन इली आपका हे करेगा य डिफाइन करलो उपित ना य कटेस्ट कह दि चने य स समझो फिर क्या समझो दे इनटेक्स इन सबके काटेक्स में यदि सोत में रिक्ता है सत त नहीं हो सकते कभी भी हमेशा परिपूर्ण में ता मतलब उन दो गुणों की रिक्ता मतलब स में गु की रिक्ता है मतलब ता ज्यादा है य समो व उता ता है मतलब वहा मतलब व उस चीज की कमी है खाली है ली खाली तो नहीं हो सकता खाली कैसे होगा हो सकता है खाली हो सकता है खाली नहीं हो सकता ली तो हो नहीं सकता जब खाली व हो नहीं सकता तो वहा पर कोई चीज कैसे लिखा है खा दे जो तण अलो बली बलवान बलवान वाय बलवान वायु मतलब बलवान वायु म कह सकते थो सिपल समझेंगे तो सिप लुत य सम लघु त अपने लक्षणों के साथ ली वाय बली बल ल समान वायु बलवान है नहीं है उसम उता अगनि के स्थान पर रहते हुए उसका तना नहीं क्यक अग के स्थान पर है न में उतना नहीं उस स्नर का मल है एंड और कौन है उदान उदान उर क उ सुत क स्न सुरार प्राय क स्न क्या रु कर सकती है काम अपना इतना डोमिनेंटली नहीं रु करी क श होगा दिखेगी करो कभी कप क में य देखो कागज कर रहे वहा नहीं दे सकता वहार वो होगा तो दिक्कत आ जाएगी इसलिए बलवान वायु बलवान वायु मतलब अपने लक्षणों वाली वायु मैं वायु तो मैं वायु कौन है रक्ष लघु हरा सक्षम इन गुणों से क्या कर ऐसे स्रोतस जहा कोई दूसरे गुण की वृद्धि या कमी हुई है ऐसे जहा पर वायु डोमिनेट कर सकती थ मतलब खाली नहीं रहते शत यही समझना हैम यही समझना है मतलब खाली स में बलवान वायु पूर्ण हो जाए य तो क पाइप उसके अंदर पहले कड़ा था हमने साफ किया ह र बॉडी काटेक्स थोड़ी है बॉडी का कांटेस्ट क्या है एक पल है पास एक पल नेहा जिसे क्लेर कहते है वो प्राय रूप से श होना चाहिए ब उसता कम है कम मतलब पले बन य बलवान य अपने गु वाली ने जितना ज्यादा उसके अंदर हो वि गुले नहीं मता नहीं होगी ला नहीं होगा इसलिए तो कहा हैन करो दो हो हो पले करो कर बाद में दो शाखा से हो सेम सिपल वही दे फिर क्या हुआ करो अब करो कर सकता है वो करता है य करो ऐसा लि करेगा करता है क्या करो विधान व्याधि कैसी व्याधि हमें नहीं पता कितनी कक वायु को समझ पाना अचत तर से विधान कैसी सर्वांग एंग सर्वांग एंग चार प्रकार सर्वांग एका सर्वांग एका मतलब फुल बॉडी वन पार्ट वन पार्ट वि फुल बॉडी जसे फर एपल मैं एपल देता हूं यहां से यहां नीचे से नीचे वो क्या है पीठ से नीचे यहां से य वो क्या है सर्वांग एंग है एक आंग है एक आंग एंग कांटेक्ट ऑफ टू व्याधि वैसा समझर है सिर दर्द है कान में दर्द हो क्या है सर्वांग हैंग आंख में दर्द हो रहा है पीठ में दर्द हो रहा है मतलब दोनों ट क्लियर हो जाएगा य सेर जब भी क्या बोलते व्याध वट तो कप कंपलशन लवे कप जब भी कोई बीमारी रक्त की इमेंट के बना होगी ही नहीं कभी भी नहीं कभी भी नहीं उतर तंत्र नेत्र विकार क्या कने सुत ने कहा [संगीत] है अभी ज बो ने रोगों की संप्राप्ति क्या है [संगीत] संतान सुत है फ चटर अध्याय उसके उसम ही है संपति [संगीत] फसस हर जगह रक्त वट समझनी जायते र कर आगे बना रट बी नहीं है बना नहीं होता सुन में कुछ लिखा हु वाय लि वोस है सर बो बना नहीं हो क्यों बोलो क्यों क्यों त का आ नहीं कह सकते हैं य भी अच्छा पॉइंट र काश प है और जितने भी ्र वहा आपको इंटेलिजेंस चाहिए य भी अच्छा पॉइंट है [संगीत] ए चल वायु का जदा हा गुड पॉइंट यस एक्से चल होना चाहिए इयो में इसलिए व वायु डोमिस रती है मानता बट कोई बात सही ्र काम करने केलिए जदा थोड़ा सा डिफरेंस करो थ इसको रिफ्रेम करो फ्रेम डिफरेंट से कर दो तो कॉन्टेक्स्ट क्लियर हो जाएगा प्रणनम जीवनम लेपणम स्नेहन धारण पूर्ण हर हर समय इंद्रियों को प्रण और जीवन की आवश्यकता है हर समय उनको प्रणन और जीवन की आवश्यकता है प्रण मतलब पोषण जीवन मतलब जी और वो एक ही आपकी धातु है जोट इज रक्त रक्त मतलब बलड वाला रक्त दोनों ब्लड वाला रत वाला ब्लड वा क्योंकि चकने के बादर और रक्त दोन मला चने विमान स्थान में कहा है र त का एकही होता है रस और रक्त कभी विजित नहीं होते होता है मूल में भी डिफरेंट होही होता है एक सिंगल स्त मार्ग इसलिए मल डिफरेंट है इसलिए जब ग्रह उसने कहा नेर र र के दवारा दलो करता है रत का स्न है रस कान सेम एक ही बात क श चे कर चला चला चला स में विक्षेपण हो य अच्छा इसलिए श रोग सारे बेसिकली किस लिए क्यक इंद्रियों का पोषण नित्य होना आवश्यक है इंद्रियों से आपका नाता टूटा तो पहला लक्षण क्या होगा य लॉस ऑफ परसेप्शन ज्ञान का अभाव मतलब मन को पता है देखना है इंद्रिया देख ही नहीं पा रही है कौन पहुंचाएगा आमा तक संदेश बुद्धि जनरेट करने के लिए बुद्धि पतिया भवान बहु कारण यो जान युक्ति ल आ गया युक्ति य चश्मा रख के ऐसे पहनना इसलिए मृत वर्ग की सिद्धि हो रही है इस समय बुद्धि वो देख रही है जो युक्ति ने सब कुछ किया बुद्धि पतिया भवान बहु कारण आंखे है ये है किताब है ति त्री काल आ गया तीनों काल में देख सकता हूं मैं ठीक से मॉर्निंग इवनिंग एंड डे टाइम ये है क्या तीन काल नहीं नहीं त्रिकाल का मतलब बेसिकली भूत म ये बेसिक वही है अभी के समय में मेरा त्रिकाल क्या है दिन का समय रात का समय और सुबह शाम लाइट है अंधेरा है डिम डिम लाइट है हर जगह फिट होती है बात हैना थोड़ी कुछ नया है कुछ सेम कांटेक्ट तो क्लियर क्या है शत प लेता शत सॉरी रक्ष शीत अल्प अन विवा प्रजा गही विमा पचारा दोष लंघन त धातु नाम सं चिंता शोक रो राग अति कता दुखना क्रोध दिवा स्वपना भया वेग संधार आमा अतात अ भोजना भोजन लिखा है देखो ऊपर रुक्ष लुटे डालने के लिए अ भोजन करते है बेसिकली दो फास्टिंग बेसिक सबसे पहले दिखेगा र र लज टम लंगन नजन कटंग लन लन ट्रीटमेंट है ी अजन ी उसने बोला एक टाइम खाना खा रहा उस पहले पतला हुआ रर काला पड़ रहा है क्यों काला पना नाम क्या है अभी क वा टमेंट को ब कहते ब मलने बोलते म अ करोन सर्वांग अब बोलो निन कहा था इससे ऐसा होता है ऐसा था इसम ऐसा करने से ऐसा होता हैसा क नहीं था ऐसा हुआ तो ऐसा हो सकता है कटे अंडरस्ट निन की क निन पेशेंट आपको कभी चोट लगी हो या फिर बैठने जैसे फॉर एग्जांपल मैं बताता हूं मेरा एक फैमिली में रिलेटिव है वो आईटी में जॉब करता है बेंगलुरु में ही इ ए3 ए4 ए5 लप्स सिटिंग ज क्या हुआ दुस खो कंप्लेंट ऑफ दुख आसना डिंग टू पृ रूजा कितना मुश्किल है बा डायनोस करना कर रहे ग पता नहीं क्या ब नो सब वही क अंडर अंडरस्टैंडिंग लप करनी ऐसा करेंगे तो ऐसा होता नहीं ज नहीं मतलब दर्द है किसी को तो व दुस जा द ब जाए सिपल बात किसी को दर्द हैजन में द ब द ब बत ठीक है जैसे कि मैं बोलू की जो बोल नहीं सकता उसकी जीवा तो है ना फने तो यु का कम फने वाय उ गला [संगीत] नासा उसम अधिष्ठान है इंद्रिय है कर्म नहीं है क तो यु करती है सुता है मैंने चटी काट द कम होगा टांग है सब कुछ है सब कुछ है बाहर सेस कुछ सब कुछ द नहीं क्या हु कर्म नहीं है प प क प इन सबको काम कराने के लिए प ड वाला [संगीत] चाहिए बक च चलो चलो जाना इसलिए हमशा ट होती है वायु के काटेक्स में भोजन के काल वायु के काटेक्स में ल प काल या क काल नहीं शोधन के में प उसी टाइम शरीर में वाय क्या अने बीच में समान ने के बाद उजन उतर य की दिक्कत [संगीत] है बोल के भी तालू शोष हो रहा है तो इस टमेंट लिखी है चरक ने गृत पान भोजन उतर खाने के बाद गृत पान करना है पहले नहीं पहले करेंगे तो इट विल टारगेट अपान अपान की तो दिक्कत ही नहीं है टारगेटिंग इज वेरी इ टारगेटिंग क्लियर हो गी री इसलिए वातव्याधि इतना इंपोर्टेंट हो जाता है समझना क्योंकि पूरे वायु दिक्कत कहां करती है वो समझाता है आपको पीछे अभी हमने बहुत आगे से शुरू किया बट इसमें पीछे सब कुछ था उदान पुनः नासा नाभी कंठ वाक प्रवृत्ति देखो सर आपको कहने की आवश्यकता ही नहीं है मैंने बोला ना आप पड़ा होगा आप कहीं का कहीं फिट करेंगे च वही फिट होगा प्रति देख प्रवृति कर्म है प्रवृति वा प्रवृति कहने का कर्म है कहने की ज्ञान नहीं है इट न पोर्टेंट ट न मा ट क शब् ही कर्म नो इंग्लिश वन वा प्रव प्रवृति य समझ ये पेन है ना तो लेखन प्रवृत्ति क्या है ये ये नहीं लेखन प्र लिख पेन को बोलो लिखे [संगीत] लिखेगा तो वो कौन करेगा बहुत इंपोर्टेंट है वाय का कॉन्टेक्स्ट समझना कि इतनी सारी कॉन्टेक्स्ट है और इतने सारे कांटेक्ट में वायु कोपी तो हो सकती है मतलब हमने इससे क्या समझा कि अपने गुणों से वायु गपित होती है दूसरे के गुणों से वायु गपित होती है जो उनको चला सकती है उनके रुकने पर खुद नहीं रुक सकती रुक बस आ ग आगे से अब क्या करेगा शफ क्या करेगा मारने की कोशिश करेगा साइड करने व दर्द होगी पटली करेंगे बस हटा दो चल पड़ इसलिए पोटली प इसलिए तो है लो इसलिए य काटे समझता है फिर च कहता है लक्ष तेशाम किसके तेशाम किनके तेशाम तेशाम उनके उनके उसके लिखना त लक्ष तस कहा की शलोक में प [संगीत] लि विधान व्याध डिफरेंट का ध बहुत ेर सार एवरी व्याधि उन स धि में अव लक्ष शम पूर्व रूप विमित वा विकार में अव्यक्त अथवा ईद व्यक्त लक्षण होना ही उनके पूर्व रूप होता ठीक है अव्यक्त लक्षण तेशा पूर्व रूपम अव्यक्त लक्षण होना ही पूर्व रूप है बात हा एग्जांपल देते हैं कैसे देंगे आपको एग्जांपल हम अव्यक्त होना ही उसका पूर्व रूप है एग्जांपल मैं लेता हूं अ आ अभ मैं उठा मेरा पाव बेड में बज गया चलते चलते क्या होता क्या इस ध्यान ना देना नहीं लक्षण आया डरे लक्षण आया निन क्या है अभ म म में बादा हुई अथ ला छोड़ो फमल य है दर् उससे पहले पूप क्या था अभीत किया म बाधा की म दया कु म दबाया दया ठीक हैप दयाने म बाधा कसको किसको दिक्कत कीने वायु को मतलब मैंने कैसी चेष्टा की थप लाल होगा प आया चलो चता लय वायु माय डियर वायु डोंट बी सड पहले ठंडा पड़ेगा फिर गर्म होगा वैसा वैसा कांटेक्ट है ये अव्य ल लक्षण तेशाम पूर्व हमेशा वातव्याधि में पूर्व रूप जो होंगे वो अव्यक्त होंगे कॉन्टेक्स्ट हम पढ़ रहे हैं कैसे समझने का दो मैंने बता दिया अभी त समझाया बढ़ दूसरा पैरालिसिस हैना एडेंट होके फॉर एग्जांपल पैरालिसिस ले लिया हमने गाड़ी प मैं पैरालिसिस नहीं लेना चाह रहा हूं क्योंकि फिर मैं पक्षाघात को तुम्हारा पैरालिसिस में कोलेट करूंगा और दैट आई डोंट वांट कि पक्षाघात में वहां डालू लेटस से कनपेन कप पु वायप पु आवत वायु है पु आवत वायु ट स्पेसिफिक कशन वाय हमारी है क्लासिकल हमारा कसप पवत वायु प्रवत देखो जरा कहां है कफ आवृत बाद पुरी आवृत वाद चाहिए अनावृत वाद स्व स्थान आवृत वाद आम आवृत वाद पूर मूत्र देखो मूत्र अनिल मु य चिकित्सा आ ना पीछे आएगा इस बुक को छोड़ बौन शक् में ख देख मलावत देखो नने बो व क्या हैप क्या है जब आ जाएगा ना तो लगेगा आज बटिंग है व हो चुका है व वो हो चुका है आज खाने का मन नहीं है आज है इसलिए त एक और चज समझाती है पू रूप चीज है जिसम हम पेशेंट से एक डायरेक्शन समझ सकते है टट सेकंड है जिस मिसली करेगा सेकंड चीज पूर्व रूप चीज है जो एलसेट करना मुश्किल है अगेन उस मतलब हमेशा पेशेंट ऐसा करेगा हां था या नहीं था वी विल नेवर बी क्लियर अबाउट इट मोस्ट ऑफ द टाइम वो डॉक्टर की बात मान जाता है हां क्या हां हुआ होगा सर हल्का सा भी लगा होगा तो दे बट अगर रोड ट्रैफिक है तो आप क्या बोलेंगे है पक्का है हुआ था सर हु इससे पहले क्या हुआ था कुछ नहीं सर देख के नहीं चल रहा था ऐ जैसे जैसे मैं य रोड क्रॉस कर रहा था एक स्कूटी वाला मुझे मार के चला गया लेफ्ट राइट साइड लेटरल साइड मेरे नी के उस टाइम कुछ नहीं बाद में वहा क्या बोलते है ा पहले बा की संप्राप्ति थी क्योंकि रक्त डोमिनेंट था तो दर्द नहीं हुई उसम उष्ण तो है क्या बोला परलो बली बलवान वायु तो है नहीं में रखते जो उन से डोमिनेंट होगा वै लक्षण आएगा बस दो दिन हुए दर्द दर्द कोई नील नहीं था वहा कोई शो नहीं कोई दर् केवल बा स्व पर कुछ ठीक है तो अ रहेगा पू बट क्या रूप तो आप पोर्टेंट है आप शब्द समझना य आत्म रूपम आमिक लक्ष ऐसा क [संगीत] रहा मैं इतना सब कुछ होने के बाद चीज आ जो वयो लघुता देखो त व्या कहती है कि जब पूप स्ना हो तो व्यक्त होने से वह लक्षण कहलाता है लक्षणों का स्थिर ना रहना तथा वायु द शर में धातु को शोषित करना शर में लता हल्कान प्रतीत होना आ डोंट गो विट अय ल अय देख क्या लि आत्म रूपम व्यक्त यद व्यक्त अव्यक्त वतम आयो तयो लघुता पुन पहले तो शरीर में लघुता शरीर में ला त का लक्षण पहली दूसरा कहता है अ अयो को समझना पोर्टेंट है बो अय इति वायो चलवे स्तंभ संकोच कंपा कदा भा क्या बोला अपाओ इति अपायत वायो वायु के चलन चल के कारण चलव के कारण स्तंभ संकोच कंपा दिन कदाचित भावात कांटेस्ट क्लियर नहीं हुआ हमें कभी कह रहा है कि स्तंभ है कभी कह रहा है संकोच है कभी कह रहा है कंप है इ ऐसे कदा ऐसे भावों के कारण भावात पंच मति कदा यतम कहते हैं क्या कहते गते वेगे भत स्वास्थम गते वेगे भत स्वास्थ जब विवे चला जाएगा यु का स् लाभ हो जाएगा मतलब य क्या हो रहा है ग भवे स्वास्थ गते स् सर्वेश आक्षेप किसम सर्वेश अक्ष अक्ष आदि जो बीमारिया है सर्वेश अक्ष आद म अक्ष बीमारी बीमारी आद मतलब ऐसी बीमारी अक्ष सी मतलब वायु का वेग नहीं होगा तो वीण हो जाएगा जब तक वायु का तबतक पंखा चला तो ठंड है पंखा बंद करो ठंड खत्म हो जाएगी व कते वेगे भ स्वास्थ सर्वेश अक्ष अक्षद सर्वेश गवे ऐसा समझो फिर बोलते लघु इति शरीर से वायु सर्व धातु पोर्टेंट लघुता लिखा मैंने तो क्या उसको मैं शरीर में लाइटनेस समझ मधु कमेंट्री कहती है लघुता इति लघुता इति शरीर स्य शरीर का वायुना वायु के द्वारा सर्व धातु शोषणा क्या सम उ शोषण सम उसे लघुता मतलब लाने उस समझना क्या है लघुता शरीर वाय सव संशो वड है तो सर य नहीं कर न क दिया व तो कही रहा उसने ता लता कटे समझने के लिए मधु सम शोष प लिख धातु का शोषण होने के कारण अथवा और आप लघुता अय लघुता मतलब अयो ऊपर कहा अयो यो संको नाम इति सर्व विकारा नाम अयो भाव किम तत लघुता क्या कह रहे हैं देखो यहां अपायत वात रोगों के लक्षण का अभाव होना लिया गया है क्योंकि वायु स्वयं अस्थ अस्थिर और चंचल है जिससे उसके लक्षण कदाच छोटे कदाच छोड़ छोड़ कर पुन जाते हैं और लघुता का अर्थ शरीर में धातुओं का शुष्क होना कहा गया है मता में अपा लघुता पुना का अर्थ त रोगों में लघुता की कमी होना और वात रोगों के नाश का होना लक्ष कहा गया है वा में लता की कमी य तो बात तो मंतर है मूल क्या है देखें मूल क्या है किसी का अपना काटेक्स क्याट इ डिफरेंट हमारा कांटेक्ट है अयो वा स्त संकोच कपा कदाचित अभावा उनका अभाव होना ठीक है गवे भव स्व ससा समझना लघुता का मतलब शरीर की धातु का शोषण अपा लघुता इन सब का अभाव होना लघुता तलिंग नाम लघुता अति अल्पन अवस्न नातु निश निवृति यथा बराया निवृति निवत अपवा निति आ एक इसका काटेक्स कह रहा है कि जहां भी वायु की फ दिक्कत हो जाती है वहा निवृत हो जाती है चेष्टा चेष्टा निवृति हो जाती है निवृति का मतलब क्या है चेष्टा निवृति हो जाती है निश निवृति शेष नहीं निवृति ब नहीं बिल्कुल श हां पर दिक्कत आ जाएगी तो सिंपल इस कांटेस्ट को सिंपल एक लाइन में फुलफिल करू टेक्स्ट कोह व्यक्त मायो ल व्यक्त मायो ल मतलब की या तो कह रहा है कि जब य स्तंभ संकोच आद जब शरीर में है तो शरीर में लघुता नहीं है सर य लघुता मतलब लाइटनेस हैस्ट क रहा वैसा और दूसरा कटेस्ट क रहा है अपा मतलब स्तंभ संकोचा कंपा अव अभाव मतलब ये नहीं है तो जब गत वेग होगा तो स्वास्थ्य लाभ होगा कांटेक्ट सेम मतलब वहां पर कांटेक्ट लघुता का हमें सर्व धातु संशो समझना चाहिए मुश्किल कांसेप्ट है समझना क्योंकि एकलौता ऐसा श्लोक है जो मुश्किल करता है हम समझने में इसलिए क्लियर चक्कर पानी क्या कहता है ट इ वेरी इंपोर्टेंट निकालो जरा चक्कर पानी क्या कहता है बोलो हिंदी में लिखा है इस कोई नहीं बोलो आ परपम वर्तमान व्याधि के लक्षण का मिलना और अपा लता पुन पुन व्याधि के लक्षण में लघुता का मिलना लघुता और कमी का मिलना वा व्याधि की कमी का तक है अथवा अपाया से शरीर शरीर में लघुता का होना अथवा लघु गुण की वृद्धि का होना लक्षण लक्षण व्याधि के अपग मन हो पर मिलता है अर्थात जब शरीर स्वस्थ हो जब शरीर हो जाता है तब यह भाव मिलता है अथवा व्याधि के लक्षण में अल्प अल्पता का मिलना पूर्णता ध वा व्याधि के अभाव का तक नहीं है यस यस गो विट कटेस्ट मान को सेकें रख चक्र क्लियर क है इ कहा चकने क्या कहा जब व्याध है तोय मान ल नहीं और लघुता मिल रही है ते सिंपल काटेक्स च कर मतलब बात समझनी है तो शरीर में लता मतलब शरीर आपका रेडी है ड समथिंग और य नहीं है देनल चलता नहीं वो खोल के दो मुझे जरा अ डेंजर नहीं काटेक्स मुझे चाहिए इसम [संगीत] होता जस्ट एक बार हम डिक्शनरी रेफर कर लेे [संगीत] [संगीत] अय देख अय का हिंदी मतलब क्या है मतलब अय गोइंग अवे ठीक है डिस्ट्रक्शन डेथ इंजरी लस मिसफॉर्चून अय का मतलब गोइंग अवे इ वेरी इन कटेस्ट सिंपल क तम अ आम तम जब क्या वक्त हो जाए ल चली ग सिपल जा चुकी है ए मैं अब काम करने में समर्थ हूं बा ी लता नहीं रहेगी क्या शरीर लागता किसे कहते शरीर लागता किसे कहते वो बताओ नहीं शरीर लागता किसे कहते जैसे जवर के बाद क्या है लतर समझनी हमने ल अंडरस्टैंड टेक्स्ट ऑफ जवर जब ज जी अवस्था में लती ब मतलब [संगीत] इनकमिंग बॉ कॉल 8736 इनकमिंग 87 जी [संगीत] प्रॉब्लम कंसल्ट आप करें मंडे मंडे ओ नंबर 21 21 21 न मंडे मंडे नंबर 21 टी स्पेशलिस्ट वहां है आपको मिल जाए ठीक स्पेशलिस्ट 5 क्क 9 कभी भी आ सकट 230 लंच उसको पुरानी रिपोर्ट्स है तो वो लेके आ ठीक है रिपोर्ट अगर कुछ नहीं है तो हम फिर से करवा देंगे नो प्रॉब्लम ओपन नंबर 21 ठीक है थय आ नंबर अच्छा उसका था डॉक्टर हमा विल क्लोज यर ओली आम वतम अपा क्लियर अंडरस्टैंडिंग ये करनी है अय का मतलब है एलिमिनेशन तो मतलब आत्म रूपम यद व्यक्त जब व्यक्त हो जाए क्या ये आत्म रूप की शरीर में लघुता आ गया तो समझो उसका अय हो चुका है ट एटलीस्ट ले ट दिस लेवल र बोलो सर लघुता बोल रहा था लागता मतलब कर्म सामर्थ्य कर्म करने सर टांग उठ नहीं रही है गर्दन उठ रही है बा बी क नहीं उता ये नहीं कहा बा नहीं उठता है कर्म सामर्थ्य में क्योंकि व्यायाम से ही लघुता आती है व्यायाम से क सामर्थ आता आता है ना दोनों कांटेक्ट एक ही कॉन्टेक्स्ट वहां से हम जोड़ देते हैं तो लाग डन डन चलो य से बंद करूंगा तो ये कहां जाएगा आर यू शर यू वांट टू स्टॉप स्ट्रीमिंग यस र