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दो बैलों की कथा - प्रेमचंद

हेलो हेलो माय नेम इज उस पानी ईएस मैं आवे आपके लिए आपकी क्षितिज बुक का नया चैप्टर लेकर क्षैतिज आज हम शुरू करने जा रहे हैं इससे पहले हमने कृतिका अपनी पूरी खत्म करें कृतिका में हमने इसको इस पड़ी जो पांच स्टोरीस थी हमने आपको उनके पाठ के साथ समझाएं क्वेश्चन समझाएं लेकिन अब हम शुरू करने जा रहे हैं यह हमारे दो खंडों में विभाजित है एक गद्य खंड और एक काव्य खंड आप अभी तक एक क्लास में जब भी पढ़ते हैं एक बुक में हमेशा एक ही जगह रहती है उसमें कुछ स्टोरी जाती है जो गंध में रहती हैं कुछ दोहे रहते हैं कुछ कविताएं रहती हैं तो यह जो दोहे और कविताएं हमारी होती है यह काव्य खंड में आती है और जब हम सिंपल पैरवाइज अगर कोई स्टोरी लिखते हैं तो वह हमारा गद्य खंड में आता कि आतंकवाद झारखंड में जब हम जून पढ़ने जा रहे हैं इसमें हम भी सबसे पहले आपको गद्य खंड समझाएंगे दक्षिण मतलब जहां पर हमारी स्टोरीज इन है जब हम यह ददन खत्म कर लेंगे तो उसी के साथ हम काव्यखंड शुरू करते हैं कि बहुत ही बच्चे डर रहे हैं कि मैम हमने अभी तक पोएट्स की बुक पड़ी है उसमें बहुत ही कम का आख्यान दिया रही हैं यह समथिंग कुछ भी रहा है तो देखिए पहली बात तो यह है कि हमें डरने की ज़रूरत नहीं क्योंकि जहां हम करना शुरू कर देते हैं हमारी समझ वहीं से खत्म हो जाती है तो बहुत जरूरी है बी क्वांटिटी आप बिल्कुल कान्वेंट कि हम यहां हमें नहीं आता हम यह मानते हैं एक्सेप्ट कि हमको नहीं आता है लेकिन करेंगे तो फिर आप समझने की कोशिश नहीं करेंगे उससे दूर भागने की कोशिश करेंगे इसलिए डरना नहीं है यह एक्सपेक्ट करिए कि हमको नहीं आता आ हम सीखेंगे मदद करना नहीं तो चलिए हम काव्यखंड भी आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले हम ददन बता रहे हैं गंध अखंड हमारा क्या है गर्दन को लिखने की विधाएं होती हैं विधाएं मतलब वैसे तो हर समय स्टोरी नहीं लिखा जाएगा मतलब बरगद में ही लिखा जाएगा लेकिन जैसे हम लोग कविता दोहे और चौपाइयां छ यह सब चीजें पड़ते हैं वह हमारा काव्य में आता है उसी तरह गंध में भी आता है घर में जैसे संस्मरण होता है संस्मरण हमने आपको पढ़ाया पहले फिक्र में संस्मरण पढ़ाया संस्मरण यादों से निकाल कर कुछ चीजों को हमें लिखना आता आलोचना किसी चीज की आलोचना करते हुए हमको लिखना आलोचना फिर उसके बाद आता है आपका कोई भी एक एक मतलब उन नाटक जिसमें हम और दोनों जैसे हमने में पढ़ाता था कि अब इस तरीके से यात्रा वृतांत होता है तो अभी हमारे आप अभी हम पढेंगे तो मैं करके आपको बताते जाएंगे उपन्यास होता है उपाय उपन्यास होते हैं बहुत बड़े-बड़े मॉल सोती उसमें से कुछ भाग लिया जाता है हम उसमें भी हम पढेंगे अभी उसको तो इस तरीके से कई विधाएं होती है लिखने की इसलिए उन विधानों हम समझाते हुए गांव पड़ते हैं तो यह कौन है हम आपको बताएंगे कि हमारा पहला चैप्टर दो बैलों की कथा प्रेमचंद जी द्वारा प्रेमचंद हिंदी साहित्य के बहुत ही सम्माननीय कवि हैं में उनका देहावसान हो चुका है लेकिन आप बचपन से उनकी बहुत-सी कविताएं अपनी मुख में पढ़ते हुए आ रहे होंगे और अभी भी पढेंगे और आगे भी पढेंगे क्योंकि उन्हें बहुत अच्छी-अच्छी रचनाएं लिखीं है तो सबसे पहले हम क्या पढ़ रहे हैं दो बैलों की कथा इसमें दो बैल हैं हीरा और मोती वह बेल्ल हैं जूही नाम के एक व्यक्ति किसी कारणवश उसे अपने बैल किसी और को दे देते हैं यानी कि उसे अपने साले यानि की वाइफ के भाई को देने पड़ते हैं जब देने पड़ते हैं तो उनकी लाइफ में कैसे संघर्ष शुरू होते हैं यह सब चीजें हैं यह कहानी आपके सामने रखी गई लेकिन इसके पीछे छिपे हुए कुछ और भी बातें हैं जो इसमें नहीं की गई जो आपको समझ और हम उसी पर आधारित कुछ क्वेश्चन भी करें चलिए शुरू करते हैं एक पाठ हमारा दो बैलों की कथा जानवरों में गधे को सबसे बुद्धिहीन माना जाता है मतलब जिसके पास बुद्धि नहीं करने का मतलब है ना की प्रतिमा सबसे सीधा और सहनशील होता है मतलब वह बहुत ही सीधा होता है और बहुत सी चीजें सहन करता रहता है वह सुख-दुख लाभ-हानि दोनों में एक समानता है उसे सुख मिल जाए तो भी वह ऐसा रहेगा लाभ मिले आने मिले वह हर सिचुएशन में एक जैसा ही रहता है भारतीयों को इसी सहनशीलता तथा सीधे बनकर कारण अफ्रीका और अमेरिका में अपमान सहन करना पड़ता है क्यों हम हार भी चैनल बहुत कुछ मिल जाए तो बहुत जल्दी नहीं रिएक्ट करते ठीक है मिला है भगवान की दया हम उसे अपनी मेहनत की दया से पहले क्या मानते हैं कि भगवान की दया हम उसे अपनी मेहनत नहीं कहते मतलब यह हमारा सीधा पने हम तो इसी चक्कर में अफ्रीका और अमेरिका जैसे देशों में भारतीयों को गधे की तुलना में बुलाया जाता है यह भारतीय तो बेवकूफ कि गधे से थोड़ा ही कम सीधा प्राणी है बैल बैल के सीधा प्राणी एकदम मगर कारण क्या है वह गुस्से में आता है तो वह है लेकिन ऐसे अब इसमें कुछ भी करते रहें बहुत सीधा है उसका स्थान गधे से नीचा है क्योंकि वह कभी और जाता है वह अभी भी बढ़ जाएगा इसलिए वजह से भी और नीचे स्थान पर आता है अब यह हमने आपको दिया ना बैलों और गधे के बारे में चिंतित तो यह पहरा आपको दिया गया है यह समझाया गया है आपको एक चीज जो हमने आपसे बोला था यह कहानी जिस चीज के बारे में हम पढ़ रहे हैं उससे अलग भी स्क्रैच स्टोरी चलेगी जो आपको समझनी है जो हमने इसमें पढ़ाएंगे और ना ही बुक में लिखिए लेकिन क्वेश्चन आंसर्स में को पूछी जाएगी कि दूरी के पास हीरा और मोती नाम के दो वेल थे वे दोनों ही पछाई जाति के सुंदर-सुडोल और चौकस बैल थे लंबे समय से एक-दूसरे के साथ रहते-रहते उनमें आपस में बहुत प्रेम हो गया था मत दोनों बैल साथ रहते थे दोनों में प्रेम भाव बढ़ गया था अच्छी प्रजाति के तंदरुस्त बैल थे कि वे हमेशा साथ साथ उठते-बैठते और खाते-पीते आपस में एक-दूसरे को चाटकर तथा सूंघकर अपना प्रेम प्रकट करते थे दोनों आंखों के इशारे से एक दूसरे की बात समझ लेते जूही ने एक बार दोनों बैलों को अपनी ससुराल भेज दिया देखिए यहां पर एक बाउल बताया गया कि दोनों पैरों के बीच कैसे अच्छे फाऊंडेशन थी दोनों बहुत अच्छे थे दोस्ती थी प्यार था लगाव था कि दोनों बहुत समय के साथ तो एक बार क्या हुआ जूरी ने अपने दोनों बैल ससुराल भेज दिया बेचारे बेल्ट यह समझे कि उनके मालिक ने उन्हें बेच दिया इसलिए वे जाना नहीं चाहते थे जैसे-तैसे वे झूरी के साले गया के साथ चले तो गए किंतु उनका वहां मन नहीं लगा कि वह गया के साथ चले गए मगर वहां उसका मन बिल्कुल भी नहीं लगा कृपया जहां से शुरू से रहते हैं दूसरी जगह जाकर क्या मन लगेगा ऐसा नहीं हुआ तो उनका मन नहीं लगा था से हटाओ ने व चारा नहीं खाया वहां पर जब वह पहुंचे तुमको नारा दिया गया था तो वहां पर चारा नहीं खाया रात को दोनों बैलों ने सलाह दी कि चुपचाप धूरी के घर की ओर चल दिए जलाकर इस आडवाणी के अब हम यहां से भागकर हजूरे के घर चले जाए साला कौन था गया याद रखिएगा जूली जूली का जो साला था वह क्या था गया और जूरी के फैलते दोनों दोनों गया है यहां आ गए वहां पर मैंने खाना नहीं खाया मगर रात में साठगांठ करें कि हम वापस जुड़े कहां चले जाते हैं सुबह चरनी पर खड़े बैलों को देखकर जरूरी बहुत खुश हुआ मतलब दरवाजे पर चटनी यानी कि जो जहां पर हॉट लगाई जाती है जहां पर वह चारा डाला जाता है उसके पास को दोनों बैल खड़े थे दोनों को देखकर हुए बहुत खुश हो जाता है घर के तथा गांव के बच्चों ने भी तालियां बजाकर उनका स्वागत किया जुड़े की पत्नी जरूर नाराज होकर उन्हें नमक हराम कहने लगी गुस्से में उसने बैलों को सूखा चारा डाल दिया जुड़े ने नौकर के चेहरे में खाली लाने को कहा किंतु मालकिन के डर से उसने अपने नहीं मिला तो क्या हुआ कि वह दोनों वापस आ गए गांव वाले मजबूरी बहुत खुश हैं लेकिन उसकी पत्नी नाराज थे कि नमक हराम तो उन्होंने मारे गुस्से के यानि कि उसकी बीवी ने जुड़े कि उनको सूखा चारा डाल दिया उसमें खड़ी नहीं मिला तो उसने अपने नौकर से बोलता है इसमें मिला तो उसमें भी नहीं मिला था कि ना तो उसने दोबारा को दूसरे दिन और फिर से लेकर उन्हें रस्सियों से बांध दिया उन्होंने इसे अपना अपमान समझा और अगले दिन हल जोतने से मना कर दिया पति को क्या किया वह चुके थे तो गया गुस्सा आ गई उसने क्या हो रहा है तो उन्होंने हल जोतने के लिए मना कर दिया कि नहीं कर रहे थे आ गया ने उन्हें डंडों से मारा उन्होंने हाल जुआ सब तोड़ दिया मतलब डंडों से मारा गया तो जितना सबको सामान वेदों के ऊपर रखा जाता था हाल था जो था जुआ था तब कुछ तोड़ दिया कुछ बाकी नहीं रखा और भाग गये किंतु गले में लंबी रस्सी थी अतः पकड़े गए रसिया मोटी-मोटी लंबी रसिया थी ना तो उनको उनको आसानी से पकड़ लिया गया अगले दिन फिर से मिला शाम के समय पैरों की नन्हीं लड़की दो रोटी लेकर आए और उन्हें प्रसन्न होंगे तो क्या हुआ फिर उनको रस्सियों से बांधा सब्सक्राइब नहीं रात में जो उनके पड़ोसी की जो लड़की थी वह धो लें और उनको जिसे वह पसंद नहीं था लेकिन किया था कि दो रोटी के लिए दी गई थी तो वहां से गई थी इसलिए कि वह आराम से खाई और उनका पेट नहीं भरा लेकिन मन बहुत खुश हुआ लड़की की सौतेली मां से बहुत परेशान करती थी मोटी के दिल में आया कि वह भैरव तथा उसकी पत्नी को उठाकर फेंकते थे है तो अब क्या हुआ जो छोटी सी लड़की आई थी उनको रोटी देने के लिए उसकी मां अपनी ने थी वह सौतेली मां थी तो जैसे हीरा और मोती को जो है गया बहुत मारा था वैसे उसकी मां भी उसको बहुत परेशान करती थी सौतेली बेटी दोनों एक बांड बन जाता है कि उनका मालिक उनको दोनों ही परेशान थे तो जब यह सब पता चलता है मूर्ति को कैसा होता था तो इसको बहुत गुस्सा आता है इसकी मां को जरूर उठाकर हम अपने दोस्तों से खूब दूर फेंकते मोती यह बोलता है के अग्रणी राज्यों में रस्सियां तोड़कर भागने की तैयारी के लिए उन्हें सोचा अब यहां से भावना तो औरत यात्रा कर भागने के तहत के रस्सी को कमज़ोर करने के लिए वह उसे चाहने लगे पर उसी समय नंदी लड़कियां गई और दोनों बैलों की रस्सियां खोल दी कहने का मतलब चला रहे थे जब लड़की आई तो उसने कार्य धार्मिक त्योहार में तो उसके धीरे से ब्रश या खोल दी किंतु फिर लड़की के स्नेह में हीरा मोती नहीं भागे लड़की से प्यार हो गया था कि वह लड़की का सहारा हम लोग बन रहे हैं तो क्यों हम यहां से भागे तो वह नहीं भागते गौतम ऋषि पुलिस उन के बावजूद लड़की के स्नेह में वहां से निभाते तब लड़की ने शोर मचा दिया कि फूफा वाले बैल भागे जा रहे दादा भाई वो लड़की आवाज सुनकर हीरा मोती भाग खड़े हुए अब लड़की को स्नेहित लड़की को इसने था किंतु पर इतने अत्याचार हो रहा है तो वह झूठी आवाज निकलने लगी अरे वह जो बैल थे वह दोनों भागे जा रहे भागे जा रहे होंगे जाए यह आवाज जब सुनते हैं पर गिरा मुक्ति डर जाते हैं और बचकर भागना शुरु आ रहे थे तभी तो उस लड़की जब हटाया तो वहां नहीं रहते उनको भगाने के लिए लड़की झूठ उठी आवाज निकलती है कि फूफा के घर से आए बैल भागे जा रहे हैं ओ दादा भाग हो तो वह फिर दहल भाग जाते हैं दोनों हीरा मोती गया तथा गांव के अन्य लोगों ने पीछा किया गया और जितने भी लोग बैलों का पीछा करते हैं इससे दोनों रास्ता भटक गए नए गांव पार करते हुए एक खेत के किनारे खेत में मटर की फसल खड़ी थी दोनों ने खूब मस्ती में उछल खुद करने लगे तभी अचानक एक साथ दोनों डर गए हां तो क्या हुआ जब वहां से भागे तो सोचा कि चलो भागते हम थोड़ा सा कर लें मामू भागते हैं भक्तिभाव सारे गांव पार कर लिए उन्हें गांव पार करें तो एक खेत में अलार्म को और खेत था मटर का जी भरके मटर खाते मस्ती करते लेकिन तभी वहां पर है साला जाता है सारा आ गया तो फिर क्या उन्होंने क्या किया कि उनका मुकाबला दोनों डर गए समझ में नहीं आ रहा था कि मुकाबला कैसे करें वह सोचिए कि अरे अब मैं इनका मुकाबला कैसे करूं लेकिन हीरा हीरा की सलाह से दोनों ने मूल मिलकर मुकाबला किया कहने का मतलब है अब दोनों ने बुद्धि लगाई कि भाई साहब से ज्यादा ताकतवर हम उससे लड़ने सकते मगर हमारी संख्या ज्यादा है कि हम तो दो हैं तो उन्होंने जुगत लगाई तार जब एक बेल पर आक्रमण करता तो दूसरा वेबसाइट की पेट में सेम थिंग बढ़ा देता अब एक-एक पर हमला करता है तो दूसरा उसकी पेट में देता जब वह दूसरे पर करता तो फिर उसके पेट में बड़ा देता तो इस अपने कैसे दोनों ने समझ बूझ के साथ साल का सामना किया के साथ दोनों शत्रुओं से लड़ने का आदी नहीं था एक साथ दो सत्रों से लड़ने का कांड आदि नेता भी हीरा और मोती दो तहत और सारा इलाका वह आधी नहीं था अतः बेदम होकर गिर पड़ा ही राम मूर्ति को उस पर दया आ गई उन्होंने से छोड़ दिया अब जरा बेदम हो गया तो हीरा मोती ने उसको छोड़ दिया जीत की खुशी में मोती फिर मटर के खेत में मटर खाने लगा तब तक दो आदमी लाठी लेकर आगे मतलब जिनके खेत पर वह दो आदमी लाठी लेकर आ गए उन्हें देखकर हीरा भाग लिया किंतु मोती कीचड़ में फंस जाने के कारण पकड़ा गया अब क्या हुआ ही तो गया था लेकिन मुझे जो है मखाने उसमें था लेकिन कुछ समझ में आया मुझे लगा तो वह तब तक मिट्टी में धंस गया था उसके अंदर घुस जाने के कारण वह पकड़ लिया गया कि उसे टेंशन में फंसा देखकर हीरा भी वापस आ गया गिरा तो भाग्य था लेकिन उसका दोस्त गया तो वह कैसे देख सकता था तो फिर वह वापस आ जाता है आज दोनों को पकड़कर कांजी हाउस में बंद कर दिया अब आलू ने क्या किया उसे कांजी हौस लेकर कांजी हौस किया था पशुओं की जेल थी जो भी आवारा पशु इधर-उधर पकड़े जाते हैं कांजी हौस लाकर रख दिया जाता काजी हाउस के सिचुएशन अच्छी नहीं थी वहां जानवरों के साथ बिल्कुल भी अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता था कालिदास में उन्हें दिन भर कुछ भी खाने को नहीं मिला मत मुझे खाने के लिए कुछ भी नहीं दिया गया वहां पहले से ही कई बकरियां भय से घोड़े गाए थे कि सभी मुर्दों की तरह पड़े थे मतलब ने खाने के लिए दिया जा रहा था तो वह बेगम हो चुके थे वेनम थे तो एकदम मुर्दों की तरह पड़े थे मतलब जान नहीं थी शरीर में ताकत नहीं थी कि भूख के मारे हीरा मोदी ने दीवार की मिट्टी चाटनी शुरू करें रात में हीरा के मन में विद्रोह की भावना उतपन हुई तो दीवार की मिट्टी को चाटना शुरू कर दिया तो रात में विद्रोह की भावना के यहां पर करके कुछ मिट्टी की मूर्ति पर वार करना है में लालटेन लेकर आए चौकीदार ने उनको कई डंडे मारे और मोटे रस्से से बांध दिया जब चौकीदार में देखा कि ऐसा हो रहा है तो उन्होंने उसकी पिटाई कर दी और खूब ज्यादा मोटी रस्सी से उनको बांध दिया मोदी ने उसे चिढ़ाया हीरा ने उत्तर दिया अब मौत इसको चिढ़ा रहा है जो चौकीदार आया था उसको बहुत चढ़ा या फिर अ उत्तर दिया कि यह दीवार गिर जाती तो कई जानवर हो जाते ही की बात सुनकर मूर्ति को भी जोश आ गया तो अब जब ने बताया कि अगर यह गिर जाती तो बहुत सारे जानवर जो है इस जगह से यह बात पता चली थी जो अब फिर से कोशिश करेंगे इस बारे में कि उसे बच्चे में दीवार गिरा दी मोदी ने क्या किया ही रखो तो बांध दिया गया था अब मुझे को क्या किया गया मोती ने अब जो हीरा का अधूरा काम था दीवार को गिराने का अब वह किसने पूरा किया मोदी ने और मोदी ने वह दीवार गिरा दी सारे जानवर भाग गए गधे नहीं घी देसी गुय मतलब पकड़े जाएंगे से मार मार कर भगाया और फिर से पकड़े जाएंगे लेकिन तब उनको मार्केट को जाने के लिए कहा था वह नहीं सकता तो उसने कहा कि तुम जाओ यहां से बजाओ है तो उन्होंने मूर्ति अब क्या हुआ बुखार की भाग जाओ लेकिन तुम मोटे हीरा को विपत्ति में अकेला छोड़कर नहीं गया उसने कहा कि जब मैं फस गया था मटर के खेत में तो तुम वापस आ गए थे तुम्हें तुम यहां कैसे छोड़कर जाऊं तो वह भी नहीं जाता है कल सुबह होते ही कांजी हाउस में खलबली मच गई उन्होंने मूर्ति को बहुत मारा और मोटी-मोटी रस्सियों से बांध दिया अब उन्हें पता चला कि शिरा तो बंधा हुआ था तो दीवार गिराई मोती ने किराए तो मोती की खूब पिटाई होती है और कुछ रस्सियों से बांध दिया जाता है मतलब दीवार को गिरी मगर हीरा मोती उसका इंच व्यास वाले कारागार से भाग नहीं पाए हीरा मोदी को कांजी हाउस में बंद हुए एक सप्ताह हो गया उन्हें कुछ खाने को नहीं मिलता था दिन में एक बार केवल पानी मिलता था दोनों सूख कटती हो गए थे मतलब अब जो कि इतने सारे जानवर भगा दिए थे तो वहां के लोगों को बहुत गुस्सा था तो वह हीरा मोती कुछ खाने के लिए नहीं देते थे दिन निकालिए पर पानी पिला दिया जाता था उनको अब खाना न मिलने के कारण दिन आंसू सूख गए थे तो एकदम दुबले-पतले से हो गए थे एक दिन नीलामी हुई उनको कोई खरीदार खरीदार ना था मगर बीते हफ्ते कमज़ोर बेल का किरदार कौन होगा कोई नहीं हुआ वह किसी कई लाइनें अंत में एक कसाई ने उन्हें खरीद लिया है व्यवसाई मतलब जानवरों को मार्किंग निखिल उतारता था तो उनको खरीद लिया गया नीलाम होकर दोनों द रियल कसाई के साथ चलें मैं अपने भाग्य को कोस रहे थे कहने का मतलब उड़द कसाई के साथ चल दिए और बोल रहे थे कि काश हम हमारी जैसी क्या ऐसी गलती थी कि गया ने हमको बेचने जूरी ने हम को बेच दिया और हमारी यह कंडीशन हुए हम इस दशा में आ गए तो वह अपने भाग्य को कोसते हुए जा रहे थे कसाई उन्हें भगा रहा था मतलब द्वारा तमाम आपके बोला था विभागों रास्ते में उन्हें गाय-बैलों का एक झुंड दिखाई दिया सभी जानवर उथल-पुथल करें हीरा मोती सोचने लगे कि यह कितने स्वार्थी हैं इन हमारी कोई चिंता ही नहीं अचानक हीरा मोदी को लगा कि वे रास्ते उनके जाने-पहचाने अब दूसरे गाय-बैल जब चल रहे थे तो उन्हें लगा कि आए तब तो इतनी मस्ती कर रहे हैं मैं क्यों नहीं कर रहा हूं हम लोग क्यों इतने सताए जा रहे हैं और तभी दोनों ने ध्यान दिया कि अरे जिस रास्ते हम यह रास्ता तो हमारा पहचाना हुआ है मतलब हमेशा हंसते को जानते-पहचानते हैं यह रास्ता ऐसा है कि उनके कर्ज और शरीर में फिर से जान आ गई मतलब अब उनको ने क्या पहचाना कि यह रास्ता कहा जाता है जुड़े घर का यानि उनके अपने घर का जूनून यह चीज समझे तो उनके शरीर में इस चीज को लेकर जाना गई उन्हें ढूंढना शुरू कर दिया घर नजदीक आ गया और पर जाकर खड़े हो गये कहने का मतलब कि जब उन्होंने देखा कि अरे यह तो अपने घर का रास्ता है तो उनको था वह उससे और तेजी से आगे झुक जैसे ही उनके घर जाकर स्थान पर खड़े मतलब जहां पर इन को बांधा जाता था वहां खड़े हो जाते हैं और यह लोग जहां यह इतना प्यार करते थे और को बहुत ज्यादा प्यार करता हूं इस तरीके से वह दोनों जाकर जुड़ी से मिले और स्क्रीन को देखकर बहुत खुश हुआ और बैल जरूरी कहां चाटने लगे दयाल कसाई ने बैलों की रस्सियां पकड़ लीं अब क्या व्यवहार ग्रह तो पीछे ही भागते हुए आ रहा था उसने लिया था वहां से तो फिर छोड़ देगा तो वह भी भागता चला रहा था थे जूरी ने कहा यह बैल मेरे कसाई बोला मैंने इन्हें नीलामी में खरीदा जाता है तो उसी तरह ही बोलता मैंने तो इन्हें खरीद के लाया हूं वह बैलों को जबरदस्ती लेकर मोदी ने उस पर चलाया उसे भगाकर गांव से दूर कर दिया अब वो थोड़ा शांत रहता था लेकिन जो है वह थोड़ा ऐसा हुआ तो क्या किया मोदी ने खूब को मारा और दौड़ा-दौड़ा गांव से बाहर ले गया और उसको तोड़ दिया है थे जूरी ने नांदों में खली भूसा चोकर और दाना भर दिया दोनों मित्र खाने लगे गांव में उत्साह छा गया मार्किंग आकर दोनों के माथे पर चूम लिये अब क्या हुआ अब जब तक होता इनके कंडीशन ऐसे है तो झूरी उनको खूब अच्छे से चारा-दाना लिखे डालता है कि अच्छे से खाएं और तंदरुस्त को उनकी सेवा करने लगे गांव वाले भी बहुत खुश थे क्योंकि उलझाऊ उनको खोखर बहुत उदास हो गया था वह मिल गया तो वह बहुत खुश मालकिन जिन्होंने पहले नमक हराम कह रही थी उनकी कंडीशन कि वह उनके साथ जाती हैं उनको प्यार करने लगती है और यहां पर हमने आपको हीरा और मोती की कहानी सुनाइए है तो यहां कहां पर शुरू हुई कि हम किस तरीके से एक डे जगह से दूसरे दे जाते हैं यहां वहां जाकर बंद हो जाते हैं तो यह हमको बताता है आजादी की लड़ाई की तरफ हमको बताता है तो यहां पर एक चीज साफ तौर से बोली गई कि सिर्फ हीरा मोती की कहानी नहीं है यह आजादी की कहानी से भी रिलेटेड है किस तरीके से हमारे क्रांतिकारी लड़ाई करते हैं और हमारे हम को जीत दिलाते हैं जीत दिलाते हैं हम कि किस तरीके से कार्यक्रम जो है कारागारों में बंद रहते हैं संघर्ष करते हैं सब करते हैं और अंत में आकर हमें अपना घर वापस मिल जाता है इस तरीके से यह बात हमें आपको समझाया अब हमारे नेक्स्ट वीडियो में हम इस के प्रश्न उत्तर आपको समझाएंगे थैंक हवाएं