अजय को आज हम प्रियोडिक टेबल पर अपना सेकंड वीडियो लेकर आ गए मुझे उम्मीद है आपने पहला वीडियो देखा होगा थोड़ा शायद बोरिंग लगा हो में भी ऐसा लगा हो कि क्या पुरानी क्लासिफिकेशन की बात हो रही आपको अर्लियर प्रियोडिक टेबल के जो मॉडल से जो डूबरनीयर ने दिए थे ट्रायड न्यूलेंड ने लॉफ ऑक्टेब मंडलीव ने प्रियोडिक टेबल और लोथर मेयर का कर्व इतनी चीजें हमने पढ़ाई और हमने पढ़ा कि पिछले मॉडल्स जो 18th century में बन रहे थे, 1800 में, 1900 में, वो फेल होते गए, और मैंडलीव जो आखरी अच्छा मॉडल देके गया था, पिरोडिक टेबिल देके गया था, वो ये कहता है कि element की सारी property किस पर डि तो यार atomic weight पे mandalim ने पूरा priority बनाया था, increasing order of atomic weight पे element को रखा था, इसके बाद आए Henry Mosley और ये भाई साब experiment कर रहे थे x-rays का, ठीक है, किसका experiment कर रहे थे ये x-rays का, ठीक है, x-rays के experiment में जो x-ray की frequency थी, ठीक है, wave है तो उसकी frequency थी, उस frequency का जो root था, that was proportional to atomic number z, किस चीज के proportional था, Z के, Z क्या होता है? Atomic Number, मतलब Number of Protons. अब बच्चों, किसी Element को आज की डेड में आप किस से पैचानते हो एक Atomic Number से? उस टाइम पे Element को पैचानने का तरीका बना था ये Frequency. हर Element की अपनी तरहे की X-Rays थी, और उन X-Rays की Frequency एक Characteristic Property थी, Atom की या Element की Character.
characteristic to element हर element की अपनी तरह की frequency थी ठीक है यह characteristic x-ray है continuous and characteristic x-ray is a part of class twin syllabus physics अभी chemistry की बात है अच्छा तो मौसले ने यह कहा कि अगर frequency characteristic है तो इसको atomic weight पर depend करना चाहिए क्योंकि मैंडलीव बोल ला atomic weight सबसे बड़ी property पर वो depend कर गया atomic number पर जहां से यह चीज समझ में आई हमको कि जो properties है element की, जो properties होती है of an element, वो किस पे depend करती है atomic number पे, तो अभी तक atomic mass का जो concept चल रहा था वही गलत है, elements को किस में arrange करना चाहिए, in order of increasing atomic number, not atomic mass, atomic number, number of protons के basis पे arrange करना चाहिए. फिर इसके बाद अगर आप देखो कि modern priority table किसने दिया तो बहुत से लोगा contribution है क्योंकि मैंने बोला था एक group of scientists पूरा quantum physics का आएगा, Neil Bohr उसमें है, Burry उसमें है, Werner उसमें है, Razor उसमें है, Henry Mosley उसमें है, सबने मिलके priority tables design किये और जो सबसे ज़्यादा famous priority table बना, वो हमारा बना इसके ज़्यादा तर contribution हम लोग कहते हैं बोहर और मोसले का है बोहर's periodic table भी बोला जाता है तो जैसे मैंडलीफ का periodic table बेस्ट था मैंडलीफ के law पे उन्होंने कहा था physical chemical properties depend upon atomic weight इसी तरह से modern periodic table भी एक law पे बेस्ट है बच्चों किस law पे बेस्ट है जिसको हम बोलते हैं modern periodic law modern periodic law क्या कहता है ये यह बोलता है जो physical और chemical property of an element है, are periodic function of their atomic number, ठीक है, the physical and chemical properties of an element, are periodic function, periodic function of its atomic number ठीक है? clear है बात? जो physical chemical properties है element की वो किस चीज़ पे depend करती है? किस चीज़ का function है atomic number?
और periodic function क्यों बोला? इसका मतलब यह है कि जब element को आप increasing order of atomic number में arrange करोगे, कैसे करोगे? increasing order of atomic number में arrange करोगे, तो कुछ periodic, periodic मतलब fixed interval के बाद, जिन elements की property same होगी, वो repeat होगे, after some period, after some fixed intervals, the elements with similar property will repeat, अगर आप elements को कैसे arrange करो, in order, order of increasing atomic number तो ये हमारा कौन सा law था? modern periodic law और इसी law के basis से पढ़ा long form of periodic table ठीक है? long form of periodic table अब long form of periodic table क्या था?
आएए बना के देख लेते हैं कैसा था long form of periodic table? तो सबने बना रखा होगा बुक में देख रखा होगा 18 vertical column बनाने पढ़ेंगे 2, 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 इस पे आप तेज कर सकते हैं मुझको 15 16 17 18 कई लोगों लगता है मैं धीमे पढ़ाता हूँ तो यार ऐसा किया करो आप नीचे जाकर इंटू टू कर लिया करो मैं तेज चलूंगा ठीक है तो ग्रूप नमबर 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17 and 18 अभी कच चेंज भी करना पड़ेगा कर लेंगे साथ पीरियट्स होते हैं सबने देख रखा होगा ठीक है ना सो वन टू थ्री मेरा महल बन रहा है उसी के बाज आ रही है चार पांच छे ओई होई साथ चलो भाईया हो गया काम ठीक है अच्छा तो मैंने लिख लिया यहाँ वन टू थ्री 4, 5, 6, 7, ये 7 period हो गए, ये 18 vertical column हो गए, बन गया periodic table, element रखा जाए इसमें, तो सबसे पहले रखा गया hydrogen, क्योंकि इसका atomic number 1 था, फिर आप देखते हो कि helium को यहां रखा जाता है, group number 18 में, so 1 से लेके 18 तक इन्होंने कहा group number कर दो, जो IUPAC थे, International Union of Pure and Applied Chemistry, उनको नहीं अच्छा ल यहाँ पे हाँ बेरिलियम, मैगनीशियम, कैल्शियम, स्ट्रोंटियम, बेरियम, रेड़ॉन इसको हम क्या पढ़ते हैं? बेटा, मांगे, कार, स्कूटर, बाप, राजी बेरिलियम, मैगनीशियम, कैल्शियम, स्ट्रोंटियम, बेरियम, रेड़ियम अभी पुरा हम भरेंगे और बेरिलियम के बाद, ग्रुप 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 के बाद लेथियम, बेलियम, बोराउन, कार्बन, नाइट्रोजन, ओक्सिजन, फ्लोरीन, नियॉन आईए इसको कंप्लीट करें तो बोराउन, एल्मिनियम, गैलियम, इंडियम, थैलियम, कार्बन, सिलिकॉन, जर्मिनियम, टिन, लेड, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, आर्सेनिक, अंटिमनी, बिस्मित, ओक्सिजन, सलफर, सेलि टेलोरियम, पोलोनियम, फ्लोरीन, क्लोरीन, ब्रोमीन, आयोडीन, आसिटिटीन, हिलियम, नियॉन, एरगन, क्रिप्टिन, जेनन, रेडन तो इसको याद कैसे करना है? आप यहाँ पे पकड़ लो बैगन, आलू, गाजर, इधर, थैले में, इन थैला यह आप याद कर सकते हो बाल, गंगाधर, तिलक ऐसे भी या बैगन आलू गाजर इन थैला फिर यह आया कासी गए संत प्रभु कार्बन सिलिकन जर्मिनियम टिन लेड कासी गए संत प्रभु फिर इसको आप पढ़ सकते हो ना पास सब बकवास इसको आप पढ़ सकते हो ओह स्टाइल से तेल प� बाहर आई आंटी फिर कॉल करने बाहर आई आंटी इसको आप पढ़ोगे ही नेवर अराइव्स कर जीरो रन पे आउट ही नेवर अराइव्स कर जीरो प्रण पे आउट ठीक है तो यह के मेमोनिक कोड्स हो गया ठीक है अच्छा आप देखते हो कि अब 20 के बाद यहां से एलिमेंट स्टार्ट होते हैं मतलब मैं यह सब मिटार सकता हूं यह मिटार सकता है अगर पड़ती है मेमोनिक में जैसे जीरो रन पे आउट में पे आउट का जरूरत नहीं है रन पे आउट का जरूरत इसी कोई नई बात नहीं है ठीक है चलो इसको मैं यहाँ से हटा दूँआ और यह ग्रुप कहां आ गए 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 ठीक है यह बन जाएंगे तो मेरे खाल से यह आपको ग्रुप से आद हो गए होंगे ठीक है अच्छा अब यहाँ आएं यहाँ क्या आता है स्कैंडियम, टेटेनियम, वनेडियम, क्रोमियम, मैगनीस, आइरन, कोबाल्ट, नीकल, कॉपर, जिंक क्या जरूरत किया इन सब की देखो एक प्रियोरिक टेबल की दिमाग पे पिक्चर रहना आपके लिए बहुत जरूरी है अगर आप क्लास 11 में हो या आप NEET का या J-Mains के एक्जाम में आप अपियर कर रहे हो तो पूरा प्रियोरिक टेबल दिमाग पे पिक्चर हो एलिमेंट्स के अटॉमिक नंबर भी आदो अब ये अटॉमिक नंबर भी दिखाएंगे कैसे आएगा ठीक है तो यहाँ पे आप करोगे स्केनडियम योट्रियम लैंथिनम एक यह होगा हमारा टी जरा हाफ ठीक है टी जरा हाफ टेटेनियम जरकोनियम हाफनियम वो नवाब थे यह पढ़ोगे क्रो मा टा होता है टंग्स्टन पर हम उसको डब्लू लिख लेते हैं टंग्स्टन को टंग्स्टन का सैंबल डब्लू होता है क्रो मा टा मॉलिबिडनम ट रे, मन, तक, रे, मैंगनीज, टेकनीशियम, रीनियम, फे, रस, इसका नाम फे, रस पढ़ गया सीधा, यहाँ, फेरस, यहाँ, रुथीनियम, यहाँ, ओस्मीनियम, कौन रहेगा आयरलैंड, कोबाइल्ड, रोहिडियम, इरीडिय पढ़ोगे तो पिटोगे, नहीं पढ़ोगे तो पिटोगे, निकल, पलिडियम, प्लाटिनम, कौन आगे आया, कौपर, सिल्वर, गोल्ड, अर्जन्टम और इसको औरस या औरम बोलते हैं, कौन आगे आया, जिनी, कनाडा होगा, जिनक, कैडमियम, मरक और यहाँ से आप जानते हो कि बीच में ब्रेक होता है, इसके बाद F ब्लॉक नीचे हम बनाते हैं, और F ब्लॉक की तो शायद तुमने कभी परवाई नहीं की होगी जिन्दगी में, इसके बाद F ब्लॉक स्टार्ट हो जाता है न, अच्छा, चलिए F ब्लॉक की भी बात करे खो कैसे रहा है इसके लिए आप पकड़ लो मैजिक नंबर ठीक है मैजिक नंबर कांग काम करेगा ग्रुप वन में काम करेगा ग्रुप 18 में काम करेगा ठीक है ग्रुप वन में और ग्रुप 18 में क्या मैजिक नंबर टू कमा एट कमा 18 कमा थी टू ठीक है एलेक्ट्रोनिक कंफिग्रेशन वाला इसका नंबर वन इसमें दो जोड़ दो इसका थ्री इसमें आट जोड़ दो इसका ग्यारा इसमें फिर से 8 जोड़ेंगे, इसका 19, इसमें आप 18 जोड़ेंगे, तो 19 और 18 कितना हो गया, 10, 20, 39, 30, 7, 39, 37 में फिर से 18 जोड़ेगा, तो कितना हो जाएगा, 30, 10, 40, 48, और 7, 48 और 7, 55, यही होगा, 37, 18, 7, 8, 15, 1, 2, 35, 55 में 32 जोड़ेंगे, तो 50, 30, 80, 87. तो आप इधर के किसी का भी atomic number निकाल सकते हो group 1 का, कैसे निकाल लोगे, 2, 8, 18, 32, अब इनका निकालना आसान हो गया, ये 3, तो इसके बाद 4, ये 11, तो ये 12, ये 19, तो ये 20, ये 37, तो ये 38, ये 55, तो ये 56, ये 87, तो ये 88, clear, group 18 में आ जो, group 18 में helium का atomic number कितना है, 2, अब group क्योंकि यह पहला ही 2 हो चुका है, तो group 18 start होगा 8 से, तो 2 में 8 जोड़ोगे, कितना हो जाएगा यह, 2 और 8, 10, 10 में, फिर 8 जोड़ोगे कितना हो गया 18, 18 में 18 जोड़ोगे कितना हो गया 36, 36 में 32 जोड़ोगे, 2 में 8 जोड़ा 10, 10 में 8 जोड़ा 18, 18 में 18 जोड़ा 36, 36 में 18 है न, तो कितना होगा 54, 54 में 32 जोड़ोगे, 50, 30, 80 86, बन गया, अच्छा, हम आपको ये सजिस्ट करेंगे साथ में, कि आप Noble Gases का last atomic number याद रखो, क्यों याद रखो, Electronic Configuration में यूज़ होता है, देखा होगा न, कई बार Electronic Configuration, जैसे Sodium की Electronic Configuration 11 है, तो कई बार ऐसे लिखा होता है, कि Neon पूरा फिल हो गया, और उसके बाद 3S1, त यहां से याद करना पड़ता, यह तो याद रहते हैं हमको, क्रिप्टन 36 और जेनन 54, इसकी हमें जरवत नहीं पड़ती, most of the time, क्रिप्टन 36, जेनन 54, क्रिप्टन 36, जेनन 54, ठीक है, अब आते हैं बच्चों, पी ब्लॉक पे, ठीक है, पी ब्लॉक हमारा होता है, 13 से लेके 18, तो 13 से 17 के लिए magic number, 13 से 17, यहां के लिए, यहां से 13, 14, 15, 16 and 17 तो यहां का magic number है बच्चो 8, 18, 32 ठीक है 2 और 8 हट जाएंगे तो boron का atomic number आपको पता है 5 carbon का 6, nitrogen 7, oxygen 8, fluorine 9 आप कोई कहे aluminium को निकालो तो 5 plus 8 that is 13 कोई कहे gallium को बताओ 13 plus 18 10, 20, 28 और 3, 31 फिर कोई कहें इंडियम का बताओ तो फिर से 18 याद कर देंगे 31 30 40 49 कोई कहें थैलियम का बताओ तो 49 में 32 ऐड कर दो 40 30 70 79 81 ठीक है अब जैसे यहां पर कार्बन बाद सिलिकॉन का तो इस में एड जोड़ देंगे 14 यहां कोई पुछे 14 में 18 जोड़ देंगे तो 10 20 24 और 8 30 32 तो 31 के बाद 32 यह 33 यह 34 35 और 36 जैसे 13 14 15 16 17 और 18 यहां पर एक बार चेक कर ले रहा हूं 32 और 18 30 10 48 50 49 50 51 52 53 एंड 54 ऑलडी लिख चुके थे यह टीवन यह 50 और 32 कितना लेंगा 82 83 84 85 एंड 86 तो आप देख रहे हो आप किसी भी लेंगा एटॉमिक नंबर निकाल सकते हो फिर आती है डी ब्लॉक में एटॉमिक नंबर कैसे निकालना है यहां कैसे काम करना है तो यहां स्टार्टिंग में तो आसान रहेगा कहीं पर एक दो डिफरेंस आएगा जैसे यहां से आप लिखोगे 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 लैंथनम के बाद क्या हुआ था कुछ elements यहां से हटा दिये गए थे आपको भी पता है कि group 6 जो है वो expand हो गया था बहुत बड़ा था group 6 में कितने elements हैं इसमें 2 elements इसमें 8 इसमें 18 इसमें 32 elements है 32 तो ये तो कितने elements हो रहे हैं 18 हो रहे हैं तो 14 elements अभी और बच्चे हैं तो लैंथनम के बाद 14 elements को हमने नीचे रखा था लाइन्थिनम के बाद कितने?
14 elements को हमने नीचे shift कर दिया था, ठीक है? तो यहाँ से हमारा 57 के बाद यह नीचे चला जाएगा, 8 से लेके 71 तक जो elements थे, यह 14 elements नीचे रखे, और यहाँ पर फिर हमारे 72, 73, 74, 75, 76, 77, 78, 79, 80 and 81, इसी तरह से यहाँ पर 88 के बाद 89, अक्टिनियम के बाद 14 elements और नीचे चले गए थे, 89 के बाद from 90, और इसमें 14 जोड़ दो तो कितना हो जाएगा? 103 तो 102 तक, ठीक है? है न?
90 वाला भी include हो गया, ये elements भी नीचे चले गए थे, कितने elements? 14 elements नीचे गए थे और, यहाँ से, इनको हम F block बोलते हैं, है न? जैसे इनका नाम पढ़ा था, lanthinoids, lanthinoids, क्योंकि lanthanum के बाद आ रहे हैं, और इनका नाम पढ़ा था actinoids, actinium के बाद आ रहे हैं.
तो 14-14 एलिमेंट नीचे थे, F ब्लॉक की हम बहुत ज़्यादा बात नहीं करेंगे अभी, क्योंकि F ब्लॉक आपके सिलेबस में क्लास 12 में है, वो भी थोड़ा सा है, देखो आपने F सबशल की भी बात ज़्यादा नहीं की थी, तो ये S ब्लॉक के आप ब्लॉक के आपको एलिमेंट्स याद हो गया है अटॉमिक नंबर डी ब्लॉक में और यह समझ में आ गया कि यह ब्रेक क्या है 57 लैंथनम पे तारा बना दिया मैंने क्यों बनाया याद रखना है पीरियड नंबर 6 क्या रखना है पीरियड नंबर 6 इसमें दो एल क्योंकि ये recently discovered elements हैं, तो इसकी हमें जरुवत नहीं पड़ती, इतने elements हमारे basic थे, अच्छा, अब बात आती है कि ये block कैसे बने हैं, ये periodic table में block कैसे बने हैं, तो आईए, हम बात करते हैं आपसे blocks के उपर, ठीक है, ये blocks का formation कैसे हो रहा है, तो आपको पता होगा कि S block है, P block है sharp block, s block, sharp, तो s block कौन सा होता है? 1 and 2, group 1 and 2, चेके? कौन सा? group 1 and 2, क्यों बोलते हैं s block बच्चो? अगर जो आखरी electron है, the differentiating electron, the last electron if it enters to the S subshell if it enters to the S subshell then that element is placed in S block जैसे माल लो hydrogen की बात करें atomic number 1 तो 1S electron किस में गया S में इसलिए S block कुछ भी उठा लो calcium उठा लो atomic number 20 configuration करना तो आता है नहीं आता मेरा वीडियो देख लीजे electronic configuration physics वाला 1S2 2S2 2P6 3s, अब देखो 2, 4, 6, 10, 3s2, 3p6, 18 हो गया ये, 2, 4, 6, 10, 2, 12, 6, 18, 4s2, तो जो आखरी एलेक्ट्रॉन था वो s में गया, तो ये calcium भी किस block से है, s block में है, तो s block में elements की पहचान क्या है, कि आखरी एलेक्ट्रॉन s में जाएगा, तो या तो कोई और भी एक और लेके दे 2P6 and 3S1 अब इसमें कुछ खास बात है बच्चों hydrogen किस period से था?
first period से और 1S1 आ रहा calcium किस period से था? fourth period से तो finally 4S और calcium में 2 आ रहा sodium किस period से था? third period से तो finally 3S1 आ रहा मतलब S block के elements की जो electronic configuration है वो एक तो last shell, shell के element वो लिखते हैं, जैसे यहाँ पे last shell 4 है, यहाँ पे last shell 3, उसके बाद S में या तो एक electron होता है, या तो दो electron, जैसे magnesium को देखोगे 12, magnesium को देखोगे आप 12, तो यहाँ पे क्या आएगा, 3S, 2 आएगा last में, देखो 2, 4, 6, 10, और 2, 12, magnesium है कहाँ से, third place है तो और साथ में S में एक या दो एलेक्ट्रॉन तो S ब्लॉक की बच्चों जो कॉमन एलेक्ट्रॉनिक कंफिगरेशन है वो हम लिखते हैं N S1 से 2 N मतलब आखरी शिल N मतलब आखरी शिल, period number ठीक है, last shil N S1 से 2 यहाँ पे क्या आएगा? N S1, यहाँ पे N S2 यहाँ पे N S1, इस वाले में N S2 ठीक है, इस वाले के लिए सब S1, S1 और इस वाले S2, S2 पोटैशियम का चाहो तो करके देख लो कर लोगे खुद से एटॉमिक नंबर 19 क्या होगा 1S2, 2S2, 2P6, 3S2, 3P6 और क्या बनेगा 4S1 तो देखो इसकी आखरी शल 4 है किस प्रियट से था 4 प्रियट से 4 और S में कितना एलेक्ट्रॉन है 1 यह हो गया बच्चों S ब्लॉक का बात कि configuration NSA12 और बच्चों S ब्लॉक में सारे के सारे एलेमेंट्स हमारे के आएं मेटल्स हैं ठीक है हाईली मेटालिक है इसमें इस वाले को हम बोलते हैं अलकली मेटल्स इस वाले को बोलते हैं Alkaline Earth Metals Group 1 हमारा Alkali Metals Group 2 Alkaline Earth Metals बच्चों, ब्लॉक्स में ही अगर हम बात करें P-Block की, let us talk about P-Block, तो बच्चों P-Block का नियम क्या होगा यही नियम होगा कि आखरी एलेक्ट्रॉन, आखरी एलेक्ट्रॉन किस में एंटर करें, P-Block में P-Sub-Shell में एंटर करें कोई भी एलिमेंट उठा लो, जैसे मैं Atomic Number 5, so 1 is to 2s2, 2p1 बोरोन किस पीरियट से आया है? सेकंड पीरियट से, तो लास्ट में 2 और किस ब्लॉक में है?
पी ब्लॉक में और टी पे 1, जैसे मैं उठा लेता हूँ कारबन एक्टॉमिक नमबर 6 1s2, 2s2, 2p2 तो कारबन किस पीरियट से है? 2p3, यह 2p4 यह 2p5 और यह 2p6 जैसे एल्मिनियम का देखोगे, एक और यहाँ पर कर लेते हैं, नियन का कर लेते हैं, इसी पीरियड में, नियन, एटॉमिक नमबर 10, सो 1S2, 2S2, 2P6, तो किस पीरियड से है नियन, सेकंड पीरियड से, और पी में पूरे 6 एलेक्टर, तो 2P1, 2P2, 2P3, 2P4, 2P5, 2P6, इस तरह से है, 3P1, 3P2, 3P3, 3P4, 3P5, 3P6, एक कर लो एल्मिनियम, एटॉमिक नमबर 13, 1S2, 2s2, 2p6, 3s2, 2, 4, 6, 10, 12, 3p1 एक लास्ट कर लो, एरगन, तो आइडिया हो जाएगा एटॉमिक नमबर 18, 1s2, 2s2, 2p6, 3s2, कितना हुआ? 2, 4, 6, 10, 12, 3p6, 18 किस पीरियड से थे दोनों? थर्ड पीरियड से थर्ड पीरियड में 3p1, ये भरेगा 3p2, 3p3, 3p4, 3p5, 3p6 जो P block का general electronic configuration है, उसको हम लिखेंगे NS2, NP1-6, NS2 क्यों लिखा, क्योंकि आपने बॉराउन में देखा था क्या आ रहा था, बॉराउन में आ रहा था 2S2, 2P1, कारबन में क्या आ रहा था, कारबन में आ रहा था 2S2, 2P2, ओक्सिजन में क्या आ ग़ा बताओ, 2S2, 2P4, 1S2, 2S2 तो S वाला फिल रहता है और P में 1, 2, 3, 4, 5, 6 एलेक्ट्रॉन हो सकते हैं कोई भी और करके देख लो जो मनो सलफर को चेकना है, सलफर, एटॉमिक नमबर 16 1S2, 2S2, 2P6, 3S2, 2, 4, चिदस, दोबारा, 3P, 4 N, S2, NP, 4 NP में 1 से 6 कुछ भी हो सकता है कि ठीक है कुछ मेटलोइड भी है इसके अंदर इसमें इस तरफ पोर्शन देखोगे तो आपका नोट मेटल्स इधर बीच में मेटलोइड और यहां पर मेटल भी है यह था पीड़ो कहां से कहा है बच्चों हमारा ग्रुप 13 से ग्रुप 18 कई लोग कहते हैं कि ग्रुप 18 पी ब्लॉक का पार्ट नहीं गलत कहते हैं ग्रुप 18 पी ब्लॉक का ही पार्ट है क्योंकि आप यहां पर एरगन में आखिरी एलेक्ट्रोन नियन में आखिरी एलेक्ट्रोन किसमें आ रहा है पी भाई इन 5, इनका NP में 4, NP में 3, NP में 2, और NP में, ठीक है, 6 ही क्यों बने, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 6 ही क्यों बने, अच्छा, P सब शल याद है, एक एलेक्ट्रॉन इसमें जाया, फिर इसमें गया, फिर एक इसमें, ऐसी तो होती थी, PX, PY, PZ, तो पहले P मे तो यह वाला configuration किसका होगा, noble gases का, completely filled, बोलते हैं न, completely filled, तो यह हो गया बच्चों, P block, अब थोड़ा सा अच्छी बात करते हैं, that is, इसका लिख लें यहाँ पे, NS1 और इसका NS2, अब बात करते हैं बच्चों, D block की, ठीक है, तो D block का थोड़ा complex है, समझ में आ जाएगा, कोई अटॉमिक नंबर 21, तो 21 के लिए 1S2, 2S2, 2P6, 3S2, 3P6, 4S, 2, 4, 6, 10, 2, 12, 6, 18, अब आपको याद होगा कि 3P के बाद 4S आता है, 4S2, 20, 3D, 1, बड़ी अजीब सी configuration है, इसके लिए N की value क्या होगी, ये किस period से आ रहा है, 4 होगी N की value, तो ns2, d block में ns2, और ये वाली अभी भर रही है, ये क्या होगी, n-1 होगी, भाई इसके लिए n की value 4 होगी, तो 4s2, और ये क्या n-1, d में एक electron, और कोई उठा लो बीच से, जैसे chromium उठाओ, chromium ही क्यों उठाया मैंने, क्योंकि Chromium exceptional configuration लेती है, सबको याद है?
पक्के से, बढ़िया से, चलिए देखते हैं, 1S2, 2S2, 2P6, 3S2, 3P6, 4S2, कितना हुआ? 20, Chromium के value number 24 है, ये 20 हुआ, तो 3D4, 24, पर ऐसा होता नहीं है, Chromium में 3D में 5 आता है, 4S में 1 जाता है, अब देखो change हो गया, Chromium के value 4 होनी चाह और 3D, 3 मतलब N-1, और D में कितने एलेक्ट्रोन है? 5 है, तो D में 5 हो सकते हैं, यहाँ पे आओगे D में 6, यहाँ आओगे D में 7, D में 8, अच्छा एक और कर लेते हैं, चेंज कर करो, अपने आप आईडिया होता जाएगा, जैसे मैं निकल कर लेता हूँ आओ, निकल is atomic number 28, so 1s2, 2s2, 2p6, 3s2, 3p6, 4s2, कितना हुआ, 2, 4, 6, 10, 2, 12, 6, 18, 2, 20, 3d में कितने गए, 8, तो 4 इसके लिए n है, तो बच्चो ns2, और 3 इसके लिए n-1, d में कितने, 8 electron, ठीक है, तो ऐसी करते जाओगे, यह d1 था, है न, 3d1, यहाँ 4s2 खतम हुआ है, 3d1, 3d2, 3d3, 3d4, यह 3d5 हो गया है, exception को इसे 3d5, 3d6, 3d7, 3d8, 3d9, और 3d10, जरा zinc भी करके देख लो, आखरी, zinc atomic number 30, तो सब कुछ same रहेगा, last में आएगा 4s2, 3d10, देखो यह हुआ 20, और 10, 30, तो zinc के लिए अगर हम लिखे तो क्या लिखेंगे, या ns में 1 भी हो सकते हैं, और n-1 d में 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 कुछ भी हो सकते हैं, so final configuration हम d block के लिए क्या लिखते हैं, धियान से देखना, ns 1 से 2, और n-1 d में 1 से लेके 10 के बीच में, 0 नहीं होना चाहिए, 1 से लेके 10 के, बिटा n-1 को हम बोलते हैं penultimate shell, ठीक है? पेन अल्टिमेट शेल इसको बोलते हैं अल्टिमेट आखरी शेल और इसके एक पहली वाली को बोलते हैं पेन अल्टिमेट शेल तो डी ब्लॉक के लिए क्या खास बात है कि जो आखरी डिफरेंशियेटिंग एलेक्ट्रोन डिफरेंशियेटिंग है ना विच मेक्स डिफरेंस विच इस द लास्ट एलेक्ट्रोन जो डिफरेंस बना रहा है एक एलिमेंट और दूसरे में जो आखरी एलेक्ट्रोन है जिसक जो आखरी एलेक्ट्रॉन है वो D सबशल में जा रहा है of the penultimate, मतलब आखरी से एक पहली वाले शल में, जैसे 4S2, 3D1, 4S2, 3D2, ऐसा हो रहा था, यहाँ 4S2, 3D1, 4S2, 3D2, 4S2, 3D3, 4S2, 3D, 4S1, 3D, 5, यहाँ चेंज हुआ, 4S2, 3D, 5, एक्सेप्शन्स थे, कॉपर में एक जो अपना प्रियोडिट टेबिल है उसमें करीब 75% से ज्यादा मेटल्स है 75% से ज्यादा मेटल्स है ठीक है तो ये पूरे मेटल्स हैं दूसरी बात यह होती है कि ये बहुत अलग है मतलब D block की study ही class 12 में आती है ये ना D block elements की पूरी study transition elements भी बोलते है इनको ये complex बनाते हैं they form complex compound form complex ये colored compound शो करते हैं colored compounds यह बच्चों को बात करते हैं एक ब्लॉक एलेक्ट्रॉनिक कंफिग्रेशन देखते हैं एक ब्लॉक तो बच्चों एक ब्लॉक यहां बोलते हैं इसको बोलते हैं जो पहला वाला लेंथनोइड सीरीज ब्लॉक की यह किस पीड़ियों से आया है सिक्स्ट पीड़ियों से आया है और दूसरा वाला 7th period से आया है, ठीक है, कहां से आया है, 7th period से, ये दोनों ही group number 3 में आते हैं, ये भी समझ लो, कि जो lanthinoid, actinoids हैं, ये किस group को belong करते हैं, both of them belong to group 3, क्योंकि यहीं से देखो element गायब हुए, कुछ elements यहीं पर जादा हो गये थे, group 3 में ही भरने वाले थे, यही एक्टोनोइट के स्पीरियट से है 7 से ठीक है अब जो एप लॉग एलेक्ट्रोनिक कंफिग्रेशन होता है बच्चों यह सिर्फ एक्सपेरिमेंटली पता चल सकता है यहां पर एन प्लस एल रूल जो आपने पढ़ा था कि पहले फॉर एस भरेगा कि थ्रीडी भरेगी कोई perfect pattern है ही नहीं, याद करना पड़ता है, या experiments में जो दिया, उसी को learn करना पड़ता है, तो basically अभी आपको f block की करनी भी नहीं है, अभी मैं आपको समझा देता हूँ, ns, 1 या 2, n-1, d, 0, 1, 2, n-2, f, 1 से 14, ठीक है, ultimate shell में, s में या तो 1 रहेगा, या तो 2, n-1, पेनल्टिमेट शेल में D में 0 हो सकता है, 1 हो सकता है, 2, और इसको बोलते हैं एंटी पेनल्टिमेट शेल, और इसमें F 1 से 14, जैसे इस वाले में, F1, F2, F3, F4 करते 14 elements और यहाँ पे भी 14 इसमें 4F भरेगा, इसमें 5F भरेगा तो यह थे F block के elements और F block में भी सबके सब metals हैं और अगर हम actinoids की बात करें बच्चों तो actinoids तो पूरी radioactive है यहाँ पे man-made elements भी है यह भी अच्छे catalyst बनते हैं यह oxidation state plus 3 का शो करते हैं तो यह हमने आपको एक basic बताया, तो जल्दी से आप electronic configuration सारे blocks का हमको बताएं, S block के बारे में बताएं, तो S block का हमने आपको सिखाया, NS1 या 2, P block का बताएं, तो P block का भी हमने आपको सिखा दिया, P block का, NS2, NP1 से 6, अच्छा, D block की चर्चा करते हैं, D block की बात की थी, तो NS में 1 ns1 या 2 क्यों लिखा, chromium, chromium याद रखना, 4s1, 3d, 5, इसकी वज़ासे ns1, और copper में भी यही होगा, ठीक है, और d में, इसमें 1, 2, 3 ऐसे बढ़ रहा है, लास्ट में f block की बात की बच्चों हमने, f block में क्या था, ns में 1 या 2, n-1 d में 0, 1, 2, और n-2 f में 1 से 14, यह अल्टिमेट, यह पेनल्टिमेट, यह अल्टिमेट, पेनल्टिमेट, एंटी पेनल्टिमेट तो यह जनरल एलेक्ट्रोनिक कॉंफिग्रेशन हमने लिख दिया किसी भी ब्लॉक्स का तो आपको ब्लॉक्स समझ में आ गया है प्रियोटिबल में मैजिक नंबर आपको बता दिये कैसे समझना है याद करने का तरीका बता दिया है आपसे बात करनी है periodicity के उपर, किसके उपर?
periodicity, बड़ा important concept है और यहाँ पर इसके बताना बीच में ज़रूरी है, periodicity, what is periodicity? periodicity is the repetition of similar physical and chemical property after fixed interval in the periodic table or the regular, the gradual increase, the regular और gradual decrease in physical or chemical property after fixed interval in the periodic table. periodicity का मतलब है, या तो repetition हो, क्या हो?
repetition हो, या तो gradual increase हो, या तो gradual decrease हो, इन properties. इसको हम periodicity बोलते हैं जैसे example के लिए group 1 hydrogen, lithium, sodium, potassium, rubidium and cesium hydrogen की valency plus 1, lithium की plus 1, sodium की plus 1, potassium की plus 1, तो सब की properties का क्या हो रहा है, repetition, after fixed interval, subgroup 1 में आते हैं, या for example, इसका atomic radius चोटा, इसका बड़ा, इसका और बड़ा, और बड़ा, और बड़ा, और बड़ा, तो gradual increase, या for example, हम बात कर लें, आइनेजेशन पोटेंशियल की energy required to remove electron तो यहाँ से electron निकालने में energy जादा लगेगी चोटा यहाँ से कम, यहाँ से और कम तो क्या हो गया gradual decrease तो कुछ properties होती हैं जो fixed interval के बाद या तो repeat, या तो gradual increase, या gradual decrease इस चीज़ को periodicity बोलते हैं question यह नहीं बच्चों, question जो आपके मन में है वो है कि what is the cause of periodicity what is the cause of periodicity कि यह क्यों होता है कि रिपोर्टीशन होता है वह टाइप रिपोर्टीशन आइए कोई भी ग्रुप ले लीजिए मैं ग्रुप वन लेता हूं कोई एक ग्रुप ले लो पूरा डिमेंस्ट्रेट हो जाएगा ग्रुप में लिया मैंने हाइड्रोजन लीथियम वन एस वन एटॉमिक नंबर तीन आठ ग्यारा वन एस वन एलवन एट नाइनटीन 1S2, 2S2, 2P6, 3S2, 3P6, कितना हुआ? 10, 2, 12, 6, 18, 4S1. तो आप देखो सबके पास similar electronic configuration है, क्या है?
Similar electronic, which is the cause of periodicity? आप कोई भी group उठा लो, जैसे मैं उठा लेता हूँ, group number 13 उठा लिया, boron, aluminium, काम बन जाएगा इसी में, boron, atomic number 5, aluminium, atomic number 13, configuration, 1S2, 2S2, 2P1 Aluminium 1S2, 2S2 2P6, 3S2, 3P1, 2, 4, 6, 10, दोबारा एक, 13, तो यहाँ देख रहे हो, 2P1, यहाँ 3P1, अगला गेलियम, क्या बनेगा अपना, यहाँ 13, इसमें कितना जोड़ दें, हम 18 और जोड़ दें, तो 10, 20, 30, और 8, 31, तो यहाँ पे क्या बन जाएगा हमारा? 4P1, अगले वाले में 5P1 and so on. So, the repetition of similar electronic configuration after fixed interval is the cause of periodicity.
ठीक है? चलि आगे देखते हैं. तो इन्हें जैसी होती है नहीं मैगनीशियम इस ग्रुप के सारे प्रॉब्लमिक प्रॉब्लमिक ये सारे ही सारे elements जो तो ये सारे elements अपने group की सारी properties लेके आ रहे थे और ये elements किस period से थे third सोचने में ये लग रहा था कि sir ये group 13 जो boron family है वो start तो boron से हुआ है group 14 carbon की family start तो carbon से हुआ है तो group 13 को boron की property पकड़नी चाहिए पर वो सारे elements किसकी property ले रहे हैं aluminium की group 14 को carbon की property तो ऐसा है ना जो second period के elements होते हैं ना वो थोड़े abnormal होते हैं ठीक है वो exception होते हैं उनकी configuration अलग होती है उनका atomic size छोटा होता है असल में second से third period आने पे एक बड़ा jump होता है second से third period आने पे size में एक बड़ा jump होता है जिसके वाइसे सारे के सारे elements यहां से similarity शो करते ह तो इसको टिपिकल एलिमेट्स बोलते थे बच्चों इस तरह से एक चीज़ अमसे पूछी जाती है डाइगनल रेलेशन्शिप ठीक है बेसिक्स बता रहे हैं आपको सारी डाइगनल रेलेशन्शिप ठीक है तो रेलेशन्शिप वो नहीं अरे सार मैं असा बच्चा नहीं हूँ तो क्या है लीथियम, बेरिलियम, बुरोन, कारबन एल्मिनियम, कारबन के नीचे कौन है सिलीकन ठीक है और आगे बढ़ जायें nitrogen इसके नीचे कौन है phosphorus तो lithium की property similar है magnesium से beryllium की property similar है aluminium से boron की similar है silicon के और carbon की phosphorus से इसको बोलते है diagonal देखो diagonal ये diagonal बना के नहीं diagonal में relationship हो रहा है property same हो रही है diagonal में तो पूछे जाता है कि diagonal relationship किस वज़ासे है बच्चों तो diagonal relationship same होने का reason क्या है कि charge to size ratio चार्ज 2, size का ratio करीब-करीब same होता है, समझाते हैं, आप जब नीचे की तरफ आते हो, तो size बढ़ती है, ठीक है, तो magnesium का size lithium से बढ़ा होगा, भाई lithium में दो ही shell होती हैं, और magnesium में तीन shell होती हैं, तो magnesium का size तो बढ़ा होगा, पर magnesium का charge भी तो तो magnesium का size भी बड़ा, charge भी बड़ा, तो charge to size ratio क्या रह गया? सेम, और इस वज़े से इनकी property सेम रहती है, जैसे beryllium का size छोटा है, aluminium का size उससे definitely बड़ा है, beryllium में 2 shell, aluminium में 3 shell, पर beryllium में कितने proton है? 4, और aluminium में 13 proton, तो charge भी बड़ा, size भी बड़ा, तो charge to size ratio सेम रहा, जिसकी वज़े से इनका आईनिक ratio जो कह सकते हैं, आईनिक ratio, यहाँ बोल सकते हो, charge density, इसी का एक word होता है, चार्ज डेंसिटी, जो चार्ज डेंसिटी है, वो इनकी सेम है, जिसकी वज़ासे ये chemical property शो करते हैं, चार्ज डेंसिटी सेम होने से diagonal relationship हमको मिलता है, ठीक, इस दरह से कई बार हमसे पूछता है, कि transition elements कौन से हैं, ठीक है, क्या पूछता है, transition elements, तो बच्चो transition elements कौन से हैं कि 12 में मेटल्स यानि जो एस ब्लॉक है इसमें मेटल्स जो पी ब्लॉक है ठीक है जो पी ब्लॉक है पी ब्लॉक बोले तो ग्रुप 13 से लेकर 18 इसमें है नॉन मेटल्स इसमें सब नॉन मेटल तो बीच में जो है वह मेटल से नॉन इसलिए इन elements को transition elements बोला जाता है, basically group 3 से लेके group 12 के elements को हम बोलते हैं transition.
पर इसकी जो actual definition है वो है transition elements वो है जिनके पास vacant d-orbital हो क्या हो vacant d-orbital अगर vacant d-orbital नहीं है तो वो transition element नहीं है आप बोलोगे सर कुछ सही समझाईए एक तो d-orbital की बात हो रही है और vacant सारे के सारे ये वाले elements transition नहीं बनेंगे for example हम zinc की बात करें अगर हम zinc की बात करें बच्चो group 3 से group 12 की बात की हम zinc की बात करें तो atomic number 30 so 1s2 2s2 अब तो आप लिख सकतो यहीं पे किस period से है 4 तो 4s2 और 3d में कितना हो जाएगा 10 क्योंकि last में तो यहाँ देखो इसके पास vacant d orbital नहीं है ठीक है तो इन सबे सब के पास vacant d orbital नहीं है d1 मतलब no orbital खाली, मतलब है इसके बास जगह D2 इसमें भी जगह खाली, जिसे किसी को भी और कर लो किसी कर लो, जैसे फैरस कर लेते हो और फैरस का configuration करें फैरस, atomic number 26 तो यह हो जाएगा 4S2 3D6 तो 3D6 जब बनाओगे बच्चों, D में 5 orbital होते हैं 6, 1, 2, 3, 4, 5, 1, 6 तो यह transition element माना जाएगा पर zinc transition element नहीं माना जाएगा Cadmium, atomic number 40, किस period से है? 5th से, तो 5S2, 4D, 10, जैसे हमारा Mercury, HG, यह भी नहीं माना जाएगा, HG, Z is equals to, कितना हो जाएगा यहाँ पे? 72, 73, 74, 75, 76, 77, 78, 79, 8, ठीक है? अब 6th period से है, तो 6S2, और क्या हो जाएगा?
5D, 10, इन सब में देखो आप, D sub shell पूरी तरह से fill है, इसका atomic number 8 है, तो D sub shell अगर completely fill है, किसमें किसमें, zinc, cadmium और mercury, 3D10, 4D10, 5D10, तो इनको transition elements नहीं बोल सकते, तो आपसे कोई बोले, वो कौन से elements हैं, जो D block तो हैं, पर transition नहीं है, तो आप बोलोगे zinc, cadmium, mercury, क्या सारे transition element D block element हैं, yes, सारे transition element D block element हैं, क्या सा कुछ D block element ऐसे हैं, जो transition नहीं बने, क्योंकि transition की condition है vacant D orbital, और इनके पास vacant D orbital नहीं, देखो ये 4 से था, तो मैंने लिखा 4S2 3D10, कैसे लिख रहा हूँ configuration, configuration की क्या थी, NS1 2, N-1 D, 1 से 10, तो मैं जिंग की करके देखी, 4S2 3D10, ये देखो 20, 10, 30, यहाँ क्या हो जाएगा, 5S2 क्योंकि 5th field से, 4D10, यहाँ 6S2 5D10, तो ये थे transition elements ठीक है