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जैव प्रक्रम: पोषण और पाचन की जानकारी

सो हेलो एवरीवन मैं हूं शियम द्विवेदी और आप देख रहे हैं अपना पसंदीदा चैनल ज्ञानोदय के गुरुजी आज के इस सेशन में होने वाला है जैव प्रक्रम चैप्टर का शुभारंभ और आज के इस सेशन में हम जैव प्रक्रम का पहला भाग कवर करेंगे जिसमें हम बात करेंगे पोषण और पाचन की तो फटाफट से सारे बच्चे बता देना क्या मेरी आवाज जा रही है सभी को और क्या सारे बच्चे सुन पा रहे हैं कि नहीं है ना और एक बार यह क्लास लाइव है इसलिए फायर इमोजी सेंड करके बताएंगे कि क्या मेरी आवाज आ रही है और क्या आपको दिखाई दे रहा है कि नहीं सही से सब कुछ अच्छा एक सवाल उठता है ना कि हमारे सिलेबस में आखिर है क्या-क्या तो अगर हम कोई भी लड़ाई लड़ने जाते हैं तो उसके पहले हम एक तैयारी करते हैं ताकि हम उस युद्ध में हार ना जाएं वैसे ही जब हम बोर्ड एग्जाम की तैयारी की बात करते हैं तो पहले हमें यह पता होना चाहिए कि आखिर चैप्टर में पढ़ना क्या-क्या है और जब आप यह जान लेंगे कि चैप्टर में क्या-क्या पढ़ना है तो ऑटोमेटिक फिर पढ़ने का मन करेगा क्योंकि शुरुआत अगर करनी है तो पहले यह तो पता होना चाहिए ना कि आखिर हमें करना क्या है आपने जैव प्रक्रम पढ़ना स्टार्ट कर दिया क्या आपको पता है कि जैव प्रक्रम का सिलेबस क्या है और आखिर इसमें से कैसे क्वेश्चन आते हैं नहीं पता तो सबसे पहले वही जानते हैं और उसके बाद इस चैप्टर को स्टार्ट करते हैं ओके मेरे प्यारे बच्चे बहुत सारे बच्चे हमारे साथ लाइव जुड़ चुके हैं जैसा कि मैं देख पा रहा हूं फटाफट से सारे बच्चे अपने दोस्तों के साथ इस सेशन को शेयर कर देना ताकि बच्चों की संख्या बढ़े और मजा आए राइट तो सबसे पहले इस चैप्टर का सबसे इंपॉर्टेंट जो नाम है ना कि लाइफ प्रोसेसेस यानी कि जैव प्रक्रम जैव प्रक्रम क्या होता है आखिर यह बात करेंगे फिर सिलेबस की बात करें सबसे पहले देखो वे सारे प्रक्रम यानी वह सारी की सारी प्रक्रियाएं जिसमें क्या हो जीव अपने अनुरक्षण का काम करें यानी कि वे सभी प्रक्रम जिसमें सम्मिलित रूप से अनुरक्षण सॉरी अनुरक्षण का कार्य किया जाता है उन्हें हम जैव प्रक्रम कहते हैं व्ट इज अनुरक्षण मेंटेनेंस हमारी बॉडी को क्या क्या जरूरत होती है हमारी बॉडी को ऊर्जा की सबसे ज्यादा जरूरत होती है क्यों भाई हमारी बॉडी को क्या चाहिए सबसे ज्यादा क्या चाहिए ऊर्जा चाहिए है ना ऊर्जा चाहिए हमारी बॉडी को अगर कहीं से चोट लग जाए तो कुछ ऐसा सिस्टम होना चाहिए कि जल्दी से वह चोट सही हो जाए मेरी बात समझ रहे या हमें सांस लेना है ऑक्सीजन हमारे अंदर जाएगी और वह फेफड़े के अंदर कैसे काम करेगी अच्छा एक बार सोचिए जरा सोच के देखना अगर ऑक्सीजन हमारे शरीर के अंदर जाए और जाने के बाद वह काम ना करें तो क्या होगा मृत्यु हो जाएगी इसका मतलब कि सांस लेना भी क्या है जीवन का हिस्सा है और एक जैव प्रक्रम है इसके बिना हमारी बॉडी वर्क नहीं करेगी हमारी बॉडी को ऊर्जा चाहिए और ऊर्जा कहां से मिलेगी जब हम भोजन को बचाएंगे यानी कि पोषण जरूरी है पाचन जरूरी है और साथ ही साथ यानी कि सांस लेना भी जरूरी है तीसरी और क्या चीज है जो हमारी बॉडी के लिए जरूरत है जिसकी बताइए जल्दी से फटाफट से बताना ऐसी कौन सी और चीज है जिसकी जरूरत हमारी बॉडी को है हमारी बॉडी को तीसरी ऐसी चीज की जरूरत है क्या ऑक्सीजन यहां से मैं सांस लूं तो वह शरीर के अलग-अलग अंगों में किसी प्रकार से पहुंच जाए इसके लिए हमें शरीर के अंदर रेलगाड़ी चलानी पड़ेगी बस चलानी पड़ेगी और रेलगाड़ी बस इसी को तो बोलते हैं ना ट्रांस्पो सिस्टम यानी कि क्या शरीर के अंदर ऑक्सीजन का आवा गमन है ना या फिर ऑक्सीजन के साथ-साथ ब्लड भाई रक्त क्या होता है हृदय से पंप किया जाता है शरीर के अलग-अलग अंगों में जाता है इधर क्या हो रहा है इधर हो रहा है परिवहन यानी कि ट्रांस्पो हो रहा है तो हमारे शरीर को तीसरी एक और चीज की जरूरत है और वो है रक्त का एक अंग से दूसरे अंग तक पहुंचना और साथ ही साथ इसी प्रकार ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का भी आवागमन तो यह चीजें हमारे लिए जरूरी है अब एक बात बताना अगर हमारे शरीर को ऊर्जा की जरूरत है और हम भोजन जो खाए वह शरीर के अंदर ही रह जाए तो क्या होगा शरीर से बाहर ना निकाले तो क्या होगा अगर हम शरीर से बाहर नहीं निकालेंगे भोजन को तो फिर बीमारी हो जाएगी इसका मतलब कि जो भोजन खाया है वह शरीर से बाहर भी निकलना चाहिए यार अगर शरीर से बाहर नहीं निकलेगा तो इसका मतलब है कि य क्या होगा बीमारियां होंगी जो हम पानी पीते हैं सोचिए पीते पीते पीते पीते अपने जीवन में कितना पानी पी जाते होंगे क्या सारा पानी शरीर के अंदर ही रहता है और अगर सारा पानी शरीर के अंदर ही रहेगा तो अब तक तो फिर हम तालाब बन गए होते समझ रहे ना कुआ बन गए होते एकदम इसलिए शरीर से बाहर भी निकलना जरूरी है तो क्याक चाहिए हमारे शरीर को जरूरत है पोषण की हमारे शरीर को जरूरत है श्वसन की हमारे शरीर को जरूरत है परिवहन की और हमारे शरीर को जरूरत है क्या उत्सर्जन की है ना इसी प्रकार से क्या जनन जनन का मतलब होता है अपने जैसे बच्चों को क्या करना जन्म देना क्या जनन भी जैव प्रक्रम है क्या अगर कोई भी अपने जैसे बच्चों का जन्म नहीं दे पाता है तो क्या उसका जीवन नहीं चलेगा क्या चलेगा ना तब भी चलेगा इसका मतलब जनन एक जैव प्रक्रम नहीं है जैव प्रक्रम क्या है पोषण है स्वसन है परिवहन है उत्सर्जन है और इसी के अंदर हम इस पूरे चैप्टर को चार पार्ट में कवर करेंगे आज जो पहला पार्ट कवर होने वाला है वह होने वाला है पोषण और वह सारी चीजें हम आपको पढ़ाएंगे जो आपके बोर्ड पेप में आएंगी और हर साल आती हैं तो फटाफट से बता देना क्या स्टार्ट किया जाए क्योंकि यह क्लास लाइव है बच्चों की संख्या भी बिल्कुल हाई है फटाफट से सारे बच्चे वीडियो को लाइक कर देना शेयर कर देना चलिए शुरू करते हैं सबसे पहला टॉपिक सबसे पहला टॉपिक क्या है पोषण अगर आप ध्यान से देखो यहां पर तो एक यह मां है और यह अपने बच्चे को क्या कर रही है यह अपने बच्चे को दूध पिला रही हैं अगर आप इनको ध्यान से देखोगे तो मां अपने बच्चों को क्या कर रही है दूध पिलाने का काम कर रही है अब यह जो बच्चा जिसको मां दूध पिला रही है क्या होगा यह बच्चा जब इस दूध को लेगा यानी कि बच्चा क्या लेगा भोज्य पदार्थ लेगा क्या लेगा भोज्य पदार्थ लेगा क्या लेगा बच्चे यह बच्चा भोज्य पदार्थ लेगा और इस भोज्य पदार्थ का क्या करेगा अपने शरीर में इसका पाचन करेगा और पाचन करने के बाद फिर उसको क्या मिलेगी फिर उसको ऊर्जा मिलेगी क्या मिलेगी उसको ऊर्जा मिलेगी है ना उसको ऊर्जा मिलेगी और जो उसको ऊर्जा मिलेगी वह शरीर के विकास में क्या करेगा वृद्धि में और विकास में वृद्धि व विकास करेगा अपने शरीर की यानी कि वृद्धि और विकास करेगा इस बात से क्या पता चलता है इस बात से यह पता चलता है कि भोज्य पदार्थ को ग्रहण करके उससे ऊर्जा को प्राप्त करना और अपने शरीर की वृद्धि या विकास करना सस प्रोसेस इज कॉल्ड पोषण इसे हम पोषण कहते हैं क्या बात समझ में आ गई क्या बात समझ में आ गई अगर आपसे कोई पूछेगा क्या है पोषण आप क्या बताओगे कि भोज्य पदार्थ को ग्रहण करके उससे ऊर्जा को प्राप्त करना और ऊर्जा को प्राप्त करने के बाद उसी ऊर्जा का इस्तेमाल अपने शरीर के वृद्धि और विकास में लगाना ये कहलाता है क्या पोषण क्या यहां तक समझ में आया एक बार जल्दी-जल्दी से बता दो बच्चों इसी चैनल से पढ़कर पिछले साल जो अभी रिजल्ट आया है कुछ दिनों पहले उसमें छठी रैंक आई है सातवी रैंक के बहुत सारे बच्चे हैं नवी रैंक है 10वीं रैंक है और टॉप 100 में कितनी है हम खुद ही नहीं काउंट कर पाए है ना तो बच्चों पोषण क्या है यानी कि जीवों के द्वारा ग्रहण किए गए भोज्य पदार्थों और अन्य पदार्थों का का पाचन करके उससे ऊर्जा का अवशोषण करके और उसका उपयोग अपने शरीर की वृद्धि और विकास में लगाना दिस प्रोसेस इ कॉल्ड पोषण इसे हम क्या कहते हैं इसे हम पोषण कहते हैं बात समझ में आ गई इसे हम क्या कहते हैं इसे हम पोषण कहते हैं पर मेरे प्यारे बच्चों यह पोषण भी क्या होता है यह पोषण भी दो प्रकार का होता है क्या होता है यह पोषण भी दो प्रकार का होता है पहला जो पोषण कहलाता है उसे हम कहते हैं पोषण और दूसरा जो कहलाता है उसे कहते हैं पर पोषण या पहला जो पोषण है उसे कहते हैं स्वपोषी पोषण है उसे कहते हैं परपोषी बला है तो बच्चों सिंपल सी चीज है कि जो जीव अपना भोजन स्वयं बना ले उसे हम उस पूरी प्रक्रिया को हम स्व पोषण कहते हैं और जब जीव अपना भोजन स्वयं ना बनाए तो उस प्रक्रिया को हम परपोषी जीव अपना भोजन स्वयं बना ले तो इस प्रक्रिया को हम स्व पोषण कहते हैं और अगर जीव अपना भोजन स्वयं ना बनाए दूसरों पर निर्भर हो तो उसे हम उस प्रक्रिया को हम परपोषी व को स्वपोषी कहते हैं और जो जीव अपना भोजन स्वयं नहीं बनाता है उसे हम परपोसी कहते हैं सिंपल सी बात है अच्छा एक छोटा सा हम आपके साथ और चीज और एक चीज करते हैं जरा ध्यान से समझना पहली बात मेरे सारे बच्चों से रिक्वेस्ट है कि यार सेशन को शेयर करो अगर आप चाहते हो कि इसी प्रकार से कांसेप्चुअल सेशन चलते रहे तो देन प्लीज शेयर द सेशन अब मेरे बच्चों मान लो हमारे पास हमारी क्या है यह माता जी है क्या है यह हमारी माता जी है और यह माता जी का नन्ना नन्हा पुत्र है है ना यह माता जी का क्या है नन्हा नन्हा पुत्र है यानी कि लड़का है अब मेरी बात गौर से सुनना माता जी अपना भोजन स्वयं बनाती है और बनाने के बाद इस पुत्र को खिलाती है इसका मतलब माता जी कौन है क्या माता जी अपना भोजन स्वयं बनाती है और पुत्र को खिलाती है तो क्या माता जी स्वा पोषण वाली है क्या अपना भोजन स्वयं बना रही है नहीं नहीं नहीं नहीं पेड़ पौधों ने भोजन बनाया था उस भोजन को माता जी पका रही हैं बना नहीं रही हैं यानी कि माता जी ने भोजन बनाया ना पकाया और पकाने के बाद क्या किया पकाने के बाद अपने बच्चे को खिलाया इससे यह पता चलता है कि यह जो मानव है ना यह पेड़ पौधों से अपना भोजन बनाता है पेड़ पौधों के द्वारा बनाए गए भोजन का उपयोग अपने शरीर की वृद्धि और विकास में करता है इसका मतलब माता जी भोजन बनाती है पकाती है पर यह पर पोषण वाली हैं यानी कि माता जी परपोषी हैं और इनका पुत्र भी क्या है पुत्र भी पर पोसी है नाइंसाफी नाइंसाफी कि माता जी भोजन स्वयं पका रही है लेकिन फिर भी परपोसी में आ रही है क्यों यही तो साइंस है यही तो साइंस है क्या यहां तक समझ में आया एक बार जल्दी जल्दी से बता दो भाई सभी लोग जल्दी जल्दी से ठीक है क्लियर आ गया ना समझ में किसी को कोई डाउट नहीं आगे चले चलो अब जरा ध्यान से देखो क्या पोषण भी दो प्रकार का होता है और कौन-कौन सा पोषण होता है पहला पोषण होता है हमारे पास स्व पोषण और दूसरा पोषण होता है हमारे पास पर पोषण नोट डाउन कर लेना कहीं पर भी अब आता है मेरे प्यारे बच्चे कि पर पोषण भी तीन प्रकार का होता है यानी मैंने क्या पढ़ा मैंने पढ़ा कि पर पोषण और यह पर पोषण भी तीन प्रकार का है पहला दूसरा तीसरा स् पोषण तो स्व पोषण है यानी कि पोषण है और पोषण के बाद फिर पर पोषण है और फिर उसके बाद स्व पोषण है पर यह पर पोषण भी तीन प्रकार का है पर पोषण भी तीन प्रकार का है पहला पर पोषण जरा ध्यान से देखना पहला प्राणी सम भोजी पर पोषण अभी मैं लिख कर दूंगा कौन सा प्राणी सम भोजी पर पोषण तो पहले का नाम क्या है प्राणी सं भोजी पर पोषण यार यह पर पोषण कौन सा होता है यह पर पोषण कौन सा होता है देखो जरा गौर से सुनना मान लीजिए दो लोग हैं एक मैं और एक मेरा छोटा सा प्यारा सा नन्हा सा छिपकली जैसा दोस्त या छिपकली जैसा नहीं है ऐसा है कि वो पेड़ों पर चिपका रहता है और पेड़ों से ऊर्जा लेता रहता है शरीर की वृद्धि करता रहता है मैं अपना भोजन होस के रूप में ग्रहण करता हूं मुझे भूख लगती है मैं रोटी खा लेता हूं मुझे भूख लगती है मैं पिज्जा खा लेता हूं मुझे भूख लगती है रप वाला पारलेजी का बिस्किट खा लेता हूं मुझे भूख लगती है मैं अपना पानी पी लेता हूं प्यास लगती है पानी पी लेता हूं यानी कि मैं अपनी भूख को मिटाने के लिए या तो भोजन को ठोस के रूप में ग्रहण करता हूं और या तो भोजन को तरल के रूप में ग्रहण करता हूं और अगर ठोस के रूप में ग्रहण करें या तरल के रूप प ग्रहण करें दिस दिस पोषण इज नोन एज मैं हिंदी में ही बोलूंगा वर्ड्स को दिस पोषण इज नोन एज यानी कि इस पोषण को क्या कहते हैं प्राणी सम भोजी पोषण बात समझ में आ गई क्लियर हो गया ठीक अब आगे देखो बी नंबर है हमारे पास पहला तो हमने प्राणी संभो प्राणी पढ़ा फिर दूसरा है मृतो पर जीवी पोषण यार यह क्या है मृतो पर जीवी पोषण क्या है अब मान लीजिए कि मैं एक ऐसा इंसान हूं जो किसी भी भोजन को यानी कि मैं पेड़ पौधों के द्वारा बनाए गए भोजन पर निर्भर नहीं हूं मैं एक मरे हुए जीव को खाता हूं मैं गिद की तरीके से ऐसे बैठा हूं और जब मैं देख रहा हूं अच्छा आज यह कसाई गाय डाल के जाएगा अपन इसको खाएगा यानी कि ऐसे जीव जो मृत जीवों के अवशेषों पर आश्रित होते हैं इनको क्या बोलते हैं इनको बोलते हैं मृतो पर जीवी पोषण यानी मरे हुए जीवों को खाते हैं क्या करते हैं मरे हुए जीवों को खाते हैं ऐसे ऐसे जीवों को क्या बोलते हैं मृतो परजीवी पोषी या मृतो परजीवी पोषण यह कहलाता है क्या यहां तक समझ में आया सारे बच्चे जल्दी-जल्दी से बता दो क्या एक यहां तक समझ में आ गया अगर मैं कमेंट देख रहा हूं उधर यस लिख देना फटाफट से यस सर समझ में आ रहा है है ना जो बच्चे ध्यान से सुनेंगे है ना उनको म मस्त तरीके से समझ में आएगा और जो बच्चे ध्यान से नहीं सुनेंगे वो केवल और केवल एमसीक्यू के चक्कर में बहुविकल्पी क्वेश्चन के चक्कर में मजा लेंगे ना उनको कुछ भी समझ में नहीं आएगा अगर बोर्ड एग्जाम में बहुत अच्छा करना है तो कांसेप्चुअल सेशन पर करना शुरू कर दो एमसीक्यू के चक्कर में जिंदगी मत बर्बाद करना जरूरी है पर वक्त पर हमेशा नहीं ऐसा नहीं कि मैं नहीं कराऊंगा कराऊंगा ले तब जब जरूरत होगी तब चलो भाई देखो तीसरा है परजीवी पोषण परजीवी पोषण में वह लोग आते हैं जो दूसरे के ऊपर चिपक के क्या करते हैं ऐसे समझो ना मैं अभी साइंस की भाषा में समझाऊ ना तो नहीं समझ में आएगा जैसे देखो क्या होता है जोक जोक क्या करती है भैंस के पीठ के ऊपर ऐसे चिपकी हुई होती है और चिपकने के बाद क्या करती है वो उससे पोषण लेती रहती है होता है कि नहीं होता ऐसा बोलो ऐसा ही होता है या आपने देखा होगा कि पेड़ों के ऊपर कुछ इस प्रकार से लटाई जो है वो निकली होती हैं और वो चिपकी होती है ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे करके आगे बढ़ती है उनको भी क्या बोलते हैं अमर बेल और वो अमर बेल क्या करती है पेड़ों से पोषण लेती है और आगे बढ़ती चली जाती है तो यह कुछ एग्जांपल्स हमने बताए भैया तीनों के और हमने आपको परिभाषा अभी आगे बताना है और सारी चीज आपको समझाना है ठीक है अभी हम लोग वहां पर हैं तो हमने आपको बताया कि आखिर क्या बताया कि प्राणी संभो जीी पोषण में हमने आपको बताया कि भैया देखो यह कौन है मानव यह कौन है मेढक यह कौन है अमीबा कौन है बच्चे यह कौन है अमीबा है यह कौन है मुन्ना यह है अमीबा यह कौन है यह बच्चे हैं यानी मानव है है ना मानव है भैया मानव है ना आदि मानव है और इसके बाद इधर कौन है इधर कौन है भैया इधर है मेढक तो ये इसके एग्जांपल्स हो गए ओके इसके बाद आता है बच्चे हमारे पास अगला जो पॉइंट वो है मृतो परजीवी पोषण क्या मृतो परजीवी पोषण जैसे कि मेरे प्यारे बच्चे क्या बैक्टीरिया क्या बैक्टीरिया है ना कवक यह सब क्या हो जाएंगे यह मृतो परजीवी पोषण के अंतर्गत आएंगे इसके बाद परजीवी पोषण में देखो इधर क्या दिखाई दे रही है अमर बेल इनके एग्जांपल्स लिख लेना बच्चे अमर बेल ये क्या है ये देखो जोक और ये क्या चीज है हां ये वही चीज है ना ये वही चीज है ना हमारी पड़ोस वाली आंटी के बालों में जो हो जाता है क्या क्या क्यों समझ में आई बात यह बात पड़ोस वाली आंटी को बताना मत नहीं तो बेटा हमारे घर में हमारे खिलाफ रिपोर्ट कर देंगे जाके थाने में कहेंगे कि सर जी कहते हैं कि हमारे बालों में जू है पर हम कंघी से निकाल देते हैं सर जी बताना मत उनको आगे चले क्या तो इस तरीके से समझ में आ गया होगा आप लोगों को बड़े आराम से कि आखिर क्या होता है अब देखो मेरे प्यारे बच्चे सारी परिभाषाएं एक बार देख लेते हैं है ना तो ये देखो स्वपोषी परिभाषा कि वह जैव प्रक्रम जिसमें जीव अपने भोजन का निर्माण स्वयं करते हैं उसे स्वपोषी पेड़ पौधे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के द्वारा अपना भोजन बनाते हैं प्रकाश संश्लेषण अभी आगे पढ़ेंगे उसके बाद फिर हमने पढ़ा परपोषी यानी कि जब जीव अपने भोजन का निर्माण स्वयं ना करके दूसरे जीवों पर क्या करते हैं आश्रित होते हैं ऐसे को बोलते हैं हम लोग पर पोषण फिर हमने बताया कि जीवों में परपोषी भागों में बंटा हुआ है पहला है प्राणी संभो जीी पोषण यानी जीव अपने भोजन को ठोस के रूप में ग्रहण करते हैं है ना ये चीज मैंने बताई एग्जांपल्स भी हमने बताया अमीबा मनुष्य मेंढक फिर उसके बाद हमने बताया मृतो परजीवी पोषण कि भैया वह जैप क्रम जिसमें भोजन की प्राप्ति के लिए दूसरे मृत जीवों पर आशित रहते हैं जैसे कि कवक बैक्टीरिया प्रोटोजोआ यह चीज बताई मैंने इसके बाद परजीवी पोषण मैंने आपको समझाया कि भैया परजीवी में क्या करते हैं दूसरे जीवित जीवों पर निर्भर रहते हैं जैसे एग्जांपल मैंने दिया जू जोक अमरबेल ठीक यहां तक आराम से समझ में आ गया होगा किसी को कोई डाउट नहीं हुआ होगा क्या यहां तक सभी को समझ में आया एक बार फायर इमोजी भेज के सभी लोग जल्दी जल्दी से बता दो क्या यहां तक समझ में आ गया सभी को जल्दी से बताना यहां तक किसी को कोई डाउट नहीं आराम से क्लियर है आगे चलते हैं और कुछ और चीजों को समझते हैं कुछ और चीजों को समझते हैं अब ऐसी प्रक्रिया को समझने जा रहे हैं जिसको बोलते हैं क्या प्रकाश संश्लेषण क्या बोलते हैं प्रकाश संश्लेषण बोलते हैं अब प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में क्या होता है जैसे हम लोग अपना भोजन बनाते हैं या कैसे बनाते हैं पेड़ पौधे जो भोजन देते हैं हमें है ना भाई हमें सब्जी बनानी है तो पेड़ पौधे देंगे या हमें कोई भी चीज बनानी है तो हमें पेड़ पौधों से मिलेगी फिर जब व हमें पेड़ पौधों से मिलेगी उसको हम लोग काटेंगे पीट बनाएंगे यही तो करेंगे ना इसी प्रकार पेड़ पौधे भी कुछ करते हैं क्या करते हैं गौर से सुनो मेरे प्यारे बच्चों पेड़ पौधे क्या करते हैं अपने भोजन को कार्बन डा ऑइड जो वायुमंडल में होती है और पानी इन दोनों से क्रिया करके बनाते हैं यानी कि पेड़ पौधे करते क्या गौर से सुनना पेड़ पौधे कार्बन डाइऑक्साइड ले लेते हैं अब यहां पर मैं थोड़ा आराम से बताऊंगा ताकि आपको आराम से समझ में आ जाए चीजें पेड़ पौधे क्या करते हैं इनको कार्बन डाइऑक्साइड चाहिए और कार्बन डाइऑक्साइड के साथ-साथ इन्हें और क्या चाहिए इन्हें चाहिए मेरे प्यारे बच्चे क्या जल यानी पेड़ पौधों को कार्बन डाइऑक्साइड चाहिए और पेड़ पौधों को क्या चाहिए पेड़ पौधों को चाहिए जल दो चीज लेते हैं जैसे हमें जब भोजन बनाना होता है तो हम मार्केट जाते हैं हम पानी तो घर में होता है और यह हम सब्जी खरीद के ले आते हैं फिर क्या करते हैं घर आते हैं घर आने के बाद मम्मी से बोलते हैं मम्मी चूल्हा जलाओ तो पेड़ पौधे क्या करते हैं चूल्हा नहीं जलाते हैं पेड़ पौधे क्या करते हैं सूर्य का प्रकाश लेते हैं क्या पेड़ पौधे सूर्य का प्रकाश ले लेते हैं पेड़ पौधे सूर्य का प्रकाश लेते हैं और अब ये अपने भोजन में तेल का इस्तेमाल नहीं करते यह अपने भोजन में कहते हैं कि हम क्लोरोफिल नामक एक पिगमेंट होता है उसका इस्तेमाल करेंगे यानी कि पेड़ पौधों की पत्तियों में जो हरी पत्तियां होती हैं उनमें क्लोरोफिल पाया जाता है और वह उसका इस्तेमाल करते हैं तो प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसमें जिसमें पेड़ पौधे हरे पेड़ पौधे सूर्य का प्रकाश क्लोरोफिल की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड और जल से क्रिया करके क्या बनाते हैं जल से क्रिया करके ग्लूकोज बनाते हैं और ग्लूकोज एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है कार्बोहाइड्रेट यानी जिसमें कार्बन और हाइड्रोजन होते हैं कार्बोहाइड्रेट्स कहलाते हैं तो ये एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है और साथ ही साथ पेड़ पौधे बोलते हैं कि ए भैया हम तुमको ऑक्सीजन बना के देंगे क्या ऑक्सीजन बना के देंगे और यह जल भी बनाक दे देते हैं हमको लेते भी हैं जल और देते भी हैं यानी कि प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड और जल और प्रका जिसमें भोजन को कार्बन डाइऑक्साइड जल और प्रकाश की मदद से क्लोरोफिल की उपस्थिति में तैयार किया जाता है इस प्रकार इस प्रक्रिया के द्वारा पेड़ पौधों को ऊर्जा प्राप्त होती है और वह जीवित रह सकते हैं क्या यहां तक मेरे बच्चों को समझ में आया एक बार जल्दी जल्दी से बता दो क्या यहां तक समझ में आया सभी को आराम से आ गया होगा अब य पूरी रिएक्शन है आप इसको ध्यान से देखो यहां पर यह जो लिखा हुआ है यह है कार्बन डाइऑक्साइड और यह है मेरे प्यारे बच्चों जल फिर उसके बाद यह जो दिखाई दे रहा है यह है ग्लूकोज और यह है ऑक्सीजन और यह है हमारे पास क्या जल यह रिएक्शन पूरा पेपर में लिखकर आपको आना पड़ेगा ठीक है यह रिएक्शन आपको पूरा पेपर में लिख के आना पड़ेगा बट मेरे प्यारे बच्चों जो पेड़ पौधे होते हैं यह जो भोजन को बनाते हैं इसके लिए एक स्पेशल क्रिया होती है और उस क्रिया को हम लोग क्या बोलते हैं अभी आगे पढ़ने वाले हैं और वह क्रिया कैसे होती है वह समझने वाले हैं ठीक है अब जरा गौर से सुनना हमारी बात हम आपको कुछ बहुत प्यारा सा समझाने जा रहे हैं ठीक है ध्यान देना क्या कि प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के लिए आखिर आवश्यक पदार्थ क्या है यह बोर्ड प में कई बार पूछा गया है पेपर में चार नंबर का प्रश्न आता है कि प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया किसे कहते हैं और इस प्रक्रिया के लिए आवश्यक पदार्थ भी लिखिए साथ ही साथ यह बताइए कि इसके चरण क्या होते हैं जैसे चरण का मतलब समझ लो पहले ध्यान से सुनना मेरे बच्चे जैसे मान लो आपकी मम्मी को चाय बनाना हो तो मम्मी क्या करेंगे पहले एक कोई भी बर्तन लेंगी बतन में ऐसा तो नहीं होगा कि मम्मी पहले चीनी डाल देंगी ऐसा होता है क्या कि मम्मी पहले बर्तन चढ़ा दी गैस के ऊपर गैस जलाया चीनी डाल दी ऐसा तो नहीं करती पहले बर्तन लेती है फिर उसमें पानी डालती हैं पानी डालने के बाद फिर नीचे से आग लगाई जाती है आग लगाने के बाद फिर उसमें चीनी डाली जाती है चीनी डालने के बाद फिर उसमें हम लोग चाय पत्ती डालते हैं चाय पत्ती डालने के बाद फिर हम लोग उसमें दूध डालते हैं दूध डालने के बाद फिर हम उसमें अदरक वगैरह डालना है तो पहले बाद में कभी भी डाल सकते हैं वो स्वादानुसार वैसे ही मेरे प्यारे बच्चे जब प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया होती है तो उसके कुछ स्टेप्स होते हैं वह स्टेप के अनुसार ही काम होता है आखिर सूर्य के प्रकाश का क्या काम है पानी का क्या काम है है ना भाई पानी का क्या काम है क्लोरोफिल क्या करेगा यह सारी चीजें पेपर में पूछी जाती है ऐसा नहीं है कि प्रकाश क्रिया र लिया आई एम द टॉपर ऑफ 2025 नेवर माय डियर नेवर हु रखो ऐसे थोड़ी ना बोड पेपर में टॉपर बन जाता है जब तक छोटी-छोटी चीजें नहीं पता होती तब तक थोड़ी ना अरे वाह ऐसे आई मैडम समझा दिया प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया ऐसे थोड़ी ना काम चलता है देखो जरा ध्यान से क्या बताया कि सबसे पहले कौन-कौन से आवश्यक पदार्थ चाहिए चार आवश्यक पदार्थ होते हैं चारों के नाम अभी मैंने बताए थे क्या सूर्य का प्रकाश क्लोरोफिल कार्बन डाइऑक्साइड और साथ ही साथ जल तो इन चारों के द्वारा अपना भोजन बनाते हैं पनीर की जरूरत नहीं पड़ती बंद मक्खन की जरूरत नहीं है इनको इनको चार चीजें चाहिए क्या सूर्य का प्रकाश कार्बन डाइऑक्साइड जल और साथ ही साथ क्या क्लोरोफिल जल हम देते हैं सूर्य का प्रकाश सूर्य देगा कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल में है क्लोरोफिल उनके पास है समझ गए ना हरी पत्तियों में पाया जाता है अब आता है कि प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के आखिर क्या चरण है क्या-क्या होता है प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में एकएक चीज मैं आपको समझाने वाला हूं सबसे पहले सुनो मेरी बात प्रकाश संश्लेषण की अभिक्रिया में जो जल होता है अब आपको सभी को बहुत अच्छे से पता है कि जल के अंदर हाइड्रोजन भी होता है और जल के अंदर ऑक्सीजन भी होता है जो जल होता है उससे हाइड्रोजन ऑक्सीजन अलग हो जाता है और अलग होने के बाद क्या बना देता है ऑक्सीजन के अलग से अणु दे देता है अब मुझे बात बताओ जल में हाइड्रोजन भी है ऑक्सीजन भी है और अगर जल से ऑक्सीजन और हाइड्रोजन दोनों को अलग करना है इस प्रक्रिया को हम अपचयन बोलते हैं ना तो यह बात तो आपने सीख ली क्या कि अपचयन बोलते हैं यानी कि जल के अणुओं का ऑक्सीजन में बदल जाना या फिर आप लिख सकते हो कि जल के अणु ऑक्सीजन के अणुओं में बदल जाते हैं यह प्रश्न लगातार पेपर में पूछा जा रहा है ये प्रश्न लगातार पेपर में पूछा जाता है कि आखिर जो प्रकाश संश्लेषण की अभिक्रिया में ऑक्सीजन बनती है उसके वो जो परमाणु कहे या ऐसे क्वेश्चन आ सकता है अणु परमाणु कुछ भी हो सकता है आपको अगर अंतर दोनों में पता है तो आप समझ जाओगे नहीं पता है तो आप घबराओ मत कुछ भी आ सकता है कि ऑक्सीजन के परमाणु या फिर ऑक्सीजन अणु अणु परमाणु आपने क्लास नाइंथ में पढ़ा है डीप में मत जाओ समझो पहले बात कि ऑक्सीजन के जो अणु या जो परमाणु होते हैं ऑक्सीजन के वो कहां से आते हैं वो जल के अणुओं से आते हैं जल के अणु के अंदर जो ऑक्सीजन परमाणु होता है वो टूट वो टूट के ऑक्सीजन बना देता है दूसरा स्टेप दूसरा स्टेप क्लोरोफिल की उपस्थिति में जो भी उसके अंदर जो भी उसके अंदर बहुत ध्यान से सुनो क्लोरोफिल की उपस्थिति में जो भी सूर्य का प्रकाश मिलता है और वह सूर्य का प्रकाश बदल जाता है किसमें रासायनिक ऊर्जा में यह भी क्वेश्चन पेपर में आता है क्या कि प्रकाश जो मिलता है सूर्य का वो आखिर कहां जाता है हमने ना क्लास में पढ़ रखा है ऊर्जा संरक्षण का नियम कि ऊर्जा को ना तो नष्ट किया जा सकता है और ना ही ऊर्जा को बनाया जा सकता है इस बात से यह पता चलता है कि इस प्रक्रिया में जो सूर्य का प्रकाश होता है वह रासायनिक ऊर्जा में बदल जाता है यानी कि मेरे प्यारे बच्चे क्लोरोफिल के द्वारा जो प्रकाश ऊर्जा मिलती है वह अवशोषित कर ली जाती है क्लोरोफिल अवशोषित करता है और अवशोषित करने के बाद प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदल देता है यह प्रक्रिया हो गई समझ में आ गया ना इतनी बात कि क्या क्लोरोफिल का क्या काम है क्लोरोफिल का काम है प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित कर लेना खींच लेना पत्ती के अंदर और उसके बाद फिर जो उसमें प्रकाश ऊर्जा है उसको रासायनिक ऊर्जा में बदल देना और वही ऊर्जा हमारे शरीर में आती है जब तो हम इसी तरीके से चिल्लाते हैं यह बात समझ में आई क्या आई होप आराम से सभी को क्लियर हो गया होगा ठीक है समझ गए यहां तक कि बच्चे को कोई डाउट नहीं होगा अब आता है हमारे पास कि आखिर जो जल होता है जो जल होता है जल के अणु जो होते हैं वह हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन में टूट जाते हैं है ना ऑक्सीजन और हाइड्रोजन में टूट जाते हैं प्रक्रिया नहीं लिखनी मत लिखो अगला स्टेप कि जो कार्बन डाइऑक्साइड होती है जो co2 होती है वह कार्बोहाइड्रेट में बदल जाती है तो कार्बन डाइऑक्साइड में में हाइड्रोजन जुड़ जाती है इस प्रक्रिया को अपचयन कहते हैं पहले चैप्टर में पढ़ा है ना आपने अपचयन क्या होता है यह रहा भैया कार्बन डाइऑक्साइड क्या इसमें हाइड्रोजन है कारा बाबा नहीं है क्या ग्लूकोज में होता है यस होता है तो इस कार्बन में हाइड्रोजन भी जुड़कर यह कार्बोहाइड्रेट अर्थात ग्लूकोज बनाती है यहां आप ग्लूकोज भी लिख सकते हो ग्लूकोज भी सही माना जाएगा क्योंकि कार्बोहाइड्रेट का एक प्रकार है ग्लूकोज तो यह चार स्टेप होते हैं जिन बच्चों को यह चारों स्टेप नहीं पता है वह फिर से एक बार मैं आपको रटाताइप होते हैं पहला काम जल्दी बोलो मेरे साथ क्लोरोफिल के द्वारा प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना दूसरा पॉइंट दूसरा पॉइंट क्या होता है कि प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदलना दूसरा पॉइंट हो गया तीसरा पॉइंट देखो तीसरा पॉइंट कि जल के अणुओं का हाइड्रोजन ऑक्सीजन में टूट जाना और ऑक्सीजन में टूट के ऑक्सीजन गैस बना देते हैं और जो हाइड्रोजन बच जाते हैं वो कार्बन डाइऑक्साइड के साथ जुड़ जाते हैं और जुड़ने के बाद फिर क्या बना देते हैं ग्लूकोज बना देते हैं दिस प्रोसेस इ नोन एज क्या फोटोसिंथेसिस दैट इज प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया यहां से यह बात सभी को समझ में आ गई ठीक एक एक स्टेप दिल दिमाग में फटाफट से आपको घुसो लेना है समझ गए तो इस तरीके से आय हाय हस दे यार हसो ना बच्चे भी थोड़ा मौज ले ले ये तुम लोगों की मौज मजा लेने वाला है ये कह रहा है मजा आएगा क्या कह रहा है मजा आएगा क्यों क्योंकि अब पढ़ना है रंध्र के बारे में राइट क्या पढ़ना है रंध या हम लोग जिसे क्या कहते हैं स्टोमेटा कहते हैं क्या होता है रंध क्या होता है स्टोमेटा अरे पत्तियों में छोटे छोटे छेद पाए जाते हैं एक कालिया कितने छेद करू तो बच्चे वैसे पत्ती में छेद पाए जाते हैं और इन्ही छेद को जो छोटे छोटे होते हैं इनका काम क्या होता है इनका काम क्या होता है इनका काम होता है ऑक्सीजन को अंदर से बाहर छोड़ना और कार्बन डाइऑक्साइड को अंदर लेना समझे क्या समझ गए ठीक है डन तो कार्बन डाइऑक्साइड को अंदर लिया ऑक्सीजन को बाहर छोड़ दिया इस प्रक्रिया को क्या बोलते हैं रंध्र बोलते हैं या फिर इसको स्टोमेटा कहा जाता है सॉरी इस पूरी प्रक्रिया को बोलते हैं रंध के अंदर ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आवागमन और यह रंध जो होते हैं इनका काम क्या होता है इनका काम होता है ऑक्सीजन अंदर लेना और कार्बन कार्बन डाइऑक्साइड अंदर लेना ऑक्सीजन बाहर छोड़ना जी हां ये रंध्र वैसे ही होते हैं जैसा तुम्हारे यह देखो छेद इधर से क्या होता है हवा जाती है हवा आती है वैसे पत्तियों में भी छेद होते हैं हवा जाती है हवा आती है समझ गए ना यही होता है अब यह जो रंध्र या स्टोमेटा होते हैं आखिर बहुत गौर से सुनना मेरे बच्चों यह जो रंध या स्टोमेटा होते हैं आखिर यह हमारे यह पत्तियों के लिए कितना जरूरी है या आखिर यह पत्तियों के लिए कितना जरूरी है इस बात को समझना बहुत ज्यादा जरूरी है ठीक है आखिर यह ये क्यों जरूरी है कुछ ऐसे होते हैं ऐसे होने के बाद इसके ऊपर इस तरीके से छोटे छोटे छोटे छोटे छोटे छोटे छोटे छोटे क्या होते हैं पण हरिम और क्लोरोफिल इसी के अंदर होता है ठीक ये इसकी लेयर होती है ऐसे समझ गए तो इस प्रकार से पेपर में आपको क्या करके आना है चित्र बनाकर आना है यह जो आपको यहां पर दिखाई दे रहा है यही है क्या रंद्र ठीक है समझ गए उसके बाद यहां पर आपको लिखना है क्या क्लोरोप्लास्ट और जिसके अंदर क्लोरोफिल है आ गई बात समझ में यहां तक क्लियर हो गया होगा आपको ठीक इधर से ऑक्सीजन जाती है का डाइऑक्साइड जाती है और ऑक्सीजन बाहर आती है ऐसे चित्र बनाकर पेपर में आना है यहां तक सभी को समझ में आ गया होगा किसी को कोई डाउट नहीं होगा फटाफट से अगर क्लास को शेयर कर दोगे तो बच्चों के संख्या बढ़ेगी मजा तभी आएगी तो पादप की पत्तियों या अन्य कोमल वायवीय भागों की बाह्य त्वचा में छोटे-छोटे छेद पाए जाते हैं और इन छेद को हम रंध्र कहते हैं अब कुछ बच्चे पूछते सवाल क्या ये रंध्र केवल पत्तियों के ऊपर पाए जाते हैं क्या ये रंध्र केवल पत्तियों के ऊपर पाए जाते हैं क्या ये रंध्र जो है वो सर जी पत्तियों के ऊपर ही पाए जाते हैं क्या ये कहीं और नहीं पाए जाते तो बात ध्यान से सुन लेना ये केवल और केवल पत्तियों पर ही नहीं पाए जाते अन्य कोमल वायवीय भागों पर भी पाए जाते हैं यानी कि ऐसे भाग जहां पर से ऑक्सीजन का आवागमन कार्बन डाइऑक्साइड का आवागमन हो सकता है यही बात यहां पर देखो ध्यान से लिखी भी है ओके इन रंध का काम क्या है गैसों का आदान प्रदान करना ठीक है आगे चलते हैं अब आते हैं कि आखिर रंध की संरचना क्या होती है हमने आपको पीछे बना के दिखा दिया है कि ये अर्ध सेम के बीच के आकार के होते हैं है ना कि बाह त्वचा पर पाए जाते हैं दो अर्ध से का अर्ध चंद्र का सेम के बीच के आकार की इसमें द्वार कोशिकाएं होती हैं यानी ये जो आपको यहां ये दिखाई दे रही है इनको क्या बोलते हैं द्वार कोशिकाएं इनको क्या बोलते हैं इनको बोलते हैं द्वार कोशिकाएं क्या यह बात समझ में आ गई इसके बाद यहां तक आराम से समझ में आएगा द्वार कोशिकाओं की बाहरी वाली भित्ति जो होती है व पतली होती है और आंतरिक भित्ति जो होती है वह मोटी होती है और जिसमें हरित लवक यानी कि क्लोरोप्लास्ट पाए जाते हैं अब अगला जो हमारा क्वेश्चन है वह है अमीबा क्या है अमीबा क्या यहां तक सभी को समझ में आया आगे चले देखो अब हम लोग क्या पढ़ने वाले हैं अब हम लोग पढ़ने वाले हैं अमीबा यानी अब अगला जो हमारा टॉपिक होने वाला है वह है अमीबा में पोषण यानी यह सारी चीज हम लोग पढ़ने वाले हैं इसके लिए कुछ चीजों को पहले समझते हैं आखिर अमीबा होता क्या है और कैसे हम लोग को पढ़ना क्या है ध्यान से देखना अब अगला जो हमारा टॉपिक है वह है अमीबा में पोषण पहले हम एकएक स्टेप आपको समझा देंगे फिर आपको लिखा हुआ दिखा देंगे आराम से देख लेना और उसके बाद नोट कर लेना और यह चित्र पेपर में बनाने को आएगा जो अभी हम आपको यहां पर बनाकर दिखाने वाले हैं ठीक गौर से देखना अच्छे से देखना अमीबा कैसा होता है इस शेप में अमीबा होता है कोई जरूरी नहीं है कि ऐसे ही आप किसी भी प्रकार से बना सकते हो यह अमीबा का केंद्रक होता है और इस तरीके से इसके अंदर जीव द्रव होता है अब जिस बच्चे को यह बात बहुत अच्छे से पता है कि आखिर कोशिका क्या होती है वह सब बता देगा अब एक बात जरा नोट कर लेना क्या नोट कर लेना कि अमीबा जो है ना अमीबा जो है ना एक क्वेश्चन पेपर में आता है क्या कि अमीबा जो है व एक कोश की जीव है क्या एक कोशिकीय जीव है यहां से पेपर में एक क्वेश्चन बनना है क्या अमीबा एक कोशिकीय जीव है अब जैसे आपको अगर सांस लेनी होती है तो आप कैसे सांस लेते हो अरे भैया दो दो नाक में छेद दिए गए हैं सर जी ऐसे फुर्र से अंदर फुर्र से बाहर खत्म आपको खाना होता है इतना बड़ा मुह दिया गया है खोल देते हैं एकदम बिल्कुल बत्ती सी करके पर अमीबा बिचारा क्या करे कि ना उसके पास मुंह है ना उसके पास पेट है ना उसके पास आत है ना उसके पास दांत है कुछ है ही नहीं तो जीवन बिचारा कैसे जिए इसीलिए अमीबा के अंदर एक अलग प्रकार की प्रक्रिया होती है क्या एक अलग प्रकार की प्रक्रिया होती है जो पेपर में आएगी कि अमीबा में पोषण या अमीबा में पाचन के नाम से अमीबा कैसे पोषण करेगा कैसे पाचन करेगा देखो ध्यान से अमीबा मस्त जिंदगी जीने वाला इंसान है अब यह पानी में इसी तरीके से पड़ा हुआ है अब इसको भुकू लग गई क्या लग गया इसको भूख लग गई अब अमीबा क्या करेगा अमीबा को जैसे ही भूख लगेगी अमीबा अपने दोनों हाथ भी भीख मंगा की तरीके से क्या करेगा आगे बढ़ा देगा ऐसे इसको भूख लगी है इसको भूख लगी है यह दोनों अपने हाथ ऐसे आगे बढ़ा देगा अरे सर जी अमीबा के पास तो हाथ होते नहीं है तो कैसे आगे बढ़ा देगा अरे भैया हाथ नहीं होते तो क्या हुआ ये अपने ही शरीर को कुछ ऐसे रूप में ढाल देता है जिसको क्या बोलते हैं पादा भ कहा जाता है यह क्या है यह क्या है इसे पादा भ कहा जाता है क्या पादा अंग्रेजी भाषा में सूडो पोडिया क्या सूडो पोडिया हिंदी भाषा में पादा कहा जाता है और यह है क्या ये अमीबा है अमीबा के अंदर का ये क्या है ये अमीबा के अंदर का केंद्रक है और जैसे ही अमीबा इस खा वाले कण को ऐसे देखता है और तुरंत क्या कर लेता है एक जाल बना लेता है कैसे जाल बनाएगा कहेगा हो बद बदी बद बदी अब यह खाना इसके पास आएगा देखो क्या करेगा यह अब अगले स्टेप में इस प्रकार से अपने अंदर एक खाद जाल बनाने की कोशिश करेगा क्या करेगा एक खाद जाल बनाने की कोशिश करेगा दोनों मिला के इस प्रकार से ऐसे अरे भैया रुको रुको रु सब साफ करो फिर देखो खाद्य जाल बनाएगा क्या खाद्य जाल कैसे जो इसने अंदर किया है खाद्य कण को उसको यह फसा के अंदर एकदम ऐसे ऐसे अपने अंदर इस कण को ले लेगा ऐसे ठीक है समझ गए अब इस कण को जिसको अमीबा ने अभी ले लिया है इसको अंदर ले आएगा अंदर लाने के बाद इस कण को अंदर ले आएगा देखो कैसे कहेगा तुम सज्जन मेरे घर चलो ना यह भोजन को अंदर लाएगा और अंदर लाने के बाद अब इस भोजन को अपने शरीर के अंदर क्या करने की कोशिश करेगा पचाने की कोशिश करेगा क्या करेगा इसको पचा लेगा और पचाने के बाद फिर क्या करेगा वापस से छोड़ देगा जो चीज नहीं पचा पाएगा उसको व वापस से छोड़ देगा इन स्टेप में भोजन का पाचन होता है क्या होता है गौर से सुनना मेरे बच्चे गौर से सुनना यह एक अमीबा है जो कि एक एक कोश की जीव है जब इसको भूख लगती है जब इसको अपने शरीर को बढ़ाना होता है शरीर को ऊर्जा देनी होती है तो यह अमीबा ऐसे मस्त जिंदगी जी रहा था ऐसे दोनों अपने कूट पाद जिनको पादा कहा जाता है ऐसे ऐसे आगे बढ़ाता है और जैसे भोजन आता है ऐसे लेता है और दबाने के बाद क्या बना देता है अ दबाने के बाद एक खाद्य जाल बना देता है क्या बना देता है एक खाद्य जाल बना देता है और इसी खाद्य जाल को हम रसधानी के नाम से जानते क्या रसधानी के नाम से जानते हैं क्या बंधानी हींग नहीं रसधानी किस नाम से जानते हैं रसधानी नाम से जानते हैं तो पूछा जा सकता है कि खाद्य जाल को क्या खाद्य जाल क्या है खाद्य जाल बहुत अलग-अलग टॉपिक है पूछा जाएगा कि अमीबा में खाद्य जाल क्या है तो अमीबा में खाद्य जाल अर्थात राजधानी की बात हो रही है कि वो अपने कूट पाद को ऐसे फैलाता है जैसे भोजन आता है ऊ अंदर कर लिया अंदर करने के बाद इस भोजन को अंदर ले जाएगा कण को अपने शरीर में ये पचा लेगा और पचाने के बाद जो भी पचाया है जो भी उसको मिला होता है उसको वह अपने शरीर के अंदर घोल लेता है अब मैंने कुछ बोला मैंने क्या बोला कि वो भोजन को पचा है पचाने के बाद अपने शरीर अर्थात अपने जीव द्रव के अंदर घोल लेता है इसी प्रक्रिया को स्वांगीकरण कहते हैं फिर से सुनना पाचन के बाद जो भी अवशोषित पदार्थ है उसको वह अपने जीव द्रव्य में मिला लेता है दिस प्रोसेस इज नोन एज एसमिल या फिर इसे हम बोलते क्या है स्वांगीकरण पेपर में आएगा फिर मत कहना गुरुजी बताया नहीं था उसके बाद अब अमीबा यह खा कण जो भी अंदर लिया था अमीबा को तो नहीं पता था ना कि पिज्जा भेज रहे हैं कि डबल रोटी इनको तो नहीं पता ना अब अमीबा तो झल झल भूख लगी कुछ भी अंदर कर लिया और जो कण यह नहीं पचा पाता है जरूरी थोड़ी ना जो सब अंदर लिया सब खा ही लेगा तुम्हारी तरह बिल्कुल भुक्खड़ थोड़ी ना है यह क्या करेगा जो नहीं पचा पाएगा अब इसके अंदर इसके पास पटी करने वाले अंग तो है नहीं टॉयलेट करने वाले अंग तो है नहीं तो ये अपने से शरीर से जिस प्रकार से कूट पादा आप के दौर पर लिया था उसी प्रकार से कूट पादा आप के अंदर फिर से बाहर छोड़ देगा फिर से बाहर छोड़ देगा इस प्रक्रिया को हीेप कहते हैं तुम्हारे शरीर से जब पोटी बाहर निकलेगी ना इस प्रक्रिया को भी बहि शेप ही कहते हैं वो हम पाचन में बताएंगे तुम्हारा जब पाचन करेंगे अभी तो अमीबा की बात है यानी कि किन कन किन किन प्रक्रिया से गुजरता है जरा गौर से देखो कि इस प्रकार से खाद्य कण जैसे उसके पास आता है अपने कूट पाद अर्थात पादा पिलाता है र खाद्य रिक्तिका बनाता है और उसके बाद क्या करता है खाद्य कण इसके अंदर आ जाता है और आने के बाद अमीबा में पोषण इस प्रकार से क्या होता है गौर दे गौर से देखो सबसे पहले व भोजन को अंदर लेता है इस प्रक्रिया के माध्यम से अमीवा अपना भोजन ग्रहण करता है और प्रारंभ में अपने सीडो पोडिया अर्थात कूट पाद को फैलाता है ताकि भोजन को अंदर खींच सके और ताकि भोजन को घेर सके इसके बाद भोजन को निगल लेता है अंदर और एक थैली जैसी संरचना बनाता है जिसको राजधानी कहते हैं या खाद्य जाल या खाद्य रिक्तिका के नाम से जाना जाता है अलग-अलग किताब में अलग-अलग लिखा है तुम राजधानी जानना उसके बाद पाचन क्या होता है अब जो भी इसने अंदर लिया है एक राजधानी बनाई है अब यह जो राजधानी होती है इसके अंदर बहुत सारे पाचक एंजाइमों से भरे होते हैं और जो बड़ा से जो कण लिया था इसने अमीबा ने अंदर वो अघुन शल था और उस कण को को तोड़ देते हैं और उसके बाद छोटे-छोटे कणों में बदल देते हैं और पाचन हो जाता है एक बात बताएं तुमको बुरा मत मानना अगर आज के बाद तुमसे कोई पूछे कि पाचन क्या है तो ये मत बताना कि हम खाए ठूंस लिए बाहर निकाल दि पाचन हो गया ऐसा नहीं होता है पाचन में क्या होता है तुमने अघुन शल क्या तुमने अघुन शल जटिल अणु खाया क्या अघुन शल जटिल अणु खाया और बाद में वो क्या हुआ सरल अणु में टूट गया इस प्रक्रिया को बोलते हैं पाचन सुन लेना क्या कि जटिल अणु को सरल अणु में बदलना पाचन कहलाता है डाइजेशन कहलाता है यहां तक आपको समझ में आ गया होगा अब उसके बाद जब पाचन होगा वहां अवशोषण जरूर होगा काहे होगा अरे सर जी ना होए तब ध्यान से सुनो मेरी बात अगर बेटा आपने कुछ खाया है खाने के बाद उसको पचाया है तो पचाने के बाद अगर शरीर को उसके शरीर उसके पाचन जो पदार्थ है उसको वह अवशोषित नहीं करेगा तो यार खाने का मतलब क्या है अरे खाने का मतलब क्या है अगर जो आपने खाया वह शरीर ने पचाया पचाने के बाद अवशोषण ना किया तो काम नहीं चलेगा ना यानी कि पचे हुए पदार्थ को जीव द्रव्य में अवशोषित करने की प्रक्रिया है अवशोषण और अचित खाद्य पदार्थ बाहर निकल जाता है और कभी-कभी अमीवा क्या होता है लालच में जैसे तुम कभी शादी बारात में जाते हो ना तो तुम चाहे घर में पनीर की दो ही घटिया में काम चला लो लेकिन वहां जाओगे तो थाली में 10 12 परोस लोगे वैसे ही अमीबा को जब कभी बड़ा-बड़ा कण दिखाई देता है लालच में अपने सीडो पोडिया को ऐसे फैला के अंदर कर लेता है और जब ज्यादा बड़ा कण खा लेता है तो वो पचा नहीं पाता है और जब पचा नहीं पाता है तो शरीर से बाहर निकालता है आगे देखो जरा क्या है अब आत्म शती करण आत्मसातीकरण को अंग्रेजी दूसरे नाम में हम लोग क्या जानते हैं स्वांगीकरण सिंपल सी बात है सिंपल सी बात है क्या आत्म शती करण यानी अपने आप में किसी भी चीज को घोल लेना जो भी चीज अवशोषित करी थी अमीबा ने उसको अपने जीव द्रव्य में मिला लेता है और शरीर के वृद्धि विकास में मदद करता है इसी प्रक्रिया को स्वांगीकरण या आत्मशांति करण क्या यह बात स समझ में आई क्या यह बात समझ में आई एक ब जल्दी से बता दो क्या ये बात समझ में आई अब कुछ हमारे प्यारे बच्चे बोल रहे हैं कि गुरुजी एंजाइम किसे कहते हैं व्हाट इज एंजाइम तुम्हारे क्लास के लिए हम एंजाइम का मतलब समझाते हैं जैसे मान लो मेरी बात गौर से सुनना आप अपने भोजन में नमक ना डालो तो आपका भोजन बेस्वाद लगेगा लगेगा कि नहीं लगेगा आपके शरीर में अगर अम्ल की मात्रा ना हो तो क्या भोजन बचेगा नहीं बचेगा यानी एंजाइम वे पदार्थ होते हैं जो किसी भी रासायनिक अभिक्रिया को करने में मदद कर देते हैं अभी के लिए इतना जानो अभी के लिए इतना जानो बाकी एंजाइम बहुत कुछ होता है एक ऐसे पदार्थ होते हैं जो क्या करते हैं क्रिया कराने में मदद कर देते हैं किसी पदार्थ को तोड़ने में मदद कर देते हैं उनको एंजाइम्स कहा जाता है ठीक एंजाइम अभी पूरे चैप्टर में एंजाइम अंजाम पढ़ोगे आगे देखो मेरे बच्चे अब निष्कासन यानी कि े अंत में क्या होता है कि जब भोजन ज्यादा खा लेता हैबा तो उसकी कोशिका झिल्ली टूटती है और अचित भोजन पदार्थ से शरीर से बाहर निकल जाता है क्या यहां तक समझ में आया एक बार जल्दी से फटाफट से बताना क्या क्लियर है सभी को अब शुरू होता है सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट पॉइंट जो कि आपके पेपर में लॉन्ग क्वेश्चन आएगा क्या होगा जो कि आपके पेपर में एक लॉन्ग क्वेश्चन आएगा क्या आप इस लॉन्ग क्वेश्चन के लिए तैयार हैं जल्दी से बता दें क्या आप इस लॉन्ग क्वेश्चन के लिए तैयार हैं जल्दी से बताएं तैयार है ना और यही पेपर में आपके आएगा अमीबा कलरलेस होता है माय डियर अब यह बेचारा मेढक इस नंगे पुंगे आदमी को देख रहा है और कह रहा है अब बेटा तेरा नंबर आएगा और अब तुम्हें पढ़ा जाएगा उससे पहले ये चित्रों को देखना बड़ा जरूरी है अगर इन चित्रों को हम ध्यान से नहीं देखेंगे इन चित्रों को हम ध्यान से नहीं समझेंगे तो हमें समस्या होगी चलिए फटाफट से कुछ चीजों को समझते हैं ध्यान से देखना फटाफट से कुछ चीजों को समझने की कोशिश करते हैं गौर से देखना मेरे बच्चे गौर से देखना और बहुत प्यार से देखना ठीक है देखो जरा ध्यान से बच्चों अगर आप ध्यान से देखो क्या लग रहा है आदि मानव लग रहा है ना एकदम देखो ध्यान से यहां से इस प्रकार से यहां से क्या करता है भोजन अंदर जाता है यहां से भोजन क्या करता है अंदर जाता है ना मेरे बच्चे और जब भोजन अंदर जाता है तो यहां से यह इसका मुख होता है यहीं से भोजन अंदर जाएगा और इसका मतलब यह इसका मुख होता है यहीं से भोजन अंदर जाता है अब भोजन अंदर जाएगा तो जाने के बाद एक पतली सी पाइप होती है और यहां पर एक खाली स्थान होता है इस खाली स्थान को क्या बोलते हैं ध्यान से देखना इस खाली स्थान को क्या बोलते हैं इस खाली स्थान को बोलते हैं ग्रसनी ग्रसनी एक ऐसा हिस्सा होती है यहां से क्वेश्चन पेपर में बनता है कान एकदम थ्री इडिएट की तरीके से खुले होने चाहिए कि ग्रसनी क्या ग्रसनी ऐसा हिस्सा होता है जहां पर स्वास नली और भोजन नली दोनों होती है मेरी बात समझना यानी जब ग्रसनी में भोजन पहुंचता है तो उसके आगे दो रास्ते दिखाई देते हैं क्या दो रास्ते दिखाई देते हैं स्वास नली भी और भोजन नली भी जब तुम किसी के ख्यालों में खोए हुए होते हो गलत मत समझना पता चला तुम विराट कोहली के ख्यालों में खोए हो क्या आज ये वर्ल्ड कप जिता पाएगा कि नहीं पाएगा रोहित शर्मा मारेगा कि नहीं मारेगा य क्या क्या कवर ड्राइव चलेगी कि नहीं चलेगी इन ख्यालों में जब तुम खोए होते हो इस वक्त आपके भोजन को पता नहीं चल पाता कि यार इस ससुरा को भोजन नली में जाना है कि शवास नली में और जैसे वो शवास नली में भोजन चला जाता है नीचे से डायाफ्राम ध्यान से सुनो धक धक जार दो इधर किधर आ रहा है ससुरा अंदर चला र है तो अब वो जाता है कहां भोजन नली में और ये जो यहां से शुरू होती है आपकी मेन कहानी जो यहां से जुड़ी हुई है ऐसे आती है और आने के बाद इस तरीके से यहां आने के बाद यहां पर इसको कौन मिलता है यहां पर इसको कौन मिलता है यहां पर इसको मिलता है कौन यहां इसको मिलता है क्या अमाशय आइसन मिलता है इसको ऐसे ठीक ये जो यहां पर हिस्सा दिखाई दे रहा है इसे क्या कहते हैं इसे बोलते हैं अमाशय यानी कि अमाशय ये बड़ा हिस्सा होता है यहीं पे भोजन आके सारा का सारा इकट्ठा होता है अब हम तुम्हारा अमासे खोल के देखेंगे बेटा तुमने आज क्या क्या खाया है ठीक है अमासे के बाद ये जो हिस्सा यहां पर आपको दिखाई दे रहा है ये इसे कहते हैं ग्रहणी ग्रहणी का जो आकार होता है वह सी आकार का होता है और अमासे का जो आकार होता है वह जे आकार का होता है और यह जो ग्रहणी होती है यह सी आकार की होती है ग्रहणी का बहुत बड़ा रोल है बेटा ग्रहणी का बहुत बड़ा रोल है अब ऐसे समझो ऐसे समझो देसी भाषा में एकदम देसी स्टाइल में समझाते हैं आपको अपने खेतों में पानी लगाना है मतलब खेतों में पानी से सिंचाई करनी है और अब एक नहर से पानी आपके खेतों में पहुंच रहा है बहुत सारी छोटी-छोटी नलि हों के माध्यम से जा रहा है और बगल में आपकी गाय बांधी है मेरी बात ध्यान से सुना आप बगल में आपकी गाय बांधी है अब गाय ने नाली में पुर्र से मार दिया क्या गोबर नाली में मिल गया वैसे ही बेटा वैसे ही इसमें भोजन में यहां पे भोजन ऐसे गुजर रहा है इसके पीछे कौन है इसके पीछे होता है अग्नाशय जैसे गाय ने भोजन में जैसे गाय ने पानी मार दिया ना तो कुछ ऐसा पदार्थ पानी में मिल गया जो खेत की सिंचाई में मदद करेगा जो खेत में ऊर्जा को बढ़ाएगा उर्वर क्षमता को बढ़ाएगा ठीक वैसे ही ठीक वैसे ही इसके जस्ट पीछे होता है कौन इसके जस्ट पीछे जो होता है वो होता है क्या अग्नाशय वो क्या करता है वो क्या करेगा अग्नाशय यही ग्रहणी के पास जुड़ा होता है और जब इधर से भोजन गुजर रहा होता है तो वही अग्नाशय पाचक एंजाइम भोजन में मिला रहा होता है समझे ना आज के बाद तो नहीं बोलोगे ना कि अग्नाशय का क्या काम होता है अग्नाशय यही ग्रहणी के पास जुड़ा होता है और जैसे गाय ने फुर्र से पानी में मारा पोटी पहुंच गई आपके खेत में वैसे ही अग्नाशय इधर से जुड़ा होता है भोजन इधर से गुजर रहा होता है और भोजन के अंदर जो कार्बोहाइड्रेट वसा होती है प्रोटीन होता है वो सब पचाने में कौन मदद करता करता है अग्नाशय मदद करता है अग्नाशय यहीं पर जुड़ा होता है समझ गए ना अब देखो आगे क्या हुआ यह है अमाशय जो कि भोजन को अपने अंदर खूब सारा इकट्ठा करता रहता है सबसे ज्यादा भोजन यही रुका होता है इसके बाद बच्चों यहां पर भोजन आता है और यह जलेबी जैसे स्ट्रक्चर जो आपको यहां दिखाई दे रही है ऐसे अब मैं बहुत अच्छे से बनाऊंगा तो बहुत समय जाएगा ठीक है मैंने मैंने पेड क्लासेस में ये चित्र बहुत अच्छे से बना के दिखाया है सारे बच्चों को अभी के लिए बनाऊंगा बहुत समय लग जाएगा मेरे बन्ना बहुत समय लग जाएगा ठीक है तो अभी आपके आप इतना ऐसे ही समझो कि यहां से ऐसे ही जो होती है यह बड़ी आथ होती है और आने के बाद यहां पर ऐसे ऐसे ठीक अभी के लिए इतना जानो बस इसमें समझा देते हैं अमाशय यहां आता है फिर यह ग्रहणी होती है फिर उसके बाद ऐसे ऐसे ऐसे यह जो अंदर जलेबी जैसे छोटी सी स्ट्रक्चर दिखाई दे रही है इसको बोलते हैं छोटी आंत और छोटी आत छोटी आंत भोजन नली अर्थात आहार नली की सबसे बड़ी हिस्सा होती है सबसे बड़ा हिस्सा होता है बेटा छोटी आंत अच्छा छोटी आंट इतना बड़ा होता सर जी उसका नाम फिर छोटी आंत का है पड़ा अरे इसका नाम छोटी आंत का है पड़ा देखो ध्यान से इसका जो हिस्सा आगे का होता है ना वो पतला होता है और बड़ी आत का हिस्सा मोटा होता है बस मोटाई के हिसाब से इसके व्यास के हिसाब से इसका नाम पड़ा है यह पतली होती है इसलिए इसका नाम छोटी आंत है पतली आंत होना चाहिए मस्त याद हो जाता बच्चों को छोटी समझा के बड़ी को छोटी छोटी को बड़ी बना दिए हैं फिर देखो क्या है छोटी आंत बड़ी आंत में कहीं ना कहीं तो जुड़े गी ना ऐसा तो नहीं होगा ना कि पाइप से पाइप का कनेक्शन है बीच में टूट जाए पाइप से पाइप का कनेक्शन टूट जाएगा तो क्या होगा चार दिन बेटा तुमको पट नहीं आएगी पांचवे दिन तुम निपट जाओगे कोई दिक्कत थोड़ी ना होगा यहां प जो छोटी आथ बड़ी आथ से जुड़ी होती है इस हिस्सा को क्या बोलते हैं इस हिस्से को बोलते हैं सीकम क्या बोलते हैं भूलोगे तो नहीं का सीकम बोलते हैं सीकम उसके बाद छो सीकम के जस्ट नीचे यहां पर लटका लटका जो हिस्सा दिखाई दे रहा है जो लटका लटका हिस्सा दिखाई दे रहा है इसको अंग्रेजी भाषा में अपेंडिक्स फिर से बोलो अपेंडिक्स फिर से बोलो अपेंडिक्स और उसके बाद हिंदी भाषा में क्रम रूपी क्या क्रम रूपी परिशे सिका अगर आप भी चाहते हो कि आपका सिलेबस सही समय पर पूरा हो तो शक्ति बैद से जवाइन हो जाना देर मत करो भविष्य का सवाल है ठीक है तो यह है क्रम रूपी परसे सिखा अब देखो आगे होता क्या है पूरी कहानी समझाते हैं कि आखिर कैसे भोजन का पाचन होता है शुरू से समझाते हैं और पूरी कहानी को मात्र एक से दो मिनट में पूरा बोलकर सिखाते हैं और इस कहानी को हम तीन हिस्सों में सुनाएंगे एक हिस्से में आपको पूरी प्रक्रिया सुना देंगे फिर हम आपको इसके अंदर और ले चलेंगे कि आखिर अमासे के अंदर क्या होता होगा फिर बड़ी आंत के अंदर क्या होता होगा छोटी आंत के अंदर क्या होता होगा अरे यह जो नीचे लटक रहा है इसके अंदर क्या होता है सब समझाएंगे सुनते जाओ छोटी सी कहानी दो मिनट में मेरी जुबानी जब हम भोजन को खाते हैं भोजन हमारे मुख के अंदर जाता है डायरेक्ट पेट में नहीं जब हम ध्यान से सुनना ध्यान से एकदम कान लगा के जब हम भोजन को खाते हैं भोजन हमारे मुख के अंदर जाता है और हमारे दांत उसको छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देते हैं मैं आज बेटा खाने से लेके निकालने तक की कहानी दो मिनट में शॉर्ट में बताऊंगा आपको रट जाएगी फिर आप छह सात नंबर बड़ा क्वेश्चन एकदम बिल्कुल दो मिनट में समझ जाओगे पहले ध्यान से सुनो जब हम भोजन को खाते हैं हमारे द छोटे-छोटे टुकड़ों में भोजन को तोड़ देते हैं और उसके बाद भोजन को देख के हमको लालच तो आ ही रहा है ललचा तो रहे हैं हम अब हमारी लार जो कि भोजन को देख के निकल रही थी बार-बार उसने भोजन के अंदर मिलना शुरू किया क्या मिलना शुरू किया इमेजिन करो तुम रोटी खा रहे हो दांतों ने रोटी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा अब लाड़ तुम्हारी रोटी को देख के बेसन की थी ना इसीलिए छोटी-छोटी टुकड़े में जो आपके दांतों ने तोड़ा अब रोटी ने क्या किया उसके अंदर जो है लार ने क्या किया रोटी में मिल गई लार जब रोटी में मिलती है इस प्रक्रिया को बोलते हैं लुगदी का बन्ना पर यह साइंस का शब्द नहीं है साइंस कहती है कायम क्या बोलती है कायम कायम का निर्माण होता है यानी लुगदी का निर्माण होता है अब आपने रोटी चबा दांतों ने तोड़ा तोड़ने के बाद वो छोटे-छोटे टुकड़े में हुआ और उसके बाद लार उसको मिल गई अगर लार ना होती तो सोचो क्या होता तुम बोलते ना तुम्हारी लार टपक रही है सोचो लार ना होती तो वो भोजन कैसे लुगदी में बदलता कैसे इस नली के अंदर जाता अब फिर से सुनो वो भोजन जिसमें लार मिल गई थी वो भोजन चिकना हो गया था अब जब भोजन चिकना हो गया है तो इस भोजन नली से गुजरेगा क्या करेगा इस भोजन नली से गुजरेगा अब दिमाग लगाओ अगर यह भोजन नली तुम्हारे घर की सीवर पाइप होती तो क्या होता तुम्हारे घर की पानी बहने वाली बरसात में पानी बहने वाली पाइप होती तो क्या होता भोजन जैसे अंदर से जाता खब से एकदम अमाशय में गिरता और जैसे अमाशय में गिरता अंदर से बेटा अमासे से आवाज आती बस कर पगले इतना ठू सेगा इसी प्रक्रिया को रोकने के लिए ऊपर वाले ने कहा कि मानव इतना खतरनाक है भोजन गिरेगा तो कहे ग भगवान जी पेटो नहीं ढंग से बना पाए तो इस प्रक्रिया को रोकने के लिए भोजन इसमें ऐसे ऐसे नीचे आता है ऐसे ऐसे नीचे आता है इस प्रक्रिया को क्रमानुसार तक आना क्रमा कुंचन कहलाता है और सोचिए कि यह प्रक्रिया ही ना बनाई होती ऊपर वाले ने तो क्या होता क्या होता जानते हो क्या होता है रेस्टोरेंट में पिज्जा खाने जाते और बगल में एक पॉलीथीन लेकर जाते पीछे बांध लेते पॉलीथीन इधर से पिज्जा खाते और इधर से पिज्जा निकल जाता क्योंकि क्रमा कुंचन प्रक्रिया में थोड़ा टाइम लगता है ना भोजन को पचने में टाइम लगता है ना और अगर यह क्रमा कुंचन नहीं होती तो बिल्कुल वही होता बिल्कुल वही होता क्या होता कि जैसे ऊपर से पानी डाला नीचे से गलियारे में बहने लगा वही प्रक्रिया हो जाती इस प्रक्रिया को रोकने के लिए ऊपर वाले ने कहा मानव के अंदर इस गति को चला दो मैं बिल्कुल देसी भाषा में समझाने वाला मास्टर हूं यह गति चला दो क्रमा कुंचन अब भोजन धीरे-धीरे आएगा क्रमा कुंचन गति करते आएगा अमासे के अंदर पहुंचेगा अमासे के अंदर जब भोजन पहुंचेगा तो अमासे बोलेगा ओ आए पगले आए तू अभी कहेगा तुमको पचाए कैसे बचाएंगे अमाशय के अंदर कुछ प्रकार की ग्रंथियां पाई जाती है नोट करो अमाशय के अंदर कुछ प्रकार की क्या पाई जाती है ग्रंथियां पाई जाती हैं जिनको हम जठर ग्रंथि बोलते हैं अब सर जी ई का होती है इ का होती है सर जी ऐसे समझो जैसे मान लो कि ऊपर से भोजन आ रहा है भोजन को पचा है पचाने के लिए कोई भी केमिकल की जरूरत पड़ेगी कि नहीं बस वैसे समझो केमिकल की जरूरत पड़ेगी तो डब्बा है डब्बा जो है जिसका नाम है जठर ग्रंथि अंग्रेजी भाषा में इसको बोलते हैं ग्लैंड ग्रंथि को तो यह जो जठर ग्रंथि है यह जठर ग्रंथि के अंदर बहुत सारी चीजें होती है क्या होती है यह क्या क्या काम करती है सबसे पहले तो जठर गंथ तुम्हारे पेट में एच सल यानी अम्ल का निर्माण करती है सच्ची तब तो हम फैक्ट्री खोल लेंगे एसील की गरीब नहीं बचेंगे अरे भैया य ए इसलिए बनाती है ताकि तुम्हारा भोजन जो पेट के अंदर गया है ना वो सड़े ना जल्दी से पच जाए और जिस दिन बेटा ये एसील पेट में कम हो जाता है तुम्हारे पीछे से बदबू निकलने लगती है क्योंकि भोजन पच ना पा रहा है तुम्हारे शरीर में उसके बाद अब यह एचसीएल पेट के अंदर जलन पैदा करता है उस जलन को रोकने के लिए ऊपर वाले ने कहा इसके अंदर एक चिपचिपा पदार्थ बना दो बिल्कुल वैसे जैसे निकाल के तुम फेंकते हो जिसको क्या बोलते हैं जिसको बोलते हैं लेम क्या बोलते हैं जिसको बोलते हैं लेम और और मेरे बच्चों ध्यान से देखना पानी यानी कि जठर ग्रंथि के का काम होता है जठर रस बनाना क्या जठर ग्रंथि का काम होता है जठर रस बनाना और जठर रस में एल होता है पानी होता है और साथ ही साथ लेम जिसको अंग्रेजी भाषा में म्यूकस कहते हैं म्यूकस मतलब वही चिपचिपा पदार्थ अच्छा कभी-कभी तुम्हारे साथ क्या होता होगा मेरी बात सुनना ध्यान से कभी-कभी तुम्हारे साथ क्या होता होगा कि जब तुमको बहुत ज्यादा तुम बिल्कुल तेल भुना ऐसे खा लेते सच्ची यह बात किसी को बताना ना ईयरफोन लगा के सुनना एकदम सच्ची हो तो मुस्कुरा देना और ना हो झूठ तो फिर जो मन है वो कर लेना सच बताना कभी-कभी जब तुम ज्यादा मिर्च मसाला खा लेते हो जब पार्टी करने सवेरे सवेरे जाते हो तो बहुत चिपचिपा चिपचिपा गंदा गंदा प निकलता है ना बिल्कुल नाक जैसा वही म्यूकस है अपने पास तक रखना बताना मत किसी को वही म्यूकस है ठीक है समझ गए ना यहां तक अब जब भोजन इसमें गया तो उसका कुछ पाचन हो गया जब उसका कुछ पाचन हो गया फिर जिस चीज का पाचन नहीं हो पाया था ग्रहणी कह रही आओ आगे आओ अब ग्रहणी में जाएगा देखो मैं बहुत डीप में समझाने इसलिए लगा हूं ताकि दो मिनट में ना समझा के पूरा डीप में समझा दूं अब ये ग्रहणी में भोजन जा रहा है जब भोजन ग्रहणी में जा रहा है तो ग्रहणी से कौन जुड़ा है अग्नाशय ई कौन सी बलिया है अरे सर जी ई कौन सी बला है ई देखो इसके पीछे देखो ई देखो दिखाई दे रहा है ई देखो इसके पीछे देखो पीला पीला है ये ठीक है और इसके ऊपर यकृत भी है देखो यकृत अब यकृत के लिए अभी इतना जानो कि यकृत क्या करता है बाइल जूस यानी कि पितरस बनाता है अभी के लिए इतना जानो फिर आगे अभी डीप में समझेंगे उसको ठीक अब ग्रहणी से ग्रहणी के अंदर कुछ पाचक एंजाइम होंगे जो अग्नाशय से मिल रहे होंगे जो हमारे यकृत से मिल रहे होंगे वह हमारे शरीर शरीर भोजन में जो वसा है यानी फैट है जो कार्बोहाइड्रेट है जो प्रोटीन है उसको पचा देगा अब उसके बाद ग्रहणी से भोजन पहुंचेगा छोटी आंत में गोल गोल गोल गोल गोल गोल गोल गोल घूमेगा और घूमने के बाद फिर उसके बाद यह बड़ी आंत में आएगा तो छोटी आत में क्या होता है मोस्टली ध्यान से सुनना जिस चीज का पाचन ग्रहणी में नहीं कर पाती उसका पाचन फिर छोटी आत कर देती है फिर अब आता है भोजन बड़ी आत में अब मेरी बात सुनना ध्यान से जैसे तुम्हारे घर में चार भाभिया रहती हैं कौन-कौन सी अमाशय ग्रहणी छोटी भाभी बड़ी भाभी बड़ी भाभी यानी जेठानी अपने आप को नवाब समझती है ना कि तुम सारा काम करो अमाशय तुम सारा काम करो गड़ी तुम सारा काम करो छोटी आंत जब कुछ रह जाए तो हमारे पास भेज देना जैसे बर्तन धुलना होता है ना तो वो साबुन से रगड़ रही है वो ऐसे रगड़ रही है अब ये बहुत बढ़िया एग्जांपल है वो साबुन से रगड़ रही हैं वो उसके बाद फिर वो राख वाख से रगड़ रही है फिर जब आखिरी में बर्तन को ऐसे पानी में डाल के ऐसे निकाल के रखना होता है तो बड़ी भाभी करती हैं बिल्कुल वही काम बड़ी आंत करती है ज सारा भोजन में जो पचना था पच गया जब उससे पानी को चूसना है तब बड़ी आंत कहेगी आओ हमारे पास आओ इसके अंदर कुछ उंगली के जैसी छोटी-छोटी संरचनाएं होती हैं जिनको दीर्घ रोम कहते हैं अब यह जो संरचनाएं होती है यह सारे पानी को चूस लेती है और ठोस ठोस मटेरियल यहां आके इकट्ठा कर देती हैं और इसको कहते हैं मलाशय यानी य मल का आशय यानी इकट्ठा हो जाता है क्या ये बात समझ में आ गई उसके बाद यह मल यहां से निकल जाता है जिसको हम बोलते हैं गुदा द्वार आई होप आराम से समझ में आ गया होगा मला से से कैसे भोजन निकलेगा यह गुदा से बाहर निकल जाएगा यह पूरी प्रक्रिया होती है अब इसको एक मिनट में समझो हमने भोजन को खाया हमारे अब ध्यान से सुना कान खोल के हमने भोजन को खाया दांतों ने तोड़ा लार ने उसमें लार मिला दी मिलाने के बाद उसको ग्रास नली यानी कि बच्चों यहां देखो ग्रसनी है इसको बोलते हैं ग्रास नली ग्रसनी से होते हुए भोजन ग्रास नली में पहुंचा जहां क्रमा कुंचन नामक एक गति हुई उसके बाद भोजन अमाशय में पहुंचा अमाशय के अंदर जठर रस है जिसने भोजन को पचाया जो भाग नहीं पच पाया ग्रहणी में गया गृहणी ने उसके वसा को पचाया प्रोटीन को पचाया और पचाने के बाद वह भोजन छोटी आंत में गया जो चीज नहीं पच पाई थी छोटी आंत आत ने पचा दिया उसके बाद भोजन बड़ी आंत में गया भोजन में जो पानी की मात्रा थी दीर्घ रोमों के द्वारा बड़ी आंत ने सोक लिया और सोखने के बाद भोजन को मलाशय में इकट्ठा कर दिया जब मलाम इकट्ठा कर गया दिमाग ने सिग्नल भेजा बस कर भर गई है टंकी बाहर निकालना बस निकल गया बाहर दिस प्रोसेस इ नोन एस डाइजेशन इन ह्यूमन यानी कि मानव में पाचन बहुत ज्यादा टाइम ले लिया हमने समझाने में लेकिन जरूरी था अगर हम लोग इन चीजों को नहीं समझते तो आगे चलकर फ्यूचर में समस्या होती अब जो जो मैंने आपको समझाया कि अंतर ग्रहण होता है पाचन कैसे होता है सारी चीजें अवशोषण होता है फिर स्वांगीकरण होता है फिर बाहर निकाल देते हैं यह सारी प्रक्रिया होती है जब जंतुओं में पाचन होता है इसके बाद इस तरीके का चित्र आपको पेपर में बनाना पड़ेगा जैसे मैंने आपको बनाया था बना के दिखाया था इसके बाद पाचन कैसे होता है एक बार थोड़ा सा इसको समझ लेते हैं सबसे पहले भोजन के अंदर एक बहुत बड़ी आहार नलिका होती है जो कि लगभग 8 से 10 मीटर तक लंबी होती है जो हमारे पोटी वाले स्थान अर्थात गुदा तक फैली होती है और आहार नाल के भिन्न भाग होते हैं जिसमें पहला होता है मुख में पाचन यानी भोजन में कैसे पाचन होता है दांत छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ते हैं जीभ लार जीभ जो है क्या करती है लार को स्रावित करती है और स्रावित करने के बाद भोजन में मिला देती है हमारे हमारे जी हमारे मुह के अंदर तीन प्रकार की लार ग्रंथियां पाई जाती हैं अधो जिव्या ध्यान से सुन लेना कण पूर्व अधो जिव्या अधो हनु तीन प्रकार की ग्रंथियां पाई तीन जोड़ी नाम भी हमने बता दिया यह लार में उपस्थित एंजाइम कुछ एंजाइमों को स्रावित करता है जैसे कि एमाइज या फिर टाइलिन नामक एक एंजाइम को स्रावित करता है मंड जैसे आपने गेहूं के ऊपर छिलका देखा होगा उसको और स्टार्च जो स्टार्च और मंड एक ही चीज है वो कणों को शर्करा में बदल देते हैं और उसके बाद उनका पाचन कर देते हैं यानी आपसे एक सवाल पूछा जाएगा कि मंड का पाचन कौन करता है तो लार ग्रंथियों से जो लार निकलती है उसके अंदर कुछ एंजाइम पाए जाते हैं जिसको टाइलिन या फिर अमाइज कहते हैं और ये दो टाइप के एंजाइम है जो मंड को पचाने में मदद करते हैं इसके बाद आता है हमारे पास ग्रसिका ग्रसिका का मतलब होता है ग्रास नली अभी के लिए आप इतना समझो यह भोजन को अमाशय के अंदर धकेल देती है और कैसे धकेल है पेशियों को धीरे-धीरे ऐसे फैलाती है ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे और सड़ती है इसको हम क्रमा कुंचन कहते हैं ग्रसिका में किसी भी प्रकार का पाचन नहीं होता यानी सिर्फ एक पाइप का काम करती है ठीक है यहां तक समझ में आया इसके बाद आता है अमाशय में पाचन अब ये बड़ा इंपॉर्टेंट है अमाशय में पाचन के लिए थैली नुमार नुमा ज जे आकार की संरचना होती है अभी टॉपिक खत्म नहीं हुआ है इसके बाद अभी और पढ़ाना है जे आकार की संरचना होती है भोजन के अमासे में प्रवेश करने पर जठर ग्रंथियां उत्तेजित हो जाती हैं जैसे मैंने आपको बताया था कि जठर ग्रंथियां कहेंगे आ वाह वाह आ जाओ उसके बाद जठर ग्रंथियां जठर रस को स्रावित करेंगी जठर रस में पानी होता है श्लेष में होता है ए होता है और पेप्सिन नामक एक एंजाइम होता है जो कि क्या करता है भोजन को बचाने में मदद करता है जबकि जो बड़े मनुष्य होते हैं जब वयस्क हो जाते हैं तो उसके अंदर रेनिन नामक एंजाइम का अभाव होता है व्हाट इज रेनिन रेनिन एक ऐसा एंजाइम होता है जो दूध को पचाने में मदद करता है जो छोटे बच्चों में पाया जाता है रेनी नामक एंजाइम हमारे शरीर में नहीं होता है इसीलिए अगर आप एक लीटर दूध पी लोगे तो आप सवेरे फिर पॉटी शुरू हो जाएंगी तुमको समझ गए ना तुम लोग लूज मोशन हो जाएगा क्योंकि तुम दूध को सही से पचा नहीं पाओगे एसील की उपस्थिति के कारण जो जठर रस होता है वो अम्ली होता है ये क्वेश्चन पेपर में आएगा कि जठर रस कैसा होता है अम्ली होता है ठीक और एचसीएल क्या काम करता है एचसीएल जो निष्क्रीय पेप्सिनोजेन तीन चार घंटे तक रुकता है अध पचा भोजन धीरे-धीरे ग्रहणी में धकेल दिया जाता है तो आई होप यहां तक आराम से समझ में आ गया होगा इसके बाद आता है ग्रहणी ग्रहणी ग्रहणी यानी छोटी आत का सबसे छोटा सबसे बड़ा भाग है जो ग्रहणी और छुद्र दोनों एक ही में है छोटी आंत आहार नाल का सबसे बड़ा भाग है जैसा मैंने आपको बताया था छोटी आंत में कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन वसा का पाचन हो जाता है ऐसा मैंने आपको बताया था फिर उसके बाद यहां पर पित्त रस के बारे में बताया गया है पित्त रस क्या होता है जो कि यकृत के द द्वारा स्रावित किया जाता है और यह पितरस यकृत बनाता है उसको इकट्ठा करता है पित्ताशय में जो कि आपको यहां ग्रीन कलर का चित्र में दिखाई दे रहा है यह पित्ताशय है इसके अंदर स्टोर करता है स्टोर करने के बाद जब ग्रहणी को जरूरत होती है तो यहीं पर देखो जुड़ा हुआ है यहीं से वो दे देता है इसके बाद आता है बड़ी आंत बड़ी आंत क्या करती है बड़ी आंत चौड़ी होती है थैली नुमा होती है जो भोजन नहीं बच पाता है अब व बड़ी आत में पहुंच जाता है उससे सारा पानी सोख लेती है बड़ी आंत है ना और उसके बाद आगे भेज देती है जो भी भोजन नहीं पच पाया था बड़ी आंत पानी सोखने के बाद आगे भेज देती है और उसके बाद शरीर से बाहर निकालने में मदद कर देती यह पूरी प्रक्रिया होती है अब बताइए क्या यहां तक समझ में आया एक बार जल्दी से बता दो क्या यहां तक समझ में आया यह क्वेश्चन शॉर्ट में भी आ सकता था और यह क्वेश्चन लॉन्ग में भी आ सकता था ठीक है चलो भाई आंसर कर दो इसका अंकिता मैम अंकिता मैम अंकिता मैम 5च मिनट पोल कर दीजिए मैम हो जाएगा फल कर दीजिए मैम पा मिनट हमारे बच्चों के लिए भाई हम आपके लिए पोल करवाने आए हैं भाई फटाफट से इनका आंसर दोगे आप लोग आंसर दीजिए मानव मुख में वह भाग जो अलग करता हो किसको अलग करता हो जो कि श्वसन मार्ग से अलग करता हो है ना गहि का का वह भाग जिसे जो कि इसे स्वसन मार्ग से अलग कर करता हो गाल होठ तालू गल तुं का गल तुं का को अंग्रेजी भाषा में एपिग्लोटिस बोलते हैं अब बताओ तुम मिल गया पोल मैम दे दिया पोल आपने मैं आप लोगों के आंसर और कमेंट देखूंगा फटाफट से आप लोग आंसर करो कुछ बच्चे सी कह रहे हैं कुछ बच्चे डी कह रहे हैं ध्यान से सुनो मुख गका का वह भाग जो कि इसे स्वसन मार्ग से अलग करता है मैंने आपको बताया था जहां ग्रसनी ऊपर होती है है ना जहां पर ग्रसनी होती है ग्रसनी क्या करती है जहां ग्रसनी होती है वहीं से श्वसन मार्ग भी होता है यानी कि शवास नली भी होती है उसके बीच में एक इस ऐसे जैसे ट्रैक्टर में नहीं लगा होता है ऐसे चिड़िया ऊपर वैसे लगी होती है भोजन जब नली में भोजन को जाना होता है तो शवास नली को बंद कर लेती है और जब शवास नली की जरूरत होती है तो शवास नली को खोल देती है भोजन नली को बंद कर देती है है ना तो ये चीज होती है को एपिग्लोटिस बोलते हैं और हिंदी भाषा में गल तुका बोलते हैं इसके बाद है आहार नाल के पेशी संकुचन को क्या कहते हैं अभी मैंने आपको डीप में समझाया था आप आंसर कीजिए फटाफट से आहार नाल के आहार नाल के पेशी संकुचन को क्या कहते हैं ये हटा दीजिए आहार ना के पेशी संकुचन को क्या कहते हैं पाचन क्रमा कुंचन परिसंचरण या अवशोषण देखो अवशोषण है नहीं परिसंचरण है नहीं पाचन है नहीं पेशी संकुचन अभी मैंने आपको बताया था कि भोजन का धीरे-धीरे करके आगे बढ़ना पेशी संकुचन यानी कि क्रमानुसार ग्रंथियों की संख्या कितनी होती है अभी बताया बताइए जल्दी से सर आपसे पढ़कर मेरे साइंस में 97 मार्क्स आए बहुत बढ वेरी गुड बेटा कांग्रेचुलेशन टू ऑल ऑफ यू मनुष्य में लार ग्रंथियों की संख्या कितनी होती है दो जोड़ी तीन जोड़ी चार जोड़ी पांच जोड़ी फटाफट से बता दोगे कितनी जोड़ी लार ग्रंथियां होती हैं नाम बताओगे क्या कितनी जोड़ी लार ग्रंथियां होती हैं तीन जोड़ी लार ग्रंथियां होती है कौन-कौन सी अधो हनु कण पूर्व अधो जिव्या है ना यानी कि तीन जोड़ी लार ग्रंथियां होती है अभी मैंने आपको समझाया कौन-कौन सी कण पूर्व अधो हन और मेरे प्यारे लाल अधो जिव्या ठीक है आगे चलो नेक्स्ट क्वेश्चन क्रम रूपी परिशे सिका किसका भाग होती है चित्र देखो और ध्यान लगाओ मैंने लिख के बताया था अब इसमें भी बच्चे भटक रहे हैं गलत कर रहे हैं क्यों क्योंकि अभी मैंने समझाया उसके बावजूद क्रम रूपी परिशे सिका अपेंडिक्स जिसका हमारे शरीर में कोई भी उपयोग नहीं है भैया सेलुलोज को पचाने में मदद करता है और हम कहां सेलुलोज खा रहे हैं तो यह है अपेंडिक्स क्रम रूपी परिशे सिका किसका भाग है बड़ी आत का आगे देखो जठर रस निकाल किससे निकलता है अग्नाशय भित्ति से अमाशय भित्ति से छुद्र से जल्दी बताइए किसका भाग है जठर रस किसका भाग है अग्नाशय भित्ति अमाशय भित्ति क्षुद्र या फिर यकृत बेटा जठर रस कहां से निकलता है यह देखो अभी समझाया जठर रस कहां से निकलता है जठर रस मतलब जेट जठर रस अमासे भित्ति से यार हा भित्ति मतलब आगे देखो अच्छा खत्म हो गया भाई टॉपिक हमारा यहां से ठीक है तो इतने सारे क्वेश्चन हुए अभी और है इसका आंसर करो निम्न में से कौन सी विधि सही प्रकार से स्वा पोषण की विधि है दिव्यांशु त्रिपा लिख रहे हैं सभी बच्चे सभी बच्चे अच्छे से पढ़ो टॉप पर यहीं से निकलेंगे गुरुजी आप के लिए बहुत मेहनत करते हैं और दिव्यांशी त्रिपाठी ने मेरी फोटो लगा रखी है और यह गोरखपुर के हैं बहुत अच्छे मार्क्स आए हैं इनके मुझे जहां तक याद है 99 मार्क्स इनके मैथ्स में थे और यह वही है जो शॉर्ट वीडियो में आपने देखा होगा जो मैं दूर खड़ा होता हूं मुझे बहुत अच्छे से याद है और यह आते हैं द दौड़ के और पैर छूते हैं यह वही दिव्यांश त्रिपाठी है तो बच्च क्या है कि निम्नलिखित में से कौन सी विधि सही प्रकार से स्वा पोषण की विधि है अपने हाथों से भोजन को पहचाना और खाना वाह भाई पकाना और खाना ऐसा तो नहीं हो सकता हरे पेड़ पौधों में प्रकाश संश्लेषण अमर बेल का परजीवी पोषण साफसाफ कह रहा है यह तो परजीवी पोषण है स्वा पोषण कैसे हो सकता है नेक्स्ट क्वेश्चन अगला है कि प्रत्येक जबड़े में अग्र चवण को की यह क्वेश्चन अभी नहीं करोगे क्योंकि आपको पता नहीं है प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया में मुक्त o2 का स्रोत क्या है प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया में मुक्त o2 का स्रोत क्या है मैंने चिल्ला चिल्ला के समझाया था अभी कि प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया में ट कहां से निकलती है तो प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया में o2 का जो स्रोत होता है वह कहां से o2 निकलती है जल से भैया जल से जल के अणु हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में बदल जाते हैं ऐसा मैंने समझाया अभी आपको प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में ट गैस के रूप में मुक्त होकर आंसर दीजिए जल्दी से तीन ऑप्शन है प्रकाश संश्लेषण की क्रिया o2 गैस के रूप में मुक्त होकर किस संरचना से बाहर निकलती है तो रंध्र से बाहर निकलती है देखो बच्चे जो भी बच्चा टॉपर बनता है ना चाहे वह ऐप से पढ़ा हो और चाहे वह टू से पढ़ा हो मेरे लिए बराबर होता है हमने कभी बच्चों के अंदर भेदभाव नहीं किया समय की का अभाव होने की वजह से रेगुलर टय पर क्लासेस होती है ऐसा नहीं है कि होती नहीं है पर चूंकि हर इंसान आज आप पढ़ रहे हैं तो क्यों पढ़ आज आप इसलिए पढ़ रहे हैं नाना कि आप अपने मां-बाप के लिए के सपने पूरे कर पाओगे आप अपना जीवन अच्छे से जी पाओगे चार पैसे कमा पाओगे क्योंकि जीवन चलाने के लिए चार पैसे की जरूरत होती है तो जिसकी वजह से कोर्सेस वगैरह लच करने पड़ते हैं और जब आप चार पैसे हमके हम हमें देंगे तो हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाएगी हम बीमार होंगे तब भी पढ़ाएंगे है ना हम किसी भी हालत में होंगे तब भी पढ़ाएंगे क्यों क्योंकि आप मेरे मे ऊपर डिपेंड हैं ऐसा हमें फील होगा और फील होता है अगर आप मेरे ऊपर डिपेंड है तो मेरी जिम्मेदारी बढ़ जाती है इसीलिए बैच लॉन्च होते हैं और इसीलिए बैच पे पढ़ाया जाता है क्योंकि वहीं से हम आपको पीडीएफ नोट्स दे सकते हैं मजबूरी है ना फ्री दिया था मैंने 2 साल पर उन नोट्स का आज भी लोग गलत इस्तेमाल कर रहे हैं मुझे वो नोट्स ना जाने कितने टे ग्रा चैनल पर भटकते हुए नजर आते हैं कि लोग उनका गलत इस्तेमाल करके 0 20 में नोट्स बेच रहे हैं है ना तो आप सोच लो इसलिए फ्री में नोट्स देना बंद किया मैंने इसीलिए पप में हमने वह चीज रखी है ना तो टेस्ट कहां लूंगा मैं अब टेस्ट लेने के लिए हम आपको व प क्वेश्चन तो नहीं भेज सकते ना नॉट पॉसिबल इसलिए एक चीज का होना जरूरी इसीलिए ऐप बनाया जा जाता है और प में शक्ति बैच लंच किया गया जिसमें 15 जून तक ऑफर है अभी जाके शक्ति बैच को जवाइन कीजिए कैसे जवाइन करना है ज्ञानोदय के गुरुजी पप प्ले स्टोर से आपको डाउनलोड करके और डाउनलोड करने के बाद फिर आपको उसमें शक्ति बैच को जवाइन करना है ठीक तो इसका आंसर होगा रंद्र पादपों में प्रकाश संश्लेषण के द्वारा भोजन का निर्माण किसमें होता है पत्ती में होता है तो आज के लिए हम लोग इतना ही रखेंगे जाने से पहले हम आपको बता दें कि हमारे पास एक शक्ति बैच भी है जो कि आपको हिंदी इंग्लिश मैथ साइंस सोशल साइंस और यह क्लास 10थ का बैच है और इस बैच में देखो अगर आप सोचोगे कि मैं लेट हो गया हूं तो भाई एक छोटी सी लाइन है जब जागो तभी सवेरा और इस बात को याद रखना जब जागो तभी सवेरा लेट नहीं हुए हो आप आज से पढ़ना शुरू करोगे तो समय बचेगा ठीक 2024 25 इसमें जो क्लासेस होती हैं वह शाम को स्टार्ट होती हैं आपका स्कूल टाइम पे नहीं होगा शाम को 5:00 बजे से 8:30 के बीच में आपकी क्लासेस होती हैं हिंदी इंग्लिश मैथ साइंस सोशल साइंस हिंदी में गद्य पद्य एक-एक चीज मतलब हिंदी मतलब कंप्लीट हिंदी यह नहीं कि हिंदी में बस ग्रामर कराके छोड़ दिया हिंदी फिर हिंदी का ग्रामर फिर हिंदी का संस्कृत सब कुछ मैथ पूरे चैप्टर्स सिर्फ पढ़ाया नहीं जाएगा समझाया भी जाएगा एनसीआरटी का एकएक क्वेश्चन कराया जाएगा पेपर में मॉडल पेपर पी वाई क्यूज सारी प्रैक्टिस कराई जाएगी सब कुछ इसी प्रकार से सारे सब्जेक्ट में youtube0 यानी निरंतरता का यदि पेरेंट्स हम इस वीडियो को देख रहे हैं तो कृपया जागरूक हो जाए आप बहुत ज्यादा फीस नहीं है बहुत कम ही फीस है जिसको पूरे साल के लिए है वन टाइम और यह कोई ऐसा मत समझना कि कोई फ्रॉड है या कुछ बहुत सिंपल प्रोसेस है टेस्ट टाइम मैनेजमेंट डाउट्स एंड डब्ल्यूपी पी मतलब वीकली प्रैक्टिस पेपर जो कि जुलाई से शुरू होते हैं ये सारी चीजें मिलेंगी अगर आपको शक्ति बैच चाहिए तो सबसे पहली चीज आपका सिलेबस 31 अक्टूबर के पहले खत्म हो जाएगा ये मेरी जिम्मेदारी है बस आपको डेली दो घंटे पढ़ाई करना है नोट्स की टेंशन नहीं होगी नोट्स आपको पप में अपलोड मिलेंगे टाइम मैनेजमेंट की कोई प्रॉब्लम नहीं होगी आपका टाइम मैनेज हो जाएगा स्कूल जाइए वापस आइए प से पढ़िए और सो जाइए इसके बाद टेस्ट सीरीज भी आपको मिलेंगी टेस्ट सीरीज स्टार्ट हो गई है अभी छोटे-छोटे टेस्ट हो रहे हैं फिर जोब जब पेपर पास आएगा तो बड़े-बड़े टेस्ट होंगे गाइडेंस आपको मिलेगा मोटिवेशन भी टाइम टाइम प मिलेगा गाइडेंस मतलब कि आपको गाइड किया जाएगा कि ऐसे पढ़ाई करो यह करो है ना शक्ति बैच है स्पेशल ऑफर है और यह ऑफर 15 जून तक है नीचे यहां पर आपको एक नंबर दिखाई दे रहा है इस नंबर पर आप सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक कॉल करके आप जानकारी ले सकते हो अगर आपको जवाइन करना है तो ठीक है सुबह 10 से शाम 5 के बीच में ऑफर 15 जून तक है इसका फायदा उठाइए और जल्दी से शक्ति बैच को जवाइन करिए ठीक है और इस वीडियो के नोट्स के साथ-साथ सभी नोट्स हमारे ऐप पर उपलब्ध है पप का लिंक नीचे डि डिस्क्रिप्शन बॉक्स में देखो पहली चीज यह बात आपको सभी को पता है कि हम बहुत बढ़िया दिव्यांशु सर जी हम डाउट लेकर आते हैं और खाली हाथ चले जाते हैं बेटा इस पूरे लेक्चर में आपको डाउट कहां हुआ आपने रिप्लाई नहीं दिया देखो एक चीज बता देते हैं यह सच्चाई है कि यदि आप य पर आने के बाद और यह आप सोच रहे हैं किय प हम आएंगे और टीचर हमारे डाउट को सॉल्व कर देंगे तो इस बात को भाई आप भूल जाओ क्योंकि youtube0 भी तो सोचो ना बेटा और आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि यह वह चैनल है जो पिछले तीन सालों से साइंस में 100 आउट ऑफ 100 ध्यान से सुन लीजिए मैथ में 100 आउट ऑफ 100 देने वाले इस बार 100 से 150 बच्चे थे एक दो नहीं 100 से 1 स सबके रिजल्ट भी हमने हमने जो है अपलोड करके रखे आपने कम्युनिटी पर देखे भी है बाकी आप कमेंट खुद ही देखते हो उसके बाद जब इंग्लिश स्टार्ट हुई मतलब इंग्लिश पहली बार पिछले साल पढ़ाई गई तो इंग्लिश में भी 100 आउट ऑफ 100 स्कोर किया हा बच्चों ने 97 98 99 वाले की लाइन है लाइन लाइन लगी है लाइन हम खुद ना गिन पाए मैंने 75 ध्यान से सुनना मैंने एक फॉर्म भरवाया था जिसमें 7500 बच्चों के 90 पर से ऊपर थे आप सोच सकते हो यह चैनल सिर्फ टॉपर नहीं देता है एक ऐसे स्टूडेंट को जो स्टूडेंट कुछ नहीं कर पा पाएगा उस स्टूडेंट को जीरो से उठाकर उसको 9 प लेके आता है एक सत्य बात है मैं आपको एक छोटी सी बात बताना चाहता हूं मेरी बात जरा गौर से सुनना क्लास 10थ में टॉपर बनने के लिए यदि आपके मन में ख्याल चल रहा है कि क्लास 10थ में टॉपर बनने के लिए ध्यान से मेरी बात को प्लीज सुनना यदि आपके मन में यह ख्याल चल रहा है कि क्लास 10थ में टॉपर बनने के लिए सिर्फ हमें पढ़ने की जरूरत है तो आप गलत सोच रहे हैं क्लास 10थ में यदि आपको टॉपर बनना है ना तो आपको बहुत सारी चीजों की जरूरत पड़ती है कंसिस्टेंसी पहली चीज दूसरी चीज कि आपको मो वेट करने वाला टीचर चाहिए तीसरी चीज कि आप सही समय पर सिलेबस को पूरा करें और चौथी चीज सही तरीके से पढ़े सिर्फ पढ़ने से आप टॉपर नहीं बनेंगे यदि आपको लिखने का तरीका नहीं पता है कि पेपर में कैसे लिखना है तो आप टॉपर नहीं बन सकते हैं इसी वजह से इस चैनल पे 100 आउट ऑफ 100 लाने वाले बच्चे होते हैं क्योंकि सिर्फ पढ़ाना ही हमारा काम नहीं होता है हमें उन्हें गाइड करना होता है लिखने के तरीके बताने होते हैं और लिखने का सही तरीका क्या होता है ये डिपेंड करता है क्योंकि कोई भी टीचर जो आपकी कॉपी चेक कर रहा है उसे ये नहीं पता है कि आप कितने सुंदर हैं उसे सिर्फ एक बात पता है कि आपकी कॉपी कैसी है यदि आपने अपनी कॉपी में बेहतरीन सी फेयर एंड लवली लगा के रखी है तभी एग्जामिनर उसपे अच्छे मार्क्स देगा अन्यथा आप कितना भी लिख के आए आपको अच्छे मार्क्स नहीं मिलेंगे यदि आपकी राइटिंग अच्छी नहीं है मैथ को छोड़ के बाकी सारे सब्जेक्ट में ऐसा होता है इस बात को ध्यान में रखें राइट टिंग का बड़ा रोल है लिखने का तरीके का बड़ा रोल है और साथ ही साथ इस चीज का बहुत बड़ा रोल है कि आपने कॉपी को कैसे रिप्रेजेंट किया है तो इन बातों का ध्यान रखना ओके थैंक यू सो मच बाय बाय बाय टेक केयर