मुझे बताइए जब आपको गोवा की परमिशन लेनी होती है तो क्या करते हो सीधा फैमिली हेड के पास पहुंच जाते हो नहीं सबसे पहले आप अपने सिबलिंग्स से बात करते हो सिबलिंग्स जाते हैं मम्मी के पास मम्मी पापा के पास पापा बड़े पापा के पास और फाइनली बड़े पापा आपकी गोवा वाली बात लेके पहुंचने हैं दादा जी के पास जिसका आंसर नो आता है और फिर आपका गोवा का डिस्कशन आपके फैमिली में एंड होता है तो ये सब क्या था ये सारा खेल है हीरआर्की का और इंडिया जो अपने आप में इतनी बड़ी डायवर्स फैमिली है उसकी भी तो हीर की होगी ना सो हेलो एवरीवन वेलकम तू लर्न विथ आज के वीडियो में हम सीखेंगे स्ट्रक्चर ऑफ इंडियन गवर्नमेंट एक ऐसा वीडियो जो आपको ग्राम पंचायत से लेकर यूनियन गवर्नमेंट तक ये हीर की बताया सो लेट्स गेट स्टार्टेड तो अपने हरार की शुरुआत करते हैं हम सबसे ग्रासरूट लेवल गांव से और एरियाज जो रेगुलेट किए जाते हैं बाय पंचायती राज सिस्टम गांव में 18 या 18 से ज्यादा उम्र वाले लोग मिलकर बनाते हैं ग्राम तथा और ग्राम सभा के लोग चुनते हैं अपनी ग्राम पंचायत और सरपंच को जो 5 साल के लिए बैठी है यह लोग गांव के जनता के सबसे नजदीक होते हैं और उनकी परेशानियों को जानते हैं यह हुई एक गांव की बात फिर ऐसे कई सारे ग्रुप ऑफ विलेज मिल के बनते हैं ब्लॉक ब्लॉक को गवन किया जाता है बाय ब्लॉग डेवलपमेंट ऑफिसर और जो गवर्निंग बॉडी ब्लॉक लेवल पर कम करती है उसे कहते हैं पंचायत समिति विलेज की आवाज़ डिस्ट्रिक्ट लेवल में पहुंचने का जिम्मा इन्हीं समितियां का होता है जब ऐसे ही समिति पुरी डिस्ट्रिक्ट लेवल को संभालती है तो उसे कहते हैं जिला परिषद जो होता है पंचायत राज सिस्टम के सबसे टॉप मोस्ट पोजीशन में जिसने बैठते हैं सारे ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर एमएलए और सेक्रेटरी तो अभी हमने क्या देखा और एरिया में पंचायत राज सिस्टम होता है ग्राम पंचायत पंचायत समिति और जिला परिषद तो यह थी बात और एरियाज की अब अर्बन एरियाज यानी की सिटीज के तरफ चलते हैं तो शहर का सबसे छोटा यूनिट होता है जिनके तरक्की का भार्ड मेंबर यानी की कॉरपोरेटर के हाथ होता है जिन्हें वहां के लोग पंच साल के लिए इलाक करते हैं जिस पार्टी के सबसे ज्यादा वो डिलीट होते हैं उसी पार्टी के मेयर रिलेट होते हैं यह मेयर हेड होते हैं मुंशी पार्टी के अब म्युनिसिपालिटीज क्या होते हैं यह होते हैं और बिन लोकल गवर्नमेंट बॉडीज जो चार तरीके की होती हैं पहली नगर पंचायत जो बनाए जाती है वह ट्रांजिशनल एरिया के लिए जो डेवलपमेंट के वजह से और से अर्बन एरिया के कैटिगरी में ए रहे हैं दूसरी नगरपालिका मतलब म्युनिसिपल काउंसिल जो एडमिनिस्टर करती है छोटे सिटीज जिनकी पापुलेशन एक लाख से कम होती है फिर तीसरी नगर निगम मतलब म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन एडमिनिस्टर करती है 10 लाख से ज्यादा पापुलेशन वाली सिटी को लेकिन इनसे भी बड़ी होती है मेट्रोपोलिटन सिटीज जैसे मुंबई दिल्ली कोलकाता जिनको गवन करती है महानगरपालिका मतलब मेट्रोपोलिटन म्युनिसिपालिटी तो ये सारे म्युनिसिपालिटीज के इलेक्शन स्टेट इलेक्शन कमिश्नर के अंदर कंडक्ट कराए जाते हैं और इनका मेजर रेवेन्यू आता है जनता के टैक्स से अब आपको मुझे यह बताना है की इंडिया की सबसे रिच munshipality किस सिटी में है और उसका नाम क्या है ये था अर्बन और और का बेसिक स्ट्रक्चर अब इनसे बड़ा होता है डिस्ट्रिक्ट जिसके अंडर यह सारी munshipalities और पंचायत आती हैं डिस्ट्रिक्ट को एडमिनिस्टर किया जाता है अंडर जिलाधिकारी और डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट जो होते हैं एक इस ऑफिसर फिर कुछ क्लस्टर ऑफ़ डिस्ट्रिक्ट्स मिल के बनते हैं डिवीजन जैसे उत्तर प्रदेश जहां सबसे ज्यादा डिवीजन है रिक्रूट किए जाते हैं जिन्हें कहा जाता है डिविजनल कमिश्नर जिनके अंडर कई सारे डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट आते हैं अब ऐसे कई सारे डिवीजन मिल के बनते हैं एक स्टेट करेंटली इंडिया में 28 स्टेटस हैं अब जैसे सेंट्रल लेवल में होते हैं प्रेसिडेंट लोकसभा और राज्यसभा ठीक वैसे ही स्टेट लेवल पे गवर्नर्स के लिए होते हैं गवर्नर लेजिसलेटिव असेंबली मतलब विधानसभा और कुछ स्टेटस के लिए लेजिसलेटिव काउंसिल मतलब विधान परिषद गवर्नर जो की अप्वॉइंट होते हैं बाय प्रेसिडेंट उनके साथ के मिनिस्टर अपने काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स के साथ होते हैं जो स्टेट इलेक्शंस के बाद चुने जाते हैं आप लोग के लिए गुड न्यूज़ है हम लोग लॉन्च कर रहे हैं जिए सब्जेक्ट कोर्स जिसमें सारे सब्जेक्ट जैसे हिस्ट्री पालिटी ज्योग्राफी साइंस एंड व्हाट नॉट वीडियो फॉर्मेट में आपको समझाया जाएंगे लिए एक्साइटेड अबाउट दिस कोर्स फिर इंडिया में स्टेटस के साथ-साथ एक्जिस्ट करते हैं यूनियन टेरिटरीज जो फिलहाल आर्ट है है और वह डायरेक्टली प्रेसिडेंट द्वारा एडमिनिस्टर किए जाते हैं प्रेसिडेंट करने स्टेटस या लेफ्टिनेंट गवर्नर को अप्वॉइंट करते हैं इसमें भी दिल्ली पुडुचेरी और जम्मू एंड कश्मीर ऐसी यूनियन टेरिटरीज हैं जिनकी अपनी लेजिसलेटिव असेंबली है और के मिनिस्टर भी हैं इनके लेफ्टिनेंट गवर्नर नीड तू एक्ट वित एंड एड एंड एडवाइस ऑफ काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स और अगर इनका तालमेल ना हुआ तो आपको दिल्ली जैसी तास भी देखने को मिल सकती है अब आपको लग रहा होगा यह स्टेटस और यूनियन टेरिटरीज कंबाइन होके कंट्री बन जाती हैं लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि इसके बीच और एक हज़ार की आती है वह है जोंस जॉन्स कई स्टेटस और यूनियन टेरिटरीज का कांबिनेशन होती है इंडिया में टोटल 6 जोंस है नॉर्थ साउथ ईस्ट वेस्ट सेंट्रल एंड नॉर्थ ईस्टर्न जोन yeones को एडमिनिस्टर करती है जोनल काउंसिल इसके चेयरमैन यूनियन होम मिनिस्टर होते हैं और जितने इसी स्टेटस एंड यूनियन टेरिटरीज आइसन का पार्ट होते हैं उनके कम रोटेशनल बेसिस पे वाइस चेयरमैनशिप की पोजीशन को संभालते हैं सिर्फ 9:30 जोन ऐसा जॉन है जिसके वाइस चेयरमैन स्टेटस के कम नहीं बल्कि मिनिस्टर ऑफ डेवलपमेंट ऑफ नॉर्थ ईस्ट रीजन होते हैं और फाइनली ये छह जॉन्स को मिलकर बनती है हमारी इंडिया जिसके हेड ऑफ स्टेट होते हैं प्रेसिडेंट जिन्हें फर्स्ट सिटिजन ऑफ कंट्री भी कहा जाता है लेकिन कंट्री के दी फैक्टर हेड मतलब वास्तविक प्रमुख होते हैं प्राइम मिनिस्टर जिन्हें हमारी जनता चुन के लाती है पीएम के साथ होती हैं उनकी काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स पीएम और काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स को असिस्ट करने के लिए अप्वॉइंट किए जाते हैं कैबिनेट सेक्रेट्रीज और स्पेसिफिकली पीएम को असिस्ट किया जाता है अभी तक हमने जितने लेवल्स भी देखे यह सब कुछ आता है अंडर पार्लियामेंट यानी की संसद जो प्रेसिडेंट लोकसभा और राज्यसभा को मिलके बनता है जिन्हें यूनियन गवर्नमेंट भी कहा जाता है जो हमारे पूरे हज़ार के टॉप मोस्ट लेवल पे आते हैं तो ये था वीडियो बहुत स्ट्रक्चर ऑफ इंडियन गवर्नमेंट एक ऐसी हीर की जो आपको इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन को समझने में हेल्प करता है एक क्वेश्चन पूछूं जल्दी से कमेंट सेक्शन में जाके ये बताइए की आप कौन से स्टेट से बिलॉन्ग करते हैं और उसे स्टेट में कितनी डिस्ट्रिक्ट्स और तहसील से इफ यू लाइक दिस वीडियो डू नॉट फॉरगेट तू हिट डी लाइक बटन एंड सब्सक्राइब तू अवर चैनल एंड तिल दें कीप लर्निंग