What's up everyone, welcome back to the channel तो guys, आज हम आचुके हैं almost in the mid of our series और बहुत सारे बच्चों का motivation कम होने लगा है मैं देख रहा हूँ बहुत सारे बच्चों का बीच में classes छुट गई बहुत सारे बच्चे मुझे mail कर रहे थे मेरी pre-boards की वज़े से practical की वज़े से छुट गई बट जो बच्चे लगे हुए हैं लगे रहना तुम बहुत आगे जाओगे, day 10 पे आ गए हैं, बस 11 दिन की बात और रह गई है, याद करो तुमने पहले दिन रिखा था, 20 more days to go, अभी सिर्फ 11 more days to go, तुमने इतनी महनत करी है, ऐसे ही करते रहो, चीज़े perfection के साथ होती चली जाएंगी, आईए चल्दी से शुरू करते हैं तो जो सबसे पहला टॉपिक आज हमें सीखना है वो है second function of management that is organizing सर पहला function हो गया planning हमने plan कर ली चीज़े अलग-अलग तरीके के plan बना लिये future के बाले में पहले से decide कर लिया कि what to do, how to do, when to do ये सब देख लिया अब आगे क्या करना है अब आगे आपको करना होता है grouping of activities, sir grouping of activities का क्या मतलब है, इसका मतलब है बच्चो जो similar nature की activities है ना, मतलब जो एक साथ करी जा सकती है, similar nature की activities को एक department में डाल दो, जैसे जितने भी लोग purchase अच्छे से करते हैं, जिनकी negotiation skills अच्छी हैं, उनको purchase department में डाल दो, जितने भी लोग sales में expert हैं, उनके लिए sales department बना दो, जितने भी लोग production में expert हैं, उनके लिए production department में डाल दो, इससे क्या होगा, एक तो जो चीज जिसको आती है वो ही काम करेगा दूसरा अच्छे तरीके से करेगा वेस्टेज नहीं होगा तीसरा सबसे इंपोर्टेंट चीज क्या होगी तीसरी सबसे इंपोर्टेंट चीज होगी कि specialization आ जाएगा क्योंकि expert है वो production में expert है वो purchase में expert है वो sale में तो जो इंसान जिस चीज में expert है उससे वो ही काम करा जाएगा तो you will get specialization right तो what is organizing it is a process of defining पहले तो define करो कि काम क्या है and grouping the activities of the enterprise फिर activities चीज को ग्रुप करो एंड स्टैबलेश अथॉरिटी रिलेशनशिप्स अमंग दें अथॉरिटी रिलेशनशिप्स का क्या मतलब होता है सर यह क्लियर डिफाइन करो कि कौन सुपीरियर होगा कौन सब ऑडिनेट होगा कि सुपीरियर के अंडर में कितने होनी चाहिए यही ऑर्गेनाइजिंग है ठीक है ऑर्गेनाइजिंग में नेक्स्ट क्या आता है वह डिज़ब प्रोसेस ऑफ ऑर्गेनाइजिंग को कैसे किया जाए तो प्रोसेस बहुत ही आसान है प्लानिंग प्रोसेस था एस डाइज इफ याद है एस डाइज इफ ऑर्गेनाइजिंग प्रोसेस है आईडेई आईडी एई जैसे आईडिया होता है ना वैसे ही आईडेई तो सबसे पहला काम क्या है वो टेस्ट फर्स्ट सबसे पहले आप काम को identify करो उसके बाद आप काम को divide कर दो ठीक है मतलब आप ये देखो कि सबसे बहले आपका काम क्या है उसके बाद similar nature की चीज़े similar departments में डाल के division कर दो into manageable activities so that duplication can be avoided ताकि एक इंसान कोई भी काम दो बार ना करे duplication ना हो किसी भी एक काम को दो इंसान भी ना करे तो duplication से बचेगा जब सबकुछ well defined होगा clear होगा ठीक है दूसरा क्या डिपार्टमेंटलाइजेशन का मतलब है बच्चो डिपार्टमेंट बनाओ आप पहले आप काम आइडेंटिफाई कर लो ग्रूपिंग कर लो अब डिपार्टमेंट्स बना दो जैसे मैंने आपको बोला प्रोडक्शन के लिए अलग बना दो स और गिनाइजिंग लीड्स टू स्पेशलाइजेशन यार नेक्स्ट अब सिर्फ डिपार्टमेंट बना देना सफिशेंट है यहां पर काम करें तो तीसरी चीज क्या लिखी है असाइनमेंट ऑफ ड्यूटीज असाइन करना टू जॉब पोजीशन जो भी पर्टिकुलर जॉब कॉंपिटेंसीज एंड इफेक्टिव परफॉर्मेंसेस अच्छे तरीके से ड्यूटी असाइन करो काम दो क्यों क्या करो काम करेगा, किस तरीके से करेगा, वो बहुत clearly mention कर दो, उसके बाद reporting relationships develop कर दो reporting relationships develop करने का मतलब होता है, बच्चों, ये बताओ कि superior कौन है, superior अब आडिनेट कौन है? एक सुपीरियर के अंडर कितने लोग काम कर रहे होंगे? ये बहुत क्लियरली डिफाइन करो. इसी को हम लोग क्या बोलते हैं?
हाइरार्की आफ मैनेज्मेंट. सर हाइरार्की का क्या मतलब होता है? कि कौन उपर है? लेवल्स बनते हैं न? चल रहा होगा यही hierarchy है यही proper system है authority responsibility relationships are clearly established काफी clearly बहुत clearly defined किया जाता है क्या कि कौन boss होगा कौन orders देगा कौन orders receive करेगा ताकि हर individual अपने विजुअल को पता हो उसने किस से ऑर्डर लेने और किसको वह अकाउंटेबल है किसको उसको जवाब देना है तो सबसे पहले आइडेंटिफिकेशन एंड डिविजिन ऑफ वर्क देन डिपार्टमेंट बनाओ डिपार्टमेंटलाइजेशन देन स्टेप्स आते हैं बच्चों किसके अंदर ऑर्गनाइजिंग प्रोसेस के अंदर पर फेक्ट हो गया सर ऑर्गनाइजिंग क्यों पहले देखो लिखा हुआ है हमें specialization मिलता है भाईया जिसको जो काम आता है जब अब उससे वही काम कराया जाएगा तो उससे अच्छी चीज क्या हो सकती है एक organization के लिए अगर मैं sales में expert हूँ तो मुझे sales department में डाला गया है अगर मैं production में expert हूँ तो मुझे production department में डाला गया तो clarity होगी, confusion नहीं होगा, chaos नहीं होगा, duplication नहीं होगा, wastage बचेगा, तीसरा क्या लिखा है, effective administration, administration काफी effective रहेगा, काफी अच्छा रहेगा, clarity होगी working relationships में, इससे easy होगा आप लोगों के लिए administration, मतलब कि control करना आसान होगा, number 4 optimum utilization of resources, wastage नहीं होगी, duplication नहीं होगा, तो resources का proper utilization हो जाएगा, पाँचवा growth and expansion of business जब specialization होता है wastage नहीं होता तो आप कम पैसे से भी ज़्यादा profit बना पाते हो उस profit को आप use कर सकते हो growth के लिए expansion के लिए और जब काम divided है तो top level के उपर कोई burden भी नहीं है बड़डन भी नहीं है तो वो सोच सकता है creativity लगा सकता है तो growth and expansion of business can add more job positions, departments and product lines इसलिए हम बोलते हैं कि it is very important to organize, to frame departments ये बहुत important होता है ठीक हो गया, importance हो गया guys, steps हो गयी, meaning हो गया organizing का, इसके बाद हमारे पास आता है organizational structure, sir what is organizational structure, organizational structure का मतलब क्या होता है, पहले तो आप ये बताओ, देखो, guys, organizational structure का मतलब होता है, organization का framework, देखो, किसी भी मकान को बनाने से पहले, किसी भी दुकान को बनाने से पहले, किसी भी होटेल को बनाने से पहले, किसी भी construction project को करने से पहले, उसका blueprint होता है, ब्लूप्रिंट बनता है उसका फ्रेमवर्क बनता है कह कौन-कौन से पिलर्स होंगे कहां-कहां पर कितने-कितने रूफ डलेंगी किस तरीके से सारा काम होगा बहुत क्लियर ली पेपर पर डिफाइंड होता है उसी तरीके से यहां पर यह होंगे, कौन-कौन से departments होंगे, ये सब कुछ काफी clearly होना चाहिए, इसी blueprint को हम लोग क्या बोलते हैं, organization structure, तो what is organization structure, it refers to the framework, framework का मतलब blueprint, within which all the managerial tasks are performed, जिसमें सारे के सारे managerial as well as operational, सारे दोनों में क्या फरक होता है, ये managers के लिए, employees के लिए, सारे काम का एक framework पहले से होना चाहिए, the need for organization structure is felt when organization grow inside देखो जैसे आपका organization बड़ा होगा तो आपको एक proper structure की ज़रूरत पड़ेगी आपको विभाग बनाने पड़ेंगे, आपको चीज़े डिवाइड करनी पड़ेंगी, है ना, because coordination becomes difficult due to new functions or increase in the number of products, right, अब कितने प्रकार के structure होते हैं सर, उससे पहले आप ये जानो कि span of management क्या होता है, ये एक number में कई बार आया है, what do you understand by the term span of management, span of management का मतलब होता है बच्चों पैन ऑफ मैनेजमेंट बोलते हैं तो इस पैन ऑफ मैनेजमेंट से ही स्ट्रक्चर डिफाइन होता है कि स्ट्रक्चर किस तरीके से चलेगा एक डिपार्टमेंट में कितने लोग होंगे क्योंकि फेवर ने क्या बोला था एक बॉस होना चाहिए है ना तो एक बॉस कितने लोगों को कर सकता है मैनेज वह सब पैन ऑफ मैनेजमेंट से पता चलता है तो पैन ऑफ मैनेजमेंट राफ्ट नंबर सब्सक्राइब अब स्ट्रक्चर होते हैं बच्चों दो तरीके के एक होता है फंक्शनल एक होता है डिविजिनल ठीक है सर यह फंक्शनल क्या है और डिविजिनल क्या है फंक्शनल स्ट्रक्चर बोलते हैं जब ऑर्गेनाइजेशन में डिपार्टमेंट ने भी एग्जांपल्स दिए वह सब फंक्श एक फंक्शन है फाइनेंस एक फंक्शन है तो जब भी मैं ऐसे डिपार्टमेंट बना रहा हूं काम के आधार पर उसको बोले आता है फंक्शनल स्ट्रक्चर लिखा है इट एन ऑर्गनाइजेशन स्ट्रक्चर फॉर्म्ड बाय ग्रोपिंग ऑफ जॉ� नेचर अकॉर्डिंग टू द फंक्शन ठीक है और हर फंक्शन का एक सेपरेट डिपार्टमेंट बना देना जैसा कंपनी में है सेपरेट डिपार्टमेंट फॉर प्रोडक्शन मार्केटिंग फाइनांस यह कहां पर चलता है जहां पर एक ही प्रोडक्ट है कि भाईया अब सबोर मैं हूं है तो मेरे में कोई बहुत सारे मैं अलग से कोई कपड़े नहीं बेचता कोई मेकअप नहीं बेचता कोई बहुत सारे प्रॉडक्ट नहीं बेचता मैं पढ़ा रहा हूं तो मेरे ऑर्गेनाइजेशन में जितने भी डिपार्टमेंट वह फंक्शंस के बेसिस पर हो स एडवांटेज जिसके होंगे नंबर वन ऑक्यूपेशनल स्पेशलाइजेशन आएगा सर ऑक्यूपेशनल स्पेशलाइजेशन का मतलब होता है ऑक्यूपेशनल स्पेशलाइजेशन का मतलब होता है कि एक डिपार्टमेंट फंक्शंस के बास पर बनावा अब जो प प्रोडक्शन नहीं कर रहा है तो फिर प्रोडक्शन में एक्सपर्ट हो जाएंगे तो मुझे प्रोडक्शन बहुत अच्छे तरीके से हो रहा होगा ऐसी सेल्स वाले सेल्स में एक्सपर्ट है तो सेल्स बहुत अच्छे से हो रहा होगा तो काम का स्पेशलाइजेशन आ रहा होगा वहां पर दूसरा कंट्रोल और कॉर्डिनेशन इजी हो जाएगा भाईया पर्चेस वाले जानते हैं अच्छे से, तो वहाँ पे बच्चो, हमें हमेशा आसान होगा क्या करना, easy होगा control बनाना और coordination बनाना, efficiency बढ़ेगी, जब एक particular काम एकी इंसान कर रहा है, तो cost तो कम आएगा ही न, specialization आएगा तो wastage तो कम हो गई न, तो obvious सी बात है efficiency आएगी, चोथा, lowers the cost, duplication of effort नहीं होगा, cost कम होगा, makes training of employees easier, देखो एक department में एकी skill है, प्रदक्शन में सिर्फ प्रदक्शन वाले हैं, सेल्स में सिर्फ सेल्स वाले हैं, फाइनांस में सिर्फ फाइनांस वाले हैं, तो इस सेनारियों में कितना इजी है ट्रेनिंग करना, अगर एक डिपार्टमेंट में मल्टिपल लोगों जो अलग-अलग काम कर रहे हो, तो उन कि overall organizational goal कभी-कभी यादी नहीं रहता हम लोग अपने ही departments में इतने जादा busy हो जाते हैं कि overall organizational goal कभी यादी नहीं रहता कभी-कभी ऐसा हो जाता है कि बईया purchase इतना जादा व्यस्त है कि बस वो purchase में ही लगा रहा उसने organization के बारे में as a whole number 2 inter-departmental conflicts कभी बार departments में आपस में conflict हो जाते हैं क्योंकि हर department सोचता है कि मेरे तो inter-departmental conflicts कभी बार होते हैं नेक्स लिखा है, problems in coordination between department, यह इससे related ही है, coordination कई बार मुश्किल हो जाती है, due to mismanagement, यह तब ही होती है, जब mismanagement हो, lack of communication हो, तब हो जाता है, but हर organization में, जहाँ पे अलग-अलग departments होंगे, वहाँ पे coordination में absence रहती है, कहीं ना कहीं mismanication हो जाता है, तो यह एक normal सा disadvantage है, जो सब जगा नेक्स्ट आ रहा है बच्चों हमारे पास divisional structure, sir what is a divisional structure, देखो organization में, जो इसमें, organization structure में, जो functional structure था, functional structure बना था functions के आधार पे, विजिनल बनता है बच्चों प्रोडक्ट के आधार पर अगर मैं एक ऐसी कंपनी हूं जो तीन प्रोडक्ट बनाते हैं मैं गार्मेंट भी बनाता हूं मैं फूटवेयर भी बनाता हूं और मैं ब्यूटी प्रॉडक्ट भी बनाता हूं तो मेरा ऑर्गेनाइजेशन footwear, beauty products, फिर garment के अंदर production, sale, marketing, finance होगा, ऐसे ही footwear के अंदर production, sale, marketing, finance होगा, ऐसे ही cosmetics के अंदर production, sale, marketing, HR, finance होगा, तो इसका मतलब यह है कि functions के basis पर तो होगा ही होगा, प्राइम आफ ऐसा ही सबसे पहले अगर देखा जाए तो सबसे पहले पहली नजर में जो डिपार्टमेंट बनेंगे वो प्रॉडक्ट के बेसिस पर बनेंगे अगर आप मल्टिपल प्रॉडक्ट चलाते हो है ना कि भईया ये हमारा गार्मेंट का डिपार्टमेंट है ये नोटवेयर का डिपार्टमेंट है हमारा कॉस्मेटिक का डिपार्टमेंट है तो जब सिंगल प्रॉडक्ट कंपनी होती है एक प्रॉडक्ट होती है तो वहां पर तो फंक्शन के अधार पर बन सकता है बट अगर मल्टी प्रॉडक्ट कंपनी है तो पहले जो डिपार्टमेंट चल देखने को मिलता है ठीक है देखो क्या लिखा है डिजाइन ऑर्गेनेशन स्ट्रक्चर इन विच डिपार्टमेंट्स आर प्रियेटेड ऑन द बेसिस ऑफ प्रॉडक्ट्स एक्सेंपल अलार्ज कंपनी में है फूट वेयर एंड गार्मेंट्स इस डिविजन इस multi functional क्योंकि हर department में further production भी होगा marketing भी होगा finance भी होगा divisional structure उनको चलता है जिनके बाद large variety of products होते हैं in general अगर आपको समझ में नहीं आ रहा case study में multi product single product नहीं लिखा वा तो तो यूज़वली बच्चो 95% of the companies में functional structure चलता है, divisional बहुत कम companies में चलता है, उनमें चलता है जो बहुत ही बड़ी companies हैं, और जो multi product companies हैं, ठीक है, next क्या है, इसके क्या advantages होंगे, इसमें product specialization आएगा बच्चो, उसमें occupational specialization आया था, इसमें product का specialization आएगा, वो garments related काम कर रहे होंगे, अब garments के अंदर फिर further divisions हैं, फंक्शनल स्पेशलाइजेशन नहीं आ पाता, वहाँ पे प्रोड़क्ट स्पेशलाइजेशन आता है बस, ठीक है, तो यहाँ पे हमें प्रोड़क्ट स्पेशलाइजेशन देखने को मिलता है, दूसरा फ्लेक्सिबिलिटी इनिशेटिव रहता है, फ्लेक्सिबिलिटी इनि divisional heads are accountable for profits अब यहाँ पे आप accountability भी आसान है कि भईया अगर goals नहीं पूरे हुए तो आप तीनों का P&L balance sheet उठा के देख लो कि भईया कौन सा department profit नहीं बना के दे रहा क्या वो department आप गार्मेंट से क्या वह डिपार्टमेंट फूटवेयर है क्या वह डिपार्टमेंट आपका कॉस्मेटिक्स है कौन सा डिपार्टमेंट तो बात होनी ही है राइट नेक्स्ट आता है बच्चों हमारे पास इसके लिमिटेशंस क्या है फिर से वही प्रॉब्लम डिविजियल इंटरेस्ट में शुब्द और नशिट रहा है कि जो डिविजियन है जो डिपार्टमेंट है वह अपने बारे में सोचे और नशिट बारे में ना सोचे तो यह वहां भी आया था यहां भी आता है कॉमन है ठीक है जी तो यह हो गया है चोहर बास ओर्ग्नाइजेशनल स्ट्रक्चर अ इस ट्रक्चर के बाद हम इसमें क्या पड़ते हैं इस ट्रक्चर के बाद बच्चों हम लोग इसमें पड़ते हैं एक छोटा सा टॉपिक जिसको हम लोग बोलते हैं एक ऑर्गेनाइजेशन कितने तरीके का हो सकता है तो एक ऑर्गेनाइजेशन बच्चों तरीके का हो सकता है कौन-कौन सा फॉर्मल और इनफॉर्मल एक ऑर्गेनाइजेशन को हम दो पार्ट में डिवाइड कर सबसे पहले यह समझो बच्चों, informal organization कोई नहीं बनाता, informal का मतलब ही क्या होता है, informal का मतलब है जहांपे कोई rule regulations नहीं है, जहांपे कोई boss नहीं है, जहांपे कोई authority responsibility नहीं है, जहांपे कोई superior subordinate relationship नह��ं है, कोई भी किसी से कहीं भी कुछ भी बात कर रहा है, यह informal है, informal तो parties होती है, informal तो functions होते है, informal तो events होते है, यह informal होते है, organizations हमेशा formal होती है, formal में से informal group, ग्रुप्स बनते हैं जैसे जब मैं किसी ऑर्गेनेजेशन में काम करने के लिए जाऊंगा बच्चों तो वहां पर एक डिसिप्लिन होगा फिक्स टाइम होगा आने का फिक्स टाइम होगा जाने का वहां के कुछ रूल्स रेगुलेशन होंगे वहां पर कोई मेरा बॉस होगा किसी का बॉस मैं हूंगा वहां पर मैं सब कुछ ओवर दामेल कॉम्यूनिकेशन करूंगा वहां पर कॉम्यूनिकेशन के भी कुछ रूल्स रेगुलेशन होंगे तो यह एक फॉरमल के साइन है राइट अब जब हम एक ऑर्गेनेजेशन और फिर हम मिलके कहीं lunch कर रहे हैं, आपस में बैठके तो वहाँ पे कुछ चर्चा कर रहे हैं, अब वो बन गया informal, तो formal के अंदर से ही informal निकल के आता है, सबज गए, formal क्या है, it refers to the structure which is designed by the management, management बनाता है to achieve its objectives, informal कोई management नहीं बनाता, ठीक है, क्या होगा, features क्या होगे formal के, यह deliberately बनाया जाएगा, मतलब rules, regulations तो भी यह deliberately बना होगे न, यहाँ पे सब कुछ बहुत clearly special, specify होता है फॉर रिपोर्ट टू हूं यहां पर फोकस काम पर होता है इंटर पर्सनल रिलेशनशिप्स पर नहीं होता आपकी मेरी कितनी फ्रेंडशिप है इससे कोई मतलब नहीं है इन्हें चाहिए का ठीक है नेक्स्ट क्या है जब आप ऐसा करोगे तो क्या एडवांटेज दोंगे देखो सब कुछ क्लियर डिफाइंड होता है तो रिस्पॉंसिबिलिटी कि यह किसने बुरा काम किया ढूंढना बहुत आसान है क्योंकि सब कुछ वेल डिफाइंड है डूप्लीगेशन नहीं होता क्योंकि क्लारिटी है यूनिटी ऑफ कमांड बना रहता है आपने चेन बनाई विश्वपीर पहले से डिफाइंड है तो एक जगह से ऑडर होते हैं क्योंकि एक फ्रेमवर्क बहुत वेल डिफाइंड है किसी भी चीज का डूप्लीकेशन नहीं है कॉस्ट कम रहेगी ग्रोथ में इजी होगा तो गोल्स अचीव हो जाएंगे उसके बाद स्टेबिलिटी रहेगी और गनाइजेशन में सर कैसी स्टेबिलिटी रहेगा करना कि से बेस कैसे बात करनी है तो देवल बी स्टेबिलिटी राइट नेक्स्ट क्या है बच्चों लिमिटेशन क्या है इसके नंबर वन कई बार प्रोसीजरल डिले हो जाता है प्रोसीजरल डिले का मतलब देखो चेन एक्सीजन फिर से वही बात है कि टॉप लेवल लेगा सुपीरियर ले लेगा तो नीचे वालों का टैलेंट वेस्ट हो रहा है उसके बाद नॉन फुल्फिलमेंट ऑफ सोशल नीड अब हर इंप्लॉई की सोशल नीड होती है कि मैं ऑर्गेनाइजेशन में जाकर बोलेंगे नॉन फुल्फिलमेंट और है सोशल नीड का सोसाइटी की नीड का ध्यान नहीं रखा जा रहा ठीक है जी नेक्स्ट आता नहीं करी कि आप अलग से friends बनाओ, आप एक साथ बैठे, उठे, आपने हसी मजाग करी, आपको अपने जैसे लोग मिल गए, friendship हो गई, तो it is a network of personal and social relations, अब देखो यहाँ पे कोई भी formal नहीं है, यहाँ पे कुछ भी काम से related नहीं है, सब personal and social relations है, जब लोग इक दूसर से associate करते हैं, तो बन जाते हैं, ठीक है, जैसे cricket matches खेल रहे हैं, right, यह सब चलता है, यह formal में से ही निकल के आता है, spontaneously बन जाता है, रेंडमली कभी भी किसी से भी फ्रेंडशिप हो जाती है यार कोई फिक्स लाइन आफ कॉम्युनिकेशन्स नहीं होती कोई भी स्टैंडर्ड्स ओफ बिहेवियर नहीं होता इसके अंदर कोई कैसे बिहेव करेगा ऐसा कुछ फिक्स नहीं होता बईया मौज मस्ती करते हैं दोस्त आपस में इसके अडवांटेज इस हो जाते हैं कई बार कि भाई या फॉरमल में लोग बिचारे कई बार डीमोटिवेटिट होते हैं तो इन फॉरमल में जाकर थोड़ा खुश हो जाते हैं काम करते रहते हैं ठीक है इसके डिसएडवांटेज इसके होंगे सर कई बार रिमर स्प्रेड हो जाते हैं गलत चीजें स्प्रेड हो जाती है रिजिस्टेंस टू चेंज कई बार लोग थोड़ा सा एक दूसरे से बात करते उसके बाद मेंबर्स कई बार ग्रुप नॉर्म्स को फोकस करते रहते हैं बस वहीं बिहेवियर वह फॉरमल में भी ले आते हैं तो और ग्नाइशन के लिए ये चीज़े अच्छी नहीं है ये यहाँ पे लिखा है ठीक है जी इसके बाद formal informal हो गया done है sir, sir क्या बचा chapter में एक last topic बचा बचो वो क्या है लास्ट टॉपिक इस डेलिगेशन सर क्या होता है ये डेलिगेशन बच्चो डेलिगेशन का मतलब बहुत सिंपल है मैं आपको बता दू जब भी आपका ओर्गिनाइजेशन ग्रो करेगा अगर आप अकेले ही सब कुछ करने की कोशिश करोगे तो आप कुछ भी नहीं कर पाओगे आपको अपने साथ लोगों को जोड़ना ही पड़ेगा आपको टीम बनानी ही पड़ेगी जब आप टीम बनाओगे तो आप अपना काम थोड़ा आगे लोगों में बाटोगे जब आप अपना काम थोड़ा थो� बर्डन लेस हो जाते हो आपके ऊपर से बर्डन कम हो जाता है तो आप क्रिएटिवली सोच सकते हो तो नो मैटर हॉट केपेबल अ मैनेजर है इस ही कन नोट डू ऑल द वर्क्स ऑन इस ओन ही नीड टू ट्रांसफर सम वर्क टू इस इमीडियेट सबॉर्डिनेट मैं उसको transfer करूँगा, ठीक है, entrustment of responsibility, जिम्मेदारी भी देता हूँ, और accountability भी बनाता हूँ, accountability का मतलब आपको जवाब भी देना पड़ेगा, अगर आपने अच्छा perform नहीं किया तो, ओके, however, delegation doesn't mean abdication, इसका मतलब ये नहीं है कि मैं अपने काम से भागूँगा, ठीक है, ज जवाब तो मुझे ही देना पड़ेगा, delegation का मतलब काम चोरी नहीं है, delegation का मतलब है कि आप अपना burden थोड़ा सा कम कर सकते हो, आपको जिन लोगों पे भरोसा है कि ये अच्छा काम कर सकते हैं, उनको आप काम जरूर दे सकते हो, लेकिन जवाब देई से नहीं भाग सकते हैं, अभी भी accountable रहेगा, next क्या है, elements of delegation, sir delegation में क्या आता है, delegation में बच्चों तीन elements होते हैं, सबसे पहला होता है authority, sir what is authority, authority is the power to take decisions, जब आप किसी organization प्रश्न में जाओगे तो आपको कोई ना कोई पोस्ट दी जाएगी उस पोस्ट से रिलेटिड आपको पावर भी मिलेंगी उसको बोलते हैं थॉरिटी का मतलब क्या है राइट ऑफ एंडिवीजुअल टू कमांड सब्वाइडिनेट यह कहां से आता है रहे हो जिस position पर उससे related powers आपके पास आएंगी flow क्या है it flows from top to bottom top to bottom कैसे चलता है superior बोल सकता है subordinate को कुछ भी कि ये करके दिखाओ तो जो उपर होता है वो नीचे वाले को समझा सकता है तो ये top to bottom चलता है delegation हो सकता है का पर है तो उसका subordinate ही तो उस position को take over करता है ना तो इसी तरीके से काम चलता है तो authority का मतलब क्या है the power to take decisions, it can be delegated, next होता है बच्चो responsibility, responsibility का मतलब है जिम्मेदारी, अब आपको जो job position दी गई है, आपको उसके साथ जिम्मेदारी भी मिली, तो it is the obligation to perform the assigned duty, ये कैसे आती है responsibility, delegated authority से, मतलब अगर A ने B को कोई काम दिया, authority delegate कर दी, तो जिम्मेदारी आ गई B के पास, सिर्फ काम नहीं आता, principles में पढ़ा था, FIOL ने बताया था, सिर्फ authority नहीं आएगी, responsibility भी आएगी, right?
आगे लिखा हुआ है flow ये उपर की तरफ चलती है, उपर की तरफ क्यों चलती है, क्योंकि नीचे वाला उपर वाले को responsible होगा न, बताएगा न वो उसको कि हाँ भाईया मेरी जिम्मेदारी है, उसके बाद delegation आप completely नहीं कर सकते, आप जिम्मेदारी से पूरा नहीं भाग सकते Being Answerable for the Final Outcome, कहां से आता है, यह Responsibility से आता है, जब आपको जिम्मेदारी मिली तो जवाब भी देना पड़ेगा, यह भी उपर की तरफ चलता है, अगर A ने B को कोई काम दिया, तो भी बी को जवाब देना पड़ेगा कि क्यों नहीं करा, है ना, और Delegation नहीं हो सकता, जिसकी ज this cannot be delegated accountability delegate नहीं कर सकते delegation समझ में आ गया बच्चो last topic आता है बेटा जी हमारे पास decentralization अच्छा एक बात ध्यान रखना हमारे पास importance of delegation and importance of decentralization ये लगबख similar similar होते हैं मतलब ये दोनों almost same है ये मैं अभी आपको सिखाऊंगा सबसे पहले आप decentralization सीख लो कि decentralization है क्या तो बच्चो decentralization का एक सुपीरियर ने एक सबोर्डिनेट को ट्रस्ट करके उसको पावर्स दी सुपीरियर ने सबोर्डिनेट को है ना डिसेंट्रलाइजेशन का मतलब होता है कि आपने ओर्गेनाइजेशन ही इस तरीके से बनाया कि हर लेवल को आपने पावर दी विए टॉप लेवल भी डिस भी आपने फियॉल के प्रिंसिपल्स में बढ़ा था Centralization क्या था जब Decision Making सिर्फ Top Level करता है Decentralization क्या था जब Decision Making हर लेवल में बटी होती है तो Delegation मात्र दो लोगों के बीच में होती है उसी Delegation को अगर पूरे Organization में बात दिया जाए यानि Delegation का ही Extended Version उसको हम decentralization बोलते हैं It refers to the systematic delegation of authority through all the levels, all the departments Decentralization implies selective dispersal of authority And believes that people are competent जब ये देखा जाता है कि आपके organization में लोग competent है, capable है, resourceful है तो वहाँ पे आप थोड़ा सा अपना time save करने के लिए powers को आगे distribute कर देते हो इसी को हम decentralization बोलते हैं है ठीक है तो delegation बच्चों कोई confusion नहीं होना चाहिए delegation बस दो ही लोगों के बीच में होता है हर organization को करना ही पड़ता है decentralization पूरे levels पूरे organization में powers बातना यह जरूरी नहीं है हर organization करेगी यह आपकी इच्छा है this is your wish कि आपको करना है या नहीं करना है delegation करना ही पड़ता है वो एक deliberate process है इसके बाद बच्चों दोनों में difference आ जाता है यह आपको और clarity दे देगा nature देखो यह compulsory है यह optional है आप करो या ना करो इसका purpose burden कम करना होता है manager का उसका purpose role बढ़ाना होता है subordinates का freedom यहाँ पे superior का ज़ादा control होता है वहाँ पे कम control होता है तो इसलिए ज़ादा freedom है तीसरा scope यह limited है वो काफी wide है clarity आ गई, ठीक है, अब merits of delegation देख लो पहले, जब मैं अपने subordinate को काम दूँगा, तो क्या होगा, number one, effective management, अच्छा management कर पाऊंगा, क्योंकि मुझे अब समय मिलेगा, मैं manager हूँ, मैंने अपना थोड़ा सा काम अपने lower level वाले इंसान को दे दिया, तो मैं अच्छे तरीके से काम कर सकता हूँ, number two, उसका development होगा, तीसरा, वो काफी motivated feel करेगा, इसका मतलब मैं अच्छा काम कर रहा हूँ employees तो बहुत सारे हैं बस मुझे ही क्यों चुना गया तो उसका motivation बढ़ता है उसके बाद growth होती है growth क्यों होती है क्योंकि आप पहले से ही आने वाले managers ready कर रहे हो आपने जिसको responsibility दिया अगर उसने अच्छा करा तो आप growth देख सकते हो management hierarchy काफी clearly superior subordinate relationship यहाँ पे दिख रही है तो management hierarchy डेवलप होती है better coordination ओवरलापिंग नहीं होता सारी चीज़े perfect होती है तो coordination बढ़िया बना बना रहता है यह बच्चों डेलिगेशन की इंपोर्टेंस में आता है डी सेंट्रलाइजेशन इसी का एक्सटेंड वर्जन है ऑलमोस्ट सेम इंपोर्टेंस है देखो रिलीफ टू था टॉप मैनेजमेंट क्यों रिलीफ है क्योंकि डिसीजन मेकिंग हर लेवल दिखता है कि कौन अच्छा काम कर रहा है कौन बुरा काम कर रहा है नेक्स्ट ग्रोथ होती है काफी ज्यादा ग्रोथ देखने को मिलती है प्रोडक्टिविटी बढ़ती है ऑर्ग्नाइजेशन की डिसीजन मेकिंग क्विक होती है क्योंकि अब आसान रहेगा तो यह था बच्चों हमारे पास डिसेंट्रलाइजेशन डिलीगेशन डिसेंट्रलाइजेशन पर सवाल आता ही आता है तो कृपया करके इसको NCERT से बहुत अच्छे से पढ़े और इसी के साथ ladies and gentlemen हमारा organizing भी समाप्त हो जाता है तो part A के भी हमने 5 chapters कर लिये 1, 2, 3 planning, organizing आज आपके पास खाफी काम रहेगा पूरा chapter आपको learn करना है एंसी आटी रीडिंग लगानी है लिख के देखना है भाईया यह हेडिंग सब लिखनी है बिना लिखे मत चलना जब तक नहीं लिखोगे मज़ा नहीं आएगा तो लिख के चलना चीजें बढ़िया होती चले जाएगी और राइट तो आज के लिए गाइस बि comment section में हाजरी ज़रूर लगा देना सब लोग, ताकि अच्छा motivation बना रहे, आपको भी अच्छा लगेगा कि हाँ यार daily पढ़ाई हो रही है, right, मिलता हूँ थोड़ी देर के बाद accounts की videos में, till then see ya, take care, bye bye.