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मार्केटिंग का महत्व और परिभाषा

Sep 9, 2024

मार्केटिंग का अर्थ

  • मानव की आवश्यकताएं और इच्छाएं:

    • मानव की कुछ आवश्यकताएं (needs), इच्छाएं (wants) और मांग (demand) होती हैं।
    • ये आवश्यकताएं, इच्छाएं और मांग किसी भी उत्पाद (product) द्वारा पूरी की जाती हैं।
    • उत्पाद किसी भी रूप में हो सकता है - वस्त्र (good), सेवा (service), या अन्य।
  • उत्पाद का स्रोत:

    • उत्पाद विभिन्न निर्माण सेवाओं या प्रदाता कंपनियों द्वारा प्रदान किया जाता है।
    • मानव की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उत्पाद विकसित किया जाता है।

मार्केटिंग की परिभाषा

  • फिलिप कोटलर की परिभाषा:

    • "मानव की आवश्यकताओं और इच्छाओं को लाभकारी तरीके से पहचानना और संतुष्ट करना।"
  • American Marketing Association की परिभाषा:

    • "मार्केटिंग एक संगठनात्मक कार्य है और प्रक्रियाओं का सेट है जो ग्राहकों के लिए मूल्य बनाने, संवाद करने और वितरित करने का कार्य करता है।"

मार्केटिंग प्रबंधन

  • मार्केटिंग प्रबंधन का अर्थ:

    • मार्केटिंग को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की कला और विज्ञान।
    • लक्ष्य बाजार का चयन और ग्राहकों को बनाए रखना।
  • मार्केटिंग प्रक्रिया:

    • आवश्यकताओं और इच्छाओं का अध्ययन।
    • उत्पाद की योजना बनाना, विकसित करना और विपणन करना।

मार्केटिंग के कार्य

  • उत्पाद की ब्रांडिंग:
  • प्राइसिंग:
  • प्रमोशन:
  • स्टोरेज और वेयरहाउसिंग:
  • परिवहन:

मार्केटिंग का महत्व

  • ग्राहक को संतोष प्रदान करना:

    • ग्राहक की संतुष्टि के लिए उत्पाद और सेवाओं की पेशकश करना।
  • लाभदायक बिक्री वॉल्यूम उत्पन्न करना:

    • संगठन के लिए लाभदायक बिक्री की मात्रा का सृजन करना।

मार्केटिंग के प्रकार

  • उत्पादों की मार्केटिंग:
    • वस्त्र, सेवाएं, अनुभव, व्यक्तित्व, स्थान, विचार आदि।

मार्केटिंग के प्रमुख टर्म्स

  • मार्केट प्लेस:

    • वह स्थान जहां भौतिक रूप से उत्पादों की बिक्री होती है।
  • मार्केट स्पेस:

    • ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Amazon, Flipkart आदि।
  • मेटा मार्केट:

    • संबंधित उत्पादों का समूह जो एक ही स्थान पर उपलब्ध हो।

मार्केटिंग के मूल सिद्धांत

  • आवश्यकताएं, इच्छाएं, मांग:
    • मार्केटिंग का कोर कॉन्सेप्ट।
  • उत्पाद:
    • जो ग्राहक की आवश्यकताओं को पूरा करता है।
  • एक्सचेंज:
    • उत्पादों का आदान-प्रदान।
  • मूल्य और संतोष:
    • ग्राहकों और मार्केटर्स के लिए प्राप्त लाभ।

निष्कर्ष

  • मार्केटिंग का मूल सिद्धांत:

    • आवश्यकताएं, इच्छाएं, मांग, उत्पाद, एक्सचेंज, मूल्य और संतोष।
    • ये सभी मार्केटिंग की बुनियाद हैं।
  • मार्केटिंग का सार:

    • मानव की आवश्यकताओं को पहचानना और उन्हें संतुष्ट करना।
    • लाभ प्राप्त करना।