महत्वपूर्ण घटनाएँ: 24 अप्रैल
शुरुवात
- अमेरिका व अन्य विक सित देशों की तरह भारत में भी महामारी प्रभावी लेकिन सरकार ने किया शानदार काम
- ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण दिन
24 अप्रैल की महत्वपूर्ण घटनाएँ
भगवान सचिन तेंदुलकर का जन्मदिन
- क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का जन्मदिन
- उनके अद्वितीय योगदान को सराहा गया
केशवानंद भारती केस
- 24 अप्रैल 1973 का निर्णय
- भारत के संविधान में जोड़ने वाला आधारभूत संस्थान
- सुप्रीम कोर्ट ने संविधान में बदलाव के अधिकार को सीमित किया
- संसद की शक्ति संशोधन करने में तय की गई
पंचायती राज दिवस
- 24 अ प्रैल 1993: 73वां संविधान संशोधन अधिनियम लागू
- पंचायती राज संस्थाओं की स्थापना का मार्गप्रस्थ
- लोकल गवर्नेंस को मजबूत बनाने का महत्वपूर्ण कदम
आर्टिकल्स और संविधान
भाग 3 और भाग 4
- भाग 3: मौलिक अधिकार (Fundamental Rights)
- भाग 4: राज्य के नीति-निर्देशक तत्त्व (Directive Principles of State Policy)
- आर्टिकल 13: मौलिक अधिकारों की सुरक्षा
- आर्टिकल 32: मौलिक अधिकारों की सीमा
- आर्टिकल 36-51: राज्य के नीति-निर्देशक तत्त्व
संविधान के संशोधन की प्रक्रिया
- आर्टिकल 368: संविधान में संशोधन की ताकत
- विभिन्न संशोधन: 24th, 25th, 26th
- मूल ढांचे का सिद्धांत: संविधान के बुनियादी ढांचे का हरण नहीं हो सकता
महत्वपूर्ण संशोधन और फैसले
प्रथम संविधान संशोधन: 1951
- संपत्ति के अधिकार का प्रारंभिक संशोधन
- राज्य सरकारों के हक़ में कई कानून पारित
शंकरी प्रसाद बनाम भारत संघ केस
- 'मूल अधिकार' और 'संविधान संशोधन' में अंतर को स्थापित किया
गोलकनाथ केस
- संसद की शक्ति को 1967 में सीमित किया
- सुप्रीम कोर्ट ने संसद को संविधान के मौलिक अधिकारों को बदलने से रोका
केशवानंद भारती केस: 1973
- संविधान का बेसिक स्ट्रक्चर सिद्धांत दिया
- संसद की शक्ति सीमा के भीतर तय
- निर्णय ने भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाया
24th, 25th, 26th संशोधन
- संपत्ति अधिग्रहण और न्यायायिक समीक्षा पर महत्वपूर्ण बदलाव
- राजाओं के भत्ते (Privy Purse) का अंत
- भूमि सुधार कानून
समापन
- 24 अप्रैल का दिन भारत के संवैधानिक इतिहास में अतिमहत्वपूर्ण है
- संवैधानिक मूल ढांचे की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण निर्णय
- पंचायती राज दिवस का ऐतिहासिक महत्त्व
नोट: यह नोट्स 24 अप्रैल से संबंधित बड़े घटनाओं और परिवर्तन को सारांशित करते हैं।