राष्ट्रवाद और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

Jul 21, 2024

राष्ट्रवाद और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

जीवन की मुश्किलें और समस्याओं से निपटना

  • जीवन में मुश्किलों का सामना करके ही समस्याओं का समाधान होता है।
  • जब कॉन्फिडेंस कम हो, गोल और एम को याद रखें।
  • समस्याओं का मुकाबला करते समय संयम और धैर्य रखना चाहिए।

क्लास की शुरुआत और देशभक्ति का महत्व

  • देशभक्ति का महत्व बताते हुए क्लास की शुरुआत की गई।
  • भगत सिंह जी के बलिदान का उदाहरण दिया गया।
  • छात्रों का उत्साह बढ़ाया और उनके समर्थन की सराहना की गई।

राष्ट्रीय आंदोलन और भारत का स्वतंत्रता संग्राम

  • ईस्ट इंडिया कंपनी और ब्रिटिश शासन का धीरे-धीरे भारत में पैर जमाना।
  • 1757 का प्लासी का युद्ध और बक्सर का युद्ध (1764) का महत्व।
  • 1757-1857 का कंपनी फेस और 1857-1947 का क्राउन फेस।

महात्मा गांधी और सत्याग्रह

  • गांधी जी का सत्याग्रह दक्षिण अफ्रीका में सफल रहा।
  • भारत आने के बाद चंपारण सत्याग्रह (1917), खेड़ा सत्याग्रह (1918), अहमदाबाद मिल स्ट्राइक (1918)।

रोलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड

  • 1919 का रोलेट एक्ट: बिना वारंट के गिरफ्तारी का अधिकार।
  • जलियांवाला बाग की घटना (13 अप्रैल 1919), जनरल डायर का अमानवीय कृत्य।

खिलाफत आंदोलन और नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट

  • खिलाफत आंदोलन का महत्व और गांधी जी का समर्थन।
  • नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट (1920) का उद्देश्य और प्रभाव।
  • आंदोलन का विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव, किसानों और उद्योगपतियों की भूमिका।

भारतीय राजनीति में बदलाव और कांग्रेस की भूमिका

  • साइमन कमीशन (1928) और इसके प्रति भारत का विरोध।
  • कांग्रेस का 1929 लाहौर अधिवेशन: पूर्ण स्वराज की घोषणा।
  • 26 जनवरी 1930 को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय।

सविनय अवज्ञा आंदोलन और दांडी मार्च

  • नमक कानूनों के खिलाफ दांडी मार्च (1930) और गांधी जी का नेतृत्व।
  • सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930-1934) और इसका व्यापक प्रभाव।

द्वितीय विश्व युद्ध और भारत छोड़ो आंदोलन

  • इंग्लैंड की द्वितीय विश्व युद्ध में भागीदारी और भारत का प्रतिक्रिया।
  • भारत छोड़ो आंदोलन (1942) का उद्देश्य और गांधी जी का 'करो या मरो' का नारा।

स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख घटनाएं और नेताओं की भूमिका

  • भगत सिंह और अन्य क्रांतिकारियों की भूमिका।
  • हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) और क्रांतिकारी गतिविधियाँ।
  • भारतीयों के संघर्ष का वर्णन और स्वतंत्रता के लिए उनका बलिदान।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में संस्कृति और कला का योगदान

  • वंदे मातरम् और जनता की एकजुटता।
  • भारत माता की छवि और स्वदेशी आंदोलन।
  • लोक कथाएँ और उनका पुनर्नवीनीकरण।

मैप वर्क (महत्वपूर्ण स्थान)

  • नागपुर, कोलकाता, मद्रास, लाहौर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण अधिवेशन।
  • जलियांवाला बाग (पंजाब), खेड़ा, अहमदाबाद, दांडी (गुजरात): महत्वपूर्ण आंदोलन केंद्र।
  • चंपारण (बिहार), चोरी चौरा (यूपी): महत्वपूर्ण किसान आंदोलन।

यह पूरा लेक्चर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का एक व्यापक विवरण प्रदान करता है। विभिन्न आंदोलनों, नेताओं और घटनाओं के माध्यम से, यह हमें स्वतंत्रता प्राप्ति के संघर्ष की याद दिलाता है।