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फसल प्रबंधन और ऑयल सीड्स

Dec 14, 2024

एग्री कोचिंग चंडीगढ़: फील्ड क्रॉप्स पर लेक्चर

परिचय

  • आज का विषय: एग्रोनॉमी के फील्ड क्रॉप्स
  • फोकस: ऑयल सीड क्रॉप्स
  • मुख्य फसलें: कास्टर, नाइजर, और अतिरिक्त फैक्ट्स

मुख्य ऑयल सीड क्रॉप्स

वीट और अन्य फसलें

  • पहले पढ़ी फसलें: वीट, राइस, मेज, सुर्गम, सुगर केन, पाल्मलेट, सुगर बीट
  • वर्तमान में चर्चा: ग्राउंड नट, मस्टर्ड, सोयाबीन, सीसम

कास्टर (Ricinus communis)

  • हिंदी नाम: अरंडी
  • उपयोग: पेंट, पॉलिशिंग, फ्यूल, हेयर केयर
  • महत्वपूर्ण बिंदु:
    • फैमिली: Euphorbiaceae
    • क्रोमोजोम संख्या: 20
    • उत्पत्ति: इथियोपिया, ईस्ट अफ्रीका
    • सीड में 48-56% तेल
    • ट्राईग्लिसराइट्स की उपस्थिति
    • रेसिनोलिक एसिड: 90%
  • उत्पादन में अग्रणी: भारत (गुजरात का 56% हिस्सा)

नाइजर

  • बॉटैनिकल नाम: Guizotia abyssinica
  • फैमिली: Asteraceae
  • उत्पत्ति: भारत
  • उपयोग: खाना पकाने का तेल, कंफेक्शनरी
  • ऑयल कंटेंट: 35-40%

महत्व और उपयोग

  • कास्टर: इडिबल ऑयल नहीं, इंडस्ट्रियल उपयोग में
  • नाइजर: इडिबल ऑयल के रूप में यूज़

फसल प्रबंधन

कास्टर

  • तापमान: 20-26°C
  • पीएच: 5.5-6.5
  • प्लांट पॉपुलेशन: 45-60 हजार प्रति हेक्टेयर
  • सीड रेट: 10-15 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर

नाइजर

  • तापमान: 18-23°C
  • पीएच: 5.5-7.5
  • रेनफॉल: 1000-1300mm
  • सीड रेट: 5-8 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर

फसल रोग और कीट

  • कास्टर में कम कीटनाशक की ज़रूरत
  • नाइजर में शेटरिंग की समस्या

फसल वैरायटी

  • कास्टर: Aruna, Gautch
  • नाइजर: IGP 76

अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

  • भारत में प्रमुख ऑयल सीड्स: ग्राउंड नट, मस्टर्ड
  • प्रोटीन स्रोत के रूप में महत्वपूर्ण: दालें, जैसे मूंग, उड़द

समापन

  • आज की कक्षा में कवर की गई सारी जानकारी ने विभिन्न ऑयल सीड क्रॉप्स के बारे में अच्छी अंतर्दृष्टि प्रदान की।

अगली कक्षा में पल्सेस के बारे में विस्तृत चर्चा होगी।