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कोशिका विज्ञान का पहला लेक्चर

हेलो बेसी फर्स्ट चैनल सुटेंट कैसे हो सभी वेलकम टू माय यूट्यूब चैनल नॉलेज अड्डा तो आज की वीडियो में हम लोग डिस्कस करने वाले हैं सेल बियोलाजी का लक्षर नंबर फर्स्ट जिसका नाम है कोशिका जिसे हम लोग कहते हैं दस सेल वीडियो मिल जाएगा आप लोग इजली वहां पर स्क्रीन सॉट ले सकते हो यह हमारा लायन बैच है बहुत सारे टॉपिकल लिंक आपको इस डिस्क्रेशन बॉक्स में भी मिल जाएगा बेसिस जूलॉजी का या फिर किसी भी टॉपिक ऑफ नॉलेज एंडर के लाइन बैच क बड़ी जाएंगे चले स्टार्ट कर लेते हैं आज पर टॉपिक जिसका नाम है द यह पर डाइग्राम देख सकते हो आगे चलकर मैं आपको और भी क्लियर डाइग्राम दिखाऊंगे उसे अच्छे से एक्सप्लेंट करूंगे सबसे पहले उनके इंट्रोडक्शन तो इसलिए हम बहुत सकते हैं कि जो से होती है वह इसमाल यूनिट होती है एक एग्जांपल के थ्रू समझे जैसे हम कोई भी घर बनाते हैं तो घर बनाने के लिए हमें छोटे-छोटे इटो क्या सकता होती है इटो को जोड़-जोड़ करके करें सभी का जो सरीर होता है वह सेल से ही मिलकर के बना होता है छोटे-छोटे यूनिट से ही मिलकर के बना होता है आगे जब मैं आपको डाइग्राम दिखाऊंगी तो आप लोगों को और अच्छे से क्लियर हो जाएगा आगे सेकंड पॉइंट देखें यहां पर कहा जा रहा है सेल इस द इस्ट्रक्शनल एंड फंक्शनल यूनिट ऑफ लीविंग ऑर्गेनिज्म यहां पर देखें इस्ट्रक्शनल इस्ट्रक्शनल कहने का मतलब है कि जो हमारी सरी की सर्रचना है वह कुछ इससे ही मिल करके बना हुआ है है जो हमारा परिवर्ष प्रकार से आपको शिक्र से मिल करके बना है तो हम यह बहुत सकते हैं कि यह जो सेल होता है वह स्ट्रक्शनल यूनिट होता है सेकंड नंबर में देखो यहां पर क्या जा रहा है फंक्शनल जो कोशिका होती है जो सेल होती है वह उससे कार्य करती है जब हम लोग कोशिका के कार्यों को अध्यान करेंगे तो उसमें भी आपको पता चाहेगा कि जो सेल भी कहा जाता है ऑफ लीविंग ऑर्गेनिज्म यहां तक समझ में आ गया इंग्लिश में भी है हिंदी में भी आप वीडियो के सकते दे दूंगे ना मतलब इसमें यह कहा जा रहा है कि जो कोशिका होती है वह किसी भी लिविंग बिंग की या फिर जो जीवित ऑर्गेनिस्म है उनका सरचनात्मक एवं कार्यात्मक इकाईक होता है आगे बढ़ते हैं हम लोग साइटोलॉजी की विज्ञान की वाशा इन्स की वाशा ब्रांड जिसमें हम लोग सेल के बारे में स्टेडी करते हैं कोशिका के बारे में स्टेडी करते हैं वह क्या कहलाता है साइटोलॉजी कहलाता है यह तक आप लोगों को क्लियर हुआ चलिए थोड़ा सा डायग्राम में आप समझते हैं वैसे और भी ट्रियर डाइग्राम में आगे आप लोगों को दे दूंगी बस एक रॉफली समझे देखिए जो हमारा सेल होता है ना उसके अंदर लिक्विड भरा होता है लिक्विड कहने का मतलब इसे हम लोग को शीकर द्रवय कहते हैं साइटोप्लाजम कहते हैं और इसी साइटोप्लाजम में ऐसे बहुत सारे चीज होते जैसे गॉल्गी का है माइटोकोंड्रिया न्यूक्लियर्स बहुत सारी चीज होती है जो क्या होते रहते हैं तैड़ते रहते हैं तो एक-एक का आप लोगों को डिटेल में आगे बताते जाऊंगे ठीक चलिए अब हम लोग डिस्कवरी देख लेते हैं कि आखिर कोशिका की खोज किसने की थी तो यहां पर आप लोग नोट करते जाए कभी कभी multiple choice क्वेश्चन भी आ जाता है कोशिका की खोज किसने की थी तो इसका आंसर है राबर्ट हुआ था शल 1665 उस समय में बहुत ही बड़ी के मैथमेटिक्स थे मतलब मैथमेटिशन थे मतलब गड़ी तक गया था यह और साइंटिस्ट है जिन्होंने सबसे पहली बार कोशिका को देखा अपने माइक्रोस्कोप उनके पास एक सुचमदर्शी था माइक्रोस्कोप था उन्होंने सबसे पहले उस उन कोशिकाओं का अध्यान किया और उसे सेल नाम दिया तो हम यह भी कह सकते हैं कि जो कोशिका का नाम है सेल है वह रॉबर्ट हुक नहीं सब 1665 में दिया था जब वह फर्स्ट टाइम सेल को देखा तो उन्होंने देखा कि जो हमारे सरीर की तो कोशिका वह अलग-अलग कंपार्टमेंट टाइप से बटा हुआ जैसे कि होता है हमारे घर में अलग-अलग कंपार्टमेंट होता है अलग-अलग रूम होता है से वैसा ही कोशिका भी था तो उन्होंने एक मतलब एक तो यह मानकि चलिए वाक्य भी दिया इस चुनाओ और कम वो कमपार्टमेंट मतलब यह कहा कि जो पूछी का होता है वह छोटे-छोटे रूम के समान होता है कमपार्टमेंट के समान होता है ना आगे देखें संदेशन देखें टाइम टो टाइम अलग-अलग साइंटिस्ट लोग शैल के बारे में डिसकवरी उनके बारे में टाइम टो टाइम खोज चलता रहा संद 1674 की बात है एंटोनी वॉन लूइन हॉग ने शैल के ऊपर और भी ज्यादा स्टडी किया हालांकि जो रॉबर्ड रॉबर्ट हूप था, र� वह तो नॉर्मली कॉर्ग का ध्यान करके सेल को डिसकवर किया था लेकिन यह जो एंटोनी वॉन ल्यूवेन हॉप है उन्होंने लिविंग ऑर्गेनिज्म अलग-अलग जीव जेंतु का सबसे पहले तो उन्हें जो गाल के साइड में हमारे चिक्स में जो स्मॉल सा जो मसल हो रोबर्ट ब्राउन ने याबत लगाया था कि कोशिका के अंदर भी एक नूकलियस होता है जिसे हम लोग कहते हैं केंद्रक तो केंद्रक का पता जो है वो रोबर्ट ब्राउन ने सन 1831 में लगाया था इसके बाद खोज होना बंद हो गया आगे और भी साइंटिस्ट है सेल के बारे में और भी डिस्कवरी होते गया होते गया तभी तो हम लोगों को सेल के अंदर जो भी अपने जो थे जैसे कि माइटोकोंड्रिया गॉल्गी का है बहुत सारी जीजें उनके बारे में ह तो अभी तक हम लोग यह जो पढ़ रहे थे ना वो एक प्रकार का क्या था introduction था यहां तक आप लोगों को समझ में आ जाए कि जो हमारे सरीर की जो हमारी सरीर की सरशना है वो कोसीकाओं से ही मिल करके बना हुआ है है ना चलिए यह तो हो गया अब हम लोग cell के अंदर कौन-क� और अगर आपकी exam में आता है cell तो आप ये diagram easily बना सकते हो मतलब इसमें सभी चीजों को दिखाया गया है जो मैं आपको बताने वाली हूँ जो आपके syllabus में है सबसे पहले हम देखते हैं cell membrane के बारे में यहाँ पर मैंने थोड़ा सा highlight किया हुआ है देखें ये जो हमारा cell होता है ना एक membrane से जो है वो cover रहता है यहाँ पर आप देखें कुछ इस तरीके से दोरी layer होती है डबल layer होता है एक membrane होता है होता है तो यह जो हमारा सेल है जिसके अंदर यह सेल के अंदर क्या है साइटोप्लाजम है साइटोप्लाजम मतलब कोशिका द्रवियर और मतलब एक प्रकार से वाटर लिक्विड भरा हुआ है और इस लिक्विड में आप जितने भी यहां पर कंपोनेंट देख रहे हैं वह सारे जो है वह तैर है और इस पूरा सेल को जो है वह एक मेंब्रेन जो है वह कवर करके रखा हुआ है जिससे हम लोग कहते हैं सेल मेंब्रेन इसे हिंदी में कोशिका जिल्ली भी कहा जाता है अब सबसे पहले सवाल यह होता है कि आखिर जो सेल मेंब्रेन होता है उसका काम क्या होता है तो सेल मेंब्रेन जो होते हैं वह को कोशिका को या फिर सेल को आकार प्रदान करते हैं सेप देते हैं है जैसे कि हमारे बॉडी का सेप इसकी इनके दौरा नहीं दाई थे ना वैसा रिमिदेखो इसकी है वैसा ही जो सेल होता है उन्हें सेल मेम्रेन होता है को विशेष आकरिति जो है वह प्रदान करता है यह होता है कि जो सेल मेम्रेन होता है वह अर्थ पारिग्रम झिल्दी के समान व्यवहार करता है वह सेमी परमीबल होता है सेमी परमीबल कहने का मतलब यह है कि यह सभी प्रकार के इस चैनल के अंदर एंटर करना चाहे कोई भी मॉलेक्यूल हो गया तो वह हमारे सेल के अंदर एंटर नहीं कर सकता है उसको यह जो सेल मेंब्रेन है वह प्रोटेक्ट करके रखा हुआ है पर कवर करके रखा हुआ है अगर यह सेल में नहीं होता फिर तो सेल में कुछ भी चीज जो है वह एंटर कर जाता है ना तो यह जो सेल में ब्रेन है प्रकार से इन्हें प्रोटेक्ट करके रखता है इसे आप कोई भी बाहरी चीजों को है ना अंदर जो है वह एंटर करने नहीं देती है लेकिन ऐसा नहीं कि आप सेल में सेल के अंदर कोई भी चीज एंटर नहीं कर सकते ऐसे नहीं जो जरूरी कंपोनेंट है जो सेल के लिए आवस्यक है वहीं चीज जो है वह एंटर कर सकते हैं यह विशेष अकृति वाले छोटे-छोटे मॉलेक्यूल को ही वह सेल के अंदर जो है वह एंटर करने देते हैं तो इस प्रकार हम बोल सकते हैं कि जो हमारी सेल की जो सेल मेंब्रेन होती है वह हमारे कोशिका की रक्षा करता है आज हमें जो है वह सेल को प्रोटेक्ट फॉर्म से है सबसे पहला आकार प्रदान करने का और दूसरा जो है वह इन्हें प्रोटेक्ट करके रखने का वह आप लोगों को समझ में आ गया होगा, है ना, एक चीज और है, कि जो हमारा cell membrane होते हैं, उसमें बहुत चोटे-चोटे छिद्र पाए जाते हैं, काफी चोटे-चोटे दिखते, दिखते नहीं हैं वो, काफी चोटे-चोटे hole पाए जाते हैं, काफी चोटे-चोटे छिद्र पाए जाते हैं, ह वह उसके अंदर जो है वह पानी भरा रहता है यहां पर देखिए यह जो पूरा दिख रहा है ना यह पूरा वाटरी है लिक्विड भरा हुआ है और यहां पर आप जो अलग-अलग कंपोनेंट देख रहे हो वह पानी में जो है वह तैर रहे हैं यह तलाब है वह पानी भर दिए और बहुत सारे चोटी-चोटी चीजों को अंदर डाल दिए हो तो जो गुबारे के अंदर जो पानी होगा वही क्या कहलाएगा साइटोप्लास्म कहलाता है कोशिका द्रव्य कहलाता है यह जो पूरी का द्रव्य होता है यह तक काया होता है है ना काफी गाड़ा होता है चिपचीपा होता है रंग हीन होता है इसका कोई कलर नहीं होता है कि कलर लेस होता है इस कोशिका द्रवय में काफी सारे कंपोनेंट जो है वह तैरते रहते हैं और एक चीज और यहां पर आप बीच में तो न्यूक्लियांस देख रहे हो केंद्रक देख रहे हो उसके अंदर भी वाटर भरा होता है यहां पर जो बड़ा सा देख रहा वो वाटर भरा होता है और कोशिका के अंदर जो वाटर होता है न्यूक्लियस के अंदर जो वाटर होता है इन सभी को मिला करके क्या कहा जाता है प्रोटोप्लाज्म कहा जाता है ध्यान रखना प्रोटोप्लाज्म अलग है और साइटोप्लाज्म अलग है साइटोप तो जो सेल के अंदर जो लिक्विड है लेने क्लियर को हटा करके निकलेस के अंदर जो वाटर्स को हटा करके यह पूरा जो है वह साइटोप्लाजम कहा लाता है अगर प्रोटोप्लाजम का कभी वर्ड आप सुनोगे तो प्रोटोप्लाजम तो चलिए साइटोप्लाजम यह सब क्या क्या चीज है ना उसको मैं एक करके एक्सप्लेन करते जाती हूं है और उसका वाइटोकांड्रिया हो गया या फिर राइबोजोम हो गया इसका मैं थोड़ा सा अलग डाइग्राम भी दिखाते जाओंगी ताकि आप लोगों को अच्छे से समझ में आते बारे में यहां पर आप देख रहे हो बीच में है हमारा न्यूक्लियस केंद्रक रखे हुए हैं यह पूरा क्या कहलाता है एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम कहलाता है है ना चलिए यह तो आप लोग समझ देखें मैं थोड़ से इस डाइग्राम को थोड़ सा और डिटेल में दिखाती हूं यहां पर आप देख देख सकते हो इंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम को और अच्छे से देख सकते हो आप लोग मैं तो चेक कर लेती हूं आप लोगों क्लियर दिख रहा है कि नहीं हां काफी अच्छे से दिख रहा है तो बबीच में हम लोग देख लीजिए यह हमारा केंद्रक है न्यूक्लियस ह डबल वॉल, मतलब दोहरी लेयर से जो है वो बना रहता है, और बीच में जो है वो कुछ हिस्सा गैप रहता है, एक पर कारण से ये नली के समान होता है, और कुछ ऐसे इनकी जो है वो स्ट्रक्चर होती है, एक दूसरे से ये इस तरीके से जुड़े रहते हैं, ये क्या कहला रिबोजोम कहलाता है जो कि एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम के पास जो है वह स्थित होते हैं लेकिन जरूरी नहीं है कि सभी एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम में जो है वह राइबोजोम जो है वह चिपकर रहेंगे कुछ एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम ऐसे होते हैं जिनमें राइबोजोम प्रजेंट होते हैं उनमें चिपकर रहते हैं लेकिन कुछ एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम ऐसे होते हैं जिनमें राइबोजोम प्रजेंट नहीं होते हैं तो देखिए अगर ऐसा है या या फिर ऐसा एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम जिसमें राइबोजोम प्रजेंट हो उसे हम लोग कहेंगे रफ एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम रफ है ना रफ यार सॉटकट में रफ यार और ऐसा एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम यहां पर आप देख रहे हो कुछ इस प्रकार का भी एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम है जहां पर कोई भी राइबोजों प्रजेंट नहीं है तो इसे स्मूथ एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम हम लोग कहते हैं आगे समझ मैं आप तो एंडो प्लास्मिक रेटिकुलम एक दोहरी इस तर से बनी हुई एक नलीका होती है, एक ट्यूब होती है, जिसमें राइबोजोम प्रजेंट होते हैं, किसी में प्रजेंट होते हैं, किसी में प्रजेंट नहीं होते हैं, जिसमें प्रजेंट होते हैं, उसे रफ एंडो एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम कहा जाता है अब सगंड सवाल मन में यह आता है कि आखिर इसका काम क्या होता है देखें बहुत सारे इसे मेटाबॉलिक प्रोसेस होते हैं मतलब जो उपापचाई क्रियाएं होती हैं उनमें यार जो है वो सिंथेसिस करते हैं तो यह सब चलिए अब मैं नेक्स्ट आप लोगो को यह तो आप लोगो समझ में आगे रेटिकुलम चलिए और भी हम चीजों को देख लेते हैं बारे में अच्छे समझ गए इसी से रिलेटिव जो राइबोसोम है उसके बारे में यहीं पर बता देती हूं तो जैसा कि आप लोगों ने देखा कि जो हमारा एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम था उसमें है कि यह जो छोटे-छोटे कड़ के समार होते हैं अपार्डर्शिक और होते हैं जो कि इस तरह से राइबोसोम में जो चिपकर रहते हैं या फिर इनके पास में जो है वो इस तरीके से राउंड राउंड स्थित होते हैं अब याखि ये राइबोसोम होते क्या है तो देखें मैं आपको बता दूँ कि ये जो राइबोसोम होते है ना वो 40-50% तक इसमें RNA से बना होता है इनमें RNA present होता है अगर आप लोग थर्ड येर में जेनेटिक्स पढ़ोगे उसमें आप लोग देखोगे कि कैसे राइबोजोम है उनमें जो है वो आरेने प्रेजेंट है पहला तो ये 40-50% तक आरेने से बना होता है प्लस इसमें क्या होता है प्रोटीन भी होता है ये प्रोटीन और आरेने से मिल करके बने होते हैं कौन राइबोजोम इनका में काम क्या होता है राइबोजोम का ये प्रोटीन सिंथेसिस करते हैं मसल गेन करने में प्रोटीन जिस होता है उनका संसलेशन होता है और माइक्रोस्कॉप से देखने पर बहुत छोटी-छोटी स्माल कण के रूप में साइटोप्लाजम फैले होते हैं और वह ज्यादातर इस एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम के पास ही जो है वह स्थित होते हैं समझ ले आए आप लोगों को राइबोसोम चले आगे हम लोग नेक्स्ट देख लेते हैं माइटोकोंट्रेस इसे सेल का पावर हाउस भी देख सकते हो साइटोप्लाज में यह हजारों की संख्या में जी है इसकी संख्या चार से पाछ जाए तक हो हो सकती है थोड़ सा डिटेल में देखें डायग्राम को कुछ इस तरीके से अंडर कार होती है और इन्हें धागे के समान जो है वह ऐसा सरचना पाया जाता है यहां पर आप देख सकते हो इस तरीके से धागे के समान जो है वह इनके अंदर में जो है वह स्ट्रक्चर प्रजेंट होते हैं यहां पर देखिए डीएने प्रजेंट होते हैं इसमें माइटो कांड्रिया में लेकिन यह जो डीएने होते हैं इनका खुद का डीएने होते जिसमें ओन डीएने कहते हैं माइटो कांड्रिया का आप जो राइबोजों भी प्रजेंट है जी हां जो सेवेंटी एस टाइप का जो राइबोजों होता है ना गाइस वह इस माइटोकोंड्रिया के अंदर प्रजेंट होता है मैं मानती हूं कि एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम के पास राइबोजों होते हैं जैसे कि मैंने कुछ यह जो होता है ना वह माइटोकांड्रिया के अंदर में भी होता है आप यहां पर आपको देख सकते हो यह जो डिएने का होता है आउटर मेंब्रेन कहलाता है अंदर का जो भाग होता है यह वाला हिस्सा यह का मैट्रिक्स कहलाता है और इन में नर मेंब्रेन भी प्रेजेंट होता है तो यह होता है गाइस माइटोकोंड्रिया अब लोगों सुरू से पढ़ते आ रहा है कि को शिका को एस वारी माइटोकोंड्रिया को को शिका का पावर हाउस कहा जाता है है ना तो आखिर इसे पावर हाउस क्यों कहा जाता है क्योंकि देखिए हम जो भी खाते हैं उनका जो ऑक्सीडेशन है मतलब जो ऑक्सीकरण की जो जनरेट हो रहा है एनर्जी जो उत्पन हो रहा है वह इसी माइटोकोंड्रिया के अंदर हो रहा है मतलब जो भी ग्लूकोस है फ्लूड है फूड है जो भी इसका ऑक्सीडेशन हो रहा है वह इसी माइटोकोंड्रिया के अंदर ही हो रहा है इसलिए इसे पावर हाउस कहा जाता है क्योंकि हमें यहीं से क्या मिलता है पावर हाउस में पावर मिलता है एनर्जी मिलता है हम कुछ किसी काम को तभी कर पाते हैं जब हमें एनर्जी मिले तो एनर्जी जनरेट करने के बाद इसे कोशिका का पावर हाउस भी कहा जाता है लेते हैं गॉल्गी का यह जिसे हम कहते हैं गॉल्गी पॉडी थोड़ा सा जूम करके दिखाती हूँ, मैं यहाँ पर आप देख सकते हो, कुछ इस प्रकार की सरचना आप देख सकते हो, डाइग्राम में, यह क्या कहलाता है, आपका गॉल की बॉडी कहलाता है, चलिए मैं आपको कुछ थोड़ा सा डिटेल में बताती हूँ, पोजिशन के जाना होती है और यह जो ट्यूब होते हैं उनके अंदर आखिर क्या भरा होता है इनके अंदर जो है वह लिपिट्स भरा होता है प्रोटीन एंड लिपिट्स जो है वह यह वसा फैट वगरा इसमें भरा रहता है इसी कारण इसे जो है वह लाइफ वेट मैं नाम भोल गई हूं कि इसे लाइफ ऑन रियल सॉरी लाइफ ऑन रियल भी कहा जाता है क्योंकि यह जो आपको बॉडी है ना उसमें काफी सारे लिपिट्स भरे होते हैं ना इनकी जो ट्यूब्स होती है इनमें लिपिट्स भरे होते हैं इसलिए इसे लाइफ ऑन रियल भी कहा जाता है अ इसे गॉल्गी बॉडी ही क्यों कहा जाता है क्योंकि एक साइंटिस्ट जिनका नाम है कैमीलो गॉल्गी जो कि इटली के नियुरोलॉजिस्ट थे उन्होंने सबसे पहले इस गॉल्गी बॉडी को देखा जो कि केंद्रक के पास जो है वो इस्तित थे तो उन्होंने अपने बॉडी रख दिया इनका काम क्या होता है इनका काम होता है सिक्रेशन करना कुछ-कुछ पदार्थों को यह क्या करते हैं सिक्रेट करते हैं तो यह जो गॉल्गी बॉडी होते हैं ज्यादा तरह सेक्रेटरी सेल होते हैं ना मतलब तो सेक्रेटरी को सीखा होती है वहां पर ज्यादा पाए जाते हैं कौन गॉल्गी बॉडी ठीक लियर हो गए आप लोगों यहां पर देखिए साइटोप्लाज में एक राउंड राउंड टाइप से भी स्ट्रक्चर होता है जिसे क्या कहा जाता है किसे क्या कहा जाता है लाइसोसोम कहा जाता है लाइसोसोम होते क्या है इनका साइज कैसा होता है बहुत छोटे से साइज के होते जी रोपाइंट ट्यू जी रोपाइंट टू म्य जो है वो साइज होता है इनमें जो है वह पाचक एंजाइन भरे होते हैं डाइजेस्टिव एंजाइन भरे होते काफी सारे एंजाइन भरे होते हैं जो कि कार्बोहाइड्रेट फैट प्रोटीन आदि के डाइजेशन के लिए जो है वह है हेल्प करते हैं इनका एक और काम यह भी होता करने का काम भी लाइजोसोम के द्वारा किया जाता है तो आप इसका प्रोजीशन देख लिए साइटोप्लाजो में पाया जाता है यह राउंड होते हैं कौन लाइजोसोम फ्रेंड कर देती है यहां पर देखिए सेंट्री और जिसे कहा जाता है सेंट्रोसोम दिखा आप लोगों कोई बंडल के समान रॉड का जो बंडल होता है ना उसके समान आपको को दिख रहे हैं यह क्या कहलाता है सेंट्री ओल या सिर्फ सेंट्रोसोम कहा जाता है यह बिल्कुल केंद्रक के पास ही है तो उस समय यह जो आपका सेंट्रोसोम है उनका काफी ज्यादा योगदान होता है आज इस आप लोगों को चलिए और बता देती हूं कुछ-कुछ सेल ऐसे होते हैं जिनमें सिलिया और फ्लेजिला भी पाया जाती है जिसे हम को पूंच भी कहते हैं तो देखिए दो टाइम को इसमें पाया जाता है सबसे पहला तो यहां पर आप देख सकते हैं छोटे-छोटे धागे के समान यह निकला हुआ है जिसे क्या कहा जाता है सिलिया कहा जाता है दिखा आप लोगों को इसके अलावा सिलिया के अलावा भी एक और सा रचना पाया जाता है जिसे क्या कहा जाता है फ्लेजिला कहा जाता है यहां पर आप देख सकते हो फ्लैजिला जो फ्लैजिला होता है थोड़ा बड़ा होता है थोड़ा मोटा होता है वहाँ आज जो बड़ी सरचना होती है वह फ्लैजिला कहलाएगा और जो छोटी सरचना होता है वह सिलिया कहलाता है ठीक है यहां पर समझ आया तो क्या क्या हो माइक्रो ट्यूबुल यहां पर आप देख सकते हो माइक्रो ट्यूबुल माइक्रो फिलामेंट तो देखें इस प्रकार से आप देख सकते हो कुछ समय पहले ही साइंटिस्ट लोगों ने पता लगाया कि जो सेल के साइटोप्लाज होते हैं ना उससे है और इसे माइक्रोस्कॉप जो है वह नाम दे दिया गया है या आपको समझ में आ गया गाइस आप लोगों को देख लेते हैं केंद्रक जिसे कहा जाता है न्यूक्लियस यहां पर आप देख सकते हो जो भी हमारा साइटोप्लाज में उसमें एक बड़े से गोल की आकृति पाई जाती है जिसे क्या कहा जाता है केंद्रक कहा मेंब्रेन से कवर रहता है यहां पर आप देख सकते हो यह लोग कलर का यह दोबनी मेंब्रेन से ढखा होते हैं जो कि लिपिड प्रोटीन वगरा से मिल करके बना होता है जिससे कहा जाता है न्यूक्लियर मेंब्रेन न्यूक्लियर मेंब्रेन का काम क्या होता है यह जो न्यूक्लियर होते हैं उनको प्रोटेक्ट करके रखने का काम करते हैं ना कबर आकरिति प्रदान करने का काम करते हैं आप यहां पर देख सकते हैं न्यूक्लियर जो वह राउंड है लेकिन देखें निकलोप्लाज्मा न्यूक्लियों जैसे हमारे न्यूक्लियास के अंदर भी लिक्विड भरा था ना जिससे हम साइटोप्लाज्म कहते एक केंद्री का जिसे कहा जाता है न्यूक्लियों प्लाज्म कर दो इसमें केंद्रिक के बीच में एक और चोटी सी चीज पाई जाती जिसे कहा जाता है केंद्रिका ये जो केंद्रिका है उनमें ज़्यादा तर आरेने प्रजेंट होता है ज़्यादा तर फैट प्रोटीन ये सारी चीजे प्रजेंट होती है इस केंद्रिका के अंदर नहीं होता है जो डीएने होता है ना वह यहां पर न्यूक्लोप्लाज में जो है वह प्रजेंट होता है डीएने जिसे क्रोमेटिन यहां पर देख सकते हो धागे के समाज से रचना है तो पूर्ण देखा जाता है यह न्यूक्लियस का मेन काम होता है इसमें जो वह ज material present होते हैं जैसे कि हो गया डीएने आरेने यह सब क्या है जनेटिक मटेरियल है हमने मम्मी पापा के टाइप क्यों दिखते हैं क्योंकि जनेटिक मटेरियल के कारण है ना उनका डीएने आरेने हमारे डीएने आरेने से प्रेज करता है क्योंकि हम उनके डॉटर या फिर सन है तो इस वजह से जो भी जनेटिक मटेरियल है उनका ट्रांसफर इन न्यूक्लियर्स के दौरा जो है वह किया जाता है वैसे इसके बारे में और भी डिटेल में मैं आपको को अभी तक तो आप लोगों ने animal cell के बारे में देखा, तो जो कोसीका होती है, वो कितने type के होते हैं, type के क्या क्या होते हैं, वो चलिए मैं आप लोगों को बता देती हूँ, दो तीन मिनट लगेगा आप लोगों को समझने में, फिर मैं आप लोगों को hand written notes इसका दे दोंगी, प्रोकरियाटिक सेल और दूसरा होता है यू करियाटिक सेल I hope आप लोगों को डाइग्राम clear शो हो रहे होंगे और आप लोग इसका screenshot ले लीजे मैं ISO को थोड़ा सा कम कर देती हूँ ताकि clear दिखे डाइग्राम है न आप लोग इसका screenshot ले लीजे ये question very very important है एक्जाम में बहुत बारी आते हैं ये question सेल पाया जाता है कुछ जिव ऐसे होते हैं जिनमें यूकरियोटिक सेल पाया जाता है अगर हम अपने सरीर की बात करें फिर किसी जीव जनतु की बात करें तो हमें जो है वह यूकरियोटिक सेल पाया जाता है जो भी अभी मैंने इसमें पहले आपको चैनल के बारे म न्यूक्लियास और माइटोकोंड्रिया गॉल की बॉडी हर एक चीज प्रजेंट था लेकिन कुछ सेल जो होते हैं प्रोकरियाटिक भी होते हैं आखिरे किसने पाया जाते हैं जैसे कि बैक्टेरिया जैसे कि ब्लू ग्रीन जो एलगी होता है ना नीली शेवाल तो कुछ चाहिए छोटे-छोटे माइक्रो और ग्रीन होते हैं ना जिनमें यह प्रोकरियाटिक सेल पाया जाता है तो इस पश्ट रूप से गोल से बड़ा सा यहां से यहां पर जो नूकलियास है जो हमारा केंद्रक है और जो भी DNA है, RNA है, मतलब जो भी genetic material है, वो इस nucleus के अंदर उपस्थित रहता है, लेकिन जो prokaryotic cell होता है, उनमें ऐसा कोई भी nucleus वगरा present नहीं होता है, जो भी genetic material होता है, वो इनके cytoplasm में ही उपस्थित होते हैं, केवल जो पौधे होते हैं, प्लाजमित present होते हैं, अब जो DNA वगरा है, RNA वगरा है, वो पूरा cytoplasm में फैले रहते हैं, हैं लेकिन हमारे सेल में क्या होता है जो डीएने आरेने है विशेष टाइप जो केंद्रा होता है उसे प्रजेंट होता है इन में साइटोप्लाजम प्रजेंट होता है राइबोजम प्रजेंट होता है सेल मेमरेन बाकी जो और जो कुछ चीजें है ना वह प्रोक्रियाटिक सेल प्रजेंट नहीं होते हैं आप इस डायग्राम को देखकर के अंदाजा लगा सकते हो कि क्या प्रजेंट है और क्या प्रजेंट नहीं है वह से मेरे डायग्राम में अच्छे से सॉरी मैंने नोट पर भी अच्छे आप लोगों को अंतरिक जो डिफरेंस बिट्टी होता है वह मैंने करके बताया हुआ है देखो इजाम में अगर ये question आता है ना सबसे पहले तो आप लोगो को डाइग्राम बनाना पड़ेगा Prokaryotic Cell का और Eukaryotic Cell का उसके बाद आपको ये बताना पड़ेगा कि किस में क्या present है किस में क्या present नहीं है चलिए आप लोग notes का screenshot ले लीजिए एक बार notes को अच्छे से पढ़ना तो यहाँ पर आप notes देख सकते हो Cell Biology का हम लोग का lecture number first है अगर आप Cell Biology के और भी topic देखना चाहते हो और description box में आप check करें BAC first पर बहुत सारे वीडियो बेसेजोलॉजी के आप लोगों को मिल जाएंगे एंड डायग्राम कभी मैं लास्ट में दे दूंगी जो आप लोग स्क्रीन सॉट लेने ना क्या क्या डायग्राम आपको बनाना है क्या नहीं बनाना है एंड आई होगा इस आज का वीडियो जरूर करना और अभी तक आप मेरे चैनल को सब्सक्राइब नहीं किया है तो प्लीज सब्सक्राइब जरूर के लिए क्योंकि मैं ऐसे ही वीडियो अपलोड करती हूँ और अपने फ्रेंड्स में सेयर जरूर कीज़ेगा थैंक यू सो मज