प्रोड्यूसर्स एक्विलिब्रियम का क्विक रिवीजन
परिचय
- प्रॉफिट: व्यय के बाद जो आगम बचता है।
- उदाहरण: लागत 10 रुपये, विक्रय 15 रुपये, प्रॉफिट = 5 रुपये।
प्रोड्यूसर्स एक्विलिब्रियम
- परिभाषा: वह स्थिति जहाँ प्रोड्यूसर को अधिकतम लाभ मिलता है।
- प्रॉफिट तब घटता है जब उत्पादन बढ़ता है।
एक्विलिब्रियम की स्थितियाँ
- Price Constant (स्थिर मूल्य)
- परफेक्ट कम्पटीशन में मूल्य फिक्स रहता है।
- कोई भी विक्रेता मूल्य नहीं बदलता है।
- Price Falls with Rising Output (उत्पादन बढ़ने पर मूल्य घटता है)
- विक्रय तभी बढ़ता है जब मूल्य घटता है।
MR-MC अप्रोच
- MC (Marginal Cost) = MR (Marginal Revenue)
- जब लागत और आय समान हो जाएँ।
- अगर MC > MR, तो उत्पादन बंद करना चाहिए।
- दो स्थितियाँ
- MC = MR (लागत और आय समान)
- MC > MR (लागत आय से अधिक)
ग्राफिकल एनालिसिस
- 2 यूनिट और 5 यूनिट्स के बीच का पॉइंट अधिकतम लाभ का होता है।
- ग्राफ पर MC अगर MR को नीचे से काटे, तब वह प्रोड्यूसर्स एक्विलिब्रियम होगा।
अंतिम निष्कर्ष
- यह अध्याय छोटा है और इसमें फिक्स्ड मार्क्स प्राप्त होने की संभावना है।
- वन शॉट वीडियो देखें।
सन्देश
- मेहनत करते रहें और वन शॉट वीडियो को चैन ल पर देखें।
यह नोट्स संक्षेप में सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल करते हैं जो प्रोड्यूसर्स एक्विलिब्रियम के अंतर्गत आते हैं।