प्रश्न रफ्तार कितनी भी तेज हो लेकिन तुम्हारे सानित सर से तेज नहीं हो सकती दिगड़ो समझ आ गई आपके देखके Welcome to Next Topos Commerce बेटा मैं हूँ सानित सर आपका Economics Hacker और हम यहाँ पर देश का बविश्च बनाते हैं बेटा जी तुम्हें पता है इसका One Shot अवेलेबल है चानल पे जाकर उसको देख लो यह हमारा एक Quick Revision है तो हमने Producers Equilibrium का Quick Revision करने वाले हैं अगर आपने नहीं देखा है इसका One Shot Detailed Video जाकर देख लेना चलो जी तुम पहले स्क्रीन चोट लो पहली स्लाइट का चलो बेटा ज ध्याना चाहिए देखना profit का मतलब क्या है, देखो आपने जो excess कमाया, जो खर्चे निकालने के बाद उसे हम कहते हैं profit, जैसे कि लागत लगी किसी product को बनाने में 10 रुपे, जब बेचा तो 15 रुपे मिले, तो ये 10 और 15 के बीच में 5 का जो excess है वो आपका profit है, profit refers to excess of receipts from the sale of goods over expenditure incurred on producing them, कि जो बनाने में जो खर्चा लगा और उसके उपर जो आपने पैसा मिल गया आपको, उसे आप profit कहते हो, अब उसी प्रकार, प्रोडूसर्स एक्विलिब्रियम क्या है? यह एक्विलिब्रियम पॉइंट आपने देखा था कंजिमर एक्विलिब्रियम है भी, जब आपको मैक्जिमम साइटिस्फेक्शन मिलता है, उसी प्रकार एक प्रोडूसर को सबसे ज़ादा प्रॉफिट जिस पॉइंट पे मिले जहाँ पे उसको सबसे ज़्यादा profit मिल रहा है producers equilibrium definition को ध्यान दो producers equilibrium refers to that price and output combination जो मैंने भी आपको बोला which brings maximum profit जहाँ पे सबसे ज़्यादा उसको profit हो रहा हो ठीक है and profit declines as more is produced profit कम होने लग जाएगा अगर ज़्यादा बनाने लग जाओगे तो producer equilibrium कैसे निकालोगे एक है TRTC approach एक है MRMC approach आप इधर अभी MRMC approach समझना ठीक है उससे पहले एक चीज देख लो यह आपको किस लेवल पर मिल सकता है लेवल equilibrium level under two different situation दो situation में अलग-अलग equilibrium मिलने वाला है आपको एक है जब price constant रहती है और एक है जब price गिर रही है जैसे ही आप ज़ादा बनाने लग जाते हो तो पर सबसे पहले देखना प्राइस कांस्टेंट का बोता है आपको पता है सर पर फेक्ट कंपेटिशन के केस में प्राइस फिक्स रहती है क्यों नेक टो नेक कंपेटिशन है industry ने price set कर दिया, तुम्हें भी पता है chips का packet दस रुपे का आता है, मुझे भी पता है दस रुपे का आता है chips का packet, और बेचने वाले को भी पता है दस रुपे का chips का packet आता है, कोई भी किराने की दुकान वाला उसकी price change नहीं करेगा, इसी point को perfect competition कहते हैं, और price falls with rising output, यह आपको आप सेल बढ़ा सकते हो तभी जब आप प्राइसेस कम करोगे किसी प्रोडक्ट की ठीक है और इस केस में जहां पर प्राइसेस फिक्स होती है यहां पर आप कितनी भी क्वांटिटी बेच सकते हो कोई भी पर्टिकुलर क्वांटिटी बेच सकते फाइन नहीं कर सकते ठीक है बेटा अब यहां पर ना आपके पास दो कंडीशन होती है दो कंडीशन जो कि आपको producers equilibrium define करती है अगर दो condition follow होगी ना तो हम बोलेंगे कि भाईया यह आपका producers equilibrium वाला यही point है यह detailed तरीके में मैंने बताया है इसलिए मैंने इसको रख दिया है मैं इसको समझाओंगा नहीं मैं इसी approach से समझाओंगा देखो MC is equal to MR MC मतलब marginal cost जहांपे आपकी लागत लग रही है marginal revenue MR मतलब जहांपे आप पैसा कमा रहे हो ठीक है जब आपका लागत और आपका पैसा दोनों जो आपने कमा रहे हो दोनों जब बराबर हो जाए मतलब आपको बनाना बंद कर दिना है क्यों अगर मान लोग खर्चे जादा हो गए ये marginal cost जादा हो गई इधर से मैं color change कर लेता हूँ देखो अगर मान लोग खर्चे जादा हो गए तो भाईया कमा रहे हो 10 रुपे तो सबसे पहले तो आपको उस point पर बनाना बंद कर देना है जहांपे marginal cost और marginal revenue बराबर हो जाए पहली गंडी दूसरी condition क्या बोल रहा है यह एक ऐसी condition है बिटा जहां पर marginal cost और marginal revenue दोनों एक से ज़्यादा बार बराबर हो सकते हैं मतलब एक बार नहीं हो सकता है दो बार हो जाए तो हम किस point को producer equilibrium बोलोगे आप उस point को producer equilibrium बोलोगे MC और MR के बराबर होने के ज़्यादा बाद आपका marginal cost ब� हो सकता ये चीज दो बार हो, लेकिन हो सकता ना पहली वाली बार में marginal cost फिर गिर जाए, तो आपका लगत गिर गई, कमाने से, तो आपको still profit हो रहा है, लेकिन जिस भी point के बाद जब दोनों बराबर हो, और आपकी लागत बढ़ जाए आपके revenue से, मतलब उस point को ही आपको producer equilibrium ब कि मार्जिनल रेविन्यू मार्जिनल कॉस्ट यह देखो फर्स्ट आउटपुट में मैंने देखा देखो मेरी लागत ज्यादा है मेरे रेवेन्यू से तो यह तो आपका इक्कुलीब्राम पॉइंट नहीं है मैंने क्या बोला था पहली कंडीशन कि वह बराबर होने चाहिए एमसी इग्ल्स टू एमर अब दूसरा पॉइंट देखो हां यह देखो 12 एमसी इग्ल्स टू एमर पहली कंडीशन फॉल हो गई टिक कर दो दूसरी कंडीशन क्या है कि मार्जिनल कॉस्ट इससे बढ़ जाना चाहिए रेवेन्यू से तो भाई आप 12 ना तो ये 13 हो जाना चाहिए, या उससे भी जादा हो जाना चाहिए, या ये 12 ही रहना चाहिए, ठीक है बिटा, अब तुम एक चीज़ नोटिस करोगे, देखो ये तो 12 ही है, लेकर ये 9 हो गया है, तो कम हो गया, मतलब ये आपका producer equilibrium नहीं है, अभी भी तो profit ही कमा रहे हो, देख तुम चौथे product में देखो इसमें भी तुम्हें फाइदा हो रहा है चार रुपए तुम्हें एक्स्ट्रा मिल रहे हैं तो तुम्हारा फाइदा हो रहा है पाँचे पॉइंट पर आके देखो ये पाँचे पॉइंट तुम्हें एक चीज कहेगा देखो 12 प्लस 12 फिर से बरा ये marginal cost बढ़ गया किस से? marginal revenue से मतलब ये point जो है इसमें producer को सबसे ज़ादा profit मिल रहा है क्या मिल रहा है? सबसे ज़ादा profit इसी को graph पे देखो इस वाले point को मैं 2 unit वाला point बोल रहा हूँ देखो ये वाला point जो है न ये है 2 units वाला point ये है 5 units वाला point ये देखो न marginal cost का curve आपका नीचे जा रहा है मतलब ये profit वाली situation है ठीक है?
जैसे आपकी लागत के उपर जा रहा है तो आपको profit थोड़ी होगा आपको तो नुकसान होना चालो जाएगा तो इस point को इस k point को आप बोलोगे यही आपका producer's equilibrium है क्योंकि इसमें दोनों condition fall over है कौन-कौन सी MC is equals to MR and MC is greater than MR समझ आया दो condition क्या है MC is equals to MR ठीक है and MC is क्या MC is आपका भाईया greater है, MC जादा होना चाहिए MR से, चीखे दूसरी condition, first और two, यह दोनों fulfill हो रही है, इसलिए यहाँ पे यह आ रहा है, ग्राव भी आप समझ गए, समझ आया, same चीज, same condition, आपको जब price, या imperfect competition की बात बोलो, जब price आपकी कम होती है output के बढ़ने पे, तब भी आपको same ची यहाँ पे MC और MR दोनों बराबर हैं और marginal cost बढ़ गई है marginal revenue से मतलब MC is equal to MR पहला condition follow हो गया और MC is greater than MR यह भी follow हो गया just after that मतलब यही जो third point है यही आपका क्या है बिटा आपका है producers equilibrium जहाँ पे सबसे ज़दा profit हो रहा है किसको producer को अब यहाँ पे ना graph पे कैसे समझोगे इसको यहाँ पे देखो दो पॉइंट पे touch हो रहा है still तो आप कौन सा मानोगे जिस भी पॉइंट पे marginal cost नीचे से cut करेगा ना किसको marginal revenue को नीचे से cut करता हुआ जब भी निकलेगा उसी पॉइंट को हम क्या बोलेंगे हमारा equilibrium point producers equilibrium point कौन सा होगा जब MR से नीचे से cut करते हुए अगर MC जा रहा है वही point आपका producers equilibrium है बाकि इस चाप्टर को बहुती छोड़ा चाप्टर माना गया है यहीं आपके नंबर जो है फिक्स हो जाएंगे बहुत मेनत करते रहो इसका अगर वन शॉट देखना है तो जाकर चानल पर अवेलेबल है जादा बड़ा नहीं है उसको भी जाकर दे�